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कमरे में चुदाई की आवाज़ें गूंजने लगीं - Pura room chudai ki aawaz se gunjane laga
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मेरी भाभी जैसे ही एक ८" का लम्बा और मोटा लन्ड लेकर अम्मी की तरफ बढ़ीं और उसे मेरी माँ की चूत में पेल कर चोदना चाहा वैसे हीअम्मी बोली - बहू, इसे पहले अपनी नन्द की बुर में पेलो और चोदो। पहले मेरे सामने चोदो अपनी नन्द की बुर फिर बाद में चोदना अपनी नन्द के सामने अपनी सास का भोसड़ा ? इतना बड़ा लन्ड देख कर तेरी नन्द रुक नहीं पायेगी ? मैं जानती हूँ की वह बुर चोदी कितनी चुदक्कड़ है। तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा, बहू ?
तब तक मैं भी एक लन्ड पकड़े हुए कमरे में दाखिल हुई और बोली अम्मी इसे तेरी बहू की बुर में घुसेड़ दूं ? अम्मी के बोलने के पहले भाभी ने जबाब दिया मैं तो खुद ही तेरी चूत में लन्ड पेलने जा रही हूँ। मैंने कहा भाभी मैं बहुत बड़ी ज़ालिम हूँ। तेरी सास की बिटिया की बुर, बहन चोद ? मैं कसी भोसड़ी वाली की नहीं सुनती ? भाभी, आज अगर तूने मेरी चूत में लन्ड पेला तो मैं तेरी गांड में घुसा दूँगी लण्ड ? अब एक ही कमरे में दो लन्ड और तीन चूत नज़र आ रहीं थीं।
सीन यह था की मेरी भाभी लन्ड मेरी चूत में पेलना चाहती थी और मैं भाभी की चूत में ? मेरे हाथ में भी एक लन्ड था और भाभी के हाथ में भी एक लन्ड। मेरी अम्मी बैठी हुई हम दोनों की हरकतें देख रहीं थीं। उसे मज़ा आ रहा था। हम दोनों में अनायास तकरार होने लगी की कौन सबसे पहले लन्ड एक दूसरे की चूत में घुसेड़ती है।
मेरा नाम है महक। मैं २५ साल की हूँ। खूबसूरत, मस्त और हॉट लड़की हूँ। मेरी शादी अभी एक साल पहले ही हुई है। आजकल मैं अपने माईके में हूँ। मेरी भाभी ज़ोया खान है। वह भी खूबसूरत सेक्सी और मेरी तरह बड़ी बड़ी चूंचियों वाली हैं। स्वाभाव से हंसमुख और चंचल हैं। मेरी अम्मी का नाम है हुमा खान ? वह ४६ साल की हैं और अभी भी ३० साल की लगती हैं। गोरी चिट्टी बड़े बड़े बूब्स वाली और मस्तानी गांड वाली मेरी अम्मी के कई चाहने वाले भी हैं। अम्मी का नेचर बड़ा मधुर है। वह सबसे हंस कर बातें करती हैं मजाक करतीं है और खुल कर बोलती हैं। गालियां बकने से उसे कोई परहेज नहीं है। अक्सर वह तो हम दोनों को ही गालियां सुनाया करतीं हैं मगर हमेशा प्यार से नाराजगी से कभी नहीं ?
हां तो मैं कह रही थी की हम दोनों में तकरार होने लगी।
भाभी बोली - देख नन्द रानी मैं पहले नद लेकर तेरी माँ के पास गयी थी तो वह बोली बहू तू ये लौड़ा अपनी नन्द की चूत में घुसा दे ? अब तो मैं इसे तेरी चूत में ही घुसाऊँगी।
मैंने कहा - मैं भी एक लन्ड लेकर अम्मी के पास गयी थी तब उसमे मुझसे बहा बेटी इसे मेरी बहू की चूत में घुसा दे। अब तो मैंने इसे तेरी चूत में पेलूंगी।
ऐसे कैसे हो सकता है। पहले मैं चोदूंगी अपनी सास की बिटिया की बुर ?
मैं भी ऐसा होने नहीं दूंगी। पहले मैं चोदूंगी अपनी अम्मी की बहु की बुर ?
भाड़ में जाए तेरी अम्मी की बहु की बुर ? मुझे तो तेरी बुर चोदनी है बस।
मैं कुछ नहीं जानती ? आज तो ये लौड़ा तेरी ही चूत में घुसेगा।
माँ चुदाये अपनी तेरी नन्द की चूत। मैं आज किसी भी कीमत पर तेरी बुर चोदूंगी भाभी जान ?
तू भोसड़ी की किसका लौड़ा दिखा रही है मुझे ?
ये तो लौड़ा मेरे नंदोई नावेद का है ? तू बुर चोदी किसका लौड़ा लिए घूम रही है ?
मेरे हाथ में मेरे जीजू आसिफ अली का लन्ड है नन्द रानी। पहले यह तेरी बुर चोदेगा फिर तेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा।
आये हाय ? दिन में ख़्वाब न देखा कर मेरी भाभी जान। पहले तो मेरा नंदोई तेरी बुर में पेलेगा लन्ड और फिर यही लन्ड तेरी सास की चूत में घुसेड़ देगा ? तू भी चुदेगी और तेरी सास भी। मैं बैठ कर लूंगी मज़ा ?
तब तक मुझे लगा की किसी ने एक लन्ड मेरे कंधे पर रख दिया है। मैं फ़ौरन घूम कर देखने लगी। मैंने पहले लन्ड देखा और फिर लन्ड वाले का मुंह। मैं बोली हाय दईया तू समी भोसड़ी का कब आ गया ? वह बोला भाभी जान बस अभी अभी आया हूँ। यहाँ का सीन देख कर मेरा लन्ड खड़ा हो गया। अब इसे पकड़ने के लिए आप ही हैं भाभी। लो पकड़ो न मेरा लन्ड भाभी। मैंने समी का लन्ड न पहले कभी देखा और न पकड़ा ? मैंने हाथ बढ़ाकर लन्ड पकड़ लिया। लन्ड पकड़ते ही मुझे मज़ा आ गया। लन्ड बहन चोद बड़ा मोटा तगड़ा निकला। मैंने मन में कहा हाय अल्ला, इतना बढ़िया लन्ड मैंने पहले क्यों नहीं पकड़ा ? तब तक मेरी भाभी ने अपने जीजू का लन्ड मेरी अम्मी को पकड़ा दिया और दौड़ कर मेरे हाथ से मेरे नंदोई का लन्ड ले लिया। मैं इधर समी के लन्ड से खेलने लगी।
अम्मी को आसिफ अली का लन्ड बड़ा पसंद आ गया।
वह बोली - बहू, आज मैं तेरी नन्द की माँ चोद दूँगी। अम्मी उसी लन्ड से अपना भोसड़ा चोदने की बात कह रहीं थीं। लेकिन कहने का अंदाज़ इतना बढ़िया था की माहौल में मस्ती छा गयी।
भाभी भी लन्ड चाटती हुई बोली - सासू जी, आज मैं भी तेरी बहू की बुर चोदूंगी। यही लन्ड पेलूंगी तेरे सामने तेरी बहू की चूत में ? इन दोनों की बातें सुनकर मेरी चूत की गर्मी और बढ़ गयी।
मैं भी मस्ती से बोली :- तो भाभी, तुम भी सुन लो आज मैं चोदूँगी तेरी नन्द की चूत ? साली भोसड़ी की तेरी नन्द की चूत देखो न लन्ड खाने के लिए कैसे मुंह फैलाये हुए है। और अम्मी तुम भी सुन लो। मैं तेरे सामने ही चोदूंगी तेरी बिटिया की बुर बहन चोद ? कुतिया की तरह चोदूंगी पीछे से तेरी बिटिया की चूत अम्मी जान ?
अब तो हम तीनो बुरी तरह वासना में डूब गयीं। हमारे आगे बस लन्ड ही लन्ड नज़र आ रहा था और दुनियां में कुछ भी नहीं।
हम तीन की तीनों मादर चोद अपनी अपनी बुर चुदवाने के लिए कितनी गन्दी गन्दी बातें कर सकतीं है वो सब आपने सुन लिया न मेरे दोस्तों ? मेरे साथ में समी का लन्ड साल दहाड़ने लगा और फिर मैं उसे मुंह में भर कर मस्ती से चूसने चाटने लगी। मेरे सामने मेरी भाभी नावेद का लन्ड एक कुतिया की तरह जबान निकाल निकाल कर चाट रही थीं। मेरी अम्मी को तो कुछ कहना ही नहीं है। उसे लन्ड मिल जाये तो फिर वह खाना पीना सब छोड़ देती है। लन्ड पर ही जुटी रहती है। जब तक लन्ड खलास करके उसका जूस पी नहीं लेती तब तक वह लन्ड को किसी भी कीमत पर छोड़ती नहीं है। उसके हाथ में आसिफ अली के लन्ड का यही हाल हो रहा था। वह सिसिया रहा था और अम्मी लन्ड चूसती और चाटती जा रहीं थीं। इसी बीच मैंने समी का लन्ड अपनी चूत में घुसाया और मस्ती से चुदवाने लगी। मुझे देख कर मेरी भाभी ने भी लन्ड पेला अपनी बुर में और गांड उठा उठा के चुदवाने लगीं।
इधर मेरी चूत का बाजा बजने लगा और उधर मेरी भाभी की चूत का बाजा ? हम दोनों की चुदाई की आवाज़ें से कमरा गूंजने लगा। तभी भाभी बोली हाय सासू जी तुम चुदवाओ न अपना भोसड़ा ? पेलो न लन्ड अपने भोसड़ा में ? वह बोली हाय मेरी बुर चोदी बहू आज मैं अपने मुंह से ही तेरे जीजू का लन्ड चोदूंगी। इसका लन्ड चोद चोद के इसकी गांड में दम कर दूँगी। उसकी इस बात से हम दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ीं। हाल यह था की मैं चुदवा तो समी से रही थी लेकिन मेरी नज़र नावेद के लन्ड पर थी। इसी तरह भाभी चुदवा तो नावेद से रहीं थीं लेकिन वह आँखें फाड़ फाड़ कर देखा रहीं थीं समी का लन्ड ? यह कोई अजूबा नहीं था। ऐसा तो ग्रुप चुदाई में होता ही है। जितना मज़ा चुदवाने में आता है उतना ही मज़ा दूसरे की चुदाई देखने में भी आता है। और सबसे बड़ी बात तो यह है की हम दोनों अम्मी को लन्ड मस्ती से चाटते हुए देख रहीं थीं।
इतने में मैंने समी को इशारा कर दिया तो अपना लन्ड मेरी चूत से निकाल कर भाभी की चूत में घुसड़ दिया। उधर नावेद ने लन्ड मेरी चूत में पेल दिया। अब मैं नावेद से चुदवाने लगी और भाभी समी से। वह बोली हाय रब्बा महक तेरे देवर का लन्ड भी मदर चोद बड़ा तगड़ा है यार। साल चूत में चिपक कर घुस रहा है। मैंने कहा हां भाभी मैं जानती हूँ न की मेरी भाभी की बुर किस तरह का लन्ड चाहती है ? इन दोनों लोगों से चोदने की स्पीड बढ़ा दी। तब तक अम्मी बोली बहू मैं देख रही हूँ की तू अपनी नन्द की बुर चुदाने में बड़ा मज़ा ले रही है। और बेटी महक तू भी कम नहीं है भोसड़ी की ? तुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा है अपनी भाभी की बुर में लन्ड पेलने में ? अभी तेरी चूत में जब तेरे ससुराल वाले लन्ड पेलेगें तो और मज़ा आएगा तुझे ? मैंने कहा मेरी ससुराल वाले तो बहन चोद मेरी माँ की चूत में भी पेलेगें लन्ड ?
अम्मी ने कहा अभी तो एक भी लन्ड नहीं आया मेरे भोसड़ा में तेरी ससुराल से ? तब मैंने नावेद को इशारा किया तो वह मेरी अम्मी के ऊपर चढ़ बैठा और मैंने लपक कर आसिफ का लन्ड अम्मी के हाथ से ले लिया। नावेद ने लन्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेल दिया। अम्मी बोली तू महक अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाकर ही मानेगी ? तू बहुत जिद्दी है बुर चोदी महक ? मैंने कहा अम्मी यहीं तेरे सामने दो दो लन्ड मेरी ससुराल के तेरी बेटी बहू चोद रहें है और तुझे कुछ असर ही नहीं हो रहा है। इसलिए मैंने एक लन्ड तेरे भोसड़ा में पेलवा दिया। बस फिर क्या हम तीनो की चूत भकाभक चुदने लगी।
दो दिन बाद मैं अपनी ससुराल चली गयी।
वहां सबसे पहले मेरी नन्द रूहानी बोली - हाय भाभी मेरे मियां से चुदवाकर आ गयी तू ? कैसा लगा मेरे मियां का लन्ड तुझे ?
तब तक मेरी सास भी बोल पड़ीं - तू तो अपनी माँ भी चुदवाकर आई है बहु, महक ? कैसा लगा तेरी माँ को मेरी बेटी के शौहर का लन्ड ?
मैंने कहा - सच बताऊँ सासू जी लन्ड तो बड़ा मस्त मजेदार और हॉट है मेरे नंदोई का ? मुझे तो खूब मज़ा आया चुदवाने में, मेरी माँ को भी मज़ा आया और मेरी भाभी को भी।
सास - हाय दईया तेरे पूरे खानदान ने पेल लिया मेरी बेटी के शौहर का लन्ड ?
मैंने कहा - लन्ड जब इतना अच्छा हो तो कौन भोसड़ी की नहीं पैलगी अपने चूत में ?
अच्छा तो तुम सारे अच्छे लन्ड अपनी चूत में पेलोगी भाभी ?
नहीं मेरी नन्द रानी ? मैं अपनी ही चूत में नहीं। अपनी सास की चूत में भी पेलूंगी लन्ड और पेलूंगी उसकी बिटिया की बुर में भी ?
हाय अल्ला, यह सब सीख कर आयी है तू अपने माईके से ? अब तू अपनी सास का भोसड़ा चोदेगी और अपनी नन्द की बुर चोदेगी।
क्यों नहीं चोदूँगी ? जब मेरी सास अपनी बहू चोद सकती है। जब मेरी नन्द अपनी भाभी चोद सकती है। तुम दोनों मेरी चूत में लन्ड घुसेड़ सकती हो तो मैं तुम दोनों की चूत में लन्ड क्यों नहीं घुसेड़ सकती ? मैंने तो चोदूंगी ?
हाय दईया, तेरे मुंह में घी शक्कर मेरी बहू, मैं तो कहती हूँ तू अभी से अपनी सास का भोसड़ा और नन्द की बुर चोदना शुरू कर दे ? मैं इसी का तो इंतज़ार कर रही थी। मैं भी देखूँ की तू ठीक से चोद लेती है की नहीं ? तू मेरी बड़ी प्यारी बहू है बुर चोदी महक ?
मैं समझ गयी की मेरी सास और बहू दोनों भोसडी की बड़ी चुदकड़ है और अब मेरा समय इन्ही दोनों के साथ चुदाई करते हुए बीता करेगा ? अब तो न कोई डर है और न कोई शर्म ?
एक दिन मैं जब शाम को घर आयी तो देखा की मेरी सास किसी आदमी से बतला रहीं हैं। मेरे घुसते ही वह बोली अरे बहू देखो ये मेरा बहनोई आया है रहमत । मैंने उसे आदाब कहा और अंदर जाने लगी तो सास ने मुझे फिर बुला कर कहा बहू ज़रा पानी ले आना ? मैं अंदर गयी। अपने कपड़े बदले और एक ढीली सी कुर्ती पहनकर पानी लेकर टेबल पर रख दिया। मेरे झुकने से मेरी बड़ी बड़ी चूंचियां उसे अंदर तक दिख गयीं। मैं समझ गयी की उसने मरी चूँचियों परआँख गड़ा दी है। समझ तो मेरी सास भी गयी पर वह कुछ बोली नहीं। इतने में मेरी नन्द भी आ गयी। वह भी बैठ कर बातें करने लगी। तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया तो मालूम हुआ की मेरा मामू आया है । मैं खुश हो गयी। मैंने उसे सबसे मिलवाया। उसके नाम है शादाब। मैंने बताया की मामू मुझसे केवल दो साल ही बड़ा है। वह भी सबके साथ बैठ कर बातें करने लगा। तब तक नन्द का फोन आ गया। वह फोन पर बातें करने लगी और फिर आकर बोली अम्मी मेरा ससुर भी आ रहा है। अम्मी ने कहा कोई बात नहीं आने दो। सारा इंतज़ाम हो जायेगा। किसी चीज की कोई कमी नहीं है। आधे घंटे में उसका ससुर मुनीर भी आ गया। नन्द ने उसे सबसे मिलवाया और वह भी घुलमिल गया।
सास ने फिर मुझे बुलाकर कहा बहू अब तुम सबके लिए ड्रिंक्स बना लो। आज सबको शराब पिला कर मस्त कर दो। तुम अपनी बुर चोदी नन्द को भी इस काम में शामिल कर लो। फिर क्या उसके कहने पर मैंने और मेरी नन्द रूहानी ने मिलकर फ़टाफ़ट सारा इंतज़ाम कर लिया और सबको ड्रिंक्स सर्वे कर दी। सब मस्ती से शराब पीने लगे। मैं तो मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी। सबके लन्ड के बारे में सोंच सोंच कर मैं अंदर से रोमांचित हो रही थी। यही हाल मेरी नन्द का भी था। वह अंदर बोल रही थी की आज मैं इन भोसड़ी वालों के लन्ड चोदूंगी भाभी। सुना है की मेरे ससुर का लन्ड साला बहुत बड़ा है। आज मैं उसके लन्ड के चीथड़े उड़ा दूँगी। भून डालूँगी बहन चोद लन्ड को अपनी चूत में डाल कर। बस १० मिनट के ही एक एक पैग शराब ख़तम हो गयी और दूसरा पैग चालू हो गया। नशा चढ़ने लगा। सबको जल्दी थी नंगे होने की बहन चोद। इधर हम तीनो की चूत लन्ड खाने के लिए तैयार बैठी थी।
मेरी सास ने पहल की और अपने बहनोई के लन्ड पर हाथ रख कहा हाय मेरे राजा ज़रा अपना लौड़ा दिखाओ हमें। बहुत दिन हो गये तेरा लौड़ा नहीं देखा। आज तो मौका है आज तो मेरी बेटी बहू भी देख लेगी तेरा लौड़ा ? उसने अपना हाथ अंदर घुसेड़ ही दिया। दूसरा हाथ उसने अपनी बेटी के ससुर की तरफ बढ़ा दिया और बोली हाय मेरे समधी जी। सुना है तेरा लन्ड बहुत हॉट है सेक्सी है और मोटा तगड़ा है। ज़रा दिखाओ मुझे भी अपना मस्ताना लन्ड ? सासू ने उसके पैजामे का नाड़ा खोला और हाथ अंदर घुसेड़ कर लन्ड हिलाने लगी। तब तक मैंने भी मामू के लन्ड पर हाथ मार दिया और कहा तुम क्यों पीछे हो मामू जान। तुम भी खोलो न अपना लन्ड ? तब तक सास ने रहमत का लन्ड बाहर निकाल लिया और उसे अपने बेटी को पकड़ा दिया। मेरे भी मामू का लौड़ा बाहर निकाल लिया। सासू ने उसका लन्ड पकड़ लिया और मुझे अपने समधी का लन्ड पकड़ा दिया। मैं अपनी नन्द के ससुर का लन्ड मस्ती से हिलाने लगी।
तब तक नन्द में मेरे कपड़े उतार कर मुझे नंगी कर दिया। मैं झुक कर लन्ड चूमने चाटने लगी। उधर नन्द अपने खालू के लन्ड पर जुट गयी और मेरी सास मेरे मामू का लन्ड चाटने लगी. मुझे नन्द के ससुर मुनीर का लन्ड बहुत बढ़िया लगा। मेरी चूत की आग और भड़क गयी। तब तक मेरी सास और नन्द दोनों नंगी हो गयीं और दोनों एक दूसरे को दिखा दिखा कर लन्ड चाटने चूसने लगीं। माहौल में गर्मी भर गयी। लन्ड की गरम गरम ? चूत भी गरम गरम ? और बातें भी गरम गरम ?
सास बोली - बहू, आज मैं तेरी नन्द की माँ चोद दूँगी। सारे लन्ड पेलूंगी उसकी चूत में ? तेरी नन्द की माँ भोसड़ी की आज बच कर कहीं जा नहीं पायेगी। बहुत बड़ा बेटी चोद है बहू तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ?
तब तक उसकी बेटी यानी मेरी नन्द बोली - भाभी जान, आज मैं तेरी सास की बिटिया की बुर चोदूँगी। मादर चोद तेरी सास की बेटी बहुत आवारा हो गई है। लन्ड देखते ही अपनी चूत खोल देती है, भाभी ?
इन दोनों की मस्त मस्त बातें सुनकर मुझसे भी न रहा गया।
मैं भी बोल पड़ी - नन्द रानी, आज मैं तेरी माँ की बहू की बुर चोदूँगी। तेरी माँ की बहू बुर चोदी अपने माईके से भी चुदवाकर आती है और यहाँ भी सबसे चुदवाती रहती है। अभी तेरे मियां का लन्ड पेल कर आयी है अपनी चूत में। इसकी माँ का भोसड़ा। बड़ी हरामजादी है तेरी माँ की बहू नन्द रानी।
आपने सुना दोस्तों, ये तीनो कितनी मस्ती से अपने को ही और अपनी ही चूत को गाली दे रहीं हैं।
उसके बाद मेरे मामू ने मेरी सास के भोसड़ा में लन्ड पेल दिया। वो तो मस्ती से चोदने लगा। इधर मैं भी अपनी नन्द के ससुर से चुदवाने लगी। उसका लन्ड मेरी चूत में पूरा का पूरा घुस गया। मैं भी मस्त हो गयी। मेरे सामने मेरी नन्द अपने खालू का लन्ड पेले हुए अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। पूरे कमरे में मस्ती छा गयी और चुदाई की आवाज़ें गूंजने लगीं।
इस तरह हम सबने रात भर लन्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया।
मेरी भाभी जैसे ही एक ८" का लम्बा और मोटा लन्ड लेकर अम्मी की तरफ बढ़ीं और उसे मेरी माँ की चूत में पेल कर चोदना चाहा वैसे हीअम्मी बोली - बहू, इसे पहले अपनी नन्द की बुर में पेलो और चोदो। पहले मेरे सामने चोदो अपनी नन्द की बुर फिर बाद में चोदना अपनी नन्द के सामने अपनी सास का भोसड़ा ? इतना बड़ा लन्ड देख कर तेरी नन्द रुक नहीं पायेगी ? मैं जानती हूँ की वह बुर चोदी कितनी चुदक्कड़ है। तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा, बहू ?
तब तक मैं भी एक लन्ड पकड़े हुए कमरे में दाखिल हुई और बोली अम्मी इसे तेरी बहू की बुर में घुसेड़ दूं ? अम्मी के बोलने के पहले भाभी ने जबाब दिया मैं तो खुद ही तेरी चूत में लन्ड पेलने जा रही हूँ। मैंने कहा भाभी मैं बहुत बड़ी ज़ालिम हूँ। तेरी सास की बिटिया की बुर, बहन चोद ? मैं कसी भोसड़ी वाली की नहीं सुनती ? भाभी, आज अगर तूने मेरी चूत में लन्ड पेला तो मैं तेरी गांड में घुसा दूँगी लण्ड ? अब एक ही कमरे में दो लन्ड और तीन चूत नज़र आ रहीं थीं।
सीन यह था की मेरी भाभी लन्ड मेरी चूत में पेलना चाहती थी और मैं भाभी की चूत में ? मेरे हाथ में भी एक लन्ड था और भाभी के हाथ में भी एक लन्ड। मेरी अम्मी बैठी हुई हम दोनों की हरकतें देख रहीं थीं। उसे मज़ा आ रहा था। हम दोनों में अनायास तकरार होने लगी की कौन सबसे पहले लन्ड एक दूसरे की चूत में घुसेड़ती है।
मेरा नाम है महक। मैं २५ साल की हूँ। खूबसूरत, मस्त और हॉट लड़की हूँ। मेरी शादी अभी एक साल पहले ही हुई है। आजकल मैं अपने माईके में हूँ। मेरी भाभी ज़ोया खान है। वह भी खूबसूरत सेक्सी और मेरी तरह बड़ी बड़ी चूंचियों वाली हैं। स्वाभाव से हंसमुख और चंचल हैं। मेरी अम्मी का नाम है हुमा खान ? वह ४६ साल की हैं और अभी भी ३० साल की लगती हैं। गोरी चिट्टी बड़े बड़े बूब्स वाली और मस्तानी गांड वाली मेरी अम्मी के कई चाहने वाले भी हैं। अम्मी का नेचर बड़ा मधुर है। वह सबसे हंस कर बातें करती हैं मजाक करतीं है और खुल कर बोलती हैं। गालियां बकने से उसे कोई परहेज नहीं है। अक्सर वह तो हम दोनों को ही गालियां सुनाया करतीं हैं मगर हमेशा प्यार से नाराजगी से कभी नहीं ?
हां तो मैं कह रही थी की हम दोनों में तकरार होने लगी।
भाभी बोली - देख नन्द रानी मैं पहले नद लेकर तेरी माँ के पास गयी थी तो वह बोली बहू तू ये लौड़ा अपनी नन्द की चूत में घुसा दे ? अब तो मैं इसे तेरी चूत में ही घुसाऊँगी।
मैंने कहा - मैं भी एक लन्ड लेकर अम्मी के पास गयी थी तब उसमे मुझसे बहा बेटी इसे मेरी बहू की चूत में घुसा दे। अब तो मैंने इसे तेरी चूत में पेलूंगी।
ऐसे कैसे हो सकता है। पहले मैं चोदूंगी अपनी सास की बिटिया की बुर ?
मैं भी ऐसा होने नहीं दूंगी। पहले मैं चोदूंगी अपनी अम्मी की बहु की बुर ?
भाड़ में जाए तेरी अम्मी की बहु की बुर ? मुझे तो तेरी बुर चोदनी है बस।
मैं कुछ नहीं जानती ? आज तो ये लौड़ा तेरी ही चूत में घुसेगा।
माँ चुदाये अपनी तेरी नन्द की चूत। मैं आज किसी भी कीमत पर तेरी बुर चोदूंगी भाभी जान ?
तू भोसड़ी की किसका लौड़ा दिखा रही है मुझे ?
ये तो लौड़ा मेरे नंदोई नावेद का है ? तू बुर चोदी किसका लौड़ा लिए घूम रही है ?
मेरे हाथ में मेरे जीजू आसिफ अली का लन्ड है नन्द रानी। पहले यह तेरी बुर चोदेगा फिर तेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा।
आये हाय ? दिन में ख़्वाब न देखा कर मेरी भाभी जान। पहले तो मेरा नंदोई तेरी बुर में पेलेगा लन्ड और फिर यही लन्ड तेरी सास की चूत में घुसेड़ देगा ? तू भी चुदेगी और तेरी सास भी। मैं बैठ कर लूंगी मज़ा ?
तब तक मुझे लगा की किसी ने एक लन्ड मेरे कंधे पर रख दिया है। मैं फ़ौरन घूम कर देखने लगी। मैंने पहले लन्ड देखा और फिर लन्ड वाले का मुंह। मैं बोली हाय दईया तू समी भोसड़ी का कब आ गया ? वह बोला भाभी जान बस अभी अभी आया हूँ। यहाँ का सीन देख कर मेरा लन्ड खड़ा हो गया। अब इसे पकड़ने के लिए आप ही हैं भाभी। लो पकड़ो न मेरा लन्ड भाभी। मैंने समी का लन्ड न पहले कभी देखा और न पकड़ा ? मैंने हाथ बढ़ाकर लन्ड पकड़ लिया। लन्ड पकड़ते ही मुझे मज़ा आ गया। लन्ड बहन चोद बड़ा मोटा तगड़ा निकला। मैंने मन में कहा हाय अल्ला, इतना बढ़िया लन्ड मैंने पहले क्यों नहीं पकड़ा ? तब तक मेरी भाभी ने अपने जीजू का लन्ड मेरी अम्मी को पकड़ा दिया और दौड़ कर मेरे हाथ से मेरे नंदोई का लन्ड ले लिया। मैं इधर समी के लन्ड से खेलने लगी।
अम्मी को आसिफ अली का लन्ड बड़ा पसंद आ गया।
वह बोली - बहू, आज मैं तेरी नन्द की माँ चोद दूँगी। अम्मी उसी लन्ड से अपना भोसड़ा चोदने की बात कह रहीं थीं। लेकिन कहने का अंदाज़ इतना बढ़िया था की माहौल में मस्ती छा गयी।
भाभी भी लन्ड चाटती हुई बोली - सासू जी, आज मैं भी तेरी बहू की बुर चोदूंगी। यही लन्ड पेलूंगी तेरे सामने तेरी बहू की चूत में ? इन दोनों की बातें सुनकर मेरी चूत की गर्मी और बढ़ गयी।
मैं भी मस्ती से बोली :- तो भाभी, तुम भी सुन लो आज मैं चोदूँगी तेरी नन्द की चूत ? साली भोसड़ी की तेरी नन्द की चूत देखो न लन्ड खाने के लिए कैसे मुंह फैलाये हुए है। और अम्मी तुम भी सुन लो। मैं तेरे सामने ही चोदूंगी तेरी बिटिया की बुर बहन चोद ? कुतिया की तरह चोदूंगी पीछे से तेरी बिटिया की चूत अम्मी जान ?
अब तो हम तीनो बुरी तरह वासना में डूब गयीं। हमारे आगे बस लन्ड ही लन्ड नज़र आ रहा था और दुनियां में कुछ भी नहीं।
हम तीन की तीनों मादर चोद अपनी अपनी बुर चुदवाने के लिए कितनी गन्दी गन्दी बातें कर सकतीं है वो सब आपने सुन लिया न मेरे दोस्तों ? मेरे साथ में समी का लन्ड साल दहाड़ने लगा और फिर मैं उसे मुंह में भर कर मस्ती से चूसने चाटने लगी। मेरे सामने मेरी भाभी नावेद का लन्ड एक कुतिया की तरह जबान निकाल निकाल कर चाट रही थीं। मेरी अम्मी को तो कुछ कहना ही नहीं है। उसे लन्ड मिल जाये तो फिर वह खाना पीना सब छोड़ देती है। लन्ड पर ही जुटी रहती है। जब तक लन्ड खलास करके उसका जूस पी नहीं लेती तब तक वह लन्ड को किसी भी कीमत पर छोड़ती नहीं है। उसके हाथ में आसिफ अली के लन्ड का यही हाल हो रहा था। वह सिसिया रहा था और अम्मी लन्ड चूसती और चाटती जा रहीं थीं। इसी बीच मैंने समी का लन्ड अपनी चूत में घुसाया और मस्ती से चुदवाने लगी। मुझे देख कर मेरी भाभी ने भी लन्ड पेला अपनी बुर में और गांड उठा उठा के चुदवाने लगीं।
इधर मेरी चूत का बाजा बजने लगा और उधर मेरी भाभी की चूत का बाजा ? हम दोनों की चुदाई की आवाज़ें से कमरा गूंजने लगा। तभी भाभी बोली हाय सासू जी तुम चुदवाओ न अपना भोसड़ा ? पेलो न लन्ड अपने भोसड़ा में ? वह बोली हाय मेरी बुर चोदी बहू आज मैं अपने मुंह से ही तेरे जीजू का लन्ड चोदूंगी। इसका लन्ड चोद चोद के इसकी गांड में दम कर दूँगी। उसकी इस बात से हम दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ीं। हाल यह था की मैं चुदवा तो समी से रही थी लेकिन मेरी नज़र नावेद के लन्ड पर थी। इसी तरह भाभी चुदवा तो नावेद से रहीं थीं लेकिन वह आँखें फाड़ फाड़ कर देखा रहीं थीं समी का लन्ड ? यह कोई अजूबा नहीं था। ऐसा तो ग्रुप चुदाई में होता ही है। जितना मज़ा चुदवाने में आता है उतना ही मज़ा दूसरे की चुदाई देखने में भी आता है। और सबसे बड़ी बात तो यह है की हम दोनों अम्मी को लन्ड मस्ती से चाटते हुए देख रहीं थीं।
इतने में मैंने समी को इशारा कर दिया तो अपना लन्ड मेरी चूत से निकाल कर भाभी की चूत में घुसड़ दिया। उधर नावेद ने लन्ड मेरी चूत में पेल दिया। अब मैं नावेद से चुदवाने लगी और भाभी समी से। वह बोली हाय रब्बा महक तेरे देवर का लन्ड भी मदर चोद बड़ा तगड़ा है यार। साल चूत में चिपक कर घुस रहा है। मैंने कहा हां भाभी मैं जानती हूँ न की मेरी भाभी की बुर किस तरह का लन्ड चाहती है ? इन दोनों लोगों से चोदने की स्पीड बढ़ा दी। तब तक अम्मी बोली बहू मैं देख रही हूँ की तू अपनी नन्द की बुर चुदाने में बड़ा मज़ा ले रही है। और बेटी महक तू भी कम नहीं है भोसड़ी की ? तुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा है अपनी भाभी की बुर में लन्ड पेलने में ? अभी तेरी चूत में जब तेरे ससुराल वाले लन्ड पेलेगें तो और मज़ा आएगा तुझे ? मैंने कहा मेरी ससुराल वाले तो बहन चोद मेरी माँ की चूत में भी पेलेगें लन्ड ?
अम्मी ने कहा अभी तो एक भी लन्ड नहीं आया मेरे भोसड़ा में तेरी ससुराल से ? तब मैंने नावेद को इशारा किया तो वह मेरी अम्मी के ऊपर चढ़ बैठा और मैंने लपक कर आसिफ का लन्ड अम्मी के हाथ से ले लिया। नावेद ने लन्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेल दिया। अम्मी बोली तू महक अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाकर ही मानेगी ? तू बहुत जिद्दी है बुर चोदी महक ? मैंने कहा अम्मी यहीं तेरे सामने दो दो लन्ड मेरी ससुराल के तेरी बेटी बहू चोद रहें है और तुझे कुछ असर ही नहीं हो रहा है। इसलिए मैंने एक लन्ड तेरे भोसड़ा में पेलवा दिया। बस फिर क्या हम तीनो की चूत भकाभक चुदने लगी।
दो दिन बाद मैं अपनी ससुराल चली गयी।
वहां सबसे पहले मेरी नन्द रूहानी बोली - हाय भाभी मेरे मियां से चुदवाकर आ गयी तू ? कैसा लगा मेरे मियां का लन्ड तुझे ?
तब तक मेरी सास भी बोल पड़ीं - तू तो अपनी माँ भी चुदवाकर आई है बहु, महक ? कैसा लगा तेरी माँ को मेरी बेटी के शौहर का लन्ड ?
मैंने कहा - सच बताऊँ सासू जी लन्ड तो बड़ा मस्त मजेदार और हॉट है मेरे नंदोई का ? मुझे तो खूब मज़ा आया चुदवाने में, मेरी माँ को भी मज़ा आया और मेरी भाभी को भी।
सास - हाय दईया तेरे पूरे खानदान ने पेल लिया मेरी बेटी के शौहर का लन्ड ?
मैंने कहा - लन्ड जब इतना अच्छा हो तो कौन भोसड़ी की नहीं पैलगी अपने चूत में ?
अच्छा तो तुम सारे अच्छे लन्ड अपनी चूत में पेलोगी भाभी ?
नहीं मेरी नन्द रानी ? मैं अपनी ही चूत में नहीं। अपनी सास की चूत में भी पेलूंगी लन्ड और पेलूंगी उसकी बिटिया की बुर में भी ?
हाय अल्ला, यह सब सीख कर आयी है तू अपने माईके से ? अब तू अपनी सास का भोसड़ा चोदेगी और अपनी नन्द की बुर चोदेगी।
क्यों नहीं चोदूँगी ? जब मेरी सास अपनी बहू चोद सकती है। जब मेरी नन्द अपनी भाभी चोद सकती है। तुम दोनों मेरी चूत में लन्ड घुसेड़ सकती हो तो मैं तुम दोनों की चूत में लन्ड क्यों नहीं घुसेड़ सकती ? मैंने तो चोदूंगी ?
हाय दईया, तेरे मुंह में घी शक्कर मेरी बहू, मैं तो कहती हूँ तू अभी से अपनी सास का भोसड़ा और नन्द की बुर चोदना शुरू कर दे ? मैं इसी का तो इंतज़ार कर रही थी। मैं भी देखूँ की तू ठीक से चोद लेती है की नहीं ? तू मेरी बड़ी प्यारी बहू है बुर चोदी महक ?
मैं समझ गयी की मेरी सास और बहू दोनों भोसडी की बड़ी चुदकड़ है और अब मेरा समय इन्ही दोनों के साथ चुदाई करते हुए बीता करेगा ? अब तो न कोई डर है और न कोई शर्म ?
एक दिन मैं जब शाम को घर आयी तो देखा की मेरी सास किसी आदमी से बतला रहीं हैं। मेरे घुसते ही वह बोली अरे बहू देखो ये मेरा बहनोई आया है रहमत । मैंने उसे आदाब कहा और अंदर जाने लगी तो सास ने मुझे फिर बुला कर कहा बहू ज़रा पानी ले आना ? मैं अंदर गयी। अपने कपड़े बदले और एक ढीली सी कुर्ती पहनकर पानी लेकर टेबल पर रख दिया। मेरे झुकने से मेरी बड़ी बड़ी चूंचियां उसे अंदर तक दिख गयीं। मैं समझ गयी की उसने मरी चूँचियों परआँख गड़ा दी है। समझ तो मेरी सास भी गयी पर वह कुछ बोली नहीं। इतने में मेरी नन्द भी आ गयी। वह भी बैठ कर बातें करने लगी। तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया तो मालूम हुआ की मेरा मामू आया है । मैं खुश हो गयी। मैंने उसे सबसे मिलवाया। उसके नाम है शादाब। मैंने बताया की मामू मुझसे केवल दो साल ही बड़ा है। वह भी सबके साथ बैठ कर बातें करने लगा। तब तक नन्द का फोन आ गया। वह फोन पर बातें करने लगी और फिर आकर बोली अम्मी मेरा ससुर भी आ रहा है। अम्मी ने कहा कोई बात नहीं आने दो। सारा इंतज़ाम हो जायेगा। किसी चीज की कोई कमी नहीं है। आधे घंटे में उसका ससुर मुनीर भी आ गया। नन्द ने उसे सबसे मिलवाया और वह भी घुलमिल गया।
सास ने फिर मुझे बुलाकर कहा बहू अब तुम सबके लिए ड्रिंक्स बना लो। आज सबको शराब पिला कर मस्त कर दो। तुम अपनी बुर चोदी नन्द को भी इस काम में शामिल कर लो। फिर क्या उसके कहने पर मैंने और मेरी नन्द रूहानी ने मिलकर फ़टाफ़ट सारा इंतज़ाम कर लिया और सबको ड्रिंक्स सर्वे कर दी। सब मस्ती से शराब पीने लगे। मैं तो मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी। सबके लन्ड के बारे में सोंच सोंच कर मैं अंदर से रोमांचित हो रही थी। यही हाल मेरी नन्द का भी था। वह अंदर बोल रही थी की आज मैं इन भोसड़ी वालों के लन्ड चोदूंगी भाभी। सुना है की मेरे ससुर का लन्ड साला बहुत बड़ा है। आज मैं उसके लन्ड के चीथड़े उड़ा दूँगी। भून डालूँगी बहन चोद लन्ड को अपनी चूत में डाल कर। बस १० मिनट के ही एक एक पैग शराब ख़तम हो गयी और दूसरा पैग चालू हो गया। नशा चढ़ने लगा। सबको जल्दी थी नंगे होने की बहन चोद। इधर हम तीनो की चूत लन्ड खाने के लिए तैयार बैठी थी।
मेरी सास ने पहल की और अपने बहनोई के लन्ड पर हाथ रख कहा हाय मेरे राजा ज़रा अपना लौड़ा दिखाओ हमें। बहुत दिन हो गये तेरा लौड़ा नहीं देखा। आज तो मौका है आज तो मेरी बेटी बहू भी देख लेगी तेरा लौड़ा ? उसने अपना हाथ अंदर घुसेड़ ही दिया। दूसरा हाथ उसने अपनी बेटी के ससुर की तरफ बढ़ा दिया और बोली हाय मेरे समधी जी। सुना है तेरा लन्ड बहुत हॉट है सेक्सी है और मोटा तगड़ा है। ज़रा दिखाओ मुझे भी अपना मस्ताना लन्ड ? सासू ने उसके पैजामे का नाड़ा खोला और हाथ अंदर घुसेड़ कर लन्ड हिलाने लगी। तब तक मैंने भी मामू के लन्ड पर हाथ मार दिया और कहा तुम क्यों पीछे हो मामू जान। तुम भी खोलो न अपना लन्ड ? तब तक सास ने रहमत का लन्ड बाहर निकाल लिया और उसे अपने बेटी को पकड़ा दिया। मेरे भी मामू का लौड़ा बाहर निकाल लिया। सासू ने उसका लन्ड पकड़ लिया और मुझे अपने समधी का लन्ड पकड़ा दिया। मैं अपनी नन्द के ससुर का लन्ड मस्ती से हिलाने लगी।
तब तक नन्द में मेरे कपड़े उतार कर मुझे नंगी कर दिया। मैं झुक कर लन्ड चूमने चाटने लगी। उधर नन्द अपने खालू के लन्ड पर जुट गयी और मेरी सास मेरे मामू का लन्ड चाटने लगी. मुझे नन्द के ससुर मुनीर का लन्ड बहुत बढ़िया लगा। मेरी चूत की आग और भड़क गयी। तब तक मेरी सास और नन्द दोनों नंगी हो गयीं और दोनों एक दूसरे को दिखा दिखा कर लन्ड चाटने चूसने लगीं। माहौल में गर्मी भर गयी। लन्ड की गरम गरम ? चूत भी गरम गरम ? और बातें भी गरम गरम ?
सास बोली - बहू, आज मैं तेरी नन्द की माँ चोद दूँगी। सारे लन्ड पेलूंगी उसकी चूत में ? तेरी नन्द की माँ भोसड़ी की आज बच कर कहीं जा नहीं पायेगी। बहुत बड़ा बेटी चोद है बहू तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ?
तब तक उसकी बेटी यानी मेरी नन्द बोली - भाभी जान, आज मैं तेरी सास की बिटिया की बुर चोदूँगी। मादर चोद तेरी सास की बेटी बहुत आवारा हो गई है। लन्ड देखते ही अपनी चूत खोल देती है, भाभी ?
इन दोनों की मस्त मस्त बातें सुनकर मुझसे भी न रहा गया।
मैं भी बोल पड़ी - नन्द रानी, आज मैं तेरी माँ की बहू की बुर चोदूँगी। तेरी माँ की बहू बुर चोदी अपने माईके से भी चुदवाकर आती है और यहाँ भी सबसे चुदवाती रहती है। अभी तेरे मियां का लन्ड पेल कर आयी है अपनी चूत में। इसकी माँ का भोसड़ा। बड़ी हरामजादी है तेरी माँ की बहू नन्द रानी।
आपने सुना दोस्तों, ये तीनो कितनी मस्ती से अपने को ही और अपनी ही चूत को गाली दे रहीं हैं।
उसके बाद मेरे मामू ने मेरी सास के भोसड़ा में लन्ड पेल दिया। वो तो मस्ती से चोदने लगा। इधर मैं भी अपनी नन्द के ससुर से चुदवाने लगी। उसका लन्ड मेरी चूत में पूरा का पूरा घुस गया। मैं भी मस्त हो गयी। मेरे सामने मेरी नन्द अपने खालू का लन्ड पेले हुए अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। पूरे कमरे में मस्ती छा गयी और चुदाई की आवाज़ें गूंजने लगीं।
इस तरह हम सबने रात भर लन्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया।
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