Home
» Kamvasna ka time sex stories कामवासना की हिंदी कहानियां Chudai mein pagal logon ke kisse
» ससुर ने अकेली बहु को लंड चुसाया - Mauka pakar sasur ne bahu ko choda
ससुर ने अकेली बहु को लंड चुसाया - Mauka pakar sasur ne bahu ko choda
ससुर ने अकेली बहु को लंड चुसाया - Mauka pakar sasur ne bahu ko choda, लंड चुसाया और चोदा, ससुर ने बहू को जबरदस्ती चोद डाला, ससुर ने बेटे की जवान बहू की चुदाई, चोदने का मौका, ससुर ने नयी बहू को चोदा real hindi story, सेक्स कहानी, Sasur ne mera rape kiya, ससुर जी ने मेरी चूत में लंड डाला xxx real kahani
मेरी तीन खाला हैं। तीनो में सबसे छोटी खाला है तस्लीमा। मेरी उससे नोक झोंक चलती रहती है। चुहलबाजी होती रहती है मेरी उससे ? न वह किसी बात का बुरा मानती है और न मैं ? खूब खुल कर लड़ाई होती है. गाली गलौज होता है । न वह कम है भोसड़ी वाली और न मैं कम हूँ मादर चोद ? एक दिन पता नहीं क्यों वह मुझसे उलझ गयी।
इसी तरह मेरी सबसे नोक झोंक अक्सर होती रहती थी। कभी खाला के साथ, कभी अम्मी के साथ, कभी फूफी के साथ तो कभी भाभी के साथ ? धीरे धीरे मैं और जवान हो गयी और २४ साल की हो गयी , मेरी चूंचियां दूनी हो गयीं बुर चोदी, मेरी गांड मोटी हो गयी, मेरी चूत तो मदमाती हुई थोड़ा और उभर आई । मेरी घनी घनी झांटें मेरी चूत की खूबसूरती और बढ़ाने लगीं मैं मस्त होने लगी और एक बाद एक लण्ड पकड़ती गयी। सबसे चुदवाती गयी, सबके लण्ड चूसती गयी, मुठ्ठ मार कर लण्ड पीती गयी और कभी कभी गांड भी मरवाती गयी। मैं बड़ी बेशरम और निर्लज्ज हो गयी। धीरे धीरे मैं अपनी माँ चुदवाने लगी। खाला के भोसड़ा में लण्ड पेलने लगी और फूफी की बुर चुदवाने लगी। खाला ने मुझे भोसड़ा चोदने का कई बार इनाम भी दिया ? सबके साथ चुदवाना मेरी आदत बन गयी। फिर घर वालों ने मेरी शादी कर दी। मैं ससुराल गयी तो वहां भी सबसे चोदा चोदी करने लगी ।
एक दिन हसीना, परवीना और मैं सना, हम तीनो लड़कियां बैठी हुई बातें कर रही थीं । मैंने कहा अरी भोसड़ी की हसीना आजकल तू बुर चोदी बहुत चुदवाने लगी है ? हसीना बोली और तू मादर चोद सना तू तो आजकल अपनी बुर कम अपनी माँ का भोसड़ा ज्यादा चुदवाती है. लोग तेरी माँ के भोसड़ा की ज्यादा चर्चा करते हैं। तब तक परवीना बोली यार माँ चुदाना क्या बुरी बात है ? मैं भी अपनी माँ चुदवाती हूँ। यार ये जवानी है मादर चोद किस दिन के लिए ? अगर जवानी में चोदा चोदी नहीं की तो फिर समझो की जवानी में कुछ नहीं किया ?
इतने में हमारे बीच आरिफ आ गया। मैंने कहा आरिफ भोसड़ी के तेरी माँ की चूत साला तू इतने दिनों के बाद आज दिखाई पड़ा है। माँ चुदा रहा था क्या तू अपनी ? वह बोला नहीं यार बस इधर उधर घूम रहा था। हसीना बोली यार आरिफ तेरी तो दाढ़ी मूँछ खूब घनी घनी निकल आई हैं। परवीन बोली अरे इसकी तो झांटें भी निकल आई होंगी हसीना ? मैंने कहा आरिफ मियां भोसड़ी के दिखाओ न हमें अपनी झांटे ? ऐसा कह कर मैंने उसकी नेकर नीचे खींच दी। तो थोड़ी झांटें दिखने लगी ? तब तक हसीना पूरी नेकर नीचे करती हुई बोली अरे यार अपना लौड़ा भी दिखा दो न हमें ? उसका बहन चोद लण्ड बाहर निकल आया। वह आधा टन टनाया हुआ था। हसीना ने उसे मुठ्ठी में पकड़ लिया और हिलाने लगी। लण्ड और सख्त होने लगा ? थोड़ी देर में खुल कर पूरा खड़ा हो गया लण्ड ? वह बोली हाय अल्ला, ये तो पूरा मर्द हो गया है। इसका लण्ड तो बुर चोदने वाला हो गया बहन चोद । तब तक परवीना ने लण्ड अपने मुंह में घुसा लिया। वह लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में मैंने भी लण्ड चूसा। फिर हसीना ने मेरे मुंह से लण्ड निकाल कर खुद चूसने लगी। तब तक आरिफ बोला अब मैं झड़ जाऊंगा यार ? मेरा लण्ड बाहर निकालो। उसने इशारा कर बताया तू झड़ जा मेरे मुंह में भोसड़ी का। लेकिन मैं लण्ड मुंह से नहीं निकालूंगी। बस लण्ड ने फिर उगल दिया अपना वीर्य उसके मुंह में और हसीना बुर चोदी पूरा का पूरा पी गयी। फिर लण्ड चाटते हुए उसे बाहर किया। मैंने कहा यार आरिफ आज हमने तेरा लण्ड पिया है यार किसी दिन तुम हम तीनो की बुर चोदो तो मज़ा आये ? बोलो किस दिन चोदोगे हमारी बुर ? वह बोला हां कल मैं तुम सबको चोदूंगा और चला गया। लण्ड चूसने से हम तीनो चुदासी हो गयीं।
हम तीनो की शादी एक दो महीने के अंतराल में ही हुई थी तो हम लोग अपनी अपनी ससुराल की बातें कर रही थीं और अपनी अपनी सुहागरात की बातें भी।
हसीना बोली - यार मुझे तो अपनी सुहागरात में बड़ा मज़ा आया। मेरा हसबैंड आया और मुझे बड़े शिद्दत से प्यार किया। एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतारे। मुझे मादर चोद ने पूरी नंगी कर दिया फिर बोला हसीना अब तुम मुझे नंगा करो। मैं भी मस्ती में आ गयी तो मैंने भी उसे नंगा कर दिया। उसका लण्ड हाथ में आया तो मैं बड़ी खुश हुई। लण्ड मेरे मन का था। बड़ा भी और मोटा भी ? मेरी चूत की आग धधकने लगी। इधर मेरी भी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयीं है क्योंकि मैं तो लड़कों से खूब दबवाया करती थी अपनी चूंचियां ? यहाँ तक की मेरा मामू और मेरा खालू दोनों भोसड़ी के मेरी चूंची खूब दबाया करते थे। मैं दोनों के लण्ड चूसती थी। दोनों से चुदवाने भी लगी थी। मुझे दोनों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं।
इसलिए मेरा बदन खाया खेला हुआ था। मेरे मियां को बड़ा मज़ा आ गया जब उसने मुझे नंगी देखा। मैंने फिर रात में तीन बार चुदवाया . आखिर चुदाई के बाद वह बोला देखो हसीना आज मैंने तेरी चूत का उद्घाटन कर दिया है अब तुम जिससे चाहो उससे चुदवाओ मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है। मैं साल के ६ महीने पानी के जहाज पर रहता हूँ। तुम यहाँ उन दिनों किसी न किसी से चुदवाती रहना ? अपनी चूत को लण्ड के लिए तड़पाना नहीं ? मैं जब आऊंगा तो फिर सिर्फ मैं ही चोदा करूंगा। यह बात सुनकर मैं अंदर ही अंदर बड़ी खुश हो गयी। उसके जाने के बाद पहले मैंने अपने देवर से चुदवाया। उसने मजाक में एक दिन मेरी चूंची दबा दी तो लण्ड दबा दिया और कहा भोसड़ी के अगर तू मर्द है तो खोल कर दिखा मुझे अपना लण्ड ? मेरे मुंह से गाली और लण्ड सुनकर उसका लण्ड वाकई टन्ना गया। उसने लुंगी उठा कर लण्ड मुझे दिखा दिया तो मैंने भी झट्ट से पकड़ लिया लण्ड ? फिर मैंने उसी दिन उससे बड़ी मस्ती से चुदवाया। मुझे उसका लण्ड बड़ा अच्छा लगा। अब तो मैं गैर मर्दों से ज्यादा चुदवाती हूँ।
परवीना ने बताया :- यार मेरी भी ससुराल में चुदाई की बड़ी आज़ादी है। कोई किसी की भी बुर चोद लेता है ? किसी को कोई फरक नहीं पड़ता ? न कोई कुछ कहता है और न कोई बुरा मानता है। मैंने एक दिन देखा की मेरा जेठ मादर चोद मेरी देवरानी बुर चोद रहा है। मेरा देवर भोसड़ी का अपनी खाला का भोसड़ा चोदने में जुटा है। मेरा नंदोई मेरी जेठानी की बुर चोद रहा है। मैंने देखा की जेठानी भी दरवाजा खोल कर भकाभक चुदवा रहीं हैं। फिर मुझसे भी न रहा गया। मेरी भी चूत बुर चोदी गनगना उठी।
एक दिन मेरे मियां का दोस्त आ गया. मैंने उसे पहले तो नास्ता कराया और फिर उससे खूब हंसी मजाक करने लगी । मैंने पूंछा की तू अपनी बीवी दिन में कितनी बार चोदता है। वह बोला मेरी बीवी मुझसे कम मेरे दोस्तों से ज्यादा चुदवाती है भाभी ? फिर मैंने बड़े प्यार से कहा यार मुझे अपना लण्ड दिखाओ। मैंने उसके लण्ड पर हाथ रख दिया। लण्ड बहन चोद पहले से ही खड़ा था। मैंने कहा यार तेरा लण्ड खड़ा है। ये तो बुर चोदने के लिए तैयार है देवर राजा ? वह बोला तो फिर देर किस बात की भाभी जान ?
उसकी बात सुनकर मैंने भी अपनी चूत खोल दी और धकाधक चुदवाने लगी। इतने में मेरी सास आ गयी। वह मुझे चुदवाते हुए देखने लगीं तो मैं थोड़ा सकपका गयी। तब तक वह बोली नहीं बहू चिंता की कोई बात नहीं, खूब चुदाओ ? लेकिन अपनी सास के भोसड़ा का भी ख्याल रखना ? मुझे वह बहू बहुत पसंद है जो अपनी सास का भोसड़ा चुदवाये। मैं समझ गयी की मेरी सास बुर चोदी बड़ी चुक्कड़ है। उस दिन मैं उससे चुदवाकर बड़ी मस्त हो गयी। फिर उसे रोक लिया, जाने नहीं दिया। एक घंटे के बाद मैंने उसका लौड़ा खड़ा कर दिया और उसे अपनी सास को पकड़ा दिया। सास ने लण्ड पकड़ा तो मैंने उसके कपड़े उतार दिया वह बिलकुल मेरी तरह नंगी हो गई। मैंने लण्ड उसकी गांड में लगाया और फिर ठोंकने लगी लण्ड उसकी गांड में ? सास बोली अरी बहू तू तो आते ही अपनी सास की गांड मारने लगी ? मैंने कहा तू चिंता न कर मादर चोद ? अभी मैं तेरा भोसड़ा भी चोदूंगी ? तो मुझे ससुराल में चुदाने का सुख खूब मिल रहा है और यहाँ माईके में तो मैं खूब चुदवाती ही हूँ। मुझे तो अब लण्ड की बुरी आदत पड़ गयी है। मैं २/३ लण्ड रोज़ चूसती हूँ ? बिना लण्ड चूसे मुझे तो नींद ही नहीं आती, यार ?
मैंने कहा :- मेरा भी हाल कुछ ऐसा ही है। मैं माईके में अपनी अम्मी के साथ चुदवाती हु और ससुराल में अपनी सास के साथ। मेरी सास भी बुर चोदी बड़ी मस्त है। एक दिन बहू देख यह मेरी सहेली का मियां है अजमल। इसका लौड़ा बड़ा जबरदस्त है पर मुझे बहुत पसंद है। मैं इस भोसड़ी वाले से चुदवाती हूँ और मेरा मियां इसकी बीवी चोदता है। फिर मेरा हाथ पकड़ा और उसके लण्ड पर रख कहा ले ज़रा तू भी देख ले इसका लण्ड, बहू ? जवानी में जितने लण्ड पकड़ो उतना ही अच्छा है। मुझे भी जोश आ गया और मैंने लण्ड पकड़ कर दबा दिया। सब सास अजमल के कपडे उतारने लगी और पल भर में उसे नंगा कर दिया। उसका लण्ड बहन चोद तन कर खड़ा हो गया। मैं तो लण्ड देख कर मस्त हो गयी। फिर सास ने मेरे कपडे उतारे। मेरी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां देख कर उसका लौड़ा और सख्त हो गया। सास ने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया और मैं उसे चूसने लगी। उसके बाद तो सास ने मेरी बुर अच्छी तरह चुदवाई। अपनी बहू की बुर चुदवा कर उसने अपनी सास होने का कर्त्तव्य निभाया। अब मेरी बारी थी अपनी सास का भोसड़ा चुदवाने की।
उधर एक बात और पक्की हो गयी की मेरा ससुरा भी मादर चोद दूसरों की बीवियां चोदता है। ऐसे में उसे मेरी बुर चोदने में कोई झिझक और शर्म नहीं होनी चाहिए। मैं भी उसका लण्ड पकड़ कर चूसना चाहती थी। उससे बिंदास चुदवाना चाहती थी। एक रात को मैं ससुर के कमरे में घुस गयी। मैंने एक छोटी सी ब्रा पहनी थी और एक पेटीकोट। मैंने कहा भोसड़ी के ससुर तेरा लण्ड क्यों टन टना रहा है बहन चोद ? उसने मेरे मुंह से गालियां सुनी तो मस्त हो गया साला और मेरा हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया। वह बोला बहू मैं तो तुम्हे चोदने की सोंच रहा था इसीलिए मेरा लण्ड खड़ा हो गया। मैंने हाथ बढाकर लण्ड पकड़ लिया। लण्ड मेरे मन का निकला । तब उसने कहा बहू मैं एक दिन तेरी माँ का भोसड़ा भी चोदना चाहता हूँ। तब मैंने जबाब दिया अरे मेरे मादर चोद ससुर पहले तू मुझे ठीक से चोद ले फिर मेरी माँ चोदना।
मैं झुक कर उसका लण्ड चूसने लगी और वह मेरी बुर चाटने लगा। फिर रात में उसने मुझे तीन बार चोदा। अब किसी दिन अपनी सास का भोसड़ा चोदने वाली हूँ।
मुझे मस्ती चढ़ी तो मैं हसीना के मियां से लिपट गयी और वह मेरे मियां से। मैं नसीम का लण्ड टटोलने लगी और वह मेरे मियां नजीब का लण्ड ? मेरे सामने परवीना और नादिरा भी एक दूसरे के मियां से चिपट गयी। नादिरा ससुरी फरदीन का लण्ड ढूंढने लगी और परवीना कादर का लण्ड ? धीरे धीरे हम सबके कपडे उतरने लगे और हम सब नंगी हो गयीं। मर्दों के भी कपडे खुले तो उनके लण्ड टन टना कर बाहर आ गये । मैं हसीना के मियां का लण्ड चाटने लगी और हसीना मेरे मियां का लण्ड ? उधर नादिरा परवीना के मियां का लण्ड चूसने लगी और परवीना नादिरा के मियां का लण्ड ? हम सब बीवियों की निगाहें पराये मर्दों के लण्ड टिक गयीं और मर्दों की निगाहें हम सब बीवियों की चूंचियों पर और चूत पर ?
मैंने बोली :- यार हसीना तेरे मियां का लौड़ा तो बड़ा कड़क है बहन चोद ? कहाँ छुपा कर रखा था इसे ?
हसीना :- और तेरे मियां का लण्ड सना ? ये तो मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ डालेगा ?
परवीना :- हाय रे नादिरा तेरे मियां का लौड़ा बड़ा मोटा है यार ? इसे पकड़ते ही मेरी तो गांड फट गयी यार ?
नादिरा :- हां यार तेरे मियां का लण्ड तो मादर चोद घोड़े जैसे है। मेरी चूत तो आज ही भोसड़ा बन जाएगी बुर चोदी ? मैं तो अपनी माँ की चूत में भी पेलूँगी तेरे मियां का लण्ड ? मैं तो आज ही तेरे मियां के लण्ड को दिल दे बैठी हूँ यार।
परवीना :- तेरी माँ की चूत नादिरा, पहले अपनी बुर ठीक से दे दे मेरे मियां को फिर अपनी माँ का भोसड़ा देना ?
ऐसे ही हंसी मजाक करते हुए हम सब पराये मरद का लण्ड चूसने में जुटी गयीं।
अब तक हम तीनो की चूत बहुत गरम हो चुकी थी और लण्ड भी सब साले चोट करने के लिए तैयार थे। तभी हसीना के मियां ने गप्प से पेल दिया मेरी बुर में अपना लण्ड और मेरे मियां ने भी घुसा दिया अपना लण्ड हसीना की बुर में। हम दोनों मजे से चुदवाने लगीं उधर हमारे सामने परवीना नादिरा के मियां से चुदवाने लगी और नादिरा परवीना के मियां से। हम चोरों की मस्ती बढ़ने लगी और उधर मर्दों ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी।
मेरा मियां बोला - यार यार नसीम तेरी बीवी चोदने में मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। इसकी बुर बड़ी चौकस है यार ?
नसीम बोला :- हां नजीब मुझे भी तेरी बीवी चोदने में ज़न्नत का मज़ा आ रहा है सना भाभी की बुर मेरे लण्ड तो टक्कर दे रही है।
फरदीन बोला :- हाय कादर मैं बहुत दिनों के बाद एक मस्तानी बुर चोद रहा हूँ। तेरी बीवी की बुर तो मुझे असली मज़ा दे रही है।
कादर बोला :- और मुझे भी तेरी बीवी की बुर चोदने में बड़ा अच्छा लग रहा है। इतनी अच्छी बुर रोज़ रोज़ कहाँ मिलती है चोदने को ?
हम चारों ने हर तरफ से चुदवाया। तब तक मेरी खाला का फोन आ गया वह बोली अरे बुर चोदी सना मेरी बेटी नादिरा कहाँ है ? मैंने कहा मेरी भोसड़ी की खाला मैं तेरी बिटिया की बुर चुदवा रही हूँ। वह बोली कहाँ चुदवा रही है तू मेरी बिटिया की बुर ? मैंने कहा यहाँ नीचे के कमरे में। तू भी आ जा न यहाँ और देख ले अपनी बिटिया की चुदते हुए बुर ? मैंने फोन रखा तो बस पल भर में खाला नीचे आ गयीं. वहां हम सबको चुदवाते देख कर बोली हाय दईया यहाँ तो रंडी खाना लगा हुआ है। सब की सब बुर चोदी गैर मर्दों से चुदवा रही हैं ? तुम सब भोसड़ी वाली इसी तरह कभी अपनी अपनी माँ भी चुदवाया करो। अपने अपने मर्दों के लण्ड एक दूसरे की माँ के भोसड़ा में पेला करो। तब देखो कितना मज़ा आएगा ? मुझे खाला की बात अच्छी लगी और मैंने ठान लिया की किसी दिन हम अपने अपने मर्दों के लण्ड एक दूसरे की माँ के भोसड़ा में जरूर पेलेंगी। ताकि हमारी अम्मियाँ भी हमारी तरह चुदवाने का मज़ा लें ?
दूसरी पारी में मैं नादिरा के मियां के ऊपर चढ़ बैठी। उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी तो नादिरा भोसड़ी की मेरे मियां का लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी। मेरे सामने हसीना ने परवीना के मियां का लण्ड पकड़ लिया और परवीना ने हसीना के मियां का लण्ड ? वे दोनों भी हमारी तरह एक दूसरे के मियां का लण्ड पकड़ कर चाटने लगीं। इस बार पार्टनर बदल गये तो जोश भी नया हो गया। मेरा मियां नादिरा की बुर चोदने लगा और नादिरा का मियां मेरी बुर। उधर हसीना का मियां ने परवीना की चूत में लण्ड पेल दिया और परवीना के मियां ने हसीना की चूत में लण्ड घुसा दिया। वे दोनों भी एक दूसरे के मियां से चुदवाने लगीं ? लण्ड बदले चूत बदली चूंचियां बदली और चोदने चुदाने की स्टाइल बदली। इसलिए इस बार भी गज़ब का मज़ा आया। एक घंटे तक हम सब चारों तरफ घूम घूम कर चुदवाती रही और मज़ा लेती रही। आखिर में एक एक करके जब लण्ड झड़ने लगे तो सबने झड़ते हुए लण्ड चाटे।
उसके बाद सबने नंगे नंगे ही खाना वगैरह खाया। खूब गप्प सप्प की. गन्दी गन्दी बातें बोलीं। हम सबने एक दूसरे को खूब गालियां बकीं और सबने सबकी माँ बहन चोदी ? एक घंटे के बाद मैंने कहा यार अभी तक मेरी चूत में फरदीन का लौड़ा नहीं घुसा। अब मैं इस भोसड़ी वाले से चुदवाऊँगी। हसीना बोली नादिरा अभी तेरे मियां ने मुझे नहीं चोदा। उसस कहो की अब तो चोद ले भोसड़ी का मुझे ? परवीना ने कहा यार सना मुझे अभी तेरे मियां ने नहीं चोदा। अब तो मैं उसी से चुदवाऊँगी। नादिरा बोली हसीना भोसड़ी की अपने मियां से कहो की वह मुझे चोदे ? अभी तक उसने मुझे न अपना लण्ड पकड़ाया और न ही मेरी बुर में घुसेड़ा ? उसकी गांड फट रही है क्या मेरी बुर चोदने में ?
तो दोस्तों, इस तरह हम चारों बीवियों ने खूब जम एक दूसरे के मियां से चुदवाया और खुल्लम खुल्ला चुदवाया। दूसरे दिन मैंने प्लान बनाया की हम आज हम अपने अपने मियां से एक दूसरे की माँ चोदेँगीँ। बस फिर क्या महफ़िल जुड़ गयी।
एक तरफ हम चारों की अम्मियाँ और दूसरी तरफ हम चारों के मियां।
मैंने अपने मियां के लण्ड से हसीना की माँ का भोसड़ा चोदा।
हसीना ने अपने मियां के लण्ड से परवीना की माँ का भोसड़ा चोद डाला।
परवीना ने अपने मियां का लण्ड नादिरा की माँ की चूत में घुसेड़ दिया और उसे खूब चोदा।
नादिरा बुर चोदी ने अपने मियां का लण्ड मेरी माँ के भोसड़ा में ठोंक दिया और खूब भकाभक चोदा।
- बात करते करते बोली मैं तेरी गांड चोद दूँगी किसी दिन, सना ?
- मैंने जबाब दिया गांड चोदना मुझे भी आता है खाला ? मैं भी ठोंक दूँगी लण्ड तेरी गांड में ?
- अरी जा जा तू अभी कल की बच्ची है मुझसे जबान लड़ाती है ?
- जबान न लड़ाऊं तो क्या तेरे से चूंचियां लड़ाऊं खाला ?
- तेरी झांट भर की तो चूंचियां हैं बहन चोद ? तू क्या लड़ायेगी मुझसे अपनी चूंचियां। पहले अपनी माँ का भोसड़ा चुदा ससुरी ?
- तेरी बिटिया की बुर खाला ? तू भी पहले अपनी बिटिया की बुर चुदा के दिखा भोसड़ी वाली ?
- देख सना अब और ज्यादा मेरे मुंह मत लग नहीं तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी सबके सामने ? तू कहीं मुंह दिखाने काबिल नहीं रहेगी ?
- मैं भी तेरे भोसड़ा में पानी भर दूँगी खाला ? इतने लण्ड पेलूँगी तेरे भोसड़ा में की तेरा भोसड़ा बिलकुल दल दल बन जायेगा ?
- अरी माँ की लौड़ी सना तू पहले ठीक से लण्ड पकड़ा सीख, लण्ड चूसना और अपनी बुर में लण्ड घुसेड़ना सीख फिर चोदना मेरा भोसड़ा ? जिस दिन तू मेरा भोसड़ा ठीक से चोदने लगेगी उस दिन मैं तुझे इनाम दूँगी ?
इसी तरह मेरी सबसे नोक झोंक अक्सर होती रहती थी। कभी खाला के साथ, कभी अम्मी के साथ, कभी फूफी के साथ तो कभी भाभी के साथ ? धीरे धीरे मैं और जवान हो गयी और २४ साल की हो गयी , मेरी चूंचियां दूनी हो गयीं बुर चोदी, मेरी गांड मोटी हो गयी, मेरी चूत तो मदमाती हुई थोड़ा और उभर आई । मेरी घनी घनी झांटें मेरी चूत की खूबसूरती और बढ़ाने लगीं मैं मस्त होने लगी और एक बाद एक लण्ड पकड़ती गयी। सबसे चुदवाती गयी, सबके लण्ड चूसती गयी, मुठ्ठ मार कर लण्ड पीती गयी और कभी कभी गांड भी मरवाती गयी। मैं बड़ी बेशरम और निर्लज्ज हो गयी। धीरे धीरे मैं अपनी माँ चुदवाने लगी। खाला के भोसड़ा में लण्ड पेलने लगी और फूफी की बुर चुदवाने लगी। खाला ने मुझे भोसड़ा चोदने का कई बार इनाम भी दिया ? सबके साथ चुदवाना मेरी आदत बन गयी। फिर घर वालों ने मेरी शादी कर दी। मैं ससुराल गयी तो वहां भी सबसे चोदा चोदी करने लगी ।
एक दिन हसीना, परवीना और मैं सना, हम तीनो लड़कियां बैठी हुई बातें कर रही थीं । मैंने कहा अरी भोसड़ी की हसीना आजकल तू बुर चोदी बहुत चुदवाने लगी है ? हसीना बोली और तू मादर चोद सना तू तो आजकल अपनी बुर कम अपनी माँ का भोसड़ा ज्यादा चुदवाती है. लोग तेरी माँ के भोसड़ा की ज्यादा चर्चा करते हैं। तब तक परवीना बोली यार माँ चुदाना क्या बुरी बात है ? मैं भी अपनी माँ चुदवाती हूँ। यार ये जवानी है मादर चोद किस दिन के लिए ? अगर जवानी में चोदा चोदी नहीं की तो फिर समझो की जवानी में कुछ नहीं किया ?
इतने में हमारे बीच आरिफ आ गया। मैंने कहा आरिफ भोसड़ी के तेरी माँ की चूत साला तू इतने दिनों के बाद आज दिखाई पड़ा है। माँ चुदा रहा था क्या तू अपनी ? वह बोला नहीं यार बस इधर उधर घूम रहा था। हसीना बोली यार आरिफ तेरी तो दाढ़ी मूँछ खूब घनी घनी निकल आई हैं। परवीन बोली अरे इसकी तो झांटें भी निकल आई होंगी हसीना ? मैंने कहा आरिफ मियां भोसड़ी के दिखाओ न हमें अपनी झांटे ? ऐसा कह कर मैंने उसकी नेकर नीचे खींच दी। तो थोड़ी झांटें दिखने लगी ? तब तक हसीना पूरी नेकर नीचे करती हुई बोली अरे यार अपना लौड़ा भी दिखा दो न हमें ? उसका बहन चोद लण्ड बाहर निकल आया। वह आधा टन टनाया हुआ था। हसीना ने उसे मुठ्ठी में पकड़ लिया और हिलाने लगी। लण्ड और सख्त होने लगा ? थोड़ी देर में खुल कर पूरा खड़ा हो गया लण्ड ? वह बोली हाय अल्ला, ये तो पूरा मर्द हो गया है। इसका लण्ड तो बुर चोदने वाला हो गया बहन चोद । तब तक परवीना ने लण्ड अपने मुंह में घुसा लिया। वह लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में मैंने भी लण्ड चूसा। फिर हसीना ने मेरे मुंह से लण्ड निकाल कर खुद चूसने लगी। तब तक आरिफ बोला अब मैं झड़ जाऊंगा यार ? मेरा लण्ड बाहर निकालो। उसने इशारा कर बताया तू झड़ जा मेरे मुंह में भोसड़ी का। लेकिन मैं लण्ड मुंह से नहीं निकालूंगी। बस लण्ड ने फिर उगल दिया अपना वीर्य उसके मुंह में और हसीना बुर चोदी पूरा का पूरा पी गयी। फिर लण्ड चाटते हुए उसे बाहर किया। मैंने कहा यार आरिफ आज हमने तेरा लण्ड पिया है यार किसी दिन तुम हम तीनो की बुर चोदो तो मज़ा आये ? बोलो किस दिन चोदोगे हमारी बुर ? वह बोला हां कल मैं तुम सबको चोदूंगा और चला गया। लण्ड चूसने से हम तीनो चुदासी हो गयीं।
हम तीनो की शादी एक दो महीने के अंतराल में ही हुई थी तो हम लोग अपनी अपनी ससुराल की बातें कर रही थीं और अपनी अपनी सुहागरात की बातें भी।
हसीना बोली - यार मुझे तो अपनी सुहागरात में बड़ा मज़ा आया। मेरा हसबैंड आया और मुझे बड़े शिद्दत से प्यार किया। एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतारे। मुझे मादर चोद ने पूरी नंगी कर दिया फिर बोला हसीना अब तुम मुझे नंगा करो। मैं भी मस्ती में आ गयी तो मैंने भी उसे नंगा कर दिया। उसका लण्ड हाथ में आया तो मैं बड़ी खुश हुई। लण्ड मेरे मन का था। बड़ा भी और मोटा भी ? मेरी चूत की आग धधकने लगी। इधर मेरी भी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयीं है क्योंकि मैं तो लड़कों से खूब दबवाया करती थी अपनी चूंचियां ? यहाँ तक की मेरा मामू और मेरा खालू दोनों भोसड़ी के मेरी चूंची खूब दबाया करते थे। मैं दोनों के लण्ड चूसती थी। दोनों से चुदवाने भी लगी थी। मुझे दोनों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं।
इसलिए मेरा बदन खाया खेला हुआ था। मेरे मियां को बड़ा मज़ा आ गया जब उसने मुझे नंगी देखा। मैंने फिर रात में तीन बार चुदवाया . आखिर चुदाई के बाद वह बोला देखो हसीना आज मैंने तेरी चूत का उद्घाटन कर दिया है अब तुम जिससे चाहो उससे चुदवाओ मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है। मैं साल के ६ महीने पानी के जहाज पर रहता हूँ। तुम यहाँ उन दिनों किसी न किसी से चुदवाती रहना ? अपनी चूत को लण्ड के लिए तड़पाना नहीं ? मैं जब आऊंगा तो फिर सिर्फ मैं ही चोदा करूंगा। यह बात सुनकर मैं अंदर ही अंदर बड़ी खुश हो गयी। उसके जाने के बाद पहले मैंने अपने देवर से चुदवाया। उसने मजाक में एक दिन मेरी चूंची दबा दी तो लण्ड दबा दिया और कहा भोसड़ी के अगर तू मर्द है तो खोल कर दिखा मुझे अपना लण्ड ? मेरे मुंह से गाली और लण्ड सुनकर उसका लण्ड वाकई टन्ना गया। उसने लुंगी उठा कर लण्ड मुझे दिखा दिया तो मैंने भी झट्ट से पकड़ लिया लण्ड ? फिर मैंने उसी दिन उससे बड़ी मस्ती से चुदवाया। मुझे उसका लण्ड बड़ा अच्छा लगा। अब तो मैं गैर मर्दों से ज्यादा चुदवाती हूँ।
परवीना ने बताया :- यार मेरी भी ससुराल में चुदाई की बड़ी आज़ादी है। कोई किसी की भी बुर चोद लेता है ? किसी को कोई फरक नहीं पड़ता ? न कोई कुछ कहता है और न कोई बुरा मानता है। मैंने एक दिन देखा की मेरा जेठ मादर चोद मेरी देवरानी बुर चोद रहा है। मेरा देवर भोसड़ी का अपनी खाला का भोसड़ा चोदने में जुटा है। मेरा नंदोई मेरी जेठानी की बुर चोद रहा है। मैंने देखा की जेठानी भी दरवाजा खोल कर भकाभक चुदवा रहीं हैं। फिर मुझसे भी न रहा गया। मेरी भी चूत बुर चोदी गनगना उठी।
एक दिन मेरे मियां का दोस्त आ गया. मैंने उसे पहले तो नास्ता कराया और फिर उससे खूब हंसी मजाक करने लगी । मैंने पूंछा की तू अपनी बीवी दिन में कितनी बार चोदता है। वह बोला मेरी बीवी मुझसे कम मेरे दोस्तों से ज्यादा चुदवाती है भाभी ? फिर मैंने बड़े प्यार से कहा यार मुझे अपना लण्ड दिखाओ। मैंने उसके लण्ड पर हाथ रख दिया। लण्ड बहन चोद पहले से ही खड़ा था। मैंने कहा यार तेरा लण्ड खड़ा है। ये तो बुर चोदने के लिए तैयार है देवर राजा ? वह बोला तो फिर देर किस बात की भाभी जान ?
उसकी बात सुनकर मैंने भी अपनी चूत खोल दी और धकाधक चुदवाने लगी। इतने में मेरी सास आ गयी। वह मुझे चुदवाते हुए देखने लगीं तो मैं थोड़ा सकपका गयी। तब तक वह बोली नहीं बहू चिंता की कोई बात नहीं, खूब चुदाओ ? लेकिन अपनी सास के भोसड़ा का भी ख्याल रखना ? मुझे वह बहू बहुत पसंद है जो अपनी सास का भोसड़ा चुदवाये। मैं समझ गयी की मेरी सास बुर चोदी बड़ी चुक्कड़ है। उस दिन मैं उससे चुदवाकर बड़ी मस्त हो गयी। फिर उसे रोक लिया, जाने नहीं दिया। एक घंटे के बाद मैंने उसका लौड़ा खड़ा कर दिया और उसे अपनी सास को पकड़ा दिया। सास ने लण्ड पकड़ा तो मैंने उसके कपड़े उतार दिया वह बिलकुल मेरी तरह नंगी हो गई। मैंने लण्ड उसकी गांड में लगाया और फिर ठोंकने लगी लण्ड उसकी गांड में ? सास बोली अरी बहू तू तो आते ही अपनी सास की गांड मारने लगी ? मैंने कहा तू चिंता न कर मादर चोद ? अभी मैं तेरा भोसड़ा भी चोदूंगी ? तो मुझे ससुराल में चुदाने का सुख खूब मिल रहा है और यहाँ माईके में तो मैं खूब चुदवाती ही हूँ। मुझे तो अब लण्ड की बुरी आदत पड़ गयी है। मैं २/३ लण्ड रोज़ चूसती हूँ ? बिना लण्ड चूसे मुझे तो नींद ही नहीं आती, यार ?
मैंने कहा :- मेरा भी हाल कुछ ऐसा ही है। मैं माईके में अपनी अम्मी के साथ चुदवाती हु और ससुराल में अपनी सास के साथ। मेरी सास भी बुर चोदी बड़ी मस्त है। एक दिन बहू देख यह मेरी सहेली का मियां है अजमल। इसका लौड़ा बड़ा जबरदस्त है पर मुझे बहुत पसंद है। मैं इस भोसड़ी वाले से चुदवाती हूँ और मेरा मियां इसकी बीवी चोदता है। फिर मेरा हाथ पकड़ा और उसके लण्ड पर रख कहा ले ज़रा तू भी देख ले इसका लण्ड, बहू ? जवानी में जितने लण्ड पकड़ो उतना ही अच्छा है। मुझे भी जोश आ गया और मैंने लण्ड पकड़ कर दबा दिया। सब सास अजमल के कपडे उतारने लगी और पल भर में उसे नंगा कर दिया। उसका लण्ड बहन चोद तन कर खड़ा हो गया। मैं तो लण्ड देख कर मस्त हो गयी। फिर सास ने मेरे कपडे उतारे। मेरी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां देख कर उसका लौड़ा और सख्त हो गया। सास ने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया और मैं उसे चूसने लगी। उसके बाद तो सास ने मेरी बुर अच्छी तरह चुदवाई। अपनी बहू की बुर चुदवा कर उसने अपनी सास होने का कर्त्तव्य निभाया। अब मेरी बारी थी अपनी सास का भोसड़ा चुदवाने की।
उधर एक बात और पक्की हो गयी की मेरा ससुरा भी मादर चोद दूसरों की बीवियां चोदता है। ऐसे में उसे मेरी बुर चोदने में कोई झिझक और शर्म नहीं होनी चाहिए। मैं भी उसका लण्ड पकड़ कर चूसना चाहती थी। उससे बिंदास चुदवाना चाहती थी। एक रात को मैं ससुर के कमरे में घुस गयी। मैंने एक छोटी सी ब्रा पहनी थी और एक पेटीकोट। मैंने कहा भोसड़ी के ससुर तेरा लण्ड क्यों टन टना रहा है बहन चोद ? उसने मेरे मुंह से गालियां सुनी तो मस्त हो गया साला और मेरा हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया। वह बोला बहू मैं तो तुम्हे चोदने की सोंच रहा था इसीलिए मेरा लण्ड खड़ा हो गया। मैंने हाथ बढाकर लण्ड पकड़ लिया। लण्ड मेरे मन का निकला । तब उसने कहा बहू मैं एक दिन तेरी माँ का भोसड़ा भी चोदना चाहता हूँ। तब मैंने जबाब दिया अरे मेरे मादर चोद ससुर पहले तू मुझे ठीक से चोद ले फिर मेरी माँ चोदना।
मैं झुक कर उसका लण्ड चूसने लगी और वह मेरी बुर चाटने लगा। फिर रात में उसने मुझे तीन बार चोदा। अब किसी दिन अपनी सास का भोसड़ा चोदने वाली हूँ।
- हसीना ने कहा :- यार हम तीनो इतनी घुली मिली है लेकिन हमने आज तक एक दूसरे के मरद का लण्ड तक नहीं देखा ?
- परवीना बोली :- हां यार यह तो बड़े ताज़्ज़ुब की बात है। अब तो मेरी इच्छा तुम दोनों के मर्दों के लण्ड पकड़ने की हो गयी है बहन चोद ?
- मैंने कहा :- तो आज प्रोग्राम रख लें न ? लण्ड पकड़ना क्या सीधे सीधे चुदवा लो न एक दूसरे के मरद से ?
- हसीना - हा मैं तैयार हूँ चुदवाने के लिए।
- परवीना - मैं भी बिलकुल तैयार हूँ चुदाने के लिए बस अभी जाकर मैं अपनी झांटें बना लेती हूँ।
मुझे मस्ती चढ़ी तो मैं हसीना के मियां से लिपट गयी और वह मेरे मियां से। मैं नसीम का लण्ड टटोलने लगी और वह मेरे मियां नजीब का लण्ड ? मेरे सामने परवीना और नादिरा भी एक दूसरे के मियां से चिपट गयी। नादिरा ससुरी फरदीन का लण्ड ढूंढने लगी और परवीना कादर का लण्ड ? धीरे धीरे हम सबके कपडे उतरने लगे और हम सब नंगी हो गयीं। मर्दों के भी कपडे खुले तो उनके लण्ड टन टना कर बाहर आ गये । मैं हसीना के मियां का लण्ड चाटने लगी और हसीना मेरे मियां का लण्ड ? उधर नादिरा परवीना के मियां का लण्ड चूसने लगी और परवीना नादिरा के मियां का लण्ड ? हम सब बीवियों की निगाहें पराये मर्दों के लण्ड टिक गयीं और मर्दों की निगाहें हम सब बीवियों की चूंचियों पर और चूत पर ?
मैंने बोली :- यार हसीना तेरे मियां का लौड़ा तो बड़ा कड़क है बहन चोद ? कहाँ छुपा कर रखा था इसे ?
हसीना :- और तेरे मियां का लण्ड सना ? ये तो मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ डालेगा ?
परवीना :- हाय रे नादिरा तेरे मियां का लौड़ा बड़ा मोटा है यार ? इसे पकड़ते ही मेरी तो गांड फट गयी यार ?
नादिरा :- हां यार तेरे मियां का लण्ड तो मादर चोद घोड़े जैसे है। मेरी चूत तो आज ही भोसड़ा बन जाएगी बुर चोदी ? मैं तो अपनी माँ की चूत में भी पेलूँगी तेरे मियां का लण्ड ? मैं तो आज ही तेरे मियां के लण्ड को दिल दे बैठी हूँ यार।
परवीना :- तेरी माँ की चूत नादिरा, पहले अपनी बुर ठीक से दे दे मेरे मियां को फिर अपनी माँ का भोसड़ा देना ?
ऐसे ही हंसी मजाक करते हुए हम सब पराये मरद का लण्ड चूसने में जुटी गयीं।
अब तक हम तीनो की चूत बहुत गरम हो चुकी थी और लण्ड भी सब साले चोट करने के लिए तैयार थे। तभी हसीना के मियां ने गप्प से पेल दिया मेरी बुर में अपना लण्ड और मेरे मियां ने भी घुसा दिया अपना लण्ड हसीना की बुर में। हम दोनों मजे से चुदवाने लगीं उधर हमारे सामने परवीना नादिरा के मियां से चुदवाने लगी और नादिरा परवीना के मियां से। हम चोरों की मस्ती बढ़ने लगी और उधर मर्दों ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी।
मेरा मियां बोला - यार यार नसीम तेरी बीवी चोदने में मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। इसकी बुर बड़ी चौकस है यार ?
नसीम बोला :- हां नजीब मुझे भी तेरी बीवी चोदने में ज़न्नत का मज़ा आ रहा है सना भाभी की बुर मेरे लण्ड तो टक्कर दे रही है।
फरदीन बोला :- हाय कादर मैं बहुत दिनों के बाद एक मस्तानी बुर चोद रहा हूँ। तेरी बीवी की बुर तो मुझे असली मज़ा दे रही है।
कादर बोला :- और मुझे भी तेरी बीवी की बुर चोदने में बड़ा अच्छा लग रहा है। इतनी अच्छी बुर रोज़ रोज़ कहाँ मिलती है चोदने को ?
हम चारों ने हर तरफ से चुदवाया। तब तक मेरी खाला का फोन आ गया वह बोली अरे बुर चोदी सना मेरी बेटी नादिरा कहाँ है ? मैंने कहा मेरी भोसड़ी की खाला मैं तेरी बिटिया की बुर चुदवा रही हूँ। वह बोली कहाँ चुदवा रही है तू मेरी बिटिया की बुर ? मैंने कहा यहाँ नीचे के कमरे में। तू भी आ जा न यहाँ और देख ले अपनी बिटिया की चुदते हुए बुर ? मैंने फोन रखा तो बस पल भर में खाला नीचे आ गयीं. वहां हम सबको चुदवाते देख कर बोली हाय दईया यहाँ तो रंडी खाना लगा हुआ है। सब की सब बुर चोदी गैर मर्दों से चुदवा रही हैं ? तुम सब भोसड़ी वाली इसी तरह कभी अपनी अपनी माँ भी चुदवाया करो। अपने अपने मर्दों के लण्ड एक दूसरे की माँ के भोसड़ा में पेला करो। तब देखो कितना मज़ा आएगा ? मुझे खाला की बात अच्छी लगी और मैंने ठान लिया की किसी दिन हम अपने अपने मर्दों के लण्ड एक दूसरे की माँ के भोसड़ा में जरूर पेलेंगी। ताकि हमारी अम्मियाँ भी हमारी तरह चुदवाने का मज़ा लें ?
दूसरी पारी में मैं नादिरा के मियां के ऊपर चढ़ बैठी। उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी तो नादिरा भोसड़ी की मेरे मियां का लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी। मेरे सामने हसीना ने परवीना के मियां का लण्ड पकड़ लिया और परवीना ने हसीना के मियां का लण्ड ? वे दोनों भी हमारी तरह एक दूसरे के मियां का लण्ड पकड़ कर चाटने लगीं। इस बार पार्टनर बदल गये तो जोश भी नया हो गया। मेरा मियां नादिरा की बुर चोदने लगा और नादिरा का मियां मेरी बुर। उधर हसीना का मियां ने परवीना की चूत में लण्ड पेल दिया और परवीना के मियां ने हसीना की चूत में लण्ड घुसा दिया। वे दोनों भी एक दूसरे के मियां से चुदवाने लगीं ? लण्ड बदले चूत बदली चूंचियां बदली और चोदने चुदाने की स्टाइल बदली। इसलिए इस बार भी गज़ब का मज़ा आया। एक घंटे तक हम सब चारों तरफ घूम घूम कर चुदवाती रही और मज़ा लेती रही। आखिर में एक एक करके जब लण्ड झड़ने लगे तो सबने झड़ते हुए लण्ड चाटे।
उसके बाद सबने नंगे नंगे ही खाना वगैरह खाया। खूब गप्प सप्प की. गन्दी गन्दी बातें बोलीं। हम सबने एक दूसरे को खूब गालियां बकीं और सबने सबकी माँ बहन चोदी ? एक घंटे के बाद मैंने कहा यार अभी तक मेरी चूत में फरदीन का लौड़ा नहीं घुसा। अब मैं इस भोसड़ी वाले से चुदवाऊँगी। हसीना बोली नादिरा अभी तेरे मियां ने मुझे नहीं चोदा। उसस कहो की अब तो चोद ले भोसड़ी का मुझे ? परवीना ने कहा यार सना मुझे अभी तेरे मियां ने नहीं चोदा। अब तो मैं उसी से चुदवाऊँगी। नादिरा बोली हसीना भोसड़ी की अपने मियां से कहो की वह मुझे चोदे ? अभी तक उसने मुझे न अपना लण्ड पकड़ाया और न ही मेरी बुर में घुसेड़ा ? उसकी गांड फट रही है क्या मेरी बुर चोदने में ?
तो दोस्तों, इस तरह हम चारों बीवियों ने खूब जम एक दूसरे के मियां से चुदवाया और खुल्लम खुल्ला चुदवाया। दूसरे दिन मैंने प्लान बनाया की हम आज हम अपने अपने मियां से एक दूसरे की माँ चोदेँगीँ। बस फिर क्या महफ़िल जुड़ गयी।
एक तरफ हम चारों की अम्मियाँ और दूसरी तरफ हम चारों के मियां।
मैंने अपने मियां के लण्ड से हसीना की माँ का भोसड़ा चोदा।
हसीना ने अपने मियां के लण्ड से परवीना की माँ का भोसड़ा चोद डाला।
परवीना ने अपने मियां का लण्ड नादिरा की माँ की चूत में घुसेड़ दिया और उसे खूब चोदा।
नादिरा बुर चोदी ने अपने मियां का लण्ड मेरी माँ के भोसड़ा में ठोंक दिया और खूब भकाभक चोदा।
Click on Search Button to search more posts.
