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मैं, मेरी बुआ और मेरी मौसी तीनो चुदास है - Main Meri Buaa aur Meri Mausi chudas hai
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मैं, मेरी बुआ और मेरी मौसी तीनो बहन चोद चुदवाने में अव्वल हैं और तीनो खुलेआम बेधड़क सबके सामने चुदवाती हैं। न मुझे कोई शर्म, न मेरी बुआ और न मेरी बुर चोदी मौसी को कोई शर्म। तीनो की तीनो लन्ड की बेहद दीवानी हैं। लन्ड से बेहद मोहब्बत करतीं हैं। लन्ड चाहे जैसा हो, चाहे जिसका हो और चाहे जहाँ हो ये उसे बिना अपनी चूत में पेले रह नहीं सकती ? दिन में तो काम पर जातीं है पर रात भर किस किस से चुदवाती हैं, कहाँ कहाँ चुदवाती हैं और कैसे कैसे चुदवाती हैं इसका कोई हिसाब किताब ही नहीं हैं। इनकी चूत बहन चोद रात भर खुली ही रहती है। ग्रुप में सबके साथ चुदवाना इनकी खासियत है। एक दूसरे की चूत में लन्ड पेलना इनका जबरदस्त शौक है। तीन की तीनो भोसड़ी वाली बहुत बड़ी मादर चोद हैं और बहुत बड़ी बुर चोदी हैं। मेरा नाम निशा है और मैं २५ साल की हूँ. मेरी मौसी रेनू २६ साल की हैं और मेरी रूपा बुआ २७ साल की। हम तीनो वैसे तो गॉंव की रहने वाली हैं लेकिन हमारी पढ़ाई लिखाई सब कानपूर में हुई है। हम लोग इस समय कानपूर में ही अपने मकान में रहती हैं। हम सब पढ़ने में बहुत तेज हैं और इसीलिए हमें पढ़ाई ख़तम करते ही एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाने का काम मिल गया है। यही हाल मेरी मौसी और बुआ का भी है। वो भी प्राइवेट डिग्री कॉलेज में पढ़ाती हैं।
हम तीनो ही गोरी चिट्टी, खूबसूरत और हॉट हैं। बड़ी बड़ी चूँचियों वाली और मस्तानी गांड वाली हैं। हमारे चलने पर आगे से हमारी चूँचियाँ हिलतीं हैं तो पीछे से गांड मटकती है। लोग हमें देखते ही रह जातें हैं। हम मिलकर रहतीं हैं और खूब मस्ती करतीं हैं। न किसी से डरती हैं और न किसी से शर्माती हैं। हम आपस में खूब खुल कर बातें करतीं हैं, गन्दी गन्दी बातें और अश्लील बातें भी करतीं हैं , प्यार से एक दूसरे को गालियां भी देतीं हैं। मादर चोद, बहन चोद, भोसड़ी की, अक्सर हमारे मुंह से निकलता ही रहता है। धीरे धीरे हमने शराब पीना शुरू कर दिया और सिगरेट भी। हमारी मस्तियाँ दिन पर दिन बढ़ने लगीं।
एक दिन मस्ती में हम तीनो नाचने लगी। छुट्टी का दिन था म्यूजिक बज रहा था. हम लोग सिर्फ ब्रा पहने हुई थी और पेटीकोट। हमारे हाथ पैर थिरकने लगे। मौसी थोड़ा और जोश में आ गयी और उसने अपनी ब्रा उतार कर मुझे दे दिया और कहा लो फेंकों इन बुर चोदी ब्रा को इसका क्या काम ? उसे देख कर रूपा बुआ ने भी ब्रा खोल डाली। वह अपनी चूँचियाँ हिला हिला कर डांस करने लगी। मैं उन दोनों की बड़ी बड़ी सुडौल चूँचियाँ देख कर हैरान थी। अगर मैं लड़का होती तो अपना लन्ड इन चूँचियों में घुसेड़ देती। फिर मुझे भी जोशा आया और मैं भी ब्रा उतार कर नाचने लगी। मेरी भी चूँचियाँ उनकी चूँचियों से कम न थीं। थोड़ी देर में रूपा बुआ ने पेटीकोट उतार कर अपनी मस्तानी चूत हमको दिखा दी। उसकी छोटी छोटी झांटें बड़ी सेक्सी लग रही थीं। तब तक मौसी भी मादर चोद नंगी हो गयी। उसकी झांटें कुछ बड़ी बड़ी थीं लेकिन खूबसूरत थीं। गोरी गोरी चूत पर काली काली झांटें किसको नहीं अच्छी लगतीं ? फिर मैं भी नंगी होकर सबके साथ अपनी गांड मटका मटका कर नाचने लगी।
नाच जब ख़तम हुआ तब मैं एक कैंची लेकर आ गयी और मौसी की झांटें ट्रिम करने लगी। इतने में बुआ ने उसकी चूत में ऊँगली घुसेड़ दी और बोली हाय दईया इसकी तो चूत जल रही है इसे तो ऊँगली नहीं लन्ड चाहिए। निशा अब तू किसी लौड़े का इंतज़ाम कर नहीं तो इसकी बुर जल कर राख हो जाएगी। तब तक मैंने बुआ की चूत में ऊँगली घुसेड़ दी। मैंने कहा हाय राम तेरी भी तो चूत भठ्ठ की तरह जल रही है भोसड़ी की बुआ ? तुम्हे क्या लन्ड की जरुरत नहीं है ? वह बोली जरुरत तो है पर लन्ड मिलेगा कहा ? लन्ड कोई सब्जी भाजी तो है नहीं की बाज़ार गयी और लन्ड झोले में भर कर ले आयी ? मैंने कहा अरे बुआ जी तुम कहो तो मैं लन्ड सब्जी भाजी की ही तरह लाकर तेरे आमने पेश कर दूँ। उसने फ़ौरन मेरी चूत सहलाई और बोली हाय दईया तेरी भी चूत लन्ड खाने के लिए तैयार है ? अब मैं चोदूँगी तेरी बुर निशा ?
इतने में किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मैंने उठ कर दरवाजा खोला तो देखा की मेरे सामने मेरा एक एम् बी ए का स्टूडेंट खड़ा है। मैं बोली वाओ, नसीब तुम यहाँ कैसे ? वह बोला मेम मुझे आपसे कुछ बात करनी है इसलिए मैं आपके पास आया हूँ। मैंने उसे बैठाया। उस समय हम तीनो ने एक एक चादर लपेट ली पर अंदर से हम सब नंगी ही थीं। मैं उससे बातें करने लगी। उसके पहले मैंने उसे अपनी बुआ और मौसी से मिलवाया। लड़का स्मार्ट था, हैंडसम था और जवान था। मेरी तो नियत उस पर ख़राब हो गयी और यही हाल मेरी बुआ और मौसी की भी थी। हम सब उसके लन्ड के बारे में सोंचने लगीं। तब तक मौसी ने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। मैंने उसे भी शराब का एक गिलास पकड़ा दिया तो वह चुपचाप गिलास लेकर हमारे साथ शराब पीने लगा। फिर हमारी हिम्मत बढ़ने लगी।
मैंने पूछा अब बोलो नसीब क्या काम है ?
वह बोला मेम मेरे दो सब्जेक्ट्स में नंबर कुछ कम हैं। वो दोनों आप के ही सब्जेक्ट्स हैं। मैं चाहता हूँ की मेरे नंबर बढ़ा दिए जाएँ ?
बस इतनी सी बात। तेरा काम हो जायेगा। अब बताओ तुम मेरा काम करोगे ?
हां हां जरूर करूंगा मेम। आप मुझे काम बताईये।
मैं जो पूंछूंगी उसका जबाब साफ़ साफ़ और सच सच दोगे ?
हां बिलकुल सच और साफ़ साफ़ जबाब दूंगा ?
तुम्हे लड़कियां चोदना आता है ?
हाँ मेम आता है।
तो बताओ तुमने अभी तक किस किस को चोदा ?
मैंने अपनी खाला की बेटी चोदा, बुआ की भी बेटी चोदी, अपनी दोनों भाभियों को चोदा उनकी बहनो को चोदा ? हारे यहाँ चोदना बड़ा आसान हैं। लड़कियां खुद ही मेरा लन्ड पकड़ लेतीं हैं।
बाप रे बाप तुम तो बहुत बड़े चोदू हो ? कभी अपनी खाला का भोसड़ा चोदा ?
हां मेम जरूर चोदा है। सबस पहले उसी को चोदा था ? बल्कि खाला ने ही मुझे चोदना सिखाया ?
कॉलेज की कितनी लड़कियां चोदी हैं तुमने ?
२/३ लड़कियां चोद चुका हूँ।
मौसी ने कहा कितना बड़ा है रे लन्ड तेरा नसीब ?
मेम मैंने कभी नाप कर नहीं देखा ?
बुआ ने कहा अच्छा तो आज हम तेरा लन्ड नाप कर देखेंगीं।
मैंने कहा अरे हां तेरा लन्ड तो कटा होगा ? तुम तो मुस्लिम हो ? कटा लन्ड कैसा होता है और कैसा दिखता है ?
मौसी ने कहा अरे बुर चोदी निशा तू इसे नंगा कर और लन्ड पकड़ कर देख लो न। हम में से किसी ने मुस्लिम लन्ड नहीं देखा। आज मौक़ा है खूब जी भर के देखो मुस्लिम लन्ड ?
मैं इतने में उठ खड़ी हुई तो मेरी चादर नीचे गिर पड़ी। मैं मादर चोद एकदम नंगी हो गयी नसीब के आगे। वह मेरी चूँचियाँ और चूत देख कर पागल हो गया। उसका लन्ड सनसना उठा। मैं उसकी कमीज खोलने लगी और तब तक मौसी उठी और उसकी पैंट उतारने लगी। हमने उसे पूरा नंगा कर दिया। उसका लन्ड तो पूरा टन्नाया हुआ था। अच्छी बात यह थी की उसकी झांटें बिलकुल साफ़ थीं। लन्ड भी चिकना और पेल्हड़ भी चिकने। मैंने लन्ड पर और पेल्हड़ पर हाथ फिराया और लन्ड हिला हिला कर चारों तरफ से देखने लगी। मैंने कह वाओ, लौड़ा तो बड़ा मस्त है मौसी। तब तक बुआ भी चादर फेंक कर साणे आ गयी। नसीब बुआ की चूँचियाँ मुंह में लेकर चूसने लगा और मौसी की चूत पर हाथ फेरने लगा। इधर मैंने लौड़ा पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगी। मुझे कई दिनों के बाद कोई मस्त लौड़ा मिला था।
मैंने कहा :- यार नसीब तेरा लौड़ा तो बड़ा भी है और मोटा भी।
वह बोला :- मेरे मामू जान का लौड़ा मुझसे बड़ा और मोटा है।
मैंने कहा :- बाप रे तो फिर उसे भी ले आओ न हमारे सामने हम उसके लन्ड का भी मज़ा ले लेगीं ?
बुआ ने कहा :- तुम्हे कैसे मालूम नसीब की तेरे मामू का लौड़ा तेरे लौड़े से बड़ा है ?
वह बोला :- मेरी बीवी ने यह बात बताई। उसे मेरे मामू का लौड़ा बहुत ही पसंद है।
मौसी ने पूंछा :- तो क्या तेरी बीवी तेरे मामू का लौड़ा पकड़ती है ?
वह बोला :- पकड़ती ही नहीं वह तो मेरे मामू से खूब चुदवाती है। और उसकी बीवी मुझसे चुदवाती है।
बुआ बोली :- इसका मतलब तुम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हो ?
वह बोला :- हां बिलकुल। वह मेरी बीवी चोदता है और मैं उसकी बीवी चोदता हूँ। हमारे यहाँ इस तरह की चोदा चोदी बहुत होती है। मेरी बीवी कई मरदों से चुदवाती है और मैं कई लोगों की बीवियां चोदता हूँ।
मैंने कहा :- तो फिर भोसड़ी के नसीब तुम भी अपने मामू के साथ मिलकर हम तीनो की बुर चोदो न ?
तब तक मौसी उसका लन्ड चूसने लगी और वह मेरी चूँचियाँ चाटने लगा। नसीब का लंदपुरे तव पर आ चुका था। बस उसने लंड बुआ की बुर में पेल दिया और गचर गचर चोदने लगा। मौसी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी और बीच बीच में लन्ड बुआ की बुर से निकाल कर चाटने लगीं। नसीब सामने से मेरी बुर चाटने लगा। मुझे बुआ की बुर चुदते हुए देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था।
बुआ मस्ती में बोली :- निशा तेरी माँ का भोसड़ा ? तू अपनी की बुर चुदवा रही है ?
मैंने भी जबाब दिया :- अभी मैं तेरी भाभी की बिटिया की बुर भी चुदवाऊंगी।
मौसी बोली :- बुर चोदी निशा मैं अभी तेरी माँ की बहन की बुर चोदूँगी।
मैंने भी कहा :- भोसड़ी की मौसी मैं भी तेरी बहन की बेटी की चूत में पेलूँगी लन्ड।
तब तक नसीब ने लौड़ा बुआ की बुर से निकाल कर मौसी की चूत में ठोंक दिया . मौसी तो चुदासी ही बैठी थी। वह भी अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। नसीब साला कुत्ते की तरह मौसी की बुर चोद रहा था और मेरी चूँचियाँ मसल रहा था। बुआ भी अपनी चूँची बार बार उसके मुंह में घुसेड़ रही थी। मुझे लगा की नसीब वाकई बहुत बड़ा चोदू लड़का है। इसके लौड़े में बड़ा दम है। फिर वह मेरी भी बुर फाड़ने लगा। बहुत दिनों के बाद आज कोई मेरी बुर फाड़ रहा है। मैं तो नसीब के लन्ड की गुलाम हो गयी। मैंने पूंछा यार नसीब तेरी तरह कोई और भी लड़का है जिसका लन्ड इसी तरह का हो ? वह बोला मेम मेरे क्लास में एक लड़की है रूबी। वह बहन चोद बहुत बड़ी रंडी है। खुद भी चुदवाती है और अपनी माँ भी चुदवाती है। किसी से कहना नहीं मैं उसकी माँ का भोसड़ा चोदता हूँ। वह कई लोगो से चुदवाती है और उनके लन्ड जानती है। तुम अगर उससे बात करो तो वह तुम्हे एक से बढ़कर एक लन्ड मिल सकते हैं।
हम तीनो की चूत उसके लन्ड के आगे खुली हुई थी। वह जिसकी चूत में चाहता उसकी चूत में लन्ड पेल देता और चोदने लगता। हमें इस तरह की चुदाई में बड़ा मज़ा आ रहा था। पर इससे यह भी मालूम हो रहा था की नसीब का लौड़ा कितना सख्त है और कितनी देर तक चोदने वाला है ? थोड़ी देर में वह बोला मेम अब मैं निकलने वाला हूँ। फिर क्या हम तीनो उसके लन्ड के आगे मुंह खोल कर बैठ गयीं। लन्ड जैसे ही अपना वीर्य उगलने लगा वैसे ही हम सबने उसे अपने अपने मुंह में ले लिया और मिलकर लन्ड का सुपाड़ा चाटने लगीं। सच है की एक लन्ड ने हम सबकी चूत के चीथड़े उड़ा दिए ।
हमने दूसरे ही दिन रूबी को बुला लिया। उसे ड्रिंक्स में शामिल किया और बातें करने लगी।
थामस। ये दोनों भोसड़ी के मुझे भी चोदते मेरी माँ भो चोदते हैं। इनके लन्ड बड़े मस्त हैं। ये बहन चोद इतने हरामी हैं की एक दूसरे की बीवी भी चोदते है और एक दूसरे की बेटी भी। इनकी बेटियां भी खूब मस्ती से इधर उधर चुदवाती रहती हैं। हमारे साथ अक्सर लन्ड पीती हैं इनकी बेटियां। अब मैं एक लन्ड पार्टी में जा रही हूँ। आप लोग एन्जॉय कीजिये। ऐसा बोल कर रूबी चली गयी। अब हमारी निगाहें उन दोनों लोगों के लन्ड ढूंढने लगीं। खैर ड्रिंक्स चालू हो हुई और फिर हम सबके एक एक करके कपड़े उतरने लगे। मजे की बात यह थीं की झांटें किसी की भी नहीं थीं।
अचानक किसी ने डोर बेल बजा दी। मौसी दरवाजा खोलने उठी तो सामने दो लड़के खड़े थे। मौसी उन्हें अंदर लेकर चली आयी और बोली देखो निशा ये दोनों मेरे कॉलेज के लड़के हैं, रोहित और रोहन ? मैंने इन्हे तेरी बुर और तेरी बुआ की बुर चुदवाने के लिए बुलाया है। वो दोनों भी हमारी ड्रिंक्स पार्टी में शामिल हो गए। मेरी चूँचियाँ खुल चुकीं थीं। मेरी मौसी और बुआ की भी चूँचियाँ लगभग खुली ही हुईं थीं। सारे मर्दों की निगाहें हमारी चूँचियों पर ही घूम रही थीं। तभी मैंने जोसफ अंकल की पैंट उतारना शुरू किया। मेरी मौसी थामस अंकल की पैंट खोलने लगीं और बुआ रोहन और रोहित के कपड़े। सबसे पहले मैंने जोसफ का लौड़ा बाहर निकाला। मैं लौड़ा देखे ही खुश हो गयी। वह बहन चोद नसीब एक लन्ड से वाकई बड़ा था और मोटा भी। मैंने लन्ड कई बार चूमा उसके पेल्हड़ चूमे और हिला हिला कर लन्ड का मज़ा लेने लगी। मेरी नज़र थामस के लन्ड पर पड़ी तो मेरी चूत गन गना उठी। चूत की आग बुरी तरह धधकने लगी। यही हाल मौसी और बुआ का भी। थामस का लौड़ा भी बड़ा मस्त था. जोसफ के लन्ड से कम न था। तब तक बुआ ने रोहन और रोहित को नंगा कर ही दिया। दोनों लन्ड शेर की तरह दहाड़ने लगे। मौसी दोनों लन्ड से खेलने लगीं , मैं जोसफ का लन्ड नंगी होकर चाटने लगी और मौसी थामस का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगीं। हम तीनो एक दूसरे को देख देख कर लन्ड का मज़ा लूटने लगीं। अब हम में से किसी के बदन पर कोई कपड़ा नहीं था। सब के सब नंगे और सब की सब नंगी।
मैदान में ४ लन्ड और ३ चूत ? झांटें सबकी बनी हुई थीं । चिकनी चूत थीं तो चिकने लन्ड भी। चूत तो सबकी गरम हो गयी थी और चुदाने के लिए तैयार थी। तभी जोसफ ने लंडमेरी चूत में घुसा दिया। लन्ड घुसते ही चूत चरमराने लगी। लन्ड पूरा घुसा तो लगा की हां किसी मरद ने लन्ड पेला है। मैं तो मस्ती हो गयी। मेरे सामने मेरी मौसी भी मस्त हो गयी क्योंकि उसकी बुर में थामस ने लन्ड पेल रखा था। मौसी तो एकदम रंडी की तरह चुदवाने लगी। मैं आज मौसी को इतनी मस्ती से चुदवाते हुए देख रही थी। उधर बुआ का कहना ही क्या था। उसने रोहन का लन्ड अपनी बुर में पेला और रोहित का लंड अपने मुंह में ? बुआ की बुर भी मज़ा ले रही ताहि और मुंह भी। कमरा बहन चोद चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। भच्च भच्च, धच्च धच्च , फच्च फच्च, चीं, पों, चुर्र, चप्प चप्प की आवाज़ें आने लगीं। मुझे चुदाई की आवाज़ें सुनाने में बड़ा मज़ा आता है। मुझे तो चुदाई में म्यूजिक नज़र आता है और मैं उस खूब एन्जॉय करती हूँ।
मौसी :- हाय मेरे राजा रोज़ आया करो मेरी बुर चोदने ? निशा की बुर चोदो और रेनू की भी बुर चोदो। तेरा लौड़ा बड़ा सॉलिड है यार। मेरी चूत के छक्के छुड़ा रहा है। वाओ, कितना मज़ा आ रहा है।
मौसी थामस के लन्ड पर बैठी हुई चुदवा रही थी। अचानक उसे जोश आया तो वह झुक कर लन्ड ही चोदने लगी। अपनी गांड उठा उठा कर लन्ड पर पटकने लगी। तब तक रोहन ने लन्ड मौसी की गांड में घुसा दिया। लन्ड गांड में घुसा तो मौसी की चीख निकल पड़ी। वह बोली हाय रे रोहन तूने भोसड़ी के मेरी गांड में लौड़ा पेल दिया। मेरी गांड भी चोदोगे क्या तुम ? उधर से बुआ बोली हां रोहन को तो लड़कियों की गांड मारने का बड़ा शौक है। आज तो तेरी गांड की ख़ैर नहीं ?
थोड़ी देर में मैंने थामस का लन्ड पकड़ लिया और मैं उससे चुदवाने लगी। बुआ जोसफ से चुदवाने लगीं और मेरी मौसी कभी रोहन से और कभी रोहित से। इस तरह लन्ड अदल बदल कर हम सबने खूब चुदवाया। जब एक एक करके लन्ड झड़ने लगे तो हमने सबके झड़ते हुए लन्ड चाटे। बाद में नंगे नंगे ही लंच हुआ और एक घंटे के बाद चुदाई फिर शुरू हो गयी। हमारा दायरा बढ़ता गया और हर रात को हमारे पास चोदने वाले लड़के आने लगे। कभी मेरे कॉलेज से कभी मौसी के कॉलेज से और कभी बुआ के कॉलेज से ?
बुआ बोली :- तेरी माँ का भोसड़ा निशा ? तू बुर चोदी अपनी माँ की नन्द की बुर खूब चुदवाती है। और अपनी माँ की बहन की बुर में तो लन्ड पेलती ही रहती है।
मौसी बोली :- तेरी माँ की चूत बुर चोदी निशा ? तेरी मौसी का भोसड़ा, मादर चोद ? तू तो बहुत बड़ी चुदक्कड़ हो गयी है।
बुआ बोली :- निशा तेरी माँ की चूत ? तेरी माँ की बहन की बुर ? तेरी माँ की नन्द का भोसड़ा ? आज मुझे मालूम हुआ की तू मेरी चुदाने वाली पक्की दोस्त है।
मैं, मेरी बुआ और मेरी मौसी तीनो बहन चोद चुदवाने में अव्वल हैं और तीनो खुलेआम बेधड़क सबके सामने चुदवाती हैं। न मुझे कोई शर्म, न मेरी बुआ और न मेरी बुर चोदी मौसी को कोई शर्म। तीनो की तीनो लन्ड की बेहद दीवानी हैं। लन्ड से बेहद मोहब्बत करतीं हैं। लन्ड चाहे जैसा हो, चाहे जिसका हो और चाहे जहाँ हो ये उसे बिना अपनी चूत में पेले रह नहीं सकती ? दिन में तो काम पर जातीं है पर रात भर किस किस से चुदवाती हैं, कहाँ कहाँ चुदवाती हैं और कैसे कैसे चुदवाती हैं इसका कोई हिसाब किताब ही नहीं हैं। इनकी चूत बहन चोद रात भर खुली ही रहती है। ग्रुप में सबके साथ चुदवाना इनकी खासियत है। एक दूसरे की चूत में लन्ड पेलना इनका जबरदस्त शौक है। तीन की तीनो भोसड़ी वाली बहुत बड़ी मादर चोद हैं और बहुत बड़ी बुर चोदी हैं। मेरा नाम निशा है और मैं २५ साल की हूँ. मेरी मौसी रेनू २६ साल की हैं और मेरी रूपा बुआ २७ साल की। हम तीनो वैसे तो गॉंव की रहने वाली हैं लेकिन हमारी पढ़ाई लिखाई सब कानपूर में हुई है। हम लोग इस समय कानपूर में ही अपने मकान में रहती हैं। हम सब पढ़ने में बहुत तेज हैं और इसीलिए हमें पढ़ाई ख़तम करते ही एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाने का काम मिल गया है। यही हाल मेरी मौसी और बुआ का भी है। वो भी प्राइवेट डिग्री कॉलेज में पढ़ाती हैं।
हम तीनो ही गोरी चिट्टी, खूबसूरत और हॉट हैं। बड़ी बड़ी चूँचियों वाली और मस्तानी गांड वाली हैं। हमारे चलने पर आगे से हमारी चूँचियाँ हिलतीं हैं तो पीछे से गांड मटकती है। लोग हमें देखते ही रह जातें हैं। हम मिलकर रहतीं हैं और खूब मस्ती करतीं हैं। न किसी से डरती हैं और न किसी से शर्माती हैं। हम आपस में खूब खुल कर बातें करतीं हैं, गन्दी गन्दी बातें और अश्लील बातें भी करतीं हैं , प्यार से एक दूसरे को गालियां भी देतीं हैं। मादर चोद, बहन चोद, भोसड़ी की, अक्सर हमारे मुंह से निकलता ही रहता है। धीरे धीरे हमने शराब पीना शुरू कर दिया और सिगरेट भी। हमारी मस्तियाँ दिन पर दिन बढ़ने लगीं।
एक दिन मस्ती में हम तीनो नाचने लगी। छुट्टी का दिन था म्यूजिक बज रहा था. हम लोग सिर्फ ब्रा पहने हुई थी और पेटीकोट। हमारे हाथ पैर थिरकने लगे। मौसी थोड़ा और जोश में आ गयी और उसने अपनी ब्रा उतार कर मुझे दे दिया और कहा लो फेंकों इन बुर चोदी ब्रा को इसका क्या काम ? उसे देख कर रूपा बुआ ने भी ब्रा खोल डाली। वह अपनी चूँचियाँ हिला हिला कर डांस करने लगी। मैं उन दोनों की बड़ी बड़ी सुडौल चूँचियाँ देख कर हैरान थी। अगर मैं लड़का होती तो अपना लन्ड इन चूँचियों में घुसेड़ देती। फिर मुझे भी जोशा आया और मैं भी ब्रा उतार कर नाचने लगी। मेरी भी चूँचियाँ उनकी चूँचियों से कम न थीं। थोड़ी देर में रूपा बुआ ने पेटीकोट उतार कर अपनी मस्तानी चूत हमको दिखा दी। उसकी छोटी छोटी झांटें बड़ी सेक्सी लग रही थीं। तब तक मौसी भी मादर चोद नंगी हो गयी। उसकी झांटें कुछ बड़ी बड़ी थीं लेकिन खूबसूरत थीं। गोरी गोरी चूत पर काली काली झांटें किसको नहीं अच्छी लगतीं ? फिर मैं भी नंगी होकर सबके साथ अपनी गांड मटका मटका कर नाचने लगी।
नाच जब ख़तम हुआ तब मैं एक कैंची लेकर आ गयी और मौसी की झांटें ट्रिम करने लगी। इतने में बुआ ने उसकी चूत में ऊँगली घुसेड़ दी और बोली हाय दईया इसकी तो चूत जल रही है इसे तो ऊँगली नहीं लन्ड चाहिए। निशा अब तू किसी लौड़े का इंतज़ाम कर नहीं तो इसकी बुर जल कर राख हो जाएगी। तब तक मैंने बुआ की चूत में ऊँगली घुसेड़ दी। मैंने कहा हाय राम तेरी भी तो चूत भठ्ठ की तरह जल रही है भोसड़ी की बुआ ? तुम्हे क्या लन्ड की जरुरत नहीं है ? वह बोली जरुरत तो है पर लन्ड मिलेगा कहा ? लन्ड कोई सब्जी भाजी तो है नहीं की बाज़ार गयी और लन्ड झोले में भर कर ले आयी ? मैंने कहा अरे बुआ जी तुम कहो तो मैं लन्ड सब्जी भाजी की ही तरह लाकर तेरे आमने पेश कर दूँ। उसने फ़ौरन मेरी चूत सहलाई और बोली हाय दईया तेरी भी चूत लन्ड खाने के लिए तैयार है ? अब मैं चोदूँगी तेरी बुर निशा ?
इतने में किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मैंने उठ कर दरवाजा खोला तो देखा की मेरे सामने मेरा एक एम् बी ए का स्टूडेंट खड़ा है। मैं बोली वाओ, नसीब तुम यहाँ कैसे ? वह बोला मेम मुझे आपसे कुछ बात करनी है इसलिए मैं आपके पास आया हूँ। मैंने उसे बैठाया। उस समय हम तीनो ने एक एक चादर लपेट ली पर अंदर से हम सब नंगी ही थीं। मैं उससे बातें करने लगी। उसके पहले मैंने उसे अपनी बुआ और मौसी से मिलवाया। लड़का स्मार्ट था, हैंडसम था और जवान था। मेरी तो नियत उस पर ख़राब हो गयी और यही हाल मेरी बुआ और मौसी की भी थी। हम सब उसके लन्ड के बारे में सोंचने लगीं। तब तक मौसी ने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया। मैंने उसे भी शराब का एक गिलास पकड़ा दिया तो वह चुपचाप गिलास लेकर हमारे साथ शराब पीने लगा। फिर हमारी हिम्मत बढ़ने लगी।
मैंने पूछा अब बोलो नसीब क्या काम है ?
वह बोला मेम मेरे दो सब्जेक्ट्स में नंबर कुछ कम हैं। वो दोनों आप के ही सब्जेक्ट्स हैं। मैं चाहता हूँ की मेरे नंबर बढ़ा दिए जाएँ ?
बस इतनी सी बात। तेरा काम हो जायेगा। अब बताओ तुम मेरा काम करोगे ?
हां हां जरूर करूंगा मेम। आप मुझे काम बताईये।
मैं जो पूंछूंगी उसका जबाब साफ़ साफ़ और सच सच दोगे ?
हां बिलकुल सच और साफ़ साफ़ जबाब दूंगा ?
तुम्हे लड़कियां चोदना आता है ?
हाँ मेम आता है।
तो बताओ तुमने अभी तक किस किस को चोदा ?
मैंने अपनी खाला की बेटी चोदा, बुआ की भी बेटी चोदी, अपनी दोनों भाभियों को चोदा उनकी बहनो को चोदा ? हारे यहाँ चोदना बड़ा आसान हैं। लड़कियां खुद ही मेरा लन्ड पकड़ लेतीं हैं।
बाप रे बाप तुम तो बहुत बड़े चोदू हो ? कभी अपनी खाला का भोसड़ा चोदा ?
हां मेम जरूर चोदा है। सबस पहले उसी को चोदा था ? बल्कि खाला ने ही मुझे चोदना सिखाया ?
कॉलेज की कितनी लड़कियां चोदी हैं तुमने ?
२/३ लड़कियां चोद चुका हूँ।
मौसी ने कहा कितना बड़ा है रे लन्ड तेरा नसीब ?
मेम मैंने कभी नाप कर नहीं देखा ?
बुआ ने कहा अच्छा तो आज हम तेरा लन्ड नाप कर देखेंगीं।
मैंने कहा अरे हां तेरा लन्ड तो कटा होगा ? तुम तो मुस्लिम हो ? कटा लन्ड कैसा होता है और कैसा दिखता है ?
मौसी ने कहा अरे बुर चोदी निशा तू इसे नंगा कर और लन्ड पकड़ कर देख लो न। हम में से किसी ने मुस्लिम लन्ड नहीं देखा। आज मौक़ा है खूब जी भर के देखो मुस्लिम लन्ड ?
मैं इतने में उठ खड़ी हुई तो मेरी चादर नीचे गिर पड़ी। मैं मादर चोद एकदम नंगी हो गयी नसीब के आगे। वह मेरी चूँचियाँ और चूत देख कर पागल हो गया। उसका लन्ड सनसना उठा। मैं उसकी कमीज खोलने लगी और तब तक मौसी उठी और उसकी पैंट उतारने लगी। हमने उसे पूरा नंगा कर दिया। उसका लन्ड तो पूरा टन्नाया हुआ था। अच्छी बात यह थी की उसकी झांटें बिलकुल साफ़ थीं। लन्ड भी चिकना और पेल्हड़ भी चिकने। मैंने लन्ड पर और पेल्हड़ पर हाथ फिराया और लन्ड हिला हिला कर चारों तरफ से देखने लगी। मैंने कह वाओ, लौड़ा तो बड़ा मस्त है मौसी। तब तक बुआ भी चादर फेंक कर साणे आ गयी। नसीब बुआ की चूँचियाँ मुंह में लेकर चूसने लगा और मौसी की चूत पर हाथ फेरने लगा। इधर मैंने लौड़ा पूरा मुंह में भर लिया और चूसने लगी। मुझे कई दिनों के बाद कोई मस्त लौड़ा मिला था।
मैंने कहा :- यार नसीब तेरा लौड़ा तो बड़ा भी है और मोटा भी।
वह बोला :- मेरे मामू जान का लौड़ा मुझसे बड़ा और मोटा है।
मैंने कहा :- बाप रे तो फिर उसे भी ले आओ न हमारे सामने हम उसके लन्ड का भी मज़ा ले लेगीं ?
बुआ ने कहा :- तुम्हे कैसे मालूम नसीब की तेरे मामू का लौड़ा तेरे लौड़े से बड़ा है ?
वह बोला :- मेरी बीवी ने यह बात बताई। उसे मेरे मामू का लौड़ा बहुत ही पसंद है।
मौसी ने पूंछा :- तो क्या तेरी बीवी तेरे मामू का लौड़ा पकड़ती है ?
वह बोला :- पकड़ती ही नहीं वह तो मेरे मामू से खूब चुदवाती है। और उसकी बीवी मुझसे चुदवाती है।
बुआ बोली :- इसका मतलब तुम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते हो ?
वह बोला :- हां बिलकुल। वह मेरी बीवी चोदता है और मैं उसकी बीवी चोदता हूँ। हमारे यहाँ इस तरह की चोदा चोदी बहुत होती है। मेरी बीवी कई मरदों से चुदवाती है और मैं कई लोगों की बीवियां चोदता हूँ।
मैंने कहा :- तो फिर भोसड़ी के नसीब तुम भी अपने मामू के साथ मिलकर हम तीनो की बुर चोदो न ?
तब तक मौसी उसका लन्ड चूसने लगी और वह मेरी चूँचियाँ चाटने लगा। नसीब का लंदपुरे तव पर आ चुका था। बस उसने लंड बुआ की बुर में पेल दिया और गचर गचर चोदने लगा। मौसी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी और बीच बीच में लन्ड बुआ की बुर से निकाल कर चाटने लगीं। नसीब सामने से मेरी बुर चाटने लगा। मुझे बुआ की बुर चुदते हुए देखने में बड़ा मज़ा आ रहा था।
बुआ मस्ती में बोली :- निशा तेरी माँ का भोसड़ा ? तू अपनी की बुर चुदवा रही है ?
मैंने भी जबाब दिया :- अभी मैं तेरी भाभी की बिटिया की बुर भी चुदवाऊंगी।
मौसी बोली :- बुर चोदी निशा मैं अभी तेरी माँ की बहन की बुर चोदूँगी।
तब तक नसीब ने लौड़ा बुआ की बुर से निकाल कर मौसी की चूत में ठोंक दिया . मौसी तो चुदासी ही बैठी थी। वह भी अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। नसीब साला कुत्ते की तरह मौसी की बुर चोद रहा था और मेरी चूँचियाँ मसल रहा था। बुआ भी अपनी चूँची बार बार उसके मुंह में घुसेड़ रही थी। मुझे लगा की नसीब वाकई बहुत बड़ा चोदू लड़का है। इसके लौड़े में बड़ा दम है। फिर वह मेरी भी बुर फाड़ने लगा। बहुत दिनों के बाद आज कोई मेरी बुर फाड़ रहा है। मैं तो नसीब के लन्ड की गुलाम हो गयी। मैंने पूंछा यार नसीब तेरी तरह कोई और भी लड़का है जिसका लन्ड इसी तरह का हो ? वह बोला मेम मेरे क्लास में एक लड़की है रूबी। वह बहन चोद बहुत बड़ी रंडी है। खुद भी चुदवाती है और अपनी माँ भी चुदवाती है। किसी से कहना नहीं मैं उसकी माँ का भोसड़ा चोदता हूँ। वह कई लोगो से चुदवाती है और उनके लन्ड जानती है। तुम अगर उससे बात करो तो वह तुम्हे एक से बढ़कर एक लन्ड मिल सकते हैं।
हम तीनो की चूत उसके लन्ड के आगे खुली हुई थी। वह जिसकी चूत में चाहता उसकी चूत में लन्ड पेल देता और चोदने लगता। हमें इस तरह की चुदाई में बड़ा मज़ा आ रहा था। पर इससे यह भी मालूम हो रहा था की नसीब का लौड़ा कितना सख्त है और कितनी देर तक चोदने वाला है ? थोड़ी देर में वह बोला मेम अब मैं निकलने वाला हूँ। फिर क्या हम तीनो उसके लन्ड के आगे मुंह खोल कर बैठ गयीं। लन्ड जैसे ही अपना वीर्य उगलने लगा वैसे ही हम सबने उसे अपने अपने मुंह में ले लिया और मिलकर लन्ड का सुपाड़ा चाटने लगीं। सच है की एक लन्ड ने हम सबकी चूत के चीथड़े उड़ा दिए ।
हमने दूसरे ही दिन रूबी को बुला लिया। उसे ड्रिंक्स में शामिल किया और बातें करने लगी।
- मैंने कहा रूबी तुम कितनी बोल्ड लड़की हो।
- वह बोली मेम मुझे नसीब ने सब बता दिया है। मैं इतनी बोल्ड हूँ की किसी की भी माँ बहन चोद सकती। हूँ। न मैं किसी मादर चोद से डरती हूँ और न शरमाती हूँ।
- मुझे सच सच बताओ। कॉलेज में कौन कौन से ऐसे लड़के हैं जिनके लन्ड नसीब के लन्ड से बड़े है ?
- हां २/३ लड़के हैं जिनके लन्ड नसीब के लन्ड से बड़े हैं लेकिन बहुत देर तक ठहरते नहीं हैं। जल्दी खलास हो जातें हैं। इसलिए मैं उनसे कम चुदवाती हूँ।
- अच्छा तुम किसी ऐसे लन्ड को जानती ही जो नसीब के लन्ड से बड़ा हो और मोटा भी। हां
- ऐसे लन्ड बहुत हैं। वास्तव में लड़कों के वजाय अंकल लोगों से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। एक तो उनके लन्ड बड़े बड़े होतें हैं और उन्हें चोदने का अनुभव भी होता है। मैं उनसे ज्यादा चुदवाती हूँ और मेरी माँ भी उनसे ही चुदवाना पसंद करतीं हैं।
- तो तुम अपनी माँ भी चुदवाती हो रूबी ? शाम को रूबी दो आदमी लेकर मेरे घर पहुँच गयी।
- हां मेम जरूर चुदवाती हूँ , बड़ा मज़ा आता है माँ चुदाने में ? सच तो यह है की मेरी मॉम चुदाने में बहुत एक्सपर्ट हैं। वह तो गाली बक बक कर लौड़ा मेरी चूत मे घुसेड़ देती है। फिर मैं गाली बकते हुए लौड़ा उसकी चूत में घुसेड़ देती हूँ। माँ चुदाना मेरी माँ ने ही मुझे सिखाया। वह भोसड़ी की मेरी चूत के चीथड़े उड़वाती है और मैं उसकी चूत के ?
- तो फिर तुम मुझे मेरी पसंद के लन्ड कब ला सकती हो ?
- मैं आज ही उन्ह लेकर आ सकती हूँ।
- तो फिर शाम को ८ बजे मैं तेरा इंतज़ार करुँगी।
थामस। ये दोनों भोसड़ी के मुझे भी चोदते मेरी माँ भो चोदते हैं। इनके लन्ड बड़े मस्त हैं। ये बहन चोद इतने हरामी हैं की एक दूसरे की बीवी भी चोदते है और एक दूसरे की बेटी भी। इनकी बेटियां भी खूब मस्ती से इधर उधर चुदवाती रहती हैं। हमारे साथ अक्सर लन्ड पीती हैं इनकी बेटियां। अब मैं एक लन्ड पार्टी में जा रही हूँ। आप लोग एन्जॉय कीजिये। ऐसा बोल कर रूबी चली गयी। अब हमारी निगाहें उन दोनों लोगों के लन्ड ढूंढने लगीं। खैर ड्रिंक्स चालू हो हुई और फिर हम सबके एक एक करके कपड़े उतरने लगे। मजे की बात यह थीं की झांटें किसी की भी नहीं थीं।
अचानक किसी ने डोर बेल बजा दी। मौसी दरवाजा खोलने उठी तो सामने दो लड़के खड़े थे। मौसी उन्हें अंदर लेकर चली आयी और बोली देखो निशा ये दोनों मेरे कॉलेज के लड़के हैं, रोहित और रोहन ? मैंने इन्हे तेरी बुर और तेरी बुआ की बुर चुदवाने के लिए बुलाया है। वो दोनों भी हमारी ड्रिंक्स पार्टी में शामिल हो गए। मेरी चूँचियाँ खुल चुकीं थीं। मेरी मौसी और बुआ की भी चूँचियाँ लगभग खुली ही हुईं थीं। सारे मर्दों की निगाहें हमारी चूँचियों पर ही घूम रही थीं। तभी मैंने जोसफ अंकल की पैंट उतारना शुरू किया। मेरी मौसी थामस अंकल की पैंट खोलने लगीं और बुआ रोहन और रोहित के कपड़े। सबसे पहले मैंने जोसफ का लौड़ा बाहर निकाला। मैं लौड़ा देखे ही खुश हो गयी। वह बहन चोद नसीब एक लन्ड से वाकई बड़ा था और मोटा भी। मैंने लन्ड कई बार चूमा उसके पेल्हड़ चूमे और हिला हिला कर लन्ड का मज़ा लेने लगी। मेरी नज़र थामस के लन्ड पर पड़ी तो मेरी चूत गन गना उठी। चूत की आग बुरी तरह धधकने लगी। यही हाल मौसी और बुआ का भी। थामस का लौड़ा भी बड़ा मस्त था. जोसफ के लन्ड से कम न था। तब तक बुआ ने रोहन और रोहित को नंगा कर ही दिया। दोनों लन्ड शेर की तरह दहाड़ने लगे। मौसी दोनों लन्ड से खेलने लगीं , मैं जोसफ का लन्ड नंगी होकर चाटने लगी और मौसी थामस का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगीं। हम तीनो एक दूसरे को देख देख कर लन्ड का मज़ा लूटने लगीं। अब हम में से किसी के बदन पर कोई कपड़ा नहीं था। सब के सब नंगे और सब की सब नंगी।
मैदान में ४ लन्ड और ३ चूत ? झांटें सबकी बनी हुई थीं । चिकनी चूत थीं तो चिकने लन्ड भी। चूत तो सबकी गरम हो गयी थी और चुदाने के लिए तैयार थी। तभी जोसफ ने लंडमेरी चूत में घुसा दिया। लन्ड घुसते ही चूत चरमराने लगी। लन्ड पूरा घुसा तो लगा की हां किसी मरद ने लन्ड पेला है। मैं तो मस्ती हो गयी। मेरे सामने मेरी मौसी भी मस्त हो गयी क्योंकि उसकी बुर में थामस ने लन्ड पेल रखा था। मौसी तो एकदम रंडी की तरह चुदवाने लगी। मैं आज मौसी को इतनी मस्ती से चुदवाते हुए देख रही थी। उधर बुआ का कहना ही क्या था। उसने रोहन का लन्ड अपनी बुर में पेला और रोहित का लंड अपने मुंह में ? बुआ की बुर भी मज़ा ले रही ताहि और मुंह भी। कमरा बहन चोद चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। भच्च भच्च, धच्च धच्च , फच्च फच्च, चीं, पों, चुर्र, चप्प चप्प की आवाज़ें आने लगीं। मुझे चुदाई की आवाज़ें सुनाने में बड़ा मज़ा आता है। मुझे तो चुदाई में म्यूजिक नज़र आता है और मैं उस खूब एन्जॉय करती हूँ।
मौसी थामस के लन्ड पर बैठी हुई चुदवा रही थी। अचानक उसे जोश आया तो वह झुक कर लन्ड ही चोदने लगी। अपनी गांड उठा उठा कर लन्ड पर पटकने लगी। तब तक रोहन ने लन्ड मौसी की गांड में घुसा दिया। लन्ड गांड में घुसा तो मौसी की चीख निकल पड़ी। वह बोली हाय रे रोहन तूने भोसड़ी के मेरी गांड में लौड़ा पेल दिया। मेरी गांड भी चोदोगे क्या तुम ? उधर से बुआ बोली हां रोहन को तो लड़कियों की गांड मारने का बड़ा शौक है। आज तो तेरी गांड की ख़ैर नहीं ?
थोड़ी देर में मैंने थामस का लन्ड पकड़ लिया और मैं उससे चुदवाने लगी। बुआ जोसफ से चुदवाने लगीं और मेरी मौसी कभी रोहन से और कभी रोहित से। इस तरह लन्ड अदल बदल कर हम सबने खूब चुदवाया। जब एक एक करके लन्ड झड़ने लगे तो हमने सबके झड़ते हुए लन्ड चाटे। बाद में नंगे नंगे ही लंच हुआ और एक घंटे के बाद चुदाई फिर शुरू हो गयी। हमारा दायरा बढ़ता गया और हर रात को हमारे पास चोदने वाले लड़के आने लगे। कभी मेरे कॉलेज से कभी मौसी के कॉलेज से और कभी बुआ के कॉलेज से ?
बुआ बोली :- तेरी माँ का भोसड़ा निशा ? तू बुर चोदी अपनी माँ की नन्द की बुर खूब चुदवाती है। और अपनी माँ की बहन की बुर में तो लन्ड पेलती ही रहती है।
मौसी बोली :- तेरी माँ की चूत बुर चोदी निशा ? तेरी मौसी का भोसड़ा, मादर चोद ? तू तो बहुत बड़ी चुदक्कड़ हो गयी है।
बुआ बोली :- निशा तेरी माँ की चूत ? तेरी माँ की बहन की बुर ? तेरी माँ की नन्द का भोसड़ा ? आज मुझे मालूम हुआ की तू मेरी चुदाने वाली पक्की दोस्त है।
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