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ग़ैर मर्दों के आगे नंगी रहती हूँ - Muft me chut chudai karne ka mauka
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जी हां यह बिलकुल सच है की मैं मर्दों के आगे कपड़े नहीं पहनती ? जब भी कोई जवान लड़का या कोई मर्द मेरे सामने आता है तो उसके सामने कपड़े पहन कर आना मुझे बिलकुल अच्छा नहीं लगता। मेरा यह मानना है की हर जवान लड़के को और हर मरद को नंगी जवान लड़की या नंगी औरत को देखने का पूरा पूरा हक़ है और मैं उसे यह हक़ देती हूँ। इसलिए मैं मर्दों के आगे अपने पूरे कपड़े उतार कर बिलकुल नंगी हो जाती हूँ। मैं पहले अपना पूरा नंगा जिस्म दिखाती हूँ और फिर उसी समय उसे नंगा करके उसका पूरा नंगा जिस्म देखती हूँ। मैं मर्दों के सारे कपड़े उतार लेती हूँ क्योंकि हर जवान लड़की और जवान औरत को भी मर्दों को नंगा देखना का हक़ है। और मैं इस हक़ को हांसिल करती हूँ।
जब कोई नंगी के आगे नंगा होता है और नंगा के आगे नंगी होती है तो शर्म की माँ चुद जाती है। शर्म तो बुर चोदी अपने आप भाग जाती है । और तब शुरू होता है सेक्स का मस्त और मजेदार खेल ? एक दिन मैं घर में अकेली ही नंगी बैठी थी। अभी अभी नह धो कर आई थी। अपनी झांटें बनाकर आई थी क्योंकि मैं अपनी चूत को हमेशा चिकनी रखती हूँ। आजकल कॉलेज के लड़के चूत चाटने में खूब इंटरेस्ट लेते है। जैसे हम लड़कियों के मुंह लण्ड देख कर खुल जातें है और वो लण्ड चाटने लगती हैं उसी तरह लड़कों की जबान चूत देख कर बाहर निकल आती है और वो चूत चाटने लगते हैं। मैं थोड़ा बोर होने लगी तो एक शराब की बोतल निकाली और एक पैग शराबा बनाया और मस्ती से पीने लगी। शराब के साथ सिगरेट पीने की तलब लगी तो एक सिगरेट भी जला कर पीने लगी। इतने में किसी ने डोर बेल बजा दी। मैंने दवाजे के होल सेदेखा तो लगा कोई अंकल हैं। मैंने आहिस्ते से दरवाजा खोला और मुंह बाहर निकाल कर कहा कौन है ? उधर से आवाज़ आई मैं आरिफ अंकल हूँ सना बेटी ? मैंने कहाँ बेटी की माँ का भोसड़ा जल्दी से अंदर आ मादर चोद ? उसे अंदर आने का इशारा किया ? उसे मालूम है की मुझे गालियां देने की आदत है और वह मेरी गालियां सुनने अक्सर मेरे पास आता है। उसे मेरी गालियां बहुत पसंद हैं।
जैसे ही वह कमरे में घुसा मैंने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। वह मुझे बिलकुल नंगी देख कर हैरान हो गया बोला अरे सना तुम बिलकुल ,,,,,,,,,,,? मैंने कहा हां भोसड़ी के आरिफ अंकल मैं घर में नंगी ही रहती हूँ। और जो मेरे साथ रहता है मैं उसे भी नंगा रखती हूँ। अब मैं तुम्हे बहन चोद पहले नंगा करूंगी फिर बात करूंगी। मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंचियों पर रखा और एक पैग शराब उसके मुंह में लगा दिया। वह मेरी चूंचियां दबाते हुए पूरा एक पैग शराब पी गया।
ऐसा कह कर मैं उसके कपड़े उतारने लगी। वह भी चुपचाप उतरवाने लगा तो मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई की चलो आज सवेरे सवेरे ही कोई मुझे चोदने वाला मिल गया। आरिफ अंकल को मैं जानती हूँ लेकिन उसके लण्ड को नहीं पहचानती ? आज पहली बार उसका लौड़ा देखने जा रही हूँ। आखिर में उसकी जाँघियां खोली तो लौड़ा टन्न से मेरे सामने उछल कर खड़ा हो गया। मेरे हाथ ने फ़ौरन उसे पकड़ लिया और मैं हिलाने लण्ड ? मेरी चूत की आग एकदम से भड़क गयी। मेरे मुंह से निकला हाय अल्ला, कितना मोटा ताज़ा है तेरा लण्ड बहन चोद ? कितना प्यारा लग रहा है। कितना मन मौजी है यार तेरा यह मस्ताना लण्ड ? तूने भोसड़ी के इसे इतने दिनों तक मुझसे छुपा कर क्यों रखा ? माना की मैं उस समय छोटी थी लेकिन अब मैं २२ साल की हो गयी हूँ। मेरी चूत पक गयी है मेरी गांड भी लण्ड खाने वाली हो गयी है और मेरी चूंचियां माशा अल्ला बड़ी बड़ी हो गयी हैं ? मैं लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। फिर मैं उसे बेड रूम ले गयी और उसके ऊपर चढ़ बैठी। मैंने अपनी बुर उसके मुंह पर रख दी। मैं झुक कर लण्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 की position में हो गये। मुझे लण्ड चाटने में बेहद मज़ा आने लगा और उसे मेरी चिकनी चूत चाटने में।
मैं लण्ड तो बड़े चाव से चूस रही थी लेकिन मेरे मन में एक सवाल उठ रहा था।
मैंने पूंछा :- अंकल तेरी बेटी ने पहली बार तेरा लण्ड कैसे पकड़ा और कहाँ पकड़ा ? पहली बार में ही उसने चुदवाना शुरू कर दिया की बाद में ?
वह बोला :- एक दिन मैं अपने पड़ोस की लड़की शन्नो के साथ अपने घर में ही बैठा हुआ था। हम दोनों सोफ़ा पर बैठे हुए थे। मैं भी बहन चोद पूरा नंगा था और वह भी भोसड़ी की पूरी नगी थी। मैं उसकी चूंची मसल राह था और वह मेरा लण्ड चाट रही थी, सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक ? मेरा लौड़ा पूरी तरह टन्नाया हुआ था। मज़ा उसे भी आ रहा था और मुझे भी। अचानक जाने कहाँ से मेरी बेटी करिश्मा टपक पड़ी। उसने मुझे लण्ड चटाते हुए और उसे लण्ड चाटते हुए देख लिया।
बस देखते ही वह चिल्ला पड़ी - शर्म नहीं आती किसी परायी लड़की को अपना लौड़ा चटा रहे हो बहन चोद ? यहाँ घर की लण्ड चाटने वाली लड़कियां मर गयी है क्या तो तू बाहर की लड़कियों को लौड़ा पिला रहा है मादर चोद ? मैं उसकी फटकार सुनकर चुप हो गया और कुछ नहीं बोला। वह फिर बोली यह लड़की बुर चोदी बाहर जाकर कहेगी की मेरे साथ अंकल ने जबरदस्ती की ? अपना लौड़ा मेरे मुंह में ठूंस दिया तो फिर तेरी गांड फट जाएगी न ? तुझे इस बात की कोई परवाह नहीं है ?
तब तक शन्नो बोली :- अरे यार करिश्मा सुनो मेरी बात ? बहुत चिल्लाओ नहीं मैं तेरी सब करतूत जानती हूँ ? अभी तेरी सारी हेकड़ी तेरी गांड में घुसा दूँगी। अब मैं तेरी पोल पट्टी खोलूंगी तो तेरी माँ चुद जायेगा ? पहली बात अंकल ने मेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं की ? मैंने ही इसका लण्ड इसकी लुंगी में हाथ घुसेड़ कर पकड़ लिया। क्योंकि इसके लण्ड की तारीफ मेरी अम्मी बहुत करती हैं। मैंने जबसे इसके लण्ड की तारीफ सुनी है तबसे एक तरफ तो मेरी चूत में आग लगी थी और दूसरी तरफ मेरी झांटें सुलग रही थीं। मैंने सोंचा की इतने बढ़िया लण्ड मेरी बुर चोदी अम्मी अपना भोसड़ा चुदवाती है लेकिन मुझे इसका लौड़ा कभी नहीं पकड़ाया ? आज मुझे मौक़ा मिला तो मैं तेरे अब्बा का लण्ड चूस रही हूँ। अब रही शर्म आने की बात ? अब तू बता करिश्मा बुर चोदी ? तू उस दिन जब मेरे अब्बा का लण्ड चूस रही थी तो तुझे शर्म आई थी ? तुझे लण्ड चुसाते हुए मेरे मादर चोद अब्बा को शर्म आई थी ? करिश्मा का चेहरा उतर गया। वह बोली हाय दईया शन्नो तो तू सब कुछ जानती है।
शन्नो फिर बोली :- देख करिश्मा तेरे अब्बू का लण्ड मुझे भी पसंद है और मेरी अम्मी को भी ? क्योंकि मेरे अब्बू के लण्ड से तेरे अब्बू का लण्ड बड़ा भी है और मोटा भी ? ले तू भोसड़ी की खुद ही पकड़ कर देख ले न ?
तब मेरी बेटी ने मेरा लण्ड पकड़ लिया और बोली शन्नो तू बिलकुल ठीक कह रही है। तब तक शन्नो ने उधर घूम कर उसके कपड़े उतार दिया और उसे भी नंगी कर दिया। शन्नो ने मुझसे पहले चुदवाया और फिर धीरे से मेरा लण्ड करिश्मा की चूत में घुसेड़ दिया। मैं भी जोश में था चोदने लगा बिना कुछ सोंचे समझे ?
यह कहानी सुनकर मेरी चूत बहन चोद और गरमा उठी। मैंने लण्ड अपनी चूत में पेला और एक मंजी हुई रंडी की तरह चुदवाने लगी । आज मुझे आरिफ से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आ रहा था। हालांकि मैं उससे आज पहली बार चुदवा रही हूँ लेकिन उसकी कहानी ने मेरे अंदर गज़ब का जोश भर दिया। अंकल ने कहा सना आज मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है तेरी बुर चोदने में ? मैंने कई लड़कियां चोदी हैं मगर जो मज़ा तेरी बुर में है वह कहीं और नहीं मिला ? मैंने फिर हर तरफ से चुदवाया और बाद में झड़ता हुआ लण्ड भी बड़े प्यार से चाटा। जाते जाते मैंने कहा भोसड़ी के अंकल आते रहना मुझे चोदने, मेरी बुर चोदने ? अभी तो मैंने गांड मरवाई ही नहीं है ? अभी तो अपनी चूंचियां चुदवाई ही नहीं है ? अभी तो अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाना है मुझे, अंकल ?
एक दिन शाम का समय था मैं घर में थी । मन में आया की दारू पीते हुए एक ब्लू फिल्म देखूं ? बस मैंने फिल्म टी वी पर लगा दी। पहले ही शॉट में दो लण्ड टन टनाते हुए परदे पर आ गये। मैं भी बिलकुल चौंक गयी और मेरी चूत में भी एकदम से करंट लग गया। लण्ड देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं ललचा उठी। लेकिन इतने में किसी मादर चोद ने दरवाजा खटखटा दिया। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक अधेड़ उम्र का आदमी खड़ा था। आदमी बड़ा स्मार्ट गोरा चिट्टा और हट्टा कट्टा था। मेरा दिल उस पर आ गया तो मैंने कहा हां जी बोलो। उसने कहा मैं सना मेम से मिलना चाहता हूँ। मैंने उसे अंदर कमरे में बैठा दिया। उसे एक गिलास पानी दिया और उसी के सामने खड़ी होकर अपने कपडे उतारने लगी। वह कुछ बोलने वाला था तो मैंने उसे रोका और एक बोर्ड दिखा दिया जिसमे लिखा था -
"मैं मर्दों के आगे नंगी हो जाती हूँ, उसे नंगा कर देती हूँ फिर लण्ड पकड़ कर बात करती हूँ"
वह कुछ नहीं बोला और मुझे कपड़े उतारते हुए देखने लगा। मैं जब पूरी नंगी हो गयी तो वह मुझे आँखे फैला फैला कर देखने लगा। मेरी चूंची, मेरी चूत, मेरी गांड सब देखने लगा। मैं आगे बढ़ी और उसके कपड़े उतारने लगी. वह खड़ा हो गया। मैंने उसकी शर्ट उतार दी, बनियाइन उतार दी, पैंट उतार दी। मैं उसकी नेकर उतारने ही वाली थी की वह बोल पड़ा प्लीज अब नहीं मेम ? मैंने कहा - मेम की माँ का लण्ड, तेरी बिटिया की बुर मादर चोद, मैं जो कर रही हूँ मुझे करने दो नहीं तो मैं यही तेरी गांड मारूंगी भोसड़ी के ? मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया। उसका लण्ड ढीला था। लण्ड कटा था और सुपाड़ा एकदम बाहर था मैं जान गयी की वह भी भोसड़ी का मुस्लिम है। उसकी दाढ़ी थी न मूंछ । झांटें भी नहीं थीं बहन चोद की। मैंने प्यार से लण्ड पकड़ लिया और उसके बगल में बैठ गयी ? मैंने लण्ड की चुम्मी ली और कहा हां अब बोलो अंकल क्या काम है ?
वह बोला मेरा नाम तनवर है मुझे आपके कॉलेज में अपनी बेटी का admission करवाना है लेकिन वो लोग बहुत घूस मांग रहे है ? मैं इतना पैसा दे नहीं सकता। मुझे मालूम हुआ है की आपका बड़ा दबदबा है आप यह काम करवा सकती है ? प्लीज मेरा काम करवा दो।
मैं बोली - देख भोसड़ी के असलम एक लड़की है तमन्ना उसका एडमिशन तेरे को लेना है बिना किसी घूस के ? कल उसका काम हो जाना चाहिए ? अगर नहीं हुआ तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी भोसड़ी के असलम ? उसने तुरंत जबाब दिया हां हो जायगा लेकिन मुझे क्या मिलेगा ? मैंने कहा सिर्फ एक दिन तुझे उस लड़की की बुर मिलेगी। उसने कहा ठीक है कल उसे भेज देना ? मैंने कहा अंकल तेरा तो काम हो गया ? बस तेरी बेटी को एक दिन चुदवाना पड़ेगा ? वह बोला अरे इसमें क्या वो कई लोगों से चुदवाती रहती है एक दिन उससे चुदवा लेगी तो क्या हुआ ? उसकी बुर कम तो हो नहीं जाएगी, बहन चोद ?
मैंने कहा अब तुम ठीक से मुझे चोदो भोसड़ी के तनवर अंकल ? उसका लौड़ा साला बड़ा तगड़ा था। इतना मोटा लण्ड बहुत कम लोगों का होता है ? मैंने उसे रात में जाने नहीं दिया और रात भर भोसड़ी वाले से तीन बार चुदवाया।
एक दिन और मैं इसी तरह बैठी थी। मैंने एक लुंगी लपेट ली थी और ऊपर एक चुन्नी। इतने में मेरे कॉलेज के दो लड़के पीटर और जैकी आ गये। मैंने उन्हें कमरे में बैठाया । पीटर बोला सना मैडम,,,? मैंने उसे वहीँ रोका और कहा मैडम की माँ का लण्ड ? मैडम की बहन की बुर साले ? यह मेरा घर है कोई कॉलेज नहीं ? मैं घर में बुर चोदी सना हूँ, मादर चोद और बहन चोद सना हूँ। मैं यहाँ गाली से बात करती हूँ और लोग भी मुझसे गालियों से बात करते हैं। अगर तुमने गालियों से बात नहीं की तो मैं तेरी गांड पर लात मार भगा दूँगी। बस मैं खड़ी हुई और अपनी चुन्नी खोल कर फेंक दी। वे दोनों भोसड़ी के मेरी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगे।
इतने में मैंने अपनी लुंगी भी खोल डाली। वे मेरी चिकनी चूत देख कर दंग रह गये ? फिर मैंने उसे वो बोर्ड दिखा दिया जो मैंने तनवर अंकल को दिखाया था। मैंने कहा अब तुम लोग भोसड़ी के खड़े हो जाओ। मैं दोनों के एक एक करके कपड़े उतारने लगी। मैंने दोनों मादर चोदों को नंगा कर दिया और उनके लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड देखते ही देखते टन टनाने लगे । मैंने दोनों लण्ड चूमे और बोली हां अब बताओ क्या बात है ? तुम लोग क्या कहना चाहते हो ? पीटर बोला मैडम ,,, मैंने कहा फिर वही माँ के लौड़े ? तेरी बिटिया की बुर साले ठीक से बोल न ? वह फिर बोला मेरी भोसड़ी की माँ की लौड़ी सना मुझे तो अब लगता है की मैं पहले तेरी बुर चोद लूँ फिर बताऊँ की मैं किसलिए यहाँ आया हूँ ? जैकी बोला हाय मेरी जान बुर चोदी सना मैं तो तेरी माँ का भोसड़ा भी चोदना चाहता हूँ।
जब कोई नंगी के आगे नंगा होता है और नंगा के आगे नंगी होती है तो शर्म की माँ चुद जाती है। शर्म तो बुर चोदी अपने आप भाग जाती है । और तब शुरू होता है सेक्स का मस्त और मजेदार खेल ? एक दिन मैं घर में अकेली ही नंगी बैठी थी। अभी अभी नह धो कर आई थी। अपनी झांटें बनाकर आई थी क्योंकि मैं अपनी चूत को हमेशा चिकनी रखती हूँ। आजकल कॉलेज के लड़के चूत चाटने में खूब इंटरेस्ट लेते है। जैसे हम लड़कियों के मुंह लण्ड देख कर खुल जातें है और वो लण्ड चाटने लगती हैं उसी तरह लड़कों की जबान चूत देख कर बाहर निकल आती है और वो चूत चाटने लगते हैं। मैं थोड़ा बोर होने लगी तो एक शराब की बोतल निकाली और एक पैग शराबा बनाया और मस्ती से पीने लगी। शराब के साथ सिगरेट पीने की तलब लगी तो एक सिगरेट भी जला कर पीने लगी। इतने में किसी ने डोर बेल बजा दी। मैंने दवाजे के होल सेदेखा तो लगा कोई अंकल हैं। मैंने आहिस्ते से दरवाजा खोला और मुंह बाहर निकाल कर कहा कौन है ? उधर से आवाज़ आई मैं आरिफ अंकल हूँ सना बेटी ? मैंने कहाँ बेटी की माँ का भोसड़ा जल्दी से अंदर आ मादर चोद ? उसे अंदर आने का इशारा किया ? उसे मालूम है की मुझे गालियां देने की आदत है और वह मेरी गालियां सुनने अक्सर मेरे पास आता है। उसे मेरी गालियां बहुत पसंद हैं।
जैसे ही वह कमरे में घुसा मैंने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। वह मुझे बिलकुल नंगी देख कर हैरान हो गया बोला अरे सना तुम बिलकुल ,,,,,,,,,,,? मैंने कहा हां भोसड़ी के आरिफ अंकल मैं घर में नंगी ही रहती हूँ। और जो मेरे साथ रहता है मैं उसे भी नंगा रखती हूँ। अब मैं तुम्हे बहन चोद पहले नंगा करूंगी फिर बात करूंगी। मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंचियों पर रखा और एक पैग शराब उसके मुंह में लगा दिया। वह मेरी चूंचियां दबाते हुए पूरा एक पैग शराब पी गया।
ऐसा कह कर मैं उसके कपड़े उतारने लगी। वह भी चुपचाप उतरवाने लगा तो मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई की चलो आज सवेरे सवेरे ही कोई मुझे चोदने वाला मिल गया। आरिफ अंकल को मैं जानती हूँ लेकिन उसके लण्ड को नहीं पहचानती ? आज पहली बार उसका लौड़ा देखने जा रही हूँ। आखिर में उसकी जाँघियां खोली तो लौड़ा टन्न से मेरे सामने उछल कर खड़ा हो गया। मेरे हाथ ने फ़ौरन उसे पकड़ लिया और मैं हिलाने लण्ड ? मेरी चूत की आग एकदम से भड़क गयी। मेरे मुंह से निकला हाय अल्ला, कितना मोटा ताज़ा है तेरा लण्ड बहन चोद ? कितना प्यारा लग रहा है। कितना मन मौजी है यार तेरा यह मस्ताना लण्ड ? तूने भोसड़ी के इसे इतने दिनों तक मुझसे छुपा कर क्यों रखा ? माना की मैं उस समय छोटी थी लेकिन अब मैं २२ साल की हो गयी हूँ। मेरी चूत पक गयी है मेरी गांड भी लण्ड खाने वाली हो गयी है और मेरी चूंचियां माशा अल्ला बड़ी बड़ी हो गयी हैं ? मैं लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। फिर मैं उसे बेड रूम ले गयी और उसके ऊपर चढ़ बैठी। मैंने अपनी बुर उसके मुंह पर रख दी। मैं झुक कर लण्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 की position में हो गये। मुझे लण्ड चाटने में बेहद मज़ा आने लगा और उसे मेरी चिकनी चूत चाटने में।
- अचानक मैंने पूंछा भोसड़ी के अंकल अब तो तेरी बेटी भी जवान हो गयी है।
- वह बोला हां सना, वह तो तुमसे एक साल बड़ी है भोसड़ी की ?
- तब तो वह भी मेरी तरह लण्ड की शौक़ीन होगी अंकल ?
- हां बहुत शौक़ीन हो गयी है वह लण्ड की ? और लण्ड चूसती भी है बिलकुल तुम्हारी तरह, सना ?
- हाय दईया, तो फिर तेरा भी लण्ड चूसती है वो, माँ की लौड़ी ?
- हां चूसती है। मेरा भी लण्ड चूसती है वह हरामजादी ?
- तो तुम भोसड़ी के अपनी बिटिया की बुर चोदते हो मादर चोद ?
- मैं चोदता नहीं हूँ यार वह खुद भोसड़ी की मुझसे चुदवाती है। मैं उसे लण्ड चुसाता नहीं हूँ वह खुद मेरा लण्ड चूसती है। जब मैं किसी की बुर चोदता हूँ तो वह जाने कहाँ से आ जाती है और मेरा लण्ड चूसने लगती है फिर उन सबके लण्ड भी चूसती है जो मेरे साथ चोदा चोदी करते हैं।
- तो क्या तुम सामूहिक चोदा चोदी करते होम अंकल ?
- हां सना, मैं ग्रुप में सबकी बीवियां चोदता हूँ लड़कियां चोदता हूँ लड़कियों की माँ चोदता हूँ।
- बस वहीँ मेरी बेटी भी मेरा लण्ड पकड़ लेती है और चुदवा भी लेती है।
- तो तेरी बेटी वहां कैसे पहुँच जाती है ?
- अरे सना, मेरी बेटी बुर चोदी अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। जब भी उसे मालूम होता है की यहाँ ग्रुप चुदाई होने वाली है वहीँ अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने पहुँच जाती है। फिर सबसे अपनी बुर चुदवाती है और अपनी माँ का भोसड़ा भी ?
- भोसड़ी के कभी मुझे भी ले चलो न ग्रुप चुदाई में ? मैं भी ग्रुप में चुदवाने का मज़ा लेती हूँ ? सारे कॉलेज के लड़के मुझे ग्रुप में ही चोदते हैं।
मैं लण्ड तो बड़े चाव से चूस रही थी लेकिन मेरे मन में एक सवाल उठ रहा था।
मैंने पूंछा :- अंकल तेरी बेटी ने पहली बार तेरा लण्ड कैसे पकड़ा और कहाँ पकड़ा ? पहली बार में ही उसने चुदवाना शुरू कर दिया की बाद में ?
वह बोला :- एक दिन मैं अपने पड़ोस की लड़की शन्नो के साथ अपने घर में ही बैठा हुआ था। हम दोनों सोफ़ा पर बैठे हुए थे। मैं भी बहन चोद पूरा नंगा था और वह भी भोसड़ी की पूरी नगी थी। मैं उसकी चूंची मसल राह था और वह मेरा लण्ड चाट रही थी, सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक ? मेरा लौड़ा पूरी तरह टन्नाया हुआ था। मज़ा उसे भी आ रहा था और मुझे भी। अचानक जाने कहाँ से मेरी बेटी करिश्मा टपक पड़ी। उसने मुझे लण्ड चटाते हुए और उसे लण्ड चाटते हुए देख लिया।
बस देखते ही वह चिल्ला पड़ी - शर्म नहीं आती किसी परायी लड़की को अपना लौड़ा चटा रहे हो बहन चोद ? यहाँ घर की लण्ड चाटने वाली लड़कियां मर गयी है क्या तो तू बाहर की लड़कियों को लौड़ा पिला रहा है मादर चोद ? मैं उसकी फटकार सुनकर चुप हो गया और कुछ नहीं बोला। वह फिर बोली यह लड़की बुर चोदी बाहर जाकर कहेगी की मेरे साथ अंकल ने जबरदस्ती की ? अपना लौड़ा मेरे मुंह में ठूंस दिया तो फिर तेरी गांड फट जाएगी न ? तुझे इस बात की कोई परवाह नहीं है ?
तब तक शन्नो बोली :- अरे यार करिश्मा सुनो मेरी बात ? बहुत चिल्लाओ नहीं मैं तेरी सब करतूत जानती हूँ ? अभी तेरी सारी हेकड़ी तेरी गांड में घुसा दूँगी। अब मैं तेरी पोल पट्टी खोलूंगी तो तेरी माँ चुद जायेगा ? पहली बात अंकल ने मेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं की ? मैंने ही इसका लण्ड इसकी लुंगी में हाथ घुसेड़ कर पकड़ लिया। क्योंकि इसके लण्ड की तारीफ मेरी अम्मी बहुत करती हैं। मैंने जबसे इसके लण्ड की तारीफ सुनी है तबसे एक तरफ तो मेरी चूत में आग लगी थी और दूसरी तरफ मेरी झांटें सुलग रही थीं। मैंने सोंचा की इतने बढ़िया लण्ड मेरी बुर चोदी अम्मी अपना भोसड़ा चुदवाती है लेकिन मुझे इसका लौड़ा कभी नहीं पकड़ाया ? आज मुझे मौक़ा मिला तो मैं तेरे अब्बा का लण्ड चूस रही हूँ। अब रही शर्म आने की बात ? अब तू बता करिश्मा बुर चोदी ? तू उस दिन जब मेरे अब्बा का लण्ड चूस रही थी तो तुझे शर्म आई थी ? तुझे लण्ड चुसाते हुए मेरे मादर चोद अब्बा को शर्म आई थी ? करिश्मा का चेहरा उतर गया। वह बोली हाय दईया शन्नो तो तू सब कुछ जानती है।
शन्नो फिर बोली :- देख करिश्मा तेरे अब्बू का लण्ड मुझे भी पसंद है और मेरी अम्मी को भी ? क्योंकि मेरे अब्बू के लण्ड से तेरे अब्बू का लण्ड बड़ा भी है और मोटा भी ? ले तू भोसड़ी की खुद ही पकड़ कर देख ले न ?
तब मेरी बेटी ने मेरा लण्ड पकड़ लिया और बोली शन्नो तू बिलकुल ठीक कह रही है। तब तक शन्नो ने उधर घूम कर उसके कपड़े उतार दिया और उसे भी नंगी कर दिया। शन्नो ने मुझसे पहले चुदवाया और फिर धीरे से मेरा लण्ड करिश्मा की चूत में घुसेड़ दिया। मैं भी जोश में था चोदने लगा बिना कुछ सोंचे समझे ?
यह कहानी सुनकर मेरी चूत बहन चोद और गरमा उठी। मैंने लण्ड अपनी चूत में पेला और एक मंजी हुई रंडी की तरह चुदवाने लगी । आज मुझे आरिफ से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आ रहा था। हालांकि मैं उससे आज पहली बार चुदवा रही हूँ लेकिन उसकी कहानी ने मेरे अंदर गज़ब का जोश भर दिया। अंकल ने कहा सना आज मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है तेरी बुर चोदने में ? मैंने कई लड़कियां चोदी हैं मगर जो मज़ा तेरी बुर में है वह कहीं और नहीं मिला ? मैंने फिर हर तरफ से चुदवाया और बाद में झड़ता हुआ लण्ड भी बड़े प्यार से चाटा। जाते जाते मैंने कहा भोसड़ी के अंकल आते रहना मुझे चोदने, मेरी बुर चोदने ? अभी तो मैंने गांड मरवाई ही नहीं है ? अभी तो अपनी चूंचियां चुदवाई ही नहीं है ? अभी तो अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाना है मुझे, अंकल ?
एक दिन शाम का समय था मैं घर में थी । मन में आया की दारू पीते हुए एक ब्लू फिल्म देखूं ? बस मैंने फिल्म टी वी पर लगा दी। पहले ही शॉट में दो लण्ड टन टनाते हुए परदे पर आ गये। मैं भी बिलकुल चौंक गयी और मेरी चूत में भी एकदम से करंट लग गया। लण्ड देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं ललचा उठी। लेकिन इतने में किसी मादर चोद ने दरवाजा खटखटा दिया। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक अधेड़ उम्र का आदमी खड़ा था। आदमी बड़ा स्मार्ट गोरा चिट्टा और हट्टा कट्टा था। मेरा दिल उस पर आ गया तो मैंने कहा हां जी बोलो। उसने कहा मैं सना मेम से मिलना चाहता हूँ। मैंने उसे अंदर कमरे में बैठा दिया। उसे एक गिलास पानी दिया और उसी के सामने खड़ी होकर अपने कपडे उतारने लगी। वह कुछ बोलने वाला था तो मैंने उसे रोका और एक बोर्ड दिखा दिया जिसमे लिखा था -
"मैं मर्दों के आगे नंगी हो जाती हूँ, उसे नंगा कर देती हूँ फिर लण्ड पकड़ कर बात करती हूँ"
वह कुछ नहीं बोला और मुझे कपड़े उतारते हुए देखने लगा। मैं जब पूरी नंगी हो गयी तो वह मुझे आँखे फैला फैला कर देखने लगा। मेरी चूंची, मेरी चूत, मेरी गांड सब देखने लगा। मैं आगे बढ़ी और उसके कपड़े उतारने लगी. वह खड़ा हो गया। मैंने उसकी शर्ट उतार दी, बनियाइन उतार दी, पैंट उतार दी। मैं उसकी नेकर उतारने ही वाली थी की वह बोल पड़ा प्लीज अब नहीं मेम ? मैंने कहा - मेम की माँ का लण्ड, तेरी बिटिया की बुर मादर चोद, मैं जो कर रही हूँ मुझे करने दो नहीं तो मैं यही तेरी गांड मारूंगी भोसड़ी के ? मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया। उसका लण्ड ढीला था। लण्ड कटा था और सुपाड़ा एकदम बाहर था मैं जान गयी की वह भी भोसड़ी का मुस्लिम है। उसकी दाढ़ी थी न मूंछ । झांटें भी नहीं थीं बहन चोद की। मैंने प्यार से लण्ड पकड़ लिया और उसके बगल में बैठ गयी ? मैंने लण्ड की चुम्मी ली और कहा हां अब बोलो अंकल क्या काम है ?
वह बोला मेरा नाम तनवर है मुझे आपके कॉलेज में अपनी बेटी का admission करवाना है लेकिन वो लोग बहुत घूस मांग रहे है ? मैं इतना पैसा दे नहीं सकता। मुझे मालूम हुआ है की आपका बड़ा दबदबा है आप यह काम करवा सकती है ? प्लीज मेरा काम करवा दो।
- मैंने कहा बस इतना सा काम ? do'nt worry हो जायेगा ? तेरी बेटी कितनी बड़ी है ?
- वह बोला यही कोई २१ साल की है।
- गालियां दे लेती है ? लण्ड पीती है तेरी बेटी ?
- हां गालियां भी दे लेती है और लण्ड पीने लगी है। (अब उसका लण्ड बहन चोद खड़ा होने लगा। बड़ी तेजी से बढ़ने लगा उसका लण्ड)
- बुर चुदवाने लगी है तेरी बेटी ? और गांड भी मरवाती है की अभी नहीं ?
- हां चुदवाने लगी है ? गांड में बारे में मैं कुछ कह नहीं सकता ?
- माँ का भोसड़ा चुदवाती है तेरी बेटी अपनी ?
- हां मैंने सुना तो हैं। मैंने एक दिन उसे फोन पर बात करते हुए सुना था वह कह रही थी यार आज मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने जा रही हूँ।
- बस फिर तेरा काम हो जायेगा।
मैं बोली - देख भोसड़ी के असलम एक लड़की है तमन्ना उसका एडमिशन तेरे को लेना है बिना किसी घूस के ? कल उसका काम हो जाना चाहिए ? अगर नहीं हुआ तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी भोसड़ी के असलम ? उसने तुरंत जबाब दिया हां हो जायगा लेकिन मुझे क्या मिलेगा ? मैंने कहा सिर्फ एक दिन तुझे उस लड़की की बुर मिलेगी। उसने कहा ठीक है कल उसे भेज देना ? मैंने कहा अंकल तेरा तो काम हो गया ? बस तेरी बेटी को एक दिन चुदवाना पड़ेगा ? वह बोला अरे इसमें क्या वो कई लोगों से चुदवाती रहती है एक दिन उससे चुदवा लेगी तो क्या हुआ ? उसकी बुर कम तो हो नहीं जाएगी, बहन चोद ?
मैंने कहा अब तुम ठीक से मुझे चोदो भोसड़ी के तनवर अंकल ? उसका लौड़ा साला बड़ा तगड़ा था। इतना मोटा लण्ड बहुत कम लोगों का होता है ? मैंने उसे रात में जाने नहीं दिया और रात भर भोसड़ी वाले से तीन बार चुदवाया।
एक दिन और मैं इसी तरह बैठी थी। मैंने एक लुंगी लपेट ली थी और ऊपर एक चुन्नी। इतने में मेरे कॉलेज के दो लड़के पीटर और जैकी आ गये। मैंने उन्हें कमरे में बैठाया । पीटर बोला सना मैडम,,,? मैंने उसे वहीँ रोका और कहा मैडम की माँ का लण्ड ? मैडम की बहन की बुर साले ? यह मेरा घर है कोई कॉलेज नहीं ? मैं घर में बुर चोदी सना हूँ, मादर चोद और बहन चोद सना हूँ। मैं यहाँ गाली से बात करती हूँ और लोग भी मुझसे गालियों से बात करते हैं। अगर तुमने गालियों से बात नहीं की तो मैं तेरी गांड पर लात मार भगा दूँगी। बस मैं खड़ी हुई और अपनी चुन्नी खोल कर फेंक दी। वे दोनों भोसड़ी के मेरी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगे।
इतने में मैंने अपनी लुंगी भी खोल डाली। वे मेरी चिकनी चूत देख कर दंग रह गये ? फिर मैंने उसे वो बोर्ड दिखा दिया जो मैंने तनवर अंकल को दिखाया था। मैंने कहा अब तुम लोग भोसड़ी के खड़े हो जाओ। मैं दोनों के एक एक करके कपड़े उतारने लगी। मैंने दोनों मादर चोदों को नंगा कर दिया और उनके लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड देखते ही देखते टन टनाने लगे । मैंने दोनों लण्ड चूमे और बोली हां अब बताओ क्या बात है ? तुम लोग क्या कहना चाहते हो ? पीटर बोला मैडम ,,, मैंने कहा फिर वही माँ के लौड़े ? तेरी बिटिया की बुर साले ठीक से बोल न ? वह फिर बोला मेरी भोसड़ी की माँ की लौड़ी सना मुझे तो अब लगता है की मैं पहले तेरी बुर चोद लूँ फिर बताऊँ की मैं किसलिए यहाँ आया हूँ ? जैकी बोला हाय मेरी जान बुर चोदी सना मैं तो तेरी माँ का भोसड़ा भी चोदना चाहता हूँ।
मैंने कहा :- पहले तुम लोग मेरी चूत चोद कर देखो माँ के लौड़ों ? मैं भी देखना चाहती हूँ की तेरी गांड में कितना दम है ? और तेरे लांड में कितना दम है। तुमने अगर मुझे ठीक से चोदा तो फिर मैं अपनी माँ का भोसड़ा भी तुम लोगों से चुदवाऊँगी।
मेरी बात सुनकर पीटर ने अपना लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदना शुरू कर दिया मेरी बुर ? उधर जैकी ने अपना लौड़ा मेरे मुंह में पेल दिया। मैं एक लण्ड चूसते हुए दूसरे लण्ड से चुदवाने लगी। फिर मैंने दोनों से अपनी गांड भी मरवाई और चूंची भी चुदवाई ? वे दोनों भोसड़ी के मुझे दिन बाहर चोदते रहे ? इस तरह मैं हर दिन किसी न किसी से चुदवाती हूँ और मर्दों के आगे नंगी होने का पूरा फायदा उठाती हूँ।
मेरी बात सुनकर पीटर ने अपना लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदना शुरू कर दिया मेरी बुर ? उधर जैकी ने अपना लौड़ा मेरे मुंह में पेल दिया। मैं एक लण्ड चूसते हुए दूसरे लण्ड से चुदवाने लगी। फिर मैंने दोनों से अपनी गांड भी मरवाई और चूंची भी चुदवाई ? वे दोनों भोसड़ी के मुझे दिन बाहर चोदते रहे ? इस तरह मैं हर दिन किसी न किसी से चुदवाती हूँ और मर्दों के आगे नंगी होने का पूरा फायदा उठाती हूँ।
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