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अब्बू और उसके दोस्तों के लंड से चूत चुदाई - Abbu aur Doston ke land beti ki chut mein
अब्बू और उसके दोस्तों के लंड से चूत चुदाई - Abbu aur Doston ke land beti ki chut mein , बाप बेटी की चुदाई , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
एक दिन मैं अब्बू के दोस्त एहसान अली के घर गयी। उसकी बेटी समीरा मेरी बहुत अच्छी दोस्त है। वह मेरी ही उम्र की है और मेरे ही कॉलेज में पढ़ती है। पढ़ाई में मैं भी बहुत तेज हूँ और वह भी। शरारत में भी मैं अव्वल हूँ और वह भी। लड़कों की माँ बहन चोदने में मैं सबसे आगे रहती हूँ और वह भी। जितनी वो भोसड़ी वाली बेशरम बेहाया है उतनी मैं भी। उसकी भी चूंचियां बड़ी बड़ी हैं और मेरी भी। उसकी भी गांड मोटी है और मेरी भी।
मैं जब उसके घर में दाखिल हुई तो वह बोली सायरा तू सीधे मेरे बेड रूम में आ जा। मैं बेझिझक उसके बेड रूम में चली गयी। मैं जैसे ही कमरे में घुसी वैसे मैंने देखा की वह अपने अब्बू के पैजामे के अंदर हाथ डाले उसका लन्ड हिला रही है। मुझे देख कर वह बोली अरे सायरा तुम इधर मेरे अब्बू के बगल में बैठ जाओ। मैं थोड़ा झिझकी जरूर मगर फिर बैठ गयी. मेरे बैठते ही उसने लन्ड पैजामे के बाहर निकाला और मुझे दिखाते हुए बोली लो सायरा पकड़ो मेरे अब्बू का लन्ड जैसे मैं तेरे अब्बू का लन्ड पकड़ती हूँ। मैंने हाथ बढ़ाते हुए कहा यार मुझे नहीं मालूम की तुम मेरे अब्बू का लन्ड कैसे पकड़ती हो ? वह बोली हाय अल्ला, तुझे अभी तक यह नहीं मालूम की मैं तेरे अब्बू का लन्ड पकड़ती हूँ। अरे मैं तो पिछले ६ महीने से पकड़ रही हूँ उसका लन्ड । तेरे अब्बू का लौड़ा भी बिलकुल इसी तरह का है सायरा। कभी कभी तो मुझे लगता है की मेरेअब्बू का लौड़ा ज्यादा बड़ा और मोटा है और कभी कभी लगता है की नहीं सायरा केअब्बू का लन्ड और मोटा है। हां दोनों लन्ड के टोपा अलग अलग हैं। मेरे अब्बू के लन्ड का टोपा अंडाकार है और तेरे अब्बू के लन्ड का टोपा एकदम गोल है। मेरे मन में आया की जब समीरा मेरे अब्बू का लन्ड पकड़ती है तो फिर मुझे इसके अब्बू का लन्ड पकड़ने में कोई हिचक नहीं करनी चाहिए। यही सोंच कर मैं उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
मैं मन में यह भी सोंचने लगी की मेरा अब्बू भी कितना हरामी आदमी है मादर चोद जो मेरी सहेलियों का अपना लन्ड पकड़ाता है। फिर मन में आया की मैं भी तो मादर चोद बड़ी बेशरम हूँ जो अपने अब्बू के दोस्त का लन्ड पकड़ कर मस्ती से हिला रही हूँ। असली बात यह है की मुझे भी अब्बू के दोस्तों के लन्ड पसंद आ रहें हैं। अभी पिछले हफ्ते मैंने उसके एक और दोस्त अनवर का लन्ड पकड़ा था। उसका लौड़ा तो इतना बढ़िया लगा मुझे की मैं बिना चुदवाये वहां से हिली नहीं। यह भी बात सही है की मुझे उसके दोस्तों के लन्ड चाटने में कोई शर्म नहीं है. उधर मेरा अब्बू भी मेरी सहेलियों को अपना लन्ड पकड़ाने में बिलकुल नहीं शर्माता ? मगर एक बात है की मैंने अभी तक अपने अब्बू का लन्ड नहीं देखा जैसे समीरा ने अपने अब्बू का लन्ड देखा है। अब्बू के लन्ड के बारे में जान कर मेरी भी इच्छा हो गयी की मैं भी उसका लन्ड पकड़ कर देखूँ ।
अब मैं आपको सच्ची कहानी बताती हूँ। हमारा खानदान बहुत पैसे वाला है। धन दौलत की कोई कमी नहीं है। हम लोग चाहे जितना पैसा खर्च करें पर पैसा ख़तम होने का नाम ही नहीं लेता बल्कि और बढ़ता ही जाता है। इसी पैसे की बदौलत मेरा अब्बू ऐय्याश हो गया। उसे शराब पीने की और लड़कियां चोदने की आदत हो गयी है। मैंने सुना है की लड़कियां खुद ब खुद उससे चुदवाने आतीं है। इसके दो कारण है। एक तो लड़कियों को खूब पैसा मिलता है। और दूसरे उन्हें मेरे अब्बू का मोटा मस्ताना हलब्बी लन्ड मिलता है। लड़कियां तो वैसे ही ऐसे लन्ड की दीवानी होतीं हैं। अब तो लड़कियां और पैसा बनाने के लिए अपनी माँ भी चुदवाने लगीं हैं। मुझे खाला ने कल बताया था की तेरे अब्बू ने मोहल्ले की रजिया नाम की लड़की की बुर चोदी है और रजिया ने फिर अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाया। यहाँ तक की लोग अपनी बीवी भी तेरे अब्बू से चुदवाने आते हैं। कभी कभी तेरा अब्बू भी लोगों की बीवियां चोदने उनके घर जाता है।
मैं ये सब बातें सुनकर मस्त हो गयी। अब्बू का लन्ड देखने की मेरी इच्छा और प्रबल हो गयी। मेरा अब्बू सबको चोदता है यह मेरे लिए फक्र की बात है पर मुझे अब्बू का शराब ज्यादा पीना अच्छा नहीं लगता। हालाँकि शराब मैं भी पीती हूँ लेकिन सिर्फ उतना जितने में मैं अच्छी तरह एन्जॉय कर सकूं। अब जब घर में इतना पैसा है, मैं जवान हूँ, खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ तो फिर ऐय्यासी क्यों न करूं ? तब तक समीरा ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे पूरी नंगी कर दिया। उसका अब्बा तो पहले से ही नंगा बैठा था। अब मैं लन्ड आधे से अधिक मुंह में लेकर चूसने लगी। मैंने मन में कह रही थी की अगर मेरे अब्बा का भी लन्ड ऐसा ही है तो बहुत अच्छा है। अब तो मैं जल्दी से जल्दीअब्बू का लन्ड पकड़ूँगी। तब तक अंकल मेरी चूंची सहलाने लगे और मेरी चूत पर हाथ फेरने लगे। मेरे चूतड़ और मेरी गांड भी सहला सहला कर मज़ा लेने लगे।
समीरा वहां से गयी नहीं। वहीँ डटी रही और मेरा लन्ड चूसना बड़े चाव से देखते रही। शायद वह भी मेरे अब्बा का लन्ड ऐसे ही चूसती होगी। खैर मैं तो तब तक बड़ी बेशरम हो चुकी थी। ऐय्यासी तो बेशर्म होकर ही की जाती है। मैंने कहा समीरा बुर चोदी तू भी मेरे अब्बा के लन्ड का ऐसे ही मज़ा लेती होगी। वह बोली हां बिलकुल लेती हूँ। लन्ड जब सामने हो कौन भोसड़ी की उसका मज़ा नहीं लेगी। और मैं तो लन्ड के खेल में कोई रिस्ता नहीं मानती। मैंने तो खुद हाथ बढ़ा कर अब्बा का खड़ा टन टनाता हुआ लन्ड पकड़ लिया था। अब यार किसी जवान लड़की के आगे अकेले में कोई अपना लन्ड खड़ा करके खड़ा हो जाए तो वह कैसे रुक सकती है ? बातें इस तरह की हो ही रही थी की अंकल ने लन्ड मेरी चूत में ठोंक दिया। इतना मोटा लन्ड जब घुसा मेरी चूत में तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फाड़ भोसड़ी वाले ने मेरी बुर। हाय अंकल ज़रा धीरे धीरे चोदो ये मेरी चूत है मेरी माँ का भोसड़ा नहीं जो एकदम से चढ़ बैठे हो ।
समीरा हंसने लगी। फिर मैं भी टाँगे फैलाकर चुदवाने लगी। लन्ड भी गीला मेरी चूत भी गीली ऐसे में लन्ड फिशलने लगा । उसके फिशलते ही समीरा उसे अंदर ठेलने लगी। उसे भी एक काम मिल गया और फिर वह अपने अब्बा के पेल्हड़ भी सहलाने लगी। उसकी गांड पर हाथ फेरने लगी और बोली अब्बू कस कस के चोदो सायरा की चूत। ये भोसड़ी की बहुत अच्छी तरह चुदवाती है। थोड़ी देर तक यूं ही चोदने के बाद उसने पीछे से चोदना शुरू कर दिया। फिर समीरा मेरे आगे लेट गयी तो मैं उसकी चूत चाटने लगी। थोड़ी देर में वह कुतिया बन कर चुदवाने लगी और वह मेरी चूत भी चाटने लगी। ऐसे में मुझे दो तरफ से मज़ा मिलने लगा। थोड़ी देर तक चोदने के बाद अंकल नीचे चित लेट गया और मुझे अपने लन्ड पर बैठा लिया। मैं उसके लन्ड पर कूद कूद कर चुदवाने लगी। मेरी टाइट चूत का कमाल यह था की अंकल का लन्ड बड़ी देर तक ठहर न सका। वह उगलने लगा वीर्य जिसे हम दोनों ने मिलकर खूब चाटा।
मैं अंकल से चुदवाकर वापस चली आयी। रास्ते में मैं सोंच रही थी की मेरी खाला जरूर मेरे अब्बू के लन्ड के बारे में जानती होंगीं ? तो फिर क्यों न मैं थोड़ा खाला की जासूसी कर लूँ ? बस मैं दिन रात खाला के आगे पीछे घूमने और उस पर नज़र रखने लगी। एक रात को मेरा काम हो गया। मैंने उस रात में खाला के कमरे से हलकी सी रोशनी आते हुए देखा। बस मैं उठी और अंदर झाँक कर देखे लगी। खिड़की से नज़ारा दिख रहा था। मैंने देखा की खाला तो बिलकुल नंगी बैठी हैं। मैंने पहली बार उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां देखीं और उसके मस्त भोसड़ा का दीदार दिया। वह सोफा पर बैठी हुई थी। मैं समझ गयी की खाला अकेली नहीं हैं। कोई और भी है उसके पास ? बस एक मिनट में एक आदमी बाथ रूम से निकला और खाला के सामने खड़ा हो गया। मुझे उस आदमी का चेहरा नहीं दिखाई पड़ा पर लन्ड पर निगाह जम गयी। खाला ने हाथ बढ़ाया और लन्ड पकड़ कर प्यार से सहलाने लगीं। लन्ड साला इतना मोटा तगड़ा था की मेरी चूत बहन चोद भभक उठी। मेरा मन हुआ की मैं भी अंदर घुस जाऊं ले लूँ मुंह में लन्ड ? तब तक उस आदमी का मुंह दिख गया। मैंने कहा वाओ, ये तो मेरा अब्बू है ? हाय अल्ला, तो ये मेरे अब्बू का लन्ड है ?
समीरा भोसड़ी की ठीक ही कह रही थी। इसका लन्ड उसके अब्बा के लन्ड से मिलता जुलता है। मेरी चूत का बाजा बजा जा रहा था। एक तो रात में वैसे ही चूत की गर्मी बढ़ जाती है। और जब खड़ा लन्ड सामने हो तो फिर चूत काबू में नहीं रहती ? मैं किसी तरह कसमसा कर खड़ी खड़ी सब तमासा देख रही थी। खाला ने लन्ड का सुपाड़ा चाटना शुरू किया और पेल्हड़ भी। अब्बू उसके बूब्स दबाने लगा और उसके भोसड़ा पर हाथ फिराने लगा। इधर मैं भी अपनी चूत को समझाने लगी। अचानक मेरी निगाह खाला की निगाह से लड़ गयी। उसने मुझे इशारा करके अंदर बुला लिया । मैं भी बेधड़क अंदर घुस गयी। अब्बू के मुंह से शराब की बू आ रही थी। वह नशे में बेहोश था लेकिन उसका लन्ड साला होश में था। खाला बोली हाय सायरा तू बाहर खड़ी खड़ी अपनी माँ चुदा रही है क्या ? अंदर आने में तेरी गांड फट रही है क्या ? मैंने कहा नहीं खाला मैं कुछ झिझक रही थी। वह बोली अच्छा समीरा के अब्बा का लन्ड पकड़ने में नहीं झिझकी तू ? उसका लन्ड अपनी चूत में घुसाने से नहीं झिझकी तू और यहाँ झिझक रही है तेरी माँ की चूत ? तेरी बहन की बुर ? ले चल पकड़ मेरे जीजा का लन्ड ? उसने मुझे अब्बू का लन्ड दिखाते हुए कहा।
मैंने कहा अरे खाला रही हो। मैं और अब्बू का लन्ड ,,,,,,,, ? वह बोली देख सायरा अब तू २१ साल की हो गयी है। बाहर से चुदवा कर आयी है तू। तो अब शर्म कैसी ? सुन भोसड़ी की रात में कोई बाप बेटी नहीं होती। रात में होता है बस लन्ड और चूत ? चल मैं तुझे दिखाती हूँ की बाहर क्या हो रहा है ? खाला ने कहा जीजा ले तू अपना लन्ड हिला मैं अभी आती हूँ। खाला नंगी नंगी मुझे बाहर ले गयीं। वह पहले मुझे अम्मी के कमरे में ले गयीं और कहा लो सायरा ज़रा झाँक कर अंदर देखो। मेरे अंदर जैसे ही देखा तो मेरी चूत फिर एक बार गनगना उठी। मैंने देखा की अम्मी अपने सारे कपड़े कर जीजा का लन्ड चूस रहीं है। जीजा का लन्ड भी साला बड़ा जबरदस्त था। मुझे देखने में मज़ा भी आया और मेरी हिम्मत भी बढ़ गयी। खाल बोली देखा सायरा तेरा जीजा अभी तेरी माँ चोदेगा। फिर वह मुझे आगे वाले कमरे में ले गयी। वहां मैंने देखा की मेरी दीदी मेरे खालू का लन्ड अपनी चूत में पेले हुए चुदवा रही है। खाला फिर बोली अब तुम क्या कहोगी सायरा ? तुम शर्म कर रही हो और यहाँ सब कुछ खुल्लम खुल्ला हो रहा है। तेरा खालू तेरी बहन की बुर ले रहा है। अरी मेरी है पगली जवानी में ये सब होता ही है। इसमें कोई गुनाह नहीं है। जवानी में तो बस एक ही बात है "पकड़ो लन्ड" "पेलो लन्ड" "चोदो लन्ड" ? लन्ड भोसड़ी का चाहे जिसका हो ?
मैंने मन में सोंचा जब सभी पराये मरद के लन्ड का मज़ा ले रही हैं तो फिर मैं क्यों न लूँ ? वहां से जैसे ही मैं खाला के साथ अपने कमरे में आयी तो अब्बू के लन्ड पर एक भूँखी बिल्ली की तरह टूट पड़ी मैं। मैं लन्ड मुंह में लेकर चाटने लगी और खाला मेरी चूत चाटने लगीं। मैं बोली खाला जान लौड़ा मुझे बड़ा मस्त कर रहा है। वह बोली हां सायरा जीजा का लौड़ा है ही इतना मजेदार की कोई भी इससे खेलने लगता है। मेरी बेटी भी इस लन्ड को बहुत पसंद करती है। मैंने कहा वाओ, तो वह भी मेरे अब्बू से चुदवाती है क्या ? वह बोली हां खूब चुदवाती है बुर चोदी। बड़ी मस्त और चालू बेटी है मेरी। वो तो अपने बॉय फ्रेंड्स के लन्ड भी मेरी चूत में पेलती है और तब मुझे बड़ा मज़ा आता है। फिर खाला ने लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और मैं चुदवाने लगी। खाला ने मुझे लन्ड पर बैठा दिया तो मुझे और मज़ा आने लगा।
अब्बू चोदने के बाद चला गया। मैं बाथ रूम गयी और तैयार हो गयी। बातें भी खाला से करती जा रही थी। एक घंटे के बाद खाला मुझे अम्मी के कमरे में ले गयी जहाँ मेरा जीजा लेटा था। खाला ने उसका लन्ड मुझे पकड़ा दिया। मैंने पूंछा की अम्मी कहाँ गयीं है तो खाला ने बताया वो इस समय मेरे मियां का लन्ड चाट रही है। फिर क्या मैंने अपने जीजा से जी भर के चुदवाया। मैंने उसका लन्ड खाला के भोसड़ा में भी पेला। खाला मस्त हो गयीं बोली सायरा तू भी मुझे उसकी तरह चुदवा रही है जैसे मेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है। अब तो खाला मेरी fucking friend बन गयी।
एक दिन मैं घर में मैं अकेली थी। इतवार का दिन था और सुबह के १११ बजे थे। अचानक मेरे अब्बू के दोस्त हनीफ अंकल आ गए। मैं उसे अच्छी तरह जानती थी। मैंने उसे बैठाया और आदत जाकर अपने ऊपर के कपड़े खोल डाले। मैंने एक सलवार पहना और ऊपर बिलकुल नंगी। हां एक चुन्नी माला की तरह डाल ली। मैंने अंकल के लिये नास्ता लगा दिया। वह नास्ता करने लगा और मैं बातें करने लगी। मैंने कहा अंकल आज तो तुम बहुत हॉट लग रहे हो। मेरा दिल तुम पर आ गया है। वह बोला सायरा आज तुम भी बड़ी खूबसूरत लग रही हो। नास्ता ख़तम हुआ तो मैंने कहा अंकल ज़रा मेरे सामने आओ प्लीज। मैं सोफा पर बैठी थी। वह मेरे सामने आकर खड़ा हो गया। मैं उसकी पेंट की बेल्ट खोलने लगी। वह बोला ये क्या कर रही हो सायरा ? मैंने कहा तेरा भोसड़ी का लन्ड ढूंढ रही हूँ अंकल। वह मेरे मुंह से लन्ड सुनकर मस्त हो गया। उसने कहा उसे ढूंढ कर क्या करोगी ? उसकी गांड मारूंगी मैं अंकल। सुना है तेरा लन्ड बड़ा मोटा है पर आजतक तूने कभी मुझे दिखाया नहीं ? तब तक मेरी चुन्नी नीचे गिर गयी और मैंने न उसे उठाया और न उसकी परवाह की। मेरी चूंचियां अंकल बड़े गौर से देखने लगा। फिर उसने चूंचियां दबा दीं और कहा सायरा तुम वाकई बड़ी लाजबाब हो ? तब तक मैं उसकी पैंट खोलकर बाहर कर चुकी थी।
मैंने उसकी चड्ढी खोली तो लौड़े मियाँ मेरे सामने तन कर खड़े हो गए। मैंने लन्ड पकड़ा और कहा हाय दईया लन्ड तो बड़ा सॉलिड है यार तेरा। देखो साला बढ़ता ही जा रहा है। मैंने लन्ड की कई बार चुम्मी ली। मुझे लन्ड पर प्यार आ गया। मैं पेल्हड़ भी चूमने लगी। तब तक उसने मेरी सलवार खोल दी। मेरी छोटी छोटी झांटों वाली चूत उसके सामने नंगी हो गयी। वह बोला सायरा तेरी चूत बहुत ही हॉट और सेक्सी है। वह झुक कर मेरी चूत चाटने लगा और मैं उसका लन्ड। हम दोनों 69 बन गये। उसे मज़ा आने लगा और मुझे भी। वह बोला सायरा इसी तरह मैं तेरी खाला की बिटिया की बुर चाटता हूँ। यह सुनकर तो मेरी चूत की आग और भड़क गयी। मैं और मस्ती से उसका लन्ड चूसने चाटने लगी। लन्ड भी साला ८" + था . इतना मोटा लन्ड पाकर मैं अल्ला का शुक्रिया अदा कर रही थी। वह मेरे चूतड़ों पर भी हाथ फिराने लगा।
तब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी। मैंने कहा अंकल अब पेल दो लन्ड। अब मुझसेऔर नहीं रहा जा रहा. वह भी ताव में था। लन्ड घुसेड़ा तो तसल्ली हुई। एक हल्का सा झटका जरूर लगा और फिर मज़ा आने लगा। उसने स्पीड तेज की और मैं झमाझम चुदवाने लगी। मैंने कहा हाय अंकल तेरा लन्ड तो बड़ी मस्ती से चोद रहा है मेरी चूत। आज मुझे बहुत दिनों के बाद कोई मरदाना लन्ड मिला है। मुझे खूब चोदो। अपनी बीवी की तरह चोदो मुझे। मैं तेरी रंडी हूँ मेरे राजा मुझे और कस कस के चोदो। मैं तेरी रखैल हूँ मुझे चोदो। पूरा लौड़ा घुसेड़ के चोदो। मुझे मज़ा आ रहा है। मैं भी अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही थी। वह भी लन्ड पूरा बाहर निकालता और फिर अंदर घुसड़ देता। उसकी चोदने की स्टाइल मुझे बहुत पसंद आयी। कुछ लोग लन्ड थोड़ा ही बाहर निकालते हैं और फिर अंदर घुसेड़ देते हैं लेकिन अंकल लन्ड पूरा बाहर निकाल निकल कर अंदर घुसेड़ रहा था। इससे चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा आ रहा था। मैंने सोंच लिया की मैं इससे आगे भी चुदवाती रहूंगी। इसका लन्ड चूत में चारों तरफ से चिपक कर चोदता है। मैं मन में सोंच रही थी की ये साला मेरी जरूयर चोदता होगा। और हो सकता है की मेरी खाला भी इससे चुदवाती हों। जब लौड़ा बढ़िया है तो फिर ये सब खूब मस्ती से भकाभक चुदवाती हिंगी। खैर मैं बाद में पूछूँगी।
एक दिन मैं अपनी दोस्त लैला के घर पहुँच गयी। लैला का अब्बू जावेद भी मेरेअब्बू का दोस्त है। किसी ने मुझे बताया की जावेद का लौड़ा बड़ा चोदू है और सख्त है। मैं लैला से बात करते करते पूंछ बैठी यार तेरे सुना है की तेरे अब्बू का लन्ड बड़ा हक्कानी है। वह मुस्कराकर बोली अब मैं अपने मुंह से अपने अब्बू के लन्ड के बारे में क्या कहूँ ? तुम खुद ही पकड़ कर देख लो न ? मैंने कहा वाओ, क्या मैं वाकई पकड़ कर देख सकती हूँ उसका लन्ड ? वह बोली हां बिलकुल देख सकती हो। वह मुझे अंदर कमरे में ले गयी जहाँ उसका अब्बू बिलकुल नंगा
लेटा हुआ था और उसका लन्ड एक लड़की नंगी बैठी हुई हिला रही थी। लैला बोली ये है मेरी नन्द सबा। मेरी नन्द मेरे अब्बू के लन्ड की बड़ी दीवानी है। वह जब जब आती है तो मेरे अब्बू से चुदवाती जरूर है। अब लो तुम भी पकड़ के देखो इसका लन्ड ? सबा ने मुझे लन्ड पकड़ा दिया। लैला ने सबा से कहा यार ये मेरी दोस्त सायरा है आज तुम इसकी चूत पहले चुदवा दो बाद में तुम चुदवा लेना।
मैंने फिर उसके लन्ड का पूरा मज़ा लिया। इस तरह मैं अब्बू के हर दोस्त का लन्ड पकड़ती गयी और उनसे चुदवाती गयी। वैसे मैंने लड़कों से भी खूब चुदवाया है लेकिन अंकल लोगों से चुदवाने के कई फायदे हैं। एक तो उनके लन्ड बड़े और मोटे मोटे होतें हैं। दूसरे उन्हें चोदने का अनुभव होता है इसलिये वो बड़ी देर तक चोदते रहतें है जल्दी खलास नहीं होते। तीसरे उन्हें लड़कियां चोदने का और उनकी माँ चोदने का का इल्म आता है। वो जानतें है की चूत कैसे चोदी जाती है और भोसड़ा कैसे चोदा जाता है। अंकल से चुदवाने में नॉर्मली कोई शक भी नहीं करता।
मैंने एक दिन मजाक मजाक में कहा की अब्बू एक तू है और एक तेरे दोस्त हैं। तू तो बस शराब पी कर पड़ा रहता है और तेरे दोस्त सबकी चूत चोदने का मज़ा लेते रहतें हैं। यानी तू शराब ज्यादा पीता है और चोदता कम है जबकि तेरे दोस्त चोदते ज्यादा हैं और शराब कम पीते हैं। मैं चाहती हूँ की आज से तुम भी शराब पीना कम कर दो और चोदना ज्यादा शुरू कर दो।
एक दिन मैं अब्बू के दोस्त एहसान अली के घर गयी। उसकी बेटी समीरा मेरी बहुत अच्छी दोस्त है। वह मेरी ही उम्र की है और मेरे ही कॉलेज में पढ़ती है। पढ़ाई में मैं भी बहुत तेज हूँ और वह भी। शरारत में भी मैं अव्वल हूँ और वह भी। लड़कों की माँ बहन चोदने में मैं सबसे आगे रहती हूँ और वह भी। जितनी वो भोसड़ी वाली बेशरम बेहाया है उतनी मैं भी। उसकी भी चूंचियां बड़ी बड़ी हैं और मेरी भी। उसकी भी गांड मोटी है और मेरी भी।
मैं जब उसके घर में दाखिल हुई तो वह बोली सायरा तू सीधे मेरे बेड रूम में आ जा। मैं बेझिझक उसके बेड रूम में चली गयी। मैं जैसे ही कमरे में घुसी वैसे मैंने देखा की वह अपने अब्बू के पैजामे के अंदर हाथ डाले उसका लन्ड हिला रही है। मुझे देख कर वह बोली अरे सायरा तुम इधर मेरे अब्बू के बगल में बैठ जाओ। मैं थोड़ा झिझकी जरूर मगर फिर बैठ गयी. मेरे बैठते ही उसने लन्ड पैजामे के बाहर निकाला और मुझे दिखाते हुए बोली लो सायरा पकड़ो मेरे अब्बू का लन्ड जैसे मैं तेरे अब्बू का लन्ड पकड़ती हूँ। मैंने हाथ बढ़ाते हुए कहा यार मुझे नहीं मालूम की तुम मेरे अब्बू का लन्ड कैसे पकड़ती हो ? वह बोली हाय अल्ला, तुझे अभी तक यह नहीं मालूम की मैं तेरे अब्बू का लन्ड पकड़ती हूँ। अरे मैं तो पिछले ६ महीने से पकड़ रही हूँ उसका लन्ड । तेरे अब्बू का लौड़ा भी बिलकुल इसी तरह का है सायरा। कभी कभी तो मुझे लगता है की मेरेअब्बू का लौड़ा ज्यादा बड़ा और मोटा है और कभी कभी लगता है की नहीं सायरा केअब्बू का लन्ड और मोटा है। हां दोनों लन्ड के टोपा अलग अलग हैं। मेरे अब्बू के लन्ड का टोपा अंडाकार है और तेरे अब्बू के लन्ड का टोपा एकदम गोल है। मेरे मन में आया की जब समीरा मेरे अब्बू का लन्ड पकड़ती है तो फिर मुझे इसके अब्बू का लन्ड पकड़ने में कोई हिचक नहीं करनी चाहिए। यही सोंच कर मैं उसका लन्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
मैं मन में यह भी सोंचने लगी की मेरा अब्बू भी कितना हरामी आदमी है मादर चोद जो मेरी सहेलियों का अपना लन्ड पकड़ाता है। फिर मन में आया की मैं भी तो मादर चोद बड़ी बेशरम हूँ जो अपने अब्बू के दोस्त का लन्ड पकड़ कर मस्ती से हिला रही हूँ। असली बात यह है की मुझे भी अब्बू के दोस्तों के लन्ड पसंद आ रहें हैं। अभी पिछले हफ्ते मैंने उसके एक और दोस्त अनवर का लन्ड पकड़ा था। उसका लौड़ा तो इतना बढ़िया लगा मुझे की मैं बिना चुदवाये वहां से हिली नहीं। यह भी बात सही है की मुझे उसके दोस्तों के लन्ड चाटने में कोई शर्म नहीं है. उधर मेरा अब्बू भी मेरी सहेलियों को अपना लन्ड पकड़ाने में बिलकुल नहीं शर्माता ? मगर एक बात है की मैंने अभी तक अपने अब्बू का लन्ड नहीं देखा जैसे समीरा ने अपने अब्बू का लन्ड देखा है। अब्बू के लन्ड के बारे में जान कर मेरी भी इच्छा हो गयी की मैं भी उसका लन्ड पकड़ कर देखूँ ।
अब मैं आपको सच्ची कहानी बताती हूँ। हमारा खानदान बहुत पैसे वाला है। धन दौलत की कोई कमी नहीं है। हम लोग चाहे जितना पैसा खर्च करें पर पैसा ख़तम होने का नाम ही नहीं लेता बल्कि और बढ़ता ही जाता है। इसी पैसे की बदौलत मेरा अब्बू ऐय्याश हो गया। उसे शराब पीने की और लड़कियां चोदने की आदत हो गयी है। मैंने सुना है की लड़कियां खुद ब खुद उससे चुदवाने आतीं है। इसके दो कारण है। एक तो लड़कियों को खूब पैसा मिलता है। और दूसरे उन्हें मेरे अब्बू का मोटा मस्ताना हलब्बी लन्ड मिलता है। लड़कियां तो वैसे ही ऐसे लन्ड की दीवानी होतीं हैं। अब तो लड़कियां और पैसा बनाने के लिए अपनी माँ भी चुदवाने लगीं हैं। मुझे खाला ने कल बताया था की तेरे अब्बू ने मोहल्ले की रजिया नाम की लड़की की बुर चोदी है और रजिया ने फिर अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाया। यहाँ तक की लोग अपनी बीवी भी तेरे अब्बू से चुदवाने आते हैं। कभी कभी तेरा अब्बू भी लोगों की बीवियां चोदने उनके घर जाता है।
मैं ये सब बातें सुनकर मस्त हो गयी। अब्बू का लन्ड देखने की मेरी इच्छा और प्रबल हो गयी। मेरा अब्बू सबको चोदता है यह मेरे लिए फक्र की बात है पर मुझे अब्बू का शराब ज्यादा पीना अच्छा नहीं लगता। हालाँकि शराब मैं भी पीती हूँ लेकिन सिर्फ उतना जितने में मैं अच्छी तरह एन्जॉय कर सकूं। अब जब घर में इतना पैसा है, मैं जवान हूँ, खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ तो फिर ऐय्यासी क्यों न करूं ? तब तक समीरा ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे पूरी नंगी कर दिया। उसका अब्बा तो पहले से ही नंगा बैठा था। अब मैं लन्ड आधे से अधिक मुंह में लेकर चूसने लगी। मैंने मन में कह रही थी की अगर मेरे अब्बा का भी लन्ड ऐसा ही है तो बहुत अच्छा है। अब तो मैं जल्दी से जल्दीअब्बू का लन्ड पकड़ूँगी। तब तक अंकल मेरी चूंची सहलाने लगे और मेरी चूत पर हाथ फेरने लगे। मेरे चूतड़ और मेरी गांड भी सहला सहला कर मज़ा लेने लगे।
समीरा वहां से गयी नहीं। वहीँ डटी रही और मेरा लन्ड चूसना बड़े चाव से देखते रही। शायद वह भी मेरे अब्बा का लन्ड ऐसे ही चूसती होगी। खैर मैं तो तब तक बड़ी बेशरम हो चुकी थी। ऐय्यासी तो बेशर्म होकर ही की जाती है। मैंने कहा समीरा बुर चोदी तू भी मेरे अब्बा के लन्ड का ऐसे ही मज़ा लेती होगी। वह बोली हां बिलकुल लेती हूँ। लन्ड जब सामने हो कौन भोसड़ी की उसका मज़ा नहीं लेगी। और मैं तो लन्ड के खेल में कोई रिस्ता नहीं मानती। मैंने तो खुद हाथ बढ़ा कर अब्बा का खड़ा टन टनाता हुआ लन्ड पकड़ लिया था। अब यार किसी जवान लड़की के आगे अकेले में कोई अपना लन्ड खड़ा करके खड़ा हो जाए तो वह कैसे रुक सकती है ? बातें इस तरह की हो ही रही थी की अंकल ने लन्ड मेरी चूत में ठोंक दिया। इतना मोटा लन्ड जब घुसा मेरी चूत में तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फाड़ भोसड़ी वाले ने मेरी बुर। हाय अंकल ज़रा धीरे धीरे चोदो ये मेरी चूत है मेरी माँ का भोसड़ा नहीं जो एकदम से चढ़ बैठे हो ।
समीरा हंसने लगी। फिर मैं भी टाँगे फैलाकर चुदवाने लगी। लन्ड भी गीला मेरी चूत भी गीली ऐसे में लन्ड फिशलने लगा । उसके फिशलते ही समीरा उसे अंदर ठेलने लगी। उसे भी एक काम मिल गया और फिर वह अपने अब्बा के पेल्हड़ भी सहलाने लगी। उसकी गांड पर हाथ फेरने लगी और बोली अब्बू कस कस के चोदो सायरा की चूत। ये भोसड़ी की बहुत अच्छी तरह चुदवाती है। थोड़ी देर तक यूं ही चोदने के बाद उसने पीछे से चोदना शुरू कर दिया। फिर समीरा मेरे आगे लेट गयी तो मैं उसकी चूत चाटने लगी। थोड़ी देर में वह कुतिया बन कर चुदवाने लगी और वह मेरी चूत भी चाटने लगी। ऐसे में मुझे दो तरफ से मज़ा मिलने लगा। थोड़ी देर तक चोदने के बाद अंकल नीचे चित लेट गया और मुझे अपने लन्ड पर बैठा लिया। मैं उसके लन्ड पर कूद कूद कर चुदवाने लगी। मेरी टाइट चूत का कमाल यह था की अंकल का लन्ड बड़ी देर तक ठहर न सका। वह उगलने लगा वीर्य जिसे हम दोनों ने मिलकर खूब चाटा।
मैं अंकल से चुदवाकर वापस चली आयी। रास्ते में मैं सोंच रही थी की मेरी खाला जरूर मेरे अब्बू के लन्ड के बारे में जानती होंगीं ? तो फिर क्यों न मैं थोड़ा खाला की जासूसी कर लूँ ? बस मैं दिन रात खाला के आगे पीछे घूमने और उस पर नज़र रखने लगी। एक रात को मेरा काम हो गया। मैंने उस रात में खाला के कमरे से हलकी सी रोशनी आते हुए देखा। बस मैं उठी और अंदर झाँक कर देखे लगी। खिड़की से नज़ारा दिख रहा था। मैंने देखा की खाला तो बिलकुल नंगी बैठी हैं। मैंने पहली बार उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां देखीं और उसके मस्त भोसड़ा का दीदार दिया। वह सोफा पर बैठी हुई थी। मैं समझ गयी की खाला अकेली नहीं हैं। कोई और भी है उसके पास ? बस एक मिनट में एक आदमी बाथ रूम से निकला और खाला के सामने खड़ा हो गया। मुझे उस आदमी का चेहरा नहीं दिखाई पड़ा पर लन्ड पर निगाह जम गयी। खाला ने हाथ बढ़ाया और लन्ड पकड़ कर प्यार से सहलाने लगीं। लन्ड साला इतना मोटा तगड़ा था की मेरी चूत बहन चोद भभक उठी। मेरा मन हुआ की मैं भी अंदर घुस जाऊं ले लूँ मुंह में लन्ड ? तब तक उस आदमी का मुंह दिख गया। मैंने कहा वाओ, ये तो मेरा अब्बू है ? हाय अल्ला, तो ये मेरे अब्बू का लन्ड है ?
समीरा भोसड़ी की ठीक ही कह रही थी। इसका लन्ड उसके अब्बा के लन्ड से मिलता जुलता है। मेरी चूत का बाजा बजा जा रहा था। एक तो रात में वैसे ही चूत की गर्मी बढ़ जाती है। और जब खड़ा लन्ड सामने हो तो फिर चूत काबू में नहीं रहती ? मैं किसी तरह कसमसा कर खड़ी खड़ी सब तमासा देख रही थी। खाला ने लन्ड का सुपाड़ा चाटना शुरू किया और पेल्हड़ भी। अब्बू उसके बूब्स दबाने लगा और उसके भोसड़ा पर हाथ फिराने लगा। इधर मैं भी अपनी चूत को समझाने लगी। अचानक मेरी निगाह खाला की निगाह से लड़ गयी। उसने मुझे इशारा करके अंदर बुला लिया । मैं भी बेधड़क अंदर घुस गयी। अब्बू के मुंह से शराब की बू आ रही थी। वह नशे में बेहोश था लेकिन उसका लन्ड साला होश में था। खाला बोली हाय सायरा तू बाहर खड़ी खड़ी अपनी माँ चुदा रही है क्या ? अंदर आने में तेरी गांड फट रही है क्या ? मैंने कहा नहीं खाला मैं कुछ झिझक रही थी। वह बोली अच्छा समीरा के अब्बा का लन्ड पकड़ने में नहीं झिझकी तू ? उसका लन्ड अपनी चूत में घुसाने से नहीं झिझकी तू और यहाँ झिझक रही है तेरी माँ की चूत ? तेरी बहन की बुर ? ले चल पकड़ मेरे जीजा का लन्ड ? उसने मुझे अब्बू का लन्ड दिखाते हुए कहा।
मैंने कहा अरे खाला रही हो। मैं और अब्बू का लन्ड ,,,,,,,, ? वह बोली देख सायरा अब तू २१ साल की हो गयी है। बाहर से चुदवा कर आयी है तू। तो अब शर्म कैसी ? सुन भोसड़ी की रात में कोई बाप बेटी नहीं होती। रात में होता है बस लन्ड और चूत ? चल मैं तुझे दिखाती हूँ की बाहर क्या हो रहा है ? खाला ने कहा जीजा ले तू अपना लन्ड हिला मैं अभी आती हूँ। खाला नंगी नंगी मुझे बाहर ले गयीं। वह पहले मुझे अम्मी के कमरे में ले गयीं और कहा लो सायरा ज़रा झाँक कर अंदर देखो। मेरे अंदर जैसे ही देखा तो मेरी चूत फिर एक बार गनगना उठी। मैंने देखा की अम्मी अपने सारे कपड़े कर जीजा का लन्ड चूस रहीं है। जीजा का लन्ड भी साला बड़ा जबरदस्त था। मुझे देखने में मज़ा भी आया और मेरी हिम्मत भी बढ़ गयी। खाल बोली देखा सायरा तेरा जीजा अभी तेरी माँ चोदेगा। फिर वह मुझे आगे वाले कमरे में ले गयी। वहां मैंने देखा की मेरी दीदी मेरे खालू का लन्ड अपनी चूत में पेले हुए चुदवा रही है। खाला फिर बोली अब तुम क्या कहोगी सायरा ? तुम शर्म कर रही हो और यहाँ सब कुछ खुल्लम खुल्ला हो रहा है। तेरा खालू तेरी बहन की बुर ले रहा है। अरी मेरी है पगली जवानी में ये सब होता ही है। इसमें कोई गुनाह नहीं है। जवानी में तो बस एक ही बात है "पकड़ो लन्ड" "पेलो लन्ड" "चोदो लन्ड" ? लन्ड भोसड़ी का चाहे जिसका हो ?
मैंने मन में सोंचा जब सभी पराये मरद के लन्ड का मज़ा ले रही हैं तो फिर मैं क्यों न लूँ ? वहां से जैसे ही मैं खाला के साथ अपने कमरे में आयी तो अब्बू के लन्ड पर एक भूँखी बिल्ली की तरह टूट पड़ी मैं। मैं लन्ड मुंह में लेकर चाटने लगी और खाला मेरी चूत चाटने लगीं। मैं बोली खाला जान लौड़ा मुझे बड़ा मस्त कर रहा है। वह बोली हां सायरा जीजा का लौड़ा है ही इतना मजेदार की कोई भी इससे खेलने लगता है। मेरी बेटी भी इस लन्ड को बहुत पसंद करती है। मैंने कहा वाओ, तो वह भी मेरे अब्बू से चुदवाती है क्या ? वह बोली हां खूब चुदवाती है बुर चोदी। बड़ी मस्त और चालू बेटी है मेरी। वो तो अपने बॉय फ्रेंड्स के लन्ड भी मेरी चूत में पेलती है और तब मुझे बड़ा मज़ा आता है। फिर खाला ने लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और मैं चुदवाने लगी। खाला ने मुझे लन्ड पर बैठा दिया तो मुझे और मज़ा आने लगा।
अब्बू चोदने के बाद चला गया। मैं बाथ रूम गयी और तैयार हो गयी। बातें भी खाला से करती जा रही थी। एक घंटे के बाद खाला मुझे अम्मी के कमरे में ले गयी जहाँ मेरा जीजा लेटा था। खाला ने उसका लन्ड मुझे पकड़ा दिया। मैंने पूंछा की अम्मी कहाँ गयीं है तो खाला ने बताया वो इस समय मेरे मियां का लन्ड चाट रही है। फिर क्या मैंने अपने जीजा से जी भर के चुदवाया। मैंने उसका लन्ड खाला के भोसड़ा में भी पेला। खाला मस्त हो गयीं बोली सायरा तू भी मुझे उसकी तरह चुदवा रही है जैसे मेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है। अब तो खाला मेरी fucking friend बन गयी।
एक दिन मैं घर में मैं अकेली थी। इतवार का दिन था और सुबह के १११ बजे थे। अचानक मेरे अब्बू के दोस्त हनीफ अंकल आ गए। मैं उसे अच्छी तरह जानती थी। मैंने उसे बैठाया और आदत जाकर अपने ऊपर के कपड़े खोल डाले। मैंने एक सलवार पहना और ऊपर बिलकुल नंगी। हां एक चुन्नी माला की तरह डाल ली। मैंने अंकल के लिये नास्ता लगा दिया। वह नास्ता करने लगा और मैं बातें करने लगी। मैंने कहा अंकल आज तो तुम बहुत हॉट लग रहे हो। मेरा दिल तुम पर आ गया है। वह बोला सायरा आज तुम भी बड़ी खूबसूरत लग रही हो। नास्ता ख़तम हुआ तो मैंने कहा अंकल ज़रा मेरे सामने आओ प्लीज। मैं सोफा पर बैठी थी। वह मेरे सामने आकर खड़ा हो गया। मैं उसकी पेंट की बेल्ट खोलने लगी। वह बोला ये क्या कर रही हो सायरा ? मैंने कहा तेरा भोसड़ी का लन्ड ढूंढ रही हूँ अंकल। वह मेरे मुंह से लन्ड सुनकर मस्त हो गया। उसने कहा उसे ढूंढ कर क्या करोगी ? उसकी गांड मारूंगी मैं अंकल। सुना है तेरा लन्ड बड़ा मोटा है पर आजतक तूने कभी मुझे दिखाया नहीं ? तब तक मेरी चुन्नी नीचे गिर गयी और मैंने न उसे उठाया और न उसकी परवाह की। मेरी चूंचियां अंकल बड़े गौर से देखने लगा। फिर उसने चूंचियां दबा दीं और कहा सायरा तुम वाकई बड़ी लाजबाब हो ? तब तक मैं उसकी पैंट खोलकर बाहर कर चुकी थी।
मैंने उसकी चड्ढी खोली तो लौड़े मियाँ मेरे सामने तन कर खड़े हो गए। मैंने लन्ड पकड़ा और कहा हाय दईया लन्ड तो बड़ा सॉलिड है यार तेरा। देखो साला बढ़ता ही जा रहा है। मैंने लन्ड की कई बार चुम्मी ली। मुझे लन्ड पर प्यार आ गया। मैं पेल्हड़ भी चूमने लगी। तब तक उसने मेरी सलवार खोल दी। मेरी छोटी छोटी झांटों वाली चूत उसके सामने नंगी हो गयी। वह बोला सायरा तेरी चूत बहुत ही हॉट और सेक्सी है। वह झुक कर मेरी चूत चाटने लगा और मैं उसका लन्ड। हम दोनों 69 बन गये। उसे मज़ा आने लगा और मुझे भी। वह बोला सायरा इसी तरह मैं तेरी खाला की बिटिया की बुर चाटता हूँ। यह सुनकर तो मेरी चूत की आग और भड़क गयी। मैं और मस्ती से उसका लन्ड चूसने चाटने लगी। लन्ड भी साला ८" + था . इतना मोटा लन्ड पाकर मैं अल्ला का शुक्रिया अदा कर रही थी। वह मेरे चूतड़ों पर भी हाथ फिराने लगा।
तब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी। मैंने कहा अंकल अब पेल दो लन्ड। अब मुझसेऔर नहीं रहा जा रहा. वह भी ताव में था। लन्ड घुसेड़ा तो तसल्ली हुई। एक हल्का सा झटका जरूर लगा और फिर मज़ा आने लगा। उसने स्पीड तेज की और मैं झमाझम चुदवाने लगी। मैंने कहा हाय अंकल तेरा लन्ड तो बड़ी मस्ती से चोद रहा है मेरी चूत। आज मुझे बहुत दिनों के बाद कोई मरदाना लन्ड मिला है। मुझे खूब चोदो। अपनी बीवी की तरह चोदो मुझे। मैं तेरी रंडी हूँ मेरे राजा मुझे और कस कस के चोदो। मैं तेरी रखैल हूँ मुझे चोदो। पूरा लौड़ा घुसेड़ के चोदो। मुझे मज़ा आ रहा है। मैं भी अपनी गांड उठा उठा के चुदवा रही थी। वह भी लन्ड पूरा बाहर निकालता और फिर अंदर घुसड़ देता। उसकी चोदने की स्टाइल मुझे बहुत पसंद आयी। कुछ लोग लन्ड थोड़ा ही बाहर निकालते हैं और फिर अंदर घुसेड़ देते हैं लेकिन अंकल लन्ड पूरा बाहर निकाल निकल कर अंदर घुसेड़ रहा था। इससे चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा आ रहा था। मैंने सोंच लिया की मैं इससे आगे भी चुदवाती रहूंगी। इसका लन्ड चूत में चारों तरफ से चिपक कर चोदता है। मैं मन में सोंच रही थी की ये साला मेरी जरूयर चोदता होगा। और हो सकता है की मेरी खाला भी इससे चुदवाती हों। जब लौड़ा बढ़िया है तो फिर ये सब खूब मस्ती से भकाभक चुदवाती हिंगी। खैर मैं बाद में पूछूँगी।
एक दिन मैं अपनी दोस्त लैला के घर पहुँच गयी। लैला का अब्बू जावेद भी मेरेअब्बू का दोस्त है। किसी ने मुझे बताया की जावेद का लौड़ा बड़ा चोदू है और सख्त है। मैं लैला से बात करते करते पूंछ बैठी यार तेरे सुना है की तेरे अब्बू का लन्ड बड़ा हक्कानी है। वह मुस्कराकर बोली अब मैं अपने मुंह से अपने अब्बू के लन्ड के बारे में क्या कहूँ ? तुम खुद ही पकड़ कर देख लो न ? मैंने कहा वाओ, क्या मैं वाकई पकड़ कर देख सकती हूँ उसका लन्ड ? वह बोली हां बिलकुल देख सकती हो। वह मुझे अंदर कमरे में ले गयी जहाँ उसका अब्बू बिलकुल नंगा
लेटा हुआ था और उसका लन्ड एक लड़की नंगी बैठी हुई हिला रही थी। लैला बोली ये है मेरी नन्द सबा। मेरी नन्द मेरे अब्बू के लन्ड की बड़ी दीवानी है। वह जब जब आती है तो मेरे अब्बू से चुदवाती जरूर है। अब लो तुम भी पकड़ के देखो इसका लन्ड ? सबा ने मुझे लन्ड पकड़ा दिया। लैला ने सबा से कहा यार ये मेरी दोस्त सायरा है आज तुम इसकी चूत पहले चुदवा दो बाद में तुम चुदवा लेना।
मैंने फिर उसके लन्ड का पूरा मज़ा लिया। इस तरह मैं अब्बू के हर दोस्त का लन्ड पकड़ती गयी और उनसे चुदवाती गयी। वैसे मैंने लड़कों से भी खूब चुदवाया है लेकिन अंकल लोगों से चुदवाने के कई फायदे हैं। एक तो उनके लन्ड बड़े और मोटे मोटे होतें हैं। दूसरे उन्हें चोदने का अनुभव होता है इसलिये वो बड़ी देर तक चोदते रहतें है जल्दी खलास नहीं होते। तीसरे उन्हें लड़कियां चोदने का और उनकी माँ चोदने का का इल्म आता है। वो जानतें है की चूत कैसे चोदी जाती है और भोसड़ा कैसे चोदा जाता है। अंकल से चुदवाने में नॉर्मली कोई शक भी नहीं करता।
मैंने एक दिन मजाक मजाक में कहा की अब्बू एक तू है और एक तेरे दोस्त हैं। तू तो बस शराब पी कर पड़ा रहता है और तेरे दोस्त सबकी चूत चोदने का मज़ा लेते रहतें हैं। यानी तू शराब ज्यादा पीता है और चोदता कम है जबकि तेरे दोस्त चोदते ज्यादा हैं और शराब कम पीते हैं। मैं चाहती हूँ की आज से तुम भी शराब पीना कम कर दो और चोदना ज्यादा शुरू कर दो।
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