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मुझे जवान मर्दों के सामने नंगी होना अच्छा लगता है - Gair mardon ke samne nangi hoti hun
बंगाली लड़कियां जितने लण्ड अपनी बुर में लेतीं हैं उससे ज्यादा लण्ड अपंने मुंह में लेती हैं। बंगाली लड़कियां बहुत सुन्दर, सेक्सी और हॉट होतीं है लेकिन उतनी ही ज्यादा लण्ड पीने वाली और चुदवाने वाली भी होतीं हैं। बंगाली लड़कियों से बेहतर कोई और लड़कियां लण्ड नहीं चूसतीं। बंगाली लड़कियों से ज्यादा चुदक्कड़ लड़कियां और कहीं नहीं मिलेगीं आपको। हमारी चूँचियाँ ही इतनी बड़ी बड़ी होतीं है की लोग उन्ही में अपना लण्ड पेला करते हैं।
इसी तरह मिसेज महिमा चौधरी भी है। वह भी मस्त बंगालिन है और बिंदास चुदक्कड़ हैं। वह भी दिन रात पराये मर्दों से चुदवाने वाली बीवी हैं। वह भी मेरी ही तरह पराये मर्दों के लण्ड की शौक़ीन हैं। हम दोनों कभी एक ही कॉलेज के पढ़तीं थी और मस्ती करती थीं। मेरी शादी के ४ साल हो चुके हैं और उसकी भी शादी लगभग ४ साल पहले हुई थी। तबसे न मैं उससे मिली और न वह मुझसे। एक दिन जब मैं शॉपिंग मॉल में घूम रही थी तब किसी ने मेरे कंधे पर हाथ रख दिया और बोली हाय मौली तू अकेली अकेली घूम रही है क्या ? मैंने मुड़ कर देखा तो बोली वाओ, तू महिमा ? इतने दिनों के बाद दिखाई पड़ी है मुझे ? फिर मैंने उसके कान में मजाक में कहा इतनी दिनों से क्या तू अपनी गांड मरा रही थी बुर चोदी महिमा ? उसने भी मेरे कान में मजाक करते हुए नहीं यार गांड नहीं मरा रही थी। मैं तो तेरे हसबैंड का लण्ड हिला रही थी।
फिर हम दोनों खूब ठहाके मार कर हंसने लगीं।
मैंने कहा यार मेरा हसबैंड मेरे साथ आया है और तुम उससे कभी मिली नहीं हो। आज मैं तुम्हे उससे मिलवाती हूँ। वह बोली यार क्या इत्तिफाक है की आज मेरे भी हसबैंड मेरे साथ है और तुम उससे जरूर मिलो। बस थोड़ी ही देर में हम दोनों के पति आ गए। मैंने कहा महिमा इससे मिलो ये हैं मिस्टर अजय मुखर्जी मेरा हसबैंड और मैंने उससे कहा ये है मेरी कॉलेज की जिगरी दोस्त महिमा ? फिर महिमा बोली यार मौली इससे मिलो ये मेरा हसबैंड है मिस्टर प्रणय चौधरी। हम दोनों ने एक दूसरे के हस्बैंड को देखा और अच्छी तरह देखा। उन दोनों ने भी हम दोनों की अच्छी तरह देखा। फिर हम सब बैठ कर डिनर करने लगे और अपने अपने घर चले गये। मैंने उस रात अपने पति से खूब मस्ती से चुदवाया।
चुदवाते हुए मैंने पूंछा - तुम्हे मेरी दोस्त महिमा कैसी लगी ?
वह बोला - बड़ी खूबसूरत है तेरी दोस्त यार। मेरा तो मन करता था की ,,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा :- बोल दो न जो कुछ मन में हो। छुपाने की क्या जरुरत है। मैं बुरा नहीं मानूंगी ?
वह बोला :- मन करता था की मैं अपना लौड़ा उसके मुंह में घुसेड़ दूँ।
मैंने कहा ;- तो घुसेड़ दो उसके मुंह में। मैं इतना कह सकती हूँ की वह मना नहीं करेगी। घुसेड़वा लेगी तेरा लण्ड अपने मुंह में ? बड़ी मस्त चीज है मेरी दोस्त महिमा ? पर अगर उसका भी हसबैंड अपना लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़े तो ,,,,,,,,,,,,,,,,?
वह बोला :- तो क्या ? तुम भी घुसेड़वा लेना उसका लण्ड अपने मुंह में ? मैं तो खुश हूँगा।
बस मैंने उसे अपनी तरफ खींच लिया और खूब कस कस के चुदवाया।
दूसरे दिन ११ बजे जब मेरा पति ऑफिस चला गया तब महिमा का फोन आया।
- वह बोली - यार रात भर मेरा हसबैंड मुझे चोदता रहा पर नाम तेरा ले रहा था मौली। कह रहा था मैं तेरी बुर नहीं मौली की बुर चोद रहा हूँ। यार तूने तो मेरे हसबैंड पर जादू कर दिया है। वह सच में तुझे चोदना चाहता है।
- मैंने कहा - यार जादू तो तूने मेरे हसबैंड पर कर दिया है । वह कल रात में कह रहा था की मैं तेरी दोस्त महिमा के मुंह में लण्ड पेलना चाहता हूँ। इस बात से उसका लण्ड और सख्त हो गया था। तेरे नाम से तो उसका लण्ड टन टनाया हुआ था, यार ?
- वह बोली :- तो फिर क्या तुम अपने पति का लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दो मैं अपने पति का लण्ड तेरी बुर में घुसेड़ दूँ।
- मैंने कहा - तो फिर रख लो किसी दिन प्रोग्राम ? तेरा पति मुझे चोदे मेरा पति तुझे चोदे।
- वह बोली :- कल ही रख लो। कल सबकी छुट्टी है मज़ा आ जायेगा।
- मैंने कहा :- ठीक है कल शाम को ८ बजे तुम दोनों आ जाना। फिर रात भर हम दोनों हसबैंड अदल बदल कर चुदवायेंगीं।
मैंने पहल की और अपने पति का हाथ पकड़ कर महिमा की चूँचियों पर रख दिया। उसने चूँचियाँ दबा दीं। फिर मैंने महिमा का हाथ पकड़ कर अपने पति के लण्ड पर रख दिया। महिमा ने लण्ड दबा दिया। मैं प्रणय की टांगों के बीच सिर झुका कर उसका लण्ड ऊपर से चूम लिया। उसने मेरे दोनों गालों पर हाथ रखा और मेरा सिर उठा कर मेरे गाल चूम लिए। फिर मैंने उसके दोनों हाथ पकड़ कर अपनी दोनों चूँचियों पर रख दिया। वह मस्ती से मेरी चूँचियाँ दबाने लगा। तब तक मेरी ब्रा खुल गयी। मेरी दोनों चूँचियाँ उसके हाथ में आ गईं। उधर महिमा की चूँचियाँ भी नंगी हो चुकी थीं। उन्हें मेरा पति दबाने लगा। मेरे पति ने महिमा के पेटीकोट में हाथ डाल दिया। हाथ उसका उसकी चूत तक पहुँच गया। इधर उसके पति में मेरे घाघरा में हाथ घुसेड़ा और मेरी चूत सहलाने लगा। मेरी छोटी छोटी झांटों पर उंगलियां फिराने लगा।
इतना सब हो जाने के बाद, मैं अब रुक नहीं सकी। मैंने सीधे प्रणय के लण्ड पर हमला बोल दिया। मैंने उसकी पैंट उतार कर फेंक दी और कमीज फाड़ डाली। उसकी नेकर में उंगलियां फंसा कर उसे उतार कर नीचे गिरा दिया। वह बहन चोद एकदम नंगा हो गया। मैं उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड साला पल भर में ही गुर्राने लगा। हिनहिनाने लगा। मस्ती से अपना सिर हिलाने लगा। मैंने लण्ड का माथा चूमा और जबान से उसे छुआ तो वह और लाल हो गया। लण्ड मेरे मन का निकला। लंबा भी था और मोटा भी। उसका सुपाड़ा अंडाकार था और पूरा खुला हुआ था। लाल टमाटर जैसे लण्ड का सुपाड़ा देख कर मेरा मुंह खुल गया और मैंने उसे अंदर कर लिया। तब मैंने देखा की महिमा भी बुर चोदी मेरे हसबैंड का चूस रही है। उसकी लण्ड चूसने की कला बड़ी अच्छी लग रही थी मुझे ? मैं इधर लण्ड चाटने में जुट गयी। सुपाड़ा से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़ा तक अपनी जबान फिराने लगी। तब तक मेरी भी चूत खुल चुकी थी और महिमा की भी चूत ? हम दोनों नंगी बीवियां बिंदास एक दूसरे के पति के लण्ड से खेलने लगीं।
मैंने कहा :- महिमा तेरे हसबैंड का लण्ड तो बड़ा जबरदस्त है यार। ८"+ का लंबा लण्ड और ५" + की मोटाई वाला लण्ड तो मेरी चूत फाड़ देगा। तूने इसे पहले मुझे पकड़ाया होता तो मैं अब तक कई बार अपनी चूत फड़वा चुकी होती ?
महिमा बोली :- हां यार तू सही कह रही है। तेरे हस्बैंड का भी लौड़ा बड़ा हक्कानी है, बहन चोद। देखो ने कैसे मेरे आगे घोड़े की तरह हिनहिना रहा है। ऐसा लौड़ा ही एक जवान बीवी को भकभक चोद सकता है। आज तो मेरी चूत की खैर नहीं ? मैं चाहती हूँ तेरे हसबैंड का लण्ड मेरी बुर चोदी की चीथड़े उड़ा दे ?
मेरे हसबैंड अजय ने कहा :- यार प्रणय तेरी बीवी की चूँचियों ने तो मेरी नींद हराम कर दी है। इतनी बड़ी और मस्त मस्त चूँचियाँ आज मैं पहली बार देख रहा हूँ। जब से मैंने इन्हे नंगी देखा है तब से मेरा मन हो रहा है की मैं इनके बीच अपना लौड़ा पेल दूँ, और तेरी बीवी इतनी खुबसुरत है की मन करता है की लौड़ा इसके मुंह में घुसा दूँ।
प्रणय बोला :- तो घुसा दो न अपना लौड़ा मेरी बीवी की चूँचियों के बीच और चोद लो उसकी मस्त मस्त चूँचियाँ। लौड़ा उसके मुंह में पेल दो। मेरी बीवी पराये मरद का लौड़ा बड़े मजे से चूसती है। पिछले हफ्ते इसने मेरे दोस्त अमिय का लौड़ा चूसा था। इतनी मस्ती से चूसा की लौड़ा बहन चोद इसके मुंह में ही झड़ गया। पर हां तेरी बीवी की चूँचियाँ बड़ी टाइट और दमदार हैं यार। मुझे तो मौली भाभी की बुर और इसकी चूँचियाँ दोनों मज़ा दे रही हैं। आज मैं खूब जम कर चोदूंगा तेरी बीवी की बुर और चूँची भी।
प्रणय ने ऐसा कह कर लौड़ा मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा। उसे देख कर मेरा पति भी प्रणय की बीवी महिमा की बुर में अपना लण्ड पेल दिया। पूरा लौड़ा घुसेड़ दिया अंदर तक। महिमा आह कर बैठी लेकिन फिर चुदवाने का मज़ा लेने लगी।
मैं मन ही मन सोंच रही थी की आज मेरी तमन्ना पूरी हुई है। मेरी इच्छा थी की मेरा पति मेरे सामने किसी की बीवी चोदे और मैं अपने पति के सामने किसी और के पति से चुदवाऊँ ?
मैं नंगी नंगी चित लेटी थी। मेरे ऊपर महिमा का पति नंगा नंगा लेटा था। उसका लण्ड मेरी चूत में पूरा घुस चुका था। मैं अपनी गांड उठा उठा के रंडी की तरह चुदवा रही थी। जी बीवी अपने पति के अलावा किसी और मरद से चुदवाये वह रंडी ही तो कहलाती है। तो आज मैं रंडी हो गयी हूँ। मेरी दोस्त महिमा भी रंडी हो गयी है क्योंकि वह मेरे पति से चुदवा रही है। हम दोनों छिनार भी हो गयीं। जो पराये पुरुष से चुदवाये वो छिनार भी कहलाती है । मैं बहुत दिनों से छिनार बनने की सोंच रही थी। आज मैं मादर चोद छिनार भी हो गयी और रंडी भी। मुझे सच में बड़ा मज़ा आ रहा है। ख़ुशी तो इस बात की है की मैं आगे भी नये नये मर्दों से चुदवाया करूंगी। अब एक बार रंडी बन चुकी हूँ तो फिर अच्छी तरह रंडी बन कर दिखा दूँगी। बाकी दुनिया जाये अपनी गांड में ? मैं किसी
थोड़ी देर में मैं प्रणय के लण्ड पर बैठ गयी और झुक कर उसका लण्ड चोदने लेगी। मुझे देख कर महिमा भी मेरे पति का लण्ड चोदने लगी। यह कला मैंने लैपटॉप पर पोर्न फिल्म देख कर सीखी थी। मुझे लण्ड चोदने में मज़ा आया और महिमा को भी। तब तक मैं लगभग खलास हो चुकी थी। बस थोड़ी देर में प्रणय ने भी कहा मौली भाभी अब मैं निकला जाऊंगा। मैं उसके लण्ड का सड़का मारने लगी और वह मेरे मुंह में ही झड़ गया। इस तरह मेरा पति भी महिमा के मुंह में झड़ गया। उसके बाद हमने नंगे नंगे ही खाना खाया और मस्ती की। करीब २ बजे रात को फिर प्रणय मेरे ऊपर चढ़ गया और चोदने लगा। उधर मेरा पति ने भी लण्ड महिमा की बुर में पेल दिया। हम दोनों फिर मस्ती से एक दूसरे के पति से चुदवाने लगीं।
सवेरे लगभग ६ बजे किसी ने डोर बेल बजा दी। मैं उठी तो नंगी थी। मैंने बस एक शाल ओढ़ ली और दरवाजा खोल दिया। मैंने देखा की सामने मेरी काजल मौसी खड़ी हैं साथ मौसिया भी। मैंने दोनों को अंदर बैठाया और बातें करने लगी। मौसी मेरे से २ साल बड़ी हैं। इसलिए मैं उसे अपनी दोस्त ही मानती हूँ। करन मौसा भी मेरे पति के उम्र के हैं। वह बड़ा हैंडसम हैं, तगड़े तंदुरुस्त है और गोरे चिट्टे हैं। मैंने फिर अंदर से अपनी दोस्त महिमा को भी बुला लिया। मैंने उन दोनों को भी मौसा से मिलवाया। सबने मिलकर बातें करनी शुरू कर दी। मैं अंदर गयी तो मेरे पीछे पीछे मौसी भी आ गयी और बोली मौली क्या बात ये दोनों तेरे घर में रात भर ,,,,,,,,,,,,,,,? मैंने फिर साफ़ साफ़ कह दिया हां मौसी मैंने रात भर महिमा के हसबैंड से चुदवाया है और उसने रात भर मेरे हसबैंड से चुदवाया है।
मौसी बोली हाय दईया मौली तो फिर तुम मेरे हसबैंड से भी चुदवा लो और मैं तेरे हसबैंड से चुदवा लूं। मेरा हसबैंड तो महिमा की भी बुर चोद लेगा और उसका हसबैंड मेरी बुर चोद लेगा। हम दोनों अदल बदल कर चोदा चोदी करने को तैयार हैं मौली। अभी कल मैं अपने पति के साथ अपनी दोस्त सपना के घर में रुकी थी। रात में वह आयी और मेरे पति का लण्ड पकड़ लिया, बोली काजल मैं तेरे पति का लण्ड पियूँगी। तुम मेरे पति का लण्ड पी लो। मैं इंकार न कर सकी। मुझे भी जोश आ गया। मैंने भी उसके पति का लण्ड पिया । उसके बाद मैंने उसके पति से चुदवाया और उसने मेरे पति से चुदवाया।
फिर हम दोनों सबके पास कमरे में आ गयी। मैंने कहा - मौसी चाय पियोगी ? वह बोली - चाय नहीं दारू पियूँगी
हम दोनों तो मौसा का लण्ड पकड़ना ही चाहती थी और वो दोनों मौसी को लण्ड पकड़ाने के फ़िराक में थे ही।
फिर क्या मैंने और महिमा ने मौसा को नंगा किया और उसका लण्ड चाटने लगीं। उधर मौसी मेरे और महिमा के हसबैंड का लण्ड चाटने लगीं। मौसा ने हम दोनों की बुर झमाझम चोदी। उधर मौसी ने हम दोनों के हसबैंड से भकाभक चुदवाया।
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