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मुझे घर के सभी लोग चोदते है - Ghar me itni chudti hun bahar jane ki jarurt nahi hoti
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देखती हूँ, पकड़ती हूँ, हिलाती हूँ लण्ड
चूमती हूँ, चाटती हूँ, चूसती हूँ लण्ड
नहलाती हूँ, धुलाती हूँ, खेलती हूँ लण्ड
पेलती हूँ, चोदती हूँ, पीती हूँ लण्ड
सारा मेरी खाला जान की बेटी है। मेरी ही उम्र की है इसलिए मेरी उसकी बहुत पटती है। हम दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ती हैं। कुछ मेरे बॉय फ्रेंड्स हैं और कुछ उसके . लड़को के पैजामे के अंदर हाथ डालने की उसकी भी आदत है और मेरी भी। एक दिन मैंने मामू जान के पैजामे में हाथ दाल दिया था। घर में कोई नहीं था। केवल वह और मैं। डालते ही मेरा हाथ उसके लण्ड से टकरा गया। मैं बोली हाय दईया तेरा तो भोसड़ी का लण्ड टन टना है मामू जान ? वह बोला यार जब इतनी खूबसूरत लड़की लण्ड पर हाथ लगाएगी तो लण्ड टन्ना तो जायेगा ही ? मैजे कहा तो फिर मादर चोद ठीक से खोल कर दिखाओ न मुझे लण्ड ? उसने पैजामा खोल कर फेंक दिया और ऊपर कमीज बनियाइन भी। वह भोसड़ी का पूरा नंगा हो गया मेरे आगे ? और मैं उसका लण्ड हिलाने लगी। तब वह बोला अरी सना तू भी तो अपने कपड़े उतार न ? मैं भी तो तेरी मस्त चूंचियां और मस्त चूत देखूं ? मैं उसकी बात मान गयी और मैं भी हो गयी एकदम नंगी। मैं लण्ड चाटने लगी और वह मेरी चूत और चूंची सहलाने लगा। उस दिन मुझे बहुत मज़ा आया था। मैंने लण्ड पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगी। लौड़ा साला थोड़ी देर में बोल गया। उसका मक्खन बहन चोद निकल आया। मैंने कहा कोई बात नहीं मामू पहली बार ऐसा ही होता है। दूसरी बार तुम मेरी बुर चोदना तब तुझे मज़ा आएगा। इसके बाद मैं अक्सर किसी न किसी का लण्ड चाटने लगी। मैंने यह बात जब सारा को बताई तो वह बोली अरे यार मेरी भी आदत लण्ड पीने की है। एक दिन मैंने खालू यानी तेरे अब्बा का लण्ड पी लिया।
मैंने कहा :- हाय अल्ला तूने मेरे अब्बा का लण्ड पिया ? तो अब मैं तेरे अब्बा का लण्ड पियूंगी। लेकिन तूने पिया कैसे मेरे अब्बा का लण्ड ?
सारा बोली :- उस दिन जब मैं घर आई तो मेरे कमरे से कुछ आवाज़ आ रही थी तो मैं अंदर झांक कर देखने लगी। मैंने देखा की मेरी अम्मी तेरे अब्बा का लण्ड हिला रही हैं। मैं चुपचाप बाहर खड़ी हुई तमाशा देखने लगी। मेरी नज़र तेरे अब्बा के लण्ड पर गड़ी रही। यार तेरे अब्बा का लण्ड बहुत बड़ा है मोटा है और जबरदस्त है। मेरी तो चूत की आग भड़क गयी। मैं सोंचने लगी की अम्मी की जगह मुझे होना चाहिए था। खालू का लण्ड मैं चूसूंगी तो कितना मज़ा आएगा ? बस मैं यही सोंचते हुए अपनी चूंची और चूत सहलाने लगी।
तब तक अम्मी ने लण्ड मुंह में लिया और चूसने लगी। वह भी पूरी नंगी थी और तेरा अब्बा भी। अचानक अम्मी की निगाह मुझ पर पड़ गयी। वह वहीँ से बोली अरी सारा बुर चोदी छुप छुप क्यों देख रही है यहाँ आ न मेरे पास ? मैं धीरे धीरे उसके पास पहुँच गयी वह बड़ी बेशर्मी से बोली देख भोसड़ी की तू अब २१ साल की हो गयी है, सारा ? लण्ड पीती है की नहीं ? मैंने कहा नहीं अम्मी अभी नहीं ? तब वह बोली तो फिर मादर चोद कब शुरू करेगी ? मैं तो इस इंतज़ार में हूँ की तू कब अपनी माँ चुदाना शुरू करेगी ? तू तो बहन चोद लण्ड भी नहीं पीती अभी ? चल आ जा और पकड़ कर देख अपने खालू का लण्ड ? मैंने लण्ड पकड़ लिया और उसे ऊपर नीचे करने लगी। अम्मी वासना में इतनी लिप्त हो गयी की उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिया। मैं भी नंगी हो गयी। वह बोली सारा बिटिया घर के सारे लण्ड पिया करो। अच्छा बताओ की सना पीती है सबके लण्ड की नहीं ?
मैंने कहा - उसने मुझे कभी बताया नहीं अम्मी ? हो सकता है की पीती हो ?
वह बोली :- अच्छा जब वह आ जाये तो उसे मेरे पास लाना । मैं उसे भी समझाऊंगी। उसे भी लण्ड पीना और माँ चुदाना शुरू करना चाहिए ?
मैं लण्ड चूसने में मस्त हो गयी। थोड़ी देर में मैं और बेशरम हो गयी। मेरे मुंह से निकला भोसड़ी के खालू तेरा लण्ड बड़ा सख्त है। मेरे मुंह से गाली सुनकर खालू और अम्मी दोनों खुश हुए। फिर मैंने लण्ड अम्मी के भोसड़ा में घुसा दिया। मैं चुदवाने लगी अपनी माँ का भोसड़ा। अम्मी ने थोड़ी देर में वही लण्ड मेरी चूत में पेल दिया ? वह चुदवाने लगीं अपनी बेटी की बुर। तबसे मैं भी लण्ड चूसने में चुदवाने में कोई शर्म नहीं करती यार ?
मैंने कहा :- वाओ, सारा तू चोद बहुत आगे निकला गयी है। मैंने तो अभी अपनी माँ नहीं चुदवाई ?
वह बोली :- जल्दी से चुदवा ले भोसड़ी की ? और हां सुन सना, अम्मी ने कहा है मुझसे की सारा तू घर के सारे लण्ड पिया कर ? अब चलो तुम्हे मेरी अम्मी ने बुलाया है सना ? सारा जब मुझे अपनी अम्मी के पास लेकर गयी तो वह बोली सना बिटिया देख सारा अपनी माँ चुदाने लगी है और अब तू भी अपनी माँ चुदाया कर। और हाँ घर के सारे लण्ड चूसा कर ? जवानी में तो तेरे आगे पीछे लण्ड ही लण्ड होना चाहिए।
तब तक बाथ रूम से एक आदमी निकला। वह बिलकुल नंगा था। उसका लण्ड खड़ा था। खाला ने लण्ड पकड़ कर मुझे दिखाते हुए कहा सना ले भोसड़ी की तू लण्ड पकड़ कर पहले थोड़ा चूस ले . मैंने लण्ड पकड़ा तो सारा ने मेरे कपड़े उतार दिया मैं नंगी नंगी लण्ड चूसने में जुटी रही। फिर खाला बोली अरे सना अब यही लण्ड ले जा और अपनी माँ के भोसड़ा में घुसा दे। आज से चुदाना शुरू कर अपनी माँ का भोसड़ा। मैं भी जोश में थी। मेरी भी चूत में आग लगी थी। मैं लण्ड पकड़े पकड़े सारा के साथ अम्मी के कमरे में घुस गयी। मैं यह देख कर बड़ी हैरान हो गयी की अम्मी भी किसी का लण्ड चूस रही हैं। अम्मी बोली अरी सना तू भोसड़ी की किसका लौड़ा पकड़े हुए है ? मैंने कहा मुझे नहीं मालूम अम्मी। मुझे तो लण्ड खाला जान ने पकड़ा दिया। तब तक सारा बोली अरी खाला सना आज तेरे भोसड़ा में लण्ड पेलने आई है। आज वह पहली बार अपनी माँ चुदवायेगी। अम्मी बोली वाओ, बहुत अच्छा तो आज मैं भी अपनी बेटी की बुर में लण्ड पेलूँगी। यह लण्ड मेरी सहेली के मियां का है।
अम्मी ने मुझे गाली दी - सना, तेरी माँ का भोसड़ा ?
मैंने भी उसे गाली दी - वहीदा, तेरी बिटिया की बुर ?
बस उसी दिन से मैं अपनी माँ चुदाने लगी। घर में चुदाई का माहौल बढ़ता गया। दिन रात चुदाई होने लगी। कोई किसी का भोसड़ा चोदने लगा और कोई किसी से अपनी बुर चुदवाने लगी। एक दिन मैंने देखा की मेरी फूफी खुले आम अपने देवर से चुदवा रही हैं तो मामी जान अपने जेठ का लौड़ा चूस रहीं हैं। दोनों भोसड़ी की आमने सामने थी। न उसे कोई शर्म और न इसे ? दूसरे कमरे में मैंने देखा की अम्मी खालू का लण्ड चूस रही हैं। खालू माने सारा के अब्बा का लण्ड ? मैंने उसे पहली बार देखा। बाप रे बाप बड़ा लम्बा चौड़ा है सारा के अब्बा का लण्ड ? अब तो इसे मुझे भी अपनी बुर में पेलूँगी। उधर खाला भोसड़ी की मेरे अब्बा से चुदवा रही है। मैंने अपने अब्बा का लण्ड देखा तो है पहले लेकिन कभी पकड़ा नहीं ? आगे वाले कमरे में फूफी बुर चोदी जीजू का लौड़ा पेले पड़ी थी अपने भोसड़ा में तो उसके सामने दीदी फूफा का लण्ड अपनी गांड में ठोंकवा रही थी। मैं तो देख देख कर गरम होती जा रही थी। पूरे घर का दिन रात चुदाई का इसी तरह का माहौल होता गया । यहाँ न चोदने का कोई कायदा कानून है और न चुदाने का ? चाहे जिसकी चूत चोदो, बुर चोदो, भोसड़ा चोदो, गांड चोदो ? जो भी चोदो जिसकी चोदो खुल्लम खुल्ला चोदो ? चाहे जिससे चुदवाओ ? खुल्लम खुल्ला चुदवाओ ? चाहे जिसका लण्ड चाटो, लण्ड चूसो, मुठ्ठ मारो लण्ड पियो ? न कोई भोसड़ी की और न कोई भोसड़ी का मना करने वाला है ?
कुछ दिन बाद मेरा भी निकाह हो गया और सारा का भी। अब घर का माहौल और ज्यादा चोदा चोदी का हो गया । खूब हंसी मजाक होने लगी। गालियां होने लगीं। सब भोसड़ी वाली एक दूसरे की माँ बहन चोदने लगीं ? मेरी ससुराल वाले भी शामिल हो गये। उधर सारा की ससुराल वाले भी आ गये। घर तो खचाकच भर गया। हंसी मजाक, गाली गलौज, गन्दी गन्दी बातें, अश्लील बातें होने लगीं ? इसके साथ ही मजाक का दायरा बहुत बढ़ गया। इसके साथ मजाक में कोई किसी की चूचियों पर हाथ मारने लगा। किसी की गांड पर हाथ फेरने लगा। किसी की कमर में हाथ डालने लगा। किसी ने किसी के लण्ड पर हाथ मार दिया तो किसी ने लण्ड ऊपर से ही दबा दिया। किसी ने किसी के गाल चुम लिए तो किसी ने पेटीकोट में हाथ घुसेड़ दिया। किसी ने ब्लाउज़ में हाथ घुसेड़ दिया, किसी ने लुंगी के अंदर हाथ डाल कर लण्ड पकड़ लिया तो किसी का हाथ किसी की झांटों तक पहुंच गया।
क्या क्या बातें हो रही हैं ? ज़रा आप भी सुनिए कितनी बेशर्मी से खुल्लम खुल्ला हो रही हैं बातें :-
बुर चोदी सारा तेरी सुहागरात हो गयी न ? कितने लण्ड घुसे थे तेरी चूत में बहन चोद,,,, पहला लण्ड तो मेरे मियां का था फिर पता नहीं भोसड़ी वाले कौन कौन घुस गये लण्ड ,,,,,,,,, हाय दईया तुझे मालूम ही नहीं पड़ा किस किस का लौड़ा था,,,,,,,, मुझे नहीं मालूम तू मेरी चूत से पूंछ ले मादर चोद ,,,,,,,सना की फूफी हरामजादी अपनी बिटिया चुदवा रही थी यार ,,,,,वाओ, बड़ा मोटा था मादर चोद का लण्ड ? अच्छा हुआ मैंने गांड नहीं मरवाई ,,,,,,, तेरी माँ का भोसड़ा तो पनारा हो गया है बहन चोद ,,,,,,,, हाय अल्ला, सारा का ससुर तो एकदम नंगा अपना लण्ड खड़ा किये हुए लेटा था जब मैं कमरे में घुसी ,,,,,,,क्या सारा अभी से अपने ससुर से चुदवाने लगी ,,,,,,,मैं तो अभी अपनी झांटें बनवा के आ रही हूँ अम्मी ,,,,,, कोई मेरी भी चूत चोदो यार ,,,,,,,, सना तेरी सुहागरात में किस किस ने चोदा ,,,,,,, यार शौहर के अलावा दो लण्ड और थे भोसड़ी वाले ,,,,,,,. मन हुआ की अपनी माँ चुदा लूँ ,,,,, यहाँ अपने मियां से कोई नहीं चुदवाती बुर चोदी,,,,, सबको पराये मर्दों के लण्ड अच्छे लगते हैं ,,,,,,, तो क्या हुआ आज तू मेरे मियां से चुदवा ले ,,,,, ससुर की बिटिया की बुर ,,,,,, माँ चुदवाती है मेरी बुर चोदी नन्द ,,,,,,,, यार दो लण्ड से चुदाने का मज़ा ही और होता है ,,,,,,, लण्ड में किसी का नाम लिखा है क्या भोसड़ी की,,,,,,, हां मैं दोनों देवरों से चुदवा कर आई हूँ,,,,,,, नन्द की नन्द ने भी चूसा मेरे अब्बू का लण्ड ,,,,,,,,, हाय रब्बा कितनी बार चोदोगे मेरी माँ का भोसड़ा ,,,,,,,, नंदोई की माँ की चूत ,,,,,,,, मैं तो घर के सारे लण्ड चूसती हूँ ,,,,,,,,,,, यहाँ सब लोग चोदते हैं सबकी चूत ,,,,,,,,मैं तो सब लोगों से चुदवाती हूँ धकाधक ,,,,,,,,, आज रात को नहीं बचेगी किसी की बुर ,,,,,,, अरे यार उसका लौड़ा जब खड़ा होने पर टेढ़ा हो जाता है तो देखने में बड़ा मज़ा आता है ,,,,,,,,, वो साला अपनी बीवी बाहर के लोगों से भी चुदवाता है ,,,,,हाय रे मन करता है की तेरे मियां का लण्ड चबा जाऊं ,,,,,,,,,? तेरी बहन का लण्ड भोसड़ी के ,,,,,,?
मेरे दिमाग में एक ही बात घूम रही थी की मैंने अभी तक सारा के अब्बू का लण्ड नहीं चूसा। अभी उससे नहीं चुदवाया जबकि वह मेरे अब्बू से चुदवा चुकी है भोसड़ी वाली। बस मैं उसे ढूंढने लगी। अचानक मुझे वह ऊपर के कमरे में मिल गया। मैंने कहा खालू जान तुम यहाँ अकेले अकेले अपनी झांटें गिन रहे हो क्या ? वह कुछ नही बोला मैंने कहा अरे खालू मादर चोद मैं तुमसे ही पूंछ रही हूँ। वह फिर भी नहीं बोला और मेरी अधखुली चूंचियां देखने लगा। मैंने कहा अच्छा तो तेरी नियत मुझे पर ख़राब हो रही है। तब वह बोला नियत ख़राब हो नहीं रही है बल्कि नियत ख़राब हो चुकी है सना ? उसने मुझे अपनी तरफ घसीट लिया और मैं भी उससे लिपट गयी। उसने मेरी चूंची दबाई तो मैंने उसका लण्ड दबाया ? मैं बड़ी जल्दी से आगे बढ़ी और उसका पैजामा खोल डाला। लौड़ा साला टन्ना कर मेरे सामने खड़ा हो गया। तब तक उसने मेरी चूंचियां खोल डाली।
मैंने उसे सोफे पर बैठाया और झुक कर लण्ड चाटने लगी। मैंने कहा हाय अल्ला, यही लण्ड बहन चोद मेरी माँ का भोसड़ा चोदता है खालू ? वह बोला हां सना यही लौड़ा तेरी माँ का भोसड़ा चोदता है। मैंने कहा तो फिर भोसड़ी के आज तुम उसकी बिटिया की बुर चोदो। खूब झमाझम चोदो बुर चोदी की बुर ? और हां जानते हो खालू तेरी बेटी सारा मेरे अब्बू से चुदवाती है आज मैं तुमसे चुदवाऊँगी। वो मेरे अब्बू का लण्ड चूसती है मैं उसके अब्बू का लण्ड चूसूंगी ? तब तक मेरा सलवार भी खुल चुका था और मेरी चूत भोसड़ी की खालू के सामने चुलबुलाने लगी। बस उसने लण्ड मेरी बुर में पेला और दनादन्न चोदने लगा मुझे ? वहीँ उसकी कमरे में मैंने फिर अपनी तमन्ना पूरी की। खालू से भकाभक चुदवाकर मुझे लगा की जैसे मैंने कोई जंग जीत ली हो ?
दूसरे दिन इतवार था। सबकी छुट्टी थी । सबको घर पर ही रहना था। घर तो पूरा मेहमानों से भरा था। मैं जब सवेरे उठी तो लगा की रात में चुदाई की सारी थकान दूर हो गयी है। मैं उठकर बाहर निकली तो बगल के कमरे की तरफ निगाह चली गयी। मैं वहां का सीन देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की सारा बुर चोदी का ससुर मेरी माँ का भोसड़ा चोदे जा रहा है। उसका मोटा लण्ड बार बार भोसड़ा में आ जा रहा है। वह साला एक रंडी की तरह मेरी अम्मी की बुर चोद रहा है और उसके बगल में भोसड़ी की फूफी खालू से चुदवाने में मस्त है। दोनों भोसड़ी वाली पराये मर्दों से चुदवाने में बड़ा मज़ा ले रही हैं। मेरी चूत भी हन चोद जलने लगी। मैंने घूम कर देखा तो और मजे दार सीन पाया। मेरा भोसड़ी का अब्बू खाला का भोसड़ा चोद रहा है और फूफा सारा की सास का भोसड़ा चोदनेलगा है। मैं जान गयी की सारा की सास भोसड़ी की गैर मर्दों से चुदवाती है और ससुर भी मादर चोद दूसरों की बीवियां चोदता है। मुझे तो लगता है की यह सारा की भी बुर चोदता होगा ?
तब तक मैं दूसरे कमरे में चली गयी। यहाँ भी मैंने देखा की बहन चोद चोदा चोदी हो रही है। फूफी की बिटिया हया एकदम नंगी नंगी मेरे चचा जान का लौड़ा चूस रही है। उसके बगल में मामी जान सारा के मियां का लण्ड चाट रही हैं। सारा के मियां का लौड़ा देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं फिर रुक नहीं सकी। मैंने मामी के हाथ से लण्ड ले लिया और उसे मुंह में भर के चूसने लगी। मामी बोली बुर चोदी सना ले पहले तू ही चुदवा ले। देख न लौड़ा कितना सॉलिड है ? मैंने भी कहाँ शुक्रिया मामी ? लौड़ा तुम्हे मुबारक हो ? मैं किसी और से चुदवाने जा रही हूँ। उसी कमरे में सारा भोसड़ी की हया के मियां से चुदवा रही थी और चची जान मेरे मामू जान से चुदवा रही थी। मैंने देखा की यहाँ भी मर्द एक दूसरे की बीवी चोदने का मज़ा ले रहें है। आज सवेरे से ही जिसको देखो वही अपना लौड़ा खोले हुए किसी न किसी की बुर में पेले चला जा रहा है। न चोदने वाले को कोई शर्म है और न चुदवाने वाली को। न लौड़ा किसी का थम रहा है और न चूत किसी की। घर तो बिलकुल रंडी खाना हो गया है।
तब तक मेरी नन्द बुर चोदी उसी कमरे में आ गयी।
वह बोली :- अरी बुर चोदी सना भाभी तेरी चूत में आग नहीं है क्या ?
मैंने कहा :- हाय दईया मेरी चूत तो भठ्ठी हो गयी है और तू कहती है की आग नहीं हैं।
तब तक पीछे से मेरी सास भी अपनी दोनों चूंचियां खोले हुए आ गयी और बोली :- सना बहू आग तो मेरे भोसड़ा में बहुत जोर से लगी हुई है ? पेल दो न कोई लण्ड मेरे भोसड़ा में बुर चोदी बहू ?
इतने में मुझे वहीँ जुम्मन अंकल दिख गए। मैंने उसकी लुंगी खींच ली तो वह नंगा हो गया। मैने कहा भोसड़ी के अंकल जब यहाँ सब नंगी नंगा है और तू मादर चोद लुंगी पहने घूम रहा है। मैंने उसका लौड़ा पकड़ा, हिलाया और कहा अंकल तुम चोदो मेरी नन्द की बुर । तब तक मेरी सास आ गयीं। उसने कहा हाय बहू तेरे माईके में तो बहुत बढ़िया चुदाई होती है। यहाँ भी मेरे घर की तरह कोई किसी की भी बुर चोद लेता है। कोई किसी का भी लण्ड पकड़ लेती है। जैसे तुम अपनी ससुराल में सबके लण्ड पकड़ लेती हो। तब तक मुझे मेरी नन्द का ससुर दिख गया। मैने कहा सासू ले तेरा भोसड़ा चोदने के लिए लण्ड आ गया है। अब तू अपनी बिटिया के सामने चुदवा अपना भोसड़ा जैसे तेरी बिटिया तेरे सामने चुदवा रही है अपनी बुर ?
उधर से मेरा बहनोई आ गया उसने मेरी चूंचियां पकड़ ली। मैंने घूम कर देखा तो वह भी नंगा था। मैंने कहा वाओ किसी को चोद कर आ रहे हो क्या ? वह बोला हां मैं अभी अभी अपने दोस्त की बीवी चोद कर आ रहा हूँ। यहाँ जब आया तो देखा की सब लोग नंगे है तो मैं भी नंगा हो गया। अब मैं तुम्हे सबसे पहले चोदूंगा सना ? फिर मैं भी वहीँ सबके सामने चुदवाने लगी।
दोस्तों, इस तरह की चुदाई मेरे घर दो दिन तक लगातार होती रही। ऐसा कोई लण्ड नहीं था जिसे मैंने अपनी बुर में पेला न हो। ऐसा कोई लण्ड नहीं था जिससे मैंने अपनी माँ का भोसड़ा न चुदवाया हो ? सभी मर्दों ने सबकी बुर चोदी ? और आज भी इस तरह की चुदाई महीने में २/३ बार हो ही जाती है।
देखती हूँ, पकड़ती हूँ, हिलाती हूँ लण्ड
चूमती हूँ, चाटती हूँ, चूसती हूँ लण्ड
नहलाती हूँ, धुलाती हूँ, खेलती हूँ लण्ड
पेलती हूँ, चोदती हूँ, पीती हूँ लण्ड
सारा मेरी खाला जान की बेटी है। मेरी ही उम्र की है इसलिए मेरी उसकी बहुत पटती है। हम दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ती हैं। कुछ मेरे बॉय फ्रेंड्स हैं और कुछ उसके . लड़को के पैजामे के अंदर हाथ डालने की उसकी भी आदत है और मेरी भी। एक दिन मैंने मामू जान के पैजामे में हाथ दाल दिया था। घर में कोई नहीं था। केवल वह और मैं। डालते ही मेरा हाथ उसके लण्ड से टकरा गया। मैं बोली हाय दईया तेरा तो भोसड़ी का लण्ड टन टना है मामू जान ? वह बोला यार जब इतनी खूबसूरत लड़की लण्ड पर हाथ लगाएगी तो लण्ड टन्ना तो जायेगा ही ? मैजे कहा तो फिर मादर चोद ठीक से खोल कर दिखाओ न मुझे लण्ड ? उसने पैजामा खोल कर फेंक दिया और ऊपर कमीज बनियाइन भी। वह भोसड़ी का पूरा नंगा हो गया मेरे आगे ? और मैं उसका लण्ड हिलाने लगी। तब वह बोला अरी सना तू भी तो अपने कपड़े उतार न ? मैं भी तो तेरी मस्त चूंचियां और मस्त चूत देखूं ? मैं उसकी बात मान गयी और मैं भी हो गयी एकदम नंगी। मैं लण्ड चाटने लगी और वह मेरी चूत और चूंची सहलाने लगा। उस दिन मुझे बहुत मज़ा आया था। मैंने लण्ड पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगी। लौड़ा साला थोड़ी देर में बोल गया। उसका मक्खन बहन चोद निकल आया। मैंने कहा कोई बात नहीं मामू पहली बार ऐसा ही होता है। दूसरी बार तुम मेरी बुर चोदना तब तुझे मज़ा आएगा। इसके बाद मैं अक्सर किसी न किसी का लण्ड चाटने लगी। मैंने यह बात जब सारा को बताई तो वह बोली अरे यार मेरी भी आदत लण्ड पीने की है। एक दिन मैंने खालू यानी तेरे अब्बा का लण्ड पी लिया।
मैंने कहा :- हाय अल्ला तूने मेरे अब्बा का लण्ड पिया ? तो अब मैं तेरे अब्बा का लण्ड पियूंगी। लेकिन तूने पिया कैसे मेरे अब्बा का लण्ड ?
सारा बोली :- उस दिन जब मैं घर आई तो मेरे कमरे से कुछ आवाज़ आ रही थी तो मैं अंदर झांक कर देखने लगी। मैंने देखा की मेरी अम्मी तेरे अब्बा का लण्ड हिला रही हैं। मैं चुपचाप बाहर खड़ी हुई तमाशा देखने लगी। मेरी नज़र तेरे अब्बा के लण्ड पर गड़ी रही। यार तेरे अब्बा का लण्ड बहुत बड़ा है मोटा है और जबरदस्त है। मेरी तो चूत की आग भड़क गयी। मैं सोंचने लगी की अम्मी की जगह मुझे होना चाहिए था। खालू का लण्ड मैं चूसूंगी तो कितना मज़ा आएगा ? बस मैं यही सोंचते हुए अपनी चूंची और चूत सहलाने लगी।
तब तक अम्मी ने लण्ड मुंह में लिया और चूसने लगी। वह भी पूरी नंगी थी और तेरा अब्बा भी। अचानक अम्मी की निगाह मुझ पर पड़ गयी। वह वहीँ से बोली अरी सारा बुर चोदी छुप छुप क्यों देख रही है यहाँ आ न मेरे पास ? मैं धीरे धीरे उसके पास पहुँच गयी वह बड़ी बेशर्मी से बोली देख भोसड़ी की तू अब २१ साल की हो गयी है, सारा ? लण्ड पीती है की नहीं ? मैंने कहा नहीं अम्मी अभी नहीं ? तब वह बोली तो फिर मादर चोद कब शुरू करेगी ? मैं तो इस इंतज़ार में हूँ की तू कब अपनी माँ चुदाना शुरू करेगी ? तू तो बहन चोद लण्ड भी नहीं पीती अभी ? चल आ जा और पकड़ कर देख अपने खालू का लण्ड ? मैंने लण्ड पकड़ लिया और उसे ऊपर नीचे करने लगी। अम्मी वासना में इतनी लिप्त हो गयी की उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिया। मैं भी नंगी हो गयी। वह बोली सारा बिटिया घर के सारे लण्ड पिया करो। अच्छा बताओ की सना पीती है सबके लण्ड की नहीं ?
मैंने कहा - उसने मुझे कभी बताया नहीं अम्मी ? हो सकता है की पीती हो ?
वह बोली :- अच्छा जब वह आ जाये तो उसे मेरे पास लाना । मैं उसे भी समझाऊंगी। उसे भी लण्ड पीना और माँ चुदाना शुरू करना चाहिए ?
मैं लण्ड चूसने में मस्त हो गयी। थोड़ी देर में मैं और बेशरम हो गयी। मेरे मुंह से निकला भोसड़ी के खालू तेरा लण्ड बड़ा सख्त है। मेरे मुंह से गाली सुनकर खालू और अम्मी दोनों खुश हुए। फिर मैंने लण्ड अम्मी के भोसड़ा में घुसा दिया। मैं चुदवाने लगी अपनी माँ का भोसड़ा। अम्मी ने थोड़ी देर में वही लण्ड मेरी चूत में पेल दिया ? वह चुदवाने लगीं अपनी बेटी की बुर। तबसे मैं भी लण्ड चूसने में चुदवाने में कोई शर्म नहीं करती यार ?
मैंने कहा :- वाओ, सारा तू चोद बहुत आगे निकला गयी है। मैंने तो अभी अपनी माँ नहीं चुदवाई ?
वह बोली :- जल्दी से चुदवा ले भोसड़ी की ? और हां सुन सना, अम्मी ने कहा है मुझसे की सारा तू घर के सारे लण्ड पिया कर ? अब चलो तुम्हे मेरी अम्मी ने बुलाया है सना ? सारा जब मुझे अपनी अम्मी के पास लेकर गयी तो वह बोली सना बिटिया देख सारा अपनी माँ चुदाने लगी है और अब तू भी अपनी माँ चुदाया कर। और हाँ घर के सारे लण्ड चूसा कर ? जवानी में तो तेरे आगे पीछे लण्ड ही लण्ड होना चाहिए।
तब तक बाथ रूम से एक आदमी निकला। वह बिलकुल नंगा था। उसका लण्ड खड़ा था। खाला ने लण्ड पकड़ कर मुझे दिखाते हुए कहा सना ले भोसड़ी की तू लण्ड पकड़ कर पहले थोड़ा चूस ले . मैंने लण्ड पकड़ा तो सारा ने मेरे कपड़े उतार दिया मैं नंगी नंगी लण्ड चूसने में जुटी रही। फिर खाला बोली अरे सना अब यही लण्ड ले जा और अपनी माँ के भोसड़ा में घुसा दे। आज से चुदाना शुरू कर अपनी माँ का भोसड़ा। मैं भी जोश में थी। मेरी भी चूत में आग लगी थी। मैं लण्ड पकड़े पकड़े सारा के साथ अम्मी के कमरे में घुस गयी। मैं यह देख कर बड़ी हैरान हो गयी की अम्मी भी किसी का लण्ड चूस रही हैं। अम्मी बोली अरी सना तू भोसड़ी की किसका लौड़ा पकड़े हुए है ? मैंने कहा मुझे नहीं मालूम अम्मी। मुझे तो लण्ड खाला जान ने पकड़ा दिया। तब तक सारा बोली अरी खाला सना आज तेरे भोसड़ा में लण्ड पेलने आई है। आज वह पहली बार अपनी माँ चुदवायेगी। अम्मी बोली वाओ, बहुत अच्छा तो आज मैं भी अपनी बेटी की बुर में लण्ड पेलूँगी। यह लण्ड मेरी सहेली के मियां का है।
अम्मी ने मुझे गाली दी - सना, तेरी माँ का भोसड़ा ?
मैंने भी उसे गाली दी - वहीदा, तेरी बिटिया की बुर ?
बस उसी दिन से मैं अपनी माँ चुदाने लगी। घर में चुदाई का माहौल बढ़ता गया। दिन रात चुदाई होने लगी। कोई किसी का भोसड़ा चोदने लगा और कोई किसी से अपनी बुर चुदवाने लगी। एक दिन मैंने देखा की मेरी फूफी खुले आम अपने देवर से चुदवा रही हैं तो मामी जान अपने जेठ का लौड़ा चूस रहीं हैं। दोनों भोसड़ी की आमने सामने थी। न उसे कोई शर्म और न इसे ? दूसरे कमरे में मैंने देखा की अम्मी खालू का लण्ड चूस रही हैं। खालू माने सारा के अब्बा का लण्ड ? मैंने उसे पहली बार देखा। बाप रे बाप बड़ा लम्बा चौड़ा है सारा के अब्बा का लण्ड ? अब तो इसे मुझे भी अपनी बुर में पेलूँगी। उधर खाला भोसड़ी की मेरे अब्बा से चुदवा रही है। मैंने अपने अब्बा का लण्ड देखा तो है पहले लेकिन कभी पकड़ा नहीं ? आगे वाले कमरे में फूफी बुर चोदी जीजू का लौड़ा पेले पड़ी थी अपने भोसड़ा में तो उसके सामने दीदी फूफा का लण्ड अपनी गांड में ठोंकवा रही थी। मैं तो देख देख कर गरम होती जा रही थी। पूरे घर का दिन रात चुदाई का इसी तरह का माहौल होता गया । यहाँ न चोदने का कोई कायदा कानून है और न चुदाने का ? चाहे जिसकी चूत चोदो, बुर चोदो, भोसड़ा चोदो, गांड चोदो ? जो भी चोदो जिसकी चोदो खुल्लम खुल्ला चोदो ? चाहे जिससे चुदवाओ ? खुल्लम खुल्ला चुदवाओ ? चाहे जिसका लण्ड चाटो, लण्ड चूसो, मुठ्ठ मारो लण्ड पियो ? न कोई भोसड़ी की और न कोई भोसड़ी का मना करने वाला है ?
कुछ दिन बाद मेरा भी निकाह हो गया और सारा का भी। अब घर का माहौल और ज्यादा चोदा चोदी का हो गया । खूब हंसी मजाक होने लगी। गालियां होने लगीं। सब भोसड़ी वाली एक दूसरे की माँ बहन चोदने लगीं ? मेरी ससुराल वाले भी शामिल हो गये। उधर सारा की ससुराल वाले भी आ गये। घर तो खचाकच भर गया। हंसी मजाक, गाली गलौज, गन्दी गन्दी बातें, अश्लील बातें होने लगीं ? इसके साथ ही मजाक का दायरा बहुत बढ़ गया। इसके साथ मजाक में कोई किसी की चूचियों पर हाथ मारने लगा। किसी की गांड पर हाथ फेरने लगा। किसी की कमर में हाथ डालने लगा। किसी ने किसी के लण्ड पर हाथ मार दिया तो किसी ने लण्ड ऊपर से ही दबा दिया। किसी ने किसी के गाल चुम लिए तो किसी ने पेटीकोट में हाथ घुसेड़ दिया। किसी ने ब्लाउज़ में हाथ घुसेड़ दिया, किसी ने लुंगी के अंदर हाथ डाल कर लण्ड पकड़ लिया तो किसी का हाथ किसी की झांटों तक पहुंच गया।
क्या क्या बातें हो रही हैं ? ज़रा आप भी सुनिए कितनी बेशर्मी से खुल्लम खुल्ला हो रही हैं बातें :-
बुर चोदी सारा तेरी सुहागरात हो गयी न ? कितने लण्ड घुसे थे तेरी चूत में बहन चोद,,,, पहला लण्ड तो मेरे मियां का था फिर पता नहीं भोसड़ी वाले कौन कौन घुस गये लण्ड ,,,,,,,,, हाय दईया तुझे मालूम ही नहीं पड़ा किस किस का लौड़ा था,,,,,,,, मुझे नहीं मालूम तू मेरी चूत से पूंछ ले मादर चोद ,,,,,,,सना की फूफी हरामजादी अपनी बिटिया चुदवा रही थी यार ,,,,,वाओ, बड़ा मोटा था मादर चोद का लण्ड ? अच्छा हुआ मैंने गांड नहीं मरवाई ,,,,,,, तेरी माँ का भोसड़ा तो पनारा हो गया है बहन चोद ,,,,,,,, हाय अल्ला, सारा का ससुर तो एकदम नंगा अपना लण्ड खड़ा किये हुए लेटा था जब मैं कमरे में घुसी ,,,,,,,क्या सारा अभी से अपने ससुर से चुदवाने लगी ,,,,,,,मैं तो अभी अपनी झांटें बनवा के आ रही हूँ अम्मी ,,,,,, कोई मेरी भी चूत चोदो यार ,,,,,,,, सना तेरी सुहागरात में किस किस ने चोदा ,,,,,,, यार शौहर के अलावा दो लण्ड और थे भोसड़ी वाले ,,,,,,,. मन हुआ की अपनी माँ चुदा लूँ ,,,,, यहाँ अपने मियां से कोई नहीं चुदवाती बुर चोदी,,,,, सबको पराये मर्दों के लण्ड अच्छे लगते हैं ,,,,,,, तो क्या हुआ आज तू मेरे मियां से चुदवा ले ,,,,, ससुर की बिटिया की बुर ,,,,,, माँ चुदवाती है मेरी बुर चोदी नन्द ,,,,,,,, यार दो लण्ड से चुदाने का मज़ा ही और होता है ,,,,,,, लण्ड में किसी का नाम लिखा है क्या भोसड़ी की,,,,,,, हां मैं दोनों देवरों से चुदवा कर आई हूँ,,,,,,, नन्द की नन्द ने भी चूसा मेरे अब्बू का लण्ड ,,,,,,,,, हाय रब्बा कितनी बार चोदोगे मेरी माँ का भोसड़ा ,,,,,,,, नंदोई की माँ की चूत ,,,,,,,, मैं तो घर के सारे लण्ड चूसती हूँ ,,,,,,,,,,, यहाँ सब लोग चोदते हैं सबकी चूत ,,,,,,,,मैं तो सब लोगों से चुदवाती हूँ धकाधक ,,,,,,,,, आज रात को नहीं बचेगी किसी की बुर ,,,,,,, अरे यार उसका लौड़ा जब खड़ा होने पर टेढ़ा हो जाता है तो देखने में बड़ा मज़ा आता है ,,,,,,,,, वो साला अपनी बीवी बाहर के लोगों से भी चुदवाता है ,,,,,हाय रे मन करता है की तेरे मियां का लण्ड चबा जाऊं ,,,,,,,,,? तेरी बहन का लण्ड भोसड़ी के ,,,,,,?
मेरे दिमाग में एक ही बात घूम रही थी की मैंने अभी तक सारा के अब्बू का लण्ड नहीं चूसा। अभी उससे नहीं चुदवाया जबकि वह मेरे अब्बू से चुदवा चुकी है भोसड़ी वाली। बस मैं उसे ढूंढने लगी। अचानक मुझे वह ऊपर के कमरे में मिल गया। मैंने कहा खालू जान तुम यहाँ अकेले अकेले अपनी झांटें गिन रहे हो क्या ? वह कुछ नही बोला मैंने कहा अरे खालू मादर चोद मैं तुमसे ही पूंछ रही हूँ। वह फिर भी नहीं बोला और मेरी अधखुली चूंचियां देखने लगा। मैंने कहा अच्छा तो तेरी नियत मुझे पर ख़राब हो रही है। तब वह बोला नियत ख़राब हो नहीं रही है बल्कि नियत ख़राब हो चुकी है सना ? उसने मुझे अपनी तरफ घसीट लिया और मैं भी उससे लिपट गयी। उसने मेरी चूंची दबाई तो मैंने उसका लण्ड दबाया ? मैं बड़ी जल्दी से आगे बढ़ी और उसका पैजामा खोल डाला। लौड़ा साला टन्ना कर मेरे सामने खड़ा हो गया। तब तक उसने मेरी चूंचियां खोल डाली।
मैंने उसे सोफे पर बैठाया और झुक कर लण्ड चाटने लगी। मैंने कहा हाय अल्ला, यही लण्ड बहन चोद मेरी माँ का भोसड़ा चोदता है खालू ? वह बोला हां सना यही लौड़ा तेरी माँ का भोसड़ा चोदता है। मैंने कहा तो फिर भोसड़ी के आज तुम उसकी बिटिया की बुर चोदो। खूब झमाझम चोदो बुर चोदी की बुर ? और हां जानते हो खालू तेरी बेटी सारा मेरे अब्बू से चुदवाती है आज मैं तुमसे चुदवाऊँगी। वो मेरे अब्बू का लण्ड चूसती है मैं उसके अब्बू का लण्ड चूसूंगी ? तब तक मेरा सलवार भी खुल चुका था और मेरी चूत भोसड़ी की खालू के सामने चुलबुलाने लगी। बस उसने लण्ड मेरी बुर में पेला और दनादन्न चोदने लगा मुझे ? वहीँ उसकी कमरे में मैंने फिर अपनी तमन्ना पूरी की। खालू से भकाभक चुदवाकर मुझे लगा की जैसे मैंने कोई जंग जीत ली हो ?
दूसरे दिन इतवार था। सबकी छुट्टी थी । सबको घर पर ही रहना था। घर तो पूरा मेहमानों से भरा था। मैं जब सवेरे उठी तो लगा की रात में चुदाई की सारी थकान दूर हो गयी है। मैं उठकर बाहर निकली तो बगल के कमरे की तरफ निगाह चली गयी। मैं वहां का सीन देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की सारा बुर चोदी का ससुर मेरी माँ का भोसड़ा चोदे जा रहा है। उसका मोटा लण्ड बार बार भोसड़ा में आ जा रहा है। वह साला एक रंडी की तरह मेरी अम्मी की बुर चोद रहा है और उसके बगल में भोसड़ी की फूफी खालू से चुदवाने में मस्त है। दोनों भोसड़ी वाली पराये मर्दों से चुदवाने में बड़ा मज़ा ले रही हैं। मेरी चूत भी हन चोद जलने लगी। मैंने घूम कर देखा तो और मजे दार सीन पाया। मेरा भोसड़ी का अब्बू खाला का भोसड़ा चोद रहा है और फूफा सारा की सास का भोसड़ा चोदनेलगा है। मैं जान गयी की सारा की सास भोसड़ी की गैर मर्दों से चुदवाती है और ससुर भी मादर चोद दूसरों की बीवियां चोदता है। मुझे तो लगता है की यह सारा की भी बुर चोदता होगा ?
तब तक मैं दूसरे कमरे में चली गयी। यहाँ भी मैंने देखा की बहन चोद चोदा चोदी हो रही है। फूफी की बिटिया हया एकदम नंगी नंगी मेरे चचा जान का लौड़ा चूस रही है। उसके बगल में मामी जान सारा के मियां का लण्ड चाट रही हैं। सारा के मियां का लौड़ा देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं फिर रुक नहीं सकी। मैंने मामी के हाथ से लण्ड ले लिया और उसे मुंह में भर के चूसने लगी। मामी बोली बुर चोदी सना ले पहले तू ही चुदवा ले। देख न लौड़ा कितना सॉलिड है ? मैंने भी कहाँ शुक्रिया मामी ? लौड़ा तुम्हे मुबारक हो ? मैं किसी और से चुदवाने जा रही हूँ। उसी कमरे में सारा भोसड़ी की हया के मियां से चुदवा रही थी और चची जान मेरे मामू जान से चुदवा रही थी। मैंने देखा की यहाँ भी मर्द एक दूसरे की बीवी चोदने का मज़ा ले रहें है। आज सवेरे से ही जिसको देखो वही अपना लौड़ा खोले हुए किसी न किसी की बुर में पेले चला जा रहा है। न चोदने वाले को कोई शर्म है और न चुदवाने वाली को। न लौड़ा किसी का थम रहा है और न चूत किसी की। घर तो बिलकुल रंडी खाना हो गया है।
तब तक मेरी नन्द बुर चोदी उसी कमरे में आ गयी।
वह बोली :- अरी बुर चोदी सना भाभी तेरी चूत में आग नहीं है क्या ?
मैंने कहा :- हाय दईया मेरी चूत तो भठ्ठी हो गयी है और तू कहती है की आग नहीं हैं।
तब तक पीछे से मेरी सास भी अपनी दोनों चूंचियां खोले हुए आ गयी और बोली :- सना बहू आग तो मेरे भोसड़ा में बहुत जोर से लगी हुई है ? पेल दो न कोई लण्ड मेरे भोसड़ा में बुर चोदी बहू ?
इतने में मुझे वहीँ जुम्मन अंकल दिख गए। मैंने उसकी लुंगी खींच ली तो वह नंगा हो गया। मैने कहा भोसड़ी के अंकल जब यहाँ सब नंगी नंगा है और तू मादर चोद लुंगी पहने घूम रहा है। मैंने उसका लौड़ा पकड़ा, हिलाया और कहा अंकल तुम चोदो मेरी नन्द की बुर । तब तक मेरी सास आ गयीं। उसने कहा हाय बहू तेरे माईके में तो बहुत बढ़िया चुदाई होती है। यहाँ भी मेरे घर की तरह कोई किसी की भी बुर चोद लेता है। कोई किसी का भी लण्ड पकड़ लेती है। जैसे तुम अपनी ससुराल में सबके लण्ड पकड़ लेती हो। तब तक मुझे मेरी नन्द का ससुर दिख गया। मैने कहा सासू ले तेरा भोसड़ा चोदने के लिए लण्ड आ गया है। अब तू अपनी बिटिया के सामने चुदवा अपना भोसड़ा जैसे तेरी बिटिया तेरे सामने चुदवा रही है अपनी बुर ?
उधर से मेरा बहनोई आ गया उसने मेरी चूंचियां पकड़ ली। मैंने घूम कर देखा तो वह भी नंगा था। मैंने कहा वाओ किसी को चोद कर आ रहे हो क्या ? वह बोला हां मैं अभी अभी अपने दोस्त की बीवी चोद कर आ रहा हूँ। यहाँ जब आया तो देखा की सब लोग नंगे है तो मैं भी नंगा हो गया। अब मैं तुम्हे सबसे पहले चोदूंगा सना ? फिर मैं भी वहीँ सबके सामने चुदवाने लगी।
दोस्तों, इस तरह की चुदाई मेरे घर दो दिन तक लगातार होती रही। ऐसा कोई लण्ड नहीं था जिसे मैंने अपनी बुर में पेला न हो। ऐसा कोई लण्ड नहीं था जिससे मैंने अपनी माँ का भोसड़ा न चुदवाया हो ? सभी मर्दों ने सबकी बुर चोदी ? और आज भी इस तरह की चुदाई महीने में २/३ बार हो ही जाती है।
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