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नये साल में नयी बीवी चोदो - Nayaa saal mubarak ho - Mujhse biwi chudwao meri patni chodo
नये साल में नयी बीवी चोदो - Nayaa saal mubarak ho - Mujhse biwi chudwao meri patni chodo , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
मैं मिसेज रूपाली मुखर्जी हूँ मित्रों, २८ साल की एक मद मस्त जवान, खूबसूरत और सेक्सी बीवी ? मैं इस समय अपने घर में मिस्टर आशीष के साथ हूँ।
मेरे बदन पर कोई कपड़ा नहीं है और उसके बदन पर भी कोई कपडा नहीं है ? मैं भी निःवस्त्र हूँ और वह भी निःवस्त्र है। मैं उसके बदन पर हाथ फिरा रही हूँ और वह मेरे बदन पर हाथ फिरा रहा है। मैं उसकी चुम्मी ले रही हूँ और वह मेरी चुम्मी ले रहा है। मेरा हाथ उसके लण्ड पर ज्यादा देर तक टिक रहा है और उसका हाथ मेरी चूंची और चूत पर ज्यादा देर तक टिक रहा है। इतने में मुझे एक स्टूल मिल जाता है और मैं स्टूल पर बैठ कर उसका लण्ड चाटने लगती हूँ। वह मेरे आगे बिलकुल नंगा खड़ा है और खड़ा है उसका तन तनाता हुआ लण्ड ? मुझे खड़ा लण्ड बहुत प्यारा लगता है। दुनिया में मुझे अगर सबसे प्यारी कोई चीज लगती है तो वह है 'खड़ा लण्ड' ? आशीष का लण्ड मैं कई बार पकड़ चुकी हूँ। इसका लण्ड मैं कई बार अपनी चूत में पेल भी चुकी हूँ। इसका लण्ड मेरा "मन - पसंद - लण्ड" है। जी हाँ मैं इससे चुदवाती हूँ और खूब मन लगा के चुदवाती हूँ।
आप सोंच रहे होंगें की मैं इससे क्यों चुदवाती हूँ ? इसके दो कारण हैं, दोस्तों ? पहला - मुझे इसके लण्ड का साइज़ ८"x ५१/२" बहुत पसंद है। यह बड़ी देर तक ठहरता है, जल्दी खलास नहीं होता और दूसरा - मेरे हसबैंड को इसकी बीवी बहुत पसंद है । वह इसकी बीवी चोदता है तो मुझे इससे चुदवाने में कोई हर्ज़ नहीं है।
आज इत्तिफ़ाक़ से मेरा हसबैंड नहीं है। वह टूर पर बाहर गया है। इधर आशीष की बीवी भी अपने माईके गयी है। तो मैंने इसे अपने घर पर ही बुला लिया है। रात भर मैं इससे चुदवाऊँगी और यह मुझे चोदेगा।
मित्रों अब आपको मालूम हो गया की मैं 'wife swapping' - 'husband swapping' करती हूँ। 'swapping' की पार्टी अपने घर में करती हूँ और बाहर भी ऐसी पार्टियों में अपने हसबैंड के साथ खूब जाती हूँ। मैं लण्ड की अदला बदली करती हूँ और मेरे पति चूत की अदला बदली करते है। हम दोनों में बहुत अच्छी understanding है इसीलिए हम दोनों बहुत खुश रहते हैं।
मैंने आशीष का लण्ड चाटते हुए कहा :- यार आज नए साल का पहला दिन है मैं कुछ नया करना चाहती हूँ तेरे लिए ?
वह बोला :- अच्छा ? आपका सोंच तो बहुत अच्छा है रूपाली भाभी ? मैं इसीलिये तो तेरा दीवाना रहता हूँ।
मैंने कहा :- आशीष, देखो तुम मुझे कई बार चोद चुके हो। मेरी चूत तो पुरानी हो गयी है तेरे लिए। आज तुम नये साल में नयी बीवी चोदो ?
वह बोला :- अरे नहीं भाभी, तुम कैसी बातें कर रही हो ? मैं जितनी बार तेरी चूत चोदता हूँ, उतनी बार मुझे यही लगता ही की मैं एक नयी चूत चोद रहा हूँ . तुम्हारी चूत में बहुत नमक है भाभी ? तेरी चूत हर बार मुझे नयी ही लगती है।
मैंने कहा :- चल हट, अब इतनी मक्खन बाजी करने की जरुरत नहीं है ? मैं तो वैसे ही तेरा लण्ड चाट रही हूँ। मेरे लण्ड चाटने में कोई कमी है क्या ? मगर जो सच है वह सच है की मेरी चूत तेरे लिए पुरानी हो चुकी है ? आज मैं तुझे एक नयी चूत देने की सोंच रही हूँ। अभी तो दोपहर ही है शाम तक कोई न कोई जरूर मिल जाएगी। आज रात भर तुम्हे मेरे घर में रहना है।
ऐसा कह कर मैंने लण्ड मुंह में घुसा लिया और खूब मस्ती से चूसने लगी।
एक घंटे के बाद आशीष चला गया। मैंने उससे कहा यार ८ बजे तक जरूर आ जाना। मैं तेरा इंतज़ार करूंगी।
शाम के करीब 7. 30 बजे दरवाजे की घंटी बजी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने बबली खड़ी थी। मैंने उसे बड़े प्यार से अंदर बैठाया और कहा बबली फिर एकदम से ध्यान आया तो बोली हां मिसेज बबली बनर्जी tell me first how are you ?
बबली मेरी बड़ी अच्छी दोस्त है और हम दोनों खुल कर बातें करती हैं। एक दूसरे के बारे में खूब जानती हैं क्योंकी न वह मुझसे कुछ छुपाती है और न मैं उससे ? उसकी शादी अभी ३ महीने पहले ही हुई है। हम दोनों में एक बात बहुत कॉमन है। मैं भी नये नये लण्ड की शौक़ीन हूँ और वह भी ? मैं भी चुदाने में बड़ी बिंदास हूँ और वह भी। मैं भी कभी कभी गांड मरा लेती हूँ और वह भी ? इतने में आशीष आ गया। मैंने देखा की उसके साथ एक और लड़का है। मेरी नज़र उस पर थोड़ा ठहर गयी क्योंकी वह मुझे बड़ा स्मार्ट और ज्यादा हैंडसम लगा। मैं भी उसे पहली बार देख रही थी। बबली उसे देख कर कुछ सोंचने लगी। अब किसके मन में क्या चल रहा है मैं आपको बताती हूँ।
मैं सोंचने लगी की अगर यह आशीष का मादर चोद दोस्त है तो इसका लण्ड मैं पेलूँगी अपनी चूत में। फिर हम दोनों एक दूसरे के सामने खूब मस्ती से चुदा चुदा कर रात भर मज़ा करेंगी। अच्छा हुआ की यह सही वख्त पर आ गया ? और अगर यह आशीष का भाई है तो बहन चोद problem हो जाएगी तब तो मैं चाहूंगी यह भोसड़ा का जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी यहाँ से जाए ताकि हम चुदाई कर सकें।
बबली सोंचने लगी की पता नहीं इनमे से कौन आशीष है ? चलो कुछ भी हो पर एक बात तो तय है की आज मैं आशीष से चुदवा कर ही जाऊँगी। लेकिन मेरा मन कर रहा है की मैं दोनों भोसड़ी वालों से एक साथ चुदवाऊँ। एक लण्ड मुंह में लूँ तो दूसरा लण्ड चूत में ? कितना मज़ा आएगा ? दूसरा लण्ड भी बहन चोद अच्छा ही होगा ? थोड़ा कम अच्छा हुआ तो भी चलेगा ? लण्ड तो लण्ड ही है न ? मज़ा तो आ ही जाएगा। मैं दोनों भोसड़ी वालों से चुदवाना चाहती हूँ। देखो न मेरी चूत कितनी उतावली हो रही है बुर चोदी ? और मेरी चूंचियां तो बाहर आने के लिए बेताब हो रही हैं, यार ? मेरे राजा आगे बढ़ो, पकड़ लो मेरी चूंचियां और कर दो मुझे नंगी। पकड़ा दो मुझे अपना फड़कता हुआ लण्ड और चोद डालो मेरी खुले आम चूत ? तेरी माँ का भोसड़ा साले जल्दी कर, माँ का लौड़ा ? मेरा मुंह क्या देख रहा हैं ? मेरी चूत देखो, मेरी गांड देखो, मेरी चूंची देखो मेरे राजा, दोनों मिलकर मुझे गचागच चोदो ?
आशीष सोंचने लगा की रूपाली भाभी की सहेली तो बड़ी पटाका है भोसड़ी वाली ? इसे चोदने में तो मज़ा आ जायेगा ? यार मेरा लण्ड तो अभी से खड़ा हो गया है, बहन चोद। मन करता है की लण्ड अभी इसके मुंह में घुसेड़ दूँ ? आज तो मैं इसे चोद चोद कर इसकी चूत का भरता बना दूंगा ?
दूसरा लड़का सोंचने लगा की वाओ, ये दोनों बहन चोद बीवियां बड़ी खूबसूरत है यार और सेक्सी भी है। ऐसी भाभियाँ चोदने को मिल जाये तो फिर क्या ज़िन्दगी में मज़ा ही मज़ा ? आशीष सच ही कह रहा था की तुम रूपाली को एक बार चोद लोगे तो फिर बार बार चोदने आओगे। लेकिन पता नहीं चल रहा है की इनमे माँ की लौड़ी कौन है रूपाली भाभी ? वैसे तो मेरा मन इन दोनों भोसड़ी वालियों को चोदने का है। मेरा लौड़ा साला आपे से बाहर हुआ जा रहा है। कुछ भी हो आज तो मैं दोनों को चोद कर ही दम लूंगा।
तब तक आशीष बोला रूपाली भाभी इससे मिलो यह है मेरा दोस्त करन ? मैंने इससे कई बार तुम्हारी तारीफ की तो इसने कहा यार एक बार तो मुझे भी मिलवाओ अपनी इतनी प्यारी और मस्तानी भाभी से ? बस आज मेरा मूड आ गया तो मैंने इससे कहा चलो मैं तुझे अपनी मस्त मस्त भाभी से मिलवाता हूँ। बस हम दोनों चले आये। मैंने यह सुनकर बड़ी राहत की सांस ली और बड़ी खुश हो गयी । मेरी चूत बुर चोदी यह सुनकर और फुदकने लगी की उसे कोई और भी चोदने वाला आ गया है।
मैंने कहा हेलो करन यार तुम तो बड़े नमकीन लग रहे हो मुझे। अच्छा लो मेरी सहेली बबली से मिलो। मैं बोली आशीष यह है मेरी दोस्त बबली इसकी शादी अभी ३ महीने पहले ही हुई है। बिलकुल नयी ताज़ी बीवी है तेरे लिए ? बबली मुस्कराने लगी। मैंने फिर बताया की अभी तो इसका पति टूर पर गया है जब वह वापस आएगा तब मैं तुझे उससे मिलवाऊंगी। बबली मन ही मन बोली हां भोसड़ी वालों अब ठीक है। आज मैं तुम दोनों के लण्ड का तेल निकालूंगी ? मैं तो आई थी सिर्फ आशीष से चुदवाने बीच में तू आ गया भोसड़ी का करन, तो तेरा भी लण्ड पेलूँगी मैं अपनी चूत में ? अब आएगा असली मज़ा चोदने और चुदाने का ?
मैंने बबली को आँख मारी और इशारा किया की वह आशीष का लण्ड पकड़ ले क्योंकि मैं उससे कई बार चुदवा चुकीं हूँ और मैं करन का लण्ड पकड़ने जा रही हूँ। इस तरह तेरे लिए भी नया लण्ड और मेरे लिए भी नया लण्ड ? मैं करन से चिपक कर बैठ गयी और वह आशीष से । तब तक नशा हम लोगों पर सवार हो चुका था। मैंने अपनी बाहें करन के गले में डाल दीं और उसका बदन चूमने लगी. उसके गाल, उसके होंठ चूमने लगी। उसके बदन पर हाथ फिराने लगी। उसकी कमीज से बटन खोल कर उसकी छाती सहलाने लगी। मुझे लगा की उसकी छाती में घने बाल है और वह बड़ा तगड़ा तंदुरुस्त लड़का है। मैंने धीरे से कमीज उतार दी और उसकी पैंट बेल्ट, जिप खोलने लगी। तब तक करन मेरा ब्लाऊज़ उतार चुका था। मेरी छोटी की ब्रा के हुक खोला रहा था। जब तक उसने हुक खोले तब तक मैंने उसकी बनियाइन उतार दी। उसकी नंगी चौड़ी छाती देख कर मैं मस्ती में आ गयी। तब तक मेरी दोनों चूंचियां बुर चोदी नंगी हो चुकी थी। उसकी भी पेंट उतर चुकी थी। फिर मैं केवल पेटीकोट में आ गयी तो वह केवल चड्ढी में ।
चड्ढी के ऊपर से ही उसके लण्ड का उभार नज़र आने लगा । मुझे अंदाज़ा हो गया की लौड़ा मोटा है और मस्त है। बस मैं मुस्कराती हुई उसकी चड्ढी नीचे खींच दी तो लण्ड टन्ना कर मेरे सामने आ गया। मेरे मुंह से निकला अबे भोसड़ी के लौड़े मियाँ तू कहाँ था इतने दिनों से मैं जाने कब से तेरे इंतज़ार में नंगी बैठी हूँ। मेरी चूत भी बिचारी तेरा इंतज़ार कर रही है। तब तक करन ने मेरा पेटीकोट खोल डाला। मैंने कहा देखो न लौड़े मियां मेरी चूत कैसे हंस हंस कर तेरा वेलकम कर रही है। मैंने अपनी उसे चूत दिखाते हुए कहा। करन का हाथ मेरी चूत पर चला गया और मैं उसका लण्ड चाटने लगी। तब तक ऐसा ही कुछ बबली के साथ हुआ। मेरी जब आँख उठी तो मैंने देखा की बबली तो आशीष का लौड़ा बड़ी बुरी तरह चाट रही है। वह भोसड़ी की मुझसे पहले नंगी हो चुकी थी। उसका लौड़ा चाटने का स्टाइल बिलकुल मेरे से अलग है और मैं उसे देख कर और जोश में आ गयी ।
वह बोली :- हाय रूपाली इस मादर का लौड़ा साला बड़ा खूबसूरत है, सेक्सी है और मोटा है। मुझे तो चुदाने में बड़ा मज़ा आएगा ?
मैंने कहा :- यार बबली देख करन का भी लौड़ा कम नहीं है ? बड़ा सॉलिड है बहन चोद ? मुझे तो लगता है की यह तो मेरी चूत फाड़ डालेगा ?
वह बोली :- तो फिर फड़वा ले न बुर चोदी अपनी चूत रूपाली ? जैसे तू आशीष से फ़ड़वाती है वैसे ही आज करन से फड़वा ले ?
मैं बोली :- इसका मतलब तू भी अपनी चूत फड़वाने जा रही है। चूत के बाद अपनी गांड भी फड़वा लेना, बबली ?
उसने कहा :- अच्छा, मैं चूत फड़वाने जा रही हूँ तो तुझे क्यों जलन हो रही है माँ की लौड़ी ? तेरी गांड में दर्द क्यों हो रहा है ?
मैंने बोली :- दर्द तो होगा अब तेरी माँ के भोसड़ा में, बबली ? क्योंकि ये साले मर्द तेरी माँ का भोसड़ा भी चोदेंगें ?
वह बोली :- मर्द भोसड़ी के पहले मेरी चूत तो ठीक से चोद लें ? एक चूत चोदने में तो इन मर्दों की गांड फट जाती है बहन चोद ? ये भोसड़ी वाले मेरी माँ क्या चोदेंगें ? उसके पहले मैं इनकी माँ चोद दूँगी।
बस हम दोनों ऐसी ही ऊट पटांग और गन्दी गन्दी बातें करके चुदवाने लगी।
करन का लण्ड मेरी बुर में और आशीष का लण्ड बबली की बुर में ? हमारी चुदाई का मज़ा बढ़ता ही जा रहा था।
बबली बोली हाय मेरे राजा आशीष तूने तो मेरा दिल जीत लिया यार। इतना बढ़िया तो मेरे हसबैंड ने भी नहीं चोदा भोसड़ी वाले ने। तब तक मैं बोल पड़ी अरी बुर चोदी बबली अब तो तेरा हसबैंड तुझे चोदेगा भी नहीं? अब वह मुझे, और दूसरों की बीवियां चोदेगा ? तू उसका लण्ड भूल जा ? मेरे पति का लण्ड और दूसरों मर्दों के लण्ड याद रख ? वे सब अब तेरी बुर चोदा करेंगें। आज के बाद करन भी तुझे चोदेगा आशीष भी चोदता रहेगा । मेरा पति भी तुझे चोदेगा इसके अलावा और भी लोग है तेरी बुर चोदने वाले। जिन लोगों से मैं चुदवाती हूँ वो सब तुझे चोदेंगें।
आशीष बोली :- रूपाली भाभी तुमने ठीक ही कहा था की नये साल में नयी बीवी चोदो तो आज मुझे नयी बीवी चोदने का मज़ा मिल रहा है। बबली की बुर मैं बहुत एन्जॉय कर रहा हूँ। नया साल इतना बढियां मैंने पहले कभी नहीं मनाया ?
करन बोला :- और यार आशीष मैं भी रूपाली की बुर खूब एन्जॉय कर रहा हूँ। तुम्हे बहुत अच्छा किया जो मुझे रूपाली भाभी की बुर दिलवाई।
आशीष बोला :- हां यार अब आज के बाद तुम मेरी बीवी चोदना और मैं तेरी बीवी चोदा करूंगा।
मैंने कहा :- हां यार तुम सब लोग अब मेरे क्लब में शामिल हो चुके हो।
इतने में आशीष का लण्ड उगलने लगा वीर्य और बस एक मिनट के बाद करन का लौड़ा भी गिराने लगा अपना मक्खन ?
हम दोनों मिलकर दोनों झड़ते हुए लण्ड चाटे और खूब मज़ा लिया।
मेरा पति जब टूर से वापस आया तो मैंने एक दिन अपने घर में ही 'wife swapping' की पार्टी रखी। उसमे ये तीनो कपल थे। मैं रूपाली और मेरा पति. करन और उसकी बीवी, आशीष और उसकी बीवी। इन तीनो मर्दों ने मिलकर हम एक दूसरे की बीवी रात भर चोदी और हम तीनो ने मिलकर इन तीनो मर्दों से अदल बदल कर खूब चुदाया। इस तरह हमने मनाया नया साल 2 0 2 1...
मेरे बदन पर कोई कपड़ा नहीं है और उसके बदन पर भी कोई कपडा नहीं है ? मैं भी निःवस्त्र हूँ और वह भी निःवस्त्र है। मैं उसके बदन पर हाथ फिरा रही हूँ और वह मेरे बदन पर हाथ फिरा रहा है। मैं उसकी चुम्मी ले रही हूँ और वह मेरी चुम्मी ले रहा है। मेरा हाथ उसके लण्ड पर ज्यादा देर तक टिक रहा है और उसका हाथ मेरी चूंची और चूत पर ज्यादा देर तक टिक रहा है। इतने में मुझे एक स्टूल मिल जाता है और मैं स्टूल पर बैठ कर उसका लण्ड चाटने लगती हूँ। वह मेरे आगे बिलकुल नंगा खड़ा है और खड़ा है उसका तन तनाता हुआ लण्ड ? मुझे खड़ा लण्ड बहुत प्यारा लगता है। दुनिया में मुझे अगर सबसे प्यारी कोई चीज लगती है तो वह है 'खड़ा लण्ड' ? आशीष का लण्ड मैं कई बार पकड़ चुकी हूँ। इसका लण्ड मैं कई बार अपनी चूत में पेल भी चुकी हूँ। इसका लण्ड मेरा "मन - पसंद - लण्ड" है। जी हाँ मैं इससे चुदवाती हूँ और खूब मन लगा के चुदवाती हूँ।
आप सोंच रहे होंगें की मैं इससे क्यों चुदवाती हूँ ? इसके दो कारण हैं, दोस्तों ? पहला - मुझे इसके लण्ड का साइज़ ८"x ५१/२" बहुत पसंद है। यह बड़ी देर तक ठहरता है, जल्दी खलास नहीं होता और दूसरा - मेरे हसबैंड को इसकी बीवी बहुत पसंद है । वह इसकी बीवी चोदता है तो मुझे इससे चुदवाने में कोई हर्ज़ नहीं है।
आज इत्तिफ़ाक़ से मेरा हसबैंड नहीं है। वह टूर पर बाहर गया है। इधर आशीष की बीवी भी अपने माईके गयी है। तो मैंने इसे अपने घर पर ही बुला लिया है। रात भर मैं इससे चुदवाऊँगी और यह मुझे चोदेगा।
मित्रों अब आपको मालूम हो गया की मैं 'wife swapping' - 'husband swapping' करती हूँ। 'swapping' की पार्टी अपने घर में करती हूँ और बाहर भी ऐसी पार्टियों में अपने हसबैंड के साथ खूब जाती हूँ। मैं लण्ड की अदला बदली करती हूँ और मेरे पति चूत की अदला बदली करते है। हम दोनों में बहुत अच्छी understanding है इसीलिए हम दोनों बहुत खुश रहते हैं।
मैंने आशीष का लण्ड चाटते हुए कहा :- यार आज नए साल का पहला दिन है मैं कुछ नया करना चाहती हूँ तेरे लिए ?
वह बोला :- अच्छा ? आपका सोंच तो बहुत अच्छा है रूपाली भाभी ? मैं इसीलिये तो तेरा दीवाना रहता हूँ।
मैंने कहा :- आशीष, देखो तुम मुझे कई बार चोद चुके हो। मेरी चूत तो पुरानी हो गयी है तेरे लिए। आज तुम नये साल में नयी बीवी चोदो ?
वह बोला :- अरे नहीं भाभी, तुम कैसी बातें कर रही हो ? मैं जितनी बार तेरी चूत चोदता हूँ, उतनी बार मुझे यही लगता ही की मैं एक नयी चूत चोद रहा हूँ . तुम्हारी चूत में बहुत नमक है भाभी ? तेरी चूत हर बार मुझे नयी ही लगती है।
मैंने कहा :- चल हट, अब इतनी मक्खन बाजी करने की जरुरत नहीं है ? मैं तो वैसे ही तेरा लण्ड चाट रही हूँ। मेरे लण्ड चाटने में कोई कमी है क्या ? मगर जो सच है वह सच है की मेरी चूत तेरे लिए पुरानी हो चुकी है ? आज मैं तुझे एक नयी चूत देने की सोंच रही हूँ। अभी तो दोपहर ही है शाम तक कोई न कोई जरूर मिल जाएगी। आज रात भर तुम्हे मेरे घर में रहना है।
ऐसा कह कर मैंने लण्ड मुंह में घुसा लिया और खूब मस्ती से चूसने लगी।
एक घंटे के बाद आशीष चला गया। मैंने उससे कहा यार ८ बजे तक जरूर आ जाना। मैं तेरा इंतज़ार करूंगी।
शाम के करीब 7. 30 बजे दरवाजे की घंटी बजी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने बबली खड़ी थी। मैंने उसे बड़े प्यार से अंदर बैठाया और कहा बबली फिर एकदम से ध्यान आया तो बोली हां मिसेज बबली बनर्जी tell me first how are you ?
- वह बोली यार बिलकुल चंगी हूँ ?
- मैंने मजाक में कहा यार मैं चाहती हूँ की तू बोले मैं चंगी भी हूँ और नंगी भी हूँ।
- वह भी मजाक में बोली यार नंगी तो मुझे अब वो करेगा जिसका लण्ड तूने मुझे मेरे मोबाइल पर भेजा है।
- तो तुझे लण्ड पसंद आ गया न ?
- हां यार बिलकुल पसंद आ गया। बड़ा मस्त लौड़ा है भोसड़ी वाले का ? मैं इसीलिए तो दौड़ी दौड़ी आ गयी तेरे पास ?
- पर तेरा हसबैंड क्या कहेगा ? क्या जबाब दोगी उसे ?
- यार जबाब भी तूने मुझे मोबाइल पर ही भेज दिया है। कल मैंने जब बिस्तर में लेटे लेटे उसका लण्ड हिलाते हुए तेरी सेक्सी चूंचियों का footage दिखाया तो उसके बोलने के पहले उसका लौड़ा बोल पड़ा ? मेरे हाथ में लौड़ा एकदम से उछल पड़ा और सख्त हो गया बहन चोद ? बस मैं समझ गयी की अब रूपाली की चूत की खैर नहीं ? फिर उसने कहा वाओ, तेरी सहेली तो बड़ी मस्त है भोसड़ी वाली ? टूर से आने के बाद मैं इसकी बुर जरूर चोदूंगा, बबली ? इत्तिफ़ाक़ से आज वह घर पर नहीं है। बाहर टूर पर गया है एक हफ्ते बाद आएगा।
- अच्छा ठीक है अब तू लौड़ा पीने के पहले थोड़ा शराब पी ले ? थोड़ा सिगरेट का धुंआ उड़ा ले ? तेरा लौड़ा अभी आता ही होगा ?
बबली मेरी बड़ी अच्छी दोस्त है और हम दोनों खुल कर बातें करती हैं। एक दूसरे के बारे में खूब जानती हैं क्योंकी न वह मुझसे कुछ छुपाती है और न मैं उससे ? उसकी शादी अभी ३ महीने पहले ही हुई है। हम दोनों में एक बात बहुत कॉमन है। मैं भी नये नये लण्ड की शौक़ीन हूँ और वह भी ? मैं भी चुदाने में बड़ी बिंदास हूँ और वह भी। मैं भी कभी कभी गांड मरा लेती हूँ और वह भी ? इतने में आशीष आ गया। मैंने देखा की उसके साथ एक और लड़का है। मेरी नज़र उस पर थोड़ा ठहर गयी क्योंकी वह मुझे बड़ा स्मार्ट और ज्यादा हैंडसम लगा। मैं भी उसे पहली बार देख रही थी। बबली उसे देख कर कुछ सोंचने लगी। अब किसके मन में क्या चल रहा है मैं आपको बताती हूँ।
मैं सोंचने लगी की अगर यह आशीष का मादर चोद दोस्त है तो इसका लण्ड मैं पेलूँगी अपनी चूत में। फिर हम दोनों एक दूसरे के सामने खूब मस्ती से चुदा चुदा कर रात भर मज़ा करेंगी। अच्छा हुआ की यह सही वख्त पर आ गया ? और अगर यह आशीष का भाई है तो बहन चोद problem हो जाएगी तब तो मैं चाहूंगी यह भोसड़ा का जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी यहाँ से जाए ताकि हम चुदाई कर सकें।
बबली सोंचने लगी की पता नहीं इनमे से कौन आशीष है ? चलो कुछ भी हो पर एक बात तो तय है की आज मैं आशीष से चुदवा कर ही जाऊँगी। लेकिन मेरा मन कर रहा है की मैं दोनों भोसड़ी वालों से एक साथ चुदवाऊँ। एक लण्ड मुंह में लूँ तो दूसरा लण्ड चूत में ? कितना मज़ा आएगा ? दूसरा लण्ड भी बहन चोद अच्छा ही होगा ? थोड़ा कम अच्छा हुआ तो भी चलेगा ? लण्ड तो लण्ड ही है न ? मज़ा तो आ ही जाएगा। मैं दोनों भोसड़ी वालों से चुदवाना चाहती हूँ। देखो न मेरी चूत कितनी उतावली हो रही है बुर चोदी ? और मेरी चूंचियां तो बाहर आने के लिए बेताब हो रही हैं, यार ? मेरे राजा आगे बढ़ो, पकड़ लो मेरी चूंचियां और कर दो मुझे नंगी। पकड़ा दो मुझे अपना फड़कता हुआ लण्ड और चोद डालो मेरी खुले आम चूत ? तेरी माँ का भोसड़ा साले जल्दी कर, माँ का लौड़ा ? मेरा मुंह क्या देख रहा हैं ? मेरी चूत देखो, मेरी गांड देखो, मेरी चूंची देखो मेरे राजा, दोनों मिलकर मुझे गचागच चोदो ?
आशीष सोंचने लगा की रूपाली भाभी की सहेली तो बड़ी पटाका है भोसड़ी वाली ? इसे चोदने में तो मज़ा आ जायेगा ? यार मेरा लण्ड तो अभी से खड़ा हो गया है, बहन चोद। मन करता है की लण्ड अभी इसके मुंह में घुसेड़ दूँ ? आज तो मैं इसे चोद चोद कर इसकी चूत का भरता बना दूंगा ?
दूसरा लड़का सोंचने लगा की वाओ, ये दोनों बहन चोद बीवियां बड़ी खूबसूरत है यार और सेक्सी भी है। ऐसी भाभियाँ चोदने को मिल जाये तो फिर क्या ज़िन्दगी में मज़ा ही मज़ा ? आशीष सच ही कह रहा था की तुम रूपाली को एक बार चोद लोगे तो फिर बार बार चोदने आओगे। लेकिन पता नहीं चल रहा है की इनमे माँ की लौड़ी कौन है रूपाली भाभी ? वैसे तो मेरा मन इन दोनों भोसड़ी वालियों को चोदने का है। मेरा लौड़ा साला आपे से बाहर हुआ जा रहा है। कुछ भी हो आज तो मैं दोनों को चोद कर ही दम लूंगा।
तब तक आशीष बोला रूपाली भाभी इससे मिलो यह है मेरा दोस्त करन ? मैंने इससे कई बार तुम्हारी तारीफ की तो इसने कहा यार एक बार तो मुझे भी मिलवाओ अपनी इतनी प्यारी और मस्तानी भाभी से ? बस आज मेरा मूड आ गया तो मैंने इससे कहा चलो मैं तुझे अपनी मस्त मस्त भाभी से मिलवाता हूँ। बस हम दोनों चले आये। मैंने यह सुनकर बड़ी राहत की सांस ली और बड़ी खुश हो गयी । मेरी चूत बुर चोदी यह सुनकर और फुदकने लगी की उसे कोई और भी चोदने वाला आ गया है।
मैंने कहा हेलो करन यार तुम तो बड़े नमकीन लग रहे हो मुझे। अच्छा लो मेरी सहेली बबली से मिलो। मैं बोली आशीष यह है मेरी दोस्त बबली इसकी शादी अभी ३ महीने पहले ही हुई है। बिलकुल नयी ताज़ी बीवी है तेरे लिए ? बबली मुस्कराने लगी। मैंने फिर बताया की अभी तो इसका पति टूर पर गया है जब वह वापस आएगा तब मैं तुझे उससे मिलवाऊंगी। बबली मन ही मन बोली हां भोसड़ी वालों अब ठीक है। आज मैं तुम दोनों के लण्ड का तेल निकालूंगी ? मैं तो आई थी सिर्फ आशीष से चुदवाने बीच में तू आ गया भोसड़ी का करन, तो तेरा भी लण्ड पेलूँगी मैं अपनी चूत में ? अब आएगा असली मज़ा चोदने और चुदाने का ?
मैंने बबली को आँख मारी और इशारा किया की वह आशीष का लण्ड पकड़ ले क्योंकि मैं उससे कई बार चुदवा चुकीं हूँ और मैं करन का लण्ड पकड़ने जा रही हूँ। इस तरह तेरे लिए भी नया लण्ड और मेरे लिए भी नया लण्ड ? मैं करन से चिपक कर बैठ गयी और वह आशीष से । तब तक नशा हम लोगों पर सवार हो चुका था। मैंने अपनी बाहें करन के गले में डाल दीं और उसका बदन चूमने लगी. उसके गाल, उसके होंठ चूमने लगी। उसके बदन पर हाथ फिराने लगी। उसकी कमीज से बटन खोल कर उसकी छाती सहलाने लगी। मुझे लगा की उसकी छाती में घने बाल है और वह बड़ा तगड़ा तंदुरुस्त लड़का है। मैंने धीरे से कमीज उतार दी और उसकी पैंट बेल्ट, जिप खोलने लगी। तब तक करन मेरा ब्लाऊज़ उतार चुका था। मेरी छोटी की ब्रा के हुक खोला रहा था। जब तक उसने हुक खोले तब तक मैंने उसकी बनियाइन उतार दी। उसकी नंगी चौड़ी छाती देख कर मैं मस्ती में आ गयी। तब तक मेरी दोनों चूंचियां बुर चोदी नंगी हो चुकी थी। उसकी भी पेंट उतर चुकी थी। फिर मैं केवल पेटीकोट में आ गयी तो वह केवल चड्ढी में ।
चड्ढी के ऊपर से ही उसके लण्ड का उभार नज़र आने लगा । मुझे अंदाज़ा हो गया की लौड़ा मोटा है और मस्त है। बस मैं मुस्कराती हुई उसकी चड्ढी नीचे खींच दी तो लण्ड टन्ना कर मेरे सामने आ गया। मेरे मुंह से निकला अबे भोसड़ी के लौड़े मियाँ तू कहाँ था इतने दिनों से मैं जाने कब से तेरे इंतज़ार में नंगी बैठी हूँ। मेरी चूत भी बिचारी तेरा इंतज़ार कर रही है। तब तक करन ने मेरा पेटीकोट खोल डाला। मैंने कहा देखो न लौड़े मियां मेरी चूत कैसे हंस हंस कर तेरा वेलकम कर रही है। मैंने अपनी उसे चूत दिखाते हुए कहा। करन का हाथ मेरी चूत पर चला गया और मैं उसका लण्ड चाटने लगी। तब तक ऐसा ही कुछ बबली के साथ हुआ। मेरी जब आँख उठी तो मैंने देखा की बबली तो आशीष का लौड़ा बड़ी बुरी तरह चाट रही है। वह भोसड़ी की मुझसे पहले नंगी हो चुकी थी। उसका लौड़ा चाटने का स्टाइल बिलकुल मेरे से अलग है और मैं उसे देख कर और जोश में आ गयी ।
वह बोली :- हाय रूपाली इस मादर का लौड़ा साला बड़ा खूबसूरत है, सेक्सी है और मोटा है। मुझे तो चुदाने में बड़ा मज़ा आएगा ?
मैंने कहा :- यार बबली देख करन का भी लौड़ा कम नहीं है ? बड़ा सॉलिड है बहन चोद ? मुझे तो लगता है की यह तो मेरी चूत फाड़ डालेगा ?
वह बोली :- तो फिर फड़वा ले न बुर चोदी अपनी चूत रूपाली ? जैसे तू आशीष से फ़ड़वाती है वैसे ही आज करन से फड़वा ले ?
मैं बोली :- इसका मतलब तू भी अपनी चूत फड़वाने जा रही है। चूत के बाद अपनी गांड भी फड़वा लेना, बबली ?
उसने कहा :- अच्छा, मैं चूत फड़वाने जा रही हूँ तो तुझे क्यों जलन हो रही है माँ की लौड़ी ? तेरी गांड में दर्द क्यों हो रहा है ?
मैंने बोली :- दर्द तो होगा अब तेरी माँ के भोसड़ा में, बबली ? क्योंकि ये साले मर्द तेरी माँ का भोसड़ा भी चोदेंगें ?
वह बोली :- मर्द भोसड़ी के पहले मेरी चूत तो ठीक से चोद लें ? एक चूत चोदने में तो इन मर्दों की गांड फट जाती है बहन चोद ? ये भोसड़ी वाले मेरी माँ क्या चोदेंगें ? उसके पहले मैं इनकी माँ चोद दूँगी।
बस हम दोनों ऐसी ही ऊट पटांग और गन्दी गन्दी बातें करके चुदवाने लगी।
करन का लण्ड मेरी बुर में और आशीष का लण्ड बबली की बुर में ? हमारी चुदाई का मज़ा बढ़ता ही जा रहा था।
बबली बोली हाय मेरे राजा आशीष तूने तो मेरा दिल जीत लिया यार। इतना बढ़िया तो मेरे हसबैंड ने भी नहीं चोदा भोसड़ी वाले ने। तब तक मैं बोल पड़ी अरी बुर चोदी बबली अब तो तेरा हसबैंड तुझे चोदेगा भी नहीं? अब वह मुझे, और दूसरों की बीवियां चोदेगा ? तू उसका लण्ड भूल जा ? मेरे पति का लण्ड और दूसरों मर्दों के लण्ड याद रख ? वे सब अब तेरी बुर चोदा करेंगें। आज के बाद करन भी तुझे चोदेगा आशीष भी चोदता रहेगा । मेरा पति भी तुझे चोदेगा इसके अलावा और भी लोग है तेरी बुर चोदने वाले। जिन लोगों से मैं चुदवाती हूँ वो सब तुझे चोदेंगें।
आशीष बोली :- रूपाली भाभी तुमने ठीक ही कहा था की नये साल में नयी बीवी चोदो तो आज मुझे नयी बीवी चोदने का मज़ा मिल रहा है। बबली की बुर मैं बहुत एन्जॉय कर रहा हूँ। नया साल इतना बढियां मैंने पहले कभी नहीं मनाया ?
करन बोला :- और यार आशीष मैं भी रूपाली की बुर खूब एन्जॉय कर रहा हूँ। तुम्हे बहुत अच्छा किया जो मुझे रूपाली भाभी की बुर दिलवाई।
आशीष बोला :- हां यार अब आज के बाद तुम मेरी बीवी चोदना और मैं तेरी बीवी चोदा करूंगा।
मैंने कहा :- हां यार तुम सब लोग अब मेरे क्लब में शामिल हो चुके हो।
इतने में आशीष का लण्ड उगलने लगा वीर्य और बस एक मिनट के बाद करन का लौड़ा भी गिराने लगा अपना मक्खन ?
हम दोनों मिलकर दोनों झड़ते हुए लण्ड चाटे और खूब मज़ा लिया।
मेरा पति जब टूर से वापस आया तो मैंने एक दिन अपने घर में ही 'wife swapping' की पार्टी रखी। उसमे ये तीनो कपल थे। मैं रूपाली और मेरा पति. करन और उसकी बीवी, आशीष और उसकी बीवी। इन तीनो मर्दों ने मिलकर हम एक दूसरे की बीवी रात भर चोदी और हम तीनो ने मिलकर इन तीनो मर्दों से अदल बदल कर खूब चुदाया। इस तरह हमने मनाया नया साल 2 0 2 1...
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