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अपनी माँ चुदाया करो बेटी - Apni maa ki chut chudai gand thukai karwaya karo
अपनी माँ चुदाया करो बेटी - Apni maa ki chut chudai gand thukai karwaya karo, Ma beta sex, mother sex, ma ki chudai, mother son sex kahani, अपनी माँ की चुदाई, गांड उठाकर चुदवाने लगी, अपनी माँ के साथ सेक्स, Apni maa ke sath sex, मां की गांड को सहलाने लगा.
शमा बोली :- अरी हया, कल तू भोसड़ी वाली बड़ी देर तक कॉलेज में अपनी माँ चुदवाती रही क्या ? हया ने जबाब दिया :- नहीं यार, कल मैं पहले तो क्लास में ही बैठी बैठी रोहित का लण्ड हिलाती रही। जब क्लास छूटी और दूसरी क्लास लगी तो मुझे बिक्कू का लण्ड पकड़ने का मौक़ा मिल गया। वह मादर चोद मेरे बगल में ही बैठ गया। उसका लण्ड थोड़ा मोटा था। मुझे मज़ा आने लगा। मैंने उससे कहा बिक्कू मुठ्ठ मरवाओगे मुझसे। वह बोला हां मरवाऊंगा पर तुम्हे मेरा लण्ड पीना पड़ेगा ? मैंने कहा हां मैं मुठ्ठ मार कर पी लूंगी तेरा लण्ड ? बस फिर हम दोनों चुपचाप बाथ में रुम में घुस गये। अंदर से दरवाजा बंद किया और उसकी पैंट खोल कर लण्ड पकड़ लिया। मेरे पकड़ते ही लण्ड तन कर खड़ा हो गया और मैं दनादन्न मुठ्ठ मारने लगी। उसका लण्ड बहन चोद फूलने लगा। सुपाड़ा तो फूल कर कुप्पा हो गया। मैं बड़ी मस्ती में आ गई मेरा गाली बकने का मन हुआ लेकिन सोंचा की कोई मादर चोद सुन न ले ? लेकिन मैं बहुत धीमी आवाज़ में गाली बकने भी लगी। साले भोंसड़ी के लण्ड, मैं तेरी माँ चोद दूँगी साले जल्दी से निकल ? तेरी बहन का लण्ड, तेरी माँ की चूत साले, तेरी गांड में घुसा दूंगी, तेरी झांटें उखाड़ लूंगी, आ जा जल्दी से ? किसी दिन मैं तुझे अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी ? माँ चुदवाऊँगी भोसड़ी के तुमसे अपनी ? बस लण्ड मैंने मुंह में भरा तो उसने उगल दिया वीर्य। मैंने उसे गटक लिया। फिर लण्ड का सुपाड़ा चाटा। चाट चाट कर सुपाड़ा चिकना कर दिया। बिक्कू ने पैंट पहनी और इधर उधर झाँक कर बाहर निकल कर भाग गया । मैंने फिर अपनी चूंचियां ठीक की और अपने कपड़े ठीक किया उसके बाद इत्मीनान से बाहर आ गयी। यार शमा कल वाकई बड़ा मज़ा आया। बहुत दिनों के बाद मुझे मुठ्ठ मार कर लण्ड पीने का मज़ा आया। अब तू बता बुर चोदी शमा, तू क्यों कॉलेज से जल्दी भाग आई। क्या तुझे अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने की जल्दी थी ?
शमा बोली :- नहीं यार ऐसी बात नहीं है। मैं जब कॉलेज में थी तो मेरे मोबाइल पर मेरे मामू जान का मैसेज आया की मैं इस होटल में हूँ तुम जल्दी से मेरे पास आ जाओ। बस मैं कॉलेज से सीधे उसके पास पहुँच गयी। मैंने देखा की उसके साथ एक और लड़का है। मामू जान ने बताया की यह मेरा दोस्त सफीक है। मामू ने मेरी चूंची पकड़ ली. मैंने उसके लण्ड पर हाथ रख दिया। मैं मामू जान का लौड़ा कई बार पकड़ चुकी हूँ। उससे चुदवा भी चुकी हूँ। लेकिन वहां मैं थोड़ा शर्माने लगी तो वह बोला नहीं शमा शर्माओ नहीं ? आज तुम इसका भी लण्ड पकड़ो तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा। मैं तो लण्ड पकड़ने में बड़ी बेशर्म हूँ हया तू तो मुझे जानती है। मैं फिर मामू जान को नंगा करने लगी और वह मुझे। हम दोनों उस लड़के आगे नंगे हो गये।
वह मुझे बड़े गौर से देखने लगा. मामू जान ने इशारा तो मैं उसके भी कपड़े उतारने लगी। वह जब नंगा हुआ और लौड़ा मेरे सामने आया तो मेरे मुंह से निकला बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड ? उसका लण्ड वाकई मामू के लण्ड से बड़ा और मोटा था। मैं दोनों लण्ड अपने दोनों हाथ से हिलाने लगी । मैं मस्ती में चूर थी। मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चूसने लगी। मामू मेरी चूत चाटने लगा। थोड़ी देर में मामू का दोस्त मेरी चूत चाटने लगा। मैंने सफीक का लण्ड मुंह में पूरा भरा और उसे चूसने लगी। फिर मुंह से निकाल कर मुठ्ठ मारने लगी। मैं लण्ड पर बार बार थूकती फिर उसे चाटती और फिर मुठ्ठ मारती। यही करते करते लण्ड रस के पूरा भर गया। वह बोला अब मैं निकलने वाला हूँ शमा। मैंने कहा तो निकला जा न भोसड़ी के मेरे मुंह में ? वह जैसे झड़ा मैंने वैसे ही उसका सारा वीर्य पी लिया और लण्ड चाटने लगी। फिर मामू का भी मुठ्ठ मारा। वह भी मादर चोद थोड़ी देर में झड़ गया। मैं दोनों लण्ड पीकर मस्त हो गयी और घर वापस जाने लगी, तब मामू बोला यार शमा रुको थोड़ा चुदवा कर जाओ न ? मैंने कहा नहीं यार मुझे देर हो जाएगी तो अम्मी की गांड फटने लगेगी। मैं शाम को किसी बहाने बुरका ओढ़ आऊँगी तब चुदवाकर जाऊँगी। बस मैं फौरन घर आ गयी।
दोस्तों, मैं शमा हूँ २१ साल की एक मद मस्त जवान खूबसूरत लड़की। हया मेरी दोस्त है और हम दोनों एक ही कॉलेज में पढ़तीं हैं। मैं जैसे ही जवान हुई वैसे ही कॉलेज के लड़कों के लण्ड पकड़ने लगी। लण्ड चाटने और चूसने लगी। मुझे मज़ा आने लगा फिर मैं मुठ्ठ मार कर लण्ड पीने लगी। लण्ड पीने के साथ साथ मैं चुदवाने भी लगी। उस दिन मैं शाम को होटल गयी फिर मामू जान और उसके दोस्त सफीक दोनों से चुदवाकर आई। मेरे दो मामू जान है। यह छोटा मामू है मेरा। मैं बड़े मामू का भी लण्ड पकड़ चुकी हूँ। दोनों के लण्ड बड़े मस्त है और मुझे खूब मज़ा आता है। हया मेरी बड़ी खाला की बेटी हैं। मेरी छोटी खाला भी बड़ी मस्त हैं। दोनों की शादी हो चुकी हैं। मैं बड़े खालू का भी लण्ड पकड़ती हूँ और छोटे खालू का भी लण्ड ? हया इस बात को जानती है। एक दिन वह बोली :- शमा तुझे मेरे अब्बू का लण्ड कैसा लगा ?
मैंने कहा :- यार बड़ा जबरदस्त है तेरे अब्बू का लण्ड हया ?
वह बोली :- जबरदस्त तो तेरे अब्बू का भी लण्ड है शमा ?
तब मैं समझ गयी की हया वह मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ती है। मैं उसके अब्बू का लण्ड पीती हूँ वह मेरे अब्बू का लण्ड पीती है।
हमारे घर में गाली देने में, गन्दी गन्दी बातें करने में और चोदा चोदी पर कोई ख़ास पाबन्दी नहीं हैं। कोई ख़ास रोक नहीं है बल्कि पूरी आज़ादी है हां कहीं किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए ? एक दिन मैं और हया दोनों बैठी हुई लण्ड चाटने चूसने और लण्ड पीने की बातें कर रही थीं। तभी मेरी अम्मी आ गयीं। उसने शायद हमारी बातें सुन लीन थीं।
वह बोली :- तुम लोग कैसे लण्ड पीती हो ?
मैंने कहा :- मुठ्ठ मार के लण्ड पीती हूँ, माँ ?
वह बोली :- हाय दईया, तो चुदवाती क्यों नहीं हो ? क्या तुम्हारी चूत कहीं माँ चुदाने चली जाती है बुर चोदी ?
मैंने कहा :- चुदवाने का मौक़ा ही कहाँ मिलता है अम्मी। न कॉलेज में और न कहीं बाहर ?
अम्मी बोली :- तो घर में चुदाने में तेरी गांड फटती है क्या ? यहाँ तो मौक़ा ही मौक़ा है। चाहे अपनी चूत चुदाओ चाहे अपनी माँ की चूत चुदाओ।
अम्मी मुस्कराते हुए चली गयीं। तब मैंने हया से कहा यार हां यह बात तो सही है । अब हम लोग अपने अपने बॉय फ्रेंड्स तो यहाँ घर ने ही ले आया करें और फिर मस्ती से चुदवायें ?
हया बोली :- और फिर मस्ती से अपनी अपनी माँ भी चुदवाया करें ?
बस हम दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ी।
एक दिन मेरी छोटी खाला शबाना आ गयी। उसकी बेटी रिया भी उसके साथ थी। रिया मुझसे एक साल छोटी है लेकिन है वह भी बहुत हरामजादी भोसड़ी की। लण्ड तो ऐसे चूसती है जैसे गन्ना चूसा जाता है। उस दिन हम सब एक एक साथ बैठी थी। मै शमा, हया, रिया, बड़ी खाला रेहाना, छोटी खाला शबाना और मेरी अम्मी रुखसाना।
रिया बोली भोसड़ी के कासिम मैंने आज तक तेरा लण्ड तो देखा नहीं तो कैसे अपनी माँ चुदवा लूँ ? मैंने कहा यार देखा तो मैंने भी इसका लण्ड पता नहीं कैसा है मादर चोद इसका लण्ड ? हया बोली इस साले माँ के लौड़े ने कभी किसी को लण्ड दिखाया ही नहीं ? कासिम बोला रिया जा बुर चोदी पहले अपनी भाभी से पूँछ के आ की मेरा लण्ड कैसा है ? और अगर तुझे देखना है तो देख ले न ? चाहे मुंह में ले के देख ले चाहे बुर में ? मैंने कहा चलो यार रिया अब तुम इसे अपनी माँ की चूत में डाल कर ही देखना। हम तीनो अपने अपने बॉय फ्रेंड के कपडे उतारने लगीं ? मेरा यह विचार था की हम तीनो अपने अपने दोस्त का लण्ड पकड़ कर अम्मी के कमरे में घुसें ? तीनो मादर चोद नंगे हो गये और हमने उनके लण्ड हिला हिला के खड़ा कर दिया। अब हम एक एक लण्ड पकडे हुए अम्मी के कमरे में घुस गयीं। वहां जो देखा तो हम सब दंग रह गयीं।
हमने देखा की हमारी तीनो भोसड़ी वाली अम्मियाँ नंगी नंगी बैठी है। तीनो नशे में धुत्त थीं। तीनो के हाथ में एक एक जबरदस्त लण्ड था। तीनो अपने अपने लण्ड का चुम्मा ले रही थीं और उसे जबान से चाट रहीं थीं। मैंने कहा वाओ, ये अम्मियाँ तो बहन चोद हमसे आगे निकली। शबाना खाला बोली तुम लोग मादर चोदियों क्या हम लोगों को कमजोर समझती हो। तुम हमारा भोसड़ा चोदोगी तो हम चुपचाप चुदवा लेंगीं ? अरे अगर तुम हमारा भोसड़ा चोदोगी तो हम तुम्हारी बुर चोदेँगीँ ? हया बोली अरी खाला तेरी बिटिया की बुर तू तो बड़ी चालाक निकली ? शबाना बोली हया तेरी माँ का भोसड़ा आज मैं ज़रा ठीक से चोदूंगी तेरी चूत। तेरी आग बुझा दूँगी मैं। अम्मी ने कहा जब हमें मालूम हुआ की तुम लोग अपनी अपनी माँ चुदाने वाली हो तो फिर हमने भी अपनी अपनी बेटी चुदाने का प्लान बनाया।
इतने में मैंने साहिर का लण्ड अम्मी को पकड़ा दिया। हया में डेविड का लण्ड अपनी अम्मी को पकड़ा दिया और रिया ने कासिम का लण्ड अपनी अम्मी को पकड़ा दिया। मेरी अम्मी बोली ले शमा यह है मेरे दोस्त अनवर का लण्ड ? पहले इसे मुंह में लेकर चूस फिर बुर में लेकर चुदवा। तब तक रेहाना बोली अरी हया ले यह है मेरी सहेली के मरद का लण्ड ? मैं तो इससे जब कब चुदवाती रहती हूँ। आज तू भी चुदवा कर देख ले ? शबाना बोली हाय मेरी भोसड़ी की रिया तू मेरी चूत में कासिम का लण्ड पेलेगी तो मैं तेरी चूत के लिए अपने दोस्त लण्ड लेकर आई हूँ। ले इसे अपनी बुर में घुसा और भकाभक चुदवा मेरे सामने ? अब पूरे कमरे में घमाशान चुदाई शुरू हो गयी। एक तरफ माँ का भोसड़ा चुदने लगा तो दूसरी तरफ बेटियों की बुर ?
एक बार जब इस तरह की चुदाई का सिलसिला शुरू हुआ तो फिर रुका नहीं।
आज भी लड़कियां जब जब अपनी अपनी ससुराल से आती है तो इसी तरह अपनी अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है और अम्मियाँ अपनी अपनी बेटियों की बुर चुदवाती हैं। जवानी का पूरा पूरा मज़ा मिलजुल कर लूटती हैं।
शमा बोली :- नहीं यार ऐसी बात नहीं है। मैं जब कॉलेज में थी तो मेरे मोबाइल पर मेरे मामू जान का मैसेज आया की मैं इस होटल में हूँ तुम जल्दी से मेरे पास आ जाओ। बस मैं कॉलेज से सीधे उसके पास पहुँच गयी। मैंने देखा की उसके साथ एक और लड़का है। मामू जान ने बताया की यह मेरा दोस्त सफीक है। मामू ने मेरी चूंची पकड़ ली. मैंने उसके लण्ड पर हाथ रख दिया। मैं मामू जान का लौड़ा कई बार पकड़ चुकी हूँ। उससे चुदवा भी चुकी हूँ। लेकिन वहां मैं थोड़ा शर्माने लगी तो वह बोला नहीं शमा शर्माओ नहीं ? आज तुम इसका भी लण्ड पकड़ो तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा। मैं तो लण्ड पकड़ने में बड़ी बेशर्म हूँ हया तू तो मुझे जानती है। मैं फिर मामू जान को नंगा करने लगी और वह मुझे। हम दोनों उस लड़के आगे नंगे हो गये।
वह मुझे बड़े गौर से देखने लगा. मामू जान ने इशारा तो मैं उसके भी कपड़े उतारने लगी। वह जब नंगा हुआ और लौड़ा मेरे सामने आया तो मेरे मुंह से निकला बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड ? उसका लण्ड वाकई मामू के लण्ड से बड़ा और मोटा था। मैं दोनों लण्ड अपने दोनों हाथ से हिलाने लगी । मैं मस्ती में चूर थी। मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चूसने लगी। मामू मेरी चूत चाटने लगा। थोड़ी देर में मामू का दोस्त मेरी चूत चाटने लगा। मैंने सफीक का लण्ड मुंह में पूरा भरा और उसे चूसने लगी। फिर मुंह से निकाल कर मुठ्ठ मारने लगी। मैं लण्ड पर बार बार थूकती फिर उसे चाटती और फिर मुठ्ठ मारती। यही करते करते लण्ड रस के पूरा भर गया। वह बोला अब मैं निकलने वाला हूँ शमा। मैंने कहा तो निकला जा न भोसड़ी के मेरे मुंह में ? वह जैसे झड़ा मैंने वैसे ही उसका सारा वीर्य पी लिया और लण्ड चाटने लगी। फिर मामू का भी मुठ्ठ मारा। वह भी मादर चोद थोड़ी देर में झड़ गया। मैं दोनों लण्ड पीकर मस्त हो गयी और घर वापस जाने लगी, तब मामू बोला यार शमा रुको थोड़ा चुदवा कर जाओ न ? मैंने कहा नहीं यार मुझे देर हो जाएगी तो अम्मी की गांड फटने लगेगी। मैं शाम को किसी बहाने बुरका ओढ़ आऊँगी तब चुदवाकर जाऊँगी। बस मैं फौरन घर आ गयी।
दोस्तों, मैं शमा हूँ २१ साल की एक मद मस्त जवान खूबसूरत लड़की। हया मेरी दोस्त है और हम दोनों एक ही कॉलेज में पढ़तीं हैं। मैं जैसे ही जवान हुई वैसे ही कॉलेज के लड़कों के लण्ड पकड़ने लगी। लण्ड चाटने और चूसने लगी। मुझे मज़ा आने लगा फिर मैं मुठ्ठ मार कर लण्ड पीने लगी। लण्ड पीने के साथ साथ मैं चुदवाने भी लगी। उस दिन मैं शाम को होटल गयी फिर मामू जान और उसके दोस्त सफीक दोनों से चुदवाकर आई। मेरे दो मामू जान है। यह छोटा मामू है मेरा। मैं बड़े मामू का भी लण्ड पकड़ चुकी हूँ। दोनों के लण्ड बड़े मस्त है और मुझे खूब मज़ा आता है। हया मेरी बड़ी खाला की बेटी हैं। मेरी छोटी खाला भी बड़ी मस्त हैं। दोनों की शादी हो चुकी हैं। मैं बड़े खालू का भी लण्ड पकड़ती हूँ और छोटे खालू का भी लण्ड ? हया इस बात को जानती है। एक दिन वह बोली :- शमा तुझे मेरे अब्बू का लण्ड कैसा लगा ?
मैंने कहा :- यार बड़ा जबरदस्त है तेरे अब्बू का लण्ड हया ?
वह बोली :- जबरदस्त तो तेरे अब्बू का भी लण्ड है शमा ?
तब मैं समझ गयी की हया वह मेरे अब्बू का लण्ड पकड़ती है। मैं उसके अब्बू का लण्ड पीती हूँ वह मेरे अब्बू का लण्ड पीती है।
हमारे घर में गाली देने में, गन्दी गन्दी बातें करने में और चोदा चोदी पर कोई ख़ास पाबन्दी नहीं हैं। कोई ख़ास रोक नहीं है बल्कि पूरी आज़ादी है हां कहीं किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए ? एक दिन मैं और हया दोनों बैठी हुई लण्ड चाटने चूसने और लण्ड पीने की बातें कर रही थीं। तभी मेरी अम्मी आ गयीं। उसने शायद हमारी बातें सुन लीन थीं।
वह बोली :- तुम लोग कैसे लण्ड पीती हो ?
मैंने कहा :- मुठ्ठ मार के लण्ड पीती हूँ, माँ ?
वह बोली :- हाय दईया, तो चुदवाती क्यों नहीं हो ? क्या तुम्हारी चूत कहीं माँ चुदाने चली जाती है बुर चोदी ?
मैंने कहा :- चुदवाने का मौक़ा ही कहाँ मिलता है अम्मी। न कॉलेज में और न कहीं बाहर ?
अम्मी बोली :- तो घर में चुदाने में तेरी गांड फटती है क्या ? यहाँ तो मौक़ा ही मौक़ा है। चाहे अपनी चूत चुदाओ चाहे अपनी माँ की चूत चुदाओ।
अम्मी मुस्कराते हुए चली गयीं। तब मैंने हया से कहा यार हां यह बात तो सही है । अब हम लोग अपने अपने बॉय फ्रेंड्स तो यहाँ घर ने ही ले आया करें और फिर मस्ती से चुदवायें ?
हया बोली :- और फिर मस्ती से अपनी अपनी माँ भी चुदवाया करें ?
बस हम दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ी।
एक दिन मेरी छोटी खाला शबाना आ गयी। उसकी बेटी रिया भी उसके साथ थी। रिया मुझसे एक साल छोटी है लेकिन है वह भी बहुत हरामजादी भोसड़ी की। लण्ड तो ऐसे चूसती है जैसे गन्ना चूसा जाता है। उस दिन हम सब एक एक साथ बैठी थी। मै शमा, हया, रिया, बड़ी खाला रेहाना, छोटी खाला शबाना और मेरी अम्मी रुखसाना।
- छोटी खाला बोली - सूना है हया, बुर चोद आजकल तू लड़कों के लण्ड बहुत पीने लगी है कॉलेज में ? कभी मास्टरों के लण्ड पीने का मौक़ा मिला है तुझे ? कभी मर्दों के लण्ड पी कर देखा है तूने भोसड़ी वाली हया ?
- हया - अरी मेरी बुर चोदी खाला मैं तो तेरे मियां का लण्ड पिया है ? उससे भी चुदवाया है ? मास्टरों के लण्ड भी पिया है खाला लेकिन बहुत कम ? लड़कों के लण्ड ज्यादा और आसानी से मिल जातें है खाला ?
- मेरी अम्मी - हाय दईया तो फिर यह भी बता दे भोसड़ी की हया की तू बड़े बड़े लण्ड पीती है की छोटे छोटे लण्ड ?
- हया - अब छोटा हो चाहे बड़ा, है तो मादर चोद लण्ड ही ? मुझे तो हर तरह के लण्ड पीने में मज़ा आता है। मुठ्ठ मारने में खूब मज़ा आता है खाला ? क्रिश्चियन लड़के तो खूब मुठ्ठ मरवाते हैं मुझसे ?
- रिया - चुदवाती है तू कभी अपनी बुर लड़कों से की नहीं ?
- हया - हां क्यों नहीं चुदवाती ? लेकिन कॉलेज में चुदवाने न तो माहौल होता है और न ही मौक़ा मिलता है इसलिए फ़टाफ़ट लण्ड पीती हूँ और चली आती हूँ। कहो तो तेरी भी चुदवा दूँ भोसड़ी की रिया ? तेरी अम्मी तो कह रही थी की तू भी लण्ड पीती है।
- रिया - मेरी अम्मी की बिटिया की बुर ? वह भोसड़ी वाली क्या मुझसे कम पीती है लण्ड ? कभी कभी तो मुझसे छीन कर पी लेती है लण्ड ?
- हया - तू मादर चोद भोसड़ी वाली खाला के बारे में नहीं अपने बारे में बता ? तू दिन भर कहाँ कहाँ माँ चुदाया करती है ?
- रिया - देख यार मैं तो बहन चोद चुदक्कड़ हूँ ही। मैं न शर्माती हूँ और न घबराती हूँ। खुल्लम खुल्ला चुदवाती हूँ अपनी चूत ? अब जिसकी गांड में दम हो वो उखाड़ ले मेरी झांटें ?
- शबाना - शमा तू भी माँ की लौड़ी खूब चुदवाने लगी है आजकल ? तेरा मामू कह रहा था उस दिन ?
- मैंने कहा - मामू की बहन का भोसड़ा ? उसकी बिटिया का लण्ड ? वह साला खुद ही अपना लौड़ा घुसेड़ देता है तो मैं क्या करूँ ?
- रिया - माँ चुदाया करो अपनी और क्या ? जैसे मैं चुदवाती हूँ अपनी माँ ?
- मेरी अम्मी - देखा शमा मैं कह रही थी न की रिया अपनी माँ चुदवाती है।
- बड़ी खाला - तो शमा बिटिया तू भी अपनी माँ चुदवाया कर ? हया ने तो कल से अपनी माँ चुदाना शुरू कर दिया है। कल ही इसने अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेला था।
- मैं बोली - हाय हया तो फिर मेरी माँ के भोसड़ा में भी पेल दिया होता एक लण्ड यार ?
- हया - हां यार अब मैं चोदा करूंगी तेरी माँ का भोसड़ा।
- मैंने कहा :- तब तो मैं भी चोदा करूंगी तेरी माँ का भोसड़ा, हया ?
- रिया - यार यहाँ सब भोसड़ा की बात कर रही है किसी भोसड़ी वाले को मेरी चूत का ख्याल नहीं है।
- रेहाना - मुझे ख्याल है रिया की चूत का ? चिंता न करो, अब मैं चोदा करूंगी तुम सब लड़कियों की बुर ?
रिया बोली भोसड़ी के कासिम मैंने आज तक तेरा लण्ड तो देखा नहीं तो कैसे अपनी माँ चुदवा लूँ ? मैंने कहा यार देखा तो मैंने भी इसका लण्ड पता नहीं कैसा है मादर चोद इसका लण्ड ? हया बोली इस साले माँ के लौड़े ने कभी किसी को लण्ड दिखाया ही नहीं ? कासिम बोला रिया जा बुर चोदी पहले अपनी भाभी से पूँछ के आ की मेरा लण्ड कैसा है ? और अगर तुझे देखना है तो देख ले न ? चाहे मुंह में ले के देख ले चाहे बुर में ? मैंने कहा चलो यार रिया अब तुम इसे अपनी माँ की चूत में डाल कर ही देखना। हम तीनो अपने अपने बॉय फ्रेंड के कपडे उतारने लगीं ? मेरा यह विचार था की हम तीनो अपने अपने दोस्त का लण्ड पकड़ कर अम्मी के कमरे में घुसें ? तीनो मादर चोद नंगे हो गये और हमने उनके लण्ड हिला हिला के खड़ा कर दिया। अब हम एक एक लण्ड पकडे हुए अम्मी के कमरे में घुस गयीं। वहां जो देखा तो हम सब दंग रह गयीं।
हमने देखा की हमारी तीनो भोसड़ी वाली अम्मियाँ नंगी नंगी बैठी है। तीनो नशे में धुत्त थीं। तीनो के हाथ में एक एक जबरदस्त लण्ड था। तीनो अपने अपने लण्ड का चुम्मा ले रही थीं और उसे जबान से चाट रहीं थीं। मैंने कहा वाओ, ये अम्मियाँ तो बहन चोद हमसे आगे निकली। शबाना खाला बोली तुम लोग मादर चोदियों क्या हम लोगों को कमजोर समझती हो। तुम हमारा भोसड़ा चोदोगी तो हम चुपचाप चुदवा लेंगीं ? अरे अगर तुम हमारा भोसड़ा चोदोगी तो हम तुम्हारी बुर चोदेँगीँ ? हया बोली अरी खाला तेरी बिटिया की बुर तू तो बड़ी चालाक निकली ? शबाना बोली हया तेरी माँ का भोसड़ा आज मैं ज़रा ठीक से चोदूंगी तेरी चूत। तेरी आग बुझा दूँगी मैं। अम्मी ने कहा जब हमें मालूम हुआ की तुम लोग अपनी अपनी माँ चुदाने वाली हो तो फिर हमने भी अपनी अपनी बेटी चुदाने का प्लान बनाया।
इतने में मैंने साहिर का लण्ड अम्मी को पकड़ा दिया। हया में डेविड का लण्ड अपनी अम्मी को पकड़ा दिया और रिया ने कासिम का लण्ड अपनी अम्मी को पकड़ा दिया। मेरी अम्मी बोली ले शमा यह है मेरे दोस्त अनवर का लण्ड ? पहले इसे मुंह में लेकर चूस फिर बुर में लेकर चुदवा। तब तक रेहाना बोली अरी हया ले यह है मेरी सहेली के मरद का लण्ड ? मैं तो इससे जब कब चुदवाती रहती हूँ। आज तू भी चुदवा कर देख ले ? शबाना बोली हाय मेरी भोसड़ी की रिया तू मेरी चूत में कासिम का लण्ड पेलेगी तो मैं तेरी चूत के लिए अपने दोस्त लण्ड लेकर आई हूँ। ले इसे अपनी बुर में घुसा और भकाभक चुदवा मेरे सामने ? अब पूरे कमरे में घमाशान चुदाई शुरू हो गयी। एक तरफ माँ का भोसड़ा चुदने लगा तो दूसरी तरफ बेटियों की बुर ?
एक बार जब इस तरह की चुदाई का सिलसिला शुरू हुआ तो फिर रुका नहीं।
आज भी लड़कियां जब जब अपनी अपनी ससुराल से आती है तो इसी तरह अपनी अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है और अम्मियाँ अपनी अपनी बेटियों की बुर चुदवाती हैं। जवानी का पूरा पूरा मज़ा मिलजुल कर लूटती हैं।
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