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सुहागरात में सामूहिक चोदा चोदी के साथ चूत की चुदाई - Suhagraat mein samuhik chudai
सुहागरात में सामूहिक चोदा चोदी के साथ चूत की चुदाई - Suhagraat mein samuhik chudai , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मैं २७ साल की मिसेज नमिता चौधरी हूँ. पढ़ी लिखी हूँ , खूबसूरत हूँ, सेक्सी और बोल्ड हूँ। मेरी शादी के दो साल हो गए हैं। मैं मुंबई में अपने फ्लैट में अपने हसबैंड के साथ रहती हूँ। मैं भी सर्विस करती हूँ और मेरा हसबैंड तो करता ही है। हम दोनों आधुनिक ख्याल के लोग हैं और ज़िन्दगी तो अच्छी तरह एन्जॉय करना जानते हैं। मैं अपने हसबैंड के साथ ५ साल अमेरिका में रह कर आयी हूँ। मुझे ज़िन्दगी एन्जॉय करने के सबक वहीँ से मिला। इसमें मेरा साथ मेरा हसबैंड बाखूबी देता है। मेरा हसबैंड न कभी मेरे कामों ने दखल देता है और न मैं उसके कामों में। हमारा आपस में तालमेल बहुत अच्छा है। मैं मर्दों के साथ बैठ कर शराब पीती हूँ, सिगरेट पीती हूँ और जम कर ज़िन्दगी एन्जॉय हूँ। मुझे सेक्स पार्टी में जाना और खूब मस्ती से पराये मर्दों के साथ सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है। यही हाल मेरे हसबैंड का भी है। वह भी परायी बीवियों के साथ सेक्स एन्जॉय करता है। वह किसी की भी चोदे मुझे कोई फरक नहीं पड़ता और मैं किसी से भी चुदवाऊँ तो उसे कोई फरक नहीं पड़ता। ऐसा तो अमेरिका में बहुत होता है।
अब मैं आपको अपनी सुहागरात की बात बताती हूँ जहाँ से हमने "husband swapping" करना सीखा। जब मेरी शादी हुई तो मैं इंडिया में ही थी। शादी के बाद मैं सुहागरात मनाने बैंकाक के लिए चली गयी। एक दिन बैंकाक में रह कर मैं पटाया चली गयी। मेरे साथ मेरे हसबैंड अंकित चौधरी थे। यह ५ साल पहले की बात है। हम दोनों ने एक दिन बैंकाक में बिताया और खूब मज़ा किया। लेकिन जब मैं पटाया गयी तो वहां की शान शौकत ेख कर मैं मस्त हो गयी। वहां के लड़के लड़कियां इतने खूबसूरत हैं की उनकी जितनी तारीफ की जाए उतना कम है। फिर वहां पर एक दर्जन लड़कियों को स्टेज पर एकदम नंगी होकर डांस करते हुए देख कर मेरी तो चूत गरम हो गयी। फिर एक शाम को मैं एक और शो देखने गयी. वह शो था चुदाई का शो। इसे टाइगर शो कहते हैं। एकदम नंगी चुदाई स्टेज पर हो रही थी, एक एकदम नंगा लड़का एक एकदम नंगी लड़की को चोद रहा था और हम सब उसके चारों तरफ बैठे थे। सामने कई औरतें और मरद बड़े चाव से देख रहे थे। मैं भी बड़े चाव से देख रही थी। देखते ही देखते मेरी चूत गनगना उठी।
दूसरे दिन हमें मालूम हुआ की यहाँ नंगे लड़कों का भी डांस होता है। हम दोनों उसे भी देखने चले गए। हमने देखा की लगभग एक दर्जन लड़के केवल चड्ढी पहने स्टेज पर नाच रहे हैं। चड्ढी के ऊपर से उनके लण्ड उभरे हुए दिख रहे थे मैं तो उन्हें ही देखती रही। किसी किसी की झांटें भी दिख रही थीं। करीब एक घाटे के बाद उन लड़कों ने अपनी अपनी चड्ढी उतारनी शुरू कर दी। वो सब के सब नंगे होने लगे। उनके लण्ड तन कर खड़े होने लगे। जब सभी लड़के नंगे हो गए तो उनके टन टनाते हुए लण्ड देख कर मेरी चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। मेरा मन हुआ की मैं अभी स्टेज पर चढ़ कर लण्ड मुहं में ले लूँ , अपनी चूत मे पेल लूँ , अपनी गांड में घुसा लूँ। मैं बिना पलक झपकाए उन सबके लण्ड ही देखती रही।
मैं जाने क्या क्या सोंचने लगी और ख़याली पुलाव पकाने लगी।
दूसरे दिन मेरे बगल के कमरे में ठहरे हुए कपल आ गए। उसका नाम था चंगऔर उसकी बीवी का नाम था लुई। वो दोनों थाईलैंड यानी बैंकाक के ही थे। वो भी हनीमून मनाने आये थे। फिर हम चारों लोग ड्रिंक्स पर बैठ गए। उसने पटाया के बारे में सब कुछ बताया। यहाँ किस किस तरह से सेक्स का नंगा नाच होता है वह सब भी बताया। यहाँ के लड़के भी बहुत खूबसूरत होतें है और यहाँ लड़कों की गांड मारने का बड़ा खेल होता है। यहाँ हिजड़े भी बहुत हैं। कुछ विदेशी लोग उनका भी मज़ा लेते हैं। बीवियों की अदला बदली तो यहाँ बहुत कॉमन है। यहाँ जो लोग हनीमून मनाने आतें हैं वो जाने कितने लोगों की बीवियां चोद कर जातें हैं और वाइफ जाने कितने मर्दों से चुदवाकर जाती है। यहाँ ग्रुप सेक्स बहुत होता है। लोग एन्जॉय करने ही आतें हैं और एन्जॉय करतें हैं। लोग जो अपने देश में नहीं कर पाते वो सब यहाँ करने आते हैं। इन सब बातों से मेरा मन हुआ की मैं चंग से चुदवा लूँ। मेरा हसबैंड भी लुई की तरफ बड़े गौर देख रहा था। दोनों इतने गोरे चिट्टे और खूबसूरत थे की उनके चेहरे से नज़रें हट ही नहीं रहीं थीं।
दोस्तों, ये जो मैंने बैंकाक और पटाया के बारे में मैंने आपको बताया है यह कोरी कल्पना नहीं है बल्कि सच्च्चाई है। यह हकीकत है। ये सब पटाया और बैंकाक में होता है। आप भी कभी जाकर देखें। बड़ा मज़ा आएगा। इसीलिए यहाँ पूरी दुनिया से लोग आतें हैं और एन्जॉय करतें हैं। थाईलैंड सरकार की तरफ से पूरी छूट है।
मेरा तो मन था की मैं अभी चंग को नंगा कर दूँ और उसका लण्ड मुंह में ले लूँ। मैं चंग से चुदवाने के लिए बेताब होने लगी। फिर बातों ही बातों में चंग बोला -
Dear Ankit if you want to fuck my wife, you can fuck her right now. She is ready for that and I will enjoy watching her being fucked by you . My husband said dear Chang if that is the case you will have to fuck my wife too. He said ok I am ready .
मैं अपने हसबैंड की बात सुनकर बहुत खुश हो गयी और उसे अपनी आँखों से इशारा किया की मैं पूरी तरह तैयार हूँ। तब तक उसकी बीवी लुई में अपनी बाहें मेरे पति के गले में डाल दीं और उसकी चुम्मी ले ली। मैं कहाँ पीछे रहने वाली थी। मैंने भी चंग को अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया और उसके गाल चूमने लगी। मेरा एक हाथ उसके लण्ड तक पहुँच गया और मैंने लण्ड ऊपर से दबा कर कह कहा अरे यार ये तो पहले से ही खड़ा है, चंग। इसे बाहर निकालो। तब तक उधर लुई अपनी चूँचियाँ खोल चुकी थी। उसकी गोरी गोरी चूँचियाँ बड़ी बड़ी थीं और सेक्सी भी लग रहीं थीं। इधर मेरी भी चूँचियाँ खुल गयीं तो चंग उन्हें चूमने लगा, मेरे निपल्स चाटने लगा और मेरी गांड पर भी मस्ती से हाथ फेरने लगा। मुझे लगा की लुई को शायद मुझसे भी ज्यादा जल्दी है चुदवाने की। उसने मेरे हसबैंड को नंगा कर दिया, एक हाथ से पेल्हड़ थामे और दूसरे हाथ से उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
वह बोली Wow, what a strong cock it is ! I love it . ऐसा बोल कर वह लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मैंने भी चंग को नंगा किया। उसका लण्ड पकड़ा और कई बार चूमा। लण्ड साला मोटा भी था और लंबा भी। गोरा गोरा बिना झांट का लण्ड सच में बहुत ही खूबसूरत लग रहा था। मैं उस पर अपनी जान दे बैठी। मैंने सोंचने लगी की इतने खूबसूरत लण्ड हमारे देश में क्यों नहीं होते ? मैं एक भूंखी कुटिया की तरह लण्ड चाटने और चूसने में जुट गयी। साथ में पेल्हड़ भी मजे से चाटने और चूमने लगी। वह भी मेरी चूँचियाँ दबाने लगा और दूसरे हाथ से अपनी चूत सहलाने लगा क्योंकि मैं तब तक पूरी नंगी हो चुकी थी। लुई मेरे हसबैंड का लण्ड चूस रही थी और मैं उसके हसबैंड का लण्ड। अपने हनीमून में किसी पराये मरद का लण्ड पीने में मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था। यही हाल मेरे पति का भी था। उसे भी नहीं मालूम था की किसी और की बीवी उसका लण्ड उसके ही सुहागरात में उसकी ही बीवी के सामने चूसेगी ?
हमारे मन में था की यह तो विदेश है यहाँ हमें कौन देख रहा है ? यहाँ तो हम सब कुछ अपने मन का कर ही सकतें हैं। इतने में मेरे हसबैंड ने लुई की चूत में लण्ड पेल दिया और सटासट चोदने लगा। उसे देख कर चंग ने भी अपना लण्ड मेरी चूत में घुसाया और मजे से चोदना शुरू किया। लण्ड साला पूरा एक ही बार में घुस गया क्योंकि चूत तो गीली थी ही और मैं चुदवाने के लिए बिलकुल तैयार थी इसलिए मेरी चूत ने पूरा का पूरा लण्ड निगल लिया। चंग मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदने लगा और उधर मेरा हसबैंड भी लुई को अपनी बीवी समझ कर चोदने लगा। मेरी तमन्ना पूरी हो रही थी इसलिए मैं मन ही मन बड़ी खुश थी। मेरे पति को भी किसी और की बीवी चोदने में मज़ा आ रहा था इसलिए वह भी खुश था। विदेश में अगर विदेशी लण्ड मिल जाए तो कितना अच्छा लगता है और विदेश में अगर विदेशी चूत मिल जाये तो कितना अच्छा लगता है यही अनुभव हम दोनों को हो रहा था। चंग ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी और मेरे पति ने लुई की बुर चोदने की गति तेज कर दिया। दोनों एक दूसरे की बीवी हचक हचक कर चोद रहे थे।
फिर उन लोगों ने हमें आगे से चोदा, पीछे से चोदा, ऊपर चढ़ कर चोदा और नीचे लेट कर लण्ड पर बैठा के चोदा। मैं चंग से चुदवा भी रही थी और अपनी मरद को उसकी बीवी चोदते हुए देख भी रही थी। मैं मन में सोंच रही थी की अपने देश में जाकर अगर कोई इसी तरह का कपल मिला जाए तो चोदा चोदी में मज़ा आता रहेगा। इतने में चंग बोला नमिता भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। बस मैं घूम कर उसके सामने आ गयी और लण्ड मुठ्ठी में लेकर सड़का मारने लगी। मुझे उसके लण्ड का सड़का मारने में भी बड़ा मज़ा आ रहा था। उधर लुई भी मेरे पति के लण्ड का सड़का मार रही थी। चंग ने बताया की यहाँ लड़कियां लड़कों के लण्ड का सड़का खूब मजे से लगातीं हैं। कुछ लोग तो यहाँ लड़कियों से सड़का मरवाने और लण्ड पिलाने ही आतें हैं। लड़कियों को भी सड़का मार कर लण्ड पीने का बड़ा शौक है। यहाँ के लड़के इतने खूबसूरत होतें है की कुछ लोग तो लड़कों की गांड मारने और उनसे सड़का मरवाने भी आतें हैं।
सामूहिक सुहागरात में चोदा चोदी
दूसरे दिन चंग हमें एक ऐसी जगह ले गया जहाँ १४/१५ कपल बैठे शराब पी रहे थे। चंग ने हम लोगों का इंट्रो सबको दिया और सबने हमारा वेलकम किया। वहां मुझे मालूम हुआ की थाईलैंड के मर्दों को इंडियन चूत बहुत पसंद आती है और वहां की बीवियों को इंडियन लण्ड बहुत पसंद है. लेकिन उस ग्रुप में सब लोकल ही नही थे काफी लोग बाहर के भी थे। ३ कोपल तो काले थे वे मलेसिया के थे। मैं मन में बड़ी खुश हुई की आज मुझे काले लण्ड भी पकड़ने को मिलेगा। हम लोग भी शराब पीने लगे। आधे घंटे में ही लोग अपने अपने कपड़े उतारने लगे। तभी एक मस्त जवान लड़की एकदम नंगी नंगी आयी और बोली -
"मैं आप सबका वेलकम करती हूँ। यहाँ हम लोग "wife swapping" के लिए इकठ्ठा हुए हैं। ये सब लोग यहाँ अपना अपना हनीमून मनाने आये हैं। यहाँ पर हसबैंड्स दूसरों की बीवियां चोद कर हनीमून मनायेगें और बीवियां दूसरों के हसबैंड्स से चुदवाकर हनीमून मनायेगीं। कोई भी अपनी बीवी नहीं चोदेगा। अगर कोई अपनी चोदना चाहता हो वो यहाँ से चला जाए और अपने घर में अपनी बीवी चोदे। अब आप जिसकी बीवी चोदना चाहते हों, चोदें ? जिसके हसबैंड का लण्ड पकड़ना चाहती हों, पकड़े ? यहाँ कोई आपको मना नहीं कर सकता "
मुझे लगा की जैसे मेरी मन की मुराद पूरी हो गयी। मैं तो उस काले आदमी की तरफ दौड़ी जो मुझे बड़ा सेक्सी और हैंडसम लग रहा था। मैं उससे लिपट गयी। वह भी मेरी चूँचियाँ दबाने लगा और मैं उसका लण्ड टटोलने लगी। मैं समझ रही थी की इसका लौड़ा बड़ा जबरदस्त होगा। वह नंगा नहीं था। लेकिन मैंने अपने सारे कपड़े उसके सामने उतार दिया और फिर उसने भी अपनी चड्ढी खोल दी। वह नंगा हुआ तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गयी। उसका लौड़ा देख कर तो मेरी गांड फट गयी। मैंने सोंचने लगी की अगर ये लौड़ा मेरी चूत में घुसेगा तो वह फट जाएगी। मेरी चूत बुर चोदी भोसड़ा बन जाएगी। मेरी आँखें उसके लण्ड पर टिकीं रहीं। मैं लण्ड पकड़ कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगी। उसकी झांटें साफ थी तो लण्ड बड़ा और खूबसूरत लग रहा था। मैं लण्ड का टोपा चाटने लगी और फिर उसे मुंह में भर लिया। लण्ड साला इतना बड़ा था की मेरा मुंह उसके सुपाड़े से ही भर गया। मैंने मन में कहा अगर मैं यहाँ नहीं आयी होती तो मुझे इतना बढ़िया लौड़ा नहीं मिलता।
जब मैंने आँख उठा कर चारों तरफ देखा तो लण्ड की लण्ड नज़र आने लगे। वाह क्या सीन था ! लण्ड ही लण्ड, चूत ही चूत , चूँचियाँ ही चूँचियाँ, गांड ही गांड यह सब एक साथ देख कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। इतने में मेरे कंधे पर किसी ने एक लण्ड रख दिया। मैंने कनखियों से देखा तो वह गोरा और मोटा लण्ड था। मैंने उसे भी दूसरे हाथ से पकड़ लिया। फिर मैं बिलकुल बहन चोद रंडी बन गयी। काला लण्ड जैसे ही मेरी चूत में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी - उई माँ मर गयी मैं, फाड़ डाला इस मादर चोद ने मेरी चूत , पेल दिया अपना हक्कानी लण्ड मेरी चूत में ? फिर थोड़ी देर में बोली - हाय दईया, चोदे जाओ, जल्दी जल्दी चोदो, मैं तेरी ही बीवी हूँ मुझे चोदो, फाड़ डालो मेरी बुर भोसड़ी के। तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। मैं यही सब अल्लम गल्लम बोल बोल कर चुदवाने लगी और दूसरा लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। उधर मेरा पति किसी गोरी मेम की बुर चोदने में जुटा हुआ था। मैंने फिर रात भर कई लोगों से चुदवाया। मेरे पति ने भी कई लोगों की बीवियां चोदीं। मैंने ठान लिया की अब मैं यहां हर साल आऊँगी और विदेशी लण्ड अपनी चूत में पेल पेल कर चुदवाऊंगी। जवानी का इतना बढ़िया मज़ा मुझे और कहीं नहीं मिलेगा।
हमने अपना स्टे एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया और इस एक हफ्ते में मैं हर दिन रात में इसी ग्रुप से रात भर लोगों से चुदवाती रही और मेरा पति रात भर दूसरों की बीवियां चोदता रहा। हमने अपनी सुहागरात का पूरा पूरा मज़ा लूटा। इस ग्रुप में हर रोज़ मुझे नए नए लोग मिलते रहे जिससे हर चुदाई में नया पन बरकरार रहा।
मैं जब वापस अपने घर आ गयी तो एक हफ्ते तक न कोई नया लण्ड और न कोई नई चूत। मैं भी बोर होने लगी और मेरा हसबैंड भी क्योंकि हमें तो पराये मरद से चुदवाने की और पराई बीवी चोदने की आदत पड़ गयी थी। अचानक एक दिन मेरी मेघना मौसी आ गयी वह भी अपने हसबैंड के साथ। मौसी मेरी ही उम्र की हैं और मेरी पक्की सहेली हैं। मेरा हसबैंड अंकित मौसा से मिलकर खुश हुआ। मेरे मौसा का नाम है अनिल वह एक बड़ी कंपनी में एक बड़े पद पर काम करतें हैं। दिन में वो दोनों घूमने निकल गए और हम दोनों घर में रह कर बातें करने लगीं।
मैंने कहा - मौसी जी , मौसा का लौड़ा तो बहुत जबरदस्त है। ८" का ये लौड़ा तेरी भांजी की चूत का बाजा बजा देखा।
मौसी बोली - हां नमिता, इधर तेरे मियां का लौड़ा भी साला बड़ा खूंखार लग रहा है। आज ये तेरी बुर चोदी मौसी का भोसड़ा फाड् डालेगा। बेटी नमिता आज तेरी माँ की बहन का भोसड़ा फटेगा जरूर।
मैंने कहा - अरे मौसी आज तो तेरी बहन की बिटिया की बुर भी नहीं बचेगी। फिर मौसा ने यह सब सुन कर अपना लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और उधर मेरे पति से अपना लौड़ा मौसी की चूत में पेल दिया। हम चारों की चोदा चोदी खुल्लम खुल्ला होने लगी।
उसके बाद हमारा दायरा बढ़ने लगा। हमारे साथ कई कपल आ गयें हैं। अब हम सब मिलकर सामूहिक रूप से चोदा चोदी करने लगें हैं। एक दूसरे की बीवी चोदते हैं, एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाती हैं और ज़िन्दगी का मज़ा लूटती हैं।
मैं २७ साल की मिसेज नमिता चौधरी हूँ. पढ़ी लिखी हूँ , खूबसूरत हूँ, सेक्सी और बोल्ड हूँ। मेरी शादी के दो साल हो गए हैं। मैं मुंबई में अपने फ्लैट में अपने हसबैंड के साथ रहती हूँ। मैं भी सर्विस करती हूँ और मेरा हसबैंड तो करता ही है। हम दोनों आधुनिक ख्याल के लोग हैं और ज़िन्दगी तो अच्छी तरह एन्जॉय करना जानते हैं। मैं अपने हसबैंड के साथ ५ साल अमेरिका में रह कर आयी हूँ। मुझे ज़िन्दगी एन्जॉय करने के सबक वहीँ से मिला। इसमें मेरा साथ मेरा हसबैंड बाखूबी देता है। मेरा हसबैंड न कभी मेरे कामों ने दखल देता है और न मैं उसके कामों में। हमारा आपस में तालमेल बहुत अच्छा है। मैं मर्दों के साथ बैठ कर शराब पीती हूँ, सिगरेट पीती हूँ और जम कर ज़िन्दगी एन्जॉय हूँ। मुझे सेक्स पार्टी में जाना और खूब मस्ती से पराये मर्दों के साथ सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है। यही हाल मेरे हसबैंड का भी है। वह भी परायी बीवियों के साथ सेक्स एन्जॉय करता है। वह किसी की भी चोदे मुझे कोई फरक नहीं पड़ता और मैं किसी से भी चुदवाऊँ तो उसे कोई फरक नहीं पड़ता। ऐसा तो अमेरिका में बहुत होता है।
अब मैं आपको अपनी सुहागरात की बात बताती हूँ जहाँ से हमने "husband swapping" करना सीखा। जब मेरी शादी हुई तो मैं इंडिया में ही थी। शादी के बाद मैं सुहागरात मनाने बैंकाक के लिए चली गयी। एक दिन बैंकाक में रह कर मैं पटाया चली गयी। मेरे साथ मेरे हसबैंड अंकित चौधरी थे। यह ५ साल पहले की बात है। हम दोनों ने एक दिन बैंकाक में बिताया और खूब मज़ा किया। लेकिन जब मैं पटाया गयी तो वहां की शान शौकत ेख कर मैं मस्त हो गयी। वहां के लड़के लड़कियां इतने खूबसूरत हैं की उनकी जितनी तारीफ की जाए उतना कम है। फिर वहां पर एक दर्जन लड़कियों को स्टेज पर एकदम नंगी होकर डांस करते हुए देख कर मेरी तो चूत गरम हो गयी। फिर एक शाम को मैं एक और शो देखने गयी. वह शो था चुदाई का शो। इसे टाइगर शो कहते हैं। एकदम नंगी चुदाई स्टेज पर हो रही थी, एक एकदम नंगा लड़का एक एकदम नंगी लड़की को चोद रहा था और हम सब उसके चारों तरफ बैठे थे। सामने कई औरतें और मरद बड़े चाव से देख रहे थे। मैं भी बड़े चाव से देख रही थी। देखते ही देखते मेरी चूत गनगना उठी।
दूसरे दिन हमें मालूम हुआ की यहाँ नंगे लड़कों का भी डांस होता है। हम दोनों उसे भी देखने चले गए। हमने देखा की लगभग एक दर्जन लड़के केवल चड्ढी पहने स्टेज पर नाच रहे हैं। चड्ढी के ऊपर से उनके लण्ड उभरे हुए दिख रहे थे मैं तो उन्हें ही देखती रही। किसी किसी की झांटें भी दिख रही थीं। करीब एक घाटे के बाद उन लड़कों ने अपनी अपनी चड्ढी उतारनी शुरू कर दी। वो सब के सब नंगे होने लगे। उनके लण्ड तन कर खड़े होने लगे। जब सभी लड़के नंगे हो गए तो उनके टन टनाते हुए लण्ड देख कर मेरी चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। मेरा मन हुआ की मैं अभी स्टेज पर चढ़ कर लण्ड मुहं में ले लूँ , अपनी चूत मे पेल लूँ , अपनी गांड में घुसा लूँ। मैं बिना पलक झपकाए उन सबके लण्ड ही देखती रही।
मैं जाने क्या क्या सोंचने लगी और ख़याली पुलाव पकाने लगी।
दूसरे दिन मेरे बगल के कमरे में ठहरे हुए कपल आ गए। उसका नाम था चंगऔर उसकी बीवी का नाम था लुई। वो दोनों थाईलैंड यानी बैंकाक के ही थे। वो भी हनीमून मनाने आये थे। फिर हम चारों लोग ड्रिंक्स पर बैठ गए। उसने पटाया के बारे में सब कुछ बताया। यहाँ किस किस तरह से सेक्स का नंगा नाच होता है वह सब भी बताया। यहाँ के लड़के भी बहुत खूबसूरत होतें है और यहाँ लड़कों की गांड मारने का बड़ा खेल होता है। यहाँ हिजड़े भी बहुत हैं। कुछ विदेशी लोग उनका भी मज़ा लेते हैं। बीवियों की अदला बदली तो यहाँ बहुत कॉमन है। यहाँ जो लोग हनीमून मनाने आतें हैं वो जाने कितने लोगों की बीवियां चोद कर जातें हैं और वाइफ जाने कितने मर्दों से चुदवाकर जाती है। यहाँ ग्रुप सेक्स बहुत होता है। लोग एन्जॉय करने ही आतें हैं और एन्जॉय करतें हैं। लोग जो अपने देश में नहीं कर पाते वो सब यहाँ करने आते हैं। इन सब बातों से मेरा मन हुआ की मैं चंग से चुदवा लूँ। मेरा हसबैंड भी लुई की तरफ बड़े गौर देख रहा था। दोनों इतने गोरे चिट्टे और खूबसूरत थे की उनके चेहरे से नज़रें हट ही नहीं रहीं थीं।
दोस्तों, ये जो मैंने बैंकाक और पटाया के बारे में मैंने आपको बताया है यह कोरी कल्पना नहीं है बल्कि सच्च्चाई है। यह हकीकत है। ये सब पटाया और बैंकाक में होता है। आप भी कभी जाकर देखें। बड़ा मज़ा आएगा। इसीलिए यहाँ पूरी दुनिया से लोग आतें हैं और एन्जॉय करतें हैं। थाईलैंड सरकार की तरफ से पूरी छूट है।
मेरा तो मन था की मैं अभी चंग को नंगा कर दूँ और उसका लण्ड मुंह में ले लूँ। मैं चंग से चुदवाने के लिए बेताब होने लगी। फिर बातों ही बातों में चंग बोला -
Dear Ankit if you want to fuck my wife, you can fuck her right now. She is ready for that and I will enjoy watching her being fucked by you . My husband said dear Chang if that is the case you will have to fuck my wife too. He said ok I am ready .
मैं अपने हसबैंड की बात सुनकर बहुत खुश हो गयी और उसे अपनी आँखों से इशारा किया की मैं पूरी तरह तैयार हूँ। तब तक उसकी बीवी लुई में अपनी बाहें मेरे पति के गले में डाल दीं और उसकी चुम्मी ले ली। मैं कहाँ पीछे रहने वाली थी। मैंने भी चंग को अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया और उसके गाल चूमने लगी। मेरा एक हाथ उसके लण्ड तक पहुँच गया और मैंने लण्ड ऊपर से दबा कर कह कहा अरे यार ये तो पहले से ही खड़ा है, चंग। इसे बाहर निकालो। तब तक उधर लुई अपनी चूँचियाँ खोल चुकी थी। उसकी गोरी गोरी चूँचियाँ बड़ी बड़ी थीं और सेक्सी भी लग रहीं थीं। इधर मेरी भी चूँचियाँ खुल गयीं तो चंग उन्हें चूमने लगा, मेरे निपल्स चाटने लगा और मेरी गांड पर भी मस्ती से हाथ फेरने लगा। मुझे लगा की लुई को शायद मुझसे भी ज्यादा जल्दी है चुदवाने की। उसने मेरे हसबैंड को नंगा कर दिया, एक हाथ से पेल्हड़ थामे और दूसरे हाथ से उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
वह बोली Wow, what a strong cock it is ! I love it . ऐसा बोल कर वह लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मैंने भी चंग को नंगा किया। उसका लण्ड पकड़ा और कई बार चूमा। लण्ड साला मोटा भी था और लंबा भी। गोरा गोरा बिना झांट का लण्ड सच में बहुत ही खूबसूरत लग रहा था। मैं उस पर अपनी जान दे बैठी। मैंने सोंचने लगी की इतने खूबसूरत लण्ड हमारे देश में क्यों नहीं होते ? मैं एक भूंखी कुटिया की तरह लण्ड चाटने और चूसने में जुट गयी। साथ में पेल्हड़ भी मजे से चाटने और चूमने लगी। वह भी मेरी चूँचियाँ दबाने लगा और दूसरे हाथ से अपनी चूत सहलाने लगा क्योंकि मैं तब तक पूरी नंगी हो चुकी थी। लुई मेरे हसबैंड का लण्ड चूस रही थी और मैं उसके हसबैंड का लण्ड। अपने हनीमून में किसी पराये मरद का लण्ड पीने में मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था। यही हाल मेरे पति का भी था। उसे भी नहीं मालूम था की किसी और की बीवी उसका लण्ड उसके ही सुहागरात में उसकी ही बीवी के सामने चूसेगी ?
हमारे मन में था की यह तो विदेश है यहाँ हमें कौन देख रहा है ? यहाँ तो हम सब कुछ अपने मन का कर ही सकतें हैं। इतने में मेरे हसबैंड ने लुई की चूत में लण्ड पेल दिया और सटासट चोदने लगा। उसे देख कर चंग ने भी अपना लण्ड मेरी चूत में घुसाया और मजे से चोदना शुरू किया। लण्ड साला पूरा एक ही बार में घुस गया क्योंकि चूत तो गीली थी ही और मैं चुदवाने के लिए बिलकुल तैयार थी इसलिए मेरी चूत ने पूरा का पूरा लण्ड निगल लिया। चंग मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदने लगा और उधर मेरा हसबैंड भी लुई को अपनी बीवी समझ कर चोदने लगा। मेरी तमन्ना पूरी हो रही थी इसलिए मैं मन ही मन बड़ी खुश थी। मेरे पति को भी किसी और की बीवी चोदने में मज़ा आ रहा था इसलिए वह भी खुश था। विदेश में अगर विदेशी लण्ड मिल जाए तो कितना अच्छा लगता है और विदेश में अगर विदेशी चूत मिल जाये तो कितना अच्छा लगता है यही अनुभव हम दोनों को हो रहा था। चंग ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी और मेरे पति ने लुई की बुर चोदने की गति तेज कर दिया। दोनों एक दूसरे की बीवी हचक हचक कर चोद रहे थे।
फिर उन लोगों ने हमें आगे से चोदा, पीछे से चोदा, ऊपर चढ़ कर चोदा और नीचे लेट कर लण्ड पर बैठा के चोदा। मैं चंग से चुदवा भी रही थी और अपनी मरद को उसकी बीवी चोदते हुए देख भी रही थी। मैं मन में सोंच रही थी की अपने देश में जाकर अगर कोई इसी तरह का कपल मिला जाए तो चोदा चोदी में मज़ा आता रहेगा। इतने में चंग बोला नमिता भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ। बस मैं घूम कर उसके सामने आ गयी और लण्ड मुठ्ठी में लेकर सड़का मारने लगी। मुझे उसके लण्ड का सड़का मारने में भी बड़ा मज़ा आ रहा था। उधर लुई भी मेरे पति के लण्ड का सड़का मार रही थी। चंग ने बताया की यहाँ लड़कियां लड़कों के लण्ड का सड़का खूब मजे से लगातीं हैं। कुछ लोग तो यहाँ लड़कियों से सड़का मरवाने और लण्ड पिलाने ही आतें हैं। लड़कियों को भी सड़का मार कर लण्ड पीने का बड़ा शौक है। यहाँ के लड़के इतने खूबसूरत होतें है की कुछ लोग तो लड़कों की गांड मारने और उनसे सड़का मरवाने भी आतें हैं।
सामूहिक सुहागरात में चोदा चोदी
दूसरे दिन चंग हमें एक ऐसी जगह ले गया जहाँ १४/१५ कपल बैठे शराब पी रहे थे। चंग ने हम लोगों का इंट्रो सबको दिया और सबने हमारा वेलकम किया। वहां मुझे मालूम हुआ की थाईलैंड के मर्दों को इंडियन चूत बहुत पसंद आती है और वहां की बीवियों को इंडियन लण्ड बहुत पसंद है. लेकिन उस ग्रुप में सब लोकल ही नही थे काफी लोग बाहर के भी थे। ३ कोपल तो काले थे वे मलेसिया के थे। मैं मन में बड़ी खुश हुई की आज मुझे काले लण्ड भी पकड़ने को मिलेगा। हम लोग भी शराब पीने लगे। आधे घंटे में ही लोग अपने अपने कपड़े उतारने लगे। तभी एक मस्त जवान लड़की एकदम नंगी नंगी आयी और बोली -
"मैं आप सबका वेलकम करती हूँ। यहाँ हम लोग "wife swapping" के लिए इकठ्ठा हुए हैं। ये सब लोग यहाँ अपना अपना हनीमून मनाने आये हैं। यहाँ पर हसबैंड्स दूसरों की बीवियां चोद कर हनीमून मनायेगें और बीवियां दूसरों के हसबैंड्स से चुदवाकर हनीमून मनायेगीं। कोई भी अपनी बीवी नहीं चोदेगा। अगर कोई अपनी चोदना चाहता हो वो यहाँ से चला जाए और अपने घर में अपनी बीवी चोदे। अब आप जिसकी बीवी चोदना चाहते हों, चोदें ? जिसके हसबैंड का लण्ड पकड़ना चाहती हों, पकड़े ? यहाँ कोई आपको मना नहीं कर सकता "
मुझे लगा की जैसे मेरी मन की मुराद पूरी हो गयी। मैं तो उस काले आदमी की तरफ दौड़ी जो मुझे बड़ा सेक्सी और हैंडसम लग रहा था। मैं उससे लिपट गयी। वह भी मेरी चूँचियाँ दबाने लगा और मैं उसका लण्ड टटोलने लगी। मैं समझ रही थी की इसका लौड़ा बड़ा जबरदस्त होगा। वह नंगा नहीं था। लेकिन मैंने अपने सारे कपड़े उसके सामने उतार दिया और फिर उसने भी अपनी चड्ढी खोल दी। वह नंगा हुआ तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गयी। उसका लौड़ा देख कर तो मेरी गांड फट गयी। मैंने सोंचने लगी की अगर ये लौड़ा मेरी चूत में घुसेगा तो वह फट जाएगी। मेरी चूत बुर चोदी भोसड़ा बन जाएगी। मेरी आँखें उसके लण्ड पर टिकीं रहीं। मैं लण्ड पकड़ कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगी। उसकी झांटें साफ थी तो लण्ड बड़ा और खूबसूरत लग रहा था। मैं लण्ड का टोपा चाटने लगी और फिर उसे मुंह में भर लिया। लण्ड साला इतना बड़ा था की मेरा मुंह उसके सुपाड़े से ही भर गया। मैंने मन में कहा अगर मैं यहाँ नहीं आयी होती तो मुझे इतना बढ़िया लौड़ा नहीं मिलता।
जब मैंने आँख उठा कर चारों तरफ देखा तो लण्ड की लण्ड नज़र आने लगे। वाह क्या सीन था ! लण्ड ही लण्ड, चूत ही चूत , चूँचियाँ ही चूँचियाँ, गांड ही गांड यह सब एक साथ देख कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। इतने में मेरे कंधे पर किसी ने एक लण्ड रख दिया। मैंने कनखियों से देखा तो वह गोरा और मोटा लण्ड था। मैंने उसे भी दूसरे हाथ से पकड़ लिया। फिर मैं बिलकुल बहन चोद रंडी बन गयी। काला लण्ड जैसे ही मेरी चूत में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी - उई माँ मर गयी मैं, फाड़ डाला इस मादर चोद ने मेरी चूत , पेल दिया अपना हक्कानी लण्ड मेरी चूत में ? फिर थोड़ी देर में बोली - हाय दईया, चोदे जाओ, जल्दी जल्दी चोदो, मैं तेरी ही बीवी हूँ मुझे चोदो, फाड़ डालो मेरी बुर भोसड़ी के। तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। मैं यही सब अल्लम गल्लम बोल बोल कर चुदवाने लगी और दूसरा लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। उधर मेरा पति किसी गोरी मेम की बुर चोदने में जुटा हुआ था। मैंने फिर रात भर कई लोगों से चुदवाया। मेरे पति ने भी कई लोगों की बीवियां चोदीं। मैंने ठान लिया की अब मैं यहां हर साल आऊँगी और विदेशी लण्ड अपनी चूत में पेल पेल कर चुदवाऊंगी। जवानी का इतना बढ़िया मज़ा मुझे और कहीं नहीं मिलेगा।
हमने अपना स्टे एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया और इस एक हफ्ते में मैं हर दिन रात में इसी ग्रुप से रात भर लोगों से चुदवाती रही और मेरा पति रात भर दूसरों की बीवियां चोदता रहा। हमने अपनी सुहागरात का पूरा पूरा मज़ा लूटा। इस ग्रुप में हर रोज़ मुझे नए नए लोग मिलते रहे जिससे हर चुदाई में नया पन बरकरार रहा।
मैं जब वापस अपने घर आ गयी तो एक हफ्ते तक न कोई नया लण्ड और न कोई नई चूत। मैं भी बोर होने लगी और मेरा हसबैंड भी क्योंकि हमें तो पराये मरद से चुदवाने की और पराई बीवी चोदने की आदत पड़ गयी थी। अचानक एक दिन मेरी मेघना मौसी आ गयी वह भी अपने हसबैंड के साथ। मौसी मेरी ही उम्र की हैं और मेरी पक्की सहेली हैं। मेरा हसबैंड अंकित मौसा से मिलकर खुश हुआ। मेरे मौसा का नाम है अनिल वह एक बड़ी कंपनी में एक बड़े पद पर काम करतें हैं। दिन में वो दोनों घूमने निकल गए और हम दोनों घर में रह कर बातें करने लगीं।
- मैंने कहा - मौसी बातें करना है तो पहले थोड़ी थोड़ी शराब पी ली जाए।
- मौसी बोली - अरे हां, तू तो बहन चोद विदेश हो कर आयी है न ? शराब तो पीकर आयी ही होगी तू।
- अरे मौसी मैं तो बहुत कुछ पी कर आयी हूँ। शराब क्या चीज है ?
- हाय दईया तो बता न की क्या क्या पी कर आयी है तू ? तब तक हम दोनों एक हाथ में शराब आ गयी।
- मौसी देखो मेरी शादी और तेरी शादी लगभग एक ही साथ हुई है। मैंने भी सुहागरात मनाई और तूने भी सुहागरात मनाई। हम दोनों के अनुभव बराबर बराबर ही हैं, मौसी।
- देखो नमिता रिश्ते में मैं तेरी मौसी हूँ, तू भोसड़ी की मुझसे चालाकी न करना। मैं तेरी माँ की बिटिया की बुर चोद दूँगी।
- मैंने कहा - अरे मौसी तुम पहले अपने मियां का ही लण्ड पेल दो मेरी चूत में ?
- हां बिलकुल पेल दूँगी, पर तू भी पेल दे अपने मियां का लण्ड मेरी चूत में।
- मौसी ये बताओ की मौसा जी का लण्ड कैसा है ?
- अब जब मैं मौसा का लण्ड तेरी बुर में पेलूँगी तब तुम बताना की मौसा का लण्ड कैसा है ? और जब तू अपने मियां का लण्ड मेरी बुर में पेलेगी तो मैं बताऊंगी की तेरे मियां का लण्ड कैसा है ?
मैंने कहा - मौसी जी , मौसा का लौड़ा तो बहुत जबरदस्त है। ८" का ये लौड़ा तेरी भांजी की चूत का बाजा बजा देखा।
मौसी बोली - हां नमिता, इधर तेरे मियां का लौड़ा भी साला बड़ा खूंखार लग रहा है। आज ये तेरी बुर चोदी मौसी का भोसड़ा फाड् डालेगा। बेटी नमिता आज तेरी माँ की बहन का भोसड़ा फटेगा जरूर।
मैंने कहा - अरे मौसी आज तो तेरी बहन की बिटिया की बुर भी नहीं बचेगी। फिर मौसा ने यह सब सुन कर अपना लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और उधर मेरे पति से अपना लौड़ा मौसी की चूत में पेल दिया। हम चारों की चोदा चोदी खुल्लम खुल्ला होने लगी।
उसके बाद हमारा दायरा बढ़ने लगा। हमारे साथ कई कपल आ गयें हैं। अब हम सब मिलकर सामूहिक रूप से चोदा चोदी करने लगें हैं। एक दूसरे की बीवी चोदते हैं, एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाती हैं और ज़िन्दगी का मज़ा लूटती हैं।
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