Home
» Bhai Bahan ki chudai kahani भाई ने बहन को चोदा Didi ko chodkar chut gand fad di
» कुँवारी बहन को कुंवारी माँ बनाया - भाई ने बहन को चोदा - दीदी की चुदाई - Kunwari bahan maa bani
कुँवारी बहन को कुंवारी माँ बनाया - भाई ने बहन को चोदा - दीदी की चुदाई - Kunwari bahan maa bani
कुँवारी बहन को कुंवारी माँ बनाया - भाई ने बहन को चोदा - दीदी की चुदाई - Kunwari bahan maa bani , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
आपको ये अजीब सा लगे पर ये बात सच है, मैं अपने बहन के बच्चे का पिता हु, और मेरी बहन कुंवारी माँ है, मैं पूरा वाकया आपके सामने पेश करूँगा, मैं भी नहीं चाहता था की मेरा बचा मेरी बहन का बच्चा होगा पर क्या करता, हालत ने ऐसा करवट लिए की ये हो गया, पर मैं बहुत खुश हु, मेरी बहन या तो आप कह सकते है मेरी पत्नी दोनों बहुत खुश है, और हम दोनों एक पति पत्नी की तरह रह रहे है, अब मैं पूरी कहानी पे आता हु
मेरी बहन का नाम अर्चना है, वो अभी २१ साल की है, और मैं २३ साल का, दिल्ली में रहता हु, पर मैं जयपुर का रहने बाला हु, मेरी बहन बहुत ही अच्छी और सुन्दर लड़की है पर अब वो औरत हो गयी है, मेरे मम्मी और पापा नहीं है दोनों उत्तराखंड की त्रासदी में गुजर गए, हम भाई बहन साथ रह गए, हम दोनों को जयपुर का घर ठीक नहीं लगने लगा था तो हम दोनों वह से दिल्ली आ गए थे, और दोनों पढाई करने लगे, मेरे पास काफी पापा का दिया हुआ फिक्स्ड डिपाजिट और जीवन विमा था इस वजह से आज तक किसी चीज़ की कमी नहीं हुयी यहाँ तक की अगर हम काम भी ना करें तो ज़िंदगी पूरी चल सकती है |
हम दोनों मुखर्जी नगर जो की दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास है किराये के फ्लैट में रहने लगा, पहले साल भर तो अच्छा नहीं बिता क्यों की हम दोनों को माँ पापा की याद बहुत आने लगी थी, फिर दोनों ने अपने दिल को समझाया और पढाई पर ध्यान दिया, और अच्छे तरीके से रहने लगे ! मेरी बहन बहुत ही खूबसूरत है, उसका फिगर भी काफी अच्छा है, मस्त मस्त चूचियाँ, गोल गांड, होठ गुलाबी, मुझे अच्छा नहीं लगता था जब उससे लड़के देखते थे, जब भी वो बाहर जाती उससे लोग घूर घूर कर देखते क्यों की वो है ही बड़ी खूबसूरत, तो मैंने सोचा ऐसा कुछ हो जाये की मेरी बहन को कोई नहीं देखे, मैं अपने बहन से काफी फ्रेंडली व्यव्हार करने लगा वो भी काफी खुल गयी, अब तो हम दोनों एक साथ घूमने लगे, वो मुझे भैया कहती थी पर मैंने कह दिया देखो तुम मुझे आज से विवेक कहो मुझे अच्छा लगेगा, वो मान गयी और वो मुझे विवेक कहने लगी |
मैं आपको पहली चुदाई की कहानी बताऊंगा, कैसे मैं पहली बार अपने बहन के साथ सेक्स किया था, 2013 , 31 दिसंबर का दिन था, कल से नया साल आने बाला था, तो हम दोनों ने कनॉट प्लेस के एक होटल में नए साल का जश्न मनाने गया, वह तो हम दोनों खूब डांस किये, बियर भी पि, खूब मस्ती किया, हम दोनों को काफी नशा आ गया था, हम दोनों एक दूसरे की बाहों में झूमने लगे, अब दूरियां खत्म हो चुकी थी उसके स्तन मेरे छाती में सटा हुआ था, मेरे हाथ उसके कमर पे थे और गाने की धून पे थिरक रहे थे, उसके हाथ में मेरे कमर पे थे, दोनों का हाथ एक दूसरे के हाथ में था, वो मेरी आँखों में देख रही थी और मैं उसके आँखों में देख रहा था, अचानक कब मेरे होठ और उसके होठ आपस में मिल गए पता ही नहीं चला और दोनों एक दूसरे को चूमते हुए खो गए |
हम दोनों के जिस्म काफी गरम हो गया था, रात काफी हो चुकी थी, हमने कैब मंगाया और दोनों वापस अपने फ्लैट को चल दिए, हम दोनों एक दूसरे को पकडे हुए थे, हाथ में हाथ एक दूसरे का था, शायद नए साल में सब कुछ हम दोनों के बीच में नया होने बाला था, घर पहुंचे, मैंने अपने बहन को कहा अर्चना आज नया साल हो गया है, मैं तुम्हारी बहुत केयर करता हु, मैं ये नहीं चाहता की कोई तुम्हारे ज़िंदगी में आये और मेरी ज़िंदगी में कोई आये क्यों ना हम दोनों साथ साथ रहे एक पति पत्नी की तरह, आज जो वाक्या हुआ डांस के दौरान क्या हम दोनों बरक़रार रख सकते है, वो मुझे देख रही थी, साँसे मेरी तेज थी
मैं उसके जवाब का इंतज़ार कर रहा था, अचानक वो मेरे गले मिल गयी और होठ पे किश करने लगी, बोली आई लव यू डिअर, आज से तुम मेरे हो मैं तुम्हारी, हम दोनों विस्तार पे लेट गए, मैंने उसको किश किये जा रहा था, वो काफी गरम हो गयी थी उसने मेरा शर्ट उतार दिया और जीभ से मेरे छाती को टच करने लगी, मैंने उसके चूची को अपने हाथ में ले लिया और दबाने लगा, फिर मैंने उसके टी शर्ट उतार दिए ब्रा में थी मेरी बहन |
ब्रा के ऊपर से ही उसके चूच को दबाने लगा, फिर ब्रा का भी हुक खोल दिया उसके दोनों गोल गोल बड़ी बड़ी बीच में पिंक निप्पल ओह्ह्ह झूम रहा था, मैं मुह में ले लिया, और पिने लगा, अर्चना बोली क्या मिल रहा है मेरी जान तुझे मेरी बूब में निचे तो जाके देख जन्नत मिलेगा, मैं सरक के निचे पंहुचा और पेंट का ज़िप खोल के पेंट उतार दिया, वो ब्लैक कलर की पेंटी में थी, मैंने एक लम्बी गहरी सांस लेके उसके पेंटी को सुंघा क्या मदहोश कर देने बाली खुशबु थी, पेंटी को निचे उतार दिया, टांगो को अलग अलग किया हलके भूरे बाल थे, ऊँगली लगाई तो महसूस हुआ की चूत काफी गरम और गीली हो गयी थी, मुझसे रहा ना गया और मैंने जीभ से चाटने लगा | वो आआह आआअह आआआह आआअह करने लगी |
फिर मैंने उसको उलट दिया बड़ा बड़ा गोल गोल चूतड़ ओह्ह्ह्ह कमाल का मैंने अपना मुझे बीच में रख के उसके गांड के छेद को जीभ से चाटने लगा वो तो पागल सी हो गयी थी, मेरा, वो काफी कामुक हो गयी, वो फिर से वापस लेट गयी मैंने उसके टांग को ऊपर उठा दिया और अपना लण्ड निकाल लिया, चूत के मुह पे रखा और जोर से धक्का लगाया अर्चना कराह उठी नहीं नहीं नहीं आआअह्हह्हह बहुत दर्द होने लगा है विवेक प्लीज प्लीज, थोड़ा शांत हो गया और चूचियों को दबाने लगा फिर अपना एक ऊँगली उसके मुह में डाल दिया और अंदर बाहर करने लगा वो भी मजे लेने लगी फिर मैंने दूसरा झटका मारा पूरा लण्ड चूत को फाड़ते हुए अंदर चला गया
बहन के आँख से आंसू आ गए थे, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है, मैंने रुका नहीं जोर जोर से चोदने लगा जब लण्ड बाहर निकाला तो देखा मेरा लण्ड खून से लतपथ था, मेरी बहन बोली खून मेरे चूत से तो मैंने कहा पहली बार चुदवाने पे चूत की झिल्ली फट जाती है इस्सवजह से खून निकला अब नहीं निकलेगा |
मैंने फिर से अर्चना के चूत में लण्ड घुसाया और जोर जोर से चोदने लगा, वो आआह आआअह आआअह आअअहअअअह् कर रही थी, मैं भी उसको गालियां देने लगा ले रंडी ले, मेरा लण्ड ले, आज तेरी चूत फाड़ दूंगा, आज से तुम्हे दुल्हन बनाऊंगा, तू भी तो बड़ी रंडी निकली रे माना की मैं बहनचोद निकला पर तू भी तो रे हाई हाय उफ्फ्फ आआअह ले ले मेरा लण्ड, ऊऊह ओह्ह्ह्ह्ह और मैं झड़ गया, मेरी बहन शांत हो गयी, फिर क्या था रात भर चोदा चोदी का काम चलता रहा सुबह तक मैं उसके चूत को और गांड को पहाड़ डाला था
अब तो रोज का काम हो गया, करीब २ महीने के बाद की बात है एक दिन मेरे बहन के पेट में दर्द होने लगा, तो डॉक्टर के यहाँ पंहुचा, डॉक्टर बोली आप इसके कौन है मैंने कहा मैं मैं मैं, मेरे आवाज लड़खड़ाने लगे थे, फिर मैं बोला की मैं इसका हस्बैंड हु, वो बोली बधाई हो आप बाप बनने बाले है,
फिर हम दोनों वह से मकान खाली कर दिए क्यों की वह के लोग जानते थे की हम दोनों भाई बहन है, पर जहा अब मकान लिया अब वह के लोग जानते है की हम दोनों वाइफ हस्बैंड है,अब मेरा बेटा पा पा पा बोलने लगा है...
आपको ये अजीब सा लगे पर ये बात सच है, मैं अपने बहन के बच्चे का पिता हु, और मेरी बहन कुंवारी माँ है, मैं पूरा वाकया आपके सामने पेश करूँगा, मैं भी नहीं चाहता था की मेरा बचा मेरी बहन का बच्चा होगा पर क्या करता, हालत ने ऐसा करवट लिए की ये हो गया, पर मैं बहुत खुश हु, मेरी बहन या तो आप कह सकते है मेरी पत्नी दोनों बहुत खुश है, और हम दोनों एक पति पत्नी की तरह रह रहे है, अब मैं पूरी कहानी पे आता हु
मेरी बहन का नाम अर्चना है, वो अभी २१ साल की है, और मैं २३ साल का, दिल्ली में रहता हु, पर मैं जयपुर का रहने बाला हु, मेरी बहन बहुत ही अच्छी और सुन्दर लड़की है पर अब वो औरत हो गयी है, मेरे मम्मी और पापा नहीं है दोनों उत्तराखंड की त्रासदी में गुजर गए, हम भाई बहन साथ रह गए, हम दोनों को जयपुर का घर ठीक नहीं लगने लगा था तो हम दोनों वह से दिल्ली आ गए थे, और दोनों पढाई करने लगे, मेरे पास काफी पापा का दिया हुआ फिक्स्ड डिपाजिट और जीवन विमा था इस वजह से आज तक किसी चीज़ की कमी नहीं हुयी यहाँ तक की अगर हम काम भी ना करें तो ज़िंदगी पूरी चल सकती है |
हम दोनों मुखर्जी नगर जो की दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास है किराये के फ्लैट में रहने लगा, पहले साल भर तो अच्छा नहीं बिता क्यों की हम दोनों को माँ पापा की याद बहुत आने लगी थी, फिर दोनों ने अपने दिल को समझाया और पढाई पर ध्यान दिया, और अच्छे तरीके से रहने लगे ! मेरी बहन बहुत ही खूबसूरत है, उसका फिगर भी काफी अच्छा है, मस्त मस्त चूचियाँ, गोल गांड, होठ गुलाबी, मुझे अच्छा नहीं लगता था जब उससे लड़के देखते थे, जब भी वो बाहर जाती उससे लोग घूर घूर कर देखते क्यों की वो है ही बड़ी खूबसूरत, तो मैंने सोचा ऐसा कुछ हो जाये की मेरी बहन को कोई नहीं देखे, मैं अपने बहन से काफी फ्रेंडली व्यव्हार करने लगा वो भी काफी खुल गयी, अब तो हम दोनों एक साथ घूमने लगे, वो मुझे भैया कहती थी पर मैंने कह दिया देखो तुम मुझे आज से विवेक कहो मुझे अच्छा लगेगा, वो मान गयी और वो मुझे विवेक कहने लगी |
मैं आपको पहली चुदाई की कहानी बताऊंगा, कैसे मैं पहली बार अपने बहन के साथ सेक्स किया था, 2013 , 31 दिसंबर का दिन था, कल से नया साल आने बाला था, तो हम दोनों ने कनॉट प्लेस के एक होटल में नए साल का जश्न मनाने गया, वह तो हम दोनों खूब डांस किये, बियर भी पि, खूब मस्ती किया, हम दोनों को काफी नशा आ गया था, हम दोनों एक दूसरे की बाहों में झूमने लगे, अब दूरियां खत्म हो चुकी थी उसके स्तन मेरे छाती में सटा हुआ था, मेरे हाथ उसके कमर पे थे और गाने की धून पे थिरक रहे थे, उसके हाथ में मेरे कमर पे थे, दोनों का हाथ एक दूसरे के हाथ में था, वो मेरी आँखों में देख रही थी और मैं उसके आँखों में देख रहा था, अचानक कब मेरे होठ और उसके होठ आपस में मिल गए पता ही नहीं चला और दोनों एक दूसरे को चूमते हुए खो गए |
हम दोनों के जिस्म काफी गरम हो गया था, रात काफी हो चुकी थी, हमने कैब मंगाया और दोनों वापस अपने फ्लैट को चल दिए, हम दोनों एक दूसरे को पकडे हुए थे, हाथ में हाथ एक दूसरे का था, शायद नए साल में सब कुछ हम दोनों के बीच में नया होने बाला था, घर पहुंचे, मैंने अपने बहन को कहा अर्चना आज नया साल हो गया है, मैं तुम्हारी बहुत केयर करता हु, मैं ये नहीं चाहता की कोई तुम्हारे ज़िंदगी में आये और मेरी ज़िंदगी में कोई आये क्यों ना हम दोनों साथ साथ रहे एक पति पत्नी की तरह, आज जो वाक्या हुआ डांस के दौरान क्या हम दोनों बरक़रार रख सकते है, वो मुझे देख रही थी, साँसे मेरी तेज थी
मैं उसके जवाब का इंतज़ार कर रहा था, अचानक वो मेरे गले मिल गयी और होठ पे किश करने लगी, बोली आई लव यू डिअर, आज से तुम मेरे हो मैं तुम्हारी, हम दोनों विस्तार पे लेट गए, मैंने उसको किश किये जा रहा था, वो काफी गरम हो गयी थी उसने मेरा शर्ट उतार दिया और जीभ से मेरे छाती को टच करने लगी, मैंने उसके चूची को अपने हाथ में ले लिया और दबाने लगा, फिर मैंने उसके टी शर्ट उतार दिए ब्रा में थी मेरी बहन |
ब्रा के ऊपर से ही उसके चूच को दबाने लगा, फिर ब्रा का भी हुक खोल दिया उसके दोनों गोल गोल बड़ी बड़ी बीच में पिंक निप्पल ओह्ह्ह झूम रहा था, मैं मुह में ले लिया, और पिने लगा, अर्चना बोली क्या मिल रहा है मेरी जान तुझे मेरी बूब में निचे तो जाके देख जन्नत मिलेगा, मैं सरक के निचे पंहुचा और पेंट का ज़िप खोल के पेंट उतार दिया, वो ब्लैक कलर की पेंटी में थी, मैंने एक लम्बी गहरी सांस लेके उसके पेंटी को सुंघा क्या मदहोश कर देने बाली खुशबु थी, पेंटी को निचे उतार दिया, टांगो को अलग अलग किया हलके भूरे बाल थे, ऊँगली लगाई तो महसूस हुआ की चूत काफी गरम और गीली हो गयी थी, मुझसे रहा ना गया और मैंने जीभ से चाटने लगा | वो आआह आआअह आआआह आआअह करने लगी |
फिर मैंने उसको उलट दिया बड़ा बड़ा गोल गोल चूतड़ ओह्ह्ह्ह कमाल का मैंने अपना मुझे बीच में रख के उसके गांड के छेद को जीभ से चाटने लगा वो तो पागल सी हो गयी थी, मेरा, वो काफी कामुक हो गयी, वो फिर से वापस लेट गयी मैंने उसके टांग को ऊपर उठा दिया और अपना लण्ड निकाल लिया, चूत के मुह पे रखा और जोर से धक्का लगाया अर्चना कराह उठी नहीं नहीं नहीं आआअह्हह्हह बहुत दर्द होने लगा है विवेक प्लीज प्लीज, थोड़ा शांत हो गया और चूचियों को दबाने लगा फिर अपना एक ऊँगली उसके मुह में डाल दिया और अंदर बाहर करने लगा वो भी मजे लेने लगी फिर मैंने दूसरा झटका मारा पूरा लण्ड चूत को फाड़ते हुए अंदर चला गया
बहन के आँख से आंसू आ गए थे, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है, मैंने रुका नहीं जोर जोर से चोदने लगा जब लण्ड बाहर निकाला तो देखा मेरा लण्ड खून से लतपथ था, मेरी बहन बोली खून मेरे चूत से तो मैंने कहा पहली बार चुदवाने पे चूत की झिल्ली फट जाती है इस्सवजह से खून निकला अब नहीं निकलेगा |
मैंने फिर से अर्चना के चूत में लण्ड घुसाया और जोर जोर से चोदने लगा, वो आआह आआअह आआअह आअअहअअअह् कर रही थी, मैं भी उसको गालियां देने लगा ले रंडी ले, मेरा लण्ड ले, आज तेरी चूत फाड़ दूंगा, आज से तुम्हे दुल्हन बनाऊंगा, तू भी तो बड़ी रंडी निकली रे माना की मैं बहनचोद निकला पर तू भी तो रे हाई हाय उफ्फ्फ आआअह ले ले मेरा लण्ड, ऊऊह ओह्ह्ह्ह्ह और मैं झड़ गया, मेरी बहन शांत हो गयी, फिर क्या था रात भर चोदा चोदी का काम चलता रहा सुबह तक मैं उसके चूत को और गांड को पहाड़ डाला था
अब तो रोज का काम हो गया, करीब २ महीने के बाद की बात है एक दिन मेरे बहन के पेट में दर्द होने लगा, तो डॉक्टर के यहाँ पंहुचा, डॉक्टर बोली आप इसके कौन है मैंने कहा मैं मैं मैं, मेरे आवाज लड़खड़ाने लगे थे, फिर मैं बोला की मैं इसका हस्बैंड हु, वो बोली बधाई हो आप बाप बनने बाले है,
फिर हम दोनों वह से मकान खाली कर दिए क्यों की वह के लोग जानते थे की हम दोनों भाई बहन है, पर जहा अब मकान लिया अब वह के लोग जानते है की हम दोनों वाइफ हस्बैंड है,अब मेरा बेटा पा पा पा बोलने लगा है...
Click on Search Button to search more posts.
