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होटल में अंग्रेजी मैम की चूत गांड चुदाई Hotal me english mam ki chut gand chudai
होटल में अंग्रेजी मैम की चूत गांड चुदाई Hotal me english mam ki chut gand chudai , होटल में चूत की चुदाई , अंग्रेज लड़की की चुदाई , english mam fucking , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
दोस्तों मैं निर्चिन आपको सादर प्रणाम करता हूँ। मेरी उम्र 22 साल है। मेरा रंग थोड़ा सांवला है। मैं आज आपको मेरे साथ बीती एक घटना के बारे में बताना चाहता हूँ। यह बात उस समय की है जब मैं दिल्ली एक नौकरी के लिए इंटरव्यू देकर वापिस आ रहा था। रात के 8 बज चुके थे और मैं ट्रेन के इन्तजार में रेलवे स्टेशन पर खड़ा था। तभी वहां एक अंग्रेजी मैम आई और मेरे सामने वाली वेटिंग सीट पर बैठ गई। वो मेरी तरफ देखे जा रही थी। उस समय वहां हम दोनों के अलावा केवल तीन व्यक्ति और थे। अचानक उसने मुझसे मेरा नाम पूछ लिया। मैंने भी उसे उसकी भाषा में बोलकर अपना नाम बता दिया। फिर उसने मुझसे कहा कि वह पहली बार ही इंडिया में घुमने आई है। वो चाहती है कि उसे कोई ऐसा मिले जो उसे यहाँ के दार्शनिक स्थल दिखा सकें।
दोस्तों मैं निर्चिन आपको सादर प्रणाम करता हूँ। मेरी उम्र 22 साल है। मेरा रंग थोड़ा सांवला है। मैं आज आपको मेरे साथ बीती एक घटना के बारे में बताना चाहता हूँ। यह बात उस समय की है जब मैं दिल्ली एक नौकरी के लिए इंटरव्यू देकर वापिस आ रहा था। रात के 8 बज चुके थे और मैं ट्रेन के इन्तजार में रेलवे स्टेशन पर खड़ा था। तभी वहां एक अंग्रेजी मैम आई और मेरे सामने वाली वेटिंग सीट पर बैठ गई। वो मेरी तरफ देखे जा रही थी। उस समय वहां हम दोनों के अलावा केवल तीन व्यक्ति और थे। अचानक उसने मुझसे मेरा नाम पूछ लिया। मैंने भी उसे उसकी भाषा में बोलकर अपना नाम बता दिया। फिर उसने मुझसे कहा कि वह पहली बार ही इंडिया में घुमने आई है। वो चाहती है कि उसे कोई ऐसा मिले जो उसे यहाँ के दार्शनिक स्थल दिखा सकें।
मैंने सोचा कि क्यों ना मैं ही इसकी जिम्मेदारी ले लू, वैसे भी मैं बिलकुल फ्री ही था। मैंने उससे कहा कि मैं उसे घुमा सकता हूँ। फिर उसने मुझसे किसी होटल में उनके रहने का इंतजाम करने के लिए बोला। मैं उसे लेकर होटल में चला गया और उसके लिए कमरे का इंतजाम कर दिया। उसे कमरा दिलवाने के बाद मैंने उससे कहा कि मैं अब जाता हूँ और कल सुबह वापिस आ जाऊंगा। उसने मुझसे कहा कि यदि मैं रात को उसके पास ही रुक जाऊं तो उसे ज्यादा अच्छा लगेगा। मैंने भी हाँ कर दी क्योंकि मेरे पास भी रहने का दूसरा इंतजाम नहीं था, और मुझे किसी धर्मशाला में रात बितानी पड़ती। हम दोनों ने वेटर को बुलाया और अपनी - अपनी पसंद के खाने का आर्डर कर दिया। वेटर जल्दी ही खाना ले आया। हम दोनों ने खाना खा लिया। मैंने उससे कहा कि हमारे रूम में केवल एक ही बेड है और हम दो है इसलिए मैं अपने लिए कहीं और adjust कर लेता हूँ। उसने कहा कि मैं आपको अपना फ्रेंड मानती हूँ इसलिए हम एक बिस्तर पर ही adjust कर सकते है। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैं उसकी इस बात को भी मान गया। हम दोनों आधे - आधे बेड पर लेट गए, फिर उसने मेरा पूरा परिचय लिया और अपना भी पूरा परिचय दिया. हम काफी देर तक बातें करते रहें। मैंने उसे कहा कि अब हमें सो जाना चाहिये क्योंकि सुबह हमें जल्दी उठना है। मैं उसकी विपरीत साइड में अपना मुंह घुमाकर सोने लगा, तभी उसने मुझसे कहा कि उसे नींद नहीं आ रही है। वो मुझे लगातार देखें जा रही थी। फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और मेरे पास लेटकर मुझे किस करने लगी। मैं चुपचाप ऐसे ही लेता रहा। उसने मेरे शर्ट के बटन खोल दिए और मेरी बैल्ट खोलकर मेरी पेंट निकालने लगी। मैंने उसे उपरी मन से रोकने की हल्की सी कोशिश की। वह रुकी नहीं और उसने मेरी पेंट निकाल दी और मेरा अंडरवियर भी निकाल दिया और मेरे लंड को चूसने लगी।
लगभग 15 मिनट तक वो मेरा लंड चुसती रही। फिर उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए, मैंने भी अपनी कमीज और बनियान उतार दी। मैं उसके बूब्स देखकर हैरान रह गया, उसके बूब्स बहुत ही मस्त थे। वह धीरे - धीरे से मेरे होठों को चूसने लगी और फिर कुछ समय बाद उसने होठ चूसने की गति बढ़ा दी। 10 मिनट बाद मैंने उसे रोका और कहा कि अब मैं भी कुछ करना चाहता हूँ, वो मुस्कराने लगी। मैंने पहले तो उसके होठों को चूसा और फिर उसकी चूत को चाटने लगा। उसने अपनी टांगे खोल दीं और मेरा सिर अपने पैरो के बीच फ़ंसा लिया। अब मेरा मुह जबरदस्ती उसकी चूत और दोनो टांगो की दीवारो में फ़ंसा हुआ था। मैने कोई चारा ना देख उसकी चूत को बर्गर की तरह चुभलाते हुए हल्का हल्का दांत गड़ाना शुरु कर दिया। उसकी सिसकारियां और अंग्रेजी गालियां तेज होती गईं। अब तक कहां था मादरचोद, सक माई पुसी! ओ या आई लव इट! और उसकी मोटी मोटी जांघो के बीच मेरी मुंडी आधे घंटे तक फ़ंसी रही और मेरा लंड खड़ा होकर ऐंठता रहा। अब उसकी चूत से नमकीन पानी आने लगा जिसकी खूश्बू चंदन की तरह थी। मैने जब तक पूरा पानी पिया नही, उसने मेरा सिर बाहर आने ही नही दिया।
जैसे ही मै अपना सिर निकालकर खड़ा हुआ उसने मेरा लंड पकड़ लिया और मुझे धक्का मारकर बेड पर बैठा दिया। वह मेरे खड़े लंड को सीधा करके अपनी चूत में डालकर चोदने लगी, जैसे मै ही औरत हूं और वह मर्द है। थोड़ी देर बाद उसने घोडी बनते हुए अपनी गांड में उंगली डालकर गांड मारने का इशारा किया। अब मेरी बारी थी, इस काम में मैं उस्ताद था। मैने उसकी गांड में जबरदस्त धक्के लगाने शुरु किये। उसकी गांड किसी क्वारी लड़की की चूत की तरह टाइट फ़िट हो रही थी। जैसे मैं धक्के मारता ऐसा लगता जैसे एयर टाइट पिस्टन चल रहा हो फ़क! फ़क! और वह बड़बड़ा रही थी फ़क माय ऐस्स!! फ़क माय ऐस्स!! और फ़िर उसके चूत से गाढ़ा गाढ़ा पदार्थ बाहर आने लगा। शायद गांड में पेलने से ही वह दुबारा झड़ गई थी। अब मैं भी झड़ने वाला था और उसे इसका अहसास हो गया होगा इसलिए उसने मेरा लंड अपनी गांड से निकाल कर अपने मुह मे ले लिया और चूस कर मेरे लंड का सारा पानी पी गई और अपने मुह पर ऐसे जीभ फ़ेरने लगी जैसे मलाई चट करने के बाद बिल्ली अपनी मूंछो पर जीभ फ़ेरती है। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
जैसे ही मै अपना सिर निकालकर खड़ा हुआ उसने मेरा लंड पकड़ लिया और मुझे धक्का मारकर बेड पर बैठा दिया। वह मेरे खड़े लंड को सीधा करके अपनी चूत में डालकर चोदने लगी, जैसे मै ही औरत हूं और वह मर्द है। थोड़ी देर बाद उसने घोडी बनते हुए अपनी गांड में उंगली डालकर गांड मारने का इशारा किया। अब मेरी बारी थी, इस काम में मैं उस्ताद था। मैने उसकी गांड में जबरदस्त धक्के लगाने शुरु किये। उसकी गांड किसी क्वारी लड़की की चूत की तरह टाइट फ़िट हो रही थी। जैसे मैं धक्के मारता ऐसा लगता जैसे एयर टाइट पिस्टन चल रहा हो फ़क! फ़क! और वह बड़बड़ा रही थी फ़क माय ऐस्स!! फ़क माय ऐस्स!! और फ़िर उसके चूत से गाढ़ा गाढ़ा पदार्थ बाहर आने लगा। शायद गांड में पेलने से ही वह दुबारा झड़ गई थी। अब मैं भी झड़ने वाला था और उसे इसका अहसास हो गया होगा इसलिए उसने मेरा लंड अपनी गांड से निकाल कर अपने मुह मे ले लिया और चूस कर मेरे लंड का सारा पानी पी गई और अपने मुह पर ऐसे जीभ फ़ेरने लगी जैसे मलाई चट करने के बाद बिल्ली अपनी मूंछो पर जीभ फ़ेरती है। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
फिर मैंने उसे लिटाया और उसकी टाँगे फैला दी और अपने लण्ड को उसकी चूत पर घुमाने लगा, वो एकदम से तड़प उठी और कहने लगी, ओह यस फक मी फ़ास्ट ओह यस। मैंने भी उसको और ज्यादा नहीं तड़पाया और मैंने अपने लण्ड को उसकी चूत पर रख दिया और एक शॉट मारा और मेरा आधा लण्ड उसकी चूत में चला गया. वो एकदम से कहरा उठी. वो बड़बड़ाने लगी… याआआआअह्ह्ह फ्फ्फफ्फ्फ्फक्क्क्क मी रियली यू अरे वैरी गुड मैंन। मैं धीरे – धीरे उसे चोदने लगा और 5 मिनट बाद स्पीड बढ़ा दी. वो याआआआअह्ह्ह किल्लल्ल्ल मी....डिअरर्रर्रर फक मी…. फक मी कर रही थी. उस के बाद मैंने उसे अपने ऊपर ले लिया और वो चुदने लगी। फिर कुछ देर बाद मैंने उसे डॉगी स्टाइल में चोदा. वो फक मी हार्ड… फक मी हार्ड…बोल रही थी… मैं उसको बहुत तेजी से चोद रहा था. कोई 20 - 25 मिनट के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए। उसने झट से मेरा लंड चूत में से निकाला अपने मुंह में ले लिया और मेरे लंड का सारा पानी पि गई। हम दोनों ऐसे ही लेट गए. वो अपनी चुदाई से बहुत खुश लग रही थी. हम एक दूसरे के पास नंगे लेटे रहे. हम दोनों के बदन एकदूसरे को टच कर रहे थे. हम दोनों ऐसे ही सो गए और सुबह उठकर फिर मैंने उसे चोदा। वो बहुत खुश हो गई।
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