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मैं हर रोज पति बदलकर चुदवाती हूँ - Main har roj pati badalkar chudwati hun
मैं हर रोज पति बदलकर चुदवाती हूँ - Main har roj pati badalkar chudwati hun , अपनी पत्नी को 'गैरमर्द' के साथ खुद भेजता है , कम फोरप्ले और ऑर्गैजम न होने के बाद भी सेक्स , अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स , मेने पति बदल दिए , — Mene Pati badal diye.
- आंटी बोली :- जानती हो मैंडी मैं जब थोड़ी दारू पी लेती हूँ तो फिर लण्ड पीने का मन करता है।
- मैंने कहा :- तो फिर पियो न लण्ड आंटी ? मैं भी देखूं की लण्ड कैसे पिया जाता है ?
- वह बोली :- तू भोसड़ी की अभी लण्ड पीना नहीं जानती ? तू मादर चोद २६ साल की हो गयी है अभी तक क्या अपनी माँ चुदवाती रही है तू ? अरे आजकल तो लड़कियां जवान होते ही लण्ड पीना शुरू कर देतीं हैं।
- मैंने कहा :- अरे आंटी लण्ड मैं भी पीती हूँ लेकिन शायद आप मुझसे ज्यादा अच्छी तरह लण्ड पीती होंगीं इसलिए मैंने ऐसा कहा तो मैं आपसे अच्छी तरह लण्ड पीना सीख लूंगी।
- देखो मैंडी हर एक का लण्ड पीने का तरीका अलग अलग होता है। हो सकता है की मुझे तेरा तरीका अच्छा लगता हो ? क्यों न एक लण्ड तुम पियो और एक लण्ड मैं पियूं। तुम मुझसे कुछ सीख लो और मैं तुमसे कुछ सीख लूँ ?
- आंटी बात तोआपकी बहुत सही है। अच्छा यह बताओ आंटी की अंकल का लौड़ा कैसा है ?
- अरे यार यह क्या पूंछ लिया तुमने मैंडी ? इसका जबाब मेरी कई सहेलियां देंगीं और वो सभी बीवियां देंगीं जो मेरे हसबैंड से चुदवातीं हैं ? हां मैं उनके हसबैंड के लण्ड के बारे में बता सकती हूँ क्योंकि वे सभी मुझे चोदते हैं। मुझे उन लोगों से चुदवाने में मज़ा आता है।
- यह क्या कह रही हैंआप, आंटी ?
- हां मैं सही कह रही हूँ मैंडी। मैंने बसअपने हसबैंड से अपने हनीमून में ही चुदवाया था उसके बाद कभी नहीं। उसके बाद मैं दूसरे मर्दों से चुदवाने लगी और मेरा हसबैंड दूसरों की बीवियां चोदने लगा जो आजतक समाज में चल रहा है। तुम्हेअंकल के लण्ड के बारे में जानना है तो पकड़ कर देख लो उस भोसड़ी वाले का लण्ड ? हां एक बात है की तुम्हे मज़ा जरूर आ जायेगा क्योंकि जो भी उससे चुदवाती है वो मुझसे उसके लण्ड की तारीफ जरूर करती है।
- तो फ़िर कहाँ है मेरा मादर चोद, अंकल ? मैं उसके लण्ड के दर्शन करूँ !
- अरे हां, अभी तो वह बहन चोद कहीं और अपना लौड़ा हिला रहा होगा ?
- अच्छा तू बता तेरे मरद का लण्ड कैसा है, मैंडी ?
- अरे आंटी अब तुम खुद पकड़ कर देख लो न उस बहन चोद का लण्ड ? बता दूँगी तो फिर मज़ा किरकिरा हो जायेगा ? अच्छा यह बताओ आंटी, की अंकल "wife swapping" करतें है की आप "husband swapping" करती हैं।
- अरे बुर चोदी मैंडी सुन, अंकल को मैंने ही दूसरों की बीवियां चोदना सिखाया। शुरू शुरू में तो उसकी गांड फटती थी किसी की बीवी चोदने में। बड़ी मुश्किल से मैंने उस भोसड़ी वाले को तैयार किया है औरअब देखो धकापेल चोदता है दूसरों की बीवियां। बीवियां भी बुर चोदी उसका लौड़ा खूब पसंद करतीं हैं। असली बात तो यह है मैंडी की मैं बिना पराये मर्दों से चुदवाये एक दिन भी नहीं रह सकती। मुझे नये नये लण्ड से चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है। मेरी तो पराये पुरषों से चुदवाने कीआदत पड़ गयी है। रोज़ नये नये लण्ड का चस्का लग गया है मुझे ?
- यही हाल तो मेरा भी है,आंटी ? मैं भी बिना पराये मरद से चुदवाये रह नहीं सकती। मैं भी नये नये लौड़ों से चुदवाने की शौक़ीन हूँ, आंटी ? पराये मर्दों के लण्ड का मज़ा मैं भी लूटती हूँ इसलिए मैं भी "husband swapping" करती हूँ। मजे की बात यह है की मेरे husband को भी दूसरों की बीवियां चोदने का शौक है।
- तो फिर बुला लोअपने हसबैंड को मैं अपने हसबैंड को बुला लेती हूँ। मैं अपने मियां का लण्ड तेरी बुर में पेल दूँगी तुम अपने मियां का लण्ड मेरी बुर में पेल देना ?
इधरअंकल ने मुझेअपनी तरफ खींचा और मेरे गाल पर कई चुम्मन जड़ दिया।
आंटी ने कहा आज हम दोनों ने हसबैंड की अदला बदली का प्लान बनाया है। अब मेरा हसबैंड मैंडी का हसबैंड बन गया है और उसका लण्ड मैंडी का लण्ड है। मैंडी का हसबैंड मेरा हसबैंड बन गया है और इसका लण्ड मेरा लण्ड है।
तब तक अंकल ने मुझे अपनी तरफ खींच लिया और मेरी चूंचियां मसलने लगे। मेरे सामने मेरा हसबैंडआंटी की चूंचियां जोर जोर से दबाने लगा। नशा तो हम सब को अच्छी तरह हो गया था। मैं अंकल की बाँहों में सिमटती गयी और आंटी मेरे husband की बाहों में। इतने में अंकल ने मेरी चूंचियां खोल कर बाहर निकाल ली और उधर मेरे पति ने आंटी की चूंचियां नंगी कर दीं। उसने फिर अपना हाथ आंटी के पेटीकोट में डाल दिया और उसकी झांटों पर उंगलियां फिराने लगा। बस एक मिनट में उसने पेटीकोट का नाड़ा लोला और आंटी का भोसड़ा हमारे सामने नंगा हो गया। उसे देख कर अंकल ने मेरे सारे कपड़े उतार डाले और मुझे बहन चोद नंगी कर दिया। पराये मरद केआगे नंगी होने की मस्ती मुझे अच्छी लगने लगी और उधर आंटी तो अपना पूरा नंगा बदन मेरे मरद को सौंप चुकी थीं। तब तक हम चारों बेड पर पहुँच गये।
वहां जाकर मैंने बड़ी बेशर्मी सेअंकल को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर मस्ती से मुस्कराते हुए हिलाने लगी। लौड़ा पल भर में फनफना कर खड़ा हो गया। मैं उसे देख कर बहुत खुश हो गयी क्यों की लौड़ा मेरे मन का निकला।
मैंने कहा :- आंटी, लौड़ा तो अंकल का साला बड़ा मोटा है और लंबा भी ?
आंटी भी तब तक मेरे husband को नंगा कर चुकी थीं और लौड़ा खड़ा कर चुकी थीं।
वह बोली :- अरी मैंडी तेरे हबी का लौड़ा मादर चोद बड़ा जबरस्त है यार ? मुझे नहीं मालूम था की इसका लौड़ा इतना बढ़िया होगा नहीं तो मैं अब तक जाने कितनी बार चुदवा चुकी होती इससे ? मुझे ऐसे ही लण्ड अच्छे लगतें हैं। अब कोई ऐसा लण्ड मिले तो मुझे जरूर बताना।
मैंने कहा :- हां आंटी जरूर बताऊँगी।और अगर तुम्हे अंकल के जैसा कोई लौड़ा मिले तो मुझे बताना। इसीलिए मुझे हसबैंड अदल बदल कर चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है। मैं हमेशा ऐसी बीवी को ढूंढा करती हूँ जो मेरे साथ अपना मियां अदल बदल चुदवाये। मुझे ख़ुशी है की मुझे ऐसी बीवियां मिल जातीं हैं। आंटी आज आप मिल गयी तो देखो मुझे कितना अच्छा लग रहा है ? मैं भी खुश और मेरा husband भी खुश।
बस मैं लण्ड मुंह में लेकर चाटने और चूसने लगी। मेरे सामने आंटी मेरे मियां का लण्ड चूसने लगीं।
बस ये बातें हो ही रहीं थीं की मैंने अपनी चूत फैला दी और अंकल का लौड़ा पकड़ कर उसके मुंह पर रखा। मैंने कहा अंकल अब मारो एक धक्का और घुसेड़ दो अपना लण्ड मेरी बुर चोदी बुर में ? जैसे ही उसका लण्ड घुसा वैसे ही मुझे मज़ा आने लगा। बहुत दिनों के बाद इतना मोटा लौड़ा मिला तो मेरी चूत मस्त हो गयी। उधर आंटी ने जब मेरे हसबैंड का लौड़ा अपने भोसड़ा में घुसाया तो वह भी ख़ुशी के मारे झूम उठी। वह बोली हाय मैंडी तेरे मियां का लण्ड मुझे बड़ा मज़ा दे रहा है। कितना मोटा लण्ड है बहन चोद ? यार अब मैं इससे अक्सर चुदवाया करुँगी।
हम दोनों एक दूसरे के मियां से भकाभक आमने सामने चुदवाने लगीं। मेरी गांड की तरफ आंटी का मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह। मैंअपने मियां के पेल्हड़ सहलाने लगी और आंटी अंकल के पेल्हड़। यानी मेरे मियां के पेल्हड़ मेरे हाथ में और लौड़ा आंटी की बुर में ? इसी तरह आंटी के हाथ में अंकल के पेल्हड़ और उसका लौड़ा मेरी बुर में ? मैं तो इसी तरह से हसबैंड अदल बदल कर चुदवाती हूँ। आंटी बोली अब जल्दी ही मैं एक पार्टी करुँगी जिसमे कई कपल होंगें और तब एक दूसरे के मरद से चुदवाने में बड़ा मज़ा आएगा। सामूहिक चुदाई का आनंद बड़ा अनोखा होता है। तब तक अंकल के लण्ड ने मेरे मुंह में उगल दिया सारा वीर्य जिसे मैं पी गयी। और आंटी भी मेरे मियां का झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी।
एक दिन मेरी एक दोस्त समीना बेगम आ गयी। वह मेरे साथ कॉलेज में थी। उसकी शादी हो चुकी थी। हम दोनों बातें करने लगी और मैंने उसे ड्रिंक्स ऑफर की तो बड़ी खुश हो गयी।
- मैंने पूंछा यार तेरी शादी कब हुई?
- वह बोली अभी एक साल पहले।
- तो फिर आजकल तो बड़ा मज़ा कर रही होगी ?
- हां यार मज़ा तो खूब आ रहा है। जवानी का पूरा पूरा मज़ा लूट रही हूँ।
- तो क्या तेरा मियां तुझे दिन में कई बार चोदता है ?
- अरे यार मंडी आजकल अपने मियां से कौन बुर चोदी चुदवाती है ? वैसे भी मेरा मियां मुझे कहाँ चोदता है। वो जाने किस किस को चोदता रहता है भोसड़ी वाला ?
- तो फिर तू क्या करती है माँ की लौड़ी ?
- मैं भी दूसरों से चुदवाती हूँ।
- तेरा मियां कुछ कहता नहीं है ? उसे पता चल गया तो ?
- उसकी माँ का भोसड़ा उसकी बहन की बुर ? मैं तो उसी के सामने चुदवाती हूँ यार ? वो जिसे चोदता है मैं उसी के मियां से चुदवाती हूँ। वैसे भी मैं अपने देवर से, अपने जेठ से, अपने नंदोई, अपने बहनोई से सबसे चुदवाती हूँ।
- तो फिर तेरे घर में कोई ऐतराज़ नहीं करता ?
- अरे यार मेरे घर में सब के सब मादर चोद मरद एक दूसरे की बीवी चोदते हैं।
- तो यार किसी दिन मुझे इन लोगों से चुदवाओ। तुम आज शाम को ही अपने मियां के साथ मेरे घर आ जाओ और रात भर मेरे घर के मर्दों से चुदवाओ।
ऐसा कह कर उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने मियां के लण्ड पर रख दिया और कहा मैंडी अब देर न करो और लो एक हाथ से पकड़ो मेरे मियां का लण्ड और दूसरे हाथ से पकड़ो सना के मियां का लण्ड ? सना ने फिर अपने मियां का लण्ड खोल कर मुझे पकड़ा दिया। मैं दोनों लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। दोनों मादर चोद लण्ड टन्ना कर खड़े हो गये। मुझे ये लण्ड बड़े प्यारे लग रहे थे। इनके सुपाड़ा तो बिलकुल बाहर निकले थे। पहाड़ी आलू जैसे दोनों लण्ड के सुपाड़े बड़े खूबसूरत लग रहे थे। मैं दोनों लण्ड चाटने लगी। उधर उन दोनों ने मेरे मियां को नंगा करके उसका लौड़ा चाटने लगीं।
मैंने कहा :- यार समीना मुझे नहीं मालूम था की मुस्लिम लण्ड इतने बढ़िया और इतने मोटे तगड़े होतें हैं। मैं आज पहली बार दो दो मुस्लिम लण्ड चूस रही हूँ।
वह बोली :- हां यार मुझे भी नहीं मालूम था की समूचा लण्ड इतना अच्छा और मस्त होता है। हम लोगों को तो इसका सड़का मारने में मज़ाआ रहा है। मैं मुठ्ठी ऊपर करती हूँ तो सुपाड़ा बहन चोद छुप जाता है और जब नीचे करती हूँ तो सुपाड़ा पूरा खुल जाता है। यह लुका छुपी का खेल देखने में बड़ा मज़ा आ रहा है।
मैंने कहा इसीलिए इसे मुठ्ठ मारना कहतें हैं। लड़कियां इसी तरह आजकल लड़कों के लण्ड का मुठ्ठ बहुत मारतीं हैं और मुठ्ठ मार के लण्ड पीती हैं। उसके बाद हसन ने अपना लण्ड गच्च से मेरी चूत में घुसेड़ दिया और असद ने मेरे मुंह में डाल दिया लण्ड। मैं भी मस्ती से लण्ड चूसते हु चुदवाने लगी। उधर मेरे सामने मेरा husband कभी समीना की बुर में लण्ड पेलता तो बही सना की बुर में ? उसने कहा मैं भी आज कोई मुस्लिम चूत पहली बार चोद रहा हूँ। आज मुझे मालूम हुआ की मुस्लिम लड़कियां बड़ी अच्छी तरह से और बड़ी मस्ती से खुल कर चुदवातीं हैं।
सना बोली देखो मेरे भोसड़ी के पीटर भाई जान, मुस्लिम लड़कियां भले ही पर्दें में रहतीं हों मगर अपनी बुर चुदाने में, अपनी माँ चुदाने में, अपनी सास बहू चुदाने में, अपनी नन्द भौजाई चुदाने में हमेशा अव्वल रहतीं हैं। हमारे यहाँ चोदा चोदी में कोई परहेज नहीं किया जाता और न कोई रिस्ता नाता देखा जाता है। बस रिस्ता एक ही होता है "लण्ड और चूत" का रिस्ता ? इसलिए जवानी का मज़ा जितना हम लोग लेतीं हैं उतना कोई भोसड़ी वाली नहीं लेती होगी। हम अच्छी तरह से लौड़ा चूसतीं भी हैं और अच्छी तरह लौड़ा अपनी चूत में भी लेती है।
इधर हसन ने लण्ड मेरी बुर से निकाल कर मेरे मुंह में घुसेड़ दिया और असद ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया। असद अब हचक हचक के चोदने लगा मेरी बुर। वह बोला यार इतनी मक्खन मलाई जैसी बुर बहुत कम चोदने को मिलती है। मैंडी भाभी अब तुम रोज़ आया करो और हम सबसे चुदवाया करो। मैंने देखा की मेरा मियां भी उन दोनों की बुर गचागच चोदे चला जा रहा है। उसका जोश देख कर मैं बड़ी खुश हो रही थी। इतने में समीना बोली हाय मैंडी मुझे तो इतना अच्छा लग रहा है की मन करता है की मैं अपनी माँ चुदवा लूँ। मैंने कहा यार अब तुम अपनी माँ चुदाओ, अपनी बहन चुदाओ, अपनी नन्द की बुर चुदाओ चाहे अपनी सास का भोसड़ा चुदाओ अब तो मेरे मियां का लण्ड तुम्हारा लण्ड हो गया है ? उधर सना बोली इसी तरह तू भोसड़ी वाली मैंडी चाहे मेरे मियां के लण्ड से चुदाओ, चाहे समीना के मियां के लण्ड से ? चाहे मेरे अब्बू के लौड़े से चुदाओ चाहे मेरे ससुर के लौड़े से ? चाहे मेरे जेठ का लण्ड पेलो अपनी बुर में चाहे मेरे देवर का लण्ड ? चाहे मेरे नंदोई का लण्ड चूसो चाहे मेरे बहनोई का लण्ड ? अब तो सारे के सारे लण्ड, तेरे लण्ड हो गये हैं।
दोस्तों, मैंने रात भर उन लोगों से खूब चुदवाया। समीना के घर मैं अक्सर जाती हूँ और वहां के सारे मर्दों से चुदवाकर आती हूँ और मेरा husband वहां की सारी बीवियां चोद कर आता है। हमारा इसी तरह दायरा बढ़ता गया और आज भी मुझे कोई न कोई हर दिन चोदा चोदी के लिए बुलाता रहता है।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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