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यहाँ अपनी बीवी चोदना मना है दुसरे की चोदो - Yahan dusron ki Patniyan chodna aasan hai
यहाँ अपनी बीवी चोदना मना है दुसरे की चोदो - Yahan dusron ki Patniyan chodna aasan hai.
मेरे प्यारे मित्रों, आप भी यह सोंच रहे होंगें की यह क्या बात हुई ? भला कोई कैसे कह सकता है की तुम अपनी बीवी मत चोदो। बीवी तो होती ही है चोदने के लिए ? बीवी नहीं चोदेंगें तो फिर किसको चोदेंगें ? लेकिन है यह बिलकुल सही बात ? यह एक ऐसी जगह है जहाँ अपनी बीवी चोदना सख्त मना है। जो अपनी बीवी चोदेगा उसे यहाँ से निकाल दिया जायेगा। यह जगह है दूसरों की बीवियां चोदने के लिए ?
ज़रा सोंचो दोस्तों, अपनी बीवी तो एक ही होती है न। उसे कब तक चोदते रहोगे ? कितनी बार चोदोगे अपनी बीवी ? कभी न कभी तो मन कहेगा की यार अब नहीं चोदूँगा अपनी बीवी। बहुत हो गया। कहाँ तक चोदूँ एक ही बुर। रोज़ रोज़ वही चूत, वही बुर, वही चूचियाँ, वही चुदवाने की स्टाइल, अब तो मैं बोर हो गया हूँ। बस करो ? तुम भी सो जाओ मैं भी सो जाता हूँ। यही हाल आपकी बीवी की भी होती है। वह भी एक ही आदमी से चुदवाते चुदवाते बोर हो जाती है। वही लण्ड, वही लण्ड का टोपा, वही पेलहड़, वही चोदने का तरीका , रोज़ रोज़ कोई कैसे एक ही लण्ड से चुदवाती रहे ? कोई दूसरा लण्ड चोदे कोई अलग तरह का लण्ड चोदे कोई टेढ़ा मेढ़ा, मोटा तगड़ा लण्ड चोदे तो मज़ा भी आये। तब ऐसी परिश्थिति में आपकी सेक्स लाइफ यहीं ख़तम हो जाती है ।
इसीलिए मैं कहती हूँ की मेरे पास आओ और मस्ती से दूसरों की बीवियां चोदो। एक नहीं कई बीवियां चोदो। एक से एक बेहतरीन बीवियां चोदो। हर रोज़ एक नयी बीवी चोदो। बीवियों की बुर चोदो, गांड चोदो, मुंह चोदो, चूंची चोदो। दिन भर चोदो रात भर चोदो। न यहाँ चुदवाने वाली बीवियों की कमी है और न चोदने वाले मर्दों की ? बस कमी है तो आपकी सोंच की ? आपकी इच्छा शक्ति की ? एक बार सोंच लो अपनी बीवी से बात कर लो। बीवी न माने तो उसे आहिस्ते से मना लो और निर्णय ले लो। एक बात बता दूँ की बीवी पहले ना नुकुर जरूर करती है लेकिन मन ही मन वह भी पराये मर्दों से चुदवाना चाहती है। ऐसी कोई बीवी नहीं है जो पराये पुरुष का लण्ड न पकड़ना चाहती हो। और ऐसी कोई बीवी नहीं है जो एक साथ २/३ लण्ड से न चुदवाना चाहती हो ? एक बार उसकी इच्छा जगा दो फिर देखो वह कैसे भकाभक चुदवाती है लोगो से अपनी बुर ? इसी तरह ऐसा कोई मरद नहीं है जो पराई बीवियां चोदना न चाहता हो। जब जब वह किसी परायी बीवी को देखता है तो उसके मन में उसकी बुर चोदने का ललक उठती है पर बिचारा मन मसोस कर रह जाता है।
इसलिए मैं कहती हूँ की मेरे पास आओ दूसरों की बीवियां चोदो और अपनी बीवी चुदवाओ। लूटो जवानी का असली मज़ा। अपनी बीवी को भी लूटने दो असली मज़ा ? इससे तुम भी खुश रहोगे और तेरी बीवी भी खुश रहेगी। तुम उसे दूसरों से चुदवाने दो और वह तुम्हे दूसरों की बीवियां चोदने दे।
ये सारी बातें सुनीता भाभी मुझसे बता रही थी।
दोस्तों मेरा नाम है अचल है मेरी बीवी का नाम है बरखा । मेरी शादी ५ साल पहले हुई थी। मैं इस समय अपनी दोस्त की बीवी सुनीता भाभी से बात कर रहा हूँ। भाभी ने वो सब बातें बतायीं है जो आपने अभी ऊपर पढ़ा है। असली बात यह है की सुनीता भाभी से मेरे अच्छे सम्बन्ध हैं। भाभी ने कहा अचल देखो मैंने एक प्राइवेट क्लब खोला हुआ है। जहाँ लोग अपनी अपनी बीवी लेकर आतें हैं और दूसरों की बीवियां चोदते हैं। इस क्लब में १०/१२ कपल्स हैं। एक से एक खूबसूरत बीवियां है। तुम्हे इन सभी बीवियों को चोदने का मौक़ा मिलेगा। तेरी बीवी को भी इनके मर्दों से चुदवाने का अवसर मिलेगा। उसे भी नये नये लण्ड का मज़ा मिलेगा। मैंने कहा अरे भाभी यह तभी संभव होगा जब मेरी बीवी "वाइफ स्वैपिंग" के लिए तैयार हो जाए ? वह बोली अचल तुम कल दोपहर में अपनी बीवी को मेरे पास भेज देना। मैं उसे तैयार कर दूँगी।
मैं दूसरे दिन अपनी बीवी बरखा को सुनीता भाभी के घर उतार कर अपने ऑफिस चला गया। अब आगे की बातें आप भाभी के मुंह से ही सुनिए :-
अचल की बीवी बरखा को मैंअच्छी तरह जानती हूँ। वह एक अच्छे स्वाभाव की नेक लेडी है। मैंने पहले तो उसे चाय पिलाते हुए कुछ बात चीत की और धीरे धीरे अपने मकसद पर आने लगी। मैं पूंछा यार कभी कभी व्हिस्की पीती हो की नहीं ? वह बोली कॉलेज के दिनों में खूब पीती थी लेकिन शादी के बाद सब छूट गया। मैं थोड़ा थोड़ा समझने लगी। फिर हम दोनों व्हिस्की पीने लगीं। नशा चढ़ने लगा। बातें भी बढ़ने लगी। मैंने धीरे से टी वी पर एक पोर्न फिल्म लगा दी जो "wife swapping" पर थी। हम दोनों बड़े मन से वह फिल्म देखने लगीं।
वह बोली यार सुनीता ये तो बड़ी मस्त मूवी है। देखो न दोनों बीवियां कैसे अपने अपने हसबैंड अदल बदल कर मज़ा कर रहीं है।
मैंने कहा हां यार यही तो जवानी की मस्ती है। दोनों मरद भी साले बड़े हैंडसम हैं। इनके लण्ड भी बड़े जबरदस्त है यार ?
पर यह तो पोर्न फिल्म है। इसमें ये सब जो दिखातें है वो असल तो होता नहीं ?
मैंने कहा नहीं बरखा ऐसा नहीं है। यह सब सही में होता है तभी तो वीडियो बनता है। हां फिल्म एक बार की चुदाई में नहीं बनती। कई चुदाई को जोड़ जोड़ कर एक फिल्म बनती है।
हां यह बात तो है। लेकिन अगर यह असली में हो तो वाकई बड़ा मज़ा आये ?
तो इसमें क्या यह सब तो असल में भी हो सकता है बरखा । हम लोग खुद घर बैठी बैठी ऐसी फ़िल्में बना सकती हैं।
क्या बात कर रही हो यार सुनीता। कौन बनाने देगा हम लोगों को ऐसी फ़िल्में। इसमें तो गैर मर्दों से चुदवाना पड़ता है यार ?
हां तो चुदवाने में हर्ज़ ही क्या है ? बहुत सी बीवियां पराये मर्दों से चुदवाती हैं। हां भले ही वो खुले आम न चुदवाती हों ?
अच्छा तो क्या उनके मियां इस बात की इज़ाज़त देतें हैं ?
हां बिलकुल देते हैं क्योंकी वो भी साले दूसरों की बीवियां चोदते हैं ?
हां हां ऐसा होता है मैं जानती हूँ पर विदशों में ही ? यहाँ अपने देश में तो यह सब होता नहीं है।
अरे होता है यार बरखा ? बहुत होता है। हर दूसरे तीसरे घर में होता है। बस अपने मन माफिक कपल मिलने की देर होती है।
हां पर आजकल कौन साला अपनी बीवी दूसरों से चुदवाता है ?
अरे बहुत लोग हैं जो अपनी बीवी दूसरों से चुदवाते हैं और अपने सामने चुदवाते हैं ?
अच्छा तो उसकी बीवी मना नहीं करती।
बीवियां तो खुद गैर मर्दों से चुदवाने के लिए तैयार रहती हैं।
तो क्या वो अपने पति को दूसरों की बीवियां चोदने देतीं हैं ?
खूब मस्ती से चोदने देतीं हैं। मैं ऐसी कई बीवियों को जानती हूँ जो अपने मियां का लण्ड पकड़ कर दूसरे की बीवी की बुर में घुसा देती हैं।
हाय दईया तब तो ज़माना बहुत आगे बढ़ गया है यार ? मुझे यह सब नहीं पता था .
वह फिल्म ख़तम होने वाली थी, उसके पहले मैं उठी और अंदर से एक दूसरी फिल्म लेकर आ गयी। पहली फिल्म ख़तम होते ही मैंने दूसरी फिल्म लगा। तब तक हम दोनों नशे में चूर हो चुकी थीं। जैसे ही दूसरी फिल्म शुरू हुई वैसे ही उसमे सबसे पहले मेरी बड़ी बड़ी मस्त सुडौल चूचियाँ दिखाईं पड़ी। बरखा उसे देख कर बोली हाय राम सुनीता तू तो बहन चोद बिलकुल नंगी है यार ? मगर तरी चूचियाँ तो वाकई बड़ी हॉट और सेक्सी हैं। तब तक स्क्रीन पर मेरा हसबैंड आ गया। वह बोली वाओ, यहाँ तो समेत भाई साहेब भी हैं। तू अपने पति के आगे नंगी है की ,,,,,,,,? देखती जा तू अभी क्या होने वाला है। वह आँखें गड़ा कर देखने लगी। तब तक एक बीवी आ गयी वह मेरे पति का लण्ड ऊपर से दबाने लगी। मैं आगे बढ़ी और उसके पति का लण्ड दबाने लगी। बरखा बोली हाय दईया तो क्या तू इस मरद से चुदवाने जा रही है सुनीता ? ये कौन है भोसड़ी का ? मैंने बताया की ये विजय है मेरे पति का दोस्त और यह है लता इसकी बीवी।
तब तक मैं नंगी नंगी विजय का लण्ड चाटने लगी और लता मेरे पति का लण्ड ? बरखा बोली यार तेरे पति का लण्ड तो बड़ा मोटा तगड़ा है। और विजय का लण्ड भी बड़ा सॉलिड है यार ? मेरी चूत में तो आग लग गयी है। तूने मुझे पहले क्यों नहीं बताया की तू भी इस तरह का खेल खेलती है। थोड़ी देर में मैं जब विजय से चुदवाने लगी और मेरा पति उसकी बीवी चोदने लगा तो बरखा बेचैन हो उठी। वह बोली हाय दईया मैं तो भोसड़ी की इतने दिनों से चूतिया बनी बैठी हूँ। मैं अभी तक यही सोंच रही थी की wife swapping सिर्फ विदेशों में होती है अपने देश में नहीं ? बाप रे बाप यह तो वाकई हर दूसरे घर में होता होगा ? ये तो बड़ा आसान है। बस २/३ कपल को पटाना है और काम चालू ? यार सुनीता मैं सच बताऊँ मैं भी पराये मर्दों से चुदवाना चाहती हूँ पर अभी तक मैंने कभी किसी को अपनी इच्छा नहीं बताई। आज मैं तुझे पहली बार अपने मन की बात बता रही हूँ। मैं तो पराये मरद के लण्ड के लिए तरस रही हूँ यार ?
मैंने कहा :- अच्छा बोलो अभी लोगी किसी पराये मरद का लण्ड ?
वह बोली :- यार क्यों मजाक करके मेरी चूत की और ऐसी की तैसी कर रही है तू ?
मैंने कहा :- मैं मजाक नहीं कर रही हूँ। मैं तेरी चूत की आग बुझा सकती हूँ।
वह बोली :- हाय दईया नेकी और पूंछ पूँछ ? जल्दी कर न ?
मैंने ताली बजायी तो घर की नौकरानी आ गई। मैंने कहा जा और विकी बाबू को लेकर आ जा। थोड़ी देर में विकी मेरे सामने आ गया। , मैंने उसे बरखा से मिलवाया। बरखा उसे देख कर ललचा गयी। विकी गोरा चिट्टा तगड़ा तन्दुरुस्त २६ साल का लड़का था। मैंने उसे अपने बगल में बैठाया उसकी लुंगी के अंदर हाथ डाला और लण्ड सहलाने लगी। लण्ड अंदर ही अंदर खड़ा हो गया। मैंने उसकी लुंगी खोल दी और लण्ड बरखा को दिखाते हुए कहा लो बरखा इसे पकड़ कर देखो। बरखा ने लपक कर पकड़ लिया लण्ड। मैं घूम कर आई और उसके कपड़े उतारने लगी। बरखा की बड़ी बड़ी चूचियाँ और मस्त गांड देख कर विकी का लौड़ा फ़ना फना उठा । मैं भी तब तक नंगी हो गयी। बरखा लौड़ा चाटने लगी। टूट पड़ी लण्ड पर। मैं समझ गयी की वाकई ये लण्ड के लिए तरस रही थी। फिर मैंने लण्ड उसकी बुर में पेल दिया। मैंने मस्ती से चुदवाया उसकी बुर।
उसने पूंछा - यार सुनीता तुम क्या पराये मर्दों से चुदवाती हो ?
मैंने कहा - हां मैं तो हर दूसरे दिन गैर मर्दों से चुदवाती हूँ
वह बोली - तो इतने लण्ड कहाँ से लाती हो यार ?
मैंने बताया - मैं एक क्लब चलाती हूँ। जिसका नाम है "WIFE SWAPPING CLUB" जिसमे १०/१२ कपल हैं। वो सब मिलकर एक दूसरे की बीवी चोदते है और बीवियां एक दूसरे के पति से चुदवाती हैं।
वह बोली - तो फिर तुमने अभी तक हमें क्यों नहीं शामिल किया यार ?
मैंने कहा - बस आज से ही शामिल कर लिया तुम्हे बरखा। मैं तेरे हसबैंड से भी कह दूँगी।
वह बोली - हां यार मैं जल्दी ही तेरे हसबैंड से चुदवाना चाहती हूँ सुनीता।
बरखा चुदवाने के बाद जाने वाली थी तो मैंने कहा अभी मत जाओ तेरा हसबैंड आता होगा उसी के साथ चली जाना। वह बोली नहीं मैं जा रही हूँ. मुझे थोड़ा काम है अब तुम्हारा जैसा प्रोग्राम हो वैसा बताना। बरखा चली गई। शाम को ऑफिस से अचल सीधे मेरे पास आया और पूंछा भाभी क्या हुआ ? मैंने कहा यार तेरी बीवी मान गयी है। अब उसे कोई आपत्ति नहीं होगी। उसने हमारा क्लब ज्वाइन करने के लिए हां कर दी है। अचल जाने लगा तो मैंने कहा ऐसे कैसे जाओगे एक पैग पीकर तो जाओ ?
हम दोनों शराब पीने लगे।
मैंने कहा देखो यार अब तो मैं तुमसे चुदवाने के लिए तड़प रही हूँ अचल। वह बोला अरे भाभी अब दो दिन और रुक जाओ न फिर मैं चोदना शुरू ही कर दूंगा। मुझे देर होगी तो वह कुछ शक करने लगेगी। मैंने कहा अच्छा ठीक है पर मैं तेरा लण्ड देखे बिना तुझे जाने नहीं दूँगी। मैं अभी तेरा लण्ड पियूंगी फिर तुम चले जाना ? ऐसा कह कर मैं उसकी पैंट खोलने लगी। खोल कर निकाला लौड़ा और हिलाने लगी। लौड़ा साला खड़ा हो गया। मैं मस्त हो गयी उसे दख कर। मेरा मुंह अपने आप खुल गया और मैं लण्ड चूसने लगी। वह मेरी नंगी चूचियाँ दबाने लगा। मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा। लेकिन मैं तो बस लण्ड पीने में ही बिजी हो गयी। वह भी बार बार लण्ड अंदर बाहर करने लगा । चोदने लगा मेरा मुंह ? मैंने भी फिर लण्ड मुठ्ठी में लिया और फटाफट मारने लगी सड़का ? मुझे लण्ड का मुठ्ठ मारने में बड़ा मज़ा आता है। बस २ मिनट में वह झड़ गया। उसका सारा वीर्य मेरे मुंह में चला गया और मैं गटक गयी. थोड़ा चूचियों पर भी गिरा जिसे मैं चाट गयी। फिर मैंने झड़ता हुआ लण्ड खूब मस्ती से चाटा।
अब मेरे मन में आया की मैं जल्दी से जल्दी सुनीता के बुर में पराये मर्दों के लण्ड पेलूं। मेरे क्लब का प्रोग्राम अभी कुछ दिन बाद होगा। इसलिए मैंने अपने पति समर से बात करके अगले दिन ही एक मिनी सेक्स पार्टी अपने घर में रख ली। वह दिन शनिवार का था। मैंने बरखा को फोन करके बताया और कहा कल तुम अपने पति अचल के साथ शाम को ८ बजे आ जाना। उधर मैंने अनिल और निशा को भी बुला लिया। वो भी अभी अभी कुछ दिन पहले हमारे क्लब के मेंबर बने हैं।अभी तक न मैंने उसका लौड़ा देखा है और न उसकी बीवी ने मेरे पति का लौड़ा ? बस ८ बजे सब लोग आ गए। मैंने ड्रिंक्स शुरू कर दी। तीन कपल का एक छोटा सा ग्रुप बन गया। मैंने सबका सबसे परिचय कराया और कहा की आज की पार्टी एक मिनी सेक्स पार्टी है। बाकी हमारी "WIFE SWAPPING" की पार्टी हमेशा की तरह महीने के आखिरी शनिवार को होगी।
बातों बातों में एक एक पैग ख़तम हो गया दूसरा चालू हो गया। नशा भी कुछ कुछ चढ़ने लगा। तब तक मैं अचल की तरफ बढ़ी और अपनी बाहें उसके गले में डाल दी। मैंने उसकी चुम्मी ली और उसने मेरी। मुझे देख कर बरखा अनिल से लिपट गयी। वह उसके पूरे बदन पर हाथ फिराने लगी। अनिल भी मस्ती से बरखा के पूरे शरीर पर हाथ रगड़ने लगा। उसे परायी बीवी का स्पर्श बड़ा मज़ा देने लगा। निशा मेरे पति समर की तरफ बढ़ गयी। उसने तो सीधे सीधे मेरे पति के लण्ड पर ही हमला बोल दिया। मेरा पति भी कम नहीं था उसने भी निशा की चूचियाँ दबा दीं। फिर ब्लाउज़ के अंदर हाथ डाल कर बूब्स मसलने लगा। उसे तो दूसरी बीवियों की चूचियाँ मसलने में बड़ा मज़ा आता है। धीरे धीरे हम सबके कपड़े उतरने लगे। मैं अचल के पकड़े खोलने लगी और वह मेरे। बरखा अनिल के कपड़े उतारने लगी तो अनिल बरखा के कपड़े। निशा फटाफट समर के कपड़े खोलने लगी और समर निशा के कपड़े।
देखते ही देखते सब लोग बहन चोद हो गये नंगे। सबकी चूचियाँ बाहर आ गयी सबकी चूत और सबकी गांड दिखने लगी। सब मर्दों के लण्ड टन टना कर मैदान में आ गए। बीवियां सबके लण्ड देखने लगीं और मियां सबकी चूत और चूचियाँ ? मैंने हाथ बढाकर अचल का लण्ड पकड़ लिया और बड़े प्यार से हिलाने लगी। वह भी मेरी चूचियाँ मसलने लगा। मेरे बगल में बरखा अनिल का लण्ड हिलाने में मस्त हो गयी। उसके नज़रें अनिल के लण्ड पर ही जमीं थीं। वह लण्ड बार बार चूम भी रही थी। अनिल उसकी चूत और उसकी गांड पर हाथ फेर रहा था। मेरी दूसरी तरफ निशा मेरे पति समर का लण्ड मुंह में डाले हुए चूस रही थी। उसका दूसरा हाथ लण्ड के पेलहड़ थामे हुए था। मेरा पति उसके पूरे बदन पर हाथ फिरा रहा था और प्यार कर रहा था। मैं सोंचने लगी की वाकई पराये मरद का नंगा बदन कितना प्यारा लगता है और परायी बीवी का नंगा बदन मर्दों को कितना अच्छा और प्यारा लगता है ? इसका सबसे बड़ा उदाहरण आज यहां दिखाई पड़ रहा है। सच है की पराये मरद का लण्ड और पराई बीवी की बुर का कोई जबाब नहीं ?
बस इतने में अचल ने पेल दिया लण्ड मेरी चूत में।मैं भी मस्ती से अपने पति के आगे अचल से झमाझम चुदवाने लगी। मुझे देख कर अनिल ने लण्ड बरखा की बुर में घुसा दिया। वह भी बहन चोद धकाधक धक्के लगा लगा के चोदने लगा बरखा की बुर। बरखा आज पहली बार अपने पति के आगे किसी और के पति से चुदवा रही है। निशा तो मेरे पति से इस तरह चुदवाने लगी जैसे उसकी मन की मुराद पूरी हो गयी हो। तीनो बीवियां अपने अपने पतियों के आगे दूसरे के पति से चुदवाने में मस्त हो गईं। समर, अनिल और अचल भी अपनी अपनी बीवी के सामने दूसरे की बीवी चोदने का लुत्फ़ उठाने लगे। कुल मिलाकर माहौल गरम भी ही गया और खुशगवांर भी। मस्ती मस्ती ही छा गयी पूरे कमरे में ?
अचल बोला :- यार समर , मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है ?
समर ने जबाब दिया :- फिर क्या खूब मज़ा लो मेरी बीवी चोद कर। मैं भी मज़ा ले रहा हूँ अनिल की बीवी चोद कर। यार अपने दोस्तों की बीवियां चोदने का आनंद ही कुछ और है।
अनिल ने कहा :- मैं तो यहाँ अपनी बीवी चुदवा कर तुम लोगों की बीवियां चोदनेआया हूँ। मुझे जितना मज़ा दूसरों की बीवी चोदने में आता है उतना ही मज़ा अपनी बीवी दूसरों से चुदवाने में आता है।
दूसरी पारी में अचल अनिल की बीवी निशा की बुर चोदने लगा । समर अचल की बीवी बरखा की बुर लेने लगा और अनिल ने समर की बीवी की बुर में लण्ड पेल कर चोदना शुरू कर दिया ।
अगले शनिवार को मैंने अचल और उसकी बीवी बरखा को बुलाया और उन्हें अपने WIFE SWAPPING CLUB ले गयी। वहां एक बड़ा हाल है। उस हाल में करीब करीब १० कपल बैठे हुए थे। बरखा तो देख कर हैरान हो गयी वह बोली हाय दईया सुनीता क्या इतने सारे लोग एक साथ चोदा चोदी करेंगें ? मैंने कहा बिलकुल यही तो यहाँ की खूबी है। अभी यहाँ सब लोग अपनी बीवी नहीं दूसरों की बीवियां चोदेगें। वह बोली वाओ, तो इसका मतलब मुझे ९ लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा ? में कहा हां बिलकुल मिलेगा और तेरे पति को भी ९ बीवियों की बुर चोदने का मौक़ा मिलेगा। और देखो इन पोस्टरों में क्या लिखा है ?
वह पढ़ते लगी -
"यहाँ अपनी बीवी चोदना मना है" "यहां दूसरों की बीवियां चोदो" "पराये मर्दों के लण्ड पेलो अपनी बुर में " "अपनी बीवी चुदती हुई देखो" "अपनी बीवी को दूसरों से चुदवाने दो" "अपने पति को दूसरों की बीवियां चोदने दो" "यहाँ से सबकी बीवियां चोद के जाना" "यहां सभी गर मर्दों से चुदवाना अनिवार्य है" "गैर मर्दों के लण्ड पियो और गैर बीवियों की बुर चाटो"
थोड़ी देर में ड्रिंक्स चालू हो गयी और फिर लोगों के उतरने लगे पकड़े ? मैं भी नंगी हो गयी। बरखा भी नंगी और उसका पति अचल भी नंगा। पूरे हाल ले १० - १० लण्ड खड़े होकर हिनहिनाने लगे। १० - १० मस्तानी चूत सबको नज़र आने लगीं। १० - १० नंगी बीवियां देख कर लोग पागल होने लगे। उनकी हिलती हुई मस्तानी चूचियाँ मर्दों को पागल बनाने लगी। १० - १० नंगे लण्ड देख कर बीवियां बेताब होने लगीं। उसके बाद जब लोग एक दूसरे की बीवियां चोदने लगे तो मस्ती का और मज़ा का कोई ठिकाना न रहा।
मेरे प्यारे मित्रों, आप भी यह सोंच रहे होंगें की यह क्या बात हुई ? भला कोई कैसे कह सकता है की तुम अपनी बीवी मत चोदो। बीवी तो होती ही है चोदने के लिए ? बीवी नहीं चोदेंगें तो फिर किसको चोदेंगें ? लेकिन है यह बिलकुल सही बात ? यह एक ऐसी जगह है जहाँ अपनी बीवी चोदना सख्त मना है। जो अपनी बीवी चोदेगा उसे यहाँ से निकाल दिया जायेगा। यह जगह है दूसरों की बीवियां चोदने के लिए ?
ज़रा सोंचो दोस्तों, अपनी बीवी तो एक ही होती है न। उसे कब तक चोदते रहोगे ? कितनी बार चोदोगे अपनी बीवी ? कभी न कभी तो मन कहेगा की यार अब नहीं चोदूँगा अपनी बीवी। बहुत हो गया। कहाँ तक चोदूँ एक ही बुर। रोज़ रोज़ वही चूत, वही बुर, वही चूचियाँ, वही चुदवाने की स्टाइल, अब तो मैं बोर हो गया हूँ। बस करो ? तुम भी सो जाओ मैं भी सो जाता हूँ। यही हाल आपकी बीवी की भी होती है। वह भी एक ही आदमी से चुदवाते चुदवाते बोर हो जाती है। वही लण्ड, वही लण्ड का टोपा, वही पेलहड़, वही चोदने का तरीका , रोज़ रोज़ कोई कैसे एक ही लण्ड से चुदवाती रहे ? कोई दूसरा लण्ड चोदे कोई अलग तरह का लण्ड चोदे कोई टेढ़ा मेढ़ा, मोटा तगड़ा लण्ड चोदे तो मज़ा भी आये। तब ऐसी परिश्थिति में आपकी सेक्स लाइफ यहीं ख़तम हो जाती है ।
इसीलिए मैं कहती हूँ की मेरे पास आओ और मस्ती से दूसरों की बीवियां चोदो। एक नहीं कई बीवियां चोदो। एक से एक बेहतरीन बीवियां चोदो। हर रोज़ एक नयी बीवी चोदो। बीवियों की बुर चोदो, गांड चोदो, मुंह चोदो, चूंची चोदो। दिन भर चोदो रात भर चोदो। न यहाँ चुदवाने वाली बीवियों की कमी है और न चोदने वाले मर्दों की ? बस कमी है तो आपकी सोंच की ? आपकी इच्छा शक्ति की ? एक बार सोंच लो अपनी बीवी से बात कर लो। बीवी न माने तो उसे आहिस्ते से मना लो और निर्णय ले लो। एक बात बता दूँ की बीवी पहले ना नुकुर जरूर करती है लेकिन मन ही मन वह भी पराये मर्दों से चुदवाना चाहती है। ऐसी कोई बीवी नहीं है जो पराये पुरुष का लण्ड न पकड़ना चाहती हो। और ऐसी कोई बीवी नहीं है जो एक साथ २/३ लण्ड से न चुदवाना चाहती हो ? एक बार उसकी इच्छा जगा दो फिर देखो वह कैसे भकाभक चुदवाती है लोगो से अपनी बुर ? इसी तरह ऐसा कोई मरद नहीं है जो पराई बीवियां चोदना न चाहता हो। जब जब वह किसी परायी बीवी को देखता है तो उसके मन में उसकी बुर चोदने का ललक उठती है पर बिचारा मन मसोस कर रह जाता है।
इसलिए मैं कहती हूँ की मेरे पास आओ दूसरों की बीवियां चोदो और अपनी बीवी चुदवाओ। लूटो जवानी का असली मज़ा। अपनी बीवी को भी लूटने दो असली मज़ा ? इससे तुम भी खुश रहोगे और तेरी बीवी भी खुश रहेगी। तुम उसे दूसरों से चुदवाने दो और वह तुम्हे दूसरों की बीवियां चोदने दे।
ये सारी बातें सुनीता भाभी मुझसे बता रही थी।
दोस्तों मेरा नाम है अचल है मेरी बीवी का नाम है बरखा । मेरी शादी ५ साल पहले हुई थी। मैं इस समय अपनी दोस्त की बीवी सुनीता भाभी से बात कर रहा हूँ। भाभी ने वो सब बातें बतायीं है जो आपने अभी ऊपर पढ़ा है। असली बात यह है की सुनीता भाभी से मेरे अच्छे सम्बन्ध हैं। भाभी ने कहा अचल देखो मैंने एक प्राइवेट क्लब खोला हुआ है। जहाँ लोग अपनी अपनी बीवी लेकर आतें हैं और दूसरों की बीवियां चोदते हैं। इस क्लब में १०/१२ कपल्स हैं। एक से एक खूबसूरत बीवियां है। तुम्हे इन सभी बीवियों को चोदने का मौक़ा मिलेगा। तेरी बीवी को भी इनके मर्दों से चुदवाने का अवसर मिलेगा। उसे भी नये नये लण्ड का मज़ा मिलेगा। मैंने कहा अरे भाभी यह तभी संभव होगा जब मेरी बीवी "वाइफ स्वैपिंग" के लिए तैयार हो जाए ? वह बोली अचल तुम कल दोपहर में अपनी बीवी को मेरे पास भेज देना। मैं उसे तैयार कर दूँगी।
मैं दूसरे दिन अपनी बीवी बरखा को सुनीता भाभी के घर उतार कर अपने ऑफिस चला गया। अब आगे की बातें आप भाभी के मुंह से ही सुनिए :-
अचल की बीवी बरखा को मैंअच्छी तरह जानती हूँ। वह एक अच्छे स्वाभाव की नेक लेडी है। मैंने पहले तो उसे चाय पिलाते हुए कुछ बात चीत की और धीरे धीरे अपने मकसद पर आने लगी। मैं पूंछा यार कभी कभी व्हिस्की पीती हो की नहीं ? वह बोली कॉलेज के दिनों में खूब पीती थी लेकिन शादी के बाद सब छूट गया। मैं थोड़ा थोड़ा समझने लगी। फिर हम दोनों व्हिस्की पीने लगीं। नशा चढ़ने लगा। बातें भी बढ़ने लगी। मैंने धीरे से टी वी पर एक पोर्न फिल्म लगा दी जो "wife swapping" पर थी। हम दोनों बड़े मन से वह फिल्म देखने लगीं।
वह बोली यार सुनीता ये तो बड़ी मस्त मूवी है। देखो न दोनों बीवियां कैसे अपने अपने हसबैंड अदल बदल कर मज़ा कर रहीं है।
मैंने कहा हां यार यही तो जवानी की मस्ती है। दोनों मरद भी साले बड़े हैंडसम हैं। इनके लण्ड भी बड़े जबरदस्त है यार ?
पर यह तो पोर्न फिल्म है। इसमें ये सब जो दिखातें है वो असल तो होता नहीं ?
मैंने कहा नहीं बरखा ऐसा नहीं है। यह सब सही में होता है तभी तो वीडियो बनता है। हां फिल्म एक बार की चुदाई में नहीं बनती। कई चुदाई को जोड़ जोड़ कर एक फिल्म बनती है।
हां यह बात तो है। लेकिन अगर यह असली में हो तो वाकई बड़ा मज़ा आये ?
तो इसमें क्या यह सब तो असल में भी हो सकता है बरखा । हम लोग खुद घर बैठी बैठी ऐसी फ़िल्में बना सकती हैं।
क्या बात कर रही हो यार सुनीता। कौन बनाने देगा हम लोगों को ऐसी फ़िल्में। इसमें तो गैर मर्दों से चुदवाना पड़ता है यार ?
हां तो चुदवाने में हर्ज़ ही क्या है ? बहुत सी बीवियां पराये मर्दों से चुदवाती हैं। हां भले ही वो खुले आम न चुदवाती हों ?
अच्छा तो क्या उनके मियां इस बात की इज़ाज़त देतें हैं ?
हां बिलकुल देते हैं क्योंकी वो भी साले दूसरों की बीवियां चोदते हैं ?
हां हां ऐसा होता है मैं जानती हूँ पर विदशों में ही ? यहाँ अपने देश में तो यह सब होता नहीं है।
अरे होता है यार बरखा ? बहुत होता है। हर दूसरे तीसरे घर में होता है। बस अपने मन माफिक कपल मिलने की देर होती है।
हां पर आजकल कौन साला अपनी बीवी दूसरों से चुदवाता है ?
अरे बहुत लोग हैं जो अपनी बीवी दूसरों से चुदवाते हैं और अपने सामने चुदवाते हैं ?
अच्छा तो उसकी बीवी मना नहीं करती।
बीवियां तो खुद गैर मर्दों से चुदवाने के लिए तैयार रहती हैं।
तो क्या वो अपने पति को दूसरों की बीवियां चोदने देतीं हैं ?
खूब मस्ती से चोदने देतीं हैं। मैं ऐसी कई बीवियों को जानती हूँ जो अपने मियां का लण्ड पकड़ कर दूसरे की बीवी की बुर में घुसा देती हैं।
हाय दईया तब तो ज़माना बहुत आगे बढ़ गया है यार ? मुझे यह सब नहीं पता था .
वह फिल्म ख़तम होने वाली थी, उसके पहले मैं उठी और अंदर से एक दूसरी फिल्म लेकर आ गयी। पहली फिल्म ख़तम होते ही मैंने दूसरी फिल्म लगा। तब तक हम दोनों नशे में चूर हो चुकी थीं। जैसे ही दूसरी फिल्म शुरू हुई वैसे ही उसमे सबसे पहले मेरी बड़ी बड़ी मस्त सुडौल चूचियाँ दिखाईं पड़ी। बरखा उसे देख कर बोली हाय राम सुनीता तू तो बहन चोद बिलकुल नंगी है यार ? मगर तरी चूचियाँ तो वाकई बड़ी हॉट और सेक्सी हैं। तब तक स्क्रीन पर मेरा हसबैंड आ गया। वह बोली वाओ, यहाँ तो समेत भाई साहेब भी हैं। तू अपने पति के आगे नंगी है की ,,,,,,,,? देखती जा तू अभी क्या होने वाला है। वह आँखें गड़ा कर देखने लगी। तब तक एक बीवी आ गयी वह मेरे पति का लण्ड ऊपर से दबाने लगी। मैं आगे बढ़ी और उसके पति का लण्ड दबाने लगी। बरखा बोली हाय दईया तो क्या तू इस मरद से चुदवाने जा रही है सुनीता ? ये कौन है भोसड़ी का ? मैंने बताया की ये विजय है मेरे पति का दोस्त और यह है लता इसकी बीवी।
तब तक मैं नंगी नंगी विजय का लण्ड चाटने लगी और लता मेरे पति का लण्ड ? बरखा बोली यार तेरे पति का लण्ड तो बड़ा मोटा तगड़ा है। और विजय का लण्ड भी बड़ा सॉलिड है यार ? मेरी चूत में तो आग लग गयी है। तूने मुझे पहले क्यों नहीं बताया की तू भी इस तरह का खेल खेलती है। थोड़ी देर में मैं जब विजय से चुदवाने लगी और मेरा पति उसकी बीवी चोदने लगा तो बरखा बेचैन हो उठी। वह बोली हाय दईया मैं तो भोसड़ी की इतने दिनों से चूतिया बनी बैठी हूँ। मैं अभी तक यही सोंच रही थी की wife swapping सिर्फ विदेशों में होती है अपने देश में नहीं ? बाप रे बाप यह तो वाकई हर दूसरे घर में होता होगा ? ये तो बड़ा आसान है। बस २/३ कपल को पटाना है और काम चालू ? यार सुनीता मैं सच बताऊँ मैं भी पराये मर्दों से चुदवाना चाहती हूँ पर अभी तक मैंने कभी किसी को अपनी इच्छा नहीं बताई। आज मैं तुझे पहली बार अपने मन की बात बता रही हूँ। मैं तो पराये मरद के लण्ड के लिए तरस रही हूँ यार ?
मैंने कहा :- अच्छा बोलो अभी लोगी किसी पराये मरद का लण्ड ?
वह बोली :- यार क्यों मजाक करके मेरी चूत की और ऐसी की तैसी कर रही है तू ?
मैंने कहा :- मैं मजाक नहीं कर रही हूँ। मैं तेरी चूत की आग बुझा सकती हूँ।
वह बोली :- हाय दईया नेकी और पूंछ पूँछ ? जल्दी कर न ?
मैंने ताली बजायी तो घर की नौकरानी आ गई। मैंने कहा जा और विकी बाबू को लेकर आ जा। थोड़ी देर में विकी मेरे सामने आ गया। , मैंने उसे बरखा से मिलवाया। बरखा उसे देख कर ललचा गयी। विकी गोरा चिट्टा तगड़ा तन्दुरुस्त २६ साल का लड़का था। मैंने उसे अपने बगल में बैठाया उसकी लुंगी के अंदर हाथ डाला और लण्ड सहलाने लगी। लण्ड अंदर ही अंदर खड़ा हो गया। मैंने उसकी लुंगी खोल दी और लण्ड बरखा को दिखाते हुए कहा लो बरखा इसे पकड़ कर देखो। बरखा ने लपक कर पकड़ लिया लण्ड। मैं घूम कर आई और उसके कपड़े उतारने लगी। बरखा की बड़ी बड़ी चूचियाँ और मस्त गांड देख कर विकी का लौड़ा फ़ना फना उठा । मैं भी तब तक नंगी हो गयी। बरखा लौड़ा चाटने लगी। टूट पड़ी लण्ड पर। मैं समझ गयी की वाकई ये लण्ड के लिए तरस रही थी। फिर मैंने लण्ड उसकी बुर में पेल दिया। मैंने मस्ती से चुदवाया उसकी बुर।
उसने पूंछा - यार सुनीता तुम क्या पराये मर्दों से चुदवाती हो ?
मैंने कहा - हां मैं तो हर दूसरे दिन गैर मर्दों से चुदवाती हूँ
वह बोली - तो इतने लण्ड कहाँ से लाती हो यार ?
मैंने बताया - मैं एक क्लब चलाती हूँ। जिसका नाम है "WIFE SWAPPING CLUB" जिसमे १०/१२ कपल हैं। वो सब मिलकर एक दूसरे की बीवी चोदते है और बीवियां एक दूसरे के पति से चुदवाती हैं।
वह बोली - तो फिर तुमने अभी तक हमें क्यों नहीं शामिल किया यार ?
मैंने कहा - बस आज से ही शामिल कर लिया तुम्हे बरखा। मैं तेरे हसबैंड से भी कह दूँगी।
वह बोली - हां यार मैं जल्दी ही तेरे हसबैंड से चुदवाना चाहती हूँ सुनीता।
बरखा चुदवाने के बाद जाने वाली थी तो मैंने कहा अभी मत जाओ तेरा हसबैंड आता होगा उसी के साथ चली जाना। वह बोली नहीं मैं जा रही हूँ. मुझे थोड़ा काम है अब तुम्हारा जैसा प्रोग्राम हो वैसा बताना। बरखा चली गई। शाम को ऑफिस से अचल सीधे मेरे पास आया और पूंछा भाभी क्या हुआ ? मैंने कहा यार तेरी बीवी मान गयी है। अब उसे कोई आपत्ति नहीं होगी। उसने हमारा क्लब ज्वाइन करने के लिए हां कर दी है। अचल जाने लगा तो मैंने कहा ऐसे कैसे जाओगे एक पैग पीकर तो जाओ ?
हम दोनों शराब पीने लगे।
मैंने कहा देखो यार अब तो मैं तुमसे चुदवाने के लिए तड़प रही हूँ अचल। वह बोला अरे भाभी अब दो दिन और रुक जाओ न फिर मैं चोदना शुरू ही कर दूंगा। मुझे देर होगी तो वह कुछ शक करने लगेगी। मैंने कहा अच्छा ठीक है पर मैं तेरा लण्ड देखे बिना तुझे जाने नहीं दूँगी। मैं अभी तेरा लण्ड पियूंगी फिर तुम चले जाना ? ऐसा कह कर मैं उसकी पैंट खोलने लगी। खोल कर निकाला लौड़ा और हिलाने लगी। लौड़ा साला खड़ा हो गया। मैं मस्त हो गयी उसे दख कर। मेरा मुंह अपने आप खुल गया और मैं लण्ड चूसने लगी। वह मेरी नंगी चूचियाँ दबाने लगा। मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा। लेकिन मैं तो बस लण्ड पीने में ही बिजी हो गयी। वह भी बार बार लण्ड अंदर बाहर करने लगा । चोदने लगा मेरा मुंह ? मैंने भी फिर लण्ड मुठ्ठी में लिया और फटाफट मारने लगी सड़का ? मुझे लण्ड का मुठ्ठ मारने में बड़ा मज़ा आता है। बस २ मिनट में वह झड़ गया। उसका सारा वीर्य मेरे मुंह में चला गया और मैं गटक गयी. थोड़ा चूचियों पर भी गिरा जिसे मैं चाट गयी। फिर मैंने झड़ता हुआ लण्ड खूब मस्ती से चाटा।
अब मेरे मन में आया की मैं जल्दी से जल्दी सुनीता के बुर में पराये मर्दों के लण्ड पेलूं। मेरे क्लब का प्रोग्राम अभी कुछ दिन बाद होगा। इसलिए मैंने अपने पति समर से बात करके अगले दिन ही एक मिनी सेक्स पार्टी अपने घर में रख ली। वह दिन शनिवार का था। मैंने बरखा को फोन करके बताया और कहा कल तुम अपने पति अचल के साथ शाम को ८ बजे आ जाना। उधर मैंने अनिल और निशा को भी बुला लिया। वो भी अभी अभी कुछ दिन पहले हमारे क्लब के मेंबर बने हैं।अभी तक न मैंने उसका लौड़ा देखा है और न उसकी बीवी ने मेरे पति का लौड़ा ? बस ८ बजे सब लोग आ गए। मैंने ड्रिंक्स शुरू कर दी। तीन कपल का एक छोटा सा ग्रुप बन गया। मैंने सबका सबसे परिचय कराया और कहा की आज की पार्टी एक मिनी सेक्स पार्टी है। बाकी हमारी "WIFE SWAPPING" की पार्टी हमेशा की तरह महीने के आखिरी शनिवार को होगी।
बातों बातों में एक एक पैग ख़तम हो गया दूसरा चालू हो गया। नशा भी कुछ कुछ चढ़ने लगा। तब तक मैं अचल की तरफ बढ़ी और अपनी बाहें उसके गले में डाल दी। मैंने उसकी चुम्मी ली और उसने मेरी। मुझे देख कर बरखा अनिल से लिपट गयी। वह उसके पूरे बदन पर हाथ फिराने लगी। अनिल भी मस्ती से बरखा के पूरे शरीर पर हाथ रगड़ने लगा। उसे परायी बीवी का स्पर्श बड़ा मज़ा देने लगा। निशा मेरे पति समर की तरफ बढ़ गयी। उसने तो सीधे सीधे मेरे पति के लण्ड पर ही हमला बोल दिया। मेरा पति भी कम नहीं था उसने भी निशा की चूचियाँ दबा दीं। फिर ब्लाउज़ के अंदर हाथ डाल कर बूब्स मसलने लगा। उसे तो दूसरी बीवियों की चूचियाँ मसलने में बड़ा मज़ा आता है। धीरे धीरे हम सबके कपड़े उतरने लगे। मैं अचल के पकड़े खोलने लगी और वह मेरे। बरखा अनिल के कपड़े उतारने लगी तो अनिल बरखा के कपड़े। निशा फटाफट समर के कपड़े खोलने लगी और समर निशा के कपड़े।
देखते ही देखते सब लोग बहन चोद हो गये नंगे। सबकी चूचियाँ बाहर आ गयी सबकी चूत और सबकी गांड दिखने लगी। सब मर्दों के लण्ड टन टना कर मैदान में आ गए। बीवियां सबके लण्ड देखने लगीं और मियां सबकी चूत और चूचियाँ ? मैंने हाथ बढाकर अचल का लण्ड पकड़ लिया और बड़े प्यार से हिलाने लगी। वह भी मेरी चूचियाँ मसलने लगा। मेरे बगल में बरखा अनिल का लण्ड हिलाने में मस्त हो गयी। उसके नज़रें अनिल के लण्ड पर ही जमीं थीं। वह लण्ड बार बार चूम भी रही थी। अनिल उसकी चूत और उसकी गांड पर हाथ फेर रहा था। मेरी दूसरी तरफ निशा मेरे पति समर का लण्ड मुंह में डाले हुए चूस रही थी। उसका दूसरा हाथ लण्ड के पेलहड़ थामे हुए था। मेरा पति उसके पूरे बदन पर हाथ फिरा रहा था और प्यार कर रहा था। मैं सोंचने लगी की वाकई पराये मरद का नंगा बदन कितना प्यारा लगता है और परायी बीवी का नंगा बदन मर्दों को कितना अच्छा और प्यारा लगता है ? इसका सबसे बड़ा उदाहरण आज यहां दिखाई पड़ रहा है। सच है की पराये मरद का लण्ड और पराई बीवी की बुर का कोई जबाब नहीं ?
बस इतने में अचल ने पेल दिया लण्ड मेरी चूत में।मैं भी मस्ती से अपने पति के आगे अचल से झमाझम चुदवाने लगी। मुझे देख कर अनिल ने लण्ड बरखा की बुर में घुसा दिया। वह भी बहन चोद धकाधक धक्के लगा लगा के चोदने लगा बरखा की बुर। बरखा आज पहली बार अपने पति के आगे किसी और के पति से चुदवा रही है। निशा तो मेरे पति से इस तरह चुदवाने लगी जैसे उसकी मन की मुराद पूरी हो गयी हो। तीनो बीवियां अपने अपने पतियों के आगे दूसरे के पति से चुदवाने में मस्त हो गईं। समर, अनिल और अचल भी अपनी अपनी बीवी के सामने दूसरे की बीवी चोदने का लुत्फ़ उठाने लगे। कुल मिलाकर माहौल गरम भी ही गया और खुशगवांर भी। मस्ती मस्ती ही छा गयी पूरे कमरे में ?
अचल बोला :- यार समर , मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है ?
समर ने जबाब दिया :- फिर क्या खूब मज़ा लो मेरी बीवी चोद कर। मैं भी मज़ा ले रहा हूँ अनिल की बीवी चोद कर। यार अपने दोस्तों की बीवियां चोदने का आनंद ही कुछ और है।
अनिल ने कहा :- मैं तो यहाँ अपनी बीवी चुदवा कर तुम लोगों की बीवियां चोदनेआया हूँ। मुझे जितना मज़ा दूसरों की बीवी चोदने में आता है उतना ही मज़ा अपनी बीवी दूसरों से चुदवाने में आता है।
दूसरी पारी में अचल अनिल की बीवी निशा की बुर चोदने लगा । समर अचल की बीवी बरखा की बुर लेने लगा और अनिल ने समर की बीवी की बुर में लण्ड पेल कर चोदना शुरू कर दिया ।
अगले शनिवार को मैंने अचल और उसकी बीवी बरखा को बुलाया और उन्हें अपने WIFE SWAPPING CLUB ले गयी। वहां एक बड़ा हाल है। उस हाल में करीब करीब १० कपल बैठे हुए थे। बरखा तो देख कर हैरान हो गयी वह बोली हाय दईया सुनीता क्या इतने सारे लोग एक साथ चोदा चोदी करेंगें ? मैंने कहा बिलकुल यही तो यहाँ की खूबी है। अभी यहाँ सब लोग अपनी बीवी नहीं दूसरों की बीवियां चोदेगें। वह बोली वाओ, तो इसका मतलब मुझे ९ लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा ? में कहा हां बिलकुल मिलेगा और तेरे पति को भी ९ बीवियों की बुर चोदने का मौक़ा मिलेगा। और देखो इन पोस्टरों में क्या लिखा है ?
वह पढ़ते लगी -
"यहाँ अपनी बीवी चोदना मना है" "यहां दूसरों की बीवियां चोदो" "पराये मर्दों के लण्ड पेलो अपनी बुर में " "अपनी बीवी चुदती हुई देखो" "अपनी बीवी को दूसरों से चुदवाने दो" "अपने पति को दूसरों की बीवियां चोदने दो" "यहाँ से सबकी बीवियां चोद के जाना" "यहां सभी गर मर्दों से चुदवाना अनिवार्य है" "गैर मर्दों के लण्ड पियो और गैर बीवियों की बुर चाटो"
थोड़ी देर में ड्रिंक्स चालू हो गयी और फिर लोगों के उतरने लगे पकड़े ? मैं भी नंगी हो गयी। बरखा भी नंगी और उसका पति अचल भी नंगा। पूरे हाल ले १० - १० लण्ड खड़े होकर हिनहिनाने लगे। १० - १० मस्तानी चूत सबको नज़र आने लगीं। १० - १० नंगी बीवियां देख कर लोग पागल होने लगे। उनकी हिलती हुई मस्तानी चूचियाँ मर्दों को पागल बनाने लगी। १० - १० नंगे लण्ड देख कर बीवियां बेताब होने लगीं। उसके बाद जब लोग एक दूसरे की बीवियां चोदने लगे तो मस्ती का और मज़ा का कोई ठिकाना न रहा।
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