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अपनी बीवी चुदाओ और फिर सबकी चोदो - Apni Biwi Chudao Aur Fir Sabki Chodo
अपनी बीवी चुदाओ और फिर सबकी चोदो - Apni Biwi Chudao Aur Fir Sabki Chodo , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरी शादी के ६ महीने हो चुके थे। मेरी बीवी राधिका बहुत ही खूबसूरत, सेक्सी और हॉट है। मैं पिछले ६ महीने से उसे बराबर चोद रहा हूँ और वह भी बड़े मजे से मुझसे चुदवा रही है। एक दिन रात में वह मेरा लण्ड पकड़ कर बड़े यार से हिला रही थी और मैं उसकी चूँचियाँ बड़े मजे से मसल रहा था,
भाभी की बातों ने मुझे पागल बना दिया। मैं तो पूरा नंगा हो गया। भाभी नीचे पेटीकोट पहने रहीं ऊपर से वह भी नंगी थीं। मैं तो बस उसकी चूँचियाँ ही चूमने, चूसने और मस्ती से दबाने लगा। मुझे ज़न्नत का मज़ा आने लगा। आज पहला मौक़ा है जब मैं किसी और की बीवी की चूँचियाँ मसल रहा हूँ। वह मेरा लण्ड पकड़ कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगी और फिर जबान निकाल कर सुपाड़ा चाटने लगीं। मेरे पेल्हड़ भी चूमने चाटने लगी। थोड़ी देर में भाभी ने लण्ड मुंह में भर लिया तो मैं मस्ती से झूमने लगा। मैं दीवार के सहारे खड़ा हो गया और भाभी स्टूल पर बैठ गयी तो उसका मुंह ठीक मेरे लण्ड के सामने आ गया। लण्ड पूरा उसके मुंह मे घूसा हुआ था और मैं सिसिया रहा था। इतना मज़ा तो मेरी बीवी ने भी कभी नहीं दिया। भाभी मेरा लण्ड अपनी दोनों गदेलियों के बीच रख कर मथानी की तरह रगड़ने लगीं। मेरी मस्ती का पारा बढ़ता ही जा रहा था। वह बोली लण्ड राजा तुम मुझे बड़े प्यारे लग रहे हो। मेरा दिल तुम पर आ गया है। मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है। लण्ड कई बार चूमा और भाभी लण्ड मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे करने लगीं।
वह मेरे लण्ड का सड़का मारने लगीं और मुझे उससे सड़का मरवाने में मज़ा आने लगा। थोड़ी देर में मुझे लगा की मैं झड़ जाऊंगा तो मैंने कहा भाभी मैं जल्दी ही निकल जाऊंगा। वह बोली निकल जा न भोसड़ी के मैं तो सड़का पूरा मार कर ही दम लूंगी और सुन मेरे मुंह में ही निकलना ? उसने स्पीड तेज कर दी। भाभी ने अपना मुंह खोल दिया और इतने में मेरे लण्ड ने ३/४ पिचकारी उसके मुंह में ही उड़ेल दी। भाभी मस्ती से मेरा सारा वीर्य पी गयी और मजे से लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगीं। वह बोली सजल तेरे लण्ड का स्वाद जबरदस्त है। मुझे ऐसे ही लण्ड अच्छे लगते हैं। अगली बार अपनी बीवी के सामने मुझे चोदना तब और ज्यादा मज़ा आएगा। मेरा मियां जब तेरी बीवी चोदेगा तो तुझे भी मज़ा आएगा। भाभी ने वह बात कह दी जो मैं कहने वाला था।
दो दिन बाद पारो भाभी का फोन आ गया। वह बोली सजल तुम अपनी बीवी के साथ आज शाम को डिनर पर आ जाना और फिर रात में मैं तेरी बीवी की इच्छा पूरी करूंगी। मैंने यह बात अपनी बीवी को बताई तो वह ख़ुशी के मारे फूली नहीं समा रही थी।
मैं और मेरी बीवी राधिका उस दिन टाइम से पहुँच गए। पारो भाभी ने हमें अपने पति पवन से मिलवाया। मेरी बीवी उससे मिलकर बहुत खुश हुई। फिर भाभी ने सबको ड्रिंक्स पर बैठा दिया। हम चारों शराब भी पीने लगे और बातें भी करने लगे। पवन एक मस्त जवान आदमी था। मेरी बीवी उसे देख कर मस्त हो गयी। गोरा चिट्टा हैंडसम आदमी देख कर मेरी बीवी की लार टपकने लगी।
इतने में पारो भाभी ने पूंछा - राधिका तुम मेरे पति को नंगा देखना चाहती हो न ?
वह बोली - हां भाभी जरूर देखना चाहती हूँ। अब तुमसे झूंठ बोलने से कोई फायदा नहीं है.
भाभी ने कहा - अच्छा, अगर मैं भी तेरे पति को नंगा देखना चाहूं तो तुम दिखा दोगी ?
वह बोली - हां भाभी बिलकुल दिखा दूँगी। मैं तो चाहती हूँ की तुम मेरे पति को एकदम नंगा देखो और मेरे सामने देखो। हर तरफ से घूम घूम कर देखो, छू छू कर देखो, पकड़ पकड़ कर देखो।
भाभी ने कहा - वाह, तुम तो बिलकुल मेरी ही जैसी हो राधिका ? अच्छा सच सच बताओ राधिका तुम मेरे पति का लण्ड देखना चाहती हो न ?
वह बोली - हां भाभी लण्ड ही देखना चाहती हूँ वह भी दूर से नहीं, बल्कि पकड़ कर ? मुंह में लेकर, नीचे लेकर और जहां मन हो वहां लेकर ?
भाभी ने कहा - वाओ, तुम तो बहुत बड़ी मादर चोद हो बहन चोद राधिका ? बड़ी हॉट हो, सेक्सी हो, खूबसूरत हो इसीलिए पराये मर्दों के लण्ड के चक्कर में रहती हो।
मेरी बीवी बोली - क्या करूं पारो भाभी, ये जवानी बुर चोदी चुपचाप नहीं बैठने देती। एक लण्ड पकड़ती हूँ तो दूसरा लण्ड पकड़ने की इच्छा हो जाती है।
भाभी ने कहा - अच्छा, तो तुम मेरे पति से अपने पति के सामने चुदवाना चाहती हो।
मेरी बीवी बोली - हां भाभी और मैं चाहती हूँ की मेरा पति मेरे सामने तुम्हे भी चोदे।
भाभी बोली - तो फिर देर किस बात की ?
ऐसा कह कर भाभी ने अपना हाथ मेरे लण्ड पर रख दिया। उसे देख कर मेरी बीवी ने अपना हाथ पवन के लण्ड पर रख दिया। पारो भाभी मुझसे चिपक गयी और मेरी बीवी पवन से चिपक गयी। पवन मेरी बीवी को नंगी करने लगा और मैं उसकी बीवी को। मैं उसकी बीवी की चूँचियाँ देख ही चुका था। दुबारा चूँचियाँ देखीं तो लौड़ा फिर से टन्ना गया। पवन ने जब मेरी बीवी की चूँचियाँ देखीं तो बोला वाह क्या बात है ? कितनी मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ हैं सजल तेरी बीवी की ? उसके भी लण्ड में करंट लग गया। देखते ही देखते मेरी बीवी बिलकुल नंगी हो गयी और उसकी बीवी भी मेरे आगे नंगी हो गयी। इत्तिफाक से मेरी बीवी की छोटी छोटी झांटें थीं। पवन बोला यार मुझे चूत पर इसी तरह की झांटें पसंद हैं। पारो भाभी की झांटें भी छोटी छोटी थीं जो की मुझे बहुत सेक्सी लग रहीं थीं। भाभी ने फ़ौरन लण्ड अपने मुंह में भर लिया। उधर मेरी बीवी ने भी पवन का खड़ा लण्ड बड़ी देर तक चूम चाट कर मुंह में घुसा लिया। ी
8" का लण्ड जब पवन ने पेला मेरी बीवी की बुर में तो वह चिल्ला पड़ी उई माँ मर गयी मैं, बड़ा मोटा लण्ड है यार तेरा ? मेरी तो चूत एक बार में ही फट जाएगी। उधर मैंने जब लन्ड भाभी की बुर में घुसेड़ा तो वह बोली बाप रे बाप ? बड़ा सख्त और मोटा लण्ड है तेरा सजल। मेरी तो चूत का गांड फट गई यार ? फिर बोली चोदो, खूब चोदो, मुझे हचक हचक के चोदो। मैं तेरी ही बीवी हूँ। पूरा लौड़ा घुसेड़ दो सजल। I LOVE YOUR LUND VERY MUCH .
उधर मेरी बीवी भी बड़े मजे से चुदवा रही थी।
वह बोली - मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है यार पवन तुमसे चुदवाने में। I WILL SUCK YOUR LUND, LICK YOUR LUND AND FUCK YOUR LUND बहन चोद ? मुझे पराये मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं। पवन ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी। उधर मैंने भी उसकी बीवी चोदने की स्पीड बढ़ा दी। वह बोला यार सजल कल मैंने अरुण की बीवी चोदी थी लकिन मुझे उतना मज़ा नहीं आया था जितना आज तेरी बीवी चोदने में आ रहा है। मैंने कहा यार पवन तो फिर तुम मुझे अरुण की बीवी की बुर दिलवाओ न प्लीज। वह बोला जरूर दिलवाऊंगा ? वह भी भोसड़ी की बड़ा मस्त चुदवाती है और सबसे खुल्लम खुल्ला चुदवाती है। मेरी बीवी अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने में जुटी थी। उसका यह पहला मौक़ा है जब वह मेरे सामने किसी और से चुदवा रही है। मुझे इतनी उम्मीद नहीं थी की मेरी बीवी पराये मरद से इतनी मस्ती से चुदवायेगी।
आखिर में जब मेरी बीवी ने पवन का झड़ता हुआ लण्ड पिया और सुपाड़ा चाटा तो मैं उसे देखता ही रह गया। मैं समझ गया की मेरी बीवी को आज से पहले इतना मज़ा चुदाई में कभी नहीं आया। उसके बाद हम चारों ने नंगे नंगे ही डिनर किया और खूब एन्जॉय किया।
चुदाई की दूसरी पारी शुरू होने वाली थी की किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। पवन ने दरवाजा खोला तो सामने उसके उसका दोस्त अरुण खड़ा था। उसने अरुण को अंदर करके दरवाजा बंद कर दिया और उसे सबके सामने ले आया। उसने देखा की यहाँ सब नंगे बैठे हैं इसका मतलब की यहाँ चुदाई का खेल हो रहा है। तब तक पवन बोला यार अरुण कल मैंने तेरी बीवी चोदी थी। बड़ा मज़ा आया था मुझे। वह बोला ये तो अच्छी बात है और मैं आज तेरी बीवी चोदने आया हूँ। पवन में कहा हां हां यार मेरी बीवी चोद लो पर एक बात कहना चाहता हूँ की यहाँ एक मेरा दोस्त भी है मिस्टर सजल। तुम अभी इसकी बीवी चोदो। फिर मेरी बीवी चोदना। सजल की बीवी की इच्छा है की वह दो दो मर्दों से एकसाथ चुदवाये। आज उसकी इच्छा पूरी करनी है। इसलिए हम दोनों मिलकर सजल की बीवी चोदेंगें और सजल मेरी बीवी चोदेगा। उसके बाद तुम मेरी बीवी चोद लेना। अरुण मान गया और वह फ़टाफ़ट अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया।
मेरी बीवी की निगाह उसके लण्ड पर पड़ी तो उसने फ़ौरन हाथ बढाकर लण्ड पकड़ लिया। लण्ड की ताबड़तोड़ कई चुम्मियाँ लीं और पेल्हड़ भी सहलाकर देखा। दूसरे हाथ से उसने पवन का लौड़ा पकड़ा और दोनों के सुपाड़े एक ब्लू फिल्म की हीरोइन की तरह बारी बारी से चाटने लगी। उधर पारो भाभी ने मेरा लण्ड दुबारा पकड़ा और उसे बड़े प्यार से चूमने चाटने लगीं। तब तक उधर अरुण ने अपना लंड मेरी बीवी की बुर में घुसा दिया। अरुण धकाधक मेरी बीवी चोदने लगा। उधर पवन ने अपना लण्ड उसके मुंह में पेल दिया। वह लण्ड चूसते हुए बड़े मजे से अरुण से चुदवाने लगी। उसकी निगाह मेरे लण्ड पर भी थी जो की पारो भाभी की बुर में आ जा रहा था। मुझे चोदते हुए उसे देखने में उतना ही मज़ा आ रहा था जितना उसे अपनी बुर चुदवाने में। वह चाहती थी की मैं दूसरों की बीवियां चोदूँ और वह खुद दूसरे मर्दों से चुदवाये। उसकी दोनों बातें आज पूरी हो रहीं थीं। इसलिए उसे चुदवाने में और ज्यादा मज़ा आ रहा है।
अरुण बोला - यार सजल मुझे तेरी बीवी चोदने में ज़न्नत का मज़ा मिल रहा है। मैंने अपने दोस्तों की कई बीवियां चोदी है पर इतना मज़ा कभी नहीं आया।
पवन ने कहा - यार अरुण मुझे तेरी बीवी चोदने में जो मज़ा आया था वही मज़ा सजल की बीवी चोदने में आ रहा है। मैं तो कहता हूँ की इस तरह की चुदाई बार बार होती रही चाहिए।
मैंने कहा - हां यार आज से में भी अपनी बीवी चुदवाना शुरू कर दिया है। मुझे भी दूसरों की बीवियां चोदने में बड़ा मज़ा आएगा। अब मैं और कपल के साथ चोदा चोदी करूंगा। इस तरह रात भर हम तीनो ने बीवी अदल बदल कर खूब मस्ती से चोदा। मैं जब वापस अपने घर आया तो मेरी बीवी मुझसे लिपट गयी और बोली आपने मेरी इच्छा पूरी की। मैं आपके लिए सब कुछ करती रहूंगी। मैंने कहा नहीं यार राधिका तुमने मुझे दूसरों की बीवियां चोदना सिखाया नहीं तो मैं कभी इसका मज़ा नहीं ले पाता।
एक दिन मैं अपनी बीवी के साथ बियर पी रहा था। तभी मेरा दोस्त रफीक अपनी बीवी रुबिका के साथ आ गया। वह बोला यार आने वाले शनिवार को मेरे घर में "wife swapping" की पार्टी है। मैं आपको भाभी जी के साथ आने का निमंत्रण देता हूँ। हमारे ग्रुप में १० कपल हैं जो सबके सामने एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। जब तक सब लोग सबकी बीवी चोद नहीं लेते तब तक पार्टी चलती रहती है। इसी बीच मैंने दारू चालू कर दी थी। उसकी बात सुनकर मेरी बीवी ने कहा अभी शनिवार को आने में दो दिन लगेगा। क्यों न मैं आज ही अपने पति का लण्ड तेरी बीवी को पकड़ा दूँ और मैं तेरा लण्ड पकड़ लूं ? आज ही तुम मुझे चोदो और मेरा पति तेरी बीवी चोदे। बाकी चोदा चोदी पार्टी में हो जाएगी।
मेरी बात सबने मान ली और फिर रुबिका भाभी ने अपना हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया और मेरी बीवी ने रफीक का लण्ड।
मेरी शादी के ६ महीने हो चुके थे। मेरी बीवी राधिका बहुत ही खूबसूरत, सेक्सी और हॉट है। मैं पिछले ६ महीने से उसे बराबर चोद रहा हूँ और वह भी बड़े मजे से मुझसे चुदवा रही है। एक दिन रात में वह मेरा लण्ड पकड़ कर बड़े यार से हिला रही थी और मैं उसकी चूँचियाँ बड़े मजे से मसल रहा था,
- तो वह मेरा लण्ड चूमती हुई बोली - सुनो जी, अगर मेरे दूसरे हाथ मे भी एक ऐसा ही लण्ड होता तो कितना अच्छा होता ? एक लण्ड मुंह में होता और एक लण्ड बुर में होता तो कितना अच्छा होता ?
- मैंने भी कहा - मेरे बगल में भी एक और बीवी नंगी नंगी लेटी होती तो कितना अच्छा होता ? मैं उसकी भी चूँचियाँ दबाता और उसकी चूत सहलाता तो कितना अच्छा होता ?
- वह फिर मेरा लण्ड चूम कर बोली तो फिर ले आओ न किसी और की बीवी। मेरे लिए एक लण्ड लेते आना और अपने लिए एक बीवी ?
- अरे यार किसी का लण्ड लाना इतना आसान है क्या ? किसी की बीवी लाना कोई बच्चों का खेल है क्या ? कौन मुझे अपनी बीवी देगा ? और मैं भी किसका लण्ड लाकर तेरे हाथ में रख दूंगा ?
- सोंचो न आसान नहीं है तो आसान बनाओ ? मरद हो कुछ भी कर सकते हो ?
- यार मैं दूसरों की बीवियां कैसे चोद सकता हूँ।
- यह तो मैं भी समझती हूँ की दूसरों की बीवियां चोदना आसान नहीं है पर आसान हो सकता है। इसका एक ही उपाय है की अपनी बीवी चुदवाओ फिर दूसरों की बीवियां चोदो। एक हाथ से दो तो दूसरे हाथ से लो। अपने किसी दोस्त का लण्ड मेरे हाथ में रखो और अपना लण्ड उसकी बीवी के हाथ में रखो। बस तुम्हारी भी इच्छा पूरी हो जाएगी और मेरी भी इच्छा ?
- वाओ, क्या बात है, या ? यह तो मैंने कभी सोंचा ही नहीं था। अब मैं अपने किसी दोस्त से बात करता हूँ।
मेरी बीवी की बात मेरे मन में बैठ गयी। मन तो मेरा भी है की मैं भी किसी और की बीवी चोदूँ। मेरी बीवी अगर किसी और से चुदवाना चाहती है तो इसमें बुराई क्या है ? यह तो अच्छी बात है की उसने मुझे बता दिया नहीं तो वह किसी और से चोरी छिपे चुदवाती रहती तो मुझे पता ही नहीं चलता ? कम से कम मेरी बीवी मुझे धोखा तो नहीं देना चाहती ? इसलिए अब मुझे उसकी इच्छा पूरी करनी चाहिए और तबं वह मेरी भी इच्छा पूरी करेगी। यही सोंच कर एक दिन मैं अपने दोस्त पवन के घर चला गया। शाम का समय था । पवन शायद घर पर नहीं था तो मैं उसकी बीवी पारवती से बातें करने लगा। पारवती को लोग पारो कहते हैं और उससे हमारा पुराना परिचय है। मैंने एक नज़र पारो भाभी को देखा तो बस देखता ही रह गया। उसकी खूबसूरती में गज़ब का निखार था। उसकी चूँचियाँ बड़ी बड़ी हो गयीं थी चेहरे पर चमक आ गयी थी, चूतड़ बड़े बड़े और सेक्सी हो गए थे उसकी गुन्डाज़ बाहें मेरा मन बिचलित कर रही थी, उसकी बड़ी बड़ी कजरारी आँखें मुझे बहुत ही अच्छी लग रहीं थीं। मेरी नियत उस पर ख़राब हो रही थी।
सच बताऊँ दोस्तों, उसे देख कर मेरा लण्ड बहन चोद अंदर ही अंदर खड़ा हो गया। पारो भाभी ने मुझे बड़े प्यार और सम्मान से बैठाया और कहा सजल ड्रिंक्स लोगे। मैंने हां कर दी और तब हम दोनों शराब पीने लगे। थोड़ा नशा चढ़ा तो हम दोनों बातें करने लगे।
- वह बोली - राधिका भाभी कैसी हैं ?
- मैंने कहा - वह अच्छी है और आपको याद करती रहती हैं।
- वाओ, मैं भी उसे बहुत याद करती हूँ।
- भाभी जी पवन कब आएगा ?
- वह दो दिन बाद आएगा . कोई ख़ास बात हो तो मुझे बताओ न प्लीज।
- हां बात तो खास है पर भाभी जी आपको कैसे बताऊँ ?
- क्यों मुझे बताने में तुम्हे कोई ख़तरा नज़र आ रहा है क्या ?
- नहीं भाभी ख़तरा तो नहीं है पर कहीं आप बुरा मान गई तो मेरे लेने के देने पड़ जायेंगे।
- नहीं बुरा नहीं मानूंगी तुम बिंदास कहो जो कहना चाहते हो ?
- भाभी जी बात ज़रा प्राइवेट है पर कहीं ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
- यार तुम्हारी गांड क्यों फट रही है सजल ? अगर कुछ होगा तो मैं ठीक कर लूंगी। मैं किसी भोसड़ी वाले से डरती नहीं हूँ यार ?
- भाभी जी, मेरी बीवी तेरे हसबैंड को नंगा देखना चाहती है।
- बस इतनी झांट भर की बात कहने में तुमने इतनी देर लगा दी। ले जाओ मेरे हसबैंड को और कर दो उसे नंगा अपनी बीवी के सामने। इसमें कौन सी खास बात है। उसका लौड़ा ही देखना चाहती है न तेरी बीवी ? तो फिर दिखा उसे मेरे पति का लौड़ा ?
- अरे भाभी आप तो बहुत जल्दी मान गई। इससे मेरी बीवी की इच्छा पूरी हो जाएगी।
- पर एक शर्त है सजल ?
- वह क्या भाभी जी। मैं तुम्हे अभी यहीं नंगा देखना चाहती हूँ। तेरा नंगा लण्ड देखना चाहती हूँ। अगर तुम्हे मंजूर है तो तुम दो दिन बाद मेरे पति को ले जाना। मैं थोड़ा पशोपेश में आ गया तो वह बोली अच्छा तो फिर तेरी गांड फटने लगी सजल ? अगर हिम्मत नहीं हो रही है तो फिर तुम मरद किस बात के ?
- नहीं भाभी जी, हिम्मत है। मुझे शर्त मंजूर है।
भाभी की बातों ने मुझे पागल बना दिया। मैं तो पूरा नंगा हो गया। भाभी नीचे पेटीकोट पहने रहीं ऊपर से वह भी नंगी थीं। मैं तो बस उसकी चूँचियाँ ही चूमने, चूसने और मस्ती से दबाने लगा। मुझे ज़न्नत का मज़ा आने लगा। आज पहला मौक़ा है जब मैं किसी और की बीवी की चूँचियाँ मसल रहा हूँ। वह मेरा लण्ड पकड़ कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगी और फिर जबान निकाल कर सुपाड़ा चाटने लगीं। मेरे पेल्हड़ भी चूमने चाटने लगी। थोड़ी देर में भाभी ने लण्ड मुंह में भर लिया तो मैं मस्ती से झूमने लगा। मैं दीवार के सहारे खड़ा हो गया और भाभी स्टूल पर बैठ गयी तो उसका मुंह ठीक मेरे लण्ड के सामने आ गया। लण्ड पूरा उसके मुंह मे घूसा हुआ था और मैं सिसिया रहा था। इतना मज़ा तो मेरी बीवी ने भी कभी नहीं दिया। भाभी मेरा लण्ड अपनी दोनों गदेलियों के बीच रख कर मथानी की तरह रगड़ने लगीं। मेरी मस्ती का पारा बढ़ता ही जा रहा था। वह बोली लण्ड राजा तुम मुझे बड़े प्यारे लग रहे हो। मेरा दिल तुम पर आ गया है। मुझे तुमसे मोहब्बत हो गयी है। लण्ड कई बार चूमा और भाभी लण्ड मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे करने लगीं।
वह मेरे लण्ड का सड़का मारने लगीं और मुझे उससे सड़का मरवाने में मज़ा आने लगा। थोड़ी देर में मुझे लगा की मैं झड़ जाऊंगा तो मैंने कहा भाभी मैं जल्दी ही निकल जाऊंगा। वह बोली निकल जा न भोसड़ी के मैं तो सड़का पूरा मार कर ही दम लूंगी और सुन मेरे मुंह में ही निकलना ? उसने स्पीड तेज कर दी। भाभी ने अपना मुंह खोल दिया और इतने में मेरे लण्ड ने ३/४ पिचकारी उसके मुंह में ही उड़ेल दी। भाभी मस्ती से मेरा सारा वीर्य पी गयी और मजे से लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगीं। वह बोली सजल तेरे लण्ड का स्वाद जबरदस्त है। मुझे ऐसे ही लण्ड अच्छे लगते हैं। अगली बार अपनी बीवी के सामने मुझे चोदना तब और ज्यादा मज़ा आएगा। मेरा मियां जब तेरी बीवी चोदेगा तो तुझे भी मज़ा आएगा। भाभी ने वह बात कह दी जो मैं कहने वाला था।
दो दिन बाद पारो भाभी का फोन आ गया। वह बोली सजल तुम अपनी बीवी के साथ आज शाम को डिनर पर आ जाना और फिर रात में मैं तेरी बीवी की इच्छा पूरी करूंगी। मैंने यह बात अपनी बीवी को बताई तो वह ख़ुशी के मारे फूली नहीं समा रही थी।
मैं और मेरी बीवी राधिका उस दिन टाइम से पहुँच गए। पारो भाभी ने हमें अपने पति पवन से मिलवाया। मेरी बीवी उससे मिलकर बहुत खुश हुई। फिर भाभी ने सबको ड्रिंक्स पर बैठा दिया। हम चारों शराब भी पीने लगे और बातें भी करने लगे। पवन एक मस्त जवान आदमी था। मेरी बीवी उसे देख कर मस्त हो गयी। गोरा चिट्टा हैंडसम आदमी देख कर मेरी बीवी की लार टपकने लगी।
इतने में पारो भाभी ने पूंछा - राधिका तुम मेरे पति को नंगा देखना चाहती हो न ?
वह बोली - हां भाभी जरूर देखना चाहती हूँ। अब तुमसे झूंठ बोलने से कोई फायदा नहीं है.
भाभी ने कहा - अच्छा, अगर मैं भी तेरे पति को नंगा देखना चाहूं तो तुम दिखा दोगी ?
वह बोली - हां भाभी बिलकुल दिखा दूँगी। मैं तो चाहती हूँ की तुम मेरे पति को एकदम नंगा देखो और मेरे सामने देखो। हर तरफ से घूम घूम कर देखो, छू छू कर देखो, पकड़ पकड़ कर देखो।
भाभी ने कहा - वाह, तुम तो बिलकुल मेरी ही जैसी हो राधिका ? अच्छा सच सच बताओ राधिका तुम मेरे पति का लण्ड देखना चाहती हो न ?
वह बोली - हां भाभी लण्ड ही देखना चाहती हूँ वह भी दूर से नहीं, बल्कि पकड़ कर ? मुंह में लेकर, नीचे लेकर और जहां मन हो वहां लेकर ?
भाभी ने कहा - वाओ, तुम तो बहुत बड़ी मादर चोद हो बहन चोद राधिका ? बड़ी हॉट हो, सेक्सी हो, खूबसूरत हो इसीलिए पराये मर्दों के लण्ड के चक्कर में रहती हो।
मेरी बीवी बोली - क्या करूं पारो भाभी, ये जवानी बुर चोदी चुपचाप नहीं बैठने देती। एक लण्ड पकड़ती हूँ तो दूसरा लण्ड पकड़ने की इच्छा हो जाती है।
भाभी ने कहा - अच्छा, तो तुम मेरे पति से अपने पति के सामने चुदवाना चाहती हो।
मेरी बीवी बोली - हां भाभी और मैं चाहती हूँ की मेरा पति मेरे सामने तुम्हे भी चोदे।
भाभी बोली - तो फिर देर किस बात की ?
ऐसा कह कर भाभी ने अपना हाथ मेरे लण्ड पर रख दिया। उसे देख कर मेरी बीवी ने अपना हाथ पवन के लण्ड पर रख दिया। पारो भाभी मुझसे चिपक गयी और मेरी बीवी पवन से चिपक गयी। पवन मेरी बीवी को नंगी करने लगा और मैं उसकी बीवी को। मैं उसकी बीवी की चूँचियाँ देख ही चुका था। दुबारा चूँचियाँ देखीं तो लौड़ा फिर से टन्ना गया। पवन ने जब मेरी बीवी की चूँचियाँ देखीं तो बोला वाह क्या बात है ? कितनी मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ हैं सजल तेरी बीवी की ? उसके भी लण्ड में करंट लग गया। देखते ही देखते मेरी बीवी बिलकुल नंगी हो गयी और उसकी बीवी भी मेरे आगे नंगी हो गयी। इत्तिफाक से मेरी बीवी की छोटी छोटी झांटें थीं। पवन बोला यार मुझे चूत पर इसी तरह की झांटें पसंद हैं। पारो भाभी की झांटें भी छोटी छोटी थीं जो की मुझे बहुत सेक्सी लग रहीं थीं। भाभी ने फ़ौरन लण्ड अपने मुंह में भर लिया। उधर मेरी बीवी ने भी पवन का खड़ा लण्ड बड़ी देर तक चूम चाट कर मुंह में घुसा लिया। ी
8" का लण्ड जब पवन ने पेला मेरी बीवी की बुर में तो वह चिल्ला पड़ी उई माँ मर गयी मैं, बड़ा मोटा लण्ड है यार तेरा ? मेरी तो चूत एक बार में ही फट जाएगी। उधर मैंने जब लन्ड भाभी की बुर में घुसेड़ा तो वह बोली बाप रे बाप ? बड़ा सख्त और मोटा लण्ड है तेरा सजल। मेरी तो चूत का गांड फट गई यार ? फिर बोली चोदो, खूब चोदो, मुझे हचक हचक के चोदो। मैं तेरी ही बीवी हूँ। पूरा लौड़ा घुसेड़ दो सजल। I LOVE YOUR LUND VERY MUCH .
उधर मेरी बीवी भी बड़े मजे से चुदवा रही थी।
वह बोली - मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है यार पवन तुमसे चुदवाने में। I WILL SUCK YOUR LUND, LICK YOUR LUND AND FUCK YOUR LUND बहन चोद ? मुझे पराये मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगते हैं। पवन ने चोदने की स्पीड बढ़ा दी। उधर मैंने भी उसकी बीवी चोदने की स्पीड बढ़ा दी। वह बोला यार सजल कल मैंने अरुण की बीवी चोदी थी लकिन मुझे उतना मज़ा नहीं आया था जितना आज तेरी बीवी चोदने में आ रहा है। मैंने कहा यार पवन तो फिर तुम मुझे अरुण की बीवी की बुर दिलवाओ न प्लीज। वह बोला जरूर दिलवाऊंगा ? वह भी भोसड़ी की बड़ा मस्त चुदवाती है और सबसे खुल्लम खुल्ला चुदवाती है। मेरी बीवी अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने में जुटी थी। उसका यह पहला मौक़ा है जब वह मेरे सामने किसी और से चुदवा रही है। मुझे इतनी उम्मीद नहीं थी की मेरी बीवी पराये मरद से इतनी मस्ती से चुदवायेगी।
आखिर में जब मेरी बीवी ने पवन का झड़ता हुआ लण्ड पिया और सुपाड़ा चाटा तो मैं उसे देखता ही रह गया। मैं समझ गया की मेरी बीवी को आज से पहले इतना मज़ा चुदाई में कभी नहीं आया। उसके बाद हम चारों ने नंगे नंगे ही डिनर किया और खूब एन्जॉय किया।
चुदाई की दूसरी पारी शुरू होने वाली थी की किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। पवन ने दरवाजा खोला तो सामने उसके उसका दोस्त अरुण खड़ा था। उसने अरुण को अंदर करके दरवाजा बंद कर दिया और उसे सबके सामने ले आया। उसने देखा की यहाँ सब नंगे बैठे हैं इसका मतलब की यहाँ चुदाई का खेल हो रहा है। तब तक पवन बोला यार अरुण कल मैंने तेरी बीवी चोदी थी। बड़ा मज़ा आया था मुझे। वह बोला ये तो अच्छी बात है और मैं आज तेरी बीवी चोदने आया हूँ। पवन में कहा हां हां यार मेरी बीवी चोद लो पर एक बात कहना चाहता हूँ की यहाँ एक मेरा दोस्त भी है मिस्टर सजल। तुम अभी इसकी बीवी चोदो। फिर मेरी बीवी चोदना। सजल की बीवी की इच्छा है की वह दो दो मर्दों से एकसाथ चुदवाये। आज उसकी इच्छा पूरी करनी है। इसलिए हम दोनों मिलकर सजल की बीवी चोदेंगें और सजल मेरी बीवी चोदेगा। उसके बाद तुम मेरी बीवी चोद लेना। अरुण मान गया और वह फ़टाफ़ट अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया।
मेरी बीवी की निगाह उसके लण्ड पर पड़ी तो उसने फ़ौरन हाथ बढाकर लण्ड पकड़ लिया। लण्ड की ताबड़तोड़ कई चुम्मियाँ लीं और पेल्हड़ भी सहलाकर देखा। दूसरे हाथ से उसने पवन का लौड़ा पकड़ा और दोनों के सुपाड़े एक ब्लू फिल्म की हीरोइन की तरह बारी बारी से चाटने लगी। उधर पारो भाभी ने मेरा लण्ड दुबारा पकड़ा और उसे बड़े प्यार से चूमने चाटने लगीं। तब तक उधर अरुण ने अपना लंड मेरी बीवी की बुर में घुसा दिया। अरुण धकाधक मेरी बीवी चोदने लगा। उधर पवन ने अपना लण्ड उसके मुंह में पेल दिया। वह लण्ड चूसते हुए बड़े मजे से अरुण से चुदवाने लगी। उसकी निगाह मेरे लण्ड पर भी थी जो की पारो भाभी की बुर में आ जा रहा था। मुझे चोदते हुए उसे देखने में उतना ही मज़ा आ रहा था जितना उसे अपनी बुर चुदवाने में। वह चाहती थी की मैं दूसरों की बीवियां चोदूँ और वह खुद दूसरे मर्दों से चुदवाये। उसकी दोनों बातें आज पूरी हो रहीं थीं। इसलिए उसे चुदवाने में और ज्यादा मज़ा आ रहा है।
पवन ने कहा - यार अरुण मुझे तेरी बीवी चोदने में जो मज़ा आया था वही मज़ा सजल की बीवी चोदने में आ रहा है। मैं तो कहता हूँ की इस तरह की चुदाई बार बार होती रही चाहिए।
मैंने कहा - हां यार आज से में भी अपनी बीवी चुदवाना शुरू कर दिया है। मुझे भी दूसरों की बीवियां चोदने में बड़ा मज़ा आएगा। अब मैं और कपल के साथ चोदा चोदी करूंगा। इस तरह रात भर हम तीनो ने बीवी अदल बदल कर खूब मस्ती से चोदा। मैं जब वापस अपने घर आया तो मेरी बीवी मुझसे लिपट गयी और बोली आपने मेरी इच्छा पूरी की। मैं आपके लिए सब कुछ करती रहूंगी। मैंने कहा नहीं यार राधिका तुमने मुझे दूसरों की बीवियां चोदना सिखाया नहीं तो मैं कभी इसका मज़ा नहीं ले पाता।
एक दिन मैं अपनी बीवी के साथ बियर पी रहा था। तभी मेरा दोस्त रफीक अपनी बीवी रुबिका के साथ आ गया। वह बोला यार आने वाले शनिवार को मेरे घर में "wife swapping" की पार्टी है। मैं आपको भाभी जी के साथ आने का निमंत्रण देता हूँ। हमारे ग्रुप में १० कपल हैं जो सबके सामने एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। जब तक सब लोग सबकी बीवी चोद नहीं लेते तब तक पार्टी चलती रहती है। इसी बीच मैंने दारू चालू कर दी थी। उसकी बात सुनकर मेरी बीवी ने कहा अभी शनिवार को आने में दो दिन लगेगा। क्यों न मैं आज ही अपने पति का लण्ड तेरी बीवी को पकड़ा दूँ और मैं तेरा लण्ड पकड़ लूं ? आज ही तुम मुझे चोदो और मेरा पति तेरी बीवी चोदे। बाकी चोदा चोदी पार्टी में हो जाएगी।
मेरी बात सबने मान ली और फिर रुबिका भाभी ने अपना हाथ बढाकर मेरा लण्ड पकड़ लिया और मेरी बीवी ने रफीक का लण्ड।
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