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जब लड़की के सिर पर सवार हुई वासना - Jab ladki ke sir par sawaar huyi wasna bhari chudai
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जब वासना सर पर सवार हो जाती है तो कुछ भी हो सकता है। चूत से निकलती हुई ज्वाला कुछ भी करवा सकती है। चूत की धधकती हुई आग यह नहीं देखती की लन्ड किसका है ? उसे तो बस लन्ड चाहिए लन्ड ? उसी तरह टन टनाता हुआ लन्ड यह नहीं देखता की चूत किसकी है ? उसे तो घुसने के लिए चूत चाहिए चूत ? सेक्स की इस दुनिया में न कोई नाता है और न कोई रिस्ता ? अगर है कोई रिस्ता तो बस लन्ड और चूत का रिस्ता ? ऐसे मौकों पर किसी को कुछ दिखाई नहीं पड़ता। माँ हो चाहे बेटी, सास हो चाहे नन्द, देवरानी हो चाहे जेठानी सबको चाहिए लन्ड और लन्ड ?
यही बात हम दोनों माँ बेटी के साथ हो रहा है। मैं २२ साल की हूँ और मेरी अम्मी ४४ साल की। मैं भी जवान हो गयी हूँ और अम्मी तो मस्त जवान हैं ही।
एक दिन मेरी अम्मी का सामना मुझसे हो गया जब उसके हाथ में मैंने एक मोटा तगड़ा टन टनाता हुआ लन्ड देखा था। हुआ यह था की मैं जब कमरे में जा रही थी तो मैंने कुछ आवाजें सुनी तो मैं खिड़की के पास ही रुक गयी और अंदर झांक कर देखने लगी. वहां जो हो रहा था उसे देखकर दंग रह गयी मैं। मैंने देखा की अम्मी अपने सारे कपड़े उतारे हुए सोफा पर एकदम नंगी बैठी हैं ओर उसी के बगल में बैठा है एक मेरी उम्र का नंगा लड़का । वह सांवला था। उसका लन्ड तो नहीं दिखाई पड़ा लेकिन मैं अम्मी के बड़े बड़े स्तन देख कर मस्त हो गयी और सोंचने की काश मेरे भी इतने बड़े बड़े बूब्स होते तो कितना अच्छा होता ! तब तक अम्मी ने उसका लन्ड खींच कर बाहर निकाल लिया और उसे हिलाते हुए बोलीं बेटा तेरा तो लौड़ा बहन चोद भोसड़ा चोदने वाला हो गया है. तब तक लन्ड पूरी तरह खड़ा हो चुका था। मैं लन्ड देख कर ललचा गई। मेरे मुंह से लार टपकने लगी। मैं सोंचने लगी की यह लन्ड मेरे हाथ में होना चाहिए मेरी बुर चोदी अम्मी के हाथ में नहीं ? आज मैं पहली बार एक काला लन्ड देख रही हूँ वह भी इतना बड़ा और इतना मोटा ? मेरी चूत एकदम से गरमा उठी। मैं उसमे उंगली करने लगी. मेरी नज़र लन्ड से हट ही नहीं रही थी।
मैं मन ही मन अम्मी को गाली दे रही थी की ये भोसड़ी वाली यह नहीं सोंच रही है की घर में उसकी एक मस्त जवान बेटी बैठी है। लन्ड की उसे जरुरत है मुझे नहीं ? मेरी अम्मी मादर चोद इतनी हरामजादी होगी यह मुझे नहीं मालूम था मैं किसी दिन इसकी बहन का भोसड़ा चोदूंगी। तब तक अम्मी उधर जबान निकाल कर लौड़ा चाटने लगीं और वो अम्मी की चूंचियां दबाने लगा। मैंने कहा ये साला अपनी माँ के बराबर की औरत की बुर लेने जा रहा है जब की इसे मेरी बुर लेनी चाहिए। मेरी सब्र का बाँध टूट गया और मैं कमरे में घुस गयी।
मैंने अम्मी की बात मस्ती से सुनी तो मेरी भी चूत भभकने लगी। अम्मी ने मेरी झिझक मिटाने के लिए लन्ड चाट कर चूस कर बताया की देखो बेटी ऐसे चूसा और चाटा जाता है लन्ड ? फिर उसने लन्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।
ऐसा नहीं की मैं पहली बार लन्ड चूस रही थी। असली बात तो यह है की मैं दो साल से लन्ड चूस रही हूँ लन्ड पी रही हूँ और चुदवा भी रही हूँ पर अम्मी को यह बात तो मालूम नहीं है। इसलिए मैं झिझकने का नाटक कर रही थी। मैं भी मस्ती और लन्ड बड़ी शिद्दत से चाटने चूसने लगी। लन्ड के पेल्हड़ भी चूमने और चाटने लगी। अम्मी मुझे बड़े गौर से देख रहीं थीं। वह बोली हाय दईया रोशनी लगता है की तेरा यह पहला लन्ड नहीं हैं। तू शायद पहले भी लन्ड चूस चुकी है। लन्ड चाट चुकी है। मैंने कहा अम्मी अब तुमसे क्या छुपाना मैं दो साल से लन्ड चाट रही हूँ। लन्ड पी रही हूँ और लन्ड चूत में पेल कर चुदवा भी रही हूँ। तब अम्मी बड़ी मस्ती से बोली हाय अल्ला, रौशनी तू तो बहन चोद बड़ी चालू चीज है ? अब तू सब कुछ कर चुकी है तो फिर आज अपनी माँ चुदाना सीख ले, भोसड़ी वाली ? मैंने कहा हां बस यही बाकी है अम्मी ? आज मैं यह भी सीख लेती हूँ।
अचानक किसी ने कहा तू अपने आप नहीं सीख पायेगी रोशनी ? मैं तुझे सिखाऊंगी माँ चुदाना ? मैंने सर उठा के देखा तो मेरी खाला की बेटी अदा थी। मैंने कहा हाय दीदी तुम आ गयीं तो अच्छा हुआ। अब तो मैं आज से ही शुरू करुँगी माँ चुदाना। अदा बोली रोशनी मै अभी अभी तेरी माँ की बहन चुदवा कर आ रही हूँ अपने ससुर का लन्ड पेल कर आ रही हूँ उसकी चूत में ? अम्मी बोली बेटी,अदा तेरी माँ चोदने आयी है बुर चोदी ? मैंने कहा अच्छा ही है न ? अब हम दोनों मिल के चोदेगीं तेरा भोसड़ा ? मैं एकदम बेशर्म हो गई। अम्मी यही चाहती थी। अदा बोली सायरा खाला तुम चिंता न करो मैं तेरी बिटिया की बुर भी चोदूंगी। ऐसा कह कर वह मेरी चूत सहलाने लगी और दूसरे हाथ से अम्मी की चूत ? हम दोनों बड़े प्यार से लन्ड चूस रहीं थीं। कभी अम्मी मेरे मुंह में लन्ड घुसेड़ती कभी मैं उसके मुंह में लन्ड ? अदा मुझसे बड़ी उसकी शादी भी हो गयी है लेकिन वो मुझे अपनी दोस्त मानती है। इतने में उसने लन्ड पकड़ा और मुझसे कहा लो रौशनी इसे अपनी माँ की चूत में पेलो। मैंने भी मजे से घुसेड़ दिया लन्ड। अदा ने मेरे हाथ आदिब के चूतड़ों पर रखा और कहा इन्हें दबाते जाओ। मैं वैसा ही करने लगी। अदा पेल्हड़ सहलाने लगी। वह बोली इसे कहते हैं माँ चुदाना ?
मैंने मजाक में कहा - ये है तेरी माँ की बहन का भोसड़ा, अदा ? अब तो जान गयी माँ चुदाना। मैं भी किसी दिन अपनी माँ की बहन चोदूंगी, अदा ?
वह बोली - हां हां जरूर चोद लेना ? वैसे अब तुम लन्ड चोदा करो, रौशनी।
मैंने कहा - मैं सबसे पहले तेरे मियां का लन्ड चोदूंगी।
इसी तरह की बात करते करते उसने लन्ड
मेरी चूत में घुसा दिया। मेरे मुंह से चीख निकली उई माँ फाड़ डाला इस भोसड़ी वाले ने मेरी चूत ? तू भी अपनी बेटी चुदवा रही है बुर चोदी सायरा ? अम्मी ने कहा जब तू अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा सकती है तो मैं अपनी बेटी क्यों नहीं चुदवा सकती ?
फिर हम दोनों के बीच शर्म तो कोई बची नहीं। उस दिन मैं अम्मी से अच्छी तरह खुल गयी।
दूसरे दिन अम्मी बड़े प्यार से मेरे गाल थपथपाती हुई बोली - रौशनी बेटी, तेरी माँ की बिटिया की बुर ?
मैं भी जोश में आ गयी और जबाब दिया - तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा, अम्मी ?
उधर पीछे से आवाज़ आयी - रोशनी दीदी, तेरी माँ की बहन का भोसड़ा ?
मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो वह मेरी खाला जान की छोटी बेटी निदा थी।
उसे देख कर अम्मी बोली - रोशन बेटी, तेरी खाला की बिटिया की चूत ?
मैंने कहा - तू किससे चुदवा कर आ रही है निदा ?
वह बोली - मैं भी अपनी दीदी के ससुर से चुदवाकर आ रही हूँ।
निदा बुर चोदी बड़ी मस्त चुदवाने वाली लड़की है। उसकी शादी अभी ३ महीने पहले ही हुई है। वह तो लन्ड का एक एक बूँद निचोड़ लेती है। मेरे अब्बू का लन्ड खूब पीती है। मैं भी उसके अब्बू का लन्ड पीती हूँ। मगर यह बात अम्मी को नहीं मालूम ?
एक दिन मैं खाला के घर पहुँच गयी। खाला नहीं थीं पर उसकी दोनों बेटियां अदा और निदा थीं। उनके साथ था एक अधेड़ उम्र का आदमी और दो नौजवान लड़के। अदा ने बताया यह है निदा का ससुर अज़मल मियां। यह है मेरा देवर फज़ल और उसका दोस्त पिंटू। पिंटू एक क्रिश्चियन लड़का है. फिर मैंने पूंछा खाला कहाँ हैं ? तो निदा बोली - गयी होगी कहीं किसी का लन्ड हिलाने ? मैं समझ गयी की माहौल में गर्मी है। फिर ड्रिंक्स चालू हो गया। सब लोग मस्ती के मूड में आ गये। मैं तो तीनो के लन्ड के बारे में सोंचने लगी की किसका कितना बड़ा होगा लन्ड ? तब तक अदा ने निदा के ससुर के लन्ड पर हाथ रख दिया। फिर हाथ उसके पैजामे में बेहिचक घुसेड़ दिया। सबने देखा की अदा अंदर ही अंदर लन्ड सहला रही है। निदा ने अदा के देवर का लन्ड ऊपर से ही दबाने लगी. मैं पिंटू का लन्ड टटोलने लगी . सबके चेहरे खिले हुए थे और हम तीनो की चूंचियां भी खुली हुई थीं। जिन्हें देख कर तन टनाने लगे। सबसे पहले अदा ने लन्ड बाहर निकाला तो सब कर मस्त गयीं। लन्ड साला वास्तव में बड़ा मोटा तगड़ा था।
अदा बोली - हाय निदा तेरे ससुर का लन्ड तो मेरे ससुर के लन्ड जैसा ही लग रहा है।
वह बोली - हां दीदी बिलकुल सही कहा आपने। अब तो यह तेरी चूत का मस्ती से बाजा बजायेगा।
तब तक निदा ने अदा के देवर का लन्ड भी बाहर निकाल लिया। वह भी साला फंफनाकर खड़ा हो गया। निदा बोली हाय दीदी तेरा देवर का लन्ड मादर चोद अभी से इतना मोटा है। ये तो मेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा ? मैंने कहा :- हां हां तो फड़वा लो न अपनी माँ का भोसड़ा। तेरी माँ तो बुर चोदी बड़ा मस्त चुदवाती है।
तब तक मैंने भी पिंटू का लन्ड बाहर निकाला। लन्ड मुझे कुछ अलग तरह का लगा। मुझे उसका लन्ड ऊपर नीचे करने में बड़ा मज़ा आने लगा। मैं बोली हाय अदा इसका लौड़ा तो बड़ा मस्त है यार, मोटा है और सख्त भी। वह बोली अरे रौशनी ये समूचा लन्ड है। नॉन मुस्लिम लन्ड है। इसकी खाल कटी नहीं है। तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा इससे चुदवाने में और मुठ्ठ मार कर लन्ड पीने में ? इतनी गन्दी गन्दी बातें सुनकर सबकी चूत की आग और भड़क गयी। फिर मैंने अपने कपडे उत्त्तर दिया और अदा ने भी। मुझे देख कर निदा भी कपडे उतार कर फेंकने लगी।
हम दोनों मादर चोद हो गयीं एकदम नंगी। लन्ड तो बहन चोद हमें नंगी देख कर और हिनहिनाने लगे। उधर निदा के ससुर को जोश आ गया उसने लन्ड अदा की चूत में पेल दिया। उसे अपनी बहू की बहन की बुर चोदने में मज़ा आने लगा। इधर फज़ल ने भी लन्ड निदा की बुर में घुसेड़ दिया। वह भी चोदने लगा। उसे अपनी दीदी के देवर से चुदवाने मज़ा आने लगा और मैं भी उसके दोस्त पिंटू से चुदवाने लगी। पूरे कमरे में चोदा चोदी की आवाज़ें आने लगीं। यह पहला मौक़ा था जब की हम तीनो एक साथ शादी के बाद पराये मरद से चुदवा रहीं थीं।
अदा बोली - हाय रोशनी किसी सच ही कहा है की पराये मरद से चुदवाने का मज़ा कुछ ज्यादा ही होता है । निदा बोली - हां दीदी तुम सही कह रही हो। मैंने अपनी सुहागरात के दूसरे दिन ही अपने नंदोई से चुदवाया था तो बड़ा मज़ा आया था। उसी दिन मैंने ठान लिया की अब मैं रुकने वाली नहीं हूँ। अब तो मैं सारे मरदों के लन्ड अपनी चूत में पेलूंगी। थोड़ी देर बाद निदा ने ससुर में लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मुझे अच्छा लगा तो मैं मस्ती से चुदवाने लगी। पिंटू ने लन्ड अदा की चूत में पेला और से चोदने लगा। इसी तरह फज़ल अपनी भाभी अदा की बुर चोदने लगा।
हम तीनो ने मिल जुल कर इन तीनो से लन्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया।
जब वासना सर पर सवार हो जाती है तो कुछ भी हो सकता है। चूत से निकलती हुई ज्वाला कुछ भी करवा सकती है। चूत की धधकती हुई आग यह नहीं देखती की लन्ड किसका है ? उसे तो बस लन्ड चाहिए लन्ड ? उसी तरह टन टनाता हुआ लन्ड यह नहीं देखता की चूत किसकी है ? उसे तो घुसने के लिए चूत चाहिए चूत ? सेक्स की इस दुनिया में न कोई नाता है और न कोई रिस्ता ? अगर है कोई रिस्ता तो बस लन्ड और चूत का रिस्ता ? ऐसे मौकों पर किसी को कुछ दिखाई नहीं पड़ता। माँ हो चाहे बेटी, सास हो चाहे नन्द, देवरानी हो चाहे जेठानी सबको चाहिए लन्ड और लन्ड ?
यही बात हम दोनों माँ बेटी के साथ हो रहा है। मैं २२ साल की हूँ और मेरी अम्मी ४४ साल की। मैं भी जवान हो गयी हूँ और अम्मी तो मस्त जवान हैं ही।
एक दिन मेरी अम्मी का सामना मुझसे हो गया जब उसके हाथ में मैंने एक मोटा तगड़ा टन टनाता हुआ लन्ड देखा था। हुआ यह था की मैं जब कमरे में जा रही थी तो मैंने कुछ आवाजें सुनी तो मैं खिड़की के पास ही रुक गयी और अंदर झांक कर देखने लगी. वहां जो हो रहा था उसे देखकर दंग रह गयी मैं। मैंने देखा की अम्मी अपने सारे कपड़े उतारे हुए सोफा पर एकदम नंगी बैठी हैं ओर उसी के बगल में बैठा है एक मेरी उम्र का नंगा लड़का । वह सांवला था। उसका लन्ड तो नहीं दिखाई पड़ा लेकिन मैं अम्मी के बड़े बड़े स्तन देख कर मस्त हो गयी और सोंचने की काश मेरे भी इतने बड़े बड़े बूब्स होते तो कितना अच्छा होता ! तब तक अम्मी ने उसका लन्ड खींच कर बाहर निकाल लिया और उसे हिलाते हुए बोलीं बेटा तेरा तो लौड़ा बहन चोद भोसड़ा चोदने वाला हो गया है. तब तक लन्ड पूरी तरह खड़ा हो चुका था। मैं लन्ड देख कर ललचा गई। मेरे मुंह से लार टपकने लगी। मैं सोंचने लगी की यह लन्ड मेरे हाथ में होना चाहिए मेरी बुर चोदी अम्मी के हाथ में नहीं ? आज मैं पहली बार एक काला लन्ड देख रही हूँ वह भी इतना बड़ा और इतना मोटा ? मेरी चूत एकदम से गरमा उठी। मैं उसमे उंगली करने लगी. मेरी नज़र लन्ड से हट ही नहीं रही थी।
मैं मन ही मन अम्मी को गाली दे रही थी की ये भोसड़ी वाली यह नहीं सोंच रही है की घर में उसकी एक मस्त जवान बेटी बैठी है। लन्ड की उसे जरुरत है मुझे नहीं ? मेरी अम्मी मादर चोद इतनी हरामजादी होगी यह मुझे नहीं मालूम था मैं किसी दिन इसकी बहन का भोसड़ा चोदूंगी। तब तक अम्मी उधर जबान निकाल कर लौड़ा चाटने लगीं और वो अम्मी की चूंचियां दबाने लगा। मैंने कहा ये साला अपनी माँ के बराबर की औरत की बुर लेने जा रहा है जब की इसे मेरी बुर लेनी चाहिए। मेरी सब्र का बाँध टूट गया और मैं कमरे में घुस गयी।
- मेरे मुंह से निकला हाय अम्मी ये क्या हो हो रहा है ? फिर मैं एक सेकंड के लिए झिझकी और वापस जाने लगी। सोंचा की अम्मी को क्यों डिस्टर्ब करूँ ?
- तभी अम्मी ने कहा अरी रोशनी शर्माने की जरुर नहीं पहले ये बता तू कहाँ इतनी देर से अपनी माँ चुदा रही थी, भोसड़ी की ?
- अम्मी की मस्त प्यार भरी गालियों ने मार मन मोह लिया। मैं भी बोली मैं माँ नहीं चुदा रही थी। मैं पड़ोस में गयी थी।
- किसका लन्ड हिलाने गयी थी तू पड़ोस में बहन चोद ? अम्मी की दूसरी गाली ने मुझे बेशरम बना दिया। मैंने कहा मेरे पास कहाँ है लन्ड हिलाने को , अम्मी ?
- अम्मी ने मुझे लन्ड दिखाते हुए कहा ये है न तेरे लिए लन्ड ? मैं यही लन्ड तुझे पकड़ाने के लिए लाई हूँ। यहाँ आओ मेरे पास ?
- पर ये है किसका लन्ड, अम्मी ?
- ये मेरी उस सहेली के बेटे का लन्ड है जो शादी करके मलेशिया चली गयी थी। उसने एक मलेशियन से शादी कर ली थी। उसका लन्ड १०" का था, बेटी। मैंने भी उससे चुदवाया था। तभी इसका भी लन्ड काला है और बहुत बड़ा है। इसका लन्ड अपने बाप के लन्ड पर गया है। मोटा तो इतना है की तेरी माँ का भोसड़ा भी फट जाए ? इसका नाम है आदिब।
- मैंने कहा हाय अम्मी तुम तो बहुत बड़ी बुर चोदी हो। पहले बाप से चुदवाया और अब बेटे से चुदवाने जा रही हो ?
- अच्छा तू पहले इधर तो आ मेरे पास, माँ की लौड़ी ?
मैंने अम्मी की बात मस्ती से सुनी तो मेरी भी चूत भभकने लगी। अम्मी ने मेरी झिझक मिटाने के लिए लन्ड चाट कर चूस कर बताया की देखो बेटी ऐसे चूसा और चाटा जाता है लन्ड ? फिर उसने लन्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।
ऐसा नहीं की मैं पहली बार लन्ड चूस रही थी। असली बात तो यह है की मैं दो साल से लन्ड चूस रही हूँ लन्ड पी रही हूँ और चुदवा भी रही हूँ पर अम्मी को यह बात तो मालूम नहीं है। इसलिए मैं झिझकने का नाटक कर रही थी। मैं भी मस्ती और लन्ड बड़ी शिद्दत से चाटने चूसने लगी। लन्ड के पेल्हड़ भी चूमने और चाटने लगी। अम्मी मुझे बड़े गौर से देख रहीं थीं। वह बोली हाय दईया रोशनी लगता है की तेरा यह पहला लन्ड नहीं हैं। तू शायद पहले भी लन्ड चूस चुकी है। लन्ड चाट चुकी है। मैंने कहा अम्मी अब तुमसे क्या छुपाना मैं दो साल से लन्ड चाट रही हूँ। लन्ड पी रही हूँ और लन्ड चूत में पेल कर चुदवा भी रही हूँ। तब अम्मी बड़ी मस्ती से बोली हाय अल्ला, रौशनी तू तो बहन चोद बड़ी चालू चीज है ? अब तू सब कुछ कर चुकी है तो फिर आज अपनी माँ चुदाना सीख ले, भोसड़ी वाली ? मैंने कहा हां बस यही बाकी है अम्मी ? आज मैं यह भी सीख लेती हूँ।
अचानक किसी ने कहा तू अपने आप नहीं सीख पायेगी रोशनी ? मैं तुझे सिखाऊंगी माँ चुदाना ? मैंने सर उठा के देखा तो मेरी खाला की बेटी अदा थी। मैंने कहा हाय दीदी तुम आ गयीं तो अच्छा हुआ। अब तो मैं आज से ही शुरू करुँगी माँ चुदाना। अदा बोली रोशनी मै अभी अभी तेरी माँ की बहन चुदवा कर आ रही हूँ अपने ससुर का लन्ड पेल कर आ रही हूँ उसकी चूत में ? अम्मी बोली बेटी,अदा तेरी माँ चोदने आयी है बुर चोदी ? मैंने कहा अच्छा ही है न ? अब हम दोनों मिल के चोदेगीं तेरा भोसड़ा ? मैं एकदम बेशर्म हो गई। अम्मी यही चाहती थी। अदा बोली सायरा खाला तुम चिंता न करो मैं तेरी बिटिया की बुर भी चोदूंगी। ऐसा कह कर वह मेरी चूत सहलाने लगी और दूसरे हाथ से अम्मी की चूत ? हम दोनों बड़े प्यार से लन्ड चूस रहीं थीं। कभी अम्मी मेरे मुंह में लन्ड घुसेड़ती कभी मैं उसके मुंह में लन्ड ? अदा मुझसे बड़ी उसकी शादी भी हो गयी है लेकिन वो मुझे अपनी दोस्त मानती है। इतने में उसने लन्ड पकड़ा और मुझसे कहा लो रौशनी इसे अपनी माँ की चूत में पेलो। मैंने भी मजे से घुसेड़ दिया लन्ड। अदा ने मेरे हाथ आदिब के चूतड़ों पर रखा और कहा इन्हें दबाते जाओ। मैं वैसा ही करने लगी। अदा पेल्हड़ सहलाने लगी। वह बोली इसे कहते हैं माँ चुदाना ?
मैंने मजाक में कहा - ये है तेरी माँ की बहन का भोसड़ा, अदा ? अब तो जान गयी माँ चुदाना। मैं भी किसी दिन अपनी माँ की बहन चोदूंगी, अदा ?
वह बोली - हां हां जरूर चोद लेना ? वैसे अब तुम लन्ड चोदा करो, रौशनी।
मैंने कहा - मैं सबसे पहले तेरे मियां का लन्ड चोदूंगी।
इसी तरह की बात करते करते उसने लन्ड
मेरी चूत में घुसा दिया। मेरे मुंह से चीख निकली उई माँ फाड़ डाला इस भोसड़ी वाले ने मेरी चूत ? तू भी अपनी बेटी चुदवा रही है बुर चोदी सायरा ? अम्मी ने कहा जब तू अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा सकती है तो मैं अपनी बेटी क्यों नहीं चुदवा सकती ?
फिर हम दोनों के बीच शर्म तो कोई बची नहीं। उस दिन मैं अम्मी से अच्छी तरह खुल गयी।
दूसरे दिन अम्मी बड़े प्यार से मेरे गाल थपथपाती हुई बोली - रौशनी बेटी, तेरी माँ की बिटिया की बुर ?
मैं भी जोश में आ गयी और जबाब दिया - तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा, अम्मी ?
उधर पीछे से आवाज़ आयी - रोशनी दीदी, तेरी माँ की बहन का भोसड़ा ?
मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो वह मेरी खाला जान की छोटी बेटी निदा थी।
उसे देख कर अम्मी बोली - रोशन बेटी, तेरी खाला की बिटिया की चूत ?
मैंने कहा - तू किससे चुदवा कर आ रही है निदा ?
वह बोली - मैं भी अपनी दीदी के ससुर से चुदवाकर आ रही हूँ।
निदा बुर चोदी बड़ी मस्त चुदवाने वाली लड़की है। उसकी शादी अभी ३ महीने पहले ही हुई है। वह तो लन्ड का एक एक बूँद निचोड़ लेती है। मेरे अब्बू का लन्ड खूब पीती है। मैं भी उसके अब्बू का लन्ड पीती हूँ। मगर यह बात अम्मी को नहीं मालूम ?
एक दिन मैं खाला के घर पहुँच गयी। खाला नहीं थीं पर उसकी दोनों बेटियां अदा और निदा थीं। उनके साथ था एक अधेड़ उम्र का आदमी और दो नौजवान लड़के। अदा ने बताया यह है निदा का ससुर अज़मल मियां। यह है मेरा देवर फज़ल और उसका दोस्त पिंटू। पिंटू एक क्रिश्चियन लड़का है. फिर मैंने पूंछा खाला कहाँ हैं ? तो निदा बोली - गयी होगी कहीं किसी का लन्ड हिलाने ? मैं समझ गयी की माहौल में गर्मी है। फिर ड्रिंक्स चालू हो गया। सब लोग मस्ती के मूड में आ गये। मैं तो तीनो के लन्ड के बारे में सोंचने लगी की किसका कितना बड़ा होगा लन्ड ? तब तक अदा ने निदा के ससुर के लन्ड पर हाथ रख दिया। फिर हाथ उसके पैजामे में बेहिचक घुसेड़ दिया। सबने देखा की अदा अंदर ही अंदर लन्ड सहला रही है। निदा ने अदा के देवर का लन्ड ऊपर से ही दबाने लगी. मैं पिंटू का लन्ड टटोलने लगी . सबके चेहरे खिले हुए थे और हम तीनो की चूंचियां भी खुली हुई थीं। जिन्हें देख कर तन टनाने लगे। सबसे पहले अदा ने लन्ड बाहर निकाला तो सब कर मस्त गयीं। लन्ड साला वास्तव में बड़ा मोटा तगड़ा था।
अदा बोली - हाय निदा तेरे ससुर का लन्ड तो मेरे ससुर के लन्ड जैसा ही लग रहा है।
वह बोली - हां दीदी बिलकुल सही कहा आपने। अब तो यह तेरी चूत का मस्ती से बाजा बजायेगा।
तब तक निदा ने अदा के देवर का लन्ड भी बाहर निकाल लिया। वह भी साला फंफनाकर खड़ा हो गया। निदा बोली हाय दीदी तेरा देवर का लन्ड मादर चोद अभी से इतना मोटा है। ये तो मेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा ? मैंने कहा :- हां हां तो फड़वा लो न अपनी माँ का भोसड़ा। तेरी माँ तो बुर चोदी बड़ा मस्त चुदवाती है।
तब तक मैंने भी पिंटू का लन्ड बाहर निकाला। लन्ड मुझे कुछ अलग तरह का लगा। मुझे उसका लन्ड ऊपर नीचे करने में बड़ा मज़ा आने लगा। मैं बोली हाय अदा इसका लौड़ा तो बड़ा मस्त है यार, मोटा है और सख्त भी। वह बोली अरे रौशनी ये समूचा लन्ड है। नॉन मुस्लिम लन्ड है। इसकी खाल कटी नहीं है। तुम्हे बड़ा मज़ा आएगा इससे चुदवाने में और मुठ्ठ मार कर लन्ड पीने में ? इतनी गन्दी गन्दी बातें सुनकर सबकी चूत की आग और भड़क गयी। फिर मैंने अपने कपडे उत्त्तर दिया और अदा ने भी। मुझे देख कर निदा भी कपडे उतार कर फेंकने लगी।
अदा बोली - हाय रोशनी किसी सच ही कहा है की पराये मरद से चुदवाने का मज़ा कुछ ज्यादा ही होता है । निदा बोली - हां दीदी तुम सही कह रही हो। मैंने अपनी सुहागरात के दूसरे दिन ही अपने नंदोई से चुदवाया था तो बड़ा मज़ा आया था। उसी दिन मैंने ठान लिया की अब मैं रुकने वाली नहीं हूँ। अब तो मैं सारे मरदों के लन्ड अपनी चूत में पेलूंगी। थोड़ी देर बाद निदा ने ससुर में लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मुझे अच्छा लगा तो मैं मस्ती से चुदवाने लगी। पिंटू ने लन्ड अदा की चूत में पेला और से चोदने लगा। इसी तरह फज़ल अपनी भाभी अदा की बुर चोदने लगा।
हम तीनो ने मिल जुल कर इन तीनो से लन्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया।
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