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मौसी के देवर ने चोदा - Mausi ke devar se chut bur gand chudai
मौसी के देवर ने चोदा - Mausi ke devar se chut bur gand chudai , उम्र में बड़े आदमी से चुदवाई , मौसी के देवर का लंड , रिश्तों में चुदवा ली.
हां हां मौसी मैं अभी देख कर आ रही हूँ ? मेरा मन तो और देर तक देखने का था मौसी पर अंकल ने मुझे बुला लिया इसलिए मुझे वहां से जाना पड़ा नहीं तो मैं वहीँ खड़ी रहती ?
ऐसा क्या देख लिया तूने तनूजा की तेरा मन वहां से हटने का हो ही नहीं रहा था ?
अरे मौसी कुछ न पूंछो ? ऐसा सीन तो मैंने पहले कभी देखा ही नहीं ? इतना मस्ताना सीन और इतना मस्त माहौल में मैंने देखा जिसका कोई जबाब नहीं ? मैं इसे कभी भूल नहीं सकती।
अब तू कुछ खुल कर बताएगी की बस यूँ ही पहेलियां बुझाती रहेगी ?
अरे मौसी मैंने वो देखा जो अकसर नहीं देखा जा सकता ? मुझे तो बड़ा मज़ा आया। मैं तो फिर उसे देखने जा रही हूँ।
अब तू जल्दी से बता दे नहीं तो मैं नाराज़ हो जाऊंगी ?
अरे मौसी नाराज़ न हो। मैं अभी अभी तेरे देवर का खड़ा लण्ड देख कर आ रही हूँ। कितना प्यारा है, कितना मोटा और कितना आलिशान है लण्ड, मौसी ? मेरी तो लार टपकने लगी।
मौसी ने एक बेहतरीन मुस्कान दीऔर कहा हां तनूजा वो तो है ? तू सही कह रही है। मैं भी उसके लण्ड की कायल हूँ। मैंने भी जब उसे पहली बार देखा था तो बस देखती ही रह गयी थी। ऐसा लौड़ा बहुत कम लोगों का होता है। मैं तो उसी दिन से मोहब्बत करने लगी थी अपने देवर के लण्ड से तनुजा ? मैंने कहा और मौसी मैं आज से तेरे देवर के लण्ड से मोहब्बत करने लगी हूँ। अब कुछ भी हो जाए मैं उसे पाना चाहती हूँ। मौसी ने कहा अरे वाह तू तो हम दोनों के बीच में बिना मतलब कूद पड़ी। अभी तक तो मैं ही उसकी दीवानी थी अब तू भी आ गयी उसकी दीवानी बन कर। अब तो मेरे लिए मुश्किल हो जाएगी ? मैंने कहा अरे मौसी मैं अगर उसके लण्ड का थोड़ा मज़ा ले लूंगी तो तुम्हारा क्या चला जायेगा ? वह बोली नहीं तनूजा तू पूरा मज़ा ले न उसके लण्ड का। मेरे सामने ले मज़ा। कहो तो मैं घुसेड़ दूँ उसका लण्ड तेरी चूत में ? अगर तू मेरे आमने चुदवायेगी तो मुझे और मज़ा आएगा ? अभी तेरी शादी होने वाली है। हो सकता है की तेरे पति का लौड़ा भी इसी तरह का हो ? बल्कि इससे ज्यादा मोटा तगड़ा हो ? अगर वाकई होगा तो मैं भी उसका लण्ड अपनी चूत में घुसेडूंगी ? बुर चुदवाऊँगी मैं अपनी तेरे पति से तनूजा ? मैंने कहा अरे मौसी तेरे मुंह में घी शक्कर। भगवान् करे ऐसा ही हो ? अगर ऐसा हुआ तो मैं तेरा भोसड़ा अपने सामने चुदवाऊँगी, काजल मौसी ?
ऐसा कह कर मैं फिर लौड़ा देखने उसके कमरे में चली गयी। मेरे पीछे पीछे मौसी भी आ गईं। लौड़ा तब तक जस का तस खड़ा था। मौसी ने मेरे कान में कहा तनुजा अब तू जो चाहे कर ? मैं जा रही हूँ। मौसी चली गईं। मैं चारों तरफ से लौड़ा देखने लगी। उसका नाम था तपन। वह नीचे से एकदम नंगा था। उसकी लुंगी खुल चुकी। थी। लुंगी का एक कोना लण्ड पर चढ़ा था। जैसे किसी ने लुंगी में बांस गाड़ दिया हो ? उसकी छोटी छोटी झाँटें और पेलहड़ दिख रहे थे। मैं लण्ड का टोपा देखने के लिए बेताब थी। मैंने धीरे से लुंगी का कोना उठाया और नीचे गिरा दिया। मुझे जैसे ही लौड़ा पूरा दिखा वैसे ही मेरी चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। मैंने मन के कहा वाह क्या मस्त लौड़ा है ? कितना मोटा और सख्त है साला ? मेरा मन हुआ की मैं लण्ड सीधे मुंह में ले लूँ। लेकिन मैंने हिम्मत करते हुए लण्ड आहिस्ते से पकड़ लिया और अपनी जबान टोपा पर छुआ दिया। मेरे छूते ही लण्ड में जैसे करंट लग गया। वह साला और गुर्राने लगा। उसका टोपा और चमकने लगा। मेरी मस्ती और बढ़ने लगी। मैंने लण्ड को कई बार ऊपर नीचे किया।
मैं समझ गयी की तपन जग रहा है। तब तक उसने मुझेअपनी तरफ घसीट लिया और मेरे कमर के हाथ डाल कर चिपका लिया। मेरी चूचियाँ उसकी छाती से चिपक गईं। लेकिन मैंने अपना हाथ उसके लण्ड से नहीं हटाया। मुझे महसूस हुआ की लण्ड और सख्त हो गया है। उसने मेरी ब्रा खोल दी तो मेरी बड़ी बड़ी चूचियाँ उसके सामने नंगी हो गईं। मैंने साड़ी तो उतार फेंकी तब तक वह मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोलने लगा। पेटीकोट खुला तो मेरी चूत उसके सामने आ गयी। वह झुका और मेरी चूत की कई बार चुम्मी ली। मेरी जाँघों पर हाथ फेरा। मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरा और मेरी गांड भी सहलाने लगा। मैं भी पूरी नंगी और वह भी पूरा नंगा। हम दोनों बिलकुल एक दूसरे से चिपक गए। उसने मेरे गाल चूमे मेरे होंठऔर मेरी गर्दन चूमी। बोला हाय तनूजा तुम बहुत खूबसूरत हो ? तुम्हे देख कर मेरा लण्ड अपने आप खड़ा हो जाता है। मैंने मजाक किया - तुम मेरे मौसा के भाई हो। बड़े हरामी हो तुम। मेरी मौसी की बुर लेते हो तुम और आज मेरी बुर लेने के चक्कर में हो ? तेरा लण्ड साला बड़ा मस्त है। मेरी बातें सुनकर उसका जोश बढ़ गया। वह बोला हां आज तो मैं बिना तेरी बुर चोदे तुझे छोडूंगा नहीं ?
मेरे अनुमान से उसका लण्ड ८" से कम न था और मोटा भी मजे का था। मैं घूम कर लण्ड चाटने लगी। वह मेरी चूत और मेरी झांटों पर हाथ फेरने लगा। थोड़ी देर में मैं उसके ऊपर चढ़ गयी और अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी। इधर मैं झुक कर लण्ड चूसने लगी और उधर वह मेरी चूत चाटने लगा। हम दोनों 69 की पोजीशन में हो गए।
मैं आपको बताना चाहती हूँ दोस्तों, की मेरी मौसी मुझसे केवल दो साल बड़ी हैं। उसकी शादी भी दो साल पहले ही हुई है। हमारे बीच दोस्ती का रिस्ता ज्यादा है। हम दोनों आपस में गालियां दे कर बातें करती हैं। मैं उसे बुर चोदी मौसी कहती हूँ और वह मुझे भोसड़ी की तनूजा। हम दोनों बंगालिन हैं और हमारी चूचियाँ बड़ी बड़ी है और चेहरा गोल गोल है। बदन गदराया हुआ है और चूत मस्तानी है। हम दोनों ही लण्ड की दीवानी हैं। लण्ड चूसने में मेरी मौसी बड़ी माहिर हैं और मैं भी। मैं तो रसगुल्ला की तरह लण्ड का टोपा अपने मुंह में ले लेती हूँ। उसके बाद लण्ड चूत में घुसा कर भकाभक चुदवाती हूँ। मौसी भी ऐसा ही करती है। हमारा मन लण्ड की बातें करने में ज्यादा लगता है।
हां तो मैं बता रही थी की हम दोनों 69 में हो गए। मुझे लण्ड चूसने में जितना मज़ा आता है उतना मज़ा अपनी बुर चटवाने में भी आता है। मैं मौसी के देवर का बड़ी मस्ती से चूसने में लगी थी। आधे से अधिक लौड़ा मुंह में घुसेड़ लेती थी और बार बार बाहर निकाल कर फिर अंदर घुसेड़ लेती। वह भी स्पीड बढ़ाने लगा और मेरा मुंह चूत समझ कर जल्दी जल्दी चोदने लगा । मैं भी उसके पेलहड़ थामे हुए मुंह चुदाने लगी। तब तक मेरी चूत बुरी तरह चुदासी हो चुकी थी। मैं कहा यार अब लौड़ा मेरी चूत में घुसा दो प्लीज। मुझे चोदो बिलकुल उसी तरह चोदो जैसे तुम अपनी भाभी की बुर चोदते हो। वह मेरी बातों से सहमत हो गया और बोला हां ये तो भाभी की ही बुर है यार मैं इसे मस्ती से चोदूँगा। मुझे भाभी की बुर बहुत पसंद है। उसकी बुर देख कर मैं और मेरा लौड़ा बहुत खुश हो जाता है। मेरी बातों से उसे जोश आ गया और उसने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मैं उससे बिंदास चुदवाने लगी। थोड़ी देर में मैंने लण्ड चूत से निकाला और तौलिया से पोछ कर फिर चाटने लगी। लण्ड अपने पूरे बदन पर घुमाने लगी।
अब तो मुझे मौसी का भी डर नहीं था। मैं लण्ड पूरा मुंह में लेकर चूसने लगी और बार अंदर बाहर करने लगी। वह भी मेरा मुंह बुर समझ कर चोदने लगा और बोला यार तनूजा भाभी भी इसी तरह अपने मुंह में लौड़ा लेती हैं। मुझे उसका मुंह चोदने में खूब मज़ा आता है। मेरा टोपा तो वह आम की गुठली की तरह चूसती है। सच मेरी भाभी की जितनी मस्त औरत मिलना मुश्किल है। एक तुम ही हो जो उसकी जगह ले सकती हो तनूजा ? मैं चाहता हूँ की मुझे भी तेरी जैसी बीवी मिले तो अच्छा है। उसकी बातों से मेरी मस्ती बढ़ते जा रही थी और मैं फिर कुतिया बन कर चुदवाने लगी। इतने में मैंने देखा की मौसी एकदम नंगी नंगी किसी लड़के का लण्ड पकड़े पकड़े मेरे कमरे में घुस आईं। मेरी निगाह उसके लण्ड पर गयी तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। लौड़ा उसका भी बड़ा जबरदस्त था। मौसी बोली ले भोसड़ी की तनूजा देख , ये है मेरे बॉय फ्रेंड विशाल का लण्ड ? मैं तेरे सामने इससे चुदवाऊँगी।
उधर विशाल का लण्ड इधर तपन का लण्ड ? मैं दो दो लण्ड एक साथ देख कर मगन हो गयी। मेरी चूत की आग दूनी भड़क उठी। हम दोनों नंगी और वो दोनों नंगे। कमरे में चुदाई का माहौल बन गया। मौसी तो विशाल का लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगीं और मैं भी उसे देख कर तपन का लौड़ा फिर से चूसने लगी। मेरीनजर मौसी की चूत पर पड़ी। मेरे मुंह से निकला वाह क्या चूत है तेरी मौसी। कितनी हॉटऔर सेक्सी है बहन चोद तेरी चूत मौसी। वह बोली अरी तनूजा तेरी भी तो चूत बड़ी मद मस्त है। और तू बहुत अच्छी तरह से चुदवाती भी है। वह हाथ बढाकर मेरी चूत सहलाने लगी और मैं उसकी चूत। एक बात मैंने नोट की अगर कोई साथ चुदवाने वाली हो तो चुदाई का मज़ा सला दूना हो जाता है। मन भी करता है भकाभक चुदाने का ? इतने में तपन मौसी की बुर चाटने लगा और विशाल मेरी बुर। मैं भी लण्ड चूसते हुए बुर चटवाने लगी और मौसी भी लण्ड चूसते हुए बुर चटवाने लगी।
थोड़ी देर में विशाल ने उधर मौसी की चूत में लण्ड पेल दिया और इधर तपन ने फिर मेरी बुर चोदना शुरू कर दिया। कमरे में चुदाई की आवाजें गूंजने लगी। धचर धचर, फचर फचर, भच्च भच्च ,गच्च गच्च, चीं, पों, चिं,,,, चों पुच्च, भच्च, भचर भचर, होने लगा। मौसी भी मस्ती में बोली विशाल और चोदो, पूरा पेल के चोदो, तेरा लौड़ा बड़ा मोटा है साला, मेरी चूत फाड़ डालो, मेरी बुर चोदो साले, तेरा लण्ड में बड़ी ताकत है रे, मैं तेरे लण्ड की दीवानी हो गई, साला बड़ा बेरहम है मादर चोद तेरा लण्ड ? मैं भी बोले जा रही थी हाय तपन कस कस चोदो मुझे, मेरी चूत का कचूमर निकाल लो, ये साली बहुत परेशां करती है मुझे, इसकी माँ चोद दो तपन, तू तो मेरी मौसी की बुर चोदता है न, उसी तरह चोदो मेरी बुर, हाय रे बड़ा मज़ा आ रहा है, मौसी तेरे देवर का लण्ड बड़ा सॉलिड है ? मन करता है की पूरा खा जाऊं इसका लौड़ा ? यही हैंडसम लौड़ा मेरी चूत का हलवा बना रहां है मौसी ?
इस तरह हम दोनों की चूत की ठोंकाई होने लगी। लौड़ा जब बड़ी बेरहमी से चोदता है तभी चूत को मज़ा आता है। मैं तपन से चुदवाते हुए विशाल के पेलहड़ सहला रही थी और मौसी विशाल से चुदवाते हुए तपन के पेलहड़ का मज़ा ले रही थी। इतने में मौसी ने जाने क्या इशारा किया की विशाल ने उसकी चूत से लौड़ा निकाल कर मेरी चूत में पेल दिया। इधर तपन में लण्ड मेरी चूत से निकाला और मौसी की बुर में घुसेड़ दिया। हाय रे कितना मज़ा आया जब लण्ड की अदला बदली हुई। विशाल का लण्ड मुझे कुछ अलग तरह से चोदने लगा। मुझे उसका चोदने का तरीका पसंद आया और मैं मजे से चुदवाती रही। थोड़ी में वह बोला तनूजा मैं झड़ जाऊंगा। मैंने कहा तो फिर तू मेरे मुंह में झड़ जा ? डाल दे लण्ड का मक्खन मेरे मुंह में, मैं सब पी जाऊंगी। हुआ भी यही। मैं विशाल का झड़ता हुआ लण्ड पीने लगी और उधर मौसी तपन का झड़ता हुआ लण्ड।
उस दिन से हम दोनों साथ साथ चुदवाने लगीं। मौसी मेरी चूत में लण्ड पेल देती और मैं मौसी की चूत में ? हमें जितने भी लण्ड मिलते वो सब मौसी की बुर चोदते और फिर मेरी बुर ? जो लण्ड मौसी की बुर में जाता वही लण्ड मेरी बुर में भी जाता।
कुछ दिन बाद मेरी भी शादी सजल नाम के एक लड़के से हो गयी। मैं हनीमून मनाने बैंकाक चली गयी। वहां १० दिन तक अपने मरद से और कई विदेशी मर्दों से चुदवाती रही। मेरा पति भी विदेशी बीवियों की बुर लेता रहा। यह सब कैसे हुआ इसकी एक बहुत रोचक कहानी है दोस्तों। कभी फुर्सत मिली तो सुनाऊंगी। हां मैंने वापस आकर मौसी को जरूर सुनाई। मेरी कहानी सुनकर मौसी की चूत चुलबुला उठी। वह बोली तनूजा भोसड़ी की मैं आज ही तेरे पति से चुदवाऊँगी, मैंने भी हंस कर कहा चुदवा ले न मेरी बुर चोदी मौसी। कहो तो मैं बताऊँ अपने मियां के लण्ड के बारे में ? वह बोली नहीं मैं खुद पकड़ कर देखूँगी तेरे मियां का लण्ड ? मैंने कहा अरी मौसी आज तो मौसा भी है। उसको बुरा नहीं लगेगा क्या ? वह बोला अरे जानती हो तनूजा वह जाने कबसे तुन्हे लण्ड पकड़ाने की सोंच रहा है। वह तो तुम्हे चोदने के ख़्वाब बहुत दिनों से देख रहा है। मैंने आते ही उससे पूंछा की तनूजा आई है बोलो तुम उसकी लोगे ? तो वह उछल पड़ा बोला हां हां यार बिलकुल लूंगा। फिर मैंने कहा अच्छा अगर उसका पति मेरी ले ले तो ? वह बोला तो क्या हुआ ले लेने दो ? मुझे तो तनुजा की चूत मिल जाएगी चोदने को ? मेरी तो तमन्ना पूरी हो जाएगी।
बस फिर क्या शाम को ही हमारी महफ़िल जम गयी। ड्रिंक्स पर बातें होने लगीं
मौसी - यार तनूजा तूने बैंकाक में कैसे विदेशी लोगों के साथ चोदा चोदी की ?
मैंने कहा - अरे मौसी मेरा पति सजल एक विदेशी बीवी को देख कर लटटू हो गया बोला तनूजा अगर मुझे इसकी बुर मिल जाए तो कितना अच्छा हो। उसका कमरा मेरे कमरे के बगल में ही था। मैं तो बस उसके कमरे में घुस गयी। इत्तिफाक से वह अकेली थी। वह बोली मैं भी यहां हनीमून के लिए जर्मनी से आई हूँ। मैंने बातो बातों में कहा मेरे साथ मिलकर सेक्स करोगी। वह बोली हां बिलकुल करुँगी। बस शाम को उसी के कमरे में हम चारों ड्रिंक्स लेने लगे। थोड़ी देर में उसने अपने हसबैंड का लण्ड पकड़ कर बाहर निकाला और हमारे सामने ही चाटने लगी। मैंने भी अपने पति का लण्ड बाहर निकाला और उसके सामने चाटने लगी। फिर उसने हाथ बढाकर मेरे पति का लण्ड पकड़ लिया तो मैंने भी उसके पति का लण्ड पकड़ लिया। लण्ड की अदला बदली हुई और फिर रात भर मैंने उसके पति से चुदवाया और उसने मेरे पति से। उसके बाद मैं बिलकुल बेशर्म हो गयी। मैंने २ कपल के साथ फिर अदला बदली की। एक रात को हम दोनों नंगे नंगे बाहर वारंडे में घूमने लगे की कोई हमें देखे और चुदाई के लिए बुला ले।
मौसी - तू तो बड़ी हरामजादी निकली यार ?
मैंने कहा - अरे मौसी "हसबैंड स्वैपिंग" में इतना मज़ा आता है मुझे पहली बार मालूम हुआ।
मौसी - तो फिर यहाँ करके बता न हमें कितना और कैसे मज़ा आता है ?
मैं उठी और मौसी का हाथ पकड़ कर अपने पति के लण्ड पर रख दिया। और मैंने अपना हाथ मौसा के लण्ड पर रख दिया। मौसा ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मौसी मेरे पति की बाँहों में समा गयी। मेरी चूचियाँ मौसा की छाती से चिपक गयी और मेरी मौसी की चूचियाँ मेरा पति दबाने लगा। नशा हम सबको था और मस्ती भी। मैं भी मौसा का लौड़ा टटोलने लगीऔर उधर मौसी भी मेरे पति के लण्ड की तलास करने लगीं। मौसा मुझे जिस तरह से चूम चाट रहे थे मैं जान गयी की वह बहुत दिनों से प्यासे हैं। उसने मेरी चूचियाँ अंदर हाथ डाल कर दबाना शुरू किया। मैंने धीरे से ऊपर के कपड़े खोल डाले। मेरी नंगे बूब्स देख कर उसकी प्यास और बढ़ गयी। उधर मेरी मौसी के भी बड़े बड़े स्तन बाहर आ गए। कपड़े उतर रहे थे और मस्ती चढ़ रही थी। मौसी ने इशारा किया तो हम सब बेड रूम में आ गये।
यहाँ आते ही हम सब नंगे हो गए। बिलकुल नंगी देख कर हैरान रह गया। बोला हाय तनूजा तुम बहुत खूब सूरत हो। मेरी बहुत दिनों की तमन्ना आज पूरी होने जा रही है। मैंने कह हां मौसा मैं भी जाने कब से तेरे लण्ड की तलास में हूँ। मैं तेरा लण्ड अपने मुंह में अपनी चूत में अपनी गांड में अपने पूरे बदन में लेना चाहती हूँ। बस मैंने उसका खड़ा लौड़ा पकड़ कर हिलाना शुरू कर दिया। लौड़ा बढ़ने लगा। मैंने कहा वाओ, लौड़ा तो बड़ा जबरदस्त है तेरा मौसा ? इसका टोपा बड़ा शानदार है। तूने पहले क्यों नहीं दिखाया मुझे अपना लण्ड भोसड़ी के ? मौसा मेरी गाली सुनकर और जोश में आ गए। मैंने उसे चित लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ बैठी। चूत उसके मुंह पे रख दिया और झुककर लण्ड चाटने लगी। मुझे अपनी चूत चटवाते हुए लण्ड चाटने में बड़ा मज़ा आता है। मेरे सामने मौसी भी इसी तरह मेरे पति का लण्ड चाटने लगीं। हम दोनों एक दूसरे के पति का लण्ड चाटने का मज़ा लूटने लगीं।
तब तक मौसी से न रहा गया। उसने मेरे पति का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगीं। मैं भी उसका पीछा करने लगी। जब मौसा का लौड़ा मेरी चूत में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फट गयी मेरी चूत ? फाड़ डाला मादर चोद ने मेरी बुर ? मौसी तेरे मरद का लौड़ा बड़ा ज़ालिम है। मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा तेरे मरद का लण्ड। फिर मैं धकापेल चुदवाने लगी। हमारा एक दूसरे के मरद से चुदवाना बड़ा मज़ा दे रहा था।
मौसा बोला - यार सजल मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। इसकी चूत तो बिलकुल मक्खन मलाई है यार ? अब मैं इसे अक्सर चोदा करूंगा।
मेरा पति सजल बोला :-हाय समीर मेरे मौसा मुझे भी तेरी बीवी की बुर बहुत अच्छी लग रही है। कितनी टाइट है तेरे बीवी की बुर ? मेरा लौड़ा बड़ा मज़ा कर रहा है बार बार अंदर घुस कर ? मैं जब भी आऊंगा, बिना तेरी बीवी चोदे जाऊँगा नहीं।
आखिर में हम दोनों ने झड़ते हुए लण्ड खूब मस्ती से चाटे।
हां हां मौसी मैं अभी देख कर आ रही हूँ ? मेरा मन तो और देर तक देखने का था मौसी पर अंकल ने मुझे बुला लिया इसलिए मुझे वहां से जाना पड़ा नहीं तो मैं वहीँ खड़ी रहती ?
ऐसा क्या देख लिया तूने तनूजा की तेरा मन वहां से हटने का हो ही नहीं रहा था ?
अरे मौसी कुछ न पूंछो ? ऐसा सीन तो मैंने पहले कभी देखा ही नहीं ? इतना मस्ताना सीन और इतना मस्त माहौल में मैंने देखा जिसका कोई जबाब नहीं ? मैं इसे कभी भूल नहीं सकती।
अब तू कुछ खुल कर बताएगी की बस यूँ ही पहेलियां बुझाती रहेगी ?
अरे मौसी मैंने वो देखा जो अकसर नहीं देखा जा सकता ? मुझे तो बड़ा मज़ा आया। मैं तो फिर उसे देखने जा रही हूँ।
अब तू जल्दी से बता दे नहीं तो मैं नाराज़ हो जाऊंगी ?
अरे मौसी नाराज़ न हो। मैं अभी अभी तेरे देवर का खड़ा लण्ड देख कर आ रही हूँ। कितना प्यारा है, कितना मोटा और कितना आलिशान है लण्ड, मौसी ? मेरी तो लार टपकने लगी।
मौसी ने एक बेहतरीन मुस्कान दीऔर कहा हां तनूजा वो तो है ? तू सही कह रही है। मैं भी उसके लण्ड की कायल हूँ। मैंने भी जब उसे पहली बार देखा था तो बस देखती ही रह गयी थी। ऐसा लौड़ा बहुत कम लोगों का होता है। मैं तो उसी दिन से मोहब्बत करने लगी थी अपने देवर के लण्ड से तनुजा ? मैंने कहा और मौसी मैं आज से तेरे देवर के लण्ड से मोहब्बत करने लगी हूँ। अब कुछ भी हो जाए मैं उसे पाना चाहती हूँ। मौसी ने कहा अरे वाह तू तो हम दोनों के बीच में बिना मतलब कूद पड़ी। अभी तक तो मैं ही उसकी दीवानी थी अब तू भी आ गयी उसकी दीवानी बन कर। अब तो मेरे लिए मुश्किल हो जाएगी ? मैंने कहा अरे मौसी मैं अगर उसके लण्ड का थोड़ा मज़ा ले लूंगी तो तुम्हारा क्या चला जायेगा ? वह बोली नहीं तनूजा तू पूरा मज़ा ले न उसके लण्ड का। मेरे सामने ले मज़ा। कहो तो मैं घुसेड़ दूँ उसका लण्ड तेरी चूत में ? अगर तू मेरे आमने चुदवायेगी तो मुझे और मज़ा आएगा ? अभी तेरी शादी होने वाली है। हो सकता है की तेरे पति का लौड़ा भी इसी तरह का हो ? बल्कि इससे ज्यादा मोटा तगड़ा हो ? अगर वाकई होगा तो मैं भी उसका लण्ड अपनी चूत में घुसेडूंगी ? बुर चुदवाऊँगी मैं अपनी तेरे पति से तनूजा ? मैंने कहा अरे मौसी तेरे मुंह में घी शक्कर। भगवान् करे ऐसा ही हो ? अगर ऐसा हुआ तो मैं तेरा भोसड़ा अपने सामने चुदवाऊँगी, काजल मौसी ?
ऐसा कह कर मैं फिर लौड़ा देखने उसके कमरे में चली गयी। मेरे पीछे पीछे मौसी भी आ गईं। लौड़ा तब तक जस का तस खड़ा था। मौसी ने मेरे कान में कहा तनुजा अब तू जो चाहे कर ? मैं जा रही हूँ। मौसी चली गईं। मैं चारों तरफ से लौड़ा देखने लगी। उसका नाम था तपन। वह नीचे से एकदम नंगा था। उसकी लुंगी खुल चुकी। थी। लुंगी का एक कोना लण्ड पर चढ़ा था। जैसे किसी ने लुंगी में बांस गाड़ दिया हो ? उसकी छोटी छोटी झाँटें और पेलहड़ दिख रहे थे। मैं लण्ड का टोपा देखने के लिए बेताब थी। मैंने धीरे से लुंगी का कोना उठाया और नीचे गिरा दिया। मुझे जैसे ही लौड़ा पूरा दिखा वैसे ही मेरी चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। मैंने मन के कहा वाह क्या मस्त लौड़ा है ? कितना मोटा और सख्त है साला ? मेरा मन हुआ की मैं लण्ड सीधे मुंह में ले लूँ। लेकिन मैंने हिम्मत करते हुए लण्ड आहिस्ते से पकड़ लिया और अपनी जबान टोपा पर छुआ दिया। मेरे छूते ही लण्ड में जैसे करंट लग गया। वह साला और गुर्राने लगा। उसका टोपा और चमकने लगा। मेरी मस्ती और बढ़ने लगी। मैंने लण्ड को कई बार ऊपर नीचे किया।
मैं समझ गयी की तपन जग रहा है। तब तक उसने मुझेअपनी तरफ घसीट लिया और मेरे कमर के हाथ डाल कर चिपका लिया। मेरी चूचियाँ उसकी छाती से चिपक गईं। लेकिन मैंने अपना हाथ उसके लण्ड से नहीं हटाया। मुझे महसूस हुआ की लण्ड और सख्त हो गया है। उसने मेरी ब्रा खोल दी तो मेरी बड़ी बड़ी चूचियाँ उसके सामने नंगी हो गईं। मैंने साड़ी तो उतार फेंकी तब तक वह मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोलने लगा। पेटीकोट खुला तो मेरी चूत उसके सामने आ गयी। वह झुका और मेरी चूत की कई बार चुम्मी ली। मेरी जाँघों पर हाथ फेरा। मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरा और मेरी गांड भी सहलाने लगा। मैं भी पूरी नंगी और वह भी पूरा नंगा। हम दोनों बिलकुल एक दूसरे से चिपक गए। उसने मेरे गाल चूमे मेरे होंठऔर मेरी गर्दन चूमी। बोला हाय तनूजा तुम बहुत खूबसूरत हो ? तुम्हे देख कर मेरा लण्ड अपने आप खड़ा हो जाता है। मैंने मजाक किया - तुम मेरे मौसा के भाई हो। बड़े हरामी हो तुम। मेरी मौसी की बुर लेते हो तुम और आज मेरी बुर लेने के चक्कर में हो ? तेरा लण्ड साला बड़ा मस्त है। मेरी बातें सुनकर उसका जोश बढ़ गया। वह बोला हां आज तो मैं बिना तेरी बुर चोदे तुझे छोडूंगा नहीं ?
मेरे अनुमान से उसका लण्ड ८" से कम न था और मोटा भी मजे का था। मैं घूम कर लण्ड चाटने लगी। वह मेरी चूत और मेरी झांटों पर हाथ फेरने लगा। थोड़ी देर में मैं उसके ऊपर चढ़ गयी और अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी। इधर मैं झुक कर लण्ड चूसने लगी और उधर वह मेरी चूत चाटने लगा। हम दोनों 69 की पोजीशन में हो गए।
मैं आपको बताना चाहती हूँ दोस्तों, की मेरी मौसी मुझसे केवल दो साल बड़ी हैं। उसकी शादी भी दो साल पहले ही हुई है। हमारे बीच दोस्ती का रिस्ता ज्यादा है। हम दोनों आपस में गालियां दे कर बातें करती हैं। मैं उसे बुर चोदी मौसी कहती हूँ और वह मुझे भोसड़ी की तनूजा। हम दोनों बंगालिन हैं और हमारी चूचियाँ बड़ी बड़ी है और चेहरा गोल गोल है। बदन गदराया हुआ है और चूत मस्तानी है। हम दोनों ही लण्ड की दीवानी हैं। लण्ड चूसने में मेरी मौसी बड़ी माहिर हैं और मैं भी। मैं तो रसगुल्ला की तरह लण्ड का टोपा अपने मुंह में ले लेती हूँ। उसके बाद लण्ड चूत में घुसा कर भकाभक चुदवाती हूँ। मौसी भी ऐसा ही करती है। हमारा मन लण्ड की बातें करने में ज्यादा लगता है।
हां तो मैं बता रही थी की हम दोनों 69 में हो गए। मुझे लण्ड चूसने में जितना मज़ा आता है उतना मज़ा अपनी बुर चटवाने में भी आता है। मैं मौसी के देवर का बड़ी मस्ती से चूसने में लगी थी। आधे से अधिक लौड़ा मुंह में घुसेड़ लेती थी और बार बार बाहर निकाल कर फिर अंदर घुसेड़ लेती। वह भी स्पीड बढ़ाने लगा और मेरा मुंह चूत समझ कर जल्दी जल्दी चोदने लगा । मैं भी उसके पेलहड़ थामे हुए मुंह चुदाने लगी। तब तक मेरी चूत बुरी तरह चुदासी हो चुकी थी। मैं कहा यार अब लौड़ा मेरी चूत में घुसा दो प्लीज। मुझे चोदो बिलकुल उसी तरह चोदो जैसे तुम अपनी भाभी की बुर चोदते हो। वह मेरी बातों से सहमत हो गया और बोला हां ये तो भाभी की ही बुर है यार मैं इसे मस्ती से चोदूँगा। मुझे भाभी की बुर बहुत पसंद है। उसकी बुर देख कर मैं और मेरा लौड़ा बहुत खुश हो जाता है। मेरी बातों से उसे जोश आ गया और उसने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मैं उससे बिंदास चुदवाने लगी। थोड़ी देर में मैंने लण्ड चूत से निकाला और तौलिया से पोछ कर फिर चाटने लगी। लण्ड अपने पूरे बदन पर घुमाने लगी।
अब तो मुझे मौसी का भी डर नहीं था। मैं लण्ड पूरा मुंह में लेकर चूसने लगी और बार अंदर बाहर करने लगी। वह भी मेरा मुंह बुर समझ कर चोदने लगा और बोला यार तनूजा भाभी भी इसी तरह अपने मुंह में लौड़ा लेती हैं। मुझे उसका मुंह चोदने में खूब मज़ा आता है। मेरा टोपा तो वह आम की गुठली की तरह चूसती है। सच मेरी भाभी की जितनी मस्त औरत मिलना मुश्किल है। एक तुम ही हो जो उसकी जगह ले सकती हो तनूजा ? मैं चाहता हूँ की मुझे भी तेरी जैसी बीवी मिले तो अच्छा है। उसकी बातों से मेरी मस्ती बढ़ते जा रही थी और मैं फिर कुतिया बन कर चुदवाने लगी। इतने में मैंने देखा की मौसी एकदम नंगी नंगी किसी लड़के का लण्ड पकड़े पकड़े मेरे कमरे में घुस आईं। मेरी निगाह उसके लण्ड पर गयी तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। लौड़ा उसका भी बड़ा जबरदस्त था। मौसी बोली ले भोसड़ी की तनूजा देख , ये है मेरे बॉय फ्रेंड विशाल का लण्ड ? मैं तेरे सामने इससे चुदवाऊँगी।
उधर विशाल का लण्ड इधर तपन का लण्ड ? मैं दो दो लण्ड एक साथ देख कर मगन हो गयी। मेरी चूत की आग दूनी भड़क उठी। हम दोनों नंगी और वो दोनों नंगे। कमरे में चुदाई का माहौल बन गया। मौसी तो विशाल का लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगीं और मैं भी उसे देख कर तपन का लौड़ा फिर से चूसने लगी। मेरीनजर मौसी की चूत पर पड़ी। मेरे मुंह से निकला वाह क्या चूत है तेरी मौसी। कितनी हॉटऔर सेक्सी है बहन चोद तेरी चूत मौसी। वह बोली अरी तनूजा तेरी भी तो चूत बड़ी मद मस्त है। और तू बहुत अच्छी तरह से चुदवाती भी है। वह हाथ बढाकर मेरी चूत सहलाने लगी और मैं उसकी चूत। एक बात मैंने नोट की अगर कोई साथ चुदवाने वाली हो तो चुदाई का मज़ा सला दूना हो जाता है। मन भी करता है भकाभक चुदाने का ? इतने में तपन मौसी की बुर चाटने लगा और विशाल मेरी बुर। मैं भी लण्ड चूसते हुए बुर चटवाने लगी और मौसी भी लण्ड चूसते हुए बुर चटवाने लगी।
थोड़ी देर में विशाल ने उधर मौसी की चूत में लण्ड पेल दिया और इधर तपन ने फिर मेरी बुर चोदना शुरू कर दिया। कमरे में चुदाई की आवाजें गूंजने लगी। धचर धचर, फचर फचर, भच्च भच्च ,गच्च गच्च, चीं, पों, चिं,,,, चों पुच्च, भच्च, भचर भचर, होने लगा। मौसी भी मस्ती में बोली विशाल और चोदो, पूरा पेल के चोदो, तेरा लौड़ा बड़ा मोटा है साला, मेरी चूत फाड़ डालो, मेरी बुर चोदो साले, तेरा लण्ड में बड़ी ताकत है रे, मैं तेरे लण्ड की दीवानी हो गई, साला बड़ा बेरहम है मादर चोद तेरा लण्ड ? मैं भी बोले जा रही थी हाय तपन कस कस चोदो मुझे, मेरी चूत का कचूमर निकाल लो, ये साली बहुत परेशां करती है मुझे, इसकी माँ चोद दो तपन, तू तो मेरी मौसी की बुर चोदता है न, उसी तरह चोदो मेरी बुर, हाय रे बड़ा मज़ा आ रहा है, मौसी तेरे देवर का लण्ड बड़ा सॉलिड है ? मन करता है की पूरा खा जाऊं इसका लौड़ा ? यही हैंडसम लौड़ा मेरी चूत का हलवा बना रहां है मौसी ?
इस तरह हम दोनों की चूत की ठोंकाई होने लगी। लौड़ा जब बड़ी बेरहमी से चोदता है तभी चूत को मज़ा आता है। मैं तपन से चुदवाते हुए विशाल के पेलहड़ सहला रही थी और मौसी विशाल से चुदवाते हुए तपन के पेलहड़ का मज़ा ले रही थी। इतने में मौसी ने जाने क्या इशारा किया की विशाल ने उसकी चूत से लौड़ा निकाल कर मेरी चूत में पेल दिया। इधर तपन में लण्ड मेरी चूत से निकाला और मौसी की बुर में घुसेड़ दिया। हाय रे कितना मज़ा आया जब लण्ड की अदला बदली हुई। विशाल का लण्ड मुझे कुछ अलग तरह से चोदने लगा। मुझे उसका चोदने का तरीका पसंद आया और मैं मजे से चुदवाती रही। थोड़ी में वह बोला तनूजा मैं झड़ जाऊंगा। मैंने कहा तो फिर तू मेरे मुंह में झड़ जा ? डाल दे लण्ड का मक्खन मेरे मुंह में, मैं सब पी जाऊंगी। हुआ भी यही। मैं विशाल का झड़ता हुआ लण्ड पीने लगी और उधर मौसी तपन का झड़ता हुआ लण्ड।
उस दिन से हम दोनों साथ साथ चुदवाने लगीं। मौसी मेरी चूत में लण्ड पेल देती और मैं मौसी की चूत में ? हमें जितने भी लण्ड मिलते वो सब मौसी की बुर चोदते और फिर मेरी बुर ? जो लण्ड मौसी की बुर में जाता वही लण्ड मेरी बुर में भी जाता।
कुछ दिन बाद मेरी भी शादी सजल नाम के एक लड़के से हो गयी। मैं हनीमून मनाने बैंकाक चली गयी। वहां १० दिन तक अपने मरद से और कई विदेशी मर्दों से चुदवाती रही। मेरा पति भी विदेशी बीवियों की बुर लेता रहा। यह सब कैसे हुआ इसकी एक बहुत रोचक कहानी है दोस्तों। कभी फुर्सत मिली तो सुनाऊंगी। हां मैंने वापस आकर मौसी को जरूर सुनाई। मेरी कहानी सुनकर मौसी की चूत चुलबुला उठी। वह बोली तनूजा भोसड़ी की मैं आज ही तेरे पति से चुदवाऊँगी, मैंने भी हंस कर कहा चुदवा ले न मेरी बुर चोदी मौसी। कहो तो मैं बताऊँ अपने मियां के लण्ड के बारे में ? वह बोली नहीं मैं खुद पकड़ कर देखूँगी तेरे मियां का लण्ड ? मैंने कहा अरी मौसी आज तो मौसा भी है। उसको बुरा नहीं लगेगा क्या ? वह बोला अरे जानती हो तनूजा वह जाने कबसे तुन्हे लण्ड पकड़ाने की सोंच रहा है। वह तो तुम्हे चोदने के ख़्वाब बहुत दिनों से देख रहा है। मैंने आते ही उससे पूंछा की तनूजा आई है बोलो तुम उसकी लोगे ? तो वह उछल पड़ा बोला हां हां यार बिलकुल लूंगा। फिर मैंने कहा अच्छा अगर उसका पति मेरी ले ले तो ? वह बोला तो क्या हुआ ले लेने दो ? मुझे तो तनुजा की चूत मिल जाएगी चोदने को ? मेरी तो तमन्ना पूरी हो जाएगी।
बस फिर क्या शाम को ही हमारी महफ़िल जम गयी। ड्रिंक्स पर बातें होने लगीं
मौसी - यार तनूजा तूने बैंकाक में कैसे विदेशी लोगों के साथ चोदा चोदी की ?
मैंने कहा - अरे मौसी मेरा पति सजल एक विदेशी बीवी को देख कर लटटू हो गया बोला तनूजा अगर मुझे इसकी बुर मिल जाए तो कितना अच्छा हो। उसका कमरा मेरे कमरे के बगल में ही था। मैं तो बस उसके कमरे में घुस गयी। इत्तिफाक से वह अकेली थी। वह बोली मैं भी यहां हनीमून के लिए जर्मनी से आई हूँ। मैंने बातो बातों में कहा मेरे साथ मिलकर सेक्स करोगी। वह बोली हां बिलकुल करुँगी। बस शाम को उसी के कमरे में हम चारों ड्रिंक्स लेने लगे। थोड़ी देर में उसने अपने हसबैंड का लण्ड पकड़ कर बाहर निकाला और हमारे सामने ही चाटने लगी। मैंने भी अपने पति का लण्ड बाहर निकाला और उसके सामने चाटने लगी। फिर उसने हाथ बढाकर मेरे पति का लण्ड पकड़ लिया तो मैंने भी उसके पति का लण्ड पकड़ लिया। लण्ड की अदला बदली हुई और फिर रात भर मैंने उसके पति से चुदवाया और उसने मेरे पति से। उसके बाद मैं बिलकुल बेशर्म हो गयी। मैंने २ कपल के साथ फिर अदला बदली की। एक रात को हम दोनों नंगे नंगे बाहर वारंडे में घूमने लगे की कोई हमें देखे और चुदाई के लिए बुला ले।
मौसी - तू तो बड़ी हरामजादी निकली यार ?
मैंने कहा - अरे मौसी "हसबैंड स्वैपिंग" में इतना मज़ा आता है मुझे पहली बार मालूम हुआ।
मौसी - तो फिर यहाँ करके बता न हमें कितना और कैसे मज़ा आता है ?
मैं उठी और मौसी का हाथ पकड़ कर अपने पति के लण्ड पर रख दिया। और मैंने अपना हाथ मौसा के लण्ड पर रख दिया। मौसा ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मौसी मेरे पति की बाँहों में समा गयी। मेरी चूचियाँ मौसा की छाती से चिपक गयी और मेरी मौसी की चूचियाँ मेरा पति दबाने लगा। नशा हम सबको था और मस्ती भी। मैं भी मौसा का लौड़ा टटोलने लगीऔर उधर मौसी भी मेरे पति के लण्ड की तलास करने लगीं। मौसा मुझे जिस तरह से चूम चाट रहे थे मैं जान गयी की वह बहुत दिनों से प्यासे हैं। उसने मेरी चूचियाँ अंदर हाथ डाल कर दबाना शुरू किया। मैंने धीरे से ऊपर के कपड़े खोल डाले। मेरी नंगे बूब्स देख कर उसकी प्यास और बढ़ गयी। उधर मेरी मौसी के भी बड़े बड़े स्तन बाहर आ गए। कपड़े उतर रहे थे और मस्ती चढ़ रही थी। मौसी ने इशारा किया तो हम सब बेड रूम में आ गये।
यहाँ आते ही हम सब नंगे हो गए। बिलकुल नंगी देख कर हैरान रह गया। बोला हाय तनूजा तुम बहुत खूब सूरत हो। मेरी बहुत दिनों की तमन्ना आज पूरी होने जा रही है। मैंने कह हां मौसा मैं भी जाने कब से तेरे लण्ड की तलास में हूँ। मैं तेरा लण्ड अपने मुंह में अपनी चूत में अपनी गांड में अपने पूरे बदन में लेना चाहती हूँ। बस मैंने उसका खड़ा लौड़ा पकड़ कर हिलाना शुरू कर दिया। लौड़ा बढ़ने लगा। मैंने कहा वाओ, लौड़ा तो बड़ा जबरदस्त है तेरा मौसा ? इसका टोपा बड़ा शानदार है। तूने पहले क्यों नहीं दिखाया मुझे अपना लण्ड भोसड़ी के ? मौसा मेरी गाली सुनकर और जोश में आ गए। मैंने उसे चित लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ बैठी। चूत उसके मुंह पे रख दिया और झुककर लण्ड चाटने लगी। मुझे अपनी चूत चटवाते हुए लण्ड चाटने में बड़ा मज़ा आता है। मेरे सामने मौसी भी इसी तरह मेरे पति का लण्ड चाटने लगीं। हम दोनों एक दूसरे के पति का लण्ड चाटने का मज़ा लूटने लगीं।
तब तक मौसी से न रहा गया। उसने मेरे पति का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगीं। मैं भी उसका पीछा करने लगी। जब मौसा का लौड़ा मेरी चूत में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फट गयी मेरी चूत ? फाड़ डाला मादर चोद ने मेरी बुर ? मौसी तेरे मरद का लौड़ा बड़ा ज़ालिम है। मेरी चूत का भोसड़ा बना देगा तेरे मरद का लण्ड। फिर मैं धकापेल चुदवाने लगी। हमारा एक दूसरे के मरद से चुदवाना बड़ा मज़ा दे रहा था।
मौसा बोला - यार सजल मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। इसकी चूत तो बिलकुल मक्खन मलाई है यार ? अब मैं इसे अक्सर चोदा करूंगा।
मेरा पति सजल बोला :-हाय समीर मेरे मौसा मुझे भी तेरी बीवी की बुर बहुत अच्छी लग रही है। कितनी टाइट है तेरे बीवी की बुर ? मेरा लौड़ा बड़ा मज़ा कर रहा है बार बार अंदर घुस कर ? मैं जब भी आऊंगा, बिना तेरी बीवी चोदे जाऊँगा नहीं।
आखिर में हम दोनों ने झड़ते हुए लण्ड खूब मस्ती से चाटे।
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