Home
» Hindi adult story Sex Stories चुदने वाली लड़की की कहानी Chudai ki majedar stories
» बहू ने अपनी सास का भोसड़ा मस्ती से चुदवाया - Bahu ne karwayi apni saas ki chudai
बहू ने अपनी सास का भोसड़ा मस्ती से चुदवाया - Bahu ne karwayi apni saas ki chudai
बहू ने अपनी सास का भोसड़ा मस्ती से चुदवाया - Bahu ne karwayi apni saas ki chudai , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
मैंने कहा:- हां यार अरीबा, तूने बिलकुल सही समझा मेरी बहू ने उस दिन अपनी सास का भोसड़ा खूब चोदा। यानी मेरा भोसड़ा चोदा। एक बार नहीं कई बार चोदा। एक लन्ड नहीं कई लन्ड घुसेड़ घुसेड़ कर चोदा। तुम तो जानती ही हो यार की मैं चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट हूँ लेकिन उस दिन मेरा भोसड़ा भी साला बुरी तरह बोल गया। ढीला पड़ गया मेरा भोसड़ी का भोसड़ा। मैंने कभी ख़्वाब में भी नहीं सोंचा था कि एक दिन मेरी बहू मेरा भोसड़ा चोदेगी और इतनी बुरी तरह चोदेगी की मेरा भोसड़ा क्या मेरी गांड भी फट जाएगी। हां मगर एक बात है की मुझे ज़िन्दगी में पहली बार चुदवाने में बहुत मज़ा आया। इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। ऐसा मज़ा मुझे किसी ने भी नहीं दिया। इस तरह एक के बाद एक लन्ड पेल पेल कर मुझे आज तक किसी ने नहीं चोदा ? मुझे तो वाकई अपनी बहू पर फ़क्र है। मैं तो कहती हूँ की बहू हो तो ऐसी जो अपनी चूत के साथ साथ अपनी सास का भोसड़ा भी मस्ती से चुदवाया करे ?
अरीबा ने कहा :- अच्छा एक बात तो बता, शकीला, तेरी बहू ने तेरा भोसड़ा चोदा तो तूने बदले में क्या किया ?
मैंने कहा :- यार मैं मादर चोद कम हूँ क्या ? मैंने भी अपनी बहू की बुर में एक से एक बेहतरीन लन्ड पेला। मैंने भी रात भर उसकी चूत का बाजा बजाया
अरीबा बोली :- हाय दईया तब तो तुम दोनों ने खूब मज़ा किया होगा ?
मैंने कहा :- हां यार खूब मज़ा किया और सबसे बड़ी बात तो यह है की अब हम दोनों के बीच का रास्ता खुल गया है। अब तो हम दोनों मिलकर चोदा चोदी करतीं हैं। एक दूसरे की बुर में लन्ड पेलने में वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है। देखो मेरी बहू को यहीं रहना है और मुझे भी। न उसे कहीं और जाना है और न मुझे। मेरा शौहर और मेरा बेटा दोनों दुबई में काम करते हैं। साल में दो बार ही आतें हैं और बाकि हर महीने पैसे भेजा करतें हैं। मुझे मालूम है की वो दोनों वहां लोगों की बीवियां चोद चोद कर मज़ा लूटतें हैं तो फिर हम दोनों यहां गैरों से चुदा चुदा कर मज़ा क्यों न लूटें ?
अरीबा बोली :- यार मेरे बेटे की भी शादी होने वाली है। वह भी विदेश में काम करता है और मेरा मियां भी ? मैं भी चाहती हूँ की मेरी बहू भी तेरी बहू की तरह हो तो अच्छा है ?
मैंने कहा :- बिलकुल होगी यार आजकल की बहुयें चोदने और चुदाने में बड़ी तेज होतीं हैं। और अगर नहीं होगी तो मेरी बहू तेरी बहू को अपनी सास का भोसड़ा चोदना सिखा देगी ? वैसे तेरी बेटी भी तो जवान है अरीबा ?
वह बोली :- हां यार बुर चोदी बिलकुल जवान है। उसकी तो शादी भी हो चुकी है। मेरी बेटी तेरी बेटी से ३ साल बड़ी है। अब तुमसे क्या छिपाना शकीला। मेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है। अपने बॉय फ्रेंड्स के लन्ड मेरी चूत में पेलती है। लेकिन जब वह अपनी ससुराल चली जाती है तो मैं बिना लन्ड के रह जाती हूँ। मैं लन्ड के लिए तरसती रहती हूँ। हां कभी इधर उधर महीने में एक दो लन्ड मिल जातें है बस उन्ही से काम चलाती रहती हूँ।
मैंने कहा :- अरे यार मेरी बेटी की भी शादी हो गयी है। वह भी अपनी माँ चुदवाती है। अभी पिछले हफ्ते अपने देवर के साथ आयी थी रात में उसी का लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया था। मेरी बेटी अपनी सास का भोसड़ा चोदती है। अपनी नन्द की बुर में लन्ड पेलती है। वो दोनों मिलकर मेरी बेटी की चूत बजाया करतीं हैं।
वह बोली :- अरे यार तेरी बेटी तो पहले बड़ी शर्मीली थी। एकदम से कैसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने लगी ? मैंने बताया की यह भी एक मनोरंजक कहानी है। मैं तुम्हे बताती हूँ :-
मेरी बेटी का नाम नसीबा है और मेरी बहू का आमिरा। दोनों लगभग एक ही उम्र की हैं। मेरी बेटी जब १८ + की हुई तो मुझे लगा की मेरी बेटी अब जवान हो गयी है तो उसके अंदर जवानी का मज़ा लूटने की इच्छा पैदा हो जानी चाहिए। मैं एक साल तक उसके हाव भाव देखती रही लेकिन वह मुझे बहुत ही शर्मीली और आँखें नीचे करके चलने वाली लड़की लगी। मैं सोंच में पड़ गयी की अगर ऐसा ही रहा तो मेरी बेटी ज़माने का मुकाबला कैसे कर पायेगी ? जवानी का मज़ा कैसे ले पायेगी। मुझे यह बात भी सताने लगी की कहीं मेरी बेटी के शरीर में कोई कमी तो नहीं है। वरना लड़कियां तो आजकल १५ साल की उम्र में लन्ड पकड़ने लगतीं हैं। हालांकि मेरी बेटी का बदन भरा भरा था। उसकी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयीं थीं। गांड भी उभर आयी थी। जांघें भी मोटी मोटी हो गयीं थीं। लेकिन मुझे कभी ऐसा नहीं लगा की वह लन्ड पकड़ने लगी है। वह कोई भी अश्लील बात नहीं करती। गालियां भी मुंह से नहीं निकालती। छुप छुप कर ब्लू फिल्म भी नहीं देखती और गन्दी गन्दी कहानियां भी नहीं पढ़ती ? मैं बड़ी हैरान थी।
एक दिन मैंने कहा बेटी मैं बाहर अपनी सहेली के घर जा रही हूँ शाम तक वापस आऊंगी। घर की एक चाभी मेरे पास रहती है एक उसके पास। मैंने बताया की तुम घर में रहना और कोई जरुरत हो तो फोन कर लेना। मैं इतना कह कर बाहर निकल गयी लेकिन वास्तव में कहीं गयी नहीं बल्कि पड़ोस के घर जाकर छत पर पहुँच गयी और ऊपर के एक दरवाजे से घर में फिर दाखिल हो गयी। मैं चुपचाप यह देखने लगी की दिन भर मेरी बेटी करती क्या है ? थोड़ी देर में मैंने देखा की उसने अपना लैपटॉप खोला और उसने कुछ नंगी तश्वीरें देखने लगी। फिर उसने कहानियों की साइट खोली। उसमे "Sex" की कहानियां निकाली और पढ़ने लगी। उसकी नंगी फोटो मुझे भी दिखाई पड़ी खास तौर से लन्ड चूसती हुई एक लड़की की। मैं कहानियां पढ़ तो नहीं सकी लेकिन मैंने देखा की पढ़ते समय उसके एक एक करके कपड़े उतरने लगे। उसकी चूंचियां खुल आयी. वह अपने बूब्स मसलने लगी और अपनी चूत भी सहलाने लगी। उसमे उंगलियां घुसेड़ने लगी। मैं समझ गयी की कहानी कोई बहुत गरम है।
फिर उसने फोन उठाया और किसी से बात करने लगी। वह बोली भोसड़ी की तू बड़ी तू बहुत बड़ी मादर चोद रबीना ,,,,,,,,, ? तूने बताया नहीं की कहानियां इतनी गरम है बहन चोद ,,,,,,,,,,,,,,,,,? पढ़ कर मेरी चूत का तो बाजा बजा जा रहा है ,,,,,,,,,? साली बुर चोदी बुर बहुत गरम हो गयी है यार ,,,,,,,,,,,,,,,? बिना लन्ड के काम नहीं चलेगा ,,,,,,,,,,,,,,? उसकी माँ की चूत ,,,,,,,,,,,,,,? उसकी बहन का लन्ड ,,,,,,,कोई लौड़ा भेजो यार ,,,,,,,,,? उसका लन्ड तो छोटा है, मुझे कोई मोटा लन्ड चाहिए इसी वख्त ,,,,,,,,,? एक मेरे मुंह के लिए और एक मेरी चूत के लिए ,,,,,,,,,,,,,? ठीक है तू अपनी माँ भोसड़ा चुदा ,,,,,,,,,,,,,? मैंने माँ चुदाना अभी शुरू नही किया है ,,,,,,,,,,? हां हां मुझे मालूम है की मेरी अम्मी गैर मर्दों से चुदवाती है ,,,,,,,,? मैंने उसे कई मर्दों का लन्ड चूसते हुए देखा है ,,,,,,,,,,,,? मेरी अम्मी की बिटिया की बुर यार ,,,,,,,,,,,,? परवाह न कर ,,,,,,,,,? वो मेरा क्या उखाड़ लेगी ,,,,,,,,,,? एक तेरा देवर है और एक उसका दोस्त ,,,,,,,,? हां चलेगा ,,,,,,,,,,? हां अभी भेजो और सुन उनकी झांटें वगैरह बना देना क्योंकि मुझे बिना झांट वाले लन्ड पसंद हैं,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैं तो उसकी बातें सुनकर बहुत हैरान हो गयी। मैं जिसको बहुत सीधी शादी भोली भाली समझ रही थी वो बहुत बड़ी हरामी चीज निकली। मैं बहुत खुश हुई। वास्तव में मेरी चूत मे आग लग गयी। तब तक किसी ने डोर बेल बजा दी। नसीबा ने दर्व्वजा खोला तो सामने दो लड़के बुर्का पहने हुए खड़े थे। उसने दोनों को अंदर किया। तब मैं समझी की लड़के भोसड़ी के बुरका पहन कर आतें हैं। नसीबा ने दोनों के बुर्का उतार दिया तो अंदर से दोनों मादर चोद एकदंम नंगे निकले। नसीबा ने अपने दोनों हाथ से दोनों लन्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी। मैं लन्ड देख कर ललचा उठी। मेरी बेटी इतनी चालू होगी मुझे आज मालूम हुआ। मैं यह भी समझ गयी की इसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने में एक मिनट भी नहीं लगेगा। बारूद तैयार है बस माचिस लगाने की देर है। तब तक दोनों लन्ड खड़े होकर हिनहिनाने लगे।
नसीब उन्हें बेड रूम में ले आयी और अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गयी। उसे नंगी देख कर लन्ड में और जोश भर गया। लन्ड साले ८" + के थे और मोटे भी। झांटें तो बिलकुल साफ़ थी। मैंने कहा तुम लोग अपना नाम तो बताओ यार। एक बोला मेरा नाम मुनीर है और इसका ज़मीर। हम दोनों दोस्त है। और हमारी गर्ल फ्रेंड है रबीना। मेरी बेटी बोली तो तुम दोनों रबीना की बुर लेते हो ? उसने कहा हां बिलकुल लेता हूँ। बड़ी मस्त है रबीना और उसकी बुर। तब तक नसीबा दोनों लन्ड बारी बारी से चूसने लगी थी। उसने फिर पूंछा की तुम कितने गहरे दोस्त हो ? मुनीर ने कहा यार अब तो तुम भी मेरी दोस्त हो गयी हो नसीबा। अब तुमसे क्या छुपाना। हम दोनों की शादी हो चुकी है और हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। एक ही कमरे मैं ज़मीर की बीवी चोदता हूँ ज़मीर मेरी बीवी चोदता है। हमारी बीवियां भी बड़े प्रेम से चुदवाती हैं। मेरी बेटी बोली यार ये बताओ की तुम क्या रबीना की माँ चोदते हो ? वह बोला हां रबीना अपनी माँ चुदवाती है हम दोनों से। तुम भी अपनी माँ चुदवाओगी क्या नसीबा ? वह बोली नहीं अभी नहीं। फिर किसी और दिन चोदना मेरी माँ।
बस यह सुनकर मेरी सब्र का बाँध टूट गया। मैं कमरे के अंदर घुस गयी और बोली हां नसीबा बुर चोदी अभी यहीं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवायेगी। नसीब मुझे देख कर हैरान हो गयी बोली अम्मी I am sorry . मैंने कहा नहीं बेटी sorry तो मुझे कहना चाहिए। मैं तुम्हे ठीक से समझ ही नहीं पायी। अब तुम वाकई जवान हो गयी हो और जवानी के पूरा मज़ा ले सकती हो। मैं बहुत खुश हूँ। मैं यही चाहती थी। मैंने इसीलिये आज बाहर जाने का नाटक किया। अब आज से तू मेरी बेटी नहीं मेरी दोस्त है, समझी नसीबा। अपनी माँ चुदाने वाली मेरी प्यारी दोस्त नसीबा, तेरी माँ का भोसड़ा बहन चोद। वह भी मस्ती में आ गयी और बोली हां अम्मी मैं समझ गयी। अपनी बेटी चुदाने वाली मेरी प्यारी दोस्त शकीला, तेरी बिटिया की बुर, मादर चोद ? फिर मैंने खुद अपना हाथ बढ़ा कर मुनीर का लन्ड पकड़ लिया।
उसके बाद तो मेरी बेटी अपनी माँ चुदाने लगी और मैं अपनी बेटी। अरीबा मेरी कहानी सुनकर बहुत खुश हुई और बोली यार मैं भी अपनी बहू को सास का भोसड़ा चोदना सिखाऊंगी।
मेरी बहू आमिराअपने माईके से आ गयी। उसके साथ दो लड़के भी थे। मैंने पूंछा तो उसने बताया की ये ताहिर मेरी खाला का लड़का है और ये खालिद इसका दोस्त। इन लोगों का यहाँ कुछ काम है इसलिए ये मेरे साथ आ गए। लड़के दोनों मुझे भा गये। मेरी नियत दोनों पर ख़राब होने लगी। मैंने फिर जल्दी जल्दी खाना वगैरह बनाया और वो दोनों खाना खा कर काम पर चले गए। फिर मैं फुरसत से अपनी बहू से बातें करने लगी।
मैंने पूंछा बहू इस बार अपने माईके में क्या क्या किया ?
वह बिंदास बोली - अपनी भाभी की गांड मारी और माँ का भोसड़ा चोदा। रात का समय था। मैं चोद ही रही थी तभी अचानक मेरी खाला आ गयी। मैंने लन्ड अम्मी की चूत से निकाल कर खाला की चूत में पेल दिया। मैंने कहा खाला जान तेरी बहन का लन्ड ? आज मैं तेरी भी चूत का भरता बना दूँगी।
मैंने कहा अरे ये तो बता की लन्ड किसका था भोसड़ी की मेरी बहू।
लन्ड तो मेरी सहेली के मियां का था। और दूसरा लन्ड उसके दोस्त का था। दोनों लन्ड साले ८"+ के थे। पहले मैंने उन दोनों से चुदवाया फिर मैंने अपनी भाभी की बुर चुदवाई और फिर माँ का भोसड़ा ? खाला भी उसी चपेट में गयीं।
अच्छा ये बता की तू ही सबकी चूत में लन्ड पेलती रहती है की तेरी भी चूत में कोई लन्ड पेलता है ?
सब की सब भोसड़ी वाली मेरी चूत में लन्ड पेलती हैं, सासू जी । खूब कस के चोदी जाती है तेरी बहू की बुर सासू जी। मेरी माँ घुसेड़ती है लन्ड मेरी चूत में, मेरी दोनों भाभियाँ भी मेरी बुर चोदतीं है, मेरी खाला और उनकी बेटियां भी लन्ड घुसा देती हैं मेरी चूत में।
तो तेरी खाला की बेटियों की शादी हो गयी है ?
हां हो गयी हैं। तभी तो सबकी चूत में आग भरी रहती है। सब साली मस्ती करती हैं। वो दोनों बेटियां एक दूसरे के मरद से एक ही कमरे में चुदवाती हैं। अपनी माँ को भी उसी में शामिल कर लेती हैं। उनकी माँ यानी मेरी खाला तो बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत है बहन चोद।
अब तू खालिद और ताहिर का क्या करेगी बहू ?
तेरे भोसड़ा चोदूंगी सासू जी दोनों लन्ड पेल पेल के ? दोनों के लन्ड बड़े मस्त और हक्कानी हैं।
अब यह बात तो पक्की हो गयी की आज रात को चुदाई का प्रोग्राम है। इसलिए मैंने जल्दी जल्दी अब काम कर डाला। चुदाई के दिन काम करने में भी खूब मन लगता है। शाम को मेरी बुर चोदी बेटी नसीबा भी आ गयी. उसके साथ भी एक जवान लड़का था। उसने बताया की अम्मी ये मेरा देवर है सागर अली। मैं समझ गयी की आज हंगामा होने वाला है। एक तरफ मेरी बहू और दूसरी तरफ बेटी दोनों एक से बढ़कर एक लन्ड की दीवानी हैं। ये भोसड़ी वाली आज रात भर चुदाई का हो हल्ला मचाएगीं। आज हम तीनो की चूत की खैर नहीं। मैंने इसी उत्साह में सारा काम कर डाला और ड्रिंक्स का इंतज़ाम भी कर लिया।
शाम को करीब ८ बजे जम गयी महफ़िल . इधर हम तीन और उधर ताहिर खालिद और सागर अली। ड्रिंक्स शुरू हुई तो सबके चहरे खिले हुए थे। हम तीनो को तो मालूम था की रात में धुआंधार चुदाई होने वाली है पर उन तीनो को कुछ भी नहीं था। शराब का शुरुर शुरू हो गया। मन में अजीब अजीब से खयाल आने लगे। मैं सोंचने लगी की कौन किसको चोदेगा सबसे पहले ? कौन किसका लन्ड पकड़ेगी सबसे पहले ? कौन किसको नंगा करेगी और कौन किस को क्या क्या गालियां देगी ? सबसे पहले कौन अपनी बुर दिखाएगी और कौन अपनी चूंचियां खोलेगी ? ऐसा नहीं था की जो मैं सोंच रही हूँ वही सब सोंच रहीं हैं। सबकी सोंच अलगअलग होगी। बहू भोसड़ी की क्या सोंचेगी मुझे क्या मालूम। बेटी बुर चोदी क्या सोंच रही है मुझे क्या पता ? हां एक बात जरूर है की मेरी बहू आज जम कर मेरा भोसड़ा चोदेगी। मेरी बेटी भी मेरी बहू से कम नहीं है।
इतने में बहू बोली - हाय ताहिर एक बात बता। सुना है तू लड़कियां खूब चोदता है ? और अधिकतर तुम खालिद के साथ लड़कियां चोदते हो ?
हां यार यह बात सही है। अब तुमसे क्या छुपाना। लड़कियां खुद मेरे पास आतीं है चुदवाने। कहतीं हैं खालिद को भी बुला लो और तुम दोनों मिलाकर चोदो मुझे।
ऐसी क्या ख़ास बात है तुम दोनों में ?
शायद उन्हें हमारे लन्ड पसंद हैं ?
हाय दईया तो फिर हमें भी दिखाओ न लन्ड अपना ? हमें भी मालूम हो की लड़कियां किस तरह का लन्ड पसंद करती हैं ? तुम्हारे लन्ड में क्या खास बात है जो दूसरों के लन्ड में नहीं ?
ऐसा बोल कर मैंने उसके लन्ड पर हाथ रख दिया। मुझे देख कर मेरी बेटी नसीबा ने मुस्कराते हुए खालिद का लन्ड टटोलने लगी। तभी मेरी बहू मेरी बेटी के देवर के लन्ड पर टूट पड़ी। उसने तो पहले प्यार से लन्ड ऊपर से ही चूम लिया और फिर उसके पैजामे का नाड़ा खोल कर हाथ घुसेड़ दिया। हाथ जैसे ही लन्ड से टकराया तो वह बहन चोद तुरंत कर उठ खड़ा हो गया। हम तीनो ने एक एक करे तीनो लन्ड बाहर निकाल लिया। लन्ड बढ़ने लगे। किसी को कोई शर्म तो थी नहीं। मैंने ताहिर को पूरा नंगा कर दिया। मेरी बेटी ने खालिद के सारे कपड़े उतार डाला और बहू ने सागर अली को पूरा नंगा कर दिया। तब तक मैं मादर चोद अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गयी। मेरी बेटी बोली अरे भाभी देखा मेरी अम्मी भोसड़ी की कितनी उतावली है लन्ड पेलवाने के लिए। बहू जबाब दिया हां मेरी नन्द रानी तेरी माँ का भोसड़ा साला लन्ड खाने में सबसे आगे है। वह बोली हां भाभी बात सही है पर तेरी नन्द की बुर भी बुर चोदी कम नहीं है।
ऐसा कह कर मेरी बेटी नसीबा भी सबके सामने नंगी हो गयी और मेरी बहू भी। हम सब नंगी नंगी अपना अपना लन्ड चाटने लगीं। मेरे हाथ में ताहिर का लन्ड था। लन्ड मोटा और सख्त था इसलिए मैं मस्ती हो गयी। मगर मेरी नज़र खालिद और अली के लन्ड पर भी थी। वो दोनों लन्ड भी ताहिर के मिलते जुलते थे। मैंने बेटी बहू दोनों लन्ड का पूरा मज़ा लेने लगी और मैं भी चूत पर रगड़ने लगी। तभी अचानक लन्ड फिशल कर मेरी चूत के अंदर घुस गया। बस मैं सटासट चुदवाने लगी। तब तक मैंने देखा की मेरी बेटी और बहू दोनों ही मजे चुदवा रहीं हैं। मुझे मजाक सूझा तो मैंने कहा अरी तू माँ लौड़ी नसीबा तू अपनी माँ चुदवा रही है ? और तू आमिरा मेरी बुर चोदी बहू, तेरी तो नन्द की माँ भोसड़ा। तब बहू पलट कर बोली सासू जी तेरी बहन की लौड़ी बहू की बुर। साली देखो कैसे कुतिया की तरह चुदवा रही है, तेरी बहू । उधर से बेटी नसीबा बोली हाय मेरी भोसड़ी की अम्मी, तेरी बहू की नन्द की चूत ?
हम लोग इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें करतीं हुई और गन्दी गन्दी गालियां सुनाती हुई मस्ती से चुदवाने लगीं। दूसरी पारी में मैंने खालिद का लौड़ा पेला अपनी चूत में और ताहिर का लन्ड घुसा दिया अपनी बहू की बुर में। उधर बहू ने अली का लन्ड ठोंक दिया अपनी नन्द की चूत में। रात भर हम सब लन्ड अदल बदल खूब मस्ती से चुदवाती रहीं।
मैंने कहा:- हां यार अरीबा, तूने बिलकुल सही समझा मेरी बहू ने उस दिन अपनी सास का भोसड़ा खूब चोदा। यानी मेरा भोसड़ा चोदा। एक बार नहीं कई बार चोदा। एक लन्ड नहीं कई लन्ड घुसेड़ घुसेड़ कर चोदा। तुम तो जानती ही हो यार की मैं चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट हूँ लेकिन उस दिन मेरा भोसड़ा भी साला बुरी तरह बोल गया। ढीला पड़ गया मेरा भोसड़ी का भोसड़ा। मैंने कभी ख़्वाब में भी नहीं सोंचा था कि एक दिन मेरी बहू मेरा भोसड़ा चोदेगी और इतनी बुरी तरह चोदेगी की मेरा भोसड़ा क्या मेरी गांड भी फट जाएगी। हां मगर एक बात है की मुझे ज़िन्दगी में पहली बार चुदवाने में बहुत मज़ा आया। इतना मज़ा पहले कभी नहीं आया। ऐसा मज़ा मुझे किसी ने भी नहीं दिया। इस तरह एक के बाद एक लन्ड पेल पेल कर मुझे आज तक किसी ने नहीं चोदा ? मुझे तो वाकई अपनी बहू पर फ़क्र है। मैं तो कहती हूँ की बहू हो तो ऐसी जो अपनी चूत के साथ साथ अपनी सास का भोसड़ा भी मस्ती से चुदवाया करे ?
अरीबा ने कहा :- अच्छा एक बात तो बता, शकीला, तेरी बहू ने तेरा भोसड़ा चोदा तो तूने बदले में क्या किया ?
मैंने कहा :- यार मैं मादर चोद कम हूँ क्या ? मैंने भी अपनी बहू की बुर में एक से एक बेहतरीन लन्ड पेला। मैंने भी रात भर उसकी चूत का बाजा बजाया
अरीबा बोली :- हाय दईया तब तो तुम दोनों ने खूब मज़ा किया होगा ?
मैंने कहा :- हां यार खूब मज़ा किया और सबसे बड़ी बात तो यह है की अब हम दोनों के बीच का रास्ता खुल गया है। अब तो हम दोनों मिलकर चोदा चोदी करतीं हैं। एक दूसरे की बुर में लन्ड पेलने में वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है। देखो मेरी बहू को यहीं रहना है और मुझे भी। न उसे कहीं और जाना है और न मुझे। मेरा शौहर और मेरा बेटा दोनों दुबई में काम करते हैं। साल में दो बार ही आतें हैं और बाकि हर महीने पैसे भेजा करतें हैं। मुझे मालूम है की वो दोनों वहां लोगों की बीवियां चोद चोद कर मज़ा लूटतें हैं तो फिर हम दोनों यहां गैरों से चुदा चुदा कर मज़ा क्यों न लूटें ?
अरीबा बोली :- यार मेरे बेटे की भी शादी होने वाली है। वह भी विदेश में काम करता है और मेरा मियां भी ? मैं भी चाहती हूँ की मेरी बहू भी तेरी बहू की तरह हो तो अच्छा है ?
मैंने कहा :- बिलकुल होगी यार आजकल की बहुयें चोदने और चुदाने में बड़ी तेज होतीं हैं। और अगर नहीं होगी तो मेरी बहू तेरी बहू को अपनी सास का भोसड़ा चोदना सिखा देगी ? वैसे तेरी बेटी भी तो जवान है अरीबा ?
वह बोली :- हां यार बुर चोदी बिलकुल जवान है। उसकी तो शादी भी हो चुकी है। मेरी बेटी तेरी बेटी से ३ साल बड़ी है। अब तुमसे क्या छिपाना शकीला। मेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है। अपने बॉय फ्रेंड्स के लन्ड मेरी चूत में पेलती है। लेकिन जब वह अपनी ससुराल चली जाती है तो मैं बिना लन्ड के रह जाती हूँ। मैं लन्ड के लिए तरसती रहती हूँ। हां कभी इधर उधर महीने में एक दो लन्ड मिल जातें है बस उन्ही से काम चलाती रहती हूँ।
मैंने कहा :- अरे यार मेरी बेटी की भी शादी हो गयी है। वह भी अपनी माँ चुदवाती है। अभी पिछले हफ्ते अपने देवर के साथ आयी थी रात में उसी का लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया था। मेरी बेटी अपनी सास का भोसड़ा चोदती है। अपनी नन्द की बुर में लन्ड पेलती है। वो दोनों मिलकर मेरी बेटी की चूत बजाया करतीं हैं।
वह बोली :- अरे यार तेरी बेटी तो पहले बड़ी शर्मीली थी। एकदम से कैसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने लगी ? मैंने बताया की यह भी एक मनोरंजक कहानी है। मैं तुम्हे बताती हूँ :-
मेरी बेटी का नाम नसीबा है और मेरी बहू का आमिरा। दोनों लगभग एक ही उम्र की हैं। मेरी बेटी जब १८ + की हुई तो मुझे लगा की मेरी बेटी अब जवान हो गयी है तो उसके अंदर जवानी का मज़ा लूटने की इच्छा पैदा हो जानी चाहिए। मैं एक साल तक उसके हाव भाव देखती रही लेकिन वह मुझे बहुत ही शर्मीली और आँखें नीचे करके चलने वाली लड़की लगी। मैं सोंच में पड़ गयी की अगर ऐसा ही रहा तो मेरी बेटी ज़माने का मुकाबला कैसे कर पायेगी ? जवानी का मज़ा कैसे ले पायेगी। मुझे यह बात भी सताने लगी की कहीं मेरी बेटी के शरीर में कोई कमी तो नहीं है। वरना लड़कियां तो आजकल १५ साल की उम्र में लन्ड पकड़ने लगतीं हैं। हालांकि मेरी बेटी का बदन भरा भरा था। उसकी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयीं थीं। गांड भी उभर आयी थी। जांघें भी मोटी मोटी हो गयीं थीं। लेकिन मुझे कभी ऐसा नहीं लगा की वह लन्ड पकड़ने लगी है। वह कोई भी अश्लील बात नहीं करती। गालियां भी मुंह से नहीं निकालती। छुप छुप कर ब्लू फिल्म भी नहीं देखती और गन्दी गन्दी कहानियां भी नहीं पढ़ती ? मैं बड़ी हैरान थी।
एक दिन मैंने कहा बेटी मैं बाहर अपनी सहेली के घर जा रही हूँ शाम तक वापस आऊंगी। घर की एक चाभी मेरे पास रहती है एक उसके पास। मैंने बताया की तुम घर में रहना और कोई जरुरत हो तो फोन कर लेना। मैं इतना कह कर बाहर निकल गयी लेकिन वास्तव में कहीं गयी नहीं बल्कि पड़ोस के घर जाकर छत पर पहुँच गयी और ऊपर के एक दरवाजे से घर में फिर दाखिल हो गयी। मैं चुपचाप यह देखने लगी की दिन भर मेरी बेटी करती क्या है ? थोड़ी देर में मैंने देखा की उसने अपना लैपटॉप खोला और उसने कुछ नंगी तश्वीरें देखने लगी। फिर उसने कहानियों की साइट खोली। उसमे "Sex" की कहानियां निकाली और पढ़ने लगी। उसकी नंगी फोटो मुझे भी दिखाई पड़ी खास तौर से लन्ड चूसती हुई एक लड़की की। मैं कहानियां पढ़ तो नहीं सकी लेकिन मैंने देखा की पढ़ते समय उसके एक एक करके कपड़े उतरने लगे। उसकी चूंचियां खुल आयी. वह अपने बूब्स मसलने लगी और अपनी चूत भी सहलाने लगी। उसमे उंगलियां घुसेड़ने लगी। मैं समझ गयी की कहानी कोई बहुत गरम है।
फिर उसने फोन उठाया और किसी से बात करने लगी। वह बोली भोसड़ी की तू बड़ी तू बहुत बड़ी मादर चोद रबीना ,,,,,,,,, ? तूने बताया नहीं की कहानियां इतनी गरम है बहन चोद ,,,,,,,,,,,,,,,,,? पढ़ कर मेरी चूत का तो बाजा बजा जा रहा है ,,,,,,,,,? साली बुर चोदी बुर बहुत गरम हो गयी है यार ,,,,,,,,,,,,,,,? बिना लन्ड के काम नहीं चलेगा ,,,,,,,,,,,,,,? उसकी माँ की चूत ,,,,,,,,,,,,,,? उसकी बहन का लन्ड ,,,,,,,कोई लौड़ा भेजो यार ,,,,,,,,,? उसका लन्ड तो छोटा है, मुझे कोई मोटा लन्ड चाहिए इसी वख्त ,,,,,,,,,? एक मेरे मुंह के लिए और एक मेरी चूत के लिए ,,,,,,,,,,,,,? ठीक है तू अपनी माँ भोसड़ा चुदा ,,,,,,,,,,,,,? मैंने माँ चुदाना अभी शुरू नही किया है ,,,,,,,,,,? हां हां मुझे मालूम है की मेरी अम्मी गैर मर्दों से चुदवाती है ,,,,,,,,? मैंने उसे कई मर्दों का लन्ड चूसते हुए देखा है ,,,,,,,,,,,,? मेरी अम्मी की बिटिया की बुर यार ,,,,,,,,,,,,? परवाह न कर ,,,,,,,,,? वो मेरा क्या उखाड़ लेगी ,,,,,,,,,,? एक तेरा देवर है और एक उसका दोस्त ,,,,,,,,? हां चलेगा ,,,,,,,,,,? हां अभी भेजो और सुन उनकी झांटें वगैरह बना देना क्योंकि मुझे बिना झांट वाले लन्ड पसंद हैं,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैं तो उसकी बातें सुनकर बहुत हैरान हो गयी। मैं जिसको बहुत सीधी शादी भोली भाली समझ रही थी वो बहुत बड़ी हरामी चीज निकली। मैं बहुत खुश हुई। वास्तव में मेरी चूत मे आग लग गयी। तब तक किसी ने डोर बेल बजा दी। नसीबा ने दर्व्वजा खोला तो सामने दो लड़के बुर्का पहने हुए खड़े थे। उसने दोनों को अंदर किया। तब मैं समझी की लड़के भोसड़ी के बुरका पहन कर आतें हैं। नसीबा ने दोनों के बुर्का उतार दिया तो अंदर से दोनों मादर चोद एकदंम नंगे निकले। नसीबा ने अपने दोनों हाथ से दोनों लन्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी। मैं लन्ड देख कर ललचा उठी। मेरी बेटी इतनी चालू होगी मुझे आज मालूम हुआ। मैं यह भी समझ गयी की इसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने में एक मिनट भी नहीं लगेगा। बारूद तैयार है बस माचिस लगाने की देर है। तब तक दोनों लन्ड खड़े होकर हिनहिनाने लगे।
नसीब उन्हें बेड रूम में ले आयी और अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गयी। उसे नंगी देख कर लन्ड में और जोश भर गया। लन्ड साले ८" + के थे और मोटे भी। झांटें तो बिलकुल साफ़ थी। मैंने कहा तुम लोग अपना नाम तो बताओ यार। एक बोला मेरा नाम मुनीर है और इसका ज़मीर। हम दोनों दोस्त है। और हमारी गर्ल फ्रेंड है रबीना। मेरी बेटी बोली तो तुम दोनों रबीना की बुर लेते हो ? उसने कहा हां बिलकुल लेता हूँ। बड़ी मस्त है रबीना और उसकी बुर। तब तक नसीबा दोनों लन्ड बारी बारी से चूसने लगी थी। उसने फिर पूंछा की तुम कितने गहरे दोस्त हो ? मुनीर ने कहा यार अब तो तुम भी मेरी दोस्त हो गयी हो नसीबा। अब तुमसे क्या छुपाना। हम दोनों की शादी हो चुकी है और हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। एक ही कमरे मैं ज़मीर की बीवी चोदता हूँ ज़मीर मेरी बीवी चोदता है। हमारी बीवियां भी बड़े प्रेम से चुदवाती हैं। मेरी बेटी बोली यार ये बताओ की तुम क्या रबीना की माँ चोदते हो ? वह बोला हां रबीना अपनी माँ चुदवाती है हम दोनों से। तुम भी अपनी माँ चुदवाओगी क्या नसीबा ? वह बोली नहीं अभी नहीं। फिर किसी और दिन चोदना मेरी माँ।
बस यह सुनकर मेरी सब्र का बाँध टूट गया। मैं कमरे के अंदर घुस गयी और बोली हां नसीबा बुर चोदी अभी यहीं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवायेगी। नसीब मुझे देख कर हैरान हो गयी बोली अम्मी I am sorry . मैंने कहा नहीं बेटी sorry तो मुझे कहना चाहिए। मैं तुम्हे ठीक से समझ ही नहीं पायी। अब तुम वाकई जवान हो गयी हो और जवानी के पूरा मज़ा ले सकती हो। मैं बहुत खुश हूँ। मैं यही चाहती थी। मैंने इसीलिये आज बाहर जाने का नाटक किया। अब आज से तू मेरी बेटी नहीं मेरी दोस्त है, समझी नसीबा। अपनी माँ चुदाने वाली मेरी प्यारी दोस्त नसीबा, तेरी माँ का भोसड़ा बहन चोद। वह भी मस्ती में आ गयी और बोली हां अम्मी मैं समझ गयी। अपनी बेटी चुदाने वाली मेरी प्यारी दोस्त शकीला, तेरी बिटिया की बुर, मादर चोद ? फिर मैंने खुद अपना हाथ बढ़ा कर मुनीर का लन्ड पकड़ लिया।
उसके बाद तो मेरी बेटी अपनी माँ चुदाने लगी और मैं अपनी बेटी। अरीबा मेरी कहानी सुनकर बहुत खुश हुई और बोली यार मैं भी अपनी बहू को सास का भोसड़ा चोदना सिखाऊंगी।
मेरी बहू आमिराअपने माईके से आ गयी। उसके साथ दो लड़के भी थे। मैंने पूंछा तो उसने बताया की ये ताहिर मेरी खाला का लड़का है और ये खालिद इसका दोस्त। इन लोगों का यहाँ कुछ काम है इसलिए ये मेरे साथ आ गए। लड़के दोनों मुझे भा गये। मेरी नियत दोनों पर ख़राब होने लगी। मैंने फिर जल्दी जल्दी खाना वगैरह बनाया और वो दोनों खाना खा कर काम पर चले गए। फिर मैं फुरसत से अपनी बहू से बातें करने लगी।
मैंने पूंछा बहू इस बार अपने माईके में क्या क्या किया ?
वह बिंदास बोली - अपनी भाभी की गांड मारी और माँ का भोसड़ा चोदा। रात का समय था। मैं चोद ही रही थी तभी अचानक मेरी खाला आ गयी। मैंने लन्ड अम्मी की चूत से निकाल कर खाला की चूत में पेल दिया। मैंने कहा खाला जान तेरी बहन का लन्ड ? आज मैं तेरी भी चूत का भरता बना दूँगी।
मैंने कहा अरे ये तो बता की लन्ड किसका था भोसड़ी की मेरी बहू।
लन्ड तो मेरी सहेली के मियां का था। और दूसरा लन्ड उसके दोस्त का था। दोनों लन्ड साले ८"+ के थे। पहले मैंने उन दोनों से चुदवाया फिर मैंने अपनी भाभी की बुर चुदवाई और फिर माँ का भोसड़ा ? खाला भी उसी चपेट में गयीं।
अच्छा ये बता की तू ही सबकी चूत में लन्ड पेलती रहती है की तेरी भी चूत में कोई लन्ड पेलता है ?
सब की सब भोसड़ी वाली मेरी चूत में लन्ड पेलती हैं, सासू जी । खूब कस के चोदी जाती है तेरी बहू की बुर सासू जी। मेरी माँ घुसेड़ती है लन्ड मेरी चूत में, मेरी दोनों भाभियाँ भी मेरी बुर चोदतीं है, मेरी खाला और उनकी बेटियां भी लन्ड घुसा देती हैं मेरी चूत में।
तो तेरी खाला की बेटियों की शादी हो गयी है ?
हां हो गयी हैं। तभी तो सबकी चूत में आग भरी रहती है। सब साली मस्ती करती हैं। वो दोनों बेटियां एक दूसरे के मरद से एक ही कमरे में चुदवाती हैं। अपनी माँ को भी उसी में शामिल कर लेती हैं। उनकी माँ यानी मेरी खाला तो बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत है बहन चोद।
अब तू खालिद और ताहिर का क्या करेगी बहू ?
तेरे भोसड़ा चोदूंगी सासू जी दोनों लन्ड पेल पेल के ? दोनों के लन्ड बड़े मस्त और हक्कानी हैं।
अब यह बात तो पक्की हो गयी की आज रात को चुदाई का प्रोग्राम है। इसलिए मैंने जल्दी जल्दी अब काम कर डाला। चुदाई के दिन काम करने में भी खूब मन लगता है। शाम को मेरी बुर चोदी बेटी नसीबा भी आ गयी. उसके साथ भी एक जवान लड़का था। उसने बताया की अम्मी ये मेरा देवर है सागर अली। मैं समझ गयी की आज हंगामा होने वाला है। एक तरफ मेरी बहू और दूसरी तरफ बेटी दोनों एक से बढ़कर एक लन्ड की दीवानी हैं। ये भोसड़ी वाली आज रात भर चुदाई का हो हल्ला मचाएगीं। आज हम तीनो की चूत की खैर नहीं। मैंने इसी उत्साह में सारा काम कर डाला और ड्रिंक्स का इंतज़ाम भी कर लिया।
शाम को करीब ८ बजे जम गयी महफ़िल . इधर हम तीन और उधर ताहिर खालिद और सागर अली। ड्रिंक्स शुरू हुई तो सबके चहरे खिले हुए थे। हम तीनो को तो मालूम था की रात में धुआंधार चुदाई होने वाली है पर उन तीनो को कुछ भी नहीं था। शराब का शुरुर शुरू हो गया। मन में अजीब अजीब से खयाल आने लगे। मैं सोंचने लगी की कौन किसको चोदेगा सबसे पहले ? कौन किसका लन्ड पकड़ेगी सबसे पहले ? कौन किसको नंगा करेगी और कौन किस को क्या क्या गालियां देगी ? सबसे पहले कौन अपनी बुर दिखाएगी और कौन अपनी चूंचियां खोलेगी ? ऐसा नहीं था की जो मैं सोंच रही हूँ वही सब सोंच रहीं हैं। सबकी सोंच अलगअलग होगी। बहू भोसड़ी की क्या सोंचेगी मुझे क्या मालूम। बेटी बुर चोदी क्या सोंच रही है मुझे क्या पता ? हां एक बात जरूर है की मेरी बहू आज जम कर मेरा भोसड़ा चोदेगी। मेरी बेटी भी मेरी बहू से कम नहीं है।
इतने में बहू बोली - हाय ताहिर एक बात बता। सुना है तू लड़कियां खूब चोदता है ? और अधिकतर तुम खालिद के साथ लड़कियां चोदते हो ?
हां यार यह बात सही है। अब तुमसे क्या छुपाना। लड़कियां खुद मेरे पास आतीं है चुदवाने। कहतीं हैं खालिद को भी बुला लो और तुम दोनों मिलाकर चोदो मुझे।
ऐसी क्या ख़ास बात है तुम दोनों में ?
शायद उन्हें हमारे लन्ड पसंद हैं ?
हाय दईया तो फिर हमें भी दिखाओ न लन्ड अपना ? हमें भी मालूम हो की लड़कियां किस तरह का लन्ड पसंद करती हैं ? तुम्हारे लन्ड में क्या खास बात है जो दूसरों के लन्ड में नहीं ?
ऐसा बोल कर मैंने उसके लन्ड पर हाथ रख दिया। मुझे देख कर मेरी बेटी नसीबा ने मुस्कराते हुए खालिद का लन्ड टटोलने लगी। तभी मेरी बहू मेरी बेटी के देवर के लन्ड पर टूट पड़ी। उसने तो पहले प्यार से लन्ड ऊपर से ही चूम लिया और फिर उसके पैजामे का नाड़ा खोल कर हाथ घुसेड़ दिया। हाथ जैसे ही लन्ड से टकराया तो वह बहन चोद तुरंत कर उठ खड़ा हो गया। हम तीनो ने एक एक करे तीनो लन्ड बाहर निकाल लिया। लन्ड बढ़ने लगे। किसी को कोई शर्म तो थी नहीं। मैंने ताहिर को पूरा नंगा कर दिया। मेरी बेटी ने खालिद के सारे कपड़े उतार डाला और बहू ने सागर अली को पूरा नंगा कर दिया। तब तक मैं मादर चोद अपने कपड़े उतार कर नंगी हो गयी। मेरी बेटी बोली अरे भाभी देखा मेरी अम्मी भोसड़ी की कितनी उतावली है लन्ड पेलवाने के लिए। बहू जबाब दिया हां मेरी नन्द रानी तेरी माँ का भोसड़ा साला लन्ड खाने में सबसे आगे है। वह बोली हां भाभी बात सही है पर तेरी नन्द की बुर भी बुर चोदी कम नहीं है।
ऐसा कह कर मेरी बेटी नसीबा भी सबके सामने नंगी हो गयी और मेरी बहू भी। हम सब नंगी नंगी अपना अपना लन्ड चाटने लगीं। मेरे हाथ में ताहिर का लन्ड था। लन्ड मोटा और सख्त था इसलिए मैं मस्ती हो गयी। मगर मेरी नज़र खालिद और अली के लन्ड पर भी थी। वो दोनों लन्ड भी ताहिर के मिलते जुलते थे। मैंने बेटी बहू दोनों लन्ड का पूरा मज़ा लेने लगी और मैं भी चूत पर रगड़ने लगी। तभी अचानक लन्ड फिशल कर मेरी चूत के अंदर घुस गया। बस मैं सटासट चुदवाने लगी। तब तक मैंने देखा की मेरी बेटी और बहू दोनों ही मजे चुदवा रहीं हैं। मुझे मजाक सूझा तो मैंने कहा अरी तू माँ लौड़ी नसीबा तू अपनी माँ चुदवा रही है ? और तू आमिरा मेरी बुर चोदी बहू, तेरी तो नन्द की माँ भोसड़ा। तब बहू पलट कर बोली सासू जी तेरी बहन की लौड़ी बहू की बुर। साली देखो कैसे कुतिया की तरह चुदवा रही है, तेरी बहू । उधर से बेटी नसीबा बोली हाय मेरी भोसड़ी की अम्मी, तेरी बहू की नन्द की चूत ?
हम लोग इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें करतीं हुई और गन्दी गन्दी गालियां सुनाती हुई मस्ती से चुदवाने लगीं। दूसरी पारी में मैंने खालिद का लौड़ा पेला अपनी चूत में और ताहिर का लन्ड घुसा दिया अपनी बहू की बुर में। उधर बहू ने अली का लन्ड ठोंक दिया अपनी नन्द की चूत में। रात भर हम सब लन्ड अदल बदल खूब मस्ती से चुदवाती रहीं।
Click on Search Button to search more posts.
