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बहन की सहेली को चोदा - bahan ki saheli ko choda
बहन की सहेली को चोदा , दीदी की दोस्त की चुदाई , सिस्टर की फ्रेंड चुद गई - bahan ki saheli ko choda , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
दोस्तों में पच्चीस साल का एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट में काम करने वाला एक कुंवारा लड़का है और मेरे साथ मेरी एक छोटी बहन भी रहती है जो अपनी पढ़ाई कर रही है और वह एक होस्टल में रहती है, लेकिन अभी कुछ दिन पहले ही वह अपने होस्टल को छोड़ने के साथ मेरे साथ रहने लगी है क्योंकि वह उस पर बहुत तरह की समस्या आती है और फिर उसके साथ मेरे साथ रहने के कारण उसकी कुछ सहेलियों भी अब हमारे घर पर जाने के लिए जाना जाता है। उन लड़कियों में से एक बहुत ही सुंदर सुशील लड़की को पहली बार देख रहा हूँ मेरा दिल उस पर आ गया
जब भी उसको देखता है तो मेरी नियत बदल जाती है, क्योंकि वह बहुत ही गोरी में उसका गोल चेहरा, काली बड़े बड़ी आँखें, नरम गुलाबी होंठ, उभरे हुए बड़े आकार के बूब्स जो हमेशा उसके बड़े गले के टिएट कपड़ों से बाहर आकर आजाद होने का के लिए तरसते रहते थे मुझे पता चला कि उसके मन में भी मेरे लिए वही सब विचार और उसका भी विचार मेरे लिए ठीक मेरे जैसा ही था दोस्तों में आप सभी को किस लड़की की कहानी आज सुनाई जा रही है उसका नाम सुमन है वो दिखने में इतने खूबसूरत है कि उसको पहली बार देखने के बाद ही मेरा मन हमेशा ही उसके साथ सोना उसकी फटाफट करने के बारे में सपने देखना और विचार बनाने लगा
मुझे भी वह अपनी प्रेमिका के उस सपने को पूरा करने के लिए जरुर करना था और उसे उसके लिए सही मौके की तलाश में लगा और एक दिन वह भगवान ने मेरे मन की बात सुनकर मुझे उस मौका दे ही दिया। दोस्तों में अपनी बहन के साथ दो कमरे के एक मकान में रहते हैं और अब आप सभी को उस कहानी के आगे ले जा सकते हैं यह कहानी आज से दो महीने पहले एक घटना है और उस दिन में अपने कमरे बिल्कुल अकेला क्योंकि मेरी बहन उस दिन सुबह से ही मेरे एक रिश्तेदार के घर पर चले गए थे। में जैसे ही अपने कार्यालय के घर से निकल ही था कि वैसे ही एक दोस्त का फोन आया और वह मेरे बारे में मेरी बहन के बारे में पूछा और बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि उस दिन मेरी बहन शाम से पहले नहीं आने वाला है और यह मेरे पास उसकी सहेली सुमन को चोडने का एक बहुत अच्छा मौका है और यह सोचने में बहुत खुश है
फिर उसे पूछने पर मैंने उससे कहा कि मेरी बहन अभी घर पर नहीं है, लेकिन हाँ वह अभी पांच मिनट में आ जाएगा। अब वो मुझसे बोली कि यस ठीक है यहां तक कि बस दस मिनट में उसी पर आ रहा है और आप उसको मेरे आने के बारे में जरूर बता सकते हैं और मुझे उससे एक बहुत जरूरी काम है और उसकी मुहं से यह बात सुनकर अब उसके आने की तैयारी करना लगा उस दिन वो इतना अच्छा मौका छोड़ना नहीं चाहता था इसलिए मुझे जल्दी से बस दस मिनट के भीतर ही सभी तैयारियों को पूरा किया गया और फिर कुछ देर बाद जैसे ही नीचे गया तो मैंने देखा कि वह ओटोरिक्शा से नीचे उतर रहा है और उसको देखकर में बहुत चकित रह गया, वह आज एक बड़े गले का सूट पहना हुआ था, जिसकी वजह से उसके गोरे गोलमेतोब बूब्स बाहर की तरह उभरते मेरे ललचाकर पागल बना रहे थे और मेरी नजर उसकी ाती से हटने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी
वैसे उसको भी शायद मेरे बारे में उस नज़र का बारे में थोड़ा सा समझ में आया क्योंकि वह कभी भी मेरे किसी भी तरह का बुरा नहीं मानता था और उस बात का फायदा उठाने के लिए एक बार मुझे उसका हाथ भी पकड़ लिया गया था एक बार मैं उसके कूल्हों पर अपना हाथ भी मारा, लेकिन फिर भी वह मेरी तरफ मुस्कुरा दिया था।अब मुझे उसके पास जाने के लिए उसे ऊपर चलने के लिए कहा और जब उसने दोबारा से मेरे बारे में मेरी बहन की पूछी तो मैं उसको बताया कि वह उसी को लेने जा रहा है। मेरे मुहं से यह बात सुने के बाद वह अब ऊपर चला गया। अब में नीचे की सीडियों का दरवाजा बंद किया और ऊपर आ गया और जब मैं कमरे में आया तो मैं उसको मेरी बहन के कमरे में कुर्सी पर बैठा हुआ पाया।
अब मैं उसको रसोई से लाकर पानी पिलाया और उसके बाद वह अब कंप्यूटर को चालू करने के लिए उसे खेलने के लिए और उसे पास बैठो कुछ देर इस तरह के बारे में बातें हंसी मजाक करने के बाद जब मेरी सब्त का बाँध टूट गया, तब में उठो रसोई में चला गया और कुछ देर बाद वहां से वापस आने के बाद में चुपचाप उसके पीछे जाकर उसको मैंने अपनी बाहों में भरते हुए मैंने अपने दोनों बूब्स को दबाना शुरू किया। फिर अचानक मेरे साथ इस प्रकार का व्यंगवदार देखकर वह पूरी तरह से घबरा गया था, उसके मठ से पसीना आने लगे और उन्होंने मुझसे कहा कि भाईआ तुम ये क्या कर रहे हो? और वे तुरंत कुर्सी से उठकर खड़ी हो गए थे। तो उस समय मैं उसको बता दूं कि मेरी बहन मेरे पास किसी रिश्तेदार के पास है और वह अब से वहां से शाम को लौट आएगा और उसे उससे बात करने के बाद अब मैं उसको अपना पास ले गया और उसके दोनों बूब्स को दबाने सहलाने लगा
अब में उसे बोला गया था कि देखो सुमन मैं जब से तुमको पहली बार देखा है तब से मेरे मन में आप के साथ सेक्स करने के लिए बेचैन था, लेकिन मुझे कोई ऐसी मौका नहीं मिला जिसका फायदा उठा सकता है, लेकिन आज भगवान की मदद से मेरे पास यह एक बहुत अच्छा मौका है तो कैसे यह हाथ से हाथ से जाना जाता है? और इसलिए मैं तुम्हे गलत जवाब दिया, लेकिन मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम मुझे बहुत अच्छे लग रहे हो, यह बात आपसे बिल्कुल सही और अपनी मन की सच्ची इच्छा बताएंगे।
फिर मुझे लगता है कि कुछ देर तक मेरी बाहों में मेरा हाथ उसके बूब्स पर घूमते हुए दबाते हुए सहलाते हुए अपने काम कर रहे थे और वो नहीं, यह सब बहुत गलत है, मैं ऐसा नहीं करना चाहता हूँ और उसके कुछ समय बाद न होने के बाद अब वह मेरा विरोध करना बिल्कुल बंद था और मैं कुछ देर उसके बूब्स के निप्पल को सहलाकर उसे गरम करने के बाद अब उसको बिस्तर पर चलने के लिए कहा और वह बेड पास गया था। फिर मैंने अपना सलवार का नाड़ा खोलते हुए अपना सलवार खोल दिया और फिर सलवार को नीचे गिरा दिया। फिर उसके बाद मैं उसे अपनी सलवार को अपने पैरों से बाहर निकाला और अपने शरीर से अलग करने के लिए कहा और मुझे कहा कि वह अपने सलवार को तुरंत से अपने पैरों अलग कर दिया। अब मुझे उसको अपनी पकड़ से अलग कर दिया और उस पर बिस्तर पर लेटने के लिए कहा कि वह झट से बिस्तर पर लेट गई और अब मैं उसका चाज खोल गया।
तब मैंने देखा कि वह कमज के अंदर काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी और उस ब्रा से उसके बड़े आकार के बोब्स आधे से अधिक बाहर निकलते थे क्योंकि बॉबस का आकार बड़ा और ब्रा का छोटा था। फिर मैं उसकी तारीफ़ कर रहा था कि उसने कहा कि यह काले रंग का ब्रा तुम्हारा गोरे भरे हुए थे पर ससुर बदन पर बहुत जंच रहा है और वह मेरी मुहं से अपनी कामुक जिस्म की इतनी तारीफ सुनकर मुस्कुराने लगी। अब मैं अपने एक हाथ से उसके पेंटी के ऊपर रखकर अपने चूत को पेंटी के ऊपर से सहलाने लगा।
अब वो जोश में आकर आह्ह्ह़ उफ़फ़ ने अंगड्ढियों को लेने और में उसकी मुहं से उन सिसियों की आवाज़ सुनकर तुरंत समझ गई कि ये क्या मतलब है? दोस्तों वो अब पूरी तरह से गरम होकर मुझे अपनी प्यासी चूत में मेरे लंड को डालने के लिए इशारा कर रही है और उसकी इशारा बहुत अच्छी तरह से समझ चुकी है। अब मैं बिल्कुल भी देर करना उचित नहीं समझ रहा हूँ और अब मैं अपने दोनों हाथों से पकड़कर उसकी पेंटी को एक ही झटके में उसके घुटने तक पहुंचा दिया गया था
जिसकी वजह से वह अब पूरी नंगी होकर मेरे सामने लेटी हुई और फिर जैसे ही मेरी नज़र उसकी उस गोरी की तरह दो रोटी की तरह फूली हुई गर्म चूत पर जोड़ा तो मेरी लंड को तो जैसे अब बिल्कुल भी बड़बड़ाना बड़ा मुश्किल हो गया क्योंकि उसकी चूत तो अब जैसे मेरे हाथों में आकर अपनी गर्लफ्रेंड मेरे लंड से करवाने के लिए बेहोश हो गए और ठीक उसी तरह मेरे लंड का भी था। वह भी पेंट के अंदर खड़ा हो और तेज तेज झटके को लगा दिया और उसको अब चूत में जाकर अपना काम ठंडा होने के बहुत जल्दी था। अब मैं अपने एक हाथ से उसकी चूची के ऊपर फेरते हुए और उस गरम गीली चिकनी चूत के अंदर अपनी एक ऊँगली को हल्का सा अंदर डालकर दबाकर महसूस किया और कहा कि यह बहुत टाइट है। तो मेरे मुहं से इस बात को सुनकर शरमते हुए उसने अपनी दोनों आँखों को बंद कर दिया और वह चुपचाप लेटी हो रहा था उसका उल्लास देखकर मैं अब बिल्कुल भी ठीक नहीं समझा और मैं झट से अपनी लंड को अपनी पेंट से निकाला,
जैसे ही मेरे लंड ने अपनी अगली हिस्से को चमड़ी से बाहर निकाला तो उसने उसी समय अपनी आँखों को खोल दिया और मेरे लंड के ऊपर से अपनी चकित नज़र से देखा और मैंने देखा कि वह बहुत ध्यान से मेरे लंड को देख रहा है। अब मैं उठकर पास के टेबल पर पड़े हुए तेल के खूंटे को लेकर मेरे पास के पास रखा और अब में उसकी जांघ पर बैठ गया।
मैं अब अपने चूत को अपनी दो उंगलियों से फैलते हुए मैं तेल के डब्बे से तेल निकालकर उसके चूचे के दोनों पक्शुओं को लगाया था और मैंने अपनी एक ऊँगली को चूत के अंदर से निकाल दिया और चूजों की गहराई में उसकी गरमी महसूस करने लगा के लिए एक बहुत ही अलग अलग अहसास था में उसके कारण से मन ही मन बहुत खुश हो गया अब मुझे पता चला कि बहुत ज्यादा जोश में आने के कारण मेरे लंड के मुहं पर पानी आया था। फिर मैं उस चिपचिपा पानी को अपने लंड के अगले हिस्से पर मल दिया क्योंकि जिस कारण से मेरे लंड का टोपा बहुत चिकना चमकदार हो गया था। अब मैं अपने लंड को अपने चूचे के होंठों पर सड़ते हुए उसको अपनी चूत को फैलाए जाने के लिए कह रहा था, तो उसने अपने दोनों हाथों से अपनी चूची के छेद को पूरा किया और मुझे लगता है कि जैसे ही चूत को बहुत ज्यादा फैला हुआ देखा लंड को अपनी अंदर लेने के लिए बहुत कामुक लग रहा था।
मैं अपने लंड को चूत की मुहं पर रखकर एक ही जोर से झटका मारा था कि दर्द का कारण से ज़ोर से आईईईई ओऊऊ मम्मी में मर गया मुझे बड़ा ही तेज दर्द हो रहा है उफ़फ़ेफ़फ़ में से ही मरने जाउंगी प्लली बाहर निकालो इस तरह से वह बिल्कुल सिहर उठी। फिर मैंने उसे अपना दुःख दर्द देखने के लिए अपनी कमान को उसी समय एक स्थान पर रोक दिया और अब वह दर्द से तड़पते हुए मुझे बुलाने के बाद पलीज अब आप इसे बाहर निकालेंगे? फिर मुझे उससे पूछा कि तुम ऐसा क्यों कह रहे हो? तब वो बोली कि मुझे इसका कारण बहुत दर्द हो रहा है फिर मैं अब उससे पूछा कि क्या तुमने कभी पहले किसी के साथ यौन संबंध नहीं किया है? वो आईईईईई उफ़्फ़फ़फ़ करते हुए कहने लगी कि नहीं, यह सब अनुभव मेरा पहला अनुभव है मुझे ऐसा करने की वैसे पहले हमेशा बहुत इच्छा होती है, लेकिन मुझे पता था कि यह सब मेरे लिए इतने दुखी होगा और अगर मुझे पता होगा तो आप से कभी भी हाँ नहीं करता है
अब मुझे उससे कहा कि हां तभी तो आपको पता नहीं है कि यह कितना मज़ा आता है और यह सब करना कितना अच्छा लगता है, लेकिन आप बिल्कुल भी चिंता नहीं करते हैं, तुम्हारा यह दर्द अभी कुछ देर बाद पूरी तरह खत्म हो जाएगा बहुत खुश होकर मेरे साथ अपनी चुदाई की मज़े लेने के लिए लगगे और अब मैं अपना ब्रा खोलने के लिए उसको अपनी पीठ उठाने के लिए बोला, तो उसने झट से अपनी पीठ उठकर मेरी साथ दिया। फिर उसी समय मैं अपना कतर में पीछे से अपना हाथ ले गया और ब्रा की हुक खोलकर ब्रा से उसके शरीर से अलग हो गया और जैसे ही मेरी नज़र उसके नंगे गोरे बड़े आकार के बूब्स के ऊपर पड़ी तो मेरी तो लंड की तरह पहले से ज्यादा जोश भर गया, जिसकी वजह से लंड अब फूलकर पहले से अधिक मोटा लंबा हो गया।
मैं अपने दोनों बूब्स पर हल्का हल्का सा तेल लगा और मैं दोनों अपने हाथों से उन दोनों बूब्स की निप्पल को मसलाना शुरू किया, कुछ देर तक निप्पल को मसले और बूब्स को सहलाने के बाद जब मैंने देखा कि उसकी पकड़ अब मेरे शरीर पर पहले से अधिक ढीली पड़ने लगी है तब मैं एक बार फिर से अपनी कौर को हिलाकर अपनी लंड को अपने चूजों के अंदर से बाहर करना शुरू किया दोस्तों मैं अब उसके दोनों बूब्स को जो बिल्कुल तने हुए मसले के साथ ही अपनी कमर को हिला रहा था और उसके चेहरे को भी देख रहा था। अब वो आउउ उफ़्फ़फ़फ से आवाज़ कर रही है और फिर मुझे उससे पूछा गया कि क्या अब भी आप को दर्द हो रहा है? तो वो अपना बिल्कुल धीमा आवाज़ से बोली है कि हाँ थोड़ा सा, लेकिन अब भी उसे उसी तरह से धक्का दे रहा है और जब मेरा लंड उसकी चूत के कुछ और अंदर चला जाता है।
तब मैंने कुछ देर बाद अपनी लंड के रास्ते में कुछ बाधा महसूस किया अब में तुरंत तुरंत समझ है कि यह उसकी चूत की सील उसकी वर्जिनिटी पहचान है फिर मैंने अपना कंबर थोड़ी ऊपर उठाया और फिर अपनी कमर को पकड़कर एक जोर से झटका दे मारो मेरे उस अचानक से जोर से पहर का कारण से वो जोर से ना आइइईई आहिह पलीज आहाह अब निकाल दो करके वो जोर से उठी। अब मैं अपने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाल दिया और अब मैं उसके दो बूब्स को एक बार फिर से मसाला शुरू कर दिया। फिर कुछ देर बाद मैं अपनी कौर को जोर जोर से हिलाने आगे पीछे पीछे से शुरू किया और अब मैं देख रहा था कि रुकने वाला नहीं तो मैं अपने होंठों से उसके होंठों को कस लिया और जोर जोर से झटके मारने लगा।
कुछ देर बाद उसने अपने होंठों को मेरे होंठों से आजाद करते हुए मुझसे पूछा कि भैया और कितने बाहर हैं मुझे बहुत अजीब सा दर्द हो रहा है। यह मेरे अंदर एक जलन पैदा हो रहा है यह कैसा दर्द है क्या मैं तुम्हें नहीं बता सकता? तब मैं उससे कहा कि बस थोड़ा सा बाहर है, तुम कहो तो में पूरा अंदर डाल दूँ? क्योंकि उसके बाद तुम्हारा पूरा दर्द खत्म होगा और तुम भी मेरे साथ मज़े लेने लगोगे वह आह्हहह़ उफ़्फ़फ़ हू भरे हुए अपने सर को हिला दिया और कहा कि जब आप इतने अंदर ही पहले ही डाल सकते हैं तो अब बचा हुआ भी डालकर अपनी मन की इच्छा को पूरा कर लो, मेरा क्या उस दर्द को भी आप के लिए सह है हूँ
फिर से मेरे तरफ से हाँ की इशारा पाकर मुझे अपनी कगार पर झटके झटके के साथ अपने लंड को पूरा करने का पूरा चूसा अंदर किया और कुछ देर तक जोर से झटके मारने के बाद मैंने महसूस किया कि अब मेरी सीड़ी निकल गई निकलकर उसकी चूत के अंदर जाने वाला है? तो मैं एक तरफ से उसके बूब्स को जोर से मसलना शुरू किया था तो दूसरे तरफ से उसके होंठों को चूना शुरू किया अब वो भी मेरे सरे के साथ अपनी ताल मिलती है जैसे जैसे वह उसे झटके देता है वो भी वैसे भी अपनी गांड को ऊपर उठकर अपनी तरफ से धक्का दे देंगे लगती।
तभी मुझे उससे पूछा कि क्या तुम अब मज़ा आ रहे हो? तो उसने अपना सर हाँ भरते हुए हिला दिया और कुछ देर बाद मेरा वीर्य लंड बाहर निकलकर उसकी चूत को गीला करना लगा और वह तो खुश होकर मेरे साथ बहुत प्यार करता हूँ ऊह्ह्ह आईईई करके वो अपनी दोनों हाथों पर मेरी पीठ पर रगड़ते हुए पूरी तरह से मेरे आगोश में आ गए और कुछ देर तक वैसे ही एक दूसरे से चिपककर पड़े रहने के बाद मैं उठकर अपने लंड से उसकी चूची निकाली। तब मैंने देखा कि उसमें खून लगा हुआ था और फिर मैं उसकी चूत की तरफ़ से देखा तो वह बहुत फूल चुका था और उसे भी मेरे वीर्य के साथ साथ उसका खून भी बाहर आ रहा था बह रहा था।
अब वह बिल्कुल चुपचाप होकर कुछ देर तक वैसे ही लेटी रहा और कुछ देर बाद उसने अब उठकर अपना कपड़े पहन लिया और बाथरूम में चले गए और वहां से पीट को साफ़ करने के बाद अपनी चूत को साफ करने के बाद वो मुझे बाहर निकला तो मुस्कुरा हो रहा था अब हम दोनों बाहों में आकर कुछ देर बाद के बारे में बातें करने लगे और उसके बाद वह मुझे घर से बाहर सड़क तक छोड़ने के लिए कहा वह कहने लगी कि मैं अब बहुत लेट हो गया हूँ और घर पर मेरा सब इंतजार कर रहा है, में अभी चलती है और बाद में आप से मिलूंगी
फिर मैं उसको एक बार किस किया था और फिर उसके साथ में बाहर निकलकर छोड़ना छोड़ दिया गया था। उसी समय रास्ते में मुझे उससे पूछा गया कि तुमने मुझे साथ में सब कुछ करना कैसे लगा? क्या तुम्हे मेरे साथ किसी तरह का कोई परेशानी या दुःख हो, जिससे तुमने बुरा लगा हो तो पलीज तुम मुझे बताओ? वह हल्का सा मुस्कुराते मुझे कहने लगी कि ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा आप कह रहे हैं मुझे तो तुम्हारे साथ बहुत अच्छा लगा और यह मेरा पहला अनुभव है, लेकिन यह सब बड़ा ही मस्त मज़ेदार था और मुझे कभी भी सोचा भी नहीं था इस काम में इतना मज़ा आता है, मैं अपने दोस्तों से इसके बारे में कई बार सुना जरुरत है, लेकिन आज मैं पहली बार वह मज़े ले भी देखने के लिए है। में अपने पहले इस अनुभव से बहुत खुश है और तुम मुझे दर्द के साथ साथ मज़ा भी दिया जो पूरी दुनिया के सुख से बिल्कुल अलग हेटा है।
फिर से उसके मुहं से वह सब बातें सुनकर बहुत खुश हुआ और मैं दोनों कुछ देर से एक दूसरे के गले लगे और उसके बाद मैं उसको बाहर थोड़ी दूरी पर जाकर एक ऑटो को रुकवाकर उसमें बैठा दिया और वो हंसी ख़ुशी से मुझे कहकर अपने घर चली गई और फिर भी अपने कमरे में आ गया, उसके बाद पूरे दिन उसी के बारे में उसकी चुदाई बार बार सोच रहा था मुझे हर जगह बस वही दिखाई दे रहा है। दोस्तो यह मेरी सच्ची प्यार की घटनाओं मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी यह पहली कहानी सभी को पढ़ने के लिए मुझे बहुत अच्छा लगा होगा।
दोस्तों में पच्चीस साल का एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट में काम करने वाला एक कुंवारा लड़का है और मेरे साथ मेरी एक छोटी बहन भी रहती है जो अपनी पढ़ाई कर रही है और वह एक होस्टल में रहती है, लेकिन अभी कुछ दिन पहले ही वह अपने होस्टल को छोड़ने के साथ मेरे साथ रहने लगी है क्योंकि वह उस पर बहुत तरह की समस्या आती है और फिर उसके साथ मेरे साथ रहने के कारण उसकी कुछ सहेलियों भी अब हमारे घर पर जाने के लिए जाना जाता है। उन लड़कियों में से एक बहुत ही सुंदर सुशील लड़की को पहली बार देख रहा हूँ मेरा दिल उस पर आ गया
जब भी उसको देखता है तो मेरी नियत बदल जाती है, क्योंकि वह बहुत ही गोरी में उसका गोल चेहरा, काली बड़े बड़ी आँखें, नरम गुलाबी होंठ, उभरे हुए बड़े आकार के बूब्स जो हमेशा उसके बड़े गले के टिएट कपड़ों से बाहर आकर आजाद होने का के लिए तरसते रहते थे मुझे पता चला कि उसके मन में भी मेरे लिए वही सब विचार और उसका भी विचार मेरे लिए ठीक मेरे जैसा ही था दोस्तों में आप सभी को किस लड़की की कहानी आज सुनाई जा रही है उसका नाम सुमन है वो दिखने में इतने खूबसूरत है कि उसको पहली बार देखने के बाद ही मेरा मन हमेशा ही उसके साथ सोना उसकी फटाफट करने के बारे में सपने देखना और विचार बनाने लगा
मुझे भी वह अपनी प्रेमिका के उस सपने को पूरा करने के लिए जरुर करना था और उसे उसके लिए सही मौके की तलाश में लगा और एक दिन वह भगवान ने मेरे मन की बात सुनकर मुझे उस मौका दे ही दिया। दोस्तों में अपनी बहन के साथ दो कमरे के एक मकान में रहते हैं और अब आप सभी को उस कहानी के आगे ले जा सकते हैं यह कहानी आज से दो महीने पहले एक घटना है और उस दिन में अपने कमरे बिल्कुल अकेला क्योंकि मेरी बहन उस दिन सुबह से ही मेरे एक रिश्तेदार के घर पर चले गए थे। में जैसे ही अपने कार्यालय के घर से निकल ही था कि वैसे ही एक दोस्त का फोन आया और वह मेरे बारे में मेरी बहन के बारे में पूछा और बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि उस दिन मेरी बहन शाम से पहले नहीं आने वाला है और यह मेरे पास उसकी सहेली सुमन को चोडने का एक बहुत अच्छा मौका है और यह सोचने में बहुत खुश है
फिर उसे पूछने पर मैंने उससे कहा कि मेरी बहन अभी घर पर नहीं है, लेकिन हाँ वह अभी पांच मिनट में आ जाएगा। अब वो मुझसे बोली कि यस ठीक है यहां तक कि बस दस मिनट में उसी पर आ रहा है और आप उसको मेरे आने के बारे में जरूर बता सकते हैं और मुझे उससे एक बहुत जरूरी काम है और उसकी मुहं से यह बात सुनकर अब उसके आने की तैयारी करना लगा उस दिन वो इतना अच्छा मौका छोड़ना नहीं चाहता था इसलिए मुझे जल्दी से बस दस मिनट के भीतर ही सभी तैयारियों को पूरा किया गया और फिर कुछ देर बाद जैसे ही नीचे गया तो मैंने देखा कि वह ओटोरिक्शा से नीचे उतर रहा है और उसको देखकर में बहुत चकित रह गया, वह आज एक बड़े गले का सूट पहना हुआ था, जिसकी वजह से उसके गोरे गोलमेतोब बूब्स बाहर की तरह उभरते मेरे ललचाकर पागल बना रहे थे और मेरी नजर उसकी ाती से हटने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी
वैसे उसको भी शायद मेरे बारे में उस नज़र का बारे में थोड़ा सा समझ में आया क्योंकि वह कभी भी मेरे किसी भी तरह का बुरा नहीं मानता था और उस बात का फायदा उठाने के लिए एक बार मुझे उसका हाथ भी पकड़ लिया गया था एक बार मैं उसके कूल्हों पर अपना हाथ भी मारा, लेकिन फिर भी वह मेरी तरफ मुस्कुरा दिया था।अब मुझे उसके पास जाने के लिए उसे ऊपर चलने के लिए कहा और जब उसने दोबारा से मेरे बारे में मेरी बहन की पूछी तो मैं उसको बताया कि वह उसी को लेने जा रहा है। मेरे मुहं से यह बात सुने के बाद वह अब ऊपर चला गया। अब में नीचे की सीडियों का दरवाजा बंद किया और ऊपर आ गया और जब मैं कमरे में आया तो मैं उसको मेरी बहन के कमरे में कुर्सी पर बैठा हुआ पाया।
अब मैं उसको रसोई से लाकर पानी पिलाया और उसके बाद वह अब कंप्यूटर को चालू करने के लिए उसे खेलने के लिए और उसे पास बैठो कुछ देर इस तरह के बारे में बातें हंसी मजाक करने के बाद जब मेरी सब्त का बाँध टूट गया, तब में उठो रसोई में चला गया और कुछ देर बाद वहां से वापस आने के बाद में चुपचाप उसके पीछे जाकर उसको मैंने अपनी बाहों में भरते हुए मैंने अपने दोनों बूब्स को दबाना शुरू किया। फिर अचानक मेरे साथ इस प्रकार का व्यंगवदार देखकर वह पूरी तरह से घबरा गया था, उसके मठ से पसीना आने लगे और उन्होंने मुझसे कहा कि भाईआ तुम ये क्या कर रहे हो? और वे तुरंत कुर्सी से उठकर खड़ी हो गए थे। तो उस समय मैं उसको बता दूं कि मेरी बहन मेरे पास किसी रिश्तेदार के पास है और वह अब से वहां से शाम को लौट आएगा और उसे उससे बात करने के बाद अब मैं उसको अपना पास ले गया और उसके दोनों बूब्स को दबाने सहलाने लगा
अब में उसे बोला गया था कि देखो सुमन मैं जब से तुमको पहली बार देखा है तब से मेरे मन में आप के साथ सेक्स करने के लिए बेचैन था, लेकिन मुझे कोई ऐसी मौका नहीं मिला जिसका फायदा उठा सकता है, लेकिन आज भगवान की मदद से मेरे पास यह एक बहुत अच्छा मौका है तो कैसे यह हाथ से हाथ से जाना जाता है? और इसलिए मैं तुम्हे गलत जवाब दिया, लेकिन मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम मुझे बहुत अच्छे लग रहे हो, यह बात आपसे बिल्कुल सही और अपनी मन की सच्ची इच्छा बताएंगे।
फिर मुझे लगता है कि कुछ देर तक मेरी बाहों में मेरा हाथ उसके बूब्स पर घूमते हुए दबाते हुए सहलाते हुए अपने काम कर रहे थे और वो नहीं, यह सब बहुत गलत है, मैं ऐसा नहीं करना चाहता हूँ और उसके कुछ समय बाद न होने के बाद अब वह मेरा विरोध करना बिल्कुल बंद था और मैं कुछ देर उसके बूब्स के निप्पल को सहलाकर उसे गरम करने के बाद अब उसको बिस्तर पर चलने के लिए कहा और वह बेड पास गया था। फिर मैंने अपना सलवार का नाड़ा खोलते हुए अपना सलवार खोल दिया और फिर सलवार को नीचे गिरा दिया। फिर उसके बाद मैं उसे अपनी सलवार को अपने पैरों से बाहर निकाला और अपने शरीर से अलग करने के लिए कहा और मुझे कहा कि वह अपने सलवार को तुरंत से अपने पैरों अलग कर दिया। अब मुझे उसको अपनी पकड़ से अलग कर दिया और उस पर बिस्तर पर लेटने के लिए कहा कि वह झट से बिस्तर पर लेट गई और अब मैं उसका चाज खोल गया।
तब मैंने देखा कि वह कमज के अंदर काले रंग की ब्रा पहनी हुई थी और उस ब्रा से उसके बड़े आकार के बोब्स आधे से अधिक बाहर निकलते थे क्योंकि बॉबस का आकार बड़ा और ब्रा का छोटा था। फिर मैं उसकी तारीफ़ कर रहा था कि उसने कहा कि यह काले रंग का ब्रा तुम्हारा गोरे भरे हुए थे पर ससुर बदन पर बहुत जंच रहा है और वह मेरी मुहं से अपनी कामुक जिस्म की इतनी तारीफ सुनकर मुस्कुराने लगी। अब मैं अपने एक हाथ से उसके पेंटी के ऊपर रखकर अपने चूत को पेंटी के ऊपर से सहलाने लगा।
अब वो जोश में आकर आह्ह्ह़ उफ़फ़ ने अंगड्ढियों को लेने और में उसकी मुहं से उन सिसियों की आवाज़ सुनकर तुरंत समझ गई कि ये क्या मतलब है? दोस्तों वो अब पूरी तरह से गरम होकर मुझे अपनी प्यासी चूत में मेरे लंड को डालने के लिए इशारा कर रही है और उसकी इशारा बहुत अच्छी तरह से समझ चुकी है। अब मैं बिल्कुल भी देर करना उचित नहीं समझ रहा हूँ और अब मैं अपने दोनों हाथों से पकड़कर उसकी पेंटी को एक ही झटके में उसके घुटने तक पहुंचा दिया गया था
जिसकी वजह से वह अब पूरी नंगी होकर मेरे सामने लेटी हुई और फिर जैसे ही मेरी नज़र उसकी उस गोरी की तरह दो रोटी की तरह फूली हुई गर्म चूत पर जोड़ा तो मेरी लंड को तो जैसे अब बिल्कुल भी बड़बड़ाना बड़ा मुश्किल हो गया क्योंकि उसकी चूत तो अब जैसे मेरे हाथों में आकर अपनी गर्लफ्रेंड मेरे लंड से करवाने के लिए बेहोश हो गए और ठीक उसी तरह मेरे लंड का भी था। वह भी पेंट के अंदर खड़ा हो और तेज तेज झटके को लगा दिया और उसको अब चूत में जाकर अपना काम ठंडा होने के बहुत जल्दी था। अब मैं अपने एक हाथ से उसकी चूची के ऊपर फेरते हुए और उस गरम गीली चिकनी चूत के अंदर अपनी एक ऊँगली को हल्का सा अंदर डालकर दबाकर महसूस किया और कहा कि यह बहुत टाइट है। तो मेरे मुहं से इस बात को सुनकर शरमते हुए उसने अपनी दोनों आँखों को बंद कर दिया और वह चुपचाप लेटी हो रहा था उसका उल्लास देखकर मैं अब बिल्कुल भी ठीक नहीं समझा और मैं झट से अपनी लंड को अपनी पेंट से निकाला,
जैसे ही मेरे लंड ने अपनी अगली हिस्से को चमड़ी से बाहर निकाला तो उसने उसी समय अपनी आँखों को खोल दिया और मेरे लंड के ऊपर से अपनी चकित नज़र से देखा और मैंने देखा कि वह बहुत ध्यान से मेरे लंड को देख रहा है। अब मैं उठकर पास के टेबल पर पड़े हुए तेल के खूंटे को लेकर मेरे पास के पास रखा और अब में उसकी जांघ पर बैठ गया।
मैं अब अपने चूत को अपनी दो उंगलियों से फैलते हुए मैं तेल के डब्बे से तेल निकालकर उसके चूचे के दोनों पक्शुओं को लगाया था और मैंने अपनी एक ऊँगली को चूत के अंदर से निकाल दिया और चूजों की गहराई में उसकी गरमी महसूस करने लगा के लिए एक बहुत ही अलग अलग अहसास था में उसके कारण से मन ही मन बहुत खुश हो गया अब मुझे पता चला कि बहुत ज्यादा जोश में आने के कारण मेरे लंड के मुहं पर पानी आया था। फिर मैं उस चिपचिपा पानी को अपने लंड के अगले हिस्से पर मल दिया क्योंकि जिस कारण से मेरे लंड का टोपा बहुत चिकना चमकदार हो गया था। अब मैं अपने लंड को अपने चूचे के होंठों पर सड़ते हुए उसको अपनी चूत को फैलाए जाने के लिए कह रहा था, तो उसने अपने दोनों हाथों से अपनी चूची के छेद को पूरा किया और मुझे लगता है कि जैसे ही चूत को बहुत ज्यादा फैला हुआ देखा लंड को अपनी अंदर लेने के लिए बहुत कामुक लग रहा था।
मैं अपने लंड को चूत की मुहं पर रखकर एक ही जोर से झटका मारा था कि दर्द का कारण से ज़ोर से आईईईई ओऊऊ मम्मी में मर गया मुझे बड़ा ही तेज दर्द हो रहा है उफ़फ़ेफ़फ़ में से ही मरने जाउंगी प्लली बाहर निकालो इस तरह से वह बिल्कुल सिहर उठी। फिर मैंने उसे अपना दुःख दर्द देखने के लिए अपनी कमान को उसी समय एक स्थान पर रोक दिया और अब वह दर्द से तड़पते हुए मुझे बुलाने के बाद पलीज अब आप इसे बाहर निकालेंगे? फिर मुझे उससे पूछा कि तुम ऐसा क्यों कह रहे हो? तब वो बोली कि मुझे इसका कारण बहुत दर्द हो रहा है फिर मैं अब उससे पूछा कि क्या तुमने कभी पहले किसी के साथ यौन संबंध नहीं किया है? वो आईईईईई उफ़्फ़फ़फ़ करते हुए कहने लगी कि नहीं, यह सब अनुभव मेरा पहला अनुभव है मुझे ऐसा करने की वैसे पहले हमेशा बहुत इच्छा होती है, लेकिन मुझे पता था कि यह सब मेरे लिए इतने दुखी होगा और अगर मुझे पता होगा तो आप से कभी भी हाँ नहीं करता है
अब मुझे उससे कहा कि हां तभी तो आपको पता नहीं है कि यह कितना मज़ा आता है और यह सब करना कितना अच्छा लगता है, लेकिन आप बिल्कुल भी चिंता नहीं करते हैं, तुम्हारा यह दर्द अभी कुछ देर बाद पूरी तरह खत्म हो जाएगा बहुत खुश होकर मेरे साथ अपनी चुदाई की मज़े लेने के लिए लगगे और अब मैं अपना ब्रा खोलने के लिए उसको अपनी पीठ उठाने के लिए बोला, तो उसने झट से अपनी पीठ उठकर मेरी साथ दिया। फिर उसी समय मैं अपना कतर में पीछे से अपना हाथ ले गया और ब्रा की हुक खोलकर ब्रा से उसके शरीर से अलग हो गया और जैसे ही मेरी नज़र उसके नंगे गोरे बड़े आकार के बूब्स के ऊपर पड़ी तो मेरी तो लंड की तरह पहले से ज्यादा जोश भर गया, जिसकी वजह से लंड अब फूलकर पहले से अधिक मोटा लंबा हो गया।
मैं अपने दोनों बूब्स पर हल्का हल्का सा तेल लगा और मैं दोनों अपने हाथों से उन दोनों बूब्स की निप्पल को मसलाना शुरू किया, कुछ देर तक निप्पल को मसले और बूब्स को सहलाने के बाद जब मैंने देखा कि उसकी पकड़ अब मेरे शरीर पर पहले से अधिक ढीली पड़ने लगी है तब मैं एक बार फिर से अपनी कौर को हिलाकर अपनी लंड को अपने चूजों के अंदर से बाहर करना शुरू किया दोस्तों मैं अब उसके दोनों बूब्स को जो बिल्कुल तने हुए मसले के साथ ही अपनी कमर को हिला रहा था और उसके चेहरे को भी देख रहा था। अब वो आउउ उफ़्फ़फ़फ से आवाज़ कर रही है और फिर मुझे उससे पूछा गया कि क्या अब भी आप को दर्द हो रहा है? तो वो अपना बिल्कुल धीमा आवाज़ से बोली है कि हाँ थोड़ा सा, लेकिन अब भी उसे उसी तरह से धक्का दे रहा है और जब मेरा लंड उसकी चूत के कुछ और अंदर चला जाता है।
तब मैंने कुछ देर बाद अपनी लंड के रास्ते में कुछ बाधा महसूस किया अब में तुरंत तुरंत समझ है कि यह उसकी चूत की सील उसकी वर्जिनिटी पहचान है फिर मैंने अपना कंबर थोड़ी ऊपर उठाया और फिर अपनी कमर को पकड़कर एक जोर से झटका दे मारो मेरे उस अचानक से जोर से पहर का कारण से वो जोर से ना आइइईई आहिह पलीज आहाह अब निकाल दो करके वो जोर से उठी। अब मैं अपने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाल दिया और अब मैं उसके दो बूब्स को एक बार फिर से मसाला शुरू कर दिया। फिर कुछ देर बाद मैं अपनी कौर को जोर जोर से हिलाने आगे पीछे पीछे से शुरू किया और अब मैं देख रहा था कि रुकने वाला नहीं तो मैं अपने होंठों से उसके होंठों को कस लिया और जोर जोर से झटके मारने लगा।
कुछ देर बाद उसने अपने होंठों को मेरे होंठों से आजाद करते हुए मुझसे पूछा कि भैया और कितने बाहर हैं मुझे बहुत अजीब सा दर्द हो रहा है। यह मेरे अंदर एक जलन पैदा हो रहा है यह कैसा दर्द है क्या मैं तुम्हें नहीं बता सकता? तब मैं उससे कहा कि बस थोड़ा सा बाहर है, तुम कहो तो में पूरा अंदर डाल दूँ? क्योंकि उसके बाद तुम्हारा पूरा दर्द खत्म होगा और तुम भी मेरे साथ मज़े लेने लगोगे वह आह्हहह़ उफ़्फ़फ़ हू भरे हुए अपने सर को हिला दिया और कहा कि जब आप इतने अंदर ही पहले ही डाल सकते हैं तो अब बचा हुआ भी डालकर अपनी मन की इच्छा को पूरा कर लो, मेरा क्या उस दर्द को भी आप के लिए सह है हूँ
फिर से मेरे तरफ से हाँ की इशारा पाकर मुझे अपनी कगार पर झटके झटके के साथ अपने लंड को पूरा करने का पूरा चूसा अंदर किया और कुछ देर तक जोर से झटके मारने के बाद मैंने महसूस किया कि अब मेरी सीड़ी निकल गई निकलकर उसकी चूत के अंदर जाने वाला है? तो मैं एक तरफ से उसके बूब्स को जोर से मसलना शुरू किया था तो दूसरे तरफ से उसके होंठों को चूना शुरू किया अब वो भी मेरे सरे के साथ अपनी ताल मिलती है जैसे जैसे वह उसे झटके देता है वो भी वैसे भी अपनी गांड को ऊपर उठकर अपनी तरफ से धक्का दे देंगे लगती।
तभी मुझे उससे पूछा कि क्या तुम अब मज़ा आ रहे हो? तो उसने अपना सर हाँ भरते हुए हिला दिया और कुछ देर बाद मेरा वीर्य लंड बाहर निकलकर उसकी चूत को गीला करना लगा और वह तो खुश होकर मेरे साथ बहुत प्यार करता हूँ ऊह्ह्ह आईईई करके वो अपनी दोनों हाथों पर मेरी पीठ पर रगड़ते हुए पूरी तरह से मेरे आगोश में आ गए और कुछ देर तक वैसे ही एक दूसरे से चिपककर पड़े रहने के बाद मैं उठकर अपने लंड से उसकी चूची निकाली। तब मैंने देखा कि उसमें खून लगा हुआ था और फिर मैं उसकी चूत की तरफ़ से देखा तो वह बहुत फूल चुका था और उसे भी मेरे वीर्य के साथ साथ उसका खून भी बाहर आ रहा था बह रहा था।
अब वह बिल्कुल चुपचाप होकर कुछ देर तक वैसे ही लेटी रहा और कुछ देर बाद उसने अब उठकर अपना कपड़े पहन लिया और बाथरूम में चले गए और वहां से पीट को साफ़ करने के बाद अपनी चूत को साफ करने के बाद वो मुझे बाहर निकला तो मुस्कुरा हो रहा था अब हम दोनों बाहों में आकर कुछ देर बाद के बारे में बातें करने लगे और उसके बाद वह मुझे घर से बाहर सड़क तक छोड़ने के लिए कहा वह कहने लगी कि मैं अब बहुत लेट हो गया हूँ और घर पर मेरा सब इंतजार कर रहा है, में अभी चलती है और बाद में आप से मिलूंगी
फिर मैं उसको एक बार किस किया था और फिर उसके साथ में बाहर निकलकर छोड़ना छोड़ दिया गया था। उसी समय रास्ते में मुझे उससे पूछा गया कि तुमने मुझे साथ में सब कुछ करना कैसे लगा? क्या तुम्हे मेरे साथ किसी तरह का कोई परेशानी या दुःख हो, जिससे तुमने बुरा लगा हो तो पलीज तुम मुझे बताओ? वह हल्का सा मुस्कुराते मुझे कहने लगी कि ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा आप कह रहे हैं मुझे तो तुम्हारे साथ बहुत अच्छा लगा और यह मेरा पहला अनुभव है, लेकिन यह सब बड़ा ही मस्त मज़ेदार था और मुझे कभी भी सोचा भी नहीं था इस काम में इतना मज़ा आता है, मैं अपने दोस्तों से इसके बारे में कई बार सुना जरुरत है, लेकिन आज मैं पहली बार वह मज़े ले भी देखने के लिए है। में अपने पहले इस अनुभव से बहुत खुश है और तुम मुझे दर्द के साथ साथ मज़ा भी दिया जो पूरी दुनिया के सुख से बिल्कुल अलग हेटा है।
फिर से उसके मुहं से वह सब बातें सुनकर बहुत खुश हुआ और मैं दोनों कुछ देर से एक दूसरे के गले लगे और उसके बाद मैं उसको बाहर थोड़ी दूरी पर जाकर एक ऑटो को रुकवाकर उसमें बैठा दिया और वो हंसी ख़ुशी से मुझे कहकर अपने घर चली गई और फिर भी अपने कमरे में आ गया, उसके बाद पूरे दिन उसी के बारे में उसकी चुदाई बार बार सोच रहा था मुझे हर जगह बस वही दिखाई दे रहा है। दोस्तो यह मेरी सच्ची प्यार की घटनाओं मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी यह पहली कहानी सभी को पढ़ने के लिए मुझे बहुत अच्छा लगा होगा।
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