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लड़कियां भी देती हैं गंदी गालियां, लुच्ची बातों वाली कहानी - Ladkiyan bhi deti hai chudai wali gandi galiyan
लड़कियां भी देती हैं गंदी गालियां, लुच्ची बातों वाली कहानी - Ladkiyan bhi deti hai chudai wali gandi galiyan , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
रोली आंटी ने एक लड़की से पूंछा क्या आजकल लड़कियां भी गालियां देतीं हैं ? क्या लड़कियां भी माँ बहन चोदतीं है ? उसने जबाब दिया हां बिलकुल चोदतीं हैं माँ बहन ? जब जरुरत होती है तो माँ बहन चोदनी पड़ती है आंटी ? इसलिए आजकल लड़कियां किसी से भी डरती नहीं है बल्कि खुद ही माँ बहन एक कर देतीं हैं। खुले आम चोदतीं हैं माँ बहन ? मैं भी उनमे से एक हूँ। मैं भी चोदती हूँ माँ बहन ? अब ज़माना बदल गाय है आंटी। वो सब पुरानी बातें ख़तम हो गईं है। अब तो लड़कियां लन्ड भी चोदतीं है लन्ड, आंटी ? और फिर गालियां देने का ठेका क्या सिर्फ मर्दों ने ही ले रखा है ? क्या औरतें गालियां नहीं दे सकतीं ? मैं दावे से कह सकती हूँ की लड़कियां और अच्छी तरह से गालियां देतीं हैं। लड़कों से बेहतर लड़कियां गालियां देतीं हैं, आंटी ? अब ज़माना बहुत बदल गया है। आगे पता नहीं बहन चोद क्या क्या होने वाला है ?
आंटी ने यही सवाल मुझसे पूंछा तो मैंने उसे विस्तार से बताया :- अरे आंटी आजकल की लड़कियां बहुत तेज होतीं हैं, पढ़ी लिखी होतीं है, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलतीं हैं, खुल कर सबसे बात करतीं हैं और बहुत बोल्ड होतीं हैं। उन्हें किसी भोसड़ी वाले की परवाह नहीं होती ? जो मन में आता है वो करतीं हैं और जो करतीं है वो अच्छा करतीं हैं। अब वह ज़माना गया जब लड़कियां दब कर रहतीं थीं। सिर झकाकर चलती थीं। शर्मातीं थीं और बड़ी मुश्किल से अपनी बात कह पातीं थीं। अब ज़माना बिलकुल बदल गया है। अब एक लड़की हर वो काम करती है जो एक लड़का करता है। इसलिए लड़कियां लड़कों से आगे निकल रहीं हैं। . नये नये मुक़ाम हांसिल कर रहीं हैं लड़कियां। इसके अलावा और भी सुनिये आंटी ? आजकल लड़कियां गांड मारने लगी हैं लोगों की ? लन्ड ठोंकने लगीं है गान में ? लड़कियां भी चोदतीं हैं बुर और भोसड़ा ? लड़कियां भी पेलती हैं लन्ड और लड़कियां जब गालियां देने पर उतर आतीं है तो चोद देतीं हैं सबकी माँ बहन ? कभी माँ का भोसड़ा चोदतीं हैं तो कभी बहन की बुर। गालियां तो दना दन्न ऐसे मुंह से निकालतीं हैं जैसे बन्दूक से गोलियां निकलतीं हैं ?
आंटी मेरी हां में है मिलकर चली गयी।
आजकल समाज ने गालियों का बड़ा बोल बाला है। जिसको देखो वही गाली बक रहा है। खुलें आम दे रहा है गालियां। किसी को कोई परवाह ही नहीं है । लोग सुनते है और निकल जातें है। कुछ लोग एन्जॉय करते है और कुछ लोग हंस कर निकल जातें है। लेकिन अगर गुस्से में या फिर किसी को अपमान करने की नियत से गाली दी जाती है तो लड़ाई झगड़ा हो जाता है, मार पीट हो जाती हैं.
दोस्तों, हमारी कहानियों में इस तरह की गालियों की कोई जगह नहीं है। हम तो प्यार की गालियों में विश्वास करतें हैं। हंसी मजाक की गालियां, सेक्स के बीच की गालियां, एन्जॉय करने के लिए गालियां और मस्ती करने के लिए हम गालियों का इस्तेमाल करतें हैं और करतीं हैं। वैसे आजकल सबसे ज्यादा प्रचलित गाली है 'बहन चोद' जिसको देखो वही 'बहन चोद' बोल रहा है और बोल रही है। हर बात में 'बहन चोद' सुनाई पड़ता है। उसके बाद नंबर आता है 'मादर चोद' का, फिर 'भोसड़ी का', 'भोसड़ी की' 'माँ का लौड़ा' 'माँ की लौड़ी' 'बहन का लौड़ा' 'बहन की लौड़ी' 'गांडू' सब चलता रहता है।
दोस्तों, मैं पूजा हूँ। मैं २८ साल की हूँ। मस्त जवान और खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ हॉट हूँ। मैं सेक्स मीडिया में काम करती हूँ। लोगों के इंटरव्यू लेती हूँ और उन्हें अपनी मैगजीन में छापती हूँ जो केवल उन्ही लोगों के पास पहुंचती है जो इसके मेंबर होतें हैं।
मुझे मालूम तो था की लड़कियां भी खूब गालियां देतीं है। जितनी गन्दी गालियां लड़कियां देतीं है उतनी गन्दी गालियां लड़के नहीं दे पाते। पर मैंने सोंचा की अब शायद गालियों में और तरक्की हो गयी होगी क्योंकि मैंने ५ साल पहले कॉलेज छोड़ दिया था। इसलिए मैं एक मशहूर कॉलेज में पहुंच गयी जहां लड़के भी पढ़ते है और लड़कियां भी। मैंने देखा की एक कोने में कुछ लड़कियां खड़ीं है और बातें कर रहीं हैं। मैं भी वहां जाकर खड़ी हो गयी जैसे की मैं इसी कॉलेज की स्टूडेंट हूँ।
नेहा - यार सिमरन तू तो पंजाबी है और पंजाबी लोग बाल नहीं कटवाते दाढ़ी मूंछ रखाते है तो क्या वो लोग अपने लन्ड की झांटें भी रखाते हैं।
सिमरन - नहीं यार झांटें सब लोग साफ़ रखतें हैं। लन्ड हमेशा चिकना ही रहता है।
सना - हां सिमरन सही कह रही है। मैंने एक सरदार का लन्ड देखा है यार।
रोली - तूने मादर चोद कैसे देख लिया सरदार का लन्ड ?
सना - मैंने अपनी अम्मी को एक सरदार का लन्ड चूसते हुए देखा था।
रोली - तो फिर तूने क्या किया ?
सना - मैंने भी चूसा उसका लन्ड ?
नेहा - तूने अपनी माँ के सामने उसका लन्ड पकड़ लिया भोसड़ी की ?
सना - अरे यार माँ ने ही पकड़ा दिया उसका लन्ड तो मैं क्या करती ? उसने मुझे देख लिया था तो इशारे से बुलाया और कहा ले सना दूर से क्यों देख कर रही है ? यहाँ आ और पकड़ के देख लन्ड ?
रोली - वाओ, तब तो तू अपनी माँ का भोसड़ा जरूर चुदवाती होगी ?
लड़कियों ने एक ठहाका लगाया।
सना - हां यार हमारे यहाँ सब चलता है। कोई किसी का भी लन्ड पकड़ लेता है कोई बुरा नहीं मानता।
आरती - अच्छा यहाँ बता सना, ये कटा लन्ड कैसा होता है ? क्या कटा होता है ?
सना - लन्ड के आगे की खाल काट दी जाती है ताकि लन्ड का टोपा साफ़ साफ़ दिखाई पड़े।
पूजा - तब तो माँ की लौड़ी लन्ड ढीला होने पर कुछ दिखाई ही नहीं पड़ता होगा ?
सना - हां बस लन्ड का टोपा साला छोटा सा दिखाई पड़ता है।
आरती - तू अपनी माँ के सामने लौड़ा अपनी बुर में घुसा लेती है।
सलमा - हां क्यों नहीं। हम लोगों के यहाँ लड़की १८ + की होते ही चुदवाने लगती है।
रोली - सलमा की माँ का भोसड़ा ?
सलमा - रोली की बहन की बुर।
नेहा - सना बुर चोदी इतने दिनों के बाद आज तूने राज़ खोला है।अच्छा सिमरन यार यह बताओ क्या सरदार की बीवियां झांटें रखतीं हैं।
सिमरन - नहीं यार कोई भी बुर चोदी झांटें नहीं रखती है , सबकी बुर चिकनी होती है।
आरती - तेरी बुर चिकनी है ?
सिमरन - हां है चिकनी दिखाऊं।
सब लड़कियां हंस पड़ी।
सना - यार एक बात बताऊँ जब कोई सरदार चूत चाटता है तो बड़ा मज़ा आता है। क्योंकि बुर चाटते समय उसकी दाढ़ी मूछ जब चूत के चबूतरे पर टकराती है तो बड़ी गुदगुदी होती है।
नेहा - फिर मैं भी किसी सरदार लकड़े से अपनी बुर चटवाऊंगी। इन ६ लड़कियों का ग्रुप बड़ा मज़ा आकर रहा था और मुझे वाकई बड़ा अच्छा लगा।
अब मैं दूसरे ग्रुप में गयी। मैंने हाथ बढ़ाते हुए कहा यार मैं पूजा यहाँ एक प्राइवेट सर्वे करने आयी हूँ। एक लड़की बोली क्या सर्वे करना है मैंने कहा यही की क्या लड़कियां भी गालियां देतीं हैं ? दूसरी ने कहा - हां देतीं हैं बिलकुल देतीं है। गाली देना तो आजकल फैसन है। जो लड़की गाली नहीं देती वह बैकवर्ड मानी जाती है। तो फिर कौन कौन सी गालियां दी जातीं हैं। वो बोलीं यही की जैसे बहन चोद, मादर चोद, बहन की बुर, माँ की लौड़ी, बुर चोदी, भोसड़ी की, गांडू, माँ का भोसड़ा, बहन का लन्ड वगैरह वगैरह। तीसरी बोली अरे यार आजकल माँ चुदाना भी फैसन है। यहाँ सब लड़कियां माँ चुदाने की बातें करतीं है जो नहीं करती वह गाँव वाली समझी जाती है। चौथी बोली यार असली बात तो यह है की यह लड़कियां अक्सर लन्ड की बातें करती है। लन्ड के साइज की बातें करतीं है। किसका लन्ड कितना बड़ा है, कितना मोटा है, देखनेमें कैसा है चोदने में कैसा है ? पांचवी बोली मुझे तो इब्राहिम सर का लौड़ा सबसे ज्यादा मोटा लगता है। पहली वाली बोली नहीं यार थामस सर का लन्ड ज्यादा मोटा है। बिलकुल मेरे मामू के लन्ड जैसा ? तीसरी वाली बोली अरे कभी अब्बास सर का लन्ड पकड़ कर देखो। लन्ड का टोपा ही साला ३" का है।
मैं समझ गयी की आजकल की लड़कियां कितनी बेबाक है। कितनी बेफिक्री से बातें करती हैं।मैं भी कुछ सवाल पूंछ ही लिया :-
सवाल - ओरल सेक्स ज्यादा अच्छा लगता है की हार्ड सेक्स ?
जबाब - ओरल सेक्स पहले, हार्ड सेक्स सबसे बाद में। मैं तो लन्ड पहले मुंह में लेती हूँ, उसे चाटती हूँ, चूसती हूँ हिलाती हूँ फिर ,,,,,,,,,,,, ?
सवाल - आप २ या २ से अधिक लड़कों के साथ चोदा चोदी करना पसंद करती हैं।
जबाब - आजकल एक लन्ड के सहारे कौन भोसड़ी वाली रहती है ? जितने लन्ड मिलें उतना अच्छा है।
सवाल - शादी के बाद आप वाइफ स्वैपिंग करना पसंद करेंगीं।
जबाब :- हां बिलकुल करुँगी। अगर मुझे मेरे मन का हसबैंड मिल जाये तो ?
सावल - आपको हॉट और गरीब हसबैंड पसदं है की ठण्डा और अमीर हसबैंड ?
जबाब - ठण्डा और अमीर हसबैंड। क्योंकि पैसा होगा तो हॉट लड़के मिल ही जायेंगें। पैसा हसबैंड का लन्ड किसी और का ?
सवाल - माँ चुदाने पर आपका क्या विचार है ?
जबाब - माँ चुदाना अच्छा है। मैं तो माँ चुदवाती हूँ अपनी। मज़ा भी खूब आता है और बहुत सी बातें भी मालूम होतीं हैं। मैं तो कहती हूँ की आजकल सब लड़कियों को माँ चुदाना चाहिए ?
सवाल - आप गालियां देतीं है।
जबाब - माँ की लौड़ी, भोसड़ी वाली इतनी देर से क्या माँ चुदा रही हो अपनी ? अभी तक तुम्हे मालूम नहीं हुआ की यहाँ हर लड़की मादर चोद गाली बकती है। सब की सब बुर चोदी लड़कियां किसी न किसी की माँ बहन चोदतीं हैं।
सवाल - गालियां देने से कोई फायदा होता है ?
जबाब - बहुत फायदा होता है पहला हर लड़की का सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है उसकी हिम्मत बढती है। प्यार से दी गयी गालियों से आपस में प्यार मोहब्बत बढती है। बिकट परिस्थितियों में गाली देने से बड़े बड़े काम हो जातें हैं। एक बात और आपको बताना चाहती हूँ की गालियां देने के कुछ रिस्ते भी होते हैं जैसे देवर भाभी के बीच गाली, नन्द भौजाई के बीच गाली, जीजा साली के बीच गाली, समधी समधिन के बीच गाली, जीजा साला के बीच गाली, मौसी भांजी के बीच गाली, बुआ भतीजे की बीच गाली ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? इनके रिश्तों में गालियां का बड़ा महत्व है। बाकी दोस्तों के बीच गालियां तो होती ही रहती हैं। सबसे बड़ी बात यह है की गाली देकर बहुत बड़ी बात काम शब्दों में प्रभावी ढंग से कही जा सकती है। जैसे मैं बोल रही हूँ तो तेरी गांड क्यों फट रही है। तेरी माँ चुद गयी। मैं तेरी माँ चोद दूँगी आदि आदि।
सवाल - क्या लड़कियों की गालियां ज्यादा इफेक्टिव होतीं है ?
जबाब - हां ज्यादा इफेक्टिव होतीं है। पहली बात लड़कियों के मुंह से गालियां सुन कर लड़के खूब एन्जॉय करते हैं। गालियां देने में भी मज़ा आता है गालियां सुनने में भी।
अगले दिन फिर मैं वहीँ चली गयी। मैंने देखा की कुछ लड़कियां खड़ी हुई हैं शायद आज कुछ क्लास नहीं हो रही है। वो सब मस्ती के बातें कर रही है। मैं सुनने लगी। वो बोल रही थी - ,,,,चलो अच्छा हुआ बहन चोद कोई क्लास नहीं है ,,,,मैं तो जा रही हूँ किसी सिनेमा हाल में बैठ कर लन्ड हिलाऊंगी। ,,,,मैं तो दारू पीने जा रही हूँ - तू तो भोसड़ी की दारू के साथ लन्ड जरूर पियेगी। ,,,,,मैं तो अभी थामस सर के घर जाऊंगी और चुदवा कर आऊंगी। ,,,,यार आज रोहित नहीं दिखा। ,,,,गांड मरा रहा होगा कहीं अपनी। ,,,,यार मैं सोंचती हूँ की एक दिन मैं भी गांड मार लूँ। ,,,,,यार एक दिन मेरी रूपा से कहा सुनी हो गयी तबसे मेरी झांटें सुलग रहीं हैं। ,,,,,मैं किसी दिन उसकी माँ चोद दूँगी। ,,,,,,,उसकी तो गांड में घुसा दूँगी लन्ड ? ,,,,,,,,,,मैं किसी दिन उसकी झांटें उखाड़ लूंगी।
मैं भी चुप छाप खड़ी खड़ी उनकी बातों का और उनकी गालियों का मज़ा लेती रही। मैं आगे बढ़ी तो देखा की वहां एक वही ग्रुप था जो मुझे पहले मिला था। मैं उनके पास गयी तो वो सब बड़े प्रेम से मिलीं। अचानक सना बोली अरे यार देखो एक लौड़ा अपनी ही तरफ आ रहा है। मैंने कहा अरे ये लौड़ा क्या ? वो तो एक लड़का है जो आ रहा है। सना बोली अरे यार हम आपस में लड़कों को 'लौड़ा' कहतीं हैं। जैसे उस लौड़े ने ऐसा कहा इस लौड़े ने जबाब दिया। वो लौड़ा पास हो गया। वो लौड़ा फंस गया। उस लौड़े की गांड फटी गयी वगैरह वगैरह ? तब तक वह लड़का पास आ गया।
आरती - अबे माँ का लौड़ा तू कहाँ से आ गया ? तेरा नाम क्या है ?
वह बोला मैं विक्रम हूँ बैंगलोर से आया हूँ
सना - यहाँ क्या तू गांड मारने आया है ?
नहीं मैं पढ़ने आया हूँ। इसी साल एडमिशन लिया है।
नेहा - वाओ, तो इसका मतलब तू ३ साल यहाँ अपनी माँ चुदायेगा।
ये आप कैसी बातें कर रहीं है।
रोली - क्यों तेरी गांड फट रही है क्या ? कौन सा क्लास है तेरा ?
बी बी सी फर्स्ट ईयर।
सिमरन - हाय दईया, तू तो बड़ा फ्रेश माल है यार ? तेरा तो बड़ा मोटा ताज़ा होगा ?
क्या मतलब ? मैं कुछ समझा नहीं ?
आरती - तू मरद हो गया है की अभी बच्चा ही है ?
नहीं मैं एडल्ट हूँ। बालिग़ हूँ। मेल हूँ। मर्द हूँ।
आरती - लन्ड खड़ा होता है तेरा ?
अरे अब ये क्यों पूँछ रही हैं ?
सिमरन - क्यों क्या तू लड़की है जो लड़कियों की तरह शर्माता है ?
नहीं मैं शर्माता नहीं हूँ पर ,,,,,,,,,,,,,,,,?
नेहा - तेरे लन्ड पर झांटें निकल आयीं हैं की नहीं ?
हां बिलकुल ?
आरती - तो फिर खोल कर दिखा ?
अरे अब आप मेरी इस तरह बेज़्ज़ती न करें ?
सलमा - अरे यार क्या हम लोग तेरा रेप कर रहीं हैं । सीधे सीधे यहीं तो पूंछ रही हैं की तेरी झांटें हैं की नहीं ? देख तू लन्ड तो दिखा नहीं सकता ? तेरी गांड में इतना दम नहीं है मैं जानती हूँ। तो कम से कम अपनी झांटें ही दिखा दे तू जिससे हमें मालूम हो जाए की तू बच्चा नहीं मरद है ?
तब तक नेहा बोली अरे यार देखो एक और लौड़ा आ रहा है। इस भोसड़ी वाले को जाने दो। विक्रम फ़ौरन भाग खड़ा हुआ। अब सब लड़कियां उस लड़के की रैगिंग करने लगीं।
इस तरह मुझे मालूम हो गया की वाकई लड़कियां तो किसी भी मामले में किसी से कम नहीं हैं।
रोली आंटी ने एक लड़की से पूंछा क्या आजकल लड़कियां भी गालियां देतीं हैं ? क्या लड़कियां भी माँ बहन चोदतीं है ? उसने जबाब दिया हां बिलकुल चोदतीं हैं माँ बहन ? जब जरुरत होती है तो माँ बहन चोदनी पड़ती है आंटी ? इसलिए आजकल लड़कियां किसी से भी डरती नहीं है बल्कि खुद ही माँ बहन एक कर देतीं हैं। खुले आम चोदतीं हैं माँ बहन ? मैं भी उनमे से एक हूँ। मैं भी चोदती हूँ माँ बहन ? अब ज़माना बदल गाय है आंटी। वो सब पुरानी बातें ख़तम हो गईं है। अब तो लड़कियां लन्ड भी चोदतीं है लन्ड, आंटी ? और फिर गालियां देने का ठेका क्या सिर्फ मर्दों ने ही ले रखा है ? क्या औरतें गालियां नहीं दे सकतीं ? मैं दावे से कह सकती हूँ की लड़कियां और अच्छी तरह से गालियां देतीं हैं। लड़कों से बेहतर लड़कियां गालियां देतीं हैं, आंटी ? अब ज़माना बहुत बदल गया है। आगे पता नहीं बहन चोद क्या क्या होने वाला है ?
आंटी ने यही सवाल मुझसे पूंछा तो मैंने उसे विस्तार से बताया :- अरे आंटी आजकल की लड़कियां बहुत तेज होतीं हैं, पढ़ी लिखी होतीं है, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलतीं हैं, खुल कर सबसे बात करतीं हैं और बहुत बोल्ड होतीं हैं। उन्हें किसी भोसड़ी वाले की परवाह नहीं होती ? जो मन में आता है वो करतीं हैं और जो करतीं है वो अच्छा करतीं हैं। अब वह ज़माना गया जब लड़कियां दब कर रहतीं थीं। सिर झकाकर चलती थीं। शर्मातीं थीं और बड़ी मुश्किल से अपनी बात कह पातीं थीं। अब ज़माना बिलकुल बदल गया है। अब एक लड़की हर वो काम करती है जो एक लड़का करता है। इसलिए लड़कियां लड़कों से आगे निकल रहीं हैं। . नये नये मुक़ाम हांसिल कर रहीं हैं लड़कियां। इसके अलावा और भी सुनिये आंटी ? आजकल लड़कियां गांड मारने लगी हैं लोगों की ? लन्ड ठोंकने लगीं है गान में ? लड़कियां भी चोदतीं हैं बुर और भोसड़ा ? लड़कियां भी पेलती हैं लन्ड और लड़कियां जब गालियां देने पर उतर आतीं है तो चोद देतीं हैं सबकी माँ बहन ? कभी माँ का भोसड़ा चोदतीं हैं तो कभी बहन की बुर। गालियां तो दना दन्न ऐसे मुंह से निकालतीं हैं जैसे बन्दूक से गोलियां निकलतीं हैं ?
आंटी मेरी हां में है मिलकर चली गयी।
आजकल समाज ने गालियों का बड़ा बोल बाला है। जिसको देखो वही गाली बक रहा है। खुलें आम दे रहा है गालियां। किसी को कोई परवाह ही नहीं है । लोग सुनते है और निकल जातें है। कुछ लोग एन्जॉय करते है और कुछ लोग हंस कर निकल जातें है। लेकिन अगर गुस्से में या फिर किसी को अपमान करने की नियत से गाली दी जाती है तो लड़ाई झगड़ा हो जाता है, मार पीट हो जाती हैं.
दोस्तों, हमारी कहानियों में इस तरह की गालियों की कोई जगह नहीं है। हम तो प्यार की गालियों में विश्वास करतें हैं। हंसी मजाक की गालियां, सेक्स के बीच की गालियां, एन्जॉय करने के लिए गालियां और मस्ती करने के लिए हम गालियों का इस्तेमाल करतें हैं और करतीं हैं। वैसे आजकल सबसे ज्यादा प्रचलित गाली है 'बहन चोद' जिसको देखो वही 'बहन चोद' बोल रहा है और बोल रही है। हर बात में 'बहन चोद' सुनाई पड़ता है। उसके बाद नंबर आता है 'मादर चोद' का, फिर 'भोसड़ी का', 'भोसड़ी की' 'माँ का लौड़ा' 'माँ की लौड़ी' 'बहन का लौड़ा' 'बहन की लौड़ी' 'गांडू' सब चलता रहता है।
दोस्तों, मैं पूजा हूँ। मैं २८ साल की हूँ। मस्त जवान और खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ हॉट हूँ। मैं सेक्स मीडिया में काम करती हूँ। लोगों के इंटरव्यू लेती हूँ और उन्हें अपनी मैगजीन में छापती हूँ जो केवल उन्ही लोगों के पास पहुंचती है जो इसके मेंबर होतें हैं।
मुझे मालूम तो था की लड़कियां भी खूब गालियां देतीं है। जितनी गन्दी गालियां लड़कियां देतीं है उतनी गन्दी गालियां लड़के नहीं दे पाते। पर मैंने सोंचा की अब शायद गालियों में और तरक्की हो गयी होगी क्योंकि मैंने ५ साल पहले कॉलेज छोड़ दिया था। इसलिए मैं एक मशहूर कॉलेज में पहुंच गयी जहां लड़के भी पढ़ते है और लड़कियां भी। मैंने देखा की एक कोने में कुछ लड़कियां खड़ीं है और बातें कर रहीं हैं। मैं भी वहां जाकर खड़ी हो गयी जैसे की मैं इसी कॉलेज की स्टूडेंट हूँ।
नेहा - यार सिमरन तू तो पंजाबी है और पंजाबी लोग बाल नहीं कटवाते दाढ़ी मूंछ रखाते है तो क्या वो लोग अपने लन्ड की झांटें भी रखाते हैं।
सिमरन - नहीं यार झांटें सब लोग साफ़ रखतें हैं। लन्ड हमेशा चिकना ही रहता है।
सना - हां सिमरन सही कह रही है। मैंने एक सरदार का लन्ड देखा है यार।
रोली - तूने मादर चोद कैसे देख लिया सरदार का लन्ड ?
सना - मैंने अपनी अम्मी को एक सरदार का लन्ड चूसते हुए देखा था।
रोली - तो फिर तूने क्या किया ?
सना - मैंने भी चूसा उसका लन्ड ?
नेहा - तूने अपनी माँ के सामने उसका लन्ड पकड़ लिया भोसड़ी की ?
सना - अरे यार माँ ने ही पकड़ा दिया उसका लन्ड तो मैं क्या करती ? उसने मुझे देख लिया था तो इशारे से बुलाया और कहा ले सना दूर से क्यों देख कर रही है ? यहाँ आ और पकड़ के देख लन्ड ?
रोली - वाओ, तब तो तू अपनी माँ का भोसड़ा जरूर चुदवाती होगी ?
लड़कियों ने एक ठहाका लगाया।
सना - हां यार हमारे यहाँ सब चलता है। कोई किसी का भी लन्ड पकड़ लेता है कोई बुरा नहीं मानता।
आरती - अच्छा यहाँ बता सना, ये कटा लन्ड कैसा होता है ? क्या कटा होता है ?
सना - लन्ड के आगे की खाल काट दी जाती है ताकि लन्ड का टोपा साफ़ साफ़ दिखाई पड़े।
पूजा - तब तो माँ की लौड़ी लन्ड ढीला होने पर कुछ दिखाई ही नहीं पड़ता होगा ?
सना - हां बस लन्ड का टोपा साला छोटा सा दिखाई पड़ता है।
आरती - तू अपनी माँ के सामने लौड़ा अपनी बुर में घुसा लेती है।
सलमा - हां क्यों नहीं। हम लोगों के यहाँ लड़की १८ + की होते ही चुदवाने लगती है।
रोली - सलमा की माँ का भोसड़ा ?
सलमा - रोली की बहन की बुर।
नेहा - सना बुर चोदी इतने दिनों के बाद आज तूने राज़ खोला है।अच्छा सिमरन यार यह बताओ क्या सरदार की बीवियां झांटें रखतीं हैं।
सिमरन - नहीं यार कोई भी बुर चोदी झांटें नहीं रखती है , सबकी बुर चिकनी होती है।
आरती - तेरी बुर चिकनी है ?
सिमरन - हां है चिकनी दिखाऊं।
सब लड़कियां हंस पड़ी।
सना - यार एक बात बताऊँ जब कोई सरदार चूत चाटता है तो बड़ा मज़ा आता है। क्योंकि बुर चाटते समय उसकी दाढ़ी मूछ जब चूत के चबूतरे पर टकराती है तो बड़ी गुदगुदी होती है।
नेहा - फिर मैं भी किसी सरदार लकड़े से अपनी बुर चटवाऊंगी। इन ६ लड़कियों का ग्रुप बड़ा मज़ा आकर रहा था और मुझे वाकई बड़ा अच्छा लगा।
अब मैं दूसरे ग्रुप में गयी। मैंने हाथ बढ़ाते हुए कहा यार मैं पूजा यहाँ एक प्राइवेट सर्वे करने आयी हूँ। एक लड़की बोली क्या सर्वे करना है मैंने कहा यही की क्या लड़कियां भी गालियां देतीं हैं ? दूसरी ने कहा - हां देतीं हैं बिलकुल देतीं है। गाली देना तो आजकल फैसन है। जो लड़की गाली नहीं देती वह बैकवर्ड मानी जाती है। तो फिर कौन कौन सी गालियां दी जातीं हैं। वो बोलीं यही की जैसे बहन चोद, मादर चोद, बहन की बुर, माँ की लौड़ी, बुर चोदी, भोसड़ी की, गांडू, माँ का भोसड़ा, बहन का लन्ड वगैरह वगैरह। तीसरी बोली अरे यार आजकल माँ चुदाना भी फैसन है। यहाँ सब लड़कियां माँ चुदाने की बातें करतीं है जो नहीं करती वह गाँव वाली समझी जाती है। चौथी बोली यार असली बात तो यह है की यह लड़कियां अक्सर लन्ड की बातें करती है। लन्ड के साइज की बातें करतीं है। किसका लन्ड कितना बड़ा है, कितना मोटा है, देखनेमें कैसा है चोदने में कैसा है ? पांचवी बोली मुझे तो इब्राहिम सर का लौड़ा सबसे ज्यादा मोटा लगता है। पहली वाली बोली नहीं यार थामस सर का लन्ड ज्यादा मोटा है। बिलकुल मेरे मामू के लन्ड जैसा ? तीसरी वाली बोली अरे कभी अब्बास सर का लन्ड पकड़ कर देखो। लन्ड का टोपा ही साला ३" का है।
मैं समझ गयी की आजकल की लड़कियां कितनी बेबाक है। कितनी बेफिक्री से बातें करती हैं।मैं भी कुछ सवाल पूंछ ही लिया :-
सवाल - ओरल सेक्स ज्यादा अच्छा लगता है की हार्ड सेक्स ?
जबाब - ओरल सेक्स पहले, हार्ड सेक्स सबसे बाद में। मैं तो लन्ड पहले मुंह में लेती हूँ, उसे चाटती हूँ, चूसती हूँ हिलाती हूँ फिर ,,,,,,,,,,,, ?
सवाल - आप २ या २ से अधिक लड़कों के साथ चोदा चोदी करना पसंद करती हैं।
जबाब - आजकल एक लन्ड के सहारे कौन भोसड़ी वाली रहती है ? जितने लन्ड मिलें उतना अच्छा है।
सवाल - शादी के बाद आप वाइफ स्वैपिंग करना पसंद करेंगीं।
जबाब :- हां बिलकुल करुँगी। अगर मुझे मेरे मन का हसबैंड मिल जाये तो ?
सावल - आपको हॉट और गरीब हसबैंड पसदं है की ठण्डा और अमीर हसबैंड ?
जबाब - ठण्डा और अमीर हसबैंड। क्योंकि पैसा होगा तो हॉट लड़के मिल ही जायेंगें। पैसा हसबैंड का लन्ड किसी और का ?
सवाल - माँ चुदाने पर आपका क्या विचार है ?
जबाब - माँ चुदाना अच्छा है। मैं तो माँ चुदवाती हूँ अपनी। मज़ा भी खूब आता है और बहुत सी बातें भी मालूम होतीं हैं। मैं तो कहती हूँ की आजकल सब लड़कियों को माँ चुदाना चाहिए ?
सवाल - आप गालियां देतीं है।
जबाब - माँ की लौड़ी, भोसड़ी वाली इतनी देर से क्या माँ चुदा रही हो अपनी ? अभी तक तुम्हे मालूम नहीं हुआ की यहाँ हर लड़की मादर चोद गाली बकती है। सब की सब बुर चोदी लड़कियां किसी न किसी की माँ बहन चोदतीं हैं।
सवाल - गालियां देने से कोई फायदा होता है ?
जबाब - बहुत फायदा होता है पहला हर लड़की का सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ता है उसकी हिम्मत बढती है। प्यार से दी गयी गालियों से आपस में प्यार मोहब्बत बढती है। बिकट परिस्थितियों में गाली देने से बड़े बड़े काम हो जातें हैं। एक बात और आपको बताना चाहती हूँ की गालियां देने के कुछ रिस्ते भी होते हैं जैसे देवर भाभी के बीच गाली, नन्द भौजाई के बीच गाली, जीजा साली के बीच गाली, समधी समधिन के बीच गाली, जीजा साला के बीच गाली, मौसी भांजी के बीच गाली, बुआ भतीजे की बीच गाली ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? इनके रिश्तों में गालियां का बड़ा महत्व है। बाकी दोस्तों के बीच गालियां तो होती ही रहती हैं। सबसे बड़ी बात यह है की गाली देकर बहुत बड़ी बात काम शब्दों में प्रभावी ढंग से कही जा सकती है। जैसे मैं बोल रही हूँ तो तेरी गांड क्यों फट रही है। तेरी माँ चुद गयी। मैं तेरी माँ चोद दूँगी आदि आदि।
सवाल - क्या लड़कियों की गालियां ज्यादा इफेक्टिव होतीं है ?
जबाब - हां ज्यादा इफेक्टिव होतीं है। पहली बात लड़कियों के मुंह से गालियां सुन कर लड़के खूब एन्जॉय करते हैं। गालियां देने में भी मज़ा आता है गालियां सुनने में भी।
अगले दिन फिर मैं वहीँ चली गयी। मैंने देखा की कुछ लड़कियां खड़ी हुई हैं शायद आज कुछ क्लास नहीं हो रही है। वो सब मस्ती के बातें कर रही है। मैं सुनने लगी। वो बोल रही थी - ,,,,चलो अच्छा हुआ बहन चोद कोई क्लास नहीं है ,,,,मैं तो जा रही हूँ किसी सिनेमा हाल में बैठ कर लन्ड हिलाऊंगी। ,,,,मैं तो दारू पीने जा रही हूँ - तू तो भोसड़ी की दारू के साथ लन्ड जरूर पियेगी। ,,,,,मैं तो अभी थामस सर के घर जाऊंगी और चुदवा कर आऊंगी। ,,,,यार आज रोहित नहीं दिखा। ,,,,गांड मरा रहा होगा कहीं अपनी। ,,,,यार मैं सोंचती हूँ की एक दिन मैं भी गांड मार लूँ। ,,,,,यार एक दिन मेरी रूपा से कहा सुनी हो गयी तबसे मेरी झांटें सुलग रहीं हैं। ,,,,,मैं किसी दिन उसकी माँ चोद दूँगी। ,,,,,,,उसकी तो गांड में घुसा दूँगी लन्ड ? ,,,,,,,,,,मैं किसी दिन उसकी झांटें उखाड़ लूंगी।
मैं भी चुप छाप खड़ी खड़ी उनकी बातों का और उनकी गालियों का मज़ा लेती रही। मैं आगे बढ़ी तो देखा की वहां एक वही ग्रुप था जो मुझे पहले मिला था। मैं उनके पास गयी तो वो सब बड़े प्रेम से मिलीं। अचानक सना बोली अरे यार देखो एक लौड़ा अपनी ही तरफ आ रहा है। मैंने कहा अरे ये लौड़ा क्या ? वो तो एक लड़का है जो आ रहा है। सना बोली अरे यार हम आपस में लड़कों को 'लौड़ा' कहतीं हैं। जैसे उस लौड़े ने ऐसा कहा इस लौड़े ने जबाब दिया। वो लौड़ा पास हो गया। वो लौड़ा फंस गया। उस लौड़े की गांड फटी गयी वगैरह वगैरह ? तब तक वह लड़का पास आ गया।
आरती - अबे माँ का लौड़ा तू कहाँ से आ गया ? तेरा नाम क्या है ?
वह बोला मैं विक्रम हूँ बैंगलोर से आया हूँ
सना - यहाँ क्या तू गांड मारने आया है ?
नहीं मैं पढ़ने आया हूँ। इसी साल एडमिशन लिया है।
नेहा - वाओ, तो इसका मतलब तू ३ साल यहाँ अपनी माँ चुदायेगा।
ये आप कैसी बातें कर रहीं है।
रोली - क्यों तेरी गांड फट रही है क्या ? कौन सा क्लास है तेरा ?
बी बी सी फर्स्ट ईयर।
सिमरन - हाय दईया, तू तो बड़ा फ्रेश माल है यार ? तेरा तो बड़ा मोटा ताज़ा होगा ?
क्या मतलब ? मैं कुछ समझा नहीं ?
आरती - तू मरद हो गया है की अभी बच्चा ही है ?
नहीं मैं एडल्ट हूँ। बालिग़ हूँ। मेल हूँ। मर्द हूँ।
आरती - लन्ड खड़ा होता है तेरा ?
अरे अब ये क्यों पूँछ रही हैं ?
सिमरन - क्यों क्या तू लड़की है जो लड़कियों की तरह शर्माता है ?
नहीं मैं शर्माता नहीं हूँ पर ,,,,,,,,,,,,,,,,?
नेहा - तेरे लन्ड पर झांटें निकल आयीं हैं की नहीं ?
हां बिलकुल ?
आरती - तो फिर खोल कर दिखा ?
अरे अब आप मेरी इस तरह बेज़्ज़ती न करें ?
सलमा - अरे यार क्या हम लोग तेरा रेप कर रहीं हैं । सीधे सीधे यहीं तो पूंछ रही हैं की तेरी झांटें हैं की नहीं ? देख तू लन्ड तो दिखा नहीं सकता ? तेरी गांड में इतना दम नहीं है मैं जानती हूँ। तो कम से कम अपनी झांटें ही दिखा दे तू जिससे हमें मालूम हो जाए की तू बच्चा नहीं मरद है ?
तब तक नेहा बोली अरे यार देखो एक और लौड़ा आ रहा है। इस भोसड़ी वाले को जाने दो। विक्रम फ़ौरन भाग खड़ा हुआ। अब सब लड़कियां उस लड़के की रैगिंग करने लगीं।
इस तरह मुझे मालूम हो गया की वाकई लड़कियां तो किसी भी मामले में किसी से कम नहीं हैं।
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