Home
» Kamvasna ka time sex stories कामवासना की हिंदी कहानियां Chudai mein pagal logon ke kisse
» नौ इंच के काले लण्ड ने बहुत मजा दिया - 9 inch ka kala lund meri chhoti chut chudai
नौ इंच के काले लण्ड ने बहुत मजा दिया - 9 inch ka kala lund meri chhoti chut chudai
नौ इंच के काले लण्ड ने बहुत मजा दिया - 9 inch ka kala lund meri chhoti chut chudai, नौ इंच के लंड का कमाल, चिकिनी चुत की चुदाई, लंड चुसवाने का मज़ा, काला लंड चिकना, अफ्रीकन लंड से चुदाई, चूत और गांड मेरे पति और मेरे यार ने चोदी, काले डिक में गीला चूत, मेरी चूत को चाटा.
जब से मैं डिग्री कॉलेज में पढ़ने लगी हूँ तबसे मैं गालियां भी खूब देने लगी हूँ। अब मुझे एक साल हो गया है इस कॉलेज में। इस एक साल में मैंने बहुत सी नईं बाते सीखीं है। जिनमे से एक बात गाली देने की भी है। ऐसा नहीं है की इससे पहले मैंने गालियां नहीं सुनी या नहीं दीं ? मेरी अम्मी अक्सर लोगों से गालियों से बात करती है। फोन पर तो वह गालियां खूब देतीं है। अब्बा को भी कभी कभी गाली देते हुए सुना है लेकिन मैं अपने मुंह से कभी गालियां नहीं निकालती थी।
मैं जब इस कॉलेज में आई तो देखा की यहाँ कोई ऐसी बहन चोद लड़की नहीं है जो गाली न देती हो ? लड़कियां बात बात के गाली देतीं हैं। गाली दे दे कर ही बातें करती है। जैसे,,,, उस बहन चोद ने मेरा बैग छू लिया ,,, सर ने सवाल किया तो मेरी गांड फट गयी यार ,,,, उस साले की माँ चोदूंगी मैं ,,,, यार सुना है उसका लौड़ा बड़ा प्यारा है,,, मैंने भी सुना दिया तेरी माँ की चूत ,,,,,यार उस दिन मैं दिन भर अपनी माँ चुदवाती रही लेकिन बस नहीं मिली ,,,, ये लड़के भी साले बड़े गांडू होतें हैं ,,,,मालती मेम की तो किसी दिन झांटें उखाड़ लूंगी मैं ,,,, मेम की बिटिया की बुर चोदूंगी मैं ,,,, वो भोसड़ी का क्या उखाड़ेगा मेरा ,,,, उस दिन मेरी झांटें सुलग गईं, यार,,,, माँ का लौड़ा बड़ा हरामी है वो ,,,,? वगैरह वगैरह ,,,,,?
इसका असर मुझ पर भी पड़ा ? इसी तरह की बातें सुन सुन कर मैंने भी गालियां देना सीख लिया। और मैं भी सबकी तरह गालियां देने लगी। मुझे महसूस हुआ की लड़के लड़कियों की गालियां सुनकर ज्यादा मज़ा लेतें हैं। मैंने कुछ और नजदीक से देखा तो मालूम हुआ की लड़के लड़कियों के मुंह से 'लण्ड' की गालियां ज्यादा सुनना पसंद करतें हैं। बस मैंने यही बात पकड़ ली और फ़टाफ़ट 'लण्ड'की गालियां खुले आम देने लगी।
अरे यार सच बताऊँ आपको मैं तो मादर चोद रातों रात बड़ी मशहूर हो गयी। लड़के मेरे आगे पीछे घूमने लगे ? मेरी गालियां सुनने के लिए इंतज़ार करने लगे ? कभी कभी तो लड़के मेरे मुंह से गालियां सुनने के लिए मेरी मिन्नतें भी करने लगे ? लड़कियां भी मेरे अगल बगल चलने लगीं ? मैं students में ही कॉलेज के teachers में भी मशहूर हो गयी ? मैं धीरे धीरे सबकी चहेती बनने लगी। टीचर भी मुझसे अच्छी तरह बात करने लगे और मेम भी। मैं एक बात का बहुत ख्याल रखती हूँ। मैं हमेशा प्यार से गालियां देती हूँ और प्यार से गालियां लेती भी हूँ। मुझे जब कोई प्यार से गालियां देता है या देती हैं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं बहुत एन्जॉय करती हूँ।
प्यार की गालियों से मेरा मन और तन दोनों मस्त हो जातें है। तभी तो इस एक साल में ही मेरी चूंचियां बुर चोदी दुगुनी हो गयीं है ? मैं तो गालियों से लोगों के लण्ड दूना कर देती हूँ। उसके बाद लण्ड चूत में घुसा कर चुदाने से मज़ा भी दूना हो जाता है।
उस दिन मुझे अकेले में छत पर मामू मिल गया भोसड़ी का ? मैंने उसके लण्ड पर हाथ मार दिया। प्यार से दो चार लण्ड की गालियां सुनाई तो लण्ड साला टन्ना गया। मैंने उसका पैजामा खोल डाला और उसे नंगा करके लण्ड चूसने लगी। मैं जितनी गालियां सुनाती लण्ड उतना ही बढ़ता जाता। देखते ही देखते मादर चोद लण्ड हो गया दूना । फिर मैंने भी अपनी चूंचियां खोल दीं , अपनी चूत खोल दी, और अपनी गांड भी ? हां हां भई मैं पूरी नंगी हो गयी। फिर जब मैंने लण्ड अपनी बुर मे घुसा कर चुदवाया तो ज़न्नत का मज़ा आया। मैं समझ गयी की यह सब कमाल गालियों का है ? चलिए मैं आपको बताती हूँ की इस समय मेरे घर का क्या हाल है। मैं एक कमरे म बैठी हूँ। इतने में मेरी फूफी आ गयी।
मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो मेरे मुंह से निकला - तेरी बहन का लण्ड भोसड़ी के जीजू। तू चोदेगा मेरी चूत ? तेरी गांड में दम है मादर चोद ?
मैंने कहा :- तेरे लण्ड का साइज़ क्या है जीजू ?
वह बोला :- यह तो तुम्हे मेरा लण्ड पकड़ कर पता लगाना पडेगा ?
मैंने कहा :- देखो मैं अपनी चूत तभी खोलूंगी जब तेरे लण्ड का साइज़ मेरे मन का होगा। देखो एक बात सुनो अगर मैंने अपनी चूत खोल दी और तेरा लण्ड झांट भर का निकला तो मैं क्या करुँगी ?
वह बोला :- अच्छ तो तुम अपनी दीदी से पूंछ लो की मेरा लण्ड कितना बड़ा है ?
मैंने कहा :- दीदी से क्यों पूंछूं ? दीदी को तेरे लण्ड पर यकीन होता तो वह दूसरों से क्यों चुदवाती ?
वह बोला :- वह दूसरों से नहीं मेरे दोस्तों से चुदवाती है .
मैंने कहा :- हाय दईया तो क्या तेरे लण्ड में दम नहीं है क्या ? खड़ा भी होता है तेरा लण्ड ?
वह बोला :- अरे यार हम अपने दोस्तों के साथ बीवियों की अदला बदली करते है। बीवियां अदल बदल कर चोदने में ज्यादा मज़ा आता है।
फिर मैं जीजू को लेकर कमरे में जाने लगी। जाते समय ख्याल आया की देखूं मेरी फूफी बुर चोदी क्या कर रही है ? मैंने कमरे में चुपके से झाँक कर देखा की फूफी तो मेरे मामू जान से चुदवा रही है। और मामू जान का साला मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा है। दोनों मादर चोद एक ही कमरे में भकाभक चुदवाये चली जा रही हैं । मेरी नज़र दोनों के लण्ड पर पड़ी तो मज़ा आ गया। मैं फिर जीजू का साथ बगल के कमरे में चली गयी । घुसते ही मैं जीजू से लिपट गयी और बोली आज मुझे खूब कस कस के चोदना भोसड़ी के जीजू ? मैं बहुत दिनों से चुदासी बैठी हूँ। मेरी चूत बहन चोद भठ्ठी हो गयी है। कपड़े खोल न जल्दी से और हो जा मेरे आगे एकदम नंगा ? पेल दे अपना लण्ड मेरी मस्तानी चूत में यार ?
बस थोड़ी ही देर में हम दोनों नंगे हो गए। मैं उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी और वह मेरी चूंचीं और चूत पर हाथ फेरने लगा । मेरी गांड सहलाने लगा। मैं पहली बार जीजू का लण्ड चूसने जा रही थी। मैं मस्त हो गयी थी। मेरा मुंह अपने आप खुल गया और मैं लण्ड चूसने लगी । आधे से अधिक लण्ड मुंह में घुसा लिया था। उसे बार बार बाहर निकालती और अंदर घुसेड़ लेती। मैंने ठान लिया की अब मैं इससे चुदवाती रहूंगी। इतने में मैंने टाँगे अपनी फैला दी और उसने लण्ड घुसेड़ दिया मैं एक रंडी की तरह चुदवाने में जुट गयी। अपनी गांड मैं भी उछाल रही थी ताकि उस मालूम हो की मैं मज़ा ले रही हूँ।
तभी अचानक मेरी फूफी मामू जान का लण्ड पकड़े पकड़े कमरे में घुस आयीं। इत्तिफ़ाक़ से कमरा खुल ही रह गया था। आते ही बोली बुर चोदी रेशमा अब तू मामू जान का लण्ड घुसा अपनी चूत में और मुझे अपने जीजू का लण्ड दे दे मैं चुदवाऊँगी इससे अपना भोसड़ा ? मामू का लण्ड भी तेरे लिए नया है रेशमा ? मैंने कहा अरे यार फूफी तुझे कैसे मालूम की मैंने पहले कभी मामू का लण्ड नहीं पकड़ा ? वह बोली अरी रेशमा तू जिस तरह से लण्ड देख रही थी तो मैं जान गयी की यह लण्ड तेरे लिए नया है और तभी मैंने सोंच लिया था की यहाँ से चुदवाकर मैं तेरे पास आऊँगी इसे तेरी बुर में पेलने ? फूफी ने जीजू का लण्ड मेरी चूत से निकाल कर मामू जान का लण्ड घुसेड़ दिया। मैं मामू जान से चुदवाने लगी। फूफी जान जीजू का लण्ड चूसने लगी।
थोड़ी देर के बाद वह जीजू से चुदवाने लगीं। हम दोनों आमने सामने लेटी थीं। यानी मेरी गांड की तरफ फूफी का मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह ? जीजू और मामू दोनों भोसड़ी के आसमें सामने हो गए और दोनों एक दूसरे को देख देख कर चोदने की स्पीड बढ़ा रहे थे। मैं जीजू के पेल्हड़ सहला रही थी और फूफी मामू के पेल्हड़। बड़ा मज़ा आ रहा था हम दोनों को एक साथ चुदवाने में ?
एक दिन मेरी एक सहेली सेरेना थॉमस आ गयी। वह एक क्रिश्चियन लड़की है। सांवली है लेकिन खूबसूरत है। मेरी ही उम्र की है। वह भी मेरी तरह लण्ड पकड़ने में एक्सपर्ट है और चुदवाने में बड़ी बेशरम है। '
मैंने पूंछा :- यार आज बहुत दिनों के बाद तू आई है। बोल कोई ख़ास काम है क्या ?
वह बोली :- हां ख़ास काम है यार तभी तो सवेरे सवेरे तेरे पास आई हूँ।
मैंने कहा :- हां तो बता न मैं क्या कर सकती हूँ तेरे लिए ?
वह बोली :- हां तुम ही तो कर सकती हो मेरे लिए यार ?
मैंने कहा :- अरे तो माँ क्यों चुदा रही है तू अपनी इतनी देर से बहन चोद ? बुर चोदी सेरेना बता मुझे क्या करना है ?
वह बोली :- बुर चुदवानी है तुझे अपनी मेरे जीजू से ?
मैंने कहा :- बस इतनी सी बात ? इसे बताने में तू इतनी देर से अपनी गांड मरा रही थी। बोल कहाँ चोदेगा मुझे वो भोसड़ी का ? मेरे घर में की तेरे घर में ? वह बोली :- यार बात यह है की मेरा जीजू काला है और उसे गोरी बुर चोदने का शौक है ? तब मुझे तेरी याद आई ? मेरी बुर चोदता तो है पर उसे उतना मज़ा नहीं आता जितना वह चाहता है। प्लीज चुदवा लो न उससे रेशमा ?
मैंने कहा :-यार सेरेना मुझे काले लण्ड बहुत पसंद हैं। मैं बड़ी शिद्दत से चुदवाऊँगी। तू ले आ अपने जीजू को मेरे घर ? हो सकता है की मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा लूँ ? मैं अपनी बहन की बुर चुदवा लूँ ? मैं अपनी खाला की चूत और फूफी की बुर चुदवा लूँ ? यहाँ सबको काला लौड़ा पसंद है यार ? चोदते चोदते तेरे जीजू की गांड फट जाएगी ? अच्छा यह बता की तेरे घर में तो और भी काले लण्ड होंगें ?
वह बोली :- हां हैं ? मेरे डैड मेरे अंकल दोनों ही काले है। उनके लण्ड भी काले हैं।
मैंने कहा :- तो तेरे डैड का लौड़ा बड़ा है की तेरे जीजू का लौड़ा ?
वह बोली :- मेरे डैड का लौड़ा बड़ा भी है और मोटा भी ?
मैंने पूंछा :- क्या तुम पकड़ चुकी हो अपने डैड का लण्ड ?
वह बोली :- हां हां बिलकुल पकड़ा चुकी और पकड़ती भी हूँ। हमारे यहाँ सब allowed है। मेरी फ्रेंड्स भी मेरे डैड का लण्ड चूसतीं हैं। और मैं भी उनके डैड का लण्ड चूसती हूँ।
मैंने पूंछा :- अच्छा एक बात बताओ तेरी चूत काली है तो तुझे भी गोरे लण्ड अच्छी लगते होंगें ?
वह बोली :- हां बहुत अच्छे लगते है यार। बड़ा मज़ा आता है जब मेरे हाथ में कोई गोरा लण्ड आता है।
मैंने कहा :- तो फिर तुम कल अपने डैड को भी ले आना ? हम लोग काले लण्ड का मज़ा लेगीं और तू गोरे लण्ड का मज़ा लेना ?
दूसरे दिन सेरेना अपने डैड और जीजू के साथ मेरे घर आ गयी। मैं दोनों को देख कर बड़ी खुश हुई क्योंकि दोनों ही मस्त जवान और हट्टे कट्टे खूबसूरत मर्द थे। उस समय मैं थी मेरा जीजू था, मेरा मामू था और मेरी फूफी थीं। सबसे मुलाकात हुई। सेरेना भी मेरे जीजू और मामू को देख कर खुश हुई। फिर मैंने बियर का प्लान बनाया और सब लोग बियर पीने लगे। पीते पीते मैंने जीजू और मामू जान से कहा ये मेरी सहेली सेरेना आज हमारे साथ चोदा चोदी करने आई है. इसे गोरे लण्ड का बड़ा शौक है और हमे काले लण्ड का ? आज होगी लण्ड की अदला बदली। आज गोरा लण्ड काली बुर चोदेगा और काला लण्ड गोरी बुर ?
बस फिर और लोग भी एक एक करके अपने कपड़े उतरने लगी। मुझे देख कर मेरी फूफी और सेरेना भी। सबसे पहले मैं सबके आगे नंगी हुई, उसके बाद सेरेना और फिर फूफी। हम तीनो को नंगी देख कर मर्दों के लण्ड करवटें बदलने लगे। मैंने सेरेना के जीजू को हाथ पकड़ कर उठाया और उसके कपड़े खोलने लगी। पल भर में उसे नंगा किया तो उसका काला लौड़ा फनफना कर मेरे सामने खड़ा हो गया बहन चोद ? मैने पहली बार काल लण्ड देखा। उसकी झांटें बिलकुल साफ़ थी इसलिए वह खूबसूरत लग रहा था लण्ड ? तब तक फूफी में सेरेना के डैड का लण्ड पकड़ा और उसे हिलाने लगी। दोनों नौ नौ इंच के काले लण्ड देख कर तो मज़ा ही आ गया। उधर सेरेना मेरे जीजू और मामू का लण्ड पकड़ कर बड़ी मद होश हो रही थी।
मैं जब इस कॉलेज में आई तो देखा की यहाँ कोई ऐसी बहन चोद लड़की नहीं है जो गाली न देती हो ? लड़कियां बात बात के गाली देतीं हैं। गाली दे दे कर ही बातें करती है। जैसे,,,, उस बहन चोद ने मेरा बैग छू लिया ,,, सर ने सवाल किया तो मेरी गांड फट गयी यार ,,,, उस साले की माँ चोदूंगी मैं ,,,, यार सुना है उसका लौड़ा बड़ा प्यारा है,,, मैंने भी सुना दिया तेरी माँ की चूत ,,,,,यार उस दिन मैं दिन भर अपनी माँ चुदवाती रही लेकिन बस नहीं मिली ,,,, ये लड़के भी साले बड़े गांडू होतें हैं ,,,,मालती मेम की तो किसी दिन झांटें उखाड़ लूंगी मैं ,,,, मेम की बिटिया की बुर चोदूंगी मैं ,,,, वो भोसड़ी का क्या उखाड़ेगा मेरा ,,,, उस दिन मेरी झांटें सुलग गईं, यार,,,, माँ का लौड़ा बड़ा हरामी है वो ,,,,? वगैरह वगैरह ,,,,,?
इसका असर मुझ पर भी पड़ा ? इसी तरह की बातें सुन सुन कर मैंने भी गालियां देना सीख लिया। और मैं भी सबकी तरह गालियां देने लगी। मुझे महसूस हुआ की लड़के लड़कियों की गालियां सुनकर ज्यादा मज़ा लेतें हैं। मैंने कुछ और नजदीक से देखा तो मालूम हुआ की लड़के लड़कियों के मुंह से 'लण्ड' की गालियां ज्यादा सुनना पसंद करतें हैं। बस मैंने यही बात पकड़ ली और फ़टाफ़ट 'लण्ड'की गालियां खुले आम देने लगी।
अरे यार सच बताऊँ आपको मैं तो मादर चोद रातों रात बड़ी मशहूर हो गयी। लड़के मेरे आगे पीछे घूमने लगे ? मेरी गालियां सुनने के लिए इंतज़ार करने लगे ? कभी कभी तो लड़के मेरे मुंह से गालियां सुनने के लिए मेरी मिन्नतें भी करने लगे ? लड़कियां भी मेरे अगल बगल चलने लगीं ? मैं students में ही कॉलेज के teachers में भी मशहूर हो गयी ? मैं धीरे धीरे सबकी चहेती बनने लगी। टीचर भी मुझसे अच्छी तरह बात करने लगे और मेम भी। मैं एक बात का बहुत ख्याल रखती हूँ। मैं हमेशा प्यार से गालियां देती हूँ और प्यार से गालियां लेती भी हूँ। मुझे जब कोई प्यार से गालियां देता है या देती हैं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं बहुत एन्जॉय करती हूँ।
प्यार की गालियों से मेरा मन और तन दोनों मस्त हो जातें है। तभी तो इस एक साल में ही मेरी चूंचियां बुर चोदी दुगुनी हो गयीं है ? मैं तो गालियों से लोगों के लण्ड दूना कर देती हूँ। उसके बाद लण्ड चूत में घुसा कर चुदाने से मज़ा भी दूना हो जाता है।
उस दिन मुझे अकेले में छत पर मामू मिल गया भोसड़ी का ? मैंने उसके लण्ड पर हाथ मार दिया। प्यार से दो चार लण्ड की गालियां सुनाई तो लण्ड साला टन्ना गया। मैंने उसका पैजामा खोल डाला और उसे नंगा करके लण्ड चूसने लगी। मैं जितनी गालियां सुनाती लण्ड उतना ही बढ़ता जाता। देखते ही देखते मादर चोद लण्ड हो गया दूना । फिर मैंने भी अपनी चूंचियां खोल दीं , अपनी चूत खोल दी, और अपनी गांड भी ? हां हां भई मैं पूरी नंगी हो गयी। फिर जब मैंने लण्ड अपनी बुर मे घुसा कर चुदवाया तो ज़न्नत का मज़ा आया। मैं समझ गयी की यह सब कमाल गालियों का है ? चलिए मैं आपको बताती हूँ की इस समय मेरे घर का क्या हाल है। मैं एक कमरे म बैठी हूँ। इतने में मेरी फूफी आ गयी।
- वह मुझसे बोली अरी रेशमा यहाँ बैठी बैठी तू क्या अपनी गांड मरा रही है, बहन चोद ?
- मैंने जबाब दिया नहीं फूफी मैं गांड तो नहीं मरा रही हूँ लेकिन मैं सोंच रही हूँ की क्या करूँ ? गांड मरवाऊं की बुर चुदवाऊँ, की लण्ड चूसूँ या फिर मुठ्ठ मार कर किसी का लण्ड पियूं ? तुम्ही बताओ की मैं क्या करूँ ?
- मैं क्या बताऊँ तू भोसड़ी की इतनी बड़ी हो गयी है ? जवान हो गयी है तू, तेरे पास कुछ करने को है की नहीं ? जवानी में तो लड़कियां आसमान उठा लेती हैं और तू बहन चोद एक लण्ड भी नहीं उठा सकती ?
- अरे फूफी अब तूने सही बात कही। अब यह बताओ की तुम क्या करने जा रही हो।
- तेरी माँ का भोसड़ा चोदने जा रही हूँ मैं, रेशमा ?
- किसके लण्ड से मेरी माँ का भोसड़ा चोदने जा रही है तू ? बता न मुझे फूफी ?
- आये हाय, अब भोसड़ा लण्ड से नहीं चोदूंगी तो क्या हाथी घोड़े के पाँव से चोदूंगी, भोसड़ी वाली रेशमा ?
- अरे मैं यही तो पूंछ रही हूँ फूफी जान की तू किसका लौड़ा पेलने जा रही है मेरी माँ की चूत में ?
- मैंने कहा न लण्ड पेलने जा रही हूँ। और लण्ड आदमी का ही होगा किसी जानवर का नहीं समझी बुर चोदी रेशमा ?
- क्यों जानवर का क्यों नहीं ? तू तो कुत्ते के लण्ड से भी चुदवा लेती है। घोड़े का भी लण्ड घुसेड़ा है तूने अपनी बुर में फूफी जान ? और गधे से भी चुदवाया तूने ? मुझे सब मालूम है मेरी हरामजादी फूफी जान ?
- अरी वो बातें छोड़ो ? तब मैं ज्यादा जवान थी मेरी चूत में भयंकर आग थी। कोई नहीं मिला तो मैंने कुत्ते का ही लण्ड घुसेड़ लिया था अपनी बुर में ? घोड़े और गधे का लण्ड मैंने कैसे इस्तेमाल किया वो सब तुझे बता चुकी हूँ मैं ? अब तू बता तू चुदवायेगी की नहीं ?
- हां हां बिलकुल, फूफी जान मेरी भी बुर चुदवा दो न ? पेल दो किसी का लण्ड मेरी चूत में ?
मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो मेरे मुंह से निकला - तेरी बहन का लण्ड भोसड़ी के जीजू। तू चोदेगा मेरी चूत ? तेरी गांड में दम है मादर चोद ?
मैंने कहा :- तेरे लण्ड का साइज़ क्या है जीजू ?
वह बोला :- यह तो तुम्हे मेरा लण्ड पकड़ कर पता लगाना पडेगा ?
मैंने कहा :- देखो मैं अपनी चूत तभी खोलूंगी जब तेरे लण्ड का साइज़ मेरे मन का होगा। देखो एक बात सुनो अगर मैंने अपनी चूत खोल दी और तेरा लण्ड झांट भर का निकला तो मैं क्या करुँगी ?
वह बोला :- अच्छ तो तुम अपनी दीदी से पूंछ लो की मेरा लण्ड कितना बड़ा है ?
मैंने कहा :- दीदी से क्यों पूंछूं ? दीदी को तेरे लण्ड पर यकीन होता तो वह दूसरों से क्यों चुदवाती ?
वह बोला :- वह दूसरों से नहीं मेरे दोस्तों से चुदवाती है .
मैंने कहा :- हाय दईया तो क्या तेरे लण्ड में दम नहीं है क्या ? खड़ा भी होता है तेरा लण्ड ?
वह बोला :- अरे यार हम अपने दोस्तों के साथ बीवियों की अदला बदली करते है। बीवियां अदल बदल कर चोदने में ज्यादा मज़ा आता है।
फिर मैं जीजू को लेकर कमरे में जाने लगी। जाते समय ख्याल आया की देखूं मेरी फूफी बुर चोदी क्या कर रही है ? मैंने कमरे में चुपके से झाँक कर देखा की फूफी तो मेरे मामू जान से चुदवा रही है। और मामू जान का साला मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा है। दोनों मादर चोद एक ही कमरे में भकाभक चुदवाये चली जा रही हैं । मेरी नज़र दोनों के लण्ड पर पड़ी तो मज़ा आ गया। मैं फिर जीजू का साथ बगल के कमरे में चली गयी । घुसते ही मैं जीजू से लिपट गयी और बोली आज मुझे खूब कस कस के चोदना भोसड़ी के जीजू ? मैं बहुत दिनों से चुदासी बैठी हूँ। मेरी चूत बहन चोद भठ्ठी हो गयी है। कपड़े खोल न जल्दी से और हो जा मेरे आगे एकदम नंगा ? पेल दे अपना लण्ड मेरी मस्तानी चूत में यार ?
बस थोड़ी ही देर में हम दोनों नंगे हो गए। मैं उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी और वह मेरी चूंचीं और चूत पर हाथ फेरने लगा । मेरी गांड सहलाने लगा। मैं पहली बार जीजू का लण्ड चूसने जा रही थी। मैं मस्त हो गयी थी। मेरा मुंह अपने आप खुल गया और मैं लण्ड चूसने लगी । आधे से अधिक लण्ड मुंह में घुसा लिया था। उसे बार बार बाहर निकालती और अंदर घुसेड़ लेती। मैंने ठान लिया की अब मैं इससे चुदवाती रहूंगी। इतने में मैंने टाँगे अपनी फैला दी और उसने लण्ड घुसेड़ दिया मैं एक रंडी की तरह चुदवाने में जुट गयी। अपनी गांड मैं भी उछाल रही थी ताकि उस मालूम हो की मैं मज़ा ले रही हूँ।
तभी अचानक मेरी फूफी मामू जान का लण्ड पकड़े पकड़े कमरे में घुस आयीं। इत्तिफ़ाक़ से कमरा खुल ही रह गया था। आते ही बोली बुर चोदी रेशमा अब तू मामू जान का लण्ड घुसा अपनी चूत में और मुझे अपने जीजू का लण्ड दे दे मैं चुदवाऊँगी इससे अपना भोसड़ा ? मामू का लण्ड भी तेरे लिए नया है रेशमा ? मैंने कहा अरे यार फूफी तुझे कैसे मालूम की मैंने पहले कभी मामू का लण्ड नहीं पकड़ा ? वह बोली अरी रेशमा तू जिस तरह से लण्ड देख रही थी तो मैं जान गयी की यह लण्ड तेरे लिए नया है और तभी मैंने सोंच लिया था की यहाँ से चुदवाकर मैं तेरे पास आऊँगी इसे तेरी बुर में पेलने ? फूफी ने जीजू का लण्ड मेरी चूत से निकाल कर मामू जान का लण्ड घुसेड़ दिया। मैं मामू जान से चुदवाने लगी। फूफी जान जीजू का लण्ड चूसने लगी।
थोड़ी देर के बाद वह जीजू से चुदवाने लगीं। हम दोनों आमने सामने लेटी थीं। यानी मेरी गांड की तरफ फूफी का मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह ? जीजू और मामू दोनों भोसड़ी के आसमें सामने हो गए और दोनों एक दूसरे को देख देख कर चोदने की स्पीड बढ़ा रहे थे। मैं जीजू के पेल्हड़ सहला रही थी और फूफी मामू के पेल्हड़। बड़ा मज़ा आ रहा था हम दोनों को एक साथ चुदवाने में ?
एक दिन मेरी एक सहेली सेरेना थॉमस आ गयी। वह एक क्रिश्चियन लड़की है। सांवली है लेकिन खूबसूरत है। मेरी ही उम्र की है। वह भी मेरी तरह लण्ड पकड़ने में एक्सपर्ट है और चुदवाने में बड़ी बेशरम है। '
मैंने पूंछा :- यार आज बहुत दिनों के बाद तू आई है। बोल कोई ख़ास काम है क्या ?
वह बोली :- हां ख़ास काम है यार तभी तो सवेरे सवेरे तेरे पास आई हूँ।
मैंने कहा :- हां तो बता न मैं क्या कर सकती हूँ तेरे लिए ?
वह बोली :- हां तुम ही तो कर सकती हो मेरे लिए यार ?
मैंने कहा :- अरे तो माँ क्यों चुदा रही है तू अपनी इतनी देर से बहन चोद ? बुर चोदी सेरेना बता मुझे क्या करना है ?
वह बोली :- बुर चुदवानी है तुझे अपनी मेरे जीजू से ?
मैंने कहा :- बस इतनी सी बात ? इसे बताने में तू इतनी देर से अपनी गांड मरा रही थी। बोल कहाँ चोदेगा मुझे वो भोसड़ी का ? मेरे घर में की तेरे घर में ? वह बोली :- यार बात यह है की मेरा जीजू काला है और उसे गोरी बुर चोदने का शौक है ? तब मुझे तेरी याद आई ? मेरी बुर चोदता तो है पर उसे उतना मज़ा नहीं आता जितना वह चाहता है। प्लीज चुदवा लो न उससे रेशमा ?
मैंने कहा :-यार सेरेना मुझे काले लण्ड बहुत पसंद हैं। मैं बड़ी शिद्दत से चुदवाऊँगी। तू ले आ अपने जीजू को मेरे घर ? हो सकता है की मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा लूँ ? मैं अपनी बहन की बुर चुदवा लूँ ? मैं अपनी खाला की चूत और फूफी की बुर चुदवा लूँ ? यहाँ सबको काला लौड़ा पसंद है यार ? चोदते चोदते तेरे जीजू की गांड फट जाएगी ? अच्छा यह बता की तेरे घर में तो और भी काले लण्ड होंगें ?
वह बोली :- हां हैं ? मेरे डैड मेरे अंकल दोनों ही काले है। उनके लण्ड भी काले हैं।
मैंने कहा :- तो तेरे डैड का लौड़ा बड़ा है की तेरे जीजू का लौड़ा ?
वह बोली :- मेरे डैड का लौड़ा बड़ा भी है और मोटा भी ?
मैंने पूंछा :- क्या तुम पकड़ चुकी हो अपने डैड का लण्ड ?
वह बोली :- हां हां बिलकुल पकड़ा चुकी और पकड़ती भी हूँ। हमारे यहाँ सब allowed है। मेरी फ्रेंड्स भी मेरे डैड का लण्ड चूसतीं हैं। और मैं भी उनके डैड का लण्ड चूसती हूँ।
मैंने पूंछा :- अच्छा एक बात बताओ तेरी चूत काली है तो तुझे भी गोरे लण्ड अच्छी लगते होंगें ?
वह बोली :- हां बहुत अच्छे लगते है यार। बड़ा मज़ा आता है जब मेरे हाथ में कोई गोरा लण्ड आता है।
मैंने कहा :- तो फिर तुम कल अपने डैड को भी ले आना ? हम लोग काले लण्ड का मज़ा लेगीं और तू गोरे लण्ड का मज़ा लेना ?
दूसरे दिन सेरेना अपने डैड और जीजू के साथ मेरे घर आ गयी। मैं दोनों को देख कर बड़ी खुश हुई क्योंकि दोनों ही मस्त जवान और हट्टे कट्टे खूबसूरत मर्द थे। उस समय मैं थी मेरा जीजू था, मेरा मामू था और मेरी फूफी थीं। सबसे मुलाकात हुई। सेरेना भी मेरे जीजू और मामू को देख कर खुश हुई। फिर मैंने बियर का प्लान बनाया और सब लोग बियर पीने लगे। पीते पीते मैंने जीजू और मामू जान से कहा ये मेरी सहेली सेरेना आज हमारे साथ चोदा चोदी करने आई है. इसे गोरे लण्ड का बड़ा शौक है और हमे काले लण्ड का ? आज होगी लण्ड की अदला बदली। आज गोरा लण्ड काली बुर चोदेगा और काला लण्ड गोरी बुर ?
बस फिर और लोग भी एक एक करके अपने कपड़े उतरने लगी। मुझे देख कर मेरी फूफी और सेरेना भी। सबसे पहले मैं सबके आगे नंगी हुई, उसके बाद सेरेना और फिर फूफी। हम तीनो को नंगी देख कर मर्दों के लण्ड करवटें बदलने लगे। मैंने सेरेना के जीजू को हाथ पकड़ कर उठाया और उसके कपड़े खोलने लगी। पल भर में उसे नंगा किया तो उसका काला लौड़ा फनफना कर मेरे सामने खड़ा हो गया बहन चोद ? मैने पहली बार काल लण्ड देखा। उसकी झांटें बिलकुल साफ़ थी इसलिए वह खूबसूरत लग रहा था लण्ड ? तब तक फूफी में सेरेना के डैड का लण्ड पकड़ा और उसे हिलाने लगी। दोनों नौ नौ इंच के काले लण्ड देख कर तो मज़ा ही आ गया। उधर सेरेना मेरे जीजू और मामू का लण्ड पकड़ कर बड़ी मद होश हो रही थी।
उसकी काली काली चिकनी चूत उन दोनों मादर चोदों को बड़ी सक्सी लग रही थी । मैं उसके जीजू का लण्ड चूसने लगी और मेरी फूफी उसके डैड का लण्ड ? थोड़ी में जैसे ही उसके जीजू ने लण्ड मेरी चूत में पेला तो मैं चिल्ला पड़ी हाय दईया इतना मोटा लण्ड एक बार में ही पेल दिया तूने भोसड़ी के ? फिर मेरे जीजू ने लण्ड सेरेना की बुर में घुसा दिया। वह बुर चोदी भकाभक चुदवाने लगी। मामू ने लण्ड उसके मुंह में ठूंस दिया। उसका डैड मेरी फूफी की बुर चोदने लगा। हम लोगों ने रात भर लण्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया।
जाते समय मैंने सेरेना के जीजू और डैड से कहा कल फिर आना अंकल मेरी माँ का भोसड़ा चोदने...
जाते समय मैंने सेरेना के जीजू और डैड से कहा कल फिर आना अंकल मेरी माँ का भोसड़ा चोदने...
Click on Search Button to search more posts.
