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लण्ड कभी मेरे मुंह में कभी मेरी बुर में - Lund chuskar bur chudwati hun
लण्ड कभी मेरे मुंह में कभी मेरी बुर में - Lund chuskar bur chudwati hun, नॉनवेज स्टोरी, चुदाई के लिए एक लंड काफी नहीं, शहद है लंड में, चूत चाटकर और लंड चूसकर पानी निकाला, मुंह की गर्मी, Bur Ne Sex Ka Dukh Dur Kiya, Desi Chudai Kahani, चूत में लंड फंस गया – Hindi Sex Stories, रंगीन रातों की कहानियाँ.
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| लण्ड चूस रही है बुर चोदी मौसी |
मेरी दोस्ती मेरी मौसी से बड़ी पक्की हो गयी है। मैं २२ साल की हूँ और वह ३५ साल की। मैं भी जवान हूँ और वह भी जवान है ? जब मैं उसे बुर चोदी आरती कहती हूँ तो वह मुझे भोसड़ी की रोली कहती है। मैं जब से मौसी से खुल गयी हूँ तब से हम दोनों बिलकुल दोस्तों की तरह ही बातें करती हैं और बड़ी मस्ती करती हैं। मैं उसे बहन की लौड़ी कहती हूँ तो वह मुझे माँ की लौड़ी कहती है। मैं जब उससे कहती हूँ तेरी बिटिया की बुर, आरती तो वह मुझसे कहती है तेरी माँ का भोसड़ा, रोली ? मैं जब कहती हूँ तू अपनी बिटिया चुदाने गयी थी बहन चोद क्या ? तो वह कहती है तू अपनी माँ चुदाने गयी थी क्या मादर चोद ? न मैं कम और न वो ? मैं भी मस्त गालियां सुनाती हूँ उसे वह भी मस्त गालियां सुनाती है मुझे ? चूँकि हम दोनों ही घर में है और कोई नहीं हैं। इसलिए हम दोनों इसी तरह एन्जॉय करती रहती हैं।
और अब तो हाल यह है की मैं उसके सामने चुदवाती हूँ वह मेरे सामने चुदवाती है। जब वह कहती है मेरी बुर में लण्ड पेलो रोली तो मुझे बड़ा मज़ा आता है। और मैं जब कहती हूँ मेरी चूत में लण्ड पेलो मौसी तो उसे बड़ा मज़ा आता है। बस मैं उसकी बुर में लण्ड पेल देती हूँ और वह मेरी बुर में लण्ड पेल देती है।
मेरा नाम तो आप जान ही गयें है यारों, अब आपको थोड़ी पीछे की कहानी बताती हूँ। मेरी मौसी का डाइवोर्स हो चुका है। मेरा मौसा भोसड़ी का दूसरी शादी करके विदेश चला गया है। मेरा मौसा बड़ा ऐय्यास आदमी है ? उसे परायी बीवियां और लड़कियां चोदने का शौक था। हुआ यह था की एक दिन घर में ही वह किसी और की बीवी चोद रहा था। यह जानते हुए की उसकी बीवी घर पर है उसे किसी तरह से शर्म नहीं आई। उस दिन नौसी ने मुझे बताया और फिर मुझे पकड़ कर खिड़की के पास ले गयीं। मैंने मौसा को उस औरत का भोसड़ा चोदते हुए देखा।
मैंने मौसा को भी देखा और उसके लण्ड को भी देखा। मैंने उसे अपने मोबाइल में क्लिक कर लिया। दूसरे दिन मौसी और मौसा में झगड़ा होने लगा। मौसी कहने लगी की अगर तू किसी और की बीवी चोदता है तो मैं भी किसी और के मरद से चुदवाऊँगी ? मौसा बोला नहीं तुम चुदवा नहीं सकती। मैं मर्द हूँ मुझे किसी की भी बीवी चोदने का हक़ है लेकिन तुम्हे किसी और से चुदवाने का कतई हक़ नहीं है ? मौसी ने उसकी दलील नहीं मानी ? बात तलाक तक पहुँच गयी। मौसी ने कहा कोई बात नहीं तू तलाक दे दे मुझे। मैं पढ़ी लिखी हूँ एक कंपनी में काम करती हूँ। मैं खुद तेरे साथ नहीं रहना चाहती। बस वही हुआ और वह मौसी को छोड़ कर चला गया। मैं मौसी की बात से सहमत थी। मैं मौसी के साथ रहने लगी।
मैं १९ साल से २१ साल की हो गयी। मुझे भी जवानी सताने लगी और मौसी को भी। मैं भी चुपके से लण्ड पकड़ने लगी और मौसी भी। मौसी भी चुपके चुपके चुदवाने लगीं और मैं भी। बस एक दिन मौसी जब किसी का लण्ड चूस रही थीं, तभी मैं अचानक बिना जाने हुए कमरे में घुस गयी। मैंने मौसी को लण्ड चाटते हुए देख लिया तो वह बोली अरी रोली अब तू यहाँ आ ? वह बोली देखो बेटी तुम जवान हो और मैं भी ? तुम्हे भी लण्ड की जरुरत है और मुझे भी ? क्यों न हम लोग दोस्ती कर लें ? वैसे भी घर में हम दोनों के अलावा कोई और नहीं है ? कब तक हम तुम एक दूसरे से छुप छुप कर चुदवातीं रहेंगीं ? आओ आज से हम तुम खुल कर चुदवाया करें ? मुझे मौसी की बात अच्छी लगी ? तब मौसी ने उसी दिन मेरी चूत में वही लण्ड घुसा दिया। उसके बाद मैंने भी वही लण्ड उसकी बुर में घुसा दिया। मैं उसकी बुर चोदने लगी वह मेरी ?
बस वहां से हमारी दोस्ती हो गयी और धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे को गालियां सुना सुना कर मज़ा लेने लगीं । मेरी मौसी बहुत पढ़ी लिखी हैं और एक डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हैं। अपने व्यवहार से और अपनी काबिलियत से वह बहुत मशहूर हैं। स्टूडेंट्स चाहे लड़कियां हों या लड़के सब उनके आगे पीछे लगे रहतें हैं। वे सब कभी कभी घर भी आ जातें हैं। एक बार ऐसा हुआ की किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी। इतवार का दिन था। मैं उठी और झट्ट से दरवाजा खोल दिया। देखा तो सामने एक स्मार्ट और हैंडसम लड़का खड़ा था। एकदम गोरा चिट्टा हट्टा कट्टा। वह भी करीब करीब मेरी ही उम्र का होगा। मेरा तो दिल आ गया उस पर। वह मुझे बड़ा कसरती लगा। मैंने उसे अंदर बैठा लिया।
वह बोला मैं आरती मेम से मिलना चाहता हूँ। मैंने बताया की मैं रोली हूँ और वह मेरी मौसी हैं और तुम्हे कुछ देर इंतज़ार करना पड़ेगा ? वह बैठ गया और मैं उससे बातें करने लगी :-
मुझे यकीन हो गया की ये लण्ड बुर में जाकर तहलका मचा देगा। मैं अंदर ही अंदर बड़ी खुश हो रही थी। लेकिन अपनी नज़र लण्ड से हटाना भी नहीं चाहती थी। इसलिए मैं उसे चूसने लगी और बीच बीच में लण्ड पूरा का पूरा मुंह में लेने लगी। थोड़ी देर बाद वह बोला रोली यार मैं तेरे मुंह में गिर जाऊंगा। मैंने कहा कोई बात नहीं यार ? मैं तेरा सड़का मार देती हूँ . मैं लण्ड मुठ्ठी से पकड़ कर दनादन्न मारने लगी सड़का और फिर अपना मुंह फैला दिया। मैंने कहा भोसड़ी के अरुण तू मेरे मुंह में ही झड़ जा। हुआ भी यही और मैं झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। मैंने सोंच लिया की पहली बार ऐसा होता ही है। चुदाना तो दूसरी बार ही होगा। फिर मैं उसे बाथ रूम ले गयी और उसका लण्ड अच्छी तरह साबुन लगा लगा कर धोया ? हम दोनों कमरे में वापस आ गये।
मैंने कहा देखो अरुण अब मौसी आ रही होँग़ीं. तुम कमरे के पीछे छुप जाओ और हम दोनों की बातें सुनो। फिर मैं तुम्हे बुला लूंगी।
वह बोली अरे यार अब मैं आँखें खोल दूँ ? मैंने कहा हां खोल दो ? आँखे खोलते ही उसने सबसे पहले लौड़ा देखा और मुस्कराकर बोली वाओ, कितना प्यारा लौड़ा है यार ? फिर उसका चेहरा देखा तो बोली अरे भोसड़ी का तू अरुण ? तेरा इतना बड़ा लण्ड ? इतना मोटा लण्ड ? तूने मुझे पहले क्यों नहीं पकड़ाया ? माँ का लौड़ा तू मुझे कभी चोदने क्यों नहीं आया ? मेरी बुर ऐसे ही लण्ड से चुदवाती है ? अब मुझे तू सच सच बता क्या तूने रोली की बुर चोदी है ? वह बोला नहीं मेम चोदा तो नहीं है लेकिन रोली ने मेरा सड़का मारा और लण्ड पिया है ? मौसी ने कहा तो फिर पहले चोदो मेरी बुर भोसड़ी के अरुण। मेरी नज़र बहुत दिनों से तुम पर थी। मुझे मौका मिला और मैंने अरुण का लण्ड मौसी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया और चोदने लगी। नंगे हम तीनो ही थे। वह मुझे पूरी नंगी देख कर और जोश में आ गया। उसकी नज़र मेरी चूत पर भी थी। मैंने इशारे से कहा यार पहली तू बुर चोद ले फिर बाद में मेरी बुर चोदना। मौसी तो गचागच चुदवाये चली जा रही थी।
मैं अरुण के पेल्हड़ सहला रही थी और बीच बीच में लण्ड मौसी की बुर से निकाल कर चाट रही थी। मौसी की चूंचियां मसल रही थी और अरुण की गांड पर हाथ फिरा रही थी। मुझे जितना मज़ा अपनी बुर चुदाने में आता है उतना ही मज़ा मौसी की बुर चुदाने में आ रहा है। मौसी बोली रोली भोसड़ी की तू बड़ी मस्ती से मेरी बुर चुदवा रही है। खूब मज़ा ले रही है तू मेरी चूत का ? अभी मैं भी तेरी बुर चोदूंगी बहन चोद ? मैंने कहा नहीं मौसी आज अरुण तेरी चूत का भरता बना कर ही अपना लौड़ा बाहर निकालेगा ? वह बोली यह भोसड़ी का क्या भरता बनाएगा मेरी चूत का ? मैं ही इसके लण्ड को भून डालूंगी ? मेरी चूत मादर चोद भठ्ठी की तरह जल रही है।
और अब तो हाल यह है की मैं उसके सामने चुदवाती हूँ वह मेरे सामने चुदवाती है। जब वह कहती है मेरी बुर में लण्ड पेलो रोली तो मुझे बड़ा मज़ा आता है। और मैं जब कहती हूँ मेरी चूत में लण्ड पेलो मौसी तो उसे बड़ा मज़ा आता है। बस मैं उसकी बुर में लण्ड पेल देती हूँ और वह मेरी बुर में लण्ड पेल देती है।
मेरा नाम तो आप जान ही गयें है यारों, अब आपको थोड़ी पीछे की कहानी बताती हूँ। मेरी मौसी का डाइवोर्स हो चुका है। मेरा मौसा भोसड़ी का दूसरी शादी करके विदेश चला गया है। मेरा मौसा बड़ा ऐय्यास आदमी है ? उसे परायी बीवियां और लड़कियां चोदने का शौक था। हुआ यह था की एक दिन घर में ही वह किसी और की बीवी चोद रहा था। यह जानते हुए की उसकी बीवी घर पर है उसे किसी तरह से शर्म नहीं आई। उस दिन नौसी ने मुझे बताया और फिर मुझे पकड़ कर खिड़की के पास ले गयीं। मैंने मौसा को उस औरत का भोसड़ा चोदते हुए देखा।
मैंने मौसा को भी देखा और उसके लण्ड को भी देखा। मैंने उसे अपने मोबाइल में क्लिक कर लिया। दूसरे दिन मौसी और मौसा में झगड़ा होने लगा। मौसी कहने लगी की अगर तू किसी और की बीवी चोदता है तो मैं भी किसी और के मरद से चुदवाऊँगी ? मौसा बोला नहीं तुम चुदवा नहीं सकती। मैं मर्द हूँ मुझे किसी की भी बीवी चोदने का हक़ है लेकिन तुम्हे किसी और से चुदवाने का कतई हक़ नहीं है ? मौसी ने उसकी दलील नहीं मानी ? बात तलाक तक पहुँच गयी। मौसी ने कहा कोई बात नहीं तू तलाक दे दे मुझे। मैं पढ़ी लिखी हूँ एक कंपनी में काम करती हूँ। मैं खुद तेरे साथ नहीं रहना चाहती। बस वही हुआ और वह मौसी को छोड़ कर चला गया। मैं मौसी की बात से सहमत थी। मैं मौसी के साथ रहने लगी।
मैं १९ साल से २१ साल की हो गयी। मुझे भी जवानी सताने लगी और मौसी को भी। मैं भी चुपके से लण्ड पकड़ने लगी और मौसी भी। मौसी भी चुपके चुपके चुदवाने लगीं और मैं भी। बस एक दिन मौसी जब किसी का लण्ड चूस रही थीं, तभी मैं अचानक बिना जाने हुए कमरे में घुस गयी। मैंने मौसी को लण्ड चाटते हुए देख लिया तो वह बोली अरी रोली अब तू यहाँ आ ? वह बोली देखो बेटी तुम जवान हो और मैं भी ? तुम्हे भी लण्ड की जरुरत है और मुझे भी ? क्यों न हम लोग दोस्ती कर लें ? वैसे भी घर में हम दोनों के अलावा कोई और नहीं है ? कब तक हम तुम एक दूसरे से छुप छुप कर चुदवातीं रहेंगीं ? आओ आज से हम तुम खुल कर चुदवाया करें ? मुझे मौसी की बात अच्छी लगी ? तब मौसी ने उसी दिन मेरी चूत में वही लण्ड घुसा दिया। उसके बाद मैंने भी वही लण्ड उसकी बुर में घुसा दिया। मैं उसकी बुर चोदने लगी वह मेरी ?
बस वहां से हमारी दोस्ती हो गयी और धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे को गालियां सुना सुना कर मज़ा लेने लगीं । मेरी मौसी बहुत पढ़ी लिखी हैं और एक डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर हैं। अपने व्यवहार से और अपनी काबिलियत से वह बहुत मशहूर हैं। स्टूडेंट्स चाहे लड़कियां हों या लड़के सब उनके आगे पीछे लगे रहतें हैं। वे सब कभी कभी घर भी आ जातें हैं। एक बार ऐसा हुआ की किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी। इतवार का दिन था। मैं उठी और झट्ट से दरवाजा खोल दिया। देखा तो सामने एक स्मार्ट और हैंडसम लड़का खड़ा था। एकदम गोरा चिट्टा हट्टा कट्टा। वह भी करीब करीब मेरी ही उम्र का होगा। मेरा तो दिल आ गया उस पर। वह मुझे बड़ा कसरती लगा। मैंने उसे अंदर बैठा लिया।
वह बोला मैं आरती मेम से मिलना चाहता हूँ। मैंने बताया की मैं रोली हूँ और वह मेरी मौसी हैं और तुम्हे कुछ देर इंतज़ार करना पड़ेगा ? वह बैठ गया और मैं उससे बातें करने लगी :-
- मैंने कहा - तुम कबसे मेरी मौसी को जानते हो ?
- वह बोला - पिछले दो साल से जानता हूँ मेम को जबसे मैंने यहाँ एडमिशन लिया।
- आरती मेम के बारे में तेरा क्या ख्याल है ?
- अरे वह तो बहुत अच्छी हैं। सबका बहुत ख्याल रखती हैं और सबसे अच्छा पढ़ातीं है। हम सब उन्हें बहुत चाहते हैं ?
- वह तुम्हे अच्छी लगती है न ? तो सच सच बताओ की तुम्हे आरती मेम में क्या अच्छा लगता है ?
- वह थोड़ा झेंप गया और सिर नीचे झुका लिया।
- मैंने कहा अरे यार तुम तो लड़कियों की तरह शर्मा रहे हो ? खुल कर बताओ न मुझे भोसड़ी के अरुण ? मैं तेरी शिकायत नहीं करूंगी बल्कि तारीफ ही करूंगी। तुम मुझसे अच्छी अच्छी बातें करोगे तो मैं तेरी हेल्प करूंगी ।
- तो फिर आप मेरी तारीफ करके मेरे एक बिषय में नंबर बढ़वा दीजिये प्लीज ?
- हां हां बिलकुल बढ़वा दूँगी पर तुम मेरे सवालों का सही सही जबाब दो तो ?
- हां मैं सही सही जबाब दूंगा। पूंछो क्या पूंछना है आपको रोली जी ?
- तुम जिम जाते हो ? कसरत करते हो ? तुमने बॉडी अच्छी बनायीं है ? जी हां मैं जिम जाता हूँ, खूब कसरत करता हूँ, मेरी बॉडी भी अच्छी है ?
- तो फिर शर्ट उतार कर मुझे अपनी बॉडी दिखाओ ?
- मैंने कहा - अब तुम मुझे दो चीज और दिखा दो।
- वह बोला - कौन कौन सी चीज रोली ?
- मैंने कहा एक तो अपनी झांटें दिखा दो और दूसरा अपना लण्ड दिखा दो ?
- वह शर्मा गया बोला अरे रोली यह आप क्या कह रही हैं। आरती मेम तो मुझे मार डालेंगी ?
- मैंने कहा आरती की माँ की चूत ? आरती की बहन का लण्ड ? वो बुर चोदी तेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ पायेगी यार ? अब दिखाओ अपना लण्ड अपनी झांटें और अपने पेल्हड़ ?
- अरे रोली जी तुम भी अपना कुछ दिखाओ मुझे ?
- हां यार, मैं भी कितनी मादर चोद, भोसड़ी वाली हूँ ? लो पहले मेरी चूंचियां देखो ? मैंने अपनी चूंचियां फ़टाफ़ट खोल के दिखा दीं ?
मुझे यकीन हो गया की ये लण्ड बुर में जाकर तहलका मचा देगा। मैं अंदर ही अंदर बड़ी खुश हो रही थी। लेकिन अपनी नज़र लण्ड से हटाना भी नहीं चाहती थी। इसलिए मैं उसे चूसने लगी और बीच बीच में लण्ड पूरा का पूरा मुंह में लेने लगी। थोड़ी देर बाद वह बोला रोली यार मैं तेरे मुंह में गिर जाऊंगा। मैंने कहा कोई बात नहीं यार ? मैं तेरा सड़का मार देती हूँ . मैं लण्ड मुठ्ठी से पकड़ कर दनादन्न मारने लगी सड़का और फिर अपना मुंह फैला दिया। मैंने कहा भोसड़ी के अरुण तू मेरे मुंह में ही झड़ जा। हुआ भी यही और मैं झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। मैंने सोंच लिया की पहली बार ऐसा होता ही है। चुदाना तो दूसरी बार ही होगा। फिर मैं उसे बाथ रूम ले गयी और उसका लण्ड अच्छी तरह साबुन लगा लगा कर धोया ? हम दोनों कमरे में वापस आ गये।
मैंने कहा देखो अरुण अब मौसी आ रही होँग़ीं. तुम कमरे के पीछे छुप जाओ और हम दोनों की बातें सुनो। फिर मैं तुम्हे बुला लूंगी।
- जैसे ही मौसी कमरे में आयीं मैंने कहा - अरे इतनी देर कहाँ लगा दी तूने बहन चोद ? किस किस का लण्ड हिला के आ रही तू भोसड़ी की ?
- वह बोली - तू तो यही समझती है न की मैं लण्ड हिलाने के लिए ही बाहर जाती हूँ। फिर भी सुन बुर चोदी रोली आज एक जबरदस्त लौड़ा मिल गया है मुझे तेरी बुर चोदने के लिए ?
- मैंने कहा - अच्छा तो ये बात है ? फिर मैं भी आज चोदूंगी तेरा भोसड़ा, मौसी ? लण्ड पेलूँगी तेरे भोसड़ा में ? मैं तो तेरी गांड मारने की भी सोंच रही हूँ।
- तू बहन का लण्ड, मेरी गांड क्या मारेगी ? मैं पेलूँगी तेरी गांड में लण्ड ? मैंने एक गांड मारने वाले लड़को को भी बुलाया भी है। वह भोसड़ी का लड़कियों की गांड मारता है ? बुर तो दूसरे लड़के चोदतें हैं। अच्छा जा जल्दी से तैयार हो जा रोली वह आने ही वाला है ?
- मैं तो तैयार ही बैठी हूँ मौसी ? पेलो न लौड़ा मेरी चूत में ? अरे यार अभी लौड़ा को आ तो जाने दो तभी तो पेलूँगी ?
- अच्छा तुम आँखें बाद करो, लौड़ा मैं देती हूँ तुझे बुर चोदी मौसी ? जब तक मैं न कहूँ तब तक आँखें खोलना नहीं तुझे मेरी चूत की कसम ?
- ठीक है लो मैंने आँखें बंद कर ली ?
वह बोली अरे यार अब मैं आँखें खोल दूँ ? मैंने कहा हां खोल दो ? आँखे खोलते ही उसने सबसे पहले लौड़ा देखा और मुस्कराकर बोली वाओ, कितना प्यारा लौड़ा है यार ? फिर उसका चेहरा देखा तो बोली अरे भोसड़ी का तू अरुण ? तेरा इतना बड़ा लण्ड ? इतना मोटा लण्ड ? तूने मुझे पहले क्यों नहीं पकड़ाया ? माँ का लौड़ा तू मुझे कभी चोदने क्यों नहीं आया ? मेरी बुर ऐसे ही लण्ड से चुदवाती है ? अब मुझे तू सच सच बता क्या तूने रोली की बुर चोदी है ? वह बोला नहीं मेम चोदा तो नहीं है लेकिन रोली ने मेरा सड़का मारा और लण्ड पिया है ? मौसी ने कहा तो फिर पहले चोदो मेरी बुर भोसड़ी के अरुण। मेरी नज़र बहुत दिनों से तुम पर थी। मुझे मौका मिला और मैंने अरुण का लण्ड मौसी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया और चोदने लगी। नंगे हम तीनो ही थे। वह मुझे पूरी नंगी देख कर और जोश में आ गया। उसकी नज़र मेरी चूत पर भी थी। मैंने इशारे से कहा यार पहली तू बुर चोद ले फिर बाद में मेरी बुर चोदना। मौसी तो गचागच चुदवाये चली जा रही थी।
मैं अरुण के पेल्हड़ सहला रही थी और बीच बीच में लण्ड मौसी की बुर से निकाल कर चाट रही थी। मौसी की चूंचियां मसल रही थी और अरुण की गांड पर हाथ फिरा रही थी। मुझे जितना मज़ा अपनी बुर चुदाने में आता है उतना ही मज़ा मौसी की बुर चुदाने में आ रहा है। मौसी बोली रोली भोसड़ी की तू बड़ी मस्ती से मेरी बुर चुदवा रही है। खूब मज़ा ले रही है तू मेरी चूत का ? अभी मैं भी तेरी बुर चोदूंगी बहन चोद ? मैंने कहा नहीं मौसी आज अरुण तेरी चूत का भरता बना कर ही अपना लौड़ा बाहर निकालेगा ? वह बोली यह भोसड़ी का क्या भरता बनाएगा मेरी चूत का ? मैं ही इसके लण्ड को भून डालूंगी ? मेरी चूत मादर चोद भठ्ठी की तरह जल रही है।
अरुण तो मेरी मौसी का भोसड़ा चोद कर चला गया। थोड़ी देर में फिर कोई आ गया। मौसी ने दरवाजा खोला और उसे अंदर बैठा लिया। वह उससे बात कर ही रही थी की मैं पहुँच गयी। मुझे देखते ही वह बोली राणा देख यही है मेरी भतीजी रोली ? लेकिन अब यह बुर चोदी मेरी सबसे अच्छी सहेली है। कितनी सुन्दर और सेक्सी है रोली ? राणा ने कहा हां यार तुम बिलकुल सच कह रही थी आरती। मौसी बोली अरे रोली ड्रिंक्स बनाकर ले आओ न ? जब मैं ड्रिंक्स बनाकर लायी तो देखा की मौसी उसका लण्ड पकड़ कर हिला रही हैं। मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी तो मेरी चूत गनगना उठी ? मेरा मन हुआ की मैं लण्ड कच्चा चबा जाऊं। तब तक मौसी बोली अरी भोसड़ी की रोली ले तू लण्ड पकड़ ? ड्रिंक्स मैं बना लूंगी। मौसी ने मुझे लौड़ा पकड़ा दिया। फिर वह बोली देख रोली की बच्ची मैं इसी लौड़े से आज तेरी बुर चोदूंगी। ठीक वैसे ही चोदूंगी जैसे तूने मेरा भोसड़ा चोदा है ?
फिर क्या थोड़ी ही देर में हम तीनो नंगे ? लण्ड कभी मेरे मुंह में कभी मेरी बुर में ? मौसी चोदने लगी मेरी चूत..
फिर क्या थोड़ी ही देर में हम तीनो नंगे ? लण्ड कभी मेरे मुंह में कभी मेरी बुर में ? मौसी चोदने लगी मेरी चूत..
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