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बहू ने मारी सास की गांड नकली लंड से - Bahu ne nakli lund se apni saas ko choda
बहू ने मारी सास की गांड नकली लंड से - Bahu ne nakli lund se apni saas ko choda , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan, Lund chusa, chut chati, gand marvai, chut chudwayi ke articles.
पहला दृश्य:
इतनी अंधेर न कर तू बहू ? कुछ शर्म लिहाज़ है कि नहीं ? जब देखो तब बिना दुपट्टा के चल देती है तू . इतनी बहन चोद बड़ी बड़ी चूंचियाँ उठा उठा के न चला कर तू . इन्हे ढक कर चला कर ? इन मादर चोद मर्दों की नज़रों का कोई ठिकाना नहीं है ? सबसे पहले इन्ही चूंचियों पर पड़ती है, भोसड़ी वालों की नज़रें ?
मेरी चूंचियों से बड़ी बड़ी तो तेरी चूंचियां है सासू जी . तू तो बिना ब्रा के घूमती रहती है इधर उधर ? मैं देखती नहीं हूँ क्या ? तेरे चलने से तेरी चूंचियों में हाला डोला आता रहता है . तू भोसड़ी की पहले अपनी चूंचियां संभाल, सासू . और तेरी गांड तो ऐसे मटकती है जैसे कोई गजगामिनी जा रही हो ?
अरे मेरे ज़माने में ऐसा नहीं था, बहू . मजाल है कि कहीं से किसी भी मर्द की नज़र पड़ जाए ?
अरे आजकल सब कुछ बदल गया है, सासू ? दुपट्टा की तो माँ चुद गयी है .आजकल कोई दुपट्टा इस्ते माल नहीं करती ? अगर करती है तो सिर्फ फैशन करने के लिए . अब तो ऐसा सोंच है कि जितनी खुली चूंचियां दिखाओ उतना अच्छा है ? ये चूंचियाँ है किसलिए, बुर चोदी ? अगर बड़ी बड़ी है अच्छी लगती है तो इन्हे लोगों को क्यों न दिखाऊँ ? इनका मैं अचार डालूंगी क्या ? मेरा बस चले तो मैं खुले आम चूंचियां खोल कर चलूँ ? इसमें बुराई क्या है ?
हाय अल्ला, तू खुले आम कह रही है ? मेरे ज़माने में तो खुले आम कोई मर्द अपनी बीवी के पास भी नहीं जाता था ? वो तो रात के अँधेरे में आता था और चोद कर चला जाता था .
अरे वाह, इसका मतलब तू चुदवाते समय अपने मर्द का चेहरा भी नहीं देखती थी ?
चेहरा देखने की जरुरत क्या है बहू ? जैसे अँधेरे में खाना खाओ तो हाथ मुंह में ही जाता है वैसे ही रात के अँधेरे में लण्ड बुर में ही जाता है, बहू ? और कहीं नहीं जाता लण्ड ?
वाओ, पर ये तो मालूम होता है न की बुर में लण्ड घुस रहा है अँधेरे में ? पर ये कैसे मालूम की यह तेरे ही मर्द का लण्ड है ? कोई और मर्द अपना लण्ड घुसेड़ कर चोद ले तो ? कैसे पता लगाओगी, सासू ?
हाय दईया, हां ऐसा हो तो सकता है ? कई बार तो मुझे भी मालूम हुआ कि यह लण्ड शायद मेरे मर्द का नहीं है पर मैं रोक नहीं सकी अपने आप को ? क्योंकि मुझे कुछ ज्यादा ही मज़ा आने लगता था .
कितनी बार इस तरह का अहसास हुआ तुझे, सासू ?
अब बिलकुल सही सही नहीं मालूम पर हां यही कोई १०/१२ बार तो हुआ ही होगा ?
इसका मतलब तू १०/१२ गैर मर्दों से चुदवा चुकी है, सासू ? तूने खूब मज़ा लिया है पराये मर्दों के लण्ड का ? तूने अपने मजे के लिए अपने भोषडा की बात मानी पर अपने मन की बात नहीं मानी .
अब बहू इसमें मेरी क्या गलती है ? मैं तो बस अपनी चूत खोल कर लेट जाती थी . अब पता नहीं कौन कौन मर्द अपना अपना लण्ड पेल कर चला जाता था मेरी चूत में, बहू ?
कौन कौन रहता था तुम्हारे घर में सासू, उस समय ? अगल बगल कौन कौन रहता था ?
अरे कई लोग थे बहू ? मेरे तीन देवर, दो जेठ, दो नंदोई, तीन बहनोई, मेरी खाला के दो लड़के, मेरे ससुर, मेरे दो दामाद और बहुत आने जाने वाले लोग . उन सबके दोस्त ? कुछ पास पड़ोस के लोग भी रात में रुक जाया करते थे . अरे बहू बहुत लोग थे ऐसे ? मैं इन सब लण्ड का कैसे हिसाब रखती ? बहू .
बाकी घर की औरतें क्या करती थी सासू ?
अरे सब की सब बुर चोदी इसी तरह चुदवाती थी . रात में सभी औरतें नंगी लेट जाती थी . जो जिसके पास आया उसी से चुदवा लिया . मर्दों को क्या ? जिसको जो मन में आया उसी को चोद के चला गया ? मुझे लगता है की मुझे इन सारे मर्दों ने चोदा है .कई बार चोदा है ?तुम बताओ कि तुम क्या करती हो बहू ?
मैं चोरी छिपे नहीं चुदवाती हूँ . मैं तो खुले आम चुदवाती हूँ . सबके लण्ड पहले देखती हूँ और फिर जिसका लण्ड पसंद आता है उसी से चुदवाती हूँ . जिसका लण्ड पसंद नहीं आता उसका सड़का मार कर खलास कर देती हूँ . आजकल कुनबा छोटा होने लगा है ? लेकिन एक बात तो तय है कि तुमने पराये मर्दों के लौड़ों से खूब चुदवाया है, सासू ? अब तुम मुझे सही सही बताओ नहीं तो मैं तेरी गांड मारूंगी कि तुम्हे किस किस का लौड़ा पसंद आया ? इन सबके लौड़े कभी तो तुमने उजाले में देखा होगा ? कभी तो मुंह में लिया होगा ? चूसा होगा चाटा होगा इन माँ के लौड़ों का लौड़ा ?
मैं तुम्हे सच सच बताती हूँ बहू, मैं बड़ी हरामी और चुदक्कड़ औरत हूँ . मैंने खुद सबको बुला बुला कर अपनी चूत दी है . सबके लण्ड पकड़ा है चाटा है और चूसा है . सबके सब मादर चोद मुझे बड़े प्यार से चोदते थे क्योंकि मैं सबको प्रेम से अपनी बुर देती थी और आज भी देती हूँ . मैं सबके लण्ड से बेहद मोहब्बत करती हूँ . मुझे किसी से भी चुदवाने में परहेज नहीं है .
सासू, तेरी माँ की चूत , भोषड़ी वाली, मेरे सवाल का जबाब नहीं दिया तुमने ? किसका लौड़ा कैसा है ? किसके लण्ड का स्वाद कैसा है ? यह सब बताओ मुझे ?इतने में सासू का फोन आ गया और वह बात करते करते कहीं बाहर चली गयी .
दोस्तों मैं हूँ मिसेज निदा और मेरी सासू है मिसेज शकीला . हम दोनों एक साथ ही रहती है . दोनों एक दूसरे से बिलकुल खुल कर बातें करती है . हां केवल खुल कर बातें ही करती है बस ? आजतक न मैंने सासू को कभी नंगी देखा और न उसने मुझे . आज तो मज़ा ही आ गया . जितना खुल कर आज बातें हुई है उतना पहले कभी नहीं हुइं ,
दूसरा दृश्य
दो दिन बाद मैंने एक बार दिन के ३ बजे मैंने अपने कमरे में जाते हुए देखा की सासू जी शायद किसी से बतला रही है . मैंने उसके मुंह से सुना कि यार तुम मेरा भोषडा बाद में चोदना, मैं पहले जी भर तेरा लण्ड चूस लूं . मैं समझ गयी कि सासू जी किसी का लण्ड चूसने की तयारी में है ? मैं चुपके से छिप कर देखने लगी . मैंने देखा कि वास्तव में सासू जी एकदम नंगी नंगी किसी आदमी का लण्ड चूस रही है . वह आदमी एकदम नंगा अपनी दोनों टांगें फैलाये हुए लेटा है . सासू जी उसकी टांगों के बीच झुक कर उसका लण्ड मुंह में लेकर चूस रही है . उसकी गांड मेरे तरफ साफ़ नज़र आ रही है . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां भी दिख रही है . लौड़ा पूरा तो नहीं दिखायी पड़ा पर हां लौड़ा बड़ा तगड़ा लग रहा था .
मुझे एक शरारत सूझी . मैं अपने कमरे में गयी, सारे कपडे उतार दिया . एकदम नंगी हो गयी फिर अलमारी से एक इलेक्ट्रॉनिक लण्ड निकाला और उसे कमर में बांध लिया . लण्ड ८" से ९" का था . मैंने उसे हिला हिला कर उससे थोडा वीर्य निकाला और उसके सुपाड़े पर रगड़ा तो लण्ड चिकना हो गया . मैं चुपके से सासू जी कमरे में गयी और लण्ड उसकी गांड में छुआ दिया पर उसे मालूम नहीं हुआ ? मैंने अचानक एक जोर का धक्का दिया तो लण्ड अंदर घुस गया ? तब सासू जी बोली हाय कौन है यार जो मेरी गांड मारने आ गया ? भोषड़ी के इतना मोटा लण्ड गांड में पेलोगे तो मेरी तो गांड फट जायेगी ? ज़रा धीरे धीरे मारो गांड तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है मादर चोद ? मैं और जोर से चोदने लगी गांड ? सासू की गांड मारने में मुझे मज़ा आ रहा था . इतने में उस आदमी ने मुझे देख लिया
वह बोला :- अरे सकीला भाभी देख तेरी बहू तेरी गांड मार रही है ?
सासू जी ने पीछे मुड़ कर देखा कि वास्तव में मैं उसकी गांड मार रही हूँ .
वह बोली :- हाय बहू तेरे पास लण्ड कहाँ से आया ? तेरी नीचे चूत नहीं है क्या ? तू मर्द है क्या बहन चोद ? तू औऱत नहीं है क्या ? हिज़ड़ा है क्या ?
मैंने कहा :- इस बात का पता बाद में लगा लेना सासू जी पहले मुझे जी भर अपनी सास की गांड मार लेने दो ? वह बोली :- हां मज़ा तो मुझे भी आ रहा है पर मैं बड़ी हैरान हूँ . तू चिंता न कर मेरी बुर चोदी सासू जी . मैं सब बता दूँगी ? पर यह बात सच है कि मैं एक औरत हूँ मर्द नहीं ?
वह बोली :- तो क्या लौड़ा अपनी चूत के बगल में लगवा लिया है क्या भोषड़ी वाली ? मुझे गांड मारने वाली बहू मिली है क्या ? अब तो तुम मेरी हर दम गांड मारा करोगी ?
मैंने कहा :- हां तुम्हे तो खुश होना चाहिए सासू जी ? देखो जब मैं तेरी गांड मार सकती हूँ तू तेरा भोषडा भी चोद सकती हूँ . जब तुम्हे कोई चोदने वाला मर्द न मिले तो मुझसे चुदवा लेना सासू जी सासू जी को जब मैंने अपना लण्ड दिखाया तो वह बड़ी खुश हुई . बोली अरे ये तो बिलकुल सचमुच का लौड़ा लग रहा है . एकदम असली लौड़ा लग रहा है . अरे इसके अंदर से लार भी टपक रही है और इसके मुंह से वीर्य भी निकलता है . सासू जी ने लण्ड चाटा और बोली अरे ये तो वाकई असली लण्ड की तरह ही है .
इतने में मेरा एक फोन आ गया है .
हाय निदा, क्या कर रही हो यार ?
इस समय मैं अपनी सासू की गांड मार रही हूँ . हया .
यार मेरी माँ की भी गांड मारो . उसे गांड मराने का बड़ा शौक है .
तुम्हे किस बात का शौक है ?
मुझे माँ चुदाने का शौक है . मैं अभी अभी अपनी माँ का भोषडा चुदवा कर आ रही हूँ .
तेरी माँ का भी कोई शौक है क्या ?
हां उसे अपनी बेटी की बुर चुदवाने का शौक है . वह बड़ी खुश होती है जब मेरी बुर में कोई लौड़ा घुसता है .
और क्या क्या शौक है तेरी माँ के ?
उसे गांड मरवाने का शौक है और मेरे हसबैंड से चुदवाने का शौक है .
तो तुम अपने मियां से अपनी माँ चुदवाती हो ?
हां इसमें हर्ज़ ही क्या है ? हमारे यहाँ यह सब आम बात है . कोई भी किसी को भी चोद सकता है . तुम बताओ तुम किस किस से चुदवाती हो ?
मैं तो लण्ड से चुदवाती हूँ . लण्ड बहन चोद किसी का भी हो ? इससे मुझे कोई सरोकार नहीं है . एक घंटे के बाद हया अपनी माँ के साथ मेरे घर आ गयी . वह मेरी सासू जी से मिली . दोनों आपस में मिल कर बड़ी खुश हुई . फिर सबने बैठ कर शराब पीया और तब मैंने अपना इलेक्ट्रॉनिक लौड़ा दिखाया तो हया की माँ के मुंह में पानी आ गया . हया भी ललचा गयी . फिर उस दिन मैंने हया की भी गांड मारी और हया की माँ की भी गांड मारी .
तीसरा दृश्य
एक दिन मैं दोपहर में घर वापस आयी तो अपनी सासू जी के कमरे की ओर बढ़ी . आज फिर कुछ आवाजें मेरे कान में पड़ी .
-ओफ़ हो ये कैसा लौड़ा पेल दिया है तुमने मेरी बुर में अम्मी ? साला बड़ी दूर तक अंदर चोट कर रहा है . चोद तो मुझे ऐसे रहा है कि जैसे आज पहली बार इसे चूत मिली है . कुत्ते की तरह दनादन्न चोदे चला जा रहा है बहन चोद ? अपनी बीवी भी इस तरह से नहीं चोदता होगा माँ का लौड़ा ? किसका लण्ड है अम्मी इतना मोटा और इतना बड़ा ? किससे चुदवा रही हो मेरी चूत तुम भोषड़ी की अम्मी ?
उधर मेरी सास की आवाज़ आयी - अरे तू बता पहले माँ ली लौड़ी तूने किसका लौड़ा मेरे भोषडा में घुसेड़ दिया है ? इतना मोटा और इतना लम्बा साला गधे के लण्ड जैसा लण्ड है इसका ? आजतक किसी ने इतनी बुरी तरह से नहीं चोदा मुझे जितनी बुरी तरह से आज ये मुझे चोद रहा है . मेरे भोषडा के छक्के छूटने लगे है मेरी बुर चोदी शमा ? तेरी माँ की चूत शमा तू बता तुझे बड़ा मज़ा आता है क्या मेरी बुर में इतने बड़े बड़े लण्ड घुसेड़ने में ?
शमा बोली - अच्छा जब तू मेरी बुर में बड़े बड़े लण्ड घुसेड़ती है तब मज़ा नहीं आता तुझे ? तू तो चाहती है कि मेरी बुर फट जाए तो मैं भी चाहती हूँ कि तेरा भोषडा फट जाए ?
सासू जी बोली :- अरे शमा वो मेरी सहेली का हसबैंड शमीम है जो तुम्हे चोद रहा है, बिटिया ?
शमा बोली :- वो मेरा बॉस है जो तुम्हे चोद रहा है माँ ? मैं आवाज़ पहचान गयी . शमा मेरी ननद है . आज वह अपनी माँ के सामने चुदवा रही है और उसकी माँ अपनी बेटी के सामने चुदवा रही है . मैं भी फ़ौरन कूद पड़ी बीच में . मैं घुस गयी कमरे में . उन दोनों के कारनामे देखने लगी .
मैं बोली :- तू साली बुर चोदी, शमा तुझे अपनी माँ का भोषडा दिखाई पड़ा पर अपनी भाभी की चूत नहीं दिखाई पड़ी तुझे ? तू अपनी माँ के भोषडा में पेलने के लिए लौड़ा लेकर आ गयी पर भाभी के हक़ में कुछ भी नहीं ? मैं इसका बदला लूंगी तेरी गांड में लौड़ा घुसेड़ कर . मैं चोदूँगी तेरी माँ . मैं चोदूँगी तेरी गांड ? तू समझती क्या है अपने आप को हरामजादी छिनार साली कुतिया शमा . बस अपनी माँ चुदवाती रहती है तू माँ मादर चोद ? अचानक मैंने देखा की एक आदमी बाथ रूम से निकल रहा है ?
शमा बोली :- हाय, तारिक अंकल देखो ये मेरी बुर चोदी निदा भाभी है . इसकी बुर बड़ी देर से लण्ड के लिए तड़प रही है . तुम इसी की बुर में ठोंक दो अपना लण्ड और चोदो भकाभक मेरी भाभी की बुर ? फिर वह मेरी तरफ मुंह करके बोली हाय भाभी मैं न तुम्हे भूली हूँ और न तेरी बुर को . मैं जानती हूँ कि मेरी माँ के भोषडा की तरह तेरी चूत भी बहन चोद बड़ी आवारा है . इसीलिए मैं उसके लिए एक लण्ड का इंतज़ाम करके आयी हूँ . वैसे तुम यहाँ इन तीनो लण्ड से चुदवा सकती हो भाभी ? मुझे माँ चुदाने का शौक तो बहुत पहले से ही है और अब मुझे भाभी चुदाने का भी शौक हो गया है ? आज मैं एक तरफ अपनी माँ चुदाऊंगी और दूसरी तरफ अपनी भाभी ?
मैंने कहा :- यार शमा, आज तुमने मेरा दिल जीत लिया है . मैं अभी तक अपनी सास चुदाने का मज़ा लेती थी आज से मैं अपनी ननद चुदाने का भी मज़ा लूंगी . इतना कह कर मैंने हाथ बढ़ाया और तारिक अंकल का लौड़ा पकड़ लिया . मेरे पकड़ते ही लौड़ा और ज्यादा फुफकार उठा . मुझे लण्ड पसंद आ गया . मेरी चूत में तो आग पहले से लगी थी . मैं जाली जा रही थी . अपनी सास और नन्द को चुदवाते हुएदेख कर यह आग और भड़क गयी थी . मैंने लण्ड फ़ौरन मुंह में भरा और चूसने लगी . फिर उसे फटाक से अपनी बुर में घुसेड़ लिया . मैं मस्त चुदवाने लगी अपनी बुर . मेरी चूंचियां नाचने लगी जिसे अंकल देख देख कर मुझे चोदने में पूरी ताकत लगा रहा था .
मेरी चूंचियों से बड़ी बड़ी तो तेरी चूंचियां है सासू जी . तू तो बिना ब्रा के घूमती रहती है इधर उधर ? मैं देखती नहीं हूँ क्या ? तेरे चलने से तेरी चूंचियों में हाला डोला आता रहता है . तू भोसड़ी की पहले अपनी चूंचियां संभाल, सासू . और तेरी गांड तो ऐसे मटकती है जैसे कोई गजगामिनी जा रही हो ?
अरे मेरे ज़माने में ऐसा नहीं था, बहू . मजाल है कि कहीं से किसी भी मर्द की नज़र पड़ जाए ?
अरे आजकल सब कुछ बदल गया है, सासू ? दुपट्टा की तो माँ चुद गयी है .आजकल कोई दुपट्टा इस्ते माल नहीं करती ? अगर करती है तो सिर्फ फैशन करने के लिए . अब तो ऐसा सोंच है कि जितनी खुली चूंचियां दिखाओ उतना अच्छा है ? ये चूंचियाँ है किसलिए, बुर चोदी ? अगर बड़ी बड़ी है अच्छी लगती है तो इन्हे लोगों को क्यों न दिखाऊँ ? इनका मैं अचार डालूंगी क्या ? मेरा बस चले तो मैं खुले आम चूंचियां खोल कर चलूँ ? इसमें बुराई क्या है ?
हाय अल्ला, तू खुले आम कह रही है ? मेरे ज़माने में तो खुले आम कोई मर्द अपनी बीवी के पास भी नहीं जाता था ? वो तो रात के अँधेरे में आता था और चोद कर चला जाता था .
अरे वाह, इसका मतलब तू चुदवाते समय अपने मर्द का चेहरा भी नहीं देखती थी ?
चेहरा देखने की जरुरत क्या है बहू ? जैसे अँधेरे में खाना खाओ तो हाथ मुंह में ही जाता है वैसे ही रात के अँधेरे में लण्ड बुर में ही जाता है, बहू ? और कहीं नहीं जाता लण्ड ?
वाओ, पर ये तो मालूम होता है न की बुर में लण्ड घुस रहा है अँधेरे में ? पर ये कैसे मालूम की यह तेरे ही मर्द का लण्ड है ? कोई और मर्द अपना लण्ड घुसेड़ कर चोद ले तो ? कैसे पता लगाओगी, सासू ?
हाय दईया, हां ऐसा हो तो सकता है ? कई बार तो मुझे भी मालूम हुआ कि यह लण्ड शायद मेरे मर्द का नहीं है पर मैं रोक नहीं सकी अपने आप को ? क्योंकि मुझे कुछ ज्यादा ही मज़ा आने लगता था .
कितनी बार इस तरह का अहसास हुआ तुझे, सासू ?
अब बिलकुल सही सही नहीं मालूम पर हां यही कोई १०/१२ बार तो हुआ ही होगा ?
इसका मतलब तू १०/१२ गैर मर्दों से चुदवा चुकी है, सासू ? तूने खूब मज़ा लिया है पराये मर्दों के लण्ड का ? तूने अपने मजे के लिए अपने भोषडा की बात मानी पर अपने मन की बात नहीं मानी .
अब बहू इसमें मेरी क्या गलती है ? मैं तो बस अपनी चूत खोल कर लेट जाती थी . अब पता नहीं कौन कौन मर्द अपना अपना लण्ड पेल कर चला जाता था मेरी चूत में, बहू ?
कौन कौन रहता था तुम्हारे घर में सासू, उस समय ? अगल बगल कौन कौन रहता था ?
अरे कई लोग थे बहू ? मेरे तीन देवर, दो जेठ, दो नंदोई, तीन बहनोई, मेरी खाला के दो लड़के, मेरे ससुर, मेरे दो दामाद और बहुत आने जाने वाले लोग . उन सबके दोस्त ? कुछ पास पड़ोस के लोग भी रात में रुक जाया करते थे . अरे बहू बहुत लोग थे ऐसे ? मैं इन सब लण्ड का कैसे हिसाब रखती ? बहू .
बाकी घर की औरतें क्या करती थी सासू ?
अरे सब की सब बुर चोदी इसी तरह चुदवाती थी . रात में सभी औरतें नंगी लेट जाती थी . जो जिसके पास आया उसी से चुदवा लिया . मर्दों को क्या ? जिसको जो मन में आया उसी को चोद के चला गया ? मुझे लगता है की मुझे इन सारे मर्दों ने चोदा है .कई बार चोदा है ?तुम बताओ कि तुम क्या करती हो बहू ?
मैं चोरी छिपे नहीं चुदवाती हूँ . मैं तो खुले आम चुदवाती हूँ . सबके लण्ड पहले देखती हूँ और फिर जिसका लण्ड पसंद आता है उसी से चुदवाती हूँ . जिसका लण्ड पसंद नहीं आता उसका सड़का मार कर खलास कर देती हूँ . आजकल कुनबा छोटा होने लगा है ? लेकिन एक बात तो तय है कि तुमने पराये मर्दों के लौड़ों से खूब चुदवाया है, सासू ? अब तुम मुझे सही सही बताओ नहीं तो मैं तेरी गांड मारूंगी कि तुम्हे किस किस का लौड़ा पसंद आया ? इन सबके लौड़े कभी तो तुमने उजाले में देखा होगा ? कभी तो मुंह में लिया होगा ? चूसा होगा चाटा होगा इन माँ के लौड़ों का लौड़ा ?
मैं तुम्हे सच सच बताती हूँ बहू, मैं बड़ी हरामी और चुदक्कड़ औरत हूँ . मैंने खुद सबको बुला बुला कर अपनी चूत दी है . सबके लण्ड पकड़ा है चाटा है और चूसा है . सबके सब मादर चोद मुझे बड़े प्यार से चोदते थे क्योंकि मैं सबको प्रेम से अपनी बुर देती थी और आज भी देती हूँ . मैं सबके लण्ड से बेहद मोहब्बत करती हूँ . मुझे किसी से भी चुदवाने में परहेज नहीं है .
सासू, तेरी माँ की चूत , भोषड़ी वाली, मेरे सवाल का जबाब नहीं दिया तुमने ? किसका लौड़ा कैसा है ? किसके लण्ड का स्वाद कैसा है ? यह सब बताओ मुझे ?इतने में सासू का फोन आ गया और वह बात करते करते कहीं बाहर चली गयी .
दोस्तों मैं हूँ मिसेज निदा और मेरी सासू है मिसेज शकीला . हम दोनों एक साथ ही रहती है . दोनों एक दूसरे से बिलकुल खुल कर बातें करती है . हां केवल खुल कर बातें ही करती है बस ? आजतक न मैंने सासू को कभी नंगी देखा और न उसने मुझे . आज तो मज़ा ही आ गया . जितना खुल कर आज बातें हुई है उतना पहले कभी नहीं हुइं ,
दूसरा दृश्य
दो दिन बाद मैंने एक बार दिन के ३ बजे मैंने अपने कमरे में जाते हुए देखा की सासू जी शायद किसी से बतला रही है . मैंने उसके मुंह से सुना कि यार तुम मेरा भोषडा बाद में चोदना, मैं पहले जी भर तेरा लण्ड चूस लूं . मैं समझ गयी कि सासू जी किसी का लण्ड चूसने की तयारी में है ? मैं चुपके से छिप कर देखने लगी . मैंने देखा कि वास्तव में सासू जी एकदम नंगी नंगी किसी आदमी का लण्ड चूस रही है . वह आदमी एकदम नंगा अपनी दोनों टांगें फैलाये हुए लेटा है . सासू जी उसकी टांगों के बीच झुक कर उसका लण्ड मुंह में लेकर चूस रही है . उसकी गांड मेरे तरफ साफ़ नज़र आ रही है . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां भी दिख रही है . लौड़ा पूरा तो नहीं दिखायी पड़ा पर हां लौड़ा बड़ा तगड़ा लग रहा था .
मुझे एक शरारत सूझी . मैं अपने कमरे में गयी, सारे कपडे उतार दिया . एकदम नंगी हो गयी फिर अलमारी से एक इलेक्ट्रॉनिक लण्ड निकाला और उसे कमर में बांध लिया . लण्ड ८" से ९" का था . मैंने उसे हिला हिला कर उससे थोडा वीर्य निकाला और उसके सुपाड़े पर रगड़ा तो लण्ड चिकना हो गया . मैं चुपके से सासू जी कमरे में गयी और लण्ड उसकी गांड में छुआ दिया पर उसे मालूम नहीं हुआ ? मैंने अचानक एक जोर का धक्का दिया तो लण्ड अंदर घुस गया ? तब सासू जी बोली हाय कौन है यार जो मेरी गांड मारने आ गया ? भोषड़ी के इतना मोटा लण्ड गांड में पेलोगे तो मेरी तो गांड फट जायेगी ? ज़रा धीरे धीरे मारो गांड तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है मादर चोद ? मैं और जोर से चोदने लगी गांड ? सासू की गांड मारने में मुझे मज़ा आ रहा था . इतने में उस आदमी ने मुझे देख लिया
वह बोला :- अरे सकीला भाभी देख तेरी बहू तेरी गांड मार रही है ?
सासू जी ने पीछे मुड़ कर देखा कि वास्तव में मैं उसकी गांड मार रही हूँ .
वह बोली :- हाय बहू तेरे पास लण्ड कहाँ से आया ? तेरी नीचे चूत नहीं है क्या ? तू मर्द है क्या बहन चोद ? तू औऱत नहीं है क्या ? हिज़ड़ा है क्या ?
मैंने कहा :- इस बात का पता बाद में लगा लेना सासू जी पहले मुझे जी भर अपनी सास की गांड मार लेने दो ? वह बोली :- हां मज़ा तो मुझे भी आ रहा है पर मैं बड़ी हैरान हूँ . तू चिंता न कर मेरी बुर चोदी सासू जी . मैं सब बता दूँगी ? पर यह बात सच है कि मैं एक औरत हूँ मर्द नहीं ?
वह बोली :- तो क्या लौड़ा अपनी चूत के बगल में लगवा लिया है क्या भोषड़ी वाली ? मुझे गांड मारने वाली बहू मिली है क्या ? अब तो तुम मेरी हर दम गांड मारा करोगी ?
मैंने कहा :- हां तुम्हे तो खुश होना चाहिए सासू जी ? देखो जब मैं तेरी गांड मार सकती हूँ तू तेरा भोषडा भी चोद सकती हूँ . जब तुम्हे कोई चोदने वाला मर्द न मिले तो मुझसे चुदवा लेना सासू जी सासू जी को जब मैंने अपना लण्ड दिखाया तो वह बड़ी खुश हुई . बोली अरे ये तो बिलकुल सचमुच का लौड़ा लग रहा है . एकदम असली लौड़ा लग रहा है . अरे इसके अंदर से लार भी टपक रही है और इसके मुंह से वीर्य भी निकलता है . सासू जी ने लण्ड चाटा और बोली अरे ये तो वाकई असली लण्ड की तरह ही है .
इतने में मेरा एक फोन आ गया है .
हाय निदा, क्या कर रही हो यार ?
इस समय मैं अपनी सासू की गांड मार रही हूँ . हया .
यार मेरी माँ की भी गांड मारो . उसे गांड मराने का बड़ा शौक है .
तुम्हे किस बात का शौक है ?
मुझे माँ चुदाने का शौक है . मैं अभी अभी अपनी माँ का भोषडा चुदवा कर आ रही हूँ .
तेरी माँ का भी कोई शौक है क्या ?
हां उसे अपनी बेटी की बुर चुदवाने का शौक है . वह बड़ी खुश होती है जब मेरी बुर में कोई लौड़ा घुसता है .
और क्या क्या शौक है तेरी माँ के ?
उसे गांड मरवाने का शौक है और मेरे हसबैंड से चुदवाने का शौक है .
तो तुम अपने मियां से अपनी माँ चुदवाती हो ?
हां इसमें हर्ज़ ही क्या है ? हमारे यहाँ यह सब आम बात है . कोई भी किसी को भी चोद सकता है . तुम बताओ तुम किस किस से चुदवाती हो ?
मैं तो लण्ड से चुदवाती हूँ . लण्ड बहन चोद किसी का भी हो ? इससे मुझे कोई सरोकार नहीं है . एक घंटे के बाद हया अपनी माँ के साथ मेरे घर आ गयी . वह मेरी सासू जी से मिली . दोनों आपस में मिल कर बड़ी खुश हुई . फिर सबने बैठ कर शराब पीया और तब मैंने अपना इलेक्ट्रॉनिक लौड़ा दिखाया तो हया की माँ के मुंह में पानी आ गया . हया भी ललचा गयी . फिर उस दिन मैंने हया की भी गांड मारी और हया की माँ की भी गांड मारी .
तीसरा दृश्य
एक दिन मैं दोपहर में घर वापस आयी तो अपनी सासू जी के कमरे की ओर बढ़ी . आज फिर कुछ आवाजें मेरे कान में पड़ी .
-ओफ़ हो ये कैसा लौड़ा पेल दिया है तुमने मेरी बुर में अम्मी ? साला बड़ी दूर तक अंदर चोट कर रहा है . चोद तो मुझे ऐसे रहा है कि जैसे आज पहली बार इसे चूत मिली है . कुत्ते की तरह दनादन्न चोदे चला जा रहा है बहन चोद ? अपनी बीवी भी इस तरह से नहीं चोदता होगा माँ का लौड़ा ? किसका लण्ड है अम्मी इतना मोटा और इतना बड़ा ? किससे चुदवा रही हो मेरी चूत तुम भोषड़ी की अम्मी ?
उधर मेरी सास की आवाज़ आयी - अरे तू बता पहले माँ ली लौड़ी तूने किसका लौड़ा मेरे भोषडा में घुसेड़ दिया है ? इतना मोटा और इतना लम्बा साला गधे के लण्ड जैसा लण्ड है इसका ? आजतक किसी ने इतनी बुरी तरह से नहीं चोदा मुझे जितनी बुरी तरह से आज ये मुझे चोद रहा है . मेरे भोषडा के छक्के छूटने लगे है मेरी बुर चोदी शमा ? तेरी माँ की चूत शमा तू बता तुझे बड़ा मज़ा आता है क्या मेरी बुर में इतने बड़े बड़े लण्ड घुसेड़ने में ?
शमा बोली - अच्छा जब तू मेरी बुर में बड़े बड़े लण्ड घुसेड़ती है तब मज़ा नहीं आता तुझे ? तू तो चाहती है कि मेरी बुर फट जाए तो मैं भी चाहती हूँ कि तेरा भोषडा फट जाए ?
सासू जी बोली :- अरे शमा वो मेरी सहेली का हसबैंड शमीम है जो तुम्हे चोद रहा है, बिटिया ?
शमा बोली :- वो मेरा बॉस है जो तुम्हे चोद रहा है माँ ? मैं आवाज़ पहचान गयी . शमा मेरी ननद है . आज वह अपनी माँ के सामने चुदवा रही है और उसकी माँ अपनी बेटी के सामने चुदवा रही है . मैं भी फ़ौरन कूद पड़ी बीच में . मैं घुस गयी कमरे में . उन दोनों के कारनामे देखने लगी .
मैं बोली :- तू साली बुर चोदी, शमा तुझे अपनी माँ का भोषडा दिखाई पड़ा पर अपनी भाभी की चूत नहीं दिखाई पड़ी तुझे ? तू अपनी माँ के भोषडा में पेलने के लिए लौड़ा लेकर आ गयी पर भाभी के हक़ में कुछ भी नहीं ? मैं इसका बदला लूंगी तेरी गांड में लौड़ा घुसेड़ कर . मैं चोदूँगी तेरी माँ . मैं चोदूँगी तेरी गांड ? तू समझती क्या है अपने आप को हरामजादी छिनार साली कुतिया शमा . बस अपनी माँ चुदवाती रहती है तू माँ मादर चोद ? अचानक मैंने देखा की एक आदमी बाथ रूम से निकल रहा है ?
शमा बोली :- हाय, तारिक अंकल देखो ये मेरी बुर चोदी निदा भाभी है . इसकी बुर बड़ी देर से लण्ड के लिए तड़प रही है . तुम इसी की बुर में ठोंक दो अपना लण्ड और चोदो भकाभक मेरी भाभी की बुर ? फिर वह मेरी तरफ मुंह करके बोली हाय भाभी मैं न तुम्हे भूली हूँ और न तेरी बुर को . मैं जानती हूँ कि मेरी माँ के भोषडा की तरह तेरी चूत भी बहन चोद बड़ी आवारा है . इसीलिए मैं उसके लिए एक लण्ड का इंतज़ाम करके आयी हूँ . वैसे तुम यहाँ इन तीनो लण्ड से चुदवा सकती हो भाभी ? मुझे माँ चुदाने का शौक तो बहुत पहले से ही है और अब मुझे भाभी चुदाने का भी शौक हो गया है ? आज मैं एक तरफ अपनी माँ चुदाऊंगी और दूसरी तरफ अपनी भाभी ?
मैंने कहा :- यार शमा, आज तुमने मेरा दिल जीत लिया है . मैं अभी तक अपनी सास चुदाने का मज़ा लेती थी आज से मैं अपनी ननद चुदाने का भी मज़ा लूंगी . इतना कह कर मैंने हाथ बढ़ाया और तारिक अंकल का लौड़ा पकड़ लिया . मेरे पकड़ते ही लौड़ा और ज्यादा फुफकार उठा . मुझे लण्ड पसंद आ गया . मेरी चूत में तो आग पहले से लगी थी . मैं जाली जा रही थी . अपनी सास और नन्द को चुदवाते हुएदेख कर यह आग और भड़क गयी थी . मैंने लण्ड फ़ौरन मुंह में भरा और चूसने लगी . फिर उसे फटाक से अपनी बुर में घुसेड़ लिया . मैं मस्त चुदवाने लगी अपनी बुर . मेरी चूंचियां नाचने लगी जिसे अंकल देख देख कर मुझे चोदने में पूरी ताकत लगा रहा था .
मेरे एक तरफ चुद रहा था मेरी असास का भोषडा और दूसरी तरफ मेरी ननद की चूत ? थोड़ी देर में मेरी सास ने अपने भोषडा का लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया और मेरी बुर का लण्ड अपनी बेटी शमा की चूत में घुसा दिया . शमा ने अपनी चूत का लण्ड निकाल कर अपनी माँ की चूत में घुसा दिया . हम तीनो के बीच हो गयी लण्ड की अदला बदली तो मज़ा भी हो गया दूना ? फिर शुरू हो गयी मस्तियाँ .
शमा बोली :- हाय मेरी हरामजादी भोषड़ी वाली अम्मी तेरा भोषडा मस्ती से चुद रहा है न ? तू चिंता न कर अभी तेरी गांड भी मारी जायेगी . वैसे तू बहन चोद अपनी बेटी चुदाने में बड़ा मज़ा लेती है .
सासू जी बोली :- हां मेरी माँ की लौड़ी शमा, मैं देख रही हूँ की तेरी चूत आजकल गपागप्प लण्ड खाती चली जा रही है मादर चोद ? एक दिन में तीन तीन चार चार लण्ड खाने की तेरी आदत हो गयी है . तेरी माँ का भोषडा शमा तू अपनी माँ चुदाने में बड़ी एक्सपर्ट हो गयी है .
मैंने कहा :- अरे सासू जी तुम भी तो अपनी बेटी चुदाने में एक्सपर्ट हो ? देखो न कैसे अपनी बेटी की बुर में लौड़ा पेल कर चुदवा रही हो ? और अब तो तूने अपनी बहू की चूत भी चुदानी शुरू कर दी है ? इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें अश्लील बातें कर कर के हम तीनो चुदवाने में जुटी थी . उसके बाद एक एक करके लण्ड झड़ने लगे तो हैम तीनो ने सारे झड़ते हुए लण्ड चाटे और उनका वीर्य पिया .
दूसरी पारी में मारी गयी हम तीनो की गांड ? फिर चोदी गयीं हम तीनो की चूंचियां ? दो दिन लगातार होती रही हम तीनो की चूत की चुदाई...
शमा बोली :- हाय मेरी हरामजादी भोषड़ी वाली अम्मी तेरा भोषडा मस्ती से चुद रहा है न ? तू चिंता न कर अभी तेरी गांड भी मारी जायेगी . वैसे तू बहन चोद अपनी बेटी चुदाने में बड़ा मज़ा लेती है .
सासू जी बोली :- हां मेरी माँ की लौड़ी शमा, मैं देख रही हूँ की तेरी चूत आजकल गपागप्प लण्ड खाती चली जा रही है मादर चोद ? एक दिन में तीन तीन चार चार लण्ड खाने की तेरी आदत हो गयी है . तेरी माँ का भोषडा शमा तू अपनी माँ चुदाने में बड़ी एक्सपर्ट हो गयी है .
मैंने कहा :- अरे सासू जी तुम भी तो अपनी बेटी चुदाने में एक्सपर्ट हो ? देखो न कैसे अपनी बेटी की बुर में लौड़ा पेल कर चुदवा रही हो ? और अब तो तूने अपनी बहू की चूत भी चुदानी शुरू कर दी है ? इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें अश्लील बातें कर कर के हम तीनो चुदवाने में जुटी थी . उसके बाद एक एक करके लण्ड झड़ने लगे तो हैम तीनो ने सारे झड़ते हुए लण्ड चाटे और उनका वीर्य पिया .
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