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ताज़ी लड़कियां चाहती है ताज़े ताज़े लंड - Yahan milti hai naye lando ko daily nayi ladkiyan
ताज़ी लड़कियां चाहती है ताज़े ताज़े लंड - Yahan milti hai naye lando ko daily nayi ladkiyan ; Mast aur jabardast chudai ; chud gayi ; chudwa li ; chod di ; chod di ; choda chadi aur chudas ; antarvasna kamvasna kamukta ; chudwane aur chudne ke khel ; chut gand bur chudwaya ; lund land lauda chusne chuswane chusai chusa cudai coda cudi ; Hindi Sex Story ; Porn Stories ; Chudai ki kahani.
मेरा नाम आरा है दोस्तों. मैं २२ साल की एक खूबसूरत बिंदास और हॉट लड़की हूँ। अभी मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ। यह मेरा फाइनल ईयर है। मैं कॉलेज में बहुत मस्ती करती हूँ खूब एन्जॉय करती हूँ. बिंदास बोलती हूँ और लड़कों को खूब चिढ़ाती हूँ। उसकी माँ बहन चोदती हूँ क्योंकि मुझे गालियां देना बहुत अच्छा लगता है। मैं लड़कियों से तो गालियों से ही बात करती हूँ। अब तो कुछ टीचरें भी ऐसी हैं जिनसे मैं गालियों से बात करती हूँ। वैसे अभी बहुत जल्दी है लेकिन अब बात आ ही गयी है तो बतला देती हूँ की मैं कुछ टीचरों को लण्ड भी सप्लाई करती हूँ।मुझसे लण्ड की फरमाईस करने वाली खास तौर से दो ही टीचरें है। एक तो मिसेज कामिनी और दूसरी मिसेज बरखा। दोनों ही मस्त जवान शादी शुदा औरतें है और लण्ड की बड़ी शौक़ीन हैं। हफ्ते में दो बार मैं इनके घर लण्ड भेजती हूँ। एक बात तो मैंने अपने अब्बा को ही भेज दिया था और मजे की बात यह है की इन दोनों को अब्बा का लण्ड बहुत पसंद आया ? ख़ैर तो मैं गालियों की बात कर रही थी। मैंने गालियां अपने घर से ही सीखीं हैं। मेरी अम्मी हबीबा बेगम गाली देने में बहुत मशहूर हैं। जबसे मैं जवान हुई हूँ १८ + की हुई हूँ, तबसे अम्मी मुझसे गालियों से बात करती हैं। मेरी माँ बहन चोदती हैं तो फिर मैं भी उसकी माँ बहन चोदती हूँ। बात यहाँ तक सीमित नहीं रही बल्कि और बढ़ गयी। एक दिन मैं चुप चाप अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड चाट रही थी यह जानते हुए की अम्मी घर पर नहीं हैं। वह पड़ोस में गयीं है और शाम को आयेगीं। लेकिन वह पहले ही आ गयी और इत्तिफाक से मेरे कमरे में आ गयीं जहां मैं नंगी नंगी लण्ड चाटने में मसगूल थी। मुझे नहीं मालूम की वह कब आ गयी। और न ही मेरे बॉय फ्रेंड को मालूम हुआ। थोड़ी दे में वह मेरे सामने ही आ गयीं। मैंने जब उसे देखा तो सन्न रह गयी। मेरे हाथ से लण्ड छूट गया। उसने देखा तो लण्ड साला सिकुड़ गया बल्कि उसने लण्ड अपने हाथों से छुपा लिया। मैंने कहा आई एम् सॉरी अम्मी ? आगे से ऐसा नहीं करूंगी प्लीज मुझे माफ़ कर दो।
अम्मी ने मुस्कराकर कहा नहीं बेटी डरने की कोई जरुरत नहीं है। तुमने कोई गलती नहीं की है। इस उम्र के लण्ड नहीं पकड़ोगी तो कब पकड़ोगी ? लेकिन लंड ठीक से पकड़ो बेटी। दो बातें यद् रखो। पहला - लण्ड हाथ से नहीं दिल से पकड़ा जाता है। मन से पकड़ा जाता है लण्ड और दूसरी - लण्ड पकड़ते समय नज़रें हमेशा लण्ड पर रखो और लण्ड वाले पर भी। लण्ड वाले की आँखों के आँखें डाल कर लण्ड पकड़ो। यह भी ख्याल रखो की लण्ड की झांटें अच्छी तरह साफ़ हों। इसके दो फायदे होतें हैं। एक तो झांटें साफ़ होने से लण्ड बड़ा दिखता है और खूबसूरत भी। दूसरे लण्ड और पेल्हड़ चाटने से झांट का बाल मुंह में कभी नहीं जाने पाता। अब जाओ मेरे बाथ रूम से रेज़र ले आओ। मैं इसकी झांटें बना देती हूँ।
मैं बाथ रूम चली गयी। जब वहां से वापस आयी तो देखा की अम्मी तो अपनी चूँचियाँ खोल कर बैठी हुई हैं। वह लण्ड को चारों तरफ से घुमा घुमा कर देख रही हैं। मैंने रेज़र दिया तो अम्मी ने झांटें बना दी। फिर लण्ड को गीली तौलिया से पोंछा और थोड़ा परफ्यूम लगा दिया। लण्ड महक उठा। फिर अम्मी मेरे बॉय फ्रेंड के गाल थपथपाकर कर बोली बेटा मेरी बेटी चोद कर जाना। फिर अम्मी ने मेरे गाल भी थपथपाये और कहा बेटी अपनी माँ के भोसड़ा का भी ख्याल रखना ? यह कह कर अम्मी चली गयीं। मैं यह बात तो समझ गयी की अम्मी मेरे बॉय फ्रेंड से चुदवान चाहती है पर साफ साफ कह नहीं पाईं। तब तक वह बोल पड़ा हाय आरा तेरी माँ तो बहुत सेक्सी और हॉट हैं यार ? उसकी चूत भी बहुत सेक्सी और हॉट होगी ?
मैने कहा अच्छा तो यह बात है। तेरा दिल मेरी माँ पर आ गया है। देखो न तेरा लण्ड मादर चोद मेरी चूँचियाँ देख कर कितना सख्त हो गया है। वह बोला हां यार मैं तेरी माँ की चूँचियाँ चोदना चाहता हूँ। मैंने कहा भोसड़ी के पहले अम्मी की बिटिया की बुर चोद ले फिर मेरी अम्मी का भोसड़ा चोदना ? मेरी माँ चोदने में तेरी गांड फट जाएगी। अम्मी के जाने के बाद मैंने पहले लण्ड खूब मस्ती से चूमा, चाटा, चूसा और फिर उसे अपनी चूत मे पेल कर मजे से चुदवाया।
उस दिन रात के ११ बजे थे। मैं अपने कमरे में बैठी हुई थी। मेरा लैपटॉप खुला था और खुल थे मेरे आधे कपड़े। कहीं से चूँची नज़र आ रही थी तो कहीं से झांटें दिखाई पड़ रहीं थीं। मैं लैपटॉप पर नज़रें गड़ाये हुए थी लेकिन मेरे हाथ कहीं और थे। मैं सारी दुनिया भूल चुकी थी। इतने में अचानक अम्मी मेरे कमरे में आ गयीं।
मैं जान गयी की खाला अपनी बेटी के मियां से चुदवाती है और आज तो चुदाई का पूरा प्लान बना कर आई हैं। तब तक ज़रा भी आ गयी।
आते ही ज़ारा बोली - हाय अम्मी जान, तू यहाँ किसका लण्ड हिला रही थी ?
खाला ने जबाब दिया - मैं लण्ड हिला नहीं रही थी। मैं लण्ड हिलाने अब जा रही हूँ ?
ज़ारा ने कहा - किसका लण्ड हिलाने जा रही है तू, बुर चोदी आसफा ?
खाला ने कहा - आरा के बाप का लण्ड हिलाने जा रही हूँ। आरा तेरे बाप का लण्ड हिलायेगी। आरा की माँ तेरे मियां का लण्ड हिलायेगी ? अब तू बता भोसड़ी की तू किसका लण्ड हिलायेगी ?
ज़ारा बोली - मैं अपने नंदोई का लण्ड हिलाऊँगी वह अभी आ रहा है।
बस रात का प्लान बन गया। सब लोग इकठ्ठा हो गये। वैसे तो हमारे घर में रोज़ ही अय्यासी होती है पर आज का दिन ज़रा बिशेष दिन है जहाँ सब एक साथ एक ही कमरे में चोदा चोदी करेगें। इसलिए थोड़ा ड्रिंक्स का मज़ा लेना जरुरी हो जाता है। हम सब शराब पीने लगे। एक एक पैग के बाद, मैंने हाथ बढ़ कर खालू का लण्ड पकड़ लिया, खाला जान ने मेरे अब्बू के लण्ड पर हाथ रख दिया, अम्मी ज़ारा के मियां का लण्ड टटोलने लगीं और ज़ारा ने अपने नंदोई का लण्ड पकड़ने के लिए उसके पैजामे में हाथ घुसेड़ दिया। बस दो मिनट में ही सबके लण्ड टन टना कर बाहर निकल आये। उधर हम सब भी एक एक करके नंगी हो गयीं। मेरी नज़र सबके लण्ड पर पड़ी.
सबसे पहले मैंने अब्बू का लण्ड देखा। बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड ! इतना मोटा लण्ड ! मैं तो ललचा गयी। मैंने पहले कभी उसका लण्ड नहीं देखा। ज़ारा के नंदोई का लण्ड देखा तो मेरी चूत की आग और भड़क उठी। वह भी अब्बू के लण्ड के टक्कर का लण्ड था। ज़ारा के मियां का लौड़ा भी जबरदस्त था जिसे अम्मी मुंह में लेकर चूस रही थीं। हां खालू का लण्ड एक बार मैं पकड़ चुकी थी. मुंह में लिया था उसका लण्ड पर बुर में नहीं। आज इससे चुदवाने का मौक़ा मिल रहा है। यहाँ शर्म नाम की कोई चीज नहीं थी। शराब पीने के बाद तो शर्म को वैसे ही माँ चुद जाती है। अम्मी ने एक बार कहा था की बेटी जवानी में चुदवाते समय लण्ड देखा जाता है लण्ड वाले का रिस्ता नहीं ? इसलिए आज मैं अब्बू से भी चुदवाने में कोई परहेज नहीं करूंगी। अम्मी को तो चुदवाते हुए देखा था परन्तु अब्बू को आज पहली बार चोदते हुए देख रही हूँ। बड़ा मज़ा आ रहा है। इस तरह की ऐय्यासी बहुत कम देखने को मिलती है।
अचानक मैंने ज़ारा के मियां का लण्ड अम्मी से छीन लिया तो उसने मेरे हाथ से खालू का लण्ड छीन लिया। मैं ज़ारा के मियां का लण्ड चाटने लगी और अम्मी खालू का लण्ड सीधे अपनी बुर में घुसेड़ कर चुदवाने लगी। उधर आरा ने मेरे अब्बू का लण्ड दबोच लिया और खाला ने ज़रा के नन्दोई का लण्ड। हम लोगों के लण्ड बदल गये तो मज़ा और आने लगा। और इसी तरह हम सब रात भर एक दूसरे के सामने एक दूसरे से लण्ड छीन छीन कर चुदवाती रहीं।
फिर कुछ दिन बाद मेरी शादी हो गयी और मैं ससुराल चली गयी। ससुराल में मेरी बड़ी इज़्ज़त हुई मैं फूली नहीं समां रही थी। मेरी ससुराल का भी बहुत बड़ा कुनबा है। मुझे यकीन हो गया की मुझे यहाँ लण्ड की कमी कभी महसूस नहीं होगी। मेरी नन्द में तो मेरी सुहागरात में ही २/३ लण्ड मेरी चूत में पेल दिया था और अपनी भी चूत में पेलवा लिया था। उसने कहा अरे भाभ यहाँ सुहागरात में भी गैर मरदों से चुदवाया जाता है। चलो मैं तुम्हे दिखाती हूँ. वह मुझे बाहर ले गयी और बोली वो देखो भाभी मेरी अम्मी मेरे ससुर से चुदवा रही है। मेरा अब्बू अपनी साली की बुर ले रहा है। मेरी सास मेरे भाई जान का लौड़ा चूस रही है। मेरी खाला मेरे फूफा से चुदवा रही है और मेरी दीदी अपने देवर से ही भकभक चुदवाने में जुटी हैं। यहाँ भोसड़ी का कोई अपनी बीवी चोद ही नहीं रहा है। सब अपना अपना लण्ड दूसरों की बीवियों की बुर में पेल रहें हैं। बीवियां भी बुर चोदी अपने मियां का लण्ड पकड़ती ही नहीं पराये मियों के लण्ड ही पकड़ती हैं।
ताज़ी ताज़ी लड़कियों की चूत और
ताज़े ताज़े लड़कों के लण्ड का जशन
मेरी सुहागरात के दो दिन बाद सास ने कहा - घर में नई दुल्हन आयी है इसलिए उसकी खैरमकदम में आज रात को यहाँ एक बहुत बड़ा जश्न होगा। जिसमे जवान लड़के और लड़कियों की ही चोदा चोदी होगी। फिर की शाम से ही अब लोग इकठ्ठा होने लगे।
इतने में मेरी सास आयी और बोली - सब सुनो भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों। आज होगा पूरे घर में एक जबरदस्त चुदाई का जशन जिसमे होंगीं ताज़ी ताज़ी लड़कियों की चूत और ताज़े ताज़े लड़कों के लण्ड। ये लोग चाहे शादी शुदा हों या न हों लेकिन लड़कियों की उम्र १८ साल से २५ साल होगी और लड़कों की उम्र २० साल से २८ साल की होगी। लड़कियों में बेटियां भी होंगी और बहुएं भी और वो लड़कियां भी जो इस ग्रुप में आती हों। लड़कों में बेटे, दामाद भी होगें और उनके दोस्त भी । लड़के पहले लड़कियों के कपड़े उतार कर, कर देगें उन्हें नंगी और फिर लड़कियां लड़कों के कपड़े उतार कर, कर देगीं उन्हें नंगा। सभी लड़के चोदेगें सब लड़कियों की चूत और लड़कियां चोदेगीं सब लड़कों के लण्ड ? अगर कोई लड़की गांड मरवाने की इच्छुक है तो उसकी गांड भी मारी जाएगी। लड़कियों को किसी भी तरह की और किसी को भी गालियां देने का हक़ होगा। बाकी सब फ्रेमलेस देखेंगीं तमाशा ? सब फ्रेमलेस तालियां बजा बजा इन लोगों का हौसला बढ़ायेगीं? देखने वालों में से मरद नहीं होगें। मरद तो सिर्फ लड़कियां चोदने वाले ही होंगें।
उस समय पर लड़कियों में थी :-
तभी मेरी सास बोली: - देखो भई ये जश्न तो नयी नवेली दुल्हन के आने पर हो रहा है इसलिए सबसे पहले उसके ही कपडे उतारे जायेंगें।
यह सुनकर मेरा नंदोई आदिल आगे बढ़ा और मेरे कपड़े एक एक करके बड़े प्यार से उतारने लगा। मैं देखते ही देखते नंगी हो गयी तो सबने तालियां बजायीं और मेरा स्वागत किया। मेरे साथ साथ सबा और अदा के भी कपड़े उतर गये। उनकी भी चूँचियाँ और चूत मैदान में आ गयीं। फिर चाँद और सना को भी नंगा कर दिया गया। हम पांचो लड़कियों को नंगी देख कर सबने फिर खूब तालियां बजाई और हमारा हौसला बढ़ाया। लड़के भोसड़ी के सब हमें आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगे और हम लोग भी नंगी नंगी चारों तरफ घूम घूम कर अपना जिस्म बड़े प्यार से दिखाने लगीं ।
अब जिन लड़कों ने लड़कियों को नंगा किया था वही लड़कियां उन्हें नंगा करने लगीं। मैं अपने नंदोई के कपड़े खोलने लगी, मेरी जेठानी सबा मेरे मियां के दोस्त के कपड़े उतारने लगी, अदा जावेद को नंगा करने लगी, चाँद बुर चोदी रज़ा के कपडे खोल कर उसे नंगा करने लगी और मेरी नन्द सना मेरी जेठानी के जीजा को नंगा करने लगी। देखते ही देखते पांचो भोसड़ी के लड़के नंगी हो गये और उनके लण्ड खड़े होने लगे। सबने खूब तालियां बजाईं और मज़ा लेने लगी।
९/१० औरतें चारों तरफ चुदाई देखने के लिए बैठी हुई थीं. उधर लण्ड खड़े हो रहे इधर इन लोगों की चुहलबाजी शुरू हो गयी। आपस में हंसी मजाक शुरू हो गयी। आप भी सुनिए वो क्या क्या कह रही हैं। हाय अल्ला, दुल्हन की चूत तो बड़ी टाइट है यार चोदने वाले की माँ चुद जाएगी ,,,, अदा तो वाकई मस्त जवान हो गयी है। इसका होने वाला मियां बड़ा मज़ा करेगा ,,,,,, ? मियां क्या मज़ा करेगा मज़ा तो पराये मरद करेगें जो इसे चोदेगें,,,,,,, वाओ, जमील का लौड़ा तो बड़ा मोटा लग रह है यार ,,,,,,,,? हां यार इसे देख कर तो मेरी चूत गीली हो गयी ,,,,,? तेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है क्या ,,,,,,,,? हां हां अभी दो महीने से चुदवाने लगी है बुर चोदी ,,,,,,, ? क्या गज़ब का लण्ड है बहू की दीदी के देवर का ,,,,,,? ऐसा तो मेरे अब्बू का भी लौड़ा है यार ,,,,, ? यार तेरी बिटिया की बुर बड़ी चकाचक है,,,,, तेरी बहन की बुर भोसड़ी वाली तू भी तो लण्ड की बड़ी शौक़ीन हैं ,,,,,? कौन है ऐसी मादर चोद जिसे लण्ड पसंद नहीं ,,, ?
इन बातों से माहौल बिलकुल गरम हो गया। हम सब अपनी अपनी चूत फैलाये हुए अपने अपने हाथ का लण्ड चाटने लगीं। लण्ड के टोपा से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से टोपा तक जबान फिराने लगीं और दूसरों को भी देखने लगी की वे सब कैसे लण्ड चाट रहीं हैं ? यही तो खूबी है सामूहिक चुदाई की। मुझे यह भी अच्छा लग रहा है की मेरी ससुराल की सब औरतें बैठी हुई अपनी बहू की बुर ग़ैर मरदों से चुदवा रहीं हैं। अब आगे कोई भोसड़ी वाली मुझे किसी और से चुदवाने के लिए मना नहीं कर सकती। इतने में आदिल ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और मैं अपने नंदोई से चुदवाने लगी। मेरे बगल में ही लेटी हुई सबा जमील से चुदवाने लगी। अदा जावेद का लण्ड बड़े प्यार से अपनी चूत में घुसेड़ने लगी। वह अभी कुवांरी थी पर लण्ड का मज़ा लेने में सबसे आगे थी। उसने तो लौड़ा पूरा अपनी चूत में घुसेड़ लिया और रंडी की तरह चुदवाने लगी। यही हाल चाँद का भी था। वह भी एक मस्त बेशरम लड़की की तरह रज़ा का लौड़ा पेले हुए चुदवाने लगी। सना बुर चोदी मेरी नन्द तो सबसे ज्यादा ही बेशर्म है। वह जेठानी के जीजा का लण्ड अपनी बुर में पेले हुए गचागच चुदवाने में जुट गयी और बोली भोसड़ी के जीजू ठीक से जल्दी जल्दी चोदो नहीं तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी।
मेरी सास खाला सास से कहा :- तेरी बेटी अदा तो इतनी छोटी सी उम्र में बड़ी अच्छी तरह चुदवा रही है ?
खाला सास बोली :- अरे दीदी, मेरी बेटी बुर चोदी अपनी माँ भी अच्छी तरह चुदवाती है। तरह तरह के लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलती है और मज़ा लेती है। कॉलेज के लड़कों के ताज़े ताज़े लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ती रहती है। बड़ी बेशर्म और निर्लज्ज हो गयी है माँ की लौड़ी। वह तो कहती है की अम्मी मैं अपनी सुहागरात के दूसरे ही दिन तेरी चूत में अपने मियां का लण्ड पेलूँगी।
तब तक फुफिया सास बोली :- हाय भाभी जान (मेरी सास ) मेरी बेटी चाँद भी बिलकुल इसी तरह है। खुले आम
चुदवाती है अपनी माँ का भोसड़ा। ताज़े ताज़े लण्ड पेलती है अपनी माँ की चूत में तब मैं भी उसकी चूत में बड़े बड़े मोठे मोटे लण्ड घुसेड़ देती हूँ। मजे की बात यह है की मेरी बेटी चुदवाते समय गालियां खूब बकती है। खूब गन्दी गन्दी बातें करती हैं एकदम खुल कर बोलती है और सबकी गांड में दम कर देती है जिससे चोदने मालों का जोश बढ़ जाता है। उन के लण्ड और सख्त हो जातें है चुदवाने का असली मज़ा आता है। मुझे तो वह भोसड़ी वाली अम्मी, बुर चोदी अम्मी, हरामजादी चुड़क्कड़ अम्मी, तेरी बहन का भोसड़ा, तेरी बेटी की चूत , तेरी बहू की बुर सब कहती रहती है। उसने पहले से कह रखा है की अम्मी मैं सबसे पहले अपने मरद का लण्ड तेरी चूत में पेलूँगी। मेरी सास बोली :- अरे मेरी बेटी को देखो अपनी ससुराल के सभी लण्ड मेरी बुर में ठोंकती रहती है। अभी कल ही उसने अपने ससुर का लण्ड मेरे भोसड़ा में घुसा दिया। फिर मुझे भी जोश आ गया तो मैंने भी मस्ती से चुदवाया।
इधर ये सब बातें हो रहीं थी और उधर खूब घमाशान चुदाई हो रही थी। अचानक मैंने जमील का लण्ड पकड़ लिया तो सबा ने जावेद का लौड़ा अपने हाथ में ले लिया। अदा ने आगे बढ़ कर रज़ा का लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया तो चाँद ने सोहेल का लण्ड अपनी बुर में पेला। सना बुर चोदी अपने ही मियां का लण्ड फिर वह अदा के साथ मिलकर चुदवाने लगी।
अम्मी ने कहा :- कुछ भी हो यार ! पर ताज़ी चूत और ताज़े लण्ड की चुदाई का कोई मुकाबला नहीं। ताज़ी ताज़ी लड़की ताज़े ताज़े लण्ड से चुदवाकर मस्त हो जाती है। ताज़ा ताज़ा लड़का भी ताज़ी ताज़ी बुर चोद कर मस्त हो जाता है। खुदा करे की इन लड़कों और लड़कियों की ताज़ी ताज़ी चुदाई इसी तरह होती रहे।
मेरा नाम आरा है दोस्तों. मैं २२ साल की एक खूबसूरत बिंदास और हॉट लड़की हूँ। अभी मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ। यह मेरा फाइनल ईयर है। मैं कॉलेज में बहुत मस्ती करती हूँ खूब एन्जॉय करती हूँ. बिंदास बोलती हूँ और लड़कों को खूब चिढ़ाती हूँ। उसकी माँ बहन चोदती हूँ क्योंकि मुझे गालियां देना बहुत अच्छा लगता है। मैं लड़कियों से तो गालियों से ही बात करती हूँ। अब तो कुछ टीचरें भी ऐसी हैं जिनसे मैं गालियों से बात करती हूँ। वैसे अभी बहुत जल्दी है लेकिन अब बात आ ही गयी है तो बतला देती हूँ की मैं कुछ टीचरों को लण्ड भी सप्लाई करती हूँ।मुझसे लण्ड की फरमाईस करने वाली खास तौर से दो ही टीचरें है। एक तो मिसेज कामिनी और दूसरी मिसेज बरखा। दोनों ही मस्त जवान शादी शुदा औरतें है और लण्ड की बड़ी शौक़ीन हैं। हफ्ते में दो बार मैं इनके घर लण्ड भेजती हूँ। एक बात तो मैंने अपने अब्बा को ही भेज दिया था और मजे की बात यह है की इन दोनों को अब्बा का लण्ड बहुत पसंद आया ? ख़ैर तो मैं गालियों की बात कर रही थी। मैंने गालियां अपने घर से ही सीखीं हैं। मेरी अम्मी हबीबा बेगम गाली देने में बहुत मशहूर हैं। जबसे मैं जवान हुई हूँ १८ + की हुई हूँ, तबसे अम्मी मुझसे गालियों से बात करती हैं। मेरी माँ बहन चोदती हैं तो फिर मैं भी उसकी माँ बहन चोदती हूँ। बात यहाँ तक सीमित नहीं रही बल्कि और बढ़ गयी। एक दिन मैं चुप चाप अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड चाट रही थी यह जानते हुए की अम्मी घर पर नहीं हैं। वह पड़ोस में गयीं है और शाम को आयेगीं। लेकिन वह पहले ही आ गयी और इत्तिफाक से मेरे कमरे में आ गयीं जहां मैं नंगी नंगी लण्ड चाटने में मसगूल थी। मुझे नहीं मालूम की वह कब आ गयी। और न ही मेरे बॉय फ्रेंड को मालूम हुआ। थोड़ी दे में वह मेरे सामने ही आ गयीं। मैंने जब उसे देखा तो सन्न रह गयी। मेरे हाथ से लण्ड छूट गया। उसने देखा तो लण्ड साला सिकुड़ गया बल्कि उसने लण्ड अपने हाथों से छुपा लिया। मैंने कहा आई एम् सॉरी अम्मी ? आगे से ऐसा नहीं करूंगी प्लीज मुझे माफ़ कर दो।
अम्मी ने मुस्कराकर कहा नहीं बेटी डरने की कोई जरुरत नहीं है। तुमने कोई गलती नहीं की है। इस उम्र के लण्ड नहीं पकड़ोगी तो कब पकड़ोगी ? लेकिन लंड ठीक से पकड़ो बेटी। दो बातें यद् रखो। पहला - लण्ड हाथ से नहीं दिल से पकड़ा जाता है। मन से पकड़ा जाता है लण्ड और दूसरी - लण्ड पकड़ते समय नज़रें हमेशा लण्ड पर रखो और लण्ड वाले पर भी। लण्ड वाले की आँखों के आँखें डाल कर लण्ड पकड़ो। यह भी ख्याल रखो की लण्ड की झांटें अच्छी तरह साफ़ हों। इसके दो फायदे होतें हैं। एक तो झांटें साफ़ होने से लण्ड बड़ा दिखता है और खूबसूरत भी। दूसरे लण्ड और पेल्हड़ चाटने से झांट का बाल मुंह में कभी नहीं जाने पाता। अब जाओ मेरे बाथ रूम से रेज़र ले आओ। मैं इसकी झांटें बना देती हूँ।
मैं बाथ रूम चली गयी। जब वहां से वापस आयी तो देखा की अम्मी तो अपनी चूँचियाँ खोल कर बैठी हुई हैं। वह लण्ड को चारों तरफ से घुमा घुमा कर देख रही हैं। मैंने रेज़र दिया तो अम्मी ने झांटें बना दी। फिर लण्ड को गीली तौलिया से पोंछा और थोड़ा परफ्यूम लगा दिया। लण्ड महक उठा। फिर अम्मी मेरे बॉय फ्रेंड के गाल थपथपाकर कर बोली बेटा मेरी बेटी चोद कर जाना। फिर अम्मी ने मेरे गाल भी थपथपाये और कहा बेटी अपनी माँ के भोसड़ा का भी ख्याल रखना ? यह कह कर अम्मी चली गयीं। मैं यह बात तो समझ गयी की अम्मी मेरे बॉय फ्रेंड से चुदवान चाहती है पर साफ साफ कह नहीं पाईं। तब तक वह बोल पड़ा हाय आरा तेरी माँ तो बहुत सेक्सी और हॉट हैं यार ? उसकी चूत भी बहुत सेक्सी और हॉट होगी ?
मैने कहा अच्छा तो यह बात है। तेरा दिल मेरी माँ पर आ गया है। देखो न तेरा लण्ड मादर चोद मेरी चूँचियाँ देख कर कितना सख्त हो गया है। वह बोला हां यार मैं तेरी माँ की चूँचियाँ चोदना चाहता हूँ। मैंने कहा भोसड़ी के पहले अम्मी की बिटिया की बुर चोद ले फिर मेरी अम्मी का भोसड़ा चोदना ? मेरी माँ चोदने में तेरी गांड फट जाएगी। अम्मी के जाने के बाद मैंने पहले लण्ड खूब मस्ती से चूमा, चाटा, चूसा और फिर उसे अपनी चूत मे पेल कर मजे से चुदवाया।
उस दिन रात के ११ बजे थे। मैं अपने कमरे में बैठी हुई थी। मेरा लैपटॉप खुला था और खुल थे मेरे आधे कपड़े। कहीं से चूँची नज़र आ रही थी तो कहीं से झांटें दिखाई पड़ रहीं थीं। मैं लैपटॉप पर नज़रें गड़ाये हुए थी लेकिन मेरे हाथ कहीं और थे। मैं सारी दुनिया भूल चुकी थी। इतने में अचानक अम्मी मेरे कमरे में आ गयीं।
- अम्मी आते ही बोली :- तेरी माँ की चूत भोसड़ी की आरा ? तेरी बहन का लण्ड ? क्या कर रही है तू माँ की लौड़ी ? यहाँ बैठी बैठी अपनी माँ चुदवा रही है तू, आरा ?
- अरे अम्मी क्या हो गया तुम्हे ? मैं अपनी माँ तो नहीं चुदवा रही हूँ।
- तो फिर चुदवाती क्यों नहीं है तू अपनी माँ ? देख तेरी माँ का भोसड़ा जला जा रहा है ? एकदम भठ्ठी हो गया है तेरी माँ का भोसड़ा आरा इसमें किसी लण्ड का पानी क्यों नहीं डाल देती ? तुझे इतना समझ में नहीं आता ? हाय रे तेरे उम्र की लड़कियां अपनी माँ भकाभक चुदवाने लगीं हैं। एक तू है की कुछ करती ही नहीं बहन चोद ?
- अरे ऐसा क्या हो गया जो तेरा भोसड़ा जल उठा ? और तू इतनी गालियां बकने लगी है।
- गालियां नहीं बक रही हूँ, बेटी । मैं तो वही कह रही हूँ जो "Sex" की कहानियों में लिखा है। कहानियां इतनी गरम हैं की मेरा भोसड़ा जल उठा। पहली ही कहानी में मेरी ऊँगली मेरी चूत में घुस गई। बाप रे क्या मस्त कहानियां है इस ब्लॉग की ?
- तेरी बुर चोदी बिटिया की बुर , अम्मी ? तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा ? तेरी बेटी की बहन की चूत ? तुझे मालूम है की तेरी बेटी की बुर कितनी आवारा हो चुकी है ? लण्ड चोदने लगी है तेरी बेटी की बुर आफरीन ? पता नहीं किस किस का लण्ड चोद कर आती है भोसड़ी वाली।
- हाय दईया यह तो मुझे मालूम ही नहीं ? मेरी बेटी इतनी आगे बढ़ चुकी है ? थोड़ा कण्ट्रोल रख तू अपनी चूत पर बेटी ?
- अरे अम्मी मैं ये सब करती नहीं हूँ। मैं तो वही कह रही हूँ जो इन कहानियों में लिखा है। मैं भी "Sex" की कहानियां पढ़ रही हूँ। पढ़ते ही मेरे कपड़े अपने आप खुल गये। पता नहीं कौन इतनी गरम गरम कहांकियाँ लिखता है। लिखने वाले की माँ का भोसड़ा और लिखने वाली की माँ की चूत ? मेरी भी बुर बहन चोद जल रही है। अब तो इसमें लण्ड का पानी डालना ही पड़ेगा।
मैं जान गयी की खाला अपनी बेटी के मियां से चुदवाती है और आज तो चुदाई का पूरा प्लान बना कर आई हैं। तब तक ज़रा भी आ गयी।
आते ही ज़ारा बोली - हाय अम्मी जान, तू यहाँ किसका लण्ड हिला रही थी ?
खाला ने जबाब दिया - मैं लण्ड हिला नहीं रही थी। मैं लण्ड हिलाने अब जा रही हूँ ?
ज़ारा ने कहा - किसका लण्ड हिलाने जा रही है तू, बुर चोदी आसफा ?
खाला ने कहा - आरा के बाप का लण्ड हिलाने जा रही हूँ। आरा तेरे बाप का लण्ड हिलायेगी। आरा की माँ तेरे मियां का लण्ड हिलायेगी ? अब तू बता भोसड़ी की तू किसका लण्ड हिलायेगी ?
ज़ारा बोली - मैं अपने नंदोई का लण्ड हिलाऊँगी वह अभी आ रहा है।
बस रात का प्लान बन गया। सब लोग इकठ्ठा हो गये। वैसे तो हमारे घर में रोज़ ही अय्यासी होती है पर आज का दिन ज़रा बिशेष दिन है जहाँ सब एक साथ एक ही कमरे में चोदा चोदी करेगें। इसलिए थोड़ा ड्रिंक्स का मज़ा लेना जरुरी हो जाता है। हम सब शराब पीने लगे। एक एक पैग के बाद, मैंने हाथ बढ़ कर खालू का लण्ड पकड़ लिया, खाला जान ने मेरे अब्बू के लण्ड पर हाथ रख दिया, अम्मी ज़ारा के मियां का लण्ड टटोलने लगीं और ज़ारा ने अपने नंदोई का लण्ड पकड़ने के लिए उसके पैजामे में हाथ घुसेड़ दिया। बस दो मिनट में ही सबके लण्ड टन टना कर बाहर निकल आये। उधर हम सब भी एक एक करके नंगी हो गयीं। मेरी नज़र सबके लण्ड पर पड़ी.
सबसे पहले मैंने अब्बू का लण्ड देखा। बाप रे बाप इतना बड़ा लण्ड ! इतना मोटा लण्ड ! मैं तो ललचा गयी। मैंने पहले कभी उसका लण्ड नहीं देखा। ज़ारा के नंदोई का लण्ड देखा तो मेरी चूत की आग और भड़क उठी। वह भी अब्बू के लण्ड के टक्कर का लण्ड था। ज़ारा के मियां का लौड़ा भी जबरदस्त था जिसे अम्मी मुंह में लेकर चूस रही थीं। हां खालू का लण्ड एक बार मैं पकड़ चुकी थी. मुंह में लिया था उसका लण्ड पर बुर में नहीं। आज इससे चुदवाने का मौक़ा मिल रहा है। यहाँ शर्म नाम की कोई चीज नहीं थी। शराब पीने के बाद तो शर्म को वैसे ही माँ चुद जाती है। अम्मी ने एक बार कहा था की बेटी जवानी में चुदवाते समय लण्ड देखा जाता है लण्ड वाले का रिस्ता नहीं ? इसलिए आज मैं अब्बू से भी चुदवाने में कोई परहेज नहीं करूंगी। अम्मी को तो चुदवाते हुए देखा था परन्तु अब्बू को आज पहली बार चोदते हुए देख रही हूँ। बड़ा मज़ा आ रहा है। इस तरह की ऐय्यासी बहुत कम देखने को मिलती है।
अचानक मैंने ज़ारा के मियां का लण्ड अम्मी से छीन लिया तो उसने मेरे हाथ से खालू का लण्ड छीन लिया। मैं ज़ारा के मियां का लण्ड चाटने लगी और अम्मी खालू का लण्ड सीधे अपनी बुर में घुसेड़ कर चुदवाने लगी। उधर आरा ने मेरे अब्बू का लण्ड दबोच लिया और खाला ने ज़रा के नन्दोई का लण्ड। हम लोगों के लण्ड बदल गये तो मज़ा और आने लगा। और इसी तरह हम सब रात भर एक दूसरे के सामने एक दूसरे से लण्ड छीन छीन कर चुदवाती रहीं।
फिर कुछ दिन बाद मेरी शादी हो गयी और मैं ससुराल चली गयी। ससुराल में मेरी बड़ी इज़्ज़त हुई मैं फूली नहीं समां रही थी। मेरी ससुराल का भी बहुत बड़ा कुनबा है। मुझे यकीन हो गया की मुझे यहाँ लण्ड की कमी कभी महसूस नहीं होगी। मेरी नन्द में तो मेरी सुहागरात में ही २/३ लण्ड मेरी चूत में पेल दिया था और अपनी भी चूत में पेलवा लिया था। उसने कहा अरे भाभ यहाँ सुहागरात में भी गैर मरदों से चुदवाया जाता है। चलो मैं तुम्हे दिखाती हूँ. वह मुझे बाहर ले गयी और बोली वो देखो भाभी मेरी अम्मी मेरे ससुर से चुदवा रही है। मेरा अब्बू अपनी साली की बुर ले रहा है। मेरी सास मेरे भाई जान का लौड़ा चूस रही है। मेरी खाला मेरे फूफा से चुदवा रही है और मेरी दीदी अपने देवर से ही भकभक चुदवाने में जुटी हैं। यहाँ भोसड़ी का कोई अपनी बीवी चोद ही नहीं रहा है। सब अपना अपना लण्ड दूसरों की बीवियों की बुर में पेल रहें हैं। बीवियां भी बुर चोदी अपने मियां का लण्ड पकड़ती ही नहीं पराये मियों के लण्ड ही पकड़ती हैं।
ताज़ी ताज़ी लड़कियों की चूत और
ताज़े ताज़े लड़कों के लण्ड का जशन
मेरी सुहागरात के दो दिन बाद सास ने कहा - घर में नई दुल्हन आयी है इसलिए उसकी खैरमकदम में आज रात को यहाँ एक बहुत बड़ा जश्न होगा। जिसमे जवान लड़के और लड़कियों की ही चोदा चोदी होगी। फिर की शाम से ही अब लोग इकठ्ठा होने लगे।
इतने में मेरी सास आयी और बोली - सब सुनो भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों। आज होगा पूरे घर में एक जबरदस्त चुदाई का जशन जिसमे होंगीं ताज़ी ताज़ी लड़कियों की चूत और ताज़े ताज़े लड़कों के लण्ड। ये लोग चाहे शादी शुदा हों या न हों लेकिन लड़कियों की उम्र १८ साल से २५ साल होगी और लड़कों की उम्र २० साल से २८ साल की होगी। लड़कियों में बेटियां भी होंगी और बहुएं भी और वो लड़कियां भी जो इस ग्रुप में आती हों। लड़कों में बेटे, दामाद भी होगें और उनके दोस्त भी । लड़के पहले लड़कियों के कपड़े उतार कर, कर देगें उन्हें नंगी और फिर लड़कियां लड़कों के कपड़े उतार कर, कर देगीं उन्हें नंगा। सभी लड़के चोदेगें सब लड़कियों की चूत और लड़कियां चोदेगीं सब लड़कों के लण्ड ? अगर कोई लड़की गांड मरवाने की इच्छुक है तो उसकी गांड भी मारी जाएगी। लड़कियों को किसी भी तरह की और किसी को भी गालियां देने का हक़ होगा। बाकी सब फ्रेमलेस देखेंगीं तमाशा ? सब फ्रेमलेस तालियां बजा बजा इन लोगों का हौसला बढ़ायेगीं? देखने वालों में से मरद नहीं होगें। मरद तो सिर्फ लड़कियां चोदने वाले ही होंगें।
उस समय पर लड़कियों में थी :-
- मैं थी घर की नई नवेली बहू आरा,
- २४ साल की मेरी जेठानी सबा,
- २१ साल की मेरी खाला सास की कुंवारी बेटी अदा,
- फुफिया सास की भी २२ साल की कुंवारी बेटी चाँद ,
- और मेरी २४ साल की शादी शुदा बुर चोदी नन्द ,सना।
- जेठानी का २६ साल का जीजा सोहेल,
- २३ साला का मेरी दीदी का देवर रज़ा,
- २२ साल का मेरी फूफी का लड़का जावेद,
- मेरे मियां का २५ साल का दोस्त जमील
- और मेरा २७ साल का नंदोई आदिल।
तभी मेरी सास बोली: - देखो भई ये जश्न तो नयी नवेली दुल्हन के आने पर हो रहा है इसलिए सबसे पहले उसके ही कपडे उतारे जायेंगें।
यह सुनकर मेरा नंदोई आदिल आगे बढ़ा और मेरे कपड़े एक एक करके बड़े प्यार से उतारने लगा। मैं देखते ही देखते नंगी हो गयी तो सबने तालियां बजायीं और मेरा स्वागत किया। मेरे साथ साथ सबा और अदा के भी कपड़े उतर गये। उनकी भी चूँचियाँ और चूत मैदान में आ गयीं। फिर चाँद और सना को भी नंगा कर दिया गया। हम पांचो लड़कियों को नंगी देख कर सबने फिर खूब तालियां बजाई और हमारा हौसला बढ़ाया। लड़के भोसड़ी के सब हमें आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगे और हम लोग भी नंगी नंगी चारों तरफ घूम घूम कर अपना जिस्म बड़े प्यार से दिखाने लगीं ।
अब जिन लड़कों ने लड़कियों को नंगा किया था वही लड़कियां उन्हें नंगा करने लगीं। मैं अपने नंदोई के कपड़े खोलने लगी, मेरी जेठानी सबा मेरे मियां के दोस्त के कपड़े उतारने लगी, अदा जावेद को नंगा करने लगी, चाँद बुर चोदी रज़ा के कपडे खोल कर उसे नंगा करने लगी और मेरी नन्द सना मेरी जेठानी के जीजा को नंगा करने लगी। देखते ही देखते पांचो भोसड़ी के लड़के नंगी हो गये और उनके लण्ड खड़े होने लगे। सबने खूब तालियां बजाईं और मज़ा लेने लगी।
९/१० औरतें चारों तरफ चुदाई देखने के लिए बैठी हुई थीं. उधर लण्ड खड़े हो रहे इधर इन लोगों की चुहलबाजी शुरू हो गयी। आपस में हंसी मजाक शुरू हो गयी। आप भी सुनिए वो क्या क्या कह रही हैं। हाय अल्ला, दुल्हन की चूत तो बड़ी टाइट है यार चोदने वाले की माँ चुद जाएगी ,,,, अदा तो वाकई मस्त जवान हो गयी है। इसका होने वाला मियां बड़ा मज़ा करेगा ,,,,,, ? मियां क्या मज़ा करेगा मज़ा तो पराये मरद करेगें जो इसे चोदेगें,,,,,,, वाओ, जमील का लौड़ा तो बड़ा मोटा लग रह है यार ,,,,,,,,? हां यार इसे देख कर तो मेरी चूत गीली हो गयी ,,,,,? तेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है क्या ,,,,,,,,? हां हां अभी दो महीने से चुदवाने लगी है बुर चोदी ,,,,,,, ? क्या गज़ब का लण्ड है बहू की दीदी के देवर का ,,,,,,? ऐसा तो मेरे अब्बू का भी लौड़ा है यार ,,,,, ? यार तेरी बिटिया की बुर बड़ी चकाचक है,,,,, तेरी बहन की बुर भोसड़ी वाली तू भी तो लण्ड की बड़ी शौक़ीन हैं ,,,,,? कौन है ऐसी मादर चोद जिसे लण्ड पसंद नहीं ,,, ?
इन बातों से माहौल बिलकुल गरम हो गया। हम सब अपनी अपनी चूत फैलाये हुए अपने अपने हाथ का लण्ड चाटने लगीं। लण्ड के टोपा से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से टोपा तक जबान फिराने लगीं और दूसरों को भी देखने लगी की वे सब कैसे लण्ड चाट रहीं हैं ? यही तो खूबी है सामूहिक चुदाई की। मुझे यह भी अच्छा लग रहा है की मेरी ससुराल की सब औरतें बैठी हुई अपनी बहू की बुर ग़ैर मरदों से चुदवा रहीं हैं। अब आगे कोई भोसड़ी वाली मुझे किसी और से चुदवाने के लिए मना नहीं कर सकती। इतने में आदिल ने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और मैं अपने नंदोई से चुदवाने लगी। मेरे बगल में ही लेटी हुई सबा जमील से चुदवाने लगी। अदा जावेद का लण्ड बड़े प्यार से अपनी चूत में घुसेड़ने लगी। वह अभी कुवांरी थी पर लण्ड का मज़ा लेने में सबसे आगे थी। उसने तो लौड़ा पूरा अपनी चूत में घुसेड़ लिया और रंडी की तरह चुदवाने लगी। यही हाल चाँद का भी था। वह भी एक मस्त बेशरम लड़की की तरह रज़ा का लौड़ा पेले हुए चुदवाने लगी। सना बुर चोदी मेरी नन्द तो सबसे ज्यादा ही बेशर्म है। वह जेठानी के जीजा का लण्ड अपनी बुर में पेले हुए गचागच चुदवाने में जुट गयी और बोली भोसड़ी के जीजू ठीक से जल्दी जल्दी चोदो नहीं तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी।
मेरी सास खाला सास से कहा :- तेरी बेटी अदा तो इतनी छोटी सी उम्र में बड़ी अच्छी तरह चुदवा रही है ?
खाला सास बोली :- अरे दीदी, मेरी बेटी बुर चोदी अपनी माँ भी अच्छी तरह चुदवाती है। तरह तरह के लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलती है और मज़ा लेती है। कॉलेज के लड़कों के ताज़े ताज़े लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ती रहती है। बड़ी बेशर्म और निर्लज्ज हो गयी है माँ की लौड़ी। वह तो कहती है की अम्मी मैं अपनी सुहागरात के दूसरे ही दिन तेरी चूत में अपने मियां का लण्ड पेलूँगी।
तब तक फुफिया सास बोली :- हाय भाभी जान (मेरी सास ) मेरी बेटी चाँद भी बिलकुल इसी तरह है। खुले आम
इधर ये सब बातें हो रहीं थी और उधर खूब घमाशान चुदाई हो रही थी। अचानक मैंने जमील का लण्ड पकड़ लिया तो सबा ने जावेद का लौड़ा अपने हाथ में ले लिया। अदा ने आगे बढ़ कर रज़ा का लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया तो चाँद ने सोहेल का लण्ड अपनी बुर में पेला। सना बुर चोदी अपने ही मियां का लण्ड फिर वह अदा के साथ मिलकर चुदवाने लगी।
अम्मी ने कहा :- कुछ भी हो यार ! पर ताज़ी चूत और ताज़े लण्ड की चुदाई का कोई मुकाबला नहीं। ताज़ी ताज़ी लड़की ताज़े ताज़े लण्ड से चुदवाकर मस्त हो जाती है। ताज़ा ताज़ा लड़का भी ताज़ी ताज़ी बुर चोद कर मस्त हो जाता है। खुदा करे की इन लड़कों और लड़कियों की ताज़ी ताज़ी चुदाई इसी तरह होती रहे।
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