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दोस्त की आंटी को कमरे पर नंगा करके चोदा Dost Ki Aunty Ko Nanga Karke Choda
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मेरा एक दोस्त श्यामू काफ़ी दिन से अपनी एक आंटी को फँसाये था उसे चोदने के लिए जगह खोज रहा था एक दिन मुझसे बोला यार राजू कोई जुगाड़ कर यार. मैने कहा अगर रविवार को शाम के वक़्त वो आ सके तो मैं कमरे मे जुगाड़ करवा सकता हूँ. बाकी दिन तो मैं कोचिंग पढ़ने जाता हूँ वो बोला बात कर के बताऊंगा. अगले दिन उसने कहा की आंटी जी रविवार को 8 बजे करीब आ जाएगी. मैं तैयार हो गया रविवार को 8 बजे वो लोग आ गए. मैं कमरे से चला गया वो लोग चुदाई करते रहे 15 मिनट बाद रवि का फोन आया कि आ जाओ काम हो गया मैं आ गया तो वो आंटी बोली मुझे अपनी e-mail चेक करनी है. मैने अपना कंप्यूटर ऑन कर दिया. वो सर्च करती रही मैं उनके बगल मे चेयर डाल के बैठा था. लेकिन उनको कंप्यूटर चलाना नही आता था वो बोली मैं तो मोबाइल मे चलाती हूँ उन्होने कहा की आप मुझे चलाना सीखा दो.
मेरा एक दोस्त श्यामू काफ़ी दिन से अपनी एक आंटी को फँसाये था उसे चोदने के लिए जगह खोज रहा था एक दिन मुझसे बोला यार राजू कोई जुगाड़ कर यार. मैने कहा अगर रविवार को शाम के वक़्त वो आ सके तो मैं कमरे मे जुगाड़ करवा सकता हूँ. बाकी दिन तो मैं कोचिंग पढ़ने जाता हूँ वो बोला बात कर के बताऊंगा. अगले दिन उसने कहा की आंटी जी रविवार को 8 बजे करीब आ जाएगी. मैं तैयार हो गया रविवार को 8 बजे वो लोग आ गए. मैं कमरे से चला गया वो लोग चुदाई करते रहे 15 मिनट बाद रवि का फोन आया कि आ जाओ काम हो गया मैं आ गया तो वो आंटी बोली मुझे अपनी e-mail चेक करनी है. मैने अपना कंप्यूटर ऑन कर दिया. वो सर्च करती रही मैं उनके बगल मे चेयर डाल के बैठा था. लेकिन उनको कंप्यूटर चलाना नही आता था वो बोली मैं तो मोबाइल मे चलाती हूँ उन्होने कहा की आप मुझे चलाना सीखा दो.
मैने अपने हाथ मे माउस लिया तभी उन्होने मेरे हाथ के उपर अपना हाथ रख दिया इस तरह से मैं सिखाने लगा इधर रवि पिछे से मुझे इशारे कर के कह रहा था कि रहने दो.मैं भी थोड़ा बोर हो रहा था क्युकी उनको कुछ नही आता था लेकिन तभी मेरी नज़र उनके बूब्स की तरफ गई. मैने देखा की साड़ी का पल्लू नीचा था और ब्लाउज का 1 बटन खुला था गोरे गोरे बूब्स थोड़े खुले थे. मेरा लंड फंनफना गया लेकिन फिर वो जाने के लिए तैयार हो गई लेकिन जाने के पहले वो मेरे सामने ही रवि से लिपटने लगी. तब रवि ने कहा आप जाओ राजू बाइक से छोड़ देगा. मैने उनको बाइक पर बैठाया. पतली गलियां सूनी थी रास्ते मे वो अचानक से मुझसे लिपट गई बोली कि मुझको देख के आपका मन चंचल हो रहा था. मैने महसूस किया है कि आप उस वक़्त मेरे बारे मे कुछ सोच रहे थे ना. तभी उन्होने कहा बस बस यही रोक दो मैने बाइक रोकी. वो उतर के मुझसे मेरा मोबाईल नंबर मागने लगी. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैने नंबर दिया रात मे 1 बजे करीब उनका फोन आया वो बोली क्या आप मुझसे मिलना चाहोगे. मैने कहा हाँ क्यू नही लेकिन रवि को बुरा लगेगा वो बोली तो क्या आप दोनो एक साथ एन्जॉय नही कर सकते, मुझे कोई प्रोब्लम नही है आप बात कर लो. मैने साफ मना कर दिया और कहा कि मैं अकेला ही मिलना चाहूँगा. आप तो आज मज़ा ले गई हो.
तो वो बोली - नही यार कुछ नही हो पाया.
मैने पूछा - क्यू?
वो बोली - रवि तो अंदर ही नही जा पाया बाहर ही डिचार्ज हो गया था. हम तो सूखे ही लौटे. रवि कह रहा था की कई दिन से नही किया था ज्यादा जोश की वजह से नही कर पाया.
मैने कहा - ये तो गड़बड़ हो गई अगर मैं वहा होता तो ऐसा तो कभी ना होता.
तो अचानक वो बोली - मैं कल आ सकती हूँ वही 8 बजे.
मैने कहा - हाँ बिल्कुल आपका स्वागत है.
अगले दिन शाम को 8 बजने के पहले ही वो आ गई फ़िरोजी कलर की साड़ी पहने सजी धजी एकदम मस्त लग रही थी 50 साल से कम नही थी लेकिन वो 35, 36 साल की लग रही थी. मैने गेट लगाया और लाइट ऑफ कर दी नाइट बल्ब जलता रहा वो साड़ी उतारने लगी. मैने उनको नंगा करने मे हेल्प की वो ज़्यादा गोरी नही थी लेकिन बहुत सेक्सी लग रही थी उनका जिस्म गठीला था. मैने उनको लेटाया और खुद उपर लेट गया और चूमना चालू कर दिया बड़े बड़े बूब्स चिकने, मैने मूह मे लेकर चूसना शुरू किया वो मस्ती मे आने लगी मेरे लोवर मे हाथ घुसा के मेरे लंड को पकड़ के सहलाने लगी. मैने कहा मैं कपड़े उतार दू. वो बोली - हाँ. तो मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए मेरा लंड देख के वो मुस्कुरा उठी बोली वाउ यार यह तो बहुत मजेदार है….
मैने कहा मुह मे लोगी वो बोली हाँ क्यू नही. उसने मुझे लिटा दिया और मेरे लंड को मुह मे भर के चूसने लगी उनके खुले बालो मे मैं हाथ फेरने लगा तभी उन्होने मेरी तरफ देखा उनकी आँखे लाल थी. एकदम एक पल को वो मुझे एकटक देखती रही साथ मे मेरे लंड को सहलाती रही फिर मैने कॉंडम दिया वो लंड मे लगा दिया वो उठी और मेरे दोनो तरफ अपनी टाँगे कर के लंड को चूत मे घिसने लगी और सिसकारने लगी इधर मेरी हालत खराब हो रही थी मैं चाह रहा था कि वो अंदर घुसा ले तभी उन्होने लंड को अंदर कर लिया.गीली चूत मे लंड सटाक से अंदर घुस गया, तो वो आआआः सीसिसीसीसी आईयाया करने लगी और मेरे सीने मे दोनो हाथ रख के उचकाने लगी चुदाई मे मज़ा आने लगा था.
मैं उनकी पीठ और कुल्हो पर हाथ फेरने लगा वो झुकी और मेरे होंठ चूसने लगी वो जितना उचकती उतना ही होंठ चूसती थोड़ी देर बाद वो बोली अब मैं थक गई हूँ आप उपर आओ.. मैने उनको नीचे लिटा के उनकी चूत मे घुसाता गया एक ही बार मे पूरा लंड अंदर कर दिया वो आ अहहहः अहहा अहहा आहा असीसीसिस सीसीसी सीसिस अहहहहहह कहने लगी. मैं लगातार चोदने लगा वो मुझसे बोली यार बहुत मज़ा आ रहा आह आ आ मज़ा आ रहा है चोदो चोदो मैं ये सुन के चोदने मे स्पीड बढ़ाने लगा.अचानक से वो अकड़ने लगी मैं समझ गया वो झडने वाली है तभी वो मुझको ज़ोर से पकड़ के लिपटने लगी मैं बिना रुके लगातार चोदने मे लगा हुआ था वो अंत पड़ने लगी, मुझे देखने लगी और बस बस आ आ कहती रही.. मेरा भी तभी निकल गया और मैं उससे लिपट गया, वो भी मुझसे लिपट गई, मैं अभी उनके उपर ही लेटा रहा वो कान मे बोली यार मज़ा आ गया. कितना चोदते हो तुम, मज़ा आ गया यार कितना अच्छा चोदा आपने, ऐसा लगा कि पहली बार चुदवाया हो. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
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तो वो बोली - नही यार कुछ नही हो पाया.
मैने पूछा - क्यू?
वो बोली - रवि तो अंदर ही नही जा पाया बाहर ही डिचार्ज हो गया था. हम तो सूखे ही लौटे. रवि कह रहा था की कई दिन से नही किया था ज्यादा जोश की वजह से नही कर पाया.
मैने कहा - ये तो गड़बड़ हो गई अगर मैं वहा होता तो ऐसा तो कभी ना होता.
तो अचानक वो बोली - मैं कल आ सकती हूँ वही 8 बजे.
मैने कहा - हाँ बिल्कुल आपका स्वागत है.
अगले दिन शाम को 8 बजने के पहले ही वो आ गई फ़िरोजी कलर की साड़ी पहने सजी धजी एकदम मस्त लग रही थी 50 साल से कम नही थी लेकिन वो 35, 36 साल की लग रही थी. मैने गेट लगाया और लाइट ऑफ कर दी नाइट बल्ब जलता रहा वो साड़ी उतारने लगी. मैने उनको नंगा करने मे हेल्प की वो ज़्यादा गोरी नही थी लेकिन बहुत सेक्सी लग रही थी उनका जिस्म गठीला था. मैने उनको लेटाया और खुद उपर लेट गया और चूमना चालू कर दिया बड़े बड़े बूब्स चिकने, मैने मूह मे लेकर चूसना शुरू किया वो मस्ती मे आने लगी मेरे लोवर मे हाथ घुसा के मेरे लंड को पकड़ के सहलाने लगी. मैने कहा मैं कपड़े उतार दू. वो बोली - हाँ. तो मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए मेरा लंड देख के वो मुस्कुरा उठी बोली वाउ यार यह तो बहुत मजेदार है….
मैने कहा मुह मे लोगी वो बोली हाँ क्यू नही. उसने मुझे लिटा दिया और मेरे लंड को मुह मे भर के चूसने लगी उनके खुले बालो मे मैं हाथ फेरने लगा तभी उन्होने मेरी तरफ देखा उनकी आँखे लाल थी. एकदम एक पल को वो मुझे एकटक देखती रही साथ मे मेरे लंड को सहलाती रही फिर मैने कॉंडम दिया वो लंड मे लगा दिया वो उठी और मेरे दोनो तरफ अपनी टाँगे कर के लंड को चूत मे घिसने लगी और सिसकारने लगी इधर मेरी हालत खराब हो रही थी मैं चाह रहा था कि वो अंदर घुसा ले तभी उन्होने लंड को अंदर कर लिया.गीली चूत मे लंड सटाक से अंदर घुस गया, तो वो आआआः सीसिसीसीसी आईयाया करने लगी और मेरे सीने मे दोनो हाथ रख के उचकाने लगी चुदाई मे मज़ा आने लगा था.
मैं उनकी पीठ और कुल्हो पर हाथ फेरने लगा वो झुकी और मेरे होंठ चूसने लगी वो जितना उचकती उतना ही होंठ चूसती थोड़ी देर बाद वो बोली अब मैं थक गई हूँ आप उपर आओ.. मैने उनको नीचे लिटा के उनकी चूत मे घुसाता गया एक ही बार मे पूरा लंड अंदर कर दिया वो आ अहहहः अहहा अहहा आहा असीसीसिस सीसीसी सीसिस अहहहहहह कहने लगी. मैं लगातार चोदने लगा वो मुझसे बोली यार बहुत मज़ा आ रहा आह आ आ मज़ा आ रहा है चोदो चोदो मैं ये सुन के चोदने मे स्पीड बढ़ाने लगा.अचानक से वो अकड़ने लगी मैं समझ गया वो झडने वाली है तभी वो मुझको ज़ोर से पकड़ के लिपटने लगी मैं बिना रुके लगातार चोदने मे लगा हुआ था वो अंत पड़ने लगी, मुझे देखने लगी और बस बस आ आ कहती रही.. मेरा भी तभी निकल गया और मैं उससे लिपट गया, वो भी मुझसे लिपट गई, मैं अभी उनके उपर ही लेटा रहा वो कान मे बोली यार मज़ा आ गया. कितना चोदते हो तुम, मज़ा आ गया यार कितना अच्छा चोदा आपने, ऐसा लगा कि पहली बार चुदवाया हो. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
थोड़ी देर बाद हम अलग हुए मैं हाफ़ रहा था.कुछ देर मे मेरा लंड फिर खड़ा हो गया मैने उनको कहा अब नीचे लेटो ना लेकिन वो बोली नही अब नही मैं लेट हो गई हूँ काफ़ी टाइम लग गया कल करुँगी इतना कह कर वो तैयार होने लगी. मैने कहा जाने से पहले एक पप्पी दे दो मेरी जान. वो मेरी तरफ देख के मुस्कुराई और मुझे किस दिया. मैने कहा मुझे नही इसे. तो उसने मेरे लंड को किस किया बोली बहुत मेहनती है ये, कितनी मेहनत की आज. फिर वो चली गई रात मे उनका फोन आया बोली यार बहुत मज़ा आया अब तक मैं जैसी चुदाई चाहती थी वैसी आज हुई है, मैं वादा करती हूँ आपके अलावा मैं अब किसी के साथ ये नही करूगी मैने उनसे कई बार कहा की गांड मारने दो लेकिन वो गांड नही मरवाती लेकिन जितना है वो ही बहुत है.उसके बाद हम अक्सर मिल लेते है वो ज्यादा उम्र होने के बावजूद भी जवान लड़की की तरह मज़ा देती है तो दोस्तो ये थी मेरी कहानी.
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