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नन्द के ससुर का लण्ड मेरी चूत चुदाई - Nand ke Sasur ne puri raat choda
नन्द के ससुर का लण्ड मेरी चूत चुदाई - Nand ke Sasur ne puri raat choda, ससुर जी ने मेरी ननद की चूत बजायी, चूत में अपनी पूरी जीभ घुसा रखी थी, चुदाई की स्पीड तेज, मेरी ननद ने मेरी चूत में उंगली करके ससुर का लंड दिखा दिया, nanad ke karan sasur ne ki chudai, ससुर जी का मस्ताना लण्ड.
मैं जब इस घर की बहू बन कर आई तो मुझे बहुत अच्छा लगा ? मेरा शौहर मुझे हर रोज़ चोदने लगा, मेरी सास मेरा खास ख्याल रखने लगी, मेरा ससुर भी मेरी हर ख्वाहिश पूरी करने लगा ? मेरे देवर मेरी चूंचियां देखने लगे, मेरा नंदोई मुझे चोदने के सपने देखने लगा और मेरी जेठानी थोड़ा मुझसे जलने लगीं। मेरी खाला सास, मेरी फूफी सास और मेरी ममिया सास मुझसे खुल कर बातें करने लगीं ? बीच बीच में लण्ड चूत गांड बुर चोदा चोदी जैसी बातें भी करने लगीं। मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई की मैं एक बहुत अच्छे घर में आई हूँ।
थोड़े ही दिनों में कुछ कुछ बदलने लगा ? मेरी सास बात बात पर मेरी गांड में ऊँगली करने लगीं। मेरी नन्द मेरी गांड मारने लगी, मेरी जेठानी मुझे ताना देने लगी ? मेरी खाला सास, फूफी सास मेरे आने जाने पर टोका टोकी करने लगीं। लेकिन मर्दों में कोई बदलाव नहीं आया ? ससुर अब भी मेरा ख्याल रखता है। मेरे देवर मेरी चूंचियां क्या मेरी चूत, मेरी गांड देखने के लिए बेताब हैं ? मेरा जेठ मुझे चोदने के चक्कर में घूमता रहता है ? मेरा नंदोई मुझे लण्ड पकड़ाने की हर दिन कोशिश करता है ?
मैंने सोंच लिया की मैं यहाँ के मर्दों को अपने बस में रखूँ और औरतों की धीरे धीरे गांड मारना शुरू करूँ ? मैंने सबसे पहले अपनी सास और नन्द पर निगाहें जमा दीं ? उनकी जासूसी करने लगी ? नन्द की तो ज्यादा जासूसी करने लगी। मौक़ा पाते ही उसके लैपटॉप को खंगालने लगी. उसके मोबाइल पर आँख गड़ाने लगी ? सास के पास भी मोबाइल है। हालाँकि उसे मोबाइल ज्यादा चलाना नहीं आता लेकिन मैं यह पता करने लगी की उसके मोबाइल में क्या क्या हैं ? इस तरह मैं सास के भोसड़ा पर और नन्द की चूत पर नज़रें गड़ाये बैठी हुई थी।
मेरा नाम है कशिश मेरी अम्मी है आसिया, मेरी सास जमाला, मेरी नन्द सलमा, जेठानी नादिरा हैं। ससुर इमरान हैं।
मैंने सबसे पहले अपने नंदोई के लण्ड पर हाथ साफ करने का मन बना लिया क्योंकि वही सबसे ज्यादा मेरे आगे पीछे घूमा करता था। मैंने सोंचा की इसे अपने बस में करने से मुझे नन्द के बारे में बहुत कुछ मालूम हो जायेगा ? उसी दिन से मैं भी उसे भाव देने लगी। मुस्कराकर बातें करने लगी, उसे तिरछीं निगाहों से देखने लगी और मौक़ा पाकर उसे अपनी चूंचियां दिखाने लगी। एक दिन वह मुझे छत पर अकेला मिल गया। मैं उसके पास गयी और कहा हाय मेरी जान यहाँ क्या किसी की गांड मारने आये हो ? मेरी गाली सुनकर उसको जोश आ गया वह बोला नहीं भाभी मैं गांड नहीं मारता मैं तो 'वो' मारता हूँ।
मैंने कहा अच्छा इसका मतलब तुम बुर चोदते हो नंदोई जी ? वह मेरे पास और खिसक कर चला आया। मैंने उसके लण्ड पर हाथ मार कर कहा कितना बड़ा है तेरा लण्ड भोसड़ी का ? मुझे लगा की लौड़ा खड़ा है मैंने फिर कहा हाय अल्ला, ये तो पहले से ही खड़ा है यार ? मैंने उसकी लुंगी खींच ली तो वह नंगा हो गया। मैं उसे कोने में ले गयी और लण्ड हिलाने लगी लण्ड और बढ़ने लगा। मैंने कहा वाओ, ये तो ८" का हो गया है यार ? बस मैं बैठ कर लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में वह बोला भाभी मैं झड़ जाऊंगा मैंने कहा झड़ जा मादर चोद मेरे मुंह में ? वह वाकई झड़ गया और मैं उसका वीर्य पी गयी और लण्ड चाट चाट कर साफ़ कर दिया। मैंने कहा नंदोई जी किसी दिन मौक़ा पाकर मेरी बुर चोदना ?
बस एक ही झटके में उसने मुझे नन्द के ईमेल का पासवर्ड बता दिया। मैं एक दिन अपने ही लैपटॉप पर उसका ईमेल खोल कर पढ़ने लगी। मैंने मन में कहा बाप रे बाप इतनी गन्दी गन्दी बातें ? इतनी चोदा चोदी की तश्वीरें ? जाने कितने लण्ड की फोटो ? चूत चुदवाने की बातें ? सबसे ज्यादा तो माँ का भोसड़ा चुदवाने की बातें थीं ? मैं यह सब देख कर दंग रह गयी ? फिर मुझे एक लड़के से चैटिंग की डिटेल मिल गयी। उसकी अतीक नाम के किसी लड़के से चैटिंग हुई थी। उसमे लिखा था।
नन्द - हाय अतीक भोसड़ी के तुमसे कहा था की किसी दिन मेरी माँ चोदो लेकिन तूने अभी तक मेरी माँ नहीं चोदी ?
अतीक - अरे यार मुझे टाइम नहीं मिला। मैं उस दिन शमा की माँ चोदने चला गया था। एक दिन और आने का मन बनाया तो खुशबू आ गयी थी और उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया। फिर उसने मेरे घर में ही चुदवाया उसके बाद कहने लगी चलो आज रात को मेरी माँ चोदो। बस मैं उसकी माँ चोदने चला गया। नन्द - माँ का लौड़ा तू सबकी माँ चोद रहा है और मेरी माँ चोदने के लिए तेरे पास टाइम नहीं है ? अरे मादर चोद तेरा लौड़ा मुझे बहुत पसंद है इसीलिए मैं तुमसे अपनी माँ चुदवाना चाहती हूँ वरना तो मेरे और सभी दोस्त मेरी माँ चोदते ही हैं। अब बोल कब आएगा तू मेरी माँ चोदने ?
अतीक - मैं कल आऊंगा यह मेरा पक्का वादा है।
नन्द :- अच्छा सुन अपने साथ २ और दोस्त लेते आना। तुम मेरी माँ चोदना और वो दोनो मुझे चोदेंगें।
मैं समझ गयी की मेरी नन्द खुले आम सबसे चुदवाती है और फिर अपनी माँ चुदवाती हैं। दूसरे दिन मेरी नन्द ने अपनी चूत जरूर चुदवाई होगी और अपनी माँ का भोसड़ा भी ?
एक दिन मैं अपनी सास को किसी से बात करते हुए सुन लिया। वह बोल रही थी - तू बहन चोद किसकी बीवी चोदने गया था ,,,,,,,? हाय अल्ला, अगर उसका इतना बड़ा लौड़ा है तो फिर उसे मेरे भोसड़ा में क्यों नहीं पेला ,,,,,,? हा हां मैं कह तो रही हूँ मेरी बेटी चोद ले ,,,,,,,? फ़रज़ाना की बेटी की बुर चोदते हो तो मेरी बेटी की भी चोदो न ,,,,,,,,? उसकी बहन का लण्ड ,,,,,,,,? उसकी तो मैं माँ चोद दूँगी ,,,,,,,,,? यार मैं उसके मियां से चुदवाना चाहती हूँ ,,,,,,,,,? हां मैं जानती हूँ वह अपनी माँ चुदाने लगी है ,,,,,,,,? उसके ससुर का लण्ड तो मुझे भी बहुत पसंद है ,,,,,,,? उसकी बेटी भी लण्ड चूसती है क्या ,,,,,,,? हाय दईया इतना मोटा है उसका लण्ड तो फिर मेरे भोसड़ा में पेलो न,,,,,,,,,? मैंने बड़े ध्यान से सुना तो समझ में आ गया की मेरी सास बुर चोदी कितनी चुदक्कड़ है।
मैं मन बना लिया की इससे भोसड़ी वाली क्या डरना इसकी बिटिया की बुर तो अब मैं चोदूंगी ?
उस दिन गर्मी बहुत थी। घर के सारे लोग बाहर थे। मैं जब नीचे उतरी तो देखा की जेठानी के कमरे का ए सी चल रहा है। मैं समझ गयी वह अंदर है। मैं झांक कर देखने लगी। मैंने देखा की जेठानी तो बिलकुल नंगी है मादर चोद और किसी का लण्ड चूस रही है। उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां और मस्त गांड मुझे दिख रही थी। हां चूत बहन चोद छिपी हुई थी। लण्ड भी माशा अल्ला बड़ा मोटा था। उसे देख कर मेरी चूत माँ की लौड़ी गनगना उठी। तब तक जेठानी बोली हाय जीजू भोसड़ी के जल्दी जल्दी आया करो मुझे चोदने ? आज दो महीने के बाद तेरा लण्ड चूसने को मिला है। साला पहले से और सख्त हो गया है तेरा लण्ड ? आज तेरा लण्ड मेरे ससुर के लण्ड के टक्कर का लग रहा है ? तब मुझे मालूम हुआ की वह बुर चोदी मेरे ससुर से चुदवाती है। मैंने सोंचा की जब मेरी जेठानी चुदवाती है ससुर से तो फिर मुझे चुदाने में क्या हर्ज़ है ? इतने में जेठानी ने अपनी चूत फैला दी और कहा लो पेलो जीजू अपना लौड़ा इसमें ? जीजू भोसड़ी का भकाभक चोदने लगा मेरी जेठानी की बुर ?
मैं मन में कहने लगी की यार यह माज़रा क्या है ? मेरी ससुराल में यह सब क्या हो रहा है ? कोई मादर चोद अपनी बीवी चोदता ही नहीं ? सब दूसरे की बीवी की बुर में लण्ड पेल रहे हैं। एक रात का किस्सा दोस्तों मैं आपको और सुनाती हूँ :-
रात को मैं अपने मियां से चुदवाकर सो गयी। २/३ घंटे के बाद मेरी नींद टूटी तो देखा की मेरा मियां मेरे बिस्तर पर नहीं है। मैं उठी और इधर उधर देखने लगी। अचानक मैं खाला सास के कमरे में झाँकने लगी। मैंने जो देखा उसे देख कर बड़ी हैरान हो गयी। मैं सोंचने लगी हाय अल्ला, यह कमरा तो बिलकुल रंडी खाना बना हुआ है। यहाँ तो हो रही है धकापेल चुदाई ? खाला सास फूफा ससुर से चुदवा रही है। फुफिया सास मामू जान से चुदवा रही है और ममिया सास खालू ससुर से चुदवा रही है। यानि मेरे मियां की खाला जान, फूफी जान और मामी जान तीनो बुर चोदी एक दूसरे के मियां से चुदवा रही हैं। यहाँ भी कोई भोसड़ी का अपनी बीवी नहीं चोद रहा है। मैं सोंचने लगी की तो फिर मैं भी मादर चोद अपने मियां से क्यों चुदवाऊँ ? मैं भी दूसरों के मियां से चुदवाऊँगी ? इस घर में कोई भी औरत किसी का भी लण्ड पेल लेती है अपनी बुर में ? अब मैं चोदूंगी सास का भोसड़ा ?
एक दिन मैं बाहर जा रही थी। मैंने सलवार कुर्ता और चुन्नी लेकर निकल पड़ी तो मेरी सास ने टोक दिया।
नन्द बोली :- भोसड़ी की कशिश भाभी तुझे मेरे मियां से चुदवाने में शर्म नहीं आती माँ की लौड़ी ? मैंने कहा :- अच्छा तू शर्म की बात कर रही है ? जब अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड घुसाती है तो तेरी शर्म कहाँ जाती हैं। तेरी माँ भोसड़ी की जब तेरी बुर चुदवाती है तो तेरी शर्म कहाँ जाती है ? उस दिन जब तूने अतीक के दोनों दोस्तों से चुदवाया तो तेरी शर्म क्या माँ चुदाने गयी थी। और तो और, जब मादर चोद तेरा मियां तेरे सामने तेरी माँ की चूत चोदता है तब तो तू बड़ी ख़ुशी ख़ुशी चुदवा लेती है अपनी माँ ? तब तुझे शर्म नहीं आती ?
नन्द बोली :- बस करो भाभी तू तो बहन चोद सब जानती है ? मैं इस बात से बड़ी हैरान हूँ की तू इतनी जल्दी कैसे सबके बारे में जान गयी ?
मैंने कहा :- तेरी माँ ही नहीं, तेरी खाला जान, तेरी फूफी जान, तेरी मामी जान सब बुर चोदी एक दूसरे के मियां से चुदवाती हैं। और तू तो अपने ससुर से भी चुदवाने लगी है ? मैं सच कह रही हूँ न नाद रानी ?
नन्द बोली :- हा भाभी तुम बिलकुल सही कह रही हो ? मैं बेकार ही तेरी गांड मार रही थी। मेरा मन तो तेरी माँ चोदने का था लेकिन तू तो उसके पहले ही मेरी माँ चोदने लगी, भाभी ? अब मैं खुद बैठ कर अपने मियां से तेरी बुर चुदवाऊँगी।
नन्द ने मेरी तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा दिया और मैंने उसे मान लिया। वैसे तो वह मेरी चली बन गयी है। मेरा कहना मानने लगी है और मेरी हां में हां मिलाने लगी है। वह खुद बोली अरे भाभी मेरी अम्मी बुर चोदी जाने कितने लण्ड खाती है ? मेरी ससुराल से जो भी आता है मेरी अम्मी उसका लण्ड किसी न किसी बहाने पकड़ लेती हैं और फिर बिना अपना भोसड़ा चुदवाये उसे जाने नहीं देतीं हैं। मेरे ससुर का लण्ड, मेरे जेठ का लण्ड, मेरे देवरों के, मेरा नंदोई का मेरे जीजू का, सबका लण्ड अपनी भोसड़ा में ले चुकी है मादर चोद ? हां एक बात है सबको भोसड़ी वाली खूब मज़ा देती है इसीलिए लोग उसे चोदने आते हैं। मैंने कहा अरी तू बहन चोद बहुत बड़ी पगली है। ये बता ये सब लोग तुझे चोदते है की नहीं ? उसने कहा हां भाभी खूब चोदते हैं ?
तब मैंने बताया की लोग तेरी माँ का भोसड़ा नहीं तेरी बुर चोदने आते हैं। उन्हें यह मालूम है की बिना माँ का भोसड़ा चोदे बिटिया की बुर नहीं मिलेगी इसीलिए वो तेरी माँ चोदने आते हैं। उनका मकसद भोसड़ा चोदना नहीं है बल्कि तेरी चूत चोदना है सलमा नन्द रानी ?
वह मेरी बात सुनकर हैरान रह गयी और बोली हाय दईया मैं तो यह बात समझ ही नहीं पायी भाभी आज तो आपने मेरी आँखें खोल दी हैं।
रात में सलमा मेरे पास आई बोली भाभी मेरा ससुर आया है मैं चाहती हूँ की तुम आज रात को उससे चुदवा लो। उसका लौड़ा बड़ा लम्बा चौड़ा है मज़ा आ जायेगा तुझे भाभी ? मैंने कहा ठीक है उसे ले आ मेरे सामने भोसड़ी वाले को ? तुम चुदवाती हो न उससे ? वह बोली हां मैं तो बड़ी मस्ती से चुदवाती हूँ और मेरी अम्मी भी चुदवाती है उससे। रात को ११ बजे जब वह अपने ससुर का लण्ड पकड़े पकड़े एकदम नंगी होकर मेरे पास आई तब मैं अपने जीजू का लण्ड चूस रही थी। मैंने कहा ले बुर चोदी सलमा पकड़ मेरे जीजू का लण्ड और पेल इसे अपनी चूत में ? ला मुझे पकड़ा दे अपने मादर चोद ससुर का लण्ड ? मैं अभी इसे अपनी चूत में डाल के भून डालती हूँ।
न मेरे जीजू का लण्ड कम था और न उसके ससुर का लण्ड ? दोनों लण्ड बड़े टक्कर के निकले। मैं बेड पर लेती थी और नन्द के ससुर का लण्ड मेरी चूत में घुसा था। मेरी गांड की तरफ मुंह करके मेरी नन्द लेट गयी। तो मेरे जीजू ने लण्ड उसकी चूत में घुसा दिया। मैं जीजू के पेल्हड़ सहलाते हुए नन्द से ससुर से चुदवाने लगी और नन्द अपने ससुर के पेल्हड़ सहलाते हुए मेरे जीजू से चुदवाने लगी। दोनों टक्कर के लण्ड और दोनों टक्कर की चूत ? धकाधक, भकाभक होने लगी दोनों चूत की चुदाई ? पूरे कमरे में धच्च धच्च, फच्च फच्च, भच्च भच्च, पच्च पच्च की आवाज़ें आ रही थी। आवाज़ से लग रहा था की यहाँ चूत की गज़ब की चुदाई हो रही है ? हम दोनों की चूंचियां खूब उछल रही थी, नाच रही थी हमारी चूंचियां जिन्हे देख कर मर्दों के लण्ड का जोश बढ़ता जा रहा था।
नन्द बोली - हाय भाभी आज तेरे साथ चुदवाने में मुझे जो मज़ा आ रहा है वो मज़ा पहले कभी नहीं आया ?
मैंने कहा - देख भोसड़ी की सलमा, मज़ा तभी आएगा जब तू अपनी उम्र वाली लड़कियों से चुदवायेगी ? मैं भी अब अपनी जेठानी और देवरानी के साथ चुदवाने की सोंच रही हूँ। मैं भी देखूं की वे दोनों भोसड़ी वाली कैसे चुदवाती हैं ? कैसे लण्ड चूसती हैं और कैसे लण्ड पीती हैं ?
वह बोली :- अरे भाभी मेरी बड़ी भाभी को लण्ड चूसने और पीने का बड़ा शौक है। वह अक्सर अपनी चूत पीछे से चुदवाती है। दूसरी भाभी को लण्ड पर बैठ कर चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है ? तीसरी आप हैं। चौथी और पांचवी भाभी को बुर चुदवाने के साथ साथ गांड मरवाने का भी शौक है। मेरा खालू बीवियों की गांड बहुत मारता है। इसलिए वे दोनों अक्सर मेरे खालू से ही चुदवाती रहती हैं। अम्मी भी कभी कभी अपनी गांड उसी से मरवा लेती हैं।
इतने में जीजू का लण्ड उगलने लगा वीर्य जिसे नन्द रानी चाटने लगी। इधर मैं भी उसके ससुर का झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी।
थोड़े ही दिनों में कुछ कुछ बदलने लगा ? मेरी सास बात बात पर मेरी गांड में ऊँगली करने लगीं। मेरी नन्द मेरी गांड मारने लगी, मेरी जेठानी मुझे ताना देने लगी ? मेरी खाला सास, फूफी सास मेरे आने जाने पर टोका टोकी करने लगीं। लेकिन मर्दों में कोई बदलाव नहीं आया ? ससुर अब भी मेरा ख्याल रखता है। मेरे देवर मेरी चूंचियां क्या मेरी चूत, मेरी गांड देखने के लिए बेताब हैं ? मेरा जेठ मुझे चोदने के चक्कर में घूमता रहता है ? मेरा नंदोई मुझे लण्ड पकड़ाने की हर दिन कोशिश करता है ?
मैंने सोंच लिया की मैं यहाँ के मर्दों को अपने बस में रखूँ और औरतों की धीरे धीरे गांड मारना शुरू करूँ ? मैंने सबसे पहले अपनी सास और नन्द पर निगाहें जमा दीं ? उनकी जासूसी करने लगी ? नन्द की तो ज्यादा जासूसी करने लगी। मौक़ा पाते ही उसके लैपटॉप को खंगालने लगी. उसके मोबाइल पर आँख गड़ाने लगी ? सास के पास भी मोबाइल है। हालाँकि उसे मोबाइल ज्यादा चलाना नहीं आता लेकिन मैं यह पता करने लगी की उसके मोबाइल में क्या क्या हैं ? इस तरह मैं सास के भोसड़ा पर और नन्द की चूत पर नज़रें गड़ाये बैठी हुई थी।
मेरा नाम है कशिश मेरी अम्मी है आसिया, मेरी सास जमाला, मेरी नन्द सलमा, जेठानी नादिरा हैं। ससुर इमरान हैं।
मैंने सबसे पहले अपने नंदोई के लण्ड पर हाथ साफ करने का मन बना लिया क्योंकि वही सबसे ज्यादा मेरे आगे पीछे घूमा करता था। मैंने सोंचा की इसे अपने बस में करने से मुझे नन्द के बारे में बहुत कुछ मालूम हो जायेगा ? उसी दिन से मैं भी उसे भाव देने लगी। मुस्कराकर बातें करने लगी, उसे तिरछीं निगाहों से देखने लगी और मौक़ा पाकर उसे अपनी चूंचियां दिखाने लगी। एक दिन वह मुझे छत पर अकेला मिल गया। मैं उसके पास गयी और कहा हाय मेरी जान यहाँ क्या किसी की गांड मारने आये हो ? मेरी गाली सुनकर उसको जोश आ गया वह बोला नहीं भाभी मैं गांड नहीं मारता मैं तो 'वो' मारता हूँ।
मैंने कहा अच्छा इसका मतलब तुम बुर चोदते हो नंदोई जी ? वह मेरे पास और खिसक कर चला आया। मैंने उसके लण्ड पर हाथ मार कर कहा कितना बड़ा है तेरा लण्ड भोसड़ी का ? मुझे लगा की लौड़ा खड़ा है मैंने फिर कहा हाय अल्ला, ये तो पहले से ही खड़ा है यार ? मैंने उसकी लुंगी खींच ली तो वह नंगा हो गया। मैं उसे कोने में ले गयी और लण्ड हिलाने लगी लण्ड और बढ़ने लगा। मैंने कहा वाओ, ये तो ८" का हो गया है यार ? बस मैं बैठ कर लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में वह बोला भाभी मैं झड़ जाऊंगा मैंने कहा झड़ जा मादर चोद मेरे मुंह में ? वह वाकई झड़ गया और मैं उसका वीर्य पी गयी और लण्ड चाट चाट कर साफ़ कर दिया। मैंने कहा नंदोई जी किसी दिन मौक़ा पाकर मेरी बुर चोदना ?
बस एक ही झटके में उसने मुझे नन्द के ईमेल का पासवर्ड बता दिया। मैं एक दिन अपने ही लैपटॉप पर उसका ईमेल खोल कर पढ़ने लगी। मैंने मन में कहा बाप रे बाप इतनी गन्दी गन्दी बातें ? इतनी चोदा चोदी की तश्वीरें ? जाने कितने लण्ड की फोटो ? चूत चुदवाने की बातें ? सबसे ज्यादा तो माँ का भोसड़ा चुदवाने की बातें थीं ? मैं यह सब देख कर दंग रह गयी ? फिर मुझे एक लड़के से चैटिंग की डिटेल मिल गयी। उसकी अतीक नाम के किसी लड़के से चैटिंग हुई थी। उसमे लिखा था।
नन्द - हाय अतीक भोसड़ी के तुमसे कहा था की किसी दिन मेरी माँ चोदो लेकिन तूने अभी तक मेरी माँ नहीं चोदी ?
अतीक - अरे यार मुझे टाइम नहीं मिला। मैं उस दिन शमा की माँ चोदने चला गया था। एक दिन और आने का मन बनाया तो खुशबू आ गयी थी और उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया। फिर उसने मेरे घर में ही चुदवाया उसके बाद कहने लगी चलो आज रात को मेरी माँ चोदो। बस मैं उसकी माँ चोदने चला गया। नन्द - माँ का लौड़ा तू सबकी माँ चोद रहा है और मेरी माँ चोदने के लिए तेरे पास टाइम नहीं है ? अरे मादर चोद तेरा लौड़ा मुझे बहुत पसंद है इसीलिए मैं तुमसे अपनी माँ चुदवाना चाहती हूँ वरना तो मेरे और सभी दोस्त मेरी माँ चोदते ही हैं। अब बोल कब आएगा तू मेरी माँ चोदने ?
अतीक - मैं कल आऊंगा यह मेरा पक्का वादा है।
नन्द :- अच्छा सुन अपने साथ २ और दोस्त लेते आना। तुम मेरी माँ चोदना और वो दोनो मुझे चोदेंगें।
मैं समझ गयी की मेरी नन्द खुले आम सबसे चुदवाती है और फिर अपनी माँ चुदवाती हैं। दूसरे दिन मेरी नन्द ने अपनी चूत जरूर चुदवाई होगी और अपनी माँ का भोसड़ा भी ?
एक दिन मैं अपनी सास को किसी से बात करते हुए सुन लिया। वह बोल रही थी - तू बहन चोद किसकी बीवी चोदने गया था ,,,,,,,? हाय अल्ला, अगर उसका इतना बड़ा लौड़ा है तो फिर उसे मेरे भोसड़ा में क्यों नहीं पेला ,,,,,,? हा हां मैं कह तो रही हूँ मेरी बेटी चोद ले ,,,,,,,? फ़रज़ाना की बेटी की बुर चोदते हो तो मेरी बेटी की भी चोदो न ,,,,,,,,? उसकी बहन का लण्ड ,,,,,,,,? उसकी तो मैं माँ चोद दूँगी ,,,,,,,,,? यार मैं उसके मियां से चुदवाना चाहती हूँ ,,,,,,,,,? हां मैं जानती हूँ वह अपनी माँ चुदाने लगी है ,,,,,,,,? उसके ससुर का लण्ड तो मुझे भी बहुत पसंद है ,,,,,,,? उसकी बेटी भी लण्ड चूसती है क्या ,,,,,,,? हाय दईया इतना मोटा है उसका लण्ड तो फिर मेरे भोसड़ा में पेलो न,,,,,,,,,? मैंने बड़े ध्यान से सुना तो समझ में आ गया की मेरी सास बुर चोदी कितनी चुदक्कड़ है।
मैं मन बना लिया की इससे भोसड़ी वाली क्या डरना इसकी बिटिया की बुर तो अब मैं चोदूंगी ?
उस दिन गर्मी बहुत थी। घर के सारे लोग बाहर थे। मैं जब नीचे उतरी तो देखा की जेठानी के कमरे का ए सी चल रहा है। मैं समझ गयी वह अंदर है। मैं झांक कर देखने लगी। मैंने देखा की जेठानी तो बिलकुल नंगी है मादर चोद और किसी का लण्ड चूस रही है। उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां और मस्त गांड मुझे दिख रही थी। हां चूत बहन चोद छिपी हुई थी। लण्ड भी माशा अल्ला बड़ा मोटा था। उसे देख कर मेरी चूत माँ की लौड़ी गनगना उठी। तब तक जेठानी बोली हाय जीजू भोसड़ी के जल्दी जल्दी आया करो मुझे चोदने ? आज दो महीने के बाद तेरा लण्ड चूसने को मिला है। साला पहले से और सख्त हो गया है तेरा लण्ड ? आज तेरा लण्ड मेरे ससुर के लण्ड के टक्कर का लग रहा है ? तब मुझे मालूम हुआ की वह बुर चोदी मेरे ससुर से चुदवाती है। मैंने सोंचा की जब मेरी जेठानी चुदवाती है ससुर से तो फिर मुझे चुदाने में क्या हर्ज़ है ? इतने में जेठानी ने अपनी चूत फैला दी और कहा लो पेलो जीजू अपना लौड़ा इसमें ? जीजू भोसड़ी का भकाभक चोदने लगा मेरी जेठानी की बुर ?
मैं मन में कहने लगी की यार यह माज़रा क्या है ? मेरी ससुराल में यह सब क्या हो रहा है ? कोई मादर चोद अपनी बीवी चोदता ही नहीं ? सब दूसरे की बीवी की बुर में लण्ड पेल रहे हैं। एक रात का किस्सा दोस्तों मैं आपको और सुनाती हूँ :-
रात को मैं अपने मियां से चुदवाकर सो गयी। २/३ घंटे के बाद मेरी नींद टूटी तो देखा की मेरा मियां मेरे बिस्तर पर नहीं है। मैं उठी और इधर उधर देखने लगी। अचानक मैं खाला सास के कमरे में झाँकने लगी। मैंने जो देखा उसे देख कर बड़ी हैरान हो गयी। मैं सोंचने लगी हाय अल्ला, यह कमरा तो बिलकुल रंडी खाना बना हुआ है। यहाँ तो हो रही है धकापेल चुदाई ? खाला सास फूफा ससुर से चुदवा रही है। फुफिया सास मामू जान से चुदवा रही है और ममिया सास खालू ससुर से चुदवा रही है। यानि मेरे मियां की खाला जान, फूफी जान और मामी जान तीनो बुर चोदी एक दूसरे के मियां से चुदवा रही हैं। यहाँ भी कोई भोसड़ी का अपनी बीवी नहीं चोद रहा है। मैं सोंचने लगी की तो फिर मैं भी मादर चोद अपने मियां से क्यों चुदवाऊँ ? मैं भी दूसरों के मियां से चुदवाऊँगी ? इस घर में कोई भी औरत किसी का भी लण्ड पेल लेती है अपनी बुर में ? अब मैं चोदूंगी सास का भोसड़ा ?
एक दिन मैं बाहर जा रही थी। मैंने सलवार कुर्ता और चुन्नी लेकर निकल पड़ी तो मेरी सास ने टोक दिया।
- सास बोली - अरी भोसड़ी की बहू बुरखा ओढ़ कर निकला कर घर से ?
- मैंने जबाब दिया - बुरखा की माँ का भोसड़ा ? मैं तो नहीं पहनूंगी ? अभी अभी तेरी बुर चोदी बिटिया सलमा बिना बुरखे के निकला गयी और जब मैं जा रही हूँ तो तुम मेरी गांड में ऊँगली कर रही हो ?
- आये हाय बुरखा पहनने के लिए कह दिया तो गांड में ऊँगली हो गयी ? तू कितनी बेशरम हो गयी है बहू खुले आम गालियां बकने लगी है।
- मैं इस घर की बहू हूँ। मैं भी वही करूंगी जो इस घर में होता है ?
- तो क्या होता है इस घर में ? मैं तो बिना बुरखा के बाहर निकलती ही नहीं ?
- वाओ, बुरखा इसलिए पहनती हो की कहीं कोई तेरा मुंह न देख ले और यहाँ घर में मर्दों के सामने अपना भोसड़ा खोले घूमा करती हो ? मैं सब जानती हूँ किसकी झांट में कितने बाल हैं ?
- तूने कब देख लिया मुझे किसी को भोसड़ा दिखाते हुए ?
- मैंने तुझे एक बार नहीं, कई बार नंगी देखा है ? तुझे लण्ड पीते हुए देखा है ? कहो तो बताऊँ किस किस का लण्ड पीती है तू ? बताऊँ किस किस से चुदवाती है तू अपना भोसड़ा ? किस किस से गांड मराती है तू अपनी ?
- तू तो मादर चोद अभी अभी इस घर की बहू बन कर आई है। तू क्या जाने इस घर में क्या क्या होता है ?
- मैं सब जानती हूँ इस घर में क्या क्या होता है , रात में यही घर बन जाता है रंडी खाना जिसके मन जो आया वही लण्ड पेल लेती है अपनी बुर में ? कहीं किसी की चूत चुद रही है तो कहीं किसी का भोसड़ा ?
- अरे यह तो हर घर में होता है ? दुनियां भर में यही होता है ? रात तो चोदा चोदी के लिए होती ही है।
- वहां लोग अपनी अपनी बीवी चोदते है ? और यहाँ कोई भोसड़ी का अपनी बीवी नहीं चोदता ? कोई भोसड़ी की अपने मियां से नहीं चुदवाती ? सबको गैर मर्दों के लण्ड अच्छे लगते हैं ? तू चुदवाती है अपनी बिटिया की बुर और तेरी बिटिया चुदवाती है अपनी माँ का भोसड़ा ? अब मेरा मुंह और न खुलवाओ मेरी हरामजादी सासू नहीं तो तेरी गांड फट जाएगी ? मैं जा रही हूँ।
नन्द बोली :- भोसड़ी की कशिश भाभी तुझे मेरे मियां से चुदवाने में शर्म नहीं आती माँ की लौड़ी ? मैंने कहा :- अच्छा तू शर्म की बात कर रही है ? जब अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड घुसाती है तो तेरी शर्म कहाँ जाती हैं। तेरी माँ भोसड़ी की जब तेरी बुर चुदवाती है तो तेरी शर्म कहाँ जाती है ? उस दिन जब तूने अतीक के दोनों दोस्तों से चुदवाया तो तेरी शर्म क्या माँ चुदाने गयी थी। और तो और, जब मादर चोद तेरा मियां तेरे सामने तेरी माँ की चूत चोदता है तब तो तू बड़ी ख़ुशी ख़ुशी चुदवा लेती है अपनी माँ ? तब तुझे शर्म नहीं आती ?
नन्द बोली :- बस करो भाभी तू तो बहन चोद सब जानती है ? मैं इस बात से बड़ी हैरान हूँ की तू इतनी जल्दी कैसे सबके बारे में जान गयी ?
मैंने कहा :- तेरी माँ ही नहीं, तेरी खाला जान, तेरी फूफी जान, तेरी मामी जान सब बुर चोदी एक दूसरे के मियां से चुदवाती हैं। और तू तो अपने ससुर से भी चुदवाने लगी है ? मैं सच कह रही हूँ न नाद रानी ?
नन्द बोली :- हा भाभी तुम बिलकुल सही कह रही हो ? मैं बेकार ही तेरी गांड मार रही थी। मेरा मन तो तेरी माँ चोदने का था लेकिन तू तो उसके पहले ही मेरी माँ चोदने लगी, भाभी ? अब मैं खुद बैठ कर अपने मियां से तेरी बुर चुदवाऊँगी।
नन्द ने मेरी तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा दिया और मैंने उसे मान लिया। वैसे तो वह मेरी चली बन गयी है। मेरा कहना मानने लगी है और मेरी हां में हां मिलाने लगी है। वह खुद बोली अरे भाभी मेरी अम्मी बुर चोदी जाने कितने लण्ड खाती है ? मेरी ससुराल से जो भी आता है मेरी अम्मी उसका लण्ड किसी न किसी बहाने पकड़ लेती हैं और फिर बिना अपना भोसड़ा चुदवाये उसे जाने नहीं देतीं हैं। मेरे ससुर का लण्ड, मेरे जेठ का लण्ड, मेरे देवरों के, मेरा नंदोई का मेरे जीजू का, सबका लण्ड अपनी भोसड़ा में ले चुकी है मादर चोद ? हां एक बात है सबको भोसड़ी वाली खूब मज़ा देती है इसीलिए लोग उसे चोदने आते हैं। मैंने कहा अरी तू बहन चोद बहुत बड़ी पगली है। ये बता ये सब लोग तुझे चोदते है की नहीं ? उसने कहा हां भाभी खूब चोदते हैं ?
तब मैंने बताया की लोग तेरी माँ का भोसड़ा नहीं तेरी बुर चोदने आते हैं। उन्हें यह मालूम है की बिना माँ का भोसड़ा चोदे बिटिया की बुर नहीं मिलेगी इसीलिए वो तेरी माँ चोदने आते हैं। उनका मकसद भोसड़ा चोदना नहीं है बल्कि तेरी चूत चोदना है सलमा नन्द रानी ?
वह मेरी बात सुनकर हैरान रह गयी और बोली हाय दईया मैं तो यह बात समझ ही नहीं पायी भाभी आज तो आपने मेरी आँखें खोल दी हैं।
रात में सलमा मेरे पास आई बोली भाभी मेरा ससुर आया है मैं चाहती हूँ की तुम आज रात को उससे चुदवा लो। उसका लौड़ा बड़ा लम्बा चौड़ा है मज़ा आ जायेगा तुझे भाभी ? मैंने कहा ठीक है उसे ले आ मेरे सामने भोसड़ी वाले को ? तुम चुदवाती हो न उससे ? वह बोली हां मैं तो बड़ी मस्ती से चुदवाती हूँ और मेरी अम्मी भी चुदवाती है उससे। रात को ११ बजे जब वह अपने ससुर का लण्ड पकड़े पकड़े एकदम नंगी होकर मेरे पास आई तब मैं अपने जीजू का लण्ड चूस रही थी। मैंने कहा ले बुर चोदी सलमा पकड़ मेरे जीजू का लण्ड और पेल इसे अपनी चूत में ? ला मुझे पकड़ा दे अपने मादर चोद ससुर का लण्ड ? मैं अभी इसे अपनी चूत में डाल के भून डालती हूँ।
न मेरे जीजू का लण्ड कम था और न उसके ससुर का लण्ड ? दोनों लण्ड बड़े टक्कर के निकले। मैं बेड पर लेती थी और नन्द के ससुर का लण्ड मेरी चूत में घुसा था। मेरी गांड की तरफ मुंह करके मेरी नन्द लेट गयी। तो मेरे जीजू ने लण्ड उसकी चूत में घुसा दिया। मैं जीजू के पेल्हड़ सहलाते हुए नन्द से ससुर से चुदवाने लगी और नन्द अपने ससुर के पेल्हड़ सहलाते हुए मेरे जीजू से चुदवाने लगी। दोनों टक्कर के लण्ड और दोनों टक्कर की चूत ? धकाधक, भकाभक होने लगी दोनों चूत की चुदाई ? पूरे कमरे में धच्च धच्च, फच्च फच्च, भच्च भच्च, पच्च पच्च की आवाज़ें आ रही थी। आवाज़ से लग रहा था की यहाँ चूत की गज़ब की चुदाई हो रही है ? हम दोनों की चूंचियां खूब उछल रही थी, नाच रही थी हमारी चूंचियां जिन्हे देख कर मर्दों के लण्ड का जोश बढ़ता जा रहा था।
नन्द बोली - हाय भाभी आज तेरे साथ चुदवाने में मुझे जो मज़ा आ रहा है वो मज़ा पहले कभी नहीं आया ?
मैंने कहा - देख भोसड़ी की सलमा, मज़ा तभी आएगा जब तू अपनी उम्र वाली लड़कियों से चुदवायेगी ? मैं भी अब अपनी जेठानी और देवरानी के साथ चुदवाने की सोंच रही हूँ। मैं भी देखूं की वे दोनों भोसड़ी वाली कैसे चुदवाती हैं ? कैसे लण्ड चूसती हैं और कैसे लण्ड पीती हैं ?
वह बोली :- अरे भाभी मेरी बड़ी भाभी को लण्ड चूसने और पीने का बड़ा शौक है। वह अक्सर अपनी चूत पीछे से चुदवाती है। दूसरी भाभी को लण्ड पर बैठ कर चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है ? तीसरी आप हैं। चौथी और पांचवी भाभी को बुर चुदवाने के साथ साथ गांड मरवाने का भी शौक है। मेरा खालू बीवियों की गांड बहुत मारता है। इसलिए वे दोनों अक्सर मेरे खालू से ही चुदवाती रहती हैं। अम्मी भी कभी कभी अपनी गांड उसी से मरवा लेती हैं।
इतने में जीजू का लण्ड उगलने लगा वीर्य जिसे नन्द रानी चाटने लगी। इधर मैं भी उसके ससुर का झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी।
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