Home
» Din Raat chudai ki kahaniyan दिन रात चुदाई की कहानियां Best Sex Stories in Hindi Day and NightChodo
» एक हफ्ते चोदते रहना मेरी बीवी - Ek Hafte tak chodte rahna meri Patni ko
एक हफ्ते चोदते रहना मेरी बीवी - Ek Hafte tak chodte rahna meri Patni ko
एक हफ्ते चोदते रहना मेरी बीवी - Ek Hafte tak chodte rahna meri Patni ko , पत्नी को चुदवाने की इच्छा , बीवी की चूत गांड फड़वाने का मन , लालसा है घरवाली की चुदाई गैर मर्द से करवाने की , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
वह दिन शनिवार का दिन था। मैंने अपने दोस्त रीतेश को उसकी बीवी सहित डिनर पर बुलाया था। वे दोनो शाम को ८ बजे मेरे घर आ गए। सबसे पहले वे मेरी बीवी शेफाली से मिले। हमने उनका वेलकम किया और फिर हम चारों ड्रिंक्स पर बैठ गए। अच्छी बात यह थी मेरी बीवी भी शराब पीती है और उसकी बीवी भी। इसलिए ड्रिंक्स में कोई तकलीफ नहीं हुई। ड्रिंक्स के साथ बातें भी शुरू हो गयीं। मैं रीतेश की बीवी बबली से पहले भी मिल चुका था। हम दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हे और इसी तरह मेरी बीवी शेफाली भी रीतेश से अच्छी तरह मिल चुकी है और दोनों एक दूसरे को खूब जानते पहचानते हैं। हम दोनों सच में पक्के दोस्त है और हमारी बीवियां भी आपस में दोस्त हो गयीं हैं। मेरी शादी के लगभग 7/8 महीने हो चुके हैं कर उसकी शादी के करीब 9 महीने। हम दोनों ने एक दूसरे की शादी में खूब धमाल किया था और खूब एन्जॉय किया था।इस अवसर पर मेरी बीवी ने एक लो वेस्ट की जींस पहनी थी और ऊपर बिना ब्रा का टॉप। यही ड्रेस रीतेश की बीवी बबली की थी। ब्रा उसकी भी गायब थी जिसका मज़ा मुझे मिल रहा था। मेरी बीवी की चूँचियाँ बड़ी बड़ी हैं इसमें कोई शक नहीं है। पर उसकी बीवी बबली भाभी की चूँचियाँ कुछ ज्यादा बड़ी बड़ी हैं। मेरी नज़र उन्हीं पर टिकी थी। देख रीतेश भी रहा था मेरी बीवी की चूँचियाँ। सही बात यह थी कि दोनों बीवियां बड़ी खूबसूरत सेक्सी और हॉट थीं. गोरा बदन, बड़ी बड़ी आँखें बड़े बड़े बाल, बड़े बड़े चूतड़, दोनों की मस्तानी गांड, मोटी मोटी जांघें बहुत ही आकर्षक लग रहीं थीं। मुझे बबली भाभी की बातें बड़ी अच्छी लग रही थीं। मेरे मन में आया की मैं इसके टॉप की दोनों बटने खोल दूँ और नंगी चूँचियाँ देख लूं। मैं शराब पीते पीते ख्यालों में घूमने लगा और शायद रीतेश भी। मेरे मन में आया की अगर बबली भाभी मुझे नंगी मिल जाएँ तो मैं सबसे पहले लौड़ा इसकी चूँचियों में घुसा दूंगा। आज जाने क्यों मुझे चूँचियाँ चोदने का बड़ा मन हो रहा है।
जैसे जैसे मैं दारू पीता जा रहा था वैसे वैसे ही मेरी बबली भाभी को नंगी देखने की इच्छा बढती जा रही थी। थोड़ी देर में मेरी बीवी अंदर कुछ लेने गयी तो पीछे पीछे बबली भाभी की चली गयीं।
वह दिन शनिवार का दिन था। मैंने अपने दोस्त रीतेश को उसकी बीवी सहित डिनर पर बुलाया था। वे दोनो शाम को ८ बजे मेरे घर आ गए। सबसे पहले वे मेरी बीवी शेफाली से मिले। हमने उनका वेलकम किया और फिर हम चारों ड्रिंक्स पर बैठ गए। अच्छी बात यह थी मेरी बीवी भी शराब पीती है और उसकी बीवी भी। इसलिए ड्रिंक्स में कोई तकलीफ नहीं हुई। ड्रिंक्स के साथ बातें भी शुरू हो गयीं। मैं रीतेश की बीवी बबली से पहले भी मिल चुका था। हम दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हे और इसी तरह मेरी बीवी शेफाली भी रीतेश से अच्छी तरह मिल चुकी है और दोनों एक दूसरे को खूब जानते पहचानते हैं। हम दोनों सच में पक्के दोस्त है और हमारी बीवियां भी आपस में दोस्त हो गयीं हैं। मेरी शादी के लगभग 7/8 महीने हो चुके हैं कर उसकी शादी के करीब 9 महीने। हम दोनों ने एक दूसरे की शादी में खूब धमाल किया था और खूब एन्जॉय किया था।इस अवसर पर मेरी बीवी ने एक लो वेस्ट की जींस पहनी थी और ऊपर बिना ब्रा का टॉप। यही ड्रेस रीतेश की बीवी बबली की थी। ब्रा उसकी भी गायब थी जिसका मज़ा मुझे मिल रहा था। मेरी बीवी की चूँचियाँ बड़ी बड़ी हैं इसमें कोई शक नहीं है। पर उसकी बीवी बबली भाभी की चूँचियाँ कुछ ज्यादा बड़ी बड़ी हैं। मेरी नज़र उन्हीं पर टिकी थी। देख रीतेश भी रहा था मेरी बीवी की चूँचियाँ। सही बात यह थी कि दोनों बीवियां बड़ी खूबसूरत सेक्सी और हॉट थीं. गोरा बदन, बड़ी बड़ी आँखें बड़े बड़े बाल, बड़े बड़े चूतड़, दोनों की मस्तानी गांड, मोटी मोटी जांघें बहुत ही आकर्षक लग रहीं थीं। मुझे बबली भाभी की बातें बड़ी अच्छी लग रही थीं। मेरे मन में आया की मैं इसके टॉप की दोनों बटने खोल दूँ और नंगी चूँचियाँ देख लूं। मैं शराब पीते पीते ख्यालों में घूमने लगा और शायद रीतेश भी। मेरे मन में आया की अगर बबली भाभी मुझे नंगी मिल जाएँ तो मैं सबसे पहले लौड़ा इसकी चूँचियों में घुसा दूंगा। आज जाने क्यों मुझे चूँचियाँ चोदने का बड़ा मन हो रहा है।
जैसे जैसे मैं दारू पीता जा रहा था वैसे वैसे ही मेरी बबली भाभी को नंगी देखने की इच्छा बढती जा रही थी। थोड़ी देर में मेरी बीवी अंदर कुछ लेने गयी तो पीछे पीछे बबली भाभी की चली गयीं।
- तब रीतेश बोला - यार रोहन आज मुझे शेफाली भाभी बहुत ही खूबसूरत लग रहीं हैं।
- मैंने मजाक किया - अच्छा मेरी बीवी अगर तुझे ज्यादा अच्छी लगती है तो ले जा इसे। मैं रोकूंगा नहीं यार। वैसे मुझे भी तेरी बीवी यानी बबली भाभी बहुत सेक्सी और हॉट लग रहीं हैं।
- अच्छा तुम मेरी बीवी पर लाइन मार रहे हो ? पर मैं तैयार हूँ। तुम चाहो तो अभी बात कर लो और ले जाओ मेरी बीवी को अपने बेड पर।
- वाओ, तुम तो यहाँ तक चले गए यार ? वैसे तुम भी अगर मेरी बीवी को बेड पर ले जाओ तो मुझे ख़ुशी होगी।
- अच्छा ऐसा है ? फिर बाद में मुकरोगे तो नहीं।
- अरे यार अगर तुम मेरी बीवी को नंगी भी कर दोगे तो मैं कुछ नहीं कहूंगा।
- हां करना तो चाहता हूँ उसे नंगी।
- यार मैं भी यही चाहता हूँ।
फिर हम दोनों खिलखिलाकर हंस पड़े। इतने में वे दोनों आ गयी। बबली भाभी ने पूंछा क्या बात है तुम लोग हंस क्यों रहे हो ? पर हमने कुछ नहीं बताया और कहा कोई बात नहीं भाभी इसने एक चुटकुला सुनाया उसी में हंसी आ गयी। भाभी ने फिर पूंछा अच्छा यह बताओ की चुटकुला वेज था की नॉन वेज ? मेरे मुंह से निकला नॉन वेज। तो वह बोली अच्छा मैं भी सुनाती हूँ एक चुटकुला :-
हसबैंड वाइफ दोनों सुहागरात मनाने कमरे मे घुसे। दोनों ही जोश में थे। फटाफट अपने अपने कपड़े उतारे और एकदम नंगे हो गए। हसबैंड ने ठोंक दिया लण्ड अपनी वाइफ की चूत में फिर बोला - बीवी जी, बताओ लड़का निकालूं की लड़की। वाइफ बोली - तुम्हारी माँ का भोसड़ा, दर्द से मेरी गांड फटी जा रही है, पहले जो डाला है उसे निकालो।
सब लोग सुनकर खूब हँसे और तालियां बजाईं
*******************
रीतेश बोला शेफाली भाभी अब आपकी बारी है।
मेरी बीवी ने सुनाया :-
सुहागरात में हसबैंड ने चोदने के बाद अपनी बीवी को गिफ्ट में 30,000 /- रुपया दिया।
तो बीवी बोली हाय दईया क्या तेरा पूरा खानदान चोदेगा मुझे ?
सबने खूब एन्जॉय किया। माहौल बड़ा सेक्सी बन गया।
********************
मैंने कहा बबली भाभी एक और हो जाए प्लीज ?
वह बोली - दो दोस्त अपनी अपनी बीवी के साथ बैठे हुए दारू पी रहे थे।
एक दोस्त बोला - आज मैं तेरी बीवी चोदूंगा।
दूसरा बोला - तेरी गांड में दम है मेरी बीवी चोदने की ?
पहले दोस्त ने जबाब दिया - गांड में दम नहीं लांड में दम होने चाहिए यार ?
तब तक दूसरे वाले की बीवी बोली - अबे भोसड़ी के चोदने के लिए जोर तो गांड से ही लगाना पड़ेगा तभी तो लांड अंदर घुसेगा।
इस बार सबने खूब तालियां बजा बजा कर मज़ा लिया।
*********************
रीतेश बोला शेफाली भाभी - एक और आपकी तरफ से भी।
शेफाली ने सुनाया :-
हसबैंड - आज क्या बनाया है बीवी जी।
वाइफ - पकौड़ा बनाया है।
हसबैंड -पकौड़ा क्यों ?
वाइफ - ताकि पकौड़ा खा के तेरा लौड़ा खड़ा हो जाए तो चोदने के काम आये।
हंसी के ठहाको से कमरा गूंजने लगा।
********************
इन चुटकुलों से हम सब एक दूसरे से बिलकुल खुल गये। अब हमारे बीच शर्म की कोई गुन्जाईस नहीं रही। माहौल गरम और रोमांटिक हो गया। तब तक हम सब लोग नशे में डूब चुके थे। बीवियां भी खूब नशे में थीं। तब मैंने कहा - यार रीतेश देखो मैं एक हफ्ते के लिए विदेश जा रहा हूँ। तुम्हे इस बीच मेरी बीवी का ख्याल रखना पड़ेगा। देखो उसे कोई तकलीफ न होने पाए। उसकी जरूरतें पूरी करते रहना।
वह बोला - हां कहा यार, बिलकुल रखूंगा। कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा।
मैंने कहा - यार एक बात मैं साफ़ साफ़ कहना चाहता हूँ। मेरी बीवी को रात में चुदवाने की आदत है। बिना चुदवाये वह सोती नहीं है।
वह बोला - अच्छा तो यह बात है ? तो मैं क्या करूंगा ऐसे में ?
मैंने कहा - तुम एक हफ्ते मजे से मेरी बीवी चोदते रहना ?
उसकी बीवी बबली बोली - तो फिर आज से शुरू कर दो न रोहन की बीवी चोदना।
माहौल में एक मिनट के लिए सन्नाटा छा गया।
बबली भाभी फिर बोली - मैं कोई मजाक नहीं कर रही हूँ बल्कि सच कह रही हूँ। देखो रोहन आज तुम बाहर जा रहे हो तो तेरा दोस्त रीतेश तेरी बीवी चोदता रहेगा। कल को जब रीतेश बाहर जायेगा तो तुम उसकी बीवी चोदोगे ? तो फिर आज से क्यों न तुम लोग एक दूसरे की बीवी चोदना शुरू कर दो ? यहीं चोदो न एक दूसरे के सामने ? इसमें शर्माने की क्या जरुरत है ? मैं तो तैयार हूँ। तब तक मेरी बीवी शेफाली ने कहा - मैं भी तैयार हूँ। मैंने रीतेश की तरफ देखा तो उसने भी इशारे से हां कह दी तो हमने हाथ मिलाया और कहा हम लोग भी राज़ी हैं। इस बार का माहौल बड़ा मजेदार हो गया।
फिर रीतेश ने मेरी बीवी को अपनी तरफ खींच लिया और उसके गाल की चुम्मियाँ लेने लगा। मैं भी उसकी बीवी अपनी तरफ खींच कर उसके पूरे बदन पर हाथ फिराने लगा। वो बीवियां एक दूसरे के हसबैंड से लिपट गईं। परायी बीवी की चूँचियाँ सबसे ज्यादा छी लगती हैं . इसलिए मैं बबली भाभी की चूँचियाँ दबाने लगा और रीतेश मेरी बीवी की चूँचियाँ। बीवियां भी सबसे पहले पराये मरद का लौड़ा टटोलने लगती हैं. मेरी बीवी उसका लौड़ा ढूंढने लगी और उसकी बीवी मेरा लौड़ा। कपड़े बहुत देर तक हमारे बदन पर ठहर नहीं सके। सबसे पहले मेरी बीवी नंगी हो गयी और उसके बाद बबली भाभी। मैं तो बबली भाही को नंगी देख कर ख़ुशी से झूम उठा। मेरी तो तमन्ना पूरी हो गई। तमन्ना तो रीतेश की भी पूरी हो गई क्योंकि मेरी बीवी भी उसके आगे नंगी खड़ी थी। मैं तो बबली भाभी की मस्त चूँचियाँ मसलने लगा और तब तक उसने मुझे भी नंगा कर दिया। भाभी ने मेरा लण्ड हिलाना शुरू किया, चाटना चूसना शुरू कर दिया। तब तक मेरी बीवी भी भूंखी बिल्ली की तरह रीतेश के लण्ड पर टूट पड़ी।
मेरी बीवी बोली - यार बबली, तेरे मियां का लण्ड बाद मोटा और सख्त है। कितना प्यारा यही और कितना खूबसूरत लग रहा है।
बबली भाभी ने जबाब दिया - शेफाली, मुझे तो तेरे मियां का लौड़ा पसंद आ गया है। लण्ड तो बिलकुल तोप की तरह खड़ा है और लण्ड का सुपाड़ा साला एकदम तोप का गोला लग रहा है। तू भोसड़ी की बड़ी हरामजादी है शेफाली ? तूने मुझे ये लौड़ा पहले क्यों नहीं दिया ?
बबली भाभी मेरा लण्ड चूसने लगी और मैं उसकी चूँचीऔर चूत। उधर रीतेश मेरी बीवी की चूत चाटने में जुट गया और वह रीतेश का लण्ड। दोनों 69 बन गये। थोड़ी देर बाद मैंने बबली भाभी की बुर में लण्ड पेल दिया। उधर रीतेश मेरी बीवी चोदने लगा। हम दोनों एक दूसरे को देखते हुए एक दूसरे की बीवी चोदने लगे. ऐसा लग रहा था जैसे की हमने अपनी मंजिल तय कर ली। मुझे यह नहीं मालूम था की हमारी बीवियां इतनी जल्दी मान जायेंगीं। लेकिन जिस तरह से बीवियों ने नॉन वेज चुटकुले सुनाये उससे ज़ाहिर हो गया था की ये भी उतनी ही उत्तेजित हैं जितने की हम लोग। बल्कि हमसे भी ज्यादा ? ठीक ही कहा गया है की आजकल बीवियां ज्यादा ग्रुप सेक्स में भाग लेने लगीं हैं।
इतने में बबली भाभी बोली - हाय शेफाली मुझे तेरे मरद का लौड़ा बड़ा मज़ा दे रहा है।
शेफाली ने कहा - हां बबली यार, मुझे भी बड़ा आनंद आ रहा है तेरे मियां से चुदवाकर ?
बबली बोली - अब तो तुम मेरे पति से एक हफ्ते तक लगातार चुदवाओगी , खूब जम कर मज़ा लेना।
शेफाली ने कहा - अरे यार एक दिन तेरे भी नंबर आएगा जब तू मेरे पति से एक हफ्ते से ज्यादा दिनों तक चुदवाती रहेगी। फिर मैं बबली भाभी को पीछे से चोदने लगा। डॉगी स्टाइल में चोदने लगा। रीतेश मेरी बीवी पर चढ़ कर चोद रहा था। यह पहला मौक़ा था की हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोद रहें हैं। मेरे मन में आया की क्यों हम लोग और कपल इसमें शामिल करें। मैं और भी दोस्तों की बीवियां चोदूं। अगर ऐसा हो जाए तो कितना मज़ा आये ?
मैं एक हफ्ते के लिए चला गया। मैं जब लौट कर आया तो बीवी से पूंछा की तुम्हारा पिछला एक हफ्ता कैसा रहा। कोई दिक्कत तो नहीं हुई।
वह बोली - बहुत अच्छा रहा। तुम्हारे दोस्त ने अपनी दोस्ती निभाई। उसने मुझे एक हफ्ते खूब मजे से चोदा। अपनी बीवी के सामने मुझे चोदा।
मैंने कहा - अच्छा, तो क्या बबली भाभी बिना चुदे रह जातीं थीं ? वह चुदासी ही रह जाती थी ?
उसने बताया - नहीं ऐसा नहीं है। उसको तो रीतेश का कोई और दोस्त चोदता था।
मैंने कहा - अच्छा, तो तुमने कभी उससे चुदवाया ?
वह बोली - हां चुदवाया। बल्कि मैंने ही हाथ बढ़ाकर उसका लौड़ा पकड़ लिया था। तब वह नंगा बैठा था और मेरे ऊपर चढ़ बैठा। मुझे उससे भी चुदवाने में मज़ा आया। हम दोनों बातें कर ही रहे थे की रीतेश का फोन आ गाय। वह बोला वेलकम बैक रोहन। आज आपकी हमारे घर में आपके आने पर पार्टी है। मेरी बीवी तुम्हे बहुत याद करती रही पूरे हफ्ते भर। आप भाभी जी के साथ शाम को ८ बजे आ जाईये। मैं खुश हुआ की रीतेश ने आज ही पार्टी बुला ली। मैं बीवी के साथ हाज़िर हो गया। मैंने देखा की वहां दो कपल बैठे हुए हैं. तब रीतेश ने बताया की ये मेरे दोस्त हैं। मिस्टर अंकित और इनकी बीवी मिसेज वरुणा और मिस्टर सुजीत और इनकी बीवी मिसेज गरिमा। मुझे दोनों से मिल कर बड़ा अच्छा लगा। मैं उनकी बीवियों से मिल कर भी बहुत खुश हुआ। मेरी बीवी भी सबसे दिल खोल कर मिली।
ड्रिंक्स शुरू हो गयी और फिर बातें भी। मैंने कहा रीतेश मैं तुम्हे धन्यवाद देता हूँ की तुमने मेरी बीवी का ख्याल रखा। उसे चुदासी नहीं रहने दिया। अपनी बीवी को छोड़ कर तुमने मेरी बीवी चोदी। इसके लिए मैं बहुत खुश हूँ। मुझे शेफाली ने सब बता दिया है। वह बोला हां जो मुझसे हो सका मैंने किया। अगर कुछ कमी रह गयी हो तो मुझे माफ़ करना। मैंने उसे गले लगा लिया। फिर उसने कहा यार आज ये लोग हमारे साथ अपनी अपनी बीवियों की अदला बदली करने आएं हैं। मैं इन दोनों को इसलिए बुलाया है क्योंकि ये लोग इस काम के लिए अपनी अपनी बीवी सहित राज़ी हैं। मैंने बताया यार मुझे बबली भाभी की याद बहुत आती थी। ऐसा बोल कर मैंने बबली भाभी की चूँचियाँ मसलना शुरू कर दिया। वह भी मुझसे लिपट गई। मेरा लण्ड ऊपर से ही कई बार चूमा और बोली भोसड़ी के लौड़े मियां तू कहाँ चला गया था ? अब जल्दी से बाहर आ जा और घुस जा मेरी चूत में। उसकी बातों को सबने खूब एन्जॉय किया। बबली भाभी ने सबके सामने मेरी पैंट खोल कर मेरा लण्ड निकाल लिया और बड़े मजे से चूसने चाटने लगीं।
तब तक मेरी बीवी उठी और बबली को पूरी तरह नंगी कर दिया। मैं भी पूरा नंगा हूँ चुका था। भाभी ने लण्ड मुठ्ठी में लिया और सबके सामने सड़का मारने लगी। बीच बीच में मुंह में घुसेड़ने लगीं। मुझे भी मज़ा आने लगा । मैंने मन में कहा एक हफ्ते के बाद आज भाभी मेरा लण्ड पी रहीं हैं । आखिर में मैं झड़ने लगा तो भाभी ने झड़ता हुआ लण्ड मुंह में लिया और सारा वीर्य पी गयीं। सुपाड़ा बड़ी मस्ती से चाटने लगीं। थोड़ी देर के लिए मैं शांत हो गया और शराब का एक पैग एक बार में ही पी गया।
रीतेश मिसेज गरिमा को बड़े देर से देख रहा था और उसकी बीवी की नज़र सुजीत पर थी। इसी तरह मुझे सबसे ज्यादा वरुणा अच्छी लग रही थी। मैंने सोंचा मैं अगर सबसे पहले इसकी बुर में लौड़ा पेलू दूं तो कितना मज़ा आ जाये ? इसलिए मैं उसकी तरफ बढ़ा। मुझे देख कर मेरी बीवी शेफाली का रुझान अंकित पर हो गया। शेफाली अंकित की तरफ बढ़ी और उसके गले में अपनी बाहें डाल दीं। उसकी चुम्मी लेली। फिर क्या अंकित ने मेरी बीवी पर चुम्मन की बरसात कर दी। सबसे ज्यादा उसने मेरी बीवी की चूँचियों की चुम्मियाँ ली
। मुझे लगा की ये भोसड़ी का सबसे पहले मेरी बीवी की चूँचियाँ चोदेगा। तब तक रीतेश गरिमा से चिपक गया और सुजीत उसकी बीवी बबली से। अब माहौल और गरम हो गया। मेरी बीवी अंकित के कपड़े उतारने लगी और मैं उसकी बीवी के। थोड़ी देर में अंकित नंगा हो गया और मेरी बीवी बड़ी बेशर्मी से उसका लौड़ा हिलाने लगी। तब तक उसकी बीवी ने मुझे नंगा कर दिया और मेरा लण्ड पकड़ कर बड़े प्यार से सहलाने लगी। लण्ड बार बार चूमने लगी। मैंने भी उसे नंगी कर रखा था और मैं उसकी मस्तानी बड़ी बड़ी चूँचियाँ चूमने लगा । तब हमने देखा की रीतेश ने सुजीत की बीवी को नंगी कर दिया और सुजीत ने रीतेश की बीवी को। वो दोनों भी सबके सामने नंगे हो गए। अब हम चारों नंगे हो चुके थे। बीवियां एक दूसरे के लण्ड से खेलने लगी और मियां एक दूसरे की बीवी की चूँचियाँ से।
सब सबकी चूत, गांड, चूँची, चूतड़ सब देख रहे थे और बीवियां सबके टन टनाते हुए लण्ड। एक तरफ शेफाली और वरुणा दोनों एक दूसरे के हसबैंड का लण्ड पीने लगीं और तो दूसरी तरफ बबली और गरिमा दोनों एक दूसरे के पति का लण्ड मुँह में लेकर चूसने लगीं। पराये मरद का लण्ड पीने में सबको बड़ा मज़ा आ रहा था। मर्दों को भी परायी बीवी के मुँह में लण्ड घुसेड़ने में मज़ा आ रहा था। थोड़ी देर में मैं अंकित की बीवी चोदने लगा और अंकित मेरी बीवी चोदने लगा। उधर हमारे सामने रीतेश सुजीत की बीवी चोदने लगा और सुजीत रीतेश की बीवी चोदने लगा।
सुजीत बोला - इस तरह एक दूसरे की बीवी चोदने में जो मज़ा है वह मज़ा कहीं और नहीं है।
मैंने कहा - यार, हर दिन चोदो न एक दूसरे की बीवी ? मना किसने किया है।
रीतेश बोला - हां यार जो मज़ा अपने दोस्त की बीवी चोदने में है वो मज़ा कहीं और नहीं मिलता।
अंकित बोला - मेरी बीवी ने सही कहा था की एक बार मेरे सामने किसी और की बीवी चोदो फिर देखो कितना मज़ा आता है ? मैं तुम्हारे सामने किसी और के हसबैंड से चुदवाऊँ तो देखो कितना मज़ा आता है ? आज उसकी बात बिलकुल सही निकली। मेरी बीवी ने ही मुझे दूसरों की बीवी चोदना सिखाया।
एक दिन रीतेश अपनी बीवी के साथ मेरे घर आया और बोला - यार रोहन मैं एक हफ्ते के लिए बाहर जा रहा हूँ। तुम मेरी बीवी एक हफ्ते तक चोदते रहना। दिन रात चोदना और खूब मस्ती से चोदना।
मैंने कहा - हां मैं भी दोस्ती निभाऊंगा और तेरी बीवी बिना नागा हर दिन चोदता रहूंगा।
हसबैंड वाइफ दोनों सुहागरात मनाने कमरे मे घुसे। दोनों ही जोश में थे। फटाफट अपने अपने कपड़े उतारे और एकदम नंगे हो गए। हसबैंड ने ठोंक दिया लण्ड अपनी वाइफ की चूत में फिर बोला - बीवी जी, बताओ लड़का निकालूं की लड़की। वाइफ बोली - तुम्हारी माँ का भोसड़ा, दर्द से मेरी गांड फटी जा रही है, पहले जो डाला है उसे निकालो।
सब लोग सुनकर खूब हँसे और तालियां बजाईं
*******************
रीतेश बोला शेफाली भाभी अब आपकी बारी है।
मेरी बीवी ने सुनाया :-
सुहागरात में हसबैंड ने चोदने के बाद अपनी बीवी को गिफ्ट में 30,000 /- रुपया दिया।
तो बीवी बोली हाय दईया क्या तेरा पूरा खानदान चोदेगा मुझे ?
सबने खूब एन्जॉय किया। माहौल बड़ा सेक्सी बन गया।
********************
मैंने कहा बबली भाभी एक और हो जाए प्लीज ?
वह बोली - दो दोस्त अपनी अपनी बीवी के साथ बैठे हुए दारू पी रहे थे।
एक दोस्त बोला - आज मैं तेरी बीवी चोदूंगा।
दूसरा बोला - तेरी गांड में दम है मेरी बीवी चोदने की ?
पहले दोस्त ने जबाब दिया - गांड में दम नहीं लांड में दम होने चाहिए यार ?
तब तक दूसरे वाले की बीवी बोली - अबे भोसड़ी के चोदने के लिए जोर तो गांड से ही लगाना पड़ेगा तभी तो लांड अंदर घुसेगा।
इस बार सबने खूब तालियां बजा बजा कर मज़ा लिया।
*********************
रीतेश बोला शेफाली भाभी - एक और आपकी तरफ से भी।
शेफाली ने सुनाया :-
हसबैंड - आज क्या बनाया है बीवी जी।
वाइफ - पकौड़ा बनाया है।
हसबैंड -पकौड़ा क्यों ?
वाइफ - ताकि पकौड़ा खा के तेरा लौड़ा खड़ा हो जाए तो चोदने के काम आये।
हंसी के ठहाको से कमरा गूंजने लगा।
********************
इन चुटकुलों से हम सब एक दूसरे से बिलकुल खुल गये। अब हमारे बीच शर्म की कोई गुन्जाईस नहीं रही। माहौल गरम और रोमांटिक हो गया। तब तक हम सब लोग नशे में डूब चुके थे। बीवियां भी खूब नशे में थीं। तब मैंने कहा - यार रीतेश देखो मैं एक हफ्ते के लिए विदेश जा रहा हूँ। तुम्हे इस बीच मेरी बीवी का ख्याल रखना पड़ेगा। देखो उसे कोई तकलीफ न होने पाए। उसकी जरूरतें पूरी करते रहना।
वह बोला - हां कहा यार, बिलकुल रखूंगा। कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा।
मैंने कहा - यार एक बात मैं साफ़ साफ़ कहना चाहता हूँ। मेरी बीवी को रात में चुदवाने की आदत है। बिना चुदवाये वह सोती नहीं है।
वह बोला - अच्छा तो यह बात है ? तो मैं क्या करूंगा ऐसे में ?
मैंने कहा - तुम एक हफ्ते मजे से मेरी बीवी चोदते रहना ?
उसकी बीवी बबली बोली - तो फिर आज से शुरू कर दो न रोहन की बीवी चोदना।
माहौल में एक मिनट के लिए सन्नाटा छा गया।
बबली भाभी फिर बोली - मैं कोई मजाक नहीं कर रही हूँ बल्कि सच कह रही हूँ। देखो रोहन आज तुम बाहर जा रहे हो तो तेरा दोस्त रीतेश तेरी बीवी चोदता रहेगा। कल को जब रीतेश बाहर जायेगा तो तुम उसकी बीवी चोदोगे ? तो फिर आज से क्यों न तुम लोग एक दूसरे की बीवी चोदना शुरू कर दो ? यहीं चोदो न एक दूसरे के सामने ? इसमें शर्माने की क्या जरुरत है ? मैं तो तैयार हूँ। तब तक मेरी बीवी शेफाली ने कहा - मैं भी तैयार हूँ। मैंने रीतेश की तरफ देखा तो उसने भी इशारे से हां कह दी तो हमने हाथ मिलाया और कहा हम लोग भी राज़ी हैं। इस बार का माहौल बड़ा मजेदार हो गया।
फिर रीतेश ने मेरी बीवी को अपनी तरफ खींच लिया और उसके गाल की चुम्मियाँ लेने लगा। मैं भी उसकी बीवी अपनी तरफ खींच कर उसके पूरे बदन पर हाथ फिराने लगा। वो बीवियां एक दूसरे के हसबैंड से लिपट गईं। परायी बीवी की चूँचियाँ सबसे ज्यादा छी लगती हैं . इसलिए मैं बबली भाभी की चूँचियाँ दबाने लगा और रीतेश मेरी बीवी की चूँचियाँ। बीवियां भी सबसे पहले पराये मरद का लौड़ा टटोलने लगती हैं. मेरी बीवी उसका लौड़ा ढूंढने लगी और उसकी बीवी मेरा लौड़ा। कपड़े बहुत देर तक हमारे बदन पर ठहर नहीं सके। सबसे पहले मेरी बीवी नंगी हो गयी और उसके बाद बबली भाभी। मैं तो बबली भाही को नंगी देख कर ख़ुशी से झूम उठा। मेरी तो तमन्ना पूरी हो गई। तमन्ना तो रीतेश की भी पूरी हो गई क्योंकि मेरी बीवी भी उसके आगे नंगी खड़ी थी। मैं तो बबली भाभी की मस्त चूँचियाँ मसलने लगा और तब तक उसने मुझे भी नंगा कर दिया। भाभी ने मेरा लण्ड हिलाना शुरू किया, चाटना चूसना शुरू कर दिया। तब तक मेरी बीवी भी भूंखी बिल्ली की तरह रीतेश के लण्ड पर टूट पड़ी।
मेरी बीवी बोली - यार बबली, तेरे मियां का लण्ड बाद मोटा और सख्त है। कितना प्यारा यही और कितना खूबसूरत लग रहा है।
बबली भाभी ने जबाब दिया - शेफाली, मुझे तो तेरे मियां का लौड़ा पसंद आ गया है। लण्ड तो बिलकुल तोप की तरह खड़ा है और लण्ड का सुपाड़ा साला एकदम तोप का गोला लग रहा है। तू भोसड़ी की बड़ी हरामजादी है शेफाली ? तूने मुझे ये लौड़ा पहले क्यों नहीं दिया ?
बबली भाभी मेरा लण्ड चूसने लगी और मैं उसकी चूँचीऔर चूत। उधर रीतेश मेरी बीवी की चूत चाटने में जुट गया और वह रीतेश का लण्ड। दोनों 69 बन गये। थोड़ी देर बाद मैंने बबली भाभी की बुर में लण्ड पेल दिया। उधर रीतेश मेरी बीवी चोदने लगा। हम दोनों एक दूसरे को देखते हुए एक दूसरे की बीवी चोदने लगे. ऐसा लग रहा था जैसे की हमने अपनी मंजिल तय कर ली। मुझे यह नहीं मालूम था की हमारी बीवियां इतनी जल्दी मान जायेंगीं। लेकिन जिस तरह से बीवियों ने नॉन वेज चुटकुले सुनाये उससे ज़ाहिर हो गया था की ये भी उतनी ही उत्तेजित हैं जितने की हम लोग। बल्कि हमसे भी ज्यादा ? ठीक ही कहा गया है की आजकल बीवियां ज्यादा ग्रुप सेक्स में भाग लेने लगीं हैं।
इतने में बबली भाभी बोली - हाय शेफाली मुझे तेरे मरद का लौड़ा बड़ा मज़ा दे रहा है।
शेफाली ने कहा - हां बबली यार, मुझे भी बड़ा आनंद आ रहा है तेरे मियां से चुदवाकर ?
बबली बोली - अब तो तुम मेरे पति से एक हफ्ते तक लगातार चुदवाओगी , खूब जम कर मज़ा लेना।
शेफाली ने कहा - अरे यार एक दिन तेरे भी नंबर आएगा जब तू मेरे पति से एक हफ्ते से ज्यादा दिनों तक चुदवाती रहेगी। फिर मैं बबली भाभी को पीछे से चोदने लगा। डॉगी स्टाइल में चोदने लगा। रीतेश मेरी बीवी पर चढ़ कर चोद रहा था। यह पहला मौक़ा था की हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोद रहें हैं। मेरे मन में आया की क्यों हम लोग और कपल इसमें शामिल करें। मैं और भी दोस्तों की बीवियां चोदूं। अगर ऐसा हो जाए तो कितना मज़ा आये ?
मैं एक हफ्ते के लिए चला गया। मैं जब लौट कर आया तो बीवी से पूंछा की तुम्हारा पिछला एक हफ्ता कैसा रहा। कोई दिक्कत तो नहीं हुई।
वह बोली - बहुत अच्छा रहा। तुम्हारे दोस्त ने अपनी दोस्ती निभाई। उसने मुझे एक हफ्ते खूब मजे से चोदा। अपनी बीवी के सामने मुझे चोदा।
मैंने कहा - अच्छा, तो क्या बबली भाभी बिना चुदे रह जातीं थीं ? वह चुदासी ही रह जाती थी ?
उसने बताया - नहीं ऐसा नहीं है। उसको तो रीतेश का कोई और दोस्त चोदता था।
मैंने कहा - अच्छा, तो तुमने कभी उससे चुदवाया ?
वह बोली - हां चुदवाया। बल्कि मैंने ही हाथ बढ़ाकर उसका लौड़ा पकड़ लिया था। तब वह नंगा बैठा था और मेरे ऊपर चढ़ बैठा। मुझे उससे भी चुदवाने में मज़ा आया। हम दोनों बातें कर ही रहे थे की रीतेश का फोन आ गाय। वह बोला वेलकम बैक रोहन। आज आपकी हमारे घर में आपके आने पर पार्टी है। मेरी बीवी तुम्हे बहुत याद करती रही पूरे हफ्ते भर। आप भाभी जी के साथ शाम को ८ बजे आ जाईये। मैं खुश हुआ की रीतेश ने आज ही पार्टी बुला ली। मैं बीवी के साथ हाज़िर हो गया। मैंने देखा की वहां दो कपल बैठे हुए हैं. तब रीतेश ने बताया की ये मेरे दोस्त हैं। मिस्टर अंकित और इनकी बीवी मिसेज वरुणा और मिस्टर सुजीत और इनकी बीवी मिसेज गरिमा। मुझे दोनों से मिल कर बड़ा अच्छा लगा। मैं उनकी बीवियों से मिल कर भी बहुत खुश हुआ। मेरी बीवी भी सबसे दिल खोल कर मिली।
ड्रिंक्स शुरू हो गयी और फिर बातें भी। मैंने कहा रीतेश मैं तुम्हे धन्यवाद देता हूँ की तुमने मेरी बीवी का ख्याल रखा। उसे चुदासी नहीं रहने दिया। अपनी बीवी को छोड़ कर तुमने मेरी बीवी चोदी। इसके लिए मैं बहुत खुश हूँ। मुझे शेफाली ने सब बता दिया है। वह बोला हां जो मुझसे हो सका मैंने किया। अगर कुछ कमी रह गयी हो तो मुझे माफ़ करना। मैंने उसे गले लगा लिया। फिर उसने कहा यार आज ये लोग हमारे साथ अपनी अपनी बीवियों की अदला बदली करने आएं हैं। मैं इन दोनों को इसलिए बुलाया है क्योंकि ये लोग इस काम के लिए अपनी अपनी बीवी सहित राज़ी हैं। मैंने बताया यार मुझे बबली भाभी की याद बहुत आती थी। ऐसा बोल कर मैंने बबली भाभी की चूँचियाँ मसलना शुरू कर दिया। वह भी मुझसे लिपट गई। मेरा लण्ड ऊपर से ही कई बार चूमा और बोली भोसड़ी के लौड़े मियां तू कहाँ चला गया था ? अब जल्दी से बाहर आ जा और घुस जा मेरी चूत में। उसकी बातों को सबने खूब एन्जॉय किया। बबली भाभी ने सबके सामने मेरी पैंट खोल कर मेरा लण्ड निकाल लिया और बड़े मजे से चूसने चाटने लगीं।
तब तक मेरी बीवी उठी और बबली को पूरी तरह नंगी कर दिया। मैं भी पूरा नंगा हूँ चुका था। भाभी ने लण्ड मुठ्ठी में लिया और सबके सामने सड़का मारने लगी। बीच बीच में मुंह में घुसेड़ने लगीं। मुझे भी मज़ा आने लगा । मैंने मन में कहा एक हफ्ते के बाद आज भाभी मेरा लण्ड पी रहीं हैं । आखिर में मैं झड़ने लगा तो भाभी ने झड़ता हुआ लण्ड मुंह में लिया और सारा वीर्य पी गयीं। सुपाड़ा बड़ी मस्ती से चाटने लगीं। थोड़ी देर के लिए मैं शांत हो गया और शराब का एक पैग एक बार में ही पी गया।
रीतेश मिसेज गरिमा को बड़े देर से देख रहा था और उसकी बीवी की नज़र सुजीत पर थी। इसी तरह मुझे सबसे ज्यादा वरुणा अच्छी लग रही थी। मैंने सोंचा मैं अगर सबसे पहले इसकी बुर में लौड़ा पेलू दूं तो कितना मज़ा आ जाये ? इसलिए मैं उसकी तरफ बढ़ा। मुझे देख कर मेरी बीवी शेफाली का रुझान अंकित पर हो गया। शेफाली अंकित की तरफ बढ़ी और उसके गले में अपनी बाहें डाल दीं। उसकी चुम्मी लेली। फिर क्या अंकित ने मेरी बीवी पर चुम्मन की बरसात कर दी। सबसे ज्यादा उसने मेरी बीवी की चूँचियों की चुम्मियाँ ली
सब सबकी चूत, गांड, चूँची, चूतड़ सब देख रहे थे और बीवियां सबके टन टनाते हुए लण्ड। एक तरफ शेफाली और वरुणा दोनों एक दूसरे के हसबैंड का लण्ड पीने लगीं और तो दूसरी तरफ बबली और गरिमा दोनों एक दूसरे के पति का लण्ड मुँह में लेकर चूसने लगीं। पराये मरद का लण्ड पीने में सबको बड़ा मज़ा आ रहा था। मर्दों को भी परायी बीवी के मुँह में लण्ड घुसेड़ने में मज़ा आ रहा था। थोड़ी देर में मैं अंकित की बीवी चोदने लगा और अंकित मेरी बीवी चोदने लगा। उधर हमारे सामने रीतेश सुजीत की बीवी चोदने लगा और सुजीत रीतेश की बीवी चोदने लगा।
सुजीत बोला - इस तरह एक दूसरे की बीवी चोदने में जो मज़ा है वह मज़ा कहीं और नहीं है।
मैंने कहा - यार, हर दिन चोदो न एक दूसरे की बीवी ? मना किसने किया है।
रीतेश बोला - हां यार जो मज़ा अपने दोस्त की बीवी चोदने में है वो मज़ा कहीं और नहीं मिलता।
अंकित बोला - मेरी बीवी ने सही कहा था की एक बार मेरे सामने किसी और की बीवी चोदो फिर देखो कितना मज़ा आता है ? मैं तुम्हारे सामने किसी और के हसबैंड से चुदवाऊँ तो देखो कितना मज़ा आता है ? आज उसकी बात बिलकुल सही निकली। मेरी बीवी ने ही मुझे दूसरों की बीवी चोदना सिखाया।
एक दिन रीतेश अपनी बीवी के साथ मेरे घर आया और बोला - यार रोहन मैं एक हफ्ते के लिए बाहर जा रहा हूँ। तुम मेरी बीवी एक हफ्ते तक चोदते रहना। दिन रात चोदना और खूब मस्ती से चोदना।
मैंने कहा - हां मैं भी दोस्ती निभाऊंगा और तेरी बीवी बिना नागा हर दिन चोदता रहूंगा।
Click on Search Button to search more posts.
