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कॉकरोच ने आंटी की चूत दिलाई - Kokroch ke karan Aunty ki chudai
कॉकरोच ने आंटी की चूत दिलाई , मजेदार चुदाई , पटककर चोदा , Kokroch ke karan Aunty ki chudai , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
हैलो दोस्तों, मेरा नाम विक्की है, में सूरत गुजरात का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 25 साल है, औसत बॉडी, अच्छा लग रहा है, में बहुत अच्छा सेक्स करता है और किसी भी महिला को अच्छी तरह से संतुष्ट कर सकते हैं। यह बात 3 महीने पहले की है जब शनिवार का दिन है, मेरा ऑफिस में हाफ़-डे होता है तो मुझे लगता है कि आज अपने अंक के बारे में पता होना चाहिए, जो कई टाइम्स से बीमार हैं। तो में ऑफिस से निकलकर अपने अंकल का घर चला गया और वहां पहुंचे, तो अंकल कहीं बाहर जा रहा था फिर थोड़ी देर बाते करने के बाद अंकल के बेटे के साथ डॉक्टर के पास जाने के लिए निकल गए, लेकिन आंटी नहीं गयी। अब में आप के बारे में आंटी के बारे में बताओ
आंटी की आयु 39 साल है, उनका नाम मनीषा है, उनका फिगर बहुत मस्त है में उनको जब भी देखता था तो मुझे एक अजीब सी फिलिंग होता था। अब अंकल के जाने के बाद आंटी घर पर अकेली थी अब मेरा तो मन था कि अभी अपना रप कर दूँ, लेकिन क्या करूँ? में ऐसा नहीं किया जा सकता है फिर मैं अपना आप पर कंट्रोल किया और थोड़ी देर से बैठा रहा और फिर जाने के लिए उठा, तो आंटी बोलने लगी कि बैठ ना बेटा, कहाँ जा रहा है? में अकेली बोर हो जोंगी
तभी मुझे मुंह से अचानक निकल गया कि क्या बैठे बैठकर क्या फायदा? कुछ हद तक तो नहीं है, जो मुझे चाहिए तो आंटी थोड़ी शॉक हो गया और बोली क्या बोलना? तो मुझे कहा कि कुछ नहीं, बैठकर क्या करूँगा? अब चलें हूँ तो वो बोली कि मेरा लंच करना बाकी है, तो तू भी लंच करके जा तो बहुत ज्यादा कहने के बाद मैंने कहा कि ठीक है और सोचा कि शायद यह एक चोडने का कोई मौका मिल जाए। फिर में टी वी देख रहा है और वह रोटी बनाने के लिए और बीच में बीच में बातें कर रही है, लेकिन अब मेरे दिमाग तो कहीं और चल रहा है, कैसे यह अपनी बस में करूँ? अब वो रसोई में खड़ी होकर रोटी बना रही है।
फिर पता नहीं अचानक से हुआ क्या? वो चिल्ला उठी, तब में बिल्कुल भी घबरा गया और रसोई में गया तो मैंने देखा कि वह अपनी सड़ी को उठाकर उछल रहा था। अब में उसकी मस्त चिकनी टाँग देखकर तो पागल ही हो गया और पूछने लगा कि क्या हुआ आंटी? तो वो बोली कि अरे बेटा लग रहा है अंदर कॉकरोच चला गया है और अब वो जोर-जोर से अपनी साड़ी को हिला रहा था, लेकिन कौरोच बाहर निकल गई थी। फिर मैं ने कहा कि आंटी आप अंदर कमरे में जाकर अपनी साड़ी उतारकर उसको निकाल दो तो फिर वह भागती हुई अपने बेडरूम में चली गई। फिर में धीरे धीरे उसके पीछे हो गया शायद कोई दृश्य देखने के लिए मिल गया और किस्मत से वह दरवाजा भी अंदर से बंद नहीं किया गया था और दरवाजा थोड़ा खुला था। फिर मैंने देखा तो उसने अपनी सड़ी निकाली फेंक दी थी और अपनी पेटीकोट भी निकाल दिया था और वो कोकरोच आराम से उनकी पेंटी की ऊपर था। तो वह उसको हटाए जाने की कोशिश करता है तो वह उड़कर उनके चेहरे पर आए, तो वह और जोर से चिल्ललाई और मुझे बुलाने लगी।
अब में बाहर ही खड़ा था तो में झट से अंदर गया तो उसे देखकर मेरा तो लंड बिल्कुल खड़ा हो गया। अब वो सिर्फ ब्लॉज और पेंटी में था अब उसको कुछ होश नहीं है और वह मुझसे कहने लगे कि बेटा इसको हटवा। तो मैं उनका पेटीकोट उठा और उस कॉकरोच को लेकर उसमें बाल्कनी से बाहर फेंक दिया। फिर में अंदर आया तो मेरी आँखें उनके मस्त टांगो पर ही गिर गई, उनकी तांगे बिल्कुल चिकनी थी, शायद वे अब अभी वैक्स करवाया हो अब में ऐसे देख रहे थे तो वह बिल्कुल सारा मिला और मेरे हाथ से अपना पेटीकोट लेकर बोली कि तुम जाओगे, में आ रही है। लेकिन अब इतना कुछ देखने के बाद में कहाँ जाने वाला था? तो में वह वहां खड़ा था तो वो फिर गुस्से में बोली कि चलो वािक्की बाहर जाओ, क्या बाशर्माो की तरह खड़े हो? तो तुमने मेरे मुंह से निकल गए आंटी को आप इस स्थिति में देख कर बाहर जाने की सोच नहीं रहे।
उसने मेरे मुंह पर एक थप्पड़ लगा दिया, तो मुझको पूरी तरह से गुस्सा आ गया, तो मैंने पूरी तरह से उसको अपनी बाँहों में ज़कड़ लिया और उठने पर बिस्तर पर फेंक दिया। अब वह एकदम से डर सी गयी और वहां से भागने लगे तो में उसके ऊपर लेट गए और वो चिल्लाए लगी। अब में बिल्कुल डरेगा कि अगर यह चिल्ललाई तो बेटा तू मर गया तो मैं झट से अपनी जेब में से बाहर निकलना और उसके मुंह में डाल दिया और उसकी मुंह बंद कर दिया। फिर वो अपना हाथ पैर मारने लगी तो मुझको फिर से गुस्सा आया .. अब उसकी साड़ी वही बेड पर पड़ी थी, तो मैं जोर से उसके हाथों को पलंग के साथ बांध दिया। अब उसे पास और कोई चारा नहीं बचा है, अब उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे फिर मैं ने कहा कि साली इतने दिन से तुमको देखकर मुठ मार रहा था, आज तू नहीं बचनेवाला। अब उसका पेटीकोट तो पहले से निकला हुआ था, तो वह नीचे गया और उसकी टांगो पर अपनी जीभ घूमने लगा और उसके पैरों पर किसने लगा और धीरे धीरे उसके पैरों पर किसने क्या किया-उसके पेंटी तक आए और एक ही झटके में उसकी पेंटी निकाली गई
अब वह अपने पैरो को जोर-जोर से हिलाने लगी हुई है। फिर मैं अपने दोनों हाथों से उसके दोनों पैर पकड़ और उसको पूरी तरह से फैला दिया। फिर मैने उसे चूत पर अपना मुंह रखा और उसकी चूत को चाट लगा, क्या मस्त टेस्ट है? अब में जैसे ही उसकी चूत को चाट रहा था, तो वह भी थोड़ी गरम हो गई और उसने अपना पैर हिलाना बंद कर दिया था शायद अब उसको भी मज़ा आ रहा है। अब में उसकी चूत को जोर से जोर से चूटना लगा और अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दिया था
अब ऐसा करने वाले ही एकदम उछल पड़ी जैसा किसी ने करंट लगा दिया था, लेकिन मैं उसकी चूत को चटना चालू रखा और अपनी बीच की उँगली में उसकी चूची डाल दी और जोर से जोर से उसकी चूत को अपनी उंगली से फूंक लगा और साथ में अपने एक हाथ से उसके ब्लाउज के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा। मैं अपना मुंह उसकी चूत पर से हटाया और उसके तरफ देखा, तो उसकी आँखों में देखकर मुझे ऐसा लग रहा था कि अब यह चुदवाए बिना कहीं जाना है। फिर मुझे उससे पूछा कि हाथ खोल दूँ, भगेगी तो नहीं? तो वह अपना सिर नहीं में हिलाया तो मैं उसके हाथ और मुंह खोल दिया तो उसकी मुंह खोलने ही वह बोली पड़ी कि साले रुक क्यों गई? मैक चोद, आज तो जिंदगी का असली मज़ा आ रहा है अब में बिल्कुल अरामन हो गया था क्या यह हुआ क्या? फिर उसने झट से अपना ब्लॉज खोल दिया और अपनी ब्रा भी निकाल दी।
फिर जैसे ही उसने अपना ब्रा निकाला, तो उसके बूब्स पर टूट गया और जोर से जोर से दबाने लगे और नीपल्स चूने लगा और अब मेरा एक हाथ उसकी चूत पर घूम रहा था। अब वह इतना गर्म हो गया है कि उसकी कमर जोर से जोर से हिला रही है। फिर वह अचानक से उठे और बोली कि अब तू मुझे नहीं रोक सकता, अब तू लेट जा, तो में अपनी कमर की बल बेड पर लेट गया। फिर उसने मेरी शर्ट के बटन खोल दिए और मेरी पेंट भी निकाल दी और जैसे ही मेरा अंडरवेयर निकाला। वह पूरी तरह से शॉक हो गया और बोलने के लिए कि यह क्या है इतना बड़ा? तो में बोला गया है कि अंकल का नहीं है क्या? तो वो बोली है कि सही है, लेकिन इतने बड़ा नहीं है और पिछले 3 साल से तो उसने मुझे भी कुछ नहीं किया है। अब मैं समझता हूं कि यह भूकती शेरनी है, वैसे में बता दूँ मेरा लंड 9 इंच लम्बा और 3 इंच मोटी है। फिर उसने मेरे लंड को अपना मुंह लिया और एक आइसक्रीम की तरह चूसा लगा लिया। अब मुझे बहुत आनन्द आ रहा था, मैं सोचा था कि उसका रप करूँगा, लेकिन यह मेरे पास खुद ही आएगा।
फिर वो 69 पॉज़िशन में आए, अब वो मेरी लंड को चूसा और वहां उसकी चूत चाट हो रही है। फिर मैं उसकी चूत को चाटते-चटटे में उसकी गांड में अपनी एक उंगली डाल दी, तो बिल्कुल से उछल पड़ी। फिर थोड़ी देर तक सक्कार करने के बाद वह खड़ी हुई और मेरे ऊपर आ गया, तो मैंने कहा कि अरे आंटी कंडोम बिना कुछ हो तो? वो बोली कि साले एक तो अब मुझे आंटी मत बोल मुझे मेरे नाम से बुला और दूसरा बात नहीं तो मानती है और मेरा हाथ नहीं खोलता है, तो क्या मुझे कंडोम के बिना नहीं चोडता? और इतना बोलते ही वह मेरे ऊपर बैठ गए और जोर से जोर से हिलने लगे। अब वह इतनी तेज़ हिल रहा था कि मैं नहीं बता सकता, सही में औरत में मर्दो से अधिक सेक्स होता है, वो आज मुझे देख लिया था। फिर 20 मिनट वे ऊपर ऊपर चढ़ाई कर रहे थे, अब इस बीच में वे बार बार झड़ चुकी थी। अब में भी झड़ने ही वाला था तो में बोला बोला कि मनीषा में आ रहा हूँ। फिर उसने कुछ नहीं सुना और तेज़ी हिलती रही और फिर मैंने उसकी चूत में एक लंबी धार छोड़ दिया।
अब हम दोनों बुरी तरह से थक गए थे, लेकिन हमारे पास आराम करने का समय नहीं है, क्योंकि अंकल कभी भी आते हैं इसलिए हम फटाफट से अपनी-अपनी कपड़े पहने और लिविंग रूम में बैठ गए, लेकिन अब उसके चेहरे पर जो स्माइल था, वो देखकर ऐसा लग रहा था कि वह पूरी तरह से सैटिस्फाइड है। अब में कुछ बोलते उसे पहले बोलने के बाद कि विक्की आज बहुत जल्दी हो, 1-2 दिन में तेरे अंकल और मेरा बेटा बाहर जाने वाला है, तो फिर तुमको फोन करूँगी और फिर हम दोनों रात भर मज़े करेंगे, तू आ जाओ। तो मैंने कहा कि ठीक है और वो फिर से खाना बनाने चली गयी |
हैलो दोस्तों, मेरा नाम विक्की है, में सूरत गुजरात का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 25 साल है, औसत बॉडी, अच्छा लग रहा है, में बहुत अच्छा सेक्स करता है और किसी भी महिला को अच्छी तरह से संतुष्ट कर सकते हैं। यह बात 3 महीने पहले की है जब शनिवार का दिन है, मेरा ऑफिस में हाफ़-डे होता है तो मुझे लगता है कि आज अपने अंक के बारे में पता होना चाहिए, जो कई टाइम्स से बीमार हैं। तो में ऑफिस से निकलकर अपने अंकल का घर चला गया और वहां पहुंचे, तो अंकल कहीं बाहर जा रहा था फिर थोड़ी देर बाते करने के बाद अंकल के बेटे के साथ डॉक्टर के पास जाने के लिए निकल गए, लेकिन आंटी नहीं गयी। अब में आप के बारे में आंटी के बारे में बताओ
आंटी की आयु 39 साल है, उनका नाम मनीषा है, उनका फिगर बहुत मस्त है में उनको जब भी देखता था तो मुझे एक अजीब सी फिलिंग होता था। अब अंकल के जाने के बाद आंटी घर पर अकेली थी अब मेरा तो मन था कि अभी अपना रप कर दूँ, लेकिन क्या करूँ? में ऐसा नहीं किया जा सकता है फिर मैं अपना आप पर कंट्रोल किया और थोड़ी देर से बैठा रहा और फिर जाने के लिए उठा, तो आंटी बोलने लगी कि बैठ ना बेटा, कहाँ जा रहा है? में अकेली बोर हो जोंगी
तभी मुझे मुंह से अचानक निकल गया कि क्या बैठे बैठकर क्या फायदा? कुछ हद तक तो नहीं है, जो मुझे चाहिए तो आंटी थोड़ी शॉक हो गया और बोली क्या बोलना? तो मुझे कहा कि कुछ नहीं, बैठकर क्या करूँगा? अब चलें हूँ तो वो बोली कि मेरा लंच करना बाकी है, तो तू भी लंच करके जा तो बहुत ज्यादा कहने के बाद मैंने कहा कि ठीक है और सोचा कि शायद यह एक चोडने का कोई मौका मिल जाए। फिर में टी वी देख रहा है और वह रोटी बनाने के लिए और बीच में बीच में बातें कर रही है, लेकिन अब मेरे दिमाग तो कहीं और चल रहा है, कैसे यह अपनी बस में करूँ? अब वो रसोई में खड़ी होकर रोटी बना रही है।
फिर पता नहीं अचानक से हुआ क्या? वो चिल्ला उठी, तब में बिल्कुल भी घबरा गया और रसोई में गया तो मैंने देखा कि वह अपनी सड़ी को उठाकर उछल रहा था। अब में उसकी मस्त चिकनी टाँग देखकर तो पागल ही हो गया और पूछने लगा कि क्या हुआ आंटी? तो वो बोली कि अरे बेटा लग रहा है अंदर कॉकरोच चला गया है और अब वो जोर-जोर से अपनी साड़ी को हिला रहा था, लेकिन कौरोच बाहर निकल गई थी। फिर मैं ने कहा कि आंटी आप अंदर कमरे में जाकर अपनी साड़ी उतारकर उसको निकाल दो तो फिर वह भागती हुई अपने बेडरूम में चली गई। फिर में धीरे धीरे उसके पीछे हो गया शायद कोई दृश्य देखने के लिए मिल गया और किस्मत से वह दरवाजा भी अंदर से बंद नहीं किया गया था और दरवाजा थोड़ा खुला था। फिर मैंने देखा तो उसने अपनी सड़ी निकाली फेंक दी थी और अपनी पेटीकोट भी निकाल दिया था और वो कोकरोच आराम से उनकी पेंटी की ऊपर था। तो वह उसको हटाए जाने की कोशिश करता है तो वह उड़कर उनके चेहरे पर आए, तो वह और जोर से चिल्ललाई और मुझे बुलाने लगी।
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