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लंड खड़ा करने वाली सेक्स कहानी - Lund khada karne wali sex kahani
लंड खड़ा करने वाली सेक्स कहानी - Lund khada karne wali sex kahani , कहानी सिर्फ लंड खड़ा करने के लिए , मोटा और परिपक्व लंड खाने वाली थी , देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया और मैं लन्ड को बहार निकल कर हिलने लगा.
एक दिन मेरी सास मेरे पास दौड़ी हुई आयीं और बोली बहू तेरी नन्द किसी दिन माँ चुदायेगी अपनी भोसड़ी वाली ? मैंने पूंछा ऐसा क्या हुआ सासू जी जो तुम नन्द के बारे में इस तरह की बातें कह रही हो ? उसने बताया अरी सुन तो मैं अभी अभी उसके कमरे से आ रही हूँ। मैंने देखा की उसका लैपटॉप खुला है। मैंने उसे क्लिक किया तो मेरे सामने "Sex" की कहानियां दिखायीं पड़ी। बस मेरा माथा ठनक गया। मैं समझ गयी की तेरी बुर चोदी नन्द "Sex" की कहानियां पढ़ती है तो अब वह बिना अपनी माँ चुदाये रह नहीं सकती ? बहू, उसमे इतनी हॉट कहानियां है की उन्हें पढ़ कर कोई बिना नंगी हुए, बिना अपनी चूत में ऊँगली डाले, बिना चुदवाये, बिना अपनी माँ चुदवाये रह ही नहीं सकती ? लड़के पढ़ते हैं तो उनके तो लण्ड टना टन्न खड़े हो जाते हैं । साले या तो किसी लड़की को लण्ड पकड़ाते हैं या फिर किसी की बुर चोदते हैं या फिर मुठ्ठ मार लेतें हैं भोसड़ी वाले। मैं तो कहती हूँ की लिखने वाले की माँ का भोसड़ा जो इतनी गरम गरम कहानियां लिखता है मादर चोद ? तुम अपनी नन्द से पूंछना की वह क्या करने वाली है ?
बहू बोली :- पर सासू जी आपने जब ये कहानियां पढ़ीं थीं तो आपको क्या हुआ था ?
सासू बोली :- अरी बहू, कुछ न पूंछ उस दिन क्या हुआ मेरे साथ ? मेरी एक सहेली ने मशविरा दिया था की आसिया किसी दिन "Sex" की कहानियां पढ़कर देखना तेरी गांड फट जाएगी। मेरे मन में आया की ऐसा क्या है इन कहानियों में की पढ़ने से मेरी गांड फट जाएगी। बस जैसे ही घर वापस आई वैसे ही अपना लैपटॉप खोला, उसमे गूगल निकाला और सेक्सब्लोग्स लिख कर क्लिक कर दिया। बस मेरे सामने ढ़ेर सारी कहानियां खुल गयीं। उसके शीर्षक पढ़कर ही मेरी चूत में आग लग गयी बहन चोद ? मुझे नहीं मालूम था की ऐसी गन्दी गन्दी बातों पर भी कहानियां लिखी जा सकतीं हैं ? मैंने एक कहानी पढ़ी तू वाकई मुझे कपड़े खोलने पड़े। मैं नंगी हो गयी। कहानी खत्म हुई उसके पहले ही मेरी ऊँगली ससुरी चूत में घुस गयी। एक कहानी पढ़ने से उत्सुकता और बढ़ गयी। मैंने २/३ कहानियां और पढ़ीं तो फिर मुझे अपना मोबाइल उठाना पड़ा। मैंने पड़ोस के ताहिर भाई जान को बुला लिया। मैं उससे खूब हंसी मजाक करती थी। वह जैसी ही घर आया तो मैं उससे लिपट गयी। मैंने साफ़ साफ़ बड़ी बेशर्मी से कहा भाई जान आज मुझे तेरे लण्ड की जरुरत है। मैं तेरा लण्ड लूंगी यार लण्ड ? तू लण्ड अभी मेरी चूत में पल दे। मैं उसका लौड़ा ऊपर से ही दबाने लगी। फिर मैं उसके सामने पूरी नंगी हो गयी।
शर्म तो मेरी पहले ही हवा हो चुकी थी। मैंने उसे भी नंगा कर दिया। तब तक उसका लौड़ा भी ताव में आ गया और मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मेरा लैपटॉप खुला ही था और मैं इधर लण्ड चूसने लगी। सच बताऊँ बहू उस दिन मुझे लण्ड बहुत प्यारा लगा। इतना प्यारा लण्ड तो मुझे पहले किसी का नहीं लगा। सच मुच कहानियों में बड़ी दम है, बहू। फिर मैंने उससे एक रंडी की तरह चुदवाया। खूब गालियां बक बक कर चुदवाया। एकदम उसी तरह चुदवाया जैसा कहानियों में लिखा था। उस दिन मैं पहले खलास हो गयी और वह बाद में ? अब यही कहानियां तेरी नन्द पढ़ने लगी है। तो वह भी लण्ड पकड़ने लगी होगी ? चूसने चाटने लगी होगी लण्ड और अपनी चूत में भी पेलने लगी होगी लण्ड ? अब तो बस उसे अपनी माँ चुदाना बाकी है। वह भी शायद शुरू कर दे बस मुझे इसी बात का डर है, बहू ?
मैंने कहा :- सासू जी, मेरी नन्द २२ साल की हो चुकी है। वह पूरी तरह जवान है। वह बहुत हॉट है और ज़ाहिर है की उसकी चूत तेरी चूत से ज्यादा हॉट है तो अगर वह चुदवाती है तो इसमें हर्ज़ क्या है ? उसे जवानी का मज़ा लेने दो न ? उसकी गांड में ऊँगली क्यों करना चाहती हो सासू जी ?
सासू ने कहा :- ऐसी बात नहीं है बहू ,मैं चाहती हूँ की वह खूब चुदवाये और मज़ा लूटे लेकिन मैंने कभी उसके सामने कोई गन्दी बात नहीं की ? कभी कोई गाली नहीं दी ? आज कैसे अपनी माँ चुदाने लगेगी वो ?
मैंने कहा - कभी गाली नहीं दी तो अब दो न ? कभी उसके सामने किसी का लण्ड नहीं पकड़ा तो अब पकड़ो न लण्ड ? कभी उसे कोई लौड़ा नहीं पकड़ाया तो अब पकड़ाओ न लौड़ा ? तूने पहले मेरी चूत में कोई लौड़ा नहीं पेला था ? तो फिर कल तूने कैसे लौड़ा मेरी चूत में घुसेड़ दिया था। पहले मैंने कभी अपनी सास का भोसड़ा नहीं चोदा था ? पर कल तो मैंने भकाभक चोदा अपनी सास का भोसड़ा ? तो फिर मेरी नन्द को भी इसी तरह चोदने दो ? इसी तरह चुदवाने दो उसे ? आने दो उसे मैं तो आज से चोदूंगी अपनी नन्द की बुर ?
सासू बोली :- हाय दईया बहू, तूने तो मेरीआँखें खोल दी। अब आने दो भोसड़ी वाली तेरी नन्द को ? तेरी बुर चोदी नन्द की माँ की चूत ? तेरी नन्द की बुर में पेलूँगी लण्ड ? अब तो मैं चाहती हूँ कि वह चुदवाये अपनी माँ का भोसड़ा ? जैसे मैंने कल तेरी चूत में लौड़ा पेला था वैसे ही मैं उसकी चूत में लौड़ा पेल दूँगी। चोदा चोदी में कोई रिस्ता नहीं देखा जाता बहन चोद ?
दोस्तों, मेरा नाम है सरारा बेगम। मेरी शादी अभी दो साल पहले ही हुई है और मैं इन दो सालों में ही अपनी सास का भोसड़ा चुदाने लगी हूँ। सास भी मेरी बुर चुदाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। उसका बस चले तो २/३ लण्ड एक साथ घुसा से मेरी चूत में ? हम दोनों एक दूसरे से इस कदर खुली ही हैं। न मैं उसका भोसड़ा चुदाने में कोई शर्म करती हूँ और न वो मेरी बुर चुदाने में ? "Sex" की कहानियां मैं भी पढ़ती हूँ और खूब एन्जॉय करती हूँ। यह बात सही है की मुझे इन कहानियों से अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने में बड़ी मदद मिली। एक दिन मैंने अपनी अम्मी को ये कहानियां पढ़ा दीं। वह बोली अरी बुर चोदी सरारा इसमें एक बात बहुत सही लिखी है की बेटी जब जवान हो जाती है तो वहअपनी माँ की सहेली बन जाती है वह बेटी नहीं रहती, मैं तो गालियां पहले भी देती थी लेकिन कहानियां पढ़ने के बाद और देने लगी हूँ। अब बता माँ की लौड़ी सरारा कब चुदवायेगी तूअपनी माँ का भोसड़ा ?
बस उसी दिन मैंने अपने बॉय फ्रेंड को बुलाया और उससे अपनी माँ चुदवाई। अम्मी भी कम न थी उसने अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड मेरी बुर में पेल दिया। हम दोनों ने इस तरह रात भर खूब एन्जॉय किया। दूसरे दिन मैं अपनी सास के साथ बैठी थी। बातें बड़ी मजेदार हो रहीं थी। एक बात आपको बता हूँ की हम दोनों की पटती बहुत है। मैं उसे प्यार करती हूँ और वह मुझे ? इतने में मेरी नन्द लैला आ गयी
दूसरे दिन मैं बैठी हुई एक किताब पढ रही थी तो लैला दौड़ी दौड़ी मेरे पास आई और बोली अरे भाभी देखो अम्मी को क्या हो गया ? मैंने पूंछा हां क्या हो गया बताओ न मुझे। वह बोली अरे भाभी अम्मी तो देखो कितनी बेशरम है। कमरे में बिलकुल नंगी होकर किसी से चुदवा रहीं हैं। मजे की बात तो यह है भाभी की खिड़की दरवाजा सब खुला हुआ है ? मैंने कहा तो क्या हुआ ? खुला हुआ तो तेरी माँ का भोसड़ा भी है। खुला हुआ तो उसका लौड़ा भी है जो उसे चोद रहा है ? इसमें हैरानी की क्या बात है ? इस घर में कोई नाबालिग तो है नहीं ? मैं हूँ तो शादी शुदा हूँ, तू है तो २२ साल की जवान लड़की है और तेरी माँ है वह भी ४४ साल जवान औरत है तो फिर किससे छुपाना है ? और क्या छुपाना है ? मैं तो कहती हूँ की तू भी घुस जा कमरे में और पकड़ ले लौड़ा ? खींच कर निकाल ले अपनी माँ के भोसड़ा से लौड़ा ? और फिर उसे घुसेड़ ले अपनी बुर में ? तेरी माँ की चूत, लैला ? आज तू दिखा दे की तू उससे ज्यादा चुदक्कड़ है। तेरी चूत उसकी चूत से ज्यादा हॉट है ? तेरी चूत में उसकी चूत से ज्यादा आग है ?
मेरी बात का तुरंत असर हुआ और लैला घुस गयी कमरे में। वह बोली भोसड़ी की अम्मी तुम तो अकेली अकेली ही चुदवा रही हो ? तुझे मेरी चूत की याद नहीं आई। ला लौड़ा मुझे दे मैं इसे पेलूँगी अपनी चूत में ? मेरी चूत में ज्यादा आग है। मैं पहले बुझाऊंगी अपनी आग। वह लौड़ा निकल कर चूसने लगी। तब तक सास ने उसके कपड़े उतार दिया। मैंने देखा तो बहुत मज़ा आया। थोड़ी देर में मैं भी नंगी नंगी एक लौड़ा हाथ में पकड़े हुए कमरे में घुस गयी। दरअसल तभी मेरा मामू आ गया। मैं मामू से कई चुदवा चुकी हूँ। मुझे उसका लौड़ा बेहद पसंद है। मैंने कहा मामू आज तुम मेरी नन्द की बुर चोदो और चोदो उसकी माँ का भोसड़ा ? मैंने तेरा लण्ड पकड़ कर उसी कमरे में ले चलती हूँ जहाँ तुम्हे इन दोनों की बुर चोदना है।
मुझे एकदम नंगी और मेरे हाथ में एक लौड़ा देख कर लैला एक बार फिर हैरान रह गयी।मैंने कहा लैला मुझे ऐसे मत देखो मैं बहुत दिनों से तेरी माँ का भोसड़ा चोद रही हूँ। तेरी माँ भी बहुत दिनों से अपनी बहू की बुर चोद रही है। लैला बोली हाय दईया तो तुम दोनों मिली हुई हो ? अब समझ में आया मुझे ? भाभी तेरी सास की बिटिया की बुर ? फिर उसने घूम कर कहा अम्मी तेरी बहू की नन्द की चूत ? आज मैं तुम दोनों के सामने भकाभक चुदवाऊँगी अपनी बुर ? भाड़ में जाए माँ का भोसड़ा। भाड़ में जाए भाभी की बुर ? अब तो लौड़ा मेरी ही चूत में घुसेगा बहन चोद ? मैंने देखा की अब लैला बिलकुल बेशर्म हो गयी है। अब इसे वाकई चुदवाने में बड़ा मज़ा आएगा। और इसके सामने हम दोनों को चुदवाने में मज़ा आएगा। अब न कोई शर्म न लिहाज़ ? लौड़ा सबकी चूत में ?
मैंने और सास ने यह फैसला किया की आज लैला की बुर में ही पेले जाएँ दोनों लौड़े। इसलिए मैंने पहले अपने मामू का लौड़ा लैला की बुर में घुसेड़ दिया। उधर सास ने अजीम का लौड़ा उसके मुंह में डाल दिया। लैला मस्त होकर एक लण्ड चूसते हुए चुदवाने लगी। थोड़ी देर में सास ने अजीम का लौड़ा उसकी चूत में पेल दिया और मैंने मामू का लौड़ा उसके मुंह में ? इस तरह हम दोनों एक लौड़ा बुर में और एक लौड़ा मुंह में घुसेड़ती रहीं। हमने यह जान लिया की लैला आज पहली बार नहीं चुदवा रही है ? उसके चुदवाते समय हाव भाव ये बता रहे थे की वह पहले भी कई लण्ड अपनी बुर में ले चुकी है।
एक दिन अचानक मेरा जीजा आ गया। मैं उसे देख कर खुश हो गयी क्योंकि उसका लौड़ा मुझे एकदम से याद आ गया। मैं उससे बातें कर रही थी की मेरी सास आ गयी। मैंने उसे अपने कादर जीजा से मिलवाया। सास ने कहा सरारा तुमने अपने जीजा से मिलवाया तो मैं भी तुम्हे अपने जीजा से मिलवाती हूँ। यह है नदीम मेरा जीजा। बातें गहरी होने लगीं। हंसी मजाक होने लगी। मैंने कहा सासू जी तुमने अपने जीजा से तो मिलवाया लेकिन उसके लण्ड से तो नहीं मिलवाया ? वह बोली भोसड़ी की बहू तू भी अपने जीजा के लण्ड से मुझे मिलवा ? मैं भी देखूँ कैसा और कितना बड़ा है तेरे जीजा का लण्ड ? तब तक लैला कमरे में आ गयी। वह बोली पहले मेरे जीजा का लण्ड देखो तुम लोग, बहन चोद ? मैंने कहा अरे लैला तेरा जीजा कहाँ से आ गया ? तेरी तो बुर चोदी कोई बहन ही नहीं है। वह बोली अरे यह मेरे सहेली का मियां है तो मेरा जीजा हुआ की नहीं बुर चोदी सरारा भाभी ? इसका नाम है जासीन।
मेरे मन में आया की क्यों न आज चुदाई का जश्न मनाया जाये ? बस मैंने लैला से कहा यार तुम चुदाई का इंतज़ाम करो आज हम तीनो मिलकर चुदवाएंगीं अपनी अपनी बुर ? लेकिन उसके पहले थोड़ा व्हिस्की तो पिला दे सबको मेरी बुर चोदी छमकछल्लो लैला ? इधर हम लोग दारू पीने लगीं और उधर सारा इंतज़ाम होने लगा। मेरे मन में लड्डू फुट रहे थे की चलो आज बहुत दिनों के बाद तेन तीन लण्ड का मज़ा मिलेगा। लैला भी बड़ी खुश थी और सास का भोसड़ा तो छलाँगें मारने लगा।
उधर सारा इंतज़ाम हो गया और इधर हम लोग नशे में आ गये। लैला बोली अरे भाभी अब बेड रूम में चलो। मैंने वहां ज़मीन पर सारा प्रबंध कर दिया है। गद्दे, तकिया, तौलिया, नैपकीन और चुदाई का सारा सामान लगा दिया है। बस हम लोग वहां जाकर लेट गये। मैं सास के जीजू नदीम के ऊपर लेट गयी। वह मेरी चूंचियां दबाने लगा और मैं उसका लौड़ा सहलाने लगी। सास मेरी नन्द के जीजू का लण्ड ऊपर से ही दबाने लगी और वह सास की चूंचियां मसलने लगा। मेरी नन्द ने मेरे जीजा का लौड़ा पैंट के बाहर निकाला और उसे हिलाने लगी। ध्रीरे धीरे सबके कपड़े उतरने लगे और थोड़ी ही देर में हम ६ लोग नंगे हो गए। तीन लण्ड तीन चूत ? हम तीनो लण्ड पर नज़रें गड़ा कर देखने लगीं। मेरी भी निगाह सबके लण्ड पर जमी रही। मैं खुश हूँ की मुझे तीनो लण्ड एक ही नज़र में पसंद आ गए।
मैं नदीम से चुदवाने लगी, मेरी सास जासीन से चुदवाने लगी और मेरी नन्द कादर से चुदवाने लगी। हम तीनो पहली बार एक साथ एक ही कमरे में चुदवा रहीं हैं। मैं मादर चोद अपनी सासऔर नन्द के साथ चुदवा रही हूँ, मेरी सास भोसड़ी की अपनी बेटी और बहू के साथ चुदवा रही है और मेरी नन्द बुर चोदीअपनी माँ और भाभी के साथ चुदवा रही है। थोड़ी देर तक तो हम लोग इसी तरह चुदवातीं रहीं। लेकिन फिर मैंने इशारा किया तो नन्द लण्ड बदलने लगी। मेरी नन्द ने नदीम का लौड़ा अपनी बुर में घुसा लिया, मेरी सास ने कादर का लौड़ा अपनी बुर में पेल लिया और मैंने जासीन का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। हम तीनो फिर भकाभक चुदवाने लगीं। बीच बीच में मादर चोद, बहन चोद, तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बिटिया की बुर ,तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी, गांडू, साले कुत्ते, भोसड़ी की, बुर चोदी, तेरी बहन का लण्ड यह सब भी होता रहा ?
बहू बोली :- पर सासू जी आपने जब ये कहानियां पढ़ीं थीं तो आपको क्या हुआ था ?
सासू बोली :- अरी बहू, कुछ न पूंछ उस दिन क्या हुआ मेरे साथ ? मेरी एक सहेली ने मशविरा दिया था की आसिया किसी दिन "Sex" की कहानियां पढ़कर देखना तेरी गांड फट जाएगी। मेरे मन में आया की ऐसा क्या है इन कहानियों में की पढ़ने से मेरी गांड फट जाएगी। बस जैसे ही घर वापस आई वैसे ही अपना लैपटॉप खोला, उसमे गूगल निकाला और सेक्सब्लोग्स लिख कर क्लिक कर दिया। बस मेरे सामने ढ़ेर सारी कहानियां खुल गयीं। उसके शीर्षक पढ़कर ही मेरी चूत में आग लग गयी बहन चोद ? मुझे नहीं मालूम था की ऐसी गन्दी गन्दी बातों पर भी कहानियां लिखी जा सकतीं हैं ? मैंने एक कहानी पढ़ी तू वाकई मुझे कपड़े खोलने पड़े। मैं नंगी हो गयी। कहानी खत्म हुई उसके पहले ही मेरी ऊँगली ससुरी चूत में घुस गयी। एक कहानी पढ़ने से उत्सुकता और बढ़ गयी। मैंने २/३ कहानियां और पढ़ीं तो फिर मुझे अपना मोबाइल उठाना पड़ा। मैंने पड़ोस के ताहिर भाई जान को बुला लिया। मैं उससे खूब हंसी मजाक करती थी। वह जैसी ही घर आया तो मैं उससे लिपट गयी। मैंने साफ़ साफ़ बड़ी बेशर्मी से कहा भाई जान आज मुझे तेरे लण्ड की जरुरत है। मैं तेरा लण्ड लूंगी यार लण्ड ? तू लण्ड अभी मेरी चूत में पल दे। मैं उसका लौड़ा ऊपर से ही दबाने लगी। फिर मैं उसके सामने पूरी नंगी हो गयी।
शर्म तो मेरी पहले ही हवा हो चुकी थी। मैंने उसे भी नंगा कर दिया। तब तक उसका लौड़ा भी ताव में आ गया और मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मेरा लैपटॉप खुला ही था और मैं इधर लण्ड चूसने लगी। सच बताऊँ बहू उस दिन मुझे लण्ड बहुत प्यारा लगा। इतना प्यारा लण्ड तो मुझे पहले किसी का नहीं लगा। सच मुच कहानियों में बड़ी दम है, बहू। फिर मैंने उससे एक रंडी की तरह चुदवाया। खूब गालियां बक बक कर चुदवाया। एकदम उसी तरह चुदवाया जैसा कहानियों में लिखा था। उस दिन मैं पहले खलास हो गयी और वह बाद में ? अब यही कहानियां तेरी नन्द पढ़ने लगी है। तो वह भी लण्ड पकड़ने लगी होगी ? चूसने चाटने लगी होगी लण्ड और अपनी चूत में भी पेलने लगी होगी लण्ड ? अब तो बस उसे अपनी माँ चुदाना बाकी है। वह भी शायद शुरू कर दे बस मुझे इसी बात का डर है, बहू ?
मैंने कहा :- सासू जी, मेरी नन्द २२ साल की हो चुकी है। वह पूरी तरह जवान है। वह बहुत हॉट है और ज़ाहिर है की उसकी चूत तेरी चूत से ज्यादा हॉट है तो अगर वह चुदवाती है तो इसमें हर्ज़ क्या है ? उसे जवानी का मज़ा लेने दो न ? उसकी गांड में ऊँगली क्यों करना चाहती हो सासू जी ?
सासू ने कहा :- ऐसी बात नहीं है बहू ,मैं चाहती हूँ की वह खूब चुदवाये और मज़ा लूटे लेकिन मैंने कभी उसके सामने कोई गन्दी बात नहीं की ? कभी कोई गाली नहीं दी ? आज कैसे अपनी माँ चुदाने लगेगी वो ?
मैंने कहा - कभी गाली नहीं दी तो अब दो न ? कभी उसके सामने किसी का लण्ड नहीं पकड़ा तो अब पकड़ो न लण्ड ? कभी उसे कोई लौड़ा नहीं पकड़ाया तो अब पकड़ाओ न लौड़ा ? तूने पहले मेरी चूत में कोई लौड़ा नहीं पेला था ? तो फिर कल तूने कैसे लौड़ा मेरी चूत में घुसेड़ दिया था। पहले मैंने कभी अपनी सास का भोसड़ा नहीं चोदा था ? पर कल तो मैंने भकाभक चोदा अपनी सास का भोसड़ा ? तो फिर मेरी नन्द को भी इसी तरह चोदने दो ? इसी तरह चुदवाने दो उसे ? आने दो उसे मैं तो आज से चोदूंगी अपनी नन्द की बुर ?
सासू बोली :- हाय दईया बहू, तूने तो मेरीआँखें खोल दी। अब आने दो भोसड़ी वाली तेरी नन्द को ? तेरी बुर चोदी नन्द की माँ की चूत ? तेरी नन्द की बुर में पेलूँगी लण्ड ? अब तो मैं चाहती हूँ कि वह चुदवाये अपनी माँ का भोसड़ा ? जैसे मैंने कल तेरी चूत में लौड़ा पेला था वैसे ही मैं उसकी चूत में लौड़ा पेल दूँगी। चोदा चोदी में कोई रिस्ता नहीं देखा जाता बहन चोद ?
दोस्तों, मेरा नाम है सरारा बेगम। मेरी शादी अभी दो साल पहले ही हुई है और मैं इन दो सालों में ही अपनी सास का भोसड़ा चुदाने लगी हूँ। सास भी मेरी बुर चुदाने में कोई कसर नहीं छोड़ती। उसका बस चले तो २/३ लण्ड एक साथ घुसा से मेरी चूत में ? हम दोनों एक दूसरे से इस कदर खुली ही हैं। न मैं उसका भोसड़ा चुदाने में कोई शर्म करती हूँ और न वो मेरी बुर चुदाने में ? "Sex" की कहानियां मैं भी पढ़ती हूँ और खूब एन्जॉय करती हूँ। यह बात सही है की मुझे इन कहानियों से अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने में बड़ी मदद मिली। एक दिन मैंने अपनी अम्मी को ये कहानियां पढ़ा दीं। वह बोली अरी बुर चोदी सरारा इसमें एक बात बहुत सही लिखी है की बेटी जब जवान हो जाती है तो वहअपनी माँ की सहेली बन जाती है वह बेटी नहीं रहती, मैं तो गालियां पहले भी देती थी लेकिन कहानियां पढ़ने के बाद और देने लगी हूँ। अब बता माँ की लौड़ी सरारा कब चुदवायेगी तूअपनी माँ का भोसड़ा ?
बस उसी दिन मैंने अपने बॉय फ्रेंड को बुलाया और उससे अपनी माँ चुदवाई। अम्मी भी कम न थी उसने अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड मेरी बुर में पेल दिया। हम दोनों ने इस तरह रात भर खूब एन्जॉय किया। दूसरे दिन मैं अपनी सास के साथ बैठी थी। बातें बड़ी मजेदार हो रहीं थी। एक बात आपको बता हूँ की हम दोनों की पटती बहुत है। मैं उसे प्यार करती हूँ और वह मुझे ? इतने में मेरी नन्द लैला आ गयी
- उसे देखते ही मेरी सास बोली अरी लैला भोसड़ी की कहाँ से आ रही है तू अपनी माँ चुदवा के ?
- लैला अपनी अम्मी के मुंह से पहली बार गालियां सुनकर हैरान हो गयी। मैंने उसे आँखों से इशारा किया और कहा की तू भी गालियां दे न इसे ? वह बोली माँ चुदवा के नहीं आ रही हूँ अम्मी ? लण्ड पी के आ रही हूँ मैं ? मैं तो सरारा भाभी से कह गयी की मैं लण्ड पीने जा रही हूँ।
- सास बोली तो फिर खुल के बता न कितने लण्ड पी केआ रही है तू ?
- वह बोली दो लण्ड पी के आ रही हूँ, अम्मी। तीसरा भी लण्ड पीने जा रही थी लेकिन देर हो जाने के कारण नहीं पिया और वापस चली आई।
- सास ने कहा कभी अपनी भाभी को कोई लण्ड पिलाया तूने ? कभी अपनी अम्मी को कोई लण्ड पिलाया तूने ? तू मादर चोद बड़ी खुदगर्ज़ है ? अकेले अकेले पीती है लण्ड ?
- वह बोली मुझे क्या मालूम की तुम लोग भी लण्ड पीना चाहती हो ? अगर ऐसा है तो मैं आगे से तुम्हे भी पिला दूँगी लण्ड, अम्मी ?
दूसरे दिन मैं बैठी हुई एक किताब पढ रही थी तो लैला दौड़ी दौड़ी मेरे पास आई और बोली अरे भाभी देखो अम्मी को क्या हो गया ? मैंने पूंछा हां क्या हो गया बताओ न मुझे। वह बोली अरे भाभी अम्मी तो देखो कितनी बेशरम है। कमरे में बिलकुल नंगी होकर किसी से चुदवा रहीं हैं। मजे की बात तो यह है भाभी की खिड़की दरवाजा सब खुला हुआ है ? मैंने कहा तो क्या हुआ ? खुला हुआ तो तेरी माँ का भोसड़ा भी है। खुला हुआ तो उसका लौड़ा भी है जो उसे चोद रहा है ? इसमें हैरानी की क्या बात है ? इस घर में कोई नाबालिग तो है नहीं ? मैं हूँ तो शादी शुदा हूँ, तू है तो २२ साल की जवान लड़की है और तेरी माँ है वह भी ४४ साल जवान औरत है तो फिर किससे छुपाना है ? और क्या छुपाना है ? मैं तो कहती हूँ की तू भी घुस जा कमरे में और पकड़ ले लौड़ा ? खींच कर निकाल ले अपनी माँ के भोसड़ा से लौड़ा ? और फिर उसे घुसेड़ ले अपनी बुर में ? तेरी माँ की चूत, लैला ? आज तू दिखा दे की तू उससे ज्यादा चुदक्कड़ है। तेरी चूत उसकी चूत से ज्यादा हॉट है ? तेरी चूत में उसकी चूत से ज्यादा आग है ?
मेरी बात का तुरंत असर हुआ और लैला घुस गयी कमरे में। वह बोली भोसड़ी की अम्मी तुम तो अकेली अकेली ही चुदवा रही हो ? तुझे मेरी चूत की याद नहीं आई। ला लौड़ा मुझे दे मैं इसे पेलूँगी अपनी चूत में ? मेरी चूत में ज्यादा आग है। मैं पहले बुझाऊंगी अपनी आग। वह लौड़ा निकल कर चूसने लगी। तब तक सास ने उसके कपड़े उतार दिया। मैंने देखा तो बहुत मज़ा आया। थोड़ी देर में मैं भी नंगी नंगी एक लौड़ा हाथ में पकड़े हुए कमरे में घुस गयी। दरअसल तभी मेरा मामू आ गया। मैं मामू से कई चुदवा चुकी हूँ। मुझे उसका लौड़ा बेहद पसंद है। मैंने कहा मामू आज तुम मेरी नन्द की बुर चोदो और चोदो उसकी माँ का भोसड़ा ? मैंने तेरा लण्ड पकड़ कर उसी कमरे में ले चलती हूँ जहाँ तुम्हे इन दोनों की बुर चोदना है।
मुझे एकदम नंगी और मेरे हाथ में एक लौड़ा देख कर लैला एक बार फिर हैरान रह गयी।मैंने कहा लैला मुझे ऐसे मत देखो मैं बहुत दिनों से तेरी माँ का भोसड़ा चोद रही हूँ। तेरी माँ भी बहुत दिनों से अपनी बहू की बुर चोद रही है। लैला बोली हाय दईया तो तुम दोनों मिली हुई हो ? अब समझ में आया मुझे ? भाभी तेरी सास की बिटिया की बुर ? फिर उसने घूम कर कहा अम्मी तेरी बहू की नन्द की चूत ? आज मैं तुम दोनों के सामने भकाभक चुदवाऊँगी अपनी बुर ? भाड़ में जाए माँ का भोसड़ा। भाड़ में जाए भाभी की बुर ? अब तो लौड़ा मेरी ही चूत में घुसेगा बहन चोद ? मैंने देखा की अब लैला बिलकुल बेशर्म हो गयी है। अब इसे वाकई चुदवाने में बड़ा मज़ा आएगा। और इसके सामने हम दोनों को चुदवाने में मज़ा आएगा। अब न कोई शर्म न लिहाज़ ? लौड़ा सबकी चूत में ?
मैंने और सास ने यह फैसला किया की आज लैला की बुर में ही पेले जाएँ दोनों लौड़े। इसलिए मैंने पहले अपने मामू का लौड़ा लैला की बुर में घुसेड़ दिया। उधर सास ने अजीम का लौड़ा उसके मुंह में डाल दिया। लैला मस्त होकर एक लण्ड चूसते हुए चुदवाने लगी। थोड़ी देर में सास ने अजीम का लौड़ा उसकी चूत में पेल दिया और मैंने मामू का लौड़ा उसके मुंह में ? इस तरह हम दोनों एक लौड़ा बुर में और एक लौड़ा मुंह में घुसेड़ती रहीं। हमने यह जान लिया की लैला आज पहली बार नहीं चुदवा रही है ? उसके चुदवाते समय हाव भाव ये बता रहे थे की वह पहले भी कई लण्ड अपनी बुर में ले चुकी है।
एक दिन अचानक मेरा जीजा आ गया। मैं उसे देख कर खुश हो गयी क्योंकि उसका लौड़ा मुझे एकदम से याद आ गया। मैं उससे बातें कर रही थी की मेरी सास आ गयी। मैंने उसे अपने कादर जीजा से मिलवाया। सास ने कहा सरारा तुमने अपने जीजा से मिलवाया तो मैं भी तुम्हे अपने जीजा से मिलवाती हूँ। यह है नदीम मेरा जीजा। बातें गहरी होने लगीं। हंसी मजाक होने लगी। मैंने कहा सासू जी तुमने अपने जीजा से तो मिलवाया लेकिन उसके लण्ड से तो नहीं मिलवाया ? वह बोली भोसड़ी की बहू तू भी अपने जीजा के लण्ड से मुझे मिलवा ? मैं भी देखूँ कैसा और कितना बड़ा है तेरे जीजा का लण्ड ? तब तक लैला कमरे में आ गयी। वह बोली पहले मेरे जीजा का लण्ड देखो तुम लोग, बहन चोद ? मैंने कहा अरे लैला तेरा जीजा कहाँ से आ गया ? तेरी तो बुर चोदी कोई बहन ही नहीं है। वह बोली अरे यह मेरे सहेली का मियां है तो मेरा जीजा हुआ की नहीं बुर चोदी सरारा भाभी ? इसका नाम है जासीन।
मेरे मन में आया की क्यों न आज चुदाई का जश्न मनाया जाये ? बस मैंने लैला से कहा यार तुम चुदाई का इंतज़ाम करो आज हम तीनो मिलकर चुदवाएंगीं अपनी अपनी बुर ? लेकिन उसके पहले थोड़ा व्हिस्की तो पिला दे सबको मेरी बुर चोदी छमकछल्लो लैला ? इधर हम लोग दारू पीने लगीं और उधर सारा इंतज़ाम होने लगा। मेरे मन में लड्डू फुट रहे थे की चलो आज बहुत दिनों के बाद तेन तीन लण्ड का मज़ा मिलेगा। लैला भी बड़ी खुश थी और सास का भोसड़ा तो छलाँगें मारने लगा।
उधर सारा इंतज़ाम हो गया और इधर हम लोग नशे में आ गये। लैला बोली अरे भाभी अब बेड रूम में चलो। मैंने वहां ज़मीन पर सारा प्रबंध कर दिया है। गद्दे, तकिया, तौलिया, नैपकीन और चुदाई का सारा सामान लगा दिया है। बस हम लोग वहां जाकर लेट गये। मैं सास के जीजू नदीम के ऊपर लेट गयी। वह मेरी चूंचियां दबाने लगा और मैं उसका लौड़ा सहलाने लगी। सास मेरी नन्द के जीजू का लण्ड ऊपर से ही दबाने लगी और वह सास की चूंचियां मसलने लगा। मेरी नन्द ने मेरे जीजा का लौड़ा पैंट के बाहर निकाला और उसे हिलाने लगी। ध्रीरे धीरे सबके कपड़े उतरने लगे और थोड़ी ही देर में हम ६ लोग नंगे हो गए। तीन लण्ड तीन चूत ? हम तीनो लण्ड पर नज़रें गड़ा कर देखने लगीं। मेरी भी निगाह सबके लण्ड पर जमी रही। मैं खुश हूँ की मुझे तीनो लण्ड एक ही नज़र में पसंद आ गए।
मैं नदीम से चुदवाने लगी, मेरी सास जासीन से चुदवाने लगी और मेरी नन्द कादर से चुदवाने लगी। हम तीनो पहली बार एक साथ एक ही कमरे में चुदवा रहीं हैं। मैं मादर चोद अपनी सासऔर नन्द के साथ चुदवा रही हूँ, मेरी सास भोसड़ी की अपनी बेटी और बहू के साथ चुदवा रही है और मेरी नन्द बुर चोदीअपनी माँ और भाभी के साथ चुदवा रही है। थोड़ी देर तक तो हम लोग इसी तरह चुदवातीं रहीं। लेकिन फिर मैंने इशारा किया तो नन्द लण्ड बदलने लगी। मेरी नन्द ने नदीम का लौड़ा अपनी बुर में घुसा लिया, मेरी सास ने कादर का लौड़ा अपनी बुर में पेल लिया और मैंने जासीन का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। हम तीनो फिर भकाभक चुदवाने लगीं। बीच बीच में मादर चोद, बहन चोद, तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बिटिया की बुर ,तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी, गांडू, साले कुत्ते, भोसड़ी की, बुर चोदी, तेरी बहन का लण्ड यह सब भी होता रहा ?
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