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बरसात में बीवी बदलो और चोदो मजा लो - Barish me patniyan badal kar chodo swad lo
बरसात में बीवी बदलो और चोदो मजा लो - Barish me patniyan badal kar chodo swad lo , वाइफ की अदला बदली में चुदाई , सुहावने मोश्म में दुसरे की पत्नी चोदने का स्वाद , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
उस दिन मूसलाधार बरसात हो रही थी। चारों तरह से बदल घिरे हुए थे। ऐसी घनघोर बरसात में कपड़े पहने रहने का मन ही नहीं करता था । इसलिए मैं सारे कपड़े उतार कर एकदम नंगी हो गई थी. मैं अपने कमरे का दरवाजा और खिड़कियां खोले हुए एकदम नंगी ही लेटी थी। मैं नंगी नंगी बरसात का मज़ा ले रही थी। मैं अपने सबसे ऊपर वाले मंजिल पर थी इसलिए मुझे कोई देख नहीं सकता था। मेरे बगल में मेरा हसबैंड भी नंगा लेटा था। उसका लण्ड खड़ा हुआ था और मेरी चूँचियाँ तनी हुई थीं। बरसात के मौसम में लौड़ा बहन चोद कुछ ज्यादा ही सख्त हो जाता है। यही हाल मेरी चूँचियों का भी था। वे भी सख्त हो गईं थी। इतने में बड़ी जोर से बदल गरजे तो मैं अपने पति से लिपट गई और वह मुझसे। फिर मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया और वह मेरी चूँचियाँ। उसने मेरी बुर चोदने का मन बना लिया और मैं चुदवाने का। कुछ देर बाद उसने लण्ड पेल दिया मेरी चूत में और चोदने लगा। मैं भी उसका साथ देने लगी और अपनी गांड उचका उचका से चुदवाने लगी। बरसात के मौसम में चुदवाने का मज़ा ही कुछ और होता है और मैं वह मज़ा लूट रही थी।
अचानक मेरे मन में आया की आज किसी पराये मरद का लण्ड होता तो ज्यादा मज़ा आता।
दूसरे दिन मैंने रोहित की बीवी तृष्णा को बुला लिया। हम दोनों के हसबैंड ऑफिस चले गए थे। वह करीब 1 बजे आई मैंने उसे अंदर बेड में रूम में बैठाया और बातें करने लगी। मैंने कहा यार तृष्णा थोड़ी थोड़ी दारू हो जाए। वह बोली हां हो जाये। बस हम दोनों दारू पीने लगीं।
मैंने यूं ही पूंछा की तुम्हारी शादी के कितने साल हो गये। वह बोली अभी तो एक साल ही हुआ है. ,,,,,,,,,,,,वाओ मेरी भी शादी के लगभग एक साल हो चुका है। ,,,,, अरे वाह यह मुझे नहीं मालूम थी की हम तुम दोनों लगभग एक ही उम्र की हैं। ,,,,,,, एक बात पूंछूं रोहित बाबू तुम्हे खूब प्यार करतें हैं न ,,,,,,, हां करते तो हैं ,,,,,,,,,,रोज़ रात को चोदते हैं न ,,,,,,, रात का कौन इंतज़ार करता है वो तो अक्सर दिन में ही चोद लेते हैं ,,,,,,,,, तो क्या रात में नहीं चोदते ? ,,,,, रात में तो चोदते ही है। दिन में चोदना उसके लिए एक बोनस है ,,,,,, तो तुम्हारे लिए बोनस नहीं है क्या ? ,,,,,, मेरे लिए भी है मुझे तो खूब मज़ा आता है। क्या तुम दिन में नहीं चुदवाती। क्या आनंद बाबू तुम्हारी दिन में नहीं लेते ? ,,,,,,,,लेते हैं पर बहुत कम ? अच्छा एक बात बताओ तृष्णा तेरे मरद का लौड़ा कैसा है यार ? ,,,,,, वह हंसी और बोली लौड़ा तो बहन चोद लौड़ा ही है। मस्त है, कड़क है और अच्छे साइज का है ,,,,,,मोटा है की नहीं ? ,,,,,, तुम तो ऐसे पूंछा रही हो जैसे तुम मेरे पति का लण्ड खरीदने जा रही हो ? ,,,,,, नहीं नहीं मैं खरीदूंगी नहीं पर ऐसे ही उत्सुकता बस पूंछ बैठी। बताओ न तृष्णा प्लीज।,,,,,,,वह मुस्कराकर बोली मैं बताऊंगी नहीं तू खुद किसी दिन पकड़ कर देख ले भोसड़ी की बरखा मेरे मियां का लण्ड ,,,,,,, मैं मन ही मन बहुत खुश ही और बोली तो फिर पकड़ा दो न मुझे किसी दिन अपने पति का लण्ड ,,,,,,,,,, पकड़ा दूँगी पर तुम्हे भी पकड़ाना पड़ेगा अपने पति का लण्ड। मंजूर हो तो बोलो। ,,,,,,,,, हां पमैन भी पकड़ा दूँगी ,,,,,,,, पीछे तो नहीं हटोगी ? वादा पक्का है ,,,,,, नहीं हटूंगी एक बार कह दिया तो कह दिया। अगर हटूं तो तुम मेरी माँ चोद लेना बुर चोदी तृष्णा ?,,,,,,,,,,,, अच्छा सुनो अगर हम तुम दोनों एक ही कमरे में एक ही साथ एक दूसरे के हसबैंड का लण्ड पकड़ा दे तो कैसा रहेगा ? ,,,,, मैं भी यही चाहती हूँ ,,,,,,,पर अपने हसबैंड से पूंछ तो लो वह राज़ी होगा ? ,,,, वो भोसड़ी का वही करेगा जो मैं कहूँगी।
मैंने कहा - तो फिर देखो तृष्णा, कल शनिवार है मैं कल ही तुझे अपने घर में डिनर पर इन्वाइट करती हूँ तू अपने पति रोहित के साथ आ जाना।
वह बोली - ठीक है मैं कल शाम को 8 बजे आ जाऊंगी।
अगले दिन तृष्णा अपने पति रोहित के साथ आ गयी। उसने जींस और टॉप पहना था। टॉप बिना ब्रा की थी। इसलिए चलते फिरते उसके बूब्स हिल रहे थे जिन्हे देख कर मेरे पति देव के सब्र का बाँध टूट रहा था। मैंने इधर एक पेटीकोट पहना था और ऊपर केवल छोटी सी ब्रा जिसमे मेरे निपल्स ही छुपे हुए थे बाकी जिस्म दिख रहा था। रोहित की निगाहें वहीँ टिकी थीं और यह बात मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। हमने ड्रिंक्स शुरू कर दी और सब लोग एन्जॉय करने लगे। बाहर बरसात हो रही थी इससे हमारी पार्टी का मज़ा दूना हो गया था । तृष्णा ने मुझे आँख मार कर इशारा किया की उसने अपने पति को लण्ड वाली सारी बात बता दी है। और इससे वह बहुत उत्तेजित हो गया है।
शराब का नशा चढ़ रहा था और मस्ती भी धीरे धीरे बढ़ रही थी। मैं सोंच रही थी की अब तो मुझे रोहित से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा। तृष्णा भी यही सोंच रही थी की आज मुझे आनंद के लण्ड का मज़ा मिलेगा। रोहित मुझे चोदने का मौक़ा देख रहा था और मेरा पति भी तृष्णा की बुर में लौड़ा घुसाने का इंतज़ार कर रहा था। माहौल आहिस्ते आहिस्ते गरम होता जा रहा था। तभी मेरा पति आनंद तृष्णा की तरफ झुका तो तृष्णा ने अपनी बाहें उसके गले में डाल दीं। उसने आनंद के गाल चूम लिये तो आनद ने उसके गाल। उसके बाद आनंद ने उसके टॉप में हाथ घुसेड़ दिया। टॉप के बटन खुल गए और उसके बूब्स नंगे होकर उसके सामने आ गए। मेरे पति से तृष्णा के बूब्स चूमे और उन्हें दबाने लगा। तब तक रोहित ने मुझे अपने बदन से चिपका लिया और मेरे बूब्स ऊपर से दबा दिया। मैं भी उसका लण्ड टटोलने लगी।
मुझसे ज्यादा जल्दी तृष्णा को जल्दी थी मेरे पति का लण्ड पकड़ने की। मेरे पाटीने तृष्णा ाकि जींस खोल दी तो उसकी मस्तानी चूत नंगी हो गयी। आनंद उसकी चूत सहलाने लगा। इधर रोहित ने मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोला तो पेटीकोट नीचे गिरा और मैं मादर चोद नंगी हो गयी। मेरी छोटी छोटी झांटों वाली चूत पर पराये मरद का हाथ मुझे बहुत मज़ा देने लगा। मैंने फ़ौरन रोहित को नंगा किया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मेरे मुंह से निकला बाप रे बाप क्या लौड़ा है यार तृष्णा तेरे मियां का ? कितना बड़ा है भोसड़ी का लण्ड और कितना मोटा है। सबसे बड़ी बात तो यह है की बड़ा खूबसूरत है लण्ड ? तृष्णा भी तब तजक मेरे पति को नंगा कर चुकी थी वह बोली यार बरखा तेरे मियां का लण्ड तो घोड़े का लण्ड है यार। खूबसूरत होने के साथ साथ कितना कड़क है यार बिलकुल लोहा लाट है तेरे मरद का लण्ड। ये तो आज मेरी चूत फाड़ डालेगा। यार तूने पहले मुझे ये लण्ड क्यों नहीं पकड़ाया ?
हम दोनों की मस्तानी बातें सुन सुन कर ये दोनों मरद बड़ा मज़ा ले रहे थे और इनके लण्ड साले और हिनहिनाने लगे थे। मैं रोहित का लण्ड नंगी नंगी पीने लगी और उसकी बीवी मेरे पति का लण्ड पीने लगी। दरवाजे खिड़कियां खुली थीं। बाहर से ठंढी ठंडी हवा आ रही थी और अंदर गरम गरम लण्ड और चूत का खेल शुरू हो गया था। थोड़ी देर में मेरे पति ने लण्ड तृष्णा की चूत में घुसेड़ दिया। तृष्णा चिल्ला पड़ी - उई माँ, पूरा पेल दिया लण्ड। फाड़ डाला तूने मेरी चूत भोसड़ी के। हाय रे मैं क्या करूँ ,,,,,,,,,, ? फिर बोली वाओ, बड़ा मज़ा आ रहा है। पूरा घुसेड़ दो न लण्ड। चोद डालो मेरी बुर। चीर डालो मेरी बुर। मार लो मेरी गांड। उसके बाद वह मस्ती से चुदवाने लगी। इधर रोहित ने घुसा दिया लण्ड मेरी चूत में। मैं भी पहली बार किसी पराये मरद से चुदवा रही थी। उसका लौड़ा चिपक कर घुसा मेरी चूत में। मैं भी चिल्ला पड़ी हाय रे फट गयी मेरी बुर बहन चोद। बड़ा मोटा लण्ड है तेरा रोहित ? मैं तो ऐसा ही लण्ड चाहती थी।
हम दोनों इस तरह एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाने लगीं। हमारे चेहरे पर ख़ुशी थी और हम सब इस बात से खुश थे की हमारा चुदाई का फैसला बिलकुल सही निकला। बेड पर हम दोनों ही लेटीं थीं. मेरी गांड की तरफ उसका मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह था। मेरा मरद उसे चोद रहा था और उसका मरद मुझे चोद रहा था। मैं अपने मियां का लण्ड तृष्णा की बुर में आते जाते देख रही थी और उसके पेल्हड़ भी सहला रही थी। तृष्णा अपने मियां का लण्ड मेरी चूत में आते जाते देख रही थी और अपने मियां के पेल्हड़ भी सहला रही थी। इस तरह की मस्ती आज पहली बार हमें मिल रही थी। मेरे पति और उसके पति का मुंह आमने सामने था। वह अपनी बीवी को मुझसे चुदते हुए देख रहा था और मैं अपनी बीवी को उससे चुदते हुए।
अचानक रोहित बोला ;- यार आनंद मुझे तो तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। बरखा भाभी की चूत मुझे बहुत मज़ा दे रही है।
मैंने कहा - अच्छा ऐसी बात है तो चोदे जाओ मेरी बीवी की चूत। मुझे भी तेरी बीवी चोदने में बहुत अच्छा लग रहा है। तृष्णा भाभी की चूत सच में बड़ी टाइट है और टाइट बुर चोदने का मज़ा ही कुछ और होता है। मैं उन दोनों की बातें सुन कर बहुत खुश हो रही थी। तृष्णा भी उन बातों का मज़ा ले रही थी। अचानक फिर दोनों ने पीछे से चोदना शुरू कर दिया। डॉगी स्टाइल की चुदाई भी मजेदार होती है। उन्होंने ने आगे से पीछे से ऊपर से नीचे से एक दूसरे की बीवी चोदी। इतने में मेरी चूत तो खलास हो गयी। मैं ढीली हो गयी। यही हाल तृष्णा का भी था। तभी रोहित बोला भाभी अब मैं निकल जाऊंगा। मैंने कहा लो मेरे मुंह में गिरा दो। उसने सारा वीर्य उगल दिया मेरे मुंह में और मैं मजे से चाटने लगी उसका झड़ता हुआ लण्ड। मेरे सामने तृष्णा भी मेरे मियां का झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। तो दोस्तों हम दोनों ने रात में तीन बार एक दूसरे के पति से चुदवाया। ऐसी मजेदार बरसात में पराये मरद के लण्ड का मज़ा लिया।
एक दिन के साथ बैठी हुई बियर पी रही थी। गर्मी के दिन थे और बाहर ठंढी ठंढी हवा चल रही थी। तभी एकाएक मेरे पति का दोस्त कनक आ गया। वह अपनी बीवी पायल के साथ था। मैं पायल को जानती थी। / मैंने दोनों को बैठाया और बियर में शामिल कर लिया।
मेरा आनंद बोला - कनक यार तुम तो अमेरिका चले गए थे। वहां से कब आये ?
वह बोला - अभी एक हफ्ते पहले ही आया हूँ। कैसा लगा तुम्हे अमेरिका ?
वह बोला - बहुत अच्छा लगा। वहां हमने एक क्लब ज्वाइन कर लिया था उससे समय कटता रहा और एन्जॉय भी करता रहा।
मैंने पूंछा - कितने दिन तक रहे तुम अमेरिका में ?
वह बोला - मैं तो शादी के पहले भी वहीँ था और शादी के बाद भी बीवी के साथ वहीँ चल गया। इस तरह मैं ५ साल रह कर आया हूँ।
मैंने कहा - तो फिर अब तुम्हे यहाँ कैसा लग रहा है ?
वह बोला - सब कुछ तो ठीक ही लग रहा है पर एक चीज हमें नहीं मिल रही है यहाँ वापस आकर।
मैंने कहा - क्या नहीं मिल रहा है।
वह बोला - यार अब तुमसे क्या छुपाना ? वहां हम लोग अक्सर "wife swapping" करते थे। पर यहां तो इसका चलन ही नहीं है। बस यही कमी लग रही है मुझे।
मैंने कहा - कौन कहता है की यहाँ "wife swapping" का चलन नहीं है ? अरे यार यहाँ तो हर दूसरे घर में होती है बीवियों की अदला बदली।
वह बड़ा उत्साहित हो गया बोला - यार बताओ न कहाँ होता है मैं आज ही और अभी ही करने को तैयार हूँ।पायल तो हर रोज़ इसका इंतज़ार करती है।
मेरी बीवी बोली - क्यों पायल क्या ऐसा है ?
पायल ने कहा - हां बरखा ऐसा ही है। हम लोग ऐसे कपल ढूंढ रहे हैं जो बीवियों की अदला बदली करते हों ? मेरी बीवी ने खुल कर कहा - तो फिर हमारे साथ कर लो न ? हम लोग भी तो करते हैं।
यह सुनकर उन दोनों के चेहरे पर चमक आ गई। अचानक कनक का फोन बज उठा। कनक ने फोन उठाया तो उस पर पीटर का नाम आया। वह बोला यार कनक मैं तुझे यहाँ ढूंढ रहा हूँ। पीटर बोला यार मैं यहाँ अपने दोस्त आनंद के घर आया हूँ। वह बोला यार तुम पता बताओ मैं खुद वहां आ जाऊंगा। पीटर ने पता बताया तो आधे घंटे के बाद वह अपनी बीवी लिंडा के साथआ गया। दरअसल पीटर इंडिया का ही रहने वाला है पर है एक ब्रिटिसर। वह हमारे साथ अमेरिका में था। हम लोग एक ही क्लब में थे और वह क्लब
"wife swapping" का था। हम लोग क्लब में सबकी बीवियां चोदते थे और सब लोग हमारी बीवियां चोदते थे। बड़ा मज़ा आता था यार ? वही मज़ा मैं यहाँ भी लेना चाहता हूँ. कभी कभी घर में मैं इसकी बीवी चोदता था और ये मेरी बीवी चोदता था। कनक ने सारी बात हम सबको बताई। मैं तो ये बातें सुन कर बहुत खुश हो गई। पीटर एक हैंडसम आदमी था और मुझे एक नज़र में पसंद आ गया। लिंडा भी बड़ी खूबसूरत बीवी थी। मेरा पति उसे बड़ी देर तक देखता रहा। मैंने पार्टी का इंतज़ाम कर दिया और तब हम तीनो कपल ड्रिंक्स का मज़ा लेने लगे।
थोड़ा नशा चढ़ा तो लिंडा बड़ी बेशर्मी से मेरे पति का लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबाने लगी और बोली आज तो मैं सबसे पहले आनंद के लण्ड का मज़ा लूंगी। उसे देख कर मैंने भी कनक के लण्ड पर हाथ मारा और बोली तो फिर मैं इसके लण्ड का मज़ा लूटूँगी। पायल आगे बढ़ी और बोली यार पीटर बहुत दिन हो गये मुझे तेरा लण्ड चोदे हुए। आज मैं यहाँ सबके सामने तेरा लण्ड चोद कर सबको दिखाउंगी। बातों ही बातों में सब एक दूसरे के मियां के कपड़े खोल खोल कर नंगा करने लगीं। बस दो मिनट में ही, तीनो लण्ड नंगे हो गए और तन कर खड़े हो गए। मैंने कनक का लण्ड चूमा, पायल ने पीटर का लण्ड चूमा और लिंडा ने मेरे पति का लण्ड। मेरी नज़र पीटर के लण्ड पर भी थी। उधर हसबैंड भी एक दूसरे की बीवी को नंगी करने लगे। मुझे पायल के मियां ने नंगी किया, पायल को लिंडा के हसबैंड ने नंगी किया और मेरे पति ने पीटर की बीवी को नंगी किया। हम सब बीवियां जब नंगी नंगी बिना कपड़ों के मैदान में आ गई तो नज़ारा ही कुछ और हो गया।
थोड़ी देर में पायल का मियाँ कनक मुझे चोदने लगा। मेरा पति पीटर की बीवी चोदने लगा और पीटर कनक की बीवी चोदने लगा।
कनक बोला - यार, आनंद आज मैं पहली बार अमेरिका से आने के बाद तेरी बीवी चोद रहा हूँ। मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। अपने देश की बीवी की बुर का मज़ा को कुछ और ही है।
मैंने कहा - मुझे भी आज अमेरिकन बीवियां चोदने वाले लण्ड से चुदवाने में कुछ ज्यादा ही मज़ा आ रहा है। लिंडा ने कहा - वाओ, मुझे तो सबसे ज्यादा मज़ा इंडियन लण्ड से चुदवाने में आता है। मैं इंडियन लण्ड बहुत पसंद करती हूँ। लंदन में भी मैं इंडियन लण्ड से चुदवाया करती थी।
तो दोस्तों, हमारी इस तरह "wife swapping" की पार्टियां चलती रहीं और आज भी चल रहीं हैं।
उस दिन मूसलाधार बरसात हो रही थी। चारों तरह से बदल घिरे हुए थे। ऐसी घनघोर बरसात में कपड़े पहने रहने का मन ही नहीं करता था । इसलिए मैं सारे कपड़े उतार कर एकदम नंगी हो गई थी. मैं अपने कमरे का दरवाजा और खिड़कियां खोले हुए एकदम नंगी ही लेटी थी। मैं नंगी नंगी बरसात का मज़ा ले रही थी। मैं अपने सबसे ऊपर वाले मंजिल पर थी इसलिए मुझे कोई देख नहीं सकता था। मेरे बगल में मेरा हसबैंड भी नंगा लेटा था। उसका लण्ड खड़ा हुआ था और मेरी चूँचियाँ तनी हुई थीं। बरसात के मौसम में लौड़ा बहन चोद कुछ ज्यादा ही सख्त हो जाता है। यही हाल मेरी चूँचियों का भी था। वे भी सख्त हो गईं थी। इतने में बड़ी जोर से बदल गरजे तो मैं अपने पति से लिपट गई और वह मुझसे। फिर मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया और वह मेरी चूँचियाँ। उसने मेरी बुर चोदने का मन बना लिया और मैं चुदवाने का। कुछ देर बाद उसने लण्ड पेल दिया मेरी चूत में और चोदने लगा। मैं भी उसका साथ देने लगी और अपनी गांड उचका उचका से चुदवाने लगी। बरसात के मौसम में चुदवाने का मज़ा ही कुछ और होता है और मैं वह मज़ा लूट रही थी।
अचानक मेरे मन में आया की आज किसी पराये मरद का लण्ड होता तो ज्यादा मज़ा आता।
बस मेरे मुंह से निकल गया - ऐसी बरसात में अपनी नहीं पराई बीवियों की बुर चोद के देखो मेरे राजा ? अपनी बीवी को तो कभी भी चोद सकते हो ? मुझे लगता है की बरसात में पराई बीवियों की बुर चोदने में तुम्हे ज्यादा मज़ा आएगा। मेरा मन था की अगर मेरा हसबैंड परायी बीवी चोदने लगे तो मुझे भी पराये मरद से चुदवाने का मौक़ा मिल जायेगा। इसलिए मैं उसे किसी और की बीवी चोदने के लिए ललकार रही थी।
- आखिर में वह बोला - अच्छा बरखा तुम ही बताओ मैं किसकी बीवी चोदूँ ?
- मैंने तपाक से कहा - तुम अपने दोस्त रोहित की बीवी चोदो। आजकल वह अकेली है और आसानी से चुदवा लेगी। मैं रोहित से चुदवाना चाहती थी। मैं उसे मन ही मन चाहने लगी थी। बिना देखे मुझे उसके लण्ड से प्यार हो गया था। मैं जल्दी से जल्दी उसका लौड़ा अपनी चूत में घुसाना चाहती थी।
- फिर मैंने कहा - अच्छा अगर तुम झिझक रहे हो तो मैं उसकी बीवी से बात कर लूं।
- वह बोला - बिलकुल कर लो। अगर वह तैयार हो जाए तो मैं जरूर चोदूंगा उसे।
- मैंने कहा - सोंच लो ? फिर पीछे न हटना क्योंकि अगर औरत एक बार चुदवाने के लिए हां कर दे तो उसे चोदना जरूर चाहिए नहीं तो वह भोसड़ी की काली बन जाती है।
- वह बोला - ऐसा नहीं होगा। मैं तेरे सामने ही उसे चोदूंगा।
- मैंने कहा - मैं तुम्हे एक सलाह देना चाहती हूँ।
- वह बोला - हां बोलो क्या सलाह है तुम्हारी ?
- मैंने कहा - ऐसी मस्तानी बरसात में और ऐसे सुहावने मौसम में तो बस बीवियां बदलो और चोदो। अपने दोस्तों की बीवियां चोदो और अपने दोस्तों से अपनी बीवी चुदवाओ। तुमको भी मज़ा आये और बीवियों को भी मज़ा आये।
दूसरे दिन मैंने रोहित की बीवी तृष्णा को बुला लिया। हम दोनों के हसबैंड ऑफिस चले गए थे। वह करीब 1 बजे आई मैंने उसे अंदर बेड में रूम में बैठाया और बातें करने लगी। मैंने कहा यार तृष्णा थोड़ी थोड़ी दारू हो जाए। वह बोली हां हो जाये। बस हम दोनों दारू पीने लगीं।
मैंने यूं ही पूंछा की तुम्हारी शादी के कितने साल हो गये। वह बोली अभी तो एक साल ही हुआ है. ,,,,,,,,,,,,वाओ मेरी भी शादी के लगभग एक साल हो चुका है। ,,,,, अरे वाह यह मुझे नहीं मालूम थी की हम तुम दोनों लगभग एक ही उम्र की हैं। ,,,,,,, एक बात पूंछूं रोहित बाबू तुम्हे खूब प्यार करतें हैं न ,,,,,,, हां करते तो हैं ,,,,,,,,,,रोज़ रात को चोदते हैं न ,,,,,,, रात का कौन इंतज़ार करता है वो तो अक्सर दिन में ही चोद लेते हैं ,,,,,,,,, तो क्या रात में नहीं चोदते ? ,,,,, रात में तो चोदते ही है। दिन में चोदना उसके लिए एक बोनस है ,,,,,, तो तुम्हारे लिए बोनस नहीं है क्या ? ,,,,,, मेरे लिए भी है मुझे तो खूब मज़ा आता है। क्या तुम दिन में नहीं चुदवाती। क्या आनंद बाबू तुम्हारी दिन में नहीं लेते ? ,,,,,,,,लेते हैं पर बहुत कम ? अच्छा एक बात बताओ तृष्णा तेरे मरद का लौड़ा कैसा है यार ? ,,,,,, वह हंसी और बोली लौड़ा तो बहन चोद लौड़ा ही है। मस्त है, कड़क है और अच्छे साइज का है ,,,,,,मोटा है की नहीं ? ,,,,,, तुम तो ऐसे पूंछा रही हो जैसे तुम मेरे पति का लण्ड खरीदने जा रही हो ? ,,,,,, नहीं नहीं मैं खरीदूंगी नहीं पर ऐसे ही उत्सुकता बस पूंछ बैठी। बताओ न तृष्णा प्लीज।,,,,,,,वह मुस्कराकर बोली मैं बताऊंगी नहीं तू खुद किसी दिन पकड़ कर देख ले भोसड़ी की बरखा मेरे मियां का लण्ड ,,,,,,, मैं मन ही मन बहुत खुश ही और बोली तो फिर पकड़ा दो न मुझे किसी दिन अपने पति का लण्ड ,,,,,,,,,, पकड़ा दूँगी पर तुम्हे भी पकड़ाना पड़ेगा अपने पति का लण्ड। मंजूर हो तो बोलो। ,,,,,,,,, हां पमैन भी पकड़ा दूँगी ,,,,,,,, पीछे तो नहीं हटोगी ? वादा पक्का है ,,,,,, नहीं हटूंगी एक बार कह दिया तो कह दिया। अगर हटूं तो तुम मेरी माँ चोद लेना बुर चोदी तृष्णा ?,,,,,,,,,,,, अच्छा सुनो अगर हम तुम दोनों एक ही कमरे में एक ही साथ एक दूसरे के हसबैंड का लण्ड पकड़ा दे तो कैसा रहेगा ? ,,,,, मैं भी यही चाहती हूँ ,,,,,,,पर अपने हसबैंड से पूंछ तो लो वह राज़ी होगा ? ,,,, वो भोसड़ी का वही करेगा जो मैं कहूँगी।
मैंने कहा - तो फिर देखो तृष्णा, कल शनिवार है मैं कल ही तुझे अपने घर में डिनर पर इन्वाइट करती हूँ तू अपने पति रोहित के साथ आ जाना।
वह बोली - ठीक है मैं कल शाम को 8 बजे आ जाऊंगी।
अगले दिन तृष्णा अपने पति रोहित के साथ आ गयी। उसने जींस और टॉप पहना था। टॉप बिना ब्रा की थी। इसलिए चलते फिरते उसके बूब्स हिल रहे थे जिन्हे देख कर मेरे पति देव के सब्र का बाँध टूट रहा था। मैंने इधर एक पेटीकोट पहना था और ऊपर केवल छोटी सी ब्रा जिसमे मेरे निपल्स ही छुपे हुए थे बाकी जिस्म दिख रहा था। रोहित की निगाहें वहीँ टिकी थीं और यह बात मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। हमने ड्रिंक्स शुरू कर दी और सब लोग एन्जॉय करने लगे। बाहर बरसात हो रही थी इससे हमारी पार्टी का मज़ा दूना हो गया था । तृष्णा ने मुझे आँख मार कर इशारा किया की उसने अपने पति को लण्ड वाली सारी बात बता दी है। और इससे वह बहुत उत्तेजित हो गया है।
शराब का नशा चढ़ रहा था और मस्ती भी धीरे धीरे बढ़ रही थी। मैं सोंच रही थी की अब तो मुझे रोहित से चुदवाने का मौक़ा मिलेगा। तृष्णा भी यही सोंच रही थी की आज मुझे आनंद के लण्ड का मज़ा मिलेगा। रोहित मुझे चोदने का मौक़ा देख रहा था और मेरा पति भी तृष्णा की बुर में लौड़ा घुसाने का इंतज़ार कर रहा था। माहौल आहिस्ते आहिस्ते गरम होता जा रहा था। तभी मेरा पति आनंद तृष्णा की तरफ झुका तो तृष्णा ने अपनी बाहें उसके गले में डाल दीं। उसने आनंद के गाल चूम लिये तो आनद ने उसके गाल। उसके बाद आनंद ने उसके टॉप में हाथ घुसेड़ दिया। टॉप के बटन खुल गए और उसके बूब्स नंगे होकर उसके सामने आ गए। मेरे पति से तृष्णा के बूब्स चूमे और उन्हें दबाने लगा। तब तक रोहित ने मुझे अपने बदन से चिपका लिया और मेरे बूब्स ऊपर से दबा दिया। मैं भी उसका लण्ड टटोलने लगी।
मुझसे ज्यादा जल्दी तृष्णा को जल्दी थी मेरे पति का लण्ड पकड़ने की। मेरे पाटीने तृष्णा ाकि जींस खोल दी तो उसकी मस्तानी चूत नंगी हो गयी। आनंद उसकी चूत सहलाने लगा। इधर रोहित ने मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोला तो पेटीकोट नीचे गिरा और मैं मादर चोद नंगी हो गयी। मेरी छोटी छोटी झांटों वाली चूत पर पराये मरद का हाथ मुझे बहुत मज़ा देने लगा। मैंने फ़ौरन रोहित को नंगा किया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मेरे मुंह से निकला बाप रे बाप क्या लौड़ा है यार तृष्णा तेरे मियां का ? कितना बड़ा है भोसड़ी का लण्ड और कितना मोटा है। सबसे बड़ी बात तो यह है की बड़ा खूबसूरत है लण्ड ? तृष्णा भी तब तजक मेरे पति को नंगा कर चुकी थी वह बोली यार बरखा तेरे मियां का लण्ड तो घोड़े का लण्ड है यार। खूबसूरत होने के साथ साथ कितना कड़क है यार बिलकुल लोहा लाट है तेरे मरद का लण्ड। ये तो आज मेरी चूत फाड़ डालेगा। यार तूने पहले मुझे ये लण्ड क्यों नहीं पकड़ाया ?
हम दोनों की मस्तानी बातें सुन सुन कर ये दोनों मरद बड़ा मज़ा ले रहे थे और इनके लण्ड साले और हिनहिनाने लगे थे। मैं रोहित का लण्ड नंगी नंगी पीने लगी और उसकी बीवी मेरे पति का लण्ड पीने लगी। दरवाजे खिड़कियां खुली थीं। बाहर से ठंढी ठंडी हवा आ रही थी और अंदर गरम गरम लण्ड और चूत का खेल शुरू हो गया था। थोड़ी देर में मेरे पति ने लण्ड तृष्णा की चूत में घुसेड़ दिया। तृष्णा चिल्ला पड़ी - उई माँ, पूरा पेल दिया लण्ड। फाड़ डाला तूने मेरी चूत भोसड़ी के। हाय रे मैं क्या करूँ ,,,,,,,,,, ? फिर बोली वाओ, बड़ा मज़ा आ रहा है। पूरा घुसेड़ दो न लण्ड। चोद डालो मेरी बुर। चीर डालो मेरी बुर। मार लो मेरी गांड। उसके बाद वह मस्ती से चुदवाने लगी। इधर रोहित ने घुसा दिया लण्ड मेरी चूत में। मैं भी पहली बार किसी पराये मरद से चुदवा रही थी। उसका लौड़ा चिपक कर घुसा मेरी चूत में। मैं भी चिल्ला पड़ी हाय रे फट गयी मेरी बुर बहन चोद। बड़ा मोटा लण्ड है तेरा रोहित ? मैं तो ऐसा ही लण्ड चाहती थी।
हम दोनों इस तरह एक दूसरे के हसबैंड से चुदवाने लगीं। हमारे चेहरे पर ख़ुशी थी और हम सब इस बात से खुश थे की हमारा चुदाई का फैसला बिलकुल सही निकला। बेड पर हम दोनों ही लेटीं थीं. मेरी गांड की तरफ उसका मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह था। मेरा मरद उसे चोद रहा था और उसका मरद मुझे चोद रहा था। मैं अपने मियां का लण्ड तृष्णा की बुर में आते जाते देख रही थी और उसके पेल्हड़ भी सहला रही थी। तृष्णा अपने मियां का लण्ड मेरी चूत में आते जाते देख रही थी और अपने मियां के पेल्हड़ भी सहला रही थी। इस तरह की मस्ती आज पहली बार हमें मिल रही थी। मेरे पति और उसके पति का मुंह आमने सामने था। वह अपनी बीवी को मुझसे चुदते हुए देख रहा था और मैं अपनी बीवी को उससे चुदते हुए।
अचानक रोहित बोला ;- यार आनंद मुझे तो तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। बरखा भाभी की चूत मुझे बहुत मज़ा दे रही है।
मैंने कहा - अच्छा ऐसी बात है तो चोदे जाओ मेरी बीवी की चूत। मुझे भी तेरी बीवी चोदने में बहुत अच्छा लग रहा है। तृष्णा भाभी की चूत सच में बड़ी टाइट है और टाइट बुर चोदने का मज़ा ही कुछ और होता है। मैं उन दोनों की बातें सुन कर बहुत खुश हो रही थी। तृष्णा भी उन बातों का मज़ा ले रही थी। अचानक फिर दोनों ने पीछे से चोदना शुरू कर दिया। डॉगी स्टाइल की चुदाई भी मजेदार होती है। उन्होंने ने आगे से पीछे से ऊपर से नीचे से एक दूसरे की बीवी चोदी। इतने में मेरी चूत तो खलास हो गयी। मैं ढीली हो गयी। यही हाल तृष्णा का भी था। तभी रोहित बोला भाभी अब मैं निकल जाऊंगा। मैंने कहा लो मेरे मुंह में गिरा दो। उसने सारा वीर्य उगल दिया मेरे मुंह में और मैं मजे से चाटने लगी उसका झड़ता हुआ लण्ड। मेरे सामने तृष्णा भी मेरे मियां का झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। तो दोस्तों हम दोनों ने रात में तीन बार एक दूसरे के पति से चुदवाया। ऐसी मजेदार बरसात में पराये मरद के लण्ड का मज़ा लिया।
एक दिन के साथ बैठी हुई बियर पी रही थी। गर्मी के दिन थे और बाहर ठंढी ठंढी हवा चल रही थी। तभी एकाएक मेरे पति का दोस्त कनक आ गया। वह अपनी बीवी पायल के साथ था। मैं पायल को जानती थी। / मैंने दोनों को बैठाया और बियर में शामिल कर लिया।
मेरा आनंद बोला - कनक यार तुम तो अमेरिका चले गए थे। वहां से कब आये ?
वह बोला - अभी एक हफ्ते पहले ही आया हूँ। कैसा लगा तुम्हे अमेरिका ?
वह बोला - बहुत अच्छा लगा। वहां हमने एक क्लब ज्वाइन कर लिया था उससे समय कटता रहा और एन्जॉय भी करता रहा।
मैंने पूंछा - कितने दिन तक रहे तुम अमेरिका में ?
वह बोला - मैं तो शादी के पहले भी वहीँ था और शादी के बाद भी बीवी के साथ वहीँ चल गया। इस तरह मैं ५ साल रह कर आया हूँ।
मैंने कहा - तो फिर अब तुम्हे यहाँ कैसा लग रहा है ?
वह बोला - सब कुछ तो ठीक ही लग रहा है पर एक चीज हमें नहीं मिल रही है यहाँ वापस आकर।
मैंने कहा - क्या नहीं मिल रहा है।
वह बोला - यार अब तुमसे क्या छुपाना ? वहां हम लोग अक्सर "wife swapping" करते थे। पर यहां तो इसका चलन ही नहीं है। बस यही कमी लग रही है मुझे।
मैंने कहा - कौन कहता है की यहाँ "wife swapping" का चलन नहीं है ? अरे यार यहाँ तो हर दूसरे घर में होती है बीवियों की अदला बदली।
वह बड़ा उत्साहित हो गया बोला - यार बताओ न कहाँ होता है मैं आज ही और अभी ही करने को तैयार हूँ।पायल तो हर रोज़ इसका इंतज़ार करती है।
मेरी बीवी बोली - क्यों पायल क्या ऐसा है ?
पायल ने कहा - हां बरखा ऐसा ही है। हम लोग ऐसे कपल ढूंढ रहे हैं जो बीवियों की अदला बदली करते हों ? मेरी बीवी ने खुल कर कहा - तो फिर हमारे साथ कर लो न ? हम लोग भी तो करते हैं।
"wife swapping" का था। हम लोग क्लब में सबकी बीवियां चोदते थे और सब लोग हमारी बीवियां चोदते थे। बड़ा मज़ा आता था यार ? वही मज़ा मैं यहाँ भी लेना चाहता हूँ. कभी कभी घर में मैं इसकी बीवी चोदता था और ये मेरी बीवी चोदता था। कनक ने सारी बात हम सबको बताई। मैं तो ये बातें सुन कर बहुत खुश हो गई। पीटर एक हैंडसम आदमी था और मुझे एक नज़र में पसंद आ गया। लिंडा भी बड़ी खूबसूरत बीवी थी। मेरा पति उसे बड़ी देर तक देखता रहा। मैंने पार्टी का इंतज़ाम कर दिया और तब हम तीनो कपल ड्रिंक्स का मज़ा लेने लगे।
थोड़ा नशा चढ़ा तो लिंडा बड़ी बेशर्मी से मेरे पति का लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबाने लगी और बोली आज तो मैं सबसे पहले आनंद के लण्ड का मज़ा लूंगी। उसे देख कर मैंने भी कनक के लण्ड पर हाथ मारा और बोली तो फिर मैं इसके लण्ड का मज़ा लूटूँगी। पायल आगे बढ़ी और बोली यार पीटर बहुत दिन हो गये मुझे तेरा लण्ड चोदे हुए। आज मैं यहाँ सबके सामने तेरा लण्ड चोद कर सबको दिखाउंगी। बातों ही बातों में सब एक दूसरे के मियां के कपड़े खोल खोल कर नंगा करने लगीं। बस दो मिनट में ही, तीनो लण्ड नंगे हो गए और तन कर खड़े हो गए। मैंने कनक का लण्ड चूमा, पायल ने पीटर का लण्ड चूमा और लिंडा ने मेरे पति का लण्ड। मेरी नज़र पीटर के लण्ड पर भी थी। उधर हसबैंड भी एक दूसरे की बीवी को नंगी करने लगे। मुझे पायल के मियां ने नंगी किया, पायल को लिंडा के हसबैंड ने नंगी किया और मेरे पति ने पीटर की बीवी को नंगी किया। हम सब बीवियां जब नंगी नंगी बिना कपड़ों के मैदान में आ गई तो नज़ारा ही कुछ और हो गया।
थोड़ी देर में पायल का मियाँ कनक मुझे चोदने लगा। मेरा पति पीटर की बीवी चोदने लगा और पीटर कनक की बीवी चोदने लगा।
कनक बोला - यार, आनंद आज मैं पहली बार अमेरिका से आने के बाद तेरी बीवी चोद रहा हूँ। मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। अपने देश की बीवी की बुर का मज़ा को कुछ और ही है।
मैंने कहा - मुझे भी आज अमेरिकन बीवियां चोदने वाले लण्ड से चुदवाने में कुछ ज्यादा ही मज़ा आ रहा है। लिंडा ने कहा - वाओ, मुझे तो सबसे ज्यादा मज़ा इंडियन लण्ड से चुदवाने में आता है। मैं इंडियन लण्ड बहुत पसंद करती हूँ। लंदन में भी मैं इंडियन लण्ड से चुदवाया करती थी।
तो दोस्तों, हमारी इस तरह "wife swapping" की पार्टियां चलती रहीं और आज भी चल रहीं हैं।
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