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मेरी बीवी मेरे दोस्तों से खूब चुदवाती है - Meri patni ko mere sathiyon ne maje se choda
मेरी बीवी मेरे दोस्तों से खूब चुदवाती है - Meri patni ko mere sathiyon ne maje se choda, चूत को खूब सख्ती रगड़ कर चोदा, मेरी बीवी को मेरे दोस्त ने चोदा, Meri Biwi Ko Mere dost Ne Choda, Hot indian xxx hindi nonveg antarvasna kamukta desi sexy chudai kahaniya daily new stories with pics images.
मेरा लण्ड मेरे दोस्तों के लण्ड और उनके बीच में रहती है मेरी बीवी सुनीता ? वह एक हाथ से मेरा लण्ड पकड़ती है तो दूसरे हाथ से मेरे दोस्तों के लण्ड। मेरा लण्ड जब अपने मुंह में लेती है तो मेरे दोस्तों के लण्ड अपनी चूत में ले लेती है और जब मेरा लण्ड अपनी चूत में घुसा लेती है तो दोस्तों के लण्ड अपने मुंह में ले लेती है। कभी कभी वह जब मेरे लण्ड से अपनी बुर चुदवाती है तो मेरे दोस्तों के लण्ड से साथ ही साथ अपनी गांड भी मरवाती रहती है और जब मुझसे अपनी गांड मरवाती है तो मेरे दोस्तों से बुर चुदवाने लगती है। मेरी बीवी को मेरे दोस्तों से चुदवाने का बड़ा शौक है. पहले तो बड़ी मस्त हो के पीती है मेरे दोस्तों के लण्ड और फिर मस्ती से उनसे भकाभक चुदवाती है।
यही हाल मेरे दोस्तों की बीवियों का भी है। वे भी भोसड़ी की मेरी बीवी की तरह मुझसे खूब जम कर चुदवाती है। उन्हें भी अपने पति के दोस्तों से चुदवाने का बड़ा शौक है। मैंने तो अक्सर अपने दोस्तों के घर जाता हूँ और उनकी बीवियां चोद कर आता हूँ। वे भी अक्सर बहन चोद मेरे घर आतें हैं और मेरी बीवी चोद कर जातें हैं. हम मर्दों को तो दूसरों की बीवियां चोदने में मज़ा आता ही है लेकिन मैंने यह देखा की आजकल बीवियों को दूसरों के मर्दों से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है।
मेरी बीवी तो हमेशा मुझसे कहती रहती है की अपने नये नये दोस्तों से मेरी बुर चुदवाओ और तुम उनकी नयी नयी बीवियों की बुर चोदो। मैंने तेरे सामने उनसे चुदवाऊँ और तुम मेरे सामने उन्हें चोदो ?
मेरी भी यही इच्छा थी इसलिए मैंने उसकी बात मान ली। मेरी शादी के दो साल हुए थे।
एक दिन मेरी बीवी के पास एक फोन आया। फोन पर उसकी सहेली काजल बोल रही थी। काजल ने पूंछा अरी सुनीता मेरा भोसड़ी का जीजू घर में है की नहीं ? मेरी बीवी ने बताया हां है ? तो उसने कहा की मैं जीजू से बात करना चाहती हूँ तुम उसे फोन दो। मेरी बीवी ने मुझे फोन दे दिया और कहा लो मेरी सहेली काजल से बात करो। मैंने कहा हेलो तो वह बोली हाय जीजू क्या तुम मुझसे नाराज़ हो ? मैंने कहा नहीं बिलकुल नहीं ? वह बोली तो क्या मैं तुम्हे अच्छी नहीं लगती हूँ, जीजू ? मैंने कहा बहुत अच्छी लगती हो तुम मुझे काजल ? वह बोली तो फिर माँ का लौड़ा तू मुझसे दूर दूर क्यों भागता है ? क्या मैं तेरा लण्ड उखाड़ लूंगी बहन चोद ? (उसकी गालियां सुनकर मेरा लण्ड खड़ा हो गया) मैंने थोड़ा बनावटी मुंह बनाया (मुझे गालियां सुनकर मज़ा आ रहा था) और कहा सुनीता तेरी सहेली किस तरह की बातें कर रही है ? उसने कहा यार उसकी बात का बुरा मत मानो । उसे गाली देने की आदत है। बातें करो उससे तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा। मैंने कहा अरे काजल तुम तो बहुत अच्छी हो और बहुत बढ़िया बातें करती हो ? वह बोली इसीलिए मैं तुम्हे दीदी के साथ कल डिनर पर बुला रही हूँ। जरूर आना नहीं तो मेरी झांटें सुलग जाएंगी। मैंने कहा मैं जरूर आऊंगा काजल।
असली बात तो यह है की मुझे उसकी गालियां बहुत अच्छी लग रही थी।
दूसरे दिन मैं अपनी बीवी सुनीता के साथ काजल के घर पहुँच गया। उसने हमें बड़े आदर के साथ बैठाया और अपने पति मिस्टर काके से मिलवाया। वैसे मैं काके से पहले भी मिल चुका था। काके मेरी बीवी से भी पहले मिल चुका था लेकिन आज वह मेरी बीवी को बड़े गौर से देख रहा था। मेरी भी नज़रें उसकी बीवी काजल पर टिकीं थी। काजल आज मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। उसने ड्रिंक्स चालू कर दी और हम चारों पीने लगे दारू । मुझे दोस्तों की बीवियों के साथ दारू पीने में बड़ा मज़ा आता है। काजल ने डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाऊज़ पहना था जिससे उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां झाँक रही थीं। मेरी निगाहें वहीँ पर जम गयीं। मेरी बीवी ने तो ब्लाउज़ पहना ही नहीं था। उसने तो ब्रा के ऊपर ही साड़ी पहन ली थी। उसकी भी चूंचियां बड़ी बड़ी थीं जिस पर काके अपनी आँखें गड़ाए हुए था। हम सब दारू पीने में मस्त हो रहे थे।
अचानक काके अंदर कमरे में गया तो उसके पीछे पीछे मेरी बीवी भी चली गयी। अब इधर मैं और काजल बैठे थे। मैंने कहा यार काजल आपकी गालियां बड़ी अच्छी लगती है मुझे ? उसने मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरा लण्ड दबाते हुए कहा मुझे तेरा ये लण्ड बहुत अच्छा लगता है भोसड़ी के जीजूं ? बस मेरा हाथ उसकी चूंची पर चला गया। मैं चूंची दबाने लगा उसकी। वह मस्ती से दबवाने लगी। फिर मैंने अपना हाथ भी उसके ब्लाउज़ में घुसेड़ दिया और चूंचियां दबाने लगा। वह भी मज़ा लेने लगी। तब तक मैंने अपना दूसरा हाथ उसकी साड़ी के अंदर घुसेड़ दिया। वह बोली हाय दईया इतनी जल्दी मेरी चूत तक पहुँच जाओगे क्या ? ऐसा मत करो यार नहीं तो मेरा हसबैंड देख लेगा । करीब करीब १० मिनट हो गए। वे दोनों बाहर नहीं आये तो काजल बोली लगता है की मेरा हसबैंड तेरी बीवी की चूंचियां दबा रहा है। मैंने कहा यार दबाने दो उसे मेरी बुर चोदी बीवी की चूंचियां ? उसे मेरी गाली सुनकर मज़ा आया। मैंने काजल को अपनी ओर खींच कर उसका चुम्मा ले लिया। उसने भी मेरे गाल चूमे।
थोड़ी देर में मेरी बीवी सुनीता और काके बाहर आ गए और मेरे पास बैठ गए। हम लोगों ने एक एक पैग शराब और गटक ली। नशा बुरी तरह चढ़ गया था। बात चीत होने लगी।
तब तक किसी बात को लेकर मेरी बीवी बोली दुनिया की माँ का भोसड़ा ? मैं दुनिया में किसी मादर चोद से नहीं डरती ? मुझे यह सुनकर बड़ा अच्छा लगा की वह भी काजल की तरह गालियां बकने लगी है, काजल बोली पर यार मैं उन शरीफ लोगों से डरती हूँ जो अकेले में भी लड़की की चूंचियां नहीं पकड़ते, और उसे अपना लण्ड भी नहीं पकड़ाते ? यह सुनकर काके बोला अरे यार समीर तुमने मेरी बीवी की चूंचियां नहीं पकड़ीं ? मैं तो तेरी बीवी की चूंचियां पकड़ कर आ रहा हूँ। लो पकड़ों न मेरी बीवी की चूंचियां ? वह मेरा हाथ पकड़ कर अपनी बीवी की चूंचियों पर रखते हुए बोला। मैं यह सुन कर खुश हो गया और काजल की चूंचियां उसी के सामने मसलने लगा। एक बात तो साफ हो गयी की मेरी बीवी अपनी चूंचियां काके से नुचवाकर आई है और कोई ताज़्ज़ुब की बात नहीं है की उसने काके का लण्ड भी पकड़ा हो ? उसके बाद एक एक पैग और शराब हम लोगों ने पी ली। अब हमारा नशा सातवें आसमान पर चढ़ गया।
इतने में काके बोला यार समीर आज तुम मेरी बीवी चोदो। मेरे सामने चोदो मेरी बीवी। मैं तुमसे अपनी बीवी चुदवाना चाहता हूँ। मैंने कहा नहीं यार यह तुम क्या कह रहे हो ? ऐसा कैसे हो सकता है ? तब तक उसकी बीवी काजल बोली अरे समीर भाई साहब जब मेरा पति इतने प्यार से कह रहा है की तुम उसकी बीवी चोदो तो फिर चोदो न उसकी बीवी ? तुम्हे बहन चोद क्या फरक पड़ता है ? जैसे तुम अपनी बीवी सुनीता की बुर में लण्ड पेलते हो वैसे ही उसकी बीवी काजल की बुर में लण्ड पेल देना ?
मैंने कहा :- तो फिर यार तुम भी चोदो मेरी बीवी।
काके बोला :- नहीं नहीं यार पहले तुम चोदो मेरी बीवी ?
तब तक बीच में मेरी बीवी सुनीता बोली :- अरे काके भाई साहेब जब मेरा पति आपसे अपनी बीवी चुदवाना चाहता है तो मान लो न उसकी बात और चोद लो उसकी बीवी जैसे तुम अपनी बीवी चोदते हो ?
अब मेरी समझ में पूरी बात आ गयी। यहाँ दोनों बीवियां एक दूसरे के पति से चुदवाना चाहती हैं। इन दोनों की चूत में आग लगी है। और ये एक दूसरे के पति का लण्ड पकड़ने के लिए बेताब हो रहीं है। वैसे हम दोनों भी एक दूसरे की बीवी चोदने के लिए तैयार बैठे है। मेरा लण्ड तो काजल के नाम पर खड़ा हो गया है और यही हाल काके के भी है। उसका भी लण्ड मेरी बीवी के नाम पर टन टना रहा होगा। मैंने काके के सामने ही उसकी बीवी की चूंचियों पर हाथ रख दिया। दबाने लगा चूंचियां और सुकी चुम्मी लेने लगा। काके भी मेरी बीवी की चूंचीं दबाने लगा और उसे अपने गले लगा लिया। मेरी बीवी ने मेरी तरफ देखा और काके का लण्ड ऊपर से दबाने लगी। इधर उसकी बीवी काजल भी मेरा लण्ड दबा रही थी। आग दोनों तरफ खूब जबरदस्त लगी थी। काकेँ ने मेरी बीवी के कप खोलने लगा और मैं उसकी बीवी के कपड़े ?
देखते ही देखते दोनों बीवियां बहन चोद नंगी हो गयीं। दोनों की चूंचियां, मोटी मोटी जाँघों के बीच मस्त चूत और बड़े बड़े चूतड़ों के बीच मदमाती गांड एकदम नंगी नंगी बाहर आ गयी। मैं उसकी बीवी काजल को नंगी देख कर मस्त हो रहा था और वह मेरी बीवी सुनीता को नंगी देख कर मज़ा ले रहा था। अब मेरी बीवी ने जल्दी दिखाई और झट्ट से काके को नंगा करके उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उधर काजल ने भी मुझे नंगा क्या और मेरा लण्ड पकड़ कर पहले तो कई बार चूमा और फिर मस्ती से सहलाने लगी। लण्ड साला कुतुबमीनार की तरह खड़ा हो गया ।
काजल बोली :- वाओ, कितना बड़ा है बहन चोद तेरे हसबैंड का लण्ड सुनीता ? ये तो भोसड़ी का मेरी चूत का हलवा बना देगा, यार
मेरी बीवी बोली :- अरे यार काजल तेरे पति का लण्ड भी बड़ा सॉलिड है मादर चोद ? इसे तूने मुझे पहले क्यों नहीं दिखाया ? पहले दिखती तो मैं अब तक जाने कितनी बार चुदवा चुकी होती ?
काजल बोली :- यार तू पहले दिखाती अपने मियां का लण्ड तो मैं अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवा लेती ?
मेरी बीवी बोली :- तू चिंता न कर अब मैं चोदूंगी तेरी माँ का भोसड़ा ?
उसकी बीवी बोली :- तेरे मियां के लण्ड की माँ का भोसड़ा ?
इन दोनों की मस्त मस्त गालियां सुनकर हम दोनो मस्त हो गये और मस्त हो गये हम दोनों के लण्ड ? काके की बीवी मेरा लण्ड चूसने लगी और मेरी बीवी काके का लण्ड चूसने लगी। एक तो मैं नशे में था और दूसरे परायी बीवी नंगी नंगी मेरा लण्ड चूस रही थी तो मेरा जोश बहन चोद इतना बढ़ गया की फिर मैं अपने आप को रोक नहीं सका और ठोंक दिया लण्ड काके की बीवी की बुर में और धकाधक चोदने लगा। काके ने देखा की समीर मेरी बीवी छोड़ रहा तह तो उसे भी जोश आ गया। उसने भी अपना लण्ड मेरी बीवी की बुर में घुसा दिया। मेरी बीवी भोसड़ी की इसी का इंतज़ार कर रही थी। वह भी काके से भकाभक चुदवाने लगी।
काके की बीवी चोदते हुए मुझे महसूस हुआ की वाकई दूसरे की बीवी चोदने में ज्यादा मज़ा आता है। मुझे भी खूब मज़ा आ रहा था और काके को भी उतना ही मज़ा मेरी बीवी चोदने में आ रहा था। यह तो बहुत बढ़िया चीज है तो फिर लोग एक दूसरे की बीवियां क्यों नहीं चोदते ?
मेरी बीवी बोली हाय काजल मुझे तो तेरे मियां से चुदवाने में बड़ा अच्छा लग रहा है। इतना मज़ा तो मुझे अपने मियां से चुदवाने में नहीं आता ? काजल बोली हां यार सुनीता मुझे भी तेरे पति से चुदवाने में बड़ा मज़ा आ रहा है । मुझे इतना मज़ा अपने पति से चुदवाने में कभी नहीं आया ? पराये मर्दों से चुदवाने में जो मज़ा है वो मज़ा कहीं और नहीं मिलता ? काजल बोली अगर ऐसा है यार तो ये बुर चोदी बीवियां पराये मर्दों से क्यों नहीं चुदवाती ? एक बात और मैंने महसूस किया की अपनी बीवी के आगे दूसरे की बीवी चोदना कितना अच्छा होता है ? मेरी बीवी बोली हां मुझे भी यही लग रहा है की अपने पति के आगे किसी और से पति से चुदवाना कितना मजेदार होता है ?
इस तरह दोस्तों, मैंने और काके ने रात भर एक दूसरे की बीवी चोदी।
आगे की कहानी आप मेरी बीवी से सुनिये :- मेरे प्यारे दोस्तों, यह तो आप जान ही चुके हैं की मैं पराये मर्दों से चदुवाने लगीं हूँ। मुझे पराये मर्दों के लण्ड का चस्का लग चुका है । क्या करूँ, भगवान ने सबके लण्ड अलग अलग बनाया है न ? जितने मर्द उतनी तरह के लण्ड ? कोई भी लण्ड दूसरे लण्ड से हूबहू नहीं मिलता ? इसलिए मुझे नये नये लण्ड पकड़ना और उनसे चुदवाना बड़ा अच्छा लगता है। एक दिन मेरी मौसी की लड़की अर्चना अपने पति अनिल के साथ गयी। उसकी शादी अभी एक साल पहले ही हुई है। मैं अनिल को देख कर बड़ी खुश हुई और समीर मेरा पति अर्चना को देख कर। शाम को हम दोनों आपस में बातें करने लगीं।
शाम को मैंने सबको दारू पिलाना शुरू किया। थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने अर्चना को इशारा किया । उसने मेरे पति के लण्ड पर हाथ रख दिया। इधर मैंने अनिल के लण्ड पर हाथ रख दिया। अनिल बोला अरे भाभी यह क्या ? मैंने कहा देख न उधर तेरी बीवी ने मेरे मियां का लण्ड पकड़ लिया है तो मैंने भी उसके मियां का लण्ड पकड़ लिया तो इसमें गलत क्या है ? अर्चना बोली भोसड़ी के जीजू तुझे लौड़ा दिखाने में तकलीफ हो रही है क्या ? मेरे पति ने कहा अरे मेरी जान खूब मजे से देखो न लौड़ा भला साली को कौन मादर चोद रोक सकता है ? तब तक अर्चना मेरे पति से लिपट नगी और मैं अनिल से ?
फिर हम चारों पलंग पर चले गये ? बस दो ही मिनट में हम चारों नंगे हो गए। मैं अनिल का लण्ड हिलाने लगी उअर वह मेरी चूंचियां चूसने लगा। उधर अर्चना मेरे पति का लण्ड सहलाने लगी और वह अर्चना की चूंचियां। लण्ड दोनों फटाफट खड़े हो गये ? हम दोनों की चूंचियां भी तन गयीं। चूत गीली हो गयी और चुदाने की इच्छा बढ़ गयी। मैं अनिल का लण्ड चूसने लगी और अर्चना मेरे पति का लण्ड ? अर्चना ने जैसे मेरे मियां का लण्ड पलका अपनी चूत में वैसे ही बोली हाय दईया कितना मोटा है तेरा लण्ड भोसड़ी का जीजू। मेरी तो चूत फट गयी ? फिर बोली हाय दीदी मुझे जीजू से चुदवाने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैंने कहा हां यार मुझे भी तेरे मियां से चुदवाने में खूब मज़ा आ रहा है। अब तो मैं खूब चुदवाया करूंगी।
अर्चना ने कहा :- दीदी एक बात बताऊँ आपको ? मैं तो बीवियों की अदला बदली में खूब चुदवाने जाती हूँ। हफ्ते में दो बार पराये मर्दों से चुदवाती हूँ। मेरा पति भी मेरे साथ दूसरों की बीवियां चोदता है। वैसे दीदी अपने पहल कर दी नहीं तो मैं जीजू से चुदवाने ही आई थी और अनिल तुम्हे चोदने आया था। मैं तो कहती हूँ तुम लोग मेरे ग्रुप को ज्वाइन कर लो जहाँ हफ्ते में दो बार परायी बीवियां चोदी जाती हैं। बस फिर क्या हमने रात भर एक दूसरे के मियां से चुदवाया और दूसरे दिन ही उसके ग्रुप को ज्वाइन कर लिया।
एक दिन मैंने घर में ही एक सेक्स पार्टी रख ली और अपने मियां को फोन कर दिया की जल्दी ही घर आ जाना। उसे आने में देर हो गयी। मैंने फिर फोन लगाया और कहा यार सब लोग आ गयें है दो दो पैग दारू सब लोग पी चुके हैं। अब कोई और इंतज़ार करने के मूड में नहीं है। लोग दूसरों की बीवियां चोदने को तैयार है और बीवियां गैर मर्दों से चुदवाने के लिए बेताब हो रही हैं। तुम कब आओगे यार ? मेरा पति बोला सुनीता तुम पार्टी शुरू कर दो मैं रास्ते में हूँ, अभी आता हूँ। बस मेरे कहते ही लोगों के कपडे उतरने लगे। सब मादर चोद नंगे हो गए और नगी हो गयीं सबकी बीवियां। बीवियां पराये मर्दों के लण्ड चूसने लगीं और मर्द दूसरों की बीवियों की चूत चाटने लगे और उनकी चूंचियां चूसने लगे।
मेरा पति जब घर पहुंचा तब मैं चार चार मर्दों से चुदवा रही थी। एक लण्ड मेरी बुर में था। एक लण्ड मेरे मुंह में था। एक लण्ड मेरे दाहिने हाथ में था और एक लण्ड मेरे बाएं हाथ में ? मैं ज़िन्दगी में पहली बार चार चार लण्ड का मज़ा एक साथ ले रही थी। मैं बुर भी चुदवा रही थी और गांड भी मरवा रही थी। मेरी तरह कई बीवियां गांड मरवा रही थी। मेरा पति मुझे देख कर बड़ा खुश हुआ क्योंकि मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। इस पार्टी में अर्चना भी दो दो मर्दों से अपनी बुर चुदा रही थी और काजल भी एक तरफ अपनी बुर चुदवा रही थी और दूसरी तरफ किसी का लण्ड चूस रही थी। समीर ने भी अपने कपडे खोले और कूद पड़ा मैदान में। उसका लण्ड दो दो बीवियां मिलकर चूसने लगी। वह भी किसी और की बीवी की चूंचियां चूसने लगा। इस पार्टी में जो मज़ा सबको आ रहा था वह मज़ा किसी ने आज तक नहीं लिया था। इसलिए इस पार्टी को दो दिन के लिए और बढ़ा दिया गया।
तो दोस्तों, इस तरह मेरी बीवी लोगों से खूब चुदवाती है और मैं भी लोगों की बीवियां खूब चोदता हूँ।
यही हाल मेरे दोस्तों की बीवियों का भी है। वे भी भोसड़ी की मेरी बीवी की तरह मुझसे खूब जम कर चुदवाती है। उन्हें भी अपने पति के दोस्तों से चुदवाने का बड़ा शौक है। मैंने तो अक्सर अपने दोस्तों के घर जाता हूँ और उनकी बीवियां चोद कर आता हूँ। वे भी अक्सर बहन चोद मेरे घर आतें हैं और मेरी बीवी चोद कर जातें हैं. हम मर्दों को तो दूसरों की बीवियां चोदने में मज़ा आता ही है लेकिन मैंने यह देखा की आजकल बीवियों को दूसरों के मर्दों से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है।
मेरी बीवी तो हमेशा मुझसे कहती रहती है की अपने नये नये दोस्तों से मेरी बुर चुदवाओ और तुम उनकी नयी नयी बीवियों की बुर चोदो। मैंने तेरे सामने उनसे चुदवाऊँ और तुम मेरे सामने उन्हें चोदो ?
मेरी भी यही इच्छा थी इसलिए मैंने उसकी बात मान ली। मेरी शादी के दो साल हुए थे।
एक दिन मेरी बीवी के पास एक फोन आया। फोन पर उसकी सहेली काजल बोल रही थी। काजल ने पूंछा अरी सुनीता मेरा भोसड़ी का जीजू घर में है की नहीं ? मेरी बीवी ने बताया हां है ? तो उसने कहा की मैं जीजू से बात करना चाहती हूँ तुम उसे फोन दो। मेरी बीवी ने मुझे फोन दे दिया और कहा लो मेरी सहेली काजल से बात करो। मैंने कहा हेलो तो वह बोली हाय जीजू क्या तुम मुझसे नाराज़ हो ? मैंने कहा नहीं बिलकुल नहीं ? वह बोली तो क्या मैं तुम्हे अच्छी नहीं लगती हूँ, जीजू ? मैंने कहा बहुत अच्छी लगती हो तुम मुझे काजल ? वह बोली तो फिर माँ का लौड़ा तू मुझसे दूर दूर क्यों भागता है ? क्या मैं तेरा लण्ड उखाड़ लूंगी बहन चोद ? (उसकी गालियां सुनकर मेरा लण्ड खड़ा हो गया) मैंने थोड़ा बनावटी मुंह बनाया (मुझे गालियां सुनकर मज़ा आ रहा था) और कहा सुनीता तेरी सहेली किस तरह की बातें कर रही है ? उसने कहा यार उसकी बात का बुरा मत मानो । उसे गाली देने की आदत है। बातें करो उससे तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा। मैंने कहा अरे काजल तुम तो बहुत अच्छी हो और बहुत बढ़िया बातें करती हो ? वह बोली इसीलिए मैं तुम्हे दीदी के साथ कल डिनर पर बुला रही हूँ। जरूर आना नहीं तो मेरी झांटें सुलग जाएंगी। मैंने कहा मैं जरूर आऊंगा काजल।
असली बात तो यह है की मुझे उसकी गालियां बहुत अच्छी लग रही थी।
दूसरे दिन मैं अपनी बीवी सुनीता के साथ काजल के घर पहुँच गया। उसने हमें बड़े आदर के साथ बैठाया और अपने पति मिस्टर काके से मिलवाया। वैसे मैं काके से पहले भी मिल चुका था। काके मेरी बीवी से भी पहले मिल चुका था लेकिन आज वह मेरी बीवी को बड़े गौर से देख रहा था। मेरी भी नज़रें उसकी बीवी काजल पर टिकीं थी। काजल आज मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। उसने ड्रिंक्स चालू कर दी और हम चारों पीने लगे दारू । मुझे दोस्तों की बीवियों के साथ दारू पीने में बड़ा मज़ा आता है। काजल ने डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाऊज़ पहना था जिससे उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां झाँक रही थीं। मेरी निगाहें वहीँ पर जम गयीं। मेरी बीवी ने तो ब्लाउज़ पहना ही नहीं था। उसने तो ब्रा के ऊपर ही साड़ी पहन ली थी। उसकी भी चूंचियां बड़ी बड़ी थीं जिस पर काके अपनी आँखें गड़ाए हुए था। हम सब दारू पीने में मस्त हो रहे थे।
अचानक काके अंदर कमरे में गया तो उसके पीछे पीछे मेरी बीवी भी चली गयी। अब इधर मैं और काजल बैठे थे। मैंने कहा यार काजल आपकी गालियां बड़ी अच्छी लगती है मुझे ? उसने मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरा लण्ड दबाते हुए कहा मुझे तेरा ये लण्ड बहुत अच्छा लगता है भोसड़ी के जीजूं ? बस मेरा हाथ उसकी चूंची पर चला गया। मैं चूंची दबाने लगा उसकी। वह मस्ती से दबवाने लगी। फिर मैंने अपना हाथ भी उसके ब्लाउज़ में घुसेड़ दिया और चूंचियां दबाने लगा। वह भी मज़ा लेने लगी। तब तक मैंने अपना दूसरा हाथ उसकी साड़ी के अंदर घुसेड़ दिया। वह बोली हाय दईया इतनी जल्दी मेरी चूत तक पहुँच जाओगे क्या ? ऐसा मत करो यार नहीं तो मेरा हसबैंड देख लेगा । करीब करीब १० मिनट हो गए। वे दोनों बाहर नहीं आये तो काजल बोली लगता है की मेरा हसबैंड तेरी बीवी की चूंचियां दबा रहा है। मैंने कहा यार दबाने दो उसे मेरी बुर चोदी बीवी की चूंचियां ? उसे मेरी गाली सुनकर मज़ा आया। मैंने काजल को अपनी ओर खींच कर उसका चुम्मा ले लिया। उसने भी मेरे गाल चूमे।
थोड़ी देर में मेरी बीवी सुनीता और काके बाहर आ गए और मेरे पास बैठ गए। हम लोगों ने एक एक पैग शराब और गटक ली। नशा बुरी तरह चढ़ गया था। बात चीत होने लगी।
तब तक किसी बात को लेकर मेरी बीवी बोली दुनिया की माँ का भोसड़ा ? मैं दुनिया में किसी मादर चोद से नहीं डरती ? मुझे यह सुनकर बड़ा अच्छा लगा की वह भी काजल की तरह गालियां बकने लगी है, काजल बोली पर यार मैं उन शरीफ लोगों से डरती हूँ जो अकेले में भी लड़की की चूंचियां नहीं पकड़ते, और उसे अपना लण्ड भी नहीं पकड़ाते ? यह सुनकर काके बोला अरे यार समीर तुमने मेरी बीवी की चूंचियां नहीं पकड़ीं ? मैं तो तेरी बीवी की चूंचियां पकड़ कर आ रहा हूँ। लो पकड़ों न मेरी बीवी की चूंचियां ? वह मेरा हाथ पकड़ कर अपनी बीवी की चूंचियों पर रखते हुए बोला। मैं यह सुन कर खुश हो गया और काजल की चूंचियां उसी के सामने मसलने लगा। एक बात तो साफ हो गयी की मेरी बीवी अपनी चूंचियां काके से नुचवाकर आई है और कोई ताज़्ज़ुब की बात नहीं है की उसने काके का लण्ड भी पकड़ा हो ? उसके बाद एक एक पैग और शराब हम लोगों ने पी ली। अब हमारा नशा सातवें आसमान पर चढ़ गया।
इतने में काके बोला यार समीर आज तुम मेरी बीवी चोदो। मेरे सामने चोदो मेरी बीवी। मैं तुमसे अपनी बीवी चुदवाना चाहता हूँ। मैंने कहा नहीं यार यह तुम क्या कह रहे हो ? ऐसा कैसे हो सकता है ? तब तक उसकी बीवी काजल बोली अरे समीर भाई साहब जब मेरा पति इतने प्यार से कह रहा है की तुम उसकी बीवी चोदो तो फिर चोदो न उसकी बीवी ? तुम्हे बहन चोद क्या फरक पड़ता है ? जैसे तुम अपनी बीवी सुनीता की बुर में लण्ड पेलते हो वैसे ही उसकी बीवी काजल की बुर में लण्ड पेल देना ?
मैंने कहा :- तो फिर यार तुम भी चोदो मेरी बीवी।
काके बोला :- नहीं नहीं यार पहले तुम चोदो मेरी बीवी ?
तब तक बीच में मेरी बीवी सुनीता बोली :- अरे काके भाई साहेब जब मेरा पति आपसे अपनी बीवी चुदवाना चाहता है तो मान लो न उसकी बात और चोद लो उसकी बीवी जैसे तुम अपनी बीवी चोदते हो ?
अब मेरी समझ में पूरी बात आ गयी। यहाँ दोनों बीवियां एक दूसरे के पति से चुदवाना चाहती हैं। इन दोनों की चूत में आग लगी है। और ये एक दूसरे के पति का लण्ड पकड़ने के लिए बेताब हो रहीं है। वैसे हम दोनों भी एक दूसरे की बीवी चोदने के लिए तैयार बैठे है। मेरा लण्ड तो काजल के नाम पर खड़ा हो गया है और यही हाल काके के भी है। उसका भी लण्ड मेरी बीवी के नाम पर टन टना रहा होगा। मैंने काके के सामने ही उसकी बीवी की चूंचियों पर हाथ रख दिया। दबाने लगा चूंचियां और सुकी चुम्मी लेने लगा। काके भी मेरी बीवी की चूंचीं दबाने लगा और उसे अपने गले लगा लिया। मेरी बीवी ने मेरी तरफ देखा और काके का लण्ड ऊपर से दबाने लगी। इधर उसकी बीवी काजल भी मेरा लण्ड दबा रही थी। आग दोनों तरफ खूब जबरदस्त लगी थी। काकेँ ने मेरी बीवी के कप खोलने लगा और मैं उसकी बीवी के कपड़े ?
देखते ही देखते दोनों बीवियां बहन चोद नंगी हो गयीं। दोनों की चूंचियां, मोटी मोटी जाँघों के बीच मस्त चूत और बड़े बड़े चूतड़ों के बीच मदमाती गांड एकदम नंगी नंगी बाहर आ गयी। मैं उसकी बीवी काजल को नंगी देख कर मस्त हो रहा था और वह मेरी बीवी सुनीता को नंगी देख कर मज़ा ले रहा था। अब मेरी बीवी ने जल्दी दिखाई और झट्ट से काके को नंगा करके उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उधर काजल ने भी मुझे नंगा क्या और मेरा लण्ड पकड़ कर पहले तो कई बार चूमा और फिर मस्ती से सहलाने लगी। लण्ड साला कुतुबमीनार की तरह खड़ा हो गया ।
काजल बोली :- वाओ, कितना बड़ा है बहन चोद तेरे हसबैंड का लण्ड सुनीता ? ये तो भोसड़ी का मेरी चूत का हलवा बना देगा, यार
मेरी बीवी बोली :- अरे यार काजल तेरे पति का लण्ड भी बड़ा सॉलिड है मादर चोद ? इसे तूने मुझे पहले क्यों नहीं दिखाया ? पहले दिखती तो मैं अब तक जाने कितनी बार चुदवा चुकी होती ?
काजल बोली :- यार तू पहले दिखाती अपने मियां का लण्ड तो मैं अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवा लेती ?
मेरी बीवी बोली :- तू चिंता न कर अब मैं चोदूंगी तेरी माँ का भोसड़ा ?
उसकी बीवी बोली :- तेरे मियां के लण्ड की माँ का भोसड़ा ?
इन दोनों की मस्त मस्त गालियां सुनकर हम दोनो मस्त हो गये और मस्त हो गये हम दोनों के लण्ड ? काके की बीवी मेरा लण्ड चूसने लगी और मेरी बीवी काके का लण्ड चूसने लगी। एक तो मैं नशे में था और दूसरे परायी बीवी नंगी नंगी मेरा लण्ड चूस रही थी तो मेरा जोश बहन चोद इतना बढ़ गया की फिर मैं अपने आप को रोक नहीं सका और ठोंक दिया लण्ड काके की बीवी की बुर में और धकाधक चोदने लगा। काके ने देखा की समीर मेरी बीवी छोड़ रहा तह तो उसे भी जोश आ गया। उसने भी अपना लण्ड मेरी बीवी की बुर में घुसा दिया। मेरी बीवी भोसड़ी की इसी का इंतज़ार कर रही थी। वह भी काके से भकाभक चुदवाने लगी।
काके की बीवी चोदते हुए मुझे महसूस हुआ की वाकई दूसरे की बीवी चोदने में ज्यादा मज़ा आता है। मुझे भी खूब मज़ा आ रहा था और काके को भी उतना ही मज़ा मेरी बीवी चोदने में आ रहा था। यह तो बहुत बढ़िया चीज है तो फिर लोग एक दूसरे की बीवियां क्यों नहीं चोदते ?
मेरी बीवी बोली हाय काजल मुझे तो तेरे मियां से चुदवाने में बड़ा अच्छा लग रहा है। इतना मज़ा तो मुझे अपने मियां से चुदवाने में नहीं आता ? काजल बोली हां यार सुनीता मुझे भी तेरे पति से चुदवाने में बड़ा मज़ा आ रहा है । मुझे इतना मज़ा अपने पति से चुदवाने में कभी नहीं आया ? पराये मर्दों से चुदवाने में जो मज़ा है वो मज़ा कहीं और नहीं मिलता ? काजल बोली अगर ऐसा है यार तो ये बुर चोदी बीवियां पराये मर्दों से क्यों नहीं चुदवाती ? एक बात और मैंने महसूस किया की अपनी बीवी के आगे दूसरे की बीवी चोदना कितना अच्छा होता है ? मेरी बीवी बोली हां मुझे भी यही लग रहा है की अपने पति के आगे किसी और से पति से चुदवाना कितना मजेदार होता है ?
इस तरह दोस्तों, मैंने और काके ने रात भर एक दूसरे की बीवी चोदी।
आगे की कहानी आप मेरी बीवी से सुनिये :- मेरे प्यारे दोस्तों, यह तो आप जान ही चुके हैं की मैं पराये मर्दों से चदुवाने लगीं हूँ। मुझे पराये मर्दों के लण्ड का चस्का लग चुका है । क्या करूँ, भगवान ने सबके लण्ड अलग अलग बनाया है न ? जितने मर्द उतनी तरह के लण्ड ? कोई भी लण्ड दूसरे लण्ड से हूबहू नहीं मिलता ? इसलिए मुझे नये नये लण्ड पकड़ना और उनसे चुदवाना बड़ा अच्छा लगता है। एक दिन मेरी मौसी की लड़की अर्चना अपने पति अनिल के साथ गयी। उसकी शादी अभी एक साल पहले ही हुई है। मैं अनिल को देख कर बड़ी खुश हुई और समीर मेरा पति अर्चना को देख कर। शाम को हम दोनों आपस में बातें करने लगीं।
- मैंने पूंछा :- अर्चना अच्छा यह बताओ की तेरे मियां लण्ड का साइज़ क्या है ?
- वह बोली :- ८" x ५ १/२"
- मैंने कहा वाओ, तब तो मोटा भी है और लंबा भी। बड़ा मज़ा आता होगा तुम्हे चुदवाने में अर्चना ?
- हां दीदी मज़ा तो खूब आता है ? अच्छा जीजू के लण्ड का क्या साइज़ है दीदी ?
- तुम अपने जीजू के लण्ड का साइज़ खुद ही मालूम कर लो न मुझसे क्यों पूंछ रही हो ?
- तो मैं पकड़ के देख लूँ जीजू का लण्ड, दीदी ?
- हां हां क्यों नहीं ? बिलकुल देख लो, तुम्हे किस बुर चोदी ने मना किया है ? अरे जैसे भाभी की बुर पर देवर का हक़ होता है वैसे ही जीजू के लण्ड पर साली का हक़ होता है पगली। जा पकड़ कर देख न अपने जीजू का लण्ड ? फिर मुझे भी बताना उसके लण्ड का साइज़ ?
- अरे हां दीदी यह बात तुमने बिलकुल सही बताई। इसीलिए मैं अपने दोनों देवरों से चुदवाती हूँ। मैं अभी जीजू का लण्ड पकड़ कर आती हूँ।
शाम को मैंने सबको दारू पिलाना शुरू किया। थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने अर्चना को इशारा किया । उसने मेरे पति के लण्ड पर हाथ रख दिया। इधर मैंने अनिल के लण्ड पर हाथ रख दिया। अनिल बोला अरे भाभी यह क्या ? मैंने कहा देख न उधर तेरी बीवी ने मेरे मियां का लण्ड पकड़ लिया है तो मैंने भी उसके मियां का लण्ड पकड़ लिया तो इसमें गलत क्या है ? अर्चना बोली भोसड़ी के जीजू तुझे लौड़ा दिखाने में तकलीफ हो रही है क्या ? मेरे पति ने कहा अरे मेरी जान खूब मजे से देखो न लौड़ा भला साली को कौन मादर चोद रोक सकता है ? तब तक अर्चना मेरे पति से लिपट नगी और मैं अनिल से ?
फिर हम चारों पलंग पर चले गये ? बस दो ही मिनट में हम चारों नंगे हो गए। मैं अनिल का लण्ड हिलाने लगी उअर वह मेरी चूंचियां चूसने लगा। उधर अर्चना मेरे पति का लण्ड सहलाने लगी और वह अर्चना की चूंचियां। लण्ड दोनों फटाफट खड़े हो गये ? हम दोनों की चूंचियां भी तन गयीं। चूत गीली हो गयी और चुदाने की इच्छा बढ़ गयी। मैं अनिल का लण्ड चूसने लगी और अर्चना मेरे पति का लण्ड ? अर्चना ने जैसे मेरे मियां का लण्ड पलका अपनी चूत में वैसे ही बोली हाय दईया कितना मोटा है तेरा लण्ड भोसड़ी का जीजू। मेरी तो चूत फट गयी ? फिर बोली हाय दीदी मुझे जीजू से चुदवाने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैंने कहा हां यार मुझे भी तेरे मियां से चुदवाने में खूब मज़ा आ रहा है। अब तो मैं खूब चुदवाया करूंगी।
अर्चना ने कहा :- दीदी एक बात बताऊँ आपको ? मैं तो बीवियों की अदला बदली में खूब चुदवाने जाती हूँ। हफ्ते में दो बार पराये मर्दों से चुदवाती हूँ। मेरा पति भी मेरे साथ दूसरों की बीवियां चोदता है। वैसे दीदी अपने पहल कर दी नहीं तो मैं जीजू से चुदवाने ही आई थी और अनिल तुम्हे चोदने आया था। मैं तो कहती हूँ तुम लोग मेरे ग्रुप को ज्वाइन कर लो जहाँ हफ्ते में दो बार परायी बीवियां चोदी जाती हैं। बस फिर क्या हमने रात भर एक दूसरे के मियां से चुदवाया और दूसरे दिन ही उसके ग्रुप को ज्वाइन कर लिया।
एक दिन मैंने घर में ही एक सेक्स पार्टी रख ली और अपने मियां को फोन कर दिया की जल्दी ही घर आ जाना। उसे आने में देर हो गयी। मैंने फिर फोन लगाया और कहा यार सब लोग आ गयें है दो दो पैग दारू सब लोग पी चुके हैं। अब कोई और इंतज़ार करने के मूड में नहीं है। लोग दूसरों की बीवियां चोदने को तैयार है और बीवियां गैर मर्दों से चुदवाने के लिए बेताब हो रही हैं। तुम कब आओगे यार ? मेरा पति बोला सुनीता तुम पार्टी शुरू कर दो मैं रास्ते में हूँ, अभी आता हूँ। बस मेरे कहते ही लोगों के कपडे उतरने लगे। सब मादर चोद नंगे हो गए और नगी हो गयीं सबकी बीवियां। बीवियां पराये मर्दों के लण्ड चूसने लगीं और मर्द दूसरों की बीवियों की चूत चाटने लगे और उनकी चूंचियां चूसने लगे।
मेरा पति जब घर पहुंचा तब मैं चार चार मर्दों से चुदवा रही थी। एक लण्ड मेरी बुर में था। एक लण्ड मेरे मुंह में था। एक लण्ड मेरे दाहिने हाथ में था और एक लण्ड मेरे बाएं हाथ में ? मैं ज़िन्दगी में पहली बार चार चार लण्ड का मज़ा एक साथ ले रही थी। मैं बुर भी चुदवा रही थी और गांड भी मरवा रही थी। मेरी तरह कई बीवियां गांड मरवा रही थी। मेरा पति मुझे देख कर बड़ा खुश हुआ क्योंकि मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। इस पार्टी में अर्चना भी दो दो मर्दों से अपनी बुर चुदा रही थी और काजल भी एक तरफ अपनी बुर चुदवा रही थी और दूसरी तरफ किसी का लण्ड चूस रही थी। समीर ने भी अपने कपडे खोले और कूद पड़ा मैदान में। उसका लण्ड दो दो बीवियां मिलकर चूसने लगी। वह भी किसी और की बीवी की चूंचियां चूसने लगा। इस पार्टी में जो मज़ा सबको आ रहा था वह मज़ा किसी ने आज तक नहीं लिया था। इसलिए इस पार्टी को दो दिन के लिए और बढ़ा दिया गया।
तो दोस्तों, इस तरह मेरी बीवी लोगों से खूब चुदवाती है और मैं भी लोगों की बीवियां खूब चोदता हूँ।
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