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मेरी बेटी के सामने भी मेरी बुर चोदो - Meri beti ke samne meri bhi bur chut gand chudai karo
मेरी बेटी के सामने भी मेरी बुर चोदो - Meri beti ke samne meri bhi bur chut gand chudai karo , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
तू अगर मेरी बुर चोदी माँ है तो मैं भी तेरी बुर चोदी बेटी हूँ. मम्मी
लण्ड की तुझे जितनी जरुरत है उससे ज्यादा लण्ड की मुझे जरुरत है मम्मी।
एक दिन मैं जब बाहर से आयी तो देखा की मेरी बेटी पिंकी किसी लड़के का लण्ड चाट रही है। मैं कुछ बोलीनहीं बल्कि बाहर से ही चुप चाप उसे लण्ड चाटते हुए देखती रही। हां यह बात जरूर है की उसे देख कर मेरी भी चूत चुलबुला उठी और लण्ड देख कर मेरे भी मुंह में पानी आ गया । मेरा भी मन हुआ की मैं भी अपनी बेटी के साथ लण्ड चाटने लगूं। मेरी बेटी २० साल की थी मस्त जवान हो चुकी थी। उसकी चूँचियाँ तो लगभग अभी से मेरी चूँचियों के बराबर हो चुकी थीं। उसकी गांड उभर कर आ गयी थी और उसकी खूबसूरती उसकी जवानी में चार चाँद लगा रही थी। मैं मन में कहने लगी की ऐसे में बेटी लण्ड नहीं चाटेगी तो कब चाटेगी ? मैं यह भी समझ गयी की पिंकी लण्ड चाटती है तो चुदवाती भी होगी। मैं अगर इससे खुल जाऊं, इससे दोस्ती बना लूँ तो मुझे इसी तरह के लण्ड चाटने को मिल सकते हैं। यह तो तय था की पिंकी किसी एक ही लड़के का लण्ड नहीं चाटती होगी। वह भी मेरी तरह सेक्स की शौक़ीन है। वह जरूर २/३ लड़कों के लण्ड चाटती होगी और मुझे इन सब लड़कों से चुदवाने का बेहतरीन मौका मिल सकता है। उनकी बातों से मुझे मालूम हुआ की लड़के का नाम अजय है। उस दिन पिंकी ने लण्ड का सड़का मारा और फिर मस्ती से झड़ता हुआ लण्ड पिया। उसका सुपाड़ा बड़ी मस्ती से चाटा।
तू अगर मेरी बुर चोदी माँ है तो मैं भी तेरी बुर चोदी बेटी हूँ. मम्मी
एक दिन मैं जब बाहर से आयी तो देखा की मेरी बेटी पिंकी किसी लड़के का लण्ड चाट रही है। मैं कुछ बोलीनहीं बल्कि बाहर से ही चुप चाप उसे लण्ड चाटते हुए देखती रही। हां यह बात जरूर है की उसे देख कर मेरी भी चूत चुलबुला उठी और लण्ड देख कर मेरे भी मुंह में पानी आ गया । मेरा भी मन हुआ की मैं भी अपनी बेटी के साथ लण्ड चाटने लगूं। मेरी बेटी २० साल की थी मस्त जवान हो चुकी थी। उसकी चूँचियाँ तो लगभग अभी से मेरी चूँचियों के बराबर हो चुकी थीं। उसकी गांड उभर कर आ गयी थी और उसकी खूबसूरती उसकी जवानी में चार चाँद लगा रही थी। मैं मन में कहने लगी की ऐसे में बेटी लण्ड नहीं चाटेगी तो कब चाटेगी ? मैं यह भी समझ गयी की पिंकी लण्ड चाटती है तो चुदवाती भी होगी। मैं अगर इससे खुल जाऊं, इससे दोस्ती बना लूँ तो मुझे इसी तरह के लण्ड चाटने को मिल सकते हैं। यह तो तय था की पिंकी किसी एक ही लड़के का लण्ड नहीं चाटती होगी। वह भी मेरी तरह सेक्स की शौक़ीन है। वह जरूर २/३ लड़कों के लण्ड चाटती होगी और मुझे इन सब लड़कों से चुदवाने का बेहतरीन मौका मिल सकता है। उनकी बातों से मुझे मालूम हुआ की लड़के का नाम अजय है। उस दिन पिंकी ने लण्ड का सड़का मारा और फिर मस्ती से झड़ता हुआ लण्ड पिया। उसका सुपाड़ा बड़ी मस्ती से चाटा।
बस मैंने दूर से उसकी एक वीडियो बना लिया। मैं अब धीरे धीरे पिंकी से खुल कर बात करने लगी। मैं चाहती थी की पिंकी जल्दी से मेरे साथ खुल कर बातें करने लगे और मेरी ही तरह खुल कर गालियां भी देने लगे। मेरा नाम मिसेज अनीता चावला है। मैं ४४ साल की एक मद मस्त खूबसूरत और हॉटऔरत हूँ। मैं सेक्स बहुत पसंद करती हूँ और सबको सेक्स करने के लिए प्रेरित करती हूँ। मैं बहन चोद सेक्स के मामले में बहुत बेशर्म हूँ। मैं चाहती हूँ की मेरी बेटी भी खुल कर सेक्स एन्जॉय करे। मेरे साथ एन्जॉय करे। मैं उसे कई तरह के लण्ड दे सकती हूँ और वह भी मुझे कई तरह के लण्ड दे सकती है।
एक दिन मैं फोन पर बात कर रही थी। मैं जान गयी की पिंकी मेरे पीछे खड़ी है। मैंने मौके का फायदा उठाया और गालियों से बातें करने लगी। मैंने कहने लगी - हां हां मैं तो भोसड़ी की बहुत बड़ी रंडी हूँ,,,,,,,,,,,,,,,हर तरह का लण्ड अपनी चूत में पेलती हूँ ,,,,,,,,,,,,,? तेरी बेटी बुर चोदी तेरी चूत में लण्ड घुसेड़ती है ,,,,,,,,,,,,,,? अच्छा यह सच बात है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? फिर क्या तुझे तो बड़ा मज़ा आता होगा ,,,,,,,,,,,,,, हां मोटा लण्ड मैं भी पसंद करती हूँ ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? उसका लण्ड मोटा है और बड़ा भी ,,,,,,,,,,,,,उसकी माँ की चूत ,,,,,,,,,,,,,? मुझे क्या कोई भी चोदे पर चोदे जरूर ,,,,,,,,,,,,,,,,हां हां मैं चुदवा लूंगी ,,,,,,,,,,,,,? मेरी बेटी जवान हो गयी है मैं खुश हूँ की वह भी लण्ड पीती है ,,,,,,,,,,,,,,? उसके साथ तुम भी पियो लण्ड ?
फोन बंद हुआ तो मैंने पीछे मुड़ी। मैंने देखा की मेरी बेटी सारी बातें सुन रही थी। मैंने उसके गाल थपथपाये और कहा ये मेरी सहेली थी मुझसे खुल कर बातें करती है। तुम्हारी तरह उसकी भी बेटी जवान हो गयी है। वह मुस्कराती हुई चली गयी।
एक दिन रात में मैंने कहा बेटी पिंकी देखो ये एक नया वीडियो है इसे टी वी पर लगा दो। उसने लगा दिया। बस एक मिनट के बाद उसमे एक लड़की नंगी नंगी एक नंगे लड़के का लण्ड पीते हुए दिखी। वह वह ब्लू फिल्म थी। पिंकी उसे देख कर जाने लगी। मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा बेटी यहीं मेरे साथ बैठ कर देखो। अब तुम जवान हो गयी हो। शर्माने की कोई जरुरत नहीं है। वह बैठ गयी लेकिन उसकी आँखे नीचे थीं। वह बोली मम्मी मुझे शर्म आ रही है। मैंने कहा अच्छा तुम्हे किसी का लण्ड पीने में कोई शर्म नहीं आती। किसी लड़की को लण्ड पीते हुए देखने में शर्म आती है ? तेरी माँ की चूत पिंकी ? मैं सब जानती हूँ। तेरी उम्र की लड़कियां तो अपनी माँ चुदाने लगती है और तू बहन चोद देखने में शर्मा रही है। वह बोली मैं क्या करूं मम्मी ? मुझे तेरे सामने ,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने अपना मोबाइल उठाया और वही वीडियो उसे दिखा दिया और कहा देख मुझे तो ये सब देखने में कोई शर्म नहीं आयी थी। वह वीडियो देख कर अचंभित रह गयी बोली मम्मी आई सॉरी ? मैंने कहा नहीं बेटी मैं नाराज़ नहीं हूँ बल्कि खुश हूँ। मैं तो कहती हूँ की तुम पियो लण्ड और मुझे भी पिलाओ लण्ड ? तुम भी चुदाओ माँ की चूत मैं भी चुदाऊं बिटिया की बुर ?
उसकी शर्म ख़तम तो हुई लेकिन पूरी तरह नहीं हुई। मैंने कहा बेटी ज़रा ऊपर से मेरी पर्श से कंडोम का पैकेट निकल लाओ। वह ऊपर गयी और तब मैंने बाथ रूम से अपने दोस्त संजय को बाहर बुला लिया। वह एकदम नंगा था। मैंने भी अपना गाउन उतार दिया। मैं भी नंगी हो गयी. उसका लण्ड खड़ा था। मैं उसका लण्ड चाटने लगी। पिंकी वापस कमरे में आई तो मुझे लण्ड चाटते हुए देख कर दंग रह गयी। वह बोली अरे मम्मी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,.?
मैंने उसे लण्ड पकड़ाते हुए कहा बेटी मुझे बताओ की तुम्हे अपने दोस्त अजय का लण्ड ज्यादा पसंद है की मेरे दोस्त संजय का लण्ड ? मैं तेरी बुर चोदी माँ हूँ पिंकी, ले पकड़ ले लण्ड ? उसने लण्ड पकड़ लिया और बोली मैं तेरी बुर चोदी बेटी हूँ मम्मी, पकड़ लूंगी लण्ड ? मैंने उसकी पीठ थपथपाई और कहा अब तू चुदा ले अपनी माँ का भोसड़ा ? वह बोली तू भी चुदा ले अपनी बिटिया की बुर। अंकल का लण्ड मुझे पसंद है।
उसकी शर्म पूरी तरह ख़तम हो चुकी थी। मैंने कहा बेटी पिंकी ज़रा वो इंची टेप लेकर अंकल के लण्ड की नाप लेकर बताओ मुझे। वह बोली अरे मम्मी लण्ड ८" + है और मोटा ५" + है . मैंने कहा अरे वाह तू बिना नापे कैसे बता सकती है। वह बोली तो फिर तुम नाप कर देख लो लण्ड मम्मी ? अगर मैं सही हुई तो मैं पहले अपनी माँ चुदवाऊंगी और अगर तुम सही हुई तो तुम पहले अपनी बेटी चुदवा लेना। मैं बेटी की बात से बहुत खुश हुई और इंची इंची टेप से लण्ड नापने लगी। फिर बोली बेटी पिंकी तू सही है ले तू पहले अपनी माँ चुदवा ले ? पिंकी में बड़े प्यार से लण्ड मेरी चूत पर रख दिया और उसकी गांड ऊपर से दबा दी। लण्ड सरसराता हुआ मेरी चूत में पूरा घुस गया। वह बड़ी मस्ती से बोली ले देख भोसड़ी की अनीता अब तेरी बेटी भी अपनी माँ चुदवाने लगी है।
मैंने पूंछा :- बेटी तुम्हे अंकल का लण्ड पसंद आया।
वह बोली :- हां मम्मी इसका लण्ड तो बिल्कुल पीटर सर के लण्ड की तरह है। उतना ही लंबा चौड़ा और देखने में एकदम पीटर का लण्ड लगता है।
उस दिन संडे था। सबकी छुट्टी थी लेकिन पिंकी कहीं गयी थी। मैं भी अपनी झांटें बनाकर और नहा धोकर बाथ रूम से नाहा कर निकली थी। मैं चूँचियों तक अपना पेटीकोट बांध लिया था। अंदर से बिलकुल नंगी थी। नीचे मेरी टाँगे जरूर कुछ खुली हुई थीं। तभी किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक हैंडसम लड़का खड़ा था। वह बोला मैं पिंकी से मिलने आया हूँ आंटी जी। मैं उसका दोस्त हूँ मेरा नाम सैम है। मैंने उसे अंदर बैठाया और मैं भी वैसे ही बैठी हुई बातें करने लगी।
गया। बस मैं उसका लण्ड पूरे बदन पर फिराने लगी। अपनी चूँचियों के बीच लण्ड पेलने लगी और लण्ड का टोपा चाटने लगी। मैं उसे अंदर बेड रूम में ले गयी और उसके ऊपर चढ़ बैठी। मैं घूम गयी और अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी। मैं इधर उसका लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। हम दोनों 69 बन गए। मुझे उसका लण्ड बहुत पसंद आया। वह बोला आंटी जी पिंकी भी इसी तरह मेरा लण्ड चूसती है। मैंने कहा हां बेटा वह मेरी बेटी है तो मेरी ही तरह चूसेगी। तुम यह बताओ क्या मेरी बेटी और भी लड़कों के लण्ड चूसती है ? वह बोला हां आंटी चूसती है। उसको तो कॉलेज का हर लड़का अपना लण्ड पकड़ाना चाहता है। वह भी सबसे सेक्स करती है। सबका लण्ड पकड़ती है. सड़का मार कर लण्ड पीती है। और भी लड़कियां हैं जो इसकी तरह लड़कों के लण्ड पकड़तीं हैं।
एक दिन मैं फोन पर बात कर रही थी। मैं जान गयी की पिंकी मेरे पीछे खड़ी है। मैंने मौके का फायदा उठाया और गालियों से बातें करने लगी। मैंने कहने लगी - हां हां मैं तो भोसड़ी की बहुत बड़ी रंडी हूँ,,,,,,,,,,,,,,,हर तरह का लण्ड अपनी चूत में पेलती हूँ ,,,,,,,,,,,,,? तेरी बेटी बुर चोदी तेरी चूत में लण्ड घुसेड़ती है ,,,,,,,,,,,,,,? अच्छा यह सच बात है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? फिर क्या तुझे तो बड़ा मज़ा आता होगा ,,,,,,,,,,,,,, हां मोटा लण्ड मैं भी पसंद करती हूँ ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? उसका लण्ड मोटा है और बड़ा भी ,,,,,,,,,,,,,उसकी माँ की चूत ,,,,,,,,,,,,,? मुझे क्या कोई भी चोदे पर चोदे जरूर ,,,,,,,,,,,,,,,,हां हां मैं चुदवा लूंगी ,,,,,,,,,,,,,? मेरी बेटी जवान हो गयी है मैं खुश हूँ की वह भी लण्ड पीती है ,,,,,,,,,,,,,,? उसके साथ तुम भी पियो लण्ड ?
फोन बंद हुआ तो मैंने पीछे मुड़ी। मैंने देखा की मेरी बेटी सारी बातें सुन रही थी। मैंने उसके गाल थपथपाये और कहा ये मेरी सहेली थी मुझसे खुल कर बातें करती है। तुम्हारी तरह उसकी भी बेटी जवान हो गयी है। वह मुस्कराती हुई चली गयी।
एक दिन रात में मैंने कहा बेटी पिंकी देखो ये एक नया वीडियो है इसे टी वी पर लगा दो। उसने लगा दिया। बस एक मिनट के बाद उसमे एक लड़की नंगी नंगी एक नंगे लड़के का लण्ड पीते हुए दिखी। वह वह ब्लू फिल्म थी। पिंकी उसे देख कर जाने लगी। मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा बेटी यहीं मेरे साथ बैठ कर देखो। अब तुम जवान हो गयी हो। शर्माने की कोई जरुरत नहीं है। वह बैठ गयी लेकिन उसकी आँखे नीचे थीं। वह बोली मम्मी मुझे शर्म आ रही है। मैंने कहा अच्छा तुम्हे किसी का लण्ड पीने में कोई शर्म नहीं आती। किसी लड़की को लण्ड पीते हुए देखने में शर्म आती है ? तेरी माँ की चूत पिंकी ? मैं सब जानती हूँ। तेरी उम्र की लड़कियां तो अपनी माँ चुदाने लगती है और तू बहन चोद देखने में शर्मा रही है। वह बोली मैं क्या करूं मम्मी ? मुझे तेरे सामने ,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने अपना मोबाइल उठाया और वही वीडियो उसे दिखा दिया और कहा देख मुझे तो ये सब देखने में कोई शर्म नहीं आयी थी। वह वीडियो देख कर अचंभित रह गयी बोली मम्मी आई सॉरी ? मैंने कहा नहीं बेटी मैं नाराज़ नहीं हूँ बल्कि खुश हूँ। मैं तो कहती हूँ की तुम पियो लण्ड और मुझे भी पिलाओ लण्ड ? तुम भी चुदाओ माँ की चूत मैं भी चुदाऊं बिटिया की बुर ?
उसकी शर्म ख़तम तो हुई लेकिन पूरी तरह नहीं हुई। मैंने कहा बेटी ज़रा ऊपर से मेरी पर्श से कंडोम का पैकेट निकल लाओ। वह ऊपर गयी और तब मैंने बाथ रूम से अपने दोस्त संजय को बाहर बुला लिया। वह एकदम नंगा था। मैंने भी अपना गाउन उतार दिया। मैं भी नंगी हो गयी. उसका लण्ड खड़ा था। मैं उसका लण्ड चाटने लगी। पिंकी वापस कमरे में आई तो मुझे लण्ड चाटते हुए देख कर दंग रह गयी। वह बोली अरे मम्मी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,.?
मैंने उसे लण्ड पकड़ाते हुए कहा बेटी मुझे बताओ की तुम्हे अपने दोस्त अजय का लण्ड ज्यादा पसंद है की मेरे दोस्त संजय का लण्ड ? मैं तेरी बुर चोदी माँ हूँ पिंकी, ले पकड़ ले लण्ड ? उसने लण्ड पकड़ लिया और बोली मैं तेरी बुर चोदी बेटी हूँ मम्मी, पकड़ लूंगी लण्ड ? मैंने उसकी पीठ थपथपाई और कहा अब तू चुदा ले अपनी माँ का भोसड़ा ? वह बोली तू भी चुदा ले अपनी बिटिया की बुर। अंकल का लण्ड मुझे पसंद है।
उसकी शर्म पूरी तरह ख़तम हो चुकी थी। मैंने कहा बेटी पिंकी ज़रा वो इंची टेप लेकर अंकल के लण्ड की नाप लेकर बताओ मुझे। वह बोली अरे मम्मी लण्ड ८" + है और मोटा ५" + है . मैंने कहा अरे वाह तू बिना नापे कैसे बता सकती है। वह बोली तो फिर तुम नाप कर देख लो लण्ड मम्मी ? अगर मैं सही हुई तो मैं पहले अपनी माँ चुदवाऊंगी और अगर तुम सही हुई तो तुम पहले अपनी बेटी चुदवा लेना। मैं बेटी की बात से बहुत खुश हुई और इंची इंची टेप से लण्ड नापने लगी। फिर बोली बेटी पिंकी तू सही है ले तू पहले अपनी माँ चुदवा ले ? पिंकी में बड़े प्यार से लण्ड मेरी चूत पर रख दिया और उसकी गांड ऊपर से दबा दी। लण्ड सरसराता हुआ मेरी चूत में पूरा घुस गया। वह बड़ी मस्ती से बोली ले देख भोसड़ी की अनीता अब तेरी बेटी भी अपनी माँ चुदवाने लगी है।
मैंने पूंछा :- बेटी तुम्हे अंकल का लण्ड पसंद आया।
वह बोली :- हां मम्मी इसका लण्ड तो बिल्कुल पीटर सर के लण्ड की तरह है। उतना ही लंबा चौड़ा और देखने में एकदम पीटर का लण्ड लगता है।
- मैंने कहा :- हाय दईया, तू कितने लण्ड पकड़ चुकी है पिंकी ?
- वह बोली :- पिछले दो साल से लण्ड पकड़ रही हूँ और एक साल से चुदवा रही हूँ।
- तूने कहाँ से सीखा लण्ड पकड़ना ?
- मौसी ने सिखाया मुझे लण्ड पकड़ना और मम्मी ने सिखाया बुर चुदवाना।
- हाय दईया, मैंने तो कभी नहीं सिखाया तुझे बुर चुदवाना बेटी पिंकी ?
- वह उठी और सामने टी वी ऑन कर दिया। टी वी पर एक ब्लू फिल्म चलने लगी। वह फिल्म कोई और नहीं थी बल्कि मेरी ही थी। जिसमे मैं एकदम नंगी होकर बिंदास अपनी सहेली के हसबैंड से चुदवा रही थी।
- मैंने कहा अरे बेटी उस दिन तो मेरे साथ कोई और भी था ?
- हां था मम्मी, तुम बस देखती जाओ।
- आगे वह भी आदमी नंगा नंगा आया और अपना लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया। मैं जान गयी की उस दिन पिंकी ने मेरी चुदाई पूरी देख ली थी। मैं दो मर्दों से एक साथ चुदवा रही थी। उसने वीडियो बना लिया।
- मैंने पूंछा पर इसमें तो मैं तुम्हे कुछ भी नहीं सिखा रही हूँ बेटी। मैं तो बस चुदवा रही थी।
- मैंने जब पहली बार चुदवाना शुरू किया तो यही वीडियो सामने लगा रखा था। जैसे जैसे तुमने उस दिन चुदवाया था वैसे वैसे मैंने भी अपने दोस्त से चुदवाया और फिर सीख गयी।
- तू भोसड़ी की पिंकी, बहुत हरामजादी है। छुप छुप कर मेरी चुदाई देखती रही। तेरी माँ की चूत बहन चोद अब मैं हमेशा तेरे सामने तेरी माँ चोदा करूंगी।
- तू भी बहुत हरामजादी है बुर चोदी अनीता ? मेरा सड़का मार कर लण्ड पीना चुपके चुपके देखती रही। तेरी बिटिया की बुर मादर चोद अब मैं हमेशा तेरे सामने तेरी बेटी चोदा करूंगी।
उस दिन संडे था। सबकी छुट्टी थी लेकिन पिंकी कहीं गयी थी। मैं भी अपनी झांटें बनाकर और नहा धोकर बाथ रूम से नाहा कर निकली थी। मैं चूँचियों तक अपना पेटीकोट बांध लिया था। अंदर से बिलकुल नंगी थी। नीचे मेरी टाँगे जरूर कुछ खुली हुई थीं। तभी किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मैंने दरवाजा खोला तो सामने एक हैंडसम लड़का खड़ा था। वह बोला मैं पिंकी से मिलने आया हूँ आंटी जी। मैं उसका दोस्त हूँ मेरा नाम सैम है। मैंने उसे अंदर बैठाया और मैं भी वैसे ही बैठी हुई बातें करने लगी।
- मैंने पूंछा पिंकी क्या तेरे साथ पढ़ती है बेटा सैम ?
- वह बोला हां आंटी वह मेरी ही क्लास में पढ़ती है।
- तुम्हारी दोस्ती कब से है पिंकी से ?
- दो साल से है हमारी दोस्ती।
- तुम लोग एक दूसरे को अच्छी तरह जानते हो ?
- जी हां जानते हैं। हम दोनों बहुत गहरे दोस्त हैं। पिंकी एक अच्छी लड़की है।
- कभी तुमने पिंकी को नंगी देखा है, बेटा । सच बताना मुझे। झूंठ बोलने की कोई जरुरत नहीं है।
- सच यह है आंटी जी की मैंने उसे नंगी नहीं देखा हां उसे छुआ जरूर है।
- क्या उसकी चूँचियाँ पकड़ीं हैं तुमने ? क्या उसकी चूत पर हाथ फेरा है ?
- वह अपना मुंह नीचे करके बोला हां आंटी जी सच है। मैंने हाथ फेरा है।
- मैं खुश हूँ बेटा की तुमने सच बोला। अब यह भी बताओ। क्या तुमने उसे अपना लण्ड पकड़ाया है कभी ?
- जी हां आंटी, पकड़ाया है मैंने।
- तो फिर मुझे भी पकड़ाओ अपना लण्ड। मेरी बेटी तेरा लण्ड पीती है तो मैं भी पियूँगी तेरा लण्ड। मैं फिर बेशरम हो गयी। मैंने पेटीकोट खोल दिया। मेरी चूँचियाँ खुल गई. मैं खड़ी हुई तो मेरी बिना झांट की चूत भी उसे दिख गई। उसका लण्ड टन टना गया। मैंने फ़टाफ़ट उसकी पेंट खोल डाली और लण्ड मजबूती से पकड़ कर हिलाने लगी। मैं लण्ड चूमने चाटने और चूसने लगी। वह भी पूरे जोश में आ गया। मैंने फिर उससे पूंछा बेटा तूने कभी मेरी बेटी की बुर ली है ?
- हां आंटी ली है ?
- तो फिर उसकी माँ की भी बुर ले लो बेटा। तूने मेरी बेटी चोदी है तो बेटी की माँ भी चोदो। मेरी बेटी की बुर चोदी है तो उसकी माँ का भोसड़ा भी चोदो।
तब तक मैंने उसका लण्ड अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगी। वह बोला आंटी है। मुझे पिंकी की बुर चोदने में जो मज़ा आता है उससे ज्यादा मज़ा उसकी माँ की बुर चोदने में आ रहा है। मैंने कहा बेटा तो फिर खूब चोदे जाओ। अपने दोस्तों को लाओ और उनके साथ भी मेरी बुर चोदो। मेरी बेटी के सामने भी मेरी बुर चोदो और मेरे सामने मेरी बेटी की बुर चोदो।
इस तरह मैं पिंकी के दोस्तों से चुदवाती रही और पिंकी मेरे दोस्तों से चुदवाती रही।
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