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मस्त ज़िन्दगी जीती हूँ सबका लौड़ा पीती हूँ - Sabke lund chuskar chut chudai hoti hai
मस्त ज़िन्दगी जीती हूँ सबका लौड़ा पीती हूँ - Sabke lund chuskar chut chudai hoti hai , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan, Lund chusa, chut chati, gand marvai, chut chudwayi ke articles.
यार "Sex" की कहानियां जैसे ही पढ़ना शुरू करती हूँ, तो बस दो मिनट में ही मेरे कपड़े अपने आप उतरने लगते हैं और मैं आधी से ज्यादा निः वस्त्र हो जाती हूँ। फिर मेरा हाथ भी अपने आप मेरी चूंचियां और मेरी चूत
सहलाने लगता है। आधी कहानी तक तो मैं बिलकुल नंगी हो जाती हूँ। चूत में ऊँगली घुसेड़ लेती हूँ और कहानी के अंत तक मैं बहुत गरम हो जाती हूँ ? जबरदस्त चुदासी हो जाती हूँ। लण्ड पकड़ने की इच्छा प्रबल हो जाती है और तब मेरे सामने जो भी होता है मैं उसी का लण्ड पकड़ लेती हूँ और सीधे अपने मुंह में घुसा कर चूसने लगती हूँ लण्ड ?
मेरा नाम नेहा है मैं २६ साल की हूँ बहुत पढ़ी लिखी हूँ और एक डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हूँ। मैंने अभी तक शादी नहीं की है। मैं मुंबई में अपने फ़्लैट में अकेली रहती हूँ और बिंदास ज़िन्दगी जीती हूँ। मैं गोरी चिट्टी हूँ, बड़ी बड़ी आँखों वाली, बड़ी बड़ी चूंचियों वाली और गुन्दाज़ बाँहों वाली एक मस्त सेक्सी लड़की हूँ। यह बात मैं नहीं कहती हूँ बल्कि मेरे कॉलेज के लड़के कहते है। अभी एक फंक्शन में मुझे इसी तरह का खिताब दिया गया है। तब से मेरी चूंचियां और बढ़ गयी है। मेरी चूत मस्त है जिसका अंदाज़ आप बिना देखे नहीं लगा सकते ? हां मेरी जांघे मोटी मोटी है और जब मैं जींस पहन कर आती हूँ तो लोग मेरी चूत का अंदाज़ा लगाने लगते है, मेरे उभरे हुए सेक्सी चूतड़ देख कर मेरी गांड का अंदाज़ा लगाने लगते है। मेरी चूंचियों का साइज़ तो लोग हर रोज़ देखते है। मैं हमेशा टिप टॉप रहती हूँ ? सब से हंस कर मुस्कराकर बातें करती हूँ। किसी को नाराज़ नहीं करती ?
"मन ही मन कुछ लड़कों को चुन लेती हूँ, उन्हें किसी न किसी बहाने घर बुलाती हूँ
और फिर मैं एक शिकारी की तरह करती हूँ उसके लण्ड का शिकार"
मैं अपने साथ कुछ खूबसूरत, स्मार्ट और सेक्सी लड़कियां भी रखती हूँ जो मेरी लण्ड का शिकार करने में मदद करती है। उनमे से दो लड़कियां खास है। एक तो है काजल और दूसरी रूपाली ? इन लड़कियों को मैंने कैसे चुना मैं आपको संक्षेप में बताती हूँ।
मैंने एक इन उन्हें गालियां देते हुए सुन लिया। काजल अपने ग्रुप में खड़ी थी जिसमे कुछ लड़के और लड़कियां थी। उधर से एक लड़का आ रहा था तो
काजल बोली :- अबे ओये, भोसड़ी के इधर आ ? तू कब आया इस कॉलेज में माँ का लौड़ा ?
वह बोला :- अभी इसी साल एड्मिसन लिया है ?
काजल :- तो अब दो साल तक तू यहीं माँ चुदायेगा अपनी ? (सब लोग हंस पड़े)
रूपाली :- तू तो, बहन चोद, अभी बच्चा लग रहा है ?
ह बोला :- नहीं मैं बड़ा हो गया हूँ ? पूरा मर्द हो गया हूँ मैं ?
रूपाली :- तो कितना बड़ा हो गया है तेरा लण्ड ? (सबने खूब तालियां बजायीं )
वह बोला :- मैंने कोई नाप कर तो देखा नहीं अभी तक ?
काजल :- अबे बहन के लौड़े, खड़ा होगा तभी तो नापेगा तू अपना लण्ड ? खड़ा भी होता है तेरा लण्ड भोसड़ी के ? (लड़के लड़कियां खूब हंस हंस कर मज़ा लेने लगे)
वह बोला :- हां हां खड़ा होता है ? बिलकुल खड़ा होता है ?
रूपाली :- तो फिर दिखा न खड़ा करके अपना लण्ड ?
वह बोला :- यहां सबके सामने कैसे दिखा सकता हूँ ?
काजल :- क्यों, तेरी गांड फटती है क्या दिखाने में ?
वह बोला :- नहीं पर यहाँ कोई शिकायत कर देगा तो ? मैं यहाँ नहीं दिखाऊंगा ?
रूपाली :- झांटें आ गयी है तेरी ? आ गयी है तो चल दिखा दे अपनी झांटें ?
वह बोला :- झांटें तो सबकी आ गयी है आपकी भी आ गयी होंगी ?
रूपाली ने अपनी जींस की दो बटन खोल कर अपनी झांटें वाकई सबको दिखा दी ? सबने तालियां बजायीं खूब मस्ती की लेकिन इतने में ही वह लड़का भाग गया। तब मैं समझ गयी की ये दोनों लड़कियां बड़ी मस्त, सेक्सी और बेशरम है ये दोनों मेरे काम की है। मैंने दोनों से नजदीकियां बढ़ा ली और एक दिन इतवार को दोनों को घर पर बुला लिया।
मैंने एक छोटी सी ब्रा पहन ली जिसमे केवल मेरे निपल्स छिप सके बस बाकी सब कुछ खुला हुआ। नीचे एक हलकी फुलकी लो वेस्ट की नेकर पहन ली । नेकर के बस एक इंच नीचे मेरी झांटें थी। मैं उन दोनों के सामने आकर बैठ गयी। उन्होंने मुझे पहली बार इस ड्रेस में देखा तो आँखें फाड़ फाड़ कर देखती रहीं ?
- मैं बोली :- अरी काजल भोसड़ी की आँखें फाड़ फाड़ कर क्या देखा रही हो मुझे ? जो कुछ मेरे पास भी है वो तेरे पास भी तो है ?
- काजल - पर मेम आज पहली बार आपको इस सेक्सी ड्रेस में देख रही हूँ।
- मैं - देखो, मैं घर में कुछ और हूँ कॉलेज में कुछ और ?
- रूपाली - आप बड़ी खूबसूरत, हॉट और सेक्सी हैं मेम ?
- मैं - मेम की माँ का भोसड़ा ? यह कॉलेज नहीं है यार, यहाँ तो खुल कर बातें करो ?
- काजल - लड़के अगर तुम्हे ऐसे में देख लें तो उठा ले जायेंगें भोसड़ी वाले, मेम ?
- मैं - फिर तुमने मेम कहा अरे मैं मादर चोद नेहा हूँ ? बहन चोद नेहा हूँ। अच्छा बताओ तुम लोग ब्लू फिल्म देखती हो ?
- रूपाली - हां मेम देखती हूँ। छिप छिप कर देखती हूँ ?
- मैं - हिंदी सेक्स कहानियां पढ़ती हो ?
- रूपाली - हां कभी कभी पढ़ लेती हूँ।
- मैं - "सेक्सब्लोग्स" की कहानियां पढ़ी है तुमने ?
- काजल रूपाली दोनों बोली - नहीं मेम वो नहीं पढ़ा ?
- अच्छा बैठो मैं अभी आती हूँ।
मैंने कहा :- तुम दोनों मिलकर कहानियां पढ़ो मैं अभी थोड़ी देर में आती हूँ। मैंने दूर से देखा की दोनों बुर चोदी अपनी अपनी चूंचियां दबा रही है । चूत सहला रही है और बुरी तरह कहानी पढ़ने में जुटी हुई है । मैं आकर थोड़ी देर तक खड़ी रही लेकिन उन्हें होश नहीं था। इतने में मैंने रूपाली की चूंची दबा दी तो वह पीछे मुड़ी बोली हाय दईया कितनी कितनी गन्दी गन्दी कहानियां है बहन चोद ? मैं तो बड़ी गरम हो गयी हूँ। काजल बोली हाय रे कहानी अभी आधी ही पढ़ पाई हूँ लेकिन मेरी चूत पूरी गीली हो गयी है। लिखने वाला भोसड़ी का बड़ा हरामी है उसकी माँ चोद दूँ मैं साले की ? यार मैं तो बुरी तरह चुदासी हो गयी हूँ। कुछ करो न प्लीज
मैंने कहा :- हां यार, चुदासी मैं भी हो जाती हूँ। मैं तो पढ़ते पढ़ते नंगी हो जाती हूँ। मुझे लण्ड की तलब होने लगती है।
रूपाली बोली :- अब तो मैं भी लण्ड पकड़ना चाहती हूँ। लौड़ा अपनी बुर में घुसाना चाहती हूँ।
मैंने कहा :- अब तुम सच सच बताओ तुम लोग कॉलेज के लड़कों के लण्ड पकड़ती हो न ? चुदवाती हो न उन मादर चोदों से ?
रूपाली :- हां मैं तो खूब पकड़ती हूँ लण्ड और चुदवाती भी हूँ।
मैंने कहा :- अब बोलो तुम्हे कॉलेज में कौन कौन लड़कों के लण्ड तुम्हे पसंद है ?
रूपाली :- लौड़ा तो जैकब सर का बड़ा अच्छा है। मोटा भी है साला और सख्त भी है ?
मैंने कहा :- पर जल्दी खलास हो जाता है भोसड़ी का ?
रूपाली :- हाय राम ? तुम तो पहले ही पकड़ चुकी हो उसका लण्ड।
मैंने कहा :- अच्छा तुम कितनी बार पकड़ चुकी हो उसका लौड़ा ?
काजल :- मुझे तो असलम सर का लण्ड बड़ा अच्छा लगता है। कटा लौड़ा है लेकिन खूब मोटा ताज़ा है और तोप की तरह खड़ा होता है उसका लण्ड ? सुपाड़ा तो तोप के गोले की तरह है बहन चोद ? चाटने में बहुत बहुत अच्छा है और चुदवाने में तो कहने क्या ? क्लास में मैं विशाल और टोनी का लण्ड ज्यादा पसंद करती हूँ।
मैंने कहा :- असलम का एक दोस्त है सफीक उसका लण्ड असलम के लण्ड से भी बड़ा है मुझे वो लण्ड चाटने में ज्यादा मज़ा आता है
काजल :- तुम तो मेरी भी बाप निकली यार नेहा ? मैं तो तुम्हे भोली भली लड़की समझ रही थी पर तू तो बड़ी छिनार है बहन चोद ?
हम तीनो ने इसी तरह की खूब बातें की और फिर वो दोनों अपने अपने घर चली गयी ?
दूसरे दिन कॉलेज में इस बात की चर्चा होने लगी की नेहा मेम तो लण्ड की बड़ी शौक़ीन है। लड़कों को मालूम हुआ तो बड़े खुश हो गये साले ? लेकिन हां वही खुश हुए जिनके लण्ड लम्बे चौड़े थे ? लड़कियां इस बात से खुश हो गयी की नेहा मेम को मनाने के लिए या कोई काम करवाने के लिए उसे २/३ बढ़िया बढ़िया लण्ड पकड़ा दो बस ?
इतवार को सुबह ११ बजे किसी ने दरवाजा खटखटाया। मैं उस समय कमरे में अपने सारे कपडे खोल कर "सेक्सब्लोग्स" की कहानियां पढ़ रही थी। मैंने चूंचियों तक पेटीकोट पहन कर दरवाजा खोला तो सामने विशाल खड़ा था। विशाल उन लड़कों में से है जिनके लण्ड मैं पकड़ना चाहती हूँ। बड़ा स्मार्ट, हैंडसम और खुश मिज़ाज़ है विशाल ? मेरी चूत तो भोसड़ी की पहले से ही गरम थी, उसे देख कर और गरम हो गयी। "माँ चुदाने" की अभी अभी कहानी पढ़ कर उठी थी। सच में मैं बहुत चुदासी हो गयी थी। मैं वैसे ही बैठ गयी सोफ़ा पर और बगल में उसे बैठा लिया। वह मुझे बड़े गौर से देख रहा था। मैंने उसे ड्रिंक्स के लिए पूंछा तो पहले उसने मना किया लेकिन फिर वह मान गया। हम दोनों ड्रिंक्स पीने लगे।
वह बोला - मेम मैं कुछ पूंछने आया हूँ मैं ?
मैंने कहा :- हां बोलो क्या पूंछने आये हो ?
वह बोला :- मेम, मेरे मार्क्स कुछ कम हो रहे है ? क्या आप कुछ मदद कर सकती हो ?
मैंने कहा :- हां कर सकती हूँ पर इसकी कीमत तुम्हे चुकानी पड़ेगी ?
वह बोला :- हां मेम, मैं तैयार हूँ। मैं कोई भी कीमत चुका सकता हूँ।
मैंने बोली :- तुम्हे अपना लण्ड मेरे हाथ में रखना होगा उसके बाद जो मैं करूंगी वो तुम्हे करवाना होगा ?
वह पहले तो थोड़ा रुका और फिर अपने कपडे उतारने लगा। मैंने कहा रुको पहले मैं अपने कपडे उतार लेती हूँ फिर मैं ही तेरे कपडे उतारूंगी ? (मेरा आईडिया यह था की जब वह मुझे नंगी देखेगा मेरी चूंची, मेरी चूत, मेरी गांड देखेगा तो उसका लौड़ा एकदम से टन टना जायेगा) मैं जैसे ही पेटीकोट नीचे गिरा कर उसके सामने नंगी खड़ी हो गयी तो उसका चेहरा एकदम लाल हो गया। वह मुझे बड़े गौर से देखने लगा। मैंने उसके सारे कपडे एक एक करके उतार फेंकें। आखिर में मैंने जब लण्ड खोल कर निकाला तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। लण्ड मेरे अंदाज़ से भी बड़ा और मोटा निकला ? मैं लण्ड पर वैसे ही झपट पड़ी जैसे कोई बिल्ली चूहे पर झपट पड़ती है। मैं उसके पेल्हड़ थाम कर चपर चपर चाटने लगी लण्ड ? उसके बाद मैं टाँगे फैलाकर लण्ड चूत में घुसा लिया। ऐसे चिपक कर लौड़ा घुसा है की मज़ा आ गया । मैं मगन हो गयी चुदवाने में ? आगे से पीछे से इधर से उधर से सब तरह से चुदवाया मैंने। इतना मज़ा आया की मैं पहले खलास हो गयी और लौड़ा बहन चोद बाद में ?
उसके जाने के बाद रूपाली का फोन आ गया । वह बोली हाय नेहा यार कहानियां पढ़कर मैं इतनी मस्त हो गयी की मुझे अपने बॉय फ्रेंड के पास जाना पड़ा और जब मैंने उससे चुदवाया तब मेरी चूत शांत हुई ? उधर काजल ने भी फोन पर कहा हाय नेहा तूने बहन चोद इन कहानियों का चस्का लगा दिया है ? मैंने एक कहानी पढ़ी तो सीधे अपने बॉय फ्रेंड को बुलाया। घर पर मैं अकेली थी तो खूब धचाधच चुदवाया जब जाके कहीं मन शांत हुआ। और हां अभी अभी असद का फोन आया वह बोला यार काजल कहानियां इतनी गरम है की पढ़ते ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया और मुझे मुठ्ठ मारना पड़ा ? मन नहीं माना तो मैं दूसरी कहानी पढ़ने लगा तो लौड़ा साला मादर चोद फिर टन्ना गया। इतने में मेरी खाला की बेटी इरम आ गयी। वह भी २२ साल की मस्त जवान लड़की है। तब मैंने वहीँ पटक कर खाला की बिटिया की बुर चोदा ?
शाम को किसी ने बेल बजायी। मैंने डोर खोला तो सामने रॉबर्ट अंकल खड़े थे। कभी मैं उनसे पढ़ने जाया करती थी। तब मैं १२ साल की थी और अब मैं इतनी बड़ी हो गयी हूँ। मुझे देख कर बोले वाओ, कितनी बड़ी हो गयी तुम नेहा ? बड़ी खूबसूरत हो गयी हो तुम ? मुझे मजाक सूझा मैं बोली तुम भी तो बड़े मस्त हो गए हो भोसड़ी के अंकल ? वह हंसने लगा और कहा अब लगता है तुम जवान हो। मुझे लड़कियों के मुंह से गालियां बड़ी अच्छी लगती है। मैं बोली इसका मतलब मेरी गालियां सुनकर तेरा मादर चोद लौड़ा टन टना जाता है । वह फिर हंसने लगा और बोला यार अब तुम मुझे दारू पिलाओ ? मैं बड़ी मस्ती के मूड में थी। मैंने उसके कान में धीरे से कहा अंकल मैं दारू के साथ लण्ड पीती हूँ, पिलाओगे बहन के लौड़े, अपना लण्ड ? वह मुस्कराकर बोला हां जरूर पिलाऊँगा यार ? पहले तुम पिलाओ मुझे दारू और अपनी ,,,,,,,,,,?
मैं दारू बना के ले आई और हम दोनों पीने लगे। मैंने पूंछा तुम कुछ कह रहे थे अंकल ,,, ? वह नहीं नहीं बस ऐसे ही ? तब मैंने कहा बोलो न गांड क्यों फट रही है तेरी भोसड़ी के ? उसने कहा यार तुम अगर दारू के साथ लण्ड पीती हो तो मैं भी चूंकि पीता हूँ। मैं बोली तो मादर चोद लो पियो न मेरी चूंची ? मुझे मौक़ा मिला और मैंने घुसा दिया चूंची उसके मुंह में ? फिर क्या उतरने लगे कपडे हम दोनों के एक एक करके। मैं भी हो गयी नंगी और वह भी। बातों बातों में मुझे पता चला की अंकल लड़कियां चोदने में बड़े माहिर है। शादी की नहीं ? कॉलेज की लड़कियां खूब मिलती है चोदने को ? लड़कियां चुदवाने के लिए लाईन लगाये रहती है क्योंकि इसका लौड़ा ८" से ९' के बीच का है और जबरदस्त मोटा है ? लण्ड चाटने चूसने के बाद मैं अपनी बुर में घसा लिया और मस्ती से चुदवाया ? जब मैंने इसका झड़ता हुआ लण्ड चाटा और वीर्य का स्वाद लिया तो मुझे वाकई ज़न्नत का मज़ा मिला।
अगले इतवार को काजल अपने दो दोस्तों को लेकर आ गयी बोली हाय नेहा आज मैं चोदूंगी तेरी बुर ? आज मैं चुदाने नहीं चोदने आई हूँ। मैं उन तीनो के साथ व्हिक्सी पी ही रही थी अचानक रूपाली आ गयी। उसके साथ भी दो लड़के थे ? वह काजल को देख कर खुश हो गयी। फिर सबका सबसे परिचय हुआ ? रूपाली बोली नेहा सुनो न बुर चोदी ये दोनों लड़के कॉलेज के नहीं है. एक है अमित ये भोसड़ी का मेरा जीजा है। और दूसरा है अभय ये जीजा का दोस्त है। इन दोनों ने आज मुझे चोदने का प्लान बनाया था। मैंने कहा आज मुझे नहीं मेरी दोस्त की बुर चोदो ? इसलिए मैं इनको ले के यहाँ आ गयी। अब मेरे घर में चार लण्ड और तीन चूत का ग्रुप बन गया। दारू के साथ हुई दिन भर झमाझम चुदाई। हम तीनो ने इन चारों लड़को के लण्ड पेल पेल कर खूब चुदवाया ?
अब मेरा लण्ड पकड़ने का अभियान जोर पकड़ने लगा। मैं हर दिन २/३ लण्ड पकड़ने लगी।
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