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धकाधक चोदो दूसरों की बीवियां मैं मना नहीं करुँगी Pahle Mujhe kisi se ek baar chudwa do
धकाधक चोदो दूसरों की बीवियां मैं मना नहीं करुँगी Pahle Mujhe kisi se ek baar chudwa do , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
मेरी बीवी ने कहा - तुम एक बार किसी से अपने सामने अपनी बीवी चुदवा लो फिर उसके बाद धकाधक चोदो दूसरों की बीवियां। मैं मना नहीं करुँगी।
जी हां यह सच है की मैं अपने आगे अपने दोस्तों से अपनी बीवी चुदवाता हूँ। मुझे अपनी बीवी चुदवाने का बेहद शौक है और मैं यह शौक बड़ी शिद्दत से करता हूँ। जब लोग मेरे सामने ही मेरी बीवी चोदते हैं तो मुझे बड़ा मज़ा आता है। मेरी बीवी मस्त जवान और मेरे मन की है। वह भी मेरे शौक को पूरा करने में पूरा पूरा सहयोग करती है। खूब मस्ती करती हुई, खूब गन्दी गन्दी बातें करती हुई और प्यार से गालियां देती हुई चुदवाती है। सबके लन्ड में आग भर देती है मेरी बीवी। अब एक बात और उसकी तारीफ की सुन लीजिये। वह जैसे मेरे सामने पराये मरदों से चुदवाती है वैसे ही वह मुझे अपने सामने परायी बीवियों को चोदने देती है। वो तो मुझसे खुले आम कहती है की तुम खूब चोदो परायी बीवियों की बुर और बिलकुल उसी तरह चोदो जैसे लोग तेरी बीवी चोदते हैं। मतलब की जैसे मैं लोगों से अपनी बुर चुदवाती हूँ।
अब तो आप समझ गये होगें की मैं क्यों अपनी बीवी चुदवाता हूँ और मेरी बीवी क्यों मुझे परायी बीवियां चोदने देती है ? इसका सबसे बड़ा कारण यह है की उसे तरह तरह के लन्ड पकड़ने का शौक है और मुझे तरह तरह की चूंचियां। मुझे बीवियों की चूत से ज्यादा प्यारी हैं उसकी चूंचियां। मैं चूत चोदने के पहले चूंचियां जरूर चोदता हूँ। अच्छी बात यह है की मैं उसका शौक पूरा करता हूँऔर वह मेरा शौक पूरा करती है। इसीलिए मैं उसके लिए तरह तरह के लन्ड की तलास में रहता हूँ और वह मेरे लिए तरह तरह की चूत की तलास में। मैं दूसरे लोगों के लन्ड उसकी चूत में घुसेड़ता हूँ और वह मेरा लन्ड दूसरों की बीवियों की चूत में घुसेड़ती है। हम दोनों बहुत खुश हैं और अपनी सेक्स लाइफ को इसी तरह एन्जॉय करतें हैं।
आजकल हम दोनों मिलकर एक "wife swapping club" चला रहें हैं जिसमे हर शनिवार को लोग अपनी अपनी बीवी लेकर आतें हैं और यहाँ दूसरों की बीवियां चोदते हैं। अब मैं आपको सुनाता हूँ की इसका सिलसिला कैसे शुरू हुआ ?
मेरा नाम शेखर है . मैं इस समय ३० साल एक मस्त नौजवान हूँ। मेरा कद ५' १०" है। मैं गोरा चिट्टा और अच्छे नाक नक्श वाला हूँ। तगड़ा तंदुरूश्त हूँ और दिल फेंक इन्शान हूँ। मुझे लड़कियां बहुत पसंद आतीं हैं। मैं अपने कॉलेज के दिनों में लड़कियों को अपना लन्ड खूब पकड़ाया करता था। लड़कियां चोदता भी था और अच्छा खासा पैसा भी खर्च करता था। मेरी लड़कियां चोदने की आदत शादी के बाद भी नहीं छूटी हां कम जरूर हो गयी। मेरी शादी के दो साल हो चुके थे। मेरी बीवी शिवानी एक बंगाली लड़की है और बेहद खूसबसूरत है। मेरा मानना है की खूबसूरत लड़कियां शादी के पहले ही लन्ड पकड़ना शुरू कर देतीं है और चुदवाना भी। बदचलन लड़कियों में सबसे ज्यादा खूबसूरत लड़कियां ही होतीं हैं। मुझे यह शक था की मेरी बीवी भी शादी के पहले लन्ड पकड़ती होगी और चुदवाती भी होगी। मगर मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ा ? एक दिन रात में जब वह मेरा लन्ड चाट रही थी तो उसके मुंह से निकला हाय दईया देखो लौड़ा कितना मस्त है ? कितना मोटा ताज़ा और सख्त है ? अगर ऐसा लौड़ा एक और होता तो कितना मज़ा आता ? उसके दिल की बात जुबान पर आ गयी ? मैं समझ गया की इसे मेरे लन्ड के अलावा और भी लन्ड चाहिए ?
मैं कुछ बोला नहीं लेकिन उसने कहा मैं एक बात पूंछूं आपसे ? मैंने कहा हां पूंछो न ? वह बोली तुम तो बड़े हैंडसम हो लंबे तगड़े हो तो लड़कियां भी तुम पर मरती होगीं ? कभी किसी लड़की की ली है तुमने ? मैंने कहा मैं तुम्हे सच सच बता रहा हूँ शिवानी पर तुम भी मेरे सवाल का जबाब सच सच ही देना ? मैंने बताया हां मैंने ली है। एक लड़की की नहीं बल्कि कई लड़कियों की ली है ? जब चीज आसानी से मिलती है तो कौन नही लेगा ? अब तुम बताओ की तुमने किसी लकड़े का लिया है ? वह बोली मैं भी सच सच बता रही हूँ। मैंने एक नहीं कई लड़कों का लिया है। और जब इतनी आसानी से मिलता है लन्ड तो कौन भोसड़ी वाली नहीं लेगी ? उसकी बात से मुझे जोश आ गया और मैं उसे कस कस के चोदने लगा। मैंने कहा तो फिर अब लेना बंद कर दिया है क्या ? वह बोली बंद तो नहीं किया है पर अब मैं तभी लूंगी जब तुम किसी लड़की की लोगे ?
मैं उसके मन की बात जान गया। फिर मैंने खुल कर कहा यार शिवानी सच तो यह है की मैं अपने दोस्तों की बीवियां चोदना चाहता हूँ पर कोई रास्ता नहीं दिखा रहा ? वह बोली हाय राम रास्ता तो बिलकुल साफ़ है। मुझे दिखा रहा है। मैंने कहा तो फिर बताओ न वह रास्ता क्या है।
वह बोली - तुम एक बार किसी से अपने सामने अपनी बीवी चुदवा लो फिर उसके बाद धकाधक चोदो दूसरों की बीवियां। मैं मना नहीं करुँगी।
उसकी यह बात मेरे दिमाग में बैठ गयी। उसके बाद मैं उसके ऊपर चढ़ बैठा और खूब हचक हचक के चोदा। एक बात तो तय हो गयी की जैसे मुझे दूसरों की बीवियां चोदने की तलब लगी थी वैसे ही मेरी बीवी को दूसरों से चुदवाने की तलब लगी थी। मैं भी आजकल का हसबैंड हूँ और वह आजकल की बीवी। हम लोग न तो पुराने लोग है और न ही बहुत तकियानूसी हैं। मैं जानता हूँ की आज की लड़की शादी के पहले लन्ड का मज़ा ले लेती है जैसा लड़का भी शादी के पहले चूत का मज़ा उठा लेता है। इसमें कोई किसी की गलती नहीं है। ऐसा होता ही है और होना भी चाहिए। अब न मेरा काम एक चूत से चलने वाला है और न उसका काम एक लन्ड से चलने वाला है। हम लोग अगर समझौता कर लें तो मुझे भी कई चूत चोदने का मौका मिलेगा और उसे भी कई लन्ड से चुदवाने का मौका मिलेगा ?
मैं सोंचने लगा की किसकी बीवी से बात करूँ ? किस दोस्त से अपने दिल की बात कहूँ ? यही सब सोंचते सोंचते मैं एक दिन संडे को अपने दोस्त मयंक के घर चला गया। बेल बजाई तो माला भाभी निकली और कहा अरे शेखर तुम ? अंदर आओ न ? मैं अंदर जाकर बैठ गया। तब तक भाभी एक गिलास पानी लेकर आ गयीं। मैंने पूंछा की मयंक कहाँ है तो उसने बताया की वह तो दो दिन के लिए टूर पर गया है। मैं घर में अकेली ही हूँ। खैर मैं बातें करने लगा। भाभी उस समय बाथ रूम से निकली थीं। बाल उसके गीले थे और उसने ठीक से कपडे भी नहीं पहने थे। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियों पर मेरी निगाह टिक गयी। वह समझ तो गयीं पर कुछ बोली नहीं। थोड़ी देर में उसने पूंछा शेखर क्या मयंक से कोई ख़ास बात करनी थी ? मैंने कहा हां करनी भी थी और नहीं भी ? वह बोली अगर तुम मुझसे बात करना चाहो तो कर सकते हो ? मैं थोड़ा सोंचने लगा की क्या कहूँ और कैसे कहूँ ? मैं थीड़ी देर तक चुप रहा। तब तक भाभी अंदर गयी और थोड़ा ड्रिंक्स बना कर ले आयीं बोली लो थोड़ा ड्रिंक्स ले लो तो सब कह पाओगे ?
वह भी मेरे साथ व्हिस्की पीने लगीं। भाभी ने कहा है शेखर अब तुम बोलो ? मैंने कहा भाभी मुझे थोड़ा झिझक हो रही है। उसने कहा देखो शेखर तुम मेरे हसबैंड के दोस्त हो। मैं तुम्हारी भाभी हूँ। मैं कुछ भी बुरा नहीं मानूँगी फिर भी तुम्हारी गांड क्यों फट रही है यार ? तब मैंने कहा हां भाभी अब मैं कह सकता हूँ। मैंने अपनी बीवी की सारी बात माला भाभी को बता दी। तब वह मुस्कराकर बोलीं तेरी बीवी शिवानी बिलकुल ठीक कह रही है। इसमें तुम दोनों खुश रहोगे। उसकी बात मानो और किसी से अपनी बीवी अपने सामने चुदवा लो फिर तुम भी चोदो दूसरों की बीवियां चोदो ? यह तो बड़ी अच्छी बात है ? मैंने कहा पर मुझे ऐसा कोई मिलेगा कहाँ ? वह बोली देखो यार तेरी बीवी चोदने वाले बहुत मिल जायेगें। पहले यह सोंचो की तुम किसकी बीवी चोदोगे ? मैंने कहा मुझे कौन मिलेगी भाभी ? किसकी बीवी मुझे पसंद करेगी भाभी और मुझसे कौन चुदवायेगी ?
बस भाभी ने मेरी जांघ पर हाथ मार कर कहा तुम मेरे मियां की बीवी चोद लो शेखर ? यह सुनते ही मैं उत्तेजित हो गया। मेरे लन्ड में जबरदस्त आग लग गयी। लन्ड साला बाहर निकलने के लिये कसमसाने लगा। तब तक माला भाभी ने अपनी बाहें मेरे गले में दाल दीं। फिर मेरी हिम्मत बढ़ गयी और मेरा हाथ उसकी चूँचियों पर चला गया। उसका भी हाथ मेरा लन्ड टटोलने लगा। मैंने कहा भाभी आप कितनी अच्छी हैं। वह बोली तुम भी मुझे बहुतअच्छे लगते हो शेखर। मैंने इतने में उसका ब्लाउज़ खोल दिया और उसकी ब्रा भी खोल कर नीचे डाल दी। उसकी मस्त बड़ी बड़ी चूंचियां मेरे आँखों के सामने उछल पड़ीं। मैं तो पागलों की तरह उन्हीं पर जुट गया। तब भाभी ने मेरी कमीज खोल दी। मेरी पैंट खोल दी और मेरी चड्ढी खोल कर जैसे ही फेंकी वैसे ही मेरा लन्ड आज़ाद हो गया। वह तन कर खड़ा हो गया भाभी के सामने। भाभी ने उसे पकड़ा और प्यार से हिलाती हुई बोली वाओ, कितना बड़ा और मोटा है तेरा लन्ड, शेखर ? 8" से कम नहीं है तेरा लन्ड ? उसने लन्ड कई बार चूमा तो लन्ड साला कुलाचें भरने लगा। शराब का नशा और मस्ती घोल रहा था।
मैंने जब माला भाभी को पूरी तरह नंगी रेखा तो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गाय। मुझे उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। मैं झुक कर उसकी चुम्मी लेने लगा और फिर चाटने लगा उसकी मस्तानी चूत। वह भी मेरा लन्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गए और बड़ी देर तक बने रहे। उसके बाद मैंने उसकी दोनों टाँगें फैला दीं और लन्ड उसकी चूत पर टिका दिया। मैंने एक धक्का मारा तो लन्ड सरसराता हुआ बिल की चूत में घुस गया। वह बोली उइ माँ मर गई ? इतना मोटा लन्ड पेल दिया। हाय राम मेरी चूत फट गयी। और फिर वह खुद भी मस्ती से चुदवाने लगी। मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी की माला मुझसे इतनी मस्ती से चुदवाएगीं। वह बोली यार शेखर मैं तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो। पूरा लन्ड पेल के चोदो। आगे भी मुझे चोदते रहना। मैं तेरी रखैल हूँ। मेरी चूत तेरे लिए ही है। उसके बाद जब भाभी ने मेरा झड़ता हुआ लन्ड चाटा तो वाकई बड़ा आनंद आया। मैं तो मस्त हो गया।
जाते समय वह बोली शेखर एक बात तुम अपनी बीवी किसी से इसी तरह चुदवा लो फिर तेरा रास्ता खुल जायेगा। उसने कहा मैं तुम्हे एक लड़के का इंतज़ाम कर देती हूँ। किसी से बताना नहीं। वह है रोहित। मैं रोहित से चुदवाती हूँ। यह बात मेरे पति को नहीं मालूम। रोहित को कल मैं तेरे घर भेज दूँगी। तुम उससे अपनी बीवी चुदवा लेना । बाकी सब ठीक हो जायेगा। मैं भाभी का प्लान सुनकर घर चला आया। मैं ख़ुशी ख़ुशी घर वापस आ गया। रात को जब मेरी बीवी शिवानी मेरा लन्ड चाट रही थी तब,
मैंने कहा - मैंने तेरे मन की बात मान ली है।
कौन सी बात मान ली है आपने ?
तुमने कहा था न की एक बार अपनी बीवी चुदवा लो फिर ,,,,,,,,,,,,,? इसलिए कल मैं अपने सामने अपनी बीवी चुदवाऊँगा ?
वाओ, सच में ? इतनी जल्दी तुम मेरी बात मन गये। मुझे तो जैसे यकीन ही नहीं हो रहा। कौन है तेरी बीवी चोदने वाला आदमी ? बताओ न मुझे प्लीज ?
आदमी नहीं एक मस्त जवान लड़का है। पर यह बताओ तुम मेरे सामने उससे चुदवाने में शरमाओगी तो नहीं ?
बिलकुल नहीं जब जब तुम मेरे सामने होंगे तो फिर मैं क्यों शरमाऊंगी। कल तुम पहली बार अपनी बीवी को किसी पराये मर्द से चुदवाते हुए देखोगे ? हाय दईया कितना मज़ा आएगा ?
उसके बाद मेरी बीवी मस्ती से मेरा लन्ड गपर गपर चूसने लगी और उसकी चूत की आग दूनी भड़क गयी। वह बहुत ही जोश में आ गयी और फिर अपनी गांड उचका उचका के खूब मजे से चुदवाया।
दूसरे दिन रोहित आ गया। मेरी बीवी उसे देख कर बड़ी खुश हो गयी। मैंने उसे अपनी बीवी से मिलवाया और फिर उसे ड्रिंक्स में बैठा लिया। हम तीनो शराब के मज़ा लेने लगे और खूब मस्ती से बातें करने लगे। नशा भी चढ़ने लगा। मैंने पूंछा रोहित तुम्हे मेरी बीवी कैसी लगी ? वह बोला भाभी जी तो बहित अच्छी हैं., खूबसूरत और सेक्सी हैं। तब तक मेरी बीवी बोली रोहित तुम भी बड़े अच्छे लग रहे हो। मैं समझ गया की दोनों एक दूसरे के साथ मज़ा करेगें। फिर मैंने रोहित का हाथ पकड़ कर अपनी बीवी की चूँचियों पर रख दिया और बीवी का हाथ पकड़ कर रोहित के लन्ड पर। मैंने कहा अब तुम दोनों लोग एक दूसरे के कपड़े उतारना शुरू कर दो। मैं थोड़ा दूर हट कर सोफा पर बैठ कर दारू पीने लगा। फिर मैंने कहा अच्छा मैं ज़रा बाहर जा रहां हूँ तुम लोग काम चालू रखो। मैं बाहर जाने के वजाए ऊपर छत पर चला गया। वहां से नीचे उतरा और खिड़की से सब कुछ देखने लगा।
मैंने देखा की दोनों नंगे नंगे एक दूसरे से चिपके हुए हैं। मैंने देखा की रोहित का हाथ मेरी बीवी की चूँचियों पर है और मेरी बीवी का हाथ उसके लन्ड पर है। फिर दोनों बेड पर लेट गये। मेरी बीवी उसका लन्ड चाटने लगी और वह मेरी बीवी चूत। मेरी बीवी बोली यार रोहित तेरा लन्ड तो बड़ा मोटा तगड़ा है। मेरी चूत को बड़ा मज़ा आयगा ? वह बोला शिवानी भाभी तेरी चूत भी बड़ी मस्तानी है। आज मैं इसे चोद कर मज़ा लूँगा। मैं इस बात से खुश था की मेरी बीवी को पराये मरद का लन्ड पसंद आ गया। वह बिलकुल लन्ड में खो हो गयी। फिर मैंने चुपके से वहीँ डिनर का आर्डर दिया और वापस कमरे में आ गया। उस समय मेरी बीवी रोहित का लन्ड चाट रही थी। मैंने कहा वाह क्या बात है शिवानी तुम बहुत अच्छी तरह से लन्ड चाट रही हो। इसी तरह खुश कर दो मेरे दोस्त को। मुझे तुम पर गर्व है मेरी जान शिवानी। मैंने उसका हौसला बढ़ाया तो वह और मस्त हो गयी। मैंने कहा रोहित अब पेल दो ने लन्ड मेरी बीवी की चूत में। उसने सही में लौड़ा उसकी चूत में टिकाया और गचाक से घुसेड़ दिया अंदर।
मेरी बीवी भी साथ देने लगी और अपने चूतड़ उठा उठा के चुदवाने लगी. मैंने कहा हां शाबाश शिवानी, इसी तरह मस्ती से चुदवाती रहो। मैंने पूंछा रोहित तुम्हे कैसा लग रहा है मेरी बीवी चोद कर ? वह बोला यार बड़ा मज़ा आ रहा है। इतना मज़ा तो मुझे अपनी बीवी चोदने में नहीं आता ? मैंने मन में कहा यहाँ किसी भोसड़ी वाले को अपनी बीवी चोदने में मज़ा नहीं आता। सब साले दूसरों की बीवियां चोदते हैं। मैंने कहा यार अब रोहित तुम पीछे से चोदो मेरी बीवी। मेरी बात सुन कर मेरी बीवी मस्त हो गयी। वह फ़ौरन कुतिया बन गयी और पीछे से चुदवाने लगी। मैंने कहा रोहित मेरी बीवी को तेरा लौड़ा पसंद आ गया है। थोड़ी देर में जब लन्ड मंजिल पर पहुँचने लगा तो मेरी बीवी ने उसे मुठ्ठी में लेकर मुठ्ठ मारने लगी। लन्ड साला बस एक मिनट में उगलने लगा वीर्य जिसे मेरी बीवी चाटने लगी। मैने कहा वाओ, शिवानी तुम वाकई कमाल करती हो। इतनी मस्ती से कोई और बीवी किसी का लन्ड नहीं चाट सकती ? वह बहुत खुश हो गयी। वास्तव में वह भी खलास हो चुकी थी। रोहित जब जाने लगा तो मैंने कहा अब तुम जब चाहो आओ और मेरी बीवी चोद कर जाओ।
अगले दिन मैं ऑफिस में बैठा था तभी माला भाभी का फोन आया। वह बोली शेखर तुम अभी मेरे घर आ जाओ। मैंने फ़ौरन अपना काम बंद किया और आधे घंटे में माला भाभी के घर पहुँच गया। मैंने देखा की भाभी के साथ और बड़ी खूबसूरत सेक्सी और हॉट लेडी बैठी हुई है। भाभी ने कहा शेखर लो इससे मिलो ये है मिसेज आशा ? मैंने मुस्कराते हुए उसे विश किया। तब भाभी ने बताया ये उसकी बीवी है जिसका पति कल तेरी बीवी को चोद कर आया है। मेरी तो हिम्मत बढ़ गयी। भाभी आगे बोली शेखर लो थोड़ा व्हिस्की पी लो और फिर तुम रोहित की बीवी मेरे सामने चोदो ? ये तुमसे चुदवाने ही आयी है। यह सुन कर मैं तो खुश हो गया और मुझसे ज्यादा मेरा लन्ड साला खुश हो गया। हम तीनो ने चियर्स कर शराब पीना शुरू किया। मेरी नज़रें आशा भाभी के पूरे बदन पर घूमने लगीं। इतने में माला भाभी ने आशा का हाथ पकड़ कर मेरे लन्ड पर रख दिया और कहा अब क्या खोल कर देखो न इसका लन्ड ?
आशा भाभी ने मेरा लन्ड दबा दिया और तब तक माला भाभी ने उसके कपड़े उतार कर एकदम नंगी कर दिया। आशा भाभी वैसे ही बहुत सुन्दर लग रहीं थीं। बिना कपड़ों के वह और सुन्दर दिखने लगीं। मैं तो बड़ी देर तक देखता ही रहा। मैं फिर उसकी चूंचियां दबाने लगा और पूरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। इसी बीच मैं भी नंगा हो गया और माला भाभी भी। वो दोनों मिलकर मेरा लन्ड चाटने लगीं। आशा भाभी बोली - यार माला इसका लौड़ा तो बड़ा जबरदस्त है। मोटा भी है भोसड़ी का और सख्त भी। भाभी के मुंह से निकली गाली से मेरे लन्ड मेंऔर तनाव आ गया। उसके बाद तो मैंने पहले आशा भाभी की चूत में लौड़ा पेला और उसे खूब चोदा। जितनी मस्ती से उसका पति रोहित मेरी बीवी चोद रहा था उससे ज्यादा मस्ती से मैं उसकी बीवी चोदने लगा। माला भाभी बोली शेखर आज तेरा लौड़ा उस दिन से ज्यादा खूंखार लग रहा है। मेरे कहा भाभी उस दिन मेरे सामने केवल एक चूत थी आज दो दो चूत हैं।
सच बताऊँ दोस्तों, मुझे उस दन आशा को चोदने में बहुत आनंद आया। उसके साथ माला भाभी ने भी खूब कमाल किया और बार बार मेरा लन्ड आशा की बुर में पेल पेल कर खूब मस्ती की। मैंने दोनों की बुर भी चोदी और चूँचियों में लौड़ा भी पेला। दोनों ने जब मेरा झड़ता हुआ लौड़ा चाटा तो उसका आनंद कुछ और ही था। उस दिन मुझे मालूम हुआ की जो औरत देखने में बहुत भोली भाली सीधी सादी होती है वह चुदवाने में कितनी आक्रामक हो जाती है और लौड़े का तेल निचोड़ लेती है।
मैं जब शाम को घर आया तो रेखा वहां भी एक शादी शुदा लड़की मेरी बीवी के साथ बैठी हुई है। वह भी बड़ी सुन्दर, हॉट और सेक्सी दिख रही थी। मेरे मन में आया की सबसे पहले मैं इसके मुंह में लौड़ा घुसा दूं। मेरी बीवी बोली ये मिसेज नेहा त्रिपाठी है। इसका पति ३ दिन के लिए टूर पर गया है। यह घर में अकेली है लेकिन आज यह आज यहीं मेरे साथ रहेगी। उसके बाद शिवानी ने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। मैंने पूंछा अरे नेहा भाभी क्या शराब पीती हैं ? मेरी बीवी ने कहा आजकल कौन ऐसी लड़की है जो शराब नहीं पीती ? हां वह अक्सर खुल कर सबके सामने नहीं आती ? अब नेहा मुझसे कुछ छिपा तो सकती नहीं। यह मेरे कॉलेज की दोस्त है। फिर हम तीनो शराब का मज़ा लेने लगे। नेहा ललचायी नज़रों से शेखर को देखने लगी और वह नेहा को ?
मैं इसी बीच अंदर किसी काम के लिए गया तो मेरी बीवी मेरे पीछे आ गयी। वह बोली सुनो जी, आज तुम नेहा को मेरे सामने चोदोगे ? मैंने उसे इसी लिए बुलाया है। वह चुदवाने के लिए तैयार है। मैंने कहा था न की तुम एक बार अपनी बीवी चुदवा लो फिर उसके बाद जिसकी चाहो उसकी बीवी चोदो। उस दिन तुमने अपने सामने मुझे चुदवाया आज तुम मेरे सामने नेहा को चोदोगे ? मैं तो मन ही बड़ा खुश हुआ। शराब का थोड़ा शुरुर चढ़ा तो मैंने नेहा हाथ मेरे बीवी ने उसका हाथ मेरे लन्ड पर रखते हुए कहा लो नेहा अब पकड़ो मेरे पति का लन्ड ? आज मेरे सामने इसका लन्ड तेरी चूत में घुसेगा। नेहा यह सुनकर मुस्कराने लगी और मर लन्ड दबा दबा कर मज़ा करने लगी। मैं भी हाथ बढ़ाकर उसकी चूंचियां पकड़ लीं। उसकी चूंचियां मेरी बीवी की चूँचियों से ज्यादा बड़ी थीं। मैंने मन बना लिया की मैं पहले इसकी चूंचियां ही चोदूंगा, बाद में लन्ड इसकी चूत में पेलूँगा।
तब तक मेरी बीवी ने नेहा को बिलकुल नंगी कर दिया। उसका नंगा बदन देख कर मैं तो पागल हो गया। वह वाकई आशा से भी ज्यादा खूबसूरत थी। मेरा लन्ड साला आप से बाहर हो गया। तब तक नेहा ने लन्ड बाहर निकाल ही लिया। बाकी मेरे कपड़े मेरी बीवी ने खोल डाले। मैं एकदम नंगा नंगा नेहा के आगे खड़ा हो गया। नेहा में आधे से अधिक मेरा लन्ड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी। मैं समझ गया की नेहा पहले भी कई लन्ड चूस चुकी है। मैं मन में सोंचने लगा की आज से मुझे अपनी बीवी चुदाने का फायदा मिलना शुरू हो गया है और अब आगे भी मिलता रहेगा। मेरी बीवी भी नंगी नंगी नेहा की बुर चाटने लगी। थोड़ी देर में घूमा और लन्ड नेहा की चूँचियों के बीच में घुसेड़ दिया। वह भी मस्ती से चुदवाने लगी अपनी चूंचियां। थोड़ी देर बाद मेरी बीवी ने मेरा लन्ड पकड़ कर नेहा की चूत पर रख दिया। उसने मेरे चूतड़ दबाया तो लन्ड अंदर घुस गया। नेहा बोली हाय शिवानी बड़ा मोटा है लन्ड तेरे पति का यार। देखो कहीं मेरी चूत फट न जाये ? फिर क्या मैं बिंदास चोदने लगा नेहा की चूत।
दोस्तों, मैंने इस तरह मिसेज सीमा गुप्ता की बुर ली, मिसेज अलका चतुर्वेदी की चूत में लन्ड पेला और अपने दोस्त संजीव की बीवी चोदी। मेरी बीवी ने मेरे सामने संजय और बलराम से चुदवाया। उसके बाद हम दोनों ने मिलकर एक "wife swapping club" खोल लिया। आजकल इस क्लब में १०/१२ कपल्स है जो हर शनिवार को एक दूसरे की बीवियां चोदते हैं और बीवियां भी मस्ती से एक दूसरे के पति से चुदवाती हैं।
सच है की अगर मैंने अपनी बीवी के कहने पर अपनी बीवी न चुदवाई होती तो आज मुझे इन नई नई बीवियों को चोदने का मौक़ा न मिला होता ?
मेरी बीवी ने कहा - तुम एक बार किसी से अपने सामने अपनी बीवी चुदवा लो फिर उसके बाद धकाधक चोदो दूसरों की बीवियां। मैं मना नहीं करुँगी।
जी हां यह सच है की मैं अपने आगे अपने दोस्तों से अपनी बीवी चुदवाता हूँ। मुझे अपनी बीवी चुदवाने का बेहद शौक है और मैं यह शौक बड़ी शिद्दत से करता हूँ। जब लोग मेरे सामने ही मेरी बीवी चोदते हैं तो मुझे बड़ा मज़ा आता है। मेरी बीवी मस्त जवान और मेरे मन की है। वह भी मेरे शौक को पूरा करने में पूरा पूरा सहयोग करती है। खूब मस्ती करती हुई, खूब गन्दी गन्दी बातें करती हुई और प्यार से गालियां देती हुई चुदवाती है। सबके लन्ड में आग भर देती है मेरी बीवी। अब एक बात और उसकी तारीफ की सुन लीजिये। वह जैसे मेरे सामने पराये मरदों से चुदवाती है वैसे ही वह मुझे अपने सामने परायी बीवियों को चोदने देती है। वो तो मुझसे खुले आम कहती है की तुम खूब चोदो परायी बीवियों की बुर और बिलकुल उसी तरह चोदो जैसे लोग तेरी बीवी चोदते हैं। मतलब की जैसे मैं लोगों से अपनी बुर चुदवाती हूँ।
अब तो आप समझ गये होगें की मैं क्यों अपनी बीवी चुदवाता हूँ और मेरी बीवी क्यों मुझे परायी बीवियां चोदने देती है ? इसका सबसे बड़ा कारण यह है की उसे तरह तरह के लन्ड पकड़ने का शौक है और मुझे तरह तरह की चूंचियां। मुझे बीवियों की चूत से ज्यादा प्यारी हैं उसकी चूंचियां। मैं चूत चोदने के पहले चूंचियां जरूर चोदता हूँ। अच्छी बात यह है की मैं उसका शौक पूरा करता हूँऔर वह मेरा शौक पूरा करती है। इसीलिए मैं उसके लिए तरह तरह के लन्ड की तलास में रहता हूँ और वह मेरे लिए तरह तरह की चूत की तलास में। मैं दूसरे लोगों के लन्ड उसकी चूत में घुसेड़ता हूँ और वह मेरा लन्ड दूसरों की बीवियों की चूत में घुसेड़ती है। हम दोनों बहुत खुश हैं और अपनी सेक्स लाइफ को इसी तरह एन्जॉय करतें हैं।
आजकल हम दोनों मिलकर एक "wife swapping club" चला रहें हैं जिसमे हर शनिवार को लोग अपनी अपनी बीवी लेकर आतें हैं और यहाँ दूसरों की बीवियां चोदते हैं। अब मैं आपको सुनाता हूँ की इसका सिलसिला कैसे शुरू हुआ ?
मेरा नाम शेखर है . मैं इस समय ३० साल एक मस्त नौजवान हूँ। मेरा कद ५' १०" है। मैं गोरा चिट्टा और अच्छे नाक नक्श वाला हूँ। तगड़ा तंदुरूश्त हूँ और दिल फेंक इन्शान हूँ। मुझे लड़कियां बहुत पसंद आतीं हैं। मैं अपने कॉलेज के दिनों में लड़कियों को अपना लन्ड खूब पकड़ाया करता था। लड़कियां चोदता भी था और अच्छा खासा पैसा भी खर्च करता था। मेरी लड़कियां चोदने की आदत शादी के बाद भी नहीं छूटी हां कम जरूर हो गयी। मेरी शादी के दो साल हो चुके थे। मेरी बीवी शिवानी एक बंगाली लड़की है और बेहद खूसबसूरत है। मेरा मानना है की खूबसूरत लड़कियां शादी के पहले ही लन्ड पकड़ना शुरू कर देतीं है और चुदवाना भी। बदचलन लड़कियों में सबसे ज्यादा खूबसूरत लड़कियां ही होतीं हैं। मुझे यह शक था की मेरी बीवी भी शादी के पहले लन्ड पकड़ती होगी और चुदवाती भी होगी। मगर मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ा ? एक दिन रात में जब वह मेरा लन्ड चाट रही थी तो उसके मुंह से निकला हाय दईया देखो लौड़ा कितना मस्त है ? कितना मोटा ताज़ा और सख्त है ? अगर ऐसा लौड़ा एक और होता तो कितना मज़ा आता ? उसके दिल की बात जुबान पर आ गयी ? मैं समझ गया की इसे मेरे लन्ड के अलावा और भी लन्ड चाहिए ?
मैं कुछ बोला नहीं लेकिन उसने कहा मैं एक बात पूंछूं आपसे ? मैंने कहा हां पूंछो न ? वह बोली तुम तो बड़े हैंडसम हो लंबे तगड़े हो तो लड़कियां भी तुम पर मरती होगीं ? कभी किसी लड़की की ली है तुमने ? मैंने कहा मैं तुम्हे सच सच बता रहा हूँ शिवानी पर तुम भी मेरे सवाल का जबाब सच सच ही देना ? मैंने बताया हां मैंने ली है। एक लड़की की नहीं बल्कि कई लड़कियों की ली है ? जब चीज आसानी से मिलती है तो कौन नही लेगा ? अब तुम बताओ की तुमने किसी लकड़े का लिया है ? वह बोली मैं भी सच सच बता रही हूँ। मैंने एक नहीं कई लड़कों का लिया है। और जब इतनी आसानी से मिलता है लन्ड तो कौन भोसड़ी वाली नहीं लेगी ? उसकी बात से मुझे जोश आ गया और मैं उसे कस कस के चोदने लगा। मैंने कहा तो फिर अब लेना बंद कर दिया है क्या ? वह बोली बंद तो नहीं किया है पर अब मैं तभी लूंगी जब तुम किसी लड़की की लोगे ?
मैं उसके मन की बात जान गया। फिर मैंने खुल कर कहा यार शिवानी सच तो यह है की मैं अपने दोस्तों की बीवियां चोदना चाहता हूँ पर कोई रास्ता नहीं दिखा रहा ? वह बोली हाय राम रास्ता तो बिलकुल साफ़ है। मुझे दिखा रहा है। मैंने कहा तो फिर बताओ न वह रास्ता क्या है।
वह बोली - तुम एक बार किसी से अपने सामने अपनी बीवी चुदवा लो फिर उसके बाद धकाधक चोदो दूसरों की बीवियां। मैं मना नहीं करुँगी।
उसकी यह बात मेरे दिमाग में बैठ गयी। उसके बाद मैं उसके ऊपर चढ़ बैठा और खूब हचक हचक के चोदा। एक बात तो तय हो गयी की जैसे मुझे दूसरों की बीवियां चोदने की तलब लगी थी वैसे ही मेरी बीवी को दूसरों से चुदवाने की तलब लगी थी। मैं भी आजकल का हसबैंड हूँ और वह आजकल की बीवी। हम लोग न तो पुराने लोग है और न ही बहुत तकियानूसी हैं। मैं जानता हूँ की आज की लड़की शादी के पहले लन्ड का मज़ा ले लेती है जैसा लड़का भी शादी के पहले चूत का मज़ा उठा लेता है। इसमें कोई किसी की गलती नहीं है। ऐसा होता ही है और होना भी चाहिए। अब न मेरा काम एक चूत से चलने वाला है और न उसका काम एक लन्ड से चलने वाला है। हम लोग अगर समझौता कर लें तो मुझे भी कई चूत चोदने का मौका मिलेगा और उसे भी कई लन्ड से चुदवाने का मौका मिलेगा ?
मैं सोंचने लगा की किसकी बीवी से बात करूँ ? किस दोस्त से अपने दिल की बात कहूँ ? यही सब सोंचते सोंचते मैं एक दिन संडे को अपने दोस्त मयंक के घर चला गया। बेल बजाई तो माला भाभी निकली और कहा अरे शेखर तुम ? अंदर आओ न ? मैं अंदर जाकर बैठ गया। तब तक भाभी एक गिलास पानी लेकर आ गयीं। मैंने पूंछा की मयंक कहाँ है तो उसने बताया की वह तो दो दिन के लिए टूर पर गया है। मैं घर में अकेली ही हूँ। खैर मैं बातें करने लगा। भाभी उस समय बाथ रूम से निकली थीं। बाल उसके गीले थे और उसने ठीक से कपडे भी नहीं पहने थे। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियों पर मेरी निगाह टिक गयी। वह समझ तो गयीं पर कुछ बोली नहीं। थोड़ी देर में उसने पूंछा शेखर क्या मयंक से कोई ख़ास बात करनी थी ? मैंने कहा हां करनी भी थी और नहीं भी ? वह बोली अगर तुम मुझसे बात करना चाहो तो कर सकते हो ? मैं थोड़ा सोंचने लगा की क्या कहूँ और कैसे कहूँ ? मैं थीड़ी देर तक चुप रहा। तब तक भाभी अंदर गयी और थोड़ा ड्रिंक्स बना कर ले आयीं बोली लो थोड़ा ड्रिंक्स ले लो तो सब कह पाओगे ?
वह भी मेरे साथ व्हिस्की पीने लगीं। भाभी ने कहा है शेखर अब तुम बोलो ? मैंने कहा भाभी मुझे थोड़ा झिझक हो रही है। उसने कहा देखो शेखर तुम मेरे हसबैंड के दोस्त हो। मैं तुम्हारी भाभी हूँ। मैं कुछ भी बुरा नहीं मानूँगी फिर भी तुम्हारी गांड क्यों फट रही है यार ? तब मैंने कहा हां भाभी अब मैं कह सकता हूँ। मैंने अपनी बीवी की सारी बात माला भाभी को बता दी। तब वह मुस्कराकर बोलीं तेरी बीवी शिवानी बिलकुल ठीक कह रही है। इसमें तुम दोनों खुश रहोगे। उसकी बात मानो और किसी से अपनी बीवी अपने सामने चुदवा लो फिर तुम भी चोदो दूसरों की बीवियां चोदो ? यह तो बड़ी अच्छी बात है ? मैंने कहा पर मुझे ऐसा कोई मिलेगा कहाँ ? वह बोली देखो यार तेरी बीवी चोदने वाले बहुत मिल जायेगें। पहले यह सोंचो की तुम किसकी बीवी चोदोगे ? मैंने कहा मुझे कौन मिलेगी भाभी ? किसकी बीवी मुझे पसंद करेगी भाभी और मुझसे कौन चुदवायेगी ?
बस भाभी ने मेरी जांघ पर हाथ मार कर कहा तुम मेरे मियां की बीवी चोद लो शेखर ? यह सुनते ही मैं उत्तेजित हो गया। मेरे लन्ड में जबरदस्त आग लग गयी। लन्ड साला बाहर निकलने के लिये कसमसाने लगा। तब तक माला भाभी ने अपनी बाहें मेरे गले में दाल दीं। फिर मेरी हिम्मत बढ़ गयी और मेरा हाथ उसकी चूँचियों पर चला गया। उसका भी हाथ मेरा लन्ड टटोलने लगा। मैंने कहा भाभी आप कितनी अच्छी हैं। वह बोली तुम भी मुझे बहुतअच्छे लगते हो शेखर। मैंने इतने में उसका ब्लाउज़ खोल दिया और उसकी ब्रा भी खोल कर नीचे डाल दी। उसकी मस्त बड़ी बड़ी चूंचियां मेरे आँखों के सामने उछल पड़ीं। मैं तो पागलों की तरह उन्हीं पर जुट गया। तब भाभी ने मेरी कमीज खोल दी। मेरी पैंट खोल दी और मेरी चड्ढी खोल कर जैसे ही फेंकी वैसे ही मेरा लन्ड आज़ाद हो गया। वह तन कर खड़ा हो गया भाभी के सामने। भाभी ने उसे पकड़ा और प्यार से हिलाती हुई बोली वाओ, कितना बड़ा और मोटा है तेरा लन्ड, शेखर ? 8" से कम नहीं है तेरा लन्ड ? उसने लन्ड कई बार चूमा तो लन्ड साला कुलाचें भरने लगा। शराब का नशा और मस्ती घोल रहा था।
मैंने जब माला भाभी को पूरी तरह नंगी रेखा तो बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गाय। मुझे उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। मैं झुक कर उसकी चुम्मी लेने लगा और फिर चाटने लगा उसकी मस्तानी चूत। वह भी मेरा लन्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गए और बड़ी देर तक बने रहे। उसके बाद मैंने उसकी दोनों टाँगें फैला दीं और लन्ड उसकी चूत पर टिका दिया। मैंने एक धक्का मारा तो लन्ड सरसराता हुआ बिल की चूत में घुस गया। वह बोली उइ माँ मर गई ? इतना मोटा लन्ड पेल दिया। हाय राम मेरी चूत फट गयी। और फिर वह खुद भी मस्ती से चुदवाने लगी। मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी की माला मुझसे इतनी मस्ती से चुदवाएगीं। वह बोली यार शेखर मैं तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो। पूरा लन्ड पेल के चोदो। आगे भी मुझे चोदते रहना। मैं तेरी रखैल हूँ। मेरी चूत तेरे लिए ही है। उसके बाद जब भाभी ने मेरा झड़ता हुआ लन्ड चाटा तो वाकई बड़ा आनंद आया। मैं तो मस्त हो गया।
जाते समय वह बोली शेखर एक बात तुम अपनी बीवी किसी से इसी तरह चुदवा लो फिर तेरा रास्ता खुल जायेगा। उसने कहा मैं तुम्हे एक लड़के का इंतज़ाम कर देती हूँ। किसी से बताना नहीं। वह है रोहित। मैं रोहित से चुदवाती हूँ। यह बात मेरे पति को नहीं मालूम। रोहित को कल मैं तेरे घर भेज दूँगी। तुम उससे अपनी बीवी चुदवा लेना । बाकी सब ठीक हो जायेगा। मैं भाभी का प्लान सुनकर घर चला आया। मैं ख़ुशी ख़ुशी घर वापस आ गया। रात को जब मेरी बीवी शिवानी मेरा लन्ड चाट रही थी तब,
मैंने कहा - मैंने तेरे मन की बात मान ली है।
कौन सी बात मान ली है आपने ?
तुमने कहा था न की एक बार अपनी बीवी चुदवा लो फिर ,,,,,,,,,,,,,? इसलिए कल मैं अपने सामने अपनी बीवी चुदवाऊँगा ?
वाओ, सच में ? इतनी जल्दी तुम मेरी बात मन गये। मुझे तो जैसे यकीन ही नहीं हो रहा। कौन है तेरी बीवी चोदने वाला आदमी ? बताओ न मुझे प्लीज ?
आदमी नहीं एक मस्त जवान लड़का है। पर यह बताओ तुम मेरे सामने उससे चुदवाने में शरमाओगी तो नहीं ?
बिलकुल नहीं जब जब तुम मेरे सामने होंगे तो फिर मैं क्यों शरमाऊंगी। कल तुम पहली बार अपनी बीवी को किसी पराये मर्द से चुदवाते हुए देखोगे ? हाय दईया कितना मज़ा आएगा ?
उसके बाद मेरी बीवी मस्ती से मेरा लन्ड गपर गपर चूसने लगी और उसकी चूत की आग दूनी भड़क गयी। वह बहुत ही जोश में आ गयी और फिर अपनी गांड उचका उचका के खूब मजे से चुदवाया।
दूसरे दिन रोहित आ गया। मेरी बीवी उसे देख कर बड़ी खुश हो गयी। मैंने उसे अपनी बीवी से मिलवाया और फिर उसे ड्रिंक्स में बैठा लिया। हम तीनो शराब के मज़ा लेने लगे और खूब मस्ती से बातें करने लगे। नशा भी चढ़ने लगा। मैंने पूंछा रोहित तुम्हे मेरी बीवी कैसी लगी ? वह बोला भाभी जी तो बहित अच्छी हैं., खूबसूरत और सेक्सी हैं। तब तक मेरी बीवी बोली रोहित तुम भी बड़े अच्छे लग रहे हो। मैं समझ गया की दोनों एक दूसरे के साथ मज़ा करेगें। फिर मैंने रोहित का हाथ पकड़ कर अपनी बीवी की चूँचियों पर रख दिया और बीवी का हाथ पकड़ कर रोहित के लन्ड पर। मैंने कहा अब तुम दोनों लोग एक दूसरे के कपड़े उतारना शुरू कर दो। मैं थोड़ा दूर हट कर सोफा पर बैठ कर दारू पीने लगा। फिर मैंने कहा अच्छा मैं ज़रा बाहर जा रहां हूँ तुम लोग काम चालू रखो। मैं बाहर जाने के वजाए ऊपर छत पर चला गया। वहां से नीचे उतरा और खिड़की से सब कुछ देखने लगा।
मैंने देखा की दोनों नंगे नंगे एक दूसरे से चिपके हुए हैं। मैंने देखा की रोहित का हाथ मेरी बीवी की चूँचियों पर है और मेरी बीवी का हाथ उसके लन्ड पर है। फिर दोनों बेड पर लेट गये। मेरी बीवी उसका लन्ड चाटने लगी और वह मेरी बीवी चूत। मेरी बीवी बोली यार रोहित तेरा लन्ड तो बड़ा मोटा तगड़ा है। मेरी चूत को बड़ा मज़ा आयगा ? वह बोला शिवानी भाभी तेरी चूत भी बड़ी मस्तानी है। आज मैं इसे चोद कर मज़ा लूँगा। मैं इस बात से खुश था की मेरी बीवी को पराये मरद का लन्ड पसंद आ गया। वह बिलकुल लन्ड में खो हो गयी। फिर मैंने चुपके से वहीँ डिनर का आर्डर दिया और वापस कमरे में आ गया। उस समय मेरी बीवी रोहित का लन्ड चाट रही थी। मैंने कहा वाह क्या बात है शिवानी तुम बहुत अच्छी तरह से लन्ड चाट रही हो। इसी तरह खुश कर दो मेरे दोस्त को। मुझे तुम पर गर्व है मेरी जान शिवानी। मैंने उसका हौसला बढ़ाया तो वह और मस्त हो गयी। मैंने कहा रोहित अब पेल दो ने लन्ड मेरी बीवी की चूत में। उसने सही में लौड़ा उसकी चूत में टिकाया और गचाक से घुसेड़ दिया अंदर।
मेरी बीवी भी साथ देने लगी और अपने चूतड़ उठा उठा के चुदवाने लगी. मैंने कहा हां शाबाश शिवानी, इसी तरह मस्ती से चुदवाती रहो। मैंने पूंछा रोहित तुम्हे कैसा लग रहा है मेरी बीवी चोद कर ? वह बोला यार बड़ा मज़ा आ रहा है। इतना मज़ा तो मुझे अपनी बीवी चोदने में नहीं आता ? मैंने मन में कहा यहाँ किसी भोसड़ी वाले को अपनी बीवी चोदने में मज़ा नहीं आता। सब साले दूसरों की बीवियां चोदते हैं। मैंने कहा यार अब रोहित तुम पीछे से चोदो मेरी बीवी। मेरी बात सुन कर मेरी बीवी मस्त हो गयी। वह फ़ौरन कुतिया बन गयी और पीछे से चुदवाने लगी। मैंने कहा रोहित मेरी बीवी को तेरा लौड़ा पसंद आ गया है। थोड़ी देर में जब लन्ड मंजिल पर पहुँचने लगा तो मेरी बीवी ने उसे मुठ्ठी में लेकर मुठ्ठ मारने लगी। लन्ड साला बस एक मिनट में उगलने लगा वीर्य जिसे मेरी बीवी चाटने लगी। मैने कहा वाओ, शिवानी तुम वाकई कमाल करती हो। इतनी मस्ती से कोई और बीवी किसी का लन्ड नहीं चाट सकती ? वह बहुत खुश हो गयी। वास्तव में वह भी खलास हो चुकी थी। रोहित जब जाने लगा तो मैंने कहा अब तुम जब चाहो आओ और मेरी बीवी चोद कर जाओ।
अगले दिन मैं ऑफिस में बैठा था तभी माला भाभी का फोन आया। वह बोली शेखर तुम अभी मेरे घर आ जाओ। मैंने फ़ौरन अपना काम बंद किया और आधे घंटे में माला भाभी के घर पहुँच गया। मैंने देखा की भाभी के साथ और बड़ी खूबसूरत सेक्सी और हॉट लेडी बैठी हुई है। भाभी ने कहा शेखर लो इससे मिलो ये है मिसेज आशा ? मैंने मुस्कराते हुए उसे विश किया। तब भाभी ने बताया ये उसकी बीवी है जिसका पति कल तेरी बीवी को चोद कर आया है। मेरी तो हिम्मत बढ़ गयी। भाभी आगे बोली शेखर लो थोड़ा व्हिस्की पी लो और फिर तुम रोहित की बीवी मेरे सामने चोदो ? ये तुमसे चुदवाने ही आयी है। यह सुन कर मैं तो खुश हो गया और मुझसे ज्यादा मेरा लन्ड साला खुश हो गया। हम तीनो ने चियर्स कर शराब पीना शुरू किया। मेरी नज़रें आशा भाभी के पूरे बदन पर घूमने लगीं। इतने में माला भाभी ने आशा का हाथ पकड़ कर मेरे लन्ड पर रख दिया और कहा अब क्या खोल कर देखो न इसका लन्ड ?
आशा भाभी ने मेरा लन्ड दबा दिया और तब तक माला भाभी ने उसके कपड़े उतार कर एकदम नंगी कर दिया। आशा भाभी वैसे ही बहुत सुन्दर लग रहीं थीं। बिना कपड़ों के वह और सुन्दर दिखने लगीं। मैं तो बड़ी देर तक देखता ही रहा। मैं फिर उसकी चूंचियां दबाने लगा और पूरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। इसी बीच मैं भी नंगा हो गया और माला भाभी भी। वो दोनों मिलकर मेरा लन्ड चाटने लगीं। आशा भाभी बोली - यार माला इसका लौड़ा तो बड़ा जबरदस्त है। मोटा भी है भोसड़ी का और सख्त भी। भाभी के मुंह से निकली गाली से मेरे लन्ड मेंऔर तनाव आ गया। उसके बाद तो मैंने पहले आशा भाभी की चूत में लौड़ा पेला और उसे खूब चोदा। जितनी मस्ती से उसका पति रोहित मेरी बीवी चोद रहा था उससे ज्यादा मस्ती से मैं उसकी बीवी चोदने लगा। माला भाभी बोली शेखर आज तेरा लौड़ा उस दिन से ज्यादा खूंखार लग रहा है। मेरे कहा भाभी उस दिन मेरे सामने केवल एक चूत थी आज दो दो चूत हैं।
सच बताऊँ दोस्तों, मुझे उस दन आशा को चोदने में बहुत आनंद आया। उसके साथ माला भाभी ने भी खूब कमाल किया और बार बार मेरा लन्ड आशा की बुर में पेल पेल कर खूब मस्ती की। मैंने दोनों की बुर भी चोदी और चूँचियों में लौड़ा भी पेला। दोनों ने जब मेरा झड़ता हुआ लौड़ा चाटा तो उसका आनंद कुछ और ही था। उस दिन मुझे मालूम हुआ की जो औरत देखने में बहुत भोली भाली सीधी सादी होती है वह चुदवाने में कितनी आक्रामक हो जाती है और लौड़े का तेल निचोड़ लेती है।
मैं जब शाम को घर आया तो रेखा वहां भी एक शादी शुदा लड़की मेरी बीवी के साथ बैठी हुई है। वह भी बड़ी सुन्दर, हॉट और सेक्सी दिख रही थी। मेरे मन में आया की सबसे पहले मैं इसके मुंह में लौड़ा घुसा दूं। मेरी बीवी बोली ये मिसेज नेहा त्रिपाठी है। इसका पति ३ दिन के लिए टूर पर गया है। यह घर में अकेली है लेकिन आज यह आज यहीं मेरे साथ रहेगी। उसके बाद शिवानी ने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। मैंने पूंछा अरे नेहा भाभी क्या शराब पीती हैं ? मेरी बीवी ने कहा आजकल कौन ऐसी लड़की है जो शराब नहीं पीती ? हां वह अक्सर खुल कर सबके सामने नहीं आती ? अब नेहा मुझसे कुछ छिपा तो सकती नहीं। यह मेरे कॉलेज की दोस्त है। फिर हम तीनो शराब का मज़ा लेने लगे। नेहा ललचायी नज़रों से शेखर को देखने लगी और वह नेहा को ?
मैं इसी बीच अंदर किसी काम के लिए गया तो मेरी बीवी मेरे पीछे आ गयी। वह बोली सुनो जी, आज तुम नेहा को मेरे सामने चोदोगे ? मैंने उसे इसी लिए बुलाया है। वह चुदवाने के लिए तैयार है। मैंने कहा था न की तुम एक बार अपनी बीवी चुदवा लो फिर उसके बाद जिसकी चाहो उसकी बीवी चोदो। उस दिन तुमने अपने सामने मुझे चुदवाया आज तुम मेरे सामने नेहा को चोदोगे ? मैं तो मन ही बड़ा खुश हुआ। शराब का थोड़ा शुरुर चढ़ा तो मैंने नेहा हाथ मेरे बीवी ने उसका हाथ मेरे लन्ड पर रखते हुए कहा लो नेहा अब पकड़ो मेरे पति का लन्ड ? आज मेरे सामने इसका लन्ड तेरी चूत में घुसेगा। नेहा यह सुनकर मुस्कराने लगी और मर लन्ड दबा दबा कर मज़ा करने लगी। मैं भी हाथ बढ़ाकर उसकी चूंचियां पकड़ लीं। उसकी चूंचियां मेरी बीवी की चूँचियों से ज्यादा बड़ी थीं। मैंने मन बना लिया की मैं पहले इसकी चूंचियां ही चोदूंगा, बाद में लन्ड इसकी चूत में पेलूँगा।
तब तक मेरी बीवी ने नेहा को बिलकुल नंगी कर दिया। उसका नंगा बदन देख कर मैं तो पागल हो गया। वह वाकई आशा से भी ज्यादा खूबसूरत थी। मेरा लन्ड साला आप से बाहर हो गया। तब तक नेहा ने लन्ड बाहर निकाल ही लिया। बाकी मेरे कपड़े मेरी बीवी ने खोल डाले। मैं एकदम नंगा नंगा नेहा के आगे खड़ा हो गया। नेहा में आधे से अधिक मेरा लन्ड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी। मैं समझ गया की नेहा पहले भी कई लन्ड चूस चुकी है। मैं मन में सोंचने लगा की आज से मुझे अपनी बीवी चुदाने का फायदा मिलना शुरू हो गया है और अब आगे भी मिलता रहेगा। मेरी बीवी भी नंगी नंगी नेहा की बुर चाटने लगी। थोड़ी देर में घूमा और लन्ड नेहा की चूँचियों के बीच में घुसेड़ दिया। वह भी मस्ती से चुदवाने लगी अपनी चूंचियां। थोड़ी देर बाद मेरी बीवी ने मेरा लन्ड पकड़ कर नेहा की चूत पर रख दिया। उसने मेरे चूतड़ दबाया तो लन्ड अंदर घुस गया। नेहा बोली हाय शिवानी बड़ा मोटा है लन्ड तेरे पति का यार। देखो कहीं मेरी चूत फट न जाये ? फिर क्या मैं बिंदास चोदने लगा नेहा की चूत।
दोस्तों, मैंने इस तरह मिसेज सीमा गुप्ता की बुर ली, मिसेज अलका चतुर्वेदी की चूत में लन्ड पेला और अपने दोस्त संजीव की बीवी चोदी। मेरी बीवी ने मेरे सामने संजय और बलराम से चुदवाया। उसके बाद हम दोनों ने मिलकर एक "wife swapping club" खोल लिया। आजकल इस क्लब में १०/१२ कपल्स है जो हर शनिवार को एक दूसरे की बीवियां चोदते हैं और बीवियां भी मस्ती से एक दूसरे के पति से चुदवाती हैं।
सच है की अगर मैंने अपनी बीवी के कहने पर अपनी बीवी न चुदवाई होती तो आज मुझे इन नई नई बीवियों को चोदने का मौक़ा न मिला होता ?
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