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अब्बू ने शराब छोड़ दी मुझे चोदने के लिए - Abbu ne sharaab chhod di meri chudai khatir
अब्बू ने शराब छोड़ दी मुझे चोदने के लिए - Abbu ne sharaab chhod di meri chudai khatir , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मुंबई में हमारा अपना फ्लैट हैं जहाँ मैं अपनी अम्मी और अब्बू के साथ रहती हूँ। मेरी एक बड़ी बहन भी है उसकी शादी दो साल पहले हो गई है और वह अपनी ससुराल चली गयी है। शादी मेरी भी एक साल पहले हो चुकी है और मेरी ससुराल लोकल ही है। इसलिए मैं अपनी ससुराल अक्सर आती जाती रहती हूँ। एक दिन अचानक मेरी दीदी अपने शौहर के साथ आ गयी। मैं उन्हें देख कर बहुत खुश हो गई। मेरी अम्मी और अब्बू भी बहुत खुश हुए। उसके कुछ देर बाद मेरी खाला जान भी आ गयी और उसके पीछे मेरा खालू भी था। मैंने दोनों को आदाब कह कर रिसीव किया फिर उन्हें अंदर ले आई। घर में रौनक आ गई। बाते होने लगीं और चहल पहल बढ़ गयी। फिर शाम को करींब ५ बजे मेरी फूफी की बेटी भी आ गयी। उसने मेरे अब्बू से कहा मामू जान मेरा शौहर अभी कुछ देर बाद आएगा। घर पूरा भर गया। सबके लिये नास्ता पानी चालू हो गया। बस फिर आपस में हंसी मजाक भी चालू हो गयी।
इससे पहले की मैं आगे बढ़ूँ, आपको इस कहानी के पात्रों के नाम बता देती हूँ।
मेरा नाम है नतासा मैं २४ साल की हूँ, शादी शुदा हूँ, मस्त हूँ, खुल्लम खुल्ला बातें करती हूँ, सेक्स खूब एन्जॉय करती हूँ, लण्ड की जबरदस्त शौक़ीन हूँ, गालियां देने में बहुत तेज हूँ, सबकी माँ बहन चोदने में तनिक भी देर नहीं लगाती हूँ, मैं जितनी माहिर चुदवाने में हूँ उतनी की माहिर चोदने में भी हूँ। लण्ड चोदना मेरा पसंदीदा खेल है। मैंने ये सब अपनी अम्मी और दीदी से सीखा है। वो दोनों भी बिलकुल मेरी ही तरह की हैं। मेरी अम्मी है सफीका बेगम, उसकी उम्र है ४६ साल। मेरे अब्बू नासिर अली वह ४८ साल के हैं, दीदी न नाम मुस्कान है और जीजू आरिफ है. वो दोनों २६ और २८ साल के हैं। मेरी खाला जान नसीबा ४४ साल की हैं और खालू रफीक अहमद ४८ साल का ? फूफी की बेटी रफा २३ साल की और उसका शौहर ताहिर अली २५ साल का है। अब इतने लोग घर में हो गये तो सबके लिए अलग अलग कमरा तो था नहीं।
अम्मी बोली नतासा यहीं बड़े कमरे में नीच बिस्तर लगा दे सबके लिए। मर्द हो या औरत सब लोग यहीं लेटेगें। मैंने कहा रात में किसी को शर्म तो नहीं आएगी अम्मी ? वह बोली अरी बिटिया शर्म की माँ की चूत ? यहाँ रात में किसको शर्म आती है बहन चोद ? रात में सब भोसड़ी के और भोसड़ी की जानवर हो जाती हैं। किस को क्या पता कौन किसके ऊपर चढ़ा है। बस यह मालूम होता है की लण्ड किसी की चूत पर चढ़ा है और चूत किसी के लण्ड पर चढ़ी है।
वहां कुछ और भी लोग थे जो अम्मी की बात पर हंस पड़े। रात का खाना वगैरह हो गया।खूब जम कर और खुल कर बातें हुईं। माँ की चूत बहन लण्ड भोसड़ी के, मादर चोद बहन चोद गांडू झांट चूतड़ चोदा चोदी सब हुआ और सबने खूब एन्जॉय किया। कहीं किसी के चेहरे में कोई झिझक या शर्म की बात थी ही नहीं। माँ ने बेटी से कहा तेरी माँ की चूत ? बेटी ने माँ से कहा तेरी बिटिया की बुर ? खाला ने अब्बू से कहा तेरा भोसड़ी का लण्ड ? खालू ने दीदी से कहा तेरी माँ का भोसड़ा ? खूब हंसी मजाक हुआ और ऐसे होते होते ११ बज गए। सबने अपनी अपनी जगह ले ली और लेट गए। लाइट सब बंद हो गयीं. बाथ रूम की लाइट जलती रही जिससे धुंधली रौशनी इतनी आती रही की हम लोग एक दूसरे को देख कर पहचान सकें।
लेटने के एक घंटे के बाद कुछ हल चल होने लगी। एक तरफ लण्ड बहन चोद टन टनाने लगे, चूत गर्मी के मारे फड़फड़ाने लगीं कर चूँचियाँ तन कर खड़ी होने लगीं। धीरे धीरे कुछ कपड़े उतरने लगे और सबसे पहले लण्ड और चूँचियाँ बाहर निकलने लगीं। मैं कुछ जय सचेत थी। मेरी निगाह चरों तरफ घूम रही थी। मैं यह देखना चाहती थी की कौन क्या कर रहा है ? कौन क्या कर रही है ? मैंने देखा की मेरी अम्मी ने हाथ बढ़ाकर रफा के मियां के मियां ताहिर के लण्ड पर रख दिया। उसने कुछ ऐतराज़ नहीं किया तो अम्मी हाथ उसके पैजामे में घुसेड़ दिया। उसका लण्ड अंदर ही अंदर पकड़ कर हिलाने लगी। उसने भी हाथ बढ़ाकर अम्मी की चूँचियाँ पकड़ लीं. उधर दीदी ने खालू की लुंगी खींच ली। वह नंगा हो गया। उसका लण्ड पकड़ कर सहलाने लगीं। खालू दीदी की चूँचियाँ दबाने लगा। खाला ने तो मेरे मियां के लण्ड पर हमला कर दिया। मेरा मियां अमन भी खाला का भोसड़ा सहलाने लगा। अब्बू ने अपना लण्ड मेरी फूफी की बेटी रफ़ा को पकड़ा दिया। रफ़ा भी लण्ड चूमने लगी और चाटने लगी। अब्बू रफ़ा की चूत पर उंगलियां फिराने लगा।
मेरे हाथ में जीजू का लण्ड आ गया। मैं भी करीब करीब नंगी हो चुकी थी। मैंने लण्ड मुंह में भर लिया और वह मेरी चूत चाटने लगा क्योंकि हम दोनों 69 बने हुए थे। मजे की यह बात थी की किसी भोसड़ी वाले ने अपनी बीवी की चूँचियाँ नहीं पकड़ी। अपनी बीवी को लण्ड नहीं पकड़ाया। सबने दूसरी की बीवी की चूँचियाँ पकड़ी और उसे लण्ड पकड़ाया। बीवियों ने भी अपने मियां का लण्ड नहीं पकड़ा बल्कि दूसरे के मियां का लण्ड पकड़ा। ? कुछ देर बाद मैंने नज़र दौड़ाई तो देखा की सब लोग नंगे हो गए हैं। किसी के बदन पर कोई पकड़ा नहीं है। गर्मी के दिन थे मज़ा खूब आ रहा था। सबको एक साथ नंगा देखना बड़ा अच्छा लग रहा था। सबकी बीवियां भी नंगी थीं जो एक मजेदार बात थी। हां सबके लण्ड पूरे पूरे नहीं दिख रहे थे। सबकी चोंचियाँ भी पूरी पूरी नहीं दिख रही थीं। क्योंकि लोग चूँचियाँ पकडे हुए थे और लण्ड बीवियां पकड़े हुए थीं। सब बीवियों के मुंह में लण्ड था। सभी बुर चोदी लण्ड चूस रहीं थीं।
लण्ड चाटने चूसने की आवाजें आने लगीं। चूत चाटने की भी आवाज़ बीच बीच में सुनाई पड़ने लगी। थोड़ देर में लण्ड बहन चोद चूत में घुसने लगे। जिसके पास जो भी चूत थी वह उसी की चूत में लण्ड पेलने लगा और चालू हो गया। किसी को कोई शर्म नहीं थी। इतनी बेशर्म तो बहन चोद रंडिया भी नहीं होती जितनी बेशरम हम सब हो गयीं थीं। चुदाई होने लगी। सबकी चूत में लण्ड घुसा और सब अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। ऊँट पटांग बोलने भी लगीं। हाय दईया पूरा लण्ड पेल दो मेरी चूत में ,,, फाड़ डालो मेरी चूत ,,,,,मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो ,,,,,,, मुझे रंडी समझ के चोदो ,,,,, मुझे जल्दी जल्दी चोदो मेरे राजा ,,,,, फाड़ डालो मेरी बुर और मेरी माँ का भोसड़ा ,,,,,,, सब लोग पेलो अपना लण्ड मेरी बुर में ,,,,, हाय दईया कितना मज़ा आ रहा है ,,,,,मुझे अपने दोस्त की बीवी समझो और चोदो ,,,,,,,,? तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है मुझे चोदो ,,,,,मुझ पर चढ़ कर चोदो,,,,, लण्ड पर बैठा के चोदो ,,?
एकाएक अम्मी ने हाथ बढाकर मेरे मियां का लण्ड पकड़ लिया और बोली हाय मेरे दामद जी तू मेरी बेटी की बुर लेता है आज तू बेटी की माँ की बुर ले ले ? आज अपनी बीवी की माँ चोदो, बेटा। दीदी ने उधर ताहिर का लण्ड अपने कब्जे में कर लिया। वह बोली हाय रफ़ा तेरे मियां का लण्ड तो जबरदस्त है यार ? इसे कभी मेरी फूफी के भोसड़ा में पेला तूने ? उसने जबाब दिया अरे यार अम्मी ने तो मेरी सुहागरात के बाद ही मेरे मियां से चुदवा लिया था। वह कहाँ बुर चोदी चूकने वाली ? खाला की नज़र मेरे जीजू के लण्ड पर पड़ी तो उसने उसे पकड़ा और कई बार चूम लिया। वह बोली मुस्कान (मेरी दीदी) तेरी माँ की बहन की बुर। इतना बढ़िया लण्ड है तेरे मरद का तूने इसे मुझसे छिपा कर रखा था ? अब मैं तेरी माँ चोद दूँगी। रफ़ा ने लपक कर खालू का लण्ड पकड़ लिया उसे थोड़ी देर तक हिलाया फिर उसकी चुम्मी ली और बोली हाय मेरे लण्ड राजा आज तू मेरी बुर में घुसेगा। आज तू मुझे चोद ले। कल मैं तेरी बहन चोदूँगी।
इसके बाद इत्तिफाक से मेरे अब्बू का लण्ड बचा जो मेरे हक़ में आ गया। मैंने जैसे उसे पकड़ा वैसे मुझे मालूम हुआ की यह तो बहन चोद पहले से मोटा हो गया है। मस्त हो गया है अब्बू का लण्ड ?
मैंने उसे बड़े प्यार से पकड़ा और बोली - हाय अब्बू बड़ा मोटा हो गया है तेरा लण्ड, भोसड़ी का ?
वह बोला :- हां नतासा, अभी मेरे पड़ोस में एक रुखसाना नाम की लड़की आ गयी। वह किसी डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर है। उसे मेरे लण्ड के बारे में मालूम हो गया। वह एक दिन आई और एकदम से बोली अंकल मुझे अपना लण्ड दिखाओ ? बड़ी तारीफ सुनी है मैंने तेरे लण्ड की ? अब मैं बिना तेरा लण्ड देखे, बिना तेरा लण्ड पकड़े, यहाँ से जाऊंगी नहीं। इतनी बेधड़क लड़की मैंने पहले कभी नहीं देखी। वह आगे बढ़ी और मेरे पैजाम में हाथ घुसेड़ ही दिया। फिर नाड़ा खोल कर उसने लण्ड बाहर निकाल लिया। लण्ड तो खड़ा हो गया। वह बोली O MY GOD, भोसड़ी का इतना बड़ा लण्ड ? इतना मोटा लण्ड ? अब तो चाहे जो हो मैं तो चुदवाकर ही जाऊंगी ? और वह सच में चुदवाकर गयी।
दूसरे दिन कई लड़कियां आ गयी एक साथ ? उसने कहा अंकल ये सब तेरा लण्ड पीने आयीं हैं। इन्हे प्लीज अपना लण्ड पिला दो। तुम जिसकी चाहना उसकी बुर चोद लेना बाकी फिर कभी चुदवाने आ जायेगीं। बस मैं उन लड़कियों की बुर रोज़ ही चोदने लगा। मुझे इतना मज़ा आया की मेरा साला लण्ड मोटा हो गया।
मेरी एक सहेली है रिया। एक दिन उससे मुलाकात हो गयी।
अभी मैंने कल ही एक २२ साल के लड़के का लन्ड देखा तो मेरे दिल की धड़कने बढ़ गयीं। इस उम्र में ही इतना मोटा ताज़ा और सख्त लन्ड है इसका ? अभी जब यह थोड़ा और बड़ा होगा तब तो इसका लन्ड गज़ब ढाने लगेगा अब्बू ? मैंने पहले किसी का इतना बड़ा और मोटा लन्ड नहीं देखा था ? अब जब यह चोदना शुरू करेगा तो सबके दिलों पर छा जायेगा ? फिर कौन पूंछेगा तेरे लन्ड को ? तब तक मेरी खाला जान आ गयी और बोली हां जीजू, रिया बिलकुल सच कह रही है। मैं भी महसूस करती हूँ की तुम जिस तरह से पहले मेरी बुर चोदते थे उस तरह अब नहीं चोद पाते हो ? अब तेरा लन्ड न तो उतना सख्त रह गया है और न ही उतनी देर तक टिक पाता है। अब तेरे लन्ड से बेहतर मेरे नंदोई का लन्ड हो गया है। यह बात मैं ही नहीं मेरी बेटी महक भी कह रही थी। महक को तेरे लन्ड से ज्यादा मेरे नंदोई का लण्ड पसंद है।
यहाँ कुनबे में किसी का लन्ड किसी से भी छिपा नहीं है। सब जानती हैं सबके लन्ड ? सबके लन्ड का साइज भी
जानती हैं और यह भी जानती हैं की किसका लन्ड कितनी देर तक ठहरता है। इसी तरह सारे मरद भी सभी बुर जानते हैं। सबकी चूंचियां पहचानते हैं. सबकी लन्ड चूसने की स्टाइल और चुदवाने की स्टाइल भी जानते हैं। यहाँ न किसी की चूत छिपी है और न किसी का लण्ड ? यार नतासा इतना सब कुछ कहने पर भी मेरा अब्बू शराब नहीं छोड़ रहा है। वह अपने आपको बर्बाद कर रहा है। अगर कुछ कर सकती हो तो करो प्लीज।
मैंने कहा :- क्या बताया आपने अपने अब्बू का नाम का ?
वह बोली :- अब्दुल रशीद।
मैंने कहा :- अच्छा कल तुम मुझे अपने अब्बू से मिलवाना। मैं दूसरे दिन बन थान रिया के घर पहुँच गयी। उसका अब्बू वहीँ बैठा हुआ था। मैंने उसे देखा की वह शराब पी रहा है। उसने मुझे भी देखा। मुझे देख कर अपना लण्ड सहलाने लगा। तब रिया बोली अब्बू यह मेरी दोस्त नतासा है।
उसका अब्बू बोला :- अरे बेटी ये तो बहुत खूबसूरत है। इसे मेरे बारे में बताओ न। इसको समझाकर मेरे पास भेजो। मैं इसकी लेना चाहता हूँ। मैं उठी और बोली अंकल मैं खुद तेरे पास आ रही हूँ। मैंने तेरे लण्ड के बारे में सुना है ? बहुत बड़ा है तेरा लण्ड अंकल और मोटा भी है ? क्या यह सच है ?
वह बोला :- अरे बेटी तुम खुद ही पकड़ कर देख लो न ? ऐसे बताने से क्या फायदा ?
मैं उसके नजदीक गयी और बोली :- हाय दईया, बड़ी बदबू आ रही है तेरे बदन से, अंकल। अच्छा खोल के दिखाओ अपना लण्ड ?
उसने अपनी लुंगी खोल दी। उसका लण्ड खड़ा था। लण्ड तो वाकई बड़ा लंबा और मोटा था। मेरा मन हुआ की मैं इसे मुंह में डाल लूँ पर मुझे करना तो कुछ और ही था। मैं हाथ बढाकर आगे बढ़ी और रुक गयी।
मैंने कहा अंकल तेरे लण्ड से शराब की बदबू आ रही है। मुझसे रुका नहीं जा रहा है। मैं तेरा लण्ड नहीं पकड़ सकती ? जब तुम शराब पीना छोड़ दोगे तब मैं तेरा लण्ड पकड़ूँगी। मैं किसी और लण्ड पकड़ने जा रही हूँ। वह मेरा मुंह देखता ही रह गया। बाहर आकर मैंने रिया से कहा तुम उन सभी लड़कियों को बुला लो जो इसे पसंद है। वो सभी लड़कियां एक एक करके इसके पास जाएँ और यही कहें जो मैंने कहा। अपना हाथ बढ़ाएं और फिर यह कह कर खींच ले की अंकल तेरे लण्ड से बदबू आ रही है। कोई भी लड़की इसका लण्ड न पकड़े ? यही हमारा फार्मूला है। जब तक यह शराब न छोड़ दे तब तक इसका लण्ड कोई भी लड़की न पकड़े ? इसे बाहर भी न जाने देना। दो दिन बाद मुझे बताना ?
रिया ने वैसा ही किया। जो भी लड़की उसके पास जाती, वह यही कहती की अंकल तेरे लण्ड से शराब की बदबू आ रही है मैं तेरा लण्ड नहीं पकड़ूँगी। मैं किसी और का लण्ड पकड़ने जा रही हूँ। दो दिन में किसी भी लड़की ने लण्ड नहीं पकड़ा। उसकी हालत ख़राब हो गयी। रिया ने मुझे बताया तो मैंने कहा अब उसे एक हफ्ते तक ऐसा ही रखो फिर मुझे बताना। एक हफ्ते के बाद वह बोली अरे यार नतासा अब तो मेरा अब्बू बिलकुल बदल गया है। उसने खुद शराब की बोतलें फोड़ डाली हैं. अभी एक हफ्ते से उसने शराब को हाथ भी नहीं लगाया है। कहता की अब मैं शराब नहीं पियूँगा लेकिन मुझे उसी लड़की से मिलवाओ जिसने मुझसे यह बात कही थी। मैंने कहा मैं दो दिन बाद आऊंगी।
मैं जब गयी तो अंकल मेरे आगे हाथ जोड़ कर खड़ा हो गया बोला बेटी तुमने मेरी ज़िन्दगी बचा ली। मैंने सोंचा था की मैं शराब कभी छोड़ नहीं सकता। पर मैंने छोड़ दी। अब मुझे अच्छा लग रहा है। मैं अच्छा अनुभव कर रहा हूँ। आज मैं नहा धो कर बैठा हूँ। मैंने कहा हां अंकल अब मैं तेरा लण्ड पकड़ूँगी भी और तुमसे प्यार से चुदवाऊंगी भी। रिया बड़ी खुश हो गयी। वह बोली यार नतासा मैं भी तेरे अब्बू से चुदवाऊंगी।
मुंबई में हमारा अपना फ्लैट हैं जहाँ मैं अपनी अम्मी और अब्बू के साथ रहती हूँ। मेरी एक बड़ी बहन भी है उसकी शादी दो साल पहले हो गई है और वह अपनी ससुराल चली गयी है। शादी मेरी भी एक साल पहले हो चुकी है और मेरी ससुराल लोकल ही है। इसलिए मैं अपनी ससुराल अक्सर आती जाती रहती हूँ। एक दिन अचानक मेरी दीदी अपने शौहर के साथ आ गयी। मैं उन्हें देख कर बहुत खुश हो गई। मेरी अम्मी और अब्बू भी बहुत खुश हुए। उसके कुछ देर बाद मेरी खाला जान भी आ गयी और उसके पीछे मेरा खालू भी था। मैंने दोनों को आदाब कह कर रिसीव किया फिर उन्हें अंदर ले आई। घर में रौनक आ गई। बाते होने लगीं और चहल पहल बढ़ गयी। फिर शाम को करींब ५ बजे मेरी फूफी की बेटी भी आ गयी। उसने मेरे अब्बू से कहा मामू जान मेरा शौहर अभी कुछ देर बाद आएगा। घर पूरा भर गया। सबके लिये नास्ता पानी चालू हो गया। बस फिर आपस में हंसी मजाक भी चालू हो गयी।
इससे पहले की मैं आगे बढ़ूँ, आपको इस कहानी के पात्रों के नाम बता देती हूँ।
मेरा नाम है नतासा मैं २४ साल की हूँ, शादी शुदा हूँ, मस्त हूँ, खुल्लम खुल्ला बातें करती हूँ, सेक्स खूब एन्जॉय करती हूँ, लण्ड की जबरदस्त शौक़ीन हूँ, गालियां देने में बहुत तेज हूँ, सबकी माँ बहन चोदने में तनिक भी देर नहीं लगाती हूँ, मैं जितनी माहिर चुदवाने में हूँ उतनी की माहिर चोदने में भी हूँ। लण्ड चोदना मेरा पसंदीदा खेल है। मैंने ये सब अपनी अम्मी और दीदी से सीखा है। वो दोनों भी बिलकुल मेरी ही तरह की हैं। मेरी अम्मी है सफीका बेगम, उसकी उम्र है ४६ साल। मेरे अब्बू नासिर अली वह ४८ साल के हैं, दीदी न नाम मुस्कान है और जीजू आरिफ है. वो दोनों २६ और २८ साल के हैं। मेरी खाला जान नसीबा ४४ साल की हैं और खालू रफीक अहमद ४८ साल का ? फूफी की बेटी रफा २३ साल की और उसका शौहर ताहिर अली २५ साल का है। अब इतने लोग घर में हो गये तो सबके लिए अलग अलग कमरा तो था नहीं।
अम्मी बोली नतासा यहीं बड़े कमरे में नीच बिस्तर लगा दे सबके लिए। मर्द हो या औरत सब लोग यहीं लेटेगें। मैंने कहा रात में किसी को शर्म तो नहीं आएगी अम्मी ? वह बोली अरी बिटिया शर्म की माँ की चूत ? यहाँ रात में किसको शर्म आती है बहन चोद ? रात में सब भोसड़ी के और भोसड़ी की जानवर हो जाती हैं। किस को क्या पता कौन किसके ऊपर चढ़ा है। बस यह मालूम होता है की लण्ड किसी की चूत पर चढ़ा है और चूत किसी के लण्ड पर चढ़ी है।
वहां कुछ और भी लोग थे जो अम्मी की बात पर हंस पड़े। रात का खाना वगैरह हो गया।खूब जम कर और खुल कर बातें हुईं। माँ की चूत बहन लण्ड भोसड़ी के, मादर चोद बहन चोद गांडू झांट चूतड़ चोदा चोदी सब हुआ और सबने खूब एन्जॉय किया। कहीं किसी के चेहरे में कोई झिझक या शर्म की बात थी ही नहीं। माँ ने बेटी से कहा तेरी माँ की चूत ? बेटी ने माँ से कहा तेरी बिटिया की बुर ? खाला ने अब्बू से कहा तेरा भोसड़ी का लण्ड ? खालू ने दीदी से कहा तेरी माँ का भोसड़ा ? खूब हंसी मजाक हुआ और ऐसे होते होते ११ बज गए। सबने अपनी अपनी जगह ले ली और लेट गए। लाइट सब बंद हो गयीं. बाथ रूम की लाइट जलती रही जिससे धुंधली रौशनी इतनी आती रही की हम लोग एक दूसरे को देख कर पहचान सकें।
लेटने के एक घंटे के बाद कुछ हल चल होने लगी। एक तरफ लण्ड बहन चोद टन टनाने लगे, चूत गर्मी के मारे फड़फड़ाने लगीं कर चूँचियाँ तन कर खड़ी होने लगीं। धीरे धीरे कुछ कपड़े उतरने लगे और सबसे पहले लण्ड और चूँचियाँ बाहर निकलने लगीं। मैं कुछ जय सचेत थी। मेरी निगाह चरों तरफ घूम रही थी। मैं यह देखना चाहती थी की कौन क्या कर रहा है ? कौन क्या कर रही है ? मैंने देखा की मेरी अम्मी ने हाथ बढ़ाकर रफा के मियां के मियां ताहिर के लण्ड पर रख दिया। उसने कुछ ऐतराज़ नहीं किया तो अम्मी हाथ उसके पैजामे में घुसेड़ दिया। उसका लण्ड अंदर ही अंदर पकड़ कर हिलाने लगी। उसने भी हाथ बढ़ाकर अम्मी की चूँचियाँ पकड़ लीं. उधर दीदी ने खालू की लुंगी खींच ली। वह नंगा हो गया। उसका लण्ड पकड़ कर सहलाने लगीं। खालू दीदी की चूँचियाँ दबाने लगा। खाला ने तो मेरे मियां के लण्ड पर हमला कर दिया। मेरा मियां अमन भी खाला का भोसड़ा सहलाने लगा। अब्बू ने अपना लण्ड मेरी फूफी की बेटी रफ़ा को पकड़ा दिया। रफ़ा भी लण्ड चूमने लगी और चाटने लगी। अब्बू रफ़ा की चूत पर उंगलियां फिराने लगा।
मेरे हाथ में जीजू का लण्ड आ गया। मैं भी करीब करीब नंगी हो चुकी थी। मैंने लण्ड मुंह में भर लिया और वह मेरी चूत चाटने लगा क्योंकि हम दोनों 69 बने हुए थे। मजे की यह बात थी की किसी भोसड़ी वाले ने अपनी बीवी की चूँचियाँ नहीं पकड़ी। अपनी बीवी को लण्ड नहीं पकड़ाया। सबने दूसरी की बीवी की चूँचियाँ पकड़ी और उसे लण्ड पकड़ाया। बीवियों ने भी अपने मियां का लण्ड नहीं पकड़ा बल्कि दूसरे के मियां का लण्ड पकड़ा। ? कुछ देर बाद मैंने नज़र दौड़ाई तो देखा की सब लोग नंगे हो गए हैं। किसी के बदन पर कोई पकड़ा नहीं है। गर्मी के दिन थे मज़ा खूब आ रहा था। सबको एक साथ नंगा देखना बड़ा अच्छा लग रहा था। सबकी बीवियां भी नंगी थीं जो एक मजेदार बात थी। हां सबके लण्ड पूरे पूरे नहीं दिख रहे थे। सबकी चोंचियाँ भी पूरी पूरी नहीं दिख रही थीं। क्योंकि लोग चूँचियाँ पकडे हुए थे और लण्ड बीवियां पकड़े हुए थीं। सब बीवियों के मुंह में लण्ड था। सभी बुर चोदी लण्ड चूस रहीं थीं।
लण्ड चाटने चूसने की आवाजें आने लगीं। चूत चाटने की भी आवाज़ बीच बीच में सुनाई पड़ने लगी। थोड़ देर में लण्ड बहन चोद चूत में घुसने लगे। जिसके पास जो भी चूत थी वह उसी की चूत में लण्ड पेलने लगा और चालू हो गया। किसी को कोई शर्म नहीं थी। इतनी बेशर्म तो बहन चोद रंडिया भी नहीं होती जितनी बेशरम हम सब हो गयीं थीं। चुदाई होने लगी। सबकी चूत में लण्ड घुसा और सब अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। ऊँट पटांग बोलने भी लगीं। हाय दईया पूरा लण्ड पेल दो मेरी चूत में ,,, फाड़ डालो मेरी चूत ,,,,,मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो ,,,,,,, मुझे रंडी समझ के चोदो ,,,,, मुझे जल्दी जल्दी चोदो मेरे राजा ,,,,, फाड़ डालो मेरी बुर और मेरी माँ का भोसड़ा ,,,,,,, सब लोग पेलो अपना लण्ड मेरी बुर में ,,,,, हाय दईया कितना मज़ा आ रहा है ,,,,,मुझे अपने दोस्त की बीवी समझो और चोदो ,,,,,,,,? तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है मुझे चोदो ,,,,,मुझ पर चढ़ कर चोदो,,,,, लण्ड पर बैठा के चोदो ,,?
एकाएक अम्मी ने हाथ बढाकर मेरे मियां का लण्ड पकड़ लिया और बोली हाय मेरे दामद जी तू मेरी बेटी की बुर लेता है आज तू बेटी की माँ की बुर ले ले ? आज अपनी बीवी की माँ चोदो, बेटा। दीदी ने उधर ताहिर का लण्ड अपने कब्जे में कर लिया। वह बोली हाय रफ़ा तेरे मियां का लण्ड तो जबरदस्त है यार ? इसे कभी मेरी फूफी के भोसड़ा में पेला तूने ? उसने जबाब दिया अरे यार अम्मी ने तो मेरी सुहागरात के बाद ही मेरे मियां से चुदवा लिया था। वह कहाँ बुर चोदी चूकने वाली ? खाला की नज़र मेरे जीजू के लण्ड पर पड़ी तो उसने उसे पकड़ा और कई बार चूम लिया। वह बोली मुस्कान (मेरी दीदी) तेरी माँ की बहन की बुर। इतना बढ़िया लण्ड है तेरे मरद का तूने इसे मुझसे छिपा कर रखा था ? अब मैं तेरी माँ चोद दूँगी। रफ़ा ने लपक कर खालू का लण्ड पकड़ लिया उसे थोड़ी देर तक हिलाया फिर उसकी चुम्मी ली और बोली हाय मेरे लण्ड राजा आज तू मेरी बुर में घुसेगा। आज तू मुझे चोद ले। कल मैं तेरी बहन चोदूँगी।
इसके बाद इत्तिफाक से मेरे अब्बू का लण्ड बचा जो मेरे हक़ में आ गया। मैंने जैसे उसे पकड़ा वैसे मुझे मालूम हुआ की यह तो बहन चोद पहले से मोटा हो गया है। मस्त हो गया है अब्बू का लण्ड ?
मैंने उसे बड़े प्यार से पकड़ा और बोली - हाय अब्बू बड़ा मोटा हो गया है तेरा लण्ड, भोसड़ी का ?
वह बोला :- हां नतासा, अभी मेरे पड़ोस में एक रुखसाना नाम की लड़की आ गयी। वह किसी डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर है। उसे मेरे लण्ड के बारे में मालूम हो गया। वह एक दिन आई और एकदम से बोली अंकल मुझे अपना लण्ड दिखाओ ? बड़ी तारीफ सुनी है मैंने तेरे लण्ड की ? अब मैं बिना तेरा लण्ड देखे, बिना तेरा लण्ड पकड़े, यहाँ से जाऊंगी नहीं। इतनी बेधड़क लड़की मैंने पहले कभी नहीं देखी। वह आगे बढ़ी और मेरे पैजाम में हाथ घुसेड़ ही दिया। फिर नाड़ा खोल कर उसने लण्ड बाहर निकाल लिया। लण्ड तो खड़ा हो गया। वह बोली O MY GOD, भोसड़ी का इतना बड़ा लण्ड ? इतना मोटा लण्ड ? अब तो चाहे जो हो मैं तो चुदवाकर ही जाऊंगी ? और वह सच में चुदवाकर गयी।
दूसरे दिन कई लड़कियां आ गयी एक साथ ? उसने कहा अंकल ये सब तेरा लण्ड पीने आयीं हैं। इन्हे प्लीज अपना लण्ड पिला दो। तुम जिसकी चाहना उसकी बुर चोद लेना बाकी फिर कभी चुदवाने आ जायेगीं। बस मैं उन लड़कियों की बुर रोज़ ही चोदने लगा। मुझे इतना मज़ा आया की मेरा साला लण्ड मोटा हो गया।
मेरी एक सहेली है रिया। एक दिन उससे मुलाकात हो गयी।
- मैंने कहा अरे यार कहाँ थी तू इतने दिनों से ? अपनी माँ चुदा रही थी तू ?
- हां यार सच में माँ चुदा रही थी क्योंकि मेरे अब्बू को लड़कियों की बुर चोदने से फुर्सत ही नहीं है ?
- हाय अल्ला, तो फिर तेरी तेरी माँ को कौन चोदने आता है ?
- कोई आता नहीं है मैं खुद अपनी माँ को चुदवाने बाहर जाती हूँ।
- अगर ऐसा है रिया तो मेरा अब्बू तेरी माँ चोद दिया करेगा। उसे चोदने का बड़ा शौक है। उसका लण्ड भी मोटा है ?
- लण्ड तो मेरे अब्बू का भी मोटा है यार ? बड़ा मशहूर है मेरे अब्बू का लण्ड ? पर कुछ समस्या है यार ?
- बोलो क्या समस्या है मैं कुछ तेरी मदद करूं ? लेकिन पहले तुम मुझे अपनी समस्या बताओ।
- लो तो फिर सुनो मेरी समस्या :-
अभी मैंने कल ही एक २२ साल के लड़के का लन्ड देखा तो मेरे दिल की धड़कने बढ़ गयीं। इस उम्र में ही इतना मोटा ताज़ा और सख्त लन्ड है इसका ? अभी जब यह थोड़ा और बड़ा होगा तब तो इसका लन्ड गज़ब ढाने लगेगा अब्बू ? मैंने पहले किसी का इतना बड़ा और मोटा लन्ड नहीं देखा था ? अब जब यह चोदना शुरू करेगा तो सबके दिलों पर छा जायेगा ? फिर कौन पूंछेगा तेरे लन्ड को ? तब तक मेरी खाला जान आ गयी और बोली हां जीजू, रिया बिलकुल सच कह रही है। मैं भी महसूस करती हूँ की तुम जिस तरह से पहले मेरी बुर चोदते थे उस तरह अब नहीं चोद पाते हो ? अब तेरा लन्ड न तो उतना सख्त रह गया है और न ही उतनी देर तक टिक पाता है। अब तेरे लन्ड से बेहतर मेरे नंदोई का लन्ड हो गया है। यह बात मैं ही नहीं मेरी बेटी महक भी कह रही थी। महक को तेरे लन्ड से ज्यादा मेरे नंदोई का लण्ड पसंद है।
यहाँ कुनबे में किसी का लन्ड किसी से भी छिपा नहीं है। सब जानती हैं सबके लन्ड ? सबके लन्ड का साइज भी
मैंने कहा :- क्या बताया आपने अपने अब्बू का नाम का ?
वह बोली :- अब्दुल रशीद।
मैंने कहा :- अच्छा कल तुम मुझे अपने अब्बू से मिलवाना। मैं दूसरे दिन बन थान रिया के घर पहुँच गयी। उसका अब्बू वहीँ बैठा हुआ था। मैंने उसे देखा की वह शराब पी रहा है। उसने मुझे भी देखा। मुझे देख कर अपना लण्ड सहलाने लगा। तब रिया बोली अब्बू यह मेरी दोस्त नतासा है।
उसका अब्बू बोला :- अरे बेटी ये तो बहुत खूबसूरत है। इसे मेरे बारे में बताओ न। इसको समझाकर मेरे पास भेजो। मैं इसकी लेना चाहता हूँ। मैं उठी और बोली अंकल मैं खुद तेरे पास आ रही हूँ। मैंने तेरे लण्ड के बारे में सुना है ? बहुत बड़ा है तेरा लण्ड अंकल और मोटा भी है ? क्या यह सच है ?
वह बोला :- अरे बेटी तुम खुद ही पकड़ कर देख लो न ? ऐसे बताने से क्या फायदा ?
मैं उसके नजदीक गयी और बोली :- हाय दईया, बड़ी बदबू आ रही है तेरे बदन से, अंकल। अच्छा खोल के दिखाओ अपना लण्ड ?
उसने अपनी लुंगी खोल दी। उसका लण्ड खड़ा था। लण्ड तो वाकई बड़ा लंबा और मोटा था। मेरा मन हुआ की मैं इसे मुंह में डाल लूँ पर मुझे करना तो कुछ और ही था। मैं हाथ बढाकर आगे बढ़ी और रुक गयी।
मैंने कहा अंकल तेरे लण्ड से शराब की बदबू आ रही है। मुझसे रुका नहीं जा रहा है। मैं तेरा लण्ड नहीं पकड़ सकती ? जब तुम शराब पीना छोड़ दोगे तब मैं तेरा लण्ड पकड़ूँगी। मैं किसी और लण्ड पकड़ने जा रही हूँ। वह मेरा मुंह देखता ही रह गया। बाहर आकर मैंने रिया से कहा तुम उन सभी लड़कियों को बुला लो जो इसे पसंद है। वो सभी लड़कियां एक एक करके इसके पास जाएँ और यही कहें जो मैंने कहा। अपना हाथ बढ़ाएं और फिर यह कह कर खींच ले की अंकल तेरे लण्ड से बदबू आ रही है। कोई भी लड़की इसका लण्ड न पकड़े ? यही हमारा फार्मूला है। जब तक यह शराब न छोड़ दे तब तक इसका लण्ड कोई भी लड़की न पकड़े ? इसे बाहर भी न जाने देना। दो दिन बाद मुझे बताना ?
रिया ने वैसा ही किया। जो भी लड़की उसके पास जाती, वह यही कहती की अंकल तेरे लण्ड से शराब की बदबू आ रही है मैं तेरा लण्ड नहीं पकड़ूँगी। मैं किसी और का लण्ड पकड़ने जा रही हूँ। दो दिन में किसी भी लड़की ने लण्ड नहीं पकड़ा। उसकी हालत ख़राब हो गयी। रिया ने मुझे बताया तो मैंने कहा अब उसे एक हफ्ते तक ऐसा ही रखो फिर मुझे बताना। एक हफ्ते के बाद वह बोली अरे यार नतासा अब तो मेरा अब्बू बिलकुल बदल गया है। उसने खुद शराब की बोतलें फोड़ डाली हैं. अभी एक हफ्ते से उसने शराब को हाथ भी नहीं लगाया है। कहता की अब मैं शराब नहीं पियूँगा लेकिन मुझे उसी लड़की से मिलवाओ जिसने मुझसे यह बात कही थी। मैंने कहा मैं दो दिन बाद आऊंगी।
मैं जब गयी तो अंकल मेरे आगे हाथ जोड़ कर खड़ा हो गया बोला बेटी तुमने मेरी ज़िन्दगी बचा ली। मैंने सोंचा था की मैं शराब कभी छोड़ नहीं सकता। पर मैंने छोड़ दी। अब मुझे अच्छा लग रहा है। मैं अच्छा अनुभव कर रहा हूँ। आज मैं नहा धो कर बैठा हूँ। मैंने कहा हां अंकल अब मैं तेरा लण्ड पकड़ूँगी भी और तुमसे प्यार से चुदवाऊंगी भी। रिया बड़ी खुश हो गयी। वह बोली यार नतासा मैं भी तेरे अब्बू से चुदवाऊंगी।
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