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शौहर को तो मैंने चोदना सिखा दिया है - Maine mere pati ko chodna sikhaya hai
मेरा नाम रुबिका बेगम है। मैं २४ साल की एक बेहद खूबसूरत, सेक्सी और हॉट बीवी हूँ. मेरी शादी एक साल पहले हुई थी। मैं एक बहुत ही चुलबुली और चंचल लड़की थी और आज भी हूँ। हमारे समाज में लड़कियां या बीवियां बाहर ज्यादा नहीं निकलतीं हैं. और जब भी निकलतीं हैं तो बुर्का डालकर निकलतीं हैं। इसका मतलब यह है की आप अपने बदन का एक इंच भी हिस्सा किसी को भी बाहर नहीं दिखा सकती। लेकिन अंदर क्या होता है यह कोई नहीं जानता ? बाहर के लोगों से मिलने जुलने में बहुत ज्यादा ही रोक टोक है। यही कारन है की हम लोग अंदर के सभी मर्दों से शारीरिक संपर्क बना लेतीं हैं। हमारा दायरा हमारे कुनबे तक होता है और अधिक से अधिक नाते रिश्ते दारों तक। लेकिन जो लोग इस तकियानूसी समाज से नियमों को नहीं मानते वो सब दुनिया के साथ चलते हैं। आज के ज़माने के साथ चलते हैं और हर तरह से एन्जॉय करतें हैं। मैं उन्ही में से एक हूँ। मैं बाहर जाने के लिए बुर्का कभी इस्ते माल नहीं करती। मैं बाहर के मर्दों को भी एन्जॉय करती हूँ और अपने कुनबे नाते रिश्ते दारों को भी एन्जॉय करती हूँ। मैं बड़ी मुंह फट हूँ, आज़ाद हूँ, बोल्ड हूँ और अपने मन की रानी हूँ। बाकी दुनिया की माँ की चूत ? मैं दुनिया की झांट परवाह नहीं करती ? जिसको जो कहना है कहे मुझे कोई फरक नहीं पड़ता ? कोई मुझसे ऊंट पटांग कहता है तो मैं उसकी माँ बहन चोद देती हूँ।
एक दिन हम तीनो बीवियां बैठ कर बातें कर रहीं थीं. मैं रुबिका, मेरी दो दोस्त रुहाना और रेहाना ? ये दोनों भी शादी शुदा हैं और हम तीनो मिलकर खूब मस्ती करतीं हैं। साथ साथ घूमना, साथ साथ फिल्म देखना और साथ साथ सेक्स भी करना ? जी हां हम लोग "husband swapping" करतीं हैं। एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाती हैं। आप इसे "wife swapping" भी कह सकतें हैं। जहाँ हमारे हस्बैंड्स भी अपनी अपनी बीवियां अदल बदल कर चोदते हैं। यह सच है की मैं रुहाना और रेहाना के मियों से चुदवाती हूँ, रेहाना मेरे मियां और रुहाना के मियां से चुदवाती है और रुहाना मेरे मियां और रेहाना के मियां से चुदवाती हैं। लेकिन अभी तक ऐसा मौक़ा नहीं आया जहाँ हम तीनो ने मिलकर एक साथ एक ही कमरे में चुदवाया हो ?
मैंने कहा - यार रेहाना मुझे तेरे शौहर माजिद का लण्ड बहुत पसंद है। जितना बहन चोद देखने में खूबसूरत है उतना ही चोदने में भी है। गोरा चिट्टा हट्टा कट्टा लण्ड देख कर किसी की भी चूत में पानी सकता है। मैं तो खुदा से दुआ करती हूँ की तेरे मियां का लौड़ा ऐसा ही बना रहे और मैं ऐसे ही धकाधक चुदवाती रहूं। रहाना मियां लण्ड भी गज़ब का है यार। लण्ड सुपाड़ा एकदम गोल है छतरी जैसा और देखने में बड़ा खूबसूरत लगता है। और मजे की बात यह है की वह बड़ी देर चोदता रहता है।
रेहाना ने कहा - रुबिका तू सच कह रही है। लेकिन तेरे शौहर का लण्ड तो मेरी जान है यार। वह जब फनफना कर खड़ा होता है लगता है आज ही बुर चोद चोद कर भोसड़ा बना देगा। उसका अंडाकार सुपाड़ा और खड़ा होने पर थोड़ा टेढ़ा हो जाना मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं उससे दिलोजान मोहब्बत करती हूँ। एक दिन मेरी खाला ने मुझे तेरा शौहर चुदवाते देख लिया तो वह बोली रेहाना अब तो मैं मैं भी इससे चुदवाऊंगी ? जब तक उसने चुदवा नहीं लिया तब तक वह गयी नहीं। मेरी चूत तो बुर चोदी तेरे मियां के लण्ड के नाम से ही गीली हो जाती है।
रहाना ने कहा - हां यार रेहाना तू सच कह रही है। रुबिका के शौहर का लण्ड है ही काबिलेतारीफ ? इतना उम्दा लण्ड बहुत कम देखने को मिलता है। अब मैं रेहाना के मियां लण्ड के बारे बता रही हूँ। एक दिन वह मुझे चोद रहा था। अचानक मेरी अम्मी कमरे में आ गयीं। उसने मुझे गैर मरद से चुदवाते हुए देख लिया। वह बोली कुछ नहीं पर मुस्कराने लगीं। मैं थोड़ा झिझकी और रुक भी गयी पर उसने इशारे से कहा चुदवाती रहो मुझे अच्छा लग रहा है। लण्ड २/३ बार चूत से फिसल कर बाहर निकल आया तो अम्मी ने उसे पकड़ कर अंदर घुसा दिया। फिर वह बोली रहाना बेटी लौड़ा तो बड़ा मस्त हौर दमदार है। किसका है ये लण्ड ? मैंने कहा मेरी सहेली रेहाना के शौहर का लण्ड है, अम्मी जान ? वह बड़े मजे से बोलीं तो फिर भोसड़ी की तू अपनी माँ क्यों नहीं चुदवा लेती ? मैं अम्मी की मंशा समझ गयी और फिर मैंने चुदाई में उसे भी शामिल कर लिया।
मैंने कहा - तुम लोगों ने मेरे शौहर के लण्ड की बड़ी तारीफ की है पर एक बात तुम्हे मालूम है ? मेरे शौहर को चोदना नहीं आता था।
रेहाना बोली - हाय दईया, तू सच कह रही है रुबिका ? लेकिन वह तो मुझे बड़ी अच्छी तरह से चोदता है।
रहाना ने कहा - और मुझे भी खूब मस्ती से हचक हचक कर चोदता है तेरा मियां। मज़ा आ जाता है ?
मैंने कहा - अरे सुनो तो मेरी पूरी बात ? अपने शौहर को तो मैंने ही चोदना सिखाया, यार ?
रेहाना और रहाना दोनों एक साथ बोल पड़ी - हाय दईया, क्या कह रही हो तुम ? तुमने अपने शौहर को चोदना सिखाया ? तुमने कैसे सिखाया ? क्या उसने अपनी शादी के पहले कभी किसी को चोदा ही नहीं ? आजकल तो लड़के अपनी शादी के पहले जाने कितनी लड़कियां चोद लेते हैं।
रेहाना ने कहा - लड़कियां ही नहीं लड़कियों की माँ भी चोद लेते हैं। उनकी बहन, खाला, फूफी सबका भोसड़ा भी चोद लेते हैं। और तो और वो तो साले अपने दोस्तों की बीवियां भी चोद लेते हैं।
मैंने कहा - हां यार तुम्हारी बात सही है लेकिन अब तुम लोग सुनो मैंने कैसे अपने शौहर को चोदना सिखाया ? :- मेरे शौहर का नाम है साजिद। वह २७ साल का मस्त नौजवान है। उसने एक बड़े कॉलेज के रह कर पहायी की है और इसीलिए आज वह एक बड़े पद पर काम कर रहा है। वह हॉस्टल में था और पढ़ाई करता था। हैंडसम और पढ़ाई की वजह से उसके आगे भी पीछे लड़कियां घूमा करतीं थीं लेकिन उसने कभी उस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया लेकिन फिर भी लड़कियों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। मुझे यह सब उस दिन मालूम हुआ जब हम दोनों सुहागरात मना रहे थे। मैं भी नंगी थी और वह भी नंगा था। मेरी चूँचियाँ तनी हुई थीं और उसका लण्ड तन कर खड़ा हुआ था। जब उसने चोदना शुरू किया तो चूत का मुंह नहीं ढूंढ पा रहा था। उसका लण्ड कभी ऊपर कभी नीचे कभी अगल बगल घूम रहा था। मैंने कहा यार तुम तो बड़े अनाड़ी हो। चूत का छेद नहीं ढूंढ पा रहे हो तो चोदोगे कैसे ? अभी तक क्या तुम गांड मराते रहे हो ?
उसने कहा ऐसा है यार मैंने कभी लड़कियों की बुर नहीं चोदी। हां लड़कियों को लण्ड जरूर पकड़ाया है। लड़कियाँ खुद ही मेरे पास आकर मेरा लण्ड पकड़ा करती थीं। लण्ड चाटती थीं, लण्ड चूसती थीं और मुठ्ठ मार कर लण्ड पीती थीं। मैंने कहा अच्छा तो इसका मतलब तुमने न कभी किसी की चूत चोदी और न कभी चोदना सीखा। तो फिर आज मैं तुम्हे चोदना सिखाऊंगी। मैंने अपनी चूत उसके सामने खोल कर रख दी और कहा की चोदने के पहले चूत चाटना सीखो। मैंने उसका सिर पकड़ कर अपनी चूत के मुंह पर रख दिया और कहा की मेरी चूत के छेद से ऊपर उभरा हुआ हिस्सा खूब चाटो। उधर मैंने एक पोर्न फिल्म चला दी जिसमे एक लड़की की बुर एक लड़का चाट रहा था। मैंने कहा बस तुम बिलकुल इसी तरह करो। फिर तो मैं मस्त हो गयी उसे बुर चटवा कर और कहा मियां जी अब मैं तेरा लण्ड चाट कर दिखाउंगी।
रेहाना बोली - अच्छा यह बताओ रुबिका तुमने कहाँ से सीखा चोदना और चुदाना ?
मैंने जबाब दिया - पहली बात मैं १५ साल की उम्र से लण्ड पकड़ने लगी थी। दूसरी बात मैंने उसी उम्र से पोर्न फिल्म देखती आ रही हूँ। आज भी मैं बिना पोर्न देखे सोती नहीं हूँ। मैंने इन पोर्न से बहुत कुछ सीखा है। उसके बाद मैंने सबसे पहले अपनी खाला की बेटी के शौहर से चुदवाया था। वह मेरा जीजू था। मुझे उसका लण्ड पसंद आया और उसी दिन से मैं और भी लोगोंसे चुदवाने लगी। मैंने अपनी शादी के पहले चोदने और चुदाने का बहुत सारा तज़ुर्बा हांसिल कर लिया था। अब तो हाल यह है की मैं तकरीबन हर रोज़ ग़ैर मरद से चुदवाती हूँ और खूब एन्जॉय करती हूँ।
रहाना बोली - यार इन सब बातों से मेरी तो चूत बहुत गरम हो गयी है। अब मैं चाहती हूँ की क्यों न हम तीनो एक कमरे में एक दूसरे मियां से चुदवायें ?
मैंने कहा - हां हां ठीक है आज रात को ही रख लो। आज शाम को आप दोनों अपने अपने शौहर को लेकर आईये और एक दूसरे के मियां के लण्ड एक ही कमरे में चोदिए।
फिर क्या ? ये दोनों अपने अपने मियां के साथ मेरे घर शाम को आ गयीं. मैंने सबका स्वागत किया और ड्रिंक्स सर्वे कर दी। मुझे न रेहाना के मियां से पर्दा था और न रहांना के मियां से। इसलिए मैंने पेटीकोट के अलावा कुछ नहीं पहना था। मेरी चूँचियाँ एकदम नंगीं थीं और मुझे बड़ा अच्छा भी लग रहा था । यही हाल रेहाना और रहाना का भी था। उनके लिए भी कोई नया लण्ड नहीं था लेकिन हां एक साथ सबको तीन तीन लण्ड देखने का और तीन तीन चूत एक साथ चुदती हुई देखने का मौक़ा जरूर मिलने वाला था। और यही हम लोगों की उत्सुकता का कारण था। मैं यह देखना चाहती थी की मेरा शौहर किसी और की बीवी कैसे चोदता हैं और शायद मेरा शौहर भी यही देखना चाहता था की उसकी बीवी किसी पराये मरद से कैसे चुदवाती है ? दारू पीते पीते बातें भी गहरी होने लगीं और हंसी मजाक भी होने लगी।
नशा चढ़ने लगा तो मस्ती भी चढ़ने लगी। मैं रेहाना मजीद की तरफ बढ़ी और उसके कपड़े खोलने लगी। आखिर में पैजामा का नाड़ा खोला तो उसने भी मेरी चूँचियाँ दबाना शुरू किया। मैंने पैजामे के अंदर हाथ घुसेड़ दिया और अंदर ही अंदर लण्ड सहलाने लगी। लण्ड बहन चोद दो मिनट में ही टन्न से खड़ा हो गया और फिर हमने उसे बाहर निकाल लिया। पैजामा खोल कर नीचे फेंक दिया। मजीद मेरे आगे बिलकुल नंगा हो गया। मैंने लण्ड चूमने चाटने लगी. रेहाना मुझे बड़े गौर से देख रही थी। मैंने मस्ती में कहा - देखा भोसड़ी की रेहाना, आज तेरे शौहर का लण्ड मेरे काबू में है। मैं इससे चाहे बुर चुदवाऊँ चाहे गांड मरवाऊँ ? चाहे मुंह में लूँ लण्ड चाहे चूँचियाँ चुदवाऊँ तू मेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ सकती ? सब मेरे बात पर हंस पड़े। तब तक माजिद ने मेरा पेटीकोट भी खोल दिया तो मेरी चूत भी सबके सामने नंगी हो गयी। इतने में उधर रेहाना ने रहाना के मियां आलम को नंगा कर दिया और उसका लण्ड चाटने लगी। आलम रेहाना की चूँचियाँ मसलने लगा। रहाना यह देख कर बड़ी खुश हो रही थी की किसी की बीवी मेरे मियां का लण्ड चाट रही है। और मेरा मियां उसकी बीवी की चूँचियाँ चूम रहा है। तब तक रहाना ने भी मेरे मियां को नंगा किया और उसका लण्ड सबको दिखा दिखा कर चूमने चाटने लगी। वह भी अपने कपड़े उतार कर मादर चोद नंगी हो गयी। मेरा शौहर उसकी चूँचियाँ चूमने और चाटने लगा।
मैं उसे देख देख कर खूब मज़ा लेने लगी और सोंचने लगी की हां एक साथ मिलकर एक दूसरे के मियां से चुदवाने का प्लान तो सच में बड़ा अच्छा रहा।
रहाना बोली - रुबिका, यार आज पहली बार मैं तेरे सामने तेरे शौहर का लण्ड चाट रही हूँ। मुझे तो बड़ा मज़ा आ रहा है। यार यह बहुत पहले होना चाहिए था। और मैं यह भी देख कर मज़ा ले रही हूँ की मेरे मियां का लण्ड रेहाना कितनी मस्ती से चाट रही है।
रेहाना बोली - हां रहाना बात तो तेरी बिलकुल सही है। किसी के मियां का लण्ड चाटना उससे चुदवाना अपने आप में बड़ा मजेदार होता है लेकिन आज मुझे लग रहा है की उससे भी मजेदार यह देखना होता है की किसी और बीवी मेरे मियां का लण्ड चाट रही है। आज मैं रुबिका को देख कर बड़ी खुश हो रही हूँ की कितने प्यार से मेरे मियां लण्ड चाट रही है चूस रही है। कोई तो है जो मेरे मियां के लण्ड से प्यार करती है।
मैंने कहा - अरी बुर चोदियों पराये मरद के लण्ड से प्यार सबकी बीवियां करतीं हैं। और इन भोसड़ी वाले मर्दों को भी पराई बीवियों की बुर बहुत अच्छी लगती है। ये सब पराई बीवियों की बुर से बहुत प्यार करतें हैं। तब तक रेहाना के मियां मजीद ने पेल दिया लण्ड मेरी चूत में ? वैसे पेलवा तो मैं पहले भी चुकी थी पर आज का पेलवाना कुछ और ही मज़ा दे रहा था। वह मुझे मस्ती से चोदने लगा।
मैंने कहा - देख रेहाना तेरा मियां कितने मजे से मेरी बुर ले रहा है। इतने मजे से उसने कभी तेरी बुर ली है ?
वह बोली - मैंने कभी अपने मियां को इतनी अच्छी तरह से बुर दी ही नहीं है तो वह लेगा कैसे ? अब देखो न मैं रहाना के मियां को कितने प्यार से और मस्ती से बुर दे रही हूँ। अपनी गांड उठा उठा के बुर दे रही हूँ। मुझे तो ग़ैर मर्दों को ही बुर देने में मज़ा आता है। मैं इसी तरह तेरे भी मियां को अपनी बुर देती हूँ रुबिका और आगे भी देती रहूंगी।
रहाना ने कहा - अरे यार रुबिका, ये भोसड़ी की रेहाना बिलकुल रंडी हो गयी है। पराये मर्दों को बुर देने में बड़ी अव्वल हो गयी है बुर चोदी रेहाना। वैसे कुछ भी हो। बुर तो पराये मर्दों को ही देने में मज़ा आता है। मैं भी रेहाना की तरह ग़ैर मर्दों को बड़े प्यार और मोहब्बत से बुर देती हूँ और देती रहूंगी। पराये मरद भी भोसड़ी वाले खूब हचक हचक के परायी बीवियों की बुर लेतें हैं।
इसी तरह की मस्तानी बातें कर कर के हम तीनो एक दूसरे के मियां से चुदवाने लगीं। आगे से भी और पीछे से भी। एक बात तो सही है की एक चुदवाने कमज़ा ही कुछ और है। अकेले चुदवाया तो क्या चुदवाया ? चुदाई तो वह है जिसे कोई देखे। आज तो बहुत अच्छा मौका है की चुदाओ भी और दूसरे की चुदाई देखो भी। पूरे कमरे मे चुदाई की आवाज़ें ही आ रहीं थीं। तीनो मर्दों को भी खूब मज़ा आरहा था। दूसरे की बीवी चोदना अपने आप के बड़ा मजेदार होता है।
इतने में मेरे मियां साजिद की नज़र रेहाना की चूत पर टिक गयी। उसने मौक़ा देखते ही अपना लण्ड रहना की चूत में घुसेड़ दिया। रेहाना की चूत में आलम का लण्ड था। इस तरह साजिद माजिद की बीवी चोदने लगा। माजिद आगे बढ़ा और आलम की बीवी रहाना की बुर में पेल दिया लण्ड। वह आलम की बीवी चोदने लगा। फिर आलम ने मेरी तरफ देखा और मेरी चूत में ठोंक दिया लण्ड। वह मुझे चोदने लगा। चुदाई एक बार फिर अपनी मंजिल पर पंहुच गयी। उस दिन के बाद हमने अकेले कभी नहीं चुदवाया। मुझे किसी के साथ चुदवाने का चस्का लग गया। यही हाल रेहाना और रहाना का भी था। एक दिन रेहाना का फोन आया और वह बोली यार रुबिका कल रात मैंने अपने खालू से चुदवाया और मेरे शौहर ने खाला का भोसड़ा चोदा। यार बड़ा मज़ा आया। मैंने फिर उसे तुम्हारी कहानी बताई तो उसने खूब एन्जॉय किया।
एक दिन मैं घर पर अकेली बैठी थी और शौहर के आने का इंतज़ार कर रही थी। अचानक किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मैंने खोला तो सामने मेरी फूफी की बेटी नताशा खड़ी थी। उसके पीछे एक हैंडसम लड़का भी था। मैंने कहा अरी तू एकदम से कैसे आ गयी वह इतने दिनों के बाद ? वह बोली दीदी तुम्हे सरप्राइज देना चाहती थी। इनसे मिलो ये है मेरा शौहर अदब। मैं उससे मिलकर खुश हुई और बातें करने लगी।
- मैंने कहा नताशा क्या पियोगी ?
- वह बोली दीदी आज तो मैं अपने मन पसंद एक चीज पियूँगी लेकिन वह मैं वह तुम्हे बाद में बताऊंगी।
- मैंने कहा नहीं अभी बताओ न मैं तुम्हे पिला दूँगी।
- वह बोली दीदी अभी वह चीज तुम्हारे पास है नहीं है।
- अच्छा, है नहीं तो मंगवा लूंगी। तुम बोलो तो सही।
- मैं तेरे शौहर का लण्ड पियूँगी दीदी।
- हाय दईया, तू तो बहुत बड़ी हरामजादी हो गयी है।
- अरे दीदी मैं जवान हूँ, मेरी शादी हो गयी है. मैं तो खूब एन्जॉय करती हूँ। अब तो मैं हरामजादी नहीं बहुत बड़ी बुर चोदी हो गयी हूँ।
- अरे वाह ! तुम मेरे शौहर का लण्ड पियोगी तो तेरा शहर बुरा नहीं मानेगा ?
- बुरा क्यों मानेगा ? मेरी सहेलियां भी तो मेरे शौहर का लण्ड पीती हैं। तुम भी पी लेना मेरे शौहर का लण्ड, दीदी। आज मैं बिना जीजू का लण्ड पिए जाऊंगी नहीं। लेकिन हां अभी तो तुम मुझे थोड़ा व्हिस्की पिलाओ दीदी।
थोड़ा नशा और चढ़ा तो नताशा ने अपना हाथ मेरे मियां के पैजामे के अंदर घुसेड़ ही दिया। लण्ड उसके हाथ में आ गया वह बोली दीदी मैं अब जीजू का लण्ड पियूँगी। उसने लण्ड सच में बहार निकल लिया। फिर मैंने भी उसके मियां का लण्ड बाहर निकाल लिया। वह मेरे मियां का लण्ड चूसने लगी और मैं उसके मियां का लण्ड।
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