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मेरा पति तेरी बीवी चोदे तो तुम मुझे चोद लेना - Tum Mujhe chodo Mera pati teri patni ki chudai karega
मेरा पति तेरी बीवी चोदे तो तुम मुझे चोद लेना - Tum Mujhe chodo Mera pati teri patni ki chudai karega , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
जब मेरा मियां तेरी बीवी की बुर लेता है तो फिर तुझे मेरी बुर लेने में क्या परेशानी है यार ? तेरा लन्ड तो मुझे पसंद आ गया। मैं दावे के साथ कह सकती हूँ की तेरा लन्ड मेरे मियां के लन्ड से बेहतर है इसलिए मैं अपनी बुर तुम्हे देने के लिए बेताब हो रही हूँ। प्लीज अब और ज्यादा मत सोंचो ? मुझे और ज्यादा मत तड़पाओ। मैं जो कर रही हूँ मुझे करने दो। मुझे मत रोको। मैं तेरे कपड़े खोल रही हूँ, मुझे खोलने दो। मैं तुम्हे नंगा कर रही हुँ, करने दो। अब तेरा लन्ड मुझसे बच कर जा नहीं नहीं सकता ? उधर मेरा मियां तेरी बीवी की चूत की धज्जियाँ उड़ा रहा है और तुम यहाँ बिना मतलब मेरी गांड मारे जा रहे हो ? यार मुझ पर तरस खाओ मेरी चूत पर तरस खाओ ? हां,अब देखो निकल आया न तेरा ये टन टनाता हुआ भोसड़ी का लन्ड ?
दोस्तों, मेरा नाम है मिसेज रूपा गांगुली मैं कोलकता में अपने हसबैंड विकी के साथ रहती हूँ। मैं एक वर्किंग लेडी हूँ। घर से हम दोनों ऑफिस के लिए निकलते हैं और शाम को घर आतें हैं। मेरी उम्र २७ साल है और मेरा हसबैंड ३० साल का है। मेरी शादी एक साल पहले ही हुई है। मैं एक बंगाली लड़की हूँ इसलिए बड़ी बड़ी चूँचियों वाली हूँ. मैं एक मस्त मलंग, बेफिक्र और बिंदास बीवी हूँ। खूबसूरत हूँ सेक्सी लगती हूँ और हॉट हूँ। मैं जब चलती हूँ तोआगे से मेरे बूब्स हिलते हैं और पीछे से मेरी गांड मटकती है। जिसका मज़ा देखने वाले लेते हैं। मैं अपने स्टूडेंट लाइफ में कॉलेज में बड़ी शरारती लड़की के नाम से जानी जाती थी। वहीँ से मैं शराब पीना और सिगरेट पीना सीख गयी। गालियां तो मैं बहुत पहले से देती आ रही थी पर कॉलेज में इसमें और इज़ाफ़ा हो गया। अब तो मैं सबकी माँ बहन चोदने में एक मिनट भी नहीं लगाती ? मुझे लन्ड पकड़ने की आदत १५ साल की उम्र से हैं। कॉलेज के दिनों में मैं लगभग रोज़ लन्ड पकड़ा करती थी। कभी सिनेमा हाल में, कभी किसी के घर में, कभी किसी पार्क में, कभी किसी पार्टी में या फिर कभी किसी की कार में ? कार में मैं अक्सर बैठ कर दारू पीती थी और लन्ड पीती थी। कार एक सुनसान इलाके से खड़ी करवा लेती थी और उसकी केअंदर एन्जॉय करती थी। मेरे कई बॉय फ्रेंड्स थे। मैं सबके लन्ड पीती थी। चुदवाती भी थी। बट चोदने वाले लन्ड कम थे पीने वाले लन्ड ज्यादा थे। मुझे मुठ्ठ मार कर लन्ड पीने में बड़ा मज़ा आता था। मैं अपनी ज़िन्दगी अपने मन माफिक जीती थी।
मेरी शादी विकी नाम के एक लड़के से हो गयी। विकी बहुत ही स्मार्ट, हैंडसम और हिट लड़का तह जिसे एक ही नज़र में देख कर मैंने हां कर दी थी। पर मन ही मन में एक बात जरूर थी की उसका लन्ड कैसा होगा ? मैं भगवान से मनाती थी की उसका लन्ड मेरे मन का हो तो अच्छा है। मैं तो लन्ड की दीवानी हूँ और अगर लन्ड मेरे मन का न हुआ तो मुझे भी पराये मर्दों के लन्ड मिलने में बड़ी परेशानी होगी। लेकिन जब सुहागरात का समय आया और मैंने उसका लन्ड देखा तो मज़ा आ गया। मुझे बहुत बड़ी राहत मिली बड़ी तसल्ली हुई। मैंने तभी ठान लिया की अब मैं इस लन्ड के सहारे कई लन्ड ढूंढ लूंगी । मैं जिसे अपने पति का लन्ड पकड़ाऊंगी वह ख़ुशी ख़ुशी अपने पति का लन्ड मुझे पकड़ा देगी। मैं जानती हूँ की खूबसूरत बीवियां बड़े बड़े लन्ड के पीछे दौड़तीं हैं। एक बार अगर मेरे पति का लन्ड मशहूर हो गया तो फिर वो सब उसे चुदवाएगीं और मैं उनके पतियों से चुदवाया करूंगी। न मुझे कोई शिकायत होगी और न मेरे पति को ?
एक दिन मुझे एक मॉल में मेरी एक कॉलेज की फ्रेंड मिल गयी। मैंने उसके कंधे पर हाथ रख कहा ओये, तनूजा तू यहाँ किसका लन्ड हिलाने आई है ? वह मुड़ी और बोली अरे बहन चोद तू रूपा ? तू यहाँ कहाँ गांड मरा रही है अपनी ? फिर हम दोनों बैठ कर प्यार से बातें करने लगी। १० मिनट के बाद वह बोली यार रूपा तुम मेरी गाड़ी में बैठो और मेरे घर चलो ? वह मुझे अपने घर ले गयी। उसने फ़ौरन व्हिस्की बनाई और हम दोनों मस्ती से शराब पीने लगीं।
वह बोली - रूपा तेरी शादी कब हुई और तेरा हसबैंड कैसा है ?
मैंने कहा यार अभी कुछ दिन पहले ही हुई है. मेरा हसबैंड तो बहुत बढ़िया है और उसका लौड़ा भी बढ़िया है। म
अरे वाह मेरा भी हसबैंड बढ़िया है और उसका लन्ड तो मुझे बहुत पसंद है पर वह थोड़ा शर्मीला है।
हाय दईया तब फिर तू खुल कर चुदवा पाती है की नहीं ? म
हां चुदवा तो पाती हूँ। वह भी मजे से चोदता तो है लेकिन खुल कर बातें नहीं करता जैसे मैं करती हूँ। मैं चाहती हूँ की वह खूब खुल कर बोले तो और मज़ा आये जैसे मैं बोलती हूँ।
मेरा हसबैंड तो खूब खुल कर बोलता है यार ? वो तो चोदते समय इधर उधर की खूब बातें करता है और दूसरों की बीवियों के बारे में भी बातें करता है। खूब हंसी मजाक करता है। म
तो फिर तू मेरे हसबैंड को बोलना सिखा दे यार ? उसका थोड़ा शर्माना कम हो जाए तो अच्छा है।
उसे दूसरों की बीवियां चोदना सिखा दो तनुजा। फिर देखना वो कितनी जल्दी शर्माना छोड़ता है। म
अरे वाह पर ये काम तू ही कर सकती है रूपा। तू ही सिखा सकती है मेरे हसबैंड को परायी बीवी चोदना ? मैं तो कहती हूँ की तू ही एक बार मेरे हसबैंड से चुदवा ले ?
अच्छा ठीक है मैं उससे चुदवा लेती हूँ पर तुझे भी मेरे हसबैंड से चुदवाना पड़ेगा। म
तनुजा बोली हां यार चुदवा लूंगी। जब कॉलेज के दिनों में मैं तेरे बॉय फ्रेंड से चुदवाया करती थी और तुम मेरे बॉय फ्रेंड से तो फिर यहाँ भी हसबैंड अदल बदल कर चुदवाने में मुझे कोई दिक्कत नहीं है। मैं तैयार हूँ रूपा। लेकिन क्या तेरा हसबैंड मुझे पसंद करेगा ?
अरे यार वो तो दौड़ कर चोदेगा तुम्हे ? वो भोसड़ी का चोदता मुझे है और बातें परायी बीवियों की करता है। मैं कल उसे तेरे पास भेज दूँगी। इतवार का दिन है। तुम उससे खूब खुल कर बातें करना और पकड़ लेना उसका लन्ड ? उसके बाद तो खुद ही पेल देगा लौड़ा तेरी चूत में ? म
हाय रे क्या बात है, यार ! मेरी चूत तो बहन चोद अभी से गन गनाने लगी है।
तो फिर मेरा हसबैंड कल ११ बजे तेरे घर आ जायेगा और तुम अपने हसबैंड को मेरे घर भेज देना। उससे सिर्फ इतना कह देना की रूपा भाभी ने तुझे बुलाया है।
यही कारण है दोस्तों, की तनुजा का हसबैंड सूरज अभी मेरे घर में है। और उधर मेरा हसबैंड विकी तनुजा की चूत चोद रहा होगा। मैं इधर उसके हसबैंड से मुझे खुल कर चोदने की बात कर रही हूँ। पहले हम दोनों ने शराब पी और फिर मैं उसके कपड़े खोलने लगी। उसके मना करने पर भी मैं नहीं मानी। मैंने उसने यह भी साफ़ साफ़ कहा की मेरा हसबैंड तेरी बीवी चोद रहा है इसलिए तुम मुझे चोदो तब भी वह शर्मा रहा था बहन चोद ? लेकिन मैंने आखिर कार उसे नंगा कर ही दिया और अब उसका लन्ड मेरे हाथ में है। उसके हाथ में मेरी चूंचियां है। वह मेरी चूंचियां मसल रहा है और मैं उसका लन्ड चाट रही हूँ। उसकी शर्म धीरे धीरे ख़तम हो रही है ? मैंने कहा यार सूरज तेरा लौड़ा बड़ा शानदार है यार। मेरे मन का है तेरा लौड़ा और अब मैं इसे अपने से कभी दूर नहीं होने दूँगी।
फिर मैंने लन्ड मुंह में लिया और उसकी आँखों में आँखें डाल कर चूसने लगी। लन्ड चूसना और लन्ड चाटना मेरा पसंदीदा खेल है। मैं इस खेल को अपने कॉलेज के दिनों में बहुत खेला करती थी और आज भी खेल रही हूँ। आज तो वाकई कई दिनों के बाद किसी पराये मरद का लौड़ा मिला है। इत्तिफाक से लन्ड की झांटें बिलकुल साफ़ थीं। मैं बिना झांट वाले लन्ड ही चूसती हूँ।अगर झांटें मुझे दिख गयीं तो मैं उन्हें पहले बना देती हूँ फिर लौड़ा चूसती हूँ। मुझे पेल्हड़ भी चूसने में बड़ा मज़ा आता है। सूरज भी मेरे पूरे बदन पर हाथ फिरा फिरा कर मस्ती करने लगा खास तौर से मेरी चूंचियां मसल मसल कर। मेरी गांड पर वह बड़े प्यार से हाथ फिरा रहा था जो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने सोंच लिया की आज मैं इसे खूब मज़ा दूँगी और एक बार नहीं २/३ बार चुदवा कर जाने दूँगी। तनुजा भी भोसड़ी वाली चुदवाने में कम नहीं है। वह मेरे पति के लन्ड का पूरा तेल निकाल लेगी। उसे तो लन्ड पीने का भी बड़ा शौक है।
उसने मेरी चूत सहलाना शुरू किया , मेरी भी झांटें साफ़ थी। फिर मैं उसे नीचे लिटा कर उसके ऊपर चढ़ गयी। अपनी चूत उसके मुंह पर रख कर 69 की पोजीशन ले ली। मैं उसका लन्ड चूसने लगी और वह मेरी चूत ? थोड़ी देर तक तो उसने बर्दास्त किया लेकिन फिर उससे न रहा गया। उसने मुझे लिटा कर लौड़ा मेरी चूत में घुसेड़ दिया और बोला रूपा भाभी अब मुझे चोदने में मज़ा आएगा। मैंने कहा हाय रे एक ही बार में तूने लौड़ा पेल दिया क्या ? तू तो मेरी चूत फाड़ डालेगा ? तेरा लौड़ा बड़ा मोटा है बहन चोद ? बड़ा पावरफुल है तेरा भोसड़ी का लन्ड ? उसने स्पीड तेज कर दी और मैं भी अपनी गांड उठा उठा के उसका साथ देने लगी। आज मुझे पराये मरद से चुदवाने में बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने पूंछा तुम अपनी बीवी भी इसी तरह चोदते हो सूरज ? वह बोला रूपा भाभी तुम ज्यादा अच्छी तरह से चुदवा रही हो ? मेरा लौड़ा साला फूलता जा रहा है ? इतना मज़ा मुझे पहले कभी नहीं आया। ये तेरी चूत का कमाल है भाभी ?
मैंने कहा अच्छा सूरज सच सच बताओ की तुम्हे परायी बीवी चोदने में अच्छा लग रहा है न ? वह बोला हां हां भाभी बहुत अच्छा लग रहा है। मेरी बीवी कहती थी की तुम किसी और की बीवी चोद कर देखो ? वह मुझे दूसरे की बीवी चोदने के लिए उकसाती थी लेकिन मैं ही नहीं मानता था। मैंने उससे कई बार कहा की मैं किसी और की बीवी नहीं चोदूंगा पर आज जब मैं तुम्हे चोद रहा हूँ भाभी तो मुझे अपार आनंद आ रहा है। मुझे आज महसूस हो रहा है की मेरी बीवी सही कहती थी। अब मैं उससे जाकर कहूँगा की तनुजा तुम सच कह रही थीं और अब मैं परायी बीवियां ज्यादा चोदा करूंगा । ऐसा बोल कर वो धक्के पे धक्के लगाने लगा। मेरी चूत में चीथड़े उड़ाने लगा। उसका लौड़ा और ज्यादा ताकत से मेरी बुर लेने लगा। मैंने कहा सूरज देख रहो न परायी बीवी की बुर पाकर तेरा लौड़ा कितना खुश है मादर चोद ? तेरा लौड़ा तो मारे ख़ुशी के फूला नहीं समा रहा है। मैं इसीलिए कहती हूँ की जवानी का मज़ा लेना सीखो और दूसरों की बीवियां चोदना सीखो। परायी बीवियों को अपना लौड़ा पकड़ाओ और मौज उड़ाओ ?
थोड़ी देर में वह बोला भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने कहा अच्छा ठीक है वैसे मैं भी खलास हो चुकी हूँ। मैंने घूम कर उसका लन्ड मुठ्ठी में लिया और सड़का मारने लगी। मुझे उसका लन्ड देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था। लन्ड का सुपाड़ा फूलता ही जा रहा था। इतना में लन्ड ने उगल दिया सारा वीर्य मेरे मुंह में ? मैं तो लन्ड पीने की बड़ी शौक़ीन हूँ। सारा माल पी गयी और लौड़ा चाट चाट कर मस्त कर दिया। उसके बाद उसे प्यार से खाना खिलाया और खुद भी खाया। २ घंटे के बाद मैंने फिर उसका लन्ड हिलाना शुरू किया और फिर उसे चूत में घुसेड़ कर चुदवाया। शाम को जब वह जाने लगा तो मैंने कहा यार सूरज एक बार और चोद कर जाओ न ? उसका भी मन आ गया और फिर मैंने मस्ती से तीसरी बार चुदवाया।
अगले दिन जब तनुजा मुझे मिली तो मैंने पूंछा की तुम्हे कैसा लगा मेरे पति का लन्ड ?
वह बोली यार बड़ा मोटा लौड़ा है तेरे मरद का यार रूपा। मुझे तो खूब मज़ा आया। अब तुम बताओ क्या मेरे पति ने तुम्हे अच्छी तरह चोदा की वह बहन चोद शर्माता ही रहा ?
अरे यार मैंने उसकी शर्म की माँ चोद दी। अब उसने शर्माना छोड़ दिया है। अब तो वह मुझसे कह रहा था की रूपा मैं अब और परायी बीवियां चोदना चाहता हूँ। अब तो तेरे मियां लौड़ा भी भोसड़ी का बड़ा बेशरम हो गया है तनुजा ?
अरे वाह ! यह सब तेरा कमाल है रूपा ? नहीं यार मेरा नहीं मेरी चूत का कमाल है ? यही बात तेरा पति सूरज मुझसे कह रहा था। तभी उसने मुझे तीन बार चोदा।
हाय दईया मैंने तो केवल दो बार ही चुदवाया तेरे मियां से रूपा ?
तो क्या हुआ ? अब तो जितनी बार चाहो उतनी बार चुदवाओ मेरे मियां से। अब तो रास्ता खुल ही गया है यार ?
एक दिन मेरे मामा की लड़की बरखा अपने पति संजय के साथ आ गयी। दिन भर हम लोग बाहर खूब घूमते रहे। शाम को मैं बरखा से बातें करने करने और मेरा पति विकी संजय से। इतने में तनुजा का फोन आ गया। वह बोली अरे रूपा मेरा हसबैंड तेरी चूत को याद कर रहा है और मैं तेरे मियां के लन्ड की ? मैंने कहा तो फिर आ जाओ न उसे लेकर मेरे घर। मोबाइल स्पीकर पर था तो मेरी बात बरखा ने सुन लिया वह बोली हाय दईया कुछ बात जरूर है दीदी ? अब तो मैं भी शामिल हूँगी। बताओ न वह कौन थी फोन पर। मैंने बड़ी बेबाकी से कहा उसकी बीवी मेरे पति का लन्ड पीने आ रही है। बरखा की आँखें खुल गयी. वह भी बड़ी बेशर्मी से बोली अरे तो फिर मैं भी पियूँगी जीजा का लन्ड, दीदी ? मैंने मुस्कराकर कहा अगर ऐसा है तो फिर बदले में मैं तेरे मरद का लन्ड पियूँगी ? वह बोली तो पी लो न दीदी, मुझे क्या ? मेरे मियां का लन्ड कोई पिए मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला पर मैं दूसरों के लन्ड जरूर पियूँगी।
मैंने यह बात अपने पति को बताई तो वह उछल पड़ा। उसने कहा यार रूपा तुमने यह एक अच्छी खबर सुनाई है। मैं तो तनुजा भाभी को उसके पति के सामने चोदना चाहता हूँ और अपनी बीवी अपने सामने उससे चुदवाना चाहता हूँ। अब इसमें अगर बरखा भी शामिल हो जाती है तो फिर सोने में सुहागा हो गया न ? अब तुम उसके पति संजय से बात कर लो। मैंने कहा अरे बात मैंने कर ली है। वह तो जबसे आया है तबसे मेरे आगे पीछे लटटू की तरह घूम रहा है। शाम को हमने पूरी तयारी कर ली और करीब ८ बजे वो दोनों आ गए। मुझे तो संजय बहुत पसंद आया और मेरे पति को बरखा भा गयी।
पहले तो सबका सबसे परिचय हुआ और फिर हम लोग ड्रिंक्स पर बैठ गए। सब लोग दारू भी पी रहे थे और सबको बड़ी जल्दी भी थी। मैं संजय का लन्ड जल्दी से जल्दी पकड़ कर देखना चाहती थी. बरखा मेरे पति का लन्ड हिलाना चाहती थी, तनुजा जल्दी से जल्दी अपने पति के सामने मेरे पति से और संजय से चुदवाने की फिराक में थी। संजय भी मुझे चोदने के लिए उतावला हो रहा था। सूरज की निगाहें भी बरखा की चूँचियों पर टिकी थीं। सब अपने अपने जुगाड़ में थे। तब तक दो दो पैग शराब अंदर चली गयी। नशा भी चढ़ने लगा। फिर मैंने अपना हाथ संजय के लन्ड रख दिया और कहा यार अब और न तड़पाओ खोलो अपना लन्ड ? मैं उसका लन्ड ऊपर से दबाने लगी तब बरखा ने अपना हाथ सूरज के लन्ड पर रख दिया और तनुजा ने हाथ मेरे पति विकी के लन्ड पर रख दिया।
संजय ने मेरी चूंचियां खोल दीं और उन्हें मसलने लगा। सूरज ने बरखा का ब्लाउज़ और ब्रा खोल कर फेंकी दी। वह उसकी चूंची सहलाने लगा। विकी मेरा पति तनुजा के कपड़े उतारने लगा। देखते ही देखते तीनो बीवियां एकदम नंगी हों गयीं। बीवियों को दूसरों की बीवियों के आगे नंगी होने में कोई शर्म नहीं आती ? तब तक सारे मरद भी नंगे हो गए। सबकी बीवियां सबके हसबैंड के आगे नंगी हो गयीं और सबके हसबैंड सबकी बीवियों के आगे नंगे हो गए । यही तो ग्रुप सेक्स का मज़ा है ? यही तो आपस में मिलकर एक दूसरे की बीवी चोदने का मज़ा है ? इतने में विकी की बीवी संजय का लन्ड चाटने लगी, सूरज की बीवी विकी का लन्ड चाटने लगी और संजय की बीवी सूरज का लन्ड चाटने लगी। यह पहला मौक़ा था जब की तीनो बीवियां अपने अपने मरद के आगे पराये मरद का लन्ड चाट रहीं थीं। और यही कौतुहल और उत्सुकता का बिषय था।
लन्ड साले तीनो टन टना रहे थे। सब बीवियों की चूंचियां तनी हुई थीं और सबकी चूत लन्ड पाने के लिए फड़फड़ा रही थी। तभी विकी ने गच्च से घुसेड़ दिया लन्ड तनुजा की चूत में। उसे देख कर सूरज ने संजय की बीवी की चूत में लन्ड पेल दिया। और फिर संजय ने विकी की बीवी यानी मेरी चूत में लन्ड घुसा दिया। ये तीनो भोसड़ी के एक दूसरे की बीवी चोदने लगे। हम तीनो बीवियां भी बिलकुल रंडी की तरह चुदवाने लगीं। हम सब यह महसूस कर रही थीं की सामूहिक चुदाई में वाकई बड़ा मज़ा होता है ? चुदवाना एक बात है और अपने सामने किसी को चुदवाते हुए देखना दूसरी बात है। और जब दोनों काम एक साथ आमने सामने हो रहें हों तो फिर कितना मज़ा आता है ? अपनी बीवी के सामने किसी और की बीवी चोदना ? अपने मरद के सामने किसी और के मरद चुदवाना तो और मज़ा देता है।
फिर रात भर हम सबने एक दूसरे के हसबैंड से खूब चुदवाया और इसी तरह आगे भी चुदवाने का वादा किया।
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