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मैं लंड देखते ही पकड़ लेती हूँ - Lund dekhte hi mujhe kuchh hone lagta hai
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मैंने कहा :- यार आजकल कॉलेज में लड़कियां बड़ी गन्दी गन्दी बातें करती है भोसड़ी वाली ? एक ने पूंछा आज तूने अपनी झांटें बनाई है की नहीं ? मैंने जबाब दिया हां मैंने तो बनाई है तू बता माँ की लौड़ी तूने बनायीं है की नहीं ?
ज़ारा बोली :- अरे यार लड़कियां क्या आजकल के लड़के मादर चोद खुद लड़कियों के पीछे घूमते है और लड़कियों की चूंचियां देखते रहते है। मैंने तो आजकल लड़कों की गांड मारना शुरू कर दिया है। इसलिए मुझसे बात करने में सालों की गांड फटती है ?
ज़ोया ने कहा :- यार गांड क्या मैं तो लड़कों की माँ भी चोद सकती हूँ। लेकिन मेरा वह मकसद किसी की माँ चोदना नहीं है। मेरा तो मकसद है उनका लण्ड पकड़ना ? पता नहीं क्यों मेरी इच्छा लड़कों को नंगा करके उनका लण्ड पकड़ने की ज्यादा होती है। मन करता है की मेरे सामने हमेशा कोई न कोई अपना लण्ड खड़ा टन टनाता रहे ?
हया बोली :- यार मैं तो लण्ड पकड़ कर चाटना और चूसना चाहती हूँ। जबसे मैंने इक़बाल सर का लौड़ा पकड़ कर चाटा है तबसे मेरे अंदर लण्ड चाटने की इच्छा और बढ़ गयी है ? कल मैंने अपने जीजू का लौड़ा पकड़ लिया। बड़ा मोटा था बहन चोद ? एक मोटे चूहा जैसे लण्ड ? मैं उसे मुंह में लेकर चूस ही रही थी की मेरी अम्मी आ गयी और मैं भाग खड़ी हुई।
निदा बोली :- हाय अल्ला, मैंने भी जब पहली बार अपने तारिक सर का लण्ड पकड़ा था तो मुझे यकीं ही नहीं हुआ की लण्ड बहन चोद इतना बड़ा होता है ? मैं तो लण्ड चाटना चूसना कुछ भी नहीं जानती थी। उसी ने मुझे सब सिखाया ? अब मैं धड़ल्ले से लण्ड पकड़ती हूँ, चूसती चाटती हूँ और फिर मुठ्ठ मार कर लण्ड पीती हूँ ? यार , आजकल मुझे लण्ड बहुत अच्छे लगने लगे है
फिर सब कुछ न कुछ बोलने लगी।
मैं - यार मेरे कॉलेज में तो लड़कियां लण्ड के साइज़ की बातें खूब करती है। इतना बड़ा, इतना मोटा, ८" का ७" का ९" का लौड़ा ? छोटा लौड़ा पतला लौड़ा बस यही बातें होती रहती है।
ज़ोया - हमारे कॉलेज में बहन चोद आजकल माँ चुदाने का ज्यादा चलन है। लड़कियां जाने कितनी बार अपनी माँ चुदवाती है, बुर चोदी ? बाप रे बाप बकर बकर माँ चुदाने की ही बातें करती रहती है, भोसड़ी वाली ?
ज़ारा - हमारे कॉलेज में तो गांड मराने का चलन है। लड़कियां बुर चुदाने के वजाय गांड खूब मराने लगी है। लड़कों से कौन कहे आजकल तो लड़कियां टीचरों से गांड मराने लगी है ?
हया - मेरे कॉलेज की लड़कियां तो लण्ड खूब पीने लगी है बहन चोद। जो मिल जाता है उसका लौड़ा अपने मुंह में घुसड़ लेती है। फिल्म देखने जाती है और वहां बैठी बैठी लण्ड पीती रहती है, बुर चोदी ? एक दिन मेरी अम्मी ने मुझसे पूंछा इतनी देर कहाँ लगा दी तूने हया, तो मेरे मुंह से अनायास निकल पड़ा अम्मी लण्ड पीने में देर हो गयी ? फिर मैं शर्मा कर अंदर कमरे में चली गयी।
निदा - मेरा अनुभव कुछ और ही है। हमारे यहाँ के लड़के लड़कियों की चूंचियां खूब दबाते है, चूंचियां चाटते है और मौका मिलने पर बुर चाटते है। मैं तो कई लड़कों से अपनी चूंचियां भी दवाती हूँ और बुर भी चटवाती हूँ ?
हम सब लोग ऐसे बातें कर रही थी जैसे की हम कॉलेज में है घर में नहीं ? हमें इस बात का होश ही नहीं रहा की कोई हमारी बातें सुन भी रहा होगा ? या फिर कोई इधर उधर से आ भी जायेगा ? हम सब तो चोदा चोदी लण्ड बुर की बातों में तल्लीन थी।
एक साल बाद हम सब फिर एक पार्टी में मिले। वास्तव में ज़ारा ने मुझे फोन करके बुलाया की मेरे घर में मेरी अम्मी ने एक पार्टी रखी है तुम आ जाना। मैं थोड़ा लेट हो गयी। ज़ारा बोली - अरी बुर चोदी साजिया, कहाँ इतनी देर से कहाँ माँ चुदा रही थी तू अपनी ? मैंने जबाब दिया यार माँ चुदाने में नहीं झांटें बनवाने में देर हो गयी। पार्लर में जो लड़का मेरी झांटें बनाता है वो थोड़ा देर से आया ? वह बोली अच्छा भोसड़ी की तू एक दिन भी अपने हाथों से अपनी झांटें नहीं बना सकती माँ की लौड़ी ? मैंने कहा नहीं यार मेरी लण्ड पकड़ कर झांटें बनवाने की आदत है। मैंने देखा की वहां पर हया , निदा और ज़ोया पहले से ही मौजूद है। हमारी फिर पहले जैसी बातें होने लगा। हां तब तक ज़ोया और हया की शादी हो चुकी थी। निदा और ज़ारा की शादी तय हो गयी थी।
- मैंने कहा :- यार ज़ोया तेरी तो शादी हो गयी तूने तो खूब मज़ा किया होगा ?
- वह बोली :- हां मज़ा तो किया पर मज़ा ज़रा अलग तरह का था।
- क्या मतलब ज़रा खुल कर बताओ न ज़ोया ?
- यार मेरी सुहागरात में मेरे मियां के अलावा उसके दो दोस्त भी थे ?
- तो तूने उन दोनों से भी चुदवाया होगा ?
- हां चुदवाया न ? मैंने अपने मियां के कहने पर उन दोनों से चुदवाया ? जब मेरा मियां ही अपनी बीवी चुदवाने के लिए तैयार है तो फिर बुर चोदी बीवी को किसकी परवाह ? मैंने भी खूब मजे से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाया भोसड़ी वालों से ?
- तब तक हया बोली - यार आजकल इस तरह का एक रिवाज़ सा बन गया है। मेरी भी सुहागरात में मेरे मियां के दो दोस्तों ने चोदा मुझे ? और एक मजे की बात बताऊँ तुम सबको ? उसी रात को बीच में मैं उठी और बाहर बाथ रूम गयी तब मैंने अपनी सास को मेरे अब्बा से भकाभक चुदवाते हुए देखा ? दूसरे कमरे में मैंने अपनी अम्मी को मेरे ससुर से चुदवाते हुए देखा । तब मैं समझ गयी की यहाँ बीवियों की अदला बदली हो रही है। और अब अगर मेरी मियां बीवियों की अदला बदली करता है तो इसमें गलत क्या है ? मैं तो खुश हुई की मैं भी पराये मर्दों से चुदवाया करूंगी।
- मैंने कहा - तो फिर तेरी अपनी अम्मी से कुछ बात हुई ?
- हां हुई न ? मैंने जैसे ही उससे बात शुरू की अम्मी कल रात को तुम मेरे ससुर से ,,,,,,, तो वह फ़ौरन बोली हां मैं कल रात को तेरे ससुर से चुदवा रही थी। देख अब तेरी शादी हो गयी है। तू भी दो गैर मर्दों से चुदवा रही है न अपनी सुहागरात में ? अब तू अपनी माँ भी चुदवाया कर, भोसड़ी वाली ? अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाकर ? ये जो तेरे मियां के दो दोस्तों ने तेरी बुर चोदी है न आज, इनके लण्ड मेरे भोसड़ा में किसी दिन पेलना जरूर, समझी हया ? और मैं किसी दिन तेरे ससुर का लौड़ा तेरी बुर में पेलूँगी। तू मस्ती से अपनी माँ चुदवा कर और मैं मस्ती से अपनी बेटी चुदवाया करूंगी ? यार साजिया मैं तभी से अपनी माँ चुदाने लगी ? हम दोनों के बीच की शर्म बहन चोद बिलकुल खत्म हो गयी है।
- निदा बोली :- यार, मेरी तो शादी नहीं हुई अभी, लेकिन मैं माँ चुदवाती हूँ अपनी ?
मैंने कहा :- हाय खाला ? क्या ज़ारा तेरा भोसड़ा चुदवाती है ?
वह बोली :- हां क्यों नहीं चुदवायेगी ? उसकी माँ अभी जवान है मस्त है और लोग उस पर मरते है तो क्यों नहीं चुदवायेगी भोसड़ी वाली ?
तब तक मेरी मामी जान आ गयी वह बोली :- अरी साजिया, माँ चुदवाती हो न अपनी ?
मैंने जबाब दिया :- हां मामी जान ? मैं माँ चुदवाती हूँ अपनी ?
वह बोली :- कब से चुदवा रही है तू अपनी माँ ?
मैंने कहा :- जबसे मैंने अपनी अम्मी को मेरे बॉय फ्रेंड से चुदवाते हुए देखा ?
वह बोली :- क्या मतलब ज़रा साफ साफ़ बताओ न साजिया ?
मैं बोली :- अरे मामी जान उस दिन जब मैं घर आयी तो अम्मी के कमरे में सीधे चली गयी। मैंने जो देखा वो बड़ा हैरान करने वाला था। मैंने देखा की मेरी अम्मी मेरे बॉय फ्रेंड अज़ीज़ का लौड़ा अपनी बुर में पेले हुए बड़े मजे से चुदवा रही है। मुझे देख कर बोली अरी साजिया देख तेरे दोस्त का लौड़ा बड़ा मोटा है। लंबा भी मजे का है साला ? देख मेरा भोसड़ा कैसे चिपक कर चोद रहा है बहन चोद ? मैंने कहा अम्मी तुम्हे शर्म नहीं आती मेरे दोस्त से चुदवाते हुए ? वह बोली शर्म काहे की साजिया ? अरे मेरे पास गरम गरम चूत है और इसके पास गरम गरम लौड़ा है बस मैंने उसे अपने भोसड़ा में घुसेड़ लिया ? आज रात को मेरा दोस्त आएगा मैं उसका लौड़ा तेरी चूत में घुसेड़ दूँगी बस हिसाब बराबर ? अब मुझे चुदवाने दे और तू दूसरे राउंड में चुदवा लेना इससे ? ये भोसड़ा का अभी कही भागा नहीं जा रहा है साजिया ?
अम्मी ने इतनी बेबाकी से कहा और खुल कर कहा तो मेरी शर्म तो वहीँ खत्म हो गयी। मैं खुद बैठ कर लण्ड उसके भोसड़ा में घुसाने लगी। बस उसी दिन से मैं चुदवाने लगी अपनी माँ ?
वह बोली :- तो फिर रात को क्या हुआ ? वो तो बता साजिया ?
मैंने कहा :- रात को अम्मी का दोस्त आ गया। पहले तो हम तीनो बैठ कर बातें करते रहे और दारू पीते रहे बाद में मैं जब बाथ रूम से वापस आयी तो देखा अम्मी उसका लौड़ा पकड़ कर हिला रही है। लण्ड मुझे दिखाते हुए बोली लो साजिया अब तुम इस लौड़े को अपनों चूत में पेल कर चुदवा लो ? फिर हम दोनों ने मिलकर अंकल से चुदवाया ?
इतने में ज़ारा की अम्मी कमरे में फिर आ गयी। उसके साथ थे कुछ मस्त जवान लड़के। हम पाँचों लड़कियां गोल बनाकर बैठी हुई थी।
खाला बोली - देखो भोसड़ी वालियों, आज की पार्टी है "बुर चुदाने की पार्टी" ? आज तुम पांचो लड़कियों की एक ही साथ एक ही कमरे में बुर चोदी जाएगी। ये है मेरे पांच लड़के आरिफ, नियाज़, रफ़ी, गूफी और रियाज़ ? ये लड़के आज तुम लोगो की बुर चोदेंगें ? हर एक लड़का हर लड़की की बुर चोदेगा और हर एक लड़की हर लड़के से चुदवायेगी अपनी बुर लण्ड पेलेगी। यानी हर लड़का पांच चूत में अपना लण्ड घुसेड़ेगा और हर लड़की पांच लण्ड अपनी चूत में घुसेड़वायेगी और फिर मस्ती से चुदवायेगी। मेरा कहना है की लण्ड अदल बदल कर चूब चुदाओ और जवानी का पूरा मज़ा लूटो। तुम लोगों की भरी जवानी है इस जवानी में हर रोज़ एक नया लण्ड मिले तो भी कम है बहन चोद, समझी मेरी बुर चोदियों लड़कियों ? अब अगर किसी लड़की से कोई लण्ड छूट गया तो मैं मारूंगी उसकी गांड ?
अब पहले लड़के लड़कियों के कपडे उतार कर उन्हें करेंगे नंगी। फिर लड़कियां लड़को के कपडे उतार कर उन्हें नंगा कर देंगी ? साजिया आरिफ का लौड़ा पकड़ेगी, ज़ारा नियाज़ का, ज़ोया रफ़ी का, हया गूफी का और निदा रियाज़ का लौड़ा पकड़ेगी ? लण्ड पकड़ो चाटो, चूसो फिर अपनी अपनी बुर में पेलो और चुदाओ। अब तुम लोग शुरू करो मैं अभी आती हूँ। खाला इतना कह कर चली गयी। लड़कों ने जब हम लड़कियों के कपडे उतारे तो मज़ा आ गया। सभी जवान मस्त लड़कियों को नंगी देख कर उनके लण्ड भोसड़ी के काबू के बाहर होने लगे। लड़कों की नज़रों पर सबकी चूंचियों पर चूत पर सबकी गांड और चूतड़ों पर टिक गयी। मस्त हो गए बहन चोद लड़के सबको नंगी देख कर ? उसके बाद जब हमने लड़कों के कपडे खोल कर उन्हें नंगा कर दिया तो सीन वाकई देखने वाला था ? नौ नौ लण्ड बहन चोद सारी लड़कियों के सामने टन टनाने लगे ? इतने लण्ड एक साथ किसी ने भी देखा नहीं था। सबकी चूत गरमा गयी और चूंचियां मचलने लगी। लड़कियां अपना अपना लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी लेकिन उनकी नज़र सभी लड़कों के लण्ड पर थी। वे बिना पकडे इस बात का अंदाज़ा लगाने लगी की किसका लण्ड कितना बड़ा है ? लड़के भी मसलने लगे उनकी चूंचियां और फिराने लगे अपने हाथ लड़कियों के पूरे नंगे बदन पर ? बस २ मिनट में ही लड़कियां चाटने लगी लण्ड और लड़के चाटने लगे बुर ?
इसी चाटने चूटने से ही लड़कियों ने लण्ड बदलना शुरू कर दिया। वास्तव में सभी लड़कियां चुदवाने के पहले एक बार सबके लण्ड पकड़ कर चाट कर और चूस कर देख लेना चाहती थी। मेरे हाथ में पहले आरिफ का लण्ड था थोड़ी देर में नियाज़ का लौड़ा आ गया और रफ़ी का लौड़ा ? इसी तरह हर लड़की के पास एक नया लण्ड आता रहा और वह चाटती रही लण्ड ? बड़ा मज़ा आया हम सबको इस तरह लण्ड चाटने में ? इसके बाद जब चुदवाने नंबर आया तो एक के बाद एक लड़के चुदवाती रही। जो लड़का झड़ जाता था वह थोड़ी देर के लिए बाहर हो जाता था। आधे घंटे के बाद फिर वह चोदने के लिए कूद पड़ता था। इसी तरह जो लड़की खलास हो जाती थी वह थोड़ी देर के लिए आराम कर लेती और बाद में फिर कूद पड़ती ? बड़ा मज़ा आने लगा हम सबको इस तरह चुदवाने में ? पहली बार यह अनोखा मज़ा सबको अच्छा लगा।
रात के करीब २ बजे मैं बाहर गयी तो देखा की एक बड़े कमरे में एक छोटी सी लाईट जल रही है। मैं उत्सुकता बस अंदर झाँकने लगी। बाप रे बाप मेरे मुंह से निकला देखो यहाँ क्या हो रहा है ? यहाँ तो मेरी अम्मी जान, मेरी खाला जान, मेरी चची जान, मेरी मामी जान और और मेरी फूफी जान पांच की पाँचों बहन चोद अपना अपना भोसड़ा भकाभक चुदवाये चली जा रही है। सब की सब एक दूसरे के सामने धकाधक चुदवा रही है।
खाला बोली - हाय कितना मज़ा आ रहा है यार, मैं तो यही लौड़ा अपनी बेटी की बुर में पेलूँगी। उसे भी इतने बढ़िया लण्ड का मज़ा दूँगी मैं ?
अम्मी बोली :- हां हां ठीक है यार तुम भी चुदाओ और तेरी बेटी भी चुदाये ? जैसे मैं करती हूँ।
मामी जान बोली :- यार मेरी बेटी तो अपनी माँ चुदवाती ही है अब आज से मैं भी उसकी बुर चुदवाया करूंगी।
यही बोलते बोलते सब चुदाने मे बड़ी बिजी हो गयी। मैं यह सब देख कर वापस चली आयी और चुपचाप चुदवाने लगी।
करीब आधे घंटे में खाला कमरे में आयी उसके साथ थी मेरी अम्मी, मामी, फूफी और चची जान सब की सब भोसड़ी वाली एकदम नंगी ? उनके पीछे थे ५ मर्द ? सबके सब मादर चोद नंगे ? सबके खड़े थे लण्ड ? इधर पांचो लड़कियां थी नंगी और पांचो लड़के भी थे नंगे ?
खाला अपनी बेटी से बोली :- अरी सुन बुर चोदी ज़ारा, लो अब तुम पांचो लड़कियां इन पांचो मर्दों से चुदवाओ ? ये पांचो मर्द है हमारे दोस्त ? इनके लण्ड अपनी अपनी बुर में पेलो और लो असली मज़ा चुदाने ? सभी लड़कियां पेलेंगी अपनी अपनी बुर में सबके लण्ड ? मैं तुम्हारे पांचो लड़को को ले जा रही हूँ। अब ये पांचो लड़के भोसड़ी के चोदेंगें हमारा भोसड़ा ? हमने जब एक एक करके अंकल लोगों के लण्ड पकड़ना शुरू किया तो मज़ा आ गया। ये लण्ड लड़कों के लण्ड से ज्यादा मोटे, लम्बे और तगड़े थे। लड़कियों में एक नया जोश आ गया और फिर होने लगी चारों तरह भकाभक चुदाई। कमरा चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। पूरे कमरे में चुदाई की महक फ़ैल गयी। सब के बस मस्ती में डूब गयी
एक दिन मेरी दोस्त मिस कटरीना आ गयी। मैं उसके साथ व्हिस्की पर बैठ कर बातें करने लगी।
- वह बोली :- यार सुना है की आजकल तू अपनी चुदाने लगी है।
- मैंने कहा :- हां तुम्हे ठीक सुना है यार ? मैं माँ चुदवाती हूँ अपनी ?
- मैं भी अपनी मॉम चुदवाती हूँ ? बड़ा मज़ा आता है माँ चुदाने में ?
- हां यार लोग गिफ्ट भी देते है और लौड़ा भी देते है ? इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है ?
- मैं तो ठेके पर भी माँ चुदवाती हूँ और किस्तों पर भी माँ चुदवाती हूँ।
- पर यार मैं तो फ्री में माँ चुदवाती हूँ अपनी ? मैं लौड़ा के शिवा कुछ भी नहीं लेती ? मेरी माँ मुझे भी फ्री में चुदवाती है ?
- वैसे तो मैं भी फ्री में चुदवाती हूँ पर लोग जब अपने आप पैसा देते है तो ले लेती हूँ। तेरी माँ कहाँ है इस समय साजिया ?
- आओ, चलो मैं तुम्हे अपनी माँ का भोसड़ा दिखाती हूँ।
इस तरह दोस्तों मैं अपनी माँ चुदवाती रही और मेरी सहेलियां भी अपनी अपनी माँ चुदाने मे आगे बढती रही...
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