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बुआ को हमारे वकील ने मन लगाकर चोदा Buaa ko hamare vakil ne man lagakar choda
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हेलो फ्रेंड्स.. मेरा नाम सन्नी है. मैं मार्च 2012 में 21 साल का हो गया हूँ मेरी ठीक ठाक बॉडी है और कलर बहुत साफ है और मेरी बुआ 40 साल की हैं उनका फिगर 32-30-36 है. फिर एक दिन, मैं बुआ के घर यह सोचकर गया कि मैं आज तो बुआ को बहुत चोदुंगा और उन्होंने उनके घर की दूसरी चाबी मुझे दे रखी थी. मैंने उससे घर का गेट खोला और सीधा अंदर चला गया और मैंने सोचा कि आज चुपके से जाकर उन्हें पीछे से पकड़ लूँगा और चकित कर दूँगा.. लेकिन घर में घुसते ही चकित तो मैं खुद ही हो गया क्योंकि मुझे बुआ के बेडरूम से कुछ आवाज़ें आ रही थी और वो आवाजे चुदाई के समय आती है. मैं जल्दी से उनके बेडरूम की तरफ गया और देखा तो गेट अंदर से बंद था और मुझे अंदर से ऐसी आवाज़ें सुनाई दे रही थी कि जैसे कोई किस कर रहा हो.
हेलो फ्रेंड्स.. मेरा नाम सन्नी है. मैं मार्च 2012 में 21 साल का हो गया हूँ मेरी ठीक ठाक बॉडी है और कलर बहुत साफ है और मेरी बुआ 40 साल की हैं उनका फिगर 32-30-36 है. फिर एक दिन, मैं बुआ के घर यह सोचकर गया कि मैं आज तो बुआ को बहुत चोदुंगा और उन्होंने उनके घर की दूसरी चाबी मुझे दे रखी थी. मैंने उससे घर का गेट खोला और सीधा अंदर चला गया और मैंने सोचा कि आज चुपके से जाकर उन्हें पीछे से पकड़ लूँगा और चकित कर दूँगा.. लेकिन घर में घुसते ही चकित तो मैं खुद ही हो गया क्योंकि मुझे बुआ के बेडरूम से कुछ आवाज़ें आ रही थी और वो आवाजे चुदाई के समय आती है. मैं जल्दी से उनके बेडरूम की तरफ गया और देखा तो गेट अंदर से बंद था और मुझे अंदर से ऐसी आवाज़ें सुनाई दे रही थी कि जैसे कोई किस कर रहा हो.
फिर मैंने इधर उधर देखा.. लेकिन मुझे कुछ नहीं सूझा कि मैं कहाँ से देखूं कि अंदर क्या हो रहा है? फिर मुझे याद आया कि रक्षित और बुआ का कमरा जुड़ा हुआ है और उसके रूम और बुआ के रूम में दोनों के कमरों की एक ही खिड़की है और वो खिड़की इसलिए बनाई थी ताकि रक्षित जो कि अभी केवल 11 साल का है अगर रात के समय नींद में उठ जाए या डरकर रोने लगे तो बुआ फुफाजी तक आवाज़ जाए. पहले यह तरीका मुझे अजीब लगता था.. लेकिन आज मुझे यह बहुत अच्छा लग रहा था. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैं बहुत धीरे धीरे और बिना आवाज़ के दूसरे कमरे में गया और बड़ी सावधानी से एक कुर्सी उस खिड़की के नीचे रखी और उस पर चड़ गया और फिर जो मुझे दिखा वो तो एक बहुत बड़ा झटका था.. मेरी बुआ किसी आदमी को बहुत ही गरम होकर किस कर रही थी और वो दोनों बेड पर नंगे पड़े थे और उस आदमी की पीठ मेरी तरफ थी. तो मुझे पता नहीं चल पा रहा था कि वो कौन है? और फिर मुझे इस बात का बहुत दुःख: भी था कि शायद मेरा अब यहाँ पर चुदाई का काम खत्म हो गया.. लेकिन अब उनकी किसिंग देखकर और कामुक आवाज़ें सुनकर मेरा लंड तो खड़ा हो गया था और मैं लोवर्स के ऊपर से अपने लंड को मसलने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद उनकी किस टूटी और फिर उस आदमी ने बुआ से कहा कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और यह बात कहकर उसने उनके कान पर हल्का सा काटा. तभी मुझे ऐसा लगा कि जैसे यह आवाज़ मैंने पहले कभी सुनी है.. लेकिन फिर मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया.
फिर उसने बुआ को लेटाया और उनके ऊपर आकर उनके सीधे बूब्स को अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे बूब्स को अपने हाथ से दबाने लगा. बुआ के मुहं से आवाज़े निकलने लगी आह्ह्ह आह्ह्ह उम्म आह और फिर वो अपनी दोनों आँखे बंद करके मज़ा ले रही थी. तभी मुझे उस आदमी का चेहरा दिखा और मैं उस आदमी को देखकर बहुत चकित रह गया क्योंकि वो संजीव अंकल थे और वो हमारे सलाहकार है. जो पापा के ऑफिस में काम करते है.. इनकी उम्र 34 साल है वो एक शादीशुदा आदमी है और उनकी एक 5 साल की बेटी है. फिर यह सब देखकर तो मैं पागल ही हो गया और अब तो मेरा लंड मेरे काबू से बाहर हो चला था और अब मैं चुपचाप इनकी चुदाई का शो मजे से देख रहा था और खुद ही अपने लंड को शांत कर रहा था. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
वो बुआ के बूब्स चूस रहा था और कभी कभी बुआ के बूब्स को दाँतों से काट भी रहा था और बुआ तब एकदम से चींख पड़ती और फिर 10-15 मिनट ऐसे ही बुआ के बूब्स चूसने और काटने के बाद उन्होंने फिर एक ज़ोरदार लिप किस किया और फिर उसने बुआ को अपना लंड चूसने को कहा.. लेकिन बुआ ने साफ मना कर दिया.
वकील अंकल : चलो अब आप मेरा लंड भले ही ना चूसे.. लेकिन मैं तो आपकी चूत चाट सकता हूँ की उसमे भी कोई दिक्कत है? बुआ ने कुछ नहीं कहा बस शरारत भरी स्माईल पास की और उसके सर को पकड़कर नीचे करने लगी. फिर अंकल ने बुआ के दोनों पैरों को फैलाया और उनकी चूत को ऐसे चाटने लगी जैसे एक कुत्ता हड्डी को चाटता है और बुआ अब ज़ोर ज़ोर से मोनिंग कर रही थी अहहुहह अहउहह और ज़ोर ज़ोर से अपनी गांड को ऊपर नीचे करके चूत चटवा रही थी. फिर अंकल ने बुआ की चूत तब तक चाटी जब तो वो एक बार झड़ नहीं गयी और फिर उन्होंने बुआ की चूत का सारा पानी पी लिया और उन्हें देखकर में बहुत गरम हो रहा था. फिर वो बुआ के ऊपर आ गये और किस करने लगे.
वकील अंकल : क्या तुम तैयार हो अपनी चुदाई के लिए?
बुआ : हाँ में तैयार हूँ.. लेकिन तुम पहले कंडोम तो पहन लो.
वकील अंकल : क्यों आप अभी भी हमारी इस चुदाई से प्रेग्नेंट हो सकती हैं क्या?
बुआ : नहीं.. लेकिन में बिना कंडोम के तुम्हे अपनी चुदाई करने के लिए हाँ नहीं कहूंगी जाओ और मेरी अलमारी से कंडोम निकाल लो.
वकील अंकल उठे और अलमारी से कंडोम निकालने लगे.. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैं बुआ को देखे जा रहा था तभी इतने में पता नहीं कैसे बुआ की नज़र मुझ पर पड़ गयी और वो चकित हो गयीं.. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला और एक शरारती स्माईल पास की. फिर अंकल ने अलमारी से कंडोम निकाला और उसे अपने खड़े 7 इंच के लंड पर चढ़ा लिया.. फिर वो बुआ के पास आए और उनके ऊपर आकर किस करने लगे. उन्होंने अपने हाथों से लंड को बुआ की चूत पर सेट किया और एक ज़ोरदार धक्का लगाया.. बुआ की चीख निकल गयी अहह उफ्फ्फ माँ में मरी प्लीज थोड़ा आराम से करो मैं तुम्हे छोड़कर कहीं भाग नहीं रही हूँ.. अहह और वो बड़ी लम्बी लम्बी सिसकियाँ लेने लगी.
फिर कुछ देर रुककर उन्होंने एक और धक्का मारा और उनका पूरा लंड बुआ की चूत में चला गया था और अब उन्होंने धीरे धीरे धक्के मारने शुरू किए और अब उनके हर एक धक्के के साथ साथ बुआ भी आवाज़े निकाल रही थी.. आहआह आह्ह्ह ईईईई. फिर धीरे धीरे उन्होंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और पूरा रूम बुआ की चीखों से आह हः आहा हः आह आह उम्म्म आह और उनके जिस्म के टकराने की आवाज़ो से भर गया था.. ठपठप छप और बीच बीच में अंकल बुआ को किस भी करते और उनके बूब्स भी दबाते और बुआ के बूब्स तो वो इतने बुरी तरह मसलते की बुआ चीख ही पड़ती अहह धीरे उहह.
वो मस्ती में मेरी बुआ को मसल रहा था और बुआ भी अपनी गांड उठा – उठा कर उनका साथ दे रही थी. इधर उन दोनों की चुदाई देख कर मेरा बुरा हाल होने लगा था और अब मैं अपने लंड को बाहर निकाल कर अपने लंड का मथुन करने लगा था. मेरा लंड दिवार से टच हो रहा था और वो मुझे एक अजीब सी सिहरन देने लगा था. करीब १० मिनट बाद, वकील अंकल की स्पीड तेज हो गयी और उन दोनों के आवाज़े भी जोर से निकलने लगी थी और फिर एक ही झटके में वकील अंकल ने अपना वीर्य बुआ की चूत में छोड़ दिया और वो निढाल होकर बुआ पर गिर पड़े. बुआ ने भी अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया और उनका शरीर भी निढाल हो गया.
अब तक मैं बहुत ज्यादा गरम हो चूका था और मेरे हाथ मेरे लंड को बहुत जोर से मसल रहा था और एक एक जोरदार गरम पिचकारी के साथ मेरे लंड ने अपना पूरा माल दिवार पर छोड़ दिया. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। बुआ बेड पर पड़ी मेरी तरफ देख रही थी और उन्होंने वकील से नज़रे बचा कर मुझे एक फ्लाइंग किस दे दी. अब मेरा पूरा माल निकल चूका था और दिवार गन्दी कर चूका था. वकील उनको चोदने के बाद, उनको बाय बोलकर चले गया. वो मेरे पास आई और बोली – देख, वकील अभी मुझे चोद कर गया है. तू और मैं अब चुदाई कभी और बाद में करेंगे.
मैं बहुत धीरे धीरे और बिना आवाज़ के दूसरे कमरे में गया और बड़ी सावधानी से एक कुर्सी उस खिड़की के नीचे रखी और उस पर चड़ गया और फिर जो मुझे दिखा वो तो एक बहुत बड़ा झटका था.. मेरी बुआ किसी आदमी को बहुत ही गरम होकर किस कर रही थी और वो दोनों बेड पर नंगे पड़े थे और उस आदमी की पीठ मेरी तरफ थी. तो मुझे पता नहीं चल पा रहा था कि वो कौन है? और फिर मुझे इस बात का बहुत दुःख: भी था कि शायद मेरा अब यहाँ पर चुदाई का काम खत्म हो गया.. लेकिन अब उनकी किसिंग देखकर और कामुक आवाज़ें सुनकर मेरा लंड तो खड़ा हो गया था और मैं लोवर्स के ऊपर से अपने लंड को मसलने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद उनकी किस टूटी और फिर उस आदमी ने बुआ से कहा कि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और यह बात कहकर उसने उनके कान पर हल्का सा काटा. तभी मुझे ऐसा लगा कि जैसे यह आवाज़ मैंने पहले कभी सुनी है.. लेकिन फिर मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया.
फिर उसने बुआ को लेटाया और उनके ऊपर आकर उनके सीधे बूब्स को अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे बूब्स को अपने हाथ से दबाने लगा. बुआ के मुहं से आवाज़े निकलने लगी आह्ह्ह आह्ह्ह उम्म आह और फिर वो अपनी दोनों आँखे बंद करके मज़ा ले रही थी. तभी मुझे उस आदमी का चेहरा दिखा और मैं उस आदमी को देखकर बहुत चकित रह गया क्योंकि वो संजीव अंकल थे और वो हमारे सलाहकार है. जो पापा के ऑफिस में काम करते है.. इनकी उम्र 34 साल है वो एक शादीशुदा आदमी है और उनकी एक 5 साल की बेटी है. फिर यह सब देखकर तो मैं पागल ही हो गया और अब तो मेरा लंड मेरे काबू से बाहर हो चला था और अब मैं चुपचाप इनकी चुदाई का शो मजे से देख रहा था और खुद ही अपने लंड को शांत कर रहा था. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
वो बुआ के बूब्स चूस रहा था और कभी कभी बुआ के बूब्स को दाँतों से काट भी रहा था और बुआ तब एकदम से चींख पड़ती और फिर 10-15 मिनट ऐसे ही बुआ के बूब्स चूसने और काटने के बाद उन्होंने फिर एक ज़ोरदार लिप किस किया और फिर उसने बुआ को अपना लंड चूसने को कहा.. लेकिन बुआ ने साफ मना कर दिया.
वकील अंकल : चलो अब आप मेरा लंड भले ही ना चूसे.. लेकिन मैं तो आपकी चूत चाट सकता हूँ की उसमे भी कोई दिक्कत है? बुआ ने कुछ नहीं कहा बस शरारत भरी स्माईल पास की और उसके सर को पकड़कर नीचे करने लगी. फिर अंकल ने बुआ के दोनों पैरों को फैलाया और उनकी चूत को ऐसे चाटने लगी जैसे एक कुत्ता हड्डी को चाटता है और बुआ अब ज़ोर ज़ोर से मोनिंग कर रही थी अहहुहह अहउहह और ज़ोर ज़ोर से अपनी गांड को ऊपर नीचे करके चूत चटवा रही थी. फिर अंकल ने बुआ की चूत तब तक चाटी जब तो वो एक बार झड़ नहीं गयी और फिर उन्होंने बुआ की चूत का सारा पानी पी लिया और उन्हें देखकर में बहुत गरम हो रहा था. फिर वो बुआ के ऊपर आ गये और किस करने लगे.
वकील अंकल : क्या तुम तैयार हो अपनी चुदाई के लिए?
बुआ : हाँ में तैयार हूँ.. लेकिन तुम पहले कंडोम तो पहन लो.
वकील अंकल : क्यों आप अभी भी हमारी इस चुदाई से प्रेग्नेंट हो सकती हैं क्या?
बुआ : नहीं.. लेकिन में बिना कंडोम के तुम्हे अपनी चुदाई करने के लिए हाँ नहीं कहूंगी जाओ और मेरी अलमारी से कंडोम निकाल लो.
वकील अंकल उठे और अलमारी से कंडोम निकालने लगे.. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैं बुआ को देखे जा रहा था तभी इतने में पता नहीं कैसे बुआ की नज़र मुझ पर पड़ गयी और वो चकित हो गयीं.. लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला और एक शरारती स्माईल पास की. फिर अंकल ने अलमारी से कंडोम निकाला और उसे अपने खड़े 7 इंच के लंड पर चढ़ा लिया.. फिर वो बुआ के पास आए और उनके ऊपर आकर किस करने लगे. उन्होंने अपने हाथों से लंड को बुआ की चूत पर सेट किया और एक ज़ोरदार धक्का लगाया.. बुआ की चीख निकल गयी अहह उफ्फ्फ माँ में मरी प्लीज थोड़ा आराम से करो मैं तुम्हे छोड़कर कहीं भाग नहीं रही हूँ.. अहह और वो बड़ी लम्बी लम्बी सिसकियाँ लेने लगी.
फिर कुछ देर रुककर उन्होंने एक और धक्का मारा और उनका पूरा लंड बुआ की चूत में चला गया था और अब उन्होंने धीरे धीरे धक्के मारने शुरू किए और अब उनके हर एक धक्के के साथ साथ बुआ भी आवाज़े निकाल रही थी.. आहआह आह्ह्ह ईईईई. फिर धीरे धीरे उन्होंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और पूरा रूम बुआ की चीखों से आह हः आहा हः आह आह उम्म्म आह और उनके जिस्म के टकराने की आवाज़ो से भर गया था.. ठपठप छप और बीच बीच में अंकल बुआ को किस भी करते और उनके बूब्स भी दबाते और बुआ के बूब्स तो वो इतने बुरी तरह मसलते की बुआ चीख ही पड़ती अहह धीरे उहह.
वो मस्ती में मेरी बुआ को मसल रहा था और बुआ भी अपनी गांड उठा – उठा कर उनका साथ दे रही थी. इधर उन दोनों की चुदाई देख कर मेरा बुरा हाल होने लगा था और अब मैं अपने लंड को बाहर निकाल कर अपने लंड का मथुन करने लगा था. मेरा लंड दिवार से टच हो रहा था और वो मुझे एक अजीब सी सिहरन देने लगा था. करीब १० मिनट बाद, वकील अंकल की स्पीड तेज हो गयी और उन दोनों के आवाज़े भी जोर से निकलने लगी थी और फिर एक ही झटके में वकील अंकल ने अपना वीर्य बुआ की चूत में छोड़ दिया और वो निढाल होकर बुआ पर गिर पड़े. बुआ ने भी अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया और उनका शरीर भी निढाल हो गया.
अब तक मैं बहुत ज्यादा गरम हो चूका था और मेरे हाथ मेरे लंड को बहुत जोर से मसल रहा था और एक एक जोरदार गरम पिचकारी के साथ मेरे लंड ने अपना पूरा माल दिवार पर छोड़ दिया. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। बुआ बेड पर पड़ी मेरी तरफ देख रही थी और उन्होंने वकील से नज़रे बचा कर मुझे एक फ्लाइंग किस दे दी. अब मेरा पूरा माल निकल चूका था और दिवार गन्दी कर चूका था. वकील उनको चोदने के बाद, उनको बाय बोलकर चले गया. वो मेरे पास आई और बोली – देख, वकील अभी मुझे चोद कर गया है. तू और मैं अब चुदाई कभी और बाद में करेंगे.
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