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चुदाई के समय गन्दी बातें और गन्दी गालियां - Chudai ke time gandi baaten aur gandi galiyan
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मैंने अपनी बेटी से ठीक ही कहा था की देखो बेटी अगर तुम्हें अपनी सास और नन्द को अपने कब्जे में रखना है तो पहले चोदो नन्द की चूत फिर चोदो सास का भोसड़ा। नन्द की चूत में पेलो किसी तगड़े मरद का मोटा लण्ड और सास के भोसड़ा में पेलो किसी मस्त जवान लड़के का लण्ड। एक बार तुमसे चुदवा लेगीं तो फिर वो दोनों तेरी गांड में पीछे पीछे हमेशा घूमा करेगीं।
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एक दिन मैं अपनी बेटी बहू के साथ बैठी हुई बातें कर रही थी। हम तीनो के हाथ में व्हिस्की का गिलास था और मन में एक नयी उमंग नयी ऊर्जा थी। हम सब जवान है तो आग बहन चोद चूत में भरी पड़ी है। चाहे जितने लण्ड पेलो लेकिन आग ससुरी बुझती ही नहीं। इसलिए मैंने इन दोनों से दोस्ती के सम्बन्ध बना लिया है। मेरी भी बेटी भी मस्त जवान हो गयी थी । मैंने कहा आज से तुम लोगों के लिए मैं हूँ बुर चोदी सबीना और तुम बहू मेरे लिए हो बुर चोदी साइना और मेरी बेटी बुर चोदी रफ़ा ? देखो जब हम तीनो को लण्ड की जरुरत है तो फिर चोरी छिपे क्यों पकड़े लण्ड ? चोरी छिपे क्यों चुदवायें बुर ? क्यों न हम सब मिलकर चुदवाया करें और मिलकर लण्ड का मज़ा लिया करें ? वो दोनों मेरी बात से बेहद खुश हुई और हम तीनो उसी दिन से बन गयी बुर चोदी अम्मी, बुर चोदी सास, बुर चोदी नन्द, बुर चोदी बेटी, बुर चोदी बहू और बुर चोदी भाभी ?
मैं तो साफ़ साफ़ कहती हूँ की किसी भोसड़ी वाले की गांड में दम हो तो आये और हम तीनो की बुर चोद ले ? मैं वादा करती हूँ की हम तीनो उससे बड़े प्यार और शिद्दत से चुदवा लेगीं ? न मुझे किसी का डर है न ही मेरी बेटी को और न ही मेरी बहू को। अब इस बात से किसी की गांड जलती है तो जला करे हमारे लाड़ें से ? किसी मादर चोद में इतना दम नहीं है जो हम तीनो में से किसी की कोई एक भी झांट उखाड़ ले ? चूत हमारी है तो हम इसका जैसे चाहेगीं वैसे इस्तेमाल करेगीं। हम तीनो बुर वाली हैं और तीनो एक दूसरे से ऐसे रिश्ते में इस तरह से जुडी हुई हैं की हमारे लिए एक साथ मिलकर चुदवाना एक मनोरंजन का खेल बन गया है।
मेरी बेटी की शादी हो गई है। अब वह किसी की बीवी भी है और किसी की बहू भी। इस शादी से एक और खुलासा हुआ है। उसकी शादी मेरे चचा जान के सबसे छोटे बेटे के साथ हुई है। इस तरह मेरी बेटी मेरी बुर चोदी भाभी बन गई है और मैं उसकी बुर चोदी नन्द ? अब नन्द तो भाभी की बुर चोदेगी उसे कोई रोक नहीं सकता ? इसी तरह भाभी भी चुप चाप नहीं बैठेगी वह भी अपनी नन्द की बुर में लण्ड पेलेगी जरूर ? इस तरह माँ बेटी के बीच चोदा चोदी का रिस्ता हो गया। अब बहू की बात पर आईये। बहू तो आजकल अपनी सास का भोसड़ा चोदती जरूर है । सास की गांड में लण्ड ठोंकती जरूर है। उधर सास भी चुपचाप नहीं बैठेगी। वह अपनी बहू की बुर में लण्ड घुसेड़ेती जरूर है । तो यहां भी दोनों के बीच चोदा चोदी का रिस्ता है।
मेरा नाम है सबीना बेगम। मैं ४४ साल की हूँ मस्त जवान हूँ, बड़ी बड़ी चूँचियों वाली और मस्त गांड वाली हूँ। मैं चुदाई के मामले में आज़ादी की पक्षधर हूँ। मैं कहती हूँ की जब लड़का या लड़की जवान हो जाए तो उसे चुदाई के लिए आज़ाद कर देना चाहिए। मैंने तो ऐसा ही किया। मेरा लड़का जब जवान हुआ तो मैंने उसकी शादी कर दी। वह विदेश चला गया । मेरी बेटी जब जवान हुई तो मैंने उससे दोस्ती कर ली और एक दिन इत्तिफाक से लण्ड पकड़ते हुए हम दोनों ने एक दूसरे को देख लिया। हुआ यह की एक दिन मैं अपनी सहेली के मियां का लण्ड चूस रही थी। मुझे गैर मर्दों के लण्ड से कुछ ज्यादा ही मोहब्बत है। गर्मी बहुत थी। मैं इसलिए उसका लण्ड पकड़े पकड़े एकदम नंगी नंगी ए सी रूम में चली गयी।
मैं एकदम नंगी थी और वह भी एकदम नंगा। मैं जब कमरे में घुसी तो देखा की वहां मेरी बेटी नंगी नंगी एक लड़के का लण्ड मुंह में लिए हुए चूस रही है। वह लड़का भी एकदम नंगा था। मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी तो मैं मुस्कराने लगी। रफा ने जब मुझे देखा तो वह भी हैरान हो गयी ? मैंने कहा हाय दईया रफा बेटी लण्ड तो बड़ा बढ़िया है तेरे दोस्त का ? ले तू मेरे दोस्त का लण्ड पकड़ कर देख और बता की तुझे इसका लण्ड पसंद है की नहीं ? मैंने उसे लण्ड पकड़ा दिया और उसका लण्ड मैंने पकड़ लिया। मैंने कहा मैं तेरी बुर चोदी माँ हूँ और तो तू मेरी बुर चोदी बेटी है। हम दोनों को लण्ड की जरुरत है तो शर्माना कैसा ? तेरी माँ की चूत रफा ? आज से शर्माना बंद ? अब मैं ये दोनों लण्ड तेरी माँ की चूत में पेलूँगी। तू बोल क्या तू ये दोनों लण्ड मेरी बेटी की बुर में पेलेगी ? पहले तो वह थोड़ा शर्मायी। फिर मैंने मुस्कराकर कहा नहीं बेटी बिलकुल नहीं ? खुल कर बोलो जैसे मैं बोल रही हूँ। तब वह बोली तो फिर मैं भी तेरी बेटी की बुर में पेलूँगी लण्ड ?
बस उसी दिन से हम दोनों एक साथ लण्ड का मज़ा लेने लगीं।
एक दिन मैंने कहा - रफ़ा तेरी माँ का भोसड़ा तू जहाँ जाती है मुझे बता कर नहीं जाती ?
वह बोली - मेरी बुर चोदी सबीना, तू जहाँ जाती है तो क्या मुझे बता कर जाती है ? तू जिसका लण्ड हिलाती है तो क्या मुझसे पूंछ कर हिलाती है ? तेरी बिटिया की बुर बहन चोद ? मैं तो अपने मन की करूंगी ?
एक दिन और ऐसा हुआ की मेरी बेटी को घर आने में देर हो गयी।
तो मैं बोलीं - अरी रफ़ा इतनी देर से क्या तू अपनी माँ चुदा रही थी ?
उसने जबाब दिया - अम्मी, मैं माँ नहीं चुदा रही थी अपनी । आरिफ अंकल का लण्ड हिला रही थी जो तेरी बेटी की बुर चोदने वाला था।
बस इसी तरह फिर हम दोनों में खूब मौज़ मस्ती होने लगी।
उसी दिन मेरी बहू साइना अपने माईके से आ गयी।
बहू को देख कर मेरे मुंह से निकला - तेरी नन्द की चूत, बुर चोदी बहू ?
तब तक मेरी बेटी बोली - तेरी सास का भोसड़ा, बुर चोदी भाभी ? साइना यह सब सुनकर थोड़ा कसमसाई लकिन फिर उसने भी मस्ती से जबाब दिया।
बहू ने जबाब दिया - तेरी माँ की चूत, बुर चोदी साइना ?
बेटी फिर बोली - तेरी बहू की बुर, बुर चोदी, सबीना ?
फिर क्या हम तीनो खूब खिलखिलाकर हसने लगीं।
इन प्यार भरी गालियों ने फिर हम सबकी चूत की आग भड़का दी।
साइना बोली - सासू जी मेरी अम्मी ने कहा था की इस बार पहले चोदना अपनी नन्द की बुर ? फिर चोदना सास का भोसड़ा ? तो आज तो मैं नन्द भी चोदूँगी और नन्द की माँ भी चोदूँगी।
तब तक मेरी बेटी बोली - हाय दईया भाभी जान तू क्या अपनी चूँचियों से चोदेगी मेरी माँ का भोसड़ा ? लण्ड कहाँ है ? बिना लण्ड के तू कैसे चोदेगी ?
वह बोली - अरी मेरी नन्द रानी, लण्ड मैं साथ लाई हूँ। अभी मेरा जीजू आने वाला है मैं उसी का लण्ड तेरी माँ की चूत में घुसेड़ूँगी। उसके बाद चोदूँगी तेरी चमचमाती हुई चूत ?
मैंने कहा - रफ़ा बेटी तेरी भाभी ने तो बाजी मार ली। वह तो हमसे आगे निकल गयी।
रफ़ा ने कहा - हां अम्मी यह बात तो है। भाभी तो बड़ी चालक निकली पर मैं भी कम नहीं हूँ। मैं अभी लण्ड का इंतज़ाम करती हूँ , आज भाभी की बुर मुझसे बच कर जा नहीं पायेगी। अगर वह मुझे चोदेगी तो मैं उसे चोदूँगी।अचानक वहीं पर मेरी नोक झोंक मेरी बेटी रफा से हो गयी।
वह बोली - मैं जानती हूँ अम्मी की तेरा भोसड़ा साला इतने सारे लण्ड खाता है फिर भी भूंखा रहता है। जहां कोई लण्ड देखता है तो सबसे पहले अपना मुंह खोल कर खड़ा हो जाता है। किसी और को अपने सामने आने ही नहीं देखा। हम लोगों की चूत बिचारी पीछे रह जाती है।
मैंने कहा - अच्छा तू ऐसी बात कह रही है बुर चोदी रफ़ा ? तेरी चूत तो सब आगे चलती है। अभी कल ही मेरा जीजा आया था। मैंने सोंचा था की मैं पहले इसका लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी लेकिन मैं जब मैं कमरे में वापस आयी तो देखा की तू उसका लण्ड मुंह में लिए हुए चूस रही है। इतनी जल्दी थी तुझे उसका लौड़ा चूसने की। मुझसे पहले तूने लण्ड अपनी बुर में घुसा लिया।
अरे वह सब मेरा किया हुआ नहीं था। तेरा जीजा बहन चोद अपना लण्ड खोल कर मेरे सामने खुद ही खड़ा हो गया था और बोला लो बेटी पहले तुम मेरा लण्ड पकड़ कर देखो। अब मेरे सामने कोई लण्ड साला खड़ा होकर ललकार रहा हो तो फिर मैं चुप कैसे रह सकती हूँ, भोसड़ी की अम्मी ?
हां हां मैं जानती हूँ की तेरी चूत अभी जवान हैं न ? तेरी चूत में ज्यादा आग है पर मेरा भोसड़ा भी कम नहीं है। किसी भी लण्ड के छक्के छुड़ा सकता है।
हां हां मैं यह बात जानती हूँ तभी तो तूने जुम्मन अंकल लण्ड हम लोगों के सामने सबसे पहले अपनी चूत में घुसेड़ा था। उसका लौड़ा देख कर हम सब ललचा गयीं थीं और मैं बल्कि आगे भी बढ़ी थी पकड़ने के लिए पर तूने गपाक से उसे अंदर घुसेड़ किया। तू बहन चोद चुदवाने बड़ी चालाक है।
तू क्या चालाक नहीं है बेटी रफ़ा ? तेरी तो माँ की चूत। भूल गयी तू जब मेरा भाई दुबई से आया था। पहली ही रात को तूने उसका लण्ड मुठ्ठ मार कर पिया था।
अच्छा और तूने अम्मी। याद करो जब मेरा ससुर आया था तो तुमने बात करते करते उसके पैजामे में हाथ घुसेड़ कर लण्ड पकड़ लिया। मैं जब वापस आयी तो तूने लण्ड बाहर निकाला और बोली लो बेटी रफ़ा देखो अपने ससुर का लण्ड ? अब ये रात भर तेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा बेटी ? फिर तूने मुझे नहीं याद किया और रात भर उससे चुदवाया ? तेरी बिटिया की बुर अम्मी तू बहुत हरामजादी है।
हाय दईया तुझे तो अपनी बात याद ही नहीं रहती ? मैं जब तेरे ससुर से चुदवा रही थी तो तू मेरे नंदोई चुदवा रही थी।
तो क्या हुआ ? तू भी तो मेरी नन्द के बाप से चुदवाती है भोसड़ी की सबीना अम्मी ? उसका लण्ड खुल्लम खुल्ला पेलती है तू अपनी चूत में ?
क्यों न चुदवाऊँ ? जब तेरी नन्द का बाप मेरा देवर लगता है तो मैं उसकी भाभी होने के नाते जरूर चुदवाऊंगी। तेरी माँ का भोसड़ा तू मुझसे ज्यादा न उलझ नहीं तो मैं तेरी और पोल पट्टी खोल दूँगी।
तू क्या खोलेगी मेरी पोल पट्टी ? तेरी बहन की बुर सबीना भोसड़ी की तेरे जीजू का लण्ड, बहन चोद । मुझे सब तेरे बारे में मालूम है। मैं जब उसे सबको बताऊंगी तो तेरी फट जाएगी गांड ?
इस तरह की हंसी मजाक और शरारती नोक झोंक हम लोगों के बीच होती ही रहती है।
उसी शाम को महफ़िल जम गयी। तब तक बहू का जीजू हसन भी आ गया। हसन बड़ा हैंडसम और स्मार्ट लड़का था। उसे देख कर मेरी चूत में हलचल होने लगी। तब तक किसी ने बेल बजाई। रफ़ा ने दरवाजा खोला तो उसके सामने एक लड़का खड़ा था। वह बोली हाय साहिर तुम आ गये। आओ अंदर आओ। रफा ने उसे सबसे मिलवाया और कहा ये मेरे मियां का दोस्त है. अब दो लण्ड तो हो गये। मैं तीसरे लण्ड के इंतज़ार में थी. तब तक मेरा फोन बज उठा। उसमे नाम आया ताहिर। मैं बोल पड़ी भोसड़ी के मैं तेरा इंतज़ार कर रही हूँ। कहाँ है तू ? वह बोला अरे भाभी मैं आपका पता भूल गया। अपना मकान नबर बताओ न प्लीज। मैंने उसे नंबर और पता दोनों बता दिया।
वह आधे घंटे में आ गया। फिर सबसे मुलाक़ात हुई। मैंने कहा की यह ताहिर है मेरा मुंह बोला देवर। मैं जहाँ पहले रहती थी यह वहां पड़ोस में रहता था। यह मेरे घर आता जाता था और तभी मैंने एक दिन इसका लण्ड पकड़ लिया था। लण्ड नज़र भा गया तो मैं इससे बिंदास चुदवाने लगी। आज यह मेरी बेटी की चूत में पेलेगा अपना लण्ड और लेगा मेरी बहू की बुर। सबने हंस कर तालियां बजायी और तब एक ख़ुशी का माहौल बन गया।
मैंने आपको बताया न की मेरी बहू भी बुर चोदी बहुत बड़ी लण्ड की शौक़ीन है। उसका बस चले तो वह अपने पूरे बदन कर लण्ड ही लण्ड लपेट ले। उसका काम एक लण्ड से नहीं चलता ? जब तक २/३ लण्ड उसके सामने न हो तब तक उसका चुदवाने में मन नहीं लगता। अब आज वह अपनी आँखों के सामने तीन तीन लण्ड देखने जा रही है तो खुशी के मारे फूली नहीं समा रही है। सबसे पहले उसने अपने जीजा के लण्ड पर हाथ रखा और सहलाने लगी। बस फिर पैजा माँ खोल डाला और लण्ड बाहर निकाल लिया। लण्ड साला खड़ा ही था। वह बोली रफ़ा देख ले तेरी बुर चोदेगा मेरे जीजा का लण्ड और चोदेगा तेरी माँ का भोसड़ा ? तब तक रफा ने भी साहिर का लण्ड बाहर निकाल लिया ।
वह भी लण्ड दिखाती हुई बोली ले भोसड़ी की भाभी देख ये है लौड़ा जो तेरी चूत का हलवा बना देगा और चोदेगा तेरी सास का भोसड़ा ? तब तक मैं भी अपने देवर का लण्ड खोल चुकी थी।
मैं बोली अरी मेरी प्यारी बहू रानी देख न ये है लण्ड जो तेरी बुर में घुसेगा और भकाभक चोदेगा तेरी बुर। उसके बाद चोदेगा तेरी नन्द की बुर चोदी चूत। तू भी बड़ी चुड़क्कड़ है और तेरी नन्द भी। आज मैं अपने सामने चुदाऊँगी अपनी बेटी की बुर और बहू की चूत ? रफा बोली और मैं भी चुदाऊँगी अपनी माँ का भोसड़ा और भाभी मारेगी अपनी सास की गांड ? तब तक तीनो मरद एकदम नंगे हो चुके थे और हम भी एक एक करके नंगी हो गयीं। पराये मरद के आगे मैं फटाफट नंगी हो जाती हूँ। देर बिलकुल नहीं लगाती। यही हाल मेरी बुर चोदी बहू और बेटी का भी है। उन्हें भी मेरी तरह पराये मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। हम तीनो अपने अपने हाथ ले लण्ड चाटने चूसने लगी और पेल्हड़ सहलाने लगीं।
फिर सबसे पहले बहू ने अपने जीजा का लण्ड मेरी बेटी रफ़ा की चूत पर टिका दिया और उसकी गांड दबा कर कहा ले पहले तू चोद ले मेरी नन्द की बुर। रफ़ा ने फिर अपने मियां के दोसर साहिर का लण्ड मेरी बुर में घुसा दिया और बोली हाय मेरे राजा अब तू चोद मेरी माँ का भोसड़ा ? आज मैं तुमसे अपनी माँ चुदवाकर कर जश्न मनाऊंगी। उसकी बातों से मैं भी बड़ी उत्तेजित हो गयी। मैंने ताहिर का लौड़ा पेल दिया और बहू की बुर में और कहा ले भोसड़ी की साइना आज तेरी चूत मैं चोदूँगी। आजकल कल की सास भी बहू की बुर चोदने में कोई शर्म नहीं करती ? इस तरह हम तीनो की बुर चुदने लगी और आने लगा ज़न्नत का मज़ा ?
रफा बोली हाय अम्मी किसी ने सच ही कहा है की सबके साथ चुदवाने में बहुत मज़ा आता है। किसी की चुदाई देखने में भी उतना ही मज़ा आता है जितना की चुदवाने में ? ऐसे में किसी को गाली देने में जितना मज़ा आता है उतना ही मज़ा गाली सुनने में भी आता है। हम तीनो अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगीं।
मैंने कहा - देख रफा, कैसे चुद रहा है तेरी माँ का भोसड़ा ?
रफा बोली - तू भी देख न अम्मी, की कैसे चुद रही है तेरी बिटिया की बुर ?
बहू बोली - हाय नन्द रानी देख ले न अपनी भाभी की चुदती हुई बुर ? हम तीनो बिलकुल पास पास ही चुदवा रहीं थी। तब तक इन मरदों ने एक चाल चली।
बहू के जीजा हसन ने लौड़ा मेरे भोसड़ा में पेल दिया। बेटी के मियां के दोस्त साहिर ने बहू की बुर में घुसेड़ दिया लण्ड और मेरे देवर ताहिर ने रफा की चूत में घुसेड़ दिया लण्ड। इन तीनो ने चूत की अदला बदली कर ली। तो हमारे लिए लण्ड की अदला बदली अपने आप हो गयी। मैं तो मस्ती से पूरा लण्ड घुसेड़वाकर कर चुदवा रही थी और मुझे देख कर वो दोनों भी। चुदाई की स्पीड बढ़ी तो मज़ा और आने लगा।
मैं बोली - बहू बुर चोदी ये है तेरी नन्द की माँ की चूत ?
तो बहू बोली - हाय दईया तो ये है तेरी बेटी की भाभी का भोसड़ा ?
मेरी बेटी ने रफा ने भी उसी तरह का जबाब दिया :- हाय अल्ला, अम्मी ये है तेरी बहू की नन्द की बुर चोदी बुर ?
चुदाई के समय गन्दी गन्दी बातें गन्दी गन्दी गालियां न हो मज़ा नहीं आता ? ये सब गालियां बड़ी मजेदार लगतीं हैं और चुदाई में जोश भरतीं हैं। हम लोग चुप रह कर कभी नहीं चुदवाती ?
उसके बाद तो फिर रात भर चली रही लण्ड अदल बदल कर चोदा चोदी।
मैंने अपनी बेटी से ठीक ही कहा था की देखो बेटी अगर तुम्हें अपनी सास और नन्द को अपने कब्जे में रखना है तो पहले चोदो नन्द की चूत फिर चोदो सास का भोसड़ा। नन्द की चूत में पेलो किसी तगड़े मरद का मोटा लण्ड और सास के भोसड़ा में पेलो किसी मस्त जवान लड़के का लण्ड। एक बार तुमसे चुदवा लेगीं तो फिर वो दोनों तेरी गांड में पीछे पीछे हमेशा घूमा करेगीं।
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एक दिन मैं अपनी बेटी बहू के साथ बैठी हुई बातें कर रही थी। हम तीनो के हाथ में व्हिस्की का गिलास था और मन में एक नयी उमंग नयी ऊर्जा थी। हम सब जवान है तो आग बहन चोद चूत में भरी पड़ी है। चाहे जितने लण्ड पेलो लेकिन आग ससुरी बुझती ही नहीं। इसलिए मैंने इन दोनों से दोस्ती के सम्बन्ध बना लिया है। मेरी भी बेटी भी मस्त जवान हो गयी थी । मैंने कहा आज से तुम लोगों के लिए मैं हूँ बुर चोदी सबीना और तुम बहू मेरे लिए हो बुर चोदी साइना और मेरी बेटी बुर चोदी रफ़ा ? देखो जब हम तीनो को लण्ड की जरुरत है तो फिर चोरी छिपे क्यों पकड़े लण्ड ? चोरी छिपे क्यों चुदवायें बुर ? क्यों न हम सब मिलकर चुदवाया करें और मिलकर लण्ड का मज़ा लिया करें ? वो दोनों मेरी बात से बेहद खुश हुई और हम तीनो उसी दिन से बन गयी बुर चोदी अम्मी, बुर चोदी सास, बुर चोदी नन्द, बुर चोदी बेटी, बुर चोदी बहू और बुर चोदी भाभी ?
मैं तो साफ़ साफ़ कहती हूँ की किसी भोसड़ी वाले की गांड में दम हो तो आये और हम तीनो की बुर चोद ले ? मैं वादा करती हूँ की हम तीनो उससे बड़े प्यार और शिद्दत से चुदवा लेगीं ? न मुझे किसी का डर है न ही मेरी बेटी को और न ही मेरी बहू को। अब इस बात से किसी की गांड जलती है तो जला करे हमारे लाड़ें से ? किसी मादर चोद में इतना दम नहीं है जो हम तीनो में से किसी की कोई एक भी झांट उखाड़ ले ? चूत हमारी है तो हम इसका जैसे चाहेगीं वैसे इस्तेमाल करेगीं। हम तीनो बुर वाली हैं और तीनो एक दूसरे से ऐसे रिश्ते में इस तरह से जुडी हुई हैं की हमारे लिए एक साथ मिलकर चुदवाना एक मनोरंजन का खेल बन गया है।
मेरी बेटी की शादी हो गई है। अब वह किसी की बीवी भी है और किसी की बहू भी। इस शादी से एक और खुलासा हुआ है। उसकी शादी मेरे चचा जान के सबसे छोटे बेटे के साथ हुई है। इस तरह मेरी बेटी मेरी बुर चोदी भाभी बन गई है और मैं उसकी बुर चोदी नन्द ? अब नन्द तो भाभी की बुर चोदेगी उसे कोई रोक नहीं सकता ? इसी तरह भाभी भी चुप चाप नहीं बैठेगी वह भी अपनी नन्द की बुर में लण्ड पेलेगी जरूर ? इस तरह माँ बेटी के बीच चोदा चोदी का रिस्ता हो गया। अब बहू की बात पर आईये। बहू तो आजकल अपनी सास का भोसड़ा चोदती जरूर है । सास की गांड में लण्ड ठोंकती जरूर है। उधर सास भी चुपचाप नहीं बैठेगी। वह अपनी बहू की बुर में लण्ड घुसेड़ेती जरूर है । तो यहां भी दोनों के बीच चोदा चोदी का रिस्ता है।
मेरा नाम है सबीना बेगम। मैं ४४ साल की हूँ मस्त जवान हूँ, बड़ी बड़ी चूँचियों वाली और मस्त गांड वाली हूँ। मैं चुदाई के मामले में आज़ादी की पक्षधर हूँ। मैं कहती हूँ की जब लड़का या लड़की जवान हो जाए तो उसे चुदाई के लिए आज़ाद कर देना चाहिए। मैंने तो ऐसा ही किया। मेरा लड़का जब जवान हुआ तो मैंने उसकी शादी कर दी। वह विदेश चला गया । मेरी बेटी जब जवान हुई तो मैंने उससे दोस्ती कर ली और एक दिन इत्तिफाक से लण्ड पकड़ते हुए हम दोनों ने एक दूसरे को देख लिया। हुआ यह की एक दिन मैं अपनी सहेली के मियां का लण्ड चूस रही थी। मुझे गैर मर्दों के लण्ड से कुछ ज्यादा ही मोहब्बत है। गर्मी बहुत थी। मैं इसलिए उसका लण्ड पकड़े पकड़े एकदम नंगी नंगी ए सी रूम में चली गयी।
मैं एकदम नंगी थी और वह भी एकदम नंगा। मैं जब कमरे में घुसी तो देखा की वहां मेरी बेटी नंगी नंगी एक लड़के का लण्ड मुंह में लिए हुए चूस रही है। वह लड़का भी एकदम नंगा था। मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी तो मैं मुस्कराने लगी। रफा ने जब मुझे देखा तो वह भी हैरान हो गयी ? मैंने कहा हाय दईया रफा बेटी लण्ड तो बड़ा बढ़िया है तेरे दोस्त का ? ले तू मेरे दोस्त का लण्ड पकड़ कर देख और बता की तुझे इसका लण्ड पसंद है की नहीं ? मैंने उसे लण्ड पकड़ा दिया और उसका लण्ड मैंने पकड़ लिया। मैंने कहा मैं तेरी बुर चोदी माँ हूँ और तो तू मेरी बुर चोदी बेटी है। हम दोनों को लण्ड की जरुरत है तो शर्माना कैसा ? तेरी माँ की चूत रफा ? आज से शर्माना बंद ? अब मैं ये दोनों लण्ड तेरी माँ की चूत में पेलूँगी। तू बोल क्या तू ये दोनों लण्ड मेरी बेटी की बुर में पेलेगी ? पहले तो वह थोड़ा शर्मायी। फिर मैंने मुस्कराकर कहा नहीं बेटी बिलकुल नहीं ? खुल कर बोलो जैसे मैं बोल रही हूँ। तब वह बोली तो फिर मैं भी तेरी बेटी की बुर में पेलूँगी लण्ड ?
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एक दिन मैंने कहा - रफ़ा तेरी माँ का भोसड़ा तू जहाँ जाती है मुझे बता कर नहीं जाती ?
वह बोली - मेरी बुर चोदी सबीना, तू जहाँ जाती है तो क्या मुझे बता कर जाती है ? तू जिसका लण्ड हिलाती है तो क्या मुझसे पूंछ कर हिलाती है ? तेरी बिटिया की बुर बहन चोद ? मैं तो अपने मन की करूंगी ?
एक दिन और ऐसा हुआ की मेरी बेटी को घर आने में देर हो गयी।
तो मैं बोलीं - अरी रफ़ा इतनी देर से क्या तू अपनी माँ चुदा रही थी ?
उसने जबाब दिया - अम्मी, मैं माँ नहीं चुदा रही थी अपनी । आरिफ अंकल का लण्ड हिला रही थी जो तेरी बेटी की बुर चोदने वाला था।
बस इसी तरह फिर हम दोनों में खूब मौज़ मस्ती होने लगी।
उसी दिन मेरी बहू साइना अपने माईके से आ गयी।
बहू को देख कर मेरे मुंह से निकला - तेरी नन्द की चूत, बुर चोदी बहू ?
तब तक मेरी बेटी बोली - तेरी सास का भोसड़ा, बुर चोदी भाभी ? साइना यह सब सुनकर थोड़ा कसमसाई लकिन फिर उसने भी मस्ती से जबाब दिया।
बहू ने जबाब दिया - तेरी माँ की चूत, बुर चोदी साइना ?
बेटी फिर बोली - तेरी बहू की बुर, बुर चोदी, सबीना ?
फिर क्या हम तीनो खूब खिलखिलाकर हसने लगीं।
इन प्यार भरी गालियों ने फिर हम सबकी चूत की आग भड़का दी।
साइना बोली - सासू जी मेरी अम्मी ने कहा था की इस बार पहले चोदना अपनी नन्द की बुर ? फिर चोदना सास का भोसड़ा ? तो आज तो मैं नन्द भी चोदूँगी और नन्द की माँ भी चोदूँगी।
तब तक मेरी बेटी बोली - हाय दईया भाभी जान तू क्या अपनी चूँचियों से चोदेगी मेरी माँ का भोसड़ा ? लण्ड कहाँ है ? बिना लण्ड के तू कैसे चोदेगी ?
वह बोली - अरी मेरी नन्द रानी, लण्ड मैं साथ लाई हूँ। अभी मेरा जीजू आने वाला है मैं उसी का लण्ड तेरी माँ की चूत में घुसेड़ूँगी। उसके बाद चोदूँगी तेरी चमचमाती हुई चूत ?
मैंने कहा - रफ़ा बेटी तेरी भाभी ने तो बाजी मार ली। वह तो हमसे आगे निकल गयी।
रफ़ा ने कहा - हां अम्मी यह बात तो है। भाभी तो बड़ी चालक निकली पर मैं भी कम नहीं हूँ। मैं अभी लण्ड का इंतज़ाम करती हूँ , आज भाभी की बुर मुझसे बच कर जा नहीं पायेगी। अगर वह मुझे चोदेगी तो मैं उसे चोदूँगी।अचानक वहीं पर मेरी नोक झोंक मेरी बेटी रफा से हो गयी।
वह बोली - मैं जानती हूँ अम्मी की तेरा भोसड़ा साला इतने सारे लण्ड खाता है फिर भी भूंखा रहता है। जहां कोई लण्ड देखता है तो सबसे पहले अपना मुंह खोल कर खड़ा हो जाता है। किसी और को अपने सामने आने ही नहीं देखा। हम लोगों की चूत बिचारी पीछे रह जाती है।
मैंने कहा - अच्छा तू ऐसी बात कह रही है बुर चोदी रफ़ा ? तेरी चूत तो सब आगे चलती है। अभी कल ही मेरा जीजा आया था। मैंने सोंचा था की मैं पहले इसका लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी लेकिन मैं जब मैं कमरे में वापस आयी तो देखा की तू उसका लण्ड मुंह में लिए हुए चूस रही है। इतनी जल्दी थी तुझे उसका लौड़ा चूसने की। मुझसे पहले तूने लण्ड अपनी बुर में घुसा लिया।
अरे वह सब मेरा किया हुआ नहीं था। तेरा जीजा बहन चोद अपना लण्ड खोल कर मेरे सामने खुद ही खड़ा हो गया था और बोला लो बेटी पहले तुम मेरा लण्ड पकड़ कर देखो। अब मेरे सामने कोई लण्ड साला खड़ा होकर ललकार रहा हो तो फिर मैं चुप कैसे रह सकती हूँ, भोसड़ी की अम्मी ?
हां हां मैं जानती हूँ की तेरी चूत अभी जवान हैं न ? तेरी चूत में ज्यादा आग है पर मेरा भोसड़ा भी कम नहीं है। किसी भी लण्ड के छक्के छुड़ा सकता है।
हां हां मैं यह बात जानती हूँ तभी तो तूने जुम्मन अंकल लण्ड हम लोगों के सामने सबसे पहले अपनी चूत में घुसेड़ा था। उसका लौड़ा देख कर हम सब ललचा गयीं थीं और मैं बल्कि आगे भी बढ़ी थी पकड़ने के लिए पर तूने गपाक से उसे अंदर घुसेड़ किया। तू बहन चोद चुदवाने बड़ी चालाक है।
तू क्या चालाक नहीं है बेटी रफ़ा ? तेरी तो माँ की चूत। भूल गयी तू जब मेरा भाई दुबई से आया था। पहली ही रात को तूने उसका लण्ड मुठ्ठ मार कर पिया था।
अच्छा और तूने अम्मी। याद करो जब मेरा ससुर आया था तो तुमने बात करते करते उसके पैजामे में हाथ घुसेड़ कर लण्ड पकड़ लिया। मैं जब वापस आयी तो तूने लण्ड बाहर निकाला और बोली लो बेटी रफ़ा देखो अपने ससुर का लण्ड ? अब ये रात भर तेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा बेटी ? फिर तूने मुझे नहीं याद किया और रात भर उससे चुदवाया ? तेरी बिटिया की बुर अम्मी तू बहुत हरामजादी है।
हाय दईया तुझे तो अपनी बात याद ही नहीं रहती ? मैं जब तेरे ससुर से चुदवा रही थी तो तू मेरे नंदोई चुदवा रही थी।
तो क्या हुआ ? तू भी तो मेरी नन्द के बाप से चुदवाती है भोसड़ी की सबीना अम्मी ? उसका लण्ड खुल्लम खुल्ला पेलती है तू अपनी चूत में ?
क्यों न चुदवाऊँ ? जब तेरी नन्द का बाप मेरा देवर लगता है तो मैं उसकी भाभी होने के नाते जरूर चुदवाऊंगी। तेरी माँ का भोसड़ा तू मुझसे ज्यादा न उलझ नहीं तो मैं तेरी और पोल पट्टी खोल दूँगी।
तू क्या खोलेगी मेरी पोल पट्टी ? तेरी बहन की बुर सबीना भोसड़ी की तेरे जीजू का लण्ड, बहन चोद । मुझे सब तेरे बारे में मालूम है। मैं जब उसे सबको बताऊंगी तो तेरी फट जाएगी गांड ?
इस तरह की हंसी मजाक और शरारती नोक झोंक हम लोगों के बीच होती ही रहती है।
उसी शाम को महफ़िल जम गयी। तब तक बहू का जीजू हसन भी आ गया। हसन बड़ा हैंडसम और स्मार्ट लड़का था। उसे देख कर मेरी चूत में हलचल होने लगी। तब तक किसी ने बेल बजाई। रफ़ा ने दरवाजा खोला तो उसके सामने एक लड़का खड़ा था। वह बोली हाय साहिर तुम आ गये। आओ अंदर आओ। रफा ने उसे सबसे मिलवाया और कहा ये मेरे मियां का दोस्त है. अब दो लण्ड तो हो गये। मैं तीसरे लण्ड के इंतज़ार में थी. तब तक मेरा फोन बज उठा। उसमे नाम आया ताहिर। मैं बोल पड़ी भोसड़ी के मैं तेरा इंतज़ार कर रही हूँ। कहाँ है तू ? वह बोला अरे भाभी मैं आपका पता भूल गया। अपना मकान नबर बताओ न प्लीज। मैंने उसे नंबर और पता दोनों बता दिया।
वह आधे घंटे में आ गया। फिर सबसे मुलाक़ात हुई। मैंने कहा की यह ताहिर है मेरा मुंह बोला देवर। मैं जहाँ पहले रहती थी यह वहां पड़ोस में रहता था। यह मेरे घर आता जाता था और तभी मैंने एक दिन इसका लण्ड पकड़ लिया था। लण्ड नज़र भा गया तो मैं इससे बिंदास चुदवाने लगी। आज यह मेरी बेटी की चूत में पेलेगा अपना लण्ड और लेगा मेरी बहू की बुर। सबने हंस कर तालियां बजायी और तब एक ख़ुशी का माहौल बन गया।
मैंने आपको बताया न की मेरी बहू भी बुर चोदी बहुत बड़ी लण्ड की शौक़ीन है। उसका बस चले तो वह अपने पूरे बदन कर लण्ड ही लण्ड लपेट ले। उसका काम एक लण्ड से नहीं चलता ? जब तक २/३ लण्ड उसके सामने न हो तब तक उसका चुदवाने में मन नहीं लगता। अब आज वह अपनी आँखों के सामने तीन तीन लण्ड देखने जा रही है तो खुशी के मारे फूली नहीं समा रही है। सबसे पहले उसने अपने जीजा के लण्ड पर हाथ रखा और सहलाने लगी। बस फिर पैजा माँ खोल डाला और लण्ड बाहर निकाल लिया। लण्ड साला खड़ा ही था। वह बोली रफ़ा देख ले तेरी बुर चोदेगा मेरे जीजा का लण्ड और चोदेगा तेरी माँ का भोसड़ा ? तब तक रफा ने भी साहिर का लण्ड बाहर निकाल लिया ।
वह भी लण्ड दिखाती हुई बोली ले भोसड़ी की भाभी देख ये है लौड़ा जो तेरी चूत का हलवा बना देगा और चोदेगा तेरी सास का भोसड़ा ? तब तक मैं भी अपने देवर का लण्ड खोल चुकी थी।
मैं बोली अरी मेरी प्यारी बहू रानी देख न ये है लण्ड जो तेरी बुर में घुसेगा और भकाभक चोदेगा तेरी बुर। उसके बाद चोदेगा तेरी नन्द की बुर चोदी चूत। तू भी बड़ी चुड़क्कड़ है और तेरी नन्द भी। आज मैं अपने सामने चुदाऊँगी अपनी बेटी की बुर और बहू की चूत ? रफा बोली और मैं भी चुदाऊँगी अपनी माँ का भोसड़ा और भाभी मारेगी अपनी सास की गांड ? तब तक तीनो मरद एकदम नंगे हो चुके थे और हम भी एक एक करके नंगी हो गयीं। पराये मरद के आगे मैं फटाफट नंगी हो जाती हूँ। देर बिलकुल नहीं लगाती। यही हाल मेरी बुर चोदी बहू और बेटी का भी है। उन्हें भी मेरी तरह पराये मर्दों के लण्ड से बेहद प्यार है। हम तीनो अपने अपने हाथ ले लण्ड चाटने चूसने लगी और पेल्हड़ सहलाने लगीं।
फिर सबसे पहले बहू ने अपने जीजा का लण्ड मेरी बेटी रफ़ा की चूत पर टिका दिया और उसकी गांड दबा कर कहा ले पहले तू चोद ले मेरी नन्द की बुर। रफ़ा ने फिर अपने मियां के दोसर साहिर का लण्ड मेरी बुर में घुसा दिया और बोली हाय मेरे राजा अब तू चोद मेरी माँ का भोसड़ा ? आज मैं तुमसे अपनी माँ चुदवाकर कर जश्न मनाऊंगी। उसकी बातों से मैं भी बड़ी उत्तेजित हो गयी। मैंने ताहिर का लौड़ा पेल दिया और बहू की बुर में और कहा ले भोसड़ी की साइना आज तेरी चूत मैं चोदूँगी। आजकल कल की सास भी बहू की बुर चोदने में कोई शर्म नहीं करती ? इस तरह हम तीनो की बुर चुदने लगी और आने लगा ज़न्नत का मज़ा ?
रफा बोली हाय अम्मी किसी ने सच ही कहा है की सबके साथ चुदवाने में बहुत मज़ा आता है। किसी की चुदाई देखने में भी उतना ही मज़ा आता है जितना की चुदवाने में ? ऐसे में किसी को गाली देने में जितना मज़ा आता है उतना ही मज़ा गाली सुनने में भी आता है। हम तीनो अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगीं।
मैंने कहा - देख रफा, कैसे चुद रहा है तेरी माँ का भोसड़ा ?
रफा बोली - तू भी देख न अम्मी, की कैसे चुद रही है तेरी बिटिया की बुर ?
बहू बोली - हाय नन्द रानी देख ले न अपनी भाभी की चुदती हुई बुर ? हम तीनो बिलकुल पास पास ही चुदवा रहीं थी। तब तक इन मरदों ने एक चाल चली।
बहू के जीजा हसन ने लौड़ा मेरे भोसड़ा में पेल दिया। बेटी के मियां के दोस्त साहिर ने बहू की बुर में घुसेड़ दिया लण्ड और मेरे देवर ताहिर ने रफा की चूत में घुसेड़ दिया लण्ड। इन तीनो ने चूत की अदला बदली कर ली। तो हमारे लिए लण्ड की अदला बदली अपने आप हो गयी। मैं तो मस्ती से पूरा लण्ड घुसेड़वाकर कर चुदवा रही थी और मुझे देख कर वो दोनों भी। चुदाई की स्पीड बढ़ी तो मज़ा और आने लगा।
मैं बोली - बहू बुर चोदी ये है तेरी नन्द की माँ की चूत ?
तो बहू बोली - हाय दईया तो ये है तेरी बेटी की भाभी का भोसड़ा ?
मेरी बेटी ने रफा ने भी उसी तरह का जबाब दिया :- हाय अल्ला, अम्मी ये है तेरी बहू की नन्द की बुर चोदी बुर ?
चुदाई के समय गन्दी गन्दी बातें गन्दी गन्दी गालियां न हो मज़ा नहीं आता ? ये सब गालियां बड़ी मजेदार लगतीं हैं और चुदाई में जोश भरतीं हैं। हम लोग चुप रह कर कभी नहीं चुदवाती ?
उसके बाद तो फिर रात भर चली रही लण्ड अदल बदल कर चोदा चोदी।
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