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अठारह साल की साली की चूत गांड की चुदाई 18 saal ki sali ki chut gand ki chudai
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मेरी शादी को दो साल हो चुके है और जब मेरी पत्नी ने मुझे बताया की वह गर्भवती है तो मैं उस दिन बहुत ही खुश हो गया, 5 किलो लड्डू ला के मैंने पुरे मोहल्ले मे बाँट दिए. अब बीवी का ख़याल रखना था और उसे कम से कम कष्ट पड़े इसलिए मैंने अपने ससुराल फोन कर के अपनी साली रिपा को यहाँ बुलवा लिया. रिपा की पढाई पूरी हो चुकी थी और वह घर पे ही रहती थी. रिपा मेरे साथ बहुत हंसी मजाक करती थी और वह दिखने में भी बहुत सेक्सी थी, बड़े चुंचे, गोरे गाल, मस्त चाल और दो शब्दों में कहूँ तो टाईट माल है. रिपा के यहाँ आने के बाद एक रात को शराब के नशे में मैंने उसके साथ चुदाई कर डाली और उसकी चूत और गांड दोनों में अपना लंड डाल दिया था..आइए देखे यह सब कैसे हुआ.
मेरी शादी को दो साल हो चुके है और जब मेरी पत्नी ने मुझे बताया की वह गर्भवती है तो मैं उस दिन बहुत ही खुश हो गया, 5 किलो लड्डू ला के मैंने पुरे मोहल्ले मे बाँट दिए. अब बीवी का ख़याल रखना था और उसे कम से कम कष्ट पड़े इसलिए मैंने अपने ससुराल फोन कर के अपनी साली रिपा को यहाँ बुलवा लिया. रिपा की पढाई पूरी हो चुकी थी और वह घर पे ही रहती थी. रिपा मेरे साथ बहुत हंसी मजाक करती थी और वह दिखने में भी बहुत सेक्सी थी, बड़े चुंचे, गोरे गाल, मस्त चाल और दो शब्दों में कहूँ तो टाईट माल है. रिपा के यहाँ आने के बाद एक रात को शराब के नशे में मैंने उसके साथ चुदाई कर डाली और उसकी चूत और गांड दोनों में अपना लंड डाल दिया था..आइए देखे यह सब कैसे हुआ.
उस दिन शनिवार था और मेरी पत्नी को बुखार आया था. मैं डोक्टर ले के आया और उसने कहा कुछ नहीं मामूली बुखार ही है ठीक हो जाएंगा. उसने मेरी बीवी को नींद की गोली दे दी और कहा की वह आराम करे. शाम के खाने के बाद नींद की गोली असर दिखा गई और मेरी पत्नी सो गई. मैं और रिपा खड़े थे. शनिवार था इस लिए मैंने ठंडी बोतल बियर की खोल रखी थी और हम दोनों ताश खेल रहे थे. बियर का ठंडा ठंडा नशा मुझे गर्म करने लगा था, रिपा जब मुझसे मजाक करती थी तो मैं उसके नाचते हुए स्तन देख कर मदहोश हो रहा था, ऐसे भी मेरे लंड को बीवी के प्रेग्नंट होने की वजह से चूत या गांड की खोराक नहीं मिली थी. गांड और चूत के विटामिन ना मिलने से लंड की हालत पतली ही थी.रिपा के दोनों स्तन जोर जोर से इधर उधर हो रहे थे इसका मतलब की उसने अंदर ब्रा नहीं डाली थी. मेरे लंड में खिंचाव आने लगा. मैंने भी बिना अंडरवियर के ही अपना फेवरेट काला बरमुडा पहना था, जिस के आगे मेरा लंड ऊँचा होने से छोटी टेकरी बन गई थी. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैंने गोर किया की रिपा भी लंड के तरफ कभी कभी देख रही थी, 18 साल की कच्ची जवानी शायद लंड का अनुभव करना चाहती थी. रिपा के हल्के टी-शर्ट और नन्हे बरमुडे की वजह से उसकी गोरी मांसल जांगे मुझे दिख रही थी और लौड़ा हैरान होने लगा था. मैंने रिपा को कहाँ की यहाँ थोड़ी गर्मी है चलो छत पर चलते है, वोह मेरे साथ उपर आई. वो प्लास्टिक की कुर्सी लेके मेरे आगे चल रही थी, उपर एक कुर्सी पहले से थी इसलिए मैं केवल अपनी बोतल ले के चढ़ा. रिपा मेरे आगे सीडियां चढ़ रही थी और मैं उसकी मटकती हुई गांड को देख रहा था. मन तो कर रहा था की उसकी गांड को अपने हाथ से छू लूँ, पर मैं रुक जाता था. तभी रिपा का पाँव सीडियों में रखे कुछ सामान से टकराने से फिसल गया.
रिपा गिरे उससे पहेले मैंने अपने बाजू में उसे पीछे से थाम लिया. मेरा लोड किया हुआ लंड ऐसा करने से उसकी गांड को छू बैठा, उसे भी मेरे लंड की गर्मी का अहसास हो गया. वो उठ के स्वस्थ हुई और हम दोनों उपर आ गए. छत पर हम दोनों आमने सामने कुर्सी डाल के बैठे हुए थे, अब उसकी नजरे मुझ से मिल नहीं रही थी. साइकोलोजी तो पढ़ी ही थी मैंने इसलिए मैं समझ गया थी उसके इरादे भी डगमगा गए है! मैंने भी आज इस साली की चूत और गांड लेने का मन बना ही लिया. दारु चढ़ी तो थी लेकिन फिर भी मैं होश में था. रिपा भी बिच बिच में लंड की तरफ देख रही थी, मैंने अब धीमे से रोमेंटिक बातें चालू की बॉयफ्रेंड वगेरह की. थोड़ी देर में ही वो पूरी खुल गई और ओपनली बातें करने लगी. रिपा को मैंने भी बताया की मैंने कैसे कोलेज मैं लोंडियों की चूत ली थी. मैंने धीमे से अपना पग रिपा के पग से लगा दिया, वोह कुछ नहीं बोली….!
हम दोनों बातें करते गए और मैं अपना पाँव उसके पाँव पर सहलाने लगा, मेरी हिम्मत अब खुल गई थी और मैंने धीमे से अपना हाथ रिपा के स्तन पर रख दिया, वोह बोली…”जीजू यह क्या कर रहे हैं ” उसके आवाज में प्रश्न से ज्यादा खुशी छूपी थी मैंने दूसरा हाथ भी उसके स्तन पर रखा और हल्के से उसके चुंचे दबा दियें, रिपा की आँखे बंध हो गई और वो सिसकारी मार बैठी. दोस्तों सिसकारी का मतलब होता है मजा आना, तो रिपा को गर्म देख मैंने भी हथोडा मार देने की ठान ली. मैंने खड़े होकर दरवाजे को कुंडी लगा दी ताकि नींद की गोली के नशे में सोई मेरी पत्नी जागे तो भी हम पकडे ना जाएं. मैने वापस आकर रिपा की टी-शर्ट खिंच ली. उसके मस्त गुलाबी निपलवाले चुंचे मेरे अंदाजे के मुताबिक बगेर ब्रा के ही थे. मैंने अपना मुहं इन देसी निपल पर रख दिया और रिपा मेरे गांड के उपर हाथ फेरने लगी. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
रिपा के मस्त बूब्स को दो मिनट चूसने के बाद मैंने उसके बरमुडे का बटन खोल दिया और उसे खिंच फेंका, ओह क्या जवान चूत थी यारो…बिना खुली और फूली हुई, छोटे छोटे बाल और चूत के होठ उसके लाल लाल. मैंने अब निपल चूसते चूसते चूत के उपर हाथ फेरना शुरु कियां, रिपा की चूत अब गीली होने लगी थी. मुझे यह देसी सेक्सी चूत चूसने की तलब जाग उठी और मैंने रिपा के पाँव कुर्सी के हेंडल पर रख के उनको फैला दिया, अब चूत के उपर मैं अपना मुहं रख के उसके चूत के होंठो को हल्के हल्के दांत गड़ाने लगा, रिपा की सिसकारियाँ बढ़ गई और एक तीव्र झटका लगा जब मेरी जीभ उसकी चूत के होंठो को पार कर के अन्दर घुसी. उसकी चूत का रस खारा खारा था और चूत के अंदर जीभ जाते ही रिपा ने दोनों हाथो से कुर्सी के हेंडल कस के पकड लिए. पहली बार की चूत चुसाई उसको बहुत उत्तेजित कर रही थी.
दो तीन मिनट रिपा की चूत चूस और चाट कर मैं खड़ा हुआ और मैंने अपनी बनियान निकाली, मेरी छाती के बालो को देख वोह छोटे बच्चो के जैसे उछल पड़ी और खड़ी होकर उनमे उंगलिया घुमाने लगी. मैंने उसे निचे बैठाया और बरमुडा निकाला, लंड की लम्बाई देख के रिपा डर सी गई…मैंने उसे कुर्सी पर बिठाए रखा और अपना 9 इंच लम्बा लंड उसके मुहं में पेल दिया, रिपा मुश्किल से आधा लंड चूस पा रही थी, मैंने लंड हिलाके उसको चुसाए रखा. सच कहूँ मुझे उसके लंड चूसने में बिलकुल मजा नहीं आया, शायद मेरी पत्नी ही लंड चूसने में सबसे बेस्ट थी. मैंने रिपा के मुहं से अपना लंड और अपनी गांड से लिपटे उसके हाथ दूर किये. रिपा चुदने जितनी गर्म तो हो ही चुकी थी. इस 18 साल की चूत का नशा मेरे बियर से भी भारी था, मैंने रिपा के पाँव दुबारा हेंडल पर रखे और अपना लंड उसके बिन खुले चूत की पंखड़ियों पर रख दिया. रिपा की चूत बहुत गर्म हो चुकी थी.
मैंने बिना जल्दबाजी किये धीमे धीमे पहले लंड को उसकी चूत के उपर रगड़ा साथ ही उसकी गांड को कुर्सी पर सही एडजस्ट किया और फिर ताव देख के एक धीमा झटका मारा, रिपा चिल्ला पड़ी……ओह ओह्ह्ह्हह्ह. मैंने उसके मुहं में ही उसकी चिल्लाहट रोकने के लिए उसके होंठो से अपने होंठ लगा दिए… मेरा नशा कब का उड़ चूका था लेकिन बियर की बदबू अब भी थी. जैसे ही मैंने अपने होंठ हटाए, रिपा नाक के आगे हाथ फेरने लगी. मेरा लंड आधा ही उसकी चूत के अंदर गया था, मैंने दो मिनट आधे लंड को अंदर बाहर किया और जैसे रिपा गांड हिलाकर चुदाई का मजा देने लगी, मैंने और एक झटका मार के लंड को पूरा चूत के अंदर कर दिया. रिपा अब चुदाई सिख गई थी क्यूंकि उसने मुझे कमर से मस्त पकड लिया और मेरे झटको का जवाब वो अपने कुल्हें उठा उठा के देने लगी.
उसकी चूत 5 मिनिट तक मारने के बाद मुझे गांड का मजा लेने का मन हुआ, मैंने रिपा की चूत से अपना डंडा निकाला और उसे कुतिया बना दिया वही कुर्सी के उपर, पहले मैंने डौगी स्टाइल में और एक बार चूत चोदी एक मिनट तक, लेकिन मेरा मन उसकी हिलती डुलती गांड पर ही था, मैं उसे स्वस्थ कर के गांड में देना चाहता था, एक दम से गुदामैथुन का शायद वो मना ही कर देती. मैंने अब लंड को चूत से बाहर निकाला और उसे गांड के छेद पर रख दिया, रिपा पलट कर मेरी तरफ देखने लगी. वो समझ गई की मुझे क्या करना था, मैंने अपना लंड हाथ में लिया और मैं धीमे से उसके गुदा छेद में लंड डालने लगा. लंड को इस सख्त गुदा में प्रवेश में बहुत ही दिक्कत हुई लेकिन कसम से जब पूरा घुसा तो एक असीम आनंद आया, और रिपा की हालत तो खराब हुई पड़ी थी. मैंने फिर एक बार लंड के झटके शरू कर दिए और अब की बार मुझे ये झटके मारने में दिक्कत सी हो रही थी, गांड सच में बहुत टाईट थी यारो. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
गुदा की सख्ताई की वजह से मैं दो मिनट में ही रिपा की गांड में झड़ गया. मैंने रिपा के स्तन दबाये और वोह हंस रही थी, उसने खड़े होकर मुझे होंठो पर किस किया. हम दोनों कपडे पहन कर निचे आ गए…..! मैंने दुसरे ही दिन ससुराल फोन कर के बता दिया की रिपा मेरी पत्नी की डिलीवरी के एक माह बाद ही आएगी….. कुछ महीने मैं इस जोशीली चूत और गांड के मजे यूं ही मस्ती से लेता रहा...
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