Home
» Desi Chut Gand Chudai Ki Kahaniyan देसी चूत गांड चुदाई की कहानियां Hindi Short Stories For Adults
» इसे चोदने में जो सुख है कहीं और नहीं मिल सकता - Ise chodne me jo majaa hai aur kahin nahi
इसे चोदने में जो सुख है कहीं और नहीं मिल सकता - Ise chodne me jo majaa hai aur kahin nahi
इसे चोदने में जो सुख है कहीं और नहीं मिल सकता - Ise chodne me jo majaa hai aur kahin nahi , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
जी हां इस क्लब की यही तो खूबसूरती है। यहाँ पर २० / २२ कपल्स इकठ्ठा होतें हैं फिर सब लोग अपने अपने मन की बीवी ढूंढ लेते हैं और सबके सामने खुले आम उसे चोदतें हैं। यही काम बीवियां भी करती हैं। वो सबसे पहले सारे मरदों को नंगा करतीं हैं और सबके लण्ड पकड़ पकड़ कर देखतीं है फिर जो लण्ड पसंद आता है उसे सबके सामने खुल्लम खुल्ला चोदतीं हैं।
"wife swapping" का यह एक नया तरीका है जो मुझे बहुत पसंद आया।
मेरा नाम पारवती है लेकिन मुझे लोग पारो कह कर बुलातें हैं। मैंने महेश नाम के एक लड़के के साथ लव मैरिज की है। महेश २८ साल का एक मस्त नव जवान लड़का है। वह स्मार्ट हैं हैंडसम है और हॉट है। कॉलेज की कई लड़कियां उस पर मरती थीं यह मैं भली भांति जानती हूँ पर वह असली प्यार मुझसे ही करता था और इसीलिए अन्ततः उसने शादी मुझसे ही की। मैं भी कॉलेज में कई कारणों से बहुत मशहूर थी। एक तो मैं पढनें के बड़ी तेज थी और हमेशा अव्वलआती थी, दूसरे मैं खूबसूरत और हॉट लड़की थी और तीसरे मैं बिंदास गालियां खूब बकती थी. लड़के मेरी गालियां सुनने के लिए न केवल मेरे आगे पीछे घूमते थे बल्कि घण्टों मेरा इंतज़ार भी करते थे। मैं भी उच्च घराने की लड़की हूँ और वह भी उच्च घराने का लड़का है। इसलिए हम दोनों एक दूसरे पर मर मिटने को तैयार हो गए और आखिर कार शादी कर की। लव मैरिज करने का एक और बहुत बड़ा कारन था की मुझे महेश का लण्ड बहुत पसंद आया और उसे मेरी चूत, मेरी मस्त मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ और मेरी चुदवाने की बिंदास अदा।
मैंने पहली बार महेश का लौड़ा कब पकड़ा था और कब से चुदवाने लगी यह बात मैं आपको फिर कभी बताउंगी पर एक बात समझ लो की मैंने कब महेश का 8" + का लंबा और 5.5 " का लौड़ा देखा तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। बस मैंने उसी दिन यह ठान लिया था की मैं अब इसी से शादी करुँगी। शादी के बाद मैं अपनी सुहागरात मनाने गोवा गयी थी। बड़ी मस्त जगह है यार। दिन भर खूब मस्ती करती और रात में चोदा चोदी। बड़ा अच्छा लग रहा था।
एक दिन मैं रात में उठी और बाहर आ गयी। मेरी नज़र बगल के कमरे पर पड़ी। उसकी खिड़की थोड़ी खुई हुई थी और पर्दा भी हटा हुआ था। बाहर से अंदर का नज़ारा साफ़ साफ़ दिखाई पड़ सकता था। मैं बस उसी जगह से अंदर झांके लगी। मैं तो अंदर का नज़ारा देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की बीवी तो बिलुल नंगी नंगी अपने मरद का लण्ड चूसा रही है। मैंने उसका टन टनाटा हुआ लण्ड भी देखा। देखते ही मेरी चूत में खलभली मचने लगी। मेरे मुंह से निकला वाओ, क्या लौड़ा है ? इसे तो मैं अभी मुंह में लेना चाहती हूँ इसे अपनी चूत में घुसेड़ना चाहती हूँ। मैंने महेश को नुलाया और उसे भी अंदर का सीन दिखाया। वह बीवी को नंगी देख कर मस्त हो गया और उसका लौड़ा साला खड़ा हो गया। वह बोला यार मैं अभी इसकी बीवी चोद दूँ तो ? मैंने कहा चोदो न इसकी बीवी की बुर चोदी की बुर। मैं फिर इससे चुदवा लूंगी और लण्ड अपनी चूत में घुसा लूंगी। यार कुछ करो। मेरा मन अब इस कपल पर आ गया है। तब तक मैंने उसका चेहरा देखा तो कहा अरे यार ये तो अजय है। यह मेरे कॉलेज के बगल वाले कॉलेज का लड़का है ? अजय मेरे कॉलेज के अक्सर आया जाया करता था और मेरी गालियों पर तालियां बजाया करता था।
मैंने सोंचने लगी की यह भी अपनी सुहागरात मनाने आया होगा। अब तो मुझे इससे बात करनी पड़ेगी। इस भोसड़ा वाले का लौड़ा बड़ा हैंडसम है। मेरा दिल उसके लण्ड पर आ गया। अचानक वो दोनों कुछ बात करने लगे तो मैं कान लगा कर सुनने लगी।
अजय - लता भाभी आज मैं पहली बार तुम्हे चोद रहा हूँ। मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा है।
वह बोली - मज़ा तो मुझे भी बहुत आ रहा है। मुझे तेरा लण्ड पसंद आ गया है। तेरा लण्ड बहन चोद मेरे पति के लण्ड से मोटा है। मेरा पति भी तेरी बीवी चोद चोद कर मज़ा ले रहा होगा ? ज़रा उससे पूंछो न ? अजय ने फ़ौरन फोन लगा दिया और बोलने लगा। उसने स्पीकर ऑन कर दिया तो मुझे भी उसकी आवाज़ सुनाई पड़ी.
अजय ने कहा - यार टुल्लू, मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं अपनी बीवी चोद कर सुहागरात मनाने आया था पर अब मैं तेरी बीवी चोद कर अपनी सुहागरात मना रहा हूँ।
वह बोला - हां यार मैं भी सुहागरात में गोवा में आया हूँ और तेरी बीवी चोद कर अपनी सुहागरात मना रहा हूँ। मुझे तेरी बीवी बहुत पसंद आ गयी है।उर्मिला भाभी की चूत बड़ी टाइट है यार। मेरा लण्ड तेरी बीवी की चूत में चिपकं कर घुस रहा है तो बड़ा मज़ा आ रहा है।
अजय - मेरी बीवी को तेरा लण्ड पसंद आया की नहीं ?
वह बोला - खूब पसंद आया। वह तो लण्ड अपने मुंह से निकालती ही नहीं। खूब मस्ती से चूमती चाटती है मेरा लण्ड। मैंने कई दोस्तों की बीवियां चोदी हैं। लेकिन तेरी बीवी चोदने में जो सुख मिल रहा है वह पहले कहीं और नहीं मिला।
अजय - अब तुम मेरे सामने चोदो मेरी बीवी और मैं तेरे सामने चोदूँ तेरी बीवी।
वह बोला - हां यार अजय आज रात को यही होगा।
मैंने अपने हसबैंड महेश से कहा - ये हैं आजकल के लोग जो एक दूसरे की बीवी चोद कर सिहागरात मना रहे हैं। कितने खुश हैं ये लोग। देखो न कितना मज़ा लूट रहे हैं ये लोग ? आजकल कितना कॉमन हो गया है "wife swapping" का खेल ?
वह बोला - चलो यार हम लोग भी इनसे दोस्ती कर ले और बीवियों की अदला बदली का खेल खेलें। फिर हम दोनों ने उनकी चुदाई रात भर देखि और मज़ा लिया। सवेरे करीब ५ बजे मैंने अजय के कमरे की बेल बजा दी. वह बहार निकला और मुझे देखते ही बोला वाओ, पारो तुम यहाँ ? मैं उस समय सिर्फ जेन्स पहने हुए थी और ऊपर कुछ बह नहीं। बस एक चुन्नी मालका की तरह दाल ली थी जिससे मेरे निपल्स छुपे हुए थे। उसकी निगाह मेरी बड़ी बड़ी चूँचियाँ देख रहीं थीं। मैंने कहा भोसड़ी के तुम यहाँ मज़ा कर रहे हो और मैं चूतिया बनी हुई इधर उधर घूम रही हूँ। फिर मैंने लता की तरफ इशारा करते हुए पूंछा अच्छा तुम अपनी बीवी चोद रहे थे रात भर ? वह थोड़ा रुका फिर बोला नहीं यार ये मेरी मेरी नहीं मेरे दोस्त की बीवी है। मैंने कहा अच्छा तो तुम अपनी दोस्त की बीवी चोद रहे थे क्या ? वह बोला अरे पारो आजकल सब चलता है। मेरा दोस्त भी तो मेरी बीवी चोद रहा था। मैंने उसके लण्ड पर हाथ मारते हुए कहा तो फिर माँ के लौड़े मेरी चूत में लौड़ा क्यों नहीं पेलता ? अगर तुम अपनी दोस्त की बीवी की बुर ले सकते हो तो फिर मेरी भी बुर ले सकते हो और मेरा हसबैंड तेरी दोस्त की बीवी की बुर ले सकता है। ये है मेरा हसबैंड महेश ?
मैंने अजय की लुंगी में हाथ डाल दिया तो लता ने मेरे हसबैंड के लण्ड पर धावा बोल दिया। दोनों लण्ड बाहर निकल आये मैं अजय का लण्ड चूमने चाटने लगी और लता मेरे हसबैंड का लण्ड चूमने चाटने लगी। अजय का लण्ड मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं उसका सुपाड़ा चूसने लगी। लता भी मेरे पति के लण्ड पर फ़िदा हो गई। हम दोनों लण्ड मुंह में डाले हुए रंडी की तरह चूसने लगीं और रंडी की तरह बिहैव भी करने लगी। लता बोली बहन चोद पराये मर्दों के लण्ड में बड़ा जादू होता है यार ? मुझे तो गैर मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं। मैं बहुत बड़ी बुर चोदी हूँ. मैं तो अपने पति के लण्ड की परवाह ही नहीं करती। मुझे अजय का लण्ड इतना पसंद आया की मैंने उसे मुंह से निकाला ही नहीं और अंदर ही अंदर सुपाड़े के चारों ओर जबान घुमाती रही थी। यही काम शायद लता भी मेरे पति के लण्ड के साथ कर रही थी।
नतीजा यह हुआ की अजय का लण्ड झड़ने की कगार पर आ गया। वह बोला यार पारो अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने कहा अबे भोसड़ी के तेरी बहन का लण्ड ? तू मेरे मुंह में ही झड़ जा ? उधर लता बोली महेश तू भी बहन चोद मेरे मुंह में ही झड़ जा। दोनों लण्ड एकदन से झड़ने लगे और तब मैंने अजय के लण्ड का सारा वीर्य गटक लिया। उधर लता भी मेरे पति का वीर्य मस्ती से पी गयी। अजय ने कहा आज रात को मैं अपनी बीवी और टुल्लू तो बुला लेता हूँ तब आपस में होगी बीवी अदल बदल कर चोदा चोदी। दिन भर हम लोगों में गोवा की शेर की और खूब मस्ती की। शाम को हम तीनो कपल अजय के कमरे में बैठ गए।
मैं पारो मेरा हसबैंड महेश, अजय और उसकी बीवी उर्मिला, टुल्लू और उसकी बीवी लता।
अजय ने अपनी बीवी उर्मिला और अपने दोस्त टुल्लू से हमें मिलवाया और फिर हम सब ड्रिंक्स पर बैठ गये। मैंने देखा की हमारी बीवियां दारू पीने से कोई परहेज नहीं कर रहीं थीं बल्कि मियों से ज्यादा बीवियां शराब पी रहीं थीं। अजय ने कहा - यार महेश, मेरी और टुल्लू की दोस्ती बड़ी पक्की हैं और हम दोनों पहले ही दिन से एक दूसरे की बीवी चोदने लगे। हमारी बीवियां भी एक आवाज़ पर तैयार हो गयीं। हम दोनों ने आमने सामने कई बार एक दूसरे की बीवी चोदी और कल मैंने कहा यार टुल्लू तुम रात में मेरी बीवी के साथ सो जाओ और मैं तेरी बीवी के साथ सो जाऊंगा। इसलिए रात भर मैंने उसकी बीवी चोदी और उसने मेरी बीवी चोदी। अब आज तुम मिल गए हो मज़ा दुगुना आएगा। मेरे पति ने कहा यार आज तुम दोनों मिलकर मेरी बीवी मेरे सामने चोदो। अजय ने जबाब दिया हां ठीक है यार और तुम हम दोनों की बीवियां एक साथ चोदो। मैं उनकी बातें सुन सुन कर उत्तेजित हो रही थी।
दारू तेजी से पी जा रही थी। नशा चढ़ता जा रहा था। मस्ती बढ़ने लगी थी और तभी मैंने अपना हाथ टुल्लू के लण्ड पर रख दिया। लण्ड कड़क था मुझे मालूम हुआ की मज़ा तो सच में आने वाला है। दूसरा हाथ मैंने अजय के लण्ड पर जमा दिया। उन दोनों ने मेरे कपड़े उतार दिया और मुझे बिलकुल नंगी कर दिया। उधर उर्मिला और लता ने मिलकर मेरे पति को एकदम नंगा कर दिया। दोनों बारी बारी से उसका लण्ड चूमने चाटने लगीं। मैंने भी अजय और टुल्लू का लण्ड चाटना शुरू कर दिया। दोनों के पेल्हड़ चाटना शुरू किया तो मस्ती छाने लगी। मैंने एक एक करके दोनों को नंगा कर दिया। उधर अजय और टुल्लू दोनों नंगे हो चुके थे। मैं बिलकुल रंडी बन चुकी थी। मेरी तरह उर्मिला और लता भी रंडी बन चुकी थी। भूंखी बिल्ली की तरह हम तीनो लण्ड चाटने चूसने में जुटीं थी।
मैंने कहा - यार लता यार तेरे मियां का लौड़ा तो बहन चोद बड़ा मोटा है। आज मेरी बुर फट जाएगी बुर चोदी। लता ने कहा - तेरे मियां का भी लौड़ा मेरी चूत फाड़ डालेगा पारो।
उर्मिला बोली - मैं तो तुम दोनों के मियों से अपनी चूत फड़वाने ही आयी हूँ। मेरी बुर फाड़ो मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ो। सब कुछ तो इन मर्दों के लौंड़ों के लिए ही है बहन चोद। हमारा क्या ? हमें तो चुदवान है बस ? तभी टुल्लू ने लण्ड मेरी चूँचियों के बीच घुसेड़ दिया। वह मेरी चूँचियाँ ही चोदने लगा. इतने में अजय ने लौड़ा मेरी बुर में पेल दिया। वह मेरी बुर चोदने लगा। उधर मेरा पति उर्मिला की बुर लेने लगा और लता की चूँचियाँ दबाने लगा। दो दो परायी बीवी चोदने का सुख मेरे पति को मिल रहा था और मैं खुश हो रही थी। अजय ने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी और मैं टुल्लू के लण्ड का स्वाद ले रही थी। थोड़ी देर में टुल्लू ने लौड़ा मेरी बुर में ठोंक दिया और मुझे चोदने लगा मैं अजय का लण्ड और उसके पेल्हड़ चाटने लगी।
मैं बोलने लगी वाओ क्या लौड़ा है तेरा यार ? बड़ा मज़ा आ रहा है। मुझे चोदो। अपनी बीवी के सामने मुझे चोदो। मेरी चूत फाड़ डालो, मैं तेरी बीवी हूँ यार। मुझे खूब झमाझम चोदो। मेरे ऊपर चढ़ कर चोदो। मेरी चूंचीं चोदो मेरी गांड चोदो, मेरी बुर चोदो, मुंह चोदो। उर्मिला बोलने लगी यार मुझे अपनी बीवी बनाकर रोज़ ही चोदा करो मुझे। अपने दोस्तों के लण्ड भी पेल दो मेरी चूत में। मेरी गांड चोद लो. यार तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है महेश ? लता ने कहा हां यार मेरी बुर ले लो, मेरी माँ का भोसड़ा ले लो, मेरी बहन की भी बुर चोद डालो. वाह वाह ? क्या लौड़ा है तेरा महेश ? अब आ रहा है मुझे लण्ड बदलने का असली मज़ा। इसके बाद जब तक हम लोग गोवा में रहे तब तक हम एक दूसरे के मरद से ही चुदवाती रहीं।
इसी तरह मुझे एक और कपल मिल गया। उसके साथ भी चोदा चोदी हुई और खूब मज़ा आया।
एक दिन मैं अपने हस्बैंड के साथ दारू पीते हुए बात करने लगी। मैंने कहा की "wife swapping" या" husband swapping" में कुछ कमियां है जिससे लोग जल्दी जल्दी वाइफ अदल बदल कर चुदाई नहीं कर सकते। पहला - यह की लोगों को एक दूसरे की बीवी पसंद आये ? दूसरा - यह की बीवियों को भी एक दूसरे का हसबैंड पसंद आये ? तीसरा - यह की कहाँ और किसके घर में बीवियों की अदला बदली की जाए ? इसलिए कोई ऐसा प्लान बनाया जाए की सब लोग खुशी ख़ुशीअपनी मन पसद की बीवी चोदें और बीवियां भी अपने मन पसंद के आदमी से चुदवायें। मेरी बात मेरे हसबैंड को भा गयी। तब मैंने कहा क्यों न एक क्लब बनाया जाए जिसमे कई कपल हों। कम से कम १०/१२ कपल हों। सब लोग एक निचश्चित तारिख पर इकठ्ठा हों और फिर मियां अपने पसंद की बीवी चोदें और बीवी अपने मन पसंद मियां से चुदवाये। यह जरुरी न हो की मियां जिसकी बीवी चोद रहा है तो उसकी बीवी भी उसी मियां से चुदवाये। यह आज़ादी होनी चाहिए की मियां किसी और की बीवी चोदे और बीवी किसी और के मियां से चुदवाये।
फिर हमने एक क्लब खोला जिसका नाम "WHS CLUB" (WIFE/HUSBAND SWAPPING CLUB ) और उसमे १० कपल को मेंबर बना लिया। मेंबर बनाने के पहले मैंने सबकी बीवियों की खूबसूरती और उनकी चूँचियों की साइज देखी तथा सबके हसबैंड के लण्ड का साइज देखा। जब मुझे दोनों पसंद आ गए तो मैंने उन्हें मेंबर बना लिया। ये १० मेंबर थे - आनंद अनीता, रोहित रागिनी, श्याम नेहा, संजय निधि, रोहन निशा, पवन पद्मा, सूरज पूजा, आकाश रुपाली, उर्मिला अजय. मैं पारवती महेश।
मैंने यह तय किया की हर शनिवार को शाम ८ बजे से सोमवार को सवेरे ६ बजे तक मेरे घर पर ही वाइफ स्वैपिंग हुआ करेगी जिसमे लोग अपनी मन पसंद की बीवियां चोदेगें और बीवियां अपने मन पसंद के मर्दों से चुदवायेगीं। चूत भी अपने मन की हो और लण्ड भी अपने मन का हो।
जब पहला शनिवार आया तो हमने सबको बुलाया और ख़ुशी की बात यह है की सब लोग समय पर आ गए , मैंने फ़ौरन दारू चालू कर दी। बिना शराब पिए किसी पराये मरद से चुदवाने में मज़ा नहीं आता। सब लोग एक दूसरे से बड़े प्यार से मिले और सबने शारब पीना शुरू कर दिया।
इतने में मैं उठ खड़ी हुई और बोली -
देखो मेरे भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों, मादर चोदों और मादर चोदियों आज इस क्लब में बीवियों की अदला बदली की पहली चुदाई होने जा रही है। इसमें यह जरुरी नहीं की तुम जिसकी बीवी चोदो उसका मियां तेरी बीवी चोदे। यहाँ इस बात की आज़ादी है की तुम किसी की भी बीवी चोद सकते हो और तेरी बीवी किसी से भी चुदवा सकती है। अपने मन की बीवी ढूंढो और चोदो।अपने मन का मियां ढूंढो और उससे चुदवाओ। इससे पहले की अपने अपने मन की बीवी और मियां पसंद किये जाएँ, सब नंगे हो जाईये। बीवियां भी सब नंगी हो जाएँ और मरद भी सब नंगे हो जाएँ।
सब लोगों ने फ़टाफ़ट कपड़े उतारना शुरू कर दिया। देखते ही देखती सबकी बीवियां नंगी हो गयी और सारे मरद भी नंगे हो गए। सबके लण्ड भी बाहर आ गए और सबकी चूँचियाँ भी छलक कर बाहर आ गयीं। सबकी चूत भी नंगी नंगी दिखाई पड़ने लगी। सब लोग अपनी अपनी पसंद की बीवी और लण्ड ढूढ़ने लगीं। आनंद को श्याम की बीवी नेहा पसंद आ गयी। आनंद ने उसकी चूँचियाँ दबायीं और नेहा आनंद का लण्ड पकड़ लिया। रोहित पवन की बीवी पद्मा पर टूट पड़ा। पद्मा भी उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। श्याम को आकाश की बीवी रुपाली पसंद आ गयी।उसने रुपाली की चूँचियाँ मसलीं और रुपाली में श्याम का लौड़ा चाटना शुरू कर दिया। संजय अजय की बीवी पर मर मिटा। उसने अपना लण्ड अजय की बीवी उर्मिला के मुंह में घुसेड़ दिया। रोहन मेरी तरफ लपका और में उसका लण्ड पकड़ लिया। वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। मेरी छोटी छोटी झाटों पर उंगलियां फिराने लगा।
अनीता को पद्मा के पति पवन का लण्ड पसंद आ गया तो रागिनी को पूजा के पति सूरज का लण्ड भा गया। संजय की बीवी निधि का दिल रुपाली के मियां आकाश के लण्ड पर आ गया। वह आकाश का लण्ड अपनी जबान निकाल कर चाटने लगी। निशा अजय का लण्ड अपनी चूँचियों पर रगड़ने लगी। मेरा पति महेश पूजा की चूँचियाँ चोदने लगा। पूरे माहौल में गर्मी छा गयी। चारो तरफ लण्ड ही लण्ड , चूत ही चूत और चूँचियाँ ही चूँचियाँ दिखाई पड़ रहीं थीं। थोड़ी देर में आनंद श्याम की बीवी चोदने लगा, रोहित पवन की बीवी चोदने लगा, श्याम आकाश की बीवी चोदने लगा, संजय ने अजय की बीवी की बुर में लौड़ा पेल दिया, रोहन मुझे धकाधक चोदने लगा. अनिता पद्मा के पति से चुदवाने लगी, रागिनी पूजा के पति से चुदवाने लगी, निधि ने रुपाली के पति का लौड़ा अपनी चूत में घुसेड़ लिया, निशा अजय से भकाभक चुदवाने लगी और पूजा मेरे पति का लण्ड अपनी बुर में घुसा के दनादन चुदवाने लगी। १० चूत एक साथ चोदी जा रहीं थीं। पूरा कमरा चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। ऐसा लग रहा था की जैसे कोई फैक्ट्री चल रही हो ?
सबको अपनी मन पसंद की बीवी मिली थी चोदने को और सबको अपने मन पसंद का लण्ड मिला था चुदवाने को तो फिर मज़ा तो आना ही था। परायी बीवी के मुंह में लण्ड पेलना और उसके मुंह में झड़ना किसको नहीं अच्छा लगता ? पराये मरद का झड़ता हुआ लण्ड पीना किस बीवी को अच्छा नहीं लगता ? इतनी मस्ती मैंने कभी किसी में नहीं देखी जितनी आज दिखाई पड़ रही है। इस तरह सबने अपने अपने मन की बीवी चोद चोद कर रात गुज़ार दी। सवेरे सब लोग नंगे नंगे सो गए। बीवियां भी सभी नंगी नंगी ही सो गयीं। मुझे भी बड़ा अच्छा लगा की मेरा यह प्रयोग सफल रहा। पार्टी यहीं पर ख़तम नहीं हुई। २/३ घंटे के बाद फिर सब लोग अपने मन की बीवी चोदने लगे। हर एक को ९ -९ बीवियां चोदनी थीं अभी तो लोग ३/४ बीवियां ही चोद पाएं हैं। सबकी इच्छा थी की मैं सबकी बीवियां चोदूँ और सब बीवियों की इच्छा थी की हम सबके लण्ड अपनी चूत में पेलें। इसलिए यह पार्टी सोमवार तक भी चलती रही।
जी हां इस क्लब की यही तो खूबसूरती है। यहाँ पर २० / २२ कपल्स इकठ्ठा होतें हैं फिर सब लोग अपने अपने मन की बीवी ढूंढ लेते हैं और सबके सामने खुले आम उसे चोदतें हैं। यही काम बीवियां भी करती हैं। वो सबसे पहले सारे मरदों को नंगा करतीं हैं और सबके लण्ड पकड़ पकड़ कर देखतीं है फिर जो लण्ड पसंद आता है उसे सबके सामने खुल्लम खुल्ला चोदतीं हैं।
"wife swapping" का यह एक नया तरीका है जो मुझे बहुत पसंद आया।
मेरा नाम पारवती है लेकिन मुझे लोग पारो कह कर बुलातें हैं। मैंने महेश नाम के एक लड़के के साथ लव मैरिज की है। महेश २८ साल का एक मस्त नव जवान लड़का है। वह स्मार्ट हैं हैंडसम है और हॉट है। कॉलेज की कई लड़कियां उस पर मरती थीं यह मैं भली भांति जानती हूँ पर वह असली प्यार मुझसे ही करता था और इसीलिए अन्ततः उसने शादी मुझसे ही की। मैं भी कॉलेज में कई कारणों से बहुत मशहूर थी। एक तो मैं पढनें के बड़ी तेज थी और हमेशा अव्वलआती थी, दूसरे मैं खूबसूरत और हॉट लड़की थी और तीसरे मैं बिंदास गालियां खूब बकती थी. लड़के मेरी गालियां सुनने के लिए न केवल मेरे आगे पीछे घूमते थे बल्कि घण्टों मेरा इंतज़ार भी करते थे। मैं भी उच्च घराने की लड़की हूँ और वह भी उच्च घराने का लड़का है। इसलिए हम दोनों एक दूसरे पर मर मिटने को तैयार हो गए और आखिर कार शादी कर की। लव मैरिज करने का एक और बहुत बड़ा कारन था की मुझे महेश का लण्ड बहुत पसंद आया और उसे मेरी चूत, मेरी मस्त मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ और मेरी चुदवाने की बिंदास अदा।
मैंने पहली बार महेश का लौड़ा कब पकड़ा था और कब से चुदवाने लगी यह बात मैं आपको फिर कभी बताउंगी पर एक बात समझ लो की मैंने कब महेश का 8" + का लंबा और 5.5 " का लौड़ा देखा तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। बस मैंने उसी दिन यह ठान लिया था की मैं अब इसी से शादी करुँगी। शादी के बाद मैं अपनी सुहागरात मनाने गोवा गयी थी। बड़ी मस्त जगह है यार। दिन भर खूब मस्ती करती और रात में चोदा चोदी। बड़ा अच्छा लग रहा था।
एक दिन मैं रात में उठी और बाहर आ गयी। मेरी नज़र बगल के कमरे पर पड़ी। उसकी खिड़की थोड़ी खुई हुई थी और पर्दा भी हटा हुआ था। बाहर से अंदर का नज़ारा साफ़ साफ़ दिखाई पड़ सकता था। मैं बस उसी जगह से अंदर झांके लगी। मैं तो अंदर का नज़ारा देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की बीवी तो बिलुल नंगी नंगी अपने मरद का लण्ड चूसा रही है। मैंने उसका टन टनाटा हुआ लण्ड भी देखा। देखते ही मेरी चूत में खलभली मचने लगी। मेरे मुंह से निकला वाओ, क्या लौड़ा है ? इसे तो मैं अभी मुंह में लेना चाहती हूँ इसे अपनी चूत में घुसेड़ना चाहती हूँ। मैंने महेश को नुलाया और उसे भी अंदर का सीन दिखाया। वह बीवी को नंगी देख कर मस्त हो गया और उसका लौड़ा साला खड़ा हो गया। वह बोला यार मैं अभी इसकी बीवी चोद दूँ तो ? मैंने कहा चोदो न इसकी बीवी की बुर चोदी की बुर। मैं फिर इससे चुदवा लूंगी और लण्ड अपनी चूत में घुसा लूंगी। यार कुछ करो। मेरा मन अब इस कपल पर आ गया है। तब तक मैंने उसका चेहरा देखा तो कहा अरे यार ये तो अजय है। यह मेरे कॉलेज के बगल वाले कॉलेज का लड़का है ? अजय मेरे कॉलेज के अक्सर आया जाया करता था और मेरी गालियों पर तालियां बजाया करता था।
मैंने सोंचने लगी की यह भी अपनी सुहागरात मनाने आया होगा। अब तो मुझे इससे बात करनी पड़ेगी। इस भोसड़ा वाले का लौड़ा बड़ा हैंडसम है। मेरा दिल उसके लण्ड पर आ गया। अचानक वो दोनों कुछ बात करने लगे तो मैं कान लगा कर सुनने लगी।
अजय - लता भाभी आज मैं पहली बार तुम्हे चोद रहा हूँ। मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा है।
वह बोली - मज़ा तो मुझे भी बहुत आ रहा है। मुझे तेरा लण्ड पसंद आ गया है। तेरा लण्ड बहन चोद मेरे पति के लण्ड से मोटा है। मेरा पति भी तेरी बीवी चोद चोद कर मज़ा ले रहा होगा ? ज़रा उससे पूंछो न ? अजय ने फ़ौरन फोन लगा दिया और बोलने लगा। उसने स्पीकर ऑन कर दिया तो मुझे भी उसकी आवाज़ सुनाई पड़ी.
अजय ने कहा - यार टुल्लू, मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं अपनी बीवी चोद कर सुहागरात मनाने आया था पर अब मैं तेरी बीवी चोद कर अपनी सुहागरात मना रहा हूँ।
वह बोला - हां यार मैं भी सुहागरात में गोवा में आया हूँ और तेरी बीवी चोद कर अपनी सुहागरात मना रहा हूँ। मुझे तेरी बीवी बहुत पसंद आ गयी है।उर्मिला भाभी की चूत बड़ी टाइट है यार। मेरा लण्ड तेरी बीवी की चूत में चिपकं कर घुस रहा है तो बड़ा मज़ा आ रहा है।
अजय - मेरी बीवी को तेरा लण्ड पसंद आया की नहीं ?
वह बोला - खूब पसंद आया। वह तो लण्ड अपने मुंह से निकालती ही नहीं। खूब मस्ती से चूमती चाटती है मेरा लण्ड। मैंने कई दोस्तों की बीवियां चोदी हैं। लेकिन तेरी बीवी चोदने में जो सुख मिल रहा है वह पहले कहीं और नहीं मिला।
अजय - अब तुम मेरे सामने चोदो मेरी बीवी और मैं तेरे सामने चोदूँ तेरी बीवी।
वह बोला - हां यार अजय आज रात को यही होगा।
मैंने अपने हसबैंड महेश से कहा - ये हैं आजकल के लोग जो एक दूसरे की बीवी चोद कर सिहागरात मना रहे हैं। कितने खुश हैं ये लोग। देखो न कितना मज़ा लूट रहे हैं ये लोग ? आजकल कितना कॉमन हो गया है "wife swapping" का खेल ?
वह बोला - चलो यार हम लोग भी इनसे दोस्ती कर ले और बीवियों की अदला बदली का खेल खेलें। फिर हम दोनों ने उनकी चुदाई रात भर देखि और मज़ा लिया। सवेरे करीब ५ बजे मैंने अजय के कमरे की बेल बजा दी. वह बहार निकला और मुझे देखते ही बोला वाओ, पारो तुम यहाँ ? मैं उस समय सिर्फ जेन्स पहने हुए थी और ऊपर कुछ बह नहीं। बस एक चुन्नी मालका की तरह दाल ली थी जिससे मेरे निपल्स छुपे हुए थे। उसकी निगाह मेरी बड़ी बड़ी चूँचियाँ देख रहीं थीं। मैंने कहा भोसड़ी के तुम यहाँ मज़ा कर रहे हो और मैं चूतिया बनी हुई इधर उधर घूम रही हूँ। फिर मैंने लता की तरफ इशारा करते हुए पूंछा अच्छा तुम अपनी बीवी चोद रहे थे रात भर ? वह थोड़ा रुका फिर बोला नहीं यार ये मेरी मेरी नहीं मेरे दोस्त की बीवी है। मैंने कहा अच्छा तो तुम अपनी दोस्त की बीवी चोद रहे थे क्या ? वह बोला अरे पारो आजकल सब चलता है। मेरा दोस्त भी तो मेरी बीवी चोद रहा था। मैंने उसके लण्ड पर हाथ मारते हुए कहा तो फिर माँ के लौड़े मेरी चूत में लौड़ा क्यों नहीं पेलता ? अगर तुम अपनी दोस्त की बीवी की बुर ले सकते हो तो फिर मेरी भी बुर ले सकते हो और मेरा हसबैंड तेरी दोस्त की बीवी की बुर ले सकता है। ये है मेरा हसबैंड महेश ?
मैंने अजय की लुंगी में हाथ डाल दिया तो लता ने मेरे हसबैंड के लण्ड पर धावा बोल दिया। दोनों लण्ड बाहर निकल आये मैं अजय का लण्ड चूमने चाटने लगी और लता मेरे हसबैंड का लण्ड चूमने चाटने लगी। अजय का लण्ड मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं उसका सुपाड़ा चूसने लगी। लता भी मेरे पति के लण्ड पर फ़िदा हो गई। हम दोनों लण्ड मुंह में डाले हुए रंडी की तरह चूसने लगीं और रंडी की तरह बिहैव भी करने लगी। लता बोली बहन चोद पराये मर्दों के लण्ड में बड़ा जादू होता है यार ? मुझे तो गैर मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं। मैं बहुत बड़ी बुर चोदी हूँ. मैं तो अपने पति के लण्ड की परवाह ही नहीं करती। मुझे अजय का लण्ड इतना पसंद आया की मैंने उसे मुंह से निकाला ही नहीं और अंदर ही अंदर सुपाड़े के चारों ओर जबान घुमाती रही थी। यही काम शायद लता भी मेरे पति के लण्ड के साथ कर रही थी।
नतीजा यह हुआ की अजय का लण्ड झड़ने की कगार पर आ गया। वह बोला यार पारो अब मैं निकलने वाला हूँ। मैंने कहा अबे भोसड़ी के तेरी बहन का लण्ड ? तू मेरे मुंह में ही झड़ जा ? उधर लता बोली महेश तू भी बहन चोद मेरे मुंह में ही झड़ जा। दोनों लण्ड एकदन से झड़ने लगे और तब मैंने अजय के लण्ड का सारा वीर्य गटक लिया। उधर लता भी मेरे पति का वीर्य मस्ती से पी गयी। अजय ने कहा आज रात को मैं अपनी बीवी और टुल्लू तो बुला लेता हूँ तब आपस में होगी बीवी अदल बदल कर चोदा चोदी। दिन भर हम लोगों में गोवा की शेर की और खूब मस्ती की। शाम को हम तीनो कपल अजय के कमरे में बैठ गए।
मैं पारो मेरा हसबैंड महेश, अजय और उसकी बीवी उर्मिला, टुल्लू और उसकी बीवी लता।
अजय ने अपनी बीवी उर्मिला और अपने दोस्त टुल्लू से हमें मिलवाया और फिर हम सब ड्रिंक्स पर बैठ गये। मैंने देखा की हमारी बीवियां दारू पीने से कोई परहेज नहीं कर रहीं थीं बल्कि मियों से ज्यादा बीवियां शराब पी रहीं थीं। अजय ने कहा - यार महेश, मेरी और टुल्लू की दोस्ती बड़ी पक्की हैं और हम दोनों पहले ही दिन से एक दूसरे की बीवी चोदने लगे। हमारी बीवियां भी एक आवाज़ पर तैयार हो गयीं। हम दोनों ने आमने सामने कई बार एक दूसरे की बीवी चोदी और कल मैंने कहा यार टुल्लू तुम रात में मेरी बीवी के साथ सो जाओ और मैं तेरी बीवी के साथ सो जाऊंगा। इसलिए रात भर मैंने उसकी बीवी चोदी और उसने मेरी बीवी चोदी। अब आज तुम मिल गए हो मज़ा दुगुना आएगा। मेरे पति ने कहा यार आज तुम दोनों मिलकर मेरी बीवी मेरे सामने चोदो। अजय ने जबाब दिया हां ठीक है यार और तुम हम दोनों की बीवियां एक साथ चोदो। मैं उनकी बातें सुन सुन कर उत्तेजित हो रही थी।
दारू तेजी से पी जा रही थी। नशा चढ़ता जा रहा था। मस्ती बढ़ने लगी थी और तभी मैंने अपना हाथ टुल्लू के लण्ड पर रख दिया। लण्ड कड़क था मुझे मालूम हुआ की मज़ा तो सच में आने वाला है। दूसरा हाथ मैंने अजय के लण्ड पर जमा दिया। उन दोनों ने मेरे कपड़े उतार दिया और मुझे बिलकुल नंगी कर दिया। उधर उर्मिला और लता ने मिलकर मेरे पति को एकदम नंगा कर दिया। दोनों बारी बारी से उसका लण्ड चूमने चाटने लगीं। मैंने भी अजय और टुल्लू का लण्ड चाटना शुरू कर दिया। दोनों के पेल्हड़ चाटना शुरू किया तो मस्ती छाने लगी। मैंने एक एक करके दोनों को नंगा कर दिया। उधर अजय और टुल्लू दोनों नंगे हो चुके थे। मैं बिलकुल रंडी बन चुकी थी। मेरी तरह उर्मिला और लता भी रंडी बन चुकी थी। भूंखी बिल्ली की तरह हम तीनो लण्ड चाटने चूसने में जुटीं थी।
मैंने कहा - यार लता यार तेरे मियां का लौड़ा तो बहन चोद बड़ा मोटा है। आज मेरी बुर फट जाएगी बुर चोदी। लता ने कहा - तेरे मियां का भी लौड़ा मेरी चूत फाड़ डालेगा पारो।
उर्मिला बोली - मैं तो तुम दोनों के मियों से अपनी चूत फड़वाने ही आयी हूँ। मेरी बुर फाड़ो मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ो। सब कुछ तो इन मर्दों के लौंड़ों के लिए ही है बहन चोद। हमारा क्या ? हमें तो चुदवान है बस ? तभी टुल्लू ने लण्ड मेरी चूँचियों के बीच घुसेड़ दिया। वह मेरी चूँचियाँ ही चोदने लगा. इतने में अजय ने लौड़ा मेरी बुर में पेल दिया। वह मेरी बुर चोदने लगा। उधर मेरा पति उर्मिला की बुर लेने लगा और लता की चूँचियाँ दबाने लगा। दो दो परायी बीवी चोदने का सुख मेरे पति को मिल रहा था और मैं खुश हो रही थी। अजय ने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी और मैं टुल्लू के लण्ड का स्वाद ले रही थी। थोड़ी देर में टुल्लू ने लौड़ा मेरी बुर में ठोंक दिया और मुझे चोदने लगा मैं अजय का लण्ड और उसके पेल्हड़ चाटने लगी।
मैं बोलने लगी वाओ क्या लौड़ा है तेरा यार ? बड़ा मज़ा आ रहा है। मुझे चोदो। अपनी बीवी के सामने मुझे चोदो। मेरी चूत फाड़ डालो, मैं तेरी बीवी हूँ यार। मुझे खूब झमाझम चोदो। मेरे ऊपर चढ़ कर चोदो। मेरी चूंचीं चोदो मेरी गांड चोदो, मेरी बुर चोदो, मुंह चोदो। उर्मिला बोलने लगी यार मुझे अपनी बीवी बनाकर रोज़ ही चोदा करो मुझे। अपने दोस्तों के लण्ड भी पेल दो मेरी चूत में। मेरी गांड चोद लो. यार तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है महेश ? लता ने कहा हां यार मेरी बुर ले लो, मेरी माँ का भोसड़ा ले लो, मेरी बहन की भी बुर चोद डालो. वाह वाह ? क्या लौड़ा है तेरा महेश ? अब आ रहा है मुझे लण्ड बदलने का असली मज़ा। इसके बाद जब तक हम लोग गोवा में रहे तब तक हम एक दूसरे के मरद से ही चुदवाती रहीं।
इसी तरह मुझे एक और कपल मिल गया। उसके साथ भी चोदा चोदी हुई और खूब मज़ा आया।
एक दिन मैं अपने हस्बैंड के साथ दारू पीते हुए बात करने लगी। मैंने कहा की "wife swapping" या" husband swapping" में कुछ कमियां है जिससे लोग जल्दी जल्दी वाइफ अदल बदल कर चुदाई नहीं कर सकते। पहला - यह की लोगों को एक दूसरे की बीवी पसंद आये ? दूसरा - यह की बीवियों को भी एक दूसरे का हसबैंड पसंद आये ? तीसरा - यह की कहाँ और किसके घर में बीवियों की अदला बदली की जाए ? इसलिए कोई ऐसा प्लान बनाया जाए की सब लोग खुशी ख़ुशीअपनी मन पसद की बीवी चोदें और बीवियां भी अपने मन पसंद के आदमी से चुदवायें। मेरी बात मेरे हसबैंड को भा गयी। तब मैंने कहा क्यों न एक क्लब बनाया जाए जिसमे कई कपल हों। कम से कम १०/१२ कपल हों। सब लोग एक निचश्चित तारिख पर इकठ्ठा हों और फिर मियां अपने पसंद की बीवी चोदें और बीवी अपने मन पसंद मियां से चुदवाये। यह जरुरी न हो की मियां जिसकी बीवी चोद रहा है तो उसकी बीवी भी उसी मियां से चुदवाये। यह आज़ादी होनी चाहिए की मियां किसी और की बीवी चोदे और बीवी किसी और के मियां से चुदवाये।
फिर हमने एक क्लब खोला जिसका नाम "WHS CLUB" (WIFE/HUSBAND SWAPPING CLUB ) और उसमे १० कपल को मेंबर बना लिया। मेंबर बनाने के पहले मैंने सबकी बीवियों की खूबसूरती और उनकी चूँचियों की साइज देखी तथा सबके हसबैंड के लण्ड का साइज देखा। जब मुझे दोनों पसंद आ गए तो मैंने उन्हें मेंबर बना लिया। ये १० मेंबर थे - आनंद अनीता, रोहित रागिनी, श्याम नेहा, संजय निधि, रोहन निशा, पवन पद्मा, सूरज पूजा, आकाश रुपाली, उर्मिला अजय. मैं पारवती महेश।
मैंने यह तय किया की हर शनिवार को शाम ८ बजे से सोमवार को सवेरे ६ बजे तक मेरे घर पर ही वाइफ स्वैपिंग हुआ करेगी जिसमे लोग अपनी मन पसंद की बीवियां चोदेगें और बीवियां अपने मन पसंद के मर्दों से चुदवायेगीं। चूत भी अपने मन की हो और लण्ड भी अपने मन का हो।
जब पहला शनिवार आया तो हमने सबको बुलाया और ख़ुशी की बात यह है की सब लोग समय पर आ गए , मैंने फ़ौरन दारू चालू कर दी। बिना शराब पिए किसी पराये मरद से चुदवाने में मज़ा नहीं आता। सब लोग एक दूसरे से बड़े प्यार से मिले और सबने शारब पीना शुरू कर दिया।
इतने में मैं उठ खड़ी हुई और बोली -
देखो मेरे भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों, मादर चोदों और मादर चोदियों आज इस क्लब में बीवियों की अदला बदली की पहली चुदाई होने जा रही है। इसमें यह जरुरी नहीं की तुम जिसकी बीवी चोदो उसका मियां तेरी बीवी चोदे। यहाँ इस बात की आज़ादी है की तुम किसी की भी बीवी चोद सकते हो और तेरी बीवी किसी से भी चुदवा सकती है। अपने मन की बीवी ढूंढो और चोदो।अपने मन का मियां ढूंढो और उससे चुदवाओ। इससे पहले की अपने अपने मन की बीवी और मियां पसंद किये जाएँ, सब नंगे हो जाईये। बीवियां भी सब नंगी हो जाएँ और मरद भी सब नंगे हो जाएँ।
सब लोगों ने फ़टाफ़ट कपड़े उतारना शुरू कर दिया। देखते ही देखती सबकी बीवियां नंगी हो गयी और सारे मरद भी नंगे हो गए। सबके लण्ड भी बाहर आ गए और सबकी चूँचियाँ भी छलक कर बाहर आ गयीं। सबकी चूत भी नंगी नंगी दिखाई पड़ने लगी। सब लोग अपनी अपनी पसंद की बीवी और लण्ड ढूढ़ने लगीं। आनंद को श्याम की बीवी नेहा पसंद आ गयी। आनंद ने उसकी चूँचियाँ दबायीं और नेहा आनंद का लण्ड पकड़ लिया। रोहित पवन की बीवी पद्मा पर टूट पड़ा। पद्मा भी उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। श्याम को आकाश की बीवी रुपाली पसंद आ गयी।उसने रुपाली की चूँचियाँ मसलीं और रुपाली में श्याम का लौड़ा चाटना शुरू कर दिया। संजय अजय की बीवी पर मर मिटा। उसने अपना लण्ड अजय की बीवी उर्मिला के मुंह में घुसेड़ दिया। रोहन मेरी तरफ लपका और में उसका लण्ड पकड़ लिया। वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। मेरी छोटी छोटी झाटों पर उंगलियां फिराने लगा।
अनीता को पद्मा के पति पवन का लण्ड पसंद आ गया तो रागिनी को पूजा के पति सूरज का लण्ड भा गया। संजय की बीवी निधि का दिल रुपाली के मियां आकाश के लण्ड पर आ गया। वह आकाश का लण्ड अपनी जबान निकाल कर चाटने लगी। निशा अजय का लण्ड अपनी चूँचियों पर रगड़ने लगी। मेरा पति महेश पूजा की चूँचियाँ चोदने लगा। पूरे माहौल में गर्मी छा गयी। चारो तरफ लण्ड ही लण्ड , चूत ही चूत और चूँचियाँ ही चूँचियाँ दिखाई पड़ रहीं थीं। थोड़ी देर में आनंद श्याम की बीवी चोदने लगा, रोहित पवन की बीवी चोदने लगा, श्याम आकाश की बीवी चोदने लगा, संजय ने अजय की बीवी की बुर में लौड़ा पेल दिया, रोहन मुझे धकाधक चोदने लगा. अनिता पद्मा के पति से चुदवाने लगी, रागिनी पूजा के पति से चुदवाने लगी, निधि ने रुपाली के पति का लौड़ा अपनी चूत में घुसेड़ लिया, निशा अजय से भकाभक चुदवाने लगी और पूजा मेरे पति का लण्ड अपनी बुर में घुसा के दनादन चुदवाने लगी। १० चूत एक साथ चोदी जा रहीं थीं। पूरा कमरा चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। ऐसा लग रहा था की जैसे कोई फैक्ट्री चल रही हो ?
सबको अपनी मन पसंद की बीवी मिली थी चोदने को और सबको अपने मन पसंद का लण्ड मिला था चुदवाने को तो फिर मज़ा तो आना ही था। परायी बीवी के मुंह में लण्ड पेलना और उसके मुंह में झड़ना किसको नहीं अच्छा लगता ? पराये मरद का झड़ता हुआ लण्ड पीना किस बीवी को अच्छा नहीं लगता ? इतनी मस्ती मैंने कभी किसी में नहीं देखी जितनी आज दिखाई पड़ रही है। इस तरह सबने अपने अपने मन की बीवी चोद चोद कर रात गुज़ार दी। सवेरे सब लोग नंगे नंगे सो गए। बीवियां भी सभी नंगी नंगी ही सो गयीं। मुझे भी बड़ा अच्छा लगा की मेरा यह प्रयोग सफल रहा। पार्टी यहीं पर ख़तम नहीं हुई। २/३ घंटे के बाद फिर सब लोग अपने मन की बीवी चोदने लगे। हर एक को ९ -९ बीवियां चोदनी थीं अभी तो लोग ३/४ बीवियां ही चोद पाएं हैं। सबकी इच्छा थी की मैं सबकी बीवियां चोदूँ और सब बीवियों की इच्छा थी की हम सबके लण्ड अपनी चूत में पेलें। इसलिए यह पार्टी सोमवार तक भी चलती रही।
Click on Search Button to search more posts.
