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एक लण्ड से नहीं मनाऊँगी सुहागरात - Mujhe 1 lund se chudkar majaa nahi aata
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सब यही सोंचने लगीं की चलो अभी उसने २/३ लण्ड की ही फ़रमाईश की है। अगर उसने लण्ड के साइज़ की फरमाईश कर दी तो फिर हम लोगों की और माँ चुद जाएगी ? सास बोली अब तुम लोग बताओ की किसका लण्ड कितना बड़ा है ? सबसे बड़ा और मोटा लण्ड किसका है ? किसका लण्ड देर तक बुर चोदने वाला है ? सबसे बड़ी बात तो यह है की अब कौन दुल्हन से पूंछने जाये ? सुहागरात तो कल ही है और अब तक लण्ड का कोई इंतज़ाम नहीं हो पाया ? यही सोंच सोंच कर सास की गांड तो फट कर हाथ में आ रही थी ?
इतने में दुल्हन की नन्द शन्नो आ गयी। वह बोली हाय अम्मी क्या बात है ? तुम लोग बहन चोद इतनी सीरियस क्यों हो। फिर मेरी सास ने पूरी बात शन्नो को बताई। वह बोली वाओ, बस इतनी सी बात है ? तुम लोग चिंता न करो मैं करूंगी बुर चोदी दुल्हन से बात ? लण्ड ही तो मांग रही है कोई ज़मीन ज़ायदाद तो नहीं मांग रही है। माशा अल्ला बड़ी खूबसूरत है मेरी भाभी ? जवान है बड़ी बड़ी चूंचियों वाली है मस्त चूत वाली है और चुदक्कड़ भी भोसड़ी की बहुत है ? तभी तो २/३ लण्ड मांग रही है ?
सास बोली :- अरी बेटी शन्नो सुहागरात में तो एक मर्द ही होता है। उस रात में शौहर के अलावा और कोई मर्द नहीं होता शन्नो ?
शन्नो बोली :- तो फिर सुहागरात के बाद तो कई मर्द होतें हैं न ? यहाँ कौन भोसड़ी वाली है जो २/३ लण्ड से नहीं चुदवाती ? चाहे खाला जान हो, अम्मी जान हो, फूफी जान हों, भाभी जान हो सब की सब पराये मरद के लण्ड का मज़ा लूटती है। दुल्हन भी अगर यही करेगी तो किसी की गांड में क्यों दर्द होता है ? तुम बाद में शुरू करती हो वह सुहागरात से ही शुरू कर रही है. तो क्या हुआ ? उसकी माँ भी ऐसी ही करती होगी ? आजकल अम्मी सब चलता है ? अब तुम मुझे ही देखो मेरी सुहागरात में बिना मांगे मुझे २/३ लण्ड मिल गये थे। उस दिन मैं सुबह १० बजे तह चुदवाती रही ? मैं तो दुल्हन के पक्ष में हूँ। मैं बस यह पूँछूँगी की उसे किस तरह के लण्ड चाहिए ?
सास बोली :- और अगर उस तरह के लण्ड हमारे पास न हुए तो ?
शन्नो बोली :- अरे अम्मी वह मर्दों के ही लण्ड मांग रही है न ? देशी लण्ड मांग रही है न ? कोई विदेशी लण्ड नहीं मांग रही ? गधे के जैसा दो फुट का लण्ड नहीं मांग रही है ? मैं किसी भी तरह के लण्ड का इंतज़ाम कर सकती हूँ। मैं उसकी ख्वाहिश पूरी करूंगी ?
शन्नो कुछ देर में मेरे पास आ गयी।
दोस्तों, मेरा नाम है नैना मैं २५ साल की हूँ और इस घर में दुल्हन बनकर आई हूँ। आते ही मैंने सुहागरात में २/३ लण्ड की मांग कर दी तो पूरे घर में तहलका मचा हुआ है। शन्नो मेरे पास आई और मीठी मीठी बातें करने लगी ।
- फिर वह बोली बताओ कितने लण्ड लोगी सुहागरात में नैना भाभी ?
- मैंने कहा दो लण्ड होंगें तो अच्छा है और तीन लण्ड होंगें तो और अच्छा है।
- अगर चार लण्ड हो जायें तो ?
- तो चौथा लण्ड मैं तेरी बुर में घुसा दूँगी बुर चोदी शन्नो।
- भाभी एक बात बताओ की तीन तीन लण्ड के बिना क्या चुदाई नहीं हो सकती ?
- मैंने बताया अरी मेरी भोसड़ी की शन्नो सुन मुझे चुदाने के पहले लण्ड चाटने और चूसने का जबरदस्त शौक है। मैं कभी किसी का लण्ड सीधे अपनी बुर में नहीं घुसेड़ती ? मैं जब लण्ड मस्ती से चाटती हूँ चूसती हूँ, लण्ड से बातें करती हूँ, उसे चूमती हूँ पुचकारती हूँ तो अक्सर लण्ड भोसड़ी के मेरे मुंह में ही झड़ जातें है। ऐसे में मेरी चूत की आग कौन बुझाए ? वह तो मादर चोद भाग जाता है और मैं चुदासी रह जाती हूँ। ऐसे में एक लण्ड अगर stand by में हो तो उसे चुदाई के लिए फ़ौरन इस्ते माल कर लेती हूँ। अब देखो न जब लण्ड मुंह में होता है तो चूत लण्ड मांगती है, लण्ड जब चूत में होता है गांड लण्ड मांगती है लण्ड जब गांड में हो तो मुंह लण्ड माँगने लगता है ? ऐसे में अगर एक ही लण्ड है तो किस किस की ख्वाहिश पूरी करूंगी शन्नो तू ही बता ?
- पर भाभी यह तो सुहागरात है इसमें तो अपने शौहर का ही लण्ड इस्तेमाल किया जाता है ?
- मैं कहाँ मना करती हूँ। मैं भी पहले उसका ही लण्ड इस्तेमाल करूंगी। वही सबसे पहले मेरी बुर चोदेगा ? उसके बाद जिनको चोदना होगा वो चोदेंगें ? देखो तुम सब लोग गैर मर्दों से चुदवाती हो की नहीं ? इस घर की सभी औरतें गैर मर्दो से चुदवाती हैं की नहीं ? तुम लोग शादी के कुछ दिन के बाद पराये मर्दों के लण्ड लेना शुरू कर देती हो और मैं सुहागरात से ही पराये मर्दों के लण्ड लेना चाहती हूँ। फरक बस इतना ही है ?
- भाभी आपकी बात बिलकुल सही है। मैं तुम्हारी बात से सहमत हूँ. अब यह बताओ की लण्ड कितने बड़े बड़े लोगी ?
- देखो शन्नो लण्ड लण्ड होता है छोटा या बड़ा इससे फरक नहीं पड़ता ? लेकिन हां बहन चोद सख्त होना चाहिए लण्ड ? एकदम लोहे की तरह टन टनाता हुआ लण्ड हो तो मज़ा आ जायेगा ?
- अरे भाभी, मैं दूँगी तुझे तेरे मन के सख्त सख्त लण्ड ? अब यह बताओ भाभी की तुम कबसे लण्ड पकड़ने लगी और कबसे चुदवा रही हो ?
- उन दिनों मैं १५ साल की थी जब मुझे मेरे मामू जान ने अपना लण्ड पकड़ा दिया था। मैंने पहली बार कोई खड़ा लौड़ा देखा। तब मुझे मालूम हुआ की लण्ड खड़ा होकर कितना बड़ा हो जाता है ? धीरे धीरे मैं लण्ड चाटने और चूसने लगी क्योंकि मुझे भी मज़ा आने लगा था। मेरी चूंचियां भी मादर चोद बड़ी बड़ी हो गयीं थी। वह मेरी चूंचियां दबाने लगा। मेरी झांटें भी आ गयी थी तो उसने मेरी झांटें सहलाना शुरू कर दिया। कुछ दिन तक ऐसा ही चलता रहा। धीरे धीरे वह मुझसे लण्ड की मालिश करवाने लगा। पहले मैं लण्ड चूसती फिर तेल लगा कर लण्ड की हौले हौले मालिश करती । उसका चमकता हुआ सुपाड़ा देखने में मुझे बड़ा मज़ा आता था ? मैं तब तक गालियां देना सीख गयी थी। एक दिन उसने कहा नैना मुझे गालियां सुनाओ न ? मैंने कहा तू साला, मादर चोद, भोसड़ी का, माँ का लौड़ा मुझसे गालियां सुनेगा ? तेरी तो माँ का भोसड़ा, तेरी बहन की बुर, साले, हरामजादे, गांडू कहीं का, तेरी बिटिया की बुर, तेरे झांटों में लगा दूँगी आग, तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी लण्ड, तेरी उखाड़ लूंगी झांटें, तेरा बहन चोद लौड़ा नोंच डालूंगी, तेरी माँ चोदूंगी मैं साले भड़ुए ? बुर चाटना तो आता है चला है भोसड़ा चोदने ? वह मेरी गालियां सुनकर दंग रह गया। ऐसा बकते बकते मैं और बोल्ड हो गयी और फिर १८ साल की उम्र से भकाभक चुदवाने लगी अपनी चूत। कभी कभी गांड भी मराने लगी। २० साल की उम्र आते आते मैं अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाने लगी। अब तक जाने कितने लौड़ों का मज़ा ले चुकी हूँ मैं ? शराब भी पीती हूँ और लण्ड भी पीती हूँ।
- अरे भाभी तब तो मेरी तुम्हारी खूब जमेगी ? मैं भी शराब पीती हूँ और लण्ड पीती हूँ।
इतने में शाम हो गयी सुहागरात होने वाली थी लेकिन अभी तक लण्ड का इंतज़ाम नहीं हुआ ? सबकी गांड फटी जा रही थी। सास का तो भोसड़ा भी फट रहा था। यह दौड़ी दौड़ी आई और बोली अरी बुर चोदी शन्नो कुछ इंतज़ाम हुआ की नहीं ? सुहागरात का टाइम हो गया है ? उसने जबाब दिया अम्मी तू इतना परेशान क्यों है ? तेरी गांड सबसे ज्यादा क्यों फट रही है ? यह जिम्मेदारी मेरी है ? तू जा और किसी का लण्ड हिला हिला कर मज़ा ले ? मैं इधर देख लूंगी ? शन्नो के दिमाग में शायद कुछ और ही था जो उसने मुझे भी नहीं बताया। खैर सुहागरात शुरू हुई मेरा शौहर आया मेरे पास बैठा कुछ बातें की और फिर मेरा घूँघट खोलने लगा। मैंने कह पहले मुझे कुछ गिफ्ट दो फिर मेरा घूँघट खोलो ? वह बोला तुम जो मांगो मैं वही दूंगा। मैंने कहा मुझे बचन दो ? उसने कहा हां मैं बचन देता हूँ।
मैंने कहा की वादा करो की आज से तुम जब भी मुझे चोदोगे तो अकेले नहीं चोदोगे, २/३ लोग मिलकर चोदोगे ? मैं हमेशा २/३ लण्ड से एक साथ चुदवाती हूँ।
उसने हां कह दी तो मैंने फ़ौरन घूंघट हटाने दिया। थोड़ी देर में उसने मेरे एक एक कर के सारे कपड़े उतार दिया और मुझे पूरी नंगी कर दिया ? मैंने भी उसे नंगा कर दिया और उसका लण्ड अपने कब्जे में कर लिया। लण्ड मेरे पकड़ते ही टन्ना उठा, मैं लण्ड चूसने लगी और वह मेरी चूत ? मैं बड़ी देर तक लण्ड चूसती तो वह बोला हाय मेरी जान अब तो चुदवा लो अब मुझसे रुका नहीं जा रहा ? तब मैंने लण्ड अपनी चूत में घुसाया और चुदवाने लगी। थोड़ी देर में वही हुआ जिसका मुझे डर था। वह बहन चोद भल्ल से झड़ गया और मैं चुदासी ही रह गयी।
वह जैसे ही बाहर गया वैसे ही एक मस्त जवान लड़का एकदम नंगा नंगा मेरे सामने आ गया। उसका लण्ड देख कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा ? मैंने फ़ौरन लण्ड पकड़ लिया और उसे चूसने लगी। मैंने कुछ नहीं पूंछा की तुम कौन हो ? कहाँ से आये हो ? नाम क्या है तेरा ? मुझे लण्ड मिला तो मेरी इच्छा पूरी हो गयी। मैं लण्ड चूस ही रही थी की एक अधेड़ उम्र का आदमी भी नंगा नंगा मेरे कमरे में घुस आया। उसका लौड़ा तो तोप की तरह खड़ा था और लण्ड का सुपाड़ा तो बिलकुल तोप के गोले की तरह था। इतना बड़ा और मोटा सख्त लण्ड देख कर मेरी चूत और गरमा उठी ? बिलकुल भठ्ठी हो गयी बुर चोदी मेरी बुर ? मुझमे और मस्ती सवार हो गयी। मैं और बेशरम हो गयी। मैं लण्ड देख कर बहुत ललचा गयी और मन में बोली हाय दईया कितना प्यारा और मस्त लौड़ा है भोसड़ी वाले का ? हाथ बढाकर लण्ड पकड़ा तो मज़ा आ गया। मन में कहा वाओ यह है असली मरदाना लण्ड ? मुझे इसी तरह के लण्ड की जरुरत है। मेरी नन्द शन्नो मेरी इच्छा अच्छी तरह से जान गयी है। मैं उस आदमी का लण्ड चाटने लगी और लड़के का लण्ड अपनी बुर में पेलवा कर चुदवाने लगी ? अब मुझे असली सुहागरात का मज़ा आने लगा।
थोड़ी देर में मैंने लड़के का लण्ड मुंह में लिया और आदमी से कहा यार अब तुम चोदो मेरी चूत। उसने लण्ड भिड़ा दिया मेरी चूत में और गच्च गच्च घुसाने लगा लण्ड। लण्ड साला चारों तरफ से चिपक कर घुसने लगा. चूं ,,चूं चूं ,,चप्प की आवाज़ आई। लौड़ा पूरा घुसा तो मेरे मुंह से निकला उई माँ फाड़ डाला मेरी चूत भोसड़ी के ? बड़ा मोटा लौड़ा है तेरा साले ? इसके बाद जब लण्ड का बार बार आना जाना शुरू हुआ जो जोर जोर से चूं, चीं ,,चों,,,पों ,, चपर चपर , चों ,, हों,,,पुच्च पूं ,, चूं ,,,की आवाजें आने लगी तो शन्नो सीधे कमरे में आ गयी वह बोली हाय भाभी मज़ा आ रहा है न ? लौड़े तेरे पसंद के हैं न ? मैंने कहा अरे यार मेरी चूत की गांड फटी जा रही है ? बड़ा मोटा मस्त लौड़ा है यार ? अब तू आ गयी तो बैठ और चुदवा मेरी बुर। लेकिन पहले मेरी तरह तू भी हो जा नंगी ? वह नंगी हो गयी और अपने दोनों हाथों से दोनों लण्ड के पेल्हड सहलाने लगी। उसे भी मेरी बुर चुदवा कर मज़ा आने लगा। वह भी कभी यह लण्ड कभी वो लण्ड मेरी बुर से निकाल कर निकाल कर चाटने लगी। आज मुझे वाकई बड़ा मज़ा आ रहा था। क्योंकि लण्ड मेरे मन के थे ? मैं भी मस्त कुतिया की तरह चुदवाने में लगी थी। रंडी की तरह चुदवा रही थी मैं ?
उस आदमी ने मुझे हर तरफ से चोदा और इस तरह चोदा की मैं तो खलास हो गयी। फिर मैंने लण्ड का मुठ्ठ मारना शुरू किया। लण्ड इतना मोटा था की मैं दोनों हाथों से मुठ्ठ मार रही थी। शन्नो भी लड़के का मुठ्ठ मारने लगी। फिर दोनों लण्ड उगलने लगे मक्खन ? आदमी का लौड़ा मैंने चाटा और लड़के का लौड़ा शन्नो ने ? फिर हम दोनों वहीँ नंगी नंगी ही सो गयीं। सवेरे जब मैं उठी तो शन्नो से पूंछा यार यह बताओ वो कौन लोग थे जो मुझे चोद कर चले गये ? मुझे चुदवाने में इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। मैं उन्हें जानना चाहती हूँ ताकि आगे भी उनसे चुदवाने का मौक़ा मिले ?
वह बोली अरे भाभी वो जो आदमी था वह मेरे ससुर का दोस्त है। और जो वह लड़का था वह मेरे मियां का दोस्त है। इन दोनों से मैं चुदवा चुकी हूँ।
मैंने कहा :- तो तूने कैसे और कब चुदवाया उन लोगों से ?
शन्नो ने बताया :- मेरे ससुर के दोस्त का नाम है अज़ीज़ अहमद ? एक दिन वह मेरे घर आ गया। घर में मेरे अलावा कोई और नहीं था। वह बोला क्या अजमल (मेरा ससुर) घर पर है। क्या भाभी जी घर पर हैं ? मैंने कहा अंकल वो दोनों बाहर गएँ हैं। वह थोड़ा उदास हो गया और बोला तो फिर मैं चलता हूँ। मैंने उसे रोका और कहा अंकल बैठिये न प्लीज मैं आपके लिए चाय बनाती हूँ। वह बोला मैं चाय नहीं पीता बहू ? मैंने पूंछा तो फिर क्या पीते हो अंकल ? वह थोड़ा रूककर बोला बहू मैं तो शराब पीता हूँ। मैंने कहा तो फिर आप बैठिये मैं आपको शराब पिलाती हूँ। फिर हम दोनों शराब पोने लगे। मैंने पूंछा अंकल क्या कोई ख़ास बात थी ? वह बोला बहू अब तुमसे क्या छिपाना ? मैं तो अजमल की बीवी यानी तेरी सास से मिलने आया था ? मैंने कहा कोई जरुरी बात है क्या ? वह बोला अरे नहीं बहू असली बात यह है की मैं उसे ,,,,,,,,,,था।
मैंने कहा भोसड़ी के अंकल खुल कर बताओ मुझे अब मैं बच्ची नहीं हूँ, बहन चोद ? मैं एक बीवी जवान हूँ सब समझती हूँ। तब उसने कहा असल बात यह है की मैं और अजमल दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। इसलिए मैं वास्तव में तेरी सास का भोसड़ा चोदने आया हूँ।
मैंने हंसकर कहा सास का भोसड़ा नहीं तो क्या हुआ बहू की बुर तो है अंकल ? चोदो मुझे जितना चोद सको ?
मेरी बात सुनकर उसके चेहरे पर चमक आ गयी। फिर मैंने उसके लण्ड पर हाथ रख दिया। लण्ड साला फन फना उठा ? मैं जान गयी की लौड़ा बड़ा मोटा और शान दार है। बस मैंने उसकी लुंगी खोली तो लौड़ा टन्ना कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने जब अपने कपड़े खोले तो मुझे नंगी देख कर लण्ड साला और सख्त हो गया। घोड़े की तरह हिनहिनाने लगा लण्ड ? फिर मैंने उससे रात भर चुदवाया ? यही हाल मेरे मियां के दोस्त के साथ हुआ ? आया था मादर चोद मेरे साथ बियर पीने और मैं पीने लगी उसका लण्ड ? तीन बार चोदा मुझे उसने तब सवेरे अपने घर वापस गया।
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