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देवर के लण्ड का सड़का मार रही हूँ - Devar ke lund ka sadka maar rahi haun
देवर के लण्ड का सड़का मार रही हूँ - Devar ke lund ka sadka maar rahi haun , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
रात के १२ बजे थे। मैं अकेली अपने कमरे में बैठी हुई "sex" की कहानियां पढ़ रही थी। मुझे इस ब्लॉग की कहानियां बहुत ही अच्छी लगती हैं. कहानियां इतनी हॉट और गरमागरम होतीं है की इन्हे अकेले में ही पढ़ा जा सकता है क्योंकि पढ़ते पढ़ते कपड़े अपने आप उतर जातें हैं और हाथ बूब्स पर चले जातें हैं। फिर एक हाथ चूत पर भी पहुँच जाता है। कहानी ख़तम नहीं होने पाती की उंगलियां बुर चोदी बुर में घुस जातीं हैं। उस दिन रात को मेरा यही हाल था। मैं लगभग नंगी हो चुकी थी और कहानी थी "सास और नन्द के साथ बहू की चोदा चोदी"। मैं कहानी में इतनी खो गयी की मेरा मन हुआ की जो इसमें लिखा मैं वही करूँ। मेरी सास भी यहीं हैं, मेरी नन्द भी भोसड़ी की यही हैं तो फिर हम तीनो मिलकर वही चोदा चोदी क्यों नहीं कर सकती जो इसमें लिखा है। मैं सारी दुनियां भूल चुकी थी और बस कहानी में उलझी हुई थी। अचानक मेरी सास कमरे में आ गयीं। तब मुझे मालूम हुआ की मेरे कमरे का दरवाजा खुला है। उसने मुझे लगभग नंगी देखा तो बोली - बहू, तेरी बुर चोदी नन्द की माँ का भोसड़ा ? बताओ मैं तेरी बुर चोदूँ की तेरी नन्द की बुर ? मैंने आंख उठा कर देखा तो मालूम हुआ की वह भी आधी से अधिक नंगी है। मैं समझ गयी की सासू जी सेक्सी मूड में हैं। इससे पहले की मैं कोई जबाब देती मेरी नन्द भी मेरे कमरे में आ गयी। वह बोली - भाभी, तेरी बुर चोदी सास की बिटिया की बुर ? बताओ मैं तेरी बुर चोदूँ की तेरी सास का भोसड़ा । मैंने नन्द को ऊपर से नीचे तक देखा। उसकी चूँचियाँ तो बिलकुल नंगी थी। उसने अपनी तोंदी के नीचे से एक बहुत छोटी सी नेकर पहन रखी थी। उसकी नेकर इतनी लो वेस्ट की थी की उसकी झांटें साफ़ साफ़ दिखाई पड़ रहीं थीं। मुझे यह समझने के देर नहीं लगी की वह भी वासना ने डूबी हुई है।
उसकी बातें सुन कर मैं भी मस्ती में आ गयी और बोली - नन्द रानी, तेरी बुर चोदी माँ की बहू की चूत ? बताओ मैं तेरी बुर चोदूँ की तेरी माँ का भोसड़ा ? फिर मैंने सासू की तरफ मुंह करके कहा - सासू जी, तेरी बुर चोदी बहू की नन्द की चूत ? बताओ मैं तेरा भोसड़ा चोदूँ की तेरी बिटिया की बुर ? मेरी बात सुनकर दोनों बहुत ख़ुशी हुई और तालियां बजाने लगीं। सास ने तो खुशी से मुझे अपने गले लगा लिया। नन्द भी मुझसे बड़े प्यार से लिपट गयी और बोली भाभी तुम बिलकुल वैसी ही हो जैसी मैं चाहती थी।
सास ने कहा बहू तुम जिस ब्लॉग की कहानियां पढ़ रही हो, इसी ब्लॉग की कहानियां हम दोनों पिछले दो साल से पढ़ रहीं हैं। जो लड़की इस ब्लॉग की कहानियां पढ़ती है वह अपन माँ चुदवाने लगती है और माँ अपनी बेटी चुदवाने लगती है। यही हम दोनों के साथ हुआ था। मेरी बेटी यानी तेरी नन्द अपने कमरे में इसी ब्लॉग की कहानियां पढ़ रही थी तभी मैं वहां पहुँच गयी। मैंने देखा की मेरी बेटी भी "sex" की कहानियां पढ़ रही है तो मेरे अंदर की रंडी जग उठी। मैंने बड़ी बेशर्मी से कहा बेटी तेरी बुर चोदी माँ की चूत ? उसने मुझे देखा। वह भी मूड में थी। उसने भी उसी तरह जबाब दिया अम्मी तेरी बुर चोदी बिटिया की बुर ? इस तरह की मस्त मस्त गालियां इस ब्लॉग कहानियों में बहुत है और हम सब उन्ही को एन्जॉय करतीं हैं। हमने इन कहानियों से यह सीखा है की जवानी कैसे एन्जॉय की जाती है ?
उस दिन से हम दोनों माँ बेटी की जगह एक दूसरे की दोस्त हो गयीं। एक दिन बेटी ने मुझसे कहा - अम्मी, तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा ? मैंने जबाब दिया बेटी, तेरी अम्मी की बिटिया की बुर। फिर हम दोनों खुल कर हंसने लगीं। अब मैं सोंच रही थी की अगर मेरी बहू भी इसी तरह की हो तो ज़िन्दगी का मज़ा आ जाए। खुदा का शुक्रिया अदा करती हूँ की तू बिलकुल वैसी ही है जैसी बहू मैं चाहती थी। मैं अभी "सास बहू नन्द और लण्ड ही लण्ड" की कहानी पढ़ कर आ रही हूँ तभी मेरे सिर पर वासना सवार हो गयी।
मेरा नाम शबनम है। में अभी ३ महीने पहले इस घर की बहू बन कर आयी हूँ। मैं २४ साल की हूँ, खूबसूरत और हॉट हूँ, मुझे लण्ड पकड़ने की लत १५ साल की उम्र में ही हो गया था और मैं १६/१७ साल की उम्र में चुदवाने भी लगी थी। मेरी इस आदत का पता बाद में अम्मी को लगा लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा। मेरी सास ताहिरा बेगम बहुत ही अच्छी और हंसमुख स्वाभाव की हैं। वह ४५ साल की हैं और अभी भी उसकी खूबसरती के लोग दीवाने हैं। वह जितनी खूबसूरत हैं उतनी ही बेशर्म भी है और चोदा चोदी में बिंदास हैं। वह अपनी बेटी से खुली हुईं हैं यह तो आपने देख की लिया और अब मुझसे भी खुल गयीं हैं। मेरी नन्द का नाम शन्नो है। वह मुझसे एक साल छोटी है लेकिन उसकी शादी हो चुकी है। उसकी ससुराल इसी शहर में है इसलिए उसका यहाँ आना जाना बहुत ज्यादा होता रहता है। हां तो मैं आपको बता रही थी की रात के १२ बजे थे। अब तो आधा घंटा और हो गया है।
सच्चाई यह है की हम तीनो की चूत बेहद गरम थी और घर में कोई लण्ड नहीं था। जवानी में लण्ड के बिना रात काटे नहीं कटती ? अचानक किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मेरी नन्द फ़ौरन गयी और दरवाजा खोल दिया। वह बोली - अरे थामस अंकल आप ? एंटी रात को ? सब खैरियत तो है ? . वह बोला हां शन्नो सब खैरियत है। बात यह है की मेरा एक अर्जेंट मैसेज आया है। मैं अपना लैपटॉप ऑफिस में भूल गया हूँ। तुम अपना लैपटॉप खोल कर देखो मेरा मैसेज क्या है और उसका एक प्रिंट आउट निकाल कर मुझे दे दो। लो यह मेरा ईमेल एड्रेस है।उसने एक पर्ची नन्द को पकड़ा दिया। शन्नो ने उसे सबसे पहले हमसे थामस अंकल को मिलवाया। फिर उसने अपना लैपटॉप खोला और अंकल का ईमेल निकाला। वह मजसे से मैसेज पढ़ने लगी। वह मंद मंद मुस्कराने लगी और उठ कर प्रिंट आउट निकाल लाई। वह बोली अंकल क्या मैं मैसेज पढ़ कर सुना दूँ ? पहले तो अंकल ने मना किया लेकिन शन्नो के बार बार कहने पर उसने कहा ठीक है पढ़ कर सुना दो।
शन्नो पढ़ने लगी -
सास ने कहा बहू तुम जिस ब्लॉग की कहानियां पढ़ रही हो, इसी ब्लॉग की कहानियां हम दोनों पिछले दो साल से पढ़ रहीं हैं। जो लड़की इस ब्लॉग की कहानियां पढ़ती है वह अपन माँ चुदवाने लगती है और माँ अपनी बेटी चुदवाने लगती है। यही हम दोनों के साथ हुआ था। मेरी बेटी यानी तेरी नन्द अपने कमरे में इसी ब्लॉग की कहानियां पढ़ रही थी तभी मैं वहां पहुँच गयी। मैंने देखा की मेरी बेटी भी "sex" की कहानियां पढ़ रही है तो मेरे अंदर की रंडी जग उठी। मैंने बड़ी बेशर्मी से कहा बेटी तेरी बुर चोदी माँ की चूत ? उसने मुझे देखा। वह भी मूड में थी। उसने भी उसी तरह जबाब दिया अम्मी तेरी बुर चोदी बिटिया की बुर ? इस तरह की मस्त मस्त गालियां इस ब्लॉग कहानियों में बहुत है और हम सब उन्ही को एन्जॉय करतीं हैं। हमने इन कहानियों से यह सीखा है की जवानी कैसे एन्जॉय की जाती है ?
उस दिन से हम दोनों माँ बेटी की जगह एक दूसरे की दोस्त हो गयीं। एक दिन बेटी ने मुझसे कहा - अम्मी, तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा ? मैंने जबाब दिया बेटी, तेरी अम्मी की बिटिया की बुर। फिर हम दोनों खुल कर हंसने लगीं। अब मैं सोंच रही थी की अगर मेरी बहू भी इसी तरह की हो तो ज़िन्दगी का मज़ा आ जाए। खुदा का शुक्रिया अदा करती हूँ की तू बिलकुल वैसी ही है जैसी बहू मैं चाहती थी। मैं अभी "सास बहू नन्द और लण्ड ही लण्ड" की कहानी पढ़ कर आ रही हूँ तभी मेरे सिर पर वासना सवार हो गयी।
मेरा नाम शबनम है। में अभी ३ महीने पहले इस घर की बहू बन कर आयी हूँ। मैं २४ साल की हूँ, खूबसूरत और हॉट हूँ, मुझे लण्ड पकड़ने की लत १५ साल की उम्र में ही हो गया था और मैं १६/१७ साल की उम्र में चुदवाने भी लगी थी। मेरी इस आदत का पता बाद में अम्मी को लगा लेकिन उसने मुझसे कुछ नहीं कहा। मेरी सास ताहिरा बेगम बहुत ही अच्छी और हंसमुख स्वाभाव की हैं। वह ४५ साल की हैं और अभी भी उसकी खूबसरती के लोग दीवाने हैं। वह जितनी खूबसूरत हैं उतनी ही बेशर्म भी है और चोदा चोदी में बिंदास हैं। वह अपनी बेटी से खुली हुईं हैं यह तो आपने देख की लिया और अब मुझसे भी खुल गयीं हैं। मेरी नन्द का नाम शन्नो है। वह मुझसे एक साल छोटी है लेकिन उसकी शादी हो चुकी है। उसकी ससुराल इसी शहर में है इसलिए उसका यहाँ आना जाना बहुत ज्यादा होता रहता है। हां तो मैं आपको बता रही थी की रात के १२ बजे थे। अब तो आधा घंटा और हो गया है।
सच्चाई यह है की हम तीनो की चूत बेहद गरम थी और घर में कोई लण्ड नहीं था। जवानी में लण्ड के बिना रात काटे नहीं कटती ? अचानक किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। मेरी नन्द फ़ौरन गयी और दरवाजा खोल दिया। वह बोली - अरे थामस अंकल आप ? एंटी रात को ? सब खैरियत तो है ? . वह बोला हां शन्नो सब खैरियत है। बात यह है की मेरा एक अर्जेंट मैसेज आया है। मैं अपना लैपटॉप ऑफिस में भूल गया हूँ। तुम अपना लैपटॉप खोल कर देखो मेरा मैसेज क्या है और उसका एक प्रिंट आउट निकाल कर मुझे दे दो। लो यह मेरा ईमेल एड्रेस है।उसने एक पर्ची नन्द को पकड़ा दिया। शन्नो ने उसे सबसे पहले हमसे थामस अंकल को मिलवाया। फिर उसने अपना लैपटॉप खोला और अंकल का ईमेल निकाला। वह मजसे से मैसेज पढ़ने लगी। वह मंद मंद मुस्कराने लगी और उठ कर प्रिंट आउट निकाल लाई। वह बोली अंकल क्या मैं मैसेज पढ़ कर सुना दूँ ? पहले तो अंकल ने मना किया लेकिन शन्नो के बार बार कहने पर उसने कहा ठीक है पढ़ कर सुना दो।
शन्नो पढ़ने लगी -
माय डियर थामस,
कल रात को मेरे घर पर लड़कियां चोदने का प्रोग्राम है यानी ड्रिंक्स, सकिंग और फकिंग की पार्टी है। पार्टी कल शाम को ७ बजे से शुरू हो जाएगी। इस बार मेरे कॉलेज की लड़कियां चुदवाने आ रहीं हैं। आप समय से पहुँच जाईयेगा। मैं आपका इंतज़ार करूंगा।
कल रात को मेरे घर पर लड़कियां चोदने का प्रोग्राम है यानी ड्रिंक्स, सकिंग और फकिंग की पार्टी है। पार्टी कल शाम को ७ बजे से शुरू हो जाएगी। इस बार मेरे कॉलेज की लड़कियां चुदवाने आ रहीं हैं। आप समय से पहुँच जाईयेगा। मैं आपका इंतज़ार करूंगा।
आपका दोस्त
जैकब
मैसेज सुनकर मैं भी हैरान रह गयी और मेरी सास भी।
मैसेज सुनकर मैं भी हैरान रह गयी और मेरी सास भी।
- शन्नो ने कागज़ तो अंकल को पकड़ा दिया और कहा भोसड़ी के अंकल तुम तो बहुत बड़े छुपे रुस्तम निकले ? कॉलेज की लड़कियां चोदते हो ?
- वह बोला हां बात सच है शन्नो ?
- उसने फिर पूंछा की यह कैसी पार्टी है अंकल जिसमे एक ही कॉलेज की लड़कियां चुदवाने आ रही हैं ? क्या आप लोग कॉलेज के यही करते रहतें हैं ? लड़कियां चोदते रहते हो ?
- वह बोला नहीं शन्नो ऐसा नहीं है। ये वास्तव में लड़कियों का ही प्रोग्राम है जो मेरे दोस्त के घर रखी गयी है। हम तीन दोस्त हैं। तीनो एक एक कॉलेज से पोफेसर हैं। हमारे कॉलेज की लड़कियां आजकल की लड़कियां है जो अपनी जवानी को खूब अच्छी तरह एन्जॉय करना जानती हैं और करतीं हैं। इसलिए हम तीनो लोग उन्हें अवसर देतें हैं। हर महीने के लास्ट शनिवार को यह पार्टी होती है।
- तो फिर आप लोग कॉलेज के भी कुछ न कुछ करते होंगें ? ।
- हां करतें हैं। वहां भी लड़कियां टीचर्स रूम में दरवाजा अंदर से बंद करके टीचर्स के लण्ड पीती हैं।
- तो क्या आपके कॉलेज के फीमेल टीचर्स नहीं है क्या ?
- हैं न ? लेकिन वो भी टीचर्स रूम में लड़कों के लण्ड पीती हैं। इसलिए वो चुप रहतीं हैं।
- तो फिर आज हम लोग तेरा लण्ड पियेगीं। आप अपने दोस्त को बुला लीजिये। आज मैं बिना तेरा लण्ड पिये तुझे जाने नहीं दूँगी।
मैं और मेरी सास दोनों शन्नो की प्यारी प्यारी बातें सुन रहीं थीं। उसने थामस अंकल को अपना दोस्त बुलाने के लिए मजबूर कर दिया। थोड़ी देर में उसका दोस्त जैकब भी आ गया। वह दोस्त तो बड़ा हैंडसम था जिसे देख कर मेरी चूत गीली हो गयी। मेरी सास भी उसे आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगी। अंकल की उम्र लगभग ४०/४२ साल की होगी। यही उम्र लगभग उसके दोस्त की भी होगी। शन्नो ने हाथ आगे बढ़ाया और थामस के लण्ड पर रख दिया। फिर उसने मुझे इशारा किया तो मैं भी उठी और जैकब का लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबाने लगी। वह भी मुस्करा पड़ा। रात का समय था। हम तीनो अध् नंगीं थीं। रात में वैसे भी हर जवान लड़की बहन चोद रंडी बन जाती है। तब तक सासू जैकब अंकल के कपड़े उतारने लगी। इधर जैकब नंगा हुआ तो उधर शन्नो ने थामस को पूरा नंगा कर दिया। इधर हम दोनों मिलकर जैकब का लौड़ा हिलाने लगीं और उधर शन्नो थामस का लौड़ा। मैं जबान निकला कर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी और सासू जी पेल्हड़ चाटने लगीं। तब तक हम सबने अपने बचे हुए कपड़े भी उतार कर फेंक दिया। हम सब भी मादर चोद एकदम नंगी हो गयीं।
दोनों लण्ड एकदम चिकने थे। झांटों का नामोनिशान नहीं था इसलिए लण्ड बड़े और खूबसूरत लग रहे थे। आज यह पहला मौक़ा था जब मैंने सास और नन्द दोनों को एकदम नंगी देखा और उनका भी पहला मौका था जब वह मुझे नंगी देख रहीं थीं। इत्तिफाक से हम तीनो की चूँचियाँ बड़ी बड़ी हैं जिन्हे देख कर किसी का भी लौड़ा खड़ा हो सकता है। यही हाल यहाँ हो रहा था। दोनों ही अंकल हमारी चूचियां देख भी रहे थे और मसल भी रहे थे। मुझे भी पराये मरद से चूँचियाँ मसलवाने में मज़ा आने लगा।
थामस बोला - ताहिरा भाभी आपकी बेटी और बहू दोनो की चूँचियाँ बड़ी हॉट और सेक्सी हैं।
तब तक शन्नो बोली - अरे अंकल तेरा लौड़ा भी बहुत हॉट है बहन चोद ?
जैकब ने कहा - यार थामस शन्नो की माँ की चूँचियाँ भी बहुत मस्त हैं और इसकी चूत भी। भाभी की बहू तो बेहद खूबसूरत है। देखो न मेरा लौड़ा बिलकुल माधुरी मेम की तरह मजे से चूस रही है।
मैंने पूंछा - ये माधुरी मेम कौन है अंकल ?
वह बोला - माधुरी मेम मेरे कॉलेज की एक फीमेल टीचर है. वह कॉलेज में ही कमरा बंद करके मेरा लण्ड पीती है। कॉलेज के लड़कों के भी लण्ड पीती है। वह भोसड़ी की जितनी खूबसूरत है उतनी ही चुदक्कड़ भी है।
मैं तो अपनी सास के साथ जैकब का लण्ड चूसने में मगन थी। थोड़ी देर में सास ने शन्नो से थामस का लण्ड ले लिया। तब शन्नो मेरे पास आ गयी और मेरे साथ जैकब का लौड़ा चूसने लगी। मैं कभी नन्द के मुँह में लौड़ा घुसेड़ देती कभी वह लौड़ा मेरे मुंह में घुसेड़ देती। हम दोनों मिलकर जैकब के लण्ड का पूरा मज़ा ले रही थीं। तभी मुझे मजाक सूझा तो मैंने कहा - सासू जी, अब मैं तेरी बिटिया की बुर चोदूँगी ? इसकी बुर में लौड़ा ठोंकूंगी। यह सुनकर सास ने कहा - तो मैं तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा चोदूँगी, बहू। इतने में नन्द भी बोल पड़ी अम्मी - आज मैं तेरी बहू की बुर चोद डालूंगी। इसकी बुर चोदी बुर बहुत ही गरम हो गयी है। इसी में जैकब का लौड़ा घसेड दूँगी। सास को भी मजाक सूझा तो वह बोली - बेटी शन्नो, तेरी माँ का भोसड़ा। तेरी भाभी की नन्द की चूत ? तेरी माँ की बहू की बुर ? मैं भी सबकी बुर चोदूँगी बहन चोद। मैं अभी तुम लोगों से ज्यादा जवान हूँ।
इससे पहले की मैं जैकब का लण्ड शन्नो की चूत में पेलती उसने खुद उसका लौड़ा मेरी चूत मे पेल दिया। लण्ड मेरी चूत में घुसा तो मज़ा आया और मैं भी मस्ती से चुदवाने लगी। शन्नो जैकब के पेल्हड़ सहलाने लगी। इतने में मैंने देखा की सास ने थामस का लौड़ा शन्नो की बुर में घुसा दिया। वह बोली बहू अगर तेरी बुर चुदेगी तो फिर तेरी नन्द की भी बुर चुदेगी। सास एक हाथ से थामस के पेल्हड़ और दूसरे हाथ से जैकब के पेल्हड़ सहलाने लगी। जैकब उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा और थामस उसकी चूँचियाँ पर। सास बीच बीच में लण्ड मेरी चूत से निकाल कर चाट लेती और कभी अपनी बिटिया की बुर से लण्ड निकाल कर चाटने लगती। मैंने देखा की सच में हम दोनों से ज्यादा मज़ा तो सास ले रही थी। थोड़ी देर तक मैं मस्ती से चुदवाती रही। मुझे लगा की मैं जल्दी ही खलास हो जाऊंगी। उधर शन्नू को भी ऐसा ही आभाष हो रहा था। इसी बीच मैंने लण्ड अपनी चूत से निकाल कर सास के भोसड़ा में पेल दिया।
मैंने कहा - अब मैं अपनी सास का भोसड़ा चोदूँगी। मैं नंगी नंगी जैकब की पीठ पर चढ़ गयी और उसके साथ ऊपर नीचे होकर मैं सास का भोसड़ा चोदने लगी। शन्नो अब थामस से पीछे से चुदवाने लगी। उसे कुतिया की तरह चुदवाने का मज़ा आने लगा। कमरे में चुदाई की आवाज़ गूँज रही थी और मुझे यह आवाज़ बहुत अच्छी लगती है। थोड़ी देर में मैं नीचे उतरी और शन्नो की चूँचियाँ मसलने लगी। शन्नो बोली भाभी जान आज मुझे चुदवाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है। पहले हम दो ही एक साथ चुदवाती थीं। अब तुम आ गयी हो इसलिए अब हम तीन हो गयी हैं और तीनो की एक साथ चुदाई सच में बड़ा मज़ा दे रही है। इतने में जैकब बोला मैं निकलने वाला हूँ। फिर क्या मैं उसका लौड़ा पकड़ कर सड़का मारने लगी। मैंने देखा की सास भी थामस के लण्ड का मुठ्ठ मार रही है। हम तीनो ने लण्ड के सामने अपने मुंह खोल दिए। बस एक मिनट में ही दोनों लण्ड ने उगलना शुरू कर दिया वीर्य जिसे हम तीनो ने बड़ी मस्ती से पिया और फिर लण्ड का सुपाड़ा बड़े मजे से चाटा साथ में दोनों लोगों के पेल्हड़ भी।
एक दिन अचानक मेरा जीजू अल्ताफ़ आ गया। उसके आने से मैं बहुत खुश हो गयी और उससे बातें करने लगी। मैंने उसे अपनी सास और नन्द दोनों से मिलवाया तो वो दोनों भी खुश हुईं। अंदर आकर मेरी सास बोली बहू तेरा जीजू तो भोसड़ी का बड़ा जवान लड़का है। इसका लौड़ा देखने का मन हो रहा है बहू। मैंने कहा रात को मैं इसका लौड़ा तुम्हे जरूर पकड़ा दूँगी सासू जी। इतने में शन्नो आ गई। उसके साथ एक लड़का था। वह बोली भाभी जान लो इससे मिलो ये है अरब मेरा देवर। मैंने कहा वाओ, तेरा देवर तो बड़ा हैंडसम और स्मार्ट है। वह बोली हाय दईया क्या तेरा दिल आ गया है इस पर। मैंने कहा क्यों नहीं ? जवान लड़का देख कर मेरे अंदर की रंडी ससुरी जग जाती है यार। वह हंसने लगी। उसके बाद हम सब एक साथ एक कमरे में बैठ गए और बातें होने लगीं। धीरे धीरे शाम से रात होती जा रही थी। तभी अचानक डोर बेल बज उठी। शन्नो ने उठ कर दरवाजा खोला तो देखा की उसका खालू सामने खड़ा है। वह बोली हाय खालू जान ? तुम इस समय ? उसने कहा अरे शन्नो मैं दो घंटे पहले आ जाता पर क्या करूं ट्रेन लेट हो गयी। शन्नो बोली ठीक है अंदर आईये न। वह अपने खालू के साथ हमारे सामने आ गयी।
शन्नो तब तक स्कॉच लेकर आ गयी और बोली आज तो सबको थोड़ी थोड़ी शराब पीनी पड़ेगी। माहौल में गर्मी आ गयी। हम सब शराब के साथ खुल कर बातें करने लगे। मैंने देखा की शन्नो और उसकी माँ दोनों खालू को देख कर बहुत ज्यादा ही खुश थीं। मैंने शन्नो के कान में कहा तू अपने खालू का लण्ड पहचानती है शन्नो ? उसने मुस्कराकर हां कह दी। मैंने फिर पूंछा और तेरी अम्मी भी पहचानती है। वह हंस कर बोली हां हां भाभी जान तुम तो जानती हो की मेरी अम्मी कैसी है और फिर मेरा खालू मेरी अम्मी का जीजू है और जीजू के लण्ड पर साली का हक़ तो होता ही है। थोड़ा थोड़ा नशा सबको होने लगा था मैं भी बहुत बेशर्म हो गयी थी। मैंने अपने जीजू के लण्ड पर अपना हाथ रखा जिसे सबने देखा। फिर मैंने उसके पैजामे में हाथ घुसेड़ दिया। मैंने लण्ड निकाला और उसे अपनी नन्द को पकड़ा दिया। शन्नो बोली हाय दईया बड़ा मोटा है तेरे जीजू का लण्ड भाभी। उसने लण्ड की चुम्मी ली और उसे पकड़ कर चारों तरफ से देखने लगी। शन्नो ने भी बेशर्मी दिखाई और अपने देवर का अपनी अम्मी को पकड़ा दिया। मेरी सास अपनी बेटी के देवर का लण्ड
पकड़ कर मस्त हो गयी और उसने लण्ड को जबान से छुआ और प्यार किया। उसके पेल्हड़ भी चूमे और फिर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। मैंने इतने में अपने खालू ससुर का लण्ड पैजामे से निकाला और उसे हिला हिला कर खड़ा कर दिया। धीरे धीरे हम सबके कपड़े अपने आप उतरने लगे। सबसे पहले मेरी नन्द नंगी हो गयी उसे देख कर सबके लण्ड में जबरदस्त उछाल आ गया। फिर मैं भी नंगी हो गयी। मेरी बड़ी बड़ी मस्त चूँचियाँ देख कर सब मरद अपने अपने होंठ चाटने लगे। में भी रंडी की तरह अपनी चूँचियाँ हिला हिला कर सबको दिखायीं। इसी बीच मेरी सास के कपड़े भी उतर गए। मरद तो भोसड़ी के नंगे नंगे अपना अपना लण्ड खड़ा करके खड़े हो गए।
मैं शन्नो के खालू असलम का लण्ड चूसने लगी, मेरी नन्द मेरा जीजू का लण्ड चूसने लगी और मेरी सास अपनी बेटी के देवर का लण्ड ? मेरी सास ने उससे पूंछा - बेटा, अरब तुम अपनी भाभी की बुर लेते हो ? उसने जबाब दिया - हां आंटी, मैं अपनी भाभी की बुर लेता हूँ और वह भी बड़ी मस्ती से अपनी बुर मुझे देतीं हैं।
सास ने फिर पूंछा - बेटा तेरी बीवी की बुर कौन लेता है ?
वह बोला - मैं तो लेता नहीं आंटी, मेरे दोस्त लेते होंगें मेरी बीवी की बुर ?
यह सुनकर सब लोग हंस पड़े।
सास ने फिर कहा - बेटा, तूने अपनी भाभी की बुर चोदी है अब तू उसकी माँ का भोसड़ा चोद ले ? ऐसा कह कर सास ने अरब का लण्ड अपने भोसड़ा में घुसेड़ लिया और चुदवाने लगी। उसे देख कर मैं भी शन्नो के खालू से चुदवाने लगी और मेरी नन्द मेरे जीजू से चुदवाने लगी। यह पहला मौक़ा था जबकि हम तीनो की चूत एक ही समय एक साथ चुद रही थी। यह चुदाई हम लोगों की यादगार बन गयी। चुदाई में जब तक गली गलौज न हो तब तक मज़ा नहीं आता।
मेरी सास बोली - मैंने कहा था न की मैं तेरी सास का भोसड़ा चोदूँगी। देख मेरी भोसड़ी की बहू तेरी सास का भोसड़ा कितनी मस्ती से चुद रहा है।
नन्द ने कहा - भाभी जान मैंने कहा था की मैं किसी दिन तेरी सास की बिटिया की बुर चोदूँगी। तो देखो न अब मैं कैसे तेरी सास की बेटी की बुर चोद रही हूँ। मैंने कहा - अरे सासू जी,मैंने भी वडा किया है की मैं एक दिन तेरी बेटी की भाभी का भोसड़ा चोदूँगी। तो आज मैं वही चोद रही हूँ। और नन्द रानी तेरी माँ की बहू की बुर ? आज तुझे मालूम हो गया न की तेरी माँ की बहू की बुर कितनी आवारा हो चुकी है। इन सब बातों से चुदाई की स्पीड और बढ़ गयी।
सास - बेटी, तेरी भाभी की नन्द की चूत
नन्द बोली - अम्मी, तेरी बहू की सास का भोसड़ा
मैंने कहा - सासू जी, तेरी बेटी की माँ की चूत
इस तरह यह चुदाई रात भर चलती रही और दूसरे दिन भी....
दोनों लण्ड एकदम चिकने थे। झांटों का नामोनिशान नहीं था इसलिए लण्ड बड़े और खूबसूरत लग रहे थे। आज यह पहला मौक़ा था जब मैंने सास और नन्द दोनों को एकदम नंगी देखा और उनका भी पहला मौका था जब वह मुझे नंगी देख रहीं थीं। इत्तिफाक से हम तीनो की चूँचियाँ बड़ी बड़ी हैं जिन्हे देख कर किसी का भी लौड़ा खड़ा हो सकता है। यही हाल यहाँ हो रहा था। दोनों ही अंकल हमारी चूचियां देख भी रहे थे और मसल भी रहे थे। मुझे भी पराये मरद से चूँचियाँ मसलवाने में मज़ा आने लगा।
थामस बोला - ताहिरा भाभी आपकी बेटी और बहू दोनो की चूँचियाँ बड़ी हॉट और सेक्सी हैं।
तब तक शन्नो बोली - अरे अंकल तेरा लौड़ा भी बहुत हॉट है बहन चोद ?
जैकब ने कहा - यार थामस शन्नो की माँ की चूँचियाँ भी बहुत मस्त हैं और इसकी चूत भी। भाभी की बहू तो बेहद खूबसूरत है। देखो न मेरा लौड़ा बिलकुल माधुरी मेम की तरह मजे से चूस रही है।
मैंने पूंछा - ये माधुरी मेम कौन है अंकल ?
वह बोला - माधुरी मेम मेरे कॉलेज की एक फीमेल टीचर है. वह कॉलेज में ही कमरा बंद करके मेरा लण्ड पीती है। कॉलेज के लड़कों के भी लण्ड पीती है। वह भोसड़ी की जितनी खूबसूरत है उतनी ही चुदक्कड़ भी है।
मैं तो अपनी सास के साथ जैकब का लण्ड चूसने में मगन थी। थोड़ी देर में सास ने शन्नो से थामस का लण्ड ले लिया। तब शन्नो मेरे पास आ गयी और मेरे साथ जैकब का लौड़ा चूसने लगी। मैं कभी नन्द के मुँह में लौड़ा घुसेड़ देती कभी वह लौड़ा मेरे मुंह में घुसेड़ देती। हम दोनों मिलकर जैकब के लण्ड का पूरा मज़ा ले रही थीं। तभी मुझे मजाक सूझा तो मैंने कहा - सासू जी, अब मैं तेरी बिटिया की बुर चोदूँगी ? इसकी बुर में लौड़ा ठोंकूंगी। यह सुनकर सास ने कहा - तो मैं तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा चोदूँगी, बहू। इतने में नन्द भी बोल पड़ी अम्मी - आज मैं तेरी बहू की बुर चोद डालूंगी। इसकी बुर चोदी बुर बहुत ही गरम हो गयी है। इसी में जैकब का लौड़ा घसेड दूँगी। सास को भी मजाक सूझा तो वह बोली - बेटी शन्नो, तेरी माँ का भोसड़ा। तेरी भाभी की नन्द की चूत ? तेरी माँ की बहू की बुर ? मैं भी सबकी बुर चोदूँगी बहन चोद। मैं अभी तुम लोगों से ज्यादा जवान हूँ।
इससे पहले की मैं जैकब का लण्ड शन्नो की चूत में पेलती उसने खुद उसका लौड़ा मेरी चूत मे पेल दिया। लण्ड मेरी चूत में घुसा तो मज़ा आया और मैं भी मस्ती से चुदवाने लगी। शन्नो जैकब के पेल्हड़ सहलाने लगी। इतने में मैंने देखा की सास ने थामस का लौड़ा शन्नो की बुर में घुसा दिया। वह बोली बहू अगर तेरी बुर चुदेगी तो फिर तेरी नन्द की भी बुर चुदेगी। सास एक हाथ से थामस के पेल्हड़ और दूसरे हाथ से जैकब के पेल्हड़ सहलाने लगी। जैकब उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा और थामस उसकी चूँचियाँ पर। सास बीच बीच में लण्ड मेरी चूत से निकाल कर चाट लेती और कभी अपनी बिटिया की बुर से लण्ड निकाल कर चाटने लगती। मैंने देखा की सच में हम दोनों से ज्यादा मज़ा तो सास ले रही थी। थोड़ी देर तक मैं मस्ती से चुदवाती रही। मुझे लगा की मैं जल्दी ही खलास हो जाऊंगी। उधर शन्नू को भी ऐसा ही आभाष हो रहा था। इसी बीच मैंने लण्ड अपनी चूत से निकाल कर सास के भोसड़ा में पेल दिया।
मैंने कहा - अब मैं अपनी सास का भोसड़ा चोदूँगी। मैं नंगी नंगी जैकब की पीठ पर चढ़ गयी और उसके साथ ऊपर नीचे होकर मैं सास का भोसड़ा चोदने लगी। शन्नो अब थामस से पीछे से चुदवाने लगी। उसे कुतिया की तरह चुदवाने का मज़ा आने लगा। कमरे में चुदाई की आवाज़ गूँज रही थी और मुझे यह आवाज़ बहुत अच्छी लगती है। थोड़ी देर में मैं नीचे उतरी और शन्नो की चूँचियाँ मसलने लगी। शन्नो बोली भाभी जान आज मुझे चुदवाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है। पहले हम दो ही एक साथ चुदवाती थीं। अब तुम आ गयी हो इसलिए अब हम तीन हो गयी हैं और तीनो की एक साथ चुदाई सच में बड़ा मज़ा दे रही है। इतने में जैकब बोला मैं निकलने वाला हूँ। फिर क्या मैं उसका लौड़ा पकड़ कर सड़का मारने लगी। मैंने देखा की सास भी थामस के लण्ड का मुठ्ठ मार रही है। हम तीनो ने लण्ड के सामने अपने मुंह खोल दिए। बस एक मिनट में ही दोनों लण्ड ने उगलना शुरू कर दिया वीर्य जिसे हम तीनो ने बड़ी मस्ती से पिया और फिर लण्ड का सुपाड़ा बड़े मजे से चाटा साथ में दोनों लोगों के पेल्हड़ भी।
एक दिन अचानक मेरा जीजू अल्ताफ़ आ गया। उसके आने से मैं बहुत खुश हो गयी और उससे बातें करने लगी। मैंने उसे अपनी सास और नन्द दोनों से मिलवाया तो वो दोनों भी खुश हुईं। अंदर आकर मेरी सास बोली बहू तेरा जीजू तो भोसड़ी का बड़ा जवान लड़का है। इसका लौड़ा देखने का मन हो रहा है बहू। मैंने कहा रात को मैं इसका लौड़ा तुम्हे जरूर पकड़ा दूँगी सासू जी। इतने में शन्नो आ गई। उसके साथ एक लड़का था। वह बोली भाभी जान लो इससे मिलो ये है अरब मेरा देवर। मैंने कहा वाओ, तेरा देवर तो बड़ा हैंडसम और स्मार्ट है। वह बोली हाय दईया क्या तेरा दिल आ गया है इस पर। मैंने कहा क्यों नहीं ? जवान लड़का देख कर मेरे अंदर की रंडी ससुरी जग जाती है यार। वह हंसने लगी। उसके बाद हम सब एक साथ एक कमरे में बैठ गए और बातें होने लगीं। धीरे धीरे शाम से रात होती जा रही थी। तभी अचानक डोर बेल बज उठी। शन्नो ने उठ कर दरवाजा खोला तो देखा की उसका खालू सामने खड़ा है। वह बोली हाय खालू जान ? तुम इस समय ? उसने कहा अरे शन्नो मैं दो घंटे पहले आ जाता पर क्या करूं ट्रेन लेट हो गयी। शन्नो बोली ठीक है अंदर आईये न। वह अपने खालू के साथ हमारे सामने आ गयी।
शन्नो तब तक स्कॉच लेकर आ गयी और बोली आज तो सबको थोड़ी थोड़ी शराब पीनी पड़ेगी। माहौल में गर्मी आ गयी। हम सब शराब के साथ खुल कर बातें करने लगे। मैंने देखा की शन्नो और उसकी माँ दोनों खालू को देख कर बहुत ज्यादा ही खुश थीं। मैंने शन्नो के कान में कहा तू अपने खालू का लण्ड पहचानती है शन्नो ? उसने मुस्कराकर हां कह दी। मैंने फिर पूंछा और तेरी अम्मी भी पहचानती है। वह हंस कर बोली हां हां भाभी जान तुम तो जानती हो की मेरी अम्मी कैसी है और फिर मेरा खालू मेरी अम्मी का जीजू है और जीजू के लण्ड पर साली का हक़ तो होता ही है। थोड़ा थोड़ा नशा सबको होने लगा था मैं भी बहुत बेशर्म हो गयी थी। मैंने अपने जीजू के लण्ड पर अपना हाथ रखा जिसे सबने देखा। फिर मैंने उसके पैजामे में हाथ घुसेड़ दिया। मैंने लण्ड निकाला और उसे अपनी नन्द को पकड़ा दिया। शन्नो बोली हाय दईया बड़ा मोटा है तेरे जीजू का लण्ड भाभी। उसने लण्ड की चुम्मी ली और उसे पकड़ कर चारों तरफ से देखने लगी। शन्नो ने भी बेशर्मी दिखाई और अपने देवर का अपनी अम्मी को पकड़ा दिया। मेरी सास अपनी बेटी के देवर का लण्ड
मैं शन्नो के खालू असलम का लण्ड चूसने लगी, मेरी नन्द मेरा जीजू का लण्ड चूसने लगी और मेरी सास अपनी बेटी के देवर का लण्ड ? मेरी सास ने उससे पूंछा - बेटा, अरब तुम अपनी भाभी की बुर लेते हो ? उसने जबाब दिया - हां आंटी, मैं अपनी भाभी की बुर लेता हूँ और वह भी बड़ी मस्ती से अपनी बुर मुझे देतीं हैं।
सास ने फिर पूंछा - बेटा तेरी बीवी की बुर कौन लेता है ?
वह बोला - मैं तो लेता नहीं आंटी, मेरे दोस्त लेते होंगें मेरी बीवी की बुर ?
यह सुनकर सब लोग हंस पड़े।
सास ने फिर कहा - बेटा, तूने अपनी भाभी की बुर चोदी है अब तू उसकी माँ का भोसड़ा चोद ले ? ऐसा कह कर सास ने अरब का लण्ड अपने भोसड़ा में घुसेड़ लिया और चुदवाने लगी। उसे देख कर मैं भी शन्नो के खालू से चुदवाने लगी और मेरी नन्द मेरे जीजू से चुदवाने लगी। यह पहला मौक़ा था जबकि हम तीनो की चूत एक ही समय एक साथ चुद रही थी। यह चुदाई हम लोगों की यादगार बन गयी। चुदाई में जब तक गली गलौज न हो तब तक मज़ा नहीं आता।
मेरी सास बोली - मैंने कहा था न की मैं तेरी सास का भोसड़ा चोदूँगी। देख मेरी भोसड़ी की बहू तेरी सास का भोसड़ा कितनी मस्ती से चुद रहा है।
नन्द ने कहा - भाभी जान मैंने कहा था की मैं किसी दिन तेरी सास की बिटिया की बुर चोदूँगी। तो देखो न अब मैं कैसे तेरी सास की बेटी की बुर चोद रही हूँ। मैंने कहा - अरे सासू जी,मैंने भी वडा किया है की मैं एक दिन तेरी बेटी की भाभी का भोसड़ा चोदूँगी। तो आज मैं वही चोद रही हूँ। और नन्द रानी तेरी माँ की बहू की बुर ? आज तुझे मालूम हो गया न की तेरी माँ की बहू की बुर कितनी आवारा हो चुकी है। इन सब बातों से चुदाई की स्पीड और बढ़ गयी।
सास - बेटी, तेरी भाभी की नन्द की चूत
नन्द बोली - अम्मी, तेरी बहू की सास का भोसड़ा
मैंने कहा - सासू जी, तेरी बेटी की माँ की चूत
इस तरह यह चुदाई रात भर चलती रही और दूसरे दिन भी....
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