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चाची की सलवार बहुत टाइट थी - Chachi ki salvar bahut taait thi
चाची की सलवार बहुत टाइट थी चुदाई फिर भी करने के लिए चोदा - Chachi ki salvar bahut taait thi , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
आज एक नई सच्ची चुदाई की घटना के बारे मे लिख रहा हूं । मुझे विश्वास है कि चुदाई की इस सच्ची घटना को पढकर लडके मुठ मारने लगेंगे और लडकियां अपनी चूत में उं गली डालेंगी। आज मैं आपको मेरी व विधवा चाची की चुदाई के बारे में बता रहा हूं। मेरे घर के पडोस में रहने वाली चाची चार साल पहले विधवा हुई थी। तब से उनका जीवन तनहाई में गुजर रहा था। लेकिन मैंने उसकी चूत को चोदकर उन्हें लंड का सुख दिया। उसका नाम कुसुम है। वो एकदम गोरी है और पतली है। बूब्स भी बडे हैं।
मेरा मन उस अकेली विधवा चाची को देखकर चोदने को करता था। वो मुझसे अपनी परेशानी बताती थी क्योंकि मैं उनकी बहुत हेल्प करता था। जब भी उसकी चूत की याद आती तो मैं मुठ मारकर शांत हो जाता था लेकिन जो मजा चूत चोदने मैं है वो मुठ मारने में नही। चाची की उम्र 28 साल है मैं उसे चोदना चाहता था इसलिए कई बार मैं जानबूझकर उसके बूब्स को टच करने का बहाना ढूंढता था। वो कुछ नहीं कहती थीं।
मैं उनकी इच्छा समझ गया था कि इनकी चूत लंड की प्यासी है और मैंने उनकी इस इच्छा को पूरा किया। दोस्तो वो बेचारी कभी भी अपने पति से लंड का सुख नहीं ले सकी इसलिए मैंने उसे एक पति की तरह बहुत ही प्यार से और खूब मजे देकर चोदा। अब वो जब भी चुदने की इच्छा करती है तो मैं उसे जरुर चोदता हूं। अब मैं आपको बताता हूं कि मैंने उन्हें कहां और कैसे चोदा। एक दिन वो हमारे घर पर आई तो मैंने उनका स्वागत किया और बोला आइये चाची जी। फिर उनके लिए चाय पानी का इंतजाम किया। उनको देखकर मेरा लंड कडक हो गया। फिर मैं उनके नजदीक गया और उनके शरीर को टच करने लगा। वो बहुत ही शर्मा रही थी। तो मैंने उनसे कहा कि आप शर्माओ मत ।
मैं उनसे सेक्स की बातें करने लगा। वो बोली कि मुझे तो कभी चुदाई का सुख नहीं मिला तो मैंने कहा कि आप चिंता मत करो मैं आपको आज अपने लंड से चोदकर चुदाई का सुख जरूर दूंगा। वो बोली अगर किसी को पता चला तो मैंने कहा कि किसी को पता नहीं चलेगा। मैंने पूछा कि आज तक आप अपनी चूत कैसें शांत करती थीं। तो उन्होनें कहा कि मैं चूत में उंगली करती थी लेकिन उससे मर्द चोदे वैसा सुख नहीं मिला। अब मैं उनको चोदने के लिए तैयार कर रहा था। सबसे पहले मैं चाची के कमीज उतारने लगा और फिर सलवार उतारी। सलवार बहुत ही टाइट थी।
अब चाची मेरे सामने केवल चड्डी और ब्रा में थी। फिर मैंने अपने पूरे कपडे उतार दिए और चाची की ब्रा और चड्डी भी उतार दी। मेरे सामने अब एकदम एक नंगा तराशा हुआ कोमल बदन था। उसको देखते ही मेरे शरीर की उत्तेजना बहुत बढ गई । वो एकदम गोरे बदन वाली थी और उस पर दो बूब्स और बूब्स पर काले निप्पल थे। उसकी चूत पर छोटे छोटे बाल थे। मैं उसके बूब्स मुंह में लेकर चूस रहा था। फिर उसने कहा कि चलो बिस्तर पर लेटकर करते हैं । मैं उसे उठाकर बिस्तर पर ले आया और फिर शुरू हुआ चुम्मा चाटी का खेल । उनका बदन बहुत ही नाजुक था। मैं अब उसको बिस्तर पर लेटाकर बूब्स चूस रहा था। वो सिसकारी भर रही थी। सीईईई सीईई ।
फिर मैं उसके पूरे बदन को चाटने लगा। उसके बदन की खुश्बू मुझे मदहोश कर रही थी। उसकी चूत को मैं चाटने लगा और फिर चूसने लगा। चूत एकदम रसीली थी लेकिन थोडी बास मार रही थी इसलिए मैंने चूत में थोडा शहद डालकर चूत को चाटा। अब वो भी मेरा लौडा चूसने लगी। मेरा सात इंच मोटा लौडा उसके मुंह में नहीं जा रहा था। तो वो आधा ही चूस रही थी। अब मै दुबारा उसके बूब्स दबाने लगा वो अब उत्तेजित हो रही थी ।
उसकी चूत बहुत गीली हो गई थी। और मेरे लंड भी अम्ल रत हो गया था। अब मैं उसकी चूत के छेद पर उंगली रखकर छेद को चोडा करने लगा। वो सिहर रही थी और चुदने के लिए बेताब हो रही थी । फिर मैंनें सरसों के तेल से उसकी चूत और बूब्स को भिगो दिय और अपने लौडे पर भी लगा दिया।अब मुझसे भी रहा नहीं गया और मैं मिशनरी पोजिशन में उसके ऊपर आकर अपना लंड उसकी चूत के छेद पर लगा दिया ।
उसकी चूत थोडी ढीली थी इसलिए मेरा लंड पहले झटके में आधा उसकी चूत में समा गया वो चीखने लगी उई मां मररर गई लेकिन मैंने अपने होंठों से उसका मुंह बंद कर दिया और उसे चोदने लगा। फिर मैंने बहुत तेज झटके के साथ चाची की चूत में लंड डाला और मेरा पूरा लौडा उनकी चूत में समा गया । चूत से खून निकल रहा था और उसकी आंखों से आंसू। अब मैं पूरे जोश के साथ उसे चोद रहा था। मैंने उसे बहुत ही टाइट जकड रखा था जिससे कि वो ज्यादा हिले डुले नहीं।
मेरा लंड फच्च फच्च फच्च करके उसकी चूत में अंदर बाहर जा रहा था। उसे भी मजा आने लगा। वो भी अब आह आह उई उइ उई और चोदो मेरे राजा जैसी आवाजें निकाल रही थीं। पूरा कमरा चुदाई कि आवाज से गूंज रहा था। मैं करीब बीस मिनट तक चाची को चोदता रहा इस समय में वो पांच बार झड चुकी थी। उसकी चूत पानी छोड रही थी।
मुझे उसकी चूत को पेलने में बहुत मजा आ रहा था उसे भी लंड से चुदने का सुख मिल गया था। मेरा लंड उसकी बच्चेदानी के मुंह पर प्रहार कर रहा था । लेकिन जब मैं झडने वाला था तो मैंने पूछा कि इसे कहां डालूं तो वो बोली चूत में डाल दो । मैंने कहा कि अगर तुम गर्भवती हुई तो । वो बोली कि मैं पिल्स खा लुंगी। फिर मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में निकाल दिया। और हम दोनों निढाल हो गये।
काफी देर तक हुई इस चुदाई में दोनों को मजा आया और मैंने एक विधवा को लंड का सुख दिया । फिर हम दोनों बाथरूम में नहाकर लंड और चूत का खून साफ किया। फिर वो कपडे पहन कर चली गई अब तक मैं उसे कई बार चोद चुका हूं । उसे भी मेरे लौडे का सुख मिलता रहता है और उसकी चूत शांत होती है। वो अब मेरे लंड की गुलाम है। मेरा जब भी मन करता है तो मैं उसे चोदने के लिए बुला लेता हूं । इस तरह मैंने एक विधवा को लंड का सुख दिया |
आज एक नई सच्ची चुदाई की घटना के बारे मे लिख रहा हूं । मुझे विश्वास है कि चुदाई की इस सच्ची घटना को पढकर लडके मुठ मारने लगेंगे और लडकियां अपनी चूत में उं गली डालेंगी। आज मैं आपको मेरी व विधवा चाची की चुदाई के बारे में बता रहा हूं। मेरे घर के पडोस में रहने वाली चाची चार साल पहले विधवा हुई थी। तब से उनका जीवन तनहाई में गुजर रहा था। लेकिन मैंने उसकी चूत को चोदकर उन्हें लंड का सुख दिया। उसका नाम कुसुम है। वो एकदम गोरी है और पतली है। बूब्स भी बडे हैं।
मेरा मन उस अकेली विधवा चाची को देखकर चोदने को करता था। वो मुझसे अपनी परेशानी बताती थी क्योंकि मैं उनकी बहुत हेल्प करता था। जब भी उसकी चूत की याद आती तो मैं मुठ मारकर शांत हो जाता था लेकिन जो मजा चूत चोदने मैं है वो मुठ मारने में नही। चाची की उम्र 28 साल है मैं उसे चोदना चाहता था इसलिए कई बार मैं जानबूझकर उसके बूब्स को टच करने का बहाना ढूंढता था। वो कुछ नहीं कहती थीं।
मैं उनकी इच्छा समझ गया था कि इनकी चूत लंड की प्यासी है और मैंने उनकी इस इच्छा को पूरा किया। दोस्तो वो बेचारी कभी भी अपने पति से लंड का सुख नहीं ले सकी इसलिए मैंने उसे एक पति की तरह बहुत ही प्यार से और खूब मजे देकर चोदा। अब वो जब भी चुदने की इच्छा करती है तो मैं उसे जरुर चोदता हूं। अब मैं आपको बताता हूं कि मैंने उन्हें कहां और कैसे चोदा। एक दिन वो हमारे घर पर आई तो मैंने उनका स्वागत किया और बोला आइये चाची जी। फिर उनके लिए चाय पानी का इंतजाम किया। उनको देखकर मेरा लंड कडक हो गया। फिर मैं उनके नजदीक गया और उनके शरीर को टच करने लगा। वो बहुत ही शर्मा रही थी। तो मैंने उनसे कहा कि आप शर्माओ मत ।
मैं उनसे सेक्स की बातें करने लगा। वो बोली कि मुझे तो कभी चुदाई का सुख नहीं मिला तो मैंने कहा कि आप चिंता मत करो मैं आपको आज अपने लंड से चोदकर चुदाई का सुख जरूर दूंगा। वो बोली अगर किसी को पता चला तो मैंने कहा कि किसी को पता नहीं चलेगा। मैंने पूछा कि आज तक आप अपनी चूत कैसें शांत करती थीं। तो उन्होनें कहा कि मैं चूत में उंगली करती थी लेकिन उससे मर्द चोदे वैसा सुख नहीं मिला। अब मैं उनको चोदने के लिए तैयार कर रहा था। सबसे पहले मैं चाची के कमीज उतारने लगा और फिर सलवार उतारी। सलवार बहुत ही टाइट थी।
अब चाची मेरे सामने केवल चड्डी और ब्रा में थी। फिर मैंने अपने पूरे कपडे उतार दिए और चाची की ब्रा और चड्डी भी उतार दी। मेरे सामने अब एकदम एक नंगा तराशा हुआ कोमल बदन था। उसको देखते ही मेरे शरीर की उत्तेजना बहुत बढ गई । वो एकदम गोरे बदन वाली थी और उस पर दो बूब्स और बूब्स पर काले निप्पल थे। उसकी चूत पर छोटे छोटे बाल थे। मैं उसके बूब्स मुंह में लेकर चूस रहा था। फिर उसने कहा कि चलो बिस्तर पर लेटकर करते हैं । मैं उसे उठाकर बिस्तर पर ले आया और फिर शुरू हुआ चुम्मा चाटी का खेल । उनका बदन बहुत ही नाजुक था। मैं अब उसको बिस्तर पर लेटाकर बूब्स चूस रहा था। वो सिसकारी भर रही थी। सीईईई सीईई ।
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मेरा लंड फच्च फच्च फच्च करके उसकी चूत में अंदर बाहर जा रहा था। उसे भी मजा आने लगा। वो भी अब आह आह उई उइ उई और चोदो मेरे राजा जैसी आवाजें निकाल रही थीं। पूरा कमरा चुदाई कि आवाज से गूंज रहा था। मैं करीब बीस मिनट तक चाची को चोदता रहा इस समय में वो पांच बार झड चुकी थी। उसकी चूत पानी छोड रही थी।
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