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आज मुझे मेरा ससुर चोदेगा चुदाई देखना - Aaj mujhe mera Sasur chodega chudai dekhna
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मैं समीना बेगम हूँ मेरी उम्र २५ साल है मेरी शादी अभी एक माह पहले हुई है। मेरी ससुराल इसी शहर में है। मैं एक खूसबूरत सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। पढ़ी लिखी हूँ खुली हूँ और बोल्ड हूँ। मैं भी लड़को की सबकी तरह माँ बहन चोद लेती हूँ। किसी से न डरती हूँ और न शर्माती हूँ। कोई मुझसे भिड़ कर तो देखे मैं मुंह तोड़ जबाब देती हूँ। हां अभी मैं ससुराल में हूँ तो थोड़ा संभल कर चल रही हूँ। यहाँ का माहौल देख रही हूँ। सास और नन्द पर नज़रें गड़ाए बैठी हुई हूँ। मैं उनकी कमजोरी ढूंढ रही हूँ। उनसे खुलने के रास्ते का इंतज़ार कर रही हूँ।
एक दिन रात को मैंने सास और नन्द को बातें करते हुए देख लिया। मैं छुप कर उनकी बातें सुनने लगी। उन्होंने अभी अभी बातें शुरू की हैं।
मुझे इस बात चीत से कुछ बातें मालूम हो गयीं।
पहला - यह की मेरी नन्द का बाप मेरी सास का दूसरा शौहर है । मेरी सास का पहला शौहर ही मेरा असली ससुर था जो मेरी सास को छोड़ कर चला गया।
दूसरा - यह की दोनों सास नन्द आपस में खुली हुईं हैं और गालियों से बात करती हैं। लण्ड एक दूसरे के साथ चूसती हैं और एक साथ अपनी अपनी चूत में लण्ड पेलती है। नन्द अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है और सास अपनी बेटी की बुर ?
तीसरा - यह की दोनों बुर चोदी मुझे भी इस चुदाई में शामिल करने की इच्छुक हैं।
चौथा - यह की मेरी नन्द अपने बाप से भी चुदवाती हैऔर
पांचवां - यह की मेरी नन्द के बाप का लण्ड बड़ा लंबा चौड़ा और तगड़ा है।
मैं समीना बेगम हूँ मेरी उम्र २५ साल है मेरी शादी अभी एक माह पहले हुई है। मेरी ससुराल इसी शहर में है। मैं एक खूसबूरत सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। पढ़ी लिखी हूँ खुली हूँ और बोल्ड हूँ। मैं भी लड़को की सबकी तरह माँ बहन चोद लेती हूँ। किसी से न डरती हूँ और न शर्माती हूँ। कोई मुझसे भिड़ कर तो देखे मैं मुंह तोड़ जबाब देती हूँ। हां अभी मैं ससुराल में हूँ तो थोड़ा संभल कर चल रही हूँ। यहाँ का माहौल देख रही हूँ। सास और नन्द पर नज़रें गड़ाए बैठी हुई हूँ। मैं उनकी कमजोरी ढूंढ रही हूँ। उनसे खुलने के रास्ते का इंतज़ार कर रही हूँ।
एक दिन रात को मैंने सास और नन्द को बातें करते हुए देख लिया। मैं छुप कर उनकी बातें सुनने लगी। उन्होंने अभी अभी बातें शुरू की हैं।
- नन्द बोली - तेरी बुर चोदी बहू तो बड़ी खूबसरत है, अम्मी। अगर वह हम लोगों के ग्रुप में पूरी तरह आ जाये तो मज़ा आ जाये ?
- सास बोली - देखो बेटी एक बात तो है की तेरी भाभी बड़ी खूबसूरत है और खूबसूरत बीवियां लण्ड की बड़ी शौक़ीन होती हैं। जैसा की मैं हूँ और तुम हो ? तो तेरी भाभी भी लण्ड की शौक़ीन जरूर होगी। अगर ऐसा है तो बहुत अच्छा होगा।
- तब तो तेरी बहू की चूत का बाजा बजाने में मज़ा आएगा अम्मी ?
- तेरी माँ की चूत, भोसड़ी की बेटी हिना ? तुझे तो हमेशा चुदाई ही सूझती है। अरे अभी अभी वह दुल्हन बनकर आयी है अभी कुछ दिन रुक जा। धीरे धीरे खुलेगी बहू और जब खुल जाएगी तब तुम बजाना उसकी चूत का बाजा ?
- अरे अम्मी मेरी जब शादी हुई थी तो मेरी ससुराल वालों ने एक ही महीने में मेरी चूत का बाजा बजा दिया था। पहले मेरा देवर चढ़ा मेरी चूत पर फिर दूसरे दिन मेरा नंदोई अपना लण्ड खोलकर चढ़ बैठा मेरे ऊपर और उसके बाद तो कई लोग चढ़ गए अम्मी।
- अरे तो उसका भी अभी एक ही महीना हुआ है। तू इतनी जल्दी क्यों दिखा रही है।
- तेरी बिटिया की बुर, अम्मी जान ? मैं तो कहती हूँ जितनी जल्दी हो जाए उतना अच्छा। मुझे यकीन है इतनी खूबसूरत बीवी देख कर अपने ही कुनबे के लोग ही मादर चोद अपना लण्ड खोल कर खड़े हो जायेंगें ? सबसे पहले तो मेरा बाप ही खड़ा हो जायेगा ? वो बहन चोद बहुत बड़ा बेशरम है। अभी कल ही मेरी सहेली आयी थो तो उसको अपना लण्ड दिखा दिया अब्बू ने ? वह सोफा पर बैठी थी और अब्बू उसी के सामनेअपनी लुंगी बार बार खोल कर पहनने लगा। उसने अपना खड़ा लण्ड कई बार दिखा दिया उसे। तब वह बोली अंकल आपका तो बहुत बड़ा है लण्ड ? इतना बड़ा तो मेरे मियां का भी नहीं है बहन चोद ? बस उसने लण्ड पकड़ लिया और अब्बू तो यही चाहता ही था। फिर क्या अब्बू ने बड़े मजे से बजाया उसकी चूत का बाजा ?
- तेरे अब्बू की बहन की बुर, बेटी ? इसके इतने बड़े लण्ड के चक्कर में तो मैं भी फंस गयी। मैंने जब इसका लण्ड पकड़ कर देखा था तो मुझे एक ही नज़र में पसंद आ गया था। बस मैंने निकाह कर लिया। मेरा पहले वाला शौहर मुझे तलाक देकर चला आ गया था। उस समय तेरा भाई जान छोटा था। मुझे भी किसी मरद की जरुरत थी। शादी के बाद तू पैदा हो गयी। शादी के बाद ही तेरा अब्बू तेरी खाला की बुर लेने लगा। यानी मेरी छोटी बहन की बुर चोदने लगा। उसकी सहेलियों की बुर चोदने लगा। मोहल्ले की लड़कियां चोदने लगा और लड़कियों की माँ चोदने लगा। अब हाल यह है की तेरा अब्बू लड़कियां कम चोदता है लड़कियों की माँ ज्यादा चोदता है ? क्योंकि उसका लण्ड ही साला इतना मोटा तगड़ा है की सबकी लार टपकने लगती है। यहाँ तक की कुछ लोग अपनी बीवियां भी चुदवाने आते है तेरे अब्बू से ?
- अरे अम्मी उसके लौड़े के चक्कर में मैं भी आ गयी। एक दिन मेरी खाला मेरे अब्बू का लण्ड चाट रही थीं। मैं समझी की यह लण्ड खालू का है ? लण्ड तो मस्त था ही। मैं बड़ी बेशर्मी से आगे बढ़ी और लण्ड पकड़ लिया क्योंकि मैं खाला जान से खुली हुई थी। तब खाला जान ने कहा अरी समीना यह तेरे बाप का लण्ड है ? मैं भी अवाक् रह गयी तब खाला ने कहा नहीं बेटी तूने कोई गुनाह नहीं किया है। जवानी में सब चलता है ऐसा होता है। जवान चूत को लण्ड चाहिए लण्ड बेटी अब वह लण्ड चाहे बाप का हो, भाई का हो, किसी पराये मरद का हो, सब जायज़ है ? अब लो पकड़ो जीजा के लण्ड का पूरा मज़ा लो ?
मुझे इस बात चीत से कुछ बातें मालूम हो गयीं।
पहला - यह की मेरी नन्द का बाप मेरी सास का दूसरा शौहर है । मेरी सास का पहला शौहर ही मेरा असली ससुर था जो मेरी सास को छोड़ कर चला गया।
दूसरा - यह की दोनों सास नन्द आपस में खुली हुईं हैं और गालियों से बात करती हैं। लण्ड एक दूसरे के साथ चूसती हैं और एक साथ अपनी अपनी चूत में लण्ड पेलती है। नन्द अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है और सास अपनी बेटी की बुर ?
तीसरा - यह की दोनों बुर चोदी मुझे भी इस चुदाई में शामिल करने की इच्छुक हैं।
चौथा - यह की मेरी नन्द अपने बाप से भी चुदवाती हैऔर
पांचवां - यह की मेरी नन्द के बाप का लण्ड बड़ा लंबा चौड़ा और तगड़ा है।
अपने सौतेले ससुर के लण्ड की तारीफ सुनकर मेरी चूत की आग धधक उठी। मैं अब जल्दी से जल्दी अपने ससुर का लण्ड अपनी चूत में घुसाना चाहती थी । बस मैं उसी दिन से अपने ससुर के ऊपर नज़र रखने लगी। मैं भी गालियां देने में बड़ी एक्सपर्ट हूँ और अब मैं भी इन दोनों से गालियों से ही बात करुँगी।
हिना बोली :- हाय दईया भाभी जान तुम तो बड़ी मजेदार निकली। मैं यही तो चाह रही थी।अब मज़ा आएगा ज़िन्दगी का ?
मैंने कहा :- मज़ा तो तब आएगा जब मैं तेरे सामने तेरी माँ का भोसड़ा चोदूँगी ?
वह बोली :- फिर तो मैं भी तेरे सामने तेरी नन्द की बुर चोदूँगी।
सास बोली :- वाओ, तुम लोग ही सब कुछ चोद लोगो की मेरे लिए भी कुछ छोड़ोगी ? फिर तो मैं हिना की भाभी की बुर चोदूँगी। लण्ड पेलूँगी उसकी गनगनाती हुई चूत में ?
अब तक हम सबने चोदा चोदी की बातें ही की हैं । किसी की सही में लण्ड पेल कर न बुर चोदी और न चूत पर अब मैं वाकई इन दोनों को नंगी करके इनकी चूत में लण्ड घुसेड़ कर चोदना चाहती हूँ। तभी आएगा असली मज़ा ? बस मैं मौके की तलाश में थी। मेरे मन ने कहा की इस तरह तो हंसी मजाक चलती ही रहेगी। गालियां होती ही रहेगीं। हम लोग एक दूसरे की माँ बहन चोदती ही रहेगीं पर असली काम तो है ससुर का लण्ड पकड़ना ? मेरे दिमाग में तो उसका लण्ड घूम रहा है बहन चोद। मैं जब तक ससुर का लण्ड पकड़ कर देख नहीं लेती तब तक मुझे चैन नहीं मिलेगा। मैं तो घात लगाये बैठी थी उसके लण्ड का शिकार करने के लिए। उसके बाद मैं पहले नन्द की बुर चोदूँगी फिर सास का भोसड़ा ?
इत्तिफाक से उसी दिन मेरा ससुर आ भी गया। शाम को सास मेरे पास आई और बोली बहू समीना मैं ज़रा अपने माईके जा रही हूँ। मेरा माईका इसी शहर में है। मैं कल शाम तक आऊंगी। सास चली गयी। अब घर में मैं और मेरी नन्द ? हम दोनों बातें करने लगीं। शाम को टहलता हुआ मेरा ससुर ,मेरे सामने आ गया। उसने मुझे अच्छी तरह देखा। फिर चला गया। मेरी नन्द बोली हाय भाभी एक बात बता दूँ तुम्हे ? मेरे अब्बू को लड़कियों के मुंह से गालियां सुनने का बड़ा शौक है। लड़कियां उसका लण्ड बाद में पकड़तीं हैं पहले उसे गालियां देतीं हैं। इसके अलावा वह बड़ी बड़ी चूँचियों का भी बड़ा शौक़ीन है। तेरी जैसी चूँचियों पर तो वह जान देता है भाभी ?
मैंने कहा :- तो क्या मुझे तेरा बाप चोदेगा, नन्द रानी ?
वह बोली :- बिलकुल चोदेगा ? तुम चुदाओगी तो जरूर चोदेगा ? उसका लण्ड तो साला चोदने के लिए हमेशा उतावला रहता है ?
मैंने कहा :- तो क्या वह तुम्हे भी चोदता है, नन्द रानी ?
वह बोली :- हां बिलुकल चोदता है ? इसमें कोई हर्ज़ नहीं है भाभी जान ? एक दिन मैंने धोख से अब्बू का लण्ड पकड़ लिया था तब मेरी खाला ने कहा की बेटी हिना अपने अब्बू से चुदवाना कोई जुर्म नहीं है। जब चूत में आग लगती है तो उसमे लण्ड घुसेड़ा जाता है। लण्ड चाहे बाप का हो चाहे भाई का ? लण्ड तो लण्ड है ? जब किसी के घर में आग लगती है तो लोग अपने अपने घर से पानी ला ला कर उसमे डालतें हैं। फिर कोई नहीं पूंछता की पानी किसका है ? यही हाल चूत का भी है बेटी ? चूत की आग बुझाने के लिए किसी का भी लण्ड इस्तेमाल किया जा सकता है ? खाला जान की यह बात मेरे दिल में बैठ गयी।
नन्द की बातों ने तो मेरी चूत की आग भड़का दी।
मैंने कहा - अब तो तेरा बाप ही चोदेगा मुझे, नन्द रानी ?
रात को मैं इधर उधर करवटें बदल रही थी तभी मेरे ससुर ने मुझे आवाज़ लागई तो मैं उसके कमरे में गयी। उसने कह बहू मेरा ड्रिंक्स बना दो ज़रा। मैं उसका ड्रिंक बनाने लगी। उस समय मैंने एक चुन्नी ऊपर से डाल ली थी। ब्रा नहीं पहनी था। मेरी चूँचियाँ एकदम नंगी थीं। शराब का सेट लगा रही थी तो उसने मेरी चूँचियों की झलक देख लीं। वह अपना लण्ड खुजलाने लगा लेकिन मैं लण्ड देख नहीं पायी। उसने कहा बहू अंडे उबाल कर ले आओ। मैं जब अंडे उबाल कर ले गयी तो टेबल पर रखते ही मेरी चुन्नी सरक कर नीचे गिर गयी। उसने मेरी नंगी चूँचियाँ देख लीं। मैं चुन्नी उठाते हुए बोली हाय दईया ये चुन्नी भी बुर चोदी ,,,,, ? मेरी गाली सुनकर उसका लण्ड थोड़ा सरसराया और मस्ती से अपनी करवटें बदलने लगा।
तब तक इत्तिफाक से उसका लौड़ा मुझे नंगा हो गया। मेरे मुंह से निकला कितना मस्त लौड़ा है भोसड़ी का ? बस उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला बहू सुना है तुम भी शराब पीती हो ? मैंने कहा हां कभी कभी पी लेती हूँ। वह बोला तो फिर लो पियो न मेरे साथ ? मैंने गिलास ले लिया। मुझे और मस्ती सूझी तो मैं बोली मैं शराब के साथ लण्ड भी पीती हूँ ससुर जी ? वह भी मुस्कराकर मुझे पूरा का पूरा लण्ड दिखा कर बोला लो पियो न लण्ड, बहू ? उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने बगल में बैठा लिया। लण्ड तो मैने बड़ी बेशर्मी से पकड़ लिया और उसे प्यार से हिलाएं लगी। तब तक उसने मेरी चुन्नी नीचे फेंकी दी और बोला तेरी चूँचितं बड़ी मस्त है बहू। मैंने कहा मुझे बहू मत कहो मैं समीना हूँ। तेरे लण्ड की प्यासी बुर चोदी समीना । ऐसा बोल कर मैं एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए दूसरे हाथ के लण्ड पकड़ कर चाटने लगी और उसके सुपाड़े के चारों तरफ मस्ती से उसकी आँखों से आँखें मिलाकर जबान फिराने लगी।
उसका हाथ मेरी चूत पर चला गया क्योंकि उसने मेरी सलवार उतार कर मुझे नंगी कर दिया था। वह मेरी चूत चाटने लगा और मुझे मस्ती आने लगी। थोड़ी देर तक ऐसा ही होता रहा और फिर वह बोला समीना तुझे मेरा लौड़ा कैसा लगा ? मैंने कहा लौड़ा तो साला बहुत जबरदस्त है। मेरी नन्द सही कह रही थी। वह बोला तेरी नन्द की माँ की चूत ? मैंने कहा मेरी नन्द की माँ की चूत तो कोई और चोदता है ससुर जी ? वह बोला तो क्या हुआ चोदने दो ? उसे तो पराये मर्दों के लण्ड बड़े अच्छे लगते हैं। मेरे सारे दोस्तों के लण्ड भी पकड़ती है तेरी सास और तेरी बुर चोदी नन्द भी। मैं इसीलिए अपने दोस्तों की बीवियां चोदता हूँ। मैंने कहा तो फिर मुझे भी चोदो न भोसड़ी के ससुर जी। पेलो न अपना ये हलब्बी लण्ड मेरी चूत में ?
उसने गचाक से लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा। मैं भी रंडी की तरह चुदवाने लगी। मैं मन में सोंच रही थी की मेरी बात सच निकल गयी। आज मैं अपनी नन्द के बाप से चुदवा रही हूँ। मुझे तो अपने मियां से ज्यादा मज़ा इससे चुदवाने मे आ रहा था। वैसे सच बात यह है की किसी भोसड़ी वाली बीवी को अपने मियां से चुदवाने में मज़ा यही आता। हमेशा दूसरे के मियों से चुदवाने में ही मज़ा आता है। मैंने भी चुदवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। रात में उसने मुझे दो बार चोदा और फिर मैं नंगी नंगी उसके साथ ही उसी के बिस्तर पर सो गयी।
मेरी नींद सुबह ४ बजे खुली तो मैं उठी और नंगी नंगी सीधे नन्द के कमरे में चली गयी। मैंने वह जो देखा उसे देख कर हैरान हो गयी। मैंने देखा की मेरी नन्द एकदम नंगी नंगी अपने ससुर के लण्ड पर हाथ रख कर सो रही है और उसका ससुर उसकी चूँची पर हाथ रख कर सो रहा है। मेरी नज़र उसके ठंडे लण्ड पर पड़ी। उसका सुपाड़ा दिखा तो मज़ा आ गया। मैंने मन में कहा मेरी नन्द बुर चोदी मुझसे ज्यादा चुड़क्कड़ निकली। फिर अचानक नन्द की आँख खुल गयी। वह उठी और मेरा हाथ पकड़ कर बाहर आ गयी बोली भाभी जान मेरे ससुर भोसड़ी का बहुत बड़ा चोदू है। इसका लण्ड साला बड़ी देर तक चोदता रहता है। रात को साला अपने दोस्त की बीवी चोद कर १२ बजे मेरे पास आया था। उस समय मैं अध् नंगी थी। मैने इसे बैठाया और बातें करने लगी। तब मैं बाथ रूम चली गयी।
मैं वहां से वापस आयी तो देखा की यह अपना पैजामा खोले हुए नंगा खड़ा है। इसका लण्ड भी साला खड़ा था।
वह मुझे लण्ड दिखाते हुए बोला हिना बहू ज़रा इसे ठंडा कर दो नहीं तो मैं सो नहीं पाऊंगा। मैं उसका इशारा समझ गयी. मैं भी लण्ड देख कर ललचा गयी। मेरा हाथ अपने आप बढ़ गया और मैंने लण्ड पकड़ लिया। बस भाभी फिर क्या लण्ड बहन चोद मेरी चूत में घुस गया और चुदवाने लगी। भाभी मैं तो कहती हूँ की मौक़ा अच्छा है तुम भी चुदवा लो। उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपने ससुर के लण्ड पर रख दिया। मैं हौले हौले लण्ड सहलाने लगी। इतने में वह जग गया। तब हिना बोली भोसड़ी के ससुर जी तूने मुझे रात भर चोदा है अब तुम मेरे सामने मेरी भाभी की बुर चोदो।उसके ससुर ने मुझे अपनी तरफ खींच लिया और मेरी चूँचियाँ मसलने लगा। मैं उसका लण्ड चूसने लगी और मेरी नन्द मेरी बुर चाटने लगी।
मैंने कहा हिना अभी रात भर मुझे तेरे बाप ने चोदा है और अब तेरे मियां का बाप चोदेगा मुझे ? वह बोला अरे भाभी जान इन लोगों के लण्ड साले जबरदस्त होते हैं इसलिए चुदाने में बड़ा मज़ा आता है। मेरा ससुर मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदता है। क्योंकि मेरी माँ इसकी भाभी लगती हैं और यह उसका देवर। ये सब नजदीकी रिश्तों का फायदा उठा कर खूब चोदा चोदी करते हैं। मुझे तो लगता है की इन नजदीकियों से हर आदमी मेरा शौहर या फिर मेरा देवर लगता है और हर एक लण्ड से चुदवाने का मेरा हक़ है। ये सब बातें हो ही रहीं थी तभी उसके ससुर ने पेल दिया लण्ड मेरी चूत में।
मैं भी मस्ती से बेशर्म और निडर होकर चुदवाने लगी।
दूसरे दिन शाम को मेरी सास मेरे पास आयीं और बोली बहू तेरी नन्द कहीं दिख नहीं रही है ? कहाँ गयी है तेरी बुर चोदी नन्द ?
मैंने जबाब दिया :- माँ चुदाने गयी होगी कहीं, भोसड़ी की, अपनी ?
सास ने कहा :- अरे बहू, उसकी माँ तो यहीं तेरे सामने है तो फिर कैसे गयी होगी अपनी माँ चुदाने ?
मैंने कहा :- तो फिर किसी का लौड़ा हिलाने गयी होगी माँ की लौड़ी ? उसे तो लौंड़ों से बड़ा प्यार है न सासू जी ? सास बोली :- प्यार तो मैं भी करती हूँ लौंड़ों से बहू रानी ? तेरी नज़र में कोई लौड़ा हो तो मुझे बताओ ?
मैंने मस्ती से पूंछा :- क्या करोगी लौंड़ों का सासू जी ?
वह बोली :- तेरी नन्द की बुर में पेलूँगी बहन चोद ? अपनी बहू की चूत में घुसेड़ूँगी लण्ड और क्या ?
मैंने कहा :- अरे सासू जी अगर मुझे लौड़ा मिले तो मैं सबसे पहले उसे अपनी सास के भोसड़ा में ठोकूंगी ? बाद में चोदूँगी उसकी बिटिया की बुर और उसकी बहू की चूत ?
सास तो मेरी यह बात सुनकर एकदम गद गद हो गयी और मुझे अपने गले से लगा लिया।
उसने कहा :- अल्ला का लाख लाख शुक्रिया है जिसने मुझे मेरे मन की बहू मुझे दे दी।
तब तक मेरी नन्द आ गयी।
मैंने कहा :- लो आ गयी तेरी बहू की बुर चोदी नन्द, सासू जी। लगता है की किसी भोसड़ी वाले का लौड़ा हिला कर आयी है ?
नन्द ने जबाब दिया :- हां हां मैं लण्ड हिला कर आ रही हूँ तो तेरी गांड में क्यों दर्द हो रहा है भाभी जान ?
मैंने कहा :- नहीं हिना, मेरी गांड में नहीं, तेरी माँ के भोसड़ा में में दर्द हो रहा है।मैंने जबाब दिया :- माँ चुदाने गयी होगी कहीं, भोसड़ी की, अपनी ?
सास ने कहा :- अरे बहू, उसकी माँ तो यहीं तेरे सामने है तो फिर कैसे गयी होगी अपनी माँ चुदाने ?
मैंने कहा :- तो फिर किसी का लौड़ा हिलाने गयी होगी माँ की लौड़ी ? उसे तो लौंड़ों से बड़ा प्यार है न सासू जी ? सास बोली :- प्यार तो मैं भी करती हूँ लौंड़ों से बहू रानी ? तेरी नज़र में कोई लौड़ा हो तो मुझे बताओ ?
मैंने मस्ती से पूंछा :- क्या करोगी लौंड़ों का सासू जी ?
वह बोली :- तेरी नन्द की बुर में पेलूँगी बहन चोद ? अपनी बहू की चूत में घुसेड़ूँगी लण्ड और क्या ?
मैंने कहा :- अरे सासू जी अगर मुझे लौड़ा मिले तो मैं सबसे पहले उसे अपनी सास के भोसड़ा में ठोकूंगी ? बाद में चोदूँगी उसकी बिटिया की बुर और उसकी बहू की चूत ?
सास तो मेरी यह बात सुनकर एकदम गद गद हो गयी और मुझे अपने गले से लगा लिया।
उसने कहा :- अल्ला का लाख लाख शुक्रिया है जिसने मुझे मेरे मन की बहू मुझे दे दी।
तब तक मेरी नन्द आ गयी।
मैंने कहा :- लो आ गयी तेरी बहू की बुर चोदी नन्द, सासू जी। लगता है की किसी भोसड़ी वाले का लौड़ा हिला कर आयी है ?
नन्द ने जबाब दिया :- हां हां मैं लण्ड हिला कर आ रही हूँ तो तेरी गांड में क्यों दर्द हो रहा है भाभी जान ?
हिना बोली :- हाय दईया भाभी जान तुम तो बड़ी मजेदार निकली। मैं यही तो चाह रही थी।अब मज़ा आएगा ज़िन्दगी का ?
मैंने कहा :- मज़ा तो तब आएगा जब मैं तेरे सामने तेरी माँ का भोसड़ा चोदूँगी ?
वह बोली :- फिर तो मैं भी तेरे सामने तेरी नन्द की बुर चोदूँगी।
सास बोली :- वाओ, तुम लोग ही सब कुछ चोद लोगो की मेरे लिए भी कुछ छोड़ोगी ? फिर तो मैं हिना की भाभी की बुर चोदूँगी। लण्ड पेलूँगी उसकी गनगनाती हुई चूत में ?
अब तक हम सबने चोदा चोदी की बातें ही की हैं । किसी की सही में लण्ड पेल कर न बुर चोदी और न चूत पर अब मैं वाकई इन दोनों को नंगी करके इनकी चूत में लण्ड घुसेड़ कर चोदना चाहती हूँ। तभी आएगा असली मज़ा ? बस मैं मौके की तलाश में थी। मेरे मन ने कहा की इस तरह तो हंसी मजाक चलती ही रहेगी। गालियां होती ही रहेगीं। हम लोग एक दूसरे की माँ बहन चोदती ही रहेगीं पर असली काम तो है ससुर का लण्ड पकड़ना ? मेरे दिमाग में तो उसका लण्ड घूम रहा है बहन चोद। मैं जब तक ससुर का लण्ड पकड़ कर देख नहीं लेती तब तक मुझे चैन नहीं मिलेगा। मैं तो घात लगाये बैठी थी उसके लण्ड का शिकार करने के लिए। उसके बाद मैं पहले नन्द की बुर चोदूँगी फिर सास का भोसड़ा ?
इत्तिफाक से उसी दिन मेरा ससुर आ भी गया। शाम को सास मेरे पास आई और बोली बहू समीना मैं ज़रा अपने माईके जा रही हूँ। मेरा माईका इसी शहर में है। मैं कल शाम तक आऊंगी। सास चली गयी। अब घर में मैं और मेरी नन्द ? हम दोनों बातें करने लगीं। शाम को टहलता हुआ मेरा ससुर ,मेरे सामने आ गया। उसने मुझे अच्छी तरह देखा। फिर चला गया। मेरी नन्द बोली हाय भाभी एक बात बता दूँ तुम्हे ? मेरे अब्बू को लड़कियों के मुंह से गालियां सुनने का बड़ा शौक है। लड़कियां उसका लण्ड बाद में पकड़तीं हैं पहले उसे गालियां देतीं हैं। इसके अलावा वह बड़ी बड़ी चूँचियों का भी बड़ा शौक़ीन है। तेरी जैसी चूँचियों पर तो वह जान देता है भाभी ?
मैंने कहा :- तो क्या मुझे तेरा बाप चोदेगा, नन्द रानी ?
वह बोली :- बिलकुल चोदेगा ? तुम चुदाओगी तो जरूर चोदेगा ? उसका लण्ड तो साला चोदने के लिए हमेशा उतावला रहता है ?
मैंने कहा :- तो क्या वह तुम्हे भी चोदता है, नन्द रानी ?
वह बोली :- हां बिलुकल चोदता है ? इसमें कोई हर्ज़ नहीं है भाभी जान ? एक दिन मैंने धोख से अब्बू का लण्ड पकड़ लिया था तब मेरी खाला ने कहा की बेटी हिना अपने अब्बू से चुदवाना कोई जुर्म नहीं है। जब चूत में आग लगती है तो उसमे लण्ड घुसेड़ा जाता है। लण्ड चाहे बाप का हो चाहे भाई का ? लण्ड तो लण्ड है ? जब किसी के घर में आग लगती है तो लोग अपने अपने घर से पानी ला ला कर उसमे डालतें हैं। फिर कोई नहीं पूंछता की पानी किसका है ? यही हाल चूत का भी है बेटी ? चूत की आग बुझाने के लिए किसी का भी लण्ड इस्तेमाल किया जा सकता है ? खाला जान की यह बात मेरे दिल में बैठ गयी।
नन्द की बातों ने तो मेरी चूत की आग भड़का दी।
मैंने कहा - अब तो तेरा बाप ही चोदेगा मुझे, नन्द रानी ?
रात को मैं इधर उधर करवटें बदल रही थी तभी मेरे ससुर ने मुझे आवाज़ लागई तो मैं उसके कमरे में गयी। उसने कह बहू मेरा ड्रिंक्स बना दो ज़रा। मैं उसका ड्रिंक बनाने लगी। उस समय मैंने एक चुन्नी ऊपर से डाल ली थी। ब्रा नहीं पहनी था। मेरी चूँचियाँ एकदम नंगी थीं। शराब का सेट लगा रही थी तो उसने मेरी चूँचियों की झलक देख लीं। वह अपना लण्ड खुजलाने लगा लेकिन मैं लण्ड देख नहीं पायी। उसने कहा बहू अंडे उबाल कर ले आओ। मैं जब अंडे उबाल कर ले गयी तो टेबल पर रखते ही मेरी चुन्नी सरक कर नीचे गिर गयी। उसने मेरी नंगी चूँचियाँ देख लीं। मैं चुन्नी उठाते हुए बोली हाय दईया ये चुन्नी भी बुर चोदी ,,,,, ? मेरी गाली सुनकर उसका लण्ड थोड़ा सरसराया और मस्ती से अपनी करवटें बदलने लगा।
तब तक इत्तिफाक से उसका लौड़ा मुझे नंगा हो गया। मेरे मुंह से निकला कितना मस्त लौड़ा है भोसड़ी का ? बस उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोला बहू सुना है तुम भी शराब पीती हो ? मैंने कहा हां कभी कभी पी लेती हूँ। वह बोला तो फिर लो पियो न मेरे साथ ? मैंने गिलास ले लिया। मुझे और मस्ती सूझी तो मैं बोली मैं शराब के साथ लण्ड भी पीती हूँ ससुर जी ? वह भी मुस्कराकर मुझे पूरा का पूरा लण्ड दिखा कर बोला लो पियो न लण्ड, बहू ? उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने बगल में बैठा लिया। लण्ड तो मैने बड़ी बेशर्मी से पकड़ लिया और उसे प्यार से हिलाएं लगी। तब तक उसने मेरी चुन्नी नीचे फेंकी दी और बोला तेरी चूँचितं बड़ी मस्त है बहू। मैंने कहा मुझे बहू मत कहो मैं समीना हूँ। तेरे लण्ड की प्यासी बुर चोदी समीना । ऐसा बोल कर मैं एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए दूसरे हाथ के लण्ड पकड़ कर चाटने लगी और उसके सुपाड़े के चारों तरफ मस्ती से उसकी आँखों से आँखें मिलाकर जबान फिराने लगी।
उसका हाथ मेरी चूत पर चला गया क्योंकि उसने मेरी सलवार उतार कर मुझे नंगी कर दिया था। वह मेरी चूत चाटने लगा और मुझे मस्ती आने लगी। थोड़ी देर तक ऐसा ही होता रहा और फिर वह बोला समीना तुझे मेरा लौड़ा कैसा लगा ? मैंने कहा लौड़ा तो साला बहुत जबरदस्त है। मेरी नन्द सही कह रही थी। वह बोला तेरी नन्द की माँ की चूत ? मैंने कहा मेरी नन्द की माँ की चूत तो कोई और चोदता है ससुर जी ? वह बोला तो क्या हुआ चोदने दो ? उसे तो पराये मर्दों के लण्ड बड़े अच्छे लगते हैं। मेरे सारे दोस्तों के लण्ड भी पकड़ती है तेरी सास और तेरी बुर चोदी नन्द भी। मैं इसीलिए अपने दोस्तों की बीवियां चोदता हूँ। मैंने कहा तो फिर मुझे भी चोदो न भोसड़ी के ससुर जी। पेलो न अपना ये हलब्बी लण्ड मेरी चूत में ?
उसने गचाक से लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा। मैं भी रंडी की तरह चुदवाने लगी। मैं मन में सोंच रही थी की मेरी बात सच निकल गयी। आज मैं अपनी नन्द के बाप से चुदवा रही हूँ। मुझे तो अपने मियां से ज्यादा मज़ा इससे चुदवाने मे आ रहा था। वैसे सच बात यह है की किसी भोसड़ी वाली बीवी को अपने मियां से चुदवाने में मज़ा यही आता। हमेशा दूसरे के मियों से चुदवाने में ही मज़ा आता है। मैंने भी चुदवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। रात में उसने मुझे दो बार चोदा और फिर मैं नंगी नंगी उसके साथ ही उसी के बिस्तर पर सो गयी।
मेरी नींद सुबह ४ बजे खुली तो मैं उठी और नंगी नंगी सीधे नन्द के कमरे में चली गयी। मैंने वह जो देखा उसे देख कर हैरान हो गयी। मैंने देखा की मेरी नन्द एकदम नंगी नंगी अपने ससुर के लण्ड पर हाथ रख कर सो रही है और उसका ससुर उसकी चूँची पर हाथ रख कर सो रहा है। मेरी नज़र उसके ठंडे लण्ड पर पड़ी। उसका सुपाड़ा दिखा तो मज़ा आ गया। मैंने मन में कहा मेरी नन्द बुर चोदी मुझसे ज्यादा चुड़क्कड़ निकली। फिर अचानक नन्द की आँख खुल गयी। वह उठी और मेरा हाथ पकड़ कर बाहर आ गयी बोली भाभी जान मेरे ससुर भोसड़ी का बहुत बड़ा चोदू है। इसका लण्ड साला बड़ी देर तक चोदता रहता है। रात को साला अपने दोस्त की बीवी चोद कर १२ बजे मेरे पास आया था। उस समय मैं अध् नंगी थी। मैने इसे बैठाया और बातें करने लगी। तब मैं बाथ रूम चली गयी।
मैं वहां से वापस आयी तो देखा की यह अपना पैजामा खोले हुए नंगा खड़ा है। इसका लण्ड भी साला खड़ा था।
मैंने कहा हिना अभी रात भर मुझे तेरे बाप ने चोदा है और अब तेरे मियां का बाप चोदेगा मुझे ? वह बोला अरे भाभी जान इन लोगों के लण्ड साले जबरदस्त होते हैं इसलिए चुदाने में बड़ा मज़ा आता है। मेरा ससुर मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदता है। क्योंकि मेरी माँ इसकी भाभी लगती हैं और यह उसका देवर। ये सब नजदीकी रिश्तों का फायदा उठा कर खूब चोदा चोदी करते हैं। मुझे तो लगता है की इन नजदीकियों से हर आदमी मेरा शौहर या फिर मेरा देवर लगता है और हर एक लण्ड से चुदवाने का मेरा हक़ है। ये सब बातें हो ही रहीं थी तभी उसके ससुर ने पेल दिया लण्ड मेरी चूत में।
मैं भी मस्ती से बेशर्म और निडर होकर चुदवाने लगी।
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