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मनचाही बीवियां मनचाहे लंड मनचाही चुदाई - Manchahi Biwiyan Manchahe Land Marji ki chudai
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यहाँ बहन चोद हर बीवी के हाथ में एक एक दो दो लण्ड हैं लेकिन किसी बीवी के हाथ में अपने मियां का लण्ड नहीं है। सबकी सब बुर चोदी पराये मर्दों के लण्ड पकड़ पकड़ कर हिला रही हैं। लण्ड चाट रहीं है चूस रही है और सूंघ रही हैं। पेल्हड़ चाट रही है, सुपाड़े के चारों तरफ अपनी अपनी जबान फिरा रही हैं और लण्ड मुंह में लेकर पी रहीं हैं। लण्ड अपनी गदेलियों के बीच रख कर मथानी की तरह मथ रही हैं, लण्ड बार बार चूम रही हैं और पेल्हड़ सहला रही है। इतना ही नहीं, वे सब एक लण्ड छोड़ कर दूसरा पकड़ रहीं हैं, दूसरा छोड़ कर तीसरा और तीसरा छोड़ कर चौथा लण्ड पकड़ रहीं हैं. हर बीवी दूसरी बीवी को देख रही है की वह किस तरह लण्ड का मज़ा लूट रही है ?
हर बीवी के मन में यही चल रहा है की यार मेरे मरद का लौड़ा इतना सख्त नहीं होता जितना सख्त पराये मरद का लौड़ा होता है ? इससे चुदवाने में तो बड़ा मज़ा आएगा ही ? वह यह भी सोंच रही है की देखो मेरे मरद का लौड़ा उसकी बीवी के हाथ में कितना मोटा लग रहा है लेकिन मेरे हाथ में बहन चोद इतना मोटा नहीं लगता ?
दूसरी तरफ हर मर्द यह सोंच रहा है की यार दूसरे की बीवी के पकड़ते ही लण्ड में दूनी ताकत आ जाती है। इतने प्यार से मेरी बीवी ने कभी मेरा लण्ड नहीं पकड़ा ? और हां देखो न मेरी बीवी बुर चोदी कितनी मस्ती से दूसरे मरद का लण्ड चाट रही है ? कुछ भी हो, सच तो यह है की हर बीवी को पराये मरद का लण्ड अच्छा लगता है और हर मरद को परायी बीवी की चूत। यही बात मन में रख कर मैंने एक "wife swapping club" खोल लिया जिसमे लोगों को मन चाही बीवियां चोदने को मिलतीं हैं और बीवियों को मन चाहे लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिलता है । वह भी खुल्लम खुल्ला एक दूसरे के सामने ? पर यह सब हुआ कैसे इसकी एक कहानी है। मैं चाहती हूँ की आप पहले मेरी कहानी सुने :-
यही सोंच मेरा भी था की हर बीवी पराया लण्ड चाहती है और हर मरद परायी बीवी ? जब मैं शादी के बाद अपने पति के घर आयी तो दो साल तक तो मैं अपने पति से झमाझम चुदवाती रही लेकिन फिर बोर होने लगी। हर बार वही लण्ड, वही चोदने की स्टाइल,उसी तरह खलास होना और उसकी तरह झड़ता हुआ लण्ड चाटना ? मेरे मन में आया की अब मैं पराये मरद से चुदवाऊंगी। पराये मरद का लौड़ा पकड़ूँगी, चाटूँगी, चूसूंगी। लेकिन मेरे लिये यह जरुरी था की मैं अपने पति को भी इस खेल में शामिल कर लूँ। मुझे मालूम है की मेरे पति की निगाह मेरे एक दोस्त पर है। उसका नाम है मिसेज सपना सेठ। वह शादी शुदा है। उसकी चूँचियाँ मेरी चूँचियों से बड़ी हैं। वह मुझसे ज्यादा खूबसूरत भी है। मैं अगर अपने पति का लण्ड उसकी चूत में पेल दूँ और वह उसे चोदने लगे तो फिर मेरा पराये मर्दों से चुदवाने का रास्ता साफ हो जायेगा। बस मैं अपने काम में जुट गयी।
मेरा नाम है मिसेज रोहिणी मल्होत्रा। मैं २७ साल की एक खूबसूरत सेक्सी और हॉट बीवी हूँ। मैं पढ़ी लिखी हूँ और फर्राटे दार इंग्लिश बोलती हूँ। गोरी चिट्टी, बड़ी बड़ी चूँचियाँ वाली हूँ और मुंह फट हूँ। मुझे गन्दी गन्दी बातें, अश्लील बातें और प्यार से गाली गलौज करने का बड़ा शौक है। कॉलेज के दिनों में मैं लड़कों को खूब चिढ़ाया करती थी। उनकी माँ बहन चोदा करती थी और उनके साथ खूब घूमा भी करती थी। मैंने पहली बार सिनेमा हाल में एक लड़के का लण्ड पकड़ा था। उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लण्ड पे लण्ड पकड़ती गयी और फिर चुदवाने भी लगी। उसी रास्ते में मुझे सपना मिल गयी और फिर हम दोनों मिलकर लण्ड का मज़ा लूटने लगी। मुझे ज़िन्दगी का बहुत मज़ा आ रहा था। शादी के बाद हम दोनों अलग अलग हो गयीं। वो अपने रास्ते चल पड़ी और मैं अपने रास्ते। लेकिन एक दिन यूं ही हम दोनों एक मॉल में मिले और फिर मिलना जुलना शुरू हो गया। मैंने अपने पति रतन से उसे मिलवाया और उसने अपने पति शिवा से मुझे मिलवाया। मुझे शिवा पसंद आया और उसे रतन।
मई का महीना था। मैं दोपहर में अचानक उसके घर चली गई।
वह मुझे देख कर बोली हाय रोहिणी तू इतनी धूप में ,,,,,,?
मैंने कहा तो क्या हुआ ? मैं तो बिंदास हूँ कहीं भी कभी भी जा सकती हूँ। मुझे माँ का लौड़ा कौन मन कर सकता है ?
वह बोली अच्छा तो तू किसी लौड़े की तलाश में घूम रही है ?
नहीं यार मैं लौड़े की तलाश में तो नहीं आयी हूँ पर मिल जाये तो बहन चोद लौड़े का भरता बना दूँ।
अच्छा पहले ले तू एक ठंढी ठंढी शराब का पैग पी ले। मैं कुछ करती हूँ ? मैंने एक ही घूंट में एक पैग शराब ख़तम कर दी।
मैंने कहा तू भोसड़ी की क्या ख़ाक कुछ करेगी ? मेरी शादी के बाद तूने कभी एक भी लौड़ा मेरी चूत में नहीं पेला ? अरे चूत को जाने दे कभी मुंह में नहीं घुसेड़ा कोई लन्ड ? तूने हाथ में भी पकड़ा दिया होता कोई लण्ड तो मैं मान जाती की तू मेरा ख्याल करती है ?
अच्छा तो क्या तूने मेरे सामने लौंड़ों की लाइन लगा रखी है। तूने भी तो कोई लौड़ा मुझे नहीं पकड़ाया शादी के बाद ,बुर चोदी रोहिणी ?
हां यार तेरी बात तो सही है यार ? अरे तूने तो किसी कुत्ते का भी लन्ड नहीं पकड़ाया मुझे ?
सच बात तो यह है यार की शादी के बाद मैंने एक भी पराये मरद का लण्ड नहीं पकड़ा। मैं पराये मरद के लन्ड के लिए तड़प रही हूँ।
कमाल करती है तू रोहिणी ? मैं तो शादी के दूसरे साल से ही पराये मरद का लण्ड पकड़ने लगी थी।
तू भोसड़ी की बहुत लकी है। मैं तो बहन चोद अभी तक बेवकूफ बनी घूम रही हूँ। अच्छा तेरा हसबैंड कहाँ है ?
वह दो दिन के लिए आज ही मुंबई गया है।
वह मुस्करायी और मेरा हाथ पकड़ कर बोली चलो मैं तुम्हे अंदर ले चलती हूँ। मैं जैसे ही अंदर कमरे में गयी तो वहां का सीन देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की वहां दो जवान लड़के एकदम नंगे नंगे बैठे हैं और उनके लन्ड मुझे साफ़ साफ़ दिख रहे हैं। बस मेरी चूत भोसड़ी की एकदम से गरम हो गयी। मैंने कहा वाओ, ये क्या सपना ? वह बोली ये वही है जिसके लिए तू अपनी माँ चुदवाती हुई चारों तरफ घूम रही है। ले हाथ बढ़ा कर पकड़ ले पराये मरदों के दोनों लण्ड ? मैंने कहा हाय दईया तो तू क्या करेगी ? वह मैं तो यही कर रही थी बड़ी देर से ? इतना कह कर उसने अपनी शाल गिरा दी और मेरे सामने पूरी नंगी हो गयी। मैं भी मस्ती से दोनों हाथों से लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तब तक उसने मुझे भी नंगी कर दिया। अब कमरे में हम दो नंगी बीवियां और वो दो नंगे मरद ?
सपना ने बताया की ये दोनों मेरे दोस्त हैं गोपी और अरुण। और मैं इनसे उस समय चुदवाती हूँ जब मेरा हस्बैंड मेरे घर में नहीं होता। और आज तुम भी इन लोगों से चुदवा लो तो तुम्हारा भी रास्ता खुल जायेगा। मैं यह बात सुनकर बहुत खुश ही और दोनों लण्ड बारी बारी से चाटने लगी। सपना मेरी चूत में ऊँगली करने लगी। थोड़ी देर में उसने गोपी का लन्ड मेरी चूत में पेल दिया। मैं भी अपनी टांगें फैला दीं और चुदवाने लगी। मेरे मुंह एम् अरुण का लन्ड घुसा था। मैं लन्ड चूसते हुए वैसे ही चुदवाने लगी जैसे कोई पोर्न स्टार चुदवाती है। मैं अपने आप को बहुत लकी समझने लगी। मैं तोआयी थी सपना से मिलने और मुझे मिल गए दो लन्ड ? मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था और मेरी चूत मादर चोद मुझसे ज्यादा खुश थी। मैंने मन में कहा आज मैं पक्की छिनार बन गयी हूँ। रंडी बन गयी हूँ मैं ? गैर मरदों के लण्ड की दीवानी हो गयी हूँ मैं ? सपना भी बीच बीच में लन्ड मेरी बुर से निकाल कर चाटने लगी।
फिर मैंने गोपी का लन्ड सपना की बुर में घुसा दिया और अरुण का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। मैंने कहा यार आज मैं तुम्हे शादी के बाद चुदवाती हुई देखना चाहती हूँ। वह भी मस्ती से भकर भकर चुदवाने लगी और बोली यार रोहिणी मैं तो इतनी मस्ती से अपने मरद से कभी नहीं चुदवाती ? मैंने कहा यार आज मेरा भी यही हाल हो रहा है। आज मुझे शादी के बाद पहली बार चुदवाने का असली मज़ा आ रहा है ? तू मादर चोद मुझसे भी बड़ी रंडी हो गयी है और आज मैं तुमसे भी बड़ी रंडी हो गयी हूँ। फिर हम दोनों पीछे से चुदवाने लगी। हमारे मुंह आमने सामने थे। हमारी चूँचियाँ हिल रही थी। लंड साले बार बार चूत में आ जा रहे थे। मैं सपना को देख रही थी और सपना मुझे ? मेरे मुंह से निकला - हाय मुझे खूब चोदो, और चोदो, पूरा लण्ड घुसेड़ दो अंदर। तेरा लौड़ा बड़ा मजेदार है यार. हाय रे मैं इसी तरह के लण्ड केलिए तरस रही थी। आज मेरी तमन्ना पूरी हो रही है। वाओ, सपना तू भोसड़ी की बहुत अच्छी दोस्त है मेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
लण्ड जब झड़ने को आये तो मैंने अपना मुंह खोल दिया और लण्ड का गचागच सड़का मारने लगी। उधर मेरे सामने सपना भी चपर चपर लण्ड का सड़का मार रही है। फिर हम दोनों ने झड़ते हुए लण्ड चाटे। मैं भी खलास हो चुकी थीऔर सपना भी।
जाते समय मैंने सपना से कहा यार जब तू पराये मरद से चुदवाती है तो मेरे मरद से क्यों नहीं चुदवा लेती ? वह बोली हाय दईया तूने तो मेरे मुंह की बात छीन ली रोहिणी। मैं भी यही कहने वाली थी। मैं तेरे मरद से चुदवा लूँ और तू मेरे मरद से चुदवा ले। बस हमने उस दिन एक प्लान बना लिया।
मैंने कहा :- सपना मैं इसी संडे को ११ बजे अपने पति को तेरे घर भेज देती हूँ। तुम उसका लण्ड पकड़ कर चुदवा लेना। मैं तेरी बात उससे फोन पर करवा दूँगी।
सपना बोली :- ठीक है मैं भी अपने पति को यह कह कर भेजूंगी की तुम रोहिणी की बुर लेकर आओ। मैं तुम्हारी बात फोन पर करवा दूँगी। उधर तुम अपने घर में मेरे पति से चुदवाना इधर मैं अपने घर में तेरे पति से चुदवाऊंगी।
दूसरे दिन मैं जब रात को नंगी नंगी अपने पति का लण्ड चाट रही थी तो मैंने सपना की चूँचियों की और उसकी चूत की बात छेड़ दी। मैंने देखा की सपना की बात सुनते ही उसका लण्ड उछल पड़ा। मैं बोली हाय दईया तेरा लण्ड तो सपना की बुर चोदने के लिए उतावला हो रहा है। उसके मुंह से निकला तो फिर दिलवा दो न इसे सपना की बुर यार ? मैं फोन घुमाने लगी। उधर सपना ने अपने पति से कहा यार मेरी एक सहेली है रोहिणी। वह बोला हां मैं उसे जानता हूँ। वह तो बहुत खूबसूरत और हॉट है। सपना बोली तो फिर चोद लो न किसी दिन उसकी चूत ? वह बोला तुम कहो तो मैं अभी चोद लूँ ? सपना बोली कल संडे है कल सुबह ११ बजे जाना और उसे चोद कर आना। मैं अभी तेरी बात करवा देती हूँ।
इतने में सपना का फोन फ़ौरन आ गया। वह बोली रोहिणी मेरा पति कल दिन में ११ बजे तुझे चोदने आ रहा है। लो इससे बात कर लो। मैंने फोन उठाया तो वह बोला रोहिणी भाभी मैं कल आपके पास आ रहा हूँ। मैंने कहा ओ के . मैंने फोन काट दिया। फर मैंने फोन लगाया और कहा यार सपना मेरा पति कल तुम्हे चोदने आ रहा है। ज़रा ठीक से चुदवा लेना। मेरे पति को खुश कर देना ? लो इससे बात कर लो। मेरा पति बोला सपना भाभी मैं तो खुद बहुत दिनों से आपसे मिलने की सोंच रहा था। सपना बोली तो फिर आ जाओ और मिलो लेकिन मैं तुमसे नंगी होकर मिलूंगी। मेरा पति हंसने लगा।
बस दूसरे दिन मैंने अपने पति रतन को ११ बजे के पहले ही तैयार करके सपना के पास भेज दिया । उसे क्या मालूम की मुझे चोदने सपना का पति आ रहा है ? उधर सपना ने अपने पति को तैयार करके मेरे पास भेज दिया।उसके पति को क्या मालूम की मेरा पति उसकी बीवी चोदने पहुँच रहा है।
बस आधे घंटे में मेरे घर सपना का पति शिवा आ गया और मेरा पति रतन सपना के घर पहुँच गया। मैंने शिवा को बड़े प्यार से बैठाया, पहले तो उसे एक गिलास पानी दिया और फिर एक पैग शराब । मैं उसकं साथ शराब पीने लगी। मेरी चूँचियाँ उछल रहीं थीं और चूत मचल रही थी। मैंने केवल एक गाउन पहना था। अंदर से एकदम नंगी ही थी। जब थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने गाउन का फीता खोल दिया। मेरी मस्तानी चूँचियाँ पूरी खुल चुकीं थीं और शिवा की नज़रें वहीँ टिकी हुई थीं। मैंने पहल की और उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूँचियाँ पर रख दिया। मैंने कहा हाय मेरे राजा दबाओ न इन्हे ? उसने इंकार नहीं किया तो मेरी हिम्मत बढ़ गयी। मैं उसकी जांघें सहलाने लगी और धीरे से हाथ बढ़ा कर उसका लण्ड ऊपर से ही दबाकर कहा हाय रे तेरा लण्ड तो खड़ा है यार ? मेरे मुंह से 'लण्ड' सुनकर उसका जोश बढ़ गया और उसने मुझे चिपका लिया। मैं भी मस्ती से पूरी की पूरी उससे चिपक गयी। जानते हो क्यों ? क्योंकि वह मरे लिए एक पराया मरद था और मैं उसके लिए एक मद मस्त हॉट परायी बीवी ? मैंने पहले उसका लण्ड खोल कर बाहर निकाला, उसे हिलाया और कई बार चूमा। वह बढ़ने लगा। फिर मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया।
उसकी झांटें एकदम साफ़ थीं। लण्ड बड़ा खूबसूरत था और सुपाड़ा तो जबरदस्त था। मुझे मज़ा आया तो मैं गाउन खोल कर नंगी नंगी उसके सामने खड़ी हो गयी। हर मरद की जवान परायी बीवी अच्छी लगतीहै और अगर वह एकदम नंगी हो तो फिर कहना ही क्या ? शिवा तो मुझे नंगी देख कर मस्त हो गया। उससे ज्यादा उसका लौड़ा साला मस्त हो गया। मैंने तो उसके लौड़े पर टूट पड़ी और वह मेरे पूरे नंगे बदन पर। हम दोनों 69 बन गए. मैं उसकेऊपर चढ़ कर उसका लण्ड चाटने लगी और वह मेरी चूत। शादी के बाद यह मेरा पराये मरद का तीसरा लण्ड था और मेरे मन का लण्ड था। मैं सपना का शुक्रिया अदा करती हूं की उसने मेरा रास्ता खोल दिया। इतने में शिवा ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और आहिस्ता आहिस्ता चोदने लगा। लण्ड बहन चोद मेरी चूत में चिपक कर आ जा रहा था। मैंने कहा हाय शिवा तेरे लण्ड में बड़ी जान है। उसने चोदने की स्पीड बढ़ा दी। मेरे मुंह से आहें निकलने लगीं। मैंने बताया की मेरी चूत के चीथड़े उड़ रहें हैं। आज तक किसी भोसड़ी वाले ने मुझे इतनी अच्छी तरह नहीं चोदा ?
शिवा ने कहा भाभी आपकी चूत बहुत टाइट है और मुझे इसी तरह की चूत चोदने में मज़ा आता है। मिसेज मेनका शुक्ला भी इसी तरह चुदवाती हैं और मिसेज रागिनी मिश्रा तो मेरा लण्ड मुंह से निकालती ही नहीं। उसे बुर चुदवाने से ज्यादा मज़ा लण्ड पीने में आता है।
मैंने कहा :- तो क्या तुम और भी लोगों की बीवियां चोदते हो ?
शिवा बोला :- हां भाभी अपने दोस्तों की बीवियां चोदता हूँ और मैं चाहता हूँ की वो लोग भी मेरी बीवी चोदें।
मैंने कहा :- तो मना किसने किया है चुदवाते क्यों नहीं हो अपनी बीवी अपने दोस्तों से ?
वह बोला :- मैंने कभी अपनी बीवी को यह बात नहीं बताई। मुझे डर है की वह कहीं नाराज़ न हो जाये ? कहीं वह मेरे दोस्तों से चुदवाने के लिए मना न कर दे ?
मैंने कहा :- तुम अपनी बीवी से साफ़ साफ़ कह दो। मैं इस बात की गारंटी लेती हूँ की वह नाराज़ नहीं होगी बल्कि खुश होगी ? तुम बहन चोद बहुत बड़े बुध्धू हो ? आज तुम मेरे हसबैंड को बताना की तुम मेरी बीवी चोद लो किसी दिन ? पर आज की चुदाई का कोई ज़िकर न करना ? और यह बात तुम अपनी बीवी के सामने मेरे पति से कहोगे ? वह मेरी बात मान गया।
चुदाई करने के बाद वह जैसे ही मेरे घर से निकला मैंने सपना को पूरी बात बात बता दिया। थोड़ी देर में मेरा पति मेरे घर आ गया और उसका पति अपने घर चला गया। रात को जब मैं अपने पति रतन का लण्ड हिला रही थी तभी उसका फोन आया। मैंने फोन अपने पति को दिया और उसे स्पीकर पर लगा दिया। बात करते करते वह बोला यार रतन मैं एक बात तुमसे कहना चाहता हूँ।
मेरा पति बोला :- हां कहो न ? खुल कर कहो यार ?
वह बोला :- यार तुम किसी दिन मेरी चोद लो ?
मेरा पति भी हंस कर बोला :- ठीक है यार चोद लूँगा पर तुम भी किसी दिन मेरी बीवी चोद लो ? तब तक मैंने उसे इशारे से कहा की दोनों एक ही कमरे में आमने सामने चोदो न ? फिर वह बोला अरे यार शिवा कल हम दोनों एक ही कमरे में एक दूसरे की बीवी एक दूसरे के सामने चोदें तो अच्छा रहेगा न ?
वह बोला हां बहुत अच्छा रहेगा ?
तो फिर तुम दोनों मेरे घर कल शाम को आ जाना डिनर पर ?
अगले दिन शाम को सपना और शिवा मेरे घर आ गये। हमने पहले ड्रिंक्स का प्रोग्राम रखा। हम सब डिंक्स लेने लगे। मैंने एक पेटीकोट पहना अतः और माला की तरह एक चुन्नी गले में डाल ली थी। सपना तो जींस और टॉप में थी। ब्रा नहीं थी। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ झाँक रही थीं। अचानक मैंने अपनी चुन्नी नीचे गिरा दी और शिवा का हाथ पकड़ कर अपनी चूँचियों पर रख लिया। उधर मेरा पति सपना की चूँचियाँ दबाने लगा। फिर हम दोनों ने एक दूसरे के पति का लौड़ा खोल कर निकाला और हिलने लगी।
थोड़ी ही देर में मेरा पति शिवा की बीवी चोदने लगा और शिवा रतन की बीवी यानी मुझे चोदने लगा। यह पहला मौक़ा था जब मैं अपने पति के आगे किसी और के पति से चुदवा रही थी। मेरा पति भी पहली बार मेरे सामने किसी और की बीवी चोद रहा था।
शिवा बोला :- यार रतन मुझे तेरी बीव चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है।
मेरा पति बोला :- यार शिवा आज मुझे अपनी बीवी चोदने से ज्यादा मज़ा तेरी बीवी चोदने में आ रहा है।
फिर हम चारों ने सोंचा की यह सच है की बीवियों की अदला बदली करके चोदने में हसबैंड और वाइफ दोनों को खूब मज़ा आता है। मियों को मन चाही बीवी चोदने को मिलती है और बीवियों को मन चाहे लण्ड मिलते हैं चुदवाने को ? तो क्यों न इसका दायरा बढ़ाया जाए और इस ग्रुप में कई कपल्स शामिल किये जायें ?
फिर हमने एक "wife swapping club" खोल लिया। लोग आतें है, अपनी बीवी चुदवाते है और दूसरों की बीवियां चोदते हैं। मन चाही बीवियां चोदते हैं और बीवियां भी मन चाहे लण्ड से चुदवाती हैं।
हम सब लोग इस तरह जवानी का मज़ा लूट रहीं हैं।
यहाँ बहन चोद हर बीवी के हाथ में एक एक दो दो लण्ड हैं लेकिन किसी बीवी के हाथ में अपने मियां का लण्ड नहीं है। सबकी सब बुर चोदी पराये मर्दों के लण्ड पकड़ पकड़ कर हिला रही हैं। लण्ड चाट रहीं है चूस रही है और सूंघ रही हैं। पेल्हड़ चाट रही है, सुपाड़े के चारों तरफ अपनी अपनी जबान फिरा रही हैं और लण्ड मुंह में लेकर पी रहीं हैं। लण्ड अपनी गदेलियों के बीच रख कर मथानी की तरह मथ रही हैं, लण्ड बार बार चूम रही हैं और पेल्हड़ सहला रही है। इतना ही नहीं, वे सब एक लण्ड छोड़ कर दूसरा पकड़ रहीं हैं, दूसरा छोड़ कर तीसरा और तीसरा छोड़ कर चौथा लण्ड पकड़ रहीं हैं. हर बीवी दूसरी बीवी को देख रही है की वह किस तरह लण्ड का मज़ा लूट रही है ?
हर बीवी के मन में यही चल रहा है की यार मेरे मरद का लौड़ा इतना सख्त नहीं होता जितना सख्त पराये मरद का लौड़ा होता है ? इससे चुदवाने में तो बड़ा मज़ा आएगा ही ? वह यह भी सोंच रही है की देखो मेरे मरद का लौड़ा उसकी बीवी के हाथ में कितना मोटा लग रहा है लेकिन मेरे हाथ में बहन चोद इतना मोटा नहीं लगता ?
दूसरी तरफ हर मर्द यह सोंच रहा है की यार दूसरे की बीवी के पकड़ते ही लण्ड में दूनी ताकत आ जाती है। इतने प्यार से मेरी बीवी ने कभी मेरा लण्ड नहीं पकड़ा ? और हां देखो न मेरी बीवी बुर चोदी कितनी मस्ती से दूसरे मरद का लण्ड चाट रही है ? कुछ भी हो, सच तो यह है की हर बीवी को पराये मरद का लण्ड अच्छा लगता है और हर मरद को परायी बीवी की चूत। यही बात मन में रख कर मैंने एक "wife swapping club" खोल लिया जिसमे लोगों को मन चाही बीवियां चोदने को मिलतीं हैं और बीवियों को मन चाहे लण्ड से चुदवाने का मौक़ा मिलता है । वह भी खुल्लम खुल्ला एक दूसरे के सामने ? पर यह सब हुआ कैसे इसकी एक कहानी है। मैं चाहती हूँ की आप पहले मेरी कहानी सुने :-
यही सोंच मेरा भी था की हर बीवी पराया लण्ड चाहती है और हर मरद परायी बीवी ? जब मैं शादी के बाद अपने पति के घर आयी तो दो साल तक तो मैं अपने पति से झमाझम चुदवाती रही लेकिन फिर बोर होने लगी। हर बार वही लण्ड, वही चोदने की स्टाइल,उसी तरह खलास होना और उसकी तरह झड़ता हुआ लण्ड चाटना ? मेरे मन में आया की अब मैं पराये मरद से चुदवाऊंगी। पराये मरद का लौड़ा पकड़ूँगी, चाटूँगी, चूसूंगी। लेकिन मेरे लिये यह जरुरी था की मैं अपने पति को भी इस खेल में शामिल कर लूँ। मुझे मालूम है की मेरे पति की निगाह मेरे एक दोस्त पर है। उसका नाम है मिसेज सपना सेठ। वह शादी शुदा है। उसकी चूँचियाँ मेरी चूँचियों से बड़ी हैं। वह मुझसे ज्यादा खूबसूरत भी है। मैं अगर अपने पति का लण्ड उसकी चूत में पेल दूँ और वह उसे चोदने लगे तो फिर मेरा पराये मर्दों से चुदवाने का रास्ता साफ हो जायेगा। बस मैं अपने काम में जुट गयी।
मेरा नाम है मिसेज रोहिणी मल्होत्रा। मैं २७ साल की एक खूबसूरत सेक्सी और हॉट बीवी हूँ। मैं पढ़ी लिखी हूँ और फर्राटे दार इंग्लिश बोलती हूँ। गोरी चिट्टी, बड़ी बड़ी चूँचियाँ वाली हूँ और मुंह फट हूँ। मुझे गन्दी गन्दी बातें, अश्लील बातें और प्यार से गाली गलौज करने का बड़ा शौक है। कॉलेज के दिनों में मैं लड़कों को खूब चिढ़ाया करती थी। उनकी माँ बहन चोदा करती थी और उनके साथ खूब घूमा भी करती थी। मैंने पहली बार सिनेमा हाल में एक लड़के का लण्ड पकड़ा था। उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लण्ड पे लण्ड पकड़ती गयी और फिर चुदवाने भी लगी। उसी रास्ते में मुझे सपना मिल गयी और फिर हम दोनों मिलकर लण्ड का मज़ा लूटने लगी। मुझे ज़िन्दगी का बहुत मज़ा आ रहा था। शादी के बाद हम दोनों अलग अलग हो गयीं। वो अपने रास्ते चल पड़ी और मैं अपने रास्ते। लेकिन एक दिन यूं ही हम दोनों एक मॉल में मिले और फिर मिलना जुलना शुरू हो गया। मैंने अपने पति रतन से उसे मिलवाया और उसने अपने पति शिवा से मुझे मिलवाया। मुझे शिवा पसंद आया और उसे रतन।
मई का महीना था। मैं दोपहर में अचानक उसके घर चली गई।
वह मुझे देख कर बोली हाय रोहिणी तू इतनी धूप में ,,,,,,?
मैंने कहा तो क्या हुआ ? मैं तो बिंदास हूँ कहीं भी कभी भी जा सकती हूँ। मुझे माँ का लौड़ा कौन मन कर सकता है ?
वह बोली अच्छा तो तू किसी लौड़े की तलाश में घूम रही है ?
नहीं यार मैं लौड़े की तलाश में तो नहीं आयी हूँ पर मिल जाये तो बहन चोद लौड़े का भरता बना दूँ।
अच्छा पहले ले तू एक ठंढी ठंढी शराब का पैग पी ले। मैं कुछ करती हूँ ? मैंने एक ही घूंट में एक पैग शराब ख़तम कर दी।
मैंने कहा तू भोसड़ी की क्या ख़ाक कुछ करेगी ? मेरी शादी के बाद तूने कभी एक भी लौड़ा मेरी चूत में नहीं पेला ? अरे चूत को जाने दे कभी मुंह में नहीं घुसेड़ा कोई लन्ड ? तूने हाथ में भी पकड़ा दिया होता कोई लण्ड तो मैं मान जाती की तू मेरा ख्याल करती है ?
अच्छा तो क्या तूने मेरे सामने लौंड़ों की लाइन लगा रखी है। तूने भी तो कोई लौड़ा मुझे नहीं पकड़ाया शादी के बाद ,बुर चोदी रोहिणी ?
हां यार तेरी बात तो सही है यार ? अरे तूने तो किसी कुत्ते का भी लन्ड नहीं पकड़ाया मुझे ?
सच बात तो यह है यार की शादी के बाद मैंने एक भी पराये मरद का लण्ड नहीं पकड़ा। मैं पराये मरद के लन्ड के लिए तड़प रही हूँ।
कमाल करती है तू रोहिणी ? मैं तो शादी के दूसरे साल से ही पराये मरद का लण्ड पकड़ने लगी थी।
तू भोसड़ी की बहुत लकी है। मैं तो बहन चोद अभी तक बेवकूफ बनी घूम रही हूँ। अच्छा तेरा हसबैंड कहाँ है ?
वह दो दिन के लिए आज ही मुंबई गया है।
वह मुस्करायी और मेरा हाथ पकड़ कर बोली चलो मैं तुम्हे अंदर ले चलती हूँ। मैं जैसे ही अंदर कमरे में गयी तो वहां का सीन देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की वहां दो जवान लड़के एकदम नंगे नंगे बैठे हैं और उनके लन्ड मुझे साफ़ साफ़ दिख रहे हैं। बस मेरी चूत भोसड़ी की एकदम से गरम हो गयी। मैंने कहा वाओ, ये क्या सपना ? वह बोली ये वही है जिसके लिए तू अपनी माँ चुदवाती हुई चारों तरफ घूम रही है। ले हाथ बढ़ा कर पकड़ ले पराये मरदों के दोनों लण्ड ? मैंने कहा हाय दईया तो तू क्या करेगी ? वह मैं तो यही कर रही थी बड़ी देर से ? इतना कह कर उसने अपनी शाल गिरा दी और मेरे सामने पूरी नंगी हो गयी। मैं भी मस्ती से दोनों हाथों से लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तब तक उसने मुझे भी नंगी कर दिया। अब कमरे में हम दो नंगी बीवियां और वो दो नंगे मरद ?
सपना ने बताया की ये दोनों मेरे दोस्त हैं गोपी और अरुण। और मैं इनसे उस समय चुदवाती हूँ जब मेरा हस्बैंड मेरे घर में नहीं होता। और आज तुम भी इन लोगों से चुदवा लो तो तुम्हारा भी रास्ता खुल जायेगा। मैं यह बात सुनकर बहुत खुश ही और दोनों लण्ड बारी बारी से चाटने लगी। सपना मेरी चूत में ऊँगली करने लगी। थोड़ी देर में उसने गोपी का लन्ड मेरी चूत में पेल दिया। मैं भी अपनी टांगें फैला दीं और चुदवाने लगी। मेरे मुंह एम् अरुण का लन्ड घुसा था। मैं लन्ड चूसते हुए वैसे ही चुदवाने लगी जैसे कोई पोर्न स्टार चुदवाती है। मैं अपने आप को बहुत लकी समझने लगी। मैं तोआयी थी सपना से मिलने और मुझे मिल गए दो लन्ड ? मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था और मेरी चूत मादर चोद मुझसे ज्यादा खुश थी। मैंने मन में कहा आज मैं पक्की छिनार बन गयी हूँ। रंडी बन गयी हूँ मैं ? गैर मरदों के लण्ड की दीवानी हो गयी हूँ मैं ? सपना भी बीच बीच में लन्ड मेरी बुर से निकाल कर चाटने लगी।
फिर मैंने गोपी का लन्ड सपना की बुर में घुसा दिया और अरुण का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। मैंने कहा यार आज मैं तुम्हे शादी के बाद चुदवाती हुई देखना चाहती हूँ। वह भी मस्ती से भकर भकर चुदवाने लगी और बोली यार रोहिणी मैं तो इतनी मस्ती से अपने मरद से कभी नहीं चुदवाती ? मैंने कहा यार आज मेरा भी यही हाल हो रहा है। आज मुझे शादी के बाद पहली बार चुदवाने का असली मज़ा आ रहा है ? तू मादर चोद मुझसे भी बड़ी रंडी हो गयी है और आज मैं तुमसे भी बड़ी रंडी हो गयी हूँ। फिर हम दोनों पीछे से चुदवाने लगी। हमारे मुंह आमने सामने थे। हमारी चूँचियाँ हिल रही थी। लंड साले बार बार चूत में आ जा रहे थे। मैं सपना को देख रही थी और सपना मुझे ? मेरे मुंह से निकला - हाय मुझे खूब चोदो, और चोदो, पूरा लण्ड घुसेड़ दो अंदर। तेरा लौड़ा बड़ा मजेदार है यार. हाय रे मैं इसी तरह के लण्ड केलिए तरस रही थी। आज मेरी तमन्ना पूरी हो रही है। वाओ, सपना तू भोसड़ी की बहुत अच्छी दोस्त है मेरी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
लण्ड जब झड़ने को आये तो मैंने अपना मुंह खोल दिया और लण्ड का गचागच सड़का मारने लगी। उधर मेरे सामने सपना भी चपर चपर लण्ड का सड़का मार रही है। फिर हम दोनों ने झड़ते हुए लण्ड चाटे। मैं भी खलास हो चुकी थीऔर सपना भी।
जाते समय मैंने सपना से कहा यार जब तू पराये मरद से चुदवाती है तो मेरे मरद से क्यों नहीं चुदवा लेती ? वह बोली हाय दईया तूने तो मेरे मुंह की बात छीन ली रोहिणी। मैं भी यही कहने वाली थी। मैं तेरे मरद से चुदवा लूँ और तू मेरे मरद से चुदवा ले। बस हमने उस दिन एक प्लान बना लिया।
मैंने कहा :- सपना मैं इसी संडे को ११ बजे अपने पति को तेरे घर भेज देती हूँ। तुम उसका लण्ड पकड़ कर चुदवा लेना। मैं तेरी बात उससे फोन पर करवा दूँगी।
सपना बोली :- ठीक है मैं भी अपने पति को यह कह कर भेजूंगी की तुम रोहिणी की बुर लेकर आओ। मैं तुम्हारी बात फोन पर करवा दूँगी। उधर तुम अपने घर में मेरे पति से चुदवाना इधर मैं अपने घर में तेरे पति से चुदवाऊंगी।
दूसरे दिन मैं जब रात को नंगी नंगी अपने पति का लण्ड चाट रही थी तो मैंने सपना की चूँचियों की और उसकी चूत की बात छेड़ दी। मैंने देखा की सपना की बात सुनते ही उसका लण्ड उछल पड़ा। मैं बोली हाय दईया तेरा लण्ड तो सपना की बुर चोदने के लिए उतावला हो रहा है। उसके मुंह से निकला तो फिर दिलवा दो न इसे सपना की बुर यार ? मैं फोन घुमाने लगी। उधर सपना ने अपने पति से कहा यार मेरी एक सहेली है रोहिणी। वह बोला हां मैं उसे जानता हूँ। वह तो बहुत खूबसूरत और हॉट है। सपना बोली तो फिर चोद लो न किसी दिन उसकी चूत ? वह बोला तुम कहो तो मैं अभी चोद लूँ ? सपना बोली कल संडे है कल सुबह ११ बजे जाना और उसे चोद कर आना। मैं अभी तेरी बात करवा देती हूँ।
इतने में सपना का फोन फ़ौरन आ गया। वह बोली रोहिणी मेरा पति कल दिन में ११ बजे तुझे चोदने आ रहा है। लो इससे बात कर लो। मैंने फोन उठाया तो वह बोला रोहिणी भाभी मैं कल आपके पास आ रहा हूँ। मैंने कहा ओ के . मैंने फोन काट दिया। फर मैंने फोन लगाया और कहा यार सपना मेरा पति कल तुम्हे चोदने आ रहा है। ज़रा ठीक से चुदवा लेना। मेरे पति को खुश कर देना ? लो इससे बात कर लो। मेरा पति बोला सपना भाभी मैं तो खुद बहुत दिनों से आपसे मिलने की सोंच रहा था। सपना बोली तो फिर आ जाओ और मिलो लेकिन मैं तुमसे नंगी होकर मिलूंगी। मेरा पति हंसने लगा।
बस दूसरे दिन मैंने अपने पति रतन को ११ बजे के पहले ही तैयार करके सपना के पास भेज दिया । उसे क्या मालूम की मुझे चोदने सपना का पति आ रहा है ? उधर सपना ने अपने पति को तैयार करके मेरे पास भेज दिया।उसके पति को क्या मालूम की मेरा पति उसकी बीवी चोदने पहुँच रहा है।
बस आधे घंटे में मेरे घर सपना का पति शिवा आ गया और मेरा पति रतन सपना के घर पहुँच गया। मैंने शिवा को बड़े प्यार से बैठाया, पहले तो उसे एक गिलास पानी दिया और फिर एक पैग शराब । मैं उसकं साथ शराब पीने लगी। मेरी चूँचियाँ उछल रहीं थीं और चूत मचल रही थी। मैंने केवल एक गाउन पहना था। अंदर से एकदम नंगी ही थी। जब थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने गाउन का फीता खोल दिया। मेरी मस्तानी चूँचियाँ पूरी खुल चुकीं थीं और शिवा की नज़रें वहीँ टिकी हुई थीं। मैंने पहल की और उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूँचियाँ पर रख दिया। मैंने कहा हाय मेरे राजा दबाओ न इन्हे ? उसने इंकार नहीं किया तो मेरी हिम्मत बढ़ गयी। मैं उसकी जांघें सहलाने लगी और धीरे से हाथ बढ़ा कर उसका लण्ड ऊपर से ही दबाकर कहा हाय रे तेरा लण्ड तो खड़ा है यार ? मेरे मुंह से 'लण्ड' सुनकर उसका जोश बढ़ गया और उसने मुझे चिपका लिया। मैं भी मस्ती से पूरी की पूरी उससे चिपक गयी। जानते हो क्यों ? क्योंकि वह मरे लिए एक पराया मरद था और मैं उसके लिए एक मद मस्त हॉट परायी बीवी ? मैंने पहले उसका लण्ड खोल कर बाहर निकाला, उसे हिलाया और कई बार चूमा। वह बढ़ने लगा। फिर मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया।
उसकी झांटें एकदम साफ़ थीं। लण्ड बड़ा खूबसूरत था और सुपाड़ा तो जबरदस्त था। मुझे मज़ा आया तो मैं गाउन खोल कर नंगी नंगी उसके सामने खड़ी हो गयी। हर मरद की जवान परायी बीवी अच्छी लगतीहै और अगर वह एकदम नंगी हो तो फिर कहना ही क्या ? शिवा तो मुझे नंगी देख कर मस्त हो गया। उससे ज्यादा उसका लौड़ा साला मस्त हो गया। मैंने तो उसके लौड़े पर टूट पड़ी और वह मेरे पूरे नंगे बदन पर। हम दोनों 69 बन गए. मैं उसकेऊपर चढ़ कर उसका लण्ड चाटने लगी और वह मेरी चूत। शादी के बाद यह मेरा पराये मरद का तीसरा लण्ड था और मेरे मन का लण्ड था। मैं सपना का शुक्रिया अदा करती हूं की उसने मेरा रास्ता खोल दिया। इतने में शिवा ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और आहिस्ता आहिस्ता चोदने लगा। लण्ड बहन चोद मेरी चूत में चिपक कर आ जा रहा था। मैंने कहा हाय शिवा तेरे लण्ड में बड़ी जान है। उसने चोदने की स्पीड बढ़ा दी। मेरे मुंह से आहें निकलने लगीं। मैंने बताया की मेरी चूत के चीथड़े उड़ रहें हैं। आज तक किसी भोसड़ी वाले ने मुझे इतनी अच्छी तरह नहीं चोदा ?
शिवा ने कहा भाभी आपकी चूत बहुत टाइट है और मुझे इसी तरह की चूत चोदने में मज़ा आता है। मिसेज मेनका शुक्ला भी इसी तरह चुदवाती हैं और मिसेज रागिनी मिश्रा तो मेरा लण्ड मुंह से निकालती ही नहीं। उसे बुर चुदवाने से ज्यादा मज़ा लण्ड पीने में आता है।
मैंने कहा :- तो क्या तुम और भी लोगों की बीवियां चोदते हो ?
शिवा बोला :- हां भाभी अपने दोस्तों की बीवियां चोदता हूँ और मैं चाहता हूँ की वो लोग भी मेरी बीवी चोदें।
मैंने कहा :- तो मना किसने किया है चुदवाते क्यों नहीं हो अपनी बीवी अपने दोस्तों से ?
वह बोला :- मैंने कभी अपनी बीवी को यह बात नहीं बताई। मुझे डर है की वह कहीं नाराज़ न हो जाये ? कहीं वह मेरे दोस्तों से चुदवाने के लिए मना न कर दे ?
मैंने कहा :- तुम अपनी बीवी से साफ़ साफ़ कह दो। मैं इस बात की गारंटी लेती हूँ की वह नाराज़ नहीं होगी बल्कि खुश होगी ? तुम बहन चोद बहुत बड़े बुध्धू हो ? आज तुम मेरे हसबैंड को बताना की तुम मेरी बीवी चोद लो किसी दिन ? पर आज की चुदाई का कोई ज़िकर न करना ? और यह बात तुम अपनी बीवी के सामने मेरे पति से कहोगे ? वह मेरी बात मान गया।
चुदाई करने के बाद वह जैसे ही मेरे घर से निकला मैंने सपना को पूरी बात बात बता दिया। थोड़ी देर में मेरा पति मेरे घर आ गया और उसका पति अपने घर चला गया। रात को जब मैं अपने पति रतन का लण्ड हिला रही थी तभी उसका फोन आया। मैंने फोन अपने पति को दिया और उसे स्पीकर पर लगा दिया। बात करते करते वह बोला यार रतन मैं एक बात तुमसे कहना चाहता हूँ।
मेरा पति बोला :- हां कहो न ? खुल कर कहो यार ?
वह बोला :- यार तुम किसी दिन मेरी चोद लो ?
मेरा पति भी हंस कर बोला :- ठीक है यार चोद लूँगा पर तुम भी किसी दिन मेरी बीवी चोद लो ? तब तक मैंने उसे इशारे से कहा की दोनों एक ही कमरे में आमने सामने चोदो न ? फिर वह बोला अरे यार शिवा कल हम दोनों एक ही कमरे में एक दूसरे की बीवी एक दूसरे के सामने चोदें तो अच्छा रहेगा न ?
वह बोला हां बहुत अच्छा रहेगा ?
तो फिर तुम दोनों मेरे घर कल शाम को आ जाना डिनर पर ?
अगले दिन शाम को सपना और शिवा मेरे घर आ गये। हमने पहले ड्रिंक्स का प्रोग्राम रखा। हम सब डिंक्स लेने लगे। मैंने एक पेटीकोट पहना अतः और माला की तरह एक चुन्नी गले में डाल ली थी। सपना तो जींस और टॉप में थी। ब्रा नहीं थी। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ झाँक रही थीं। अचानक मैंने अपनी चुन्नी नीचे गिरा दी और शिवा का हाथ पकड़ कर अपनी चूँचियों पर रख लिया। उधर मेरा पति सपना की चूँचियाँ दबाने लगा। फिर हम दोनों ने एक दूसरे के पति का लौड़ा खोल कर निकाला और हिलने लगी।
थोड़ी ही देर में मेरा पति शिवा की बीवी चोदने लगा और शिवा रतन की बीवी यानी मुझे चोदने लगा। यह पहला मौक़ा था जब मैं अपने पति के आगे किसी और के पति से चुदवा रही थी। मेरा पति भी पहली बार मेरे सामने किसी और की बीवी चोद रहा था।
शिवा बोला :- यार रतन मुझे तेरी बीव चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है।
मेरा पति बोला :- यार शिवा आज मुझे अपनी बीवी चोदने से ज्यादा मज़ा तेरी बीवी चोदने में आ रहा है।
फिर हम चारों ने सोंचा की यह सच है की बीवियों की अदला बदली करके चोदने में हसबैंड और वाइफ दोनों को खूब मज़ा आता है। मियों को मन चाही बीवी चोदने को मिलती है और बीवियों को मन चाहे लण्ड मिलते हैं चुदवाने को ? तो क्यों न इसका दायरा बढ़ाया जाए और इस ग्रुप में कई कपल्स शामिल किये जायें ?
फिर हमने एक "wife swapping club" खोल लिया। लोग आतें है, अपनी बीवी चुदवाते है और दूसरों की बीवियां चोदते हैं। मन चाही बीवियां चोदते हैं और बीवियां भी मन चाहे लण्ड से चुदवाती हैं।
हम सब लोग इस तरह जवानी का मज़ा लूट रहीं हैं।
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