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मेरी अम्मी भी मेरे साथ लन्ड चोदती हैं - Meri Maa bhi mere sath lund chodti hai
मेरी अम्मी भी मेरे साथ लन्ड चोदती हैं - Meri Maa bhi mere sath lund chodti hai , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
लन्ड चाहे जिसका हो मैं तो चोदूंगी,
घर का बाहर का हो लंड मैं तो चोदूंगी.
लंड पे किसी का नाम नहीं लिखा होता,
लन्ड तो सिरफ़ लन्ड है मैं तो चोदूंगी.
मेरा नाम रुबिका है। मैं २५ साल की एक खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। मेरी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है। मैं अभी अपने माईके में आयी हूँ। मैं अपनी अम्मी से पूरी तरह खुली हुई हूँ। वह भी मुझसे बिना हिचक खुल कर बातें करतीं हैं। मैंने तो अपनी सुहागरात की एक एक बात अम्मी को बताई है। अपने मियां के लन्ड के बारे में भी सब कुछ बताया है। चुदाई की एक एक बात बता दी है। उसने भी खूब एन्जॉय किया। अम्मी को मालूम है की मैं एक निहायत बेशर्म लड़की हूँ। सेक्स के मामले में बहुत खुली हुई हूँ। लन्ड की दीवानी हूँ। लन्ड चोदना मेरी जरुरत भी है, क्यों चोदूं ? हॉबी भी है और मेरी आदत भी है।
अम्मी भी मेरे साथ लन्ड चोदती हैं। अब मेरी अम्मी मेरी दोस्त है मेरी माँ नहीं। अभी तक हम दोनों घर के लन्ड, कुनबे के लन्ड और नाते रिस्ते दारों के लन्ड चोदती आयीं हैं पर अब जब की मेरी शादी ही गयी है तो मुझे बाहर के लन्ड चोदने का मौक़ा मिला है तो मैं क्यों न चोदूं ? जैसे मैं अपने शौहर के दोस्तों के लन्ड चोदना चाहती हूँ तो क्यों न चोदूं लन्ड ? मेरे पड़ोस में एक इब्राहिम अंकल है बड़े हैंडसम हैं. मेरी नज़र उसके लन्ड पर है। एक दिन मैं उसका लन्ड जरूर चोदूंगी। क्यों न चोदूं उसका लन्ड जब मेरा दिल उसके लन्ड पर आ गया है। इसी तरह मेरी एक दोस्त नज़मा है। उसका मियां मुझे बहुत पसंद है । मैं क्यों न चोदूं उसका लन्ड ? पर अम्मी मुझे उनके लन्ड नहीं चोदने देतीं ? उसे डर है की इससे कहीं कोई मियां बीवी के बीच दरार न पड़ जाये ? कहीं कोई अनबन न हो जाये ? कोई मुसीबत न आ जाये ? जब की ऐसा कुछ नहीं होने वाला है।
बस इसी बात की हम दोनों के बीच एक खूबसूरत बहस हो रही है। आप भी एन्जॉय कीजिये :-
देखो अम्मी सौ की सीधी एक बात ? मुझे तो लन्ड चोदना है और मैं तो लन्ड चोदूंगी। मैं बिना लन्ड चोदे रह
नहीं सकती ? अब लन्ड किसका है किसका नहीं है इससे मुझे कोई मतलब नहीं ?
अम्मी ने कहा - नहीं बेटी ऐसा नहीं होता ? मैं जानती हूँ की तुम्हे लन्ड चोदना है इसलिए तुम अपने लन्ड
चोदो ? एक बार नहीं बार बार चोदो लन्ड। दिन रात चोदो लन्ड । मैं उसके लिए कभी मना नहीं करती। पर गैरों के लन्ड चोदना बेटी ठीक नहीं है।
मैंने कहा - अरे अम्मी तुम कैसी बातें कर रही हो। ये बाबा आदम की ज़माने की बातें मुझसे कर रही हो ? अरे मैं उस ज़माने की नहीं आज के ज़माने की लड़की हूँ। लन्ड बस लन्ड होता है ? लन्ड इसका हो या उसका ? मैं कुछ नहीं जानती ? मुझे तो बस लन्ड चाहिए।
अरे बेटी थोड़ा मतलब रखा जाता है। सारे लन्ड चोदने की इज़ा.ज़त किसी को भी नहीं है ?
फिर वही तकियानूसी बातें ? अब लन्ड इसका नहीं उसका, ये लन्ड नहीं वो लन्ड, तेरा लन्ड नहीं मेरा लन्ड अब इन बातों का कोई मतलब नहीं रह गया है। अब तो हर लड़की लन्ड चोदती है बस यह नहीं देखती की लन्ड किसका है ?
नहीं बेटी फिर भी कुछ तो ख्याल किया जाता है। कुछ तो हया शर्म होनी चाहिए ?
हैं न हया शर्म ? मैं कोई सड़क पर तो किसी का लन्ड चोदने नहीं जा रही हूँ। घर में ही चोदूंगी लन्ड ? अब अगर लन्ड बाहर का है तो इसमें हर्ज़ क्या है ?
हर्ज़ है बेटी, बहुत हर्ज़ है। घर के ही बहुत लन्ड हैं उन्हें चोदो। कुनबे में नाते रिस्ते दारों में बहुत लन्ड हैं उन्हें चोदो। जिनसे सम्बन्ध बन जाए वो लन्ड चोदो पर बाहर वालों के लन्ड नहीं बेटी ?
देखो अम्मी, जब चूत में आग लगी हो और सामने एक लन्ड खड़ा चूत को ललकार रहा हो तो मैं क्या उससे पूंछने जाऊंगी की लन्ड महराज तुम घर के हो की बाहर के ?
तू पढ़ी लिखी है न ? इसलिए बहस बहुत अच्छी कर लेती है। पर मुझे चोदने चुदाने का तुमसे कहीं ज्यादा तज़ुर्बा है। तुम मेरी बात मान जाओ और जिद न करो।
अच्छा चलो मान जाती हूँ पर एक बात बताओ बार बार वही लन्ड वही लोग कहाँ तक उनसे चुदवाऊँ ? मुझे तो नये नये लन्ड चाहिए ? नये नये मरद चाहिए ? नये नये चोदने वाले लोग चाहिए। और फिर अम्मी दुनिया बहुत बड़ी है। दुनिया में एक से एक बेहतरीन लन्ड हैं। तुमने तो अभी तक कोई विदेशी लन्ड देखा ही नहीं अम्मी ? एक बार देखोगी तो देशी लन्ड भूल जाओगी ? दस दस बारह बारह इंच के होतें हैं लन्ड ? लंबे लंबे मोटे तगड़े ताज़े लन्ड ? काले लन्ड तो वाकई बड़े खूबसूरत होतें हैं ? एक बार देखोगी तो तेरा भोसड़ा भी मचल उठेगा अम्मी। आओ मैं तुम्हे पोर्न फिल्म में दिखाती हूँ उनके लन्ड ?
मैं अम्मी को अपने कमरे में ले जाने लगी। तभी अचानक मेरी खाला जान आ गयीं। मैं उसे देख कर बोली वॉवो, आप तो बिना बताये आ गयी खाला जान। वह बोली हां रुबिका ये तो अच्छा हुआ की मैं बिना बताये आ गयी। तभी तो मुझे मालूम हुआ की दुनियां में लन्ड बड़े बड़े होतें हैं। दस दस बारह बारह इंच के होतें हैं लन्ड ? अब मुझे भी नेट पर दिखा दे न बड़े बड़े लन्ड ? मैंने कहा ठीक है आप भी चलिए। मैं उन दोनों को लेकर कमरे में आ गयी और अपना लैपटॉप खोला। उसे टी वी से जोड़ दिया। फिर एक पोर्न फिल्म निकाल कर चला दिया। जैसे ही लन्ड स्क्रीन पर आया वैसे खाला चिल्ला पड़ी बाप रे बाप इतना बड़ा लन्ड ? अम्मी ने कहा हाय दईया वाकई क्या इतना बड़ा लन्ड होता है ? उसके बाद एक काला लन्ड उससे भी तगड़ा निकल आया। उन दोनों का भोसड़ा बहन चोद गरम हो गया ?
मैंने कहा - अम्मी, है किसी भोसड़ी वाले का लन्ड इतना बड़ा अपने कुनबे में या फिर नाते रिस्ते दारों में ?
खाला ने कहा - नहीं बेटी, इतना बड़ा लौड़ा तो किसी का नहीं है ?
अम्मी ने तो साफ़ साफ़ कहा - बेटी रुबिका इतने बड़े लन्ड वाला मेरे खान दान में कोई मरद नहीं है। अब तू यह बता की वास्तव में इतने बड़े बड़े लन्ड होतें हैं की सिर्फ ये फिल्म में बड़े बड़े दिखाई पड़ते हैं ?
मैंने कहा - अरे अम्मी सच में इतने बड़े लन्ड होतें है। मेरी सहेलियां जो ऐसे लौड़ों से चुदवाती हैं वो सब मुझे खुल कर बताती हैं ? उनकी अम्मियां भी कहतीं हैं की हां सच में इतने बड़े बड़े लन्ड होतें हैं। मैंने पता भी लगाया तो यह बात सही निकली। पर हां ये लन्ड ज्यादा तर विदशों में होतें हैं जैसे अफ्रीका के लन्ड, अरब देशों के लन्ड, नीग्रो के लन्ड, मलेशिया वालों के लन्ड ?
अम्मी ने कहा - हाय अल्ला, मैंने तो कभी इसके बारे में सुना ही नहीं। अच्छा हुआ बेटी की तुमने मेरी आँखें खोल दीं ? लन्ड के बारे में जानकारी बढ़ा दी।
मैंने कहा - अरे अम्मी पर इसका मतलब यह नहीं है की अपने देश में इतने बड़े बड़े नहीं होते ? यहाँ भी होतें है पर उन्हें ढूंढना पड़ता है ? मेरी नज़र में इब्राहिम अंकल का लन्ड है ? मैं उसे जल्दी ही पकड़ना चाहती हूँ। दूसरा लन्ड मेरी दोस्त नज़मा के मियां का लन्ड है। वह अरब का रहने वाला है। उसका लौड़ा भी ऐसा ही हो सकता है। अम्मी ने कहा - हाय दईया रुबिका, अब तू जल्दी से इन दोनों के लन्ड पकड़ कर मुझे बता ? तेरी माँ का भोसड़ा बहन चोद ऐसे लौड़ों का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार कर रही है। तब तक खाला बोली हाय रुबिका तेरी माँ की बहन की बुर भी ऐसे लौड़ों का इंतज़ार कर रही है ? उसे भूल मत जाना ?
अब अम्मी इस बात पर तो राज़ी हो गयी की हां रुबिका अब तू बाहर वालों के भी लन्ड पकड़ सकती हो । उसे क्या मालूम की मैं बहुत दिनों से बाहर वालों के लन्ड पकड़ रही हूँ। मैं सच बताऊँ दोस्तों, मैंने तो इब्राहिम अंकल का भी लन्ड पकड़ा है ? उसे मस्ती से हिलाया है चूमा चाटा है और मुठ्ठी मार कर मस्ती से पिया है लन्ड ? फिर एक दिन मैंने मजे से उसका लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ कर चुदवा भी लिया। यह बात उस समय की है जब मेरी शादी नहीं हुई थी। अब तो शादी हो गयी है। अब तो मुझे किसी से भी चुदवाने का लाइसेंस मिल गया है। अम्मी और खाला से बात होने के बाद मैं सीधे इब्राहिम अंकल के घर पहुँच गयी।
इतवार का दिन था। वह नंगे बदन एक ढीली ढीली नेकर पहने बैठा हुआ शराब पी रहा था। मुझे देख कर वह बोला - wow, Rubika come on and join me in drinks . उसे मालूम था की मैं भी शराब पीती हूँ। मैं उसके साथ बैठ कर दारू का मज़ा लेने लगी। मैंने दारू का एक सिप लिया और फिर अपना एक हाथ उसकी नेकर में घुसेड़ कर लन्ड पकड़ लिया। लन्ड जब खड़ा हो गया तो मैंने उसकी नेकर उतार कर फेंक दी। वह नंगा हो गया। मेरे एक हाथ में दारू का गिलास और दूसरे हाथ में अंकल का लन्ड ? मैं दारू पीती तो लन्ड पी लेती और लन्ड पीती तो दारू पी लेती ? फिर उसने मुझे भी नंगी कर दिया। वह मेरे बूब्स दबाने लगा, मसलने लगा और मेरी चूत सहलाने लगा। मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। हम दोनों मस्ती के मूड आ गए। मुझे दारू के साथ लन्ड बड़ा प्यारा लगने लगा और उसे दारू के साथ मेरी चूत और चूंची।
मैंने कहा - अंकल, मेरी माँ चोदोगे ?
उसने जबाब दिया - हां बिलकुल चोदूंगा ? मैंने जब से तेरी माँ देखी है तभी से मैं उसे चोदने में मूड में हूँ रुबिका ? मैंने कहा - मेरी खाला भी चुदवायेगी तुमसे अंकल ? उसे भी तेरा लन्ड बड़ा पसंद आएगा। मेरी माँ और उसकी बहन दोनों भोसड़ी की बड़े बड़े और मोटे मोटे लन्ड की जबरदस्त फैन हैं। तेरे लन्ड पर तो वो दोनों टूट पड़ेंगीं ?
वह बोला - मैंने तेरी खाला को तो नहीं देखा। लेकिन जब तुम कह रही हो तो मैं उसे भी चोदूंगा ? लेकिन मैं पहले तुझे तो चोद लूँ, रुबिका ?
मैंने कहा - नही अंकल, आज मैं तुमसे नहीं चुदवाऊँगी।आज मैं तेरा लन्ड मुठ्ठी मार कर पियूँगी ? मैंने प्रतिज्ञा की है की मैं पहले तुमसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी फिर खाला की बुर चुदवाऊँगी उसके बाद ही मैं चुदवाऊँगी। अब जब तक तुम मेरी माँ नहीं चोदते तब तक तुम मुझे भी नहीं चोद सकते ?
ऐसा बोल कर मैंने लन्ड मस्ती से पकड़ लिया। अंकल तो बहुत गोरे थे. लन्ड भी बहन चोद बहुत गोरा था। लन्ड का सुपाड़ा तो बिलकुल लाल टमाटर की तरह था। मेरे मुंह खुला और मैं लन्ड चूसने लगी। लन्ड की लार निलकने लगी मेरी भी लार निकलने लगी। दोनों की लार टपकने लगी। मेरी मस्ती बढ़ी तो मैं लन्ड पर थूक थूक कर चाटने लगी। देखने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा था पर मस्ती बहुत आ रही थी। अंकल क्रिश्चियन थे। उसका लन्ड कटा नहीं था समूचा था इसलिए उसे ऊपर नीचे करने में बड़ा मज़ा आ रहा था। एक हाथ से पेल्हड़ थाम कर मैं लन्ड जल्दी जल्दी ऊपर नीचे करने लगी। मैं लन्ड का मुठ्ठ मारने लगी. लन्ड से बातें करती हुई लन्ड का सड़का मारने लगी --- हाय मेरे लन्ड राजा आज मैं तेरी माँ चोद दूंगी, तेरा तेल निकाल लूंगी भोसड़ी के लन्ड ? तेरी बहन की बुर लन्ड राजा ? इतना खूबसूरत क्यों हैं की तुझे देखते ही लड़कियों का मुंह अपने आप खुल जाता है। तू साला बहुत गुर्रा रहा है ? अभी तो मुझे मेरी माँ चोदनी है भोसड़ी के ? मेरी खाला की बुर में घुसना है तुझे ? मेरी सास की बुर और नन्द की चूत लेनी है तुझे ?
मेरी इस तरह की बातें सुन कर लन्ड का जोश और बढ़ गया। अंकल ने कहा यार अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने बोली तो मेरे मुंह में निकल जा न ? वह बोला वाओ,,, उई ,, हो,, आ,, अहह शु,,,, ओ,, ही हु,, आ,, हां ,,और तेज तेज करो,,, हां हां,, और तेज तेज मारो सड़का ,,, हां और हां और मारो सड़का,,, तेरे हाथों में जादू है रुबिका,,, हां और जल्दी जल्दी,, हां हां,,, ओ,, हो हाय,,, आ,, लो,, मैं आ गया। बस फिर क्या लन्ड ने उगल दिया सारा मक्खन मेरे मुंह में और मैं मजे से पीने लगी लन्ड ?
मैं शाम को अपने घर वापस आयी और पीछे के दरवाजे से घर में घुसी। तभी अम्मी ने देख लिया। वह बोली अरी रुबिका तू दिन भर कहाँ थी ? किसका लन्ड हिला रही थी तू ? तेरी माँ का भोसड़ा बहन चोद ? मैं यहाँ तेरा बड़ी देर से इंतज़ार कर रही हूँ। देख न बाहर कौन आया है ? मैंने बाहर कमरे में झाँक कर देखा तो वहां दो जवान लड़के बैठे हुए थे। उन्हें देख कर मेरी चूत गन गना उठी। मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं उनके लन्ड के बारे में सोंचने लगी। तब तक अम्मी बोली रुबिका तू जानती है ये कौन है। ये किसके लन्ड हैं जिन पर तेरी निगाह जम गयी है ? मैंने कहा अम्मी लन्ड किसी के भी हों, मैं तो आज इन्हें चोदूंगी ? मैं किसी और को इनके लन्ड चोदने नहीं दूंगी ? फिर अम्मी मुझे अंदर ले गयी और उन दोनों से मिलवाया। बोलीं ये है अजमल और ये है आशिक दोनों कॉलेज में मेरे साथ ही थे। मैं इन दोनों से प्यार करती थी और इन्हें बुर्का पहनाकर घर ले आती थी और फिर मजे से इनके लन्ड पीती थी। धीरे धीरे में इन दोनों से चुदवाने भी लगी। अच्छा यह हुआ की मैंने इन लोगों से संपर्क बनाये रखा। आज भी मैं इन्हें बुलाकर इनसे चुदवाती हूँ। तब मुझे समझ में आया की अम्मी भी बाहर वालों से चुदवाती हैं। उसने अपनी पोल पट्टी खुद ही खोल दी। लेकिन कोई बात नहीं मैं भी तो यही करती हूँ।
फिर मैंने बताया अम्मी आज इब्राहिम अंकल मेरी माँ का भोसड़ा चोदने आ रहा है। वह बोली हाय दईया तब तो मज़ा आ जायेगा। ये दोनों मेरी बिटिया की बुर चोदेगें और वो तेरी माँ का भोसड़ा ? कितना मज़ा आएगा ? हम लोग बातें कर ही रहीं थी की इब्राहिम अंकल आ गए। मैंने उसे सबसे मिलवाया और फिर ड्रिंक्स चालू कर दी। अब ये तो सबको मालूम ही था की आज यहाँ घमाशान चुदाई होने वाली है। तभी मैंने अम्मी का हाथ इब्राहिम अंकल के लन्ड पर रख दिया और कहा अम्मी इसका लन्ड वैसा ही है जैसे तुमने फिल्म में देखा। अम्मी उसके कपड़े खोल कर उसका लौड़ा फटाफट निकालनी लगीं। मैं भी आगे बढ़ी। मैं अजमल और आशिक के कपड़े खोलने लगी। मुझे भी जल्दी थी उनके लन्ड देखने की। बस एक मिनट में ही दोनों को नंगा कर दिया। दोनों के लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी मैं। तब तक मैं भी मादर चोद नंगी हो चुकी थी। मेरे हिलाते ही दोनों लन्ड आसमान से बातें करने लगे। तब मैंने देखा की अंकल का लौड़ा भी सख्त होकर छत ताकने लगा। फिर हम लोग पीछे एक बड़े कमरे में चले गए।
मेरे हाथ में दो लन्ड और अम्मी के हाथ में एक लन्ड। मस्ती का माहौल बन गया। हम दोनों की चूत एकदम गरम हो गयी। हम दोनों लन्ड चाटने में मशगूल हो गयीं। तभी अचानक किसी न डोर बेल बजा दी। अम्मी बोली अब कौन भोसड़ी का आ गया ? मैंने कहा अम्मी मैं जाकर देखती हूँ। मैंने दरवाजा खोला तो सामने नज़मा का मियां शेख़ अब्दुल्ला खड़ा था। मैं उसे दखकर ललचा गयी। गोरा चिट्टा लंबा चौड़ा आदमी देख कर मेरी चूत मचल उठी। मुझे यकीन हो गया की इसका लौड़ा भी लंबा चौड़ा होगा। मैं उसे अंदर किया और दरवाजा बंद कर दिया। मैंने कहा मैं तुम्हे जीजा कहूँ की भाई जान कहूँ ? भोसड़ी वाला कहूँ की मादर चोद ? मैं तो नंगी थी ही वह मुझसे लिपट गया और बोला तुम कुछ भी कहो लेकिन आज मैं तेरी बुर खूब जम कर लूँगा। नज़मा ने मुझे सब बता दिया है। मैंने कहा यार तुम मेरी भी बुर ले लो और मेरी माँ की भी बुर ले लो ? मैंने उसे वहीँ नंगा किया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लन्ड बहन चोद बढ़ने लगा। मेरा अनुमान सही निकल। लन्ड बढ़ते बढ़ते १०" का हो गया। और मोटा इतना की कुछ पूंछो न ? मैं लन्ड पकड़े पकड़े उसे अम्मी के पास ले गई। उसने देखा की मेरी अम्मी दो दो लन्ड चाट रही है।
मैंने बताया अम्मी ये देखो लंबा चौड़ा विदेशी लन्ड ? अम्मी ने देखा तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गयी। उसका लौड़ा वाकई वहां के सभी लौड़ों से बड़ा भी था और मोटा भी ? अम्मी तो टूट पड़ी उसके लौड़े पर ? अम्मी के हाथ में इब्राहिम अंकल का लन्ड और शेख का लन्ड था। इधर मेरे हाथ में अजमल और आशिक का लन्ड था। चारों लन्ड बहन चोद हम दोनों की चूत को ललकारने लगे और हमारी चूत भी इन सबको खाने के लिए मुंह खोल कर तैयार हो गयी। हमने पहले तो लन्ड खूब चाटा और चूसा। उसके बाद मैंने पहले अजमल का लन्ड चूत में लिया और आशिक का लन्ड मुंह में। मेरे सामने अम्मी ने शेख़ का अपनी चूत में घुसेड़ा और इब्राहिम का लन्ड अपने मुंह में। हम दोनों एक दूसरे केसामने बड़ी मस्ती से चुदवाने लगीं। फिर मैंने कहा अम्मी आज मैं एक और बात आपको बता रही हूँ। मैं इसी तरह अपनी ससुराल में अपनी सास और नन्द के सामने चुदवाती हूँ। वो दोनों भी भोसड़ी वाली ग़ैर मर्दों से चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट हैं।
इतने में मेरी खाला जान भी आ गयी और उसके साथ उसकी बेटी नूर भी थी। वो दोनों यहाँ की चुदाई देख कर एकदम नंगी हो गयीं।
नूर बोली - अम्मी, तेरी बहन की बिटिया की बुर ? यह कह उसने मुझे पर से गाली दी।
मैंने कहा - नूर, तेरी माँ की चूत ? आज मैं चोदूंगी तेरी का भोसड़ा ?
तब तक खाला बोली - तेरी खाला की बहन का भोसड़ा, रुबिका ?
अम्मी बोली - बेटी रुबिका, तेरी माँ की बहन का लन्ड ? आज मौका है आज तू चोद ले अपनी खाला का भोसड़ा और चोद ले उसकी बिटिया की चूत ?
ऐसी प्यार भरी गालियों से माहौल में और गर्मी छा गयी।
तब मैंने कहा- अरे अम्मी आज तो मैं चोदूंगी सबके लन्ड ? और मैं ही नहीं खाला भी और खाला की बेटी भी चोदेगी लन्ड। इतने बढ़िया बढ़िया लन्ड यहाँ मौजूद है तो फिर क्यों न चोदूं लन्ड ? मैं तो कहती हूँ अम्मी तुम चोदो लन्ड ? फिर क्या हम सब जुट गई लन्ड चोदने में ?
उसके बाद तो फिर हम सब चोदने लगीं सबके लन्ड और मरद साले चोदने लगे हम सबकी बुर ?
यह चुदाई दो दिन तक चलती रही।
लन्ड चाहे जिसका हो मैं तो चोदूंगी,
घर का बाहर का हो लंड मैं तो चोदूंगी.
लंड पे किसी का नाम नहीं लिखा होता,
लन्ड तो सिरफ़ लन्ड है मैं तो चोदूंगी.
मेरा नाम रुबिका है। मैं २५ साल की एक खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। मेरी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है। मैं अभी अपने माईके में आयी हूँ। मैं अपनी अम्मी से पूरी तरह खुली हुई हूँ। वह भी मुझसे बिना हिचक खुल कर बातें करतीं हैं। मैंने तो अपनी सुहागरात की एक एक बात अम्मी को बताई है। अपने मियां के लन्ड के बारे में भी सब कुछ बताया है। चुदाई की एक एक बात बता दी है। उसने भी खूब एन्जॉय किया। अम्मी को मालूम है की मैं एक निहायत बेशर्म लड़की हूँ। सेक्स के मामले में बहुत खुली हुई हूँ। लन्ड की दीवानी हूँ। लन्ड चोदना मेरी जरुरत भी है, क्यों चोदूं ? हॉबी भी है और मेरी आदत भी है।
अम्मी भी मेरे साथ लन्ड चोदती हैं। अब मेरी अम्मी मेरी दोस्त है मेरी माँ नहीं। अभी तक हम दोनों घर के लन्ड, कुनबे के लन्ड और नाते रिस्ते दारों के लन्ड चोदती आयीं हैं पर अब जब की मेरी शादी ही गयी है तो मुझे बाहर के लन्ड चोदने का मौक़ा मिला है तो मैं क्यों न चोदूं ? जैसे मैं अपने शौहर के दोस्तों के लन्ड चोदना चाहती हूँ तो क्यों न चोदूं लन्ड ? मेरे पड़ोस में एक इब्राहिम अंकल है बड़े हैंडसम हैं. मेरी नज़र उसके लन्ड पर है। एक दिन मैं उसका लन्ड जरूर चोदूंगी। क्यों न चोदूं उसका लन्ड जब मेरा दिल उसके लन्ड पर आ गया है। इसी तरह मेरी एक दोस्त नज़मा है। उसका मियां मुझे बहुत पसंद है । मैं क्यों न चोदूं उसका लन्ड ? पर अम्मी मुझे उनके लन्ड नहीं चोदने देतीं ? उसे डर है की इससे कहीं कोई मियां बीवी के बीच दरार न पड़ जाये ? कहीं कोई अनबन न हो जाये ? कोई मुसीबत न आ जाये ? जब की ऐसा कुछ नहीं होने वाला है।
बस इसी बात की हम दोनों के बीच एक खूबसूरत बहस हो रही है। आप भी एन्जॉय कीजिये :-
देखो अम्मी सौ की सीधी एक बात ? मुझे तो लन्ड चोदना है और मैं तो लन्ड चोदूंगी। मैं बिना लन्ड चोदे रह
नहीं सकती ? अब लन्ड किसका है किसका नहीं है इससे मुझे कोई मतलब नहीं ?
अम्मी ने कहा - नहीं बेटी ऐसा नहीं होता ? मैं जानती हूँ की तुम्हे लन्ड चोदना है इसलिए तुम अपने लन्ड
चोदो ? एक बार नहीं बार बार चोदो लन्ड। दिन रात चोदो लन्ड । मैं उसके लिए कभी मना नहीं करती। पर गैरों के लन्ड चोदना बेटी ठीक नहीं है।
मैंने कहा - अरे अम्मी तुम कैसी बातें कर रही हो। ये बाबा आदम की ज़माने की बातें मुझसे कर रही हो ? अरे मैं उस ज़माने की नहीं आज के ज़माने की लड़की हूँ। लन्ड बस लन्ड होता है ? लन्ड इसका हो या उसका ? मैं कुछ नहीं जानती ? मुझे तो बस लन्ड चाहिए।
अरे बेटी थोड़ा मतलब रखा जाता है। सारे लन्ड चोदने की इज़ा.ज़त किसी को भी नहीं है ?
फिर वही तकियानूसी बातें ? अब लन्ड इसका नहीं उसका, ये लन्ड नहीं वो लन्ड, तेरा लन्ड नहीं मेरा लन्ड अब इन बातों का कोई मतलब नहीं रह गया है। अब तो हर लड़की लन्ड चोदती है बस यह नहीं देखती की लन्ड किसका है ?
नहीं बेटी फिर भी कुछ तो ख्याल किया जाता है। कुछ तो हया शर्म होनी चाहिए ?
हैं न हया शर्म ? मैं कोई सड़क पर तो किसी का लन्ड चोदने नहीं जा रही हूँ। घर में ही चोदूंगी लन्ड ? अब अगर लन्ड बाहर का है तो इसमें हर्ज़ क्या है ?
हर्ज़ है बेटी, बहुत हर्ज़ है। घर के ही बहुत लन्ड हैं उन्हें चोदो। कुनबे में नाते रिस्ते दारों में बहुत लन्ड हैं उन्हें चोदो। जिनसे सम्बन्ध बन जाए वो लन्ड चोदो पर बाहर वालों के लन्ड नहीं बेटी ?
देखो अम्मी, जब चूत में आग लगी हो और सामने एक लन्ड खड़ा चूत को ललकार रहा हो तो मैं क्या उससे पूंछने जाऊंगी की लन्ड महराज तुम घर के हो की बाहर के ?
तू पढ़ी लिखी है न ? इसलिए बहस बहुत अच्छी कर लेती है। पर मुझे चोदने चुदाने का तुमसे कहीं ज्यादा तज़ुर्बा है। तुम मेरी बात मान जाओ और जिद न करो।
अच्छा चलो मान जाती हूँ पर एक बात बताओ बार बार वही लन्ड वही लोग कहाँ तक उनसे चुदवाऊँ ? मुझे तो नये नये लन्ड चाहिए ? नये नये मरद चाहिए ? नये नये चोदने वाले लोग चाहिए। और फिर अम्मी दुनिया बहुत बड़ी है। दुनिया में एक से एक बेहतरीन लन्ड हैं। तुमने तो अभी तक कोई विदेशी लन्ड देखा ही नहीं अम्मी ? एक बार देखोगी तो देशी लन्ड भूल जाओगी ? दस दस बारह बारह इंच के होतें हैं लन्ड ? लंबे लंबे मोटे तगड़े ताज़े लन्ड ? काले लन्ड तो वाकई बड़े खूबसूरत होतें हैं ? एक बार देखोगी तो तेरा भोसड़ा भी मचल उठेगा अम्मी। आओ मैं तुम्हे पोर्न फिल्म में दिखाती हूँ उनके लन्ड ?
मैं अम्मी को अपने कमरे में ले जाने लगी। तभी अचानक मेरी खाला जान आ गयीं। मैं उसे देख कर बोली वॉवो, आप तो बिना बताये आ गयी खाला जान। वह बोली हां रुबिका ये तो अच्छा हुआ की मैं बिना बताये आ गयी। तभी तो मुझे मालूम हुआ की दुनियां में लन्ड बड़े बड़े होतें हैं। दस दस बारह बारह इंच के होतें हैं लन्ड ? अब मुझे भी नेट पर दिखा दे न बड़े बड़े लन्ड ? मैंने कहा ठीक है आप भी चलिए। मैं उन दोनों को लेकर कमरे में आ गयी और अपना लैपटॉप खोला। उसे टी वी से जोड़ दिया। फिर एक पोर्न फिल्म निकाल कर चला दिया। जैसे ही लन्ड स्क्रीन पर आया वैसे खाला चिल्ला पड़ी बाप रे बाप इतना बड़ा लन्ड ? अम्मी ने कहा हाय दईया वाकई क्या इतना बड़ा लन्ड होता है ? उसके बाद एक काला लन्ड उससे भी तगड़ा निकल आया। उन दोनों का भोसड़ा बहन चोद गरम हो गया ?
मैंने कहा - अम्मी, है किसी भोसड़ी वाले का लन्ड इतना बड़ा अपने कुनबे में या फिर नाते रिस्ते दारों में ?
खाला ने कहा - नहीं बेटी, इतना बड़ा लौड़ा तो किसी का नहीं है ?
अम्मी ने तो साफ़ साफ़ कहा - बेटी रुबिका इतने बड़े लन्ड वाला मेरे खान दान में कोई मरद नहीं है। अब तू यह बता की वास्तव में इतने बड़े बड़े लन्ड होतें हैं की सिर्फ ये फिल्म में बड़े बड़े दिखाई पड़ते हैं ?
मैंने कहा - अरे अम्मी सच में इतने बड़े लन्ड होतें है। मेरी सहेलियां जो ऐसे लौड़ों से चुदवाती हैं वो सब मुझे खुल कर बताती हैं ? उनकी अम्मियां भी कहतीं हैं की हां सच में इतने बड़े बड़े लन्ड होतें हैं। मैंने पता भी लगाया तो यह बात सही निकली। पर हां ये लन्ड ज्यादा तर विदशों में होतें हैं जैसे अफ्रीका के लन्ड, अरब देशों के लन्ड, नीग्रो के लन्ड, मलेशिया वालों के लन्ड ?
अम्मी ने कहा - हाय अल्ला, मैंने तो कभी इसके बारे में सुना ही नहीं। अच्छा हुआ बेटी की तुमने मेरी आँखें खोल दीं ? लन्ड के बारे में जानकारी बढ़ा दी।
मैंने कहा - अरे अम्मी पर इसका मतलब यह नहीं है की अपने देश में इतने बड़े बड़े नहीं होते ? यहाँ भी होतें है पर उन्हें ढूंढना पड़ता है ? मेरी नज़र में इब्राहिम अंकल का लन्ड है ? मैं उसे जल्दी ही पकड़ना चाहती हूँ। दूसरा लन्ड मेरी दोस्त नज़मा के मियां का लन्ड है। वह अरब का रहने वाला है। उसका लौड़ा भी ऐसा ही हो सकता है। अम्मी ने कहा - हाय दईया रुबिका, अब तू जल्दी से इन दोनों के लन्ड पकड़ कर मुझे बता ? तेरी माँ का भोसड़ा बहन चोद ऐसे लौड़ों का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार कर रही है। तब तक खाला बोली हाय रुबिका तेरी माँ की बहन की बुर भी ऐसे लौड़ों का इंतज़ार कर रही है ? उसे भूल मत जाना ?
अब अम्मी इस बात पर तो राज़ी हो गयी की हां रुबिका अब तू बाहर वालों के भी लन्ड पकड़ सकती हो । उसे क्या मालूम की मैं बहुत दिनों से बाहर वालों के लन्ड पकड़ रही हूँ। मैं सच बताऊँ दोस्तों, मैंने तो इब्राहिम अंकल का भी लन्ड पकड़ा है ? उसे मस्ती से हिलाया है चूमा चाटा है और मुठ्ठी मार कर मस्ती से पिया है लन्ड ? फिर एक दिन मैंने मजे से उसका लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ कर चुदवा भी लिया। यह बात उस समय की है जब मेरी शादी नहीं हुई थी। अब तो शादी हो गयी है। अब तो मुझे किसी से भी चुदवाने का लाइसेंस मिल गया है। अम्मी और खाला से बात होने के बाद मैं सीधे इब्राहिम अंकल के घर पहुँच गयी।
इतवार का दिन था। वह नंगे बदन एक ढीली ढीली नेकर पहने बैठा हुआ शराब पी रहा था। मुझे देख कर वह बोला - wow, Rubika come on and join me in drinks . उसे मालूम था की मैं भी शराब पीती हूँ। मैं उसके साथ बैठ कर दारू का मज़ा लेने लगी। मैंने दारू का एक सिप लिया और फिर अपना एक हाथ उसकी नेकर में घुसेड़ कर लन्ड पकड़ लिया। लन्ड जब खड़ा हो गया तो मैंने उसकी नेकर उतार कर फेंक दी। वह नंगा हो गया। मेरे एक हाथ में दारू का गिलास और दूसरे हाथ में अंकल का लन्ड ? मैं दारू पीती तो लन्ड पी लेती और लन्ड पीती तो दारू पी लेती ? फिर उसने मुझे भी नंगी कर दिया। वह मेरे बूब्स दबाने लगा, मसलने लगा और मेरी चूत सहलाने लगा। मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। हम दोनों मस्ती के मूड आ गए। मुझे दारू के साथ लन्ड बड़ा प्यारा लगने लगा और उसे दारू के साथ मेरी चूत और चूंची।
मैंने कहा - अंकल, मेरी माँ चोदोगे ?
उसने जबाब दिया - हां बिलकुल चोदूंगा ? मैंने जब से तेरी माँ देखी है तभी से मैं उसे चोदने में मूड में हूँ रुबिका ? मैंने कहा - मेरी खाला भी चुदवायेगी तुमसे अंकल ? उसे भी तेरा लन्ड बड़ा पसंद आएगा। मेरी माँ और उसकी बहन दोनों भोसड़ी की बड़े बड़े और मोटे मोटे लन्ड की जबरदस्त फैन हैं। तेरे लन्ड पर तो वो दोनों टूट पड़ेंगीं ?
वह बोला - मैंने तेरी खाला को तो नहीं देखा। लेकिन जब तुम कह रही हो तो मैं उसे भी चोदूंगा ? लेकिन मैं पहले तुझे तो चोद लूँ, रुबिका ?
मैंने कहा - नही अंकल, आज मैं तुमसे नहीं चुदवाऊँगी।आज मैं तेरा लन्ड मुठ्ठी मार कर पियूँगी ? मैंने प्रतिज्ञा की है की मैं पहले तुमसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी फिर खाला की बुर चुदवाऊँगी उसके बाद ही मैं चुदवाऊँगी। अब जब तक तुम मेरी माँ नहीं चोदते तब तक तुम मुझे भी नहीं चोद सकते ?
ऐसा बोल कर मैंने लन्ड मस्ती से पकड़ लिया। अंकल तो बहुत गोरे थे. लन्ड भी बहन चोद बहुत गोरा था। लन्ड का सुपाड़ा तो बिलकुल लाल टमाटर की तरह था। मेरे मुंह खुला और मैं लन्ड चूसने लगी। लन्ड की लार निलकने लगी मेरी भी लार निकलने लगी। दोनों की लार टपकने लगी। मेरी मस्ती बढ़ी तो मैं लन्ड पर थूक थूक कर चाटने लगी। देखने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा था पर मस्ती बहुत आ रही थी। अंकल क्रिश्चियन थे। उसका लन्ड कटा नहीं था समूचा था इसलिए उसे ऊपर नीचे करने में बड़ा मज़ा आ रहा था। एक हाथ से पेल्हड़ थाम कर मैं लन्ड जल्दी जल्दी ऊपर नीचे करने लगी। मैं लन्ड का मुठ्ठ मारने लगी. लन्ड से बातें करती हुई लन्ड का सड़का मारने लगी --- हाय मेरे लन्ड राजा आज मैं तेरी माँ चोद दूंगी, तेरा तेल निकाल लूंगी भोसड़ी के लन्ड ? तेरी बहन की बुर लन्ड राजा ? इतना खूबसूरत क्यों हैं की तुझे देखते ही लड़कियों का मुंह अपने आप खुल जाता है। तू साला बहुत गुर्रा रहा है ? अभी तो मुझे मेरी माँ चोदनी है भोसड़ी के ? मेरी खाला की बुर में घुसना है तुझे ? मेरी सास की बुर और नन्द की चूत लेनी है तुझे ?
मेरी इस तरह की बातें सुन कर लन्ड का जोश और बढ़ गया। अंकल ने कहा यार अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने बोली तो मेरे मुंह में निकल जा न ? वह बोला वाओ,,, उई ,, हो,, आ,, अहह शु,,,, ओ,, ही हु,, आ,, हां ,,और तेज तेज करो,,, हां हां,, और तेज तेज मारो सड़का ,,, हां और हां और मारो सड़का,,, तेरे हाथों में जादू है रुबिका,,, हां और जल्दी जल्दी,, हां हां,,, ओ,, हो हाय,,, आ,, लो,, मैं आ गया। बस फिर क्या लन्ड ने उगल दिया सारा मक्खन मेरे मुंह में और मैं मजे से पीने लगी लन्ड ?
मैं शाम को अपने घर वापस आयी और पीछे के दरवाजे से घर में घुसी। तभी अम्मी ने देख लिया। वह बोली अरी रुबिका तू दिन भर कहाँ थी ? किसका लन्ड हिला रही थी तू ? तेरी माँ का भोसड़ा बहन चोद ? मैं यहाँ तेरा बड़ी देर से इंतज़ार कर रही हूँ। देख न बाहर कौन आया है ? मैंने बाहर कमरे में झाँक कर देखा तो वहां दो जवान लड़के बैठे हुए थे। उन्हें देख कर मेरी चूत गन गना उठी। मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं उनके लन्ड के बारे में सोंचने लगी। तब तक अम्मी बोली रुबिका तू जानती है ये कौन है। ये किसके लन्ड हैं जिन पर तेरी निगाह जम गयी है ? मैंने कहा अम्मी लन्ड किसी के भी हों, मैं तो आज इन्हें चोदूंगी ? मैं किसी और को इनके लन्ड चोदने नहीं दूंगी ? फिर अम्मी मुझे अंदर ले गयी और उन दोनों से मिलवाया। बोलीं ये है अजमल और ये है आशिक दोनों कॉलेज में मेरे साथ ही थे। मैं इन दोनों से प्यार करती थी और इन्हें बुर्का पहनाकर घर ले आती थी और फिर मजे से इनके लन्ड पीती थी। धीरे धीरे में इन दोनों से चुदवाने भी लगी। अच्छा यह हुआ की मैंने इन लोगों से संपर्क बनाये रखा। आज भी मैं इन्हें बुलाकर इनसे चुदवाती हूँ। तब मुझे समझ में आया की अम्मी भी बाहर वालों से चुदवाती हैं। उसने अपनी पोल पट्टी खुद ही खोल दी। लेकिन कोई बात नहीं मैं भी तो यही करती हूँ।
फिर मैंने बताया अम्मी आज इब्राहिम अंकल मेरी माँ का भोसड़ा चोदने आ रहा है। वह बोली हाय दईया तब तो मज़ा आ जायेगा। ये दोनों मेरी बिटिया की बुर चोदेगें और वो तेरी माँ का भोसड़ा ? कितना मज़ा आएगा ? हम लोग बातें कर ही रहीं थी की इब्राहिम अंकल आ गए। मैंने उसे सबसे मिलवाया और फिर ड्रिंक्स चालू कर दी। अब ये तो सबको मालूम ही था की आज यहाँ घमाशान चुदाई होने वाली है। तभी मैंने अम्मी का हाथ इब्राहिम अंकल के लन्ड पर रख दिया और कहा अम्मी इसका लन्ड वैसा ही है जैसे तुमने फिल्म में देखा। अम्मी उसके कपड़े खोल कर उसका लौड़ा फटाफट निकालनी लगीं। मैं भी आगे बढ़ी। मैं अजमल और आशिक के कपड़े खोलने लगी। मुझे भी जल्दी थी उनके लन्ड देखने की। बस एक मिनट में ही दोनों को नंगा कर दिया। दोनों के लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी मैं। तब तक मैं भी मादर चोद नंगी हो चुकी थी। मेरे हिलाते ही दोनों लन्ड आसमान से बातें करने लगे। तब मैंने देखा की अंकल का लौड़ा भी सख्त होकर छत ताकने लगा। फिर हम लोग पीछे एक बड़े कमरे में चले गए।
मेरे हाथ में दो लन्ड और अम्मी के हाथ में एक लन्ड। मस्ती का माहौल बन गया। हम दोनों की चूत एकदम गरम हो गयी। हम दोनों लन्ड चाटने में मशगूल हो गयीं। तभी अचानक किसी न डोर बेल बजा दी। अम्मी बोली अब कौन भोसड़ी का आ गया ? मैंने कहा अम्मी मैं जाकर देखती हूँ। मैंने दरवाजा खोला तो सामने नज़मा का मियां शेख़ अब्दुल्ला खड़ा था। मैं उसे दखकर ललचा गयी। गोरा चिट्टा लंबा चौड़ा आदमी देख कर मेरी चूत मचल उठी। मुझे यकीन हो गया की इसका लौड़ा भी लंबा चौड़ा होगा। मैं उसे अंदर किया और दरवाजा बंद कर दिया। मैंने कहा मैं तुम्हे जीजा कहूँ की भाई जान कहूँ ? भोसड़ी वाला कहूँ की मादर चोद ? मैं तो नंगी थी ही वह मुझसे लिपट गया और बोला तुम कुछ भी कहो लेकिन आज मैं तेरी बुर खूब जम कर लूँगा। नज़मा ने मुझे सब बता दिया है। मैंने कहा यार तुम मेरी भी बुर ले लो और मेरी माँ की भी बुर ले लो ? मैंने उसे वहीँ नंगा किया और उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लन्ड बहन चोद बढ़ने लगा। मेरा अनुमान सही निकल। लन्ड बढ़ते बढ़ते १०" का हो गया। और मोटा इतना की कुछ पूंछो न ? मैं लन्ड पकड़े पकड़े उसे अम्मी के पास ले गई। उसने देखा की मेरी अम्मी दो दो लन्ड चाट रही है।
मैंने बताया अम्मी ये देखो लंबा चौड़ा विदेशी लन्ड ? अम्मी ने देखा तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गयी। उसका लौड़ा वाकई वहां के सभी लौड़ों से बड़ा भी था और मोटा भी ? अम्मी तो टूट पड़ी उसके लौड़े पर ? अम्मी के हाथ में इब्राहिम अंकल का लन्ड और शेख का लन्ड था। इधर मेरे हाथ में अजमल और आशिक का लन्ड था। चारों लन्ड बहन चोद हम दोनों की चूत को ललकारने लगे और हमारी चूत भी इन सबको खाने के लिए मुंह खोल कर तैयार हो गयी। हमने पहले तो लन्ड खूब चाटा और चूसा। उसके बाद मैंने पहले अजमल का लन्ड चूत में लिया और आशिक का लन्ड मुंह में। मेरे सामने अम्मी ने शेख़ का अपनी चूत में घुसेड़ा और इब्राहिम का लन्ड अपने मुंह में। हम दोनों एक दूसरे केसामने बड़ी मस्ती से चुदवाने लगीं। फिर मैंने कहा अम्मी आज मैं एक और बात आपको बता रही हूँ। मैं इसी तरह अपनी ससुराल में अपनी सास और नन्द के सामने चुदवाती हूँ। वो दोनों भी भोसड़ी वाली ग़ैर मर्दों से चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट हैं।
इतने में मेरी खाला जान भी आ गयी और उसके साथ उसकी बेटी नूर भी थी। वो दोनों यहाँ की चुदाई देख कर एकदम नंगी हो गयीं।
नूर बोली - अम्मी, तेरी बहन की बिटिया की बुर ? यह कह उसने मुझे पर से गाली दी।
मैंने कहा - नूर, तेरी माँ की चूत ? आज मैं चोदूंगी तेरी का भोसड़ा ?
तब तक खाला बोली - तेरी खाला की बहन का भोसड़ा, रुबिका ?
अम्मी बोली - बेटी रुबिका, तेरी माँ की बहन का लन्ड ? आज मौका है आज तू चोद ले अपनी खाला का भोसड़ा और चोद ले उसकी बिटिया की चूत ?
ऐसी प्यार भरी गालियों से माहौल में और गर्मी छा गयी।
तब मैंने कहा- अरे अम्मी आज तो मैं चोदूंगी सबके लन्ड ? और मैं ही नहीं खाला भी और खाला की बेटी भी चोदेगी लन्ड। इतने बढ़िया बढ़िया लन्ड यहाँ मौजूद है तो फिर क्यों न चोदूं लन्ड ? मैं तो कहती हूँ अम्मी तुम चोदो लन्ड ? फिर क्या हम सब जुट गई लन्ड चोदने में ?
उसके बाद तो फिर हम सब चोदने लगीं सबके लन्ड और मरद साले चोदने लगे हम सबकी बुर ?
यह चुदाई दो दिन तक चलती रही।
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