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लण्ड चूसने आ रही हूँ अंकल - Mujhe lund chusna achchha lagta hai
लण्ड चूसने आ रही हूँ अंकल - Mujhe lund chusna achchha lagta hai, XXX Hindi Kahani, कामुक कथाएं Hindi Sex Stories, रंडी की चुदाई की कहानियाँ, Indian Sex Stories, धंधे वाली लड़कियों की चूत चुदाई की कहानियाँ.
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| मैं मादर चोद दोनों लण्ड चूस रही हूँ |
मैं मौली हूँ मेरे दोस्तों, एक २५ साल की मद मस्त बिंदास लड़की जिस दो चीजों का बड़ा शौक है। एक तो शराब पीना और दूसरा लण्ड पीना ? मैं चुदवाने में भी बहुत तेज हूँ लेकिन मैं लण्ड बुर से ज्यादा अपने मुंह में रखती हूँ। मुझे लण्ड चूसना बेहद पसंद है। मुझे तरह तरह के लण्ड चूसने में खूब मज़ा आता है। मैं लण्ड चूसने का कोई भी मौक़ा हाथ से जाने नहीं देती ? मैं आज जिसका लण्ड चूसने जा रही हूँ उसका लण्ड पहली बार मैंने ट्रैन में चूसा था।
अब मैं बताती हूँ आपको की मैंने कैसे चूसा उसका ट्रैन में लण्ड ? मैं कलकत्ता में रहती हूँ और उस दिन कलकत्ता से मुंबई जा रही थी। मैं फर्स्ट क्लास ए सी में थी। उसमे चार बर्थ होतें है लेकिन तीन ही भरे थे। उसमे एक नौजवान लड़का, एक अधेड़ आदमी और मैं थी। एक लड़का भी मस्त था मुझे अच्छा लगा और वह आदमी भी मुझे पसंद आया। बात चीत से मालूम हुआ की लड़के का नाम तपन है और आदमी का नाम है रोड्रिक्स ? ट्रेन सुबह ११ बजे शुरू हो गयी और हम तीनो ने अपना अपना सामान ठीक तरह से जमा लिया । टिकट भी तब तक चेक हो गया। अब हम लोग बातें करने लगे। मैंने तब तक दरवाजा बंद कर दिया । अब धीरे धीरे बातें बढ़ती गयीं। एक दूसरे से अच्छी तरह परिचय होने लगा।
मुझे मालूम हुआ की तपन शाम को करीब ८ बजे उतर जाएगा और रोड्रिक्स मुंबई तक चलेगा। मेरी नज़र दोनों पर थी। मैं समझी की आज मैं दोनों के लण्ड नहीं पकड़ सकती ? तपन का लण्ड तो बिलकुल नहीं पकड़ सकती और रोड्रिक्स का लण्ड रात में पकड़ने की कोशिश करूंगी। मैं यह सब सोंच ही रही थी की किसी ने दरवाजा खटखटा दिया ? तपन ने खोला तो सामने दो आदमी खड़े थे। उनमे से एक बोला hi Rodrics, you are here ? come on and join us for drinks . रोड्रिक्स वहां चला गया। मैं समझ गयी की अब वह २/३ घंटे नहीं आने वाला। lunch के बाद ही आएगा।
मुझे मौका मिल गया। मैंने अपना ड्रिंक्स निकाला और दो गिलास भी निकाला। मैंने कहा तपन क्या तुम मेरा साथ दोगे ? वह बोला हां क्यों नहीं, बिलकुल दूंगा। हमने एक स्वर में चियर्स कहा और दारू पीने लगे। मेरी निगाह उसके लण्ड से हट ही नहीं रही थी। मैं अंदाज़ा लगा रही थी की उसका लण्ड कितना बड़ा होगा ? देखने में कैसा होगा लण्ड ? पीने में कैसा होगा लण्ड ? आदि आदि ,,,,,? तब तक मेरा फोन बज उठा। मैं बातें करने लगी।
- मैंने कहा हां शिल्पा बोल भोसड़ी की ,,,,,,,,? तो अच्छा हुआ न उससे चुदवा लिया ,,,,,,,? मैं कह रही थी की उसका लौड़ा बड़ा मोटा है और मस्त है ,,,,,,,,? हां मैंने भी चूसा है उसका लण्ड ,,,,,,,,? वो मादर चोद लोगों की बीवियां चोदता है ,,,,,,,? उसकी माँ का भोसड़ा ,,,,,,? तो क्या उसकी गांड में ठोंक दे लण्ड ,,,,,,,? माँ चुदवाती है बुर चोदी अपनी ,,,,,,,? बहन का लण्ड ,,,,,,? तू चिंता न कर मैं मारूंगी उसकी गांड ,,,,,,? तेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ पायेगी वो ,,,,? ओ के बाय बाय। फोन बंद हुआ तो मुझे बड़ी हैरानी से देखने लगा।
- मैंने कहा सॉरी तपन ? वह मेरी दोस्त थी। मैं तुम्हारे सामने गन्दी गन्दी बातें बोलने लगी। हम लोग इसी तरह से बातें करती हैं। प्लीज मुझे माफ़ कर देना ? आगे से ख्याल रखूंगी ?
- वह बोला अरे यार मैं तो आपकी गालियां एन्जॉय कर रहा था। मुझे तो मज़ा आ रहा था।
- मैंने कहा तो क्या तुम मुझसे और गालियां सुनना चाहते हो ?
- वह बोला अगर सुनाओ तो मज़ा आ जायेगा ?
- मैंने कहा हां सुनाऊँगी पर पहले मुझे अपना लौड़ा दिखाओ ? वह तो बिलकुल सकपका गया ? मैंने कहा अरे क्या इतने में ही तेरी गांड फट गयी ?
- वह बोला नहीं यार पर क्या तुम सही कह रही हो ?
- मैंने कहा देख माँ के लौड़े तपन मैंने तुझे दारू पिलाई तू मुझे लौड़ा पिला ? वह मुझे फटी फटी आँखों से देखने लगा।
- मैंने फिर कहा हां यार लण्ड, लण्ड और लण्ड ? मुझे लण्ड पिला भोसड़ी के तपन ? मैं दारू के साथ पीती हूँ लण्ड ?
- वह बोला अगर इतने में रोड्रिक्स आ गया तो ,,,,,,,,,?
- मैंने कहा रोड्रिक्स की माँ का भोसड़ा ? उसकी बिटिया की बुर ? अगर वह आ भी गया तो मैं उसका भी पियूंगी लण्ड और क्या ?
मैंने पैंट की बटन खोली और फिर जिप खोल कर लण्ड बाहर निकाल लिया। इधर मैंने अपनी चूंचियां खोल रखीं थी। मेरी सेक्सी बड़ी बड़ी चूंचियां देख कर उसका लण्ड दन्न से खड़ा हो गया। मैं सुपाड़ा चाटने लगी तो लण्ड और सख्त होने लगा। मुझे पसंद आ गया उसका लण्ड और थोड़ी ही देर में मैंने उसे अपने मुंह में घुसा लिया और चूसने लगी। ट्रेन अपनी रफ़्तार से चली जा रही थी और लौड़ा भी पूरी रफ़्तार से मेरे मुंह में घुसा चला जा रहा था। मैं मन ही मन बड़ी खुश थी ? एक नया लण्ड, एक नयी जगह, लण्ड का नया स्वाद, लण्ड की नयी बनावट, सब मुझे आनंदित कर रही थी। मेरी चूत अलग से मुंह बाए खड़ी थी लौड़ा अपने अंदर घुसाने के लिए लेकिन मैंने उसे रोक दिया ? मैं कहा तू चुप रह बुर चोदी मेरी बुर ? अभी टाइम नहीं लण्ड तेरे अंदर पेलने की ? जब मौक़ा मिलेगा तब मैं खुद ही पेल दूँगी लण्ड ? अभी थोड़ा सब्र कर भोसड़ी की ? ?
कूपे में चपर चपर, फचर फचर, पच्च पच्च, छप्प छप्प, चों, चीं, पुच्च, लण्ड चूसने की आवाजें आ रहीं थी। मेरे मुंह से लार टपक रही थी। लण्ड की भी लार टपक रही थी। लौड़ा मुंह के अंदर बिलकुल गीला हो चुका था। मैं एक हाथ से उसके पेल्हड़ थामें हुई थी. उसकी झांटें साफ़ थीं इसलिए लण्ड बड़ा सुन्दर लग रहा था। मैंने लौड़ा आधे से अधिक मुंह में घुसेड़ लिया था। मैं भी मस्त, तपन की मस्त और तपन का लौड़ा भी मस्त ? इतने में वह बोला यार मौली अब मैं निकल जाऊंगा ? मैंने कहा कोई बात नहीं मेरे मुंह में ही निकल जा तू ? मैं तो लण्ड पीने में भी अव्वल हूँ भोसड़ी के ? फिर मैंने लण्ड निकाला और फ़टाफ़ट मुठ मारने लगी। उसे मज़ा आने लगा वह बोला वाओ, और मारो मुठ्ठ, जल्दी जल्दी मारो, लौड़ा पूरा खोल कर मारो मुठ्ठ, तू बड़ी मस्त है बुर चोदी मौली, तेरी माँ की चूत, बहन चोद बड़ा अच्छा लग रहा है, हां हां,, ओए ,,,हां,, ओ,, ओहो,, उई,, आ,, हे हे,,, अई,, अई ओ,,,हां हां और तेज,, और तेज मारो मुठ्ठ,, ले भोसड़ी की मुंह में लेकर चाट ले मेरा लण्ड,,,,,, चूस ले मेरा लण्ड माँ की लौड़ी,,,,,? आ,, अहो, आ,, ये हां,,, आ हां हो ,,,,,,,,,,,,,,,,? I love you dear Mauli ? मैं मस्ती से झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी।
थोड़ी देर में उधर से रोड्रिक्स आ गया। वह बिलकुल नहीं जान पाया की यहाँ क्या हुआ ? शाम को तपन गाड़ी से उतर गया लेकिन उसका लण्ड मेरे दिमाग से नहीं उतरा ? उसके जाने के आधे घंटे बाद मैंने फिर दारू निकाली और पैग बनाया। मैंने कहा अंकल क्या आप मेरा साथ देंगें ? वह बोला अरे वाह आप शराब पीती है ? अगर मुझे पहले मालूम होता तो मैं आपको दिनमे शामिल कर लेता ? मैंने कहा कोई बात नहीं अंकल तपन तो भोसड़ी का चला गया। अब चलो चियर्स कहो और लो पियो मेरे साथ शराब ? उसकी उम्र ४४/४५ साल की होगी लेकिन वह मुझे बहुत पसंद आया। तब तक उसने सिगरेट निकाली और मुझसे कहा क्या आप पियेंगी ? मैंने कहा हां और मैं भी धकाधक पीने लगी सिगरेट ? आधा आधा पैग खत्म हो गया तो वह बोला मौली आप तो बहुत बिंदास लड़की हैं। आप बहुत मस्ती से सिगरेट पी रही हैं। मैंने कहा हां अंकल मैं बहन चोद सब कुछ पीती हूँ सब कुछ करती हूँ मुझे कोई शर्म नहीं है ? वह बोला तो क्या आप कुछ और भी पीती है ? मैंने कहा हां अंकल मैं मादर चोद लण्ड पीती हूँ।
मेरी बात सुनकर अंकल के होश उड़ गये । उसने दुबारा पूंछा क्या तुम सच कह रही हो मौली ? मैंने कहा हां मैं सच कह रही हूँ भोसड़ी के अंकल ? मैं लण्ड पीती हूँ लण्ड ? शराब के साथ लण्ड पीती हूँ मैं। मैंने तुम्हे शराब पिलाई तुम मुझे लण्ड पिलाओ ? मैंने उसके लण्ड पर हाथ मार कर कहा। वह पहले तो थोड़ा सकपकाया लेकिन मैं उसकी समय बोल पड़ी अरे यार लण्ड पिलाने में क्या तेरी गांड फटी जा रही है ? वह बोला नहीं मौली यह बात नहीं है पर ,,,,,,,,,? मैंने कहा पर की माँ का भोसड़ा ? मैं बहुत प्यासी हूँ मुझे लण्ड पिलाओ ?
मैं उसकी पैंट उतारने लगी। मैंने उसकी पैंट खोल कर फेंक दी और लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी। मैंने भी अपनी चूंचियां खोल लीं। लौड़ा एकदम से टन्ना गया। मैं हैरान हो गयी की एक पल में ही लौड़ा साल ८" तक पहुँच गया। मैं जान गयी अभी और बढ़ेगा बहन चोद लण्ड ? मैं उसे झुक कर चाटने लगी। उसका अंडाकार चमचमाता हुआ सुपाड़ा मुझे बेहद खूबसूरत लग रहा था। मैंने कहा अंकल तेरा लण्ड बहुत ही बढ़िया है । मेरे दिल में घुस गया साला। मैं इसे कभी नहीं छोडूंगी। मैंने उसे बर्थ पर लिटा दिया और उसकी टांगों के बीच बैठ कर लण्ड चूसने लगी। मेरी मस्ती बढाती जा रही थी। उसकी झांटें बिलकुल नहीं थी। बीच बीच में चिकने पेल्हड़ भी चाट लेती थी। बार बार लण्ड बाहर निकलती और अंदर घुसेड़ती। मेरे मुंह में लार टपकने लगी। मुझे लण्ड का स्वाद बहुत अच्छा लग रहा था। मैं तब तक चूसती रहीलण्ड जब तक वह मेरे मुंह में झड़ नहीं गया। मैं उसका सारा वीर्य गटक गयी और झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी।
रात में डिनर के बाद थोड़ी देर तक बातें होतीं रहीं और फिर मैंने लण्ड हाथ बढ़ा कर पकड़ लिया। वह बोला मौली अब क्या करना है ? मैंने कहा अब इस भोसड़ी वाले को अपनी बुर में पेलना है। अब तुम मुझे चोदो अंकल ? ट्रेन के इंजन की तरह धकाधक चोदो मेरी बुर ? मैं बिना चुदाये सो नहीं सकती ? और हां अगर तुझे मेरी गांड मरने का शौक है तो तू मेरी गांड भी मार ले ? और तेरा मन अगर मेरी माँ चोदने का है तो चल मेरे घर और चोद ले मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा ? लेकिन आज तुझे अभी पेलना पड़ेगा अपना लण्ड मेरी चूत में ? मेरी बातें सुनकर उसका लौड़ा साला तूफानी बन गया। कुतुबमीनार हो गया बहन चोद लण्ड और फिर मैंने खूब मस्ती से चुदवाया। सबसे ज्यादा मज़ा मुझे तब आया जब मैंने उसके लण्ड पर बैठ कर कूद कूद कर चुदवाया।
आज जब मैं अंकल के पास जा रही हूँ तो वही सब बातें याद आ रही हैं। मैं बड़ी excited थी उसका लण्ड एक बार फिर चूसने के लिए। उससे एक बार फिर चुदवाने के लिए। मुझे आज तक उसके जैसा लण्ड दूसरा कोई नहीं मिला ? मैंने जैसे ही डोर बेल बजाई तो अंकल ने दरवाजा खोला। उसने मेरा वेलकम हसंकर किया और मुझे अंदर बैठाया। मैंने देखा की वहां एक और आदमी बैठा है । गोरा चिट्टा हट्टा कट्टा स्मार्ट और हैंडसम ? मैं जान गयी की शायद यही है जो जाने वाला था लेकिन अंकल ने मेरे कहने पर रोक लिया। मेरा दिमाग फिर उसके लण्ड पर चला गया। मैं उसके लण्ड का अंदाज़ लगाने लगी। तब तक अंकल ने कहा मौली इससे मिलो यह है मेरा दोस्त मिस्टर क्लीन ? यह जाने वाला लेकिन मैंने इसे रोक लिया। फिर उसने क्लीन से कहा और यह है मिस मौली एक मस्त और बिंदास लड़की। यह मुझे ट्रेन में मिली थी। दिल की बहुत अच्छी है। मैंने कहा रोड्रिक्स अंकल भी बहुत अच्छे हैं। I love him and I love his lund too ? क्लीन ने कहा O' I see that means you have seen his lund ? मैंने कहा yes, ofcourse, I have seen his lund ? सिर्फ देखा ही नहीं पेला है इसका लण्ड अपनी चूत में ?
इतने में अंकल ने ड्रिंक्स चालू कर दी।
अंकल बोला - मौली तुम वाकई बड़ी सेक्सी लग रही हो। इतनी मस्त खुली हुई और पूरा मज़ा देने वाली लकड़ी मैंने दूसरी कोई नहीं देखी ?
मैंने कहा :- हां अंकल, मैंने भी तेरे जैसा मस्ताना, लम्बा चौड़ा और सख्त लौड़ा आजतक किसी का नहीं देखा। मैं तो दीवानी हो गयी हूँ तेरे लण्ड की ?
वह बोला :- मेरा दोस्त क्लीन भी आज इस मौके का फायदा उठाएगा ?
मैंने कहा :- ये साला भोसड़ी वाला जब मेरे सामने नंगा होगा ? अपना लौड़ा खोल कर दिखायेगा और मेरी चूत चाटेगा तभी मैं इसके बारे में कुछ कह पाऊँगी। अभी तो बस मैं इसे गाली दूँगी । इसकी बिटिया की बुर चोदूंगी ?
मैं तो बस यही सोंच रही हूँ की इसका लौड़ा बहन चोद कैसा होगा ? ऐसा कह कर मैंने गिलास खाली किया और क्लीन के बगल में बैठ कर उसकी पैंट खोलने लगी . ऊपर से उसकी कमीज उतार दी और नीचे से पैंट ? फिर भोसड़ी वाले की नेकर भी उतार कर फेंक दी। उसका लण्ड बहन चोद टन टना कर मेरे सामने खड़ा हो गया और मैं उसे चूमने लगी। लण्ड हिलाया पेल्हड़ सहलाये और कहा अंकल भोसड़ी के लण्ड तो तेरा बड़ा मस्त है मोटा है और टाईट भी ? तब तक रोड्रिक्स अंकल भी नंगा हो गया। मैंने उसका लण्ड दूसरे हाथ से पकड़ लिया। मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चूसने लगी। इसी बीच दोनों ने मुझे भी नंगी कर दिया। मुझे मर्दों के आगे नंगी रहने में खूब मज़ा आता है। अब तक मैं लण्ड चूसने में एक्सपर्ट हो चुकी थी।
फिर मैंने क्लीन को इशारा किया तो उसने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा। मैं अंकल का लण्ड चूसने लगी। एक लण्ड मुंह में और एक लण्ड बुर में मैं दोनों तरफ से मज़ा लेने लगी। थोड़ी देर में उनकी जगह बदल दी। अब मैं अंकल से चुदवाने लगी और क्लीन का लण्ड चूसने लगी। मैं मन ही मन सोंच रही थी की दोनों बहन छोड़मोटे हैं अगर मैं गांड मरवाऊँगी तो गांड ससुरी फट जाएगी ? फिर मन में आया की चलो एक बार तो मरवा कर कर तो देखूं ?मैंने अंकल को नीचे लिटा दिया और उसके ऊपर मैं चढ़ बैठी। लण्ड मेरी चूत में गप्प से घुस गया। मैंने झुक कर अपनी गांड उचका दी और क्लीन से कहा यार तुम मेरी गांड मारो। उसने लौड़ा ठोंक दिया मेरी गांड में ? मैं चीख तो पड़ी लेकिन फिर धीर धीरे मरवाने लगी गांड। मज़ा आने लगा तो मैं सोंच लिया की गांड मराने में कोई हर्ज़ नहीं है। चुदाई जब अपनी मजिल तक पहुँच गयी तो क्लीन का लण्ड ने उगल दिया वीर्य मेरे मुंह में ? मैं बस लण्ड चाट ही रही थी की तब तक अंकल ने भी गिरा दिया अपना माल मेरे मुंह में ?
एक दिन मैं अकेली बैठी थी। अचानक टपका फोन आ गया।
- मैंने कहा भोसड़ी के इतने दिनों बाद तुझे याद आई है।
- वह बोला अरे मौली मैं विदेश चला गया था। आज ही वापस आया हूँ। मैं तेरे पास आना चाहता हूँ ?
- तो फिर आ जा न ? तुझे क्या पासपोर्ट की जरुरत है माँ के लौड़े ?
- यार मेरे साथ एक दोस्त भी है। क्या मैं उसे लेकर आ जाऊं ?
- लण्ड है न उसके पास ? बुर चोद लेता है भोसड़ी का ?
- लण्ड तो है ही उसके पास और बुर भी चोद लेता है। वैसे अभी मैंने भी तझे चोदा नहीं है, मौली ?
- तो फिर आओ न मादर चोदों तुम दोनों मिलकर चोदो मुझे ?
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