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एक लण्ड चूत में दूसरा लण्ड मुंह में तीसरा लण्ड गांड में - 3 Land ke sath ek hi time chudai
एक लण्ड चूत में दूसरा लण्ड मुंह में तीसरा लण्ड गांड में - 3 Land ke sath ek hi time chudai , मुझे ग्रुप सेक्स में सामूहिक चुदाई करके चोदो , मेरी चूत और गांड फाड़ दो , मैं प्यासी हूँ तड़पती हूँ बैचेन हूँ मुझे चुदना है , जोर से धक्के मारकर , जल्दी जल्दी आगे पीछे कर के , मुझे चुदवाना है.
देखो अंकल मैं सच कह रही हूँ की मुझे एक लण्ड से चुदाने में मज़ा नहीं आता ? मैं २/३ लण्ड से एक साथ चुदवाती हूँ। एक लण्ड चूत में हो तो दूसरा लण्ड मुंह में तीसरा लण्ड गांड में हो तो चौथा लण्ड चूँची में ? मैं तो कहती हूँ की तुम तीन लोग हो। तीनों एक साथ चढ़ जाओ मुझ पर और जहाँ पाओ वहीं घुसेड़ दो अपना टन टनाता हुआ मस्ताना लण्ड ? पूरा का पूरा बड़ी बेरहमी से घुसेड़ दो लण्ड ? लण्ड जितना घुसेगा मुझे उतना ही मज़ा आयेगा। मैं मादर चोद लण्ड की बड़ी दीवानी हूँ। जब से मैंने सुना है की तुम लोगों के लण्ड बड़े बड़े भी है और मोटे भी तबसे मैं तुम्हारे लण्ड पकड़ने के लिए बेताब हो रही हूँ। अब देर मत करो। अपने अपने कपड़े उतार कर फेंक दो और हो जाओ मेरे सामने बिलकुल नंगे ? मैं तुम सब भोसड़ी वालों को नंगा देखना चाहती हूँ। आज मैं बताऊंगी की तुम तीनो के लण्ड में कौन सा लण्ड सबसे ताकतवर है ?
मैं ये सब बातें अपने अन्थोनी अंकल से कह रही थी। अन्थोनी अंकल के पास मैं पिछले २/३ साल से आ रही हूँ। वास्तव में मुझे इंग्लिश सीखने की बड़ी लालसा थी और अंकल को इंग्लिश अच्छी तरह से आती थी। एक दिन मैंने कहा अंकल मुझे भी इंग्लिश सिखा दो प्लीज। वह मान गया और मैं उसके घर इंग्लिश पढ़ने जाने लगी। मेरी उम्र २१ साल की थी। मेरा बदन भरा हुआ था। मैं मस्त जवान हो चुकी थी। मेरी बड़ी बड़ी चूँचियाँ किसी को भी अपनी तरफ खींचने में सक्षम थी। अंकल मुझे कम मेरी चूँचियाँ ज्यादा देखते थे। मुझे चूँचियाँ दिखाना अच्छा लगता था। मैं अपनी चूँचियाँ टेबल पर रख देती थी। अक्सर मैं बिना ब्रा का टॉप पहन कर जाती थी। उसका ऊपर का बटन खोल लेती थी। मेरी नज़र अंकल के लण्ड पर थी। दिन रात मेरे मन में लण्ड घूमता था। मैं जल्दी से जल्दी लण्ड पकड़ने के चक्कर में थी इसलिए मैं हमेशा उससे हंस कर बातें करती थी।
मैं बड़ी सेक्सी अदा से तिरछीं निगाहों से बातें करती थी। उसके साथ खेलती थी मैं और अठखेलियां करती थी। दोनों हाथ उठा कर अंगड़ाईयाँ लेती थी मैं। अंकल को शराब पीने की आदत थी। शराब तो मैं भी पीती थी। अपनी मॉम के साथ पीती थी। मैं अंकल का साथ देने लगी और खूब मस्ती से शराब पीने लगी। मैंने कहा अंकल ये बुर चोदी शराब मुझे बहुत अच्छी लगती है। मैं चाहती हूँ की कोई मुझे शराब हर दिन पिलाये चाहे मेरी माँ चोद ले ? अंकल को मेरी गालियां अच्छी लगने लगीं तो मैं और गालियां और बकने लगी। एक दिन अंकल ने पूंछा तुम अपनी माँ से डरती हो की नहीं ? मैंने कहा माँ की बिटिया की बुर ? मैं लण्ड किसी से नहीं डरती। मैं तो सबकी माँ बहन चोद देती हूँ। जरुरत पड़ती है तो लण्ड गांड में घुसा देती हूँ। अंकल को बड़ा मज़ा आया और मेरा रास्ता खुलने लगा। मैंने कहा अंकल आज मैं तेरा भोसड़ा का लण्ड जरूर देखूँगी। उस दिन मैं अपनी झांटे बना कर गयी थी।
ऐसा कह कर मैंने हाथ उसकी ढीली ढाली नेकर में घुसेड़ दिया। मेरा हाथ लण्ड से टकरा गया। मैं बोली वाओ, ये तो मादर चोद खड़ा है ? तो फिर इसे बाहर निकालो न अंकल ? मैंने इतने में नेकर नीचे घसीट दी तो लण्ड तन कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैं लण्ड मुठ्ठी में लेकर हिलाने लगी। फिर अपना टॉप खोल कर फेंक दिया। मेरी नंगी चूँचियाँ देख कर लण्ड बहन चोद और फनफना उठा। अंकल मेरी चूँचियाँ मसलने लगा। मैं भी अंकल की नेकर खोल चुकी थी। वह बिलकुल नंगा था मेरे आगे। मैंने भी अपनी जींस खोल दी और मेरी मस्तानी चिकनी चूत देख कर वह पागल होने लगा। उसका दूसरा हाथ मेरी चूत पर चला गया। मैं इधर उसका लण्ड चारों तरफ घुमा घुमा कर देख रही थीं। मुझे लण्ड पसंद आ गया। इतना लम्बा और मोटा तगड़ा लण्ड मुझे बहुत बढ़िया लग रहा था। ऐसा तो लण्ड मैंने अभी तक सिर्फ पोर्न फिल्मों के ही देखा है। मैं लण्ड चूमने लगी और उसे पुचकारने लगी।
मैंने अपनी पर्श से एक फीता निकाला और लण्ड का साइज नापने लगी। लण्ड का साइज़ था ८" x ५ १/२" यानी ८" लम्बा और ५ १/२" मोटा लण्ड ? मेरे मुंह से निकला बाप रे बाप ? ये तो मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ डालेगा। उसने कहा मैंडी तू पहले अपनी माँ का भोसड़ा ही फ़ड़वा ले ? मैंने कहा मादर चोद जब मेरी चूत खुली है तो मेरी माँ का भोसड़ा क्या करेगा ? पहले मेरी बुर चोदो फिर चोदना मेरी माँ का भोसड़ा ? अंकल ने पूंछा अच्छा मैंडी यह बता की तू अपनी पर्श में फीता रखती है क्यों ? मैंने बताया अंकल मैं लण्ड की बड़ी शौक़ीन हूँ और लण्ड का साइज नापना मेरी हॉबी है। मैं जिसका लण्ड पकड़ती हूँ उसका साइज अपनी डायरी में नोट कर लेती हूँ। और हां मैं अपनी पर्श में फीता, झांटें बनाने वाला रेज़र, क्रीम. कैंची, कंडोम और पेपर नैपकीन रखती हूँ पता नहीं कब और कहाँ लौड़ा मिल जाए और मुझे चुदवाना पड़े ?
ऐसा कह कर मैं लण्ड चाटने लगी और वह मेरी बुर चाटने लगा। हम दोनों 69 बन गये और खूब मस्ती से मज़ा लूटने लगे। अंकल ने अपनी जबान मेरी चूत में घुसेड़ दी थी। वो तो जबान से ही मेरी बुर चोद रहा था जिससे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। लेकिन लण्ड तो बहन चोद लण्ड ही है न ? जब तक लण्ड चूत में नहीं घुसता तब तक चूत को मज़ा नहीं आता। बस फिर क्या मैं घूम कर चढ़ बैठी लण्ड पर। मुझे लण्ड की सवारी अच्छी लगती है। लण्ड मेरी चूत में घुस गया और मैं झुक कर लण्ड को चूत समझ कर अपनी गांड उठा उठा कर चोदने लगी। अंकल ने कहा वाओ, यार मैंडी तू भोसड़ी की बहुत चुड़क्कड़ लड़की है। इतनी छोटी सी उम्र में तू तो चुदाई के कई रास्ते जानती है। कहाँ से सीखा यह सब कलाएं ? मैंने कहा अरे मेरे चोदू अंकल चूत की आग बहन चोद सब कुछ अपने आप ही सिखा देती है।
थोड़ी देर तक इस तरह चोदने के बाद मैं नीचे आ गयी और वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा। उसका लौड़ा मेरी गीली गीली चूत में पूरा का पूरा घुस गया। मुझे यकीन नहीं हो रहा था की मेरी चूत इतना मोटा और लम्बा लण्ड कैसे अपनी अंदर घुसेड़ लिया हालांकि पहले दर्द हुआ था लेकिन फिर कुछ पल में ही मज़ा आने लगा। मैं अब तक चुदवाने का अनुभव ले चुकी थी। अपनी सहेलियों को चुदवाते हुए देख चुकी थी। एक बार अपनी मॉम को अपनी चूत में लौड़ा पेलते हुये देखा था। इसके अलावा मैंने बहुत सारी पोर्न फिल्म देखीं है। इसलिए मुझे अब चुदवाने में कोई दिक्कत नहीं होती लौड़ा चाहे जितना मोटा हो या लम्बा ?
अंकल उसके बाद मुझे पीछे से चोदने लगा। मैं भी कुतिया की तरह चुदवाने लगी। मैं बोली हाय मेरे राजा चोदो खूब चोदो, लौड़ा पेल पेल के चोदो, मुहे अपनी बीवी समझ के चोदो, मैं तेरी रखैल हूँ मुझे चोदो, मैं तेरी कॉल गर्ल हूँ मुझे चोदो ? भोसड़ी के अंकल मैं तेरी बुर चोदी स्टूडेंट हूँ मुझे चोदो। मेरी माँ चोदो, मेरी बहन चोदो। बड़ा मज़ा आ रहा है यार। तेरा लण्ड बहन चोद बड़ा जबरदस्त है। मेरी बातें सुनकर उसकी भी स्पीड बढती गयी। मैं खलास होने वाली थी। बल्कि मेरी चूत पों बोल गयी। ढीली हो गयी मेरी बुर ? उधर वह भी बोला यार मैं भी खलास हो गया। मैं घूमी और फ़ौरन लण्ड अपने मुँह में लिया। मैं झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। पेल्हड़ और उसके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगी। मैंने उसके गाल चूमे उसने भी मुझे खूब चूमा।
मैं चुदवाकर घर पहुंची तो मैं अंदर से बहुत खुश थी। उसके बाद मैं अंकल के घर हर दूसरे तीसरे दिन जाती रही और जाते ही उसे नंगा कर देती और लौड़ा पीने लगती। मैं उसके लण्ड से बहुत प्यार करने लगी। एक दिन जब मैं पहुंची तो देखा की अंकल के साथ दो मरद और बैठे हैं। वो तीनो शराब पी रहे हैं। छुट्टी का दिन था। तीनो भोसड़ी के नंगे बदन बैठे थे एक एक नेकर पहने हुए। वो दोनों भी बड़े हैंडसम और स्मार्ट थे। मेरे मन में उनके लण्ड पकड़ने की इच्छा हो गयी। तभी अंकल ने कहां अरे मैंडी बहुत अच्छे मौके पर आयी हो। लो इससे मिलो ये है मिस्टर वुड मेरा जिगरी दोस्त और ये है मिस्टर कटर मेरा दूसरा जिगरी दोस्त ? हम सब मिलकर खूब एन्जॉय करते। हैं आज तुम साथ हो तो तुम भी एन्जॉय करो। लो हमारे साथ दारू पियो। मैं भी उनके साथ दारू पीने लगी। पर अंदर ही अंदर मेरी चूत की आग सुलग रही थी। मेरी चूँचियाँ फड़फड़ा रही थी और मैं इन तीनो को एक साथ नंगा देखने के मूड में थी।
मैंने पूंछा आप लोग एक साथ क्या एन्जॉय करते हो ?
अंकल ने कहा यही बस ड्रिंक्स डांस डिनर वगैरह वगैरह ?
मैंने कहा बस ? इतना ही यह तो कोई एन्जॉय करना न हुआ। अब सच सच बताओ तुमने कभी लड़कियां एन्जॉय की हैं ? और की हैं तो कैसे की हैं ?
वुड ने कहा हां लड़कियां भी एन्जॉय करतें हैं। अब हम लोग लड़कियां भी एन्जॉय करतें हैं ? लड़कियों के बिना कहाँ एन्जॉय हो पाता है ?
ओ' आई. सी. इसका मतलब तुम लोग भोसड़ी वाले चोरी छुपे सब कुछ करते हो ?
नहीं नहीं खुल्लम खुला करतें हैं। इसमें छुपाने की क्या जरुरत ?
कितनी लड़कियां चोदी है तुमने अभी तक ?
गिना तो नहीं कभी, मैंडी पर हां चोदी तो जरूर हैं।
कभी किसी लड़की को एक साथ चोदा है तुम लोगों ने ?
हमारे ख्याल से एक साथ तो कभी नहीं चोदा ?
तो फिर तुम लोग आज एक साथ मिलकर चोदो मुझे। मैं देखूँगी की किसके लण्ड में कितना दम है ? यह भी सच सच बताओ की कितनी लड़कियों की माँ चोदी हैं तुम लोगों ने अभी तक ?
हां कुछ लड़कियां खुद मुझसे अपनी माँ चुदवाती हैं।
बहुत बड़े मादर चोद हो तुम लोग। कितने बड़े बड़े लण्ड हैं तुम लोगों के ? ज़रा दिखाओ न मुझे ? मैं लण्ड देख कर समझ जाऊंगी की तुम सच बोल रहे हो की झूंठ।
ऐसा कह कर मैंने वुड की नेकर में हाथ घुसेड़ दिया। फिर दूसरा हाथ कटर की नेकर में भी घुसेड़ दिया । मैं दोनों लण्ड अंदर ही अंदर सहलाने लगी। मुझे लगा की लण्ड वाकई दोनों बहुत जबरदस्त हैं। मेरे बदन की आग और भड़क उठी। मैंने एक ही झटके में वुड की नेकर खोल कर फेंक दी। उसका लण्ड भनभनाता हुआ मेरे आगे खड़ा हो गया। मैं उसे देख कर मुस्करायी और बोली बाप रे बाप तुम तो आते ही तहलका मचाने लगे लौड़े मियां ? फिर मैंने लण्ड मुठ्ठी में लेकर सहलाने लगी। इतने में कटर की भी नेकर खोल कर फेंक दी। उसका भी लण्ड टन्ना कर मेरे सामने आ गया। मैंने उसे पुचकारा और चुम्मी ली। दोनों ही लण्ड मुझे एक ही नज़र में भा गये। वुड का लण्ड बड़ा था और मोटा भी। हां वह खड़ा होने पर थोड़ा टेढ़ा हो जाता है। मुझे ऐसे लण्ड बहुत अच्छे लगतें हैं।
कटर का लण्ड तो बिलकुल तलवार की तरह था। एकदम सख्त और हमला करने के लिए तैयार। कटर के लण्ड का साइज ८"x ५" निकला और वुड का ८" x ५ १/२" ? मैं दोनों लण्ड अपने दोनों हाथों से पकड़ कर बारी बारी से चाटने लगी चूसने लगी। मैं दोनों लण्ड में ऐसे खो गयी की मुझे बाकी दुनिया का होश नहीं रहा। अन्थोनी अंकल सोफा पर बैठे बैठे मुझे देख रहे थे की मैं कैसे दो दो लण्ड का मज़ा ले रही हूँ। अंकल के लण्ड का साइज तो मुझे मालूम ही था। मैं तो बिलकुल रंडी बनी हुई थी। बेशर्म हो गयी थी मैं। मुझे लण्ड के अलावा और कुछ नहीं दिखाई पड़ रहा था। तब तक अंकल भी उठ कर मेरे सामने आ गया। उसने अपनी नेकर खोल दी और लण्ड मेरे सामने कर दिया। मैं उसका भी लण्ड चाटने लगी। एक तरह ३ - ३ लण्ड एक साथ चाटना यह मेरा पहला अनुभव था लेकिन मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था. मैं तीनो से एक साथ धकाधक चुदवाने का मन बना चुकी थी।
मैं मन ही मन खुश इस बात से थी की आज मैं ३ -३ लण्ड एक साथ चोदूँगी और उन्हें एक साथ खलास करूंगी। अब सवाल यह था की क्या मेरी चूत बुर चोदी मेरा साथ देगी ? थोड़ी देर तक लण्ड चटाने के बाद अन्थोनी अंकल ने कहा यार वुड और कटर तुम लोग पहले चोद लो मैं फिर बाद में चोद लूंगा। वैसे मैं तो मैंडी की बुर कई बार ले चुका हूँ। मैंने कहा नहीं भोसड़ी के अन्थोनी तेरी बहन का लण्ड मादर चोद क्या तू मुझे एक कमजोर लड़की समझता है ? मैं तो कहती हूँ की तुम तीनो लोग मिलकर चोदो मुझे। मैं तुम्हारे तीनो लण्ड अपनी चूत में डाल कर भून डालूंगी। तब तक मैंने वुड को ज़मीन पर लिया दिया। मैं उसके लण्ड पर उसकी तरफ पीठ करके बैठ गयी। लण्ड मेरी चूत में घुस गया और मैं अपने दोनों हाथों में कटर और अन्थोनी का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी, मुंह में लेकर चाटने चूसने लगी दोनों लण्ड ? उन तीनो को भी मेरी तरह मज़ा आने लगा। कटर मेरी चूँचियाँ मसलने लगा।
तब तक मैंने सोंच लिया की आज मैं अपनी गांड में भी ठोंकवा लूंगी लण्ड। फिर मैं चित लेट गयी और कटर लण्ड चूत में घुसेड़ लिया। कटर मुझे मजे से चोदने लगा। मैंने दाहिने हाथ में अन्थोनी का लण्ड पकड़ा और बाएं हाथ में वुड का लण्ड मैं दोनों लण्ड चूसते चाटते हुए चुदवाने लगी बिलकुल वैसे ही जैसे पोर्न फिल्म में लड़कियां
चुदवाती हैं। मैंने उन लड़कियों से बहुत कुछ सीखा है। मैं वासना के नशे में चूर थी। मेरी चूत का भकाभक बाजा बज रहा था। मैंने मन में कहा आज मुझे वास्तव में चोदने वाली मरद मिलें हैं। आज मैं खूब कस कस के चुदवाऊंगी। बस फिर अंकल ने लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया। और मैं कटर का लण्ड चाटने लगी। इस तरह मुझे बारी बारी से तीनो ने चोदा। मैं और मस्ती में आ गयी। मैं बोली अब तुम भोसड़ी वालों मुझे पीछे से चोदो। जैसे मैं कहती हूँ वैसे चोदो।
मैंने अंकल को नीचे लिटा दिया। उसके ऊपर मैं लेट गयी। लण्ड मेरी चूत में घुस गया। मैंने कहा कटर तू अपना लण्ड मेरी गांड में घुसा दे ? मैं अब गांड मरवाते हुए बुर चुदवाऊंगी। कटर ने वैसा ही किया। लण्ड गांड में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी। पहली बार किसी ने मेरी गांड में लण्ड पेला ? आज से मेरी गांड का रास्ता भी खुल गया। इधर वुड का लण्ड मैं मुंह में लेकर चूसने लगी। फिर थोड़ी देर में मैंने कहा यार तुम दोनों भी मेरी गांड मार लो। क्योंकि हो सकता है की तुम्हे मेरी माँ की गांड मारना पड़े ? एक बात तो तय हैं की एक दिन तुम लोग मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोदोगे ? इंतज़ाम मैं करूंगी ? इसलिए आज तुम लोग गांड मारना भी सीख लो। आखिर में उन लोगों ने मुझे चित लिटा दिया। अन्थोनी मुझे चोदने लगा। कटर ने मुझ पर चढ़ कर अपना लण्ड मेरी चूँचियों के बीच डाल दिया और वुड ने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया। तीनो मादर चोद मेरे नंगे बदन का पूरा फायदा उठाने लगे और मैं भी मस्ती से मज़ा लेने लगी।
लण्ड जब एक एक करके झड़ने लगे तो मैं भी उन्हें चाट चाट कर मज़ा लूटने लगी क्योंकि मैं भी एक मिनट पहले ही खलास हो चुकी थी। जाते समय मैंने उनसे कहा यार कल शाम को आना मेरी माँ का भोसड़ा चोदने।
देखो अंकल मैं सच कह रही हूँ की मुझे एक लण्ड से चुदाने में मज़ा नहीं आता ? मैं २/३ लण्ड से एक साथ चुदवाती हूँ। एक लण्ड चूत में हो तो दूसरा लण्ड मुंह में तीसरा लण्ड गांड में हो तो चौथा लण्ड चूँची में ? मैं तो कहती हूँ की तुम तीन लोग हो। तीनों एक साथ चढ़ जाओ मुझ पर और जहाँ पाओ वहीं घुसेड़ दो अपना टन टनाता हुआ मस्ताना लण्ड ? पूरा का पूरा बड़ी बेरहमी से घुसेड़ दो लण्ड ? लण्ड जितना घुसेगा मुझे उतना ही मज़ा आयेगा। मैं मादर चोद लण्ड की बड़ी दीवानी हूँ। जब से मैंने सुना है की तुम लोगों के लण्ड बड़े बड़े भी है और मोटे भी तबसे मैं तुम्हारे लण्ड पकड़ने के लिए बेताब हो रही हूँ। अब देर मत करो। अपने अपने कपड़े उतार कर फेंक दो और हो जाओ मेरे सामने बिलकुल नंगे ? मैं तुम सब भोसड़ी वालों को नंगा देखना चाहती हूँ। आज मैं बताऊंगी की तुम तीनो के लण्ड में कौन सा लण्ड सबसे ताकतवर है ?
मैं ये सब बातें अपने अन्थोनी अंकल से कह रही थी। अन्थोनी अंकल के पास मैं पिछले २/३ साल से आ रही हूँ। वास्तव में मुझे इंग्लिश सीखने की बड़ी लालसा थी और अंकल को इंग्लिश अच्छी तरह से आती थी। एक दिन मैंने कहा अंकल मुझे भी इंग्लिश सिखा दो प्लीज। वह मान गया और मैं उसके घर इंग्लिश पढ़ने जाने लगी। मेरी उम्र २१ साल की थी। मेरा बदन भरा हुआ था। मैं मस्त जवान हो चुकी थी। मेरी बड़ी बड़ी चूँचियाँ किसी को भी अपनी तरफ खींचने में सक्षम थी। अंकल मुझे कम मेरी चूँचियाँ ज्यादा देखते थे। मुझे चूँचियाँ दिखाना अच्छा लगता था। मैं अपनी चूँचियाँ टेबल पर रख देती थी। अक्सर मैं बिना ब्रा का टॉप पहन कर जाती थी। उसका ऊपर का बटन खोल लेती थी। मेरी नज़र अंकल के लण्ड पर थी। दिन रात मेरे मन में लण्ड घूमता था। मैं जल्दी से जल्दी लण्ड पकड़ने के चक्कर में थी इसलिए मैं हमेशा उससे हंस कर बातें करती थी।
मैं बड़ी सेक्सी अदा से तिरछीं निगाहों से बातें करती थी। उसके साथ खेलती थी मैं और अठखेलियां करती थी। दोनों हाथ उठा कर अंगड़ाईयाँ लेती थी मैं। अंकल को शराब पीने की आदत थी। शराब तो मैं भी पीती थी। अपनी मॉम के साथ पीती थी। मैं अंकल का साथ देने लगी और खूब मस्ती से शराब पीने लगी। मैंने कहा अंकल ये बुर चोदी शराब मुझे बहुत अच्छी लगती है। मैं चाहती हूँ की कोई मुझे शराब हर दिन पिलाये चाहे मेरी माँ चोद ले ? अंकल को मेरी गालियां अच्छी लगने लगीं तो मैं और गालियां और बकने लगी। एक दिन अंकल ने पूंछा तुम अपनी माँ से डरती हो की नहीं ? मैंने कहा माँ की बिटिया की बुर ? मैं लण्ड किसी से नहीं डरती। मैं तो सबकी माँ बहन चोद देती हूँ। जरुरत पड़ती है तो लण्ड गांड में घुसा देती हूँ। अंकल को बड़ा मज़ा आया और मेरा रास्ता खुलने लगा। मैंने कहा अंकल आज मैं तेरा भोसड़ा का लण्ड जरूर देखूँगी। उस दिन मैं अपनी झांटे बना कर गयी थी।
ऐसा कह कर मैंने हाथ उसकी ढीली ढाली नेकर में घुसेड़ दिया। मेरा हाथ लण्ड से टकरा गया। मैं बोली वाओ, ये तो मादर चोद खड़ा है ? तो फिर इसे बाहर निकालो न अंकल ? मैंने इतने में नेकर नीचे घसीट दी तो लण्ड तन कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैं लण्ड मुठ्ठी में लेकर हिलाने लगी। फिर अपना टॉप खोल कर फेंक दिया। मेरी नंगी चूँचियाँ देख कर लण्ड बहन चोद और फनफना उठा। अंकल मेरी चूँचियाँ मसलने लगा। मैं भी अंकल की नेकर खोल चुकी थी। वह बिलकुल नंगा था मेरे आगे। मैंने भी अपनी जींस खोल दी और मेरी मस्तानी चिकनी चूत देख कर वह पागल होने लगा। उसका दूसरा हाथ मेरी चूत पर चला गया। मैं इधर उसका लण्ड चारों तरफ घुमा घुमा कर देख रही थीं। मुझे लण्ड पसंद आ गया। इतना लम्बा और मोटा तगड़ा लण्ड मुझे बहुत बढ़िया लग रहा था। ऐसा तो लण्ड मैंने अभी तक सिर्फ पोर्न फिल्मों के ही देखा है। मैं लण्ड चूमने लगी और उसे पुचकारने लगी।
मैंने अपनी पर्श से एक फीता निकाला और लण्ड का साइज नापने लगी। लण्ड का साइज़ था ८" x ५ १/२" यानी ८" लम्बा और ५ १/२" मोटा लण्ड ? मेरे मुंह से निकला बाप रे बाप ? ये तो मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ डालेगा। उसने कहा मैंडी तू पहले अपनी माँ का भोसड़ा ही फ़ड़वा ले ? मैंने कहा मादर चोद जब मेरी चूत खुली है तो मेरी माँ का भोसड़ा क्या करेगा ? पहले मेरी बुर चोदो फिर चोदना मेरी माँ का भोसड़ा ? अंकल ने पूंछा अच्छा मैंडी यह बता की तू अपनी पर्श में फीता रखती है क्यों ? मैंने बताया अंकल मैं लण्ड की बड़ी शौक़ीन हूँ और लण्ड का साइज नापना मेरी हॉबी है। मैं जिसका लण्ड पकड़ती हूँ उसका साइज अपनी डायरी में नोट कर लेती हूँ। और हां मैं अपनी पर्श में फीता, झांटें बनाने वाला रेज़र, क्रीम. कैंची, कंडोम और पेपर नैपकीन रखती हूँ पता नहीं कब और कहाँ लौड़ा मिल जाए और मुझे चुदवाना पड़े ?
ऐसा कह कर मैं लण्ड चाटने लगी और वह मेरी बुर चाटने लगा। हम दोनों 69 बन गये और खूब मस्ती से मज़ा लूटने लगे। अंकल ने अपनी जबान मेरी चूत में घुसेड़ दी थी। वो तो जबान से ही मेरी बुर चोद रहा था जिससे मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। लेकिन लण्ड तो बहन चोद लण्ड ही है न ? जब तक लण्ड चूत में नहीं घुसता तब तक चूत को मज़ा नहीं आता। बस फिर क्या मैं घूम कर चढ़ बैठी लण्ड पर। मुझे लण्ड की सवारी अच्छी लगती है। लण्ड मेरी चूत में घुस गया और मैं झुक कर लण्ड को चूत समझ कर अपनी गांड उठा उठा कर चोदने लगी। अंकल ने कहा वाओ, यार मैंडी तू भोसड़ी की बहुत चुड़क्कड़ लड़की है। इतनी छोटी सी उम्र में तू तो चुदाई के कई रास्ते जानती है। कहाँ से सीखा यह सब कलाएं ? मैंने कहा अरे मेरे चोदू अंकल चूत की आग बहन चोद सब कुछ अपने आप ही सिखा देती है।
थोड़ी देर तक इस तरह चोदने के बाद मैं नीचे आ गयी और वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा। उसका लौड़ा मेरी गीली गीली चूत में पूरा का पूरा घुस गया। मुझे यकीन नहीं हो रहा था की मेरी चूत इतना मोटा और लम्बा लण्ड कैसे अपनी अंदर घुसेड़ लिया हालांकि पहले दर्द हुआ था लेकिन फिर कुछ पल में ही मज़ा आने लगा। मैं अब तक चुदवाने का अनुभव ले चुकी थी। अपनी सहेलियों को चुदवाते हुए देख चुकी थी। एक बार अपनी मॉम को अपनी चूत में लौड़ा पेलते हुये देखा था। इसके अलावा मैंने बहुत सारी पोर्न फिल्म देखीं है। इसलिए मुझे अब चुदवाने में कोई दिक्कत नहीं होती लौड़ा चाहे जितना मोटा हो या लम्बा ?
अंकल उसके बाद मुझे पीछे से चोदने लगा। मैं भी कुतिया की तरह चुदवाने लगी। मैं बोली हाय मेरे राजा चोदो खूब चोदो, लौड़ा पेल पेल के चोदो, मुहे अपनी बीवी समझ के चोदो, मैं तेरी रखैल हूँ मुझे चोदो, मैं तेरी कॉल गर्ल हूँ मुझे चोदो ? भोसड़ी के अंकल मैं तेरी बुर चोदी स्टूडेंट हूँ मुझे चोदो। मेरी माँ चोदो, मेरी बहन चोदो। बड़ा मज़ा आ रहा है यार। तेरा लण्ड बहन चोद बड़ा जबरदस्त है। मेरी बातें सुनकर उसकी भी स्पीड बढती गयी। मैं खलास होने वाली थी। बल्कि मेरी चूत पों बोल गयी। ढीली हो गयी मेरी बुर ? उधर वह भी बोला यार मैं भी खलास हो गया। मैं घूमी और फ़ौरन लण्ड अपने मुँह में लिया। मैं झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। पेल्हड़ और उसके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगी। मैंने उसके गाल चूमे उसने भी मुझे खूब चूमा।
मैं चुदवाकर घर पहुंची तो मैं अंदर से बहुत खुश थी। उसके बाद मैं अंकल के घर हर दूसरे तीसरे दिन जाती रही और जाते ही उसे नंगा कर देती और लौड़ा पीने लगती। मैं उसके लण्ड से बहुत प्यार करने लगी। एक दिन जब मैं पहुंची तो देखा की अंकल के साथ दो मरद और बैठे हैं। वो तीनो शराब पी रहे हैं। छुट्टी का दिन था। तीनो भोसड़ी के नंगे बदन बैठे थे एक एक नेकर पहने हुए। वो दोनों भी बड़े हैंडसम और स्मार्ट थे। मेरे मन में उनके लण्ड पकड़ने की इच्छा हो गयी। तभी अंकल ने कहां अरे मैंडी बहुत अच्छे मौके पर आयी हो। लो इससे मिलो ये है मिस्टर वुड मेरा जिगरी दोस्त और ये है मिस्टर कटर मेरा दूसरा जिगरी दोस्त ? हम सब मिलकर खूब एन्जॉय करते। हैं आज तुम साथ हो तो तुम भी एन्जॉय करो। लो हमारे साथ दारू पियो। मैं भी उनके साथ दारू पीने लगी। पर अंदर ही अंदर मेरी चूत की आग सुलग रही थी। मेरी चूँचियाँ फड़फड़ा रही थी और मैं इन तीनो को एक साथ नंगा देखने के मूड में थी।
मैंने पूंछा आप लोग एक साथ क्या एन्जॉय करते हो ?
अंकल ने कहा यही बस ड्रिंक्स डांस डिनर वगैरह वगैरह ?
मैंने कहा बस ? इतना ही यह तो कोई एन्जॉय करना न हुआ। अब सच सच बताओ तुमने कभी लड़कियां एन्जॉय की हैं ? और की हैं तो कैसे की हैं ?
वुड ने कहा हां लड़कियां भी एन्जॉय करतें हैं। अब हम लोग लड़कियां भी एन्जॉय करतें हैं ? लड़कियों के बिना कहाँ एन्जॉय हो पाता है ?
ओ' आई. सी. इसका मतलब तुम लोग भोसड़ी वाले चोरी छुपे सब कुछ करते हो ?
नहीं नहीं खुल्लम खुला करतें हैं। इसमें छुपाने की क्या जरुरत ?
कितनी लड़कियां चोदी है तुमने अभी तक ?
गिना तो नहीं कभी, मैंडी पर हां चोदी तो जरूर हैं।
कभी किसी लड़की को एक साथ चोदा है तुम लोगों ने ?
हमारे ख्याल से एक साथ तो कभी नहीं चोदा ?
तो फिर तुम लोग आज एक साथ मिलकर चोदो मुझे। मैं देखूँगी की किसके लण्ड में कितना दम है ? यह भी सच सच बताओ की कितनी लड़कियों की माँ चोदी हैं तुम लोगों ने अभी तक ?
हां कुछ लड़कियां खुद मुझसे अपनी माँ चुदवाती हैं।
बहुत बड़े मादर चोद हो तुम लोग। कितने बड़े बड़े लण्ड हैं तुम लोगों के ? ज़रा दिखाओ न मुझे ? मैं लण्ड देख कर समझ जाऊंगी की तुम सच बोल रहे हो की झूंठ।
ऐसा कह कर मैंने वुड की नेकर में हाथ घुसेड़ दिया। फिर दूसरा हाथ कटर की नेकर में भी घुसेड़ दिया । मैं दोनों लण्ड अंदर ही अंदर सहलाने लगी। मुझे लगा की लण्ड वाकई दोनों बहुत जबरदस्त हैं। मेरे बदन की आग और भड़क उठी। मैंने एक ही झटके में वुड की नेकर खोल कर फेंक दी। उसका लण्ड भनभनाता हुआ मेरे आगे खड़ा हो गया। मैं उसे देख कर मुस्करायी और बोली बाप रे बाप तुम तो आते ही तहलका मचाने लगे लौड़े मियां ? फिर मैंने लण्ड मुठ्ठी में लेकर सहलाने लगी। इतने में कटर की भी नेकर खोल कर फेंक दी। उसका भी लण्ड टन्ना कर मेरे सामने आ गया। मैंने उसे पुचकारा और चुम्मी ली। दोनों ही लण्ड मुझे एक ही नज़र में भा गये। वुड का लण्ड बड़ा था और मोटा भी। हां वह खड़ा होने पर थोड़ा टेढ़ा हो जाता है। मुझे ऐसे लण्ड बहुत अच्छे लगतें हैं।
कटर का लण्ड तो बिलकुल तलवार की तरह था। एकदम सख्त और हमला करने के लिए तैयार। कटर के लण्ड का साइज ८"x ५" निकला और वुड का ८" x ५ १/२" ? मैं दोनों लण्ड अपने दोनों हाथों से पकड़ कर बारी बारी से चाटने लगी चूसने लगी। मैं दोनों लण्ड में ऐसे खो गयी की मुझे बाकी दुनिया का होश नहीं रहा। अन्थोनी अंकल सोफा पर बैठे बैठे मुझे देख रहे थे की मैं कैसे दो दो लण्ड का मज़ा ले रही हूँ। अंकल के लण्ड का साइज तो मुझे मालूम ही था। मैं तो बिलकुल रंडी बनी हुई थी। बेशर्म हो गयी थी मैं। मुझे लण्ड के अलावा और कुछ नहीं दिखाई पड़ रहा था। तब तक अंकल भी उठ कर मेरे सामने आ गया। उसने अपनी नेकर खोल दी और लण्ड मेरे सामने कर दिया। मैं उसका भी लण्ड चाटने लगी। एक तरह ३ - ३ लण्ड एक साथ चाटना यह मेरा पहला अनुभव था लेकिन मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था. मैं तीनो से एक साथ धकाधक चुदवाने का मन बना चुकी थी।
मैं मन ही मन खुश इस बात से थी की आज मैं ३ -३ लण्ड एक साथ चोदूँगी और उन्हें एक साथ खलास करूंगी। अब सवाल यह था की क्या मेरी चूत बुर चोदी मेरा साथ देगी ? थोड़ी देर तक लण्ड चटाने के बाद अन्थोनी अंकल ने कहा यार वुड और कटर तुम लोग पहले चोद लो मैं फिर बाद में चोद लूंगा। वैसे मैं तो मैंडी की बुर कई बार ले चुका हूँ। मैंने कहा नहीं भोसड़ी के अन्थोनी तेरी बहन का लण्ड मादर चोद क्या तू मुझे एक कमजोर लड़की समझता है ? मैं तो कहती हूँ की तुम तीनो लोग मिलकर चोदो मुझे। मैं तुम्हारे तीनो लण्ड अपनी चूत में डाल कर भून डालूंगी। तब तक मैंने वुड को ज़मीन पर लिया दिया। मैं उसके लण्ड पर उसकी तरफ पीठ करके बैठ गयी। लण्ड मेरी चूत में घुस गया और मैं अपने दोनों हाथों में कटर और अन्थोनी का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी, मुंह में लेकर चाटने चूसने लगी दोनों लण्ड ? उन तीनो को भी मेरी तरह मज़ा आने लगा। कटर मेरी चूँचियाँ मसलने लगा।
तब तक मैंने सोंच लिया की आज मैं अपनी गांड में भी ठोंकवा लूंगी लण्ड। फिर मैं चित लेट गयी और कटर लण्ड चूत में घुसेड़ लिया। कटर मुझे मजे से चोदने लगा। मैंने दाहिने हाथ में अन्थोनी का लण्ड पकड़ा और बाएं हाथ में वुड का लण्ड मैं दोनों लण्ड चूसते चाटते हुए चुदवाने लगी बिलकुल वैसे ही जैसे पोर्न फिल्म में लड़कियां
चुदवाती हैं। मैंने उन लड़कियों से बहुत कुछ सीखा है। मैं वासना के नशे में चूर थी। मेरी चूत का भकाभक बाजा बज रहा था। मैंने मन में कहा आज मुझे वास्तव में चोदने वाली मरद मिलें हैं। आज मैं खूब कस कस के चुदवाऊंगी। बस फिर अंकल ने लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया। और मैं कटर का लण्ड चाटने लगी। इस तरह मुझे बारी बारी से तीनो ने चोदा। मैं और मस्ती में आ गयी। मैं बोली अब तुम भोसड़ी वालों मुझे पीछे से चोदो। जैसे मैं कहती हूँ वैसे चोदो।
मैंने अंकल को नीचे लिटा दिया। उसके ऊपर मैं लेट गयी। लण्ड मेरी चूत में घुस गया। मैंने कहा कटर तू अपना लण्ड मेरी गांड में घुसा दे ? मैं अब गांड मरवाते हुए बुर चुदवाऊंगी। कटर ने वैसा ही किया। लण्ड गांड में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी। पहली बार किसी ने मेरी गांड में लण्ड पेला ? आज से मेरी गांड का रास्ता भी खुल गया। इधर वुड का लण्ड मैं मुंह में लेकर चूसने लगी। फिर थोड़ी देर में मैंने कहा यार तुम दोनों भी मेरी गांड मार लो। क्योंकि हो सकता है की तुम्हे मेरी माँ की गांड मारना पड़े ? एक बात तो तय हैं की एक दिन तुम लोग मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोदोगे ? इंतज़ाम मैं करूंगी ? इसलिए आज तुम लोग गांड मारना भी सीख लो। आखिर में उन लोगों ने मुझे चित लिटा दिया। अन्थोनी मुझे चोदने लगा। कटर ने मुझ पर चढ़ कर अपना लण्ड मेरी चूँचियों के बीच डाल दिया और वुड ने लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया। तीनो मादर चोद मेरे नंगे बदन का पूरा फायदा उठाने लगे और मैं भी मस्ती से मज़ा लेने लगी।
लण्ड जब एक एक करके झड़ने लगे तो मैं भी उन्हें चाट चाट कर मज़ा लूटने लगी क्योंकि मैं भी एक मिनट पहले ही खलास हो चुकी थी। जाते समय मैंने उनसे कहा यार कल शाम को आना मेरी माँ का भोसड़ा चोदने।
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